Genesis 31

Genesis 31:1

लाबान और उसके पुत्रों के विचार में याकूब की दी सम्पदा कहां से आई थी?

लाबान और उसके पुत्रों के विचार में याकूब ने लाबान की सम्पदा लूटी थी।

Genesis 31:2

लाबान और उसके पुत्रों के विचार में याकूब को दी सम्पदा कहां से आई थी?

लाबान और उसके पुत्रों के विचार में याकूब ने लाबान की सम्पदा लूटी थी।

Genesis 31:3

यहोवा ने याकूब को क्या आदेश दिया?

यहोवा ने याकूब से कहा कि वह अपने पितरों के देश लौट जाये।

Genesis 31:8

यहोवा ने लाबान के पशु कैसे याकूब को दिए?

यहोवा ने भेड़ बकरियों के बच्चे फारीवाले, चित्तीकम और चितकबरे कर दिये जो समझौते के अनुसार सब याकूब के थे।

Genesis 31:9

यहोवा ने लाबान के पशु कैसे याकूब को दिए?

यहोवा ने भेड़ बकरियों के बच्चे फारीवाले, चित्तीकम और चितकबरे कर दिये जो समझौते के अनुसार सब याकूब के थे।

Genesis 31:14

राहेल और लिआ का दृष्टिकोण अपने पिता के प्रति कैसा था?

राहेल और लिआ का कहना था कि उनका पिता उनके साथ परदेशियों का सा व्यवहार करता है और उनका पैसा खा बैठा है।

Genesis 31:15

राहेल और लिआ का दृष्टिकोण अपने पिता के प्रति कैसा था?

राहेल और लिआ का कहना था कि उनका पिता उनके साथ परदेशियों का सा व्यवहार करता है और उनका पैसा खा बैठा है।

Genesis 31:19

याकूब के साथ प्रस्थान करने से पूर्व राहेल ने क्या किया था?

राहेल ने अपने पिता के कुल देवताओं को चुरा लिया था।

Genesis 31:20

इस बार याकूब ने लाबान के साथ कैसा छल किया था?

याकूब लाबान को बताये बिना ही वहां से चला गया था।

Genesis 31:22

याकूब के पलायन का समाचार सुनकर लाबान ने क्या किया?

लाबान अपने परिजनों के साथ याकूब के पीछे चला और सात दिन बाद उसे पकड़ा।

Genesis 31:23

याकूब के पलायन का समाचार सुनकर लाबान ने क्या किया?

लाबान अपने परिजनों के साथ याकूब के पीछे चला और सात दिन बाद उसे पकड़ा।

Genesis 31:24

परमेश्वर ने लाबान को स्वप्न में क्या चेतावनी दी थी?

यहोवा ने लाबान से कहा कि वह याकूब को न तो भला कहे और न बुरा कहे।

Genesis 31:31

याकूब ने लाबान के पास से चुपचाप निकल आने का क्या कारण बताया?

याकूब ने कहा कि उसे डर इस बात का था कि लाबान उसकी पत्नियों को बलपूर्वक उससे ले लेगा।

Genesis 31:32

लाबान ने उस पर उसके कुल देवताओं को चुराने का दोष लगाया तो याकूब ने क्या कहा?

याकूब ने कहा कि जिसने लाबान के कुलदेवताओं को चुराया है, वह जीवित नहीं बचेगा।

Genesis 31:34

लाबान को याकूब के पास अपने कुल देवताओं की मूर्तियां क्यों नहीं मिली थीं?

लाबान को अपने कुल देवताओं की मूर्तियां नहीं मिली क्योंकि राहेल उन पर बैठ गई थी और कहा कि वह मासिक धर्म से है।

Genesis 31:35

लाबान को याकूब के पास अपने कुल देवताओं की मूर्तियां क्यों नहीं मिली थीं?

लाबान को अपने कुल देवताओं की मूर्तियां नहीं मिली क्योंकि राहेल उन पर बैठ गई थी और कहा कि वह मासिक धर्म से है।

Genesis 31:41

याकूब ने कितने वर्ष लाबान की सेवा की थी और लाबान से कितनी बार उसका पारिश्रमिक बदला था?

याकूब ने बीस वर्ष लाबान की सेवा की और लाबान ने दस बार उसका पारिश्रमिक बदला था।

Genesis 31:43

लाबान ने कैसे प्रकट किया कि उसके विचार में याकूब की सम्पदा लाबान की है?

लाबान ने कहा कि उसे याकूब की सम्पदा में जो कुछ दिखाई देता है सब उसी का है।

Genesis 31:46

याकूब और लाबान ने अपनी वाचा के स्थान पर क्या चिन्ह खड़ा किया था?

याकूब और लाबान ने उस स्थान पर पत्थरों का एक ढेर लगाया।

Genesis 31:49

याकूब और लाबान के बिच वाचा की विश्वासयोग्यता का साक्षी कौन बनाया गया था?

याकूब और लाबान के बीच वाचा का मध्यस्थ परमेश्वर थे कि वाचा की निष्ठा को सुनिश्चित करे।

Genesis 31:50

वाचा की विश्वासयोग्यता का साक्षी कौन बनाया गया था?

याकूब और लाबान के बीच वाचा का मध्यस्थ परमेश्वर थे कि वाचा की निष्ठा को सुनिश्चित करे।

Genesis 31:51

ढेर और खम्भा किस लिए थे?

यह ढेर और यह खम्भे दोनों इस बात के साक्षी है कि हानि करने की मनसा से न तो लाबान इस ढेर को लाँघकर याकूब के पास जाएगा, न तू इस ढेर और इस खम्भे को लाँघकर मेरे पास आएगा।

Genesis 31:52

याकूब और लाबान ने क्या वाचा बांधी थी?

दोनों ने यह समझौता किया कि वे किसी भी पक्ष की हानि के लिए इस पत्थर के ढेर के पार नहीं जाएंगे।

ढेर और खम्भा किस लिए थे?

यह ढेर और यह खम्भे दोनों इस बात के साक्षी है कि हानि करने की मनसा से न तो लाबान इस ढेर को लाँघकर याकूब के पास जाएगा, न तू इस ढेर और इस खम्भे को लाँघकर मेरे पास आएगा।

Genesis 31:53

वाचा से सहमत होने के लिए याकूब ने क्या किया?

लाबान से सहमती जताने के लिए याकूब ने उसकी शपथ खाई जिसका भय उसका पिता इसहाक मानता था।

Genesis 31:55

अगले दिन सुबह लाबान ने क्या दिया?

लाबान ने अपने पोतों को और पुत्रियों को चूमा और आशीर्वाद देकर घर लौट गया।