अध्याय 3

1 इनान करीन ए पवित्र भाईहो तुमुजो सोरमोन भुलावणो भागी से , तिना चेलु व मोटुलु बुजारू येशुपोर जिनाहा आमु मान्या तिनापोर ध्यान लागाडु , 2 ज्या आपनु निवाडया करने वावा बुरहा वावु जोहलू मुसा बी बोगवानोन आखो घर मा ओतु , 3 काहा येशु मुसा ओखु ओतरू वाडीन , महिमा ओतरो समझणेमा आवलो , जोतरो के घर दोखो बठीन आदर मेकतलु ! 4 काहा के हर एक घरन कुणणे कुण बोणावणारू सेयतलु पुण च्यु कुण सब काय बोनायु च्यु बोगवान से ! 5 मुसा ते बोगवान आखा घरोन चलान होत बुरहावावु रोयु ! जिना वातोन बरणन भायणे वावो ओतो तिनान गवाई आप ! 6 पोर मोसीही पुरयान गोथ बोगवानोन घर आधिकार से , अने तेरो घर आमुसे, ओवी आमु धीर पोर एने आपणी आशा के घमण्ड पोर आखरी तोक वातडा रोऐ 7 इनान करीन पवित्र आत्मा कोयतलु अने एवी आज तिनान वाते होमवु ! 8 तेतार आपणे मन कठोर मा कोरू जेहे कोरीन खोत कोरणेन समय एने परिक्षा दिहोमा जंगलमा कोरलु ओतु ! 9 ज्याहरी तुमरा डायडाया मेहे जास कोरीन पारख्या एने चालीस वरहो तोक मारो काम देख्या । 10 इनान कारण मी तीना सोमय माणोहो पोर खत कोरुयु एने कोयु इंदरा मन कायम भरकता रोयतला , एने इनुहु मारो वाटहो नी जाणता ! 11 तेत्यार मी खतमा आवीन कसम खादयु च्या मारा आराम मा आवी नी सकतला ! 12 हे भायहो सावधान रोयु , के तुमरामा ओहलो भुरो एने अनिश्वासी मन नी ओयनुजुवे , ज्यो जीवतु बोगवान दोखु सेटु ली जाये ! 13 पुण जिना दिहो तक या आज दिहो कोयनेमा आवतलों . हर दिही एक दिहरा समजाता रोयु . ओहलो नी ओयनु जुवे कि तुमु मा दोखा बी कोतरा मानहे पाप छल मा आवीन ठुकरा खाहे । 14 कहाकि आमु मसीही भागीदार ओयला से , एने आमु आपणा पेल्ला भुरहु पर आखरी तक मजबुत रोये ! 15 जेहे कोरीन कोयणेम आवतलो , एने आज तुमु तेरो वात हमवहे तेत्यार तु तारा मनमा आपणो कठोर नी करे , जेहे करीन खत आपणेन समय करतला 16 हाजो काल्ला माणहोन होमबीन भी खत आपाड्यु , काय च्या आखा नी मुसा खेर दोखा मिस्र मा दोखा आन्या ओता । 17 अवी च्या चावी वरहे लोगण कालला माणहो खत करणा रोया ! काय तिनाह नी , च्या पाप कोन्या , तेरा धोड जगलमा पड रोयो । 18 एने च्या कुणीन कोरीन कसम खादयु , एने तुमु मारा आरामना प्रवेश करनु नी जुवे , केवल उनुहु जिनाह वात नी मानी ! 19 यो प्रकारोन आमु देखतला कि च्या अविश्वास कारण दोखा प्रवेश नी कर सकतला !