2 २ अन प्रेम म चाला जी स मसीह भी तुमला प्रेम करनो ; अन हामनी करता सोताला सुखदायक सुगन्ध नी करता यरमेश्वर नी आगय भेंट करीन बलिदान करी देना। जिस पवित्र एव भवास नी योग्य स, नीमल तुम भ 3 ३ जिस पवित्र मनस योग्य स , तिसज तुम म व्यभिचार, अन कोनती प्रकार नी खराब काम , लोभ नी गोट्या , सुद नाहा होय ।
4 ४ अन नाहा बिगर लाज नाहा मूर्खता नी गोट्यो नी नाहा उपवास कर न किसा का यो गोटयो सोभा नाहां देत्यो, पन धन्यवाद ज वनाय जाय। 5 ५ किसाका तुमु ई जानत स क कोय व्यभिचारी, नत खराब जन, नत लोभी मनुस नी ज़ो मूर्ति पूजक नी बराबर स, मसीह अन परमेश्वर नी राज्य म विरासत नाहा।
6 ६ कोय तुमला बिगर काम न्यो गोट्या ती धोको ना देय ; किसाका यो ज कामस नी वजय ती परमेश्वर नो रग आज्ञा नाहा माननारस प भड़क स ।
7 ७ इनीकरता तृमु तीस न सहभागी नाहा होत , 8 ८ किसाका तुम त पय आंधारा आत ल पन आमी प्रभु म उजाया न पोटिं नी मायक चाला।
9 ९ किसाका उजाया नो फय बट्टा प्रकार नी भलाई, अन. धार्मिकता, अन खारा स ,
10 १० अन यी पारखा , क प्रभु ला काय पट स ?
11 ११ अन आंधारा नी निष्कल काम मे सहभागी नाहा होय, पन तीस प उलाहना देवा ।
12 १२ किसाका तीसना गृप्त काम नी चर्चा भी लाज नी गोट स । 13 १३ पन जतला काम प उलाहना देवाय स ते बट्ट उजाया ती प्रगट होत स किसाका जो बट्ट ला प्रगट कर स , ती उजाया स।
14 १४ इनी वजय ती तो आक स, " ऐ सीवना र जागी जावा अन मरे ल मती जीवी उठा : त मसीह ना ज्योती उजाया तुम तुप चमकी। " 15 १५ इनी करता ध्यान ती दखा , क कीसळी चाल चालत स ; बिगर बुद्धि वालस नी मायक नाहा पन बुद्धिमान नी मायक चाला।
16 १६ अन मोका ला बहुमूल्य समजा , किसाका दिन चवनाज स ।
17 १७ इनी वजयती बिगर बुद्धि वाल नाहा होसा , पन ध्यानती समजा , क प्रभु नी इच्छा काय स। 18 १८ अन दाखरस ती मतवलि नाहा बना, किसाका इनाती लुचयन होय स , पन पवित्र आत्मा ती परिपूर्ण होत जावा ,
19 १९ अन आपस म भजन अन स्तुतिगान अन आत्मिक गीत आका करा, अन तुमना - तुमना मन म प्रभु नी आगय गीत अन स्तुति कर त रवा ।
20 २० अन कायम बट्यो गोट्यो नी करता हामनो प्रभु यीशु मसीह ना नाव ती परमेश्वर आबा नो धन्यवाद कर त रवा।
21 २१ अन मसीह नो बिक ती यक भिसरा नी अधीन रवा । 22 २२ ऐ बायको तुमना - तुमना माटि नी इस अधीन रवा, जिस प्रभु नी ।
23 २३ किसाका माटी त बायको ना मुनका स , जीस क मसीह मंडळी ना मुनका स , अन सोताज शरीर नो उद्धारकर्ता स।
24 २४ पन जि स मंडळी मसीह म अधीन स , तीसज बायको बी बट्यो गोट्यो म तुमना - तुमना माटी नी अधीन रवा। 25 २५ ऐ माटी लोग, तुमन्यो - तुमन्यो बायको ती थवा जीस मसीह भी मंडळी ती प्रेम करीन सोताला तीनी करता दी देनो ।
26 २६ क तीला वचननी द्वारा पानी ती उन्गयाळीन शुद्ध करीन पचित्र बनावा ,
27 २७ अन तीला यक इसळी तेजस्वी मंडळी बनावीन तीनी जाग हुब कर , जिम नाहा कलंक नाहा झर्रा नाहा , कोनती इसळी वस्तु रय , पन पवित्र , अन निर्मार्ष निर्दोष रय । 28 २८ इनी प्रकार उचित स , क माटी तुमनी - तुमनी बायको ला तुमना शरीर नी मायक प्रेम थवा , जो तीसनी बायको ला प्रेम करत स , ते सोताला प्रेम करत स ।
29 २९ किसाका कोय बी कव सोतानी शरीर ती बैर नाहा थवन पन तीनी पालन पोषण कर स , जिस मसीह भी मंडळी नी हारी कर स ।
30 ३० इनिकरता क आपु तीनी शरीर नो अंग स । 31 ३१ " इनी वजयती मनुस माय - आबा ला छोळीन तीनी बायको ती मियेलो रयी, अन ते जेनी यक शरीर होयी ।
32 ३२ यो भेद त मोटो स, पन मय मसीह अन मंडळी नी बारा म आकु स ।
33 ३३ पन तुम मती बट्टा यक मनुस तुमनी बायको ला तुमनी मायक प्रेम थवा , अन बायको भी सोताना माटी नो बिक मा न ।