याकूब ने अपने पुत्रों को एकत्र किया कि उन्हें उनके और उनके वंशजों के भविष्य के बारे में बताये।
रूबेन मर्यादा और शक्ति में बेजोड़ था।
रूबेन का स्थान महत्व से वंचित रहेगा क्योंकि उसने अपने पिता की खाट को अशुद्ध किया था।
याकूब ने शमौन और लेवी के क्रोध को श्राप दिया था।
याकूब ने कहा कि उसके पुत्र यहूदा को दण्डवत् करेंगे।
यहूदा से प्रतिज्ञा की गई थी कि जब तक शीलो न आये यहूदा के वंश से राजदण्ड कभी नहीं हटेगा और सब जातियां उसका आज्ञापालन करेंगी।
याकूब ने जबूलून के वंशजों के लिए भविष्यद्वाणी की कि वे समुद्र के तट पर वास करेंगे।
याकूब ने कहा कि दान एक विषैले सर्प की नाईं होगा।
याकूब ने कहा कि आशेर राजा के लिए स्वादिष्ट भोजन उपलब्ध करायेगा।
याकूब ने कहा कि यूसुफ एक फलवन्त मुख्य शाखा होगा जिसकी डालियां भीत पर से चढ़कर फैल जायेंगी।
याकूब कहता है कि याकूब का सर्वशक्तिमान परमेश्वर की भुजा, जो इस्राएल का चट्टान है वो यूसुफ के धनुष को दृढ़ और हाथों को फुर्तीला बनाएगा।
अब्राहम, सारा, इसहाक, रिबका और लिआ: वहां दफन किये जा चुके थे।
याकूब ने अंतिम सांस ली और अपने लोगों में चला गया।