Q? आसमान की बादशाही में दाख़िल होने के लिए ‘ईसा ने किस बात को ज़रूरी कहा था?
‘ईसा ने कहा कि हमें तौबा करके, बच्चों की तरह होना है कि आसमान की बादशाही में दाख़िल हो सकें। .
Matthew 18:4
Q? ‘ईसा ने किसको आसमान की बादशाही में बड़ा कहा?
‘ईसा ने कहा कि जो कोई अपने को एक छोटे बच्चे की तरह बनाएगा वह आसमान की बादशाही में बड़ा होगा .
Matthew 18:6
Q? ‘ईसा पर ईमान रखने वाले किसी भी छोटे आदमी से गुनाह करवाने वाले का क्या होना है?
‘ईसा पर ईमान रखने वाले छोटे लोगों में से किसी के लिए गुनाह की वजह से ठोकर खाने वाले आदमी के लिए बेहतर है कि चक्की का पाट उसके गले में बांध कर उसे गहरे समुन्द्र में डाल दिया जाए .
Matthew 18:8
Q? ‘ईसा की ता’लीम के मुताबिक़ हमें ठोकर खिलाने वाली हर एक बात के साथ क्या करना चाहिए?
‘ईसा ने कहा कि ठोकर खिलाने वाली हर एक बात को हमें मिटा देना ज़रूरी है .
Matthew 18:9
Q? ‘ईसा की ता’लीम के मुताबिक़ हमें ठोकर खिलाने वाली हर एक बात के साथ क्या करना चाहिए?
‘ईसा ने कहा कि ठोकर खिलाने वाली हर एक बात को हमें मिटा देना ज़रूरी है .
Matthew 18:10
Q? ‘ईसा के मुताबिक़ छोटों को नाचीज़ न समझने की वजह क्या है?
हमें छोटों में से किसी को नाचीज़ नहीं समझना है क्यूँकि उनके फ़रिश्ते हमेशा आसमानी बाप का मुंह देखते रहते हैं .
Matthew 18:12
Q? किसी भी खोई हुई भेड़ को खोजने वाला आसमानी बाप की तरह कैसे है?
यह आसमानी बाप की मर्ज़ी नहीं कि छोटों में से एक भी हलाक हो .
Matthew 18:14
Q? किसी भी खोई हुई भेड़ को खोजने वाला आसमानी बाप की तरह कैसे है?
यह आसमानी बाप की मर्ज़ी नहीं कि छोटों में से एक भी हलाक हो .
Matthew 18:15
Q? अगर आपका भाई आपके ख़िलाफ़ गुनाह करे तो आपको सबसे पहले क्या करना है?
पहले आप जाकर अकेले में अपने भाई को समझाए की उसका गुनाह क्या है .
Matthew 18:16
Q? अगर आपका भाई न सुने तो फिर आपको क्या करना है?
आप अपने साथ एक या दो भाई गवाह के तौर पर ले जाएं .
Matthew 18:17
Q? अगर आपका भाई फिर भी न सुने तो आपको क्या करना होगा?
फिर, आप कलीसिया में इस बात को रखें .
Matthew 18:20
Q? उसके नाम में दो या तीन के जमा’ होने पर ‘ईसा ने क्या वा’दा किया है?
‘ईसा ने वा’दा किया है कि जहाँ दो या तीन उसके नाम से जमा’ हों वहाँ वह हाज़िर होगा .
Matthew 18:21
Q? अपने भाई को मु’आफ़ करने के बारे में ‘ईसा ने क्या कहा है?
‘ईसा ने कहा कि हमें अपने भाई को सत्तर गुनाह सात बार मु’आफ़ करने चाहिए .
Matthew 18:22
Q? अपने भाई को मु’आफ़ करने के बारे में ‘ईसा ने क्या कहा है?
‘ईसा ने कहा कि हमें अपने भाई को सत्तर गुनाह सात बार मु’आफ़ करने चाहिए .
Matthew 18:24
Q? उस नौकर पर मालिक का कितना क़र्ज़ था और क्या वह क़र्ज़ चुकाने में लायक़ था?
एक नौकर अपने मालिक का दस हज़ार तोड़े का क़र्ज़दार था और वह क़र्ज़ चुकाने के लायक़ न था .
Matthew 18:25
Q? उस नौकर पर मालिक का कितना क़र्ज़ था और क्या वह क़र्ज़ चुकाने में लायक़ था?
एक नौकर अपने मालिक का दस हज़ार तोड़े का क़र्ज़दार था और वह क़र्ज़ चुकाने के लायक़ न था .
Matthew 18:27
Q? मालिक ने इस नौकर का क़र्ज़ क्यों मु’आफ़ किया?
उसके मालिक ने तरस खाकर उसका क़र्ज़ मु’आफ़ कर दिया .
Matthew 18:28
Q? इस नौकर ने सौ दिनार न चुकाने की वजह से अपने साथी नौकर के साथ कैसा सुलूक किया?
उस नौकर को अपने साथी नौकर पर रहम नहीं आया और उसे क़ैदख़ाने में डाल दिया .
Matthew 18:30
Q? इस नौकर ने सौ दिनार न चुकाने की वजह से अपने साथी नौकर के साथ कैसा सुलूक किया?
उस नौकर को अपने साथी नौकर पर रहम नहीं आया और उसे क़ैदख़ाने में डाल दिया .
Matthew 18:33
Q? मालिक ने उस नौकर से क्या कहा कि उसे अपने साथी नौकर के साथ क्या करना ज़रूरी था?
उसके मालिक ने उससे कहा कि उसे भी अपने साथी नौकर पर रहम करना ज़रूरी था .
Matthew 18:34
Q? तब मालिक ने उस नौकर के साथ क्या किया ?
मालिक ने ग़ुस्से में आकर उसे सज़ा देने वालों के हाथ सौंप दिया .
Matthew 18:35
Q? अगर हम अपने भाई को सच्चे दिल से मु’आफ़ न करें तो ‘ईसा के मुताबिक़ ख़ुदा बाप हमारे साथ कैसा सुलूक करेगा?
अगर हम अपने भाई को सच्चे दिल से मु’आफ़ नहीं करेंगे तो ख़ुदा भी हमारे साथ वैसा ही सुलूक करेगा .