Matthew 20

Matthew 20:1

Q? सुबह जो मज़दूर लाए गए थे उन्हें उस मालिक ने कितनी मज़दूरी दी?

  1. अँगूर के बाग़ के मालिक ने सुबह लाए गये मज़दूरों को एक दिनार पर ठहराया .

Matthew 20:2

Q? सुबह जो मज़दूर लाए गए थे उन्हें उस मालिक ने कितनी मज़दूरी दी?

  1. अँगूर के बाग़ के मालिक ने सुबह लाए गये मज़दूरों को एक दिनार पर ठहराया .

Matthew 20:4

Q? तीसरे, छठवें, नौवें और ग्यारहवें घंटों में ठहराए गये मज़दूरों को बाग़ के मालिक ने कितनी मज़दूरी देने का वा’दा किया था?

  1. बाग़ के मालिक ने कहा कि वह उन्हें वाजिब मज़दूरी देगा .

Matthew 20:7

Q? तीसरे, छठवें, नौवें और ग्यारहवें घंटों में ठहराए गये मज़दूरों को बाग़ के मालिक ने कितनी मज़दूरी देने का वा’दा किया था?

  1. बाग़ के मालिक ने कहा कि वह उन्हें वाजिब मज़दूरी देगा .

Matthew 20:9

Q? ग्यारहवें घंटे में लाए गए मज़दरों को कितनी मज़दूरी मिली?

  1. ग्यारहवें घंटे में लाए गए मज़दूरों को एक दिनार मिला .

Matthew 20:11

Q? सुबह काम पर लगाए गए मज़दूरों ने क्या शिकायत की?

  1. उन्होंने शिकायत की कि उन्होंने पूरा दिन काम किया और उन्हें उतना ही मिला जितना एक घंटे काम करने वाले को .

Matthew 20:12

Q? सुबह काम पर लगाए गए मज़दूरों ने क्या शिकायत की?

  1. उन्होंने शिकायत की कि उन्होंने पूरा दिन काम किया और उन्हें उतना ही मिला जितना एक घंटे काम करने वाले को .

Matthew 20:13

Q? बाग़ के मालिक ने मज़दूरों की शिकायत का क्या जवाब दिया?

  1. मालिक ने जवाब दिया कि सुबह काम पर लगाए गए मज़दूरों को उसने ठहराई गई मज़दूरी एक दीनार दी है और मज़दूरों को भी उतनी ही मज़दूरी देना उसकी अपनी मर्ज़ी है .

Matthew 20:15

Q? बाग़ के मालिक ने मज़दूरों की शिकायत का क्या जवाब दिया?

  1. मालिक ने जवाब दिया कि सुबह काम पर लगाए गए मज़दूरों को उसने ठहराई गई मज़दूरी एक दीनार दी है और मज़दूरों को भी उतनी ही मज़दूरी देना उसकी अपनी मर्ज़ी है .

Matthew 20:17

Q? यरूशलीम जाते वक़्त ‘ईसा ने अपने शागिर्दों को किस हादसे की पहले जानकारी दी थी?

  1. ‘ईसा ने अपने शागिर्दों से कहा कि वह सरदार काहिनों और आलिमों के हाथ पकड़वाया जायेगा और वह उसे सज़ा ए मौत देंगे, और सलीब पर चढ़ाएंगे लेकिन वह तीसरे दिन जी उठेगा .

Matthew 20:19

Q? यरूशलीम जाते वक़्त ‘ईसा ने अपने शागिर्दों को किस हादसे की पहले जानकारी दी थी?

  1. ‘ईसा ने अपने शागिर्दों से कहा कि वह सरदार काहिनों और आलिमों के हाथ पकड़वाया जायेगा और वह उसे सज़ा ए मौत देंगे, और सलीब पर चढ़ाएंगे लेकिन वह तीसरे दिन जी उठेगा .

Matthew 20:20

Q? ज़बदी के बेटों की माँ ने ‘ईसा से क्या ‘अर्ज़ किया था?

  1. वह चाहती थी कि ‘ईसा हुक्म दे कि उसके बेटे ;ईसा की बादशाही में उसकी दाहिनी तरफ़ एक, और बाईं तरफ़ दूसरा बैठे .

Matthew 20:21

Q? ज़बदी के बेटों की माँ ने ‘ईसा से क्या ‘अर्ज़ किया था?

  1. वह चाहती थी कि ‘ईसा हुक्म दे कि उसके बेटे ;ईसा की बादशाही में उसकी दाहिनी तरफ़ एक, और बाईं तरफ़ दूसरा बैठे .

Matthew 20:23

Q? बादशाही में उसकी दाहिनी तरफ़ और बाईं तरफ़ किस को बिठाना है किसके हाथ में है?

  1. ‘ईसा ने उसे जवाब दिया, कि आसमानी बाप ने इन जगहों को उन्हीं के लिए रखा है जिन्हें उसने मुक़र्रर किया है .

Matthew 20:26

Q? ‘ईसा ने क्या कहा कि शागिर्दों में कोई बड़ा कैसे बन सकता है?

  1. ‘ईसा ने कहा कि जो बड़ा बनना चाहे वह ख़ादिम बने .

Matthew 20:28

Q? ‘ईसा ने दुनिया में अपने आने की वजह क्या बताया था?

  1. ‘ईसा ने कहा कि वह ख़िदमत करने और बहुतों को बचाने के लिए अपनी जान दे .

Matthew 20:30

Q? सड़क के किनारे बैठे दो अंधे ‘ईसा के आने पर क्या चिल्ला रहे थे?

  1. दो अंधे चिल्ला रहे थे, "ऐ ख़ुदा, इब्न ए दाऊद, हम पर रहम कर"। .

Matthew 20:34

Q? ‘ईसा ने उन दोनों अंधों को क्यों अच्छा किया?

  1. ‘ईसा ने उन दोनों अंधों को अच्छा किया क्यूँकि उसे उन पर तरस आ गया था .