अध्याय 2

1 इनान कोरीन चाहे के आमु तीना वातोपोर जो आमु होमवला , से एने तीनी वातोपोर ज्यादा ध्यान देनुतुजुवे अहोलो नी ओयनु जुवे कि आमु बोहकीन तीना दोखा सेदु जात रोये । 2 काहा के यो वचन सोरगदुतोन लारे दोखो कोयणेन आवलो , जेतार च्यु सीधु रोयहे एने हर एक अपराध एने गुणु एने तेरी आज्ञा नी माने तिनाहा ठीक – ठीक बदलु जुड्यु । 3 तेतार आमु माणहे मोटो उद्धारोन अपेक्षा कोरीन केहे कोरीन वाच सकतला , तिनान चर्चा पेल्लाम पेल्लामा पोरबु लारे ओयी, ओवी होमवणारा लारे आमु खोरो ओयो । 4 ओवी होते बी बोगवान बी आपणी इच्छा के दोखु चिन्ह , एने अदभुत काम , एने आयतो प्रकारोम पुण सामर्थन काम , एने पवित्रोन आत्मा , वरदान वाटनेन लारे इनान गवाही आपतु रोयु । 5 च्यु ओवी आपणेन जगतन जीनीन चरचा आमु कर रोयला से , सोरगदुतोन हातो नी आपु ! 6 पुण कुण नी कोयु , यी गवाही आपलु से , मानुहु काय से , कि तु तिनान खोबर लेतु से काय मानहोन पुरयु कायसे , के तु तिनापोर देखतु रोयतलु । 7 तु तिना सोरगदुतो काय कोम कोरलु से , तु तिनापोर महिमा एने आदरोन दुपी मेकलु , एने तिनाहा तारा आथो कोरीन कामोन अधिकार आपलु ! 8 तु काया आखो तेरा पायन नेच्यो कर देल्लु , इनान कोरीन जेतार के आखो काय तेरा आधीनमा कोर देल्लु , पुण च्यु काय बी नी राखीन नी मेक्यु जो तेरा आधीन नी ओतो ! पुण आमु एवी तक आखो तेरा आधीन मा नी देखतला । 9 पुण आमु येशु कोयलु सोरगदुत देखो थुडो कम करला ओता भोतोन दुःख उठावणे कारण ते मोहिमा एने आदर ची दुपी पेल्लु देखतला एन बोगवान तेरो अनुगृह देखो च्यु हर एक माणहोन कोरीन मोतोन सवाद चाखे । 10 काहाके जीनान कोरीन आखा काय से , एने जीनान दवारे सब काय से , तीनाहा यो हाजो लागे कि जेतार तेरा खुब पुरयाह , महिमा मा पुचाडे , तेनिनान उद्धारो करताहा दुःख उठावणाराहा पुरो करहे । 11 काहाके पवित्र करने वावाह एने जो पवित्र करनेन इनी वजेह दोखो तीनाह माय कोयने देखु नी लाजवायतलु । 12 पुण च्यु कोयतलु , के तारोनाव आपना बायोहोह होमबांडी सभोन विचमा मी तारो भजन गावीहु आखा 13 आवी उंजुयो मी तीनापोर भुरहु मेकहु एने ओवीचो देखु मी तीना पुरयाहा हाते जीनाहा बोगवान मेहे आप्यु । 14 इनान कोरीन पुरया मांह एने लुय भागीदारी से, एने च्यु आपुबी तीनान गोत तिनान सहभागी ओय गोया , ताकी मोतोन दुवारे उनुहु भोतोपोर शक्ती जुड़ी ,अर्थात सेतान वायबार कर देल्लु ! 15 एने जोतरा मोतोन भिख मोरे जीवन भर पीडामा फोसला ओता , तिनुहु सुडाव लेय ! 16 काहके च्या ते सोरगदुतो को नी पुण अब्राहिम जातोह बी सोमावहे ! 17 इनान कोरीन तिनाहा जुवततो , कि आखी वातोन आपणा बायहोह समान बोणे , जिनान तिनाहा तीना वातीन कोरीन मी तीना बोगवान दोखु संबधोनोमा रखतली से , एक किवातु एने विश्वास योग्य महान पुजारू बने ताकी मानहोन पापोन कोरीन प्रायचित करे । 18 पुण जेतार तिनाहा परिक्षा नी दस्या मा दुःख उठावु , तेतार तिनान बी सहायता कर सकतलु से जीनान परिक्षा ओयतली से ।