याकूब ने पहले अपनी दासियों को रखा फिर लिआ को और फिर राहेल को रखा।
याकूब ने पहले अपनी दासियों को रखा फिर लिआ को और फिर राहेल को रखा।
अपने भाई के निकट पहुंच कर याकूब ने उसे सात बार दण्डवत किया।
एसाव ने दौड़कर याकूब को गले लगाया और उसे चूमा।
एसाव ने याकूब से कहा कि वह उन्हें रख ले क्योंकि उसे कोई कमी नहीं है।
याकूब ने कहा कि परमेश्वर ने उस पर अनुग्रह किया है और उसके पास बहुत है, इसलिए एसाव को उसका भेंट स्वीकार करना चाहिए।
उसने एसाव से कहा कि वह आगे चले क्योंकि तीव्र गति से चलने के कारण उसकी भेड़ बकरियां मर जायेंगी।
उसने एसाव से कहा कि वह आगे चले क्योंकि तीव्र गति से चलने के कारण उसकी भेड़ बकरियां मर जायेंगी।
उसने एसाव से कहा कि वह आगे चले क्योंकि तीव्र गति से चलने के कारण उसकी भेड़ बकरियां मर जायेंगी।
याकूब के कहा कि वह अपने परिवार और भेड़ बकरियों को एसाव के यहाँ सेईर में ले जाएगा।
याकूब सुपकोत पहुंचा और वहां अपना घर बनाया।
याकूब ने शेकेम में जाकर भूमि खरीदी थी।
याकूब ने शेकेम में जाकर भूमि खरीदी थी।