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अख़मीरी रोटी
परिभाषा:
“अखमीरी रोटी” खमीर रहित या खट्टा करने वाले पदार्थ से रहित रोटी। यह रोटी पतली होती है क्योंकि उसे फूलने के लिए उसमें खमीर नहीं होता है।
- जब परमेश्वर ने इस्त्राएलियेां को मिस्र की दासता से छुड़ाया था तब कहा था कि आटे को खमीर होने की प्रतिज्ञा किए बिना वे अतिशीघ्र वहाँ से निकलें। अतः उन्होंने भोजन में अखमीरी रोटी खाई थी। तब से उनके वार्षिक फसह में अखमीरी रोटी का उपयोग किया जाता था कि उन्हें उस समय का स्मरण करवाए।
- कभी-कभी ख़मीर पाप का द्योतक भी कहा गया है, अतः अखमीरी रोटी मनुष्य के जीवन से पाप निवारण को दर्शाती है, अर्थात परमेश्वर को सम्मान देनेवाला जीवन।
अनुवाद के सुझाव:
- इस शब्द के अन्य अनुवाद रूप हो सकते है, “बिना खमीर की रोटी” या “बिना फूली रोटी."
- सुनिश्चित करें कि इसका अनुवाद आपके द्वारा “खमीर” के अनुवाद से सुसंगत हो।
- कुछ प्रकरणों में “अखमीरी रोटी” का संदर्भ “अखमीरी रोटी के पर्व” से है और इसका अनुवाद वैसे ही किया जाए।
(यह भी देखें: रोटी, मिस्र, उत्सव, फसह, सेवक, पाप, खमीर)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
अच्छा, सही, भलाई, प्रसन्न, उत्तम, सबसे अच्छा
परिभाषा:
“अच्छा” शब्द के अर्थ प्रकरण के अनुसार भिन्न-भिन्न हो सकते हैं। अनेक भाषाओं में इन भिन्न-भिन्न अर्थों का अनुवाद करने के लिए भिन्न-भिन्न शब्द होंगे।
- सामान्यतः कोई बात अच्छी है यदि वह परमेश्वर के गुण, उद्देश्य और इच्छा के अनुरूप है।
- एक “अच्छी” वस्तु ग्रहणयोग्य, उत्कृष्ट, सहायक, योग्य, लाभकारी या नैतिक औचित्य में होगी।
- भूमि अच्छी है तो वह उपजाऊ एवं उत्पादक होगी।
- “अच्छी” फसल अर्थात विपुल उत्पाद
- एक व्यक्ति अपने काम में "अच्छा" हो सकता है कि वे क्या करते हैं यदि वे अपने काम या पेशे में निपुण हैं, जैसा कि अभिव्यक्ति "एक अच्छा किसान" है।
- बाइबल में “अच्छा” प्रायः बुरे के विपरीत है।
- “भलाई” प्रायः विचारों और कार्य में नैतिकता के आधार पर भला एवं धर्मी होना है।
- परमेश्वर की अच्छाई का अर्थ है मनुष्यों को अच्छी और लाभ की वस्तुएं देना। इसका संदर्भ परमेश्वर की नैतिक सिद्धता से भी है
अनुवाद के सुझाव:
- लक्षित भाषा में “अच्छा” के लिए जो भी सामान्य शब्द है उसका उपयोग किया जाए जब भी यह सामान्य शब्द उचित एवं स्वाभाविक हो विशेष करके ऐसे संदर्भों में जहां यह शब्द बुराई के विपरीत अर्थ में आया हो।
- प्रकरण के अनुसार इसके अन्य अनुवाद रूप हो सकते हैं, “दया” या "महाप्रथापी" या “धर्मी” या “नैतिक औचित्य” या “लाभकारी”
- “अच्छी भूमि” का अनुवाद हो सकता है, “उपजाऊ भूमि” या “उत्पादक भूमि” या “अच्छी फसल” का अनुवाद “विपुल फसल” या “बहुत अधिक फसल”।
- “भलाई करना” का अर्थ है मनुष्यों के लाभ के काम और इसका अनुवाद , “पर दया करना” या “सहायता करना” या “लाभ पहुंचाना” हो सकता है।
- “सब्त के दिन भलाई करना” अर्थात “किसी के लाभ का काम सब्त के दिन करना”।
- प्रकरण के अनुसार “भलाई के अनुवाद”, “आशिष” या “दया” या “नैतिक सिद्धता” या “धार्मिकता” या “शुद्धता” के रूप हो सकते हैं।
(यह भी देखें: बुराई, पवित्र, लाभ, धर्मी)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों के उदाहरण:
- 01:04 परमेश्वर ने देखा कि जो सृष्टि उसने की है वह अच्छी है।।
- 01:11 परमेश्वर ने अच्छे और बुरे के ज्ञान का पेड़ लगाया।
- 01:12 फिर परमेश्वर ने कहा “आदमी का अकेला रहना अच्छा नहीं है।”
- __ [02:04](rc://*/tn/help/obs/02/04)__ "परमेश्वर इतना जानता है कि जैसे ही तुम इसे खाते हो, तो तुम परमेश्वर की तरह हो जाओगे और अच्छा और बुरे को समझोगे जैसा वह समझता है।"
- 08:12 "आपने दास के रूप में मुझे बेचकर तुमने बुराई करने की कोशिश की, लेकिन परमेश्वर ने भलाई के लिए बुराई का इस्तेमाल किया!"
- 14:15 यहोशू एक अच्छा अगुआ था क्योंकि वह परमेश्वर पर विश्वास करता था व उसकी आज्ञाओ का पालन करता था।
- 18:13 कुछ राजा अच्छे मनुष्य भी थे, जिन्होंने उचित रूप से शासन किया और परमेश्वर की उपासना की।
- 28:01 “हे उत्तम गुरु, अनन्त जीवन का वारिस होने के लिए मै क्या करूँ?” यीशु ने उससे कहा, “तू मुझे ‘उत्तम’ क्यों कहता है? जो उत्तम है वह केवल एक ही है, और वह परमेश्वर है"
शब्द तथ्य:
- Strong's: H117, H145, H155, H202, H239, H410, H1580, H1926, H1935, H2532, H2617, H2623, H2869, H2895, H2896, H2898, H3190, H3191, H3276, H3474, H3788, H3966, H4261, H4399, H5232, H5750, H6287, H6643, H6743, H7075, H7368, H7399, H7443, H7999, H8231, H8232, H8233, H8389, H8458, G14, G15, G18, G19, G515, G744, G865, G979, G1380, G2095, G2097, G2106, G2107, G2108, G2109, G2114, G2115, G2133, G2140, G2162, G2163, G2174, G2293, G2565, G2567, G2570, G2573, G2887, G2986, G3140, G3617, G3776, G4147, G4632, G4674, G4851, G5223, G5224, G5358, G5542, G5543, G5544
अधर्म, अधर्मों
परिभाषा:
"अधर्म" शब्द का अर्थ और "पाप" का अर्थ एक सा ही है परन्तु अपराध का भावार्थ विशेष करके जानबूझ कर या महान दुष्टता से अभिभूत अनुचित कार्य करना।
- “अधर्म का काम” का अर्थ वास्तव में है कि (व्यवस्था को) घुमा के विकृत करना। इसका संदर्भ बड़े अन्याय से है।
- अधर्म अन्य लोगों के खिलाफ जानबूझकर, हानिकारक कार्यवाही के रूप में वर्णित किया जा सकता।
- “अधर्म के काम” का अनुवाद हो सकता है, “विकृत आचरण” या “भ्रष्टाचार” इन दोनों शब्दों द्वारा भयानक पाप की दशा प्रकट होती है।
अनुवाद के लिए सुझाव:
- “अधर्म के कामों” का अनुवाद हो सकता है, “दुष्टता” या “विकृत कार्य” या “हानिकारक कार्य”।
- “अधर्म के काम” उक्ति प्रायः उसी गद्यांश में प्रकट होती है जिसमें “पाप” और “अपराध” शब्द आते हैं। अतः इनके अनुवाद में अलग-अलग शब्दों का उपयोग करना अति महत्वपूर्ण है।
(यह भी देखें: पाप, उल्लंघन करना, अपराध करना)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H205, H1942, H5753, H5758, H5766, H5771, H5932, H5999, H7562, G92, G93, G458, G3892, G4189
अधर्मी, अधर्म
परिभाषा:
“अधर्मी” का अर्थ है, पापी और नैतिक रूप से भ्रष्ट से है। “अधर्म” का अर्थ है पाप या पापमय होने की दशा।
- ये शब्द ऐसे जीवन को व्यक्त करते हैं जो परमेश्वर की शिक्षाओं और आज्ञाओं का पालन नहीं करते।
- अधर्मी मनुष्य अपने कार्य एवं विचारों में अनैतिक होते हैं।
- कभी-कभी “अधर्मी” शब्द उन मनुष्यों के संदर्भ में काम में लिया जाता है जो यीशु में विश्वास नहीं करते।
अनुवाद के सुझाव:
- इस शब्द का अनुवाद हो सकता है “जो धर्मी नहीं है।”
- प्रकरण के अनुसार इसके अनुवाद की अन्य विधियाँ हैं, “भ्रष्ट” या “अनैतिक” या “परमेश्वर से विद्रोह करने वाले” या “पापी।”
- “अधर्मी” का अनुवाद हो सकता है, “अधर्मी जन”
- “अधर्म” का अनुवाद हो सकता है “पाप” या “बुरे विचार एवं कार्य” या “दुष्टता”
- संभव हो तो सर्वोत्तम अनुवाद होगा, कि इसका संबन्ध “धर्म” और “धार्मिकता” से हो।
(यह भी देखें: धर्मीजन, अन्यायी, पाप, व्यवस्था विरोधी)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H205, H2555, H5765, H5766, H5767, H6664, G93, G94, G458
अधर्मी, अन्याय से, अन्याय
परिभाषा:
“अधर्मी” और “अन्याय से” मनुष्यों के साथ पक्षपात करना, प्रायः हानि के व्यवहार के साथ।
“अन्याय” किसी मनुष्य के साथ बुरा करना, जबकि वह इस योग्य नहीं। इसका संदर्भ पक्षपाती व्यवहार से है।
कुटिलता का अर्थ यह भी है कि कुछ के साथ बुरा कुछ के साथ अच्छा व्यवहार करना।
जो मनुष्य पक्षपात करता है वह मनुष्यों के साथ समता का व्यवहार नहीं करता है।
अनुवाद के सुझाव:
- प्रकरण के अनुसार “पक्षपात” का अनुवाद “कपट पूर्ण” या “अन्याय” या “अधर्म” भी किया जा सकता है।
- “पक्षपात” का अनुवाद “अन्यायी लोग” या “कपटपूर्ण लोग” या “मनुष्यों के साथ पक्षपात करने वाले” या “अधर्मी जन” या “परमेश्वर की आज्ञा न मानने वाले लोग”।
- “पक्षपात के साथ” का अनुवाद “अन्याय के साथ” या “अनुचित” या “कपट के साथ” हो सकता है।
- “कुटिलता” का अनुवाद “अनुचित व्यवहार” या “अन्याय का व्यवहार” या “पक्षपात का व्यवहार” किया जा सकता है। (देखें: भाववाचक संज्ञा)
(यह भी देखें: उचित, अधर्मी)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H205, H2555, H5765, H5766, H5767, H8636, G91, G93, G94
अधिकारी होना, भाग, वारिस
परिभाषा:
“विरासत” माता-पिता या किसी से विशेष संबन्ध के कारण कोई मूल्यवान वस्तु प्राप्त करना। यह शब्द उस व्यक्ति के साथ विशेष संबंध के कारण किसी अन्य व्यक्ति से मूल्यवान वस्तु प्राप्त करने का भी उल्लेख कर सकता है। एक "विरासत" वह चीज है जो प्राप्त की जाती है, और एक "वारिस" वह व्यक्ति होता है जिसे विरासत प्राप्त होती है।
- सांसारिक उत्तराधिकार में पैसा, भूमि, या अन्य सम्पदा प्राप्त होती है।
- परमेश्वर ने अब्राहम और उसके वंशजों से प्रतिज्ञा की थी कि कनान उनका भाग होगा कि वह सदा के लिए उनका होगा।
अनुवाद के सुझाव:
- जैसे सदैव किया जाता है, पहले यह देखें कि लक्षित भाषा में “वारिस” या “भाग” (उत्तराधिकार) के लिए शब्द हैं, उनका उपयोग करें।
- प्रकरण पर निर्भर, “भाग” को अनुवाद के अन्य रूप है, “प्राप्त करना” या “अधिकार में लेना” या “अधिकारी होना”।
- “ठहराया हुआ भाग” (रिक्थ) के अनुवाद हो सकते हैं, “प्रतिज्ञात वरदान” या “अधिकार पाना”।
- “वारिस” शब्द का अनुवाद ऐसे शब्द से किया या उक्ति से किया जा सकता है जिसका अर्थ, “सौभाग्यशाली सन्तान जो पिता की सम्पदा प्राप्त करती है” या “(परमेश्वर की) आध्यात्मिक संपत्ति या आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए।”।
- शब्द "विरासत" का अनुवाद "परमेश्वर से आशीर्वाद" या "विरासत में मिली आशीषों" के रूप में किया जा सकता है।
(यह भी देखें: वारिस, कनान, प्रतिज्ञा का देश)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 04:06 जब अब्राम कनान देश पहुंचा तब परमेश्वर ने उससे कहा कि,’’ अपने चारों ओर देख’’ क्योंकि जितनी भूमि तुझे दिखाई देती है, उस सब को मैं तुझे और तेरे वंश को दूँगा।
- 27:01 एक दिन, यहूदियों के कानून में एक विशेषज्ञ यीशु की परीक्षा लेने के लिए आया था, उन्होंने कहा, "शिक्षक, मुझे अनन्त जीवन __ पाने के लिए__ क्या करना चाहिए ?"
- 35:03 “किसी व्यक्ति के दो पुत्र थे। उनमें से छोटे पुत्र ने पिता से कहा, ‘हे पिता, सम्पत्ति में से जो भाग मेरा है वह मुझे दे दीजिये।’ तो पिता ने अपने दोनों बेटो में अपनी सम्पत्ति बाँट दी।”
शब्द तथ्य:
- Strong's: H2490, H2506, H3423, H3425, H4181, H5157, H5159, G2816, G2817, G2819, G2820
अधिकारी, अधिकारियों
परिभाषा:
“अधिकार” शब्द किसी के द्वारा किसी पर प्रभाव एवं नियंत्रण की शक्ति को दर्शता है।
- राजाओं और शासकीय अधिकारियों का शासन करने वालों लोगो पर उनका अधिकार होता है।
- शब्द " अधिकारियों " लोगों, सरकारों या संगठनों का उल्लेख कर सकता है, जिनके पास दूसरों पर अधिकार है।
- शब्द " अधिकारियों" उन आत्माओं को भी संदर्भित कर सकता हैं, जो उन लोगों पर अधिकार रखते हैं जिन्होंने स्वयं को परमेश्वर के अधिकार के अधीन नहीं किया है।
- स्वामी अपने सेवकों या दासों पर अधिकार रखते हैं। माता-पिता के पास अपने संतानों पर अधिकार है।
- सरकारों को अपने नागरिकों को नियंत्रित करने वाले कानून बनाने का अधिकार या हक़ है।
अनुवाद के सुझाव:
“अधिकार” का अनुवाद “नियंत्रण” या “वर्चस्व” या “योग्यता” भी हो सकता है
- कभी-कभी "अधिकार " का अर्थ "शक्ति" के अर्थ के साथ किया जाता है।
- जब "अधिकारियों " का प्रयोग लोगों या संगठनों को संदर्भित करने के लिए किया जाता है, जो लोगों पर शासन करते हैं, तो इसे "हाकिमों" या "शासकों" या "शक्तियों" के रूप में भी अनुवाद किया जा सकता है।
- “अपने अधिकार से” इस उक्ति का अनुवाद हो सकता है, “अगुआई के अपने अधिकार से” या “अपनी योग्यताओं के आधार पर”
- अभिव्यक्ति, "अधिकार के अधीन" का अनुवाद किया जा सकता है, "पालन करने के लिए जिम्मेदार" या "अन्य आज्ञाओं का पालन करना"।
(यह भी देखें: नागरिक, आदेश, आज्ञा पालन, शक्ति, शासक
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H8633, G831, G1413, G1849, G1850, G2003, G2715, G5247
अधोलोक, अथाह-कुण्ड
परिभाषा:
“अधोलोक” और “अथाह-कुण्ड” बाइबल में मृत्यु के संदर्भ में काम में लिए गए हैं और उस स्थान को दर्शाते हैं जहां मरणोपरान्त मनुष्यों की आत्मायें जाती हैं। इनके अर्थ एक से ही हैं।
- पुराने नियम में “अधोलोक” का इब्रानी शब्द (शिओल) सामान्यतः मृत्यु के स्थान को दर्शाता है
- नये नियम में यूनानी शब्द “हेडीज़” (अथाह-कुण्ड) परमेश्वर के विद्रोहियों की आत्माओं का स्थान है। इन आत्माओं के लिए कहा गया है कि वे अथाह-कुण्ड में डाली जायेंगी। यह कभी-कभी स्वर्गारोहण के विपरीत विचार व्यक्त करने के लिए है जहां यीशु के विश्वासियों की आत्मायें हैं।
अनुवाद के सुझाव
- पुराने नियम के शब्द “शिओल” (अधोलोक) का अनुवाद “मृतकों का स्थान” या “मृतक आत्माओं का स्थान” कुछ अनुवादों में इसे “कुण्ड” या “मृत्यु” कहा गया है-प्रकरण के अनुसार।
- नये नियम का शब्द “हेडीज़” का अनुवाद भी “अविश्वासी मृतक आत्माओं का स्थान” या “अविश्वासी मृतकों मनुष्यों की आत्माओं का स्थान”।
- कुछ अनुवादों में “शिओल” और “हेडीज़” का उसी भाषा के उच्चारण में ज्यों का त्यों रखा गया है। (देखें: अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करे)
- एक वाक्यांश को यह भी समझाने के लिए प्रत्येक शब्द में जोड़ा जा सकता है, ऐसा करने के उदाहरण, "अधोलोक, जगह जहाँ मृत लोग हैं" और "अथाह-कुण्ड, मृत्यु के स्थान"।
(अनुवाद के सुझाव: अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करे)
(यह भी देखें: मृत्यु, स्वर्ग, नरक, कब्र)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
अनुग्रह, अनुग्रहकारी
परिभाषा:
“अनुग्रह” का अर्थ है कि किसी मनुष्य की सहायता करना या उसको आशिष देना जबकि वह इस योग्य नहीं है। “अनुग्रहकारी” इस मनुष्य को दर्शाता है जो किसी पर अनुग्रह करता है।
- पापी मनुष्यों के प्रति परमेश्वर का अनुग्रह एक निर्मोल वरदान है।
- अनुग्रह के विचार में गलत एवं हानि पहुंचानेवाला काम करने वाले मनुष्य को दया दिखाना या क्षमा करना।
- अभिव्यक्ति "अनुग्रह प्राप्त करने के लिए" एक अभिव्यक्ति है जिसका मतलब है कि भगवान से सहायता और दया प्राप्त करना है। इसके अर्थ में किसी से परमेश्वर का प्रसन्न होना और उसकी सहायता करने का भाव निहित होता है।
अनुवाद के सुझाव:
- “अनुग्रह” के अन्य अनुवाद रूप हो सकते हैं “ईश्वरीय दया” या “परमेश्वर की कृपा” या “पापियों के लिए परमेश्वर की दया एवं क्षमा” या “दयालु कृपा”।
- “अनुग्रहकारी” का अनुवाद हो सकता है, “कृपापूर्ण” या “दयालु” या “दयालु” या “दयापूर्ण कृपा”।
- “परमेश्वर की दृष्टि में अनुग्रह प्राप्त किया” इस उक्ति का अनुवाद हो सकता है, “उसने परमेश्वर से दया प्राप्त की” या “परमेश्वर ने कृपालु होकर उसकी सहायता की” या "परमेश्वर ने उस पर दया दिखाई" या “परमेश्वर उससे प्रसन्न हुआ और उसकी सहायता की”।
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H2580, H2587, H2589, H2603, H8467, G2143, G5485, G5543
अनुग्रह, पक्ष, पक्षपात
परिभाषा:
“अनुग्रह” अर्थात चुनना। जब कोई व्यक्ति किसी व्यक्ति का पक्ष लेता है, वह उस व्यक्ति को सकारात्मक रूप में देखता है और उस व्यक्ति को अन्यों के अपेक्षा ज्यादा लाभ देता है।
यीशु परमेश्वर और मनुष्यों के “अनुग्रह में” बढ़ता गया। अर्थात उन्होंने उसके चरित्र और आचरण का अनुमोदन किया।
किसी का “अनुग्रह पात्र होना” का अर्थ है, किसी के द्वारा किसी व्यक्ति का अनुमोदन करना।
राजा किसी पर अनुग्रह करता है तो उसका अर्थ प्रायः यह होता है कि राजा ने उसकी विनती स्वीकार कर ली है।
"पक्ष" संकेत या क्रिया है जो किसी अन्य व्यक्ति के लिए लाभदायक हो।
“विशेष अनुग्रह” का अर्थ है, कुछ लोगों के साथ अन्यों की अपेक्षा पक्षपात करना। इसका अर्थ है जो प्रवृत्ति एक व्यक्ति या वस्तु पर अधिक प्राथमिकता देती है क्योंकि वह व्यक्ति या चीज़ अधिक पसंदीदा है। आम तौर पर, पक्षपात को अनुचित माना जाता है।
अनुवाद के सुझाव:
- “अनुग्रह” के अन्य अनुवाद “आशिष” या “लाभ” हो सकता है।
- “यहोवा के प्रसन्न रहने के वर्ष” का अनुवाद “परमेश्वर के अनुग्रह का वर्ष” हो सकता है।
- शब्द "पक्षपात" का अनुवाद "भेदभाव" या "पूर्वाग्रहित" या "अन्यायपूर्ण व्यवहार" के रूप में किया जा सकता है। * यह शब्द "पसंदीदा" शब्द से संबंधित है, जिसका अर्थ है "जो पसंद किया गया है या सर्वश्रेष्ठ प्यार करता है।"
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H995, H1156, H1293, H1779, H1921, H2580, H2603, H2896, H5278, H5375, H5414, H5869, H5922, H6213, H6437, H6440, H6491, H7521, H7522, H7965, G1184, G3685, G4380, G5485, G5486
अन्यजाति
तथ्य:
"अन्यजाति" का अर्थ है गैर यहूदी जन। अन्य जातियां उन लोगों को कहते थे जो याकूब के वंशज नहीं थे।
- बाइबल में “खतनारहित” शब्द भी प्रतीकात्मक रूप से अन्यजातियों के लिए काम में लिया गया है क्योंकि वे इस्राएलियों के समान अपने बालकों का खतना नहीं करते थे।
- परमेश्वर ने यहूदियों को अपने लिए अलग करके चुन लिया था, इसलिए यहूदी अन्य लोगों को बाहरी लोग मानते थे जो कभी परमेश्वर के लोग नहीं हो सकते थे।
- यहूदियों को इतिहास में अलग-अलग समयों पर “इस्राएली” या “इब्रानी” कहा गया है अन्य सबको वे “अन्यजाति” कहते थे।
- अन्यजाति का अनुवाद “यहूदी नहीं” या “गैर यहूदी” या “गैर इस्राएली” (पुराने नियम) या “गैर-यहूदी” हो सकता है।
- परम्परा के अनुसार यहूदी अन्य जाति के साथ बैठ कर भोजन नहीं करते थे या उनके साथ संबन्ध नहीं रखते थे, इस कारण आरंभिक कलीसिया में समस्याएं उत्पन्न हुई थी।
(यह भी देखें: इस्राएल, याकूब, यहूदी)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H1471, G1482, G1484, G1672
अपराध, अपराधों, विश्वासघात किया
परिभाषा:
“अपराध” का अर्थ है नियम का उल्लंघन करना या किसी मनुष्य के अधिकारों पर अतिक्रमण करना। “अपराध” करने की कार्य को "अतिक्रमण" कहते है।
- यह शब्द "संक्रमण" शब्द से बहुत मिलता-जुलता है, लेकिन आमतौर पर इसका इस्तेमाल परमेश्वर अन्य लोगों के खिलाफ उल्लंघन का वर्णन करने के लिए किया जाता है।
- अपराध एक नैतिक कानून या नागरिक कानून का उल्लंघन हो सकता है।
- एक अपराध दूसरे व्यक्ति के खिलाफ किया गया पाप भी हो सकता है।.
- इस शब्द का संबन्ध “पाप” और “अपराध” शब्दों से है, विशेष करके जब यह परमेश्वर की आज्ञा न मानने के परिप्रेक्ष्य में हो। सब पाप परमेश्वर के विरूद्ध अपराध हैं।
अनुवाद के सुझाव:
- सन्दर्भ के अनुसार "तेरा अपराध" का अनुवाद हो सकता है "तेरे विरुद्ध पाप" या “नियम तोड़ना” हो सकता है।
- कुछ भाषाओं में मुहावरे हो सकते हैं जैसे “हद पार करना”, “अपराध” के लिए इसका उपयोग किया जा सकता है।
- देखें कि यह शब्द बाइबल में इसके प्रकरण के अर्थ के साथ कैसे सुसंगत है और इसकी तुलना अन्य समानार्थक शब्दों के साथ करें जैसे “अपराध करना” और “पाप करना”।
(यह भी देखें: अवज्ञा, अधर्म के काम, पाप, उल्लंघन करना)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H816, H817, H819, H2398, H4603, H4604, H6586, H6588, G264, G3900
अपवित्र
परिभाषा:
“अपवित्र” शब्द का अर्थ है, “पवित्र नहीं”। इस शब्द का तात्पर्य है परमेश्वर का आदर न करनेवाली बात या वस्तु।
- इस शब्द द्वारा उस मनुष्य का वर्णन किया जाता है परमेश्वर का विरोध करके उसका अपमान करता है।
- “अपवित्र” वस्तु को साधरण, अशुद्ध, भ्रष्ट कह सकते हैं। वह परमेश्वर का नहीं है।
अनुवाद के सुझाव:
- इस शब्द के अनुवाद, “पवित्र नहीं है” या “परमेश्वर का नहीं है” या “परमेश्वर को सम्मानित नहीं करती है” या “ईश्वर भक्ति से संबन्धित नहीं है” हो सकते हैं।
- कुछ प्रकरणों में “अपवित्र” का अनुवाद “अशुद्ध” किया जा सकता है।
(यह भी देखें: पवित्र, आदर, अशुद्ध करना, अशुद्ध)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H2455, G462, G2839
अभक्त, अधर्मी, अभक्ति, अधर्मी
परिभाषा:
“अभक्त” और “अधर्मी" शब्दों का विवरण परमेश्वर से विरोध करने वाले लोगो के लिए किया जाता है। अधर्म में जीवन निर्वाह करने वाले लोग, परमेश्वर पर चित्त नहीं लगाने को “अभक्ति” या “अधर्म” कहते हैं।
- इन शब्दों के अर्थ लगभग एक से ही हैं। तथापि “अभक्त” और “अभक्ति” अधिक पराकाष्ठा व्यक्त करते हैं, अर्थात वो लोग या जाति जो परमेश्वर को नहीं मानते है और न ही उन पर परमेश्वर का राज्य स्वीकार करते है।
- परमेश्वर अभक्तों और हर एक जन जो उसे और उसकी विधियों को अस्वीकार करते है उन पर क्रोध और दण्ड की घोषणा करता है।
अनुवाद के सुझाव
- संदर्भ पर आधारित “अभक्त” शब्द का अनुवाद, “परमेश्वर को अप्रिय ” या “अनैतिक” या “परमेश्वर के अवज्ञाकारी”हो सकता है।
- “अभक्त” और “अभक्ति” का वास्तविक अर्थ है कि मनुष्य “परमेश्वर के बिना” है या “परमेश्वर पर विचार नहीं करते” या “उनका व्यवहार ऐसा है कि वे परमेश्वर को नहीं मानते”।
- अनुवाद की अन्य विधियां, “अभक्ति” या “अधर्म” का अनुवाद “दुष्ट” या “बुरा” या “परमेश्वर से विद्रोह” हो सकता है।
(यह भी देखें: ईश्वर-भक्त, बुराई)
बाइबल संदर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H1100, H2623, H5760, H7563, G763, G764, G765
अभिषेक करना, अभिषिक्त, अभिषेक
परिभाषा:
“अभिषेक करना” शब्द का अर्थ है, किसी मनुष्य या वस्तु पर तेल उण्डेलना। कभी-कभी तेल में मसाले मिलाए जाते थे कि उसमें से सुगन्ध हो। यह शब्द पवित्र आत्मा के लिए प्रतीकात्मक रूप में भी काम में लिया गया है जब वह किसी को चुनकर सामर्थ्य प्रदान करता है।
पुराने नियम में याजकों, राजाओं तथा भविष्यद्वक्ताओं को तेल से अभिषेक किया जाता था कि उन्हें परमेश्वर के लिए एक विशेष सेवा के निमित्त अलग किया जाए।
वेदी तथा मिलापवाले तम्बू का भी तेल से अभिषेक किया जाता था ताकि प्रकट हो कि वे परमेश्वर की उपासना एवं महिमामय काम लेने के लिए थे।
नये नियम में रोगियों की चंगाई के लिए तेल से अभिषेक किया जाता था।
नये नियम में दो बार किसी स्त्री ने उपासना स्वरूप यीशु का सुगन्धित द्रव्य से अभिषेक किया था। एक बार यीशु ने कहा कि ऐसा करके वह स्त्री उसे भावी अन्तिम संस्कार के लिए तैयार कर रही है।
यीशु की मृत्यु के बाद उसके मित्रों ने उसके शव को दफन के लिए तेल और सुगन्धित द्रव्यों से अभिषेक करके तैयार किया था।
“मसीह” (इब्रानी भाषा) और “ख्रीस्त” (यूनानी भाषा) का अर्थ है, “अभिषिक्त (जन)”।
मसीह यीशु एक ऐसा मनुष्य था जिसे चुना गया था और भविष्यद्वक्ता, महायाजक एवं राजा स्वरूप उसका अभिषेक किया गया था।
बाइबिल के समय में, एक स्कोत्री स्वयं को अधिक आकर्षक बनाने के लिए इत्र से खुद का अभिषेक कर सकती है।
अनुवाद के सुझाव:
- प्रकरण के अनुसार “अभिषेक” का अनुवाद “ऊपर तेल डालना” या “तेल उण्डेलना” या “सुगन्धित तेल डालकर अभिषेक करना” हो सकता है।
- “अभिषिक्त होना” का अनुवाद “तेल से अभिषिक्त होना” या “नियुक्त होना” या “अभिषिक्त होना” किया जा सकता है।
- कुछ संदर्भों में “अभिषेक” का अनुवाद “नियुक्त” हो सकता है।
- “अभिषिक्त याजक” का अनुवाद “याजक जिसका अभिषेक तेल से किया गया है” या “याजक जो तेल डाल कर अलग किया गया” हो सकता है।
(यह भी देखें: मसीह, अभिषेक करना, महा-याजक, यहूदियों का राजा, याजक, भविष्यद्वक्ता )
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H47, H430, H4397, H4398, H8136, G32, G743, H1101, H1878, H3323, H4473, H4886, H4888, H4899, H5480, G218, G1472, G2025, G3462, G5545, G5548
अविश्वासी, अविश्वासियों, अविश्वास
परिभाषा:
“अविश्वास” अर्थात किसी बात पर या किसी मनुष्य पर विश्वास नहीं करना।
- बाइबल में अविश्वास का अर्थ है, यीशु को अपना उद्धारकर्ता नहीं मानना या उसमें विश्वास नहीं करना।
- यीशु में विश्वास नहीं करनेवाले को अविश्वासी कहते हैं।
अनुवाद के सुझाव:
- “अविश्वास” के अन्य अनुवाद रूप हैं, “विश्वास की कमी” या “विश्वास नहीं करना”
- “अविश्वासी” शब्द का अनुवाद”, “यीशु में विश्वास नहीं करनेवाला” या “जो यीशु को उद्धारकर्ता स्वीकार नहीं करता है।”
(यह भी देखें: विश्वासी, विश्वास, भरोसा)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: G543, G544, G570, G571
अशुद्ध
परिभाषा:
बाइबल में “अशुद्ध” शब्द प्रतीकात्मक रूप में उन बातों के संदर्भ में है जिन्हें परमेश्वर ने अपने लोगों के स्पर्श, भोजन तथा बलि के लिए अछूत ठहराया है।
- परमेश्वर ने इस्राएलियों को स्पष्ट निर्देशन दिए कि उनके लिए कौन-कौन से पशु शुद्ध हैं और कौन-कौन से अशुद्ध हैं। अशुद्ध पशु को खाने के लिए और बलि के लिए उपयोग करने की अनुमति नहीं थी।
- कुछ त्वचा रोगों के कारण लोगों को "अशुद्ध" कहा जाता है जब तक कि वे चंगा नहीं होते।
- यदि इस्राएली किसी अशुद्ध वस्तु का स्पर्श करते थे तो उन्हें भी एक निश्चित समय तक अशुद्ध माना जाता था।
- अशुद्ध वस्तुओं को न तो स्पर्श करके और न ही खा करके इस्राएली परमेश्वर की सेवा के लिए पृथक ठहरते थे।
- यह शारीरिक एवं सांसारिक अशुद्धता नैतिक अशुद्धता का प्रतीक थी।
- प्रतीकात्मक रूप में अशुद्ध आत्मा का संदर्भ दुष्टात्मा से था।
अनुवाद के सुझाव:
- “अशुद्ध” का अनुवाद “अछूत” या “परमेश्वर के योग्य नहीं” या “शारीरिक अशुद्धता” या “अपवित्र” हो सकता है।
- शैतानी अशुद्ध आत्मा के संदर्भ में “अशुद्ध” का अनुवाद “दुष्ट” या “अपवित्र” किया जा सकता है।
- इस शब्द का अनुवाद आत्मिक अशुद्धता का भाव व्यक्त करे। इसका संदर्भ उस हर एक वस्तु से हो जिसे परमेश्वर ने स्पर्श करने, खाने और बलि चढ़ाने के लिए वर्जित किया है।
(यह भी देखें: शुद्ध, अशुद्ध, दुष्टात्मा, पवित्र, बलिदान, अपवित्र)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H2930, H2931, H2932, H5079, H6172, H6945, H7137, G167, G169, G2839, G2840, G3394
आखरी दिन, अन्तिम दिनों, अन्त के दिनों
परिभाषा:
“अन्तिम दिनों” या “अन्त के दिनों” इस युग के अन्त का संदर्भ देते हैं।
- यह समय अज्ञात अवधि है।
- “अन्तिम दिन” न्याय का समय होगा, परमेश्वर से विमुख होने वालों का न्याय।
अनुवाद के सुझाव:
- अन्तिम दिनों” का अनुवाद हो सकता है, “समापन दिवसों” या “अन्त समय."
- कुछ संदर्भों में, इसका अनुवाद "दुनिया का अंत" या "जब यह संसार समाप्त होता है" के रूप में किया जा सकता है।
(यह भी देखें: प्रभु का दिन, न्याय, फिरे, जगत)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H319, H3117, G2078, G2250
आज्ञा, आज्ञाएँ, आज्ञा दी
परिभाषा:
“आज्ञा देना” अर्थात किसी को कुछ करने की आज्ञा देना। “आज्ञा” मनुष्य को दिया गया आदेश है।
- यद्यपि इन शब्दों के मूल रूप से एक ही अर्थ है, “आज्ञा” अक्सर परमेश्वर की कुछ निश्चित आज्ञाओं को संदर्भित करता है जो अधिक औपचारिक और स्थायी हैं, जैसे “दस आज्ञाएं”।
- आज्ञा सकारात्मक हो सकता है (“अपने माता-पिता का आदर कर”) या नकारात्मक (“चोरी मत कर”)।
- “आदेश हाथ में लेना” अर्थात “नियंत्रण संभालना” या किसी काम या मनुष्य का दायित्व संभालना”।
अनुवाद सुझाव:
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- “व्यवस्था” शब्द का अनुवाद भिन्न अर्थ में किया जाना सबसे अच्छा है। “आदेश” और “विधियों” की परिभाषा से भी इसकी तुलना करें।
- कुछ अनुवादक अपनी भाषा में एक ही शब्द द्वारा आज्ञा और ईश्वरीय आज्ञा का अनुवाद करना पसंद कर सकते हैं।
- अन्य अनुवादक ईश्वरीय आज्ञा के लिए एक विशेष शब्द का उपयोग करना पसंद कर सकते हैं, जो कि स्थायी, औपचारिक आज्ञाएँ जो परमेश्वर ने बनायीं है।
(देखें आदेश, विधि, व्यवस्था, दस आज्ञाएँ)
बाइबल संदर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H559, H560, H565, H1696, H1697, H1881, H2706, H2708, H2710, H2941, H2942, H2951, H3027, H3982, H3983, H4406, H4662, H4687, H4929, H4931, H4941, H5057, H5713, H5749, H6213, H6310, H6346, H6490, H6673, H6680, H7101, H7218, H7227, H7262, H7761, H7970, H8269, G1263, G1291, G1296, G1297, G1299, G1690, G1778, G1781, G1785, G2003, G2004, G2008, G2036, G2753, G3056, G3726, G3852, G3853, G4367, G4483, G4487, G5506
आत्मा, हवा, सांस
परिभाषा:
“आत्मा” मनुष्य का वह अलौकिक भाग जो दिखाई नहीं देता है। मरने का समय आत्मा शरीर को छोड़ देती है। “आत्मा” शब्द स्वभाव या मानसिक अवस्था को भी दर्शाता है। बाइबिल के समय में, किसी व्यक्ति की आत्मा की अवधारणा का किसी व्यक्ति की सांस की अवधारणा से गहरा संबंध था। शब्द "हवा" का भी उल्लेख कर सकता है, अर्थात, प्राकृतिक दुनिया में हवा की गति।
- शब्द "आत्मा" एक ऐसी आत्मा का उल्लेख कर सकता है जिसके पास एक भौतिक शरीर नहीं है, जैसे कि दुष्टात्मा।
- “आत्मिक” शब्द का सामान्य अर्थ है, अलौकिक संसार का कोई भी व्यक्तित्व।
- “आत्मा” शब्द का अर्थ “का सा चरित्र” जैसे “बुद्धि की आत्मा” या “एलिय्याह की आत्मा में”।स्वभाव और भावना के परिप्रेक्ष्य में “आत्मा” का संदर्भ होगा, “भय की आत्मा” या “ईर्ष्या की आत्मा”
- यीशु ने कहा कि परमेश्वर एक आत्मा है।
अनुवाद के सुझाव:
- प्रकरण के अनुसार “आत्मा” के अनुवाद रूप हो सकते हैं, “अभौतिक प्राणी” या “आन्तरिक भाग” या “आन्तरिक अस्तित्व”।
- कुछ संदर्भों में “आत्मा” का अनुवाद “दुष्टात्मा” या “दुष्ट आत्मिक प्राणी” से हो सकता है।
- कभी-कभी “आत्मा” शब्द मनुष्य की भावना को व्यक्त करने के लिए काम में लिया जाता है जैसे “मेरी आत्मा भीतर ही भीतर व्याकुल थी”। इसका अनुवाद “मेरी आत्मा दुःखित थी” या “मुझे गहरा दुख” हो सकता है।
- “की आत्मा” का अनुवाद “का चरित्र” या “का प्रभाव” या “का दृष्टिकोण” या “विचार के द्वारा चित्रित” हो सकता है।
- संदर्भ के आधार पर, "आध्यात्मिक" का अनुवाद "गैर-भौतिक" या "पवित्र आत्मा से" या "भगवान" या "गैर-भौतिक दुनिया का हिस्सा" के रूप में किया जा सकता है।
- लाक्षणिक अभिव्यक्ति "आध्यात्मिक दूध" का अनुवाद "परमेश्वर की बुनियादी शिक्षा" या "परमेश्वर की शिक्षाओं के रूप में भी किया जा सकता है जो आत्मा को पोषण करते हैं (जैसे दूध करता है)।"
- वाक्यांश "आध्यात्मिक परिपक्वता" का अनुवाद "ईश्वरीय व्यवहार के रूप में किया जा सकता है जो पवित्र आत्मा को आज्ञाकारी दिखाता है।"
- शब्द "आध्यात्मिक उपहार" के रूप में अनुवाद किया जा सकता है "विशेष क्षमता पवित्र आत्मा देता है ।
(यह भी देखें: स्वर्गदूत, दुष्टात्मा, पवित्र आत्मा, प्राण)
बाइबल के सन्दर्भ:
बाइबल के कहानियों से उदाहरण:
- 13:03 तीसरे दिन तक, वह अपने आप को आत्मिक रूप से तैयार करे ,जब परमेश्वर सीनै पर्वत पर आया तो बादल गरजने और बिजली चमकने लगी और पर्वत पर काली घटा छा गई फिर नरसिंगे का बड़ा भारी शब्द हुआ |
- 40:07 तब यीशु ने रोते हुए कहा, “पूरा हुआ! हे पिता, मैं अपनी आत्मा तेरे हाथों में सौंपता हूँ |” तब यीशु का सिर झुक गया, और उसने अपनी आत्मा को परमेश्वर के हाथ में सौंप दिया |
- 45:05 जब स्तिफनुस मरने पर था, वह प्रार्थना करने लगा कि, “हे प्रभु यीशु मेरी आत्मा को ग्रहण कर |”
- 48:07 सभी लोगों का समूह यीशु के कारण आशीषित हुआ, क्योंकि हर कोई जिसने यीशु पर विश्वास किया अपने पापों से छुटकारा पाया, और अब्राहम का एक आत्मिक वंशज बना |
शब्द तथ्य:
- Strong's: H178, H1172, H5397, H7307, H7308, G4151, G4152, G4153, G5326, G5427
आदर, आदर करना
परिभाषा:
“आदर” और “आदर करना” का अर्थ है किसी का सम्मान करना, प्रतिष्ठित करना या श्रद्धा अर्पित करना
- आदर उस मनुष्य का किया जा सकता है जो पद में बड़ा हो, महत्वपूर्ण हो जैसे राजा या परमेश्वर।
- परमेश्वर ने मसीहियों को दूसरों का आदर करने का निर्देश दिया है।
- सन्तान से अपेक्षा की गई है कि अपने माता-पिता का आदर करें जिसमें उसके सम्मान एवं आज्ञापालन की अपेक्षा भी की गई है।
- “आदर” और महिमा शब्दों के साथ-साथ काम में लिया गया है, विशेष करके यीशु के संदर्भ में। एक ही बात को कहने के ये दो तरीके हैं।
- परमेश्वर का आदर करने का अर्थ है उसे धन्यवाद कहना और उसकी स्तुति करना तथा उसकी आज्ञा मानकर सम्मान प्रगट करना तथा ऐसा जीवन जीना जिससे प्रकट हो कि वह कैसा महान है।
अनुवाद के सुझाव:
- “आदर” के अन्य अनुवाद रूप हैं, “किसी को विशेष सम्मान दिखाना” या “प्रतिष्ठा दर्शाना” या “उच्च सम्मान देना”
- “आदर करना” का अनुवाद हो सकता है, “विशेष सम्मान करना” या “प्रशंसा करना” या “उच्च प्रतिष्ठा दर्शाना” या “महान महत्व प्रकट करना”
(यह भी देखें: अपमान, महिमा, महिमा करना, स्तुति करना)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H1420, H1921, H1922, H1923, H1926, H1927, H1935, H2082, H2142, H3366, H3367, H3368, H3372, H3373, H3374, H3444, H3513, H3519, H3655, H3678, H5081, H5375, H5457, H6213, H6286, H6437, H6942, H6944, H6965, H7236, H7613, H7812, H8597, H8416, G820, G1391, G1392, G1784, G2151, G2570, G3170, G4411, G4586, G5091, G5092, G5093, G5399
आमीन, सच में
परिभाषा:
“आमीन” शब्द किसी की बात पर बल देना या ध्यान आकर्षित करना दर्शाता है। इसका उपयोग प्रायः प्रार्थना के अन्त में होता है। कभी-कभी इसका अनुवाद “सच में” किया जाता है।
- प्रार्थना के अन्त में “आमीन” शब्द प्रार्थना के साथ सहमति या प्रार्थना पूरी होने की इच्छा प्रकट करता है।
- अपनी शिक्षाओं में यीशु ने “आमीन” शब्द के उपयोग द्वारा अपनी बात के सत्य पर बल दिया था। इस शब्द के बाद उसने सदैव कहा, “और मैं तुमसे कहता हूं” कि वह पहले की बात से संबंधित एक और बात कहे।
- जब यीशु “आमीन” शब्द का उपयोग इस प्रकार करता है तो कुछ अंग्रेजी बाइबल (यू. एल. बी. भी) इसका अनुवाद “वास्तव में” या “सच कहता हूं” करती हैं।
- एक और शब्द “सच-सच” का अनुवाद “निश्चय” या “यथा-तथ्य” किया जा सकता है।
अनुवाद के लिए सुझाव:
- देखें कि लक्षित भाषा में से कोई विशेष शब्द या कोई वाक्य है जो किसी कही गई बात पर बल देने के काम में ली जाती है।
- प्रार्थना के अन्त में या किसी बात के समर्थन में, “आमीन” अनुवाद किया जा सकता है, “ऐसा ही हो”, या “ऐसा होने दे”, या “यह सच है”।
- जब यीशु कहता है, “ मैं तुमसे सच सच कहता हूं” तो इसका अनुवाद हो सकता है, “हां, मैं सच कहता हूं” या “यह सच है और मैं कहता हूं”।
- “मैं तुमसे सच-सच कहता हूं” का अनुवाद हो सकता है, “मैं तुमसे सच्ची बात कहता हूं” या “मैं सच्ची भावना से तुमसे कहता हूं” या “मैं जो तुमसे कहता हूं वह सच है”
(यह भी देखें: पूरा करना, सत्य)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
आराधनालय
परिभाषा:
“आराधनालय” वह स्थान था जहां यहूदी लोग परमेश्वर की आराधना हेतु एक साथ मिलते थे।
- प्राचीन काल से, एक आराधनालय की सेवाओं में प्रार्थनाओं के समय, शास्त्र पढ़ना, और शास्त्रों के बारे में शिक्षण शामिल है।
- यहूदियों ने मूल रूप से आराधनालय को अपने ही शहरों में प्रार्थना करने और पूजा करने के लिए निर्माण करना शुरू किया, क्योंकि उनमें से बहुत से यरूशलेम के मंदिर से बहुत दूर रहते थे।
- यीशु प्रायः आराधनालयों में शिक्षा देते थे और लोंगों को चंगा करते थे।
- “आराधनालय” का संदर्भ वहां आराधना करने वाले समूह से भी हो सकता है।
(यह भी देखें: चंगा करना, यरूशलेम, यहूदी, प्रार्थना करना, मन्दिर, परमेश्वर का वचन, आराधना)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H4150, G656, G752, G4864
आशा, आशाएं
परिभाषा:
आशा यह है कि कुछ होने के लिए दृढ इच्छा है।
भविष्य में होने वाली घटना के बारे में आशा या अनिश्चितता या तो निश्चित हो सकती है
- बाइबल में, शब्द "आशा" का "भरोसा"; का अर्थ भी है, जैसा कि "मेरी उम्मीद प्रभु में है।" यह उन लोगों को प्राप्त करने की एक निश्चित उम्मीद को दर्शाता है जो परमेश्वर ने अपने लोगों से वादा किया है
- कभी-कभी यूएलबी शब्द को मूल भाषा में "आत्मविश्वास"; के रूप में तब्दील कर देता है। यह ज्यादातर नए नियम में परिस्थितियों में होता है, जहां लोग जो अपने उद्धारकर्ता के रूप में यीशु पर विश्वास करते हैं, उन्हें परमेश्वर ने वादा किया है उसे प्राप्त करने का आश्वासन (या आत्मविश्वास या आशा) है।
- “कोई आशा नहीं” अर्थात किसी अच्छी बात का विश्वास नहीं। इसका मतलब है कि यह वास्तव में बहुत निश्चित है कि ऐसा नहीं होगा।
अनुवाद के सुझाव:
- अधिकांश संदर्भों में आशा करना का अनुवाद हो सकता है, “इच्छा करना” या “मनोकामना” या “अपेक्षा करना।”
- अभिव्यक्ति "आशा करने के लिए कुछ नहीं" का अनुवाद "भरोसा करने के लिए कुछ नहीं" या "कुछ भी अच्छा नहीं की उम्मीद" के रूप में किया जा सकता है
- “कोई आशा नहीं” का अनुवाद हो सकता है, “किसी भी अच्छी बात की अपेक्षा नहीं होना” या “सुरक्षा नहीं होना” या “निश्चित रूप से जान लेना कि कुछ भी अच्छा नहीं होगा।”
- अभिव्यक्ति "पर आपकी उम्मीदों को स्थापित किया है"का अनुवाद "आपके आत्मविश्वास में डाल दिया है" या "पर भरोसा किया गया है" के रूप में भी किया जा सकता है।
- वाक्यांश "मुझे आपके शब्द में आशा मिलती है" अनुवाद "मुझे पूरा भरोसा है कि आपका वचन सत्य है" या "आपका शब्द मुझे आपके अंदर भरोसा करने में मदद करता है" या "जब मैं आपके वचन का पालन करता हूँ, तो मुझे आशीर्वाद मिल जाएगा" के रूप में किया जा सकता है।
- "आशा" उक्ति का अनुवाद, "परमेश्वर में भरोसा" या "निश्चित जानना के परमेश्वर ने जो वादा किया है। वह करेगा" या "सुनिश्चित करना के परमेश्वर विश्वासयोग्य है" के रूप में हो सकता है।
(यह भी देखें: आशीष, भरोसा, अच्छा, आज्ञा पालन, भरोसा, परमेश्वर का वचन
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H982, H983, H986, H2620, H2976, H3175, H3176, H3689, H4009, H4268, H4723, H7663, H7664, H8431, H8615, G91, G560, G1679, G1680, G2070
आशीष, धन्य, आशीर्वाद
परिभाषा:
किसी को “आशीष” देना अर्थात किसी व्यक्ति या वस्तु के लिए अच्छी एवं लाभकारी बात होने की कामना करना।
- किसी को आशीष देने का अर्थ उसके प्रति सकारात्मक एवं लाभकारी मनोकामना व्यक्त करना।
- बाइबल के युग में पिता प्रायः अपनी सन्तान को विधिवत आशीष देते थे।
- परन्तु मनुष्य जब परमेश्वर को “धन्य”कहता है तब इस शब्द का अभिप्राय है, वे उसका गुणगान कर रहे हैं।
- कभी-कभी “आशीष” शब्द भोजन को खाने से पहले उसे पवित्र करना भी होता है या परमेश्वर को भोजन के लिए धन्यवाद देना और उसका गुणगान करना।
अनुवाद के सुझाव:
- “आशीष” देना का अनुवाद “उदारता से प्रदान करना” या “किसी पर अत्यधिक दया एवं कृपा प्रकट करना” भी हो सकता है।
- “परमेश्वर ने बहुत आशीष दी” का अनुवाद हो सकता है, “परमेश्वर ने बहुत भली वस्तुएँ दी” या “परमेश्वर उसे समृद्धि प्रदान करेगा”।
- “वह आशीषित है” इसका अनुवाद हो सकता है, “वह बहुत लाभ उठाएगा” या “वह अच्छी-अच्छी वस्तुएँ प्राप्त करेगा” या “परमेश्वर उसे समृद्धि प्रदान करेगा”।
- “धन्य है वह पुरूष जो” इसका अनुवाद हो सकता है, “कितना धन्य है वह पुरुष जो”
- “धन्य है प्रभु परमेश्वर” ऐसी अभिव्यक्तियों का अनुवाद “प्रभु की स्तुति हो” या “ यहोवा की स्तुति करो” या “मैं परमेश्वर की स्तुति करता हूं”।
- भोजन को आशिष देने के संदर्भ में इसका अनुवाद किया जा सकता है, “भोजन के लिए परमेश्वर का धन्यवाद किया” या “भोजन के लिए परमेश्वर का गुणगान किया” या “परमेश्वर की स्तुति करके भोजन को पवित्र किया”।
(यह भी देखें: स्तुति करना)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों के उदाहरण:
- 01:07 परमेश्वर ने देखा कि यह अच्छा था और उसने उन्हें आशीर्वाद दिया।
- 01:15 परमेश्वर ने अपने स्वरूप में आदम और हव्वा को बनाया। उस ने उन्हें आशीष दिया और उन से कहा, “कई बच्चों और पोतो को पैदा करो और पृथ्वी में भर जाओ!”
- 01:16 इसलिये परमेश्वर ने जो कुछ वह कर रहा था उन सब से विश्राम लिया। उस ने सातवें दिन को आशीष दिया और उसे पवित्र किया क्योंकि इस दिन परमेश्वर ने अपने काम से विश्राम लिया था।
- 04:04 "मैं तुम्हारा नाम महान करूँगा। मैं आशीष दूँगा उनको जो तुझे आशीर्वाद देगा, और जो तुझे कोसे, उसे मैं शाप दूँगा। पृथ्वी के सभी परिवारों को तेरे कारण आशीष दिया जाएगा। "
- 04:07 मलिकिसिदक ने अब्राम को आशीष दिया और कहा, " परमप्रधान परमेश्वर जो स्वर्ग और पृथ्वी का मालिक है अब्राम को आशीष दे।"
- 07:03 इसहाक अपनी आशीष एसाव को देना चाहता था।
- 08:05 यहां तक कि जेल में, यूसुफ परमेश्वर के प्रति वफादार रहा, और परमेश्वर ने उसे आशीष दिया ।
शब्द तथ्य:
- Strong's: H833, H835, H1288, H1289, H1293, G1757, G2127, G2128, G2129, G3106, G3107, G3108, G6050
इब्रानी, इब्रानियों
तथ्य:
“इब्रानियों” लोग इसहाक और याकूब के द्वारा अब्राहम के वंशज थे। बाइबल में अब्राहम पहला मनुष्य था जिसे “इब्रानी” कहा गया था।
- “इब्रानी” शब्द लोगों के समूह में किसी व्यक्ति के लिए या उस समूह द्वारा बोली जाने वाली भाषा के लिए संदर्भित कर सकता है।
- पुराना नियम मूल रूप से इब्रानी भाषा में लिखा गया था। हालाँकि, नए नियम के अधिकांश पदों में, विशिष्ट शब्द "इब्रानी" संभवतः इब्रानी भाषा के बजाय अरामी भाषा को संदर्भित करता है।
- बाइबल में विभिन्न संदर्भों में इब्रानियों को “यहूदी” या “इस्राएली” भी कहा गया है। उचित होगा कि इन सब शब्दों को उनके मूल रूप में ही रखा जाए, परन्तु सुनिश्चित किया जाए कि ये शब्द एक ही जाति का बोध कराते हैं।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: इस्राएल, यहूदी, यहूदी अगुवे)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H5680, G1444, G1445, G1446, G1447
इस्राएल, इस्राएली
तथ्य:
“इस्राएल” परमेश्वर द्वारा याकूब को दिया गया नाम था। इसका अर्थ है, “वह परमेश्वर के साथ संघर्ष करता है”
- याकूब के वंशज “इस्राएल की प्रजा”, “इस्राएल जाति” या “इस्राएली” कहलाए।
- परमेश्वर ने इस्राएल की प्रजा से वाचा बांधी थी। वे उसके चुने हुए लोग थे।
- इस्राएल जाति बारह गोत्रों की थी।
- राजा सुलैमान के मरणोपरान्त इस्राएल दो राज्य विभाजित हो गया था। दक्षिणी राज्य जो “यहूदा” कहलाया और उत्तरी राज्य “इस्राएल”।
- इस्राएल का अनुवाद “इस्राएली प्रजा” या “इस्राएल जाति” किया जाता है, जो प्रकरण पर निर्भर करता है।
(यह भी देखें: याकूब, इस्राएल का राज्य, यहूदा, राष्ट्र, इस्राएल के बारह गोत्र)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 08:15 बारह पुत्रों की सन्तान से इस्राएल के बारह गोत्र बन गए।
- 09:03 मिस्रियो ने इस्राएलियों से कठोरता के साथ सेवा करवाई, और यहाँ तक कि कई इमारते व पूरे नगर का निर्माण करवाया।
- 09:05 एक इस्राएली महिला ने पुत्र को जन्म दिया।
- 10:01 उन्होंने कहा, “इस्राएल का परमेश्वर यों कहता है, ‘मेरी प्रजा के लोगों को जाने दे !’”
- 14:12 परन्तु इन सब के बावजूद भी, इस्राएली परमेश्वर व मूसा के विरुद्ध बुड़बुड़ाते रहें।
- 15:09 परमेश्वर उस दिन इस्राएल के लिए लड़े। परमेश्वर ने एमोरियों को उलझन में डाल दिया, और ओले भेजकर बहुत से एमोरियों को घात किया।
- 15:12 युद्ध के बाद, परमेश्वर ने इस्राएलियों को वह सारा देश दिया, जिसे उसने उनको पूर्वजों से शपथ खाकर देने को कहा था; और वे उसके अधिकारी होकर उसमे बस गए। तब परमेश्वर ने इस्राएलियों को सारी सीमा के साथ शांति प्रदान की |
- 16:16 तो परमेश्वर ने इस्राएलियों को फिर से दंडित किया, क्योंकि उन्होंने मूर्ति की उपासना की थी।
- 43:06 “हे इस्राएलियो ये बातें सुनो: यीशु नासरी एक मनुष्य था, जिसने परमेश्वर की सामर्थ्य से कई आश्चर्य के कामों और चिन्हों को प्रगट किया, जो परमेश्वर ने तुम्हारे बीच उसके द्वारा कर दिखाए जिसे तुम आप ही जानते हो”
शब्द तथ्य:
- Strong's: H3478, H3479, H3481, H3482, G935, G2474, G2475
ईश्वरीय
परिभाषा:
“ईश्वरीय” अर्थात परमेश्वर से संबन्धित सब बातें।
- इस शब्द का कुछ उपयोग इस प्रकार है, “दिव्य अधिकार,” “परमेश्वर का न्याय,” “ईश्वरीय स्वभाव,” “ईश्वरीय सामर्थ्य” और “परमेश्वर की महिमा”।
- बाइबल के एक गद्यांश में “ईश्वरीय” शब्द झूठी देवता के संबन्ध में भी काम में लिया गया है।
अनुवाद के सुझाव:
- “ईश्वरीय” शब्द के अनुवाद हो सकते हैं, “परमेश्वर का” या “परमेश्वर से” या “परमेश्वर से संबन्धित” या “परमेश्वर के गुणों से अभिभूत”
- उदाहरणार्थ, “ईश्वरीय अधिकार” का अनुवाद हो सकता है, “परमेश्वर का अधिकार” या “परमेश्वर प्रदत्त अधिकार”।
- “ईश्वरीय महिमा” का अनुवाद हो सकता है, “परमेश्वर की महिमा” या “परमेश्वर में निहित महिमा” या “परमेश्वर से प्रकट महिमा”।
- कुछ अनुवादों में मूर्तियों से संबन्धित किसी बात को व्यक्त करने के लिए भिन्न शब्दों का उपयोग किया जाता है।
(यह भी देखें: अधिकार, झूठे देवता, महिमा, परमेश्वर, न्याय, सामर्थ्य)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
उचित नहीं, अधर्म
परिभाषा:
“व्यवस्था विरोधी” नियमों का उल्लंघन करनेवाले कामों का वर्णन करता है।
नये नियम में “व्यवस्था विरोधी” उक्ति का उपयोग परमेश्वर के नियमों के उल्लंघन ही के लिए नहीं मानव निर्मित यहूदी परम्पराओं के उल्लंघन के लिए भी काम में ली जाती है।
वर्षों के अन्तराल में यहूदियों ने परमेश्वर प्रदत्त व्यवस्था में अपनी परम्पराओं को जोड़ दिया था। यहूदी अगुवे मानव निर्मित परम्पराओं के उल्लंघन को “व्यवस्था विरोधी” कहते थे।
यीशु के शिष्य सब्त के दिन गेहूँ की बालें तोड़ रहे थे तो फरीसियों ने उन्हें व्यवस्था विरोधी काम करने का दोषी ठहराया था क्योंकि वह सब्त के दिन विश्राम करने का यहूदी व्यवस्था का उल्लंघन कर रहा था।
पतरस ने परमेश्वर से कहा कि अशुद्ध भोजन करना उसके लिए व्यवस्था विरोधी था तो उसके कहने का अर्थ था कि वह परमेश्वर द्वारा वर्जित भोजन खाकर नियमों का उल्लंघन करेगा।
अनुवाद के सुझाव:
- इस शब्द के अनुवाद में ऐसा शब्द या उक्ति काम में ले जिसका अर्थ “व्यवस्था सम्मत नहीं” या “व्यवस्था का उल्लंघन करना” हो।
- “व्यवस्था-विरोधी” के अनुवाद रूप हो सकते हैं, “अनुमति नहीं” या “परमेश्वर के नियमों के अनुरूप नहीं” या “हमारी व्यवस्था के अनुरूप नहीं है”।
- “व्यवस्था के विरूद्ध” का अर्थ भी “व्यवस्था विरोधी” ही है।
(यह भी देखें: व्यवस्था, मूसा, सब्त)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
उद्धार
परिभाषा:
“उद्धार” शब्द का अर्थ है बुराई और संकट से बचाया जाना ।
- बाइबल में उद्धार का अर्थ आमतौर पर परमेश्वर द्वारा आध्यात्मिक और अनन्त छुटकारा दिलाने से है, उनको जो अपने पापों से पश्चाताप करते हैं और यीशु में विश्वास करते है।
- बाइबल में परमेश्वर द्वारा अपने लोगों को सांसारिक विरोधियों से बचाना और मुक्ति दिलाने की चर्चा भी की गई है।
अनुवाद के सुझाव:
- यह शब्द का अनुवाद "बचाव" या "छुटकारा" जैसे शब्दों से भी किया जा सकता है, जैसा कि “परमेश्वर के द्वारा लोगो को बचाना (अपने पापों के लिए दंडित होने से)” या "परमेश्वर के द्वारा लोगो को छुटकारा दिलाना (अपने शत्रुओं से)।
- " परमेश्वर मेरा उद्धार है" के रूप में अनुवाद किया जा सकता है "परमेश्वर ही मुझे बचाता है।"
- "आप उद्धार के कुओं से पानी खींच लेंगे" का अनुवाद किया जा सकता है, "आप पानी से ताज़ा हो जाएंगे क्योंकि परमेश्वर तुम्हारा उद्धार कर रहे हैं।"
(यह भी देखें: बचाना, उद्धारकर्ता)
बाइबल संदर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H3444, H3467, H3468, H4190, H8668, G4991, G4992
उद्धारकर्ता, बचाने वाला
तथ्य:
“बचाने वाला” अर्थात किसी को सकंट से उबारने वाला इसका संदर्भ मनुष्यों को साहस बन्धानेवाले या उनके लिए प्रबन्ध करनेवाले से भी हो सकता है।
- पुराने नियम में परमेश्वर को इस्राएल का उद्धारकर्ता कहा गया है, क्योंकि उसने अधिकतर उन्हें शत्रुओं के हाथो से छुड़ाया था और उन्हें बल प्रदान किया था और उनकी आवश्यकताओं की पूर्ति की थी।
- नये नियम में “उद्धारकर्ता” शब्द यीशु मसीह के लिए एक पदनाम या व्याख्या स्वरूप काम में लिया गया है क्योंकि वह मनुष्यों को उनके पापों के अनन्त दण्ड से बचाता है। वह उन्हें पाप के वश से भी छुड़ाता है।
अनुवाद के सुझाव:
- संभव हो तो “उद्धारकर्ता” का अनुवाद ऐसे शब्द से किया जाना आवश्यक है जो “उद्धार करने” और “उद्धार” से ही संबन्धित हो।
- इस शब्द के अनुवाद हो सकते हैं, “उद्धार करनेवाला” या "उद्धार करनेवाला परमेश्वर" या "संकट से बचानेवाला" या “शत्रुओं से बचानेवाला” या यीशु, पापों से बचानेवाला (लोगो को)।
(यह भी देखें: छुटकारा देना, यीशु, उद्धार, बचाना)
बाइबल संदर्भ:
शब्द तथ्य:
उल्लंघन करना, अपराध
परिभाषा:
शब्द “अपराध” का अर्थ है,रेखा पार करना या सीमा का उल्लंघन करना. यह शब्द अधिकतर रूपक स्वरुप काम में लिया जाता है कि आज्ञा, नियम या सदाचार का नियम तोड़ना दर्शाया जाए.
- यह शब्द "अधर्म" शब्द का अत्यधिक समानार्थक शब्द है परन्तु सामान्यत: इसका उपयोग अधिकतर मनुष्यों की अपेक्षा परमेश्वर के विरुद्ध अपराध के लिए किया जाता है.
- “अपराध करना," इसका वर्णन "रेखा लांघने" जैसा भी किया जाता है अर्थात सीमा या हद पार करना जो किसी मनुष्य और अन्य जनों के लिए निर्धारित की गयी है.
अनुवाद के सुझाव:
- “उल्लंघन करना” का अनुवाद , “पाप करना” या “अवज्ञा” या "विद्रोह करना" हो सकता है.
- यदि किसी पद में या गद्यांश में दो अलग अलग शब्दों का उपयोग किया गया है जिनका अर्थ “पाप”, “अपराध” या “अधर्म” है तो यह महत्वपूर्ण है कि यथासंभव इन शब्दों के अनुवाद में अलग-अलग रूप काम में लें. बाइबल यदि एक ही अभिप्राय के निमित्त दो या अधिक शब्दों का उपयोग करती है तो उसका उद्देश्य है कि बात पर बल दिया जाए या उसका महत्व प्रकट किया जाए.
(देखें: समानता)
(यह भी देखें: पाप, अपराध करना, अधर्म के काम)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong’s: H898, H4603, H4604, H6586, H6588, G458, G459, G3845, G3847, G3848, G3928
ऊँचा, ऊँचा किया, बढ़ाता, आनन्द
परिभाषा:
ऊँचा करना किसी की बहुत अधिक प्रशंसा करना और सम्मान देना। इसका अर्थ किसी को ऊँचे स्थान पर रखना भी है।
- बाइबल में ऊँचा करने का अर्थ परमेश्वर को प्रतिष्ठित करना है।
- जब मनुष्य अपनी बड़ाई करता है तब वह घमण्ड करता है और अपने बारे में अभिमानी है।
अनुवाद के सुझाव:
- “ऊँचा करने” के अनुवाद रूप हो सकता है “बहुत अधिक प्रशंसा” या “अत्यधिक सम्मान देना” या “गुणगान करना” या “किसी के बारे में ऊंचे विचार प्रकट करना”।
- कुछ संदर्भों में इसका अनुवाद ऐसे शब्दों या उक्तियों द्वारा हो सकता है जिन का अर्थ, “ऊंचे स्थान पर रखना” या “अधिक सम्मान देना” या “गर्व से कहना”
- “अपनी बड़ाई मत करो” का अनुवाद “अपने को बड़ा मत समझ” या “अपने मुँह मियां मिट्ठू मत बन”।
- “जो अपने आपको बड़ा समझते हैं” इसका अनुवाद, “जो अपने पर घमण्ड करते हैं” या “जो अभिमानी हैं”
(यह भी देखें: स्तुति, उपासना, महिमा करना, घमण्ड करना, घमण्डी)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H1361, H4984, H5375, H5549, H5927, H7311, H7426, H7682, G1869, G5229, G5251, G5311, G5312
एपोद
परिभाषा:
“एपोद” एक प्रकार का परिधान होता था जिसे इस्राएलियों के याजक धारण करते थे। इसके दो भाग थे, आगे का और पीछे का, कंधों पर जुड़ा और कमर पर कपड़े के पटुका से बांधा जाता था।
- एक और एपोद था जो साधारण मलमल का होता था और साधारण याजकों द्वारा धारण किया जाता था।
- महायाजक का एपोद सोने और नीले, बैंगनी एवं लाल धागे से सुसज्जित किया जाता था।
- महायाजक का चपरास एपोद के सामने के भाग से जुड़ा होता था। याजक के सीनाबन्द में परमेश्वर की इच्छा जानने के लिए ऊरीम और तुम्मीम रहते थे।
- न्यायी गिदोन ने मूर्खता करके सोने का एक एपोद बनवाया था जो इस्राएलियों के लिए मूर्तिपूजा हो गया था।
(यह भी देखें: याजक)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H641, H642, H646
कपटी, कपटियों, कपट
परिभाषा:
“कपटी” शब्द उस मनुष्य के संदर्भ में है जो धर्मी दिखने के लिए कुछ करता है परन्तु गुप्त में बुरे काम करता
“कपट” ऐसे व्यवहार के सन्दर्भ में है जो मनुष्यों को धोखा दे कि वह धर्मी जन है.
- कपटी मनुष्य अच्छे काम करते हुए दिखना चाहते हैं कि मनुष्य उन्हें अच्छे मनुष्य समझें.
- कपटी मनुष्य प्रायः दूसरों की तो आलोचना करते हैं परन्तु स्वयं वैसे ही पापी काम करते हैं.
- यीशु फरीसियों को कपटी कहता था क्योंकि वे धर्म के काम ऐसे करते थे जैसे विशेष वस्त्र धारण करना, विशेष भोजन करना परन्तु वे मनुष्यों के साथ दया या निष्पक्षता का व्यवहार नहीं करते थे.
- कपटी मनुष्य दूसरों के दोष देखता है परन्तु अपने दोष स्वीकार नहीं करता है
अनुवाद के सुझाव:
- कुछ भाषाओं में “दोमुखी” शब्द काम में लिया जाता जो कपटियों और कपटियों के कार्यों के सन्दर्भ में होता है.
- “कपटी” के अन्य अनुवाद रूप हैं, “झूठा” या “ढोंगी” या “दम्भी मक्कार मनुष्य.”
- “कपट” का अनुवाद “धोखा” या “झूठे कार्य” या “दिखावा” किया जा सकता है.
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong’s: H120, H2611, H2612, G505, G5272, G5273
कलीसिया, कलीसियाओं
परिभाषा:
नये नियम में "कलीसिया" का संदर्भ मसीह के विश्वासियों का स्थानीय समुदाय से है जो प्रार्थना करने और परमेश्वर का वचन सुनने के लिए नियमित सभा करते थे। “कलीसिया” शब्द सब विश्वासियों के संदर्भ में है।
- इस शब्द का वास्तविक अर्थ है मनुष्यों की बुलाई हुई सभा या सहभागिता जो किसी विशेष उद्देश्य से एकत्र होते हैं।
- जब यह शब्द सब स्थानों के सब विश्वासियों मसीह की संपूर्ण देह के संदर्भ में हो तो कुछ बाइबल अनुवादों में प्रथम अक्षर बड़ा लिखा गया है कि वह स्थानीय कलीसिया से भिन्न दिखाई दे।
- किसी नगर के विश्वासी प्रायः किसी सदस्य के घर में एकत्र होते थे। इन स्थानीय कलीसियाओं को उस स्थान का नाम दिया जाता था जैसे “इफिसुस की कलीसिया”।
- बाइबल में "कलीसिया" का संदर्भ भवन से नहीं है।
अनुवाद के सुझाव:
- “कलीसिया” शब्द का अनुवाद “एक साथ एकत्र होना” या “सभा” या “मण्डली” या “एकत्र होने वाले” हो सकता है।
- इस शब्द के अनुवाद में काम में लिए गए शब्द या उक्ति का अभिप्राय एक समूह से नहीं सब विश्वासियों से होना है।
- सुनिश्चित करें कि “कलीसिया” का अनुवाद किसी भवन का अर्थ प्रकट न करे।
- पुराने नियम में "सभा" का जिस शब्द से अनुवाद किया गया है उस शब्द का भी यहां उपयोग किया जा सकता है।
- स्थानीय या राष्ट्रीय भाषा के बाइबल अनुवाद को भी देखें। (देखें: अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करे)
(यह भी देखें: सभा, विश्वास, मसीही विश्वासी)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 43:12 लगभग 3000 लोगों ने पतरस कि बात पर विश्वास किया और यीशु के चेले बन गए। और उन्हें बपतिस्मा दिया गया और वे यरूशलेम की कलीसिया का हिस्सा बन गए।
- 46:09 परन्तु अन्ताकिया में अधिकतर लोग यहूदी नहीं थे, और पहली बार, उनमें से बहुत लोग विश्वास करके प्रभु की ओर फिरे। बरनबास और शाऊल इन नए विश्वासियों को पढ़ाने, यीशु के बारे में बताने और कलीसिया को मजबूत करने के लिये अन्ताकिया आए।
- 46:10 तब अन्ताकिया की कलीसिया ने शाउल और बरनबास के लिए प्रार्थना करी और उन पर हाथ रखा। फिर कलीसिया ने उन्हें कई अन्य स्थानों में यीशु के बारे में प्रचार करने के लिये भेज दिया।
- 47:13 यीशु के सुसमाचार को वह प्रचार करते गए और कलीसिया विकास करती गई।
- 50:01 लगभग 2,000 से अधिक वर्षों से, संसार भर में अधिक से अधिक लोग यीशु मसीह के सुसमाचार को सुन रहे हैं। कलीसिया बढ़ रही है।
शब्द तथ्य:
काम, कर्म, कार्य, कृत्य
परिभाषा:
बाइबल में “काम”, “कर्म”, “कृत्य” परमेश्वर या मनुष्यों के द्वारा किए गये कार्यों के संदर्भ में उपयोग किए गए शब्द हैं।
- "कार्य" शब्द का सन्दर्भ परिश्रम या कोई कार्य जो अन्य लोगो के लिए किया गया हो।
- परमेश्वर के “काम” और “उसके हाथों के काम” उन सब बातों के संदर्भ में हैं जो परमेश्वर ने किए और करता है, जिससे जगत की सृष्टि, पापियों का उद्धार, पूरी सृष्टि की आवश्यकता प्रदान करना तथा संपूर्ण ब्रह्माण्ड को यथा स्थान स्थिर रखना। “कर्म एवं कृत्य” परमेश्वर के चमत्कारों के संदर्भ में प्रयोग करने के लिए भी किया गया है। जैसे की “सामर्थी कृत्य” या “आश्चर्यकर्म”।
- मनुष्य के कर्म अच्छे और बुरे हो सकते हैं।
- पवित्र आत्मा विश्वासियों को भले काम करने का सामर्थ्य प्रदान करती है जिन्हें “अच्छा फल” कहते हैं।
- मनुष्य भले कामों से नहीं यीशु में विश्वास के द्वारा उद्धार पाता है।
- मनुष्य का “कार्य” उसके जीविकोपार्जन या परमेश्वर की सेवा के लिए किए गए काम हो सकते है। बाइबल में परमेश्वर के लिए कहा गया है कि वह “काम करता” है।
अनुवाद के सुझाव
- “काम” और “कर्म” को “क्रिया” या “किए गए कार्य” में भी अनुवाद कर सकते हैं।
- परमेश्वर के “कार्यों” या “कामों” और "उसके हाथों के काम" का अनुवाद, “चमत्कार” या सामर्थी कार्य” या “उसके आश्चर्यकर्म” हो सकता है।
- “परमेश्वर के कार्य” अभिव्यक्ति का अनुवाद “जो काम परमेश्वर कर रहा है” या "जो आश्चर्यकर्म परमेश्वर करता है" या “परमेश्वर जो अद्भुत काम करता है” या “सब कुछ जो परमेश्वर ने किया है” के रूप में हो सकता है।
- “कार्यों” का एक वचन “कार्य” है जैसे “हर एक अच्छा कार्य” या “हर एक अच्छा काम”
- “कार्य” का व्यापक अर्थ “सेवा” या “मसीही सेवा भी होता है”। उदाहरणार्थ, प्रभु में तेरी सेवा” का अनुवाद हो सकता है “तू प्रभु के लिए जो काम करता है”
- “अपने कामों को जांचों” अभिव्यक्ति का अनुवाद “सुनिश्चित करो कि तुम जो कर रहे हो वह परमेश्वर की इच्छा है” या “सुनिश्चित करो कि तुम जो करते हो उससे परमेश्वर प्रसन्न है”।
- “पवित्र आत्मा के काम” इसका अनुवाद “पवित्र आत्मा का सामर्थ्य” या “पवित्र आत्मा की सेवा का कार्य” या “पवित्र आत्मा जो काम करता है”
(यह भी देखें: फल, पवित्र आत्मा, आश्चर्यकर्म)
बाइबल संदर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H4566, H4567, H4611, H4659, H5949, G2041
कोने का पत्थर, प्रधान
परिभाषा:
“कोने का पत्थर” एक बड़ा पत्थर होता है जो विशेष करके तराशा हुआ होता है और भवन की नींव में रखा जाता है।
- भवन के अन्य सब पत्थर इस कोने के पत्थर के संयोजन में रखे जाते हैं।
- यह पत्थर संपूर्ण रचना की दृढ़ता एवं स्थिरता के लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है।
- नये नियम में विश्वासियों की सभा को उपमा रूप में एक मन्दिर कहा गया है जिसका कोने का पत्थर मसीह यीशु है।
- जिस प्रकार भवन के कोने का पत्थर संपूर्ण भवन के स्थान को संभालता है और सहारा देता है ठीक उसी प्रकार मसीह यीशु विश्वासियों की सभा का कोने का पत्थर है जिसके द्वारा वह संभाली हुई एवं स्थिर है।
अनुवाद के सुझाव:
- “कोने के पत्थर” का अनुवाद “भवन का मुख्य पत्थर” या “नींव का पत्थर” किया जा सकता है।
- यहां ध्यान दें कि लक्षित भाषा में भवन की नींव के किसी भाग के लिए कोई शब्द है जो मुख्य आधार है। यदि ऐसा शब्द है तो उस शब्द का उपयोग किया जा सकता है।
- इसका अनुवाद इस प्रकार भी किया जा सकता है, “भवन के कोने के लिए काम में लिया गया नींव का पत्थर”
- यह महत्वपूर्ण है कि इस पत्थर के बड़े होने का तथ्य निहित हो जो भवन के लिए एक ठोस एवं सुरक्षित सामग्री स्वरूप काम में लिया जाता है। यदि भवन निर्माण में पत्थर काम में नहीं लिए जाते हैं तो “बड़े पत्थर” के लिए कोई और शब्द होगा और इसका विचार विशेष करके तराशा हुआ और जोड़ने के लिए बनाया गया है।
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H68, H6438, H7218, G204, G1137, G2776, G3037
क्रूस
परिभाषा:
बाइबल के युग में क्रूस एक लकड़ी का खंभा होता था जिसे भूमि में गाड़ कर खड़ा किया जाता था, उसके ऊपरी भाग में एक आड़ा खंभा जोड़ा जाता था।
- रोमी साम्राज्य के समय में, रोमी प्रशासन अपराधियों को क्रूस पर बांध कर या कीलों से ठोंक कर मरने के लिए छोड़ देते थे।
- यीशु पर अपराध का झूठा दोष लगाकर रोमियों ने उसे क्रूस की मृत्यु दी थी।
- ध्यान दें कि यह क्रिया "पार करना" एक अलग शब्द है, जिसका मतलब है कि किसी नदी के किनारे या झील के दूसरी ओर जाना।
अनुवाद के सुझाव:
- इसका अनुवाद लक्षित भाषा में क्रूस का भाव व्यक्त करने वाले शब्द से किया जा सकता है।
- क्रूस की व्याख्या इस प्रकार करें कि स्पष्ट हो कि उस पर मनुष्यों को मृत्युदण्ड दिया जाता था जैसे “मृत्यु दण्ड स्तंभ” या “मृत्यु वृक्ष”।
- स्थानीय भाषा या राष्ट्रीय भाषा के बाइबल अनुवाद में इस शब्द का अनुवाद कैसे किया गया है उस पर भी ध्यान दें। (देखें: अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करे)
(यह भी देखें: क्रूस पर चढ़ाना, रोम)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 40:01 सैनिको द्वारा यीशु का मजाक उड़ाने के बाद, वह यीशु को क्रूस पर चढ़ाने के लिये ले गए। उन्होंने यीशु से वो क्रूस उठवाया जिस पर उसे मरना था।
- 40:02 सैनिक यीशु को उस स्थान पर ले गए जो गुलगुता या खोपड़ी का स्थान कहलाता है, वहाँ पहुँचकर क्रूस पर उसके हाथों और पाँवों को कीलो से ठोक दिया।
- 40:05 यहूदी और अन्य लोग जो भीड़ में थे वह यीशु का मज़ाक उड़ा रहे थे। यह कहकर कि, “अगर तू परमेश्वर का पुत्र है तो क्रूस पर से उतर जा, और अपने आप को बचा। तब हम तुझ पर विश्वास करेंगे।”
- 49:10 जब यीशु क्रूस पर मरे, उन्होंने तुम्हारा दण्ड अपने ऊपर ले लिया।
- 49:12 तुम्हें विश्वास करना होगा कि यीशु परमेश्वर का पुत्र है, कि वह तुम्हारी जगह क्रूस पर बलिदान हुआ, और यह कि परमेश्वर ने उसे फिर मुर्दों में से जीवित कर दिया।
शब्द तथ्य:
क्रूस पर चढ़ा, क्रूस पर चढ़ाया
परिभाषा:
“क्रूस पर चढ़ा” अर्थात किसी को क्रूस पर लटका कर छोड़ देना कि वह पीड़ित होकर मर जाए।
- अपराधी को क्रूस पर बांध कर लटकाया जाता या कीलों से ठोंक कर लटकाया जाता था। क्रूस पर लटकाया हुआ व्यक्ति रक्त की कमी से या सांस लेने में कठिनाई के कारण मर जाता था।
- प्राचीन रोमी साम्राज्य में मृत्यु-दण्ड की यह विधि प्रायः काम में ली जाती थी, विशेष करके भयानक अपराधियों के लिए या सरकार के विद्रोहियों के लिए।
- यहूदियों के अगुओं ने रोमी अधिपति को विवश किया कि वह यीशु को क्रूस पर चढ़ाने के लिए सैनिकों को आज्ञा दे। सैनिकों ने यीशु को कीलों से क्रूस पर ठोंका था। यीशु ने मरने से पूर्व छः घंटे दुःख उठाया था।
अनुवाद के सुझाव:
- क्रूस पर चढ़ाने का अनुवाद किया जा सकता है, “क्रूस पर मृत्यु” या “क्रूस पर कीलों से ठोक कर मृत्यु-दण्ड देना”।
(यह भी देखें: क्रूस, रोम)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 39:11 लेकिन यहूदी अगुवों और भीड़ ने चिल्लाकर कहा कि, “उसे क्रूस पर चढाओं।”
- 39:12 परन्तु पिलातुस डर गया कि कही कोलाहल न मच जाए, इसलिये उसने यीशु को क्रूस पर चढ़ाए जाने के लिए सैनिको को सौंप दिया।.played a major role in the crucifixion of Jesus Christ.
- 40:01 सैनिको द्वारा यीशु का मजाक उड़ाने के बाद, वह यीशु को क्रूस पर चढ़ाने के लिये ले गए। उन्होंने यीशु से वो क्रूस उठवाया जिस पर उसे मरना था।
- 40:04 यीशु को दो डाकुओ के बीच क्रूस पर चढ़ाया गया।
- 43:06 “हे इस्राएलियो ये बातें सुनो: यीशु नासरी एक मनुष्य था, जिसने परमेश्वर की सामर्थ्य से कई आश्चर्य के कामों और चिन्हों को प्रगट किया, जो परमेश्वर ने तुम्हारे बीच उसके द्वारा कर दिखाए जिसे तुम आप ही जानते हो तुम ने अधर्मियों के हाथ उसे क्रूस पर चढ़वाकर मार डाला।”
- 43:09 "उसी यीशु को जिसे तुमने क्रूस पर चढ़ाया।”
- 44:08 तब पतरस ने उन्हें उत्तर दिया, “यीशु मसीह की सामर्थ्य से यह व्यक्ति तुम्हारे सामने भला चंगा खड़ा है। तुमने यीशु को क्रूस पर चढ़ाया, परन्तु परमेश्वर ने मरे हुओं में से जिलाया।”
शब्द तथ्य:
- Strong's: G388, G4362, G4717, G4957
क्रोध, रोष
परिभाषा:
प्रकोप एक प्रबल क्रोधावस्था है जो कभी-कभी दीर्घकालीन होता है। यह विशेष करके परमेश्वर से विद्रोह करने वालों के पाप के लिए परमेश्वर के धर्मनिष्ठ न्याय और दण्ड के संदर्भ में आता है।
- बाइबल में “प्रकोप” शब्द प्रायः परमेश्वर के विरूद्ध पाप करनेवालों के विरूद्ध परमेश्वर के क्रोध का संदर्भ देता है।
- “परमेश्वर का क्रोध” उसके न्याय और पाप के दण्ड का संदर्भ देता है।
- परमेश्वर का प्रकोप पाप से न फिराने वाला के लिए धार्मिकता का दण्ड है।
अनुवाद के सुझाव:
- अनुवाद के अनुसार, इस शब्द के अन्य अनुवाद रूप हो सकते हैं “भयानक क्रोध” या “धर्मनिष्ठ न्याय” या “क्रोध”
- परमेश्वर के प्रकोप के बारे में चर्चा करते समय सुनिश्चित करें कि इसका अनुवाद पाप के कारण उत्पन्न क्रोधावेश का दौरा के अर्थ में न हो। परमेश्वर का क्रोध न्याय सम्मत एवं पवित्र होता है।
(यह भी देखें: न्याय, पाप)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H639, H2197, H2528, H2534, H2740, H3707, H3708, H5678, H7107, H7109, H7110, H7265, H7267, G2372, G3709, G3949, G3950
क्षमा कर, क्षमा करता, क्षमा किया, क्षमा
परिभाषा:
किसी को क्षमा करने का अर्थ है कि उसके प्रति बैरभाव नहीं रखना जिसने कोई हानिकारक काम किया है। “क्षमा” किसी को क्षमा करने का कार्य है
- किसी को क्षमा करने का अर्थ है, उसके अनुचित कार्य के लिए दण्ड न देना।
- इस शब्द का प्रतीकात्मक उपयोग का अर्थ है “निरस्त करना” जैसा इस अभिव्यक्ति में है, “अपराध क्षमा करना”
- मनुष्य जब पापों को स्वीकार करता है तब परमेश्वर क्रूस पर यीशु के बलिदान की मृत्यु पर आधारित उन्हें क्षमा कर देता है।
- यीशु ने अपने शिष्यों को शिक्षा दी कि जैसे उसने उन्हें क्षमा किया है वैसे ही वे भी दूसरों को क्षमा करें।
शब्द "क्षमादान" का अर्थ है क्षमा करना और किसी को उसके पाप की सज़ा न देना।
- इस शब्द का एक ही अर्थ है "माफ़ करना" लेकिन इसमें किसी को दोषी न मानने के लिए औपचारिक निर्णय का अर्थ भी शामिल हो सकता है।
- कानून की अदालत में, एक न्यायाधीश अपराध के लिए दोषी पाए गए व्यक्ति को क्षमा कर सकता है।
- भले ही हम पाप के दोषी हैं, लेकिन यीशु मसीह ने हमें क्रूस पर उनकी मृत्यु के आधार पर नरक में दंडित किए जाने से क्षमा किया।
अनुवाद के सुझाव:
- प्रकरण के अनुसार, “क्षमा करना” के अनुवाद हो सकते हैं, “माफी” या “निरस्त करना” या “मुक्त करना” या “विरूद्ध कुछ न रखना”।
- शब्द "क्षमा" का अनुवाद किसी शब्द या वाक्यांश द्वारा किया जा सकता है जिसका अर्थ है "नाराजगी न रखने का अभ्यास" या "किसी को निर्दोष घोषित करना" या "क्षमा करने का कार्य"।
- यदि भाषा के पास क्षमा करने के औपचारिक निर्णय के लिए एक शब्द है, तो उस शब्द का उपयोग "क्षमा" करने के लिए किया जा सकता है।
(यह भी देखें: दोष)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 07:10 परन्तु एसाव याकूब को पहले ही माफ़ कर चुका था, और वह एक दूसरे को देखकर बहुत ही प्रसन्न हुए।
- 13:15 मूसा पर्वत पर फिर चढ़ गया और उसने प्रार्थना की कि परमेश्वर उन लोगों के पाप को क्षमा कर दे। परमेश्वर ने मूसा की प्रार्थना सुनी और उन्हें क्षमा किया।
- 17:13 दाऊद को अपने किए हुए अपराधों पर पश्चाताप हुआ और परमेश्वर ने उसे क्षमा किया।
- 21:05 परन्तु जो वाचा मैं उन दिनों के बाद उनसे बाँधूँगा वह यह है : मैं अपनी व्यवस्था उनके मन में समवाऊँगा, और उसे उनके ह्रदय पर लिखूँगा, और मैं उनका परमेश्वर ठहरूँगा, और वह मेरी प्रजा ठहरेंगे, लोग परमेश्वर को जानेंगे कि वह परमेश्वर के लोग है, और परमेश्वर उनका अधर्म क्षमा करेगा।
- 29:01 एक दिन पतरस ने पास आकर यीशु से पूछा , “हे प्रभु, यदि मेरा भाई अपराध करता रहे, तो मैं उसे कितनी बार क्षमा करूँ?”
- __29:08__तू ने जो मुझ से विनती की, तो मैं ने तेरा वह पूरा कर्ज़ क्षमा कर दिया।
- 38:05 फिर उसने दाखरस का कटोरा लिया और कहा, “इसे पीओं। यह वाचा का मेरा लहू है, जो बहुतों के पापों की क्षमा के लिये बहाया जाता है।
शब्द तथ्य:
- Strong's: H3722, H5375, H5545, H5546, H5547, G859, G863, G5483
खतना करना, खतना किया, खतना
परिभाषा:
खतना करने का अर्थ है पुरूष या बालक की लिंगमुंडच्छद काट देना। इसी के संबन्ध खतना का अनुष्ठान किया जाता था।
- परमेश्वर ने अब्राहम को आज्ञा दी थी कि उनके साथ बांधी परमेश्वर की वाचा के चिन्ह स्वरूप वह अपने परिवार और सेवकों का खतना करे।
- परमेश्वर ने अब्राहम के वंशजों को भी यही आज्ञा दी थी कि वे अपने घरों में जन्मे हर एक लड़के के जन्म होने पर ऐसा करना जारी रखें।
- “हृदय का खतना” अर्थात मनुष्य में से पाप का “उन्मूलन” या पाप से मन फिराना।
- आत्मिक रूप में, “खतना” उन लोगों को संदर्भित करता है जिन्हें परमेश्वर ने यीशु के लहू से पाप से शुद्ध किया और जो उसके लोग हैं।
- ”खतनारहित” का अर्थ है जिनका शारीरिक खतना नहीं हुआ है। इसका प्रतीकात्मक संदर्भ उन लोगों से भी है जिनका आत्मिक खतना नहीं हुआ है अर्थात जिनका संबन्ध परमेश्वर से नहीं है।
अनुवाद के सुझाव:
- यदि लक्षित भाषा में पुरुषों का खतना किया जाता है तो यहां इसी शब्द का उपयोग किया जाए।
- इस शब्द के अन्य अनुवाद हो सकते हैं, “चारों ओर से काटना”, “गोलाई में काटना” या “अग्र त्वचा काटना”।
- जिन संस्कृतियों में खतना नहीं जाना जाता है वहां पाद टिप्पणी या शब्दावली में इसकी व्याख्या करना आवश्यक है।
- सुनिश्चित करें कि इसका अनुवाद स्त्रियों के संदर्भ में न हो। आवश्यक है कि इसका अनुवाद एक ऐसे शब्द के साथ किया जाए जिससे पुरूषों का संदर्भ व्यक्त हो।
(यह भी देखें: अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करे)
(यह भी देखें: अब्राहम, वाचा)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों के उदाहरण:
- 05:03 "आपको अपने परिवार में हर पुरुष का खतना करना चाहिए।"
- 05:05 उस दिन अब्राहम ने उसके घर में सभी पुरुषों का खतना किया।
शब्द तथ्य:
- Strong's: H4135, H4139, H5243, H6188, H6189, H6190, G203, G564, G1986, G4059, G4061
खतनारहित, खतनाहीन
परिभाषा:
“खतनारहित” और “खतनाहीन” पुरुषों के संदर्भ में है जिनका शारीरिक खतना नहीं हुआ है। इन शब्दों का उपयोग प्रतीकात्मक भी है।
- मिस्र एक ऐसा देश था जिसे खतना करवाने की आवश्यकता थी। अतः जब परमेश्वर कहता है कि मिस्र खतनारहितों द्वारा पराजित होगा तब वह उस जाति के लिए कह रहा है जिन्हें मिस्र खतना नहीं करवाने के लिए तुच्छ समझता था।
- बाइबल “खतनारहित मन” के मनुष्यों की चर्चा करती है या “जिनके मन का खतना” नहीं हुआ है। यह एक प्रतीकात्मक रूप है कि वे लोग परमेश्वर के लोग नहीं है और वे अवज्ञा में हठीले हैं।
अनुवाद के सुझाव:
- यदि लक्षित भाषा में खतना शब्द परिचित है तो “खतनारहित” का अनुवाद किया जा सकता है, “जिनका खतना नहीं हुआ है”।
- “खतनारहित” का अनुवाद हो सकता है, “जिन मनुष्यों का खतना नहीं हुआ है” या “वे जो परमेश्वर के लोग नहीं है” परन्तु प्रकरण पर आधारित रहें।
- इस शब्द के प्रतीकात्मक अर्थों के अन्य अनुवाद रूप हैं, “परमेश्वर के लोग नहीं” या “उन लोगों के सदृश्य विद्रोही जो परमेश्वर के नहीं” या “वे जिनमें परमेश्वर के होने का कोई लक्षण नहीं है”
- “हृदय का खतना” इसका अनुवाद हो सकता है, “हठीले विद्रोही” या “विश्वास से इन्कार करनेवाले”। तथापि, यदि संभव हो इसी उक्ति को काम में लें या ऐसी ही किसी उक्ति को काम में लें क्योंकि आत्मिक खतना एक महत्वपूर्ण विषय है।
(यह भी देखें: अब्राहम , खतना करना)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H6188, H6189, H6190, G203, G564
खोजे, खोजों
परिभाषा:
“खोजे” शब्द उस पुरुष के संदर्भ में है जिसका बधियाकरण किया गया हो। उत्तरकाल में यह शब्द सब सरकारी अधिकारियों के लिए काम में आने लगा चाहे वे सर्वांग थे।
- यीशु ने कहा कि कुछ नपुसंक स्वाभाविक रूप से जन्म लेते हैं संभवतः क्षतिग्रस्त अंग के कारण या यौन-शक्ति न होने के कारण। कुछ नपुंसकों के समान अविवाहित जीवन जीते हैं।
- प्राचीन युग में नपुंसक व्यक्ति राजा के सेवक होते थे जिन्हें स्त्रियों की रक्षा के लिए रखा जाता था।
- कुछ नपुंसक मनुष्य महत्वपूर्ण राजकीय अधिकारी होते थे जैसे कूश देश के खोजे जिससे फिलिप्पुस ने रेगिस्तान में भेंट की थी।
(यह भी देखें: फिलिप्पुस)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H5631, G2134, G2135
गन्धरस
परिभाषा:
“गन्धरस” एक तेल या मसाला होता था जो मूर के पेड़ से निकाला हुआ गोंद होता था, यह वृक्ष अफ्रीका और एशिया में पाया जाता था यह लोबान का सा ही होता है।
गन्धरस धूप, इत्र, और औषधी बनाने तथा शवों को अभ्यंजन में काम आता था।
- गन्धरस यीशु के जन्म पर ज्योतिषियों द्वारा चढ़ाई गई भेंटों में से एक था।
- यीशु जब क्रूस पर लटका हुआ था तब गन्धरस मिश्रित मदिरा उसे दी गई थी कि उसकी पीड़ा कम जो जाए।
(यह भी देखें: लोबान, ज्योतिषी)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H3910, H4753, G3464, G4666, G4669
गवाही, गवाही देना, साक्षी, गवाह
परिभाषा:
जब कोई व्यक्ति "गवाही" देता है तो वह उसके बारे में एक बयान देता है जिसे वह जानता है, और यह दावा करते हुए कि बयान सच है। “गवाही” का अर्थ “गवाही देने” से है।
- मनुष्य प्रायः उस बात की गवाही देता है, जिसका उसे व्यक्तिगत अनुभव है।
- “झूठी गवाही” देने वाला मनुष्य किसी घटना के बारे में सच नहीं कहता है।
- कभी-कभी “गवाही” किसी भविष्यद्वक्ता की भविष्यद्वाणी के संदर्भ में भी होती है।
- नये नियम में यह शब्द प्रायः यीशु के अनुयायियों के संदर्भ में है कि उन्होंने यीशु के जीवन, मृत्यु और पुनरूत्थान की गवाही दी।
अनुवाद के सुझाव:
- “साक्षी देना” या “गवाही देना” का अनुवाद “सत्यों को कहना” या “जो देखा और सुना उसे बताना” या “व्यक्तिगत अनुभव से कहना” या “प्रमाण देना” या “जो हुआ उसका वर्णन करना”।
- “गवाही” के अनुवाद रूप हो सकते हैं, “जो हुआ उसका ब्योरा सुनाना” या “सत्य का कथन सुनाना” या “प्रमाण देना” या “जो कहा गया” या “भविष्यद्वाणी”।
- “उनके लिए गवाही ठहरे” का अनुवाद “उन्हें दिखाए कि सच क्या है” या “उन पर सिद्ध करे कि सच क्या है”।
- “उनके विरूद्ध गवाही ठहरे” का अनुवाद “जिससे उन पर उनके पाप प्रकट हों” या “उनका पाखण्ड प्रकट हो” या “जो सिद्ध करे कि वे गलत हैं”।
- “झूठी गवाही देना” इसका अनुवाद हो सकता है, “किसी के बारे में झूठी बातें कहना” या “ऐसी बातें कहना जो सच नहीं हैं”।
(यह भी देखें: वाचा का संदूक, भविष्यद्वक्ता, गवाह)
बाइबल के सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H5707, H5713, H5715, H5749, H6030, H8584, G267, G1263, G1957, G2649, G3140, G3141, G3142, G3143, G3144, G4303, G4828, G4901, G5575, G5576, G5577, G6020
घमण्ड करना, घमण्डी
परिभाषा:
“घमण्ड” अर्थात किसी वस्तु या मनुष्य के बारे में गर्व की बातें करना। इसका अर्थ प्रायः स्वयं के बारे में बड़ाई करना होता है।
- “घमण्डी” मनुष्य अपने बारे में घमण्ड करता है।
- परमेश्वर ने इस्राएल की मूत्तियों पर घमण्ड करने के लिए झिड़का था। वे सच्चे परमेश्वर के स्थान में मूर्तिपूजा का हठ करते थे।
- बाइबल में लोगों की धन, सम्पदा, शक्ति, अच्छी खेती और नियमों पर घमण्ड करने का उल्लेख किया गया है। इसका अर्थ है कि वे इन बातों पर घमण्ड करते थे और इन सबके दाता परमेश्वर को नहीं मानते थे।
- इसकी अपेक्षा परमेश्वर इस्राएलियों से कहता था कि वे उससे जानने पर घमण्ड करें।
- प्रेरित पौलुस प्रभु में घमण्ड करने की बात कहता है अर्थात परमेश्वर ने जो किया है उसके लिए आनन्दित होकर उसका धन्यवाद करें।
अनुवाद के सुझाव:
- “घमण्ड” के अन्य अनुवाद रूप हो सकते है, “बड़ाई करना” या “घमण्ड से कहना” या “घमण्ड करना”
- “घमण्डी” शब्द का अनुवाद ऐसे शब्द या उक्ति द्वारा किया जाए जिसका अर्थ हो, “घमण्ड की बातों से भरा” या “घमण्डी” या “स्वयं की बड़ाई करना”
- परमेश्वर को जानने में घमण्ड करने के संदर्भ में अनुवाद हो सकता है, “में घमण्ड करना” या “में बड़ाई करना” के बारे में अत्यधिक प्रसन्न होना” या “के लिए परमेश्वर को धन्यवाद कहना”
- कुछ भाषाओं में “घमण्ड” के दो शब्द हैं, एक नकारात्मक-अभिमान और दूसरा सकारात्मक किसी के कार्य, परिवार और देश पर घमण्ड करना।
अनुवाद के सुझाव:
(यह भी देखें: घमण्डी)
बाइबल संदर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H1984, H3235, H6286, G212, G213, G2620, G2744, G2745, G2746, G3166
घृणा, घिनौने, घिनौना
परिभाषा:
“घृणा” शब्द का अर्थ है ग्लानि और अरूचि उत्पन्न करनेवाली बात।
- मिस्री लोग इब्रानियों को "घृणित" मानते थे। इसका अर्थ है कि मिस्री लोग इब्रानियों को पसन्द नहीं करते थे और उनके साथ संबन्ध नहीं रखना चाहते थे वरन उनके निकट भी नहीं आना चाहते थे।
- बाइबल में "परमेश्वर के लिए घृणित" बातें हैं। झूठ, घमण्ड, नरबलि, मूर्तिपूजा, हत्या, व्यभिचार का पाप, समलैंगिक संबन्ध।
- अपने शिष्यों को अन्त समय की शिक्षा देते समय यीशु ने भविष्यद्वक्ता दानिय्येल की भविष्यद्वाणी का संदर्भ दिया था और जिसमें “उजाड़ने वाली घृणित वस्तु” की चर्चा की गई थी जिसे परमेश्वर से विद्रोह स्वरूप स्थापित करके उसके आराधना स्थल को अशुद्ध किया जाएगा।
अनुवाद के सुझाव:
- “घृणित वस्तु” का अनुवाद “जिस वस्तु से परमेश्वर घृणा करता है”, या “अरोचक वस्तु” या “घृणित अभ्यास” या “बहुत बुरा काम”।
- प्रकरण के अनुसार इस उक्ति के लिए “घृणित” का अनुवाद होगा, “के लिए अत्यधिक घृणित” या “को अरूचिकर” या “को पूर्णतः अस्वीकार्य” या “गहरी अरूचि उत्पन्न करनेवाली”।
- “उजाड़नेवाली घृणित वस्तु” का अनुवाद “अशुद्ध करनेवाली वस्तु जिससे मनुष्यों की घोर हानि होती है” या “अरूचिकर वस्तु जिसके कारण गहरा दुःख होता है”।
(यह भी देखें: व्यभिचार, अशुद्ध करना, उजाड़ , मूरत, बलिदान)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strongs: * Strongs: H887, H6292, H8251, H8262, H8263, H8441, G946
चमत्कार, आश्चर्यकर्मों, अद्भुत, आश्चर्य के कामों, चिन्ह, चिन्हों
परिभाषा:
“चमत्कार” एक ऐसा अद्भुत कार्य है जो परमेश्वर ने किए जो मनुष्य के लिए संभव नही है।
- यीशु के आश्चर्यकर्मों में आंधी को शान्त करना, अंधे मनुष्य को दृष्टिदान।
- आश्चर्यकर्मों को अद्भुत काम भी कहा गया है क्योंकि उन्हें देखकर मनुष्य आश्चर्य एवं विस्मय से अभिभूत हो जाता है।
- “अद्भुत काम” का संदर्भ सामान्यतः परमेश्वर के सामर्थ्य आश्चर्यजनक प्रदर्शन से भी है जैसे जब उसने आकाश और पृथ्वी की रचना की।
- आश्चर्यकर्मों को “चिन्ह” भी कहा गया है क्योंकि वे परमेश्वर के सर्वसामर्थी होने का संकेत या प्रमाण हैं, ब्रह्माण्ड पर उसका संपूर्ण अधिकार है।
- कुछ आश्चर्यकर्म परमेश्वर के मुक्ति कार्य है जैसे जब उसने इस्राएलियों को मिस्र के दासत्व में से निकाला था और दानिय्येल को शेरों की हानि से सुरक्षित रखा था।
- अन्य आश्चर्यकर्म हैं, परमेश्वर का दण्ड जैसे नूह के युग में उसने जलप्रलय भेजा या मूसा के युग में मिस्र पर विपत्तियां डालीं।
- परमेश्वर के अन्य अनेक आश्चर्यकर्मों में रोगियों को चंगा करना और मृतकों को जिलाना था।
- यीशु द्वारा रोगियों की चंगाई, आंधी शान्त करना, पानी पर चलना, मृतकों को जिलाना परमेश्वर के सामर्थ्य का प्रदर्शन था। यह सब आश्चर्यकर्म थे।
- परमेश्वर ने भविष्यद्वक्ताओं और प्रेरितों को भी सामर्थ्य दिया कि वे आश्चर्यकर्म करें जैसे रोग निवारण तथा अन्य सामर्थ्य के कार्य जो केवल परमेश्वर के सामर्थ्य से ही संभव थे।
अनुवाद के सुझाव:
- “आश्चर्यकर्म” और “अद्भुत कामों” के अनुवाद हो सकते हैं, “परमेश्वर कृत असंभव कार्य” या “परमेश्वर के सामर्थी कार्य” या “परमेश्वर के विस्मयकारी कार्य”
- “चिन्ह एवं चमत्कार” एक ऐसी अभिव्यक्ति है जिसका बार-बार उपयोग किया गया है, इसका अनुवाद हो सकता है, “प्रमाण एवं आश्चर्यकर्म” या “परमेश्वर के सामर्थ्य को सिद्ध करने वाले आश्चर्य के काम” या “विस्मयकारी चमत्कार जिनसे परमेश्वर की महानता प्रकट होती है”
- ध्यान दें कि चमत्कारी चिन्ह का अर्थ किसी बात के प्रमाण को सिद्ध करने के चिन्ह से भिन्न है। इन दोनों का अर्थ समान हो सकता है।
(यह भी देखें: सामर्थ्य, भविष्यद्वक्ता, प्रेरित, चिन्ह)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 16:08 परमेश्वर इस्राएलियों को बचाने के लिए गिदोन का प्रयोग करना चाहता है, इसके लिए उसने परमेश्वर से दो चिह्न पूछे |
- 19:14 परमेश्वर ने एलीशा के द्वारा बहुत से चमत्कार किए |
- 37:10 अनेक यहूदी उसका यह काम देखकर, उस पर विश्वास किया।
- 43:06 “हे इस्राएलियो ये बातें सुनो: यीशु नासरी एक मनुष्य था, जिसने परमेश्वर की सामर्थ्य से कई आश्चर्य के कामों और चिन्हों को प्रगट किया, जो परमेश्वर ने तुम्हारे बीच उसके द्वारा कर दिखाए जिसे तुम आप ही जानते हो |”
- 49:02 यीशु बहुत से आश्चर्यकर्म किये जो यह सिद्ध करते हैं कि वह परमेश्वर है | वह पानी पर चला, तूफान को शांत किया, बहुत से बीमारों को चंगा किया, दुष्टात्माओं को निकाला, मुर्दों को जीवित किया, और पांच रोटी और दो छोटी मछलियों को इतने भोजन में बदल दिया कि वह 5,000 लोगों के लिए काफी हो |
शब्द तथ्य:
- Strong's: G880, G1213, G1229, G1411, G1569, G1718, G1770, G1839, G2285, G2296, G2297, G3167, G3902, G4591, G4592, G5059, H226, H852, H2368, H2858, H4150, H4159, H4864, H5251, H5824, H5953, H6381, H6382, H6383, H6395, H6725, H7560, H7583, H8047, H8074, H8539, H8540,
चिन्ह, प्रमाण, स्मरण कराने वाली बात
परिभाषा:
चिन्ह वह वस्तु, घटना या कार्य है जो एक विशेष अर्थ प्रकट करता है।
- "स्मरण कराने वाली बात" ऐसे संकेत हैं जो "याद दिलाने उन्हें याद करने में मदद करते है, जो कुछ वादा किया गया था:
- परमेश्वर ने मेघधनुष स्थापित किया जो इस प्रतिज्ञा को स्मरण कराता है कि परमेश्वर विश्वव्यापी जलप्रलय द्वारा ऐसे मानवजाति को फिर नष्ट नहीं करेगा।
- परमेश्वर ने इस्राएलियों को आज्ञा दी कि वे उसकी वाचा के चिन्ह स्वरूप अपने पुत्रों का खतना करें।
- चिन्ह किसी बात को प्रकट करते हैं या उसकी ओर संकेत करते हैः
- स्वर्गदूत ने चरवाहों को एक चिन्ह दिया जिसके द्वारा वे बैतलहम में नवजात मसीह को पहचान पाएंगे।
- यहूदा ने यीशु का चुम्बन करके धर्म के अगुओं पर चिन्ह प्रकट किया कि जिसे उन्होंने पकड़ना है वह यीशु यही है।
- चिन्ह किसी बात को सच्चा सिद्ध करते है:
- भविष्यद्वक्ताओं और प्रेरितों द्वारा किए गए आश्चर्यकर्म चिन्ह थे कि वे परमेश्वर का सन्देश सुना रहे है।
- यीशु ने जो चमत्कार किए, वे साबित करते है कि वह वास्तव में मसीहा था ।
(अनुवाद के सुझाव:
- प्रकरण के अनुसार “चिन्ह” का अनुवाद “संकेत” या “प्रतीक” या “पहचान” या “प्रमाण” या “प्रमाण” या “इंगित करना” भी हो सकता है।
- “हाथों से संकेत करना” का अनुवाद “हाथों की गतिविधि” या “हाथों से इंगित करना” या “भाव दर्शाना” भी हो सकता है।
- कुछ भाषाओं में “चिन्ह” जो किसी बात को सिद्ध करता है और आश्चर्यकर्म के लिए चिन्ह का दूसरा शब्द होता है।
(यह भी देखें: आश्चर्यकर्म, प्रेरित, मसीह, वाचा, खतना करना)
बाइबल के सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H226, H852, H2368, H2858, H4150, H4159, H4864, H5251, H5824, H6161, H6725, H6734, H7560, G364, G880, G1213, G1229, G1718, G1730, G1732, G1770, G3902, G4102, G4591, G4592, G4953, G4973, G5280
चुना हुआ, चुने हुए, चुनना, चुने लोग, चुना हुआ, चुनना।
परिभाषा:
“चुने हुए” का वास्तविक अर्थ है “चयनित जन” या “चुनी हुई प्रजा” उन लोगों के संदर्भ में है जिन्हें परमेश्वर ने अपने लोग होने के लिए नियुक्त किया या पृथक किया है। “चुना हुआ” या “परमेश्वर का चुना हुआ”, शीर्षक जो यीशु को दर्शाता है, जो चुना हुआ मसीह है।
- “चुनना” शब्द का अर्थ है किसी वस्तु को या किसी मनुष्य को चुनना या किसी बात पर निर्णय लेना। यह शब्द अधिकतर परमेश्वर द्वारा मनुष्यों को नियुक्त करने के लिए प्रयोग होता था कि वे अब उसके हैं और उसकी सेवा के लिए हैं।
- “चुने हुए” का अर्थ है “चयनित” या “नियुक्त” कुछ होने के लिए या कुछ करने के लिए।
- परमेश्वर ने मनुष्यों को पवित्र होने के लिए चुना, उत्तम आत्मिक फल लाने के लिए परमेश्वर द्वारा अलग किए गए। यही कारण है कि उन्हें “चुने हुए” या "चुना हुआ" कहते है।
- बाइबल में कभी-कभी “चुने हुओं” शब्द का उपयोग किसी विशेष व्यक्ति के लिए किया गया है जैसे मूसा, दाऊद जिन्हें परमेश्वर ने अपनी प्रजा के अगुवे नियुक्त किया था। यह परमेश्वर के चुने हुए लोगों के रूप में इस्राएल को संदर्भित करने के लिए भी प्रयोग किया गया है।
- “चुना हुआ” एक प्राचीन शब्द है जिसका अर्थ है “चुने हुए” या “चुने हुए लोग” मूल भाषा में यह शब्द जब मसीही विश्वासियों के लिए प्रयोग किया गया तो यह बहुवचन में है।
- बाइबल के पुराने संस्करणों में “चुना हुआ” शब्द नये नियम और पुराने नियम दोनों में “अलग किए हुओं” के लिए प्रयोग किया गया है। अधिक आधुनिक संस्करणों में “चुना हुआ” शब्द केवल उन लोगों के लिए प्रयोग किया गया है, जिसका उद्धार परमेश्वर ने मसीह यीशु के द्वारा किया है। बाइबल में अन्य स्थानों में इस शब्द का अनुवाद “चुना हुआ” के रूप में अनुवाद करते हैं।
अनुवाद के सुझाव:
- अतः उचित तो यह होगा कि इस शब्द का अनुवाद, “चुने हुए जन” या “चुनी हुई जाति” किया जाए। इसका अनुवाद "उन लोगों के रूप में भी किया जा सकता है जिसे परमेश्वर ने चुना" या "जिन्हें परमेश्वर ने अपने लोग होने के लिए नियुक्त किया।"
- “जो चुने गए” का अनुवाद इस प्रकार भी किया जा सकता है, “जिन्हें नियुक्त किया” या “जो अलग किए गए” या “जिन्हें परमेश्वर ने चुना”।
- “मैंने तुझे चुन लिया है” इसका अनुवाद किया जा सकता है, “मैंने तुम्हें नियुक्त किया है” या “मैंने तुम्हें अलग किया है”।
- यीशु के संदर्भ में, “चुना हुआ” का अनुवाद “परमेश्वर का चयनित” या “परमेश्वर का विशेष निुयक्त मसीह” या “जिसे परमेश्वर ने नियुक्त किया है” के रूप में किया जा सकता है।
(यह भी देखें: नियुक्त, मसीह)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H970, H972, H977, H1254, H1262, H1305, H4005, H6901, G138, G140, G1586, G1588, G1589, G1951, G4400, G4401, G4758, G4899, G5500
चेला, चेले
परिभाषा:
“चेला” शब्द उस मनुष्य के संदर्भ में है जो गुरू के साथ बहुत समय व्यतीत करता है और गुरू के चरित्र और शिक्षाओं से सीखता है।
- जो लोग यीशु के पीछे चलते थे और उसकी शिक्षाओं को सुनकर उनका पालन करते थे, वे उसके “चेले” कहलाते थे।
- यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले के भी चेले थे।
- यीशु के सांसारिक सेवाकाल में उसके अनेक चेले थे और जो उसका अनुसरण करते और उसकी शिक्षाओं को सुनते थे।
- यीशु ने बारह मनुष्यों को चुना कि उसके घनिष्ठ अनुयायी हों, ये पुरुष उसके “प्रेरित” कहलाए।
- यीशु के बारह प्रेरित उसके “शिष्य” या “बारहों” कहलाए।
- अपने स्वर्गारोहण से पूर्व यीशु ने अपने शिष्यों को आज्ञा दी कि उन्हें भी यीशु के शिष्य बनना सिखाएं।
- यीशु में विश्वास करने और उसकी शिक्षाओं का पालन करनेवालों को यीशु के चेले कहा जाता है।
अनुवाद के सुझाव:
- “चेला” शब्द को अनुवाद ऐसे शब्द या उक्ति द्वारा किया जाए जिसका अर्थ है, “अनुयायी” या “विद्यार्थी” या “शिष्य” या “शिक्षार्थी”।
- सुनिश्चित करें कि इस शब्द का अनुवाद कक्षा में विद्यापार्जन करने वाले विद्यार्थी के जैसा नहीं।
- सुनिश्चित करें कि इस शब्द का अनुवाद “प्रेरित” शब्द के अनुवाद से भिन्न शब्द हो।
(यह भी देखें: प्रेरित, विश्वास, यीशु, यूहन्ना (बपतिस्मा देनेवाला), बारहों)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 30:08 यीशु ने रोटियाँ और मछलियाँ तोड़-तोड़ कर चेलों को दी कि वे लोगों को परोसे। चेलों ने रोटियाँ और मछलियाँ सब में बाँट दी, और रोटियाँ और मछलियाँ कम नहीं पड़ी।
- 38:01 यीशु मसीह के सार्वजनिक उपदेशों के तीन साल बाद अपना पहला उपदेश शुरू किया। यीशु ने अपने चेलों से कहा कि वह यरूशलेम में उनके साथ फसह का जश्न मनाना चाहता था, और यह वही जगह है जहाँ उसे मार डाला जाएगा।
- 38:11 फिर वह गतसमनी नामक एक जगह में अपने चेलों के साथ आया। यीशु ने अपने चेलों से कहा कि प्रार्थना करते रहो कि परीक्षा में न पड़ो।
- 42:10 यीशु ने अपने चेलों से कहा, “ स्वर्ग और पृथ्वी का सारा अधिकार मुझे दिया गया है। इसलिये तुम जाओ, सब जातियों के लोगों को चेला बनाओ और उन्हें पिता, और पुत्र, और पवित्र आत्मा के नाम से बपतिस्मा दो और उन्हें सब बातें जो मैं ने तुम्हें आज्ञा दी है, मानना सिखाओ।”
शब्द तथ्य:
- Strong's: H3928, G3100, G3101, G3102
चौथाई देश के राजा
परिभाषा:
"चौथाई देश के राजा" शब्द का अर्थ है एक सरकारी प्रशासक जो रोमी साम्राज्य के एक भाग पर शासन करता था। प्रत्येक चौथाई देश के राजा रोमी सम्राट के अधीन था।
- शीर्षक "चौथाई देश के राजा" का अर्थ "चार संयुक्त शासकों में से एक है।"
- सम्राट डाइक्लेटीयन के तहत शुरू हुई थी, रोमी साम्राज्य के चार प्रमुख विभाजन हुए थे और प्रत्येक शासक ने एक विभाजन पर शासन किया।
- "महान" हेरोदेस का राज्य जो यीशु के जन्म के समय राजा था, उसकी मृत्यु के बाद चार वर्गों में विभाजित किया गया था, और उसके पुत्रों ने "चौथाई देश के राजा" या "चौथे के शासकों" के रूप में शासन किया।
- प्रत्येक चौथाई देश में एक या उससे अधिक क्षेत्र जिन्हें "प्रांत" कहा जाता है, जैसे गलील या सामरिया।
- "हेरोदेस जो चौथाई देश का राजा था" उसका उल्लेख कई बार नए नियम किया गया है. वह "हेरोदेस अन्तिपास" नाम से भी जाने जाते थे।
- "चौथाई देश के राजा," शव्द का अनुवाद, "क्षेत्रीय शासक" या "प्रांतीय शासक" या“शासक” या “अधिपति” किया जा सकता है।
(यह भी देखें: राज्यपाल, हेरोदेस अन्तिपास, प्रांत, रोम, शासक)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
छुटकारे के लिये, छुड़ा लिया
परिभाषा:
“छुटकारे के लिये” अर्थात् बन्दी की मुक्ति के लिए मांगी गई धन-राशि या अन्य कोई भुगतान।
- क्रिया शब्द "छुटकारे का" दाम देना, किसी बन्दी, दास या कारावास में रखे हुए मनुष्य के लिए धनराशि देना या बचाने के लिए किसी काम को आत्म-त्याग के साथ करना। “पुनः खरीद लेना” “मुक्ति कराने” जैसा ही है।
- यीशु ने स्वयं को छुटकारे के मूल्य स्वरूप करने दिया कि मनुष्य को पाप के दासत्व से मुक्त कराए। मनुष्यों के पाप का दण्ड चुका कर अपने लोगों को पुनः खरीद लेना बाइबल में परमेश्वर का "उद्धार" कहलाता है।
अनुवाद के सुझाव:
- “छुटकारे का मूल्य चुकाना” इसका अनुवाद हो सकता है, “मुक्ति के लिए मूल्य चुकाना” या “स्वतंत्र कराने के लिए मूल्य चुकाना” या “ पुनः खरीद लेना”।
- “छुटकारे का मूल्य चुकाना” इसका अनुवाद इस प्रकार हो सकता है “मूल्य चुकाना” या "दंड का भुगतान (लोगों को मुक्त करने के लिए)" या "आवश्यक भुगतान करना।"
- नाम "छुटकारे" का अनुवाद "वापस खरीदना" या "एक जुर्माने का भुगतान " या "भुगतान किया गया मूल्य" (लोगों या जमीन को मुक्त या खरीदने के लिए) के रूप में किया जा सकता है।
- एक "छुटकारे का मूल्य" और "छुटकारा" शब्द का अंग्रेज़ी में एक ही अर्थ है लेकिन कभी-कभी इसे थोड़ा अलग तरीके से इस्तेमाल किया जाता है। अन्य भाषाओं में इस अवधारणा के लिए केवल एक शब्द हो सकता है।
- सुनिश्चित करें कि यह अनुवाद “प्रायश्चित” के अनुवाद से भिन्न हो।
(यह भी देखें: प्रायश्चित, छुटकारा दिलानेवाला
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H1350, H3724, H6299, H6306, G487, G3083
छुड़ा ले, छुटकारा, छुटकारा, छुटकारा दिलानेवाला
परिभाषा:
“छुड़ा ले” या “छुटकारा” इसका अर्थ है जो व्यक्ति या वस्तु पहले किसी और के अधिकाराधीन या स्वामीत्व में थी उसे पैसा देकर छुड़ा लेना। इसे करने की कार्य को "छुटकारा" कहते है। मुक्तिदाता (छुड़ानेवाला) वह मनुष्य है जो किसी वस्तु या मनुष्य को छुड़ा लेता है।
- परमेश्वर ने इस्राएल को किसी वस्तु या मनुष्य को छुड़ाने के नियम दिए थे।
- उदाहरणार्थ, किसी दास को मूल्य चुका कर कोई मनुष्य छुड़ा सकता था कि वह स्वतंत्र हो जाए। “मुक्ति धन” भी इसी अभ्यास के संदर्भ में है।
- यदि किसी की भूमि बेची जा चुकी है तो उसका कोई परिजन उस भूमि को छुड़ा सकता है या “पुनः खरीद” सकता है कि वह पारिवारिक सम्पदा बनी रहे।
- इन अभ्यासों से प्रकट है कि परमेश्वर पाप के दासत्व में रहनेवालों को कैसे छुड़ाता है, जब यीशु क्रूस पर मर गया था तब उसने मनुष्यों के पापों का पूरा मूल्य चुका दिया और उन सबको छुड़ा लिया जो मुक्ति के लिए उसमें विश्वास करते हैं। जो मनुष्य परमेश्वर द्वारा छुड़ाए गए हैं वे पाप और पाप के दण्ड से मुक्त हो गए हैं।
अनुवाद के सुझाव:
- सन्दर्भ के अनुसार, “छुड़ाना” का अनुवाद हो सकता है, “पुनः खरीद लेना” या “स्वतंत्र होने की कीमत चुकाना(कोई)” या "मुक्ति धन"।
- शब्द "छुटकारा" का अनुवाद "मुक्ति धन" या "स्वतंत्र होने की कीमत" या "पुनः खरीद लेना" के रूप में किया जा सकता है।
- शब्द "मुक्ति धन" और “छुटकारा” मूल रूप से एक ही अर्थ है, इसलिए कुछ भाषाओं में इन दोनों शब्दों का अनुवाद करने के लिए केवल एक शब्द हो सकता है। शब्द "मुक्ति धन",तथापि, इसका अर्थ भी आवश्यक भुगतान हो सकता है।
(यह भी देखें: स्वतंत्र, छुटकारे का मूल्य)
बाइबल संदर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: G59, G629, G1805, G3084, G3085, H1350, H1353, H6299, H6302, H6304, H6306, H6561, H7069
छोड़ना, छोड़ देता, छोड़ दिया, त्याग कर
परिभाषा:
“छोड़ना” अर्थात किसी को अलग कर देना या किसी वस्तु का प्रत्याख्यान करना। यदि कोई “त्यागा हुआ” है तो वह किसी के द्वारा अकेला छोड़ दिया गया या अलग कर दिया गया है।
- जब मनुष्य परमेश्वर को “त्याग” देते हैं तो वे अवज्ञा के द्वारा उसका विश्वासघात करते है।
- परमेश्वर मनुष्यों का त्याग करता है तो इसका अर्थ है कि उसने उनकी सहायता करना छोड़ दिया है और उन्हें कष्ट भोगने दिया है कि वे उसके पास लौट आएं।
- इस शब्द का अर्थ प्रत्याख्यान भी है जैसे परमेश्वर की शिक्षाओं को त्यागना या उन का अनुसरण नहीं करना।
- “त्यागा हुआ” का भूतकाल में काम में लिया जा सकता है जैसे “उसने तुझे त्याग दिया” या जैसे किसी को "त्याग दिया गया है" के संदर्भ में।
अनुवाद के सुझाव:
- इस शब्द के अन्य अनुवाद रूप हो सकते हैं, “छोड़ देना” या “अनदेखा करना” या “त्याग देना” या “दूर चले जाना” या “पीछे छोड़ देना” प्रकरण के अनुसार।
- परमेश्वर की व्यवस्था का “त्याग” करना का अनुवाद हो सकता है, “परमेश्वर की व्यवस्था का पालन नहीं करना” इसका अनुवाद उसकी शिक्षाओं या नियमों को “छोड़ देना” या “विच्छेदित हो जाना” या “आज्ञापालन न करना”।
- “त्यागा हुआ” का अनुवाद “छोड़ा हुआ” या “सुनसान हो जाएगा” हो सकता है।
- लक्षित भाषा में इस शब्द के अनुवाद में स्पष्टता हेतु विभिन्न शब्द हो सकते हैं जो निर्भर करेगा कि अभिलेख में किसी वस्तु का या मनुष्य का त्याग किया गया है।
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H488, H2308, H5203, H5428, H5800, H5805, H7503, G646, G657, G863, G1459, G2641,
जलन, ईर्ष्या
परिभाषा:
“जलन” और ईर्ष्या” का संदर्भ संबन्ध की शुद्धता को सुरक्षित रखने की प्रबल इच्छा से है। इन शब्दों में किसी वस्तु या मनुष्य के लिए अपनापन बनाए रखने की प्रबल इच्छा भी है।
- इन शब्दों द्वारा मनुष्य के क्रोध को भी व्यक्त किया जाता है जो विवाह में विश्वासघाती रहा है।
- बाइबल में इन शब्दों द्वारा प्रजा को शुद्ध रहने और पाप से कलंकित न होने की परमेश्वर की प्रबल इच्छा को भी दर्शाया गया है।
- परमेश्वर अपने नाम के सम्मान एवं श्रद्धा के लिए भी ईर्ष्यालु है।
- किसी की सफलता और ख्याति पर क्रोध को भी ईर्ष्या कहते हैं। * यह “डाह” के सामानान्त है।
अनुवाद के सुझाव:
- “जलन” के अनुवाद रूप हो सकते हैं, “सुरक्षा की प्रबल इच्छा” या “अपनेपन की इच्छा”
- “ईर्ष्या” का अनुवाद “सुरक्षा की प्रबल भावना” या “अपनेपन की भावना”
- परमेश्वर के लिए जब इस शब्द का अनुवाद करें तो ऐसा प्रकट न हो कि परमेश्वर किसी से जलन रखता है।
- मनुष्यों के प्रति मनुष्यों की क्रोधपूर्ण भावनाओं के संदर्भ में जब कोई सफल होता है तब “जलना” या “जलन” शब्दों का उपयोग किया जा सकता है। परन्तु ये शब्द परमेश्वर के लिए काम में न लें।
(यह भी देखें: ईर्ष्या)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H7065, H7067, H7068, H7072, G2205, G3863
जहाज़
परिभाषा:
“जहाज़”, शब्द लकड़ी के चौकोर डब्बे का अभिप्राय दर्शाता है जिसमें कोई वस्तु रखकर सुरक्षित की जाती है। जहाज़ बड़ी या छोटी हो सकती है जो निर्भर करता है कि वह किस काम में ली जा रही है।
- अंग्रेजी की बाइबल में “जहाज़” शब्द सबसे पहले एक लकड़ी की चौकोर नाव के लिए काम में लिया गया शब्द है जिसे नूह ने विश्वव्यापी जल प्रवाह से बचने के लिए बनाया था। इस जहाज़ का तल समतल था और एक छत थी तथा दीवारें थी।
- इस शब्द के अनुवाद हो सकते हैं, “एक विशाल नाव” या “बजरा” या “मालवाहक पोत” या “बड़ी सन्दूकनुमा नाव”।
- इस विशाल नाव के लिए जो इब्रानी शब्द काम में लिया गया है वह शब्द वही है जिसे मूसा की माता ने शिशु मूसा को नील नदी में रखने के लिए टोकरी बनाई थी। इसका अनुवाद प्रायः टोकरी किया जाता है।
- “वाचा का सन्दूक” में “सन्दूक” के लिए एक भिन्न इब्रानी शब्द का काम में लिया गया है। इसका अनुवाद “डब्बा” या “सन्दूक” या “बर्तन” किया जा सकता है।
- “सन्दूक” का अनुवाद किया जाए तब प्रत्येक संदर्भ में देखें कि उसकी लम्बाई-चौड़ाई कितनी है और वह किस काम में लिया गया है, यह अत्यधिक महत्वपूर्ण है।
(यह भी देखें: वाचा का सन्दूक, टोकरी)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H727, H8392, G2787
जी उठने
परिभाषा:
“जी उठने” का अर्थ है मरणोपरान्त पुनः जीवित हो जाना।
- किसी का पुनरूत्थान करना अर्थात उसे मरणोपरान्त पुनः जीवित करना। केवल परमेश्वर के पास ऐसा सामर्थ्य है।
- शब्द "जी उठने" अक्सर यीशु के मरने के बाद पुनः जीवित के लिए संदर्भित करता है।
- यीशु ने कहा, “पुनरूत्थान और जीवन मैं हूं”, तो उसके कहने का अर्थ था कि वह पुनरूत्थान का स्रोत है और वह मनुष्य को पुनजीर्वित करता है।
अनुवाद के लिए सुझाव:
- “जी उठने” शब्द का अनुवाद, “पुनजीर्वित होना” या “मरणोपरान्त फिर जीवित हो जाना” हो सकता है।
- इस शब्द का वास्तविक अर्थ “ऊँचा उठना” या “उठाए जाना” (मृत्यु से) है। इस शब्द के संभावित अनुवाद, “आन्तरिक नैतिक पथ प्रदर्शन” या “नैतिक विचार” हो सकते हैं
(यह भी देखें: जीवन, मृत्यु, खड़ा करना
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 21:14 मसीह की मृत्यु और उसके जी उठने के माध्यम से, परमेश्वर अपनी योजना सिद्ध करेंगे और पापियों को बचाने के लिए नई वाचा का आरम्भ करेंगे |
- 35:05 यीशु ने उत्तर दिया, "मैं पुनरुत्थान और जीवन हूँ।" जो कोई मुझ पर विशवास करता है वह यदि मर भी जाये, तौभी जीवित रहेगा”
शब्द तथ्य:
- Strong's: G386, G1454, G1815
जीवन, जीना, रहते थे, जीवन,जीवते, जीवित
परिभाषा:
इन सब शब्दों का अर्थ है जीवित रहना, मरना नहीं इनका उपयोग प्रतीकात्मक रूप में आत्मिकता में जीवित रहने के लिए भी किया जाता है। निम्नलिखित से व्यक्त किया जाता है कि, “शारीरिक जीवन” और “आत्मिक जीवन” का क्या अभिप्राय है
1. शारीरिक जीवन
- शारीरिक जीवन शरीर में आत्मा की उपस्थिति है। परमेश्वर ने आदम के शरीर में जीवन की सांस दी, और वह एक जीवित प्राणी बन गया।
- एक "जीवन" को "एक जीवन बचाया गया" के संदर्भ में भी उपयोग किया जा सकता है।
- कभी-कभी शब्द "जीवन" में रहने के अनुभव को संदर्भित करता है, "उसका जीवन सुखदायक था।"
- यह किसी व्यक्ति की उम्र का भी उल्लेख कर सकता है, जैसा कि अभिव्यक्ति में "उसके जीवन का अंत" होता है।
- "जीवित रहना" शब्द का सन्दर्भ शारीरिक रूप से जीवित होने का उल्लेख कर सकते हैं, जैसा कि "मेरी मां अभी भी जीवित है।" यह निवास का उल्लेख कर सकता है, "वे शहर में रह रहे थे।"
- बाइबल में, "जीवन" की अवधारणा अक्सर "मृत्यु" की अवधारणा के विपरीत है।
2. आत्मिक जीवन
- एक व्यक्ति का आत्मिक जीवन है, जब वह परमेश्वर के साथ यीशु पर विश्वास करता है, तो उस व्यक्ति को पवित्र आत्मा के साथ जीवन में परिवर्तित होता है।
- इस जीवन को "अनंत जीवन" कहा जाता है, यह संकेत करने के लिए कि इसका अंत नहीं है।
- आत्मिक जीवन के विपरीत आत्मिक मृत्यु है, जिसका अर्थ है कि परमेश्वर से पृथक होने और अनन्त दण्ड का सामना करना।
अनुवाद के सुझाव:
- प्रकरण के अनुसार “जीवन” का अनुवाद “अस्तित्व” या “व्यक्ति” या “प्राण” या “होना” या “अनुभव” हो सकता है।
- “रहना” शब्द का अनुवाद “वास करना” या “निवास करना” या “अस्तित्ववान रहना” किया जा सकता है।
- “जीवन का अन्त” का अनुवाद “जीवन का सांस रूक जाए” हो सकता है।
- “जान बचा दी” का अनुवाद “जीने दिया” या “हत्या नहीं की” किया जा सकता है।
- “जान खतरे में डाली” का अनुवाद हो सकता है, “जान जोखिम में डाली” या “ऐसा काम किया जो जान लेवा हो सकता था”।
- बाइबल पाठ में आत्मिक रूप से जीवित होने के बारे में बात की जाती है, संदर्भ के आधार पर "जीवन" का अनुवाद "आध्यात्मिक जीवन" या "अनन्त जीवन" के रूप में किया जा सकता है।
- "आत्मिक जीवन" की अवधारणा का भी अनुवाद किया जा सकता है क्योंकि "परमेश्वर हमें अपनी आत्माओं में जीवित कर रहा है" या "परमेश्वर की आत्मा से नया जीवन" या "अंतरात्मा में जीवित किया जाना।"
- संदर्भ के आधार पर, अभिव्यक्ति "जीवन देना" का अनुवाद "जीवित रहने के लिए" या "अनन्त जीवन दे" या "सदा के लिए जीना" के रूप में भी किया जा सकता है।
(यह भी देखें: मृत्यु, अनन्त)
बाइबल संदर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 01:10 फिर परमेश्वर ने मिट्टी लिया, और उससे एक आदमी बनाया, और उसमें जीवन का साँस फूँक दिया।
- 03:01 एक लंबे समय के बाद, बहुत से लोग दुनिया में रह रहे थे।
- 08:13 जब यूसुफ के भाई अपने पिता याकूब के पास पहुँचे और उससे कहा, यूसुफ अब तक जीवित है, यह सुन वह बहुत प्रसन्न हुआ।
- 17:09 हालांकि, अपने जीवन के अंतिम समय में उसने परमेश्वर के विरुद्ध भयानक अपराध किया।
- 27:01 एक दिन, यहूदी धर्म में निपुण एक व्यवस्थापक यीशु के पास उसकी परीक्षा लेने के लिए आया, और कहने लगा, “हे गुरु अनन्त जीवन का वारिस होने के लिए मैं क्या करूं?”
- 35:05 यीशु ने उत्तर दिया, "मैं पुनरुत्थान और जीवन हूँ।"
- 44:05 “तुम वही हो जिसने रोमी साम्राज्य से कहा कि यीशु को मार दिया जाएँ। तुम ने जीवन के कर्ता को मार डाला, लेकिन परमेश्वर ने उसे मरे हुओ में से जिलाया।”
शब्द तथ्य:
- Strong's: H1934, H2416, H2417, H2421, H2425, H5315, G198, G222, G227, G806, G590
ज्यों का त्यों करना, दृढ़ करना, पुनः स्थापन
परिभाषा:
“ज्यों का त्यों करना” और “पूर्णोद्वार” का अर्थ है, पहले जैसी स्थिति वरन अधिक अच्छा कर देना।
- रोगी के दैहिक अंग को ज्यों का त्यों करने का अर्थ है, पूर्ण “चंगा” करना।
- टूटे संबन्धों को सुधारने का अर्थ है, “मेल करना” परमेश्वर पापियों को फेर लाता है और उन्हें अपने पास ले आता है।
- यदि लोगों को उनके गृह देश में बहाल किया गया है तो इसका अर्थ है, “लौटा लाया जाना” या “स्वदेश लौटना”।
अनुवाद के लिए सुझाव:
- प्रकरण के अनुसार, “ज्यों का त्यों करना” का अनुवाद “नवीकरण करना” या “चुकाना” या “लौटा आना” या “चंगा करना” या “वापस लाना” हो सकता है।
- इस शब्द की अन्य वाक्शैली, “नया करना” या “नया सा कर देना” हो सकता है।
- जब संपत्ति "पुनः स्थापन" होती है, तो उसकी "मरम्मत" या "प्रतिस्थापित" या "उसके मालिक को वापस" दिया गया है।
- संदर्भ के आधार पर, "पुनः स्थापनचंगा करने" का अनुवाद "नवीनीकरण" या "चंगाई" या "सामंजस्य" के रूप में किया जा सकता है।
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H7725, H7999, H8421, G600, G2675
डर, भय, भयभीत, डरना
परिभाषा:
"भय" शब्द का अर्थ उस अप्रिय भावना से है जिसे व्यक्ति अपनी सुरक्षा या कल्याण के लिए संभावित खतरे का अनुभव करते हुए महसूस करता है। बाइबल में, हालांकि, "भय" शब्द का अर्थ किसी अन्य व्यक्ति के प्रति पूजा, सम्मान, विस्मय, या आज्ञाकारिता का दृष्टिकोण भी हो सकता है, आमतौर पर कोई शक्तिशाली जैसे परमेश्वर या कोई राजा। शब्द "डर" अत्यधिक या गहन भय को संदर्भित करता है।
अनुवाद के सुझाव:
- प्रकरण के अनुसार, “भय मानना” का अनुवाद हो सकता है, “डरना” या “गहरा सम्मान करना” या “आदर करना” या “श्रद्धा से पूर्ण होना”
- “डरना” का अनुवाद “भयभीत” या “डरा हुआ” या “भयातुर” भी हो सकता है।
- “सब पर परमेश्वर का भय छा गया” इस वाक्य का अनुवाद इस प्रकार भी किया जा सकता है, “अकस्मात ही सबमें परमेश्वर के प्रति गहरा सम्मान और श्रद्धा उत्पन्न हो गई” या “सब अकस्मात ही विस्मित होकर परमेश्वर के प्रति गहरे सम्मान से अभिभूत हो गए” या “उसी समय वे सब परमेश्वर से बहुत डर गए”।
(यह भी देखें: अचम्भा, यहोवा, प्रभु, चमत्कार, सामर्थ्य)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H367, H926, H1204, H1481, H1672, H1674, H1763, H2119, H2296, H2727, H2729, H2730, H2731, H2844, H2849, H2865, H3016, H3025, H3068, H3372, H3373, H3374, H4032, H4034, H4035, H4116, H4172, H6206, H6342, H6343, H6345, H6427, H7264, H7267, H7297, H7374, H7461, H7493, H8175, G870, G1167, G1168, G1169, G1630, G1719, G2124, G2125, G2962, G5398, G5399, G5400, G5401
तरस, दयालु
परिभाषा:
“तरस” शब्द का संदर्भ मनुष्यों के प्रति चिन्ता की भावना से है। विशेष करके पीड़ित लोगों के प्रति। “तरस खाने वाला” मनुष्यों की चिन्ता करके उनकी सहायता करता है।
- “तरस” शब्द का अभिप्राय है मनुष्यों की सुधि लेना तथा उनकी सहायता का कदम उठाना।
- बाइबल में परमेश्वर को तरस खानेवाला कहा गया है, अर्थात वह प्रेमी एवं दयालु है।
अनुवाद के सुझाव:
“तरस” (करूणा) के अनुवाद के अन्यरूप हैं, “हृदय की गहराई से सुधि लेना” या “सहायक दया”
“तरस खाने वाला” (दयावान) का अनुवाद “सुधि लेने वाला और सहायता करने वाला” या “गहरा प्रेम एवं दया करने वाला”
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H2550, H7349, H7355, H7356, G1653, G3356, G3627, G4697, G4834, G4835
ताड़ना, अनुशासन, आत्म-अनुशासन, आत्म संयम
परिभाषा:
“ताड़ना” नैतिक आचरण के लिए मार्गदर्शक सिद्धान्तों के पालन का प्रशिक्षण।
- माता-पिता नैतिकता के मार्गदर्शन और निर्देशनों द्वारा अपनी सन्तानों का अनुशासन करते है और उनका पालन करना सिखाते हैं।
- इसी प्रकार परमेश्वर अपनी सन्तान की ताड़ना (अनुशासन) करता है कि तुम्हें जीवन में अच्छे आत्मिक फल लाने में सहायता मिले जैसे, आनन्द, प्रेम और धीरज।
- “ताड़ना में निर्देशक होते हैं कि परमेश्वर को प्रसन्न करनेवाला जीवन कैसे जीएं तथा परमेश्वर विरोधी आचरण के लिए दण्ड भी दिया जाता है।
- आत्म संयम जीवन में नैतिक एवं आत्मिक सिद्धान्तों को अपनाने की प्रक्रिया है।
अनुवाद के सुझाव:
- प्रकरण के अनुवाद “ताड़ना” का अनुवाद “प्रशिक्षण एवं निर्देशन” या “नैतिक निर्देशन” या “गलत का दण्ड” हो सकता है।
- “ताड़ना” संज्ञा शब्द का अनुवाद नैतिकता का प्रशिक्षण” या “दण्ड” या “नैतिकता का सुधार” या “सदाचार का मार्गदर्शन एक निर्देशन हो सकता है।”
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
दंडवत करना, घुटने टेकना, उपासना
परिभाषा:
“दंडवत करना” अर्थात मुंह के बल भूमि पर गिरना, सामान्यतः किसी अधिकार संपन्न मनुष्य के अधीन में जैसे राजा या किसी सामर्थी मनुष्य के अधीन। इसी शब्द का अर्थ "आराधना" करना भी होता है जिसका सन्दर्भ परमेश्वर के सम्मान,स्तुति और आज्ञापालन से है ।
- इस शब्द का वास्तविक अर्थ है, “झुकना” या “दण्डवत् करना” कि किसी का दीनतापूर्वक सम्मान करें।
- जब हम परमेश्वर की स्तुति और आज्ञापालन के द्वारा उसकी सेवा और उसका सम्मान करते हैं तब हम उसकी आराधना करते हैं।
- इस्राएलियों द्वारा परमेश्वर की आराधना में अधिकतर वेदी पर पशु की बलि चढ़ाई जाती थी।
- यह शब्द उन दोनों प्रकार के लोगों के लिए काम में लिया जा सकता है एक सच्चे परमेश्वर यहोवा की उपासना करते हैं और उन लोगों के लिए भी जो झूठे देवताओं की उपासना करते हैं।
अनुवाद के लिए सुझाव:
- “उपासना” शब्द का अनुवाद हो सकता है “दण्डवत् करना” या “आदर करना और सेवा करना” या “सम्मान करना एवं आज्ञापालन करना”।
- कुछ प्रकरणों में इसका अनुवाद हो सकता है, “दीनतापूर्वक स्तुति करना” या “सम्मान और स्तुति करें।”
(यह भी देखें: बलिदान, स्तुति, आदर)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 13:04 परमेश्वर ने उन्हें वाचा दी और कहा, "मैं तेरा परमेश्वर यहोवा हूँ, जो तुझे दासत्व के घर अथार्त् मिस्र देश से निकाल लाया है। तू मुझे छोड़ दूसरों को ईश्वर करके न__ मानना__|"
- 14:02 कनानियो ने न तो परमेश्वर की __ आराधना__ की और न ही आज्ञा का पालन किया। उन्होंने झूठे देवताओं की __ उपासना__ की, और बहुत से दुष्टता के कार्य किए।
- 17:06 दाऊद चाहता था कि वह एक मंदिर का निर्माण करे जिसमें सभी इस्राएली परमेश्वर की उपासना करें और बलिदान चढाएँ।
- 18:12 इस्राएल राज्य के सभी राजा और बहुत से लोग मूर्तियों की उपासना करते थे।
- 25:07 तब यीशु ने उससे कहा, “हे शैतान दूर हो जा ! परमेश्वर के वचन में वह अपने लोगों को आज्ञा देता है कि 'तू प्रभु अपने परमेश्वर को प्रणाम कर, और केवल उसी की 'उपासना' कर।’”
- 26:02 सब्त के दिन वह(यीशु)आराधना करने के स्थान पर गया।
- 47:01 वहाँ वह लुदिया नामक एक भक्त स्त्री से मिले जो कि व्यापारी थी। वह बहुत प्रेम के साथ प्रभु की आराधना करती थी।
- 49:18 परमेश्वर कहता है कि हम प्रार्थना करें, उसका वचन पढ़ें, अन्य मसीही लोगों के साथ उसकी __ आराधना__ करें, और जो उसने हमारे लिए किया है वह दूसरों को बताएँ।
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H5457, H5647, H6087, H7812, G1391, G1479, G2151, G2318, G2323, G2356, G3000, G3511, G4352, G4353, G4573, G4574, G4576
दण्ड के दिन
परिभाषा:
“दण्ड के दिन” उस भावी समय के संदर्भ में है जब परमेश्वर मनुष्यों का न्याय करेगा।
- परमेश्वर ने अपने पुत्र मसीह यीशु को सब मनुष्यों का न्यायी ठहराया है।
- न्याय के दिन मसीह अपने धर्मनिष्ठ चरित्र के आधार पर मनुष्यों का न्याय करेगा।
अनुवाद के सुझाव:
- इसका अनुवाद “दण्ड के दिन” हो सकता है क्योंकि यह एक दिन से अधिक समय का होगा।
- इस उक्ति के अन्य अनुवाद रूप हैं “अन्त समय जब परमेश्वर सब मनुष्यों का न्याय करेगा।”
- कुछ अनुवादों में इस उक्ति को बड़े अक्षरों में लिखा जाता है कि इसे विशेष दिन या समय दर्शाया जाए। “न्याय का दिन” या “न्याय का समय”
(यह भी देखें: न्याय, यीशु, स्वर्ग, नरक)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H2962, H3117, H4941, G2250, G2920, G2962
दया, दयालु
परिभाषा:
“दया” और “दयालु” शब्दों का अर्थ है आवश्यकताग्रस्त मनुष्यों की सहायता करना विशेष करके जब वे दीन-दरिद्र हों।
- “दया” का अर्थ यह भी है कि मनुष्यों को उनकी गलती का दण्ड न देना।
- कोई सामर्थी मनुष्य जैसे राजा को “दयालु” कहा जाता है जब वह अपनी प्रजा को हानि पहुंचाने की अपेक्षा उनके साथ दया का व्यवहार करता है।
- दयालु होने का अर्थ यह भी है कि किसी को हमारे साथ बुराई करने के लिए क्षमा कर देना।
- जब हम घोर आवश्यकता में फंसे मनुष्यों की सहायता करते हैं तब हम दया दर्शाते है।
- परमेश्वर हम पर दयालु है और चाहता है कि हम दूसरों के साथ भी दया का व्यवहार करें।
अनुवाद के सुझाव:
- प्रकरण के अनुसार “दया” का अनुवाद “करूणा” या “अनुकंपा” या “सहानुभूति” भी किया जा सकता है।
- “दयालु” का अनुवाद “दया दिखाना” या “किसी पर कृपालु होना” या “क्षमाशील” होना।
- “दया दिखाना” या “दया करना” का अनुवाद “कृपालु व्यवहार करना” या “अनुकंपा दर्शाना” भी हो सकता है।
(यह भी देखें: तरस, क्षमा)
बाइबल संदर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 19:16 उन्होंने लोगों से कहा कि वह अन्य देवताओं की उपासना करना बंद कर दे, और दूसरों के लिए न्याय और उन पर दया करना आरंभ करें।
- 19:17 एक बार यिर्मयाह भविष्यवक्ता को सूखे कुएँ में डाल दिया और उसे वहाँ मरने के लिए छोड़ दिया। कुएँ में पानी नहीं केवल दलदल थी, और यिर्मयाह कीचड़ में धंस गया, परन्तु तब राजा ने उस पर दया की और उसने अपने सेवकों को आज्ञा दी कि मरने से पहले उसे कुएँ में से निकाल लाए।
- 20:12 फारस का साम्राज्य बहुत ही सशक्त था परन्तु पराजित लोगों के प्रति दयावान था।
- 27:11 तब यीशु ने व्यवस्थापक से पूछा, “ तुम्हें क्या लगता है इन तीनों में से उसका पड़ोसी कौन ठहरा?” उसने उत्तर दिया, “ वही जिसने उस पर दया की।”
- 32:11 परन्तु यीशु ने उससे कहा, "नही, मैं चाहता हूँ कि तुम घर लौट जाओ और जाकर अपने मित्रों और परिवार के लोगों को वह सब बता जो परमेश्वर ने तुझ पर दया करके तेरे लिए कैसे बड़े बड़े काम किए हैं |
- 34:09 पर चुंगी लेने वाला फरीसी दूर खड़े होकर, स्वर्ग की ओर आँखें उठाना भी न चाहा, वरन अपनी छाती पीट-पीटकर कहा, ‘हे परमेश्वर मुझ पर दया कर क्योंकि मैं पापी हूँ।’”
शब्द तथ्य:
- Strong's: H2551, H2603, H2604, H2616, H2617, H2623, H3722, H3727, H4627, H4819, H5503, H5504, H5505, H5506, H6014, H7349, H7355, H7356, H7359, G1653, G1655, G1656, G2433, G2436, G3628, G3629, G3741, G4698
दान, भेंटों
परिभाषा:
“दान” अर्थात किसी को दी गई या चढ़ाई गई वस्तु। दान देने में बदले में किसी बात के लिए जाने की या किसी वस्तु के दिए जाने की आशा नहीं की जाती है।
- पैसा, भोजन, वस्त्र आदि गरीबों को दिए जाते हैं तो उन्हें “दान” कहते हैं।
- बाइबल में परमेश्वर को चढ़ाई गई वस्तु या बलि को “भेंट” कहते हैं।
- उद्धार का दान परमेश्वर यीशु में विश्वास के द्वारा हमें देता है।
- नये नियम में शब्द “वरदान” जो परमेश्वर द्वारा दी गई विशेष आत्मिक क्षमताएं हैं जो परमेश्वर विश्वासियों को अन्य लोगों की सेवा के निमित्त देता है।
अनुवाद के सुझाव:
- “भेंट” को सामान्य शब्द का अनुवाद ऐसे शब्द या उक्ति से किया जाए जिसका अर्थ हो, “दी गई कोई वस्तु।”
- मनुष्य की योग्यता या वरदान के संदर्भ में जो परमेश्वर देता है, “पवित्र-आत्मा का वरदान” इसका अनुवाद हो सकता है, “आत्मिक क्षमता” या “पवित्र-आत्मा से प्राप्त विशेष क्षमता” या “परमेश्वर प्रदत्त विशेष आत्मिक प्रवीणता।”
(यह भी देखें: आत्मा, पवित्र आत्मा)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H814, H4503, H4864, H4976, H4978, H4979, H4991, H5078, H5083, H5379, H7810, H8641, G334, G1390, G1394, G1431, G1434, G1435, G3311, G5486
दाहिना हाथ
परिभाषा:
“दाहिना हाथ” प्रतीकात्मक रूप में किसी शासक के दाहिनी या किसी महत्वपूर्ण मनुष्य के दाहिने हाथ की ओर सम्मान या सामर्थ्य का स्थान है।
- दाहिना हाथ सामर्थ्य, अधिकार या शक्ति का प्रतीक होता है।
- बाइबल में यीशु को पिता परमेश्वर के दाहिनी ओर विश्वासियों की देह (कलीसियां) का प्रमुख और संपूर्ण सृष्टि का नियंत्रण रखनेवाला दर्शाया गया है।.
- दाहिना हाथ विशेष सम्मान स्वरूप किसी के सिर पर रखा जाता था वैसे कुलपति याकूब ने यूसुफ के पुत्र एप्रैम के सिर पर दाहिना हाथ रखकर आशिष दी थी।)
- दाहिने हाथ पर सेवा करना” का अर्थ था ऐसा मनुष्य होना जिसकी सेवा विशेष करके उस व्यक्ति के लिए सहायक एवं महत्वपूर्ण है।
अनुवाद के सुझाव:
- कभी-कभी दाहिना हाथ मनुष्य के दाहिने हाथ के लिए भी काम में लिया जाता था जैसे रोमी सैनिकों ने यीशु का ठट्ठा उड़ाने के लिए उसके दाहिने हाथ में सरंकडा पकवाया था। इसका अनुवाद लक्षित भाषा में दाहिने हाथ के शब्द द्वारा ही किया जाए।
- प्रतीकात्मक उपयोगों के संबन्ध में, यदि लक्षित भाषा में “दाहिने हाथ” के लिए ऐसी उक्ति नहीं है तो देखें कि लक्षित भाषा में इसी अर्थ की अन्य कोई उक्ति है।
- "के दाहिनी ओर" अभिव्यक्ति का अनुवाद "दाईं तरफ" या "सम्मान के स्थान पर" या "ताकत की स्थिति" या "सहायता के लिए तैयार" के रूप में किया जा सकता है।
- "अपने दाहिने हाथ से" अनुवाद करने के तरीके में "अधिकार के साथ" या "शक्ति का उपयोग" या "उनकी अद्भुत ताकत के साथ" शामिल हो सकते हैं।
- लाक्षणिक अभिव्यक्ति "उसका दहिने हाथ और उसका शक्तिशाली हाथ" परमेश्वर की सामर्थ और महान ताकत पर बल देने के दो तरीकों का उपयोग करता है। इस अभिव्यक्ति का अनुवाद करने का एक तरीका "उसकी अद्भुत ताकत और शक्तिशाली शक्ति हो सकती है।" (देखें: समानांतरवाद)
- "उनका दहिने हाथ झूठ" के अभिव्यक्ति इस रूप में अनुवाद किया जा सकता है, "उनके बारे में सबसे सम्मानजनक बात भी झूठ से भ्रष्ट है" या "उनकी जगह की प्रतिष्ठा धोखे से भ्रष्ट है" या "वे अपने आप को शक्तिशाली बनाने के लिए झूठ का उपयोग करते हैं।"
(यह भी देखें: दोष, बुराई, आदर, पराक्रमी, दण्ड, बलवा)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H3225, H3231, H3233, G1188
दीन, विनम्र, नम्र बनाया, नम्रता
परिभाषा:
“दीन” शब्द उस मनुष्य के लिए काम में लिया जाता है जो अपने आपको अन्यों से बड़ा नहीं समझता है। वह न तो घमण्डी है न अभिमानी है। दीनता दीन होने का गुण है।
- परमेश्वर के समक्ष दीन होने का अर्थ है परमेश्वर की महानता, बुद्धि और सिद्धता के समक्ष स्वयं की दुर्बलता एवं असिद्धता को समझना।
- मनुष्य यदि दीन बने तो वह स्वयं को कम महत्व के स्थान में रखता है।
- नम्रता का अर्थ है अपने से अधिक दूसरों की आवश्यकता की सुधि लेना।
- नम्रता का अर्थ यह भी है कि अपने वरदानों तथा योग्यताओं के उपयोग के समय किसी की सेवा में मर्यादा का पालन करना।
- “दीन बनो” का अनुवाद, “निराभिमान होना” हो सकता है।
- “परमेश्वर के सम्मुख दीन बनो” का अनुवाद हो सकता है, “परमेश्वर की महानता को ग्रहण करके अपनी इच्छा परमेश्वर के आधीन कर दो”।
(यह भी देखें: घमंड)
बाइबल संदर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 17:02 दाऊद एक बहुत ही __ नम्र__ व धर्मी पुरुष था, जो परमेश्वर की आज्ञाओं का पालन करता था।
- 34:10 “जो कोई अपने आप को बड़ा बनाएगा, वह(परमेश्वर)छोटा किया जाएगा, और जो अपने आप को छोटा बनाएगा, वह बड़ा किया जाएगा।”
शब्द तथ्य:
- Strong's: H1792, H3665, H6031, H6035, H6038, H6041, H6800, H6819, H7511, H7807, H7812, H8213, H8214, H8215, H8217, H8467, G858, G4236, G4239, G4240, G5011, G5012, G5013, G5391
दुष्टात्मा, अशुद्ध आत्मा
परिभाषा:
ये सब शब्द दुष्टात्माओं के संदर्भ में हैं जो परमेश्वर विरोधी आत्माएं हैं.
- परमेश्वर ने स्वर्गदूतों को अपनी सेवा हेतु सृजा था. शैतान ने जब परमेश्वर से विरोध किया तब कुछ स्वर्गदूतों ने उसके साथ विद्रोह किया और वे स्वर्ग से बाहर गिरा दिए गए. माना जाता है कि दुष्टात्माएं ये “पतित स्वर्गदूत” हैं.
- इन दुष्टात्माओं को कभी-कभी “अशुद्ध आत्माएं” भी कहा गया है. “अशुद्ध” अर्थात “अपवित्र” या “दुष्ट” या “अशुद्ध”
- शैतान की सेवा में होने के कारण वे बुरा काम करती हैं. कभी-कभी वे मनुष्यों में प्रवेश करके उसे वश में कर लेती हैं.
- वे मनुष्य से अधिक सामर्थी होती हैं परन्तु परमेश्वर के तुल्य सामर्थी नहीं हैं.
अनुवाद के सुझाव:
- दुष्टात्मा का अनुवाद हो सकता है “बुरी आत्मा”
- “अशुद्ध आत्मा” का अनुवाद हो सकता है, “मलीन आत्मा” या “भ्रष्ट आत्मा” या “बुरी आत्मा.”
- सुनिश्चित करें कि इस शब्द का अनुवाद करते समय कोई भी शब्द या उक्ति उस शब्द के समानार्थक न हो जो शैतान के लिए काम में लिया जाए.
- ध्यान दे कि “दुष्टात्मा” शब्द का अनुवाद स्थानीय या राष्ट्रीय भाषा में कैसे किया गया है. (देखें: अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करे)
(यह भी देखें: दुष्टात्माग्रस्त, शैतान, मूरत, झूठे देवता, स्वर्गदूत, दुष्ट, अशुद्ध)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 26:09 बहुत से लोग जिनमें दुष्ट-आत्मा थी, उन्हें यीशु के पास लाया गया. यीशु की आज्ञा पर__ दुष्ट-आत्माएँ__प्राय: यह चिल्लाते हुए बाहर निकलती थी, “तू परमेश्वर का पुत्र है!”
- __32:08 __दुष्टात्माएं __ उस आदमी में से निकलकर सूअरों में प्रवेश कर गईं.
- 47:05 अत: एक दिन जब वह दासी चिल्लाने लगी, पौलुस ने मुड़कर उस आत्मा से जो उसमे थी कहा, “यीशु के नाम में, उसमें से निकल जा." उसी घड़ी वह दुष्ट आत्मा उसमें से निकल गई.
- 49:02 वह पानी पर चला, तूफान को शांत किया, बहुत से बीमारों को चंगा किया, दुष्टात्माओं को निकाला, मुर्दों को जीवित किया, और पांच रोटी और दो छोटी मछलियों को 5,000 लोगों के लिए पर्याप्त भोजन में बदल दिया.
शब्द तथ्य:
- Strong’s: H2932, H7307, H7451, H7700, G169, G1139, G1140, G1141, G1142, G4190, G4151, G4152, G4189
दुष्टात्माएँ थीं
परिभाषा:
दुष्टात्माग्रस्त का अर्थ है किसी के कार्य एवं विकार दुष्टात्मा के वश में हैं।
- दुष्टात्माग्रस्त मनुष्य स्वयं को या अन्य किसी को हानि पहुंचाता है क्योंकि दुष्टात्मा उससे ऐसा करवाती है।
- यीशु ने दुश्तात्माग्रसित लोगों को चंगा किया; दुष्टात्माओं को आज्ञा देकर कि उनमें से निकल जाएं। इसे प्रायः दुष्टात्मा निकालना कहा गया है।
अनुवाद के सुझाव:
- इस शब्द का अनुवाद हो सकता है, “दुष्टात्मा नियंत्रित” या “दुष्टात्मा द्वारा वशीभूत” या “दुष्टात्मा के अन्तर्वास में”
(यह भी देखें: दुष्टात्मा)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 26:09 बहुत से लोग जिनमें दुष्ट-आत्मा थी , उन्हें यीशु के पास लाया गया।
- 32:02 जब वह झील की दूसरी तरफ पहुँचे तो तुरन्त एक व्यक्ति जिसमे अशुद्ध आत्मा थी, यीशु के पास दौड़कर आया।
- 32:06 दुष्टात्मा ग्रस्त व्यक्ति ने ऊँचे शब्द से चिल्लाकर कहा “हे यीशु परम प्रधान परमेश्वर के पुत्र, मुझे तुझ से क्या काम है? कृपया मुझे पीड़ा न दे!”
- 32:09 लोगों ने आकर उसको जिसमें दुष्टात्माएँ थीं, कपड़े पहने और सचेत बैठे देखा और एक सामान्य व्यक्ति की तरह बर्ताव करते पाया ।
- 47:03 हर दिन जब वह प्रार्थना करने की जगह जाते थे, तो एक दासी उनका पीछा करती थी जिसमें भावी कहने वाली दुष्ट आत्मा थी।
शब्द तथ्य:
दृष्टान्त, दृष्टान्तों
परिभाषा:
“दृष्टान्त” अर्थात छोटी कहानी या शिक्षाप्रद कथा जिसके द्वारा नैतिकता का पाठ सिखाया जाता है।
- यीशु दृष्टान्तों के द्वारा अपने शिष्यों को शिक्षा देते थे। यद्यपि यीशु ने जनसमूह को दृष्टान्त सुनाए, परन्तु उनका अर्थ नहीं समझाया था।
- उनके शिष्यों पर सत्य को प्रकट करने के लिए दृष्टान्त कहे जाते थे, परन्तु यीशु में विश्वास नहीं करने वाले फरीसी जैसे लोगों से वह सत्य छिपाया जाता था।
- नातान भविष्यद्वक्ता ने दाऊद पर उसका पाप प्रकट करने के लिए।
- नेक सामरी की कहानी एक दृष्टान्त का उदाहरण है। यीशु द्वारा नई और पुरानी मशकों की तुलना करना दृष्टान्त का ही उदाहरण है जो एक शिक्षाप्रद कथा थी कि शिष्यों को यीशु की शिक्षा समझ में आ जाए।
(यह भी देखें: सामरिया)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H1819, H4912, G3850, G3942
देवता, झूठे देवता, देवियाँ, मूर्ति, मूर्तिपूजक, मूर्ति पूजा
परिभाषा:
झूठा ईश्वर वह है जिसकी उपासना मनुष्य एकमात्र सच्चे परमेश्वर के स्थान में करते हैं। “देवी” अर्थात झूठी देवी-देवता का स्त्री रूप।
- झूठे देवी-देवता अस्तित्ववान नहीं हैं। यहोवा ही एकमात्र परमेश्वर है।
- मनुष्य अपने झूठे देवी देवताओं को प्रकट करने के लिए मूर्तियां बनाता है।
- बाइबल में परमेश्वर के लोग बार-बार उसकी अवज्ञा करके इन झूठे देवी-देवताओं की पूजा करने लगे थे।
- दुष्टात्माएं मनुष्यों को धोखा देती हैं कि वे विश्वास करें कि जिन झूठे ईश्वरों और मूर्तियों की वे पूजा करते हैं उनमें शक्ति है।
- बाल, दगोन, मोलेक, ये तीन उन अनेक झूठे ईश्वरों में थे जिनकी पूजा बाइबल युग में की जाती थी।
- अशेरा और अरतिमिस (डायना) दो देवियां थी जिनकी पूजा प्राचीन काल में की जाती थी।
एक मूर्ति एक वस्तु है जिसे लोग बनाते हैं ताकि वे इसकी पूजा कर सकें। कुछ को "मूर्तिपूजक" के रूप में वर्णित किया जाता है यदि इसमें एक सच्चे परमेश्वर के अलावा किसी अन्य को सम्मान देना शामिल है।
- लोग उन झूठे देवताओं का प्रतिनिधित्व करने के लिए मूर्तियाँ बनाते हैं जिनकी वे पूजा करते हैं।
- ये झूठे देवता नहीं होते हैं; यहोवा के अलावा कोई परमेश्वर नहीं है।
- कभी-कभी दुष्टात्मा एक मूर्ति के माध्यम से काम करते हैं जिससे यह प्रतीत होता है कि उसमें शक्ति है, भले ही वह ऐसा न करता हो।
- मूर्तियों को अक्सर सोने, चांदी, कांस्य या महंगी लकड़ी जैसी मूल्यवान सामग्रियों से बनाया जाता है।
- एक "मूर्तिपूजक राज्य" का अर्थ है, "उन लोगों का राज्य जो मूर्तियों की पूजा करते हैं" या "उन लोगों का राज्य जो सांसारिक वस्तुओं की पूजा करते हैं।"
- शब्द "मूर्तिमान आकृति" एक "नक्काशीदार छवि" या "मूर्ति" का दूसरा शब्द है।
अनुवाद के सुझाव:
- लक्षित भाषा या आसपास की भाषा में “ईश्वर” या “झूठे ईश्वर” के लिए कोई शब्द होगा।
- “मूर्ति” शब्द झूठे ईश्वरो के संदर्भ में काम में लिया जा सकता है।
- झूठे ईश्वर के लिए ईश्वर शब्द और एकमात्र सच्चे परमेश्वर के लिए परमेश्वर शब्द का उपयोग किया जाता है। अन्य भाषाओं में भी ऐसा हो सकता है
- एक विकल्प यह भी है कि झूठे ईश्वरों के लिए एक पूर्णतः भिन्न शब्द का उपयोग किया जाता है।
- कुछ भाषाओं में झूठे ईश्वर के लिंग भेद हेतु एक अतिरिक्त का उपयोग किया जाता है।
(यह भी देखें: परमेश्वर, अशेरा, बाल, मोलेक, मूर्ति, दुष्ट आत्मा, छवि,राज्य, पूजा)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों के उदाहरण:
- 10:02 इन भयानक विपत्तियों के द्वारा परमेश्वर यह दिखाना चाहता था ,कि वह फ़िरौन व मिस्र के __ देवताओ__ से कई अधिक शक्तिशाली है।
- 13:04 परमेश्वर ने उन्हें वाचा दी और कहा, “मैं तेरा परमेश्वर यहोवा हूँ, जो तुझे दासत्व के घर अथार्त् मिस्र देश से निकाल लाया है। ”तू मुझे छोड़ दूसरों को ईश्वर करके न मानना।
- 14:02 उन्होंने(कनानियो) झूठे __ देवताओं__ की उपासना की, और बहुत से दुष्ट कार्य किए।
- इस्राएलियों ने यहोवा जो सच्चा परमश्वर है उसके स्थान पर, कनानियो के देवता की उपासना करना आरम्भ किया।
- 18:13 परन्तु बहुत से यहूदा के राजा दुष्ट, विकृत और मूर्तियों की उपासना करने वाले थे। कुछ राजा झूठे देवताओं के लिए अपने बच्चों का भी बलिदान चढ़ाने लगे।
शब्द तथ्य:
- Strong's: H205, H367, H410, H426, H430, H457, H1322, H1544, H1892, H2553, H3649, H4656, H4906, H5236, H5566, H6089, H6090, H6091, H6456, H6459, H6673, H6736, H6754, H7723, H8163, H8251, H8267, H8441, H8655, G1493, G1494, G1495, G1496, G1497, G2299, G2712
देह, शरीरों
परिभाषा:
“देह” का सन्दर्भ मनुष्य या पशु का शरीर से है। इस शब्द का उपयोग प्रतीकात्मक रूप में किसी वस्तु या जनसमूह के लिए भी किया गया है।
- “देह” शब्द मृतक मनुष्य या मृतक पशु के संदर्भ में भी काम में आता है। कभी ऐसी देह के “मृतक देह” या “लोथ” कहा गया है।
- अन्तिम फसह के भोजन के समय यीशु ने रोटी तोड़कर अपने शिष्यों से कहा था, “यह मेरी देह है” तो वह अपने शरीर के बारे में कह रहा था जो उनके पापों के लिए तोड़ (मार डाला) जाएगा।
- बाइबल में विश्वासियों के समूह को “मसीह की देह” कहा गया है।
- जैसे शरीर के अनेक अंग होते हैं वैसे ही “मसीह की देह” के अनेक सदस्य हैं।
- मसीह की देह में प्रत्येक विश्वासी का अपना एक दायित्व है कि संपूर्ण समूह की सहायता करे कि वह एक साथ परमेश्वर की सेवा करे और उसका महिमान्वन करे।
- यीशु को उसके विश्वासी “देह” का “सिर” भी कहा गया है। जैसे मनुष्य का सिर अपने शरीर को निर्देश देता है कि उसे क्या करना है वैसे ही यीशु विश्वासियों को निर्देश एवं मार्गदर्शन प्रदान करता है कि उसकी “देह” के अंग होने के कारण उन्हें क्या करना है।
अनुवाद के सुझाव:
- इस शब्द के सर्वोत्तम अनुवाद हेतु लक्षित भाषा में शरीर के लिए सामान्यतः काम में लिए जाने वाले शब्द का उपयोग किया जाए। सुनिश्चित करें कि जिस शब्द का उपयोग किया गया है वह अस्वीकार्य तो नहीं।
- कुछ भाषाओं में विश्वासियों के समुदाय का सामूहिक संदर्भ देते समय “मसीह की आत्मिक देह” कहना अधिक स्वाभाविक एवं उचित होगा।
- जब यीशु कहता है, “यह मेरी देह” है तो इसे वास्तविक टिप्पणी के साथ ज्यों का त्यों रखना अधिक उचित है।
- कुछ भाषाओं में मृतक देह के लिए एक अलग शब्द प्रयोग में लिया जाता है जैसे मनुष्य के लिए “शव” और पशु के लिए “लोथ।” सुनिश्चित करें कि इस शब्द का अनुवाद संदर्भ में अर्थपूर्ण हो और स्वीकार्य भी हो।
(यह भी देखें: सिर, आत्मा)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H990, H1320, H1460, H1465, H1472, H1480, H1655, H3409, H4191, H5038, H5085, H5315, H6106, H6297, H7607, G4430, G4954, G4983, G5559
दोष लगाना, दोषी, निन्दा, दण्ड की आज्ञा
परिभाषा:
“दोष लगाना” और “दण्ड की आज्ञा” अर्थात अनुचित काम के लिए किसी का न्याय करना।
- “दोष लगाना” में किसी मनुष्य को उसके अनुचित कार्य के लिए दण्ड देना शामिल होता है।
- कभी-कभी “दोष लगाना” का अर्थ किसी पर झूठा आरोप लगाना या किसी का निर्दयता से न्याय करना होता है।
- “दण्ड की आज्ञा” का संदर्भ किसी को दण्डित करने या किसी पर आरोप लगाना होता है।
अनुवाद के सुझाव:
- प्रकरण के अनुसार इस शब्द का अनुवाद “कठोरता से न्याय करना” या “झूठी आलोचना करना” हो सकता है।
- “उस पर दोष लगाना” का अनुवाद “न्याय करना कि वह दोषी है” या “आदेश देना कि उसे पाप का दण्ड दिया जाए” के रूप में किया जा सकता है।
- “दण्ड की आज्ञा” का अनुवाद “कठोर न्याय” या “दोषी ठहराना” या “दोष का दण्ड” भी हो सकता है।
(यह भी देखें: न्याय, दण्ड देना)
बाइबल संदर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H6064, H7034, H7561, H8199, G176, G843, G2607, G2613, G2631, G2632, G2633, G2917, G2919, G2920, G5272, G6048
दोष, दोषी ठहरा
परिभाषा:
“दोष” का अर्थ है पाप करने तथा अपराध करने का सत्य।
- “दोषी होना” अर्थात अनैतिक रूप में अनुचित काम करना अर्थात परमेश्वर की आज्ञा का उल्लंघन करना।
- “दोषी” का विलोम शब्द है “निर्दोष”
अनुवाद के सुझाव:
- कुछ भाषाओं में “दोष” का अनुवाद “पाप का बोझ” या “पाप का गिनना” किया गया है।
- “दोषी होने” की अनुवाद रूप हो सकते हैं, “दोषी होना” या “नैतिकता के आधार पर गलत काम करना” या “पाप करना”
(यह भी देखें: निर्दोष, अधर्म के काम, दण्ड देना, पाप)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 39:02 वे कई झूठे गवाह लाए जो यीशु के बारे में झूठ बोल रहे थे। हालांकि, उनके बयान एक दूसरे से नहीं मिल रहे थे, इसलिये यहूदी नेता यीशु को दोषी साबित नहीं कर सके।
- 39:11 यीशु से बात करने के बाद पिलातुस भीड़ में आया, और कहा, “मैं तो इस व्यक्ति में कोई दोष नहीं पाता।” परन्तु यहूदी गुरुओं ने चिल्लाकर कहा कि, “इसे क्रूस में चढ़ा दो।” पिलातुस ने कहा कि, “मैं इसमें कोई दोष नहीं पाता।” वह और जोर से चिल्लाने लगे। पिलातुस ने तीसरी बार कहा कि “मैं इसमें कोई दोष नहीं पाता।”
- 40:04 यीशु को दो डाकुओ के बीच क्रूस पर चढ़ाया गया। उनमें से एक जब यीशु का ठट्ठा उड़ा रहा था तो ,दूसरे ने कहा कि, “क्या तू परमेश्वर से नहीं डरता? हम अपराधी है पर ,यह तो बेगुनाह है।”
- 49:10 अपने ही पापों के कारण, तुम अपराधी हो और मृत्यु के योग्य हो।
शब्द तथ्य:
- Strong's: H816, H817, H818, H5352, H5355, G338, G1777, G3784, G5267
धर्मी ठहराएगा, धार्मिकता
परिभाषा:
“धर्मी ठहराएगा” और “धार्मिकता” का अर्थ है दोषी मनुष्य को न्यायोचित ठहराना। केवल परमेश्वर मनुष्यों को वास्तव में न्यायोचित ठहरा सकता है।
- जब परमेश्वर मनुष्यों को न्यायोचित ठहराता है तब वह उनके पाप क्षमा करके ऐसा कर देता है कि उन्होंने कभी पाप नहीं किया। वह उन पापियों को ही न्यायोचित ठहराता है जो पाप मोचन के लिए यीशु में विश्वास करते हैं।
- “धार्मिकता” का संदर्भ परमेश्वर द्वारा मनुष्यों के पापों की क्षमा से और घोषणा से है कि वे मनुष्य परमेश्वर की दृष्टि में न्यायोचित है।
अनुवाद के सुझाव:
- “धर्मी ठहराना” के अन्य अनुवाद है, “(किसी) को धर्मी घोषित करना” या “(किसी) के धर्मी होने का कारण होना।”
- शब्द "औचित्य" का अनुवाद "धर्मी ठहराया जा रहा है" या "धर्मी बनना" या "लोगों को धर्मी होना" के रूप में किया जा सकता है।
- वाक्यांश "परिणामस्वरूप औचित्य" का अनुवाद हो सकता है "ताकि परमेश्वर ने कई लोगों को उचित ठहराया" या "जिसके परिणामस्वरूप परमेश्वर ने लोगों को धर्मी ठहराया।"
- वाक्यांश "हमारे औचित्य के लिए" के रूप में अनुवाद किया जा सकता है "ताकि हम भगवान द्वारा धर्मी बनाया जा सके।"
(यह भी देखें: क्षमा, दोष, धर्मीजन)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H6663, G1344, G1345, G1347
धर्मी, धार्मिक, अधर्मी, अधर्मी, ईमानदार, ईमानदार
परिभाषा:
“धार्मिक ” परमेश्वर की परम भलाई, न्याय, विश्वासयोग्य और प्रेम के संदर्भ में काम में लिया गया शब्द है। इन गुणों के होने से परमेश्वर "धर्मी" बनता है। क्योंकि परमेश्वर धर्मी है, उसके लिए पाप का दण्ड देना आवश्यक है।
- इन शब्दों द्वारा परमेश्वर के आज्ञाकारी और सदाचारी मनुष्य का भी चरित्र-चित्रण किया जाता है। परन्तु सबने पाप किया है, इसलिए परमेश्वर को छोड़ कोई भी पूर्ण धर्मी नहीं है।
- बाइबल में जिन लोगों को "धर्मी" कहा गया है वे हैं नूह, अय्यूब, अब्राहम, जकर्याह और इलीशिबा।
- उद्धार के लिए यीशु में विश्वास करनेवालों को परमेश्वर पापों से शुद्ध करता है और यीशु की धार्मिकता के कारण उन्हें धर्मी कहता है।
अनुवाद के सुझाव:
- जब परमेश्वर का उल्लेख होता है, तब “धर्मी” का अनुवाद होगा, “पूर्णतः भला और न्यायोचित” या “सदा सदैव धर्मनिष्ठा निभानेवाला” हो सकता हैं।
- परमेश्वर की “धार्मिक” का अनुवाद “सिद्ध विश्वासयोग्यता और भलाई” हो सकता है।
- परमेश्वर के आज्ञाकारी मनुष्यों के उल्लेख में “धर्मी” शब्द का अनुवाद हो सकता है, “नैतिकता में उचित” या “न्यायोचित” या “परमेश्वर के प्रसन्न करनेवाला जीवन व्यतीत करनेवाले के रूप में हो सकता हैं”।
- “धर्मी” का अनुवाद “धर्मी लोग” या “परमेश्वर का भय मानने वाले लोग” के रूप हो सकता है।
- प्रकरण के अनुसार “धार्मिक” का अनुवाद एक ऐसे शब्द या उक्ति द्वारा किया जा सकता है जिसका भावार्थ, “अच्छाई” या “परमेश्वर के सम्मुख सिद्ध होना” या परमेश्वर की आज्ञा मानकर उचित व्यवहार करना” या “पूर्णतः सिद्धता के काम करना” हो सकता है।
- कभी-कभी “धर्मी” शब्द का उपयोग प्रतीकात्मक रूप में भी किया जा सकता है जिसका संदर्भ ऐसे मनुष्यों से किया गया है जो स्वयं को धर्मी समझते हैं” या “लोग जो धर्मी दिखते है।”
(यह भी देखें: अच्छे, पवित्र, बुरा, न्यायी, विश्वासयोग्य)
बाइबल संदर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 03:02 परन्तु परमेश्वर के अनुग्रह की दृष्टी नूह पर बनी रही। नूह धर्मी पुरुष और अपने समय के लोगों में खरा था।
- 04:08 परमेश्वर ने घोषित किया कि अब्राम धर्मी है, क्योंकि उसने परमेश्वर की वाचा पर विश्वास किया।
- 17:02 दाऊद एक विनम्र और धर्मी व्यक्ति था जो विश्वसनीय था और परमेश्वर का पालन करता था।
- 23: 1 मरियम की मंगनी यूसुफ नामक एक धर्मी पुरुष से हुई।
- 50:10 तब धर्मी लोग अपने पिता परमेश्वर के राज्य में सूर्य के समान चमकेंगे।”
शब्द तथ्य:
- Strong's: H205, H1368, H2555, H3072, H3474, H3476, H3477, H3483, H4334, H4339, H4749, H5228, H5229, H5324, H5765, H5766, H5767, H5977, H6662, H6663, H6664, H6665, H6666, H6968, H8535, H8537, H8549, H8552, G93, G94, G458, G1341, G1342, G1343, G1344, G1345, G1346, G2118, G3716, G3717
धर्मी, भक्ति
परिभाषा:
“धर्मी” शब्द उस मनुष्य को व्यक्त करता है जो इस प्रकार के काम करता है जिनसे परमेश्वर का महिमान्वन होता है और प्रकट होता है कि परमेश्वर कैसा है। "भक्ति" परमेश्वर की इच्छा पूरी करके परमेश्वर का सम्मान करने का गुण है।
- भक्ति का गुण रखनेवाला मनुष्य पवित्र-आत्मा के फल प्रकट करता है जैसे, प्रेम, आनन्द, शान्ति, धीरज, दया, आत्मसंयम आदि।
- भक्ति की गुणवत्ता से पता चलता है कि एक व्यक्ति को पवित्र आत्मा है और उसे पालन करना है।
अनुवाद के सुझाव
- “ईश्वर-भक्त” का अनुवाद “परमेश्वर परायण लोग” या “परमेश्वर की आज्ञा मानने वाले लोग” (देखें: नाममात्र
- विशेषण "ईश्वरीय" का अनुवाद "ईश्वर के आज्ञाकारी" या "धर्मी" या "ईश्वर को प्रसन्न" के रूप में किया जा सकता है।
- वाक्यांश "ईश्वरीय ढंग से" का अनुवाद "परमेश्वर की आज्ञा के अनुसार" या "कर्मों और शब्दों से किया गया है जो परमेश्वर को खुश करता है" के रूप में किया जा सकता है।
- "भक्ति" का अनुवाद करने के तरीके में "परमेश्वर को प्रसन्न करने वाले तरीके से काम करना" या "परमेश्वर का पालन करना" या "एक धर्मी तरीके से जी रहे" हो सकते हैं।
(यह भी देखें: सम्मान, आज्ञा पालन, धर्मी, भक्तिहीन, अधर्मी)
बाइबल संदर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H430, H2623, G516, G2124, G2150, G2152, G2153, G2316, G2317
धुन, उत्तेजित
परिभाषा:
“धुन” और “उत्तेजित” का संदर्भ किसी मनुष्य या विचार के समर्थन में प्रबलता से समर्पित होना।
- उत्साह का अभिप्राय है किसी अच्छे काम के लिए प्रबल इच्छा एवं कार्य। इससे प्रायः उस मनुष्य का वर्णन होता है जो निष्ठापूर्वक परमेश्वर की आज्ञा मानता है और अन्यों को भी ऐसी शिक्षा देता है।
- उत्साही होने का अर्थ है, किसी काम को करने में घोर प्रयास करना और उसी में लगे रहना।
- “प्रभु की जलन” या “यहोवा की जलन” का अर्थ है परमेश्वर का प्रबल शाश्वत कार्य कि उसके लोगों को आशिष मिले या न्याय हो।
अनुवाद के लिए सुझाव:
“उत्साह से पूर्ण” का अनुवाद “प्रबल यत्न” या “घोर प्रयास करना” हो सकता है।
- “उत्साह” का अनुवाद “कर्मठ-भक्ति” या “अधीर संकल्प” या “धर्मी जोश” हो सकता है।
- “तेरे भवन की जलन” का अनुवाद “तेरे मन्दिर को प्रबल सम्मान की इच्छा” या “तेरे भवन की निगरानी की जोशभरी इच्छा”
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H7065, H7068, G2205, G2206, G2207, G6041
नई वाचा
परिभाषा:
“नई वाचा” अर्थात परमेश्वर द्वारा उसके पुत्र यीशु के बलिदान के माध्यम से परमेश्वर की वचनबद्धता या समझौता।
- परमेश्वर की यह “नई वाचा” बाइबल के नये नियम में व्यक्त की गई है।
- यह नई वाचा “पुरानी” या “पूर्वकालिक” वाचा की तुलना में है जो परमेश्वर ने पुराने नियम के युग में इस्राएल के साथ बांधी थी।
- यह नई वाचा पूर्वकालिक वाचा से अधिक उत्तम है क्योंकि यह यीशु के आत्म-बलिदान पर आधारित है जिसके द्वारा मनुष्यों के पापों का प्रायश्चित सदा के लिए एक ही बार में हो गया है। पुरानी वाचा की बलिदानों से ऐसा नहीं हुआ था।
- परमेश्वर यह नई वाचा यीशु में विश्वास करने वालों के हृदयों में लिखता है। * इसके प्रभाव से वे परमेश्वर की इच्छा पूर्ति और पवित्र जीवन जीने की लालसा करते हैं।
- यह नई वाचा अन्त समय में पूरी हो जायेगी जब परमेश्वर इस पृथ्वी पर अपना राज्य स्थापित कर लेगा। सब कुछ पुनः वैसा ही सुंदर हो जाएगा जैसा जगत की सृष्टि के समय था।
अनुवाद के सुझाव:
- “नई वाचा” का अनुवाद “नया विधि के अनुसार समझौता” या “नई संविदा” या “नया अनुबंध” है।
- इन अभिव्यक्तियों में “नया” का अर्थ है “नवीन” या “नया प्रकार” या “दूसरा”
(यह भी देखें: प्रायश्चित, वाचा, इस्राएल, यीशु, मूसा, परमेश्वर का पुत्र)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 21:05 यिर्मयाह भविष्यद्वक्ता के द्वारा, परमेश्वर ने वादा किया कि वह एक नई वाचा बनाएगा परन्तु वह उस वाचा के समान न होंगी जो परमेश्वर ने इस्राएलियों के साथ सीनै पर्वत पर बाँधी थी | परन्तु जो वाचा मैं उन दिनों के बाद उनसे बाँधूँगा वह यह है : मैं अपनी व्यवस्था उनके मन में समवाऊँगा, और उसे उनके ह्रदय पर लिखूँगा, और मैं उनका परमेश्वर ठहरूँगा, और वह मेरी प्रजा ठहरेंगे, लोग परमेश्वर को जानेंगे कि वह परमेश्वर के लोग है, और परमेश्वर उनका अधर्म क्षमा करेगा | मसीह नई वाचा का आरम्भ करेगा |
- 21:14 मसीह की मृत्यु और उसके जी उठने के माध्यम से, परमेश्वर अपनी योजना सिद्ध करेंगे और पापियों को बचाने के लिए नई वाचा का आरम्भ करेंगे |
- 38:05 फिर उसने दाखरस का कटोरा लिया और कहा, “इसे पीओं | यह वाचा का मेरा लहू है, जो बहुतों के पापों की क्षमा के लिये बहाया जाता है | मेरी याद में तुम यही किया करो |”
- 48:11 क्योंकि इस नई वाचा के जरिये किसी भी जाती का कोई भी व्यक्ति परमेश्वर के चुने हुए लोगों में यीशु पर विश्वास करने के द्वारा शामिल हो सकता है।
शब्द तथ्य:
नए सिरे से जन्म लेना, परमेश्वर से जन्मा, नया जन्म
परिभाषा:
“नए सिरे से जन्म लेना” शब्द का प्रयोग पहली बार यीशु ने मनुष्य में बदलाव और आत्मिक मृत्यु से आत्मिक जीवन का वर्णन करने के लिए किया था। शब्द :परमेश्वर से जन्मा" और "आत्मा से जन्मा" की तुलना एक व्यक्ति को नया आत्मिक जीवन देने से किया गया है|
- सब मनुष्य जन्म से आत्मिक रूप से मृत होते हैं परन्तु मसीह यीशु को अपना उद्धारकर्ता ग्रहण करने पर वे “नया जन्म” लेते है।
- आत्मिक नव जीवन के पल में, पवित्र आत्मा विश्वासी में अन्तर्वास करने लगता है और उसे सामर्थ देता है कि वह आत्मिक फल उत्पन्न करे।
- मनुष्य को नवजीवन प्रदान करना और परमेश्वर की सन्तान बनाना परमेश्वर ही का काम है।
अनुवाद के सुझाव:
- “नया जन्म” के अनुवाद के अन्य रूप हैं, “नवजीवन पाना” या “आत्मिक जन्म होना”
- उचित होगा कि इसका शब्दशः अनुवाद किया जाए और लक्षित भाषा में सामान्य शब्दों का उपयोग करें जिसका अर्थ जन्म लेना हो।
- “नए जन्म” का अनुवाद “आत्मिक जन्म” किया जा सकता है।
- “परमेश्वर से जन्मा” का अनुवाद हो सकता है, “परमेश्वर द्वारा नवजात शिशु जैसा नया जन्म पाना” या “परमेश्वर के द्वारा नया जीवन दिया जाना”।
- इसी प्रकार “आत्मा से जन्मा” का अनुवाद हो सकता है, “पवित्र आत्मा द्वारा नया जीवन दिया जाना” या “परमेश्वर की सन्तान होने के लिए पवित्र आत्मा द्वारा सामर्थ्य दिया जाना” या “पवित्र आत्मा द्वारा नवजात शिशु जैसा नया जीवन दिया जाना”
(यह भी देखें: पवित्र आत्मा, उद्धार)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: G313, G509, G1080, G3824
नरक, आग की झील
परिभाषा:
नरक अनन्त पीड़ा और कष्टों का वह अन्तिम स्थान है जहां परमेश्वर उसके द्रोहियों को और यीशु के बलिदान के द्वारा उनके उद्धार की योजना का तिरस्कार करनेवालों को दण्ड देगा। इसे “आग की झील” भी कहा गया है।
- नरक को आग और घोर पीड़ा का स्थान कहा गया है।
- शैतान और उसके साथ की दुष्टात्माएं अनन्त दण्ड के लिए नरक में डाली जाएंगी।
- जो लोग उनके पापों के लिए यीशु के बलिदान में विश्वास नहीं करते और उद्धार के लिए उसमें विश्वास नहीं करते उन्हें भी सदा के लिए दण्ड हेतु नरक में डाला जाएगा।
अनुवाद के लिए सुझाव:
- इन शब्दों का अनुवाद अलग-अलग शब्दों द्वारा किया जाए क्योंकि वे अलग-अलग प्रकरणों में आते हैं।
- कुछ भाषाओं में “आग की झील” का झील शब्द काम में नहीं लिया जा सकता क्योंकि उस भाषा में झील का अर्थ पानी की झील है।
- “नरक” शब्द का अनुवाद “पीड़ा का स्थान” या “अन्धकार और पीड़ा का अन्तिम स्थान” किया जा सकता है।
- “आग की झील” का अनुवाद “आग का समुद्र” या “विशाल अग्नि” या “आग का क्षेत्र” किया जा सकता है।
(यह भी देखें: स्वर्ग, मृत्यु, अधोलोक, अथाह कुण्ड)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 50:14 वह (परमेश्वर) उन्हें नरक में फेंक देगा, जहाँ वे वेदना में सदा रोएँगे और दाँत पीसेंगे। वह आग जो कभी नही बुझती उन्हें हमेशा जलाती रहेगी और कीड़े उन्हें हमेशा खाते रहेंगे।
- 50:15 वह शैतान को नरक में डाल देगा जहाँ वह उन लोगों के साथ हमेशा जलता रहेगा, जिन्होंने परमेश्वर की आज्ञा मानने की बजाय उसकी बात मानने का चुनाव किया।
शब्द तथ्य:
- Strong's: H7585, G86, G439, G440, G1067, G3041, G4442, G4443, G4447, G4448, G5020, G5394, G5457
नाज़ीर, नाज़ीरों, नाज़ीर शपथ
तथ्य:
“नाज़ीर” वह मनुष्य था जो नाज़ीर होने की शपथ लेता था। अधिकतर पुरुष यह शपथ लेते थे परन्तु स्त्रियां भी इस शपथ को लेती थी।
- नाज़ीर मनुष्य निश्चित दिनों सप्ताहों या महीनों तक अंगूर का या अंगूर के रस का कोई व्यंजन या मदिरा या रस नहीं खाता-पीता था। इस अवधि के दौरान वह अपने बाल काट नहीं सकते और मृत शरीर के पास नहीं जा सकते थे।
जब समय पूरा हो जाता था और शपथ पूरी हो जाती थी तब नाज़ीर याजक के पास जाकर बलि चढ़ाता था। इसमें उसके बालों को काटकर जलाया जाता था। और अन्य सब वर्जित बातों का अन्त हो जाता था।
- शमशोन बाइबल में एक प्रसिद्ध व्यक्ति है जो नाज़ीर था।
- यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले को जन्म की भविष्यवाणी करते समय स्वर्गदूत ने जकर्याह से कहा था कि उसका यह पुत्र मदिरा पान नहीं करेगा, जिसका अर्थ है कि वह एक नाज़ीर था।
- प्रेरित पौलुस ने भी एक समय यह शपथ ली थी जो प्रेरितों के काम की पुस्तक के एक अंश से प्रकट है।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद)
(यह भी देखें: यूहन्ना (बपतिस्मा देनेवाला), बलि, शिमशोन, शपथ, जकर्याह (पुराना नियम))
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
नाम
परिभाषा:
"नाम" शब्द उस शब्द को संदर्भित करता है जिसके द्वारा किसी विशिष्ट व्यक्ति या चीज को बुलाया जाता है। हालाँकि, बाइबल में "नाम" शब्द का उपयोग कई अलग-अलग तरीकों से किया जाता है।
- कुछ संदर्भों में “नाम” मनुष्य की प्रतिष्ठा का संदर्भ देता है जैसा कि "हम अपने लिए एक नाम बनाते हैं।"
- “नाम” शब्द किसी स्मृति का संदर्भ भी देता है। उदाहरणार्थ “मूर्तियों का नाम मिटा दो”, अर्थात मूर्तियों को ऐसे नष्ट कर दो कि उनकी स्मृति ही न रहे या उनकी पूजा न की जाए।
- “परमेश्वर के नाम में” बोलना अर्थात उसके सामर्थ्य और अधिकार में या उसके प्रतिनिधि होकर बोलना।
- किसी का “नाम” संपूर्ण मनुष्य का संदर्भ देता है जैसे “आकाश के नीचे कोई और नाम नहीं जिससे हम उद्धार पाते हैं।” (देखें: लक्षणालंकार)
अनुवाद के सुझाव:
- “इसका अच्छा नाम” इस वाक्य का अनुवाद हो सकता है, “उसकी अच्छी प्रतिष्ठा।”
- “के नाम में” कुछ करना, इसका अनुवाद हो सकता है, के अधिकार में” या “की अनुमति से” या “प्रतिनिधित्व में” काम करना।
- “ऐसा करना कि मनुष्य हमारे बारे में जाने” या “मनुष्यों को सोचने पर विवश करना कि हम महत्वपूर्ण हैं।”
- यह अभिव्यक्ति हैः "उसका नाम पुकारना" का अनुवाद हो सकता है "उसे नाम देना" या "उसे पुकारना"।
- "जो लोग आपके नाम से प्रेम रखते हैं" का अनुवाद "जो आपसे प्यार करते है" के रूप में किया जा सकता है।
- "मूर्तियों के नामों को काट" का अनुवाद "मूर्तियों से छुटकारा पाना ताकि वे याद भी न आये" या "लोगों को झूठे देवताओं की पूजा करना बंद करने का कारण" या "सभी मूर्तियों को पूरी तरह से नष्ट कर दें ताकि लोग अब उनके बारे में न सोचे" के रूप में किया जा सकता है।
(यह भी देखें: बुलाहट)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H5344, H7121, H7761, H8034, H8036, G2564, G3686, G3687, G5122
नाश होना, नष्ट
परिभाषा:
“नाश होना” का अर्थ है मरना या नष्ट होना, प्रायः हिंसा के द्वारा या आपदा के द्वारा। नए नियम में, यह अक्सर परमेश्वर के लोगों से खो जाने या अलग होने का आध्यात्मिक अर्थ है।
"पेरिश:" का आध्यात्मिक अर्थ
- “नाश होने वाले” मनुष्य वे है जिन्होंने अपने उद्धार के लिए यीशु में विश्वास करने से इन्कार किया है।
- जो "नाश" हैं वे स्वर्ग में परमेश्वर के साथ अनंत काल तक नहीं रहेंगे। इसके बजाय, वे परमेश्वर की न्याय के तहत नरक में अनंत काल तक जीवित रहेंगे।
- हर कोई शारीरिक रूप से मर जाएगा, लेकिन केवल वे लोग जो अपने उद्धार के लिए यीशु पर विश्वास नहीं करते हैं, सदा के लिए नष्ट हो जाएंगे।
- जब "नाश होना" एक आध्यात्मिक अर्थ में उपयोग किया जाता है, तो सुनिश्चित करें कि आपका अनुवाद शारीरिक रूप से मरने की तुलना में इसे अलग तरह से व्यक्त करता है।
अनुवाद के सुझाव:
- प्रकरण पर आधारित इसके अनुवाद हो सकते हैं “अनन्त मृत्यु” या “नरक का दण्ड भोगना” या “नष्ट होना”।
- सुनिश्चित करें कि “नाश होने” का अर्थ है, अनन्तकाल के लिए नरक में होना न कि केवल “अस्तित्व समाप्त होना”
(यह भी देखें: मृत्यु, अनन्त)
बाइबल संदर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H6, H7, H8, H1478, H1820, H5486, H5595, H6544, H8045, G599, G622, G684, G853, G1311, G2704, G4881, G5356
निन्दा, निन्दा करना, निन्दक
परिभाषा:
बाइबल में “निन्दा” शब्द का अर्थ है परमेश्वर या मनुष्य के प्रति घोर अपमान व्यक्त करना। किसी की “निन्दा” शब्द का अर्थ है किसी के विरूद्ध ऐसी बातें कहना कि सुननेवाला उसके बारे में गलत या बुरा सोचें।
- परमेश्वर की निन्दा करने का अर्थ अधिकतर यह होता था कि परमेश्वर के बारे में असत्य बातें कह कर उसका अपमान करना या परमेश्वर के सम्मान को हानि पहुंचाना या ऐसा अनैतिक व्यवहार करना जिससे परमेश्वर की प्रतिष्ठा गिरे।
- मनुष्य स्वयं को परमेश्वर कहे या अपने आप को भी परमेश्वर के तुल्य एक परमेश्वर कहे तो वह निन्दा है।
- कुछ अंग्रेजी बाइबल संस्करणों में जब मनुष्य के विरूद्ध कुछ कहा जाता है तो वे “मानहानि” (स्लेण्डर) शब्द का उपयोग करते हैं।
अनुवाद के सुझाव:
- “निन्दा” का अनुवाद किया जा सकता है, “किसी के विरूद्ध बुरी बातें कहना” या “परमेश्वर का अपमान करना” या “मानहानि करना”
- “निन्दा” के अन्य अनुवाद हो सकते हैं, “किसी के विरूद्ध झूठी बातें कहना” या “मानहानि करना” या “झूठी अफवाह उड़ाना”।
(यह भी देखें: निरादर, झूठा दोष लगाना)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H1288, H1442, H2778, H5006, H5007, H5344, G987, G988, G989
नियुक्त करना, निुयक्त किया
परिभाषा:
“नियुक्त करना” और “नियुक्त किया” अर्थात किसी को किसी विशेष कार्य या भूमिका के लिए चुनना।
- “नियुक्त होना” का संदर्भ “चुना हुआ” होना से भी होता है कि कुछ प्राप्त करे, जैसे “अनन्त जीवन के लिए ठहराया गया” में है. लोग “अनन्त जीवन के लिए ठहराए गए” थे अर्थात वे अनन्त जीवन के लिए चुने गए थे.
- “नियुक्त समय” अर्थात किसी घटना के होने के लिए परमेश्वर का “चुना हुआ समय” या “योजनाबद्ध समय.”
- “ठहराए” शब्द का अर्थ “आज्ञा देना” या किसी को किसी काम के लिए "उत्तरदायित्व सौपना."
अनुवाद के सुझाव:
- प्रकरण के अनुसार “ठहराए” शब्द के अनुवाद रूप हो सकते हैं, “चुनना” या “सौंपना” या “विधिवत चुन लेना” या “अधिकार देना."
- “नियुक्त किया” का अनुवाद हो सकता है, “सौंपा” या “योजनाबद्ध किया" या “विशेष रूप से चुना."
- “निुयक्त किया जाए ” का अनुवाद “चुना हुआ हो ” हो सकता है.
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong’s: H561, H977, H2163, H2296, H2706, H2708, H2710, H3198, H3245, H3259, H3677, H3983, H4150, H4151, H4152, H4483, H4487, H4662, H5324, H5344, H5414, H5567, H5975, H6310, H6485, H6565, H6635, H6680, H6923, H6942, H6966, H7760, H7896, G322, G606, G1299, G1303, G1935, G2525, G2749, G4287, G4384, G4929, G5021, G5087
निर्दोष
परिभाषा:
“निर्दोष शब्द” का शाब्दिक अर्थ है, “बिना किसी दोष के”। यह उस मनुष्य के संदर्भ में काम में लिया जाता है जो पूर्ण मन से परमेश्वर की आज्ञाएं मानता है परन्तु इसका अर्थ यह नहीं कि वह निष्पाप है।
अब्राहम और नूह परमेश्वर की दृष्टि में निर्दोष थे।
जिस मनुष्य को "निर्दोष" माना जाता है, वह परमेश्वर को आदर देनेवाला आचरण रखता है।
एक बाइबल पद के अनुसार निर्दोष मनुष्य “परमेश्वर का भय मानता है और बुराई से दूर रहता है”।
अनुवाद के सुझाव:
??
- इसका अनुवाद इस प्रकार भी हो सकता है “उसका चरित्र दोषरहित है” या पूर्वतः परमेश्वर का आज्ञाकारी है” या “पाप से दूर रहना” या “बुराई से दूर रहता है”
बाइबल संदर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H5352, H5355, H8535, G273, G274, G298, G299, G338, G410, G423
निर्दोष
परिभाषा:
“निर्दोष” शब्द का अर्थ है, अपराध या अनुचित कार्य का दोषी न होना। इसका संदर्भ सामान्यतः उन मनुष्यों से है जो बुरे कामों में नहीं हैं।
- किसी मनुष्य पर अनुचित कार्य का दोष लगाया गया और उसने वह काम नहीं किया तो वह निर्दोष है।
- कभी-कभी “निर्दोष” शब्द का उपयोग उन मनुष्यों के लिए किया जाता है जो किसी बुरे काम को नहीं करने के उपरान्त भी दण्डित किए जाते हैं, जैसे शत्रु की सेना “निर्दोषों” पर आक्रमण करती है।
- बाइबिल में, “लहू” “हत्या” को दर्शाता है, “निर्दोष का लहू” इसका अनुवाद हो सकता है, “मनुष्य जिन्होंने कुछ भी अनुचित कार्य नहीं किया कि उन्हें मार डाला गया”
अनुवाद के सुझाव:
- अधिकांश प्रकरणों में “निर्दोष” शब्द का अनुवाद हो सकता है: "निरपराध" या "उत्तरदायी नहीं" या "दोषी नहीं"
- जब सामान्यतः निर्दोष मनुष्यों के संदर्भ में हो तो इसका अनुवाद होगा, “जिन्होंने कुछ भी अनुचित नहीं किया” या “जो बुराई में सहभागी नहीं हैं”।
- “निर्दोष का लहू बहाना” इसका अनुवाद हो सकता है, “निर्दोषों की हत्या” उन लोगों की हत्या करना जिन्होंने कुछ भी अनुचित नहीं किया”
(यह भी देखें: दोष)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 08:06 दो साल बाद भी, निर्दोष होने के बावजूद यूसुफ बंदीगृह में था।
- 40:04 उनमें से एक जब यीशु का ठट्ठा उड़ा रहा था तो ,दूसरे ने कहा कि, “क्या तू परमेश्वर से नहीं डरता? हम अपराधी है पर ,यह तो बेगुनाह है।”
- 40:08 तब सूबेदार जो यीशु का पहरा दे रहे थे, वो सब कुछ जो हुआ था उसे देखकर कहा कि, “यह मनुष्य धर्मी था। सचमुच यह परमेश्वर का पुत्र था।”
शब्द तथ्य:
- Strong's: H2136, H2600, H2643, H5352, H5355, H5356, G121
निवासस्थान
परिभाषा:
“परमेश्वर का डेरा” (निवास स्थान) एक विशेष मण्डप था जिसमें इस्राएली जंगल के 40 वर्षों में परमेश्वर की आराधना करते थे।
- परमेश्वर ने इस विशाल मण्डप को बनाने के लिए इस्राएलियों को सविस्तार निर्देशन प्रदान किए थे। इसके दो कक्ष थे और यह एक बन्द आंगन से घिरा हुआ था।
- इस्राएली जब भी जंगल में एक स्थान से दूसरे स्थान को जाते थे तब याजक इस मण्डप को उखाड़कर नये स्थान में ले जाते थे। और अपनी छावनी के केन्द्र में उसे खड़ा करते थे।
- यह मण्डप लकड़ी के ढांचे पर कपड़े, बकरी के बाल तथा पशुओं की खाल से बना हुआ था। उसके चारों ओर का प्रांगण परदों द्वारा घिरा हुआ था।
- मण्डप के दो कक्ष, पवित्र स्थान (जिसमें धूप जलाने की वेदी थी) और परम-पवित्र स्थान (जिसमें वाचा का सन्दूक रखा था) थे।
- मण्डप के प्रागण में एक वेदी थी जिस पर पशु-बलि जलाई जाती थी और एक हौदा था जिसमें शोधन अनुष्ठान का पानी रहता था।
- इस्राएलियों ने इस मण्डप का उपयोग समापत हो गया था जब सुलैमान ने यरूशलेम में मन्दिर बना दिया।
अनुवाद के सुझाव:
- “मण्डप” का अर्थ है “रहने का स्थान”। इसका अनुवाद हो सकता है, “पवित्र मण्डप” या “मण्डप जिसमें परमेश्वर था” या “परमेश्वर का मण्डप”
- सुनिश्चित करें कि इस शब्द का अनुवाद “मन्दिर” शब्द के अनुवाद से भिन्न हो।
(यह भी देखें: वेदी, धूप जलाने की वेदी, वाचा का सन्दूक, मन्दिर, मिलापवाला तम्बू)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H168, H4908, H5520, H5521, H5522, H7900, G4633, G4634, G4636, G4638
न्यायी, न्याय
परिभाषा:
“न्यायी” और “न्याय” का संदर्भ किसी नैतिक या अनैतिक काम के इस बारे में निर्णय लेने का उल्लेख करते हैं।
- “परमेश्वर का न्याय” अर्थात किसी न किसी को पापी के रूप में निंदा करने के उसके निर्णय को संदर्भित करता है।
- परमेश्वर का न्याय प्रायः मनुष्यों को पाप का दण्ड देना होता है।
- “न्याय करने” का अर्थ “दोषी ठहराना” है। परमेश्वर अपने लोगों से कहता है कि वे एक दूसरे का ऐसा न्याय नहीं करें।
- इसका एक और अर्थ है “के बीच मध्यस्थता” या “दो मनुष्यों का न्याय करना” कि मतभेद में कौन सही है।
- कुछ प्रकरणों में परमेश्वर के “न्याय” का अर्थ है परमेश्वर ने किस बात को उचित एवं न्याय सम्मत ठहराया है। यह उसके आदेश, नियमों या अध्यादेशों को सम्मानार्थक है।
- “न्याय” का संदर्भ बुद्धिमानी की निर्णय लेने की क्षमता। जिस मनुष्य में “न्याय” की कमी है उसमें बुद्धिमानी के निर्णय लेने की योग्यता नहीं है।
अनुवाद के सुझाव:
- प्रकरण के अनुसार “न्याय करना” के अनुवाद रूप हो सकते हैं, “निर्णय लेना” या “दोषी ठहराना” या “दण्ड देना” या “आज्ञा देना”
- “न्याय” का अनुवाद “दण्ड” या “निर्णय” या “आदेश” या “आज्ञा” या “दोष” के रूप में किया जा सकता है।
- कुछ प्रकरणों में “न्याय में” का अनुवाद “न्याय के दिन” या “परमेश्वर द्वारा मनुष्यों के न्याय का समय” हो सकता है।
(यह भी देखें: आदेश, न्यायी, न्याय के दिन, उचित, व्यवस्था, व्यवस्था)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 19:16 उन भविष्यवक्ताओं ने लोगों को चेतावनी देना आरंभ किया कि, यदि उन्होंने दुष्ट कार्य करना बंद न किया, और परमेश्वर कि आज्ञा का पालन करना आरंभ न किया, तब परमेश्वर उन्हें दोषी ठहराएगा और उन्हें दण्डित करेंगा।
- __21:08__राजा वह होता है जो राज्य पर शासन करता है और लोगों का न्याय करता है। मसीह एक सिद्ध राजा होगा जो की दाऊद के सिंहासन पर विराजमान होगा। वह हमेशा के लिए संसार पर राज्य करेगा, और सदैव सच्चाई से न्याय करेगा और उचित निर्णय लेगा।
- 39:04 इस पर महा याजक ने क्रोध में अपने वस्त्र फाड़े और अन्य धार्मिक नेताओं से कहा कि, “अब हमें गवाहों की क्या जरुरत। तुमने अभी सुना है कि इसने अपने को परमेश्वर का पुत्र कहा है। तुम्हारा क्या न्याय है?”
- 50:14 परन्तु जो यीशु पर विश्वास नहीं करेंगे परमेश्वर उनमें से हर एक का न्याय करेंगे। वह उन्हें नरक में फेंक देगा, जहाँ वे वेदना में सदा रोएँगे और दाँत पीसेंगे।
शब्द तथ्य:
- Strong's: H148, H430, H1777, H1778, H1779, H1780, H1781, H1782, H2940, H4055, H4941, H6414, H6415, H6416, H6417, H6419, H6485, H8196, H8199, H8201, G144, G350, G968, G1106, G1252, G1341, G1345, G1348, G1349, G2917, G2919, G2920, G2922, G2923, G4232
पत्थर, पत्थर, पत्थर
परिभाषा:
पत्थर एक छोटी चट्टान का टुकड़ा होता है। "पत्थर" करने के लिए किसी ने उसे मारने के इरादे से उस व्यक्ति पर पत्थर और बड़ी चट्टानें फेंकना है एक "पत्थरवाह" एक घटना है जिसमें किसी को पत्थरवाह किया गया था।
- प्राचीन समय में, पत्थरों को लोगों द्वारा किए गए अपराधों की सजा के रूप में लोगों को निष्पादित करने का एक सामान्य तरीका था।
- परमेश्वर ने इस्राएल के अगुवों को आज्ञा दी थी कि वे लोगों को कुछ पापों के लिए मार डालें, जैसे व्यभिचार।
- नए नियम में, यीशु ने व्यभिचार में एक महिला को माफ कर दिया और लोगों को उसे मारने से रोक दिया
- स्तिफनुस, जो यीशु के बारे में गवाही देने के लिए बाइबल में पहली व्यक्ति जिसको हत्या कर दी गई थी, उसे पत्थरवाह करके मार डाला गया था
- लुस्त्रा शहर में, प्रेरित पौलुस को पत्थरवाह किया गया था, लेकिन वह अपने घावों से मरा नहीं।
(यह भी देखें: परस्त्रीगमन, करना, अपराध, मृत्यु, लुस्त्रा, गवाही)
बाइबल के सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H68, H69, H810, H1382, H1496, H1530, H2106, H2672, H2687, H2789, H4676, H4678, H5553, H5601, H5619, H6344, H6443, H6697, H6864, H6872, H7275, H7671, H8068, G2642, G2991, G3034, G3035, G3036, G3037, G4074, G4348, G5586
परमप्रधान
तथ्य:
“परमप्रधान” शब्द परमेश्वर का पदनाम है। इसका संदर्भ उसकी महानता और अधिकार से है।
- इस शब्द का अर्थ “प्रभुता संपन्न” या “सर्वोच्च” जैसा ही है।
- इस पदनाम में ऊँचा का अभिप्राय भौतिक ऊँचाई या दूरी से नहीं है। इसका संदर्भ महानता से है।
अनुवाद के सुझाव:
- इस शब्द का अनुवाद हो सकता है, “परमप्रधान परमेश्वर” या “ सर्वोच्च प्राणी” या “सर्वोच्च परमेश्वर” या “सबसे बड़ा” या “सर्वोपरि” या “सबसे महान परमेश्वर”
- यदि “ऊँचा” शब्द का उपयोग किया गया तो सुनिश्चित करें कि उसका अभिप्राय ऊँचाई या लम्बाई न हो।
(यह भी देखें: परमेश्वर)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
परमेश्वर
तथ्य:
बाइबल में “परमेश्वर” का संदर्भ शाश्वत जीव से है जिसने ब्रह्माण्ड को शून्य से बनाया है। परमेश्वर का अस्तित्व पिता, पुत्र और पवित्र आत्मा में है। परमेश्वर का नाम यहोवा है।
- परमेश्वर सदा से है, जब कुछ भी नहीं था तब परमेश्वर था और वह अनन्त काल तक रहेगा।
- वही एकमात्र सच्चा परमेश्वर है और उसका अधिकार संपूर्ण ब्रह्माण्ड पर है।
- परमेश्वर धार्मिकता में सिद्ध, असीम बुद्धिमान, पवित्र, निष्पाप, न्यायी, दयालु और प्रेमी है।
- वह वाचा रखनेवाला परमेश्वर है जो अपनी प्रतिज्ञाएं सदैव पूरी करता है।
- मनुष्य को परमेश्वर की उपासना हेतु बनाया गया था और उसे सदैव उसी की उपासना करना चाहिए।
- परमेश्वर ने अपना नाम “यहोवा” बताया है जिसका अर्थ है, “वह है” या “मैं हूँ” या “जो हमेशा से है।”
- बाइबल में झूठे ईश्वरों का भी उल्लेख है जो निर्जीव मूर्तियां है, उनकी उपासना मनुष्य करता है।
अनुवाद के सुझाव:
- “परमेश्वर” शब्द के अनुवाद हो सकते हैं, “दिव्य शक्ति” या “सृजनहार” या “अलौकिक प्राणी”।
- “परमेश्वर” शब्द के अन्य अनुवाद हो सकते हैं, “अलौकिक सृजनहार” या “अनन्त परम प्रधान प्रभु” या “शाश्वत अलौकिक प्राणी”
- ध्यान दें कि स्थानीय या राष्ट्रीय भाषा में परमेश्वर के लिए क्या शब्द काम में लिया जाता है। हो सकता है कि लक्षित भाषा में परमेश्वर के लिए एक शब्द है। यदि है तो सुनिश्चित करें कि उस शब्द में एकमात्र सच्चे परमेश्वर के गुण प्रकट है, जैसा ऊपर व्यक्त किया गया है।
- अनेक भाषाओं में परमेश्वर शब्द का प्रथम अक्षर बड़ा कर दिया जाता है कि वह झूठे ईश्वरों से भिन्न करा जा सके।
- इस अन्तर को प्रकट करने के लिए परमेश्वर और ईश्वर शब्दों को दो भिन्न अक्षरों द्वारा व्यक्त किया जाए।
- “मैं उनका परमेश्वर होऊंगा और वे मेरे लोग होंगे” इस उक्ति का अनुवाद हो सकता है, “मैं परमेश्वर इन लोगों पर राज करूंगा और वे मेरी उपासना करेंगे।”
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: बनाने, झूठे देवता, पिता परमेश्वर, पवित्र आत्मा, मूर्ति, परमेश्वर का पुत्र, यहोवा)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों के उदाहरण:
- 01:01 परमेश्वर ने छह दिनों में ब्रह्मांड और सब कुछ बनाया।
- 01:15 परमेश्वर ने अपनी छवि में आदमी और औरत को बनाया।
- 05:03 "मैं परमेश्वर सर्वशक्तिमान हूँ। मैं तुम्हारे साथ वाचा बान्धूंगा।
- 09:14 परमेश्वर ने कहा, "मैं जो हूं, सो हूं। उनसे कहना, 'जिसका नाम मैं हूँ है उसी ने मुझे तुम्हारे पास भेजा है।' यह भी उनको बताओ, "मैं तुम्हारे पूर्वजों अब्राहम, इसहाक और याकूब का परमेश्वर, यहोवा हूं।" सदा तक मेरा नाम यही रहेगा।'" है
- 10:02 इन भयानक विपत्तियों के द्वारा परमेश्वर यह दिखाना चाहता था ,कि वह फ़िरौन व मिस्र के देवताओ से कई अधिक शक्तिशाली है।
- 16:01 इस्राएलियों ने यहोवा जो सच्चा परमेश्वर है उसके स्थान पर, कनानियो के देवता की उपासना करना आरम्भ किया।
- 22:07 और तू हे बालक, परमप्रधान परमेश्वर का भविष्यद्वक्ता कहलाएगा क्योंकि तू प्रभु का मार्ग तैयार करने के लिए उसके आगे आगे चलेगा।
- 24:09 ” केवल एक ही परमेश्वर है। परन्तु जब यूहन्ना ने यीशु को बपतिस्मा दिया, उसने पिता परमेश्वर को कहते सुना, पुत्र परमेश्वर को देखा, और पवित्र आत्मा को भी देखा।
- 25:07 "कि ‘तू प्रभु अपने परमेश्वर को प्रणाम कर, और केवल उसी की उपासना कर।’”
- 28:01 "जो उत्तम है वह केवल एक ही है, और वह परमेश्वर है।"
- 49:09 लेकिन परमेश्वर ने जगत के हर मनुष्य से इतना अधिक प्रेम किया कि उसने अपना इकलौता पुत्र दे दिया ताकि जो कोई उस पर विश्वास करे उसे उसके पापों का दण्ड नहीं मिलेगा, परन्तु हमेशा परमेश्वर के साथ रहेगा।
- 50:16 लेकिन एक दिन परमेश्वर एक नया आकाश और एक नई पृथ्वी की रचना करेगा जो सिद्ध होगी।
शब्द तथ्य:
- Strong's: H136, H305, H410, H426, H430, H433, H2486, H2623, H3068, H3069, H3863, H4136, H6697, G112, G516, G932, G935, G1096, G1140, G2098, G2124, G2128, G2150, G2152, G2153, G2299, G2304, G2305, G2312, G2313, G2314, G2315, G2316, G2317, G2318, G2319, G2320, G3361, G3785, G4151, G5207, G5377, G5463, G5537, G5538
परमेश्वर का पुत्र, पुत्र
तथ्य:
“परमेश्वर का पुत्र” अर्थात यीशु, परमेश्वर का वचन, जो संसार में मानव रूप में आया। उसे प्रायः “पुत्र” भी कहा गया है।
- परमेश्वर के पुत्र में पिता परमेश्वर के सब गुण हैं पर वह स्वयं ही परमेश्वर है।
- पिता परमेश्वर, पुत्र परमेश्वर, तथा पवित्र आत्मा परमेश्वर एक ही हैं।
- मानव पुत्रों के विपरीत, परमेश्वर का पुत्र हमेशा अस्तित्व में है।
- आरंभ में परमेश्वर का पुत्र ब्रह्माण्ड की रचना में सक्रिय था, पिता और पवित्र आत्मा के साथ। यीशु परमेश्वर पुत्र होने के कारण पिता परमेश्वर से प्रेम करता है और उसकी आज्ञाओं का पालन करता है और परमेश्वर उससे प्रेम करता है।
अनुवाद के सुझाव:
- “परमेश्वर का पुत्र” के लिए “पुत्र” ही अनुवाद करना सर्वोत्तम शब्द है जो लक्षित भाषा में मानवीय पुत्र के लिए काम में लिया जाता है।
- सुनिश्चित करें कि “पुत्र” शब्द उस शब्द से सुसंगत हो जिसको पिता के लिए काम में लिया गया है और ये शब्द पिता-पुत्र का संबन्ध दर्शाने के लिए लक्षित भाषा में अति सामान्य शब्द है।
- “पुत्र” शब्द को यदि कुछ इस प्रकार लिखा जाए कि उससे उसकी परमेश्वर होने की विशिष्टता प्रकट हो तो उचित होगा जैसे अंग्रेजी भाषा में “एस” अक्षर को बड़ा लिख सकते हैं।
- वाक्यांश "पुत्र" " परमेश्वर का पुत्र" का छोटा रूप है, खासकर जब यह उसी संदर्भ में "पिता" के रूप में होता है।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: मसीह, पूर्वजों, परमेश्वर, परमेश्वर पिता, पवित्र आत्मा, यीशु, पुत्र, परमेश्वर का पुत्र।)
बाइबल संदर्भ:
बाइबल कहानियों के उदाहरण:
- 22:05 स्वर्गदूत ने समझाया, "पवित्र आत्मा तुम्हारे पास आएगा, और परमेश्वर की शक्ति तुम पर छाया करेगी। इसलिए बच्चा पवित्र होगा, __परमेश्वर का पुत्र __।"
- __24:09__परमेश्वर ने यूहन्ना से कहा था कि, “पवित्र आत्मा नीचे किसी एक पर उतरेगा जिसे तू बपतिस्मा देगा। वह परमेश्वर का पुत्र है।"
- 31:08 चेले चकित थे। उन्होंने यीशु की आराधना की, और कहा, "सचमुच, तू परमेश्वर का पुत्र हैं।";
- 37:05 मार्था ने उत्तर दिया, "हां, स्वामी! मेरा विश्वास है कि तुम मसीहा हो, परमेश्वर के पुत्र ।"
- 42:10 इसलिये तुम जाओ, सब जातियों के लोगों को चेला बनाओ और उन्हें पिता, और __पुत्र __, और पवित्र आत्मा के नाम से बपतिस्मा दो, और उन्हें सब बातें जो मैं ने तुम्हें आज्ञा दी है, मानना सिखाओ। "
- 46:06 तुरन्त ही, शाऊल दमिश्क के यहूदियों से प्रचार करने लगा कि, "यीशु परमेश्वर का पुत्र है!"
- 49:09 लेकिन परमेश्वर दुनिया में हर किसी से इतना प्यार करता था कि उसने अपना एकमात्र पुत्र दिया ताकि जो कोई भी यीशु पर विश्वास करे, उसके पापों के लिए दंडित नहीं दिया जाएगा, परन्तु वह हमेशा के लिए परमेश्वर के साथ जीवित रहेगा।
शब्द तथ्य:
- Strong's: H426, H430, H1121, H1247, G2316, G5207
परमेश्वर का प्रतिरूप, स्वरूप
परिभाषा:
मूरत का अर्थ है किसी के स्वरूप में या चरित्र या तत्त्व में किसी के समान। “परमेश्वर का प्रतिरूप” प्रकरण के अनुसार भिन्न-भिन्न रूप में काम में लिया गया है।
- आरंभ में परमेश्वर ने मनुष्य को “अपने स्वरूप” में सृजा था अर्थात् उसकी समानता में। इसका अर्थ है कि मनुष्य के कुछ गुण परमेश्वर के स्वरूप को दर्शाते हैं जैसे भावनाओं की अनुभूति की क्षमता, तर्क करने और विचारों का आदान प्रदान करने की क्षमता और अनश्वर आत्मा।
- बाइबल की शिक्षा के अनुसार यीशु, परमेश्वर का पुत्र, परमेश्वर का प्रतिरूप है अर्थात् वह परमेश्वर है। यीशु सृजा नहीं गया था जैसे मनुष्य सृजा गया था। अनादिकाल से पुत्र परमेश्वर में परमेश्वर के सब गुण हैं, क्योंकि उसके पास पिता परमेश्वर का संपूर्ण तत्त्व है।
अनुवाद के सुझाव:
- जब यीशु को परमेश्वर का प्रतिरूप कहा जाता है तो अनुवाद हो सकता है, “परमेश्वर की यथार्थ समानता में” या “परमेश्वर के तत्त्व में” या “परमेश्वर के अस्तित्व में”।
- मनुष्यों के संदर्भ में “परमेश्वर ने उसे अपने स्वरूप में बनाया” का अनुवाद इस प्रकार की उक्तियों से किया जाए जिनका अर्थ है, “परमेश्वर ने उसे अपनी समानता में बनाया” या “परमेश्वर ने उसे अपने जैसे गुणों में बनाया”।
(यह भी देखें: रूप , परमेश्वर का पुत्र, परमेश्वर का पुत्र)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H4541, H1544, H2553, H6456, H6459, H6754, H6816, H8403, G504, G179
परमेश्वर का राज्य, स्वर्ग का राज्य
परिभाषा:
“परमेश्वर का राज्य” और “स्वर्ग का राज्य” दोनों ही परमेश्वर के राज्य एवं अधिकार के संदर्भ में है और जो उसकी प्रजा और संपूर्ण सृष्टि पर है।
- यहूदी “स्वर्ग” शब्द को प्रायः परमेश्वर के संदर्भ में काम में लेते थे कि उसका सीधे तौर से नाम न लें। (देखें: लक्षणालंकार)
- नये नियम में मत्ती रचित सुसमाचार वृत्तान्त में मत्ती परमेश्वर के राज्य को “स्वर्ग का राज्य” कहता है क्योंकि उसका लक्षित समूह संभवतः यहूदी समुदाय था।
- परमेश्वर के राज्य का अर्थ है परमेश्वर मनुष्यों पर आत्मिक परिप्रेक्ष्य में राज करता है वरन् लौकिक संसार पर भी राज करता है।
- पुराने नियम के भविष्यद्वक्ताओं ने कहा था कि परमेश्वर अपना मसीह भेजेगा कि वह धार्मिकता के साथ राज करे। परमेश्वर का पुत्र, यीशु ही वह मसीह है जो परमेश्वर के राज्य में सदाकालीन राज करेगा।
अनुवाद के सुझाव:
- प्रकरण पर आधारित “परमेश्वर का राज्य” का अनुवाद, “परमेश्वर का शासन(राजा के रूप में)” या “जब परमेश्वर राजा के रूप में राज करेगा” या “सब पर परमेश्वर का राज” किया जा सकता है।
- शब्द “स्वर्ग का राज्य” का अनुवाद “राजा के रूप में स्वर्ग से परमेश्वर का शासन” या “परमेश्वर जो स्वर्ग में है राज्य करता है” या “स्वर्ग का राज्य” या “सब कुछ पर स्वर्ग का शासन” के रूप में भी किया जा सकता है। यदि यह सरल और स्पष्ट रूप से अनुवाद करना संभव नहीं है, तो अनुवाद "परमेश्वर का राज्य" किया जा सकता है।
- कुछ अनुवादक अग्रेज़ी में हेवन(स्वर्ग)शब्द का पहला अक्षर बड़ा रखते हैं ताकि ये परमेश्वर को संदर्भित करे। अन्य पाठ में एक टिप्पणी शामिल कर सकते हैं, जैसे "स्वर्ग का राज्य" (अर्थात् 'परमेश्वर का राज्य')। "
- छपे हुए बाइबल के पृष्ठ के नीचे इस अभिव्यक्ति में "स्वर्ग" के अर्थ को समझाने के लिए पाद टिप्पणी का उपयोग कर सकते है।
(यह भी देखें: परमेश्वर, स्वर्ग, राजा, राज्य, यहूदियों का राजा, राज करना)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 24:02 यूहन्ना ने उनसे कहा, “मन फिराओ क्योंकि स्वर्ग का राज्य निकट आ गया है !”
- 28:06 तब यीशु ने अपने चेलों से कहा, "मैं तुम से सच सच कहता हुँ कि धनवान का स्वर्ग के राज्य में प्रवेश करना कठिन है। तुमसे, फिर कहता हूँ कि परमेश्वर के राज्य में धनवान के प्रवेश करने से ऊँट का सूई के नाके में से निकल जाना सहज है।”
- 29:02 यीशु ने कहा “ इसलिये स्वर्ग का राज्य उस राजा के समान है, जिसने अपने दासों से लेखा लेना चाहा।
- 34:01 यीशु ने उन्हें स्वर्ग के राज्य के बारे में और कहानियाँ बताई। उदहारण के लिये, उसने कहा, “स्वर्ग का राज्य राई के एक दाने के समान है, जिसे किसी व्यक्ति ने लेकर अपने खेत में बो दिया।
- 34:03 यीशु ने एक और कहानी उन्हें बताई, “स्वर्ग का राज्य खमीर के समान है जिसको किसी स्त्री ने लेकर तीन पसेरी आटे में मिला दिया और होते-होते वह सारा आटा खमीरा हो गया।”
- 34:04 “स्वर्ग का राज्य खेत में छिपे हुए धन के समान है, जिसे किसी व्यक्ति ने छिपाया। एक दुसरे व्यक्ति को वो धन मिला और उसने भी उसे वापस छिपा दिया।”
- 34:05 “परमेश्वर का राज्य बहुमूल्य सर्वोतम मोती की तरह भी है।”
- 42:09 उसने ऐसे कई तरीको से अपने चेलों को साबित किया कि वह जीवित है और उन्हें परमेश्वर के राज्य की शिक्षा देता रहा।
- 49:05 यीशु ने कहा कि परमेश्वर का राज्य इस संसार की सारी वस्तुओं से कहीं अधिक मूल्यवान है।
- 50:02 जब यीशु पृथ्वी पर रहता था तो उसने कहा, "मेरे चेले दुनिया में हर जगह लोगों को परमेश्वर के राज्य के बारे में शुभ समाचार का प्रचार करेंगे, और फिर अन्त आ जाएगा।"
शब्द तथ्य:
- Strong's: G932, G2316, G3772
परमेश्वर की इच्छा
परिभाषा:
“परमेश्वर की इच्छा” का संदर्भ परमेश्वर के मनोरथ और योजना से है।
- परमेश्वर की इच्छा विशेष करके मनुष्यों के साथ उनकी बातचीत से है और वह मनुष्यों से अपने प्रति कैसी प्रतिक्रिया चाहता है, उससे संबन्धित है।
- इसका संदर्भ उसकी योजनाओं और मनोरथों से है जो उसकी संपूर्ण सृष्टि के संबन्ध में हैं।
- “इच्छा करना” का अर्थ है, “ठान लेना” या “इच्छा करना” से है।
अनुवाद के सुझाव:
- “परमेश्वर की इच्छा” का अनुवाद हो सकता है, “परमेश्वर का मनोरथ क्या है” या “परमेश्वर ने क्या योजना बनाई है” या “परमेश्वर का उद्देश्य” या “परमेश्वर को क्या प्रसन्न करता है”
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H6310, H6634, H7522, G1012, G1013, G2307, G2308, G2309, G2596
परमेश्वर की प्रजा, मेरी प्रजा
परिभाषा:
“परमेश्वर की प्रजा” अर्थात परमेश्वर ने संसार में से जिन लोगों को बुलाकर अलग कर लिया कि उसके साथ विशेष संबन्ध में रहें।
- पुराने नियम में परमेश्वर के लोग (प्रजा) इस्राएल के संदर्भ में है जिन्हें परमेश्वर ने चुन कर अन्यजातियों से अलग कर लिया कि उसकी सेवा करें और उसकी आज्ञा मानें।
- नये नियम में “परमेश्वर के लोग” का अभिप्राय उन सब मनुष्यों से है जो यीशु में विश्वास करते हैं और उन्हें कलीसिया कहा गया है। कलीसिया में यहूदी और अन्यजाति विश्वासी दोनों हैं। नए नियम में, कभी-कभी लोगों के इस समूह को "परमेश्वर के पुत्र" या "परमेश्वर की संतान" कहा जाता है।
- परमेश्वर कहता है “मेरी प्रजा” तो वह उन लोगों के बारे में कह रहा है जिन्हें उसने चुन लिया है और उनके साथ उसका संबन्ध सबसे अलग है। परमेश्वर की प्रजा उसके द्वारा चुनी हुई है और संसार से पृथक की गई है कि उसे प्रसन्न करने का जीवन जीएं। परमेश्वर उन्हें अपनी सन्तान भी कहता है।
अनुवाद के सुझाव:
- “परमेश्वर की प्रजा” का अनुवाद “परमेश्वर के लोग” या “परमेश्वर की आराधना करने वाले लोग” या “परमेश्वर की सेवा करने वाले लोग” या “परमेश्वर के अपने लोग”।
- जब परमेश्वर कहता है, “मेरी प्रजा” तब उसका अनुवाद हो सकता है, “जिन लोगों को मैंने चुन लिया है” या “मेरी आराधना करने वाले लोग” या “मेरे अपने लोग”
- इसी प्रकार “तेरी प्रजा” का अनुवाद “तेरे अपने लोग” या “तुझे चुन लेने वाले लोग” हो सकता है।
- “उसकी प्रजा” का अनुवाद “उसके अपने लोग” या “जिन लोगों को परमेश्वर ने अपना भाग चुन लिया” हो सकता है।
(यह भी देखें: इस्राएल, जाति)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H430, H5971, G2316, G2992
परमेश्वर की सन्तान
परिभाषा:
“परमेश्वर के पुत्र” यह एक प्रतीकात्मक अभिव्यक्ति है जिसके अनेक संभावित अर्थ हैं।
- नये नियम में, “परमेश्वर के पुत्र” अर्थात् यीशु के विश्वासी और इसका अर्थ प्रायः “परमेश्वर की सन्तान” होता है क्योंकि इसमें स्त्री और पुरुष दोनों हैं।
- इस शब्द का उपयोग परमेश्वर के साथ पिता-पुत्र के जैसा होता है जिसमें तुम को पुत्रत्व के सब सौभाग्य विहित हैं।
- उत्पत्ति 6 में कुछ लोग “परमेश्वर के पुत्रों” का अनुवाद पतित स्वर्गदूत करते हैं जिसका अभिप्राय दुष्टात्माओं से है। अन्यों के विचार में इसका संदर्भ सामर्थी राजनीतिक शासकों से है या शेत के वंशजों से है।
- नये नियम में, “परमेश्वर के पुत्र” अर्थात् यीशु के विश्वासी और इसका अर्थ प्रायः “परमेश्वर की सन्तान” होता है क्योंकि इसमें स्त्री और पुरुष दोनों हैं।
- इस शब्द का उपयोग परमेश्वर के साथ पिता-पुत्र के जैसा होता है जिसमें तुम को सब सौभाग्य विहित हैं।
- “परमेश्वर का पुत्र” एक भिन्न शब्द है: जो यीशु के संबन्ध में है जो परमेश्वर का एकमात्र पुत्र है।
अनुवाद के सुझाव:
- जब “परमेश्वर के पुत्र” यीशु के विश्वासियों के संदर्भ में है तो इसका अनुवाद “परमेश्वर की सन्तान” हो सकता है।
- उत्पत्ति 6:2 मैं “परमेश्वर के पुत्र” के चार अन्य अनुवाद हैं “स्वर्गदूत” या “आत्मिक प्राणी” या “अलौकिक प्राणियों” या “दुष्टात्माएं”।
- इसके अलावा “पुत्र” का लिंक भी देखें।
(यह भी देखें: स्वर्गदूत, दुष्टात्मा, पुत्र, परमेश्वर के पुत्र, शासक, आत्मा)
बाइबल के सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H430, H1121, G2316, G5043, G5207
परमेश्वर के भवन, यहोवा के भवन
परिभाषा:
बाइबल में “परमेश्वर के भवन” (परमेश्वर का घर) और “यहोवा के भवन (यहोवा का घर) अर्थात परमेश्वर की आराधना का स्थान।
- यह शब्द अधिक विशिष्टता में मिलापवाले तम्बू या मन्दिर के लिए काम में आता था।कभी-कभी “परमेश्वर का भवन”, परमेश्वर की प्रजा के लिए भी काम में लिया जाता था।
अनुवाद के सुझाव:
- आराधना स्थल के संबन्ध में इस उक्ति का अनुवाद “परमेश्वर की आराधना का भवन” या “परमेश्वर की आराधना का स्थान” किया जा सकता है।
- यदि यह मन्दिर का मिलापवाले तम्बू के विषय में है तो इसका अनुवाद “मन्दिर(या मिलापवाले तम्बू)” किया जा सकता है जहाँ परमेश्वर की आराधना की जाती है(या “जहा परमेश्वर उपस्थित” या “जहाँ परमेश्वर अपने लोगों से मिलता है।”)
- शब्द “घर” का अनुवाद में उपयोग करना महत्त्वपूर्ण है ताकि ये व्यक्त कर सकें कि परमेश्वर "निवास" करता है, परमेश्वर की आत्मा अपने लोगों के साथ है जो उसकी आराधना करने की जगह में है।
(यह भी देखें: परमेश्वर की प्रजा, मिलापवाला तम्बू, मन्दिर)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H426, H430, H1004, H1005, H3068, G2316, G3624
परमेश्वर के वचन, परमेश्वर के वचनों, यहोवा के वचन, प्रभु का वचन, पवित्रशास्त्र, पवित्रशास्त्र
परिभाषा:
बाइबल में “परमेश्वर का वचन” उन सभी चीजों को संदर्भित करता है जो परमेश्वर ने लोगों को बताया था। इसमें बोले गए तथा लिखित सन्देश शामिल हैं। यीशु को भी “परमेश्वर का वचन” कहा गया है।
- “पवित्रशास्त्र” का अर्थ है “लेख”। नये नियम में “पवित्रशास्त्र” का संदर्भ इब्रानी धर्मशास्त्र या पुराना नियम से है। ये लेख परमेश्वर का सन्देश है जो उसने मनुष्यों से लिखने को कहा कि भविष्य में पढ़ा जा सके।
- इससे संबन्धित शब्द है, “यहोवा का वचन” या “प्रभु का वचन” आमतौर पर परमेश्वर के विशिष्ट सन्देश के संदर्भ में है जो किसी भविष्यद्वक्ता या किसी मनुष्य को दिया गया।
- कभी-कभी मात्र यही लिखा है, “वचन” या “मेरा वचन” या “तेरा वचन” (परमेश्वर के वचन के संदर्भ में)
- नये नियम में यीशु को “वचन” या “परमेश्वर का वचन” कहा गया है। इन पदनामों का अर्थ है कि यीशु परमेश्वर को पूर्णतः प्रकट करता है क्योंकि वह स्वयं परमेश्वर है।
अनुवाद के सुझाव
- प्रकरण के आधार पर इस शब्द के अनुवाद की विधियां है, “यहोवा का सन्देश था” “परमेश्वर का सन्देश” या “परमेश्वर की शिक्षाएं”
- कुछ भाषाओं में इसका बहुवचन अधिक व्यवहारिक होगा, “परमेश्वर के वचन” या “यहोवा के वचन”
- “यहोवा का वचन पहुंचा” यह अभिव्यक्ति प्रायः परमेश्वर द्वारा भविष्यद्वक्ताओं या मनुष्यों को दिए गए सन्देश का आरंभ व्यक्त करती हैं। इसका अनुवाद इस प्रकार किया जा सकता है, “यहोवा ने यह सन्देश दिया” या “परमेश्वर ने ये वचन कहे”।
- “पवित्रशास्त्र” या “पवित्रशास्त्रों” का अनुवाद “लेखे” या “परमेश्वर का लिखित सन्देश” के रूप में किया जा सकता है। इस पद का अनुवाद "शब्द" से अलग तरह से किया जाना चाहिए।
- जब "शब्द" अकेला होता है और यह परमेश्वर के वचन को दर्शाता है, इसका अनुवाद "संदेश" या " परमेश्वर का शब्द" या "शिक्षाओं" के रूप में किया जा सकता है। उपरोक्त सुझाव के अनुसार अनुवादों पर भी ध्यान दें।
- जब बाइबल यीशु को "शब्द" के रूप में संदर्भित करती है, तो इस शब्द का अनुवाद "संदेश" या "सत्य" के रूप में किया जा सकता है।
(यह भी देखें: भविष्यद्वक्ता, वचन, यहोवा)
बाइबल संदर्भ:
बाइबल कहानियों के उदाहरण:
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- 25:07 परमेश्वर के वचन में वह अपने लोगों को आज्ञा देता है कि 'तू प्रभु अपने परमेश्वर को प्रणाम कर, और केवल उसी की उपासना कर।’”
- 33:06 तब यीशु ने उन्हें समझाया कि, “बीज परमेश्वर का वचन है ।
- 42:03 फिर यीशु ने उन्हें समझाया कि परमेश्वर का वचन मसीहा के बारे में क्या कहता है
- 42:07 यीशु ने कहा, जो बाते मैंने तुम्हारे साथ रहते हुए तुम्हे बताई थी कि परमेश्वर के वचन में जो कुछ भी मेरे बारे में लिखा है वह सब पूरा होगा।" तब उसने पवित्र शास्त्र बूझने के लिये उनकी समझ खोल दी।
- 45:10 फिलिप्पुस ने अन्य शास्त्रों का भी इस्तेमाल करके उसे यीशु का सुसमाचार सुनाया।
- 48:12 लेकिन यीशु सबसे महान भविष्यद्वक्ता है। वह __ परमेश्वर का वचन__ है।
- 49:18 परमेश्वर कहता है कि हम प्रार्थना करें, उसका वचन पढ़ें, अन्य मसीही लोगों के साथ उसकी आराधना करें, और जो उसने हमारे लिए किया है वह दूसरों को बताएँ।
शब्द तथ्य:
- Strong's: H561, H565, H1697, H3068, G3056, G4487
परमेश्वर पिता, स्वर्गीय पिता, पिता
तथ्य:
यह शब्द “पिता परमेश्वर” और “स्वर्गीय पिता” एकमात्र सच्चे परमेश्वर, यहोवा के संदर्भ में हैं। उसी अर्थ के साथ एक और शब्द "पिता" है, जो सबसे अधिक बार प्रयोग किया जाता था जब यीशु उससे बात कर रहा था
- परमेश्वर, पिता परमेश्वर, पुत्र परमेश्वर और पवित्र आत्मा परमेश्वर है। हर एक पूर्ण परमेश्वर होते हुए भी तीनों एक ही हैं। यह एक ऐसा भेद है जिसे मनुष्य पूर्णतः समझ नहीं सकता।
- पिता परमेश्वर ने पुत्र परमेश्वर (यीशु) को संसार में भेजा और उसने अपने लोगों के लिए पवित्र आत्मा को भेजा।
- जो पुत्र परमेश्वर में विश्वास करता है वह पिता परमेश्वर की सन्तान बन जाता है और पवित्र आत्मा परमेश्वर उसमें वास करने लगता है। यह एक और भेद है जिसे मनुष्य पूर्णतः समझ नहीं सकता।
अनुवाद के सुझाव:
- “पिता परमेश्वर” का सर्वोत्तम अनुवाद, “पिता” शब्द हो सकता है, उसी शब्द के साथ जो भाषा में स्वाभाविक रूप से एक मानव पिता का उल्लेख करने के लिए उपयोग करता है।
- “स्वर्गीय पिता” का अनुवाद हो सकता है, “पिता जो स्वर्ग में है” या “पिता परमेश्वर जो स्वर्ग में है” या “हमारा स्वार्गिक पिता” है।
- आमतौर पर जब "पिता" का पूंजीकरण होता है, तो परमेश्वर को संदर्भित करता है।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: पूर्वजों, परमेश्वर, स्वर्ग, पवित्र आत्मा, यीशु, परमेश्वर का पुत्र)
बाइबल संदर्भ:
1 यूह. 02:22-23
बाइबल कहानियों के उदाहरण:
- 24:09 केवल एक ही परमेश्वर है। परन्तु जब यूहन्ना ने यीशु को बपतिस्मा दिया, उसने पिता परमेश्वर को कहते सुना, पुत्र परमेश्वर को देखा, और पवित्र आत्मा को भी देखा ।
- 29:09 तब यीशु ने कहा, “इसी प्रकार यदि तुम में से हर एक अपने भाई को मन से क्षमा न करेगा, तो मेरा पिता जो स्वर्ग में है , तुम से भी वैसा ही करेगा"
- 37:09 फिर यीशु ने स्वर्ग की ओर देखा और कहा, " पिता, मुझे सुनने के लिए धन्यवाद।"
- 40:07 तब यीशु ने रोते हुए कहा, “पूरा हुआ! हे पिता, मैं अपनी आत्मा तेरे हाथों में सौंपता हूँ।”
- 42:10 इसलिये तुम जाओ, सब जातियों के लोगों को चेला बनाओ और उन्हें पिता, और पुत्र, और पवित्र आत्मा के नाम से बपतिस्मा दो, और उन्हें सब बातें जो मैं ने तुम्हें आज्ञा दी है, मानना सिखाओ। "
- 43:08 “यीशु अब महिमा में पिता परमेश्वर के दाहिनी ओर बैठा है।"
- 50:10 तब धर्मीलोग अपने पिता परमेश्वर के राज्य में सूर्य के समान चमकेंगे।”
शब्द तथ्य:
परीक्षा करने, परीक्षा
परिभाषा:
किसी को परीक्षा में डालने का अर्थ है कि उससे गलत काम करवाना.
- परीक्षा में मनुष्य को गलत काम करने की प्रेरणा मिलती है.
- मनुष्य अपने पापी स्वभाव या अन्य मनुष्यों द्वारा परीक्षा में गिरते हैं.
- शैतान भी मनुष्यों को परमेश्वर की अवज्ञा औरअनुचित कार्यों द्वारा परमेश्वर के विरूद्ध पाप करने की परीक्षा में डालता है.
- शैतान ने यीशु की परीक्षा ली थी और उसने अनुचित काम करवाने का प्रयास किया था परन्तु यीशु ने उसकी परीक्षाओं पर जय पाकर पाप नहीं किया.
- मनुष्य “परमेश्वर की परीक्षा” लेता है तो वह उससे कुछ गलत करवाने की कोशिश नहीं करता है, बल्कि वह हठीली अवज्ञा करता है, यहाँ तक कि परमेश्वर उसको दंड देने पर विवश हो. यह भी परमेश्वर की परिक्षा लेना कहलाता है.
अनुवाद के सुझाव:
- "परीक्षा करना" का अनुवाद “पाप करवाने का प्रयास करना” या “प्रलोभन देना” या “पाप करने की अभिलाषा जगाना.”
- “परीक्षा” के अनुवाद रूप हो सकते हैं, “परीक्षा में गिरानेवाली बातें” या “किसी को पाप का लालच देने वाली बातें” या “ऐसी बातें जो अनुचित काम करने की अभिलाषा उत्पन्न करें.”
- परमेश्वर की परीक्षा के संदर्भ में इसका अनुवाद “परमेश्वर को परखना” या “परमेश्वर को जांचना” या “परमेश्वर के धीरज को परखना” या “परमेश्वर द्वारा दण्ड का कारण होना” या “हठीलेपन के कारण परमेश्वर की अवज्ञा करते रहना.”
(यह भी देखें: आज्ञा न मानना, शैतान, पाप, परीक्षा)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 25:01 तब शैतान यीशु से पाप कराने के लिये उनकी परीक्षा करने आया.
- 25:08 यीशु शैतान के __लालच में __नहीं आया, तब शैतान उसके पास से चला गया.
- 38:11 यीशु ने अपने चेलों से कहा कि वे प्रार्थना करते रहें कि परीक्षा में न पड़ें.
शब्द तथ्य:
- Strong’s: H974, H4531, H5254, G551, G1598, G3985, G3986, G3987
परीक्षा, परीक्षण, परीक्षण
परिभाषा:
“परीक्षा” का संदर्भ कठिन या दुःखदायी अनुभव से है जो मनुष्य की इच्छाशक्ति या दुर्बलता को दर्शाता है।
- परमेश्वर मनुष्य को जांचता है, परन्तु उनको पाप में नहीं गिराता था। परन्तु शैतान मनुष्यों को पाप करने की परीक्षा में डालता है।
- परमेश्वर कभी-कभी कसौटी पर रखकर मनुष्य के पाप को प्रकट करता है। परीक्षा एक व्यक्ति को पाप से दूर करने और परमेश्वर के करीब आने में मदद करती है।
- सोना-चांदी को आग में तपा कर उनकी शुद्धता और मज़बूती देखी जाती है। यह कष्टदायक परिस्थितियों द्वारा मनुष्यों को परखने का चित्रण है।
- “परख कर देखना” अर्थात् “किसी को चुनौती देना कि अपने महत्व को सिद्ध करे।”
- परमेश्वर की परीक्षा लेने का अर्थ है, उससे हमारे लिए एक चमत्कार कराने कि कोशिश करना है, उसकी दया का अनुचित लाभ उठाना।
- यीशु ने शैतान से कहा था कि परमेश्वर की परीक्षा लेना उचित नहीं है। वह सर्वशक्तिमान पवित्र परमेश्वर है जो सबके ऊपर है।
अनुवाद के सुझाव:
- “परखना” का अनुवाद हो सकता है, “चुनौती देना” या “कठिनाइयों का अनुभव करवाना” या “सिद्ध करना”।
- “परखना” के अनुवाद रूप हो सकते हैं, “चुनौती” या “कठिनाई”।
- “परख कर देखना” का अनुवाद हो सकता है, “परीक्षा करना” या “चुनौती देना” या “किसी के स्वयं को सिद्ध करने पर विवश करना।”
- परमेश्वर के संदर्भ में इसका अनुवाद हो सकता है, “परमेश्वर को विवश करने का प्रयास करना कि वह अपना प्रेम सिद्ध करे।”
- कुछ संदर्भों में, जब विषय परमेश्वर नहीं है, “परखना” का अर्थ “परीक्षा” भी हो सकता है।
(यह भी देखें: परीक्षा करना)
बाइबल के सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H5713, H5715, H5749, H6030, H8584, G1242, G1263, G1303, G1957, G3140, G3141, G3142, G3143, G4303, G4828, G6020
पवित्र
परिभाषा:
“पवित्र” बाइबल में एक पदनाम है जो सदैव परमेश्वर का संदर्भ देता है।
- “पुराने नियम में यह नाम अधिकतर “इस्राएल का पवित्र” उक्ति में प्रकट होता है।
- नये नियम में यीशु को भी “पवित्र जन” कहा गया है।
- “पवित्र जन” बाइबल में कभी-कभी स्वर्गदूत के लिए काम में लिया गया है।
अनुवाद के सुझाव:
- वास्तविक शब्दावली है, “वह पवित्र”("एक" के साथ निहित किया जा रहा है।) कई भाषाएं (जैसे अंग्रेज़ी) इसे अंतर्निहित संज्ञा के साथ अनुवाद करेंगे(जैसे "एक" या "परमेश्वर") ।
- इस शब्द का अनुवाद “परमेश्वर, जो पवित्र है” या “पृथक किए गए लोग” हो सकता है।
- वाक्यांश "इस्राएल का पवित्र जन" का अनुवाद "पवित्र परमेश्वर जिसे इस्राएल की आराधना करता है" या "पवित्र इस्राएल के शासन करने वाले" के रूप में किया जा सकता है।
- इस शब्द का उत्तम अनुवाद उसी शब्द या वाक्यांश का उपयोग करना है जिसे "पवित्र" का अनुवाद करने के लिए उपयोग किया जाता है।
(यह भी देखें: पवित्र, परमेश्वर)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H2623, H376, H6918, G40, G3741
पवित्र आत्मा से भर गए
परिभाषा:
“आत्मा से भर गए” प्रतीकात्मक अभिव्यक्ति है जिसका अर्थ है कि पवित्र आत्मा मनुष्य को शक्ति देता है कि परमेश्वर की इच्छा पूरी करे।
- “भर जाना” एक वाक्शैली है जिसका अर्थ प्रायः “नियंत्रित होना” होता है।
- मनुष्य “पवित्र आत्मा से भर जाते हैं, जब वे पवित्र आत्मा की अगुआई में रहते हैं और परमेश्वर की इच्छा पूरी करने के लिए उस पर पूर्णतः निर्भर करते हैं।
अनुवाद के सुझाव:
- इस का अनुवाद “पवित्र आत्मा की शक्ति में” या “पवित्र आत्मा के वश में” हो सकता है। परन्तु इसका अर्थ ऐसा न प्रकट हो कि पवित्र आत्मा विवश कर रहा है।
- “वह पवित्र आत्मा से भर गया” का अनुवाद “वह पूर्णतः पवित्र आत्मा के सामर्थ्य में जी रहा था” या “वह पवित्र आत्मा की पूर्ण अगुआई में था” या “पवित्र आत्मा उसकी अगुआई कर रहा था”।
- यह उक्ति “आत्मा का जीवन” के अनुरूप है परन्तु “आत्मा से भर गया” पूर्णता पर बल देता है कि जिसके द्वारा मनुष्य पवित्र आत्मा को अपने जीवन का नियंत्रण एवं प्रभाव सौंप देता है। अतः संभव हो तो इन दोनों का अनुवाद अलग-अलग किया जाए।
(यह भी देखें: पवित्र आत्मा)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: G40, G4130, G4137, G4151
पवित्र आत्मा, परमेश्वर की आत्मा, प्रभु की आत्मा, आत्मा
तथ्य:
ये सब शब्द पवित्रआत्मा के संदर्भ में है जो स्वयं परमेश्वर है। एकमात्र सच्चा परमेश्वर पिता, पुत्र और पवित्र आत्मा है।
- पवित्र आत्मा को केवल “आत्मा” या “यहोवा का आत्मा” या “सत्य का आत्मा” भी कहा गया है।
- क्योंकि पवित्र आत्मा परमेश्वर है वह अपने गुण एवं कार्यों में परमपवित्र है, अत्यधिक शुद्ध और नैतिक सिद्धता में है।
- पिता और पुत्र के साथ पवित्र आत्मा भी जगत की रचना में सक्रिय था।
- परमेश्वर पुत्र यीशु जब स्वर्ग लौट गया तब उसने अपने लोगों के लिए पवित्र आत्मा भेजा कि उनकी अगुवाई करे, उन्हें शिक्षा दे, उन्हें शान्ति दे और परमेश्वर की इच्छा पूर्ति के योग्य बनाए।
- पवित्र आत्मा यीशु की अगुआई करता था तथा यीशु में विश्वास करने वालों का भी मार्गदर्शन करता है।
अनुवाद के सुझाव:
- इस शब्द का अनुवाद “पवित्र” और “आत्मा” शब्दों के अनुवाद से किया जा सकता है।
- इस शब्द का अनुवाद, “शुद्ध आत्मा”, या “आत्मा जो पवित्र है” या “परमेश्वर जो आत्मा है” हो सकता है।
(यह भी देखें: पवित्र, आत्मा, परमेश्वर, प्रभु, पिता परमेश्वर, परमेश्वर का पुत्र,भेंट
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों के उदाहरण:
- 01:01 लेकिन परमेश्वर की आत्मा वहाँ जल के ऊपर थी।
- 24:08 और यीशु बपतिस्मा लेकर तुरन्त पानी में से ऊपर आया, और उसने परमेश्वर की आत्मा को कबूतर के समान उतरते और उसके ऊपर आते देखा।
- __26: 1__शैतान की परीक्षा पर जय पाने के बाद, यीशु जहाँ वह रहते थे गलील के क्षेत्र के लिए पवित्र आत्मा की शक्ति में लौट आए।
- 26: 3 यीशु ने पढ़ा, “ प्रभु की आत्मा मुझ पर है, इसलिये कि उसने कंगालों को सुसमाचार सुनाने के लिए अभिषेक किया है, और मुझे इसलिये भेजा है कि बन्दियों को छुटकारे का और अंधों को दृष्टी पाने का सुसमाचार प्रचार करूँ और कुचले हुओ को मुक्त करूँ।"
- 42:10 तो जाओ, स्वर्गीय पिता और पवित्र आत्मा के नाम पर उन्हें बपतिस्मा दो, सभी लोगों के समूह के चेले बनाओ और उन्हें उन सभी चीजों का पालन करने के लिए सिखाओ जिसकी मैंने तुमको आज्ञा दी है। "
- 43:03 वे सब पवित्र आत्मा से भर गए, और उन्होंने अन्य अन्य भाषओं में बोलना शुरू किया।
- 43:08 "और यीशु ने पवित्र आत्मा को भेजा है जैसा कि उसने वादा किया था कि वह करेंगे। पवित्र आत्मा उन चीजों का कारण बन रहा है जो आप देख रहे हैं और सुन रहे हैं।"
- 43:11 पतरस ने उनसे कहा, “मन फिराओ, और तुम में से हर एक यीशु मसीह के नाम से बपतिस्मा ले तो परमेश्वर तुम्हारे पापों को क्षमा करेगा। तब वह तुम्हें पवित्र आत्मा का दान देगा।।"
- 45:01 वह (स्तिफनुस) एक अच्छा प्रतिष्ठित मनुष्य था और पवित्र आत्मा और ज्ञान से भरा था।
शब्द तथ्य:
- Strong's: H3068, H6944, H7307, G40, G4151
पवित्र करना, पवित्र ठहरेगा, संस्कार
परिभाषा:
पवित्र करना का अर्थ है, परमेश्वर की सेवा हेतु किसी वस्तु या मनुष्य को समर्पित करना। जिस मनुष्य या वस्तु को अभिषेक कर दिया गया उसे पवित्र और परमेश्वर के लिए पृथक माना जाता था।
- इस शब्द का अर्थ “पवित्र करने” जैसा ही है परन्तु इसका अतिरिक्त अर्थ है, किसी को विधिवत परमेश्वर की सेवा हेतु पृथक करना।
- परमेश्वर के लिए पृथक की गई वस्तुओं में बलि के पशु, होमबलि की वेदी तथा निवास का मण्डप थे।
- परमेश्वर के लिए मनुष्यों का भी अभिषेक किया गया था, याजक, इस्राएली प्रजा तथा पहिलौठा।
- कभी-कभी “अभिषेक” शब्द का अर्थ “शुद्धिकरण” भी होता था। विशेष करके जब मनुष्य या वस्तुओं को परमेश्वर की सेवा के लिए तैयार किया जाता था जिससे कि वे शुद्ध होकर परमेश्वर को ग्रहण योग्य हों।
अनुवाद के सुझाव:
- “पवित्र करना” के अनुवाद हो सकते हैं, “परमेश्वर की सेवा के लिए अलग करना" या "परमेश्वर की सेवा के लिए शुद्ध करना।”
- "पवित्र" और "शुद्ध करना" का अनुवाद कैसे किया गया है उस पर भी ध्यान दे।
(यह भी देखें: पवित्र, चोखे, पवित्र करने)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H2763, H3027, H4390, H4394, H5144, H5145, H6942, H6944, G1457, G5048
पवित्र करना, पवित्रता
परिभाषा:
पवित्र करने का अर्थ है अलग करके पवित्र करना। पवित्र करना शुद्धिकरण की प्रक्रिया है।
- पुराने नियम में, कुछ लोग और कुछ वस्तुएं परमेश्वर की सेवा के निमित्त पृथक किए गए थे या पवित्र माने गए थे।
- नये नियम की शिक्षा के अनुसार यीशु में विश्वास करने वालों को परमेश्वर पवित्र करता है। अर्थात वह उन्हें पवित्र करके अपनी सेवा के लिए पृथक कर लेता है।
- यीशु में विश्वास करनेवालों को आज्ञा दी गई है कि वे परमेश्वर के निमित्त स्वयं को पवित्र करें, प्रत्येक काम में पवित्र ठहरें।
अनुवाद के सुझाव:
- प्रकरण के अनुसार, "पवित्र करना" का अनुवाद "पृथक करना" या "पवित्रीकरण करना" या "शुद्ध करना" हो सकते हैं।
- जब मनुष्य अपने को शुद्ध करते हैं, तो इसका अर्थ है कि वे अपना शोधन करके परमेश्वर की सेवा में अपना समर्पण करते हैं। "पवित्र" करना शब्द बाइबल में इस अभिप्राय में प्रयोग किया जाता है।
- "पवित्र" शब्द है अनुवाद "किसी का समर्पण करना" हो सकता है।
- संदर्भ के आधार पर, वाक्यांश "आपका पवित्रता" का अनुवाद "आपको पवित्र बनाना" या "आपको अलग करना (परमेश्वर के लिए)" या "क्या आपको पवित्र बनाता है" के रूप में किया जा सकता है।
(यह भी देखें: पवित्र करना, पवित्र, पृथक करना)
बाइबल के सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H6942, G37, G38
पवित्र, पवित्रता, अपवित्र,
परिभाषा:
“पवित्र” और पवित्रता” का संदर्भ परमेश्वर के गुण से है जो पूर्णतः पृथक है और किसी भी पापी और असिद्ध बात से पृथक किया हुआ है।
- केवल परमेश्वर पूर्णतः पवित्र है। वह मनुष्यों और वस्तुओं को पवित्र बनाता है।
- पवित्रजन परमेश्वर का है और वह परमेश्वर की सेवा तथा महिमान्वन के लिए पृथक किया हुआ है।
- जिस वस्तु को परमेश्वर ने पवित्र घोषित कर दिया, वह उसकी महिमा और उपयोग के लिए पृथक कर दी गई है जैसे कि एक वेदी जो उसके बलिदान चढ़ाने के उद्देश्य के लिए है।
- मनुष्य उसकी अनुमति के बिना उसके निकट नहीं आ सकता क्योंकि वे पवित्र और मात्र मनुष्य हैं, पापी और असिद्ध।
- पुराने नियम में, परमेश्वर ने याजकों को पवित्र करके अपनी सेवा के लिए पृथक कर लिया था। उन्हें परमेश्वर के निकट जाने के लिए सांसारिक रूप में पापों से शुद्ध होना होता था।
- परमेश्वर कुछ स्थानों एवं वस्तुओं को भी पवित्रता में पृथक कर लेता है जो उसके होते हैं या जिनमें उसने स्वयं को प्रकट किया है जैसे मन्दिर।
अनुवाद के सुझाव:
- “पवित्र” के अनुवाद रूप हो सकते हैं, “परमेश्वर के लिए पृथक” या “परमेश्वर का” या “पूर्णतः शुद्ध” या “सिद्धता में निष्पाप” या “पाप से पृथक”।
- “पवित्र करना” का अनुवाद प्रायः “शोधन” होता है। इसका अनुवाद “परमेश्वर के महिमा से (किसी को) पृथक करना” भी हो सकता है।
(यह भी देखें: पवित्र आत्मा, पवित्र करना, शोधन, पृथक करना)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों के उदाहरण:
- 01:16 उस ने सातवें दिन को आशीष दिया और उसे पवित्र बनाया क्योंकि इस दिन परमेश्वर ने अपने काम से विश्राम लिया था।
- 09:12 “जिस स्थान पर तू खड़ा है वह पवित्र भूमि है।”
- 13:02 ,”इसलिये अब यदि तुम निश्चय मेरी मानोगे, और मेरी वाचा का पालन करोगे, तो सब लोगों में से तुम ही मेरा निज धन ठहरोगे, समस्त पृथ्वी तो मेरी है, और तुम मेरी दृष्टी में याजकों का राज्य और पवित्र जाति ठहरोगे।”
- 13:05 तू सब्त के दिन को पवित्र मानने के लिये स्मरण रखना।
- 22:05“इसलिये वह पवित्र जो उत्पन्न होनेवाला है, परमेश्वर का पुत्र कहलाएगा।”
- 50:02 जबकि हम यीशु के वापस आने का इंतजार कर रहे हैं, तो परमेश्वर चाहता है कि हम ऐसा जीवन जियें जो पवित्र हो तथा उसे आदर देता हो।
शब्द तथ्य:
- Strong's: H430, H2455, H2623, H4676, H4720, H6918, H6922, H6942, H6944, H6948, G37, G38, G39, G40, G41, G42, G462, G1859, G2150, G2412, G2413, G2839, G3741, G3742
पवित्रस्थान
परिभाषा:
बाइबल में “पवित्रस्थान” और “परम पवित्रस्थान” मिलापवाले तम्बू या मन्दिर के दो कक्षों के संदर्भ में आते हैं।
- “पवित्र स्थान” पहला कक्ष था जिसमें धूप जलाने की वेदी और भेंट की रोटियाँ रखने की मेज थी।
- “परम पवित्र स्थान” अन्तरतम कक्ष या जिसमें वाचा का सन्दूक रखा हुआ था।
- एक मोटी, भारी पर्दे बाहरी कक्ष को भीतरी कक्ष से अलग करता है।
- परमपवित्र स्थान में केवल महायाजक प्रवेश कर सकता था।
- कभी-कभी पवित्र स्थान संपूर्ण मन्दिर या मिलापवाले तम्बू के लिए काम में लिया गया है। कभी-कभी पवित्र स्थान परमेश्वर की लिए पृथक किए गए किसी भी स्थान के संदर्भ में होते हैं।
अनुवाद के लिए सुझाव:
- “पवित्र स्थान” का अनुवाद “परमेश्वर के लिए पृथक किया गया कक्ष” या “परमेश्वर से भेंट करने का विशेष कक्ष” या “परमेश्वर का आरक्षित स्थान”
- “परम पवित्र स्थान” का अनुवाद “परमेश्वर के लिए सर्वथा पृथक कक्ष” या “परमेश्वर से भेंट करने का अति विशेष कक्ष”
- प्रकरण के अनुसार “पवित्र स्थान” का अनुवाद “परमेश्वर का अभिषिक्त स्थान” या “परमेश्वर द्वारा पृथक किया गया स्थान” या “मन्दिर में पवित्र स्थान” या “परमेश्वर के मन्दिर का परिसर”।
(यह भी देखें: धूप जलाने की वेदी, वाचा का सन्दूक, रोटी, पवित्र ठहरना, आंगन, परदा, पवित्र, पृथक करना, मिलापवाला तम्बू, मन्दिर)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H1964, H4720, H4725, H5116, H6918, H6944, G39, G40, G3485, G5117
पवित्रस्थान
परिभाषा:
"पवित्र-स्थान" का मूल अर्थ है, "पावन स्थल" और इसका संदर्भ उस स्थान से है जिसे परमेश्वर ने पावन एवं पवित्र बनाया। इसका संदर्भ सुरक्षा एवं रक्षा के स्थान से भी हो सकता है।
- पुराने नियम में "पवित्र-स्थान" प्रायः निवास के मण्डप या मन्दिर के लिए काम में लिया जाता था जिनमें "पवित्र-स्थान" और "परमपवित्र-स्थान" थे।
- परमेश्वर पवित्र-स्थान को अपनी प्रजा इस्राएल के मध्य अपने निवास का स्थान कहता था।
- वह स्वयं को भी "पवित्र-स्थान" या अपने लोगों के लिए एक सुरक्षित स्थान कहता था जहां उन्हें सुरक्षा प्राप्त थी।
अनुवाद के सुझाव:
- इस शब्द में निहितार्थ है, "पवित्र-स्थान" या "वह स्थान जो पृथक किया गया है।"
- प्रकरण के अनुसार "पवित्र-स्थान" शब्द का अनुवाद "पावन स्थल" या "पवित्र भवन" या "परमेश्वर का पवित्र निवास" या "सुरक्षा का पवित्र स्थान" या "सुरक्षा का पावन स्थल" भी किया जा सकता है।
- "पवित्र स्थान का शेकेल" का अनुवाद हो सकता है "निवास के मण्डप के लिए दिए गए शेकेल का प्रकार" या "मन्दिर के रख-रखाव हेतु कर स्वरूप शेकेल।"
- टिप्पणी: सावधान रहें कि इस शब्द का अनुवाद आज के आराधनालय के आराधना स्थल का अर्थ प्रकट न करे।
(यह भी देखें: पवित्र, पवित्र आत्मा, पवित्र, पृथक करना, तम्बू, कर, मन्दिर, )
बाइबल के सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H4720, H6944, G39
पहले से ठहराना, पहले से ठहराया
परिभाषा:
“पहले से ठहराना” या “ पहले से ठहराया” इसका संदर्भ समय से पहले निर्णय लेना या योजना बनाना कि कुछ होगा।
- यह शब्द विशेष करके परमेश्वर के संदर्भ में है कि उसने मनुष्यों को समय से पहले ठहरा दिया कि वे अनन्त जीवन पाएं।
- कभी-कभी यह शब्द “पहले से ठहराए” का अर्थ समय से पहले निर्णय लेने के संदर्भ में की काम में लिया जाता है।
अनुवाद के सुझाव:
- “पहले से ठहराए” का अनुवाद, “पहले से निर्णय लेना” या “समय से पहले निर्णय लेने” के संदर्भ में होता है।
- “पहले से ठहराए गए” का अनुवाद, “बहुत पहले निर्णय लिया गया” या “समय से पूर्व योजनाबद्ध था” समय से पूर्व निर्णय लिया गया”।
- “पहले से ठहराए गए” का अनुवाद, “बहुत पहले से निर्णय लिया गया कि हम” या “समय से पहले ही निर्णय ले लिया गया कि हम”।
- ध्यान रखें कि इस उक्ति का अनुवाद “पूर्व ज्ञान” से भिन्न हो।
(यह भी देखें: पूर्व ज्ञान)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
पहिलौठे का अधिकार
परिभाषा:
“पहिलौठे का अधिकार” बाइबल में सम्मान, पारिवारिक नाम, सम्पदा, का बोध करवाता है जो प्रथम पुत्र को दिया जाता है।
- प्रथम पुत्र के पहिलौठे होने के अधिकार में पिता की वसीयत का दो गुणा भाग होता था।
- राजा के पहिलौठे को पिता के मृत्यु के बाद राज करने का अधिकार प्राप्त था।
- एसाव ने अपने छोटे भाई याकूब को अपना पहिलौठे का अधिकार बेच दिया था। इस कारण एसाव के स्थान में याकूब को पहिलौठे की आशिषें मिलीं।
- पहिलौठे के अधिकार में पहिलौठे का सम्मान होता है कि परिवार के सब वंशजों को पहिलौठे का नाम मिले।
अनुवाद के सुझाव:
- “पहिलौठे का अधिकार” के संभावित अनुवाद हो सकते हैं, “प्रथम पुत्र के अधिकार और सम्पदा” या “पारिवारिक सम्मान” या “प्रथम पुत्र के सौभाग्य और उत्तराधिकार”
(यह भी देखें: पहिलौठे, उत्तराधिकार में पाना, वंशज)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
पाप, पापो, पाप करना, पापमय, पापी, पाप करते रहना
परिभाषा:
“पाप” कार्य, विचार तथा जो शब्द परमेश्वर विरोधी हैं। पाप का अर्थ यह भी होता है कि हम वह काम न करें जो परमेश्वर चाहता है।
- वह हर एक काम जो परमेश्वर की आज्ञा या प्रसन्नता के विरूद्ध है वरन वे बातें भी जिन्हें अन्य जन नहीं जानते, पाप हैं।
- विचार और कार्य जो परमेश्वर की इच्छा का पालन नहीं करते पापी कहलाते हैं।
- क्योंकि आदम ने पाप किया है, सभी इंसान एक "पापी स्वभाव" के साथ पैदा होते हैं, जो एक प्रकृति है जो उन्हें नियंत्रित करता है और उन्हें पाप करने देता है।
- “पापी” अर्थात पाप करनेवाला, अतः सब मनुष्य पापी हैं।
- कभी-कभी “पापी” शब्द फरीसी जैसे धर्मी जनों द्वारा व्यवस्था का पालन नहीं करनेवालों के लिए काम में लिया जाता था, फरीसियों के तुल्य व्यवस्था पालन नहीं करनेवालों के लिए।
- “पापी” शब्द उन मनुष्यों के लिए भी काम में लिया जाता था जो अन्य मनुष्यों से अधिक पापी समझे जाते थे। उदाहरणार्थ, चुंगी लेनेवाले और वैश्याएं।
अनुवाद के सुझाव:
- “पाप” का अनुवाद ऐसी उक्ति के द्वारा भी किया जा सकता है जिसका अर्थ हो, “परमेश्वर की आज्ञा न मानना” या “परमेश्वर की इच्छा के विरूद्ध चलना” या “बुरे कार्य एवं विचार” या “गलत काम करना”।
- “पाप करना” का अनुवाद “परमेश्वर की अवज्ञा” या “अनुचित काम करना” भी हो सकता है।
- प्रकरण के अनुसार “पापमय” का अनुवाद “गलत काम करने वाले” या “दुष्ट” या “अनैतिक” या “बुरा” या “परमेश्वर से विद्रोह”
- प्रकरण के अनुसार “पापी” का अनुवाद ऐसे शब्द या उक्ति द्वारा किया जा सकता है जिसका अर्थ हो “वह मनुष्य जो पाप करता है” या “अनुचित काम करनेवाला मनुष्य” या “परमेश्वर की आज्ञा न माननेवाला मनुष्य”
- “पापियों” का अनुवाद ऐसी उक्तियों द्वारा किया जा सकता है जिनका अर्थ हो “अत्यधिक पापी मनुष्य” या “जिन मनुष्यों को अत्यधिक पापी माना जाता है” या “घोर अपराधी मनुष्य”
- “चुंगी लेनेवाले और पापी” का अनुवाद विधियां हैं, “सरकार के लिए पैसा एकत्र करनेवाले और अन्य अत्यधिक पापी मनुष्य” या “घोर पापी मनुष्य”।
- "पाप के दास" या "पाप द्वारा शासित" की अभिव्यक्ति में, "पाप" शब्द का अनुवाद "आज्ञा न मानना" या " बुरी इच्छाओं और कार्यों" के रूप में किया जा सकता है।
- सुनिश्चित करें कि इस अवधि के अनुवाद में पापी व्यवहार और विचार शामिल हो सकते हैं, यहां तक कि वह भी जो उस बारे में नहीं जानते हैं।
- शब्द "पाप" सामान्य होना चाहिए, और "दुष्टता" और "बुराई" के लिए शब्दों से अलग होना चाहिए।
(यह भी देखें: अवज्ञा, दुष्ट, देह, चुंगी लेनेवाला)
बाइबल संदर्भ:
बाइबल कहानियों के उदाहरण:
- 03:15 परमेश्वर ने कहा "मैं वादा करता हूँ कि मैं फिर कभी भूमि पर शाप नहीं दूंगा क्योंकि लोग बुरे काम करते हैं, या बाढ़ पैदा करके दुनिया को नष्ट कर देते हैं, भले ही लोग उस समय से पापी होते हैं जब वे बच्चे होते हैं।
- 13:12 परमेश्वर उनके पाप के कारण उनके साथ बहुत क्रोधित था और उन्हें नष्ट करने की योजना बनाई।
- 20:01 इस्राएलियों और यहूदियों के राज्यों ने परमेश्वर के विरुद्ध पाप किया था। उन्होंने वाचा को तोड़ा जो परमेश्वर ने उनके साथ सीनै में बनाया था।
- 21:13 भविष्यद्वक्ताओं ने यह भी कहा कि मसीह परिपूर्ण होगा, जिसमे कोई पाप नहीं होगा। वह अन्य लोगों के पाप के लिए दंड प्राप्त करने के लिए मर जाएगा
- 35:01 एक दिन, यीशु कई चुंगी लेनेवाला और अन्य पापीयों को सिखा रहा था जो उन्हें सुनने के लिए इकट्ठा हुए थे।
- 38:05 तब यीशु ने एक कटोरा लिया और कहा, "इसे पी लो। यह नये नियम का मेरा लहू है जो पापों की क्षमा के लिए उंडेल दिया गया है।
- 43:11 पतरस ने उनसे कहा, “मन फिराओ, और तुम में से हर एक यीशु मसीह के नाम से बपतिस्मा ले तो परमेश्वर तुम्हारे पापों को क्षमा करेगा।
- 48:08 हम सभी हमारे पापों के लिए मरने योग्य हैं!
- 49:17 यद्यपि आप एक मसीही हैं, फिर भी आप पाप करने की परीक्षा में पड़ोगे । परन्तु परमेश्वर विश्वासयोग्य है और यह कहता है कि यदि तुम अपने पापों को मान लो, तो वह तुम्हें क्षमा करेगा। वह पाप के विरुद्ध युद्ध करने के लिए तुम्हें सामर्थ देगा।
शब्द तथ्य:
- Strong's: H817, H819, H2398, H2399, H2400, H2401, H2402, H2403, H2408, H2409, H5771, H6588, H7683, H7686, G264, G265, G266, G268, G361, G3781, G3900, G4258
पिन्तेकुस्त, सप्ताहों का पर्व
तथ्य:
“सप्ताहों का पर्व” एक यहूदी पर्व है जो फसह के पर्व के पचास दिन बाद मनाया जाता था। जिसे बाद में "पिन्तेकुस्त" कहा जाता था।
- सप्ताहों का पर्व, पहले फलों के पर्व के सात सप्ताहों (पचास दिन) बाद मनाया जाता था। नये नियम के युग में इस पर्व को “पिन्तेकुस्त” का पर्व कहते थे जिसके अर्थ में एक भाग “पचास” है।
- सप्ताहों का पर्व अन्न की कटनी के आरंभ के उत्सव में मनाया जाता था। यह वह समय था जब परमेश्वर ने इस्राएल के लिए सर्वप्रथम पत्थर की तख्तियों पर मूसा को व्यवस्था दी थी।
- नये नियम में पिन्तेकुस्त का दिन विशेष करके महत्वपूर्ण था क्योंकि उस दिन यीशु पर विश्वास करनेवालों ने एक नए तरीके से पवित्र आत्मा प्राप्त किया था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: पर्व, पहले फल, फसल, पवित्र आत्मा, खड़ा करना)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H2282, H7620, G4005
पुत्र, पुत्रों
परिभाषा:
एक पुरुष और एक स्त्री की पुरुष संतान उसके पूरे जीवनकाल के लिए उनका "पुत्र" कहलाता है उसे उस आदमी का पुत्र और उस महिला का एक पुत्र भी कहा जाता है एक "दत्तक पुत्र" एक पुरुष है जिसे कानूनी रूप से एक पुत्र के पद में रखा गया है।
- बाइबल में “पुत्र” शब्द प्रायः प्रतीकात्मक रूप में किसी भी पुरूष वंशज का संदर्भ में प्रयोग किया गया है। जैसे पोता या परपोता।
- “पुत्र” शब्द को विनम्रता में किसी बालक या वक्ता से कम उम्र के पुरूष के लिए प्रयोग किया जा सकता है।
- “नये नियम में परमेश्वर के पुत्र” मसीह के विश्वासियों के संदर्भ में प्रयोग किया गया है।
- परमेश्वर ने इस्राएल को अपना "पहलौठ पुत्र" कहा। यह इस्राएल देश को परमेश्वर द्वारा विशेष लोगों के रूप में चुनने के सन्दर्भ में है। परमेश्वर का मुक्ति और उद्धार का संदेश उनके द्वारा आया, जिसके परिणामस्वरूप अन्य लोग उसके आत्मिक सन्तान बन गए।
- “का पुत्र” का प्रतीकात्मक रूप में अर्थ प्रायः होता है कि “व्यक्ति में किसी के गुण” हैं। इसके उदाहरण है, “ज्योति की सन्तान”, “आज्ञाकारिता की सन्तान”, “शान्ति का पुत्र” “गर्जन के पुत्र”।
- "का पुत्र" इस उक्ति का उपयोग प्राय: यह दर्शाने के लिए किया जाता है कि संदर्भित व्यक्ति का पिता कौन है। यह शब्दावली वंशावलियों तथा अनेक स्थानों में काम में ली गई है।
- पिता का नाम उजागर करने के लिए” “का पुत्र” अधिकतर एक ही नाम के पुरूषों को एक दूसरे से अलग व्यक्त करने के लिए काम में लिया जाता है। उदाहणार्थ, सादोक का पुत्र अजर्याह” और “नातान का पुत्र अजर्याह-1 राजा 4 और 2 राजा 15 में “अमस्याह का पुत्र अजर्याह। यहां एक ही नाम के तीन पुरूष हैं जो पिता के नाम से ही पहचाने गए हैं।
अनुवाद के सुझाव:
- इस शब्द के अधिकांश संदर्भों में लक्षित भाषा के उसी शब्द को काम में लिया जाए जो “पुत्र” के लिए काम आता है।
- “परमेश्वर का पुत्र” उक्ति के अनुवाद में “पुत्र” के लिए जिस शब्द का उपयोग सामान्यतः किया जाता है, उसी का उपयोग करें।
- जब “पुत्र” के स्थान में किसी वंशज को दर्शाया जाता है तब “वंशज” शब्द का उपयोग किया जाए जैसे यीशु को दाऊद का वंशज कहा जाता था। या वंशावलियों में भी जहां “पुत्र” शब्द किसी वंशज का बोध कराता है।
- कभी-कभी “पुत्रों” का अनुवाद “सन्तान” किया जा सकता है, जब नर-नारी दोनों की समाहित चर्चा की जा रही हो। उदाहरणार्थ “परमेश्वर का पुत्र” का अनुवाद, “परमेश्वर की सन्तान” किया जा सकता है क्योंकि इसमें स्त्री-पुरूष दोनों की चर्चा की जा रही है।
- प्रतीकात्मक अभिव्यक्ति, “का पुत्र” का अनुवाद इस प्रकार भी किया जा सकता है, “जिसमें गुण हैं” या “के स्वरूप” या “में गुण हैं” या “के समान व्यवहार है”
(यह भी देखें: अजर्याह, वंशज, पूर्वजों, पहलौठा, परमेश्वर का पुत्र, परमेश्वर के पुत्र।)
बाइबल संदर्भ:
बाइबल कहानियों के उदाहरण:
- 04:08 परमेश्वर ने अब्राम से वाचा के साथ फिर से बात की कि उसे एक पुत्र होगा और आकाश में तारे के रूप में कई वंश होगे।
- 04:09 परमेश्वर ने कहा, "मैं तुमको तुम्हारे शरीर से एक पुत्र दूँगा।"
- 05:05 लगभग एक साल बाद, जब अब्राहम 100 वर्ष का था और सारा 90 कि, सारा ने अब्राहम के पुत्र को जन्म दिया।
- __05:08__जब वे बलिदान की जगह पर पहुंच गए, तो अब्राहम ने अपने पुत्र इसहाक को बांध दिया और उसे वेदी पर रख दिया। वह अपने पुत्र को मारने ही पर था, जब परमेश्वर ने कहा, "रुको! लड़के को चोट न पहुंचा! अब मुझे पता है कि तुम मुझ से डरते हो क्योंकि तुमने मुझसे अपने पुत्र को भी न रख छोड़ा।"
- __09:07__जब उसने बच्चे को देखा, उसने अपने पुत्र के रूप में ले लिया।
- __11:06__परमेश्वर ने मिस्र के सब पहलौठे पुत्रों को मार डाला।
- __18:01__कई वर्षों के बाद, दाऊद की मृत्यु हो गई, और उसके __पुत्र __ सुलैमान ने शासन शुरू किया।
- 26:04"क्या यह यूसुफ पुत्र है?‚" उन्होंने कहा।
शब्द तथ्य:
- Strong's: H1060, H1121, H1123, H1248, H3173, H3206, H3211, H4497, H5209, H5220, G3816, G5043, G5207
पूरा कर, पूरा हुआ
परिभाषा:
“पूरा कर” अर्थात किसी अपेक्षित कार्य को पूरा करना।
- जब भविष्यद्वाणी पूरी होती है तो इसका अर्थ है कि परमेश्वर ने जिस बात की भविष्यद्वाणी की थी उसे पूरा किया।
- यदि मनुष्य अपनी प्रतिज्ञा या शपथ पूरी करता है तो इसका अर्थ है कि उसने जो कहा था उसे निभाया।
- उत्तरदायित्व को पूरा करने का अर्थ है किसी दिए गए कार्य या अनिवार्य कार्य को पूरा करना।
अनुवाद के सुझाव:
- “संपन्न करना” या “समापन करना” या “होने के लिए कुछ करना” या “आज्ञा मानना” या “प्रदर्शन करना”
- “पूरा किया जा चुका” का अनुवाद हो सकता है, “सच हो गया” या “हो चुका है” या “संपन्न हो चुका है”
- “पूरा करना” जैसे “अपनी सेवा पूरी करो” इसका अनुवाद हो सकता है, “पूर्ण करो” या “निभाओ” या “मनुष्यों की सेवा वैसी करो जैसे परमेश्वर ने तुम्हें करने के लिए बुलाया है”।
(यह भी देखें: भविष्यद्वक्ता, मसीह, सेवक, बुलाहट)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 24:04 यूहन्ना न वह पूरा किया जो यशायाह भविष्यद्वक्ता की पुस्तक में लिखा था, “देख मैं अपने दूत को तेरे आगे भेजता हूँ, जो तेरे लिए मार्ग सुधारेगा।”
- 40:03 सैनिकों ने यीशु के कपड़ों के लिये जुआ खेला। जब उन्होंने ये किया तो उन्होंने यह भविष्यवाणी को पूरा किया कि, “वे मेरे वस्त्र आपस में बाँटते हैं, और मेरे पहिरावे के लिए जुआ खेलते हैं।”
- 42:07 यीशु ने कहा, "मैंने तुमसे कहा था कि परमेश्वर के शब्द में मेरे बारे में जो कुछ लिखा हुआ है वह पूरा होना चाहिए।"
- __43:05__परन्तु यह वह बात है जो योएल भविष्यद्वक्ता के द्वारा कही गई थी। परमेश्वर कहता है कि, “अन्त के दिनों में ऐसा होगा कि मैं अपना आत्मा सब मनुष्यों पर उँडेलूँगा।”
- 43:07 “यीशु की मृत्यु हुई परन्तु उसी को परमेश्वर ने मृत्यु के बन्धनों से छुड़ाकर जिलाया, और यह भविष्यद्वाणी की गई थी कि, ‘न तो उसका प्राण अधोलोक में छोड़ा गया और न उसकी देह सड़ने पाई।’
- 44:05 यधपि तुम्हे नहीं पता था कि क्या करते हो, परन्तु परमेश्वर ने तुम्हारे कामो का इस्तेमाल किया भविष्यवाणियों को __पूरा करने __के लिए, कि उसका मसीह दुःख उठाएगा, और मारा जाएँगा।
शब्द तथ्य:
- Strong's: H1214, H5487, G1096, G4138
पृथक करना
परिभाषा:
"अलग करना" इस उक्ति का अर्थ है किसी विशेष उद्देश्य की पूर्ति के लिए किसी व्यक्ति या वस्तु को अलग कर देना। यह भी, "पृथक करना" उनसे व्यक्ति वस्तु "पृथक करना"
- इस्राएली परमेश्वर की सेवा के निमित्त अलग किये गए थे।
- पवित्र-आत्मा ने मसीही विश्वासियों को अन्ताकिया में आज्ञा दी कि वे पौलुस और बरनबास को उस काम के लिए पृथक कर दें जो परमेश्वर उनसे करवाना चाहता है।
- परमेश्वर की सेवा के लिए “पृथक” किया गया विश्वासी परमेश्वर की इच्छा-पूर्ति के निमित्त समर्पित होता है।
- “पवित्र” का एक अर्थ है कि परमेश्वर का होने के लिए और संसार के पापी आचरण से अलग होने के लिए पृथक किया गया।
- किसी को "पवित्र" करने का मतलब परमेश्वर की सेवा के लिए उस व्यक्ति को अलग करना।
अनुवाद के सुझाव:
- “पृथक करना” का अनुवाद, “विशेष रूप से चुनना” या “तुममें से अलग करना” या “किसी विशेष काम के लिए अलग करना" हो सकते हैं।
- पृथक किया जाना” का अनुवाद, “अलग किया गया (से)" विशेष रूप से नियुक्त (के लिए)" हो सकता है।
(यह भी देखें: पवित्र, पवित्र करना, निुयक्त)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H2764, H4390, H5674, H6918, H6942, H6944, G37, G38, G40, G873
प्रकट करना, प्रकट करना, प्रगट किया, प्रकाशन
परिभाषा:
“प्रकट करना” अर्थात किसी बात को जानने योग्य बनाना। “प्रकाशन” प्रकट की गई कोई बात है।
- परमेश्वर ने अपनी सृष्टि की हर एक रचना के माध्यम से स्वयं को प्रकट किया है और उच्चारित एवं लिखित सन्देश के मनुष्य के साथ संपर्क द्वारा भी।
- परमेश्वर स्वप्नों एवं दर्शनों द्वारा भी स्वयं को प्रकट करता है।
- पौलुस कहता है कि उसने “मसीह यीशु के प्रकाशन द्वारा” सुसमाचार प्राप्त किया है तो उसके कहने का अर्थ है कि यीशु स्वयं ने उसे सुसमाचार समझाया है।
- नये नियम की पुस्तक, “प्रकाशितवाक्य” अन्त समय के संबन्धित घटनाओं का परमेश्वर द्वारा प्रकाशन है। उसने दर्शनों द्वारा प्रेरित यूहन्ना को सब प्रकट किया था।
अनुवाद के सुझाव:
- “प्रकट करना” के अन्य अनुवाद रूप हैं, “समझाना” या “अनावरण करना” या “स्पष्ट दिखाना”
- सन्दर्भ के अनुसार “प्रकाशन” के संभावित अनुवाद हो सकते हैं, “परमेश्वर से संपर्क” या “परमेश्वर ने जो बातें प्रकट की” या “परमेश्वर के विषय में शिक्षाएं”। अच्छा तो यही होगा कि इसी शब्द में “प्रकट करना” का अर्थ रखा जाए।
“जहां प्रकाशन नहीं” इस उक्ति का अनुवाद “जब परमेश्वर मनुष्यों पर स्वयं को प्रकट न करे” या “जब परमेश्वर मनुष्यों से बातें न करे” या “परमेश्वर ने मनुष्यों से संपर्क न किया” के रूप में किया जा सकता है।
(यह भी देखें: सुसमाचार, सुसमाचार, स्वप्न, दर्शन)
बाइबल संदर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H241, H1540, H1541, G601, G602, G5537
प्रतिज्ञा का देश
तथ्य:
“प्रतिज्ञा का देश” बाइबल की कहानियों में आता है बाइबल के सन्देश में नहीं। यह कनान देश के संदर्भ की एक विधि है वह देश जो परमेश्वर ने अब्राहम और उसके वंशजों को देने की प्रतिज्ञा की थी।
- जब अब्राहम ऊर नगर में रहता था तो परमेश्वर ने उसे आज्ञा दी कि वह वहाँ से निकल कर कनान देश में चला जाए। वह और उसके वंशज इस्राएली वहाँ अनेक वर्ष तक रहे।
- जब भयंकर अकाल के कारण वहाँ भोजन समाप्त हो गया तब इस्राएली मिस्र चले गए।
- चार सौ वर्षों के बाद परमेश्वर ने इस्राएलियों को मिस्र के दासत्व से मुक्ति दिलाई और उन्हें लौटकर कनान लाया, वह स्थान जिसे देने की प्रतिज्ञा परमेश्वर ने उनसे की थी।
अनुवाद के सुझाव:
- “प्रतिज्ञा का देश” इसका अनुवाद हो सकता है, “वह देश जिसके लिए परमेश्वर ने अब्राहम से कहा था कि वह उसे देगा”। या “वह देश जिसकी प्रतिज्ञा परमेश्वर ने अब्राहम से की थी”, या “जिस देश की प्रतिज्ञा परमेश्वर ने अपने लोगों से की थी” या “कनान देश”।
- बाइबल के अभिलेखों में किसी न किसी रूप में यह “परमेश्वर की प्रतिज्ञा का देश” प्रकट होता है।
(यह भी देखें: कनान, प्रतिज्ञा)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 12:01 अब वह (इस्राएली) दास नहीं रहे, और वह प्रतिज्ञा की भूमि पर जा रहे थे!!
- 14:01 इस्राएलीयों को सीनै पर्वत पर नियम देने के बाद, जिनका उन्हें वाचा के अनुसार पालन करना था, परमेश्वर ने इस्राएलियों का मार्ग दर्शन प्रतिज्ञा की भूमि, कनान तक किया |.
- 14:02 परमेश्वर ने जो वाचा अब्राहम, इसहाक और याकूब से बाँधी थी, कि वह वाचा की भूमि उनके वंशज को देंगा, परन्तु अब वहाँ बहुत से लोगों के समूह रहते हैं |
- 14:14 फिर परमेश्वर लोगों को प्रतिज्ञा की भूमि के किनारे तक फिर से ले गया .
- 15:02 इस्राएलियों को प्रतिज्ञा की भूमि में प्रवेश करने से पहले यरदन नदी को पार करना था |
- __15:12__युद्ध के बाद, परमेश्वर ने इस्राएल के प्रत्येक गोत्र को प्रतिज्ञा की भूमि में अपना अपना भाग दिया |
- 20:09 यह वह समय था जब परमेश्वर के लोगों को प्रतिज्ञा की भूमि को छोड़ने के लिए विवश किया गया, यह अवधि निर्वासन कहलाई |
शब्द तथ्य:
- Strong's: H776, H3068, H3423, H5159, H5414, H7650
प्रतिज्ञा, प्रतिज्ञाएं, प्रतिज्ञा किया
परिभाषा:
प्रतिज्ञा किसी काम को करने का प्रण है मनुष्य किसी बात की प्रतिज्ञा करता है तो वह उसे करने का समर्पण करता है।
- बाइबल में परमेश्वर ने अपने लोगों से अनेक प्रतिज्ञाएं की हैं।
- प्रतिज्ञाएं औपचारिक समझौतों जैसे वाचाओं का एक महत्वपूर्ण भाग होती हैं।
- प्रतिज्ञा अक्सर शपथ के साथ की जाती है कि उसका पूरा किया जाना निश्चित है।
अनुवाद के सुझाव:
- “प्रतिज्ञा” शब्द का अनुवाद, “समर्पण” या “आश्वासन” या “विश्वास” हो सकता है।
- “किसी काम को करने की प्रतिज्ञा” का अनुवाद, “किसी को विश्वास दिलाना कि आप कुछ करेंगे” या “किसी काम को करने का समर्पण करना”हो सकता है।
(यह भी देखें: वाचा, शपथ, प्रण)
बाइबल संदर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 03:15 परमेश्वर ने कहा "मैं वादा करता हूँ कि मैं फिर कभी भूमि पर शाप नहीं दूंगा क्योंकि लोग बुरे काम करते हैं, या बाढ़ पैदा करके दुनिया को नष्ट कर देते हैं, भले ही लोग उस समय से पापी होते हैं जब वे बच्चे होते हैं।
- 03:16 परमेश्वर ने बादल में पहला धनुष बनाया रखा वाचा के चिह्न के स्वरुप में। जब भी आकाश में धनुष दिखाई देगा, परमेश्वर अपनी _वाचा को याद करेगा और लोग भी।
- 04:08 परमेश्वर ने अब्राम से कहा और दुबारा वाचा किया कि उसको एक पुत्र की प्राप्ति होगी और उसकी संतान आकाश में तारो के सामान होगी। अब्राम ने परमेश्वर के वाचा पर विश्वास किया।
- 05:04 तुम्हारी पत्नी, सारै को एक बेटा होगा - वह प्रतिज्ञा का पुत्र होगा।
- 08:15 वाचा परमेश्वर ने जो वाचा अब्राहम से बाँधी थी , अब्राहम के बाद इसहाक से, इसहाक के बाद याकूब और उसके बारह पुत्रों व उसके परिवार से|
- 17:14 जबकि दाऊद परमेश्वर के प्रति विश्वासयोग्य न रहा, परन्तु परमेश्वर अपनी वाचा पर खरा था।
- 50:01 यीशु ने वादा किया कि संसार के अंत में वह वापस आएगा। यद्यपि वह अभी तक वापस नहीं आया है, लेकिन वह अपना वादा पूरा करेगा।
शब्द तथ्य:
- Strong's: H559, H562, H1696, H8569, G1843, G1860, G1861, G1862, G3670, G4279
प्रभु
तथ्य:
“प्रभु” शब्द का संदर्भ उस मनुष्य से होता है जिसे मनुष्यों पर अधिकार एवं स्वामीत्व प्राप्त होता है। यह परमेश्वर का भी पदनाम होता है। (ध्यान दें कि जब किसी को संबोधित करने के लिए काम में लिया जाए या वाक्य के आरंभ में बड़े अक्षरों में लिखा जाए तो इसका अर्थ “श्रीमान” या “स्वामी” होता है।)
- पुराने नियम में इस शब्द का उपयोग ऐसी अभिव्यक्तियों में भी किया जाता है जैसे “सर्वशक्तिमान प्रभु परमेश्वर” या “प्रभु यहोवा” या “हमारा प्रभु यहोवा।”
- नये नियम में प्रेरितों ने इस शब्द को “प्रभु यीशु” और “प्रभु यीशु मसीह” जैसी अभिव्यक्तियों में काम में लिया है कि यीशु को परमेश्वर दर्शाया जाए।
- “प्रभु” शब्द नये नियम में अकेला ही काम में लिया गया है जो परमेश्वर के लिए सीधा काम में लिया गया है, विशेष करके पुराने नियम के उद्धरणों में। * उदाहरणार्थ, पुराने नियम का संदर्भ है, “धन्य है वह जो यहोवा के नाम से आता है” और नये नियम में है, “धन्य है वह जो प्रभु के नाम से आता है।”
- यू.एल.बी. और यू.डी.बी. में “प्रभु” का पदनाम केवल यूनानी और इब्रानी शब्दों का अनुवाद है जिनका अर्थ “प्रभु” है। यह परमेश्वर के नाम (यहोवा) का अनुवाद नहीं है जैसा अनेक अनुवादों में किया गया है।
अनुवाद के लिए सुझाव:
- कुछ भाषाओं में इस शब्द का अनुवाद “स्वामी” या “शासक” या अन्य कोई शब्द जो स्वामीत्व या परमप्रधान शासक का बोध करवाए, द्वारा किया गया है।
- उचित प्रसंगों में अनेक अनुवाद इस शब्द के प्रथम अक्षर को बड़ा लिखते हैं कि पाठक समझ पाए कि यह परमेश्वर के संदर्भ में है।
- नये नियम में जहां पुराने नियम का उद्धरण दिया गया है, वहां “प्रभु परमेश्वर” का उपयोग किया जा सकता है कि स्पष्ट हो कि यह परमेश्वर का संदर्भ में है।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: परमेश्वर, यीशु, प्रभु, शासक, यहोवा)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H113, H136, H4756, G1203, G2962
प्रभु का दिन, यहोवा का दिन
वर्णन:
पुराने नियम में “यहोवा का दिन” एक निश्चित समय के संबन्ध में है जब परमेश्वर मनुष्यों को पाप का दण्ड देगा।
- नये नियम में “प्रभु का दिन” उस समय के संदर्भ में है जब प्रभु यीशु पुनः आएगा और अन्त के समय में मनुष्यों का न्याय करेगा।
- न्याय और पुनरुत्थान का यह अन्तिम भावी समय जिसे “अन्तिम दिन” भी कहते हैं। यह समय तब आरंभ होगा जब प्रभु यीशु पापियों का न्याय करने आएगा और अपना स्थाई राज्य स्थापित करेगा।
- इन उक्तियों में “दिन” कभी-कभी वास्तव में दिन के ही संदर्भ में होता है या यह कभी “समय” या “अवसर” के संदर्भ में हो सकता है जिसकी अवधि दिन से अधिक हो सकती है।
- कभी-कभी दण्ड को “परमेश्वर के क्रोध का पड़ना” भी कहते हैं जो विश्वास नहीं करने वालों पर आएगा।
अनुवाद के सुझाव:
- प्रकरण के आधार पर “यहोवा का दिन” का अनुवाद होगा, “यहोवा का समय” या “वह समय जब यहोवा अपने बैरियों को दण्ड देगा” या “यहोवा के क्रोध का समय."
- “प्रभु का दिन” के अनुवाद रूप हो सकते हैं, “प्रभु के न्याय का समय” या “वह समय जब प्रभु यीशु मनुष्यों का न्याय करने आएगा”
(यह भी देखें: दिन, न्याय का दिन , प्रभु, पुनरुत्थान, यहोवा)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H3068, H3117, G2250, G2962
प्रभु भोज
परिभाषा:
“प्रभु भोज” प्रेरित पौलुस इस उक्ति को फसह के भोज के लिए काम में लेता है जो यीशु ने अपने शिष्यों के साथ उस रात खाया था जब यहूदी अगुओं ने उसे बन्दी बनाया था।
इस भोजन के समय यीशु ने फसह की रोटी को तोड़कर अपनी देह से कहा जो शीघ्र ही प्रताड़ित की जाएगी और मार डाली जायेगी।
दाखरस के कटोरे को उसने अपना लहू कहा जो शीघ्र ही बहाया जायेगा जब वह पापबलि होकर मरेगा।
यीशु ने आज्ञा दी थी कि उसके शिष्य जब भी इस भोज में सहभागी हों तब वे उसकी मृत्यु और पुनरूत्थान को सदैव स्मरण करें।
कुरिन्थियों की कलीसिया को लिखे पत्र में प्रेरित पौलुस ने मसीह के विश्वासियों के लिए इस भोज को एक नियमित अभ्यास बना दिया था।
आज कलीसियाएं प्रभु भोज के लिए “सहभागिता” उक्ति का उपयोग करती हैं। “अन्तिम भोज” उक्ति का भी कभी-कभी उपयोग किया जाता है।
अनुवाद के लिए सुझाव:
- इस उक्ति का अनुवाद “प्रभु का भोजन” या “हमारे प्रभु यीशु का भोजन” या “प्रभु यीशु को स्मरण करने का भोजन” भी कहा जा सकता है।
(यह भी देखें: फसह)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
प्रभु यहोवा, यहोवा परमेश्वर
तथ्य:
पुराने नियम में इस शब्द का अर्थ है एकमात्र सच्चा परमेश्वर।
- “प्रभु” उपनाम है और यहोवा परमेश्वर का नाम है।
- यहोवा के साथ परमेश्वर शब्द भी लिखा जाता है, “यहोवा परमेश्वर”
अनुवाद के सुझाव:
- यदि "यहोवा" का कोई रूप परमेश्वर के नाम के अनुवाद के लिए उपयोग किया जाता है, तो शब्द "प्रभु यहोवा" और "यहोवा परमेश्वर" शब्द का शाब्दिक रूप से अनुवाद किया जा सकता है। ध्यान दे कि “प्रभु” का अनुवाद परमेश्वर को संदर्भित करते समय कैसा हो।
- कुछ भाषाओं में पदनाम बाद में लिखा जाता है, अतः अनुवाद होगा, “यहोवा प्रभु”। लक्षित भाषा में जो भी स्वाभाविक है इसका प्रयोग करें: “प्रभु” शीर्षक “यहोवा” के पहले हो या बाद में।
- “यहोवा परमेश्वर” का अनुवाद “परमेश्वर जो यहोवा कहलाता है” या “जीवित परमेश्वर” या “मैं हूँ जो परमेश्वर है”।
- यदि अनुवाद में “याहवे” को यहोवा या परमेश्वर लिखा जा रहा है तो “प्रभु यहोवा” का अनुवाद होगा “प्रभु परमेश्वर” या “परमेश्वर जो प्रभु” है। अन्य संभावित अनुवाद रूप है, “स्वामी प्रभु” या “प्रभु परमेश्वर”।
- “प्रभु यहोवा” का अनुवाद, “प्रभु-प्रभु” कभी नहीं किया जाए क्योंकि पाठक इन शब्दों का अन्तर नहीं देख पाएंगे जिन्हें इनके लिए पारम्परिक रूप से काम में लिया जाता था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: परमेश्वर, स्वामी, प्रभु, यहोवा)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H136, H430, H3068, G2316, G2962
प्रभु, प्रभुओं, गुरु, स्वामी, स्वामियों, श्रीमान, महोदय
परिभाषा:
“प्रभु” शब्द का अर्थ है अन्य लोगों पर स्वामीत्व या अधिकार रखना।
- इस शब्द का अनुवाद कभी-कभी “स्वामी” भी किया जाता है जब यीशु कें संदर्भ में हो या दासों के स्वामी के संदर्भ में हो।
- अंग्रेजी की कुछ बाइबलों में इस शब्द का अनुवाद, “श्रीमान” किया गया है जब कोई किसी ऊंचे पद वाले को विनम्रता-पूर्वक संबोधित कर रहा है।
अनुवाद के सुझाव:
- इस शब्द का अनुवाद “स्वामी” शब्द की समानता में किया जा सकता है। जब किसी गुलामों के स्वामी के सन्दर्भ में हो। * एक सेवक भी अपने नियोजक को “स्वामी” कह सकता है।
- जब यह यीशु को संदर्भित करता है, यदि संदर्भ से पता चलता है कि वक्ता एक धार्मिक शिक्षक के रूप में उसे देखता है, तो इसका अनुवाद एक धार्मिक शिक्षक के लिए सम्मानित रूप से किया जा सकता है, जैसे कि "गुरु।"
- यदि यीशु से बात करनेवाला व्यक्ति यीशु को नहीं जानता है तो “प्रभु” शब्द का अनुवाद “श्रीमान” किया जाए। यह अनुवाद अन्य प्रकरणों में भी किया जाए जहां किसी के लिए विनीत संबोधन की आवश्यकता हो।।
- पिता परमेश्वर और यीशु के लिए अंग्रेजी भाषा में "Lord" बड़े अक्षर "L" का अनुवाद “प्रभु” ही करना है।
(यह भी देखें: प्रभु)
बाइबल संदर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 25:05 यीशु ने उसे पवित्रशास्त्र से उत्तर दिया, उसने कहा, “परमेश्वर के वचन में वह अपने लोगों को आज्ञा देता है कि तू प्रभु अपने परमेश्वर की परीक्षा न करना।’”
- 25:07 तब यीशु ने उससे कहा, “हे शैतान दूर हो जा ! परमेश्वर के वचन में वह अपने लोगों को आज्ञा देता है कि 'तू प्रभु अपने परमेश्वर को प्रणाम कर, और केवल उसी की उपासना कर।’”
- 26:03 यह प्रभु के कृपा का वर्ष है।
- __27:02__व्यवस्थापक ने उत्तर दिया, “तू अपने परमेश्वर से अपने सारे ह्रदय, आत्मा, शक्ति और ,मन से प्रेम रखना। और अपने पड़ोसी से अपने समान प्रेम करना।”
- 31:05 फिर पतरस ने यीशु से कहा ‘हे गुरु’ यदि तू है, तो मुझे भी अपने पास पानी पर चलकर आने की आज्ञा दे”
- 43:09 “उसी यीशु को जिसे तुमने क्रूस पर चढ़ाया, परन्तु परमेश्वर ने उसे प्रभु भी ठहराया और मसीह भी।”
- __47: 3__इस दुष्ट आत्मा के द्वारा वह दूसरों का भावी बताती थी, जिससे अपने स्वामियों के लिये ज्योतिषी के रूप में बहुत धन कमा लाती थी।
- 47:11 पौलुस ने उत्तर दिया,"यीशु में विश्वास करो, जो प्रभु है, तो तू और तेरा परिवार बच जाएगा।"
शब्द तथ्य:
- Strong's: H113, H136, H1167, H1376, H4756, H7980, H8323, G203, G634, G962, G1203, G2962
प्रभुता
परिभाषा:
“प्रभुता” शब्द का अर्थ है मनुष्यों, पशुओं और भूमि पर अधिकार, नियंत्रण या सत्ता।
- यीशु के लिए कहा गया है कि भविष्यद्वक्ता, याजक और राजा होने के कारण उसे संपूर्ण पृथ्वी का अधिकार है।
- मसीह यीशु के क्रूस की मृत्यु के द्वारा शैतान की प्रभुता सदा के लिए पराजित हो गई है।
- सृष्टि के समय परमेश्वर ने कहा था कि मनुष्य को मछली, पक्षियों और पृथ्वी के सब प्राणियों पर अधिकार है।
अनुवाद के सुझाव:
- प्रकरण के अनुसार इस शब्द का अनुवाद होगा, “अधिकार”, “सामर्थ्य” या “नियंत्रण”।
- “पर प्रभुता” का अनुवाद हो सकता है, “पर शासन” या “प्रबन्धन”।
(यह भी देखें: अधिकार, सामर्थ्य)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H1166, H4474, H4475, H4896, H4910, H4915, H7287, H7300, H7980, H7985, G2634, G2904, G2961, G2963
प्राण, स्वयं
परिभाषा:
“प्राण” शब्द या तो आम तौर पर किसी व्यक्ति के गैर-भौतिक भाग को संदर्भित कर सकता है या विशेष रूप से दूसरों से अलग व्यक्ति के रूप में खुद के बारे में जागरूकता के लिए विशेष रूप से संदर्भित कर सकता है।
बाइबल में, “प्राण” और “आत्मा” दो भिन्न धारणाएं हैं या वे दो भिन्न शब्द हैं जो एक ही विचार को व्यक्त करते हैं।
मनुष्य जब मरता है तब उसकी आत्मा देह का त्याग कर देती है।
शरीर के विपरीत, "प्राण" को उस व्यक्ति के भाग के रूप में बोला जा सकता है जो "परमेश्वर से संबंधित है।"
“प्राण” शब्द का उपयोग कभी-कभी प्रतीकात्मक रूप में संपूर्ण व्यक्तित्व के लिए किया गया है। उदाहरणार्थ “आत्मा पाप करती है” अर्थात “मनुष्य पाप करता है”, या “मेरी आत्मा थकित है” अर्थात “मैं थका हुआ हूं।”
अनुवाद के सुझाव:
- “प्राण” का अनुवाद “आन्तरिक मनुष्यत्व” या “भीतरी मनुष्य”
- कुछ संदर्भों में “मेरा प्राण” का अनुवाद, “मैं” या “मुझे” हो सकता है।
- प्रकरण के अनुसार “प्राण” का अनुवाद सामान्यतः “मनुष्य” या “वह” या “उसे” हो सकता है।
- कुछ भाषाओं में “प्राण” और “आत्मा” के लिए एक ही शब्द होता है।
- इब्रानियों 4:12 में प्रतीकात्मक रूप में “प्राण और आत्मा को… अलग करके” का अर्थ हो सकता है, “आन्तरिक मनुष्यत्व को समझना या आन्तरिक मनुष्यत्व को प्रकट करना।”
(यह भी देखें: आत्मा)
बाइबल के सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H5082, H5315, H5397, G5590
प्रायश्चित
परिभाषा:
“प्रायश्चित” यह एक ऐसी बलि है जो परमेश्वर के न्याय को सन्तुष्ट करने और उसके क्रोध को शान्त करने के लिए होती है।
- यीशु मसीह के लहू का बलिदान मानव जाति के पापों के लिए परमेश्वर का प्रायश्चित है।
- क्रूस पर यीशु की मृत्यु ने पाप के विरूद्ध परमेश्वर के क्रोध को शान्त कर दिया है। इसके द्वारा परमेश्वर मनुष्य पर कृपा दृष्टि कर पाता है और उन्हें अनन्त जीवन देता है।
अनुवाद के सुझाव:
- इस शब्द का अनुवाद “तुष्टीकरण” या “परमेश्वर से पाप क्षमा करवाना तथा मनुष्यों को आग्रह प्रदान करना” हो सकता है।
- “प्रायश्चित” शब्द अर्थ में “प्रसादन” के निकट है। इन दोनों शब्दों के उपयोग की तुलना करना महत्वपूर्ण है।
(यह भी देखें: प्रायश्चित, अनन्तकालीन, क्षमा, बलिदान
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
प्रायश्चित का ढकना
परिभाषा:
“प्रायश्चित का ढकना” वाचा के सन्दूक को ढंकने के लिए सोने का तख्त था। अनेक अंग्रेजी अनुवादों में इसे “प्रायश्चित का आवरण” भी कहा गया है।
- प्रायश्चित का ढकना 115 सेन्टी-मीटर लम्बा और 70 सेन्टी-मीटर चौड़ा था।
- प्रायश्चित के ढकने के ऊपर दो सोने के दो करूब थे उनके पंख एक दूसरे को छूते हुए थे
- यहोवा का कहना था कि वह इस्राएलियों से भेंट करने के लिए प्रायश्चित के ढकने पर करूबों के फैले हुए पंखों के नीचे उपस्थित होगा। केवल महायाजक को प्रजा का प्रतिनिधि होकर यहोवा के पास जाने की अनुमति थी।
- इस स्थान को “दया का आसन” भी कहा गया है क्योंकि यह पापी मनुष्यों की मुक्ति हेतु परमेश्वर द्वारा अवतरण में उसकी दया प्रकट करता है।
अनुवाद के सुझाव:
- इस शब्द के अन्य अनुवाद रूप हो सकते हैं, “सन्दूक का आवरण जहां परमेश्वर मुक्ति दिलाने की प्रतिज्ञा करता है” या “वह स्थान जहां परमेश्वर मेल करता है” या “सन्दूक का ढकना जहां परमेश्वर क्षमा करके पुनरूद्वार करता है”।
- इसका अर्थ “प्रसादन का स्थान” भी हो सकता है।
- इस शब्द की तुलना “प्रायश्चित”, “मेल” और “मुक्ति” शब्दों के अनुवाद से करें।
(यह भी देखें: वाचा का सन्दूक, प्रायश्चित, करूबों, प्रायश्चित , छुटकारा दिलाना)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
प्रायश्चित, प्रायश्चित करना, प्रायश्चित किया जाए, प्रायश्चित किया
परिभाषा:
“प्रायश्चित करना” और “प्रायश्चित” का संदर्भ परमेश्वर द्वारा मनुष्यों के पापों की बलि का प्रावधान एवं पाप के लिए उसके क्रोध को शान्त करने से है।
- पुराने नियम के युग में परमेश्वर ने इस्राएल के लिए अस्थाई प्रबन्ध किया था कि उनके पापों का प्रायश्चित लहू की बलि चढ़ाने से किया जाए जिसमें पशु का वध किया जाता था।
- जैसा नये नियम में लिखा है, क्रूस पर मसीह की मृत्यु ही पाप का एक मात्र सच्चा एवं स्थाई प्रायश्चित है।
- यीशु ने मरकर मनुष्यों के पाप का दण्ड उठा लिया था। उसने अपनी पापबलि की मृत्यु द्वारा प्रायश्चित का मूल्य चुका दिया है।
अनुवाद के सुझाव:
- “प्रायश्चित करना” का अनुवाद ऐसे शब्द या उक्ति द्वारा किया जा सकता है जिसका अर्थ “मूल्य चुकाना” या “के लिए मूल्य देना” या “किसी के पाप क्षमा करवाना” या “अपराध का शोधन करना”।
- “प्रायश्चित” के अनुवाद रूप हो सकते हैं, “भुगतान” या “पाप का मूल्य चुकाने की बलि” या “क्षमादान का मार्ग उपलब्ध करवाना”।
- सुनिश्चित करें कि इस शब्द के अनुवाद में पैसों के भुगतान का भाव व्यक्त न हो।
(यह भी देखें: प्रायश्चित के ढकने, क्षमा, प्रायश्चित , मेल-मिलाप, छुटकारा दिलाना)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H3722, H3725, G2643
प्रार्थना कर, प्रार्थना, प्रार्थनाओं, प्रार्थना की
परिभाषा:
“प्रार्थना कर” और “प्रार्थना” का अर्थ है परमेश्वर से बातें करना। यह शब्द मनुष्यों द्वारा किसी झूठे देवता से बातें करने के लिए भी काम में आता है।
- मनुष्य चुप रहकर विचारों में भी परमेश्वर से प्रार्थना करता है या उच्चारित वचनों द्वारा भी प्रार्थना करता है, परमेश्वर से अपनी वाणी में बात करता है। कभी-कभी प्रार्थना लिखित होती है जैसे दाऊद के भजनों में उसकी प्रार्थनायें लिखित हैं।
- प्रार्थना में परमेश्वर से दया, समस्या में सहायता, या निर्णय लेने में बुद्धि का निवेदन भी होता है।
- मनुष्य अधिकतर राशियों की चंगाई या अन्य रूपों में परमेश्वर की सहायता के लिए प्रार्थना करते हैं।
- मनुष्य प्रार्थना में परमेश्वर को धन्यवाद देता है उसका गुणगान करता है।
- प्रार्थना में परमेश्वर के समक्ष अपने पापों को स्वीकार करना और क्षमा मांगना होता है।
- परमेश्वर से बातें करने को उसके साथ संपर्क बनाना भी कहते हैं। जब हमारी आत्मा उसकी आत्मा से संपर्क करती है, हमारी भावनाओं को व्यक्त करना और उसकी उपस्थिति का आनंद लेना।
- इस शब्द का अनुवाद “परमेश्वर से बात करना” या “परमेश्वर से संपर्क साधना” हो सकता है। इस शब्द का अनुवाद अनुच्चारित प्रार्थना के शब्द होना है।
(यह भी देखें: झूठे देवता, क्षमा, स्तुति)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 06:05 इसहाक ने परमेश्वर से प्रार्थना की, और परमेश्वर ने उसकी विनती सुनी इस प्रकार रिबका जुड़वाँ पुत्रों के साथ गर्भवती हुई |
- 13:12 मूसा ने परमेश्वर से प्रार्थना की और परमेश्वर ने उसकी प्रार्थना को ग्रहण किया, और उन्हें नष्ट नहीं किया |
- 19:08 तब बाल के भविष्यवक्ता यह कहकर बाल से प्रार्थना करते रहे, “हे बाल, हमारी सुन |”
- 21:07 पुरोहित परमेश्वर से लोगों के लिए प्रार्थना भी करते थे |
- 38:11 यीशु ने अपने चेलों से कहा कि प्रार्थना करते रहो कि परीक्षा में न पड़ो |
- 43:13 चेले लगातार प्रेरितों से शिक्षा पाने, और संगति रखने, और रोटी तोड़ने, और प्रार्थना करने में लौलीन रहे |
- 49:18 परमेश्वर कहता है कि हम प्रार्थना करें, उसका वचन पढ़ें, अन्य मसीही लोगों के साथ उसकी आराधना करें, और जो उसने हमारे लिए किया है वह दूसरों को बताएँ।
शब्द तथ्य:
- Strong's: H559, H577, H1156, H2470, H3863, H3908, H4994, H6279, H5315, H5375, H6293, H6419, H6739, H6963, H7121, H7592, H7878, H7879, H7881, H8034, H8605, G154, G1162, G1189, G1783, G2065, G2171, G2172, G3870, G4335, G4336
प्रार्थना किया, मध्यस्थता की, मध्यस्थता
परिभाषा:
“प्रार्थना किया” या “मध्यस्थता” का अर्थ है किसी के लिए किसी से विनती करना। बाइबल यह शब्द अन्यों के लिए प्रार्थना करने के लिए काम में लिया गया है।
- “के लिए मध्यस्थता करना” और “मध्यस्थता” का अर्थ है मनुष्यों के लिए परमेश्वर से प्रार्थना करना।
- बाइबल में लिखा है कि पवित्र आत्मा हमारे लिए विनती करता है,अर्थात वह हमारे लिए परमेश्वर से प्रार्थना करता है।
- मनुष्य किसी अधिकारी से किसी अनुवाद के लिए विनती करके मध्यस्थता करता है।
अनुवाद के लिए सुझाव:
- “मध्यस्थता के अन्य अनुवाद रूप, “याचना करना”, या (किसी से) “निवेदन करना” (किसी और के लिए) कुछ करने के लिए हो सकते हैं।
- संज्ञा "और निवेदन" का अनुवाद "आग्रह" या "अनुरोध" या "तत्काल प्रार्थना" के रूप में किया जा सकता है।
- वाक्यांश "के लिए मध्यस्थता" का अनुवाद "के लिए अनुरोध करने के लिए" या "की ओर से अपील करें" या "परमेश्वर से मदद मांगे" या "(किसी के लिए) परमेश्वर से निवेदन करना" के रूप में किया जा सकता है।
(यह भी देखें: प्रार्थना करना)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H6293, G1783, G1793, G5241
प्रिय
परिभाषा:
“प्रिय” शब्द प्रीति की अभिव्यक्ति है कि जो ऐसे व्यक्ति का वर्णन करती है जिससे प्रेम किया जाता है और किसी का प्रिय है।
- “प्रिय” शब्द का वास्तविक अर्थ है “प्रिय जन” या “जिसे प्रेम किया जाता है”
- परमेश्वर ने यीशु के लिए कहा कि वह उसका “प्रिय पुत्र है”
- प्रेरितों द्वारा लिखे मसीह कलीसियाओं के पत्रों में बार-बार सहविश्वासियों को “प्रिय” कहा था।
अनुवाद के सुझाव:
- इस शब्द का अनुवाद हो सकता है, “स्नेही”, या “प्रिय जन” या “अति प्रिय” या “अति स्नेहमय”
- घनिष्ठ मित्रों के संदर्भ में इसका अनुवाद हो सकता है, “मेरे प्रिय मित्र” या “मेरे घनिष्ठ मित्र” अंग्रेजी भाषा में यह कहना स्वाभाविक है, “मेरे प्रिय मित्र पौलुस” या “पौलुस, मेरे प्रिय मित्र” अन्य भाषाओं में अलग-अलग उक्तियां अधिक स्वाभाविक होंगी।
- ध्यान दें कि “प्रिय” शब्द परमेश्वर के प्रेम से आता है जो शर्तरहित है, निःस्वार्थ और बलिदान का है।
(यह भी देखें: प्रेम)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H157, H1730, H2532, H3033, H3039, H4261, G25, G27, G5207
प्रेम, प्रेम करता है, प्रिय, प्रेम किया
परिभाषा:
किसी मनुष्य से प्रेम करने का अर्थ है, उस मनुष्य की सुधि लेना और उसे लाभ पहुंचाने के काम करना। “प्रेम” के विभिन्न अर्थ होते हैं जिनके लिए विभिन्न भाषाओं में विभिन्न शब्द होते हैं।
परमेश्वर का प्रेम मनुष्य की भलाई पर केन्द्रित होता है चाहे उसमें स्वयं का लाभ न हो। ऐसा प्रेम जो मनुष्यों की परवाह करता है चाहे वे कुछ भी करते हों। परमेश्वर स्वयं प्रेम है और सच्चे प्रेम का स्रोत है।
- यीशु ने इस प्रेम का प्रदर्शन किया कि है कि पाप और मृत्यु से बचाने के लिए अपने आपको बलि चढ़ा दिया। उसने अपने अनुयायियों को सिखाया कि निस्वार्थ प्रेम करें।
- जब लोग इस तरह के प्रेम से दूसरों को प्रेम करते हैं, तो वे उन तरीकों से कार्य करते हैं जो वे यह सोचते हैं कि दूसरों के विकास के लिए क्या कारण होगा। ऐसा प्रेम विशेष करके दूसरों को क्षमा करता है।
- यू.एल.बी. में “प्रेम” शब्द ऐसा ही आत्म त्याग या प्रेम है जब तक कि अनुवाद की टिप्पणी भिन्न अर्थ की व्याख्या न करे।
नये नियम में शब्द का एक और संदर्भ है, भाईचारे का प्रेम या “मित्र का प्रेम या पारिवारिक सदस्य का प्रेम”
- यह शब्द मित्रों और परिजनों के प्राकृतिक मानव प्रेम का संदर्भ देता है।
- इस का उपयोग ऐसे संदर्भों में भी हो सकता है जैसे वे भोज में महत्वपूर्ण स्थानों में बैठने की इच्छा रखते हैं। अर्थात उन्हें ऐसा करने की “अत्यधिक लालसा” या “ गहरी इच्छा”
“प्रेम” शब्द का संदर्भ स्त्री-पुरूष में प्रसंगयुक्त संबन्धित प्रेम।
प्रतीकात्मक रूप में, “मैंने याकूब से प्रेम किया है और एसाव को अप्रिय जाना है।” यहां “प्रेम” शब्द का आशय है कि परमेश्वर ने याकूब को चुना कि परमेश्वर के साथ वाचा के संबंध में रहे। इसका अनुवाद “चुना” भी हो सकता है। यद्यपि एसाव को भी परमेश्वर ने आशिषें दी थी, उसे वाचा के संबन्ध के सौभाग्य प्राप्त नहीं थे। “अप्रिय” शब्द का प्रतीकात्मक उपयोग किया गया है जिसका अर्थ है “परित्याग किया” या “नहीं चुना।”
अनुवाद के लिए सुझाव:
- जब तक कि अनुवाद से संबन्धित टिप्पणी में अन्य अर्थ समझाया न जाए यू.एल.बी. में “प्रेम” शब्द परमेश्वर से प्राप्त आत्मत्याग के प्रेम का संदर्भ देता है।
- कुछ भाषाओं में परमेश्वर के निःस्वार्थ, आत्मत्याग के प्रेम के लिए विशेष शब्द हो सकता है। इस शब्द के अनुवाद हो सकते हैं, “समर्पित निष्ठावान देखरेख” या “निःस्वार्थ सेवा करना” या “परमेश्वर का प्रेम।” सुनिश्चित करें कि परमेश्वर के प्रेम का अनुवाद हो सकता है, अन्यों के लाभ के निमित्त अपनी इच्छाओं को मारना और कोई कुछ भी करे उनसे प्रेम निभाते रहना।
- कभी-कभी “प्रेम” शब्द का अर्थ होता है मित्रों और पारिवारिक सदस्यों के लिए अगाध सेवाभाव रखना। कुछ भाषाओं में इस शब्द का अनुवाद ऐसे शब्द या उक्ति से किया जा सकता है जिसका अर्थ है, “बहुत प्रिय समझना” या “सुधि लेना” या “गहरा लगाव होना।”
- जिन संदर्भों में प्रेम शब्द किसी के प्रति प्रबल अनुराग व्यक्त करे तो उस का अनुवाद हो सकता है, “प्रबल अधिमान्यता” या “बहुत अधिक चाहना” या “अत्यधिक पसन्द करना”।
- कुछ भाषाओं में एक अलग शब्द होता है जिसके द्वारा पति-पत्नी के बीच प्रसंगयुक्त सम्बन्धित प्रेम या यौन संबन्धित प्रेम को व्यक्त किया जाता है।
- अनेक भाषाओं में "प्रेम" शब्द को क्रिया रूप में व्यक्त करना होता है। उदाहरणार्थ उनमें “प्रेम धीरजवन्त है, प्रेम दयालु है, इस उक्ति का अनुवाद हो सकता है, “जब कोई किसी से प्रेम करता है, वह उसके साथ सहनशीलता दिखाता है, उस पर दया करता है।”
(यह भी देखें: वाचा, मृत्यु, बलिदान, बचाना, पाप)
बाइबल संदर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 27:02 व्यवस्थापक ने उत्तर दिया, “तू अपने परमेश्वर से अपने सारे ह्रदय, आत्मा, शक्ति और ,मन से प्रेम रखना। और अपने पड़ोसी से अपने समान प्रेम करना।”
- 33:08 “कंटीली भूमि वे व्यक्ति है जिन्होंने वचन सुना, और संसार की चिन्ता और धन का धोखा, और अन्य वस्तुओं का लोभ उनमें समाकर परमेश्वर के लिए उसके प्रेम को दबा देता है।”
- 36:05 जैसे पतरस बोल ही रहा था कि एक उजले बादल ने उन्हें छा लिया, और उस बादल में से यह शब्द निकला : “ यह मेरा प्रिय पुत्र है, जिससे में प्रेम करता हूँ”
- 39:10 हर वह व्यक्ति जिसे सच्चाई से प्रेम है, मुझे सुनेगा।”
- 47:01 वह(लुदिया) बहुत प्रेम के साथ प्रभु की आराधना करती थी।
- __48:01__परमेश्वर ने जब संसार की सृष्टि की , तो सब कुछ एकदम सही था। संसार में कोई पाप नहीं था। आदम और हव्वा एक-दूसरे से वा परमेश्वर से प्रेम करते थे।
- __49:03__उसने(यीशु) सिखाया कि तुम्हें दूसरे लोगों को उसी तरह प्रेम करना है जैसे कि आप स्वयं से प्रेम करते हैं।
- 49:04 उसने(यीशु) यह भी सिखाया कि तुम्हें किसी भी चीज़, अपनी सम्पत्ति से भी ज्यादा परमेश्वर को प्रेम करना चाहिए।
- 49:07 यीशु ने सिखाया कि परमेश्वर पापियों से बहुत प्रेम करता है।
- 49:09 लेकिन परमेश्वर ने जगत के हर मनुष्य से इतना अधिक प्रेम किया कि उसने अपना इकलौता पुत्र दे दिया ताकि जो कोई यीशु पर विश्वास करे उसे उसके पापों का दण्ड नहीं मिलेगा, परन्तु हमेशा परमेश्वर के साथ रहेगा।
- 49:13 परमेश्वर तुमसे प्रेम करता है और चाहता है कि तुम यीशु पर विश्वास करो ताकि वह तुमसे एक निकटतम सम्बन्ध स्थापित रख सके।
शब्द तथ्य:
- Strong's: H157, H158, H159, H160, H2245, H2617, H2836, H3039, H4261, H5689, H5690, H5691, H7355, H7356, H7453, H7474, G25, G26, G5360, G5361, G5362, G5363, G5365, G5367, G5368, G5369, G5377, G5381, G5382, G5383, G5388
प्रेरित, प्रेरितों, प्रेरिताई
परिभाषा:
“प्रेरितों”, यीशु द्वारा भेजे गए पुरूष जो परमेश्वर और उसके राज्य के प्रचारक थे। “प्रेरिताई” अर्थात प्रेरित होने के लिए चुने गए पुरुषों का पद और अधिकार।
- “प्रेरित” शब्द का अर्थ है, “विशेष उद्देश्य निमित भेजा गया मनुष्य”। प्रेरित के पास वही अधिकार होता है जो भेजनेवाले के पास है।
- यीशु के वे बारह घनिष्ठ शिष्य प्रथम प्रेरित थे। दुसरे मनुष्य, जैसे कि पौलुस और याकूब भी प्रेरित हुए थे।
- परमेश्वर के सामर्थ्य से प्रेरित निडर होकर सुसमाचार सुनाने के योग्य हुए थे और वे रोगियों को चंगा करते थे और दुष्टात्माओं को भी निकालते थे।
अनुवाद के सुझाव:
- “प्रेरित” शब्द का अनुवाद ऐसे शब्द या उक्ति द्वारा भी किया जा सकता है जिसका भावार्थ “भेजा गया मनुष्य” या “भेजा गया” या “मनुष्यों को परमेश्वर का सन्देश सुनाने के लिए बुलाया गया एवं भेजा गया मनुष्य”।
- “प्रेरित” और “शिष्य” शब्दों का अनुवाद भिनार्थक शब्दों में किया जाना आवश्यक है।
इस बात का भी ध्यान रखें कि इस शब्द का अनुवाद स्थानीय या राष्ट्रीय भाषा के बाइबल अनुवाद में कैसा है। (देखें अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करे)
(यह भी देखें: अधिकार, चेले, याकूब (जब्दी का पुत्र), पौलुस, बारह)
बाइबल संदर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 26:10 फिर यीशु ने बारह लोगों को चुना, जो कि प्रेरित कहलाए। प्रेरित यीशु के साथ-साथ चलते थे और वह यीशु से सीखते थे।
- 30:01 यीशु ने प्रचार करने के लिए और कई अलग- अलग नगरों में लोगों को सिखाने के लिए अपने शिष्यों को भेजा।
- 38:02 यीशु के शिष्यों में से एक यहूदा नाम का एक आदमी था। वह चेलों के धन की देखभाल करता था, वह पैसों से प्रेम करता था और अकसर उसमें से चुराता था।
- 43:13 चेले लगातार प्रेरितों से शिक्षा पाने, और संगति रखने, और रोटी तोड़ने, और प्रार्थना करने में लौलीन रहे।
- 46:08 तब बरनबास ने उसे अपने साथ प्रेरितों के पास ले जाकर उनको बताया कि दमिश्क में इसने कैसे हियाव से यीशु के नाम से प्रचार किया।
शब्द तथ्य:
- Strong's: G651, G652, G2491, G5376, G5570
फरीसी, फरीसियों
तथ्य:
फरीसी यीशु के समय यहूदी अगुओं का एक महत्वपूर्ण प्रभावशाली पंथ था।
- उनमें से अधिकांश जन मध्यम वर्ग के व्यापारी थे वरन कुछ फरीसी याजक भी थे।
- सब यहूदी अगुओं में फरीसी मूसा की व्यवस्था के पालन में तथा अन्य यहूदी नियमों एवं परम्पराओं के पालन में सबसे अधिक कट्टर मनुष्य थे।
- वे यहूदियों को आसपास की अन्यजातियो के प्रभाव से दूर रखने के विषय अत्यधिक चिन्तित रहते थे। फरीसी शब्द “पृथक करना” से आता है।
- फरीसी मरने के बाद के जीवन को मानते थे, वे स्वर्गदूतों और अन्य आत्मिक प्राणियों को भी मानते थे।
- फरीसी और सदूकी यीशु और आरंभिक कलीसिया के बैरी थे।
(यह भी देखें: महासभा, यहूदी अगुवे, व्यवस्था, सदूकी)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
फसह
तथ्य:
“फसह” यहूदियों के एक धार्मिक पर्व का नाम है जिसमें वे स्मरण करते हैं कि परमेश्वर ने उनके पूर्वजों को मिस्र के दासत्व में से कैसे निकाला था।
- इस पर्व का नाम उस तथ्य से आता है कि परमेश्वर इस्राएलियों के घरों से होकर निकला परन्तु उसने उनके पुत्रों का घात नहीं किया जबकि मिस्र के सब पहिलौठे मारे गए थे।
- फसह में एक सिद्ध मेमने का मांस भूनकर खाया जाता था और रोटी ख़मीरी नहीं होती थी। इस भोजन से उन्हें उस भोजन का स्मरण होता है जो उनके पूर्वजों ने मिस्र से पलायन करने से पूर्व रात को खाया था।
- परमेश्वर ने इस्राएलियों को आज्ञा दी थी कि वे प्रतिवर्ष ऐसा भोजन खाकर स्मरण करें वरन उत्सव मनाएं कि परमेश्वर कैसे उनके परिवारों में से निकलकर गया और उन्हें दासत्व से मुक्ति दिलाई।
अनुवाद के सुझाव:
फसह का शब्द के अनुवाद में “होकर निकलने” की संधि के शब्द या अन्य समानार्थक शब्दों का संयोजन द्वारा किया जा सकता है।
- यदि इस पर्व का नाम स्वर्गदूत के द्वारा इस्राएलियों के पुत्रों की हत्या न करते हुए आगे बढना स्पष्ट रूप से दर्शाए तो अति सहायक होगा।
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 12:14 परमेश्वर ने इस्राएलियों को आज्ञा दी कि वह हर साल फसह का पर्व मनाया करे, इस बात को स्मरण करते हुए कि परमेश्वर ने उन्हें मिस्रियो की गुलामी से बचाया व उन्हें मिस्रियो पर विजयी किया |
- 38:01 हर साल, यहूदी फसह का पर्व मनाते थे | यह एक उत्सव था, जब वह याद करते थे कि परमेश्वर ने कई सदियों पहले मिस्र की गुलामी से उनके पूर्वजों को बचाया था |
- __38:04__यीशु यरूशलेम में अपने चेलों के साथ फसह का दिन मना रहा था |
- 48:09 जब परमेश्वर ने लहू को देखा तो वह उनके घरों के पास से गुजर गया और उसने उनके जेठे पुत्रों का वध नहीं किया | इस घटना को फसह कहा जाता है |
- 48:10 यीशु हमारा फसह का मेम्ना है | वह सिद्ध और निष्पाप था, और फसह के उत्सव के दिन मारा गया था |
शब्द तथ्य:
बचाना, बचाता है, उद्धार, सुरक्षा
परिभाषा:
“बचाना” अर्थात किसी बुरी या हानिकारक बात से बचना। “सुरक्षित रहना” अर्थात हानि या खतरे से बचना।
- शारीरिक रूप से मनुष्य हानि, खतरे या मृत्यु से बचाया या निकला जा सकता है।
- आत्मिक अर्थ में मनुष्य का "उद्धार" का अर्थ है क्रूस पर यीशु की मृत्यु के द्वारा, पाप से क्षमा किया गया और नरक में दण्ड का भागी होने से परमेश्वर ने उसे "बचा लिया" है।
- मनुष्य खतरे से मनुष्यों को बचा सकते हैं परन्तु पापों के अनन्त दण्ड से केवल परमेश्वर ही मनुष्यों को बचा सकता है।
अनुवाद सुझाव:
- “बचाना” शब्द के अनुवाद “मुक्ति दिलाना” या “हानि से बचाना” या “हानि के मार्ग से निकाल लेना” या “मरने से बचा लेना” हो सकता हैं।
- इस अभिव्यक्ति में “जो कोई अपना जीवन बचाएगा”, शब्द “बचाएगा” का अनुवाद, “संभालना” या “सुरक्षित रखना” हो सकता है।
- “सुरक्षित” का अनुवाद हो सकता है, “खतरे से बचना” “वह स्थान जहां कोई हानि न पहुंचा पाए”।
(यह भी देखें: क्रूस, छुड़ाना, दण्ड देना, उद्धार, पाप)
बाइबल संदर्भ:
- उत्पत्ति, 49:18
- उत्पत्ति 47:25-26
- भजन, 080:03
- यिर्मयाह, 16:19-21
- मीका, 06:3-5
- लूका, 02:30
- लूका, 08:36-37
- प्रे.का., 04:12
- प्रे.का., 28:28
- प्रे.का. 02:21
- रोमियो, 01:16
- रोमियो, 10:10
- इफिस्सियों 06:17
- फिलिप्पियों 01:28
- 1 तीमुथियुस 01:15-17
- प्रका. 19:1-2
बाइबल कहानियों के उदाहरण:
- __09:08मूसा ने अपने साथी इस्राएली को__बचाने का प्रयास किया |
- 11:02 परमेश्वर ने कहा कि, वो मनुष्य जो उस पर विश्वास करेंगा वह उसके पहिलौठे पुत्र को बचाएगा ।
- __12:05__मूसा ने लोगों से कहा, “डरो मत! परमेश्वर आप ही तुम्हारे लिये लड़ेगा और तुम्हे बचाएगा
- 12:13 इस्राएलियों ने अपनी स्वतंत्रता का उत्साह मनाने के लिये बहुत से गाने गाए, और परमेश्वर की आराधना की जिसने उन्हें मिस्रियो की सेना से बचाया
- 16:17 यह पद्धति कई बार दोहराई गई, इस्राएली पाप करते थे , परमेश्वर उन्हें दण्ड देता था, और फिर वह पश्चाताप करते थे, और फिर परमेश्वर उन्हें बचाने के लिए एक उद्धारक भेजता था
- 44:08 तुमने यीशु को क्रूस पर चढ़ाया, परन्तु परमेश्वर ने उसे मरे हुओं में से जिलाया। तुमने उसे अस्वीकार किया, परन्तु और कोई दूसरा मार्ग नहीं है केवल यीशु के सामर्थ्य के द्वारा ही उद्धार मिल सकता है ।”
- __47:11__दारोगा घबरा गया और पौलुस और सीलास के पास आकर पूछा, “हे सज्जनों __उद्धार __ पाने के लिये मैं क्या करूँ ?” पौलुस ने उत्तर दिया, "यीशु, जो मालिक है, उसपर विश्वास करो तो तुम और तुमारा परिवार उद्धार पाएगा।"
- 49:12 अच्छे कार्य तुम्हें बचा नहीं सकते।
- 49:13 जो कोई भी यीशु पर विश्वास करता और उसे प्रभु के रूप में स्वीकार करता है परमेश्वर उसे बचाएगा। परन्तु जो उसमें विश्वास नहीं करता है ऐसे किसी व्यक्ति को वह नहीं बचाएगा।
शब्द तथ्य:
- Strong's: H983, H2421, H2502, H3444, H3467, H3468, H4190, H4422, H4931, H5338, H6308, H6403, H7682, H7951, H7965, H8104, H8199, H8668, G803, G804, G806, G1295, G1508, G4982, G4991, G4992, G5198
बचे हुए
परिभाषा:
शब्द “बचे हुए लोग” वास्तव में बचे हुए लोगों या वस्तुओं के संदर्भ में है। इसका अर्थ बड़ी मात्रा में से छोड़ी गई वस्तु भी है।
- “बचे हुए” प्रायः उन लोगों को व्यक्त करता है जो जान के जोखिम से बच गए या सताव के उपरान्त भी जो मनुष्य परमेश्वर के निष्ठावान रहे।
- यशायाह यहूदियों के एक समूह को बचे हुए लोग कहता है जो शत्रुओं के आक्रमण से बच निकले और प्रतिज्ञा के देश कनान लौटे।
- पौलुस भी “बचे हुए” लोगों की चर्चा करता है जिन्हें परमेश्वर ने चुना कि उसके अनुग्रह के वारिस हों।
- “बचे हुए” से यह भी अर्थ निकलता है कि कुछ अन्य लोग निष्ठावान नहीं थे, या जो बचे नहीं या जो चुने नहीं गए।
अनुवाद के सुझाव:
- “इनमें से बचे हुए लोग” इस उक्ति का अनुवाद, “इन लोगों में से जो बाकी रह गए” या “जो लोग विश्वासी रहे” या “शेष मनुष्य” हो सकता है।
- “बाकी सब लोग” का अनुवाद, “शेष सब लोग” या “बचे हुए लोग” हो सकता है।
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H3498, H3499, H5629, H6413, H7604, H7605, H7611, H8281, H8300, G2640, G3005, G3062
बच्चे, बालक, वंशज
परिभाषा:
बाइबल में “बालक” शब्द प्रायः बच्चे के लिए काम में लिया गया है, शिशु के लिए भी इसका प्रयोग करा गया है। “बच्चे” बहुवचन है और इसके प्रतीकात्मक उपयोग भी हैं।
- बाइबल में शिष्यों को या अनुयायियों को भी कभी-कभी "बच्चे" कहा गया है।
- “बच्चे” शब्द सामान्यतः वंशजों के लिए प्रयोग करा गया है।
- “की बच्चे” का अभिप्राय किसी बात के लक्षण प्रकट करने से भी होता है। इसके कुछ उदाहरण हैः
- ज्योति की सन्तान
- आज्ञा मानने वाली सन्तान
- शैतान की संतान
- यह शब्द आत्मिक पुत्र/पुत्रियों के संदर्भ में भी आता है। उदाहरणार्थ, “परमेश्वर की सन्तान” अर्थात यीशु में विश्वास करने के कारण परमेश्वर के लोग।
अनुवाद के सुझाव:
- “सन्तान” का अनुवाद “वंशज” किया जा सकता है जब इसका संदर्भ किसी के पोते-परतोतों से हो।
- प्रकरण के अनुसार “की सन्तान” का अनुवाद “का गुण रखने वाले लोग” या “के सदृश्य व्यवहार करनेवाले लोग” भी किया जा सकता है।
- यदि संभव हो तो “परमेश्वर की सन्तान” को ज्यों का त्यों रखा जाएँ क्योंकि बाइबल का एक महत्वपूर्ण विषय है, परमेश्वर हमारा स्वर्गीय पिता है। इसका संभावित वैकल्पिक अनुवाद हो सकता है, “परमेश्वर के लोग” या “परमेश्वर की आत्मिक सन्तान”।
- यीशु अपने शिष्यों को “सन्तान” कहता है तो इसका अनुवाद “प्रियमित्रों” या “मेरे प्रिय शिष्यों” हो सकता है।
- पौलुस और यूहन्ना यीशु के विश्वासियों को “बालकों” कहते हैं तो इसका अनुवाद “प्रिय सहविश्वासियों” हो सकता है।
- “प्रतिज्ञा की सन्तान” का अनुवाद हो सकता है “परमेश्वर की प्रतिज्ञा प्राप्त किए हुए लोग”।
(यह भी देखें: वंशज, वंश, वादा, पुत्र, आत्मा, विश्वास, प्रिय
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H1069, H1121, H1123, H1129, H1323, H1397, H1580, H2029, H2030, H2056, H2138, H2145, H2233, H2945, H3173, H3205, H3206, H3208, H3211, H3243, H3490, H4392, H5271, H5288, H5290, H5759, H5764, H5768, H5953, H6185, H7908, H7909, H7921, G730, G815, G1025, G1064, G1471, G3439, G3515, G3516, G3808, G3812, G3813, G3816, G5040, G5041, G5042, G5043, G5044, G5206, G5207, G5388
बपतिस्मा देना, बपतिस्मा लिया, बपतिस्मा
परिभाषा:
नये नियम में “बपतिस्मा देना” और “बपतिस्मा” का अर्थ विश्वासी को सांसारिक रूप से पानी में नहलाना कि उसका पाप मोचन और मसीह से एकीकरण प्रकट हो।
अनुवाद के लिए सुझाव:
- विश्वासियों में बपतिस्में की विधि की अनेक धारणाएं हैं। अतः उचित होगा कि इसका अनुवाद सामान्य रूप में किया जाए जिसमें जल के उपयोग की विभिन्न विधियां हों।
- प्रकरण के अनुसार “बपतिस्मा” का अनुवाद “शुद्धिकरण,” “उण्डेलना,” “डुबाना,” “धोना” या “आध्यात्मिक रूप से शुद्ध करना” हो सकता है। उदाहरण के तौर पर, “पानी से तुम्हे बपतिस्मा देना” का अनुवाद “पानी में डुबकी” हो सकता है।
- शब्द "बपतिस्मा" का अनुवाद "शुद्धिकरण," "डालना," "डुबकी," "सफाई," या "आध्यात्मिक धुलाई" के रूप में किया जा सकता है।
- जब यह पीड़ा को दर्शाता है, तो "बपतिस्मा" का अनुवाद "भयानक दुःख का समय" या "गंभीर दुःखों के द्वारा शुद्ध करने" के रूप में किया जा सकता है।
- यह भी विचार करें कि इस शब्द का अनुवाद किसी स्थानीय या राष्ट्रीय भाषा में बाइबल अनुवाद में किया गया है।
(यह भी देखें: अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करे)
(यह भी देखें: यूहन्ना (बपतिस्मा देनेवाला), मन फिराव करना, पवित्र आत्मा)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 24:03 जब उन लोगों ने यूहन्ना का संदेश सुना, उन्होंने अपने-अपने पापों को मानकर, बपतिस्मा लिया, बहुत से धर्मी याजक यूहन्ना से बपतिस्मा लेने को आए, परन्तु उन्होंने अपने पापों का अंगीकार न किया।
- 24:06 अगले दिन, यीशु यूहन्ना के पास उससे बपतिस्मा लेने को आया।
- 24:07 यूहन्ना ने यीशु से कहा, “मैं इस योग्य नहीं कि तुझे बपतिस्मा दूँ। मुझे तो तेरे हाथ से बपतिस्मा लेने की आवश्कता है।”
- 42:10 इसलिये तुम जाओ, सब जातियों के लोगों को चेला बनाओ और उन्हें पिता, और पुत्र, और पवित्र आत्मा के नाम से बपतिस्मा दो, और उन्हें सब बातें जो मैं ने तुम्हें आज्ञा दी है, मानना सिखाओ। "
- 43:11 पतरस ने उनसे कहा, “मन फिराओ, और तुम में से हर एक यीशु मसीह के नाम से बपतिस्मा ले तो परमेश्वर तुम्हारे पापों को क्षमा करेगा।
- 43:12 लगभग 3000 लोगों ने पतरस कि बात पर विश्वास किया और यीशु के चेले बन गए। और उन्हें बप्तिस्मा दिया गया और वे यरूशलेम की कलीसिया का हिस्सा बन गए।
- 45:11 फिलिप्पुस और कूश देश का अधिकारी मार्ग में चलते-चलते वे किसी जल की जगह पहुँचे। तब कुश देख के अधिकारी ने कहा कि, “देख ! यहाँ जल है! क्या में बपतिस्मा ले सकता हूँ?"
- 46:05 शाउल तुरन्त देखने लगा, और हनन्याह ने उसे बपतिस्मा दिया।
- 49:14 यीशु तुम्हें उस पर विश्वास करने और बपतिस्मा लेने के लिए आमंत्रित करता है।
शब्द तथ्य:
बांधना, बन्धन, बाँधा
परिभाषा:
“बांधना” अर्थात किसी वस्तु को बांधकर रखना या सुरक्षित बन्धन में रखना। बंधी हुई या संयोजित वस्तुएं “बन्धन” में कहलाती हैं। इस शब्द की भूतकाल क्रिया “बांधा” है
“बंधा” होने का अर्थ है किसी वस्तु से लिपटा या बंधा होना।
प्रतीकात्मक रूप में मनुष्य किसी शपथ से “बांधा” होता है जिसका अर्थ कि उसने जो प्रण किया है उसे "पूरा करना" उसके लिए अनिवार्य है।
“बंधन” में होना अर्थात किसी भी बांधने वाली वस्तु या सीमाओं में बंधे होना या किसी को बन्दीगृह में डालना। इसका संदर्भ प्रायः जंजीर, बेड़ियों या रस्सी से है जो मनुष्य की स्वतंत्रता को बाधित करती है।
बाइबल के युग में रस्सी या जंजीर बन्दियों को दीवार या पत्थर के फर्श में बांध कर रखने के लिए थी।
“बांधना” शब्द घाव पर पट्टी बांधने के लिए भी काम में लिया जाता था कि घाव भर जाए।
मृतक को भी कपड़ों में लपेटा जाता था कि दफन के लिए तैयार करें।
“बन्धन” प्रतीकात्मक रूप में पाप के लिए भी काम में लिया गया है क्योंकि वह मनुष्य को अपने वश में कर लेता है या दास बना लेता है।
बन्धन दो मनुष्यों के घनिष्ठ संबन्ध में भी होता है, जिसमें वे एक दूसरे को मानसिक, आत्मिक एवं शारीरिक परिप्रेक्ष्य में सहयोग देते हैं। यह विवाह के बन्धन में भी है
पति-पत्नी एक दूसरे से बंधे होते हैं। यह एक ऐसा बन्धन है जिसे परमेश्वर नहीं चाहता कि कभी तोड़ा जाए।
अनुवाद के सुझाव:
- “बांधना” शब्द का अनुवाद “बंधन के अधीन करना” या “संयोजित करना” या “लपेटें”
- प्रतीकात्मक रूप में, इसका अनुवाद "को नियंत्रित करने के लिए" या "रोकने के लिए" या "से (कुछ) को रखने के लिए" हो सकता है।
- "बांधना" शब्द का विशेष उपयोग मत्ती 16 और 18 में "वर्जित करना" या "अनुमति नहीं" है।
- “बन्धनों” शब्द का अनुवाद "जंजीरों" या "रस्सियों" या "बंधन" भी हो सकता है।
- प्रतीकात्मक रूप से “बन्धन” शब्द का अनुवाद "गाँठ" या "सम्बन्ध" या "घनिष्ठ सम्बन्ध" भी हो सकता है।
- वाक्यांश "शांति का बंधन" का अर्थ है "एक साथ में होना, जो लोग एक-दूसरे के साथ घनिष्ठ संबंध में लोगों को लाते हैं" या "एक साथ बांधने से शांति मिलती है।"
- "बांध" का अनुवाद "चारों ओर लपेटो" या "पर एक पट्टी डाल" के रूप में किया जा सकता है।
- प्रतिज्ञा के साथ अपने आप को "बांधना" करने के लिए का अनुवाद "प्रतिज्ञा को पूरा करने का वादा" या "प्रतिज्ञा को पूरा करने का वचन" के रूप में किया जा सकता है।
- प्रकरण के अनुसार “बाँधा” का अनुवाद "बंधे" या "बांध" या "जंजीर" या "बाध्यकारी (पूरा करने के लिए)" या "करने की आवश्यकता है" हो सकता है।
(यह भी देखें: पूर्ति, शान्ति, बन्दीगृह, सेवक, शपथ)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H247, H481, H519, H615, H631, H632, H640, H1366, H1367, H1379, H2280, H2706, H3256, H3533, H3729, H4147, H4148, H4205, H4562, H5650, H5656, H5659, H6029, H6123, H6616, H6696, H6872, H6887, H7194, H7405, H7573, H7576, H8198, H8244, H8379, G254, G331, G332, G1195, G1196, G1198, G1199, G1210, G1397, G1398, G1401, G1402, G2611, G2615, G3734, G3784, G3814, G4019, G4029, G4385, G4886, G4887, G5265
बारहों, ग्यारहों
परिभाषा:
“बारहों” का संदर्भ उन पुरुषों से है जिन्हें यीशु ने चुना कि उसके घनिष्ठतम शिष्य या प्रेरित हों। यहूदा की आत्महत्या के बाद, वे “ग्यारहों” कहलाते थे।
- यीशु के अनेक अन्य शिष्य थे परन्तु “बारहों” यह पदनाम उन्हें इसलिए दिया गया था क्योंकि वह यीशु के बहुत करीब थे।
- इन बारह शिष्यों के नाम, मत्ती 10, मरकुस 3, तथा लूका 6 में सूचीबद्ध हैं।
- यीशु के स्वर्गारोहण के बाद इन ग्यारहों ने मत्तिय्याह को यहूदा के स्थान में चुन लिया था। तब वे फिर से “बारहों” कहलाए।
अनुवाद के सुझाव:
- कुछ भाषाओं में संज्ञा शब्द इसमें जोड़ना अधिक स्पष्ट एवं अधिक व्यावहारिक होता है, “बारह शिष्य” या “यीशु के घनिष्ठ बारह शिष्य”।
- “ग्यारहों” का अनुवाद हो सकता है, “यीशु के शेष ग्यारह शिष्य”।
- कुछ अनुवादों में प्रथम अक्षर बड़ा काम में लेकर दर्शाया जाता है कि यह पदनाम था जैसे “वे बारह” या “वे ग्यारह”।
(यह भी देखें: प्रेरित, चेले)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
बुद्धिमान, बुद्धि
परिभाषा:
“बुद्धिमान” वह मनुष्य है जो समझता है कि करने के लिए क्या उचित एवं नैतिक है और उसे करता है। “बुद्धि” जो सच एवं नैतिकता में उचित है उसे समझना और उसका अभ्यास करना।
- बुद्धिमान होना अर्थात उचित निर्णय लेने की क्षमता, विशेष करके परमेश्वर को प्रसन्न करने वाले काम करना।
- मनुष्य परमेश्वर की बात सुनकर और दीनतापूर्वक उसकी इच्छा का पालन करके बुद्धिमान बनते हैं।
- बुद्धिमान मनुष्य अपने जीवन में पवित्र-आत्मा के फल-आनंद, दया, प्रेम, धीरज-प्रकट करता है।
अनुवाद के सुझाव:
- प्रकरण के अनुसार “बुद्धिमान” शब्द के अन्य अनुवाद हो सकते हैं, “परमेश्वर के आज्ञाकारी” या “समझदार और आज्ञाकारी” या “परमेश्वर का भय माननेवाले।”
- “बुद्धि” के अनुवाद में एक ऐसा शब्द या उक्ति काम में लें जिसका अर्थ है, “बुद्धिमानी का जीवन” या “समझदारी और आज्ञापालन का जीवन” या “उचित निर्णय।”
- “बुद्धि” और “बुद्धिमान” के अनुवाद अन्य प्रमुख शब्दों जैसे धार्मिक या आज्ञाकारी से भिन्न होना उचित है।
(यह भी देखें: आज्ञा पालन, फल)
बाइबल संदर्भ:
बाइबल कहानियों के उदाहरण:
- __02:05__वह बुद्धिमान भी बनना चाहती थी, इसलिये उसने कुछ फल लिये और उसे खा लिया।
- 18:01 जब सुलैमान ने बुद्धि माँगी, परमेश्वर उससे प्रसन्न हुआ और उसे संसार का सबसे बुद्धिमान व्यक्ति बना दिया।
- 23:09 कुछ समय बाद ज्योतिषियों ने पूर्व में एक तारा देखा।
- 45:01 वह (स्तिफनुस) एक अच्छा प्रतिष्ठित मनुष्य था और पवित्र आत्मा और ज्ञान से भरा था।
शब्द तथ्य:
- Strong's: H998, H1350, H2445, H2449, H2450, H2451, H2452, H2454, H2942, H3820, H3823, H6195, H6493, H6912, H7535, H7919, H7922, H8454, G4678, G4679, G4680, G4920, G5428, G5429, G5430
बुराई, दुष्ट, दुष्टता
परिभाषा:
“बुरा और दुष्ट” दोनों का संदर्भ उन बातों से है जो परमेश्वर के गुण एवं इच्छा के विरूद्ध है।
- “बुरा” शब्द मनुष्य के चरित्र का वर्णन करता है, “दुष्ट” शब्द मनुष्य के व्यवहार का वर्णन करता है। तथापि अर्थ में दोनों शब्द समान हैं।
- “दुष्टता” का अभिप्राय मनुष्य द्वारा किए गए बुरे काम को दर्शाते हैं।
- बुराई के परिणाम स्पष्ट रूप से दिखाए जाते हैं कि लोग कैसे हत्या करते हैं, चोरी करते हैं, बदनाम करते हैं और क्रूर और निर्दयी होते हैं।
अनुवाद के सुझाव:
- प्रकरण के अनुसार “बुराई” और दुष्टता का अनुवाद “बुरा” या “पापी” या “अनैतिक” हो सकता है।
- इसके अनुवाद के अन्य रूप हैं, “अच्छी नहीं” या “धर्मी नहीं” या “नैतिक नहीं”
- सुनिश्चित करें कि इनके अनुवाद के शब्द और उक्तियां लक्षित भाषा में व्यावहारिक संदर्भ सहित हों।
(यह भी देखें: अवज्ञा, पाप, अच्छा, धर्मी, दुष्टात्मा)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों के उदाहरण:
- 02:04 "परमेश्वर इतना जानता है कि जैसे ही तुम इसे खाते हो, तो तुम परमेश्वर की तरह हो जाओगे और अच्छा और बुरे को समझोगे जैसा वह समझता है।"
- 03:01 एक लंबे समय के बाद, बहुत से लोग दुनिया में रह रहे थे। वे बहुत दुष्ट और हिंसक थे।
- 03:02 लेकिन नूह ने परमेश्वर से अनुग्रह पाया। वह दुष्ट लोगों के बीच रहने वाला एक धर्मी व्यक्ति था।
- 04:02 परमेश्वर ने देखा कि अगर वे सभी एक साथ मिलकर बुराई करते हैं, तो वे और भी अधिक पाप करेंगे।
- 08:12 "आपने दास के रूप में मुझे बेचकर तुमने बुराई करने की कोशिश की, लेकिन परमेश्वर ने भलाई के लिए बुराई का इस्तेमाल किया!"
- 14:02 वे (कनानी) ने झूठे देवताओं की पूजा की और कई __ बुरे__ काम किए।
- 17:01 लेकिन फिर वह (शाऊल) एक दुष्ट व्यक्ति बन गया, जिसने परमेश्वर का आज्ञा पालन नहीं किया, इसलिए परमेश्वर ने एक अलग व्यक्ति को चुना जो एक दिन उसके स्थान पर राजा बनेगा।
- 18:11 इस्राएलियों के नए राज्य में, सभी राजा बुरे थे
- 29:08 राजा इतना क्रोधित था कि उसने दुष्ट दास को जेल में फेंक दिया जब तक कि वह उसके सारे कर्ज का भुगतान न कर दे।
- 45:02 उन्होंने कहा, "हमने सुना है वह(स्तिफनुस) मूसा और परमेश्वर के बारे में __ बुरी__ बातें कहता है!"
- 50:17 वह (यीशु) हर आंसू को मिटा देगा उसके बाद कोई पीड़ा, दुःख, रोने, बुराई, दर्द या मौत नहीं होगी।
शब्द तथ्य:
- Strong's: H205, H605, H1100, H1681, H1942, H2154, H2162, H2254, H2617, H3399, H3415, H4209, H4849, H5753, H5766, H5767, H5999, H6001, H6090, H7451, H7455, H7489, H7561, H7562, H7563, H7564, G92, G113, G459, G932, G987, G988, G1426, G2549, G2551, G2554, G2555, G2556, G2557, G2559, G2560, G2635, G2636, G4151, G4189, G4190, G4191, G5337
बुलाना, पुकारना, कहलाता
परिभाषा:
“बुलाना” और “पुकारना” का वास्तविक अर्थ है, किसी दूर खड़े मनुष्य को ऊंचे शब्द में कुछ कहना। इसके अनेक प्रतीकात्मक अर्थ हैं।
- “पुकारना” अर्थात दूर खड़े किसी व्यक्ति से ऊंचे शब्द में कुछ कहना। इसका अर्थ सहायता मांगना भी होता है विशेष करके परमेश्वर से।
- बाइबल में “बुलाना” का अर्थ है, “आव्हान” या “आने का आदेश” या “आने का निवेदन”।
- परमेश्वर मनुष्यों को बुलाता है कि उसके पास आएं और उसके लोग हों। यह उनकी “बुलाहट” है।
- “बुलाया” शब्द का बाइबल में अर्थ है, परमेश्वर ने मनुष्यों को नियुक्त किया या चुन लिया कि उसकी सन्तान हों, उसके सेवक हों और यीशु द्वारा उद्धार के सन्देश के प्रचारक हों।
- इस शब्द को किसी का नाम देने के संदर्भ में भी काम में लिया जाता है। उदाहरणार्थ, "वह युहन्ना कहलाया", अर्थात "उसका नाम युहन्ना रखा गया" या "उसका नाम युहन्ना हुआ"
- "नाम से पुकारा जाना" अर्थात किसी को किसी और का नाम दिया जाना। परमेश्वर कहता है कि उसने अपने लोगों को अपने नाम से बुलाया है।
- एक भिन्न उक्ति, “मैंने तुझे नाम लेकर बुलाया है”। अर्थात परमेश्वर उस व्यक्ति विशेष का नाम व्यक्तिगत रूप से जानता है और उसे विशेष करके चुन लिया है।
अनुवाद के सुझाव:
- “बुलाना” का अनुवाद ऐसे शब्दों में किया जाए जिनका अर्थ, “आव्हान” हो जिसमें बुलाहट की इच्छा और उद्देश्य गर्भित हों।
- “तुझे पुकारता हूं”, इसका अनुवाद हो सकता है, “तुमसे सहायता मांगता हूं” या “तुझसे साग्रह विनती करता हूं”।
- बाइबल में लिखा है कि परमेश्वर ने हमें “बुलाया” कि इसकी सेवा करे तो इसका अनुवाद किया जा सकता है, उसके सेवक होने के लिए “हमें विशेष करके चुना” या “हमें नियुक्त किया”
- “उसका नाम बुलाना” इसका अनुवाद हो सकता है “उसको नाम देना”
- “उसका नाम पुकारा” इसका अनुवाद हो सकता है “उसका नाम है” या “उसको नाम दिया गया है”।
- “पुकारना” इसका अनुवाद हो सकता है, “ऊंचे शब्द में कहना” या “चिल्लाने” या “ऊंची आवाज में कहना” परन्तु ध्यान रखें कि इसके अनुवाद में शब्दों में क्रोध का भाव व्यक्त न हो।
- “तुम्हारी बुलाहट” इसका अनुवाद हो सकता है, “तुम्हारा उद्देश्य” या “तुम्हारे लिए परमेश्वर का उद्देश्य” या “तुम्हारे लिए परमेश्वर का विशेष कार्य”।
- “प्रभु का नाम पुकारना” इसका अनुवाद किया जा सकता है, “प्रभु की खोज करो और उस पर निर्भर रहें” या “परमेश्वर में विश्वास करके उसकी आज्ञा मानों”
- किसी बात के लिए “पुकार करना”, इसका अनुवाद हो सकता है, “मांग करना” या “याचना करना” या “आज्ञा देना”
- “तुम मेरे नाम से बुलाए गए हो” इसका अनुवाद हो सकता है, “मैंने तुम्हें अपना नाम दिया है कि दिखाऊं तुम मेरे हो”।
- जब परमेश्वर कहता है, “मैंने तुझे नाम लेकर बुलाया है” तो इसका अनुवाद हो सकता है, “मैं तेरा नाम जानता हूं और तुझे चुन लिया है”।
(यह भी देखें: प्रार्थना करना)
बाइबल सन्दर्भ:
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शब्द तथ्य:
- Strong's: H559, H2199, H4744, H6817, H7121, H7123, G154, G363, G1458, G1528, G1941, G1951, G2028, G2046, G2564, G2821, G2822, G2840, G2919, G3004, G3106, G3333, G3343, G3603, G3686, G3687, G4316, G4341, G4377, G4779, G4867, G5455, G5537, G5581
भजन
परिभाषा:
“भजन” शब्द एक पवित्र गीत का संदर्भ देता है जो कविता रूप में लिखा गया है कि गाया जाए।
- पुराने नियम में भजन संहिता इन भजनों का संग्रह है, राजा दाऊद तथा अन्य इस्राएलियों जैसे मूसा, सुलैमान, आसाप तथा अन्यों ने इन भजनों को लिखा था।
- भजन इस्राएलियों द्वारा परमेश्वर की आराधना में गाए जाते थे।
- भजन आनन्द, विश्वास, श्रद्धा तथा दुःख और व्यथा का वर्णन करते हैं।
- नये नियम में विश्वासियों से आग्रह किया गया है कि परमेश्वर की आराधना में भजन गाएं।
(यह भी देखें: दाऊद, विश्वास, आनन्द, मूसा, पवित्र)
बाइबल के सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H2158, H2167, H2172, H4210, G5567, G5568
भटकनेवाली, विश्वासघात
परिभाषा:
“भटकनेवाली” अर्थात विश्वास से विमुख या विश्वास न करना।
- इस शब्द द्वारा उन लोगों का वर्णन किया गया है जो परमेश्वर में विश्वास नहीं करते। वे अपने अनैतिक आचरण के द्वारा परमेश्वर में विश्वास नहीं करते है।
- भविष्यद्वक्ता यिर्मयाह ने इस्राएल पर दोष लगाया था कि वे भटकनेवाली कन्या के स्वरूप हैं, वे परमेश्वर की आज्ञा नहीं मानते हैं।
- वे मूर्ति-पूजा करते थे और उन लोगों के सदृश्य परमेश्वर विरोधी काम करते थे जो परमेश्वर की आराधना नहीं करते थे और परमेश्वर की आज्ञा नहीं मानते थे।
अनुवाद के सुझाव
- प्रकरण के अनुसार “भटकनेवाली” का अनुवाद “अविश्वासी” या “विश्वास नहीं करने वाले” या “परमेश्वर के अवज्ञाकारी” या “विश्वास से विमुख” किया जा सकता है।
- “अविश्वास” का अनुवाद “विश्वासहीनता” या “अनिष्ठा” या “परमेश्वर से विरोध” किया जा सकता है।
(यह भी देखें: नाम कैसे अनुवादित करें)
(यह भी देखें: विश्वास नहीं करने वाले, अविश्वासी, अवज्ञा)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
भविष्यद्वक्ता, भविष्यवाणी, भविष्यद्वाणी, द्रष्टा, भविष्यद्वक्तिन
परिभाषा:
भविष्यद्वक्ता परमेश्वर का सन्देश मनुष्यों तक पहुंचाता है। भविष्यद्वाणी करनेवाली स्त्री को भविष्यद्वक्तिन कहते हैं।
- भविष्यद्वक्ता मनुष्यों को पापों से विमुख होने और परमेश्वर की आज्ञा मानने के लिए चिताते थे।
- भविष्यद्वाणी भविष्यद्वक्ताओं का सन्देश था। भविष्यद्वाणी करना अर्थात परमेश्वर का सन्देश सुनाना।
- भविष्यद्वाणी प्रायः भावी घटनाओं का वर्णन था।
- पुराने नियम की अनेक भविष्यद्वाणियां पूरी हो चुकी हैं।
- बाइबल में भविष्यद्वक्ताओं द्वारा लिखी गई पुस्तकों का भविष्यद्वक्ता कहा गया है।
- उदाहरणार्थ, “व्यवस्था और भविष्यद्वक्ता” इब्रानी पवित्रशास्त्र के संदर्भ में कहा जाता था जिसे पुराना नियम कहा जाता था।
- भविष्यद्वक्ता के लिए प्रयुक्त पुराना शब्द है, “भविष्यदृष्टा”।
- कभी-कभी यह शब्द भूत सिद्धी करनेवालों या झूठे भविष्यद्वक्ताओं के लिए भी काम में लिया जाता था।
अनुवाद के सुझाव:
- “भविष्यद्वक्ता” का अनुवाद किया जा सकता है, “परमेश्वर का वक्ता” “परमेश्वर की ओर से कहने वाला मनुष्य” या “परमेश्वर का सन्देश सुनाने वाला मनुष्य”।
- एक "भविष्यद्वक्ता" का अनुवाद "वह मनुष्य जो दर्शन देखता है" या "वह मनुष्य जो परमेश्वर से भविष्य देखता है।"
- “भविष्यद्वक्तिन” शब्द का अनुवाद हो सकते हैं, “परमेश्वर की वक्ता” या “परमेश्वर की ओर से कहनेवाली स्त्री” या “परमेश्वर का सन्देश सुनाने वाली स्त्री”।
- “भविष्यद्वाणी” के लिए अनुवाद हो सकते हैं, “परमेश्वर का सन्देश” या “भविष्यद्वाणी का सन्देश”
- प्रकरण पर आधारित “भविष्यद्वाणी” शब्द का अनुवाद होगा, “परमेश्वर का वचन सुनाना” या “भावी घटनाओं के बारे में परमेश्वर का सन्देश पहुंचाना”।
- इस प्रतिकात्मक अभिव्यक्ति “व्यवस्था और भविष्यद्वक्ता” का अनुवाद हो सकता है “व्यवस्था और भविष्यद्वक्ताओं की पुस्तकें” या “परमेश्वर के प्रदत्त विधान और उसके भविष्यद्वक्ताओं के सन्देश के बारे में सब लिखित बातें” उपलक्षण)
- जब एक झूठे देवता के नबी (या द्रष्टा) का जिक्र करते हैं, तो इसका अर्थ "झूठे भविष्यद्वक्ता (द्रष्टा)" या "झूठे देवता के भविष्यद्वक्ता (द्रष्टा)" या "बाल के नबी" के रूप में अनुवाद किया जा सकता है, उदाहरण के लिए ।
(यह भी देखें: बाल, दैववाणी, झूठे देवता, झूठे भविष्यद्वक्ता, पूरा करने, व्यवस्था, दर्शन)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 12:12 जब इस्राएलियों ने देखा कि मिस्र के लोग मारे गए है, तो उन्होंने परमेश्वर पर भरोसा किया और विश्वास करने लगे कि मूसा परमेश्वर का एक भविष्यद्वक्ता है।
- 17:13 दाऊद ने जो कुछ भी किया उसे लेकर परमेश्वर का क्रोध उस पर भड़का, परमेश्वर ने नातान भविष्यद्वक्ता द्वारा दाऊद को कहलवा भेजा कि उसके पाप कितने बुरे है |
- 19:01 इस्राएलियों के इतिहास भर में, परमेश्वर ने बहुत से भविष्यद्वक्ता भेजे | भविष्यद्वक्ता ने परमेश्वर के संदेशों को सुना और फिर लोगों को परमेश्वर का संदेश बताया |
- 19:06 इस्राएली राज्य के सभी लोगों सहित और बाल के साढ़े चार सौ भविष्यद्वक्ता कर्मेल पर्वत पर इकट्ठा हुए |
- 19:17 अधिकतर समय, लोगों ने परमेश्वर के नियमों का पालन नही किया. वे अक्सर भविष्यद्वक्ता के साथ दुर्व्यवहार करते थे और कभी-कभी उन्हें मार भी डालते थे
- 21:09 भविष्यद्वक्ता यशायाह ने भविष्यवाणी की कि मसीहा एक कुंवारी से पैदा होगा।
- 43:05 "यह वह बात है जो योएल भविष्यद्वक्ता के द्वारा कही गई थी जिसमे परमेश्वर कहता है कि, “अन्त के दिनों में ऐसा होगा कि मैं अपना आत्मा सब मनुष्यों पर उँडेलूँगा |”
- 43:07 "लेकिन यह उस भविष्यवाणी को पूरा करता है जो कहता है, 'आप कब्र में अपने पवित्र जन को सड़ने नहीं देगा।'"
- 48:12 मूसा एक बहुत बड़ा भविष्यद्वक्ता था जिसने परमेश्वर के वचन की घोषणा की थी | लेकिन यीशु सबसे महान भविष्यद्वक्ता है। वहीं परमेश्वर का वचन है।
शब्द तथ्य:
- Strong's: H2372, H2374, H4853, H5012, H5013, H5016, H5017, H5029, H5030, H5031, H5197, G2495, G4394, G4395, G4396, G4397, G4398, G5578
भाई
परिभाषा:
“भाई” शब्द प्रायः उस पुरुष के संदर्भ में होता है जिसकी माता/पिता किसी और की भी माता/पिता हो।
- पुराने नियम में, "भाइयों" शब्द का उपयोग रिश्तेदारों या सहयोगियों के सामान्य संदर्भ के रूप में भी किया जाता है, जैसे कि एक ही जनजाति, कबीले, व्यवसाय या लोगों के समूह। जब इस तरह से उपयोग किया जाता है, तो यह शब्द पुरुषों और महिलाओं दोनों को संदर्भित कर सकता है।
- नये नियम में प्रेरित सामान्यतः विश्वासियों को भाई कहते थे, स्त्री-पुरुष दोनों को क्योंकि मसीह में सब विश्वासी एक ही आत्मिक परिवार के सदस्य माने जाते थे जिनका स्वर्गिक पिता परमेश्वर है।
- कभी-कभी प्रेरितों ने विश्वासी स्त्रियों के लिए भी बहन शब्द का उपयोग किया या कि पुरुष और स्त्री दोनों को संबोधित किया जा रहा है। उदाहरण के तौर पर, याकूब जोर देकर सभी विश्वासियों के बारे में बात कर रहा है, जब वह "एक भाई या बहन को भोजन या कपड़ों की ज़रूरत है" कहता है।
अनुवाद के सुझाव:
- उचित तो होगा कि इसका अनुवाद लक्षित भाषा के उस शब्द से किया जाए जो सगे भाई शब्द से किया जाए जब तक कि इसका अर्थ गलत न समझा जाए।
- पुराने नियम में विशेष करके “भाइयों” शब्द सामान्यतः एक ही परिवार या एक ही कुल या एक ही जाति के सदस्यों के लिए काम में लिया गया है इसका संभावित अनुवाद हो सकता है “परिजन” या “सगोत्र” या “इस्राएली भाई।”
- मसीह में सह-विश्वासी के लिए इसका अनुवाद हो सकता है “मसीही भाई” या “आत्मिक भाई”।
- यदि स्त्री पुरुष दोनों की चर्चा की जा रही है और भाई शब्द का अर्थ गलत समझा जा सकता है तो संबन्धों के सामान्य शब्द का उपयोग किया जाए जिसमें स्त्री पुरुष दोनों हों।
- इस शब्द का अनुवाद करने के अन्य तरीके स्त्री-पुरुष विश्वासियों के लिए काम में आनेवाला अनुवादित शब्द हो सकता है, “सहविश्वासी” या “मसीही भाई-बहन”।
- यह निर्धारित करने के लिए संदर्भ की जाँच करें कि क्या केवल पुरुषों को संदर्भित किया जा रहा है, या दोनों पुरुषों और स्त्रियों को शामिल किया गया है या नहीं।
(यह भी देखें: प्रेरित, पिता परमेश्वर, बहन, आत्मा)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H251, H252, H264, H1730, H2992, H2993, H2994, H7453, G80, G81, G2385, G2455, G2500, G4613, G5360, G5569
मन फिराकर, पश्चाताप, फिराया, फिराव
परिभाषा:
“मन फिराकर” और “मन फिराव” का संदर्भ पाप से विमुख होकर परमेश्वर के पास आने से है।
- “मन फिराकर” का मूल अर्थ है, “मन को फेरना”
- बाइबल में “मन फिराने” का अर्थ है मानवीय सोचने और काम करने के पापी स्वभाव विमुख होकर परमेश्वर के सोचने और कार्य करने की विधि अपनाना।
- जब मनुष्य सच में पापों से मन फिराते हैं, तब परमेश्वर उन्हें क्षमा कर देता है और उसके आज्ञा पालन में उनकी सहायता करता है।
अनुवाद के सुझाव:
- “मन फिराना” का अनुवाद ऐसे एक शब्द या उक्ति द्वारा किया जाए जिसका अर्थ हो, “पीछे मुड़ना(परमेश्वर को)” या “पाप से हटे और परमेश्वर की ओर मुड़ें” या “परमेश्वर की ओर मुड़ें, पाप से दूर।”।
- अक्सर शब्द "फिराव" क्रिया का प्रयोग करके अनुवाद "मन फिराकर"किया जा सकता है। उदाहरण के लिए, "परमेश्वर ने इस्राएल को मन फिराव दिया" का अनुवाद किया जा सकता है "परमेश्वर ने पश्चाताप करने के लिए सक्षम किया है।"
- 'फिराव' का अनुवाद करने के अन्य तरीकों में "पाप से दूर होना" या "परमेश्वर की ओर मुड़कर पाप से दूर" हो सकता है।
(यह भी देखें: क्षमा, पाप, बदलना)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों के उदाहरण:
- 16:02 कई वर्षों बाद, इस्राएलियों ने पश्चाताप किया और परमेश्वर से कहा कि वह उन्हें बचाए |
- 17:13 दाऊद को अपने किए हुए अपराधों पर पश्चाताप हुआ और परमेश्वर ने उसे क्षमा किया।
- 19:18 भविष्यवक्ताओं ने परमेश्वर के बारे में लोगों को बताना निरंतर जारी रखा भले ही लोग उनसे बैर रखते थे |
- 24:02 बहुत से आस पास के लोग यूहन्ना को सुनने के लिए बाहर निकल आए | यूहन्ना ने उनसे कहा, “मन फिराओ क्योंकि स्वर्ग का राज्य निकट आ गया है !”
- 42:08 “पवित्रशास्त्र में यह भी लिखा था कि मेरे चेले प्रचार करेंगे कि हर एक को पापों की क्षमा प्राप्त करने के लिये पश्चाताप करना चाहिए।”
“तो अब इसलिये मन फिराओ और परमेश्वर की ओर लौट आओ कि तुम्हारे पाप मिटाए जाएँ |”
शब्द तथ्य:
- Strong's: H5150, H5162, H5164, G278, G3338, G3340, G3341
मनुष्य का पुत्र, मनुष्य का पुत्र
परिभाषा:
“मनुष्य का पुत्र” यह पदनाम यीशु अपने लिए काम में लेता था। वह “मैं” या “मेरे” की अपेक्षा इसी के द्वारा स्वयं को संबोधित करता था।
- बाइबल में “मनुष्य का पुत्र” किसी पुरुष के संदर्भ देने या उसे संबोधित करने के लिए काम में लिया जाता था। इसका अर्थ “मनुष्य” भी हो सकता है।
- पुराने नियम की पुस्तक, यहेजकेल में परमेश्वर यहेजकेल को बार-बार “मनुष्य का पुत्र” कहता है। उदाहरणार्थ, वह कहता है, “हे मनुष्य के पुत्र, भविष्यद्वाणी कर” ।
- दानिय्येल ने “मनुष्य के पुत्र” का दर्शन देखा कि वह बादलों पर सवार आ रहा है जो आनेवाले मसीह के संदर्भ में है।
- यीशु स्वयं कहता है कि मनुष्य का पुत्र एक दिन बादलों में सवार होकर आएगा।
- मनुष्य के पुत्र का बादलों पर सवार होकर आना दर्शाता है कि मसीह यीशु परमेश्वर है।
अनुवाद के सुझाव:
- यीशु “मनुष्य का पुत्र” उक्ति को काम में लेता है तो इसका अनुवाद “वह जो मनुष्य बना” या “स्वार्गिक मनुष्य”।
- कुछ अनुवादकों ने कभी-कभी "मैं" या "मुझे" इस शीर्षक के साथ ("मैं, मनुष्य के पुत्र रूप में) यह स्पष्ट करने के लिए शामिल करते है कि यीशु अपने बारे में बात कर रहे थे ।
- यह सुनिश्चित करने के लिए जांचें कि इस कार्यकाल का अनुवाद गलत अर्थ नहीं देता (जैसे कि किसी नाजायज पुत्र की ओर इशारा करते हुए या गलत धारणा देकर कि यीशु केवल इंसान थे)
- जब किसी व्यक्ति को संदर्भित किया जाता है, "मनुष्य के पुत्र" का अनुवाद "आप, एक इंसान" या "आप, मनुष्य" या "इंसान" या "मनुष्य" के रूप में किया जा सकता है।
(यह भी देखें: स्वर्ग, पुत्र, परमेश्वर का पुत्र, यहोवा)
बाइबल के सन्दर्भ:
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शब्द तथ्य:
- Strong's: H120, H606, H1121, H1247, G444, G5207
मन्दिर, भवन, परमेश्वर का भवन
तथ्य:
मन्दिर पर कोटे से घिरा हुआ एक भवन था जहां इस्राएली प्रार्थना करने और बलि चढ़ाने आते थे। यह मन्दिर मोरिय्याह पर्वत पर यरूशलेम नगर में था।
- मन्दिर शब्द संपूर्ण मन्दिर क्षेत्र के संदर्भ में काम में लिया जाता था जिसमें प्रमुख भवन का घिरा हुआ प्रांगण भी था। कभी-कभी यह मात्र भवन के संदर्भ में काम में लिया गया है।
- मन्दिर के दो भाग थे, पवित्र स्थान और परमपवित्र स्थान।
- परमेश्वर मन्दिर को अपना निवास स्थान कहता था।
- राजा सुलैमान ने अपने शासनकाल के दौरान मंदिर का निर्माण किया। यह यरूशलेम में पूजा का स्थायी स्थान माना जाता था।
- नये नियम में कहा गया है, “पवित्र-आत्मा का मन्दिर” तो वह विश्वासियों के समूह को संदर्भित करता है क्योंकि पवित्र आत्मा उनमें वास करता है।
अनुवाद के सुझाव:
- मन्दिर में मनुष्यों की उपस्थिति की जब चर्चा की गई है तो इसका अर्थ है कि वे भवन के बाहर प्रांगण में थे। इसका अनुवाद किया जा सकता है, “मन्दिर के आंगनों में” या “मन्दिर के प्रांगण में”।
- जब भवन की चर्चा की जा रही हो तो कुछ भाषाओं में इसका अनुवाद होगा, “मन्दिर में” या “मन्दिर के भवन में” कि स्पष्ट समझ में आए।
- “मन्दिर” अनुवाद के रूप “परमेश्वर का पवित्र घर” या “पवित्र आराधना स्थल” किया जा सकता है।
- बाइबल में मन्दिर का संदर्भ “यहोवा का भवन” या “परमेश्वर का घर” से है।
(यह भी देखें: बलि, सुलैमान, बाबेल, पवित्र आत्मा, मिलापवाला तम्बू, आंगन, सिय्योन, घराना)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 17:06 दाऊद चाहता था कि वह एक मंदिर का निर्माण करें जिसमें सभी इस्राएली परमेश्वर की उपासना करें और बलिदान चढाएँ।
- __18:02__यरुशेलम में, सुलैमान ने अपने पिता की योजना के अनुसार एक भवन बनाने का निर्णय किया और उसके लिए समान एकत्र किया | अब लोग मिलापवाले तम्बू के स्थान पर उस भवन में परमेश्वर की उपासना करते और बलिदान चढ़ाते थे | परमेश्वर भवन में उपस्थित था, और वह अपने लोगों के साथ रहता था |
- 20:07 उन्होंने यरूशलेम को जित लिया, मंदिर का विनाश कर दिया, और शहर व मंदिर की सभी बहुमूल्य वस्तुओं को उनसे छीन कर ले गए |
- 20:13 जब वह लोग वापस यरूशलेम लौटे, उन्होंने मंदिर और साथ ही शहर की आस पास की दीवारों का भी पुनर्निर्माण किया |
- 25:04 तब शैतान यीशु को मंदिर के ऊचे स्थान पर ले गया और उससे कहा, “ यदि तू परमेश्वर का पुत्र है, तो अपने आप को नीचे गिरा दे; क्योंकि लिखा है: ‘वह तेरे लिये अपने स्वर्गदूतों को आज्ञा देगा, और वह तुझे हाथों-हाथ उठा लेंगे | कहीं ऐसा न हो कि तेरे पाँवों में पत्थर से ठेस लगे |'"
- 40:07 जैसे ही यीशु की मृत्यु हुई, वहा भूकंप आया और मंदिर का बड़ा परदा जो मनुष्यों को परमेश्वर की उपस्तिथि से दूर रखता था ऊपर से नीचे तक फटकर दो टुकड़े हो गया |
शब्द तथ्य:
- Strong's: H1004, H1964, H1965, H7541, G1493, G2411, G3485
मन्नत, शपथ खाई
परिभाषा:
मन्नत एक शपथ है जो मनुष्य परमेश्वर के सम्मुख करता है।
यदि प्राचीन इस्राएल में एक व्यक्ति ने परमेश्वर के लिए मन्नत मानी, तो वह व्यक्ति मन्नत पूरी करने के लिए बाध्य था। प्राचीन इस्राएलियों का मानना था कि परमेश्वर उस व्यक्ति को दंडित कर सकता है जिसने उसके द्वारा मानी गयी मन्नत को पूरा नहीं किया।
प्राचीन इस्राएल में, कभी-कभी एक व्यक्ति परमेश्वर से उसकी रक्षा करने या मन्नत मांगने के बदले में अपने आप को प्रदान करने के लिए कहता था। हालाँकि, प्राचीन इस्राएलियों को विश्वास नहीं था कि परमेश्वर इन अनुरोधों को पूरा करने के लिए बाध्य है।
प्रकरण के अनुसार, “मन्नत” का अनुवाद हो सकता है, “पावन प्रतिज्ञा” या “परमेश्वर से की गई प्रतिज्ञा”।
(यह भी देखें: प्रतिज्ञा, शपथ)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H5087, H5088, G2171
मन्ना
परिभाषा:
मन्ना सफेद रंग का एक प्रकार का अन्न था जिसका प्रावधान परमेश्वर ने इस्राएलियों के लिए किया था जब वे मिस्र से पलायन करके 40 वर्ष जंगल में थे।
- मन्ना सफेद रंग का रूई जैसा पदार्थ था जो प्रतिदिन प्रातःकाल के समय ओस में पाया जाता था। इसका स्वाद मीठा होता है, शहद की तरह।
- सब्त की अपेक्षा प्रतिदिन इस्राएली मन्ना बटोरते थे।
- सब्त के एक दिन पहले परमेश्वर के आदेश के अनुसार इस्राएलियों को दोगुणा मन्ना एकत्र करना होता था कि सब्त के दिन उन्हें परिश्रम न करना पड़े।
- “मन्ना” शब्द का अर्थ है, “यह क्या है?”
- बाइबल में मन्ना को “स्वर्ग की रोटी” या “स्वार्गिक अन्न” कहा गया है।
अनुवाद के सुझाव
- इसका अनुवाद इस प्रकार किया जा सकता है, “सफेद रूई जैसा पदार्थ” या “स्वार्गिक भोजन”।
- यह भी ध्यान रखें कि इस शब्द का अनुवाद स्थानीय या राष्ट्रीय भाषा में कैसे किया गया है। (देखें: अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: रोटी, रेगिस्तान, अन्न, स्वर्ग, सब्त)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
मसीह का विरोधी, मसीह के विरोधी
परिभाषा:
“मसीह का विरोधी” शब्द का संदर्भ उस व्यक्ति या शिक्षा से है जो मसीह यीशु और उसके काम के विरूद्ध है। संसार में अनेक मसीह के विरोधी हैं।
- प्रेरित यूहन्ना लिखता है कि यदि कोई यह शिक्षा देकर मनुष्यों को पथ-भ्रष्ट करे कि यीशु मसीह नहीं है या इन्कार करे कि यीशु परमेश्वर एवं मनुष्य दोनों है तो वह मसीह का विरोधी है।
- बाइबल की शिक्षा के अनुसार संसार में मसीह के विरोधी की आत्मा है जो यीशु क काम का विरोध करती है।
- नये नियम की पुस्तक प्रकाशितवाक्य में लिखा हे कि एक पुरूष “मसीह का विरोधी” होगा जो अन्त समय में प्रकट होगा। वह परमेश्वर के लोगों को नष्ट करने का प्रयास करेगा परन्तु वह यीशु द्वारा परास्त किया जाएगा।
अनुवाद के सुझाव:
- इस शब्द के अनुवाद हो सकते हैं, ऐसे शब्द या उक्तियां हो सकती हैं जिनका अर्थ हो, “मसीह का विरोधी” या “मसीह का बैरी” या “मसीह का विरोध करनेवाला मनुष्य”
- “मसीह का विरोधी की आत्मा” का अनुवाद हो सकता है, “आत्मा जो मसीह के विरुद्ध है”। या “(कोई) मसीह के बारे झूठी शिक्षा देता है” या “मसीह के बारे में झूठी शिक्षा पर विश्वास करने का रवैया” या “बुरी आत्मा जो मसीह के बारे में झूठ शिक्षा देता है।”
- इस बात का भी ध्यान रखें कि इस शब्द का अनुवाद स्थानीय या राष्ट्रीय भाषा के बाइबल अनुवाद में कैसा है। (देखें: अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करे)
(यह भी देखें: मसीह, रगट करना, क्लेश)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
मसीह में, यीशु में, प्रभु में, उसमें
परिभाषा:
“मसीह में” तथा समानार्थक शब्दों का अर्थ है विश्वास के द्वारा मसीह यीशु में संबन्ध रखना।
- इसके समानार्थक अन्य शब्द हैं, “मसीह यीशु में, यीशु मसीह में, प्रभु यीशु में, प्रभु यीशु मसीह में”।
- “मसीह में” इस उक्ति के संभावित अर्थ हैं, “क्योंकि तुम मसीह के हो” या “मसीह के साथ तुम्हारे संबन्ध के द्वारा” या “मसीह में तुम्हारे विश्वास के आधार पर”
- इन सब उक्तियों के अर्थ हैं, यीशु में विश्वास और उसके शिष्य होने की स्थिति में।
- ध्यान रखें: कभी-कभी “में” शब्द क्रिया के साथ प्रबल है। उदाहरण, “मसीह में सहभागी” अर्थात मसीह के ज्ञान से जो लाभ प्राप्त होते हैं, उसमें सहभागी होना। “मसीह” में महिमा करना अर्थात आनन्दित होकर परमेश्वर की स्तुति करना कि यीशु क्या है और उसने क्या किया। मसीह में “विश्वास करना” अर्थात उसमें उद्धारक का विश्वास करना और उसे जानना।
अनुवाद के सुझाव:
- प्रकरण के अनुसार, “मसीह में” और “प्रभु में” (और सम्बन्धित वाक्यांश) अनुवाद करने के विभिन्न तरीके ये हो सकते हैं:
- “जो मसीह के है”
- “क्योंकि तुम मसीह में विश्वास करते हो”
- "क्योंकि मसीह ने हमें बचा लिया"
- "प्रभु की सेवा में"
- "प्रभु पर निर्भर"
- “क्योंकि प्रभु ने जो कुछ किया”
- जो लोग मसीह में "विश्वास करते हैं" या जो मसीह पर "विश्वास रखते हैं," वे विश्वास करते हैं कि यीशु ने क्या सिखाया है और उन पर विश्वास कर रहे हैं ताकि क्रूस पर उनके बलिदान के कारण उन्हें बचाया जा सके ताकि उनके पापों के लिए दंड का भुगतान किया जा सके। कुछ भाषाओं में एक शब्द हो सकता है जो क्रियाओं का अनुवाद करता है जैसे "विश्वास करना" या "साझा करें" या "विश्वास में"।
(यह भी देखें: मसीह, प्रभु, यीशु, विश्वास, विश्वास)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: G1519, G2962, G5547
मसीह, मसीहा
तथ्य:
“मसीह” या “ख्रिस्त” का अर्थ है, “अभिषिक्त-जन” और परमेश्वर के पुत्र यीशु के संदर्भ में है।
- “मसीह” और “ख्रिस्त” दोनों शब्द नये नियम में परमेश्वर के पुत्र के संदर्भ में हैं जिसे पिता परमेश्वर ने अपने लोगों पर राज करने और पाप एवं मृत्यु से उनका उद्धार करने के लिए अभिषेक किया है।
- पुराने नियम में भविष्यद्वक्ताओं ने पृथ्वी पर मसीह के आगमन से सैंकड़ों वर्ष पूर्व इसकी भविष्यद्वाणी की थी।
- पुराने नियम में “अभिषिक्त(जन)” आनेवाले मसीह के संदर्भ में कहा गया है।
- यीशु ने इन भविष्यवाणियों में से कई को पूरा किया और कई चमत्कार किए जो साबित करता है कि वह मसीहा है; और बाकि बची हुई भविष्यवाणियों यीशु के वापस आने पर पूरी होगी।
- "मसीह" शब्द को अक्सर "मसीह" और "मसीह यीशु" के शीर्षक के रूप में प्रयोग किया जाता है।
- "मसीह" भी उसके नाम के रूप में "यीशु मसीह" के रूप में इस्तेमाल किया गया।
अनुवाद के सुझाव:
- इस शब्द का अनुवाद इसके अर्थ के साथ किया जा सकता है, “अभिषिक्त जन” या “परमेश्वर का अभिषिक्त उद्धारकर्ता”।
- अनेक भाषाओं में इन शब्दों का लिप्यान्तरण किया गया है जो “ख्रीस्त” या “मसीह” जैसे दिखते या सुनाई देते हैं। अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करे)
- लिप्यंतरण शब्द के रूप में शब्द की परिभाषा के द्वारा पीछा किया जा सकता है, ”मसीह, अभिषिक्त एक।”
- यह बाइबल में इसका अनुवाद निरन्तरता बनाए रखें, ताकि इसे स्पष्ट किया जा सके कि एक ही शब्द का प्रयोग किया जा रहा है।
- सुनिश्चित करें कि "मसीहा" और "मसीह" के अनुवाद उन संदर्भों में अच्छी तरह से काम करते हैं जहां दोनों पद एक ही वचन में होते हैं (जैसे यूह. 1:41)।
(यह भी देखें: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: परमेश्वर का पुत्र, दाऊद, यीशु, अभिषेक करना)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों के उदाहरण:
- 17:07 मसीह परमेश्वर का चुना हुआ है जो संसार को पाप से छुड़ाएगा।
- 17:08 लेकिन वास्तव में, मसीह के आने से पहले इस्राएलियों को एक लम्बे समय तक इंतजार करना पड़ा, लगभग 1,000 वर्षों तक।
- 21:01 आरम्भ से ही, परमेश्वर ने मसीह को भेजने की योजना बनाई थी।
- 21:04 परमेश्वर ने राजा दाऊद से वादा किया है कि मसीह दाऊद के अपने वंश में से एक होगा।
- 21:05 मसीह नई वाचा का आरम्भ करेगा।
- 21:06 परमेश्वर के भविष्यद्वक्ताओ ने यह भी कहा कि, मसीह एक भविष्यद्वक्ता भी होगा, एक पुरोहित भी और एक राजा भी होगा।
- 21:09 यशायाह भविष्यद्वक्ता ने भविष्यवाणी की थी , कि एक कुँवारी से मसीह का जन्म होगा।
- 43:07 "लेकिन परमेश्वर ने उस भविष्यवाणी को पूरा करने के लिए फिर से जिंदा उठाया जो कहता है, 'आप कब्र में अपने __ पवित्र जन__ को सड़ने नहीं देगा।'"
- 43:09 "परन्तु परमेश्वर ने उसे प्रभु भी ठहराया और मसीह भी!"
- 43:11 पतरस ने उन्हें उत्तर दिया, "आप में से हर एक को पश्चाताप करना चाहिए और यीशु _ मसीह_ के नाम पर बपतिस्मा लेना चाहिए ताकि परमेश्वर आपके पापों को माफ़ करे।"
- 46:06 शाउल यहूदियों से तर्क करता था, और इस बात का प्रमाण देता था कि यीशु ही मसीह है।
शब्द तथ्य:
- Strong's: H4899, G3323, G5547
मसीही
परिभाषा:
यीशु के स्वर्गारोहण के कुछ समय बाद विश्वासियों को “मसीही” कहा गया जिसका अर्थ है, “मसीह के अनुयायी”
- अन्ताकिया नगर में यीशु के अनुयायियों को सबसे पहले “मसीही” कहा गया था।
- मसीही जन वह मनुष्य है जो विश्वास करता है कि यीशु परमेश्वर का पुत्र है और यीशु में विश्वास करता है कि उसने उसका पाप मोचन किया।
- आज “मसीही” शब्द मसीही धर्म मानने वाले के संदर्भ में काम में लिया जाता है परन्तु वह व्यक्ति वास्तव में यीशु का अनुसरण नहीं करता है। बाइबल में "मसीही" शब्द का अर्थ यह नहीं है।
- क्योंकि बाइबल में “मसीही” शब्द सदैव उस मनुष्य के लिए काम में लिया गया है जो वास्तव में यीशु में विश्वास करता है, मसीही जन को "विश्वासी" भी कहते हैं।
अनुवाद के सुझाव:
इस शब्द का अनुवाद “मसीही अनुयायी” या “मसीह का अनुयायी” या “मसीह पुरुष” जैसा।
- सुनिश्चित करें कि इस शब्द का अनुवाद शिष्य और प्रेरित शब्दों के अनुवाद से भिन्न हो।
- सावधानी-पूर्वक अनुवाद करें कि इस शब्द का अनुवाद यीशु में विश्वास करनेवाले सब जनों के संदर्भ में हो न कि किसी एक समुदाय या जाति से हो।
- यह भी ध्यान रखें कि इस शब्द का अनुवाद स्थानीय या राष्ट्रीय भाषा में कैसे किया गया है। (देखें: अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करे)
(यह भी देखें: अन्ताकिया, मसीह, आराधनालय, चेले, विश्वासी, यीशु, परमेश्वर का पुत्र)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 46:09 और चेलें सब से पहले अन्ताकिया ही में "मसीही" कहलाए।
- 47:14 पौलुस और अन्य मसीही अगुवों ने अनेक शहरों में यीशु का प्रचार किया और लोगों को परमेश्वर के वचन की शिक्षा दी।
- 49:15 यदि तुम यीशु पर और जो कुछ उसने आपके लिए किया उस पर विश्वास करते हो, तो आप एक मसीही हो!
- 49:16 यदि तुम एक मसीही हो, तो जो कुछ यीशु ने किया उसके कारण परमेश्वर ने तुम्हारे पाप माफ़ कर दिए हैं।
- 49:17 यद्यपि आप एक मसीही हैं, फिर भी आप पाप करने की परीक्षा में पड़ोगे।
- 50:03 स्वर्ग में वापस जाने से पहले, यीशु ने मसीहों से कहा कि वे उन लोगों को शुभ समाचार सुनाएँ जिन्होंने इसे कभी नहीं सुना।
- 50:11 जब यीशु वापस आएगा, तो हर मसीही जो मरा है वह मृतकों में से जी उठेगा और उससे आकाश में मिलेगा।
शब्द तथ्य:
महामहिमन्
परिभाषा:
“महामहिमन्” शब्द का अर्थ है महानता और ऐश्वर्य विशेष करके राजा के गुणों का।
- बाइबल में “महामहिमन्” शब्द अधिकतर परमेश्वर की महानता के लिए काम में लिया गया है क्योंकि वह ब्रह्माण्ड के ऊपर सबसे बड़ा राजा है।
- “महामहिम” राजा को संबोधित करने की विधि है।
अनुवाद के सुझाव:
- इस शब्द का अनुवाद हो सकता है, “राजसी महानता” या “राजसी ऐश्वर्य
- “महामहिमन्” शब्द का अनुवाद हो सकता है, “राजाधिराज” या “परम-श्रेष्ठ” या लक्षित भाषा में एक शासक को संबोधित करने का एक स्वाभाविक तरीका।
(यह भी देखें: राजा)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H1347, H1348, H1420, H1923, H1926, H1935, H7238, G3168, G3172
महायाजक
परिभाषा:
“महायाजक” वह याजक था जो सब इस्राएली भाषाओं का अगुआ नियुक्त किया जाता था जिसका कार्यकाल एक वर्ष था।
- महायाजक के विशेष उत्तरदायित्व थे। एकमात्र वही था जो वर्ष में एक बार विशेष बलि चढ़ाने के लिए वर्ष में एक बार मन्दिर के परम-पवित्र स्थान में प्रवेश कर सकता था।
- इस्राएल में याजक तो अनेक थे परन्तु एक बार में एक ही महायाजक होता था।
- जब यीशु को बन्दी बनाया गया था तब कैफा अधिकृत महायाजक था। कभी-कभी कैफा के ससुर हन्ना का भी उल्लेख किया गया है, वह पूर्व महायाजक था और संभवतः प्रजा पर उसका सामर्थ्य और अधिकार अब भी था।
अनुवाद के सुझाव:
- “महायाजक” का अनुवाद “ सर्वोच्च याजक” या “सबसे बड़ा याजक” किया जा सकता है।
- सुनिश्चित करें कि इस शब्द का अनुवाद “प्रधान पुरोहित” से भिन्न किया जाए।
(यह भी देखें: हन्ना, कैफा, प्रधान याजक, याजक, मन्दिर)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 13:08 केवल उच्च परोहित को ही उन कमरों में जाने की अनुमति थी क्योंकि परमेश्वर उसमे वास करता था।
- 21:07 मसीह एक सिद्ध __ उच्च पुरोहित__ होगा जो परमेश्वर के लिए स्वयं का बलिदान देगा।
- 38:03 यहूदी गुरुओं ने प्रधान याजक के नेतृत्व में यीशु को धोखा देने के लिये उसे तीस चाँदी के सिक्के तोलकर दे दिए |
- 39:01 तब यीशु के पकड़ने वाले उसको__ महा याजक__ के पास ले गए, कि __ वह(महा याजक)__ यीशु से प्रश्न करें।
- 39:03 अंत में, महा याजक ने यीशु की ओर देखकर उससे कहा कि, “हमें बता कि क्या तू मसीह है, जीवते परमेश्वर का पुत्र?”
- 44:07 दूसरे दिन ऐसा हुआ कि यहूदी याजक पतरस और यूहन्ना को लेकर महायाजक के पास गए।
- 45:02 तब स्तिफनुस को पकड़कर महासभा में ले गए और उसे महायाजक और अन्य यहूदी नेताओं के सामने खड़ा किया गया जहाँ कई ओर झूठे गवाहों ने स्तिफनुस के बारे में झूठ बोला।
- 46:01 महायाजक ने शाउल को यह अनुमति दी की वह दमिश्क शहर में जाकर वहा के मसीहियों को पकड़कर वापस यरूशलेम ले आए।
- 48:06 यीशु सबसे महान पुरोहित है। दूसरे याजकों से भिन्न, उसने अपने आप को उस एकलौते बलिदान के रूप में अर्पण किया जो संसार के सभी मनुष्य के पाप को हटा सकती है। यीशु सबसे उत्तम महान पुरोहित है क्योंकि उसने सभी मनुष्यों के सभी पापों का दण्ड, जो उन्होंने अपने जीवन काल में कभी भी किया हो, अपने ऊपर ले लिया।
शब्द तथ्य:
- Strong's: H7218, H1419, H3548, G748, G749
महिमा करे, महिमा होती है
परिभाषा:
“महिमा करे” अर्थात किसी वस्तु या मनुष्य की महानता एवं महत्व को दर्शाना। इसका मूल अर्थ है, “महिमान्वित करना”।
- मनुष्य परमेश्वर के अद्भुत कामों का गुणगान करके उसका महिमा कर सकते हैं।
- वे परमेश्वर की महिमा भी कर सकते है इस तरीके से जीकर की उसे सम्मान मिले और दिखाते हुए की वह कितना महान और अद्भुत है।
- बाइबल में लिखा है कि परमेश्वर अपनी महिमा प्रकट करता है तो इसका अर्थ है कि वह मनुष्यों पर अपनी अद्भुत महानता प्रकट करता है, जो प्रायः चमत्कारों द्वारा होती है।
- पिता परमेश्वर, पुत्र परमेश्वर की महिमा द्वारा पुत्र की सिद्धता, वैभव एवं महानता प्रकट करता है।
- मसीह में विश्वास करनेवाला प्रत्येक जन उसके साथ महिमा पाएगा। जब जीवन के लिए उनका पुनरुत्थान होगा तब वे उसकी महिमा प्रकाशित करने के लिए रूपान्तरिक हो जाएंगे और संपूर्ण सृष्टि पर उसका अनुग्रह प्रकट होगा।
अनुवाद के लिए सुझाव:
- इस शब्द का अनुवाद हो सकता है, “को महिमा देना” या “का महिमान्वन करना” या “महान दिखाई देने का कारण होना”।
- “परमेश्वर की महिमा करना” इस उक्ति का अनुवाद हो सकता है, “परमेश्वर की स्तुति करना” या “परमेश्वर की महानता की चर्चा करना” या “दिखाना कि परमेश्वर कैसा महान है”, या “परमेश्वर को (आज्ञा मानकर)प्रतिष्ठित करना”।
- शब्द "महिमा हो" का अनुवाद भी किया जा सकता है, "बहुत महान होना दिखाया जाए" या "स्तुति की जाए" या "ऊंचा हो।"
(यह भी देखें: बड़ाई करना, महिमा, आज्ञापालन , स्तुति)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H3513, H6286, G1392, G1740, G4888
महिमा, महिमामय, गौरव
परिभाषा:
सामान्यतः “महिमा” का अर्थ है, सम्मान, वैभव तथा अति महानता। जिसमें महिमा हो वह "महिमामय" कहलाता है।
- कभी-कभी "महिमा" का अर्थ महान मूल्य एवं महत्व भी होता है। अन्य संदर्भों में इसका भावार्थ, वैभव, कान्ति या न्याय भी होता है।
- उदाहरण के लिए, "चरवाहों की महिमा" का अर्थ रसीला चरागाहों को दर्शाता है जहां उनके भेड़ों को खाने के लिए बहुत घास होता है।
- महिमा विशेष करके परमेश्वर का वर्णन करने में काम में ली जाती है क्योंकि वह संपूर्ण ब्रह्माण्ड में सबसे अधिक महिमामय है उसके व्यक्तित्व में हर एक बात उसकी महिमा और उसका वैभव प्रकट करती है।
- अभिव्यक्ति "महिमा करने के लिए" का अर्थ है कि कुछ के बारे में घमण्ड करना या गर्व करना
अनुवाद के सुझाव:
- प्रकरण के अनुसार, “महिमा” के अन्य अनुवाद रूप, “वैभव” या “तेज” या “प्रतापी” या “अति महानता” या “परम मूल्य” हो सकते हैं।
- “महिमामय” का अनुवाद “महिमा से पूर्ण” या “अत्यधिक मूल्यवान” या “तीव्र प्रकाशमान” या “भयानक वैभव” किया जा सकता है।
- "परमेश्वर की महिमा" की अभिव्यक्ति "परमेश्वर की महानता का सम्मान" या "उसकी महिमा के कारण परमेश्वर की स्तुति" या "दूसरों को बताओं कि महान परमेश्वर कितना महान है" के रूप में अनुवाद किया जा सकता है।
- अभिव्यक्ति "महिमा" का अनुवाद "प्रशंसा" या "में अभिमान" या "घमण्ड" या "आनंद लेना" के रूप में किया जा सकता है।
(यह भी देखें: महिमा करना, सम्मान, ऐश्वर्य, उच्चाटन, पालन, प्रशंसा)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों के उदाहरण:
- 23:07 तब एकाएक स्वर्गदूतों का दल परमेश्वर की स्तुति करते हुए और यह कहते हुए दिखाई दिया, “आकाश में परमेश्वर की महिमा और पृथ्वी पर उन मनुष्यों में जिनसे वह प्रसन्न है, शान्ति हो ।”
- 25:06 फिर शैतान ने यीशु को जगत के सारे राज्य और उसका वैभव दिखाकर उससे कहा, “यदि तू गिरकर मुझे प्रणाम करे, तो मैं यह सब कुछ तुझे दे दूँगा।”
- 37:01 यह सुनकर यीशु ने कहा, “यह बीमारी मृत्यु की नहीं; परन्तु परमेश्वर की महिमा के लिये है।
- 37:08 यीशु ने जवाब दिया , “क्या मैं ने तुझ से नहीं कहा था कि यदि तू मुझ पर विश्वास करेगी, तो परमेश्वर की महिमा को देखेगी?”
शब्द तथ्य:
- Strong's: H117, H142, H155, H215, H1342, H1921, H1926, H1935, H1984, H3367, H3513, H3519, H3520, H6286, H6643, H7623, H8597, G1391, G1392, G1740, G1741, G2744, G4888
मान लेना, अंगीकार
परिभाषा:
अंगीकार करने का अर्थ है स्वीकार करना या बलपूर्वक कहना कि कोई बात सच है। “अंगीकार” अभिकथन या स्वीकरण है कि कोई बात सच है
- “अंगीकार” का संदर्भ परमेश्वर के बारे में सत्य का निर्भीकतापूर्वक वर्णन करने से है. इसका संदर्भ अपने पाप मान लेने से भी है.
- बाइबल में लिखा है कि यदि मनुष्य परमेश्वर के समक्ष अपने पापों का अंगीकार करें तो परमेश्वर उन्हें क्षमा कर देगा.
- प्रेरित याकूब अपने पत्र में लिखता है कि विश्वासी एक दूसरे के सामने अपने पापों को मान लें तो इससे आत्मिक चंगाई मिलती है.
- प्रेरित पौलुस ने फिलिप्पी की कलीसिया को पत्र लिखा कि एक दिन हर एक जन अंगीकार करेगा या घोषणा करेगा कि यीशु प्रभु है.
- पौलुस ने यह भी कहा है कि मनुष्य यदि यीशु को प्रभु कहकर अंगीकार करें और विश्वास करें कि परमेश्वर ने उसे मरे हुओं में से जिलाया तो वे उद्धार पाएंगे.
अनुवाद के सुझाव:
- प्रकरण के अनुसार “अंगीकार” (मान लें) का अनुवाद “स्वीकार करना” या “गवाही देना” या “घोषणा करना” या “मानना” या “पुष्टि करना” हो सकता है.
- “अंगीकार” के अनुवाद रूप हो सकते हैं, “घोषणा”, या “गवाही” या “अपने विश्वास का अभिकथन” या “पाप स्वीकरण”
(यह भी देखें: विश्वास, साक्षी)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong’s: H3034, H8426, G1843, G3670, G3671
माँस
परिभाषा:
बाइबल में “माँस” मनुष्य या पशु के कोमल उत्तकों का संदर्भ देता है।
- बाइबल “माँस” शब्द का प्रतीकात्मक उपयोग भी करती है जिसके द्वारा सब मनुष्यों या सब पशुओं का उल्लेख करती है।
- नये नियम में “माँस” शब्द मनुष्यों के पापी स्वभाव के लिए काम में लिया गया है। इसका उपयोग प्रायः आत्मिक स्वभाव के विपरीत किया जाता है।
- “अपना माँस और लहू” किसी के साथ लहू के संबन्ध का संदर्भ देता है जैसे माता-पिता, भाई-बहन, सन्तान, नाती-पोते।
- इसका संदर्भ पूर्वजों या वंशजो से भी है।
- “एक देह” अर्थात विवाहित संबन्ध से भी है।
अनुवाद के सुझाव:
- पशु की देह के संदर्भ में शरीर का अनुवाद हो सकता है, “देह” या “त्वचा” या “माँस”
- जब सब प्राणियों के संदर्भ में काम में लिया जाए तो इस शब्द का अनुवाद हो सकता है, “जीवित प्राणी” या “सब जीवित वस्तुएं”।
- जब मनुष्यों के लिए सामान्य उपयोग किया जाए तो इसका अनुवाद हो सकता है, “मनुष्य” या “मानव जाति” या “सब जीवित लोग”
- “माँस और लहू” का अनुवाद हो सकता है “परिजन” या “परिवार” या “संबन्धी” या “पारिवारिक कुल”। कुछ संदर्भों में यह शब्द "पूर्वजों" या “वंशज” हो सकता है।
- कुछ भाषाओं में अभिव्यक्ति हो सकती है जो "माँस और लहू" के समान है।
- अभिव्यक्ति "एक माँस बन गया" का अनुवाद "यौन एकजुट" या "एक शरीर के रूप में हो" या "शरीर और आत्मा में एक व्यक्ति के समान हो" के रूप में किया जा सकता है। इस अभिव्यक्ति का अनुवाद, यह सुनिश्चित करने के लिए किया जाना चाहिए कि यह परियोजना भाषा और संस्कृति में स्वीकार्य है। (देखें: व्यंजना). यह भी समझना चाहिए कि यह लाक्षणिक है, और इसका अर्थ यह नहीं है कि एक पुरुष और स्त्री जो "एक तन होंगे" का शाब्दिक रूप से एक व्यक्ति बन गया है।
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H829, H1320, H1321, H2878, H3894, H4207, H7607, H7683, G2907, G4559, G4560, G4561
मूर्ख, मुर्ख लोग, मूर्खता
परिभाषा:
“मूढ़” अर्थात अनुचित चुनाव करनेवाला विशेष करके अवज्ञा का चुनाव करनेवाला। “मूर्ख” शब्द निर्बुद्धि मनुष्य या व्यवहार का वर्णन करता है।
- बाइबल में मूढ़/मूर्ख शब्द उस मनुष्य के लिए काम में लिया गया है जो परमेश्वर को नहीं मानता था या उसकी आज्ञा नहीं मानता है इसकी विपरीत तुलना प्रायः उस मनुष्य से की गई है जो परमेश्वर में विश्वास करता है और उसकी आज्ञाओं का पालन करता है।
- भजनों में दाऊद मूर्ख को ऐसा मनुष्य कहता है जो परमेश्वर में विश्वास नहीं करता या उसकी आज्ञाएं नहीं मानता है। वह सृष्टि में परमेश्वर के अस्तित्व के सब प्रमाणों को अनदेखा करता है।
- पुराने नियम की पुस्तक नीतिवचन में भी मूर्ख या मूढ़ का चरित्र चित्रण दिया गया है।
- “मूर्खता” वह कार्य है जो निर्बुद्धि का है क्योंकि वह कार्य परमेश्वर की इच्छा के विरूद्ध है। “मूर्खता” का अभिप्राय बेतुका या खतरनाक भी होता है।
अनुवाद के सुझाव:
- “मूर्खता” का अनुवाद “मूर्ख मनुष्य” या “निर्बुद्धि मनुष्य” या “मन्द बुद्धि मनुष्य” या “अमुक्त मनुष्य” किया जा सकता है।
- “मूर्ख” के अनुवाद रूप हैं, “समझ में कम” या “निर्बुद्धि” या “मन्द बुद्धि”।
(यह भी देखें: बुद्धिमान)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H191, H196, H200, H1198, H1984, H2973, H3684, H3687, H3688, H3689, H3690, H5014, H5034, H5036, H5039, H5528, H5529, H5530, H5531, H6612, H8417, H8602, H8604, G453, G454, G781, G801, G877, G878, G2757, G3150, G3154, G3471, G3472, G3473, G3474, G3912
मेम्ना, परमेश्वर का मेम्ना
परिभाषा:
“मेम्ना” भेड़ का बच्चा। भेड़ चौपाया पशु होता है जिसके घने ऊन जैसे बाल होते हैं, और परमेश्वर को उसकी बलि चढ़ाई जाती थी। यीशु को “परमेश्वर का मेम्ना” कहा जाता था क्योंकि उसे मनुष्यों के पापों का मोल चुकाना पड़ा था।
- इन पशुओं का आसानी से भटक जाना संभव था अतः उन्हें सुरक्षा की आवश्यकता थी। परमेश्वर मनुष्यों की तुलना भेड़ों से करता है।
- परमेश्वर के निर्देशानुसार इसे भेंट चढ़ाने के लिए भेड़ या मेम्ने को शारीरिक रूप से निष्कलंक होना था।
- यीशु को परमेश्वर का मेम्ना कहा गया है, क्योंकि वह मनुष्यों के पापों के लिए बलि चढ़ाया गया था। वह एक सिद्ध निष्कलंक बलिदान था क्योंकि वह पाप से मुक्त था।
अनुवाद के सुझाव:
- यदि लक्षित भाषा में भेड़ परिचित शब्द है तो उसके बच्चे का नाम के स्थान में अनुवाद किया जाए जैसे “मेम्ना” या “परमेश्वर का मेम्ना” ।
- "परमेश्वर का मेम्ना" का अनुवाद "परमेश्वर का (बलि)मेम्ना" या "मेम्ना, परमेश्वर के लिए बलि चढ़ाया गया" या " परमेश्वर की ओर से (बलिदान)मेम्ना" के रूप में किया जा सकता है।
- यदि लक्षित भाषा में भेड़ परिचित शब्द नहीं है तो इस शब्द का अनुवाद "एक भेड़ का बच्चा" किया जा सकता है और पाद टिप्पणी में उस भेड़ का वर्णन करें। टिप्पणी में भेड़ और भेड़ के बच्चों की तुलना पशुओं से किया जाता है जो झुंडों में रहता है, जो कि डरपोक और निराश्रित है, और वह अक्सर भटकते हैं।
- यह भी ध्यान रखें कि इस शब्द का अनुवाद स्थानीय या राष्ट्रीय भाषा में कैसे किया गया है।
(देखें: अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करे)
(यह भी देखें: भेड़, चरवाहा)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- __05:07__जब अब्राहम और इसहाक बलिदान की जगह की ओर जा रहे थे, इसहाक ने पूछा, " हे मेरे पिता, देख, आग और लकड़ी तो हैं; पर होमबलि के लिए भेड़ कहा है?"
- 11:02 परमेश्वर ने कहा कि, वो मनुष्य जो उस पर विश्वास करेंगा वह उसके पहिलौठे पुत्र को बचाएगा। हर परिवार एक सिद्ध मेम्ने का बलिदान देंगा।
- 24:06 अगले दिन, यीशु यूहन्ना के पास उससे बपतिस्मा लेने को आया | जब यूहन्ना ने उसे देखा, तो कहा, “देख ! यह परमेश्वर का मेम्ना है, जो संसार के पापों को दूर ले जाएगा।”
- 45:08 वो पढ़ रहा था, “वह भेड़ के समान वध होने को पहुँचाया गया, और जैसा मेमना अपने ऊन कतरने वालों के सामने चुपचाप रहता है, वैसे ही उसने भी अपना मुँह न खोला।
- 48:08 जब परमेश्वर ने अब्राहम से उसके पुत्र इसहाक को बलिदान करने को कहा, तब परमेश्वर ने इसहाक के जगह पर अब्राहम को बलिदान चढ़ाने के लिए एक भेड़ का बच्चा प्रदान किया। हम सब मनुष्य अपने पापों के कारण मृत्यु के योग्य है। परन्तु परमेश्वर ने यीशु को भेजा, परमेश्वर का मेम्ना, कि वह हमारे स्थान पर अपने आप को बलिदान करे।
- 48:09 जब परमेश्वर ने मिस्र पर अंतिम महामारी भेजी, उसने हर इस्राएली परिवार से कहा कि वह एक सिद्ध मेम्ने का बलिदान दे और उसका लहू अपने द्वार के ऊपर व चारों ओर उंडेले।
शब्द तथ्य:
- Strong's: H7716, G721, G2316
मेल करना, मेल-मिलाप, मेल मिलाप कर लिया, मिलाप
परिभाषा:
“मेल करना” और “मेल मिलाप” का संदर्भ “शान्ति बनाना” से है, उनके मध्य जो पहले एक दूसरे के शत्रु थे। "मिलाप" शांति बनाने का कार्य है
- बाइबल में यह शब्द प्रायः परमेश्वर के संदर्भ में है कि वह मनुष्यों के साथ मेल करता है जो मसीह यीशु उसके पुत्र के बलिदान के द्वारा है।
- पाप के कारण सब मनुष्य परमेश्वर के बैरी हैं। परन्तु उसकी करूणा प्रेम के कारण, परमेश्वर ने यीशु के द्वारा उसके साथ मेल करने का मार्ग बनाया है।
- पापों का मूल्य चुकाने के लिए यीशु के बलिदान में विश्वास करके मनुष्य क्षमा किए जाते हैं और परमेश्वर के साथ उनका मेल होता है।
अनुवाद के लिए सुझाव:
- शब्द "मेल करना" का अनुवाद "शांति बनाने" या "अच्छे संबंधों को पुनर्स्थापित" या "मित्र बनने के लिए" के रूप में किया जा सकता है।
- “मेल-मिलाप” का अनुवाद “अच्छे संबन्धों को रचना” या “शान्ति बनाना” या “शान्तिदायक संबन्ध उत्पन्न करना” के रूप में किया जा सकता है।
(यह भी देखें: शान्ति, बलिदान)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H2398 , H3722 , G604 , G1259 , G2433 , G2643, G2644
यहूदियों का राजा, यहूदियों का राजा
परिभाषा:
“यहूदियों का राजा” यीशु मसीह का पदनाम है।
पहली बार बाइबल में यह पदनाम उस समय आया है जब बैतलहम आनेवाले ज्योतिषियों ने “यहूदियों के राजा” होने वाले शिशु को खोजने के लिए काम में लिया था।
स्वर्गदूत ने मरियम से कहा था कि उसका पुत्र, दाऊद का वंशज एक राजा होगा जिसका राज्य सदाकालीन होगा।
यीशु के क्रूसीकरण से पूर्व रोमी सैनिकों ने ठट्ठा करके यीशु को “यहूदियों का राजा” कहा था। यह पदनाम एक तख्ती पर लिखकर यीशु के क्रूस पर भी लगाया गया था।
यीशु वास्तव में यहूदियों का राजा और संपूर्ण सृष्टि का राजा था।
अनुवाद के लिए सुझाव:
- “यहूदियों का राजा” का अनुवाद “यहूदियों पर राजा” या “यहूदियों पर राज करने वाला राजा” या “यहूदियों का परम प्रधान शासक हो सकता है”।
- देखें कि “का राजा” अन्य स्थानों में किस प्रकार अनुवाद किया गया है।
(यह भी देखें: वंशज, यहूदी, यीशु, राजा, राज्य, परमेश्वर का राज्य, ज्योतिष)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 23:09 कुछ समय बाद ज्योतिषियों ने पूर्व में एक तारा देखा। इससे उन्होंने जाना कि, यहूदियों का नया राजा उत्पन्न हुआ है।
- 39:09 पिलातुस ने यीशु से पूछा, “ क्या तू यहूदियों का राजा है?”
- 39:12 रोमन सैनिकों ने यीशु को कोड़े मारे, और शाही बागा पहनाकर काँटों का मुकुट उसके सिर पर रखा। तब उन्होंने यह कहकर यीशु का मज़ाक उड़ाया “यहूदियों का राजा देखो”।
- 40:02 पिलातुस ने आज्ञा दी कि यीशु के सिर के ऊपर क्रूस पर यह लिख कर लगा दिया जाए कि, “यह यहूदियों का राजा है।”
शब्द तथ्य:
यहूदी, यहूदियों का, यहूदियों
तथ्य:
यहूदी वे लोग है जो अब्राहम के पोते याकूब के वंशज थे। “यहूदी” शब्द “यहूदा” से आया था।
लोग इस्राएलियों को यहूदी तब कहने लगे जब वे बेबीलोन से यहूदा देश लौट आएँ थे।
- मसीह यीशु यहूदी था। परन्तु यहूदी धर्म के अगुओं ने यीशु का इन्कार किया और उसको मार डालने की मांग की।
- “यहूदी शब्द प्रायः यहूदियों के अगुओं के संदर्भ में लिया जाता था, सब यहूदियों के लिए नहीं। इन संदर्भों में कुछ अनुवादों में “के अगुवे” जोड़ा जाता है कि अर्थ स्पष्ट व्यक्त हो।
(यह भी देखें: अब्राहम , याकूब, इस्राएल, बाबेल, यहूदी अगुवे)
बाइबल संदर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 20:11 इस्राएलियों को अब यहूदी कहा जाता था और उनमें से अधिकतर लोगों ने अपना पूरा जीवन बेबीलोन में व्यतीत किया था।
- 20:12 अत: सत्तर वर्ष तक निर्वासन के बाद, यहूदियों का एक छोटा समूह यरूशलेम को वापस लौट आया।
- 37:10 अनेक यहूदी उसका यह काम देखकर, उस पर विश्वास किया।
- 37:11 परन्तु यहूदियों के धार्मिक गुरु यीशु से ईर्षा रखते थे, इसलिये उन्होंने आपस में मिलकर योजना बनाना चाहा कि कैसे वह यीशु और लाजर को मरवा सके।
- 40:02 पिलातुस ने आज्ञा दी कि यीशु के सिर के ऊपर क्रूस पर यह लिख कर लगा दिया जाए कि, “यह यहूदियों का राजा है।”
- __46:06__तुरन्त ही, शाऊल दमिश्क के यहूदियों से प्रचार करने लगा कि, "यीशु परमेश्वर का पुत्र है!"
शब्द तथ्य:
- Strong's: H3054, H3061, H3062, H3064, H3066, G2450, G2451, G2452, G2453, G2454
यहोवा
तथ्य:
“यहोवा” परमेश्वर का नाम है, उसने उस जलती हुई झाड़ी पर मूसा को यह नाम बताया था
- “यहोवा” नाम उस शब्द से आता है जिसका अर्थ है “होना” या “अस्तित्व में है।”
- “यहोवा” के संभावित अर्थ हो सकते हैं, “वह है” या “मैं हूँ” या “वह जो होता है”।
- इन नाम का अर्थ है परमेश्वर सदा से जीवित है और रहेगा। इसका अर्थ सदा उपस्थित भी है।
- निम्नलिखित परंपरा, कई बाइबल संस्करण शब्द "प्रभु" को दर्शाने के लिए "यहोवा" उपयोग किया है। यह परंपरा इस तथ्य से हुई है कि ऐतिहासिक रूप से, यहूदी लोग डरते हैं कि यहोवा का नाम का उच्चारण गलत ढंग से न हो इसलिए जहाँ भी पाठ में यहोवा आया वहां वे प्रभु कहने लगे। आधुनिक बाइबल "प्रभु"(लार्ड) को अंग्रेजी में बड़े अक्षरों में लिखा जाता है कि परमेश्वर के नाम का सम्मान हो।
- यू.एल.बी. और यू.डी.बी. परमेश्वर के नाम को “यहोवा” ही लिखते हैं जैसा इब्रानी भाषा के पुराने नियम में है।
- नये नियम में “यहोवा” नाम का उपयोग नहीं किया गया है; केवल “प्रभु” के लिए यूनानी शब्द का प्रयोग किया जाता है, यहाँ तक कि पुराने नियम के उद्धरण में भी।
- पुराने नियम में जब परमेश्वर स्वयं के बारे में कहता है तब वह सर्वनाम के स्थान में अपना नाम लेता है।
- सर्वनाम “मैं” और “मुझ” के द्वारा यू.एल.बी. पाठकों के लिए स्पष्ट करती है कि कहनेवाला परमेश्वर ही है।
अनुवाद के लिए सुझाव:
- “यहोवा” शब्द के स्थान में “मैं हूँ” या “जीवित प्रभु” या “अस्तित्ववान” या “वह जो जीवित है” काम में लिया जा सकता है।
- यह शब्द इस प्रकार लिखा जाए जो “यहोवा” शब्द की वर्तनी के सदृश्य दिखाई दे।
- कुछ कलीसिया के संप्रदायों में "यहोवा" शब्द का प्रयोग करना पसंद नहीं करते हैं और बदले में पारंपरिक प्रतिपादन "प्रभु"(लार्ड को अंग्रेजी में बड़े अक्षरों में) का प्रयोग करते हैं। एक महत्वपूर्ण विचार यह है कि यह भ्रामक हो सकता है जब बड़े पैमाने पर पढ़ा जा सकता है क्योंकि यह शीर्षक "प्रभु" के समान होगा। कुछ भाषाओँ में प्रत्यय या व्याकरणिक निशान जोड़े जा सकते है जो अंतर करता है “प्रभु” (लार्ड को अंग्रेजी में बड़े अक्षरों में)को नाम के तौर पर (यहोवा) और “प्रभु” को शीर्षक के तौर पर।
- यदि संभव हो तो उचित यही होगा कि जहां-जहां यहोवा का नाम आता है उसे ज्यों का त्यों ही रखें परन्तु कुछ अनुवादों में केवल सर्वनाम का ही उपयोग किया गया है कि पाठ को अधिक स्पष्ट एवं सहज बनाया जाए।
- कुछ इस तरह से उद्धरण लिखें, "यहोवा यूं कहता है।"
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: परमेश्वर, प्रभु, प्रभु, मूसा, प्रकट करना)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 09:14 परमेश्वर ने मूसा से कहा मैं जो हूँ सो हूँ। उनसे कहना “जिसका नाम मैं हूँ है उसी ने मुझे तुम्हारे पास भेजा है।” “सदा तक मेरा नाम यही रहेगा।”
- 13:04 परमेश्वर ने उन्हें वाचा दी और कहा, "मैं तेरा परमेश्वर यहोवा हूँ, जो तुझे दासत्व के घर अथार्त् मिस्र देश से निकाल लाया है। तू मुझे छोड़ दूसरों को ईश्वर करके न मानना।”
- 13:05 “तू अपने लिये कोई मूर्ति खोदकर न बनाना, न किसी की प्रतिमा बनाना, तू उनकी उपासना न करना क्योंकि मैं तेरा परमेश्वर यहोवा जलन रखने वाला परमेश्वर हूँ।"
- 16:01 इस्राएलियों ने यहोवा जो सच्चा परमेश्वर है उसके स्थान पर, कनानियो के देवता की उपासना करना आरम्भ किया।
- 19:10 फिर एलिय्याह ने प्रार्थना की, “हे अब्राहम, इसहाक और इस्राएल के परमेश्वर __ यहोवा!__ आज यह प्रगट कर कि इस्राएल में तू ही परमेश्वर है, और मैं तेरा दास हूँ,
शब्द तथ्य:
- Strong's: H3050, H3068, H3069
याजक, याजकों, याजक पद
परिभाषा:
बाइबल में याजक परमेश्वर की प्रजा की ओर से परमेश्वर के लिए चढ़ते चढ़ावे के लिए चुना गया मनुष्य। “याजक पद” उसके पद भार या उसकी सेवावृत्ति का नाम है।
- पुराने नियम में परमेश्वर ने हारून और उसके वंश को इस्राएल के लिए याजक होने हेतु चुना था।
- “याजक पद” एक अधिकार एवं उत्तरदायित्व था जो लेवियों के गोत्र में पिता से पुत्र को प्राप्त होता था।
- इस्राएल के याजकों का उत्तरदायित्व था कि वे मनुष्यों द्वारा लाए गए बलिदान परमेश्वर को चढ़ाए, इसके साथ मन्दिर के अन्य कार्य भी उनका उत्तरदायित्व थे।
- याजक नियमित प्रार्थनाएं भी परमेश्वर को चढ़ाते थे तथा अन्य धार्मिक अनुष्ठानों को पूरा करते थे।
- याजक मनुष्यों को विधिवत आशीर्वाद भी देते थे और उन्हें परमेश्वर की व्यवस्था के बारे में सिखाते थे।
- यीशु के युग में याजकों के अलग-अलग स्तर थे जिनमें प्रधान याजक और महायाजक भी थे।
- यीशु हमारा “बड़ा महायाजक” है जो परमेश्वर की उपस्थिति में हमारे लिए विनती करता है। उसने स्वयं को पाप की अन्तिम बलि करके चढ़ा दिया। इसका अर्थ है कि याजकों द्वारा चढ़ाए गए बलिदानों की अब आवश्यकता नहीं है।
- नये नियम में यीशु का प्रत्येक विश्वासी “याजक” कहा गया है, वह स्वयं के लिए और मनुष्यों के लिए विनती करने के लिए सीधा परमेश्वर के पास आ सकता है।
- प्राचीन युग में अन्यजातियों के भी पुजारी थे जो झूठे देवता को बलि चढाते थे, जैसे बाल देवता को।
अनुवाद के सुझाव:
- प्रकरण के अनुसार “याजक” का अनुवाद “बलि चढ़ानेवाला व्यक्ति” या “परमेश्वर का मध्यस्थ” या “बलि चढ़ानेवाला मध्यस्थ” या “परमेश्वर द्वारा उसका प्रतिनिधित्व करने के लिए नियुक्त मनुष्य”।
- “याजक” का अनुवाद “मध्यस्थ” के अनुवाद से भिन्न होना है।
- कुछ अनुवादों में सदैव कहा जाता है, “इस्राएली याजक” या “यहूदी याजक” या “यहोवा का याजक” या “बाल पुजारी” कि सुनिश्चित किया जाए कि वे आज के पुजारियों के समान नहीं थे।
- “याजक” शब्द का अनुवाद करने के लिए प्रयुक्त शब्द “प्रधान याजक” और “महायाजक” और “लेवीय” और “भविष्यद्वक्ता” से भिन्न होना चाहिए।
(यह भी देखें: हारून, प्रधान याजक, महायाजक, मध्यस्थ, बलिदान)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 04:07 "मलिकिसिदक, __परमप्रधान परमेश्वर के __ याजक "
- 13:09 जो कोई भी परमेश्वर के नियमों का उल्लंघन करता है, वह मिलापवाले तम्बू के सामने वेदी पर परमेश्वर के लिये पशु का बलिदान चढ़ाएगा | एक याजक पशु को मारकर उसे वेदी पर जलाएगा | उस पशु का लहू जिसका बलिदान चढ़ाया गया है, परमेश्वर की दृष्टी में पापी मनुष्य के सभी अपराधों को धो देंगा | परमेश्वर ने मूसा के भाई हारून और हारून के वंश को याजक पद के लिये चुना |
- 19:07 तब बाल के याजकों ने उस बछड़े को जो उन्हें दिया गया था, लेकर बलिदान के लिए तैयार किया, परन्तु उमसे आग न लगाई
- 21:07 याजक वो है जो लोगों के स्थान पर परमेश्वर के लिए बलिदान चढ़ाता है, जिससे कि परमेश्वर उनके पापों के कारण उन्हें दण्डित न करें | याजक परमेश्वर से लोगों के लिए प्रार्थना भी करते थे |
शब्द तथ्य:
- Strong's: H3547, H3548, H3549, H3550, G748, G749, G2405, G2406, G2407, G2409, G2420
यीशु, यीशु मसीह, मसीह यीशु
तथ्य:
यीशु परमेश्वर का पुत्र है। “यीशु” नाम का अर्थ है, “यहोवा बचाता है” “मसीह” एक पदनाम है जिसका अर्थ है, “अभिषिक्त जन” इसका दूसरा शब्द है, “मसीहा”
ये दोनों नाम प्रायः साथ-साथ रखे गए हैं, “मसीह यीशु” या “यीशु मसीह”। इन नामों से बल दिया गया है कि परमेश्वर का पुत्र मसीह है जो मनुष्यों को पापों के अनन्त दण्ड से बचाने आया था।
- पवित्र आत्मा ने चमत्कारी रूप से परमेश्वर के अनन्त पुत्र को मानव रूप में जन्म दिया। उसके माता से स्वर्गदूत ने कहा था कि उसका नाम “यीशु” रखा जाए क्योंकि उसकी नियति में मनुष्यों का पापमोचन था।
- यीशु ने अनेक चमत्कारी कार्य किए जिससे सिद्ध हो गया था कि वह परमेश्वर है और वह ख्रिस्त या मसीह है।
अनुवाद के सुझाव:
- अनेक भाषाओं में “यीशु” और “मसीह” की वर्तनी ऐसी काम में ली जाती है कि उसका उच्चारण मूल भाषा के निकटतम हो। उदाहरणार्थ, “जेसुक्रिस्तो”, “जीज़स ख्रिस्तसो”, “येसुस क्रिस्तुस” और “हेतुक्रिस्तो” ये कुछ ऐसे तरीके हैं जो इन नामों को विभिन्न भाषाओं में अनुवादित करते हैं।
- “ख्रीस्त” शब्द के लिए कुछ अनुवाद सर्वत्र “मसीह” शब्द था उसके रूप काम में लाते हैं।
- स्थानीय या राष्ट्रीय भाषा में भी इन शब्दों की वर्तनी पर ध्यान दें।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: मसीह, परमेश्वर, पिता परमेश्वर, महा-याजक, परमेश्वर का राज्य, मरियम, उद्धारकर्ता, परमेश्वर का पुत्र)
बाइबल संदर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 22:04 स्वर्गदूत ने उससे कहा, “तू गर्भवती होगी, और तेरे एक पुत्र उत्पन्न होगा। तू उसका नाम यीशु रखना और वह मसीहा होगा।”
- 23:02 "तू उसका नाम यीशु रखना (जिसका अर्थ है, 'यहोवा बचाता है' )क्योंकि वह अपने लोगों का उनके पापों से उद्धार करेगा।"
- 24:07 तो यहून्ना ने उनको (यीशु) बपतिस्मा दिया,यद्यपि यीशु ने कभी पाप नहीं किया था।
- 24:09 केवल एक ही परमेश्वर है। परन्तु जब यूहन्ना ने यीशु को बपतिस्मा दिया, पिता परमेश्वर को कहते सुना, यीशु पुत्र को देखा, और पवित्र आत्मा को भी देखा।
- 25:08 यीशु शैतान के लालच में नहीं आया, तब शैतान उसके पास से चला गया,
- 26:08 फिर यीशु गलील के पूरे क्षेत्र में होकर फिरने लगा, और बड़ी भीड़ उसके पास आई। वह यीशु के पास बहुत से लोगों को लाए जो अनेक बीमारियों से पीड़ित थे, उनमें विकलांग थे, और वे लोग थे, जो देख नहीं सकते, चल नहीं सकते, सुन नहीं सकते थे जो बोल नहीं सकते और इन सभी को यीशु ने चंगा किया।
- 31:03 यीशु ने अपनी प्रार्थना समाप्त की और वह चेलों के पास चला गया। वह झील पर चलते हुए उनकी नाव की ओर आया।
- 38:02 वह(यहूदा) जानता था कि यहूदी गुरुओं ने यीशु को मसीहा के रूप में अस्वीकार कर दिया था और वे उसे मरवा डालने की योजना बना रहे थे।
- 40:08 अपनी मृत्यु के जरिये__ यीशु__ ने लोगों के लिये परमेश्वर के पास आने का रास्ता खोल दिया।
- 42:11 ” प्रभु__ यीशु__ स्वर्ग पर उठा लिया गया और एक बादल ने उसे उनकी आँखों से छिपा लिया। यीशु सब बातो पर शासन करने के लिए परमेश्वर की दाहिनी ओर बैठ गया।
- 50:17 यीशु और उसके लोग नई पृथ्वी पर रहेंगे, और यहाँ जो कुछ भी पाया जाता है उसपर हमेशा राज्य करेंगे। वह हर आँसू पोंछ देगा और फिर वहाँ कोई दुख, उदासी, रोना, बुराई, दर्द, या मृत्यु नहीं होगी। यीशु अपने राज्य पर शान्ति व न्याय के साथ शासन करेगा, और वह हमेशा अपने लोगों के साथ रहेगा।
शब्द तथ्य:
योग्य, मूल्यवान, अयोग्य, निकम्मा
परिभाषा:
“योग्य” शब्द किसी ऐसे व्यक्ति या वस्तु का वर्णन करता है जो सम्मान या आदर के योग्य है। “मूल्य” अर्थात कीमती या महत्वपूर्ण होना “निकम्मा” अर्थात किसी काम का नहीं
- “योग्य” अर्थात काम का या महत्वपूर्ण होने से संबंधित है
- “अयोग्य” अर्थात विशेष काम के योग्य नहीं होना
- योग्य प्रतीत न होना अर्थात किसी की तुलना में कम महत्व का होना या सम्मान एवं दया के व्यवहार के योग्य न होना।
- “अयोग्य” और “निकम्मा” संबन्धित शब्द हैं परन्तु इनके अर्थ अलग-अलग हैं। अयोग्य अर्थात सम्मान या मान के योग्य नहीं । “निकम्मा” होने का अर्थ है किसी उद्देश्य या मूल्य का न होना।
अनुवाद के सुझाव
- “योग्य” शब्द का अनुवाद “योग्यता” या “महत्वपूर्ण” या “उपयोगी” हो सकता है।
- “मूल्य” शब्द का अनुवाद “प्रतिष्ठा” या “महत्व” हो सकता है
- “का मूल्य” का अनुवाद “कीमती होना” या महत्वपूर्ण होना हो सकता है।
- “उसका मूल्य…. से अधिक है” का अनुवाद "की तुलना में अधिक मूल्यवान है।" हो सकता है।
- संदर्भ के आधार पर, “अयोग्य” का अनुवाद “महत्वहीन” या “अनादर” या “अनुपयुक्त” हो सकता है।
- “निकम्मा” का अनुवाद “किसी काम का नहीं” या “किसी उद्देश्य का नहीं” या “महत्वहीन” हो सकता है।
(यह भी देखें: आदर)
बाइबल संदर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H117, H639, H1929, H3644, H4242, H4373, H4392, H4592, H4941, H6994, H7939, G514, G515, G516, G2425, G2661, G2735
रखवाला, रखवाले
परिभाषा:
“रखवाला” शब्द का वास्तविक अर्थ है चरवाहा। इसका उपयोग विश्वासी समुदाय के आत्मिक अगुवे के लिए भी किया जाता है।
- अंग्रेजी बाइबल में यह शब्द एक ही बार इफिसियों की पत्री में आया है। यह शब्द वही है जिसको “चरवाहा” कहा गया है।
- कुछ भाषाओं में “रखवाले” के लिए “चरवाहा” शब्द काम में लिया गया है।
- यह वही है जो यीशु के लिए काम में लिया गया था, “अच्छा चरवाहा”
अनुवाद के सुझाव:
- सबसे अच्छा तो यही होगा कि इस शब्द का अनुवाद, “चरवाहा” किया जाए।
- इस शब्द के अन्य अनुवाद हो सकते हैं, “आत्मिक चरवाहा” या “चरानेवाला मसीही अगुआ”।
(यह भी देखें: चरवाहा, भेड़)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
रब्बी
परिभाषा:
“रब्बी” शब्द का वास्तविक अर्थ है “मेरा स्वामी” या “मेरा गुरू”
- यह एक सम्मानित पदनाम है जो यहूदी धर्मगुरू के लिए काम में लिया जाता था, विशेष करके परमेश्वर की व्यवस्था का शिक्षक।
- यूहन्ना बपतिस्मा देनेवाले को और यीशु को भी कभी-कभी शिष्य “रब्बी” कहते थे।
अनुवाद के सुझाव:
- इस शब्द के अनुवाद रूप हो सकते हैं, “मेरे गुरू” या “माननीय शिक्षक महोदय” या “धर्म गुरू” कुछ भाषाओं में ऐसे अभिवादन को बड़े अक्षरों में लिखा जाता है तो कुछ में नहीं लिखा जाता है।
- लक्षित भाषा में शिक्षकों को संबोधित करने का एक विशेष तरीका हो सकता हैं।
- परन्तु सुनिश्चित करें कि इस शब्द के ऐसे अनुवाद से यीशु किसी पाठशाला का शिक्षक न समझ में आए।
- उसी भाषा के या राष्ट्रीय भाषा के बाइबल अनुवाद में “रब्बी” के अनुवाद पर भी ध्यान दें।
देखें: अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: शिक्षक)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
लहू
परिभाषा:
“लहू” शब्द का अर्थ है, मनुष्य के शरीर में जब चोट लगती है तब उसमें से निकलने वाली लाल रंग का तरल पदार्थ है। लहू मनुष्यों के शरीर में जीवनदायक पोषक तत्त्वों का प्रवाह करता है। लहू जीवन का प्रतीक है और जब वह बहाया जाता है तो इसका अर्थ है जान जाना या मृत्यु।
जब मनुष्य परमेश्वर के लिए बलि चढ़ाते थे तब वे पशु का वध करके उसका लहू वेदी पर उण्डेलते थे। यह पशु के जीवन की बलि द्वारा मनुष्यों के पाप का मूल्य चुकाने का प्रतीक था।
“मांस और लहू” एक अभिव्यक्ति है जो मनुष्य को संदर्भित करता है।
“अपना लहू और मांस” मनुष्यों के लहू का संबन्ध दर्शाती है।
अनुवाद के सुझाव:
- इस शब्द का अनुवाद लक्षित भाषा में उसी शब्द/उक्ति द्वारा किया जाए जो लहू के लिए काम में लिया जाता है।
- “मांस और लहू” का अनुवाद किया जा सकता है, “मनुष्य” या “मानवजाति”।
- प्रकरण के अनुसार “मेरा मांस और मेरा लहू” का अनुवाद हो सकता है, “मेरा अपना परिवार” या “मेरे अपने परिजन” या “मेरे अपने लोग”।
- यदि लक्षित भाषा में ऐसे अभिप्राय के शब्द हैं तो “मांस और लहू” के अनुवाद में उनका उपयोग किया जाए।
(यह भी देखें: लहू, देह, जीवन)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- __08:03__जब उसके भाई घर वापस आए तो उन्होंने यूसुफ के कपड़े लिये, और एक बकरे को मार के उसके लहू में उसे डुबा दिया।
- 10:03 परमेश्वर ने नील नदी को लहू से भर दिया, तब भी फ़िरौन का मन हठीला रहा और उसने इस्राएलियों को नहीं जाने दिया।
- 11:05 सभी इस्राएलियों के घरों के द्वार पर लहू था , परमेश्वर ने उन घरों को छोड़ दिया और वह सब अन्दर सुरक्षित थे। वे मेम्ने के लहू के द्वारा बच गए।
- 13:09 उस पशु का लहू जिसका बलिदान चढ़ाया गया है, पापी मनुष्य के सभी अपराधों को धो देंगा परमेश्वर की दृष्टी में।
- 38:05 तब यीशु ने एक कटोरा लिया और कहा, "इसे पी लो। यह नये नियम का मेरा लहू है जो पापों की क्षमा के लिए उंडेल दिया गया है।
- 48:10 जब कोई यीशु पर विश्वास करता है, यीशु का लहू उस व्यक्ति के सब पापों की कीमत चुका देता है, और परमेश्वर का दण्ड उस व्यक्ति के ऊपर से हट जाता है।
शब्द तथ्य:
- Strong's: H1818, H5332, G129, G130, G131, G1420
लेपालक, गोद लेना, दत्तक
परिभाषा:
“गोद लेना” और “लेपालक” अर्थात माता-पिता के अतिरिक्त किसी के द्वारा किसी को कानूनन रूप से गोद लेने की प्रक्रिया।
- बाइबल में “लेपालक” शब्द का उपयोग प्रतीकात्मक रूप में किया गया है जो प्रकट करता है कि परमेश्वर, मनुष्यों अपने परिवार का सदस्य बनाता है, उन्हें अपना आत्मिक पुत्र-पुत्री बना लेता है।
- लेपालक सन्तान होने के कारण विश्वासी मसीह यीशु के संगी वारिस हो गए हैं और उन्हें परमेश्वर के पुत्र-पुत्री के सब सौभाग्य प्राप्त हैं।
अनुवाद के सुझाव:
- इस शब्द के अनुवाद में ऐसा शब्द काम में लिया जाए जो माता-पिता और सन्तान के विशिष्ट संबन्ध को दर्शाए। सुनिश्चित करें कि इसका प्रतीकात्मक या आत्मिक अर्थ स्पष्ट हो।
- “लेपालक पुत्रों का अनुभव” इसका अनुवाद हो सकता है, “परमेश्वर द्वारा पुत्र होने के लिए गोद ले लेना” या “परमेश्वर की (आत्मिक)सन्तान होना”।
- "पुत्रों की गोद लेने की प्रतीक्षा करें" इसका अनुवाद हो सकता है, "परमेश्वर के बच्चे बनने के लिए तत्पर हैं " या "उम्मीद में परमेश्वर के लिए प्रतीक्षा करे बच्चों के रूप में प्राप्त करने के लिए"
- वाक्यांश "उन्हें अपनाना" के रूप में अनुवाद किया जा सकता है "उन्हें अपने बच्चों के रूप में प्राप्त करें" या "उन्हें स्वयं (आध्यात्मिक) बच्चों को बनाते हैं।"
(यह भी देखें: वारिस, अधिकारी होना, आत्मा)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
वाचा का सन्दूक, यहोवा का सन्दूक
परिभाषा:
ये शब्द एक विशेष लकड़ी के सन्दूक के लिए है, जिस पर सोने की परत चढ़ाई हुई थी। उसमें दस आज्ञाओं की पत्थर की दो पट्टियां थी। उसमें हारून की लाठी और मन्ना का मर्तबान भी था।
- सन्दूक का अनुवाद “बक्सा”, "पेटी" और "तिजोरी" भी किया जा सकता है।इस सन्दूक में रखी वस्तुएं इस्राएल को परमेश्वर की वाचा का स्मरण कराती थी।
- वाचा का सन्दूक "परमपवित्र स्थान" में रखा हुआ था।
- मिलाप वाले तम्बू में परमेश्वर की उपस्थिति परमपवित्र स्थान में वाचा के सन्दूक के ऊपर थी। वहां वह इस्राएलियों के लिए मूसा से बातें करता था।
- जिस समय वाचा का सन्दूक मन्दिर के परमपवित्र स्थान में था, उस समय केवल प्रधान पुरोहित उस सन्दूक के निकट जा सकता था और वह भी वर्ष में एक बार प्रायश्चित दिवस पर।
- अनेक अंग्रजी अनुवादों में “वाचा के आदेशों” का अनुवाद शब्दशः “साक्षी(टेस्टीमनी)” किया गया है। यह इस तथ्य का संदर्भ देता है कि दस आज्ञाएं प्रजा के साथ परमेश्वर की वाचा की साक्षी या गवाही हैं। इसका अनुवाद “वाचा का विधान” भी किया गया है।
(यह भी देखें: सन्दूक, वाचा, प्रायश्चित, पवित्र स्थान, साक्षी, गवाह)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H727, H1285, H3068
वाचा की विश्वासयोग्यता, निष्ठावान वाचा, वाचा का प्रेम
परिभाषा:
बाइबिल के समय में, "वाचा विश्वास" के रूप में अनुवादित शब्द का उपयोग उस विश्वासयोग्यता, निष्ठा, दया, और प्रेम का वर्णन करने के लिए किया गया था जो दोनों लोगों के बीच उम्मीद और प्रदर्शन करते थे जो एक-दूसरे से निकटता से संबंधित थे, या तो शादी या खून से। इस शब्द का उपयोग अक्सर बाइबिल में किया जाता है ताकि यह वर्णन किया जा सके कि परमेश्वर अपने लोगों से संबंधित है, विशेष रूप से उनके द्वारा किए गए वादों को पूरा करने के लिए उनकी प्रतिबद्धता।
- इस शब्द का अनुवाद निर्भर करेगा कि “वाचा” और “विश्वासयोग्यता” अनुवाद कैसे किया गया है।
- इस शब्द के अनुवाद की अन्य विधियां हैं, “विश्वासयोग्य प्रेम” या “निष्ठावान समर्पित प्रेम” या “प्रेमपूर्ण निर्भरता”।
(यह भी देखें: वाचा, विश्वास, अनुग्रह, इस्राएल, परमेश्वर की प्रजा, प्रतिज्ञा)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
वाचा, वाचाओं
परिभाषा:
बाइबल में, "वाचा" शब्द दो पक्षों के बीच एक औपचारिक, वाचा एक विधिवत बन्धक समझौता है जिसे दोनों पक्षों को निभाना होता है।
- यह समझौता दो मनुष्यों, दो जन समूहों में या परमेश्वर और मनुष्यों के मध्य हो सकता है।
- मनुष्य जब एक दूसरे के साथ वाचा बांधते हैं तब वे कुछ प्रतिज्ञाएं करते हैं और उनका पूरा करना अनिवार्य होता है।
- मनुष्यों के मध्य वाचा के उदाहरण हैं, विवाह, व्यापारिक समझौते तथा देशों के मध्य संधि।
- संपूर्ण बाइबल में परमेश्वर ने अपने लोगों के साथ अनेक वाचाएं बांधी हैं।
- कुछ वाचाओं में परमेश्वर ने बिना शर्त अपनी भूमिका निभाने की प्रतिज्ञा की है। * उदाहरणार्थ जब परमेश्वर ने मनुष्यों के साथ बाचा बांधी थी कि वह पृथ्वी को जल प्रलय से कभी नष्ट नहीं करेगा तो उसमें मनुष्यों की कोई भूमिका नहीं थी।
- अन्य वाचाओं में परमेश्वर ने अपनी भूमिका निभाने की शर्तें रखी थी कि मनुष्य आज्ञाओं को मानें और अपना कर्तव्य निभाएं।
शब्द "नई वाचा" परमेश्वर, अपने पुत्र, यीशु के बलिदान के माध्यम से अपने लोगों के साथ की गई प्रतिबद्धता या समझौते को दर्शाता है।
- परमेश्वर के "नई वाचा" को बाइबल के भाग में समझाया गया जिसे "नया नियम" कहा जाता है।
- यह नई वाचा “पुराने” या “पूर्व” वाचा के विपरीत है जिसे परमेश्वर ने पुराने नियम के समय में इस्राएलियों के साथ बांधी थी।
- नई वाचा पुराने की तुलना में उत्तम है क्योंकि यह यीशु के बलिदान पर आधारित है, जो पूर्णरूप से लोगों के पापों के लिए प्रायश्चित करता है। पुरानी वाचा के अधीन किए गए बलिदानों ने ऐसा नहीं किया।
- परमेश्वर यीशु पर विश्वास करने वालों के हृदयों पर नई वाचा लिखते हैं। इससे उन्हें परमेश्वर की आज्ञा मानना और पवित्र जीवन जीना शुरू करना पड़ता है।
- नई वाचा पूरी तरह से अंत के समय में पूरी होगी जब परमेश्वर पृथ्वी पर अपना शासन स्थापित करते हैं। सब कुछ एक बार फिर से बहुत अच्छा होगा, जैसा कि परमेश्वर ने पहली बार दुनिया को बनाया था।
अनुवाद के सुझाव:
- प्रकरण के अनुवाद इस शब्द का अनुवाद हो सकता है, “बन्धक समझौता” या “विधिवत समर्पण” या “अनुबन्ध” या “वचनबद्धता”।
- कुछ भाषाओं में वाचा बांधने की एकपक्षीय या द्विपक्षीय प्रतिज्ञाओं के अनुसार अलग-अलग शब्द होते हैं। यदि वाचा एक पक्षीय है तो इसका अनुवाद “प्रतिज्ञा” या “प्रण” हो सकता है।
- सुनिश्चित करें कि इस शब्द का अनुवाद ऐसा न सुनाई दे कि मनुष्यों ने वाचा को प्रस्तावित किया है। परमेश्वर और मनुष्यों के मध्य सब वाचाओं में परमेश्वर ही वाचा का प्रतिपादक है।
- "नई वाचा" शब्द का अनुवाद "नए औपचारिक समझौते" या "नए समझौते" या "नए अनुबंध" के रूप में किया जा सकता है।
- इन अभिव्यक्तियों में "नया" शब्द का अर्थ "ताजा" या "नए प्रकार का" या "दूसरा" है।
(यह भी देखें: नई वाचा, प्रतिज्ञा)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 04:09 फिर परमेश्वर ने अब्राम के साथ एक वाचा बांधी। वाचा दो दलों के बीच एक सहमति होती है।
- 05:04 “मैं इश्माएल को भी एक बड़ी जाति बनाऊंगा, लेकिन मेरी वाचा इसहाक साथ होगी।”
- 06:04 एक लंबे समय के बाद अब्राहम की मृत्यु हो गयी, परमेश्वर ने अब्राहम से जो वाचा बाँधी थी उसके अनुसार, परमेश्वर ने इसहाक को आशीष दी।
- 07:10 परमेश्वर ने अब्राहम की वंशावली के विषय में जो वाचा उससे बाँधी थी, वह अब्राहम से इसहाक और इसहाक से याकूब को दी।”
- 13:02 परमेश्वर ने मूसा से कहा कि वह इस्राएलियों से कहे ,“लिये अब यदि तुम निश्चय मेरी मानोगे, और मेरी वाचा का पालन करोगे, तो सब लोगों में से तुम ही मेरा निज धन ठहरोगे, समस्त पृथ्वी तो मेरी है, और तुम मेरी दृष्टी में याजकों का राज्य और पवित्र जाति ठहरोगे।”
- 13:04 परमेश्वर ने उन्हें वाचा दी और कहा, “मैं तेरा परमेश्वर यहोवा हूँ, जो तुझे दासत्व के घर अथार्त् मिस्र देश से निकाल लाया है। तू मुझे छोड़ दूसरों को ईश्वर करके न मानना।”
- 15:13 तब यहोशू ने इस्राएलियों को वह वाचा याद दिलाई जो उन्होंने परमेश्वर के साथ सीनै पर्वत पर बाँधी थी, कि वह उसका पालन करेंगे।
- 21:05 भविष्यवक्ता यिर्मयाह के माध्यम से, परमेश्वर ने वादा किया कि वह एक नई वाचा का निर्माण करेगा, लेकिन सिनाई में इस्राएल के साथ की गई वाचा की तरह नहीं। नई वाचा में, परमेश्वर लोगों के दिलों पर अपना नियम लिखेगा, लोग परमेश्वर को व्यक्तिगत रूप से जानेंगे, वे उसके लोग होंगे, और परमेश्वर उनके पापों को क्षमा करेगा। मसीहा नई वाचा शुरू करेगा।
- 21:14 मसीह की मृत्यु और पुनरुत्थान के माध्यम से, परमेश्वर पापियों को बचाने और नई वाचा शुरू करने की अपनी योजना को पूरा करेगा।
- 38:05 तब यीशु ने एक प्याला लिया और कहा, “इसे पी लो। यह मेरी नई वाचा का लहू है जो पापों की क्षमा के लिए बहाया जाता है। इसे पी कर हर बार मुझे याद करने के लिए करें।”
- 48:11 लेकिन परमेश्वर ने अब एक नई वाचा बाँधी है जो सभी के लिए उपलब्ध है। इस नई वाचा के कारण, किसी भी समूह का कोई भी व्यक्ति यीशु पर विश्वास करके परमेश्वर के लोगों का हिस्सा बन सकता है।
शब्द तथ्य:
- Strong's: H1285, H2319, H3772, G802, G1242, G4934
विलाप, विलाप करना, विलाप किया
परिभाषा:
“विलाप करना” “विलाप” अर्थात शोक, दुःख या विषाद की प्रबल भावना।
कभी-कभी यह पाप का गहन पछतावा या आपदाग्रस्त मनुष्य के प्रति अनुकंपा भी होता है।
- विलाप में कराहना, रोना या रोना-पीटना होता है।
अनुवाद के सुझाव:
- “विलाप करना” का अनुवाद “गहन दुख मनाना” या “दुख से रोना पीटना” या “दुःखी होना” हो सकता है।
- "विलाप करना" (या "विलाप") का अनुवाद "जोर से विलाप और रोना" या "गहरी दु: ख" या "शोक में रोना" या "विलापपूर्ण कराहना" के रूप में किया जा सकता है।
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H56, H421, H578, H592, H1058, H4553, H5091, H5092, H5594, H6088, H6969, H7015, H8567, G2354, G2355, G2870, G2875
विवेक
परिभाषा:
विवेक मनुष्य की सोच का हिस्सा है जिसके द्वारा परमेश्वर उसे जागरूक करता है जब वह कुछ पाप करता है।
- परमेश्वर ने मनुष्य को विवेक दिया कि वह उचित और अनुचित में अन्तर कर पाए।
- जो मनुष्य परमेश्वर की आज्ञा मानता है उसके लिए कहा जाता है कि उसका विवेक “शुद्ध” या “स्वच्छ” या “निर्मल” है।
- यदि मनुष्य का विवेक स्वच्छ है तो इसका अर्थ है कि वह किसी भी पाप को छिपा नहीं रहा है।
- यदि मनुष्य अपने विवेक की बात न सुने और पाप करते समय उसे अपराध-बोध न हो तो इसका अर्थ है कि उसका विवेक अनुचित कार्य के प्रति संवेदनशील नहीं है। बाइबल इसे दागा गया विवेक कहती है, जिस पर ऐसा चिन्ह लगा है जैसा गर्म लोहे से दागा जाता है। ऐसे विवेक को “संवेदनरहित” या “प्रदूषित” कहा जाता है।
- इस शब्द के संभावित अनुवाद हो सकते हैं, “आन्तरिक नैतिक पथ प्रदर्शन” या “नैतिक विचार”
बाइबल संदर्भ:
शब्द तथ्य:
विश्वास
परिभाषा:
सामान्यतः “विश्वास” का अर्थ है किसी मनुष्य या वस्तु में आस्था, भरोसा या “विश्वास”।
- “विश्वास होना” अर्थात स्वीकार करना कि किसी ने कुछ कहा या किया तो वह सच है और विश्वासयोग्य है।
- “यीशु में विश्वास” का अर्थ है, यीशु के बारे में परमेश्वर की सब शिक्षाओं को मानना। इसका अर्थ विशेष करके यह है मनुष्य यीशु में और उनके पाप मोचन तथा पाप के दण्ड से मुक्ति के उसके बलिदान में विश्वास करे।
- यीशु में सच्चा विश्वास मनुष्य में आत्मिक फल या अच्छा व्यवहार उत्पन्न करता है क्योंकि उसमें पवित्र आत्मा का अन्तर्वास होता है।
- कभी-कभी “विश्वास” यीशु के बारे में सब शिक्षाओं के संदर्भ में होता है। जैसा इस अभिव्यक्ति, “विश्वास के सत्य” में है।
- "विश्वास को थामे रहना" तथा विश्वास को त्याग देने में विश्वास मसीह में आस्था को दर्शाता है जिसमें मनुष्य यीशु के बारे में सब शिक्षाओं को ग्रहण करता है।
अनुवाद के सुझाव:
कुछ संदर्भों में “विश्वास” का अनुवाद “आस्था-श्रद्धा” या “अधिकार” या “निश्चिय” या “भरोसा” किया जा सकता है।
कुछ भाषाओं में इन शब्दों का अनुवाद “विश्वास करना” के क्रिया रूपों द्वारा किया जा सकता है। भाववाचक संज्ञा)
"विश्वास रखना" का अनुवाद "यीशु पर विश्वास करना" या "यीशु पर विश्वास जारी रखें" द्वारा अनुवादित किया जा सकता है।
ये वाक्य "विश्वास की गहरी सच्चाइयों को पकड़ना" का अनुवाद, "उन्हें यीशु के बारे में सारी सच्ची बातें मानना चाहिए जो उन्हें सिखाया गया हैके रूप में किया जा सकता है ।"
"विश्वास में मेरा सच्चा पुत्र" शब्द का अनुवाद "मेरे पुत्र के समान है क्योंकि मैंने उसे यीशु पर विश्वास करने के लिए सिखाया था" या "मेरा सच्चा आध्यात्मिक पुत्र, जो यीशु पर विश्वास करता है" का अनुवाद किया जा सकता है।
(यह भी देखें: विश्वास, विश्वासयोग्य)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों के उदाहरण:
- 05:06 जब इसहाक जवान था, तो परमेश्वर अब्राहम के विश्वास की परीक्षा लेते हुए कहा, की अपने एकमात्र बेटे को लेकर बलिदान के रूप में मार डालो।
- 31:07 फिर उसने (यीशु) पतरस से कहा, "तुम थोड़े विश्वास वाले व्यक्ति, तुमने शक क्यों किया?"
- 32:16 यीशु ने उससे कहा, "तुम्हारे विश्वास ने तुमको चंगा किया है। शान्ति से जाओ।"
- 38:09 यीशु ने पतरस से कहा, “शैतान तुम सबकी परीक्षा लेना चाहता है, परन्तु मैंने तुम्हारे लिये प्रार्थना की है, पतरस, तेरा विश्वास कमज़ोर नहीं होगा।
शब्द तथ्य:
- Strong's: H529, H530, G1680, G3640, G4102, G6066
विश्वास, भरोसा, विश्वसनीय, भरोसेमंद, विश्वसनीयता
परिभाषा:
किसी वस्तु या व्यक्ति पर “भरोसा” करने से तात्पर्य उस वस्तु या व्यक्ति को सच्चा एवं भरोसेमंद मानने से है। उस विश्वास को "भरोसा" भी कहा जाता है। “विश्वासयोग्य” मनुष्य पर भरोसा किया जा सकता है कि वह सही और सत्य को कहे और करे, और इसलिए जिसकी "विश्वसनीयता" की गुणवत्ता है।
- भरोसा, विश्वास से संबन्धित है जब हम किसी पर भरोसा करते हैं तब हम उस पर विश्वास करते हैं कि उसने जिस बात की प्रतिज्ञा की है उसे वह पूरा करेगा।
- किसी पर भरोसा करने का अर्थ है उस पर निर्भर रहना।
- मसीह “पर भरोसा” करने का अर्थ है विश्वास करना कि वह परमेश्वर है, कि वह हमारे पापों का दण्ड उठाने के लिए क्रूस पर मरा और हमारे उद्धार के लिए उस पर निर्भर रहना।
- “एक "भरोसेमंद कहावत" कुछ ऐसा करने के लिए संदर्भित करता है जिसे सच माना जा सके।
अनुवाद के लिए सुझाव:
- “भरोसा” के अनुवाद में, “विश्वास” या “यकीन” या “पक्की आशा” या “निर्भर रहना” शामिल हो सकते हैं।
- “में भरोसा रखो” का अर्थ “भरोसा रखने” से मिलता जुलता है।
- शब्द "भरोसेमंद" का अनुवाद “विश्वासयोग्य” या “विश्वास के योग्य” या “सदैव भरोसे में है” हो सकता है।
(यह भी देखें: विश्वास, आत्मविश्वास, विश्वास, विश्वासयोग्य, सत्य)
बाइबल संदर्भ:
बाइबल कहानियों के उदाहरण:
- 12:12 जब इस्राएलियों ने देखा कि मिस्र के लोग मारे गए है, तो उन्होंने परमेश्वर पर भरोसा किया और विश्वास करने लगे कि मूसा परमेश्वर का एक नबी है।
- __14:15__यहोशू एक अच्छा अगुआ था क्योंकि वह परमेश्वर पर विश्वास करता था व उसकी आज्ञाओ का पालन करता था।
- __17:02__दाऊद एक बहुत ही नम्र व धर्मी पुरुष था, जो परमेश्वर पर विश्वास और उसकी आज्ञाओं का पालन करता था।
- 34:06 फिर यीशु ने उन लोगों के बारे में एक कहानी बताई जो अपने स्वयं के अच्छे कर्मों पर विश्वास रखते थे और अन्य लोगों के साथ घृणा करते थे।
शब्द तथ्य:
- Strong's: H539, H982, H1556, H2620, H2622, H3176, H4009, H4268, H7365, G1679, G3872, G3982, G4006, G4100, G4276
विश्वास, विश्वासी, अविश्वास, अविश्वासी
परिभाषा:
“विश्वास” और “विश्वास करना” निकट संबन्ध में हैं परन्तु इसके अर्थ में अन्तर बहुत कम है।
1. विश्वास
- किसी पर विश्वास करना अर्थात स्वीकार करना या भरोसा रखना की यह सच है।
- किसी पे विश्वास करना अर्थात यह मानना की उस व्यक्ति ने जो कहा वह सच है।
2. विश्वास करने
- किसी व्यक्ति पर "विश्वास करने" का अर्थ उस व्यक्ति पर "भरोसा" रखना है। भरोसा करने का अर्थ है कि वह व्यक्ति जो कहता है वह हमेशा सच्चाई से बोलता है, और वह करेगा जो उसने करने का वादा किया है।
- जब कोई व्यक्ति वास्तव में किसी चीज़ में विश्वास करता है, तो वह ऐसे तरीके से कार्य करेगा जो इस विश्वास को दर्शाता है।
- वाक्यांश "किसी में विश्वास करना" का अर्थ के रूप में "में विश्वास है।"
- “मसीह पर विश्वास” करने का अर्थ है विश्वास करना कि वह परमेश्वर का पुत्र है, वह स्वयं परमेश्वर है जो मनुष्य बना और हमारे पापों का दण्ड उठाने के लिए मारा गया। इसका अर्थ भरोसा रखना की वे उद्धारक है और ऐसा जीवन जीना जिससे उसका सम्मान हो।
अनुवाद के सुझाव:
- “विश्वास करना” का अनुवाद “जानना की सत्य है” या “उचित होने का ज्ञान” किया जा सकता है।
- “में विश्वास करना” का अनुवाद “पूर्ण भरोसा” या “विश्वास करना” एवं “आज्ञा मानना” या “पूर्ण निर्भर होकर अनुसरण करना” हो सकता है।
(यह भी देखें: विश्वास, प्रेरित, मसीह, शिष्य, विश्वास, भरोसा)
बाइबल सन्दर्भ:
- उत्पत्ति, 15:06
- उत्पत्ति, 45:26
- अय्यूब, 09:16-18
- हबक्कूक, 01:5-7
- मरकुस, 06:4-6
- मरकुस, 01:14-15
- लूका 09:41
- यूहन्ना, 01:12
- प्रे.का., 06:05
- प्रे.का., 09:42
- प्रे.का., 28:23-24
- रोमियों 03:03
- 1 कुरिन्थियों 06:01
- 1 कुरिन्थियों, 09:05
- 2, कुरिन्थियों 06:15
- इब्रानियों 03:12
- 1 यूहन्ना, 03:23
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
03:04 नूह ने लोगों को बाढ़ के विषय में चेतावनी दी , और कहा कि परमेश्वर की ओर मन फिराओ पर उन्होंने नूह पर विश्वास नहीं किया।
04:08 अब्राम ने परमेश्वर की वाचा पर विश्वास किया। परमेश्वर ने घोषित किया कि अब्राम धर्मी है, क्योंकि उसने परमेश्वर की वाचा पर विश्वास किया है।
11:02 परमेश्वर ने कहा कि, वो मनुष्य जो उस पर विश्वास करेंगा वह उसके पहिलौठे पुत्र को बचाएगा।
11:06 परन्तु मिस्र के लोग परमेश्वर पर विश्वास नहीं करते थे या उसकी आज्ञा का पालन नहीं करते थे।
37:05 यीशु ने उससे कहा, “पुनरुत्थान और जीवन मैं ही हूँ। जो कोई मुझ पर विश्वास करता है वह यदि मर भी जाए तौभी जीएगा। और हर कोई जो मुझ पर विश्वास करता है वह कभी न मरेंगा। क्या तू इस बात पर विश्वास करती है?”
43:01 यीशु के स्वर्ग लौटने के बाद, चेले यरूशलेम में ही रहे क्योंकि यीशु ने उन्हें ऐसा करने की आज्ञा दी थी। वहाँ के विश्वासी लगातार प्रार्थना करने के लिए इकट्ठे हुए।
43:03 जब सभी विश्वासी एक साथ थे, अचानक वह घर जहाँ वे थे एक तेज आवाज की वायु से भर गया । उन्हें आग के समान जीभें फटती हुई दिखाई दी और उनमें से हर एक पर आ ठहरी।
43:13 प्रतिदिन, बहुत से लोग विश्वासी बन गये।
46:06 उस दिन से यरूशलेम में बहुत से लोगों ने यीशु के अनुयायियों को सताना शुरू कर दिया, इसलिए विश्वासी अन्य स्थानों पर भाग गए। लेकिन इसके बावजूद, जहाँ भी वे गए उन्होंने यीशु के बारे में प्रचार किया।
46:01 शाऊल वह युवक था, जिसने स्तिफनुस की हत्या करने वाले लोगों के परिधानों पर पहरा दिया था। वह यीशु पर विश्वास नहीं करता था, इसलिए उसने विश्वासियों को सताया।
46:09 कुछ लोग यरूशलेम के क्लेश के कारण तितर-बितर हो गए थे, और अन्ताकिया में पहुँच कर यीशु के बारे में प्रचार किया**। यह वही जगह है जहाँ पहली बार यीशु के विश्वासी को** "मसीह" कहा गया था।
47:14 उन्होंने कलीसियाओं में विश्वासियों को प्रोत्साहित करने और सिखाने के लिए कई पत्र भी लिखे।
शब्द तथ्य:
- Strong's: H539, H540, G543, G544, G569, G570, G571, G3982, G4100, G4102, G4103, G4135
विश्वासघाती, विश्वासघात किया
परिभाषा:
“अविश्वासी” शब्द उन लोगों को व्यक्त करता है जो परमेश्वर की आज्ञाओं का पालन नहीं करते हैं। विश्वास में खरे न उतरने की स्थिति या अभ्यास को “विश्वासघात किया” कहा गया है।
- इस्राएल को “विश्वासघाती” कहा गया था क्योंकि वे परमेश्वर की अवज्ञा करके मूर्ति-पूजा करने लगे थे।
- विवाहित संबन्ध में जब कोई व्यभिचार करता है तो उसे अपने जीवन साथी के साथ “विश्वासघात करना” कहते हैं।
- परमेश्वर ने “विश्वासघात किया” शब्द द्वारा इस्राएल के अवज्ञाकारी व्यवहार को दर्शाया था। वे परमेश्वर की आज्ञा नहीं मानते थे और उसका सम्मान भी नहीं करते थे।
अनुवाद के सुझाव:
- प्रकरण के अनुसार “विश्वासघात किया” का अनुवाद “स्वामी-भक्ति से रहित” या “अविश्वासी” या “अवज्ञाकारी” या “अनिष्ठ” किया जा सकता है।
- “विश्वासघात” का अनुवाद “स्वामी-भक्ति से रहित प्रजा(परमेश्वर)” या" विश्वासघाती लोगों "या" जो परमेश्वर की आज्ञा नहीं मानते हैं "या" जो लोग परमेश्वर के प्रति विद्रोही हैं। "
- “विश्वासघात किया” का अनुवाद “अवज्ञा” या “अनिष्ठा” या “विश्वास या आज्ञापालन नहीं करना है” हो सकता है।
- कुछ भाषाओं में, "विश्वासघाती" शब्द "अविश्वास" के लिए शब्द से संबंधित है।
(यह भी देखें: परस्त्रीगमन, आज्ञा नहीं मानना, विश्वास, अविश्वासी)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
विश्वासयोग्य, विश्वासयोग्यता
परिभाषा:
परमेश्वर के प्रति “विश्वासयोग्य” होना का अर्थ परमेश्वर की शिक्षाओं पर निरंथर चलते रहने से है। अर्थात उसे पालन करने के द्वारा उसके प्रति वफादार होना।विश्वासयोग्य होने की अवस्था या स्थिति को "विश्वासयोग्यता" कहते है।
- विश्वासयोग्य मनुष्य पर प्रतिज्ञा पूर्ति का भरोसा किया जा सकता है और मनुष्यों के प्रति दायित्ववहन का भी विश्वास किया जा सकता है।
- विश्वासयोग्य मनुष्य किसी काम को करने में यत्नशील रहता है चाहे वह दीर्घकालीन एवं कठिन भी क्यों न हो।
- परमेश्वर के प्रति विश्वासयोग्य होना, परमेश्वर हमसे जो चाहता है उसे लगातार करते रहने का अभ्यास है।
अनुवाद के सुझाव:
- अनेक संदर्भों में “विश्वासयोग्य” का अनुवाद “स्वामीभक्त” या “समर्पित” या “निर्भर करने योग्य” भी किया जा सकता है।
- अन्य संदर्भों में “विश्वासयोग्य” ऐसे शब्दों या उक्तियों द्वारा अनुवाद किया जा सकता है जिनका अर्थ हो, “विश्वास करते रहना” या “परमेश्वर में विश्वास करने और उसके आज्ञापालन में लगे रहना”।
- “विश्वासयोग्य” के अन्य अनुवाद रूप हो सकते हैं, “विश्वास में यत्नशील रहना” या “स्वामीभक्ति” या “विश्वसनीयता” या “परमेश्वर में विश्वास एवं आज्ञापालन”
(यह भी देखें: विश्वास, विश्वास)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों के उदाहरण:
- 08:05 यहाँ तक की बंदीगृह में भी यूसुफ परमेश्वर के प्रति निष्ठावान रहा और परमेश्वर ने उसे आशीष दी।
- 14:12 फिर भी, परमेश्वर अपनी वाचा पर निष्ठावान रहा जो उसने अब्राहम, इसहाक, व याकूब से बाँधी थी।
- 15:13 लोग ने वाचा बाँधी थी कि वे परमेश्वर के प्रति निष्ठावान रहेंगे व उसकी आज्ञाओ का पालन करेंगे।
- 17:09 दाऊद ने कई वर्षों तक न्याय व निष्ठा के साथ शासन किया, और परमेश्वर ने उसे आशीर्वाद दिया। हालांकि, अपने जीवन के अंतिम पड़ाव में उसने परमेश्वर के विरुद्ध भयानक अपराध किया।
- 18:04 तब परमेश्वर ने सुलैमान पर क्रोध किया, और उसकी अधार्मिकता के कारण उसे दंड दिया, और वाचा बाँधी कि सुलैमान की मृत्यु के बाद वह इस्राएल के राज्य को दो भागों में विभाजित कर देंगा।
- 35:12 “उसने पिता को उत्तर दिया कि, ‘देख, मैं इतने वर्ष आप के लिये ईमानदारी से काम कर रहा हूँ,
- 49:17 परन्तु परमेश्वर विश्वासयोग्य है और यह कहता है कि यदि तुम अपने पापों को मान लो, तो वह तुम्हें क्षमा करेगा।
- 50:04 यदि तुम अन्त तक मेरे प्रति वफादार रहोगे, तो परमेश्वर तुम्हें बचाएगा!”
शब्द तथ्य:
- Strong's: H529, H530, H539, H540, H571, G4103
विश्वासी
परिभाषा:
“बाइबल में “विश्वासी” शब्द उस मनुष्य के लिए काम में लिया गया है जो यीशु मसीह में विश्वास करके उस पर उद्धार के लिए निर्भर करता है।
- "विश्वासी" शब्द का अर्थ है "विश्वास करनेवाला।"
- मसीही शब्द अन्ततः विश्वासियों का नाम हो गया क्योंकि इस शव्द से प्रकट होता है कि वे मसीह यीशु में विश्वास करते है और उसकी शिक्षाओं पर चलते है।
अनुवाद के सुझाव:
- कुछ भाषाओं में “यीशु के विश्वासी” या “मसीह के विश्वासी” कहना अधिक उचित माना गया है।
- इस शब्द का अनुवाद ऐसे शब्द और उक्ति द्वारा किया जा सकता है जिसका अर्थ है, “यीशु पर भरोसा रखनेवाला मनुष्य” या “यीशु को जानने और उसके लिए जीने वाला मनुष्य”
- “विश्वासी” के अन्य अनुवाद, “यीशु का अनुयायी” या “यीशु को जानने और उसकी आज्ञा माननेवाला मनुष्य”।
- “विश्वासी” शब्द किसी भी मसीही विश्वासी के लिए एक सामान्य शब्द है जबकि “शिष्य” और “प्रेरित” शब्द उन मनुष्यों के लिए जो यीशु को इस सांसारिक जीवन में जानते थे। उचित होगा इन शब्दों का अनुवाद भिन्न-भिन्न शब्दों में किया जाए कि उन्हें अलग-अलग समझा जाए।
(यह भी देखें: प्रेरित, विश्वास, मसीही विश्वासी, चेले)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 43:01 यीशु के स्वर्ग में वापस जाने के बाद, चेले यीशु की आज्ञा के अनुसार यरूशलेम में ही ठहरे हुए थे। विश्वासी वहाँ लगातार प्रार्थना करने के लिये एक साथ एकत्र हुए।
- 43:03 जब सब विश्वासी एक जगह एकत्र हुए, अचानक वो घर जहा वे थे आकाश से बड़ी हवा की आवाज़ से भर गया। और उन्हें आग की लपटे सी कुछ दिखाई दीं और उनमें से हर एक के सिर पर आ ठहरीं।
- 43:13 हर दिन बहुत से लोग विश्वासी बन रहे थे।
- 46:06 उसी दिन,कई लोग यरूशलेम में यीशु मसीह पर विश्वास करने वालो पर बड़ा उपद्रव करने लगे, इसलिए विश्वासी अन्य स्थानों में भाग गए। तथापि, जहा कही भी वह गए, हर जगह यीशु मसीह का प्रचार करते रहे।
- 46:01 शाऊल वह जवान था जिसने स्तिफनुस के वध में शामिल लोगों के कपड़ों कि रखवाली कि थी। वह यीशु पर विश्वास नही करता था, इसलिए वह विश्वासियों को सताता था।
- 46:09 कुछ लोग जो यरूशलेम में सताव के मारे तितर-बितर हो गए थे, वे फिरते-फिरते अन्ताकिया पहुँचे और प्रभु यीशु के सुसमाचार की बातें सुनाने लगे। और विश्वासियों को सब से पहले अन्ताकिया ही में "मसीही" कहलाए।
- __47:14__उन्होंने अनेक खतो के द्वारा कलीसियाओं के विश्वासियों को शिक्षा और प्रोत्साहन प्रधान किया।
शब्द तथ्य:
वेदी, वेदियों
परिभाषा:
वेदी एक पत्थर निमित ऊंचा स्थान होता था जिस पर इस्राएली परमेश्वर के लिए पशु या अन्न होम करके बलि करते थे।
- बाइबल के युग में मिट्टी या बड़े-बड़े पत्थरों को एक साथ रखकर टीला सा बनाया जाता था।
- कुछ विशेष वेदियां लकड़ी के बक्से जैसी बनाई जाती थी जिन पर सोना, पीतल या कांसा चढ़ाया जाता था।
- इस्राएल के पड़ोस की जातियां भी अपने देवताओं के लिए वेदियां बनाती थी।
(यह भी देखें: धूप जलाने की वेदी, झूठे देवता, अन्नबलि, बलिदान)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 03:14 उसने एक वेदी बनाई, जिसे बलिदान के लिये इस्तमाल किया जा सके और सभी तरह के जन्तुओ का बलिदान दिया।
- 05:08 जब वे बलिदान की जगह पर पहुंच गए, तो अब्राहम ने अपने पुत्र इसहाक को बांध दिया और उसे वेदी पर रख दिया।
- 13:09 एक पुरोहित ने पशु को मारकर उसे वेदी पर जला दिया।
- 16:06 उसने(गिदोन) एक नई वेदी बनाई जो परमेश्वर यहोवा के लिए बनाई वह पहिले देवताओं की मूर्ति के वेदी के पास समर्पित किया जाता था और उसमें देवताओं को बलिदान दिया जाता था।
शब्द तथ्य:
- Strong's: H741, H2025, H4056, H4196, G1041, G2379
व्यभिचार, व्यभिचारी, व्यभिचारी, व्यभिचारिणी, व्यभिचारी,व्यभिचारिणियों
परिभाषा:
“व्यभिचार” अर्थात विवाहित मनुष्य द्वारा विवाह की सीमा के बाहर यौन सम्बन्ध बनाने का पाप। दोनों ही व्यभिचार के दोषी हैं। “व्यभिचारी” ऐसा व्याहार या ऐसा पाप करने वाला मनुष्य।
- व्यभिचारी सामान्यतः व्यभिचार करनेवाला मनुष्य के सन्दर्भ में है।
- व्यभिचारिणी-व्यभिचार करनेवाली स्त्री के सन्दर्भ में है।
- व्यभिचार में पति-पत्नी द्वारा विवाह की वाचा में की गई प्रतिज्ञाओं को तोड़ना।
- परमेश्वर ने इस्राएलियों को व्यभिचार नहीं करने का आदेश दिया।
- “व्यभिचारिणियों” प्रतीकात्मक रूप में इस्राएल के लिए काम में लिया गया है जब वे परमेश्वर के स्वामीभक्त नहीं होते थे, विशेष करके जब वे छुठे ईश्वर की उपासना करते थे।
अनुवाद के सुझाव:
- यदि लक्षित भाषा में व्यभिचार के अनुवाद हेतु एक शब्द न होते। इसका अनुवाद एक उक्ति में किया जा सकता है, “किसी और की पत्नी के साथ यौन संबन्ध बनाना” या “किसी और के जीवन साथी के साथ अन्तरंग संबन्ध बनाना”।
- कुछ भाषाओं में व्यभिचार को स्पष्ट व्यक्त नहीं किया जाता है जैसे, “किसी और के जीवन साथी के साथ सोना” या “अपनी पत्नी से विश्वासघात करना”। (देखें: व्यंजना)
- जब '' व्यभिचारी '' का प्रयोग किसी आलंकारिक अर्थ में किया जाता है, तो अविश्वासी पति / पत्नी के साथ तुलना की जा रही उनके आज्ञा न मानने वाले लोगों के बारे में परमेश्वर के विचारों के बारे में संवाद करने के लिए, यह सबसे अच्छा अनुवाद करना है। अगर यह लक्षित भाषा में सही ढंग से नहीं व्यक्त किया जाए, तो "व्यभिचारी" का आलंकारिक उपयोग "विश्वासघाती" या "अनैतिक" या "विश्वासघाती पति की तरह" के रूप में अनुवाद किया जा सकता है।
(यह भी देखें: प्रतिबद्ध, वाचा, यौन अनैतिकता, के साथ सोना, विश्वासघाती)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 13:06 "तू व्यभिचार न करना।"
- 13:06 व्यभिचार मत करना
- 34:07 “धार्मिक अगुवे ने अपने मन में इस तरह प्रार्थना की, ‘हे परमेश्वर मैं तेरा धन्यवाद करता हूँ कि मैं दूसरे मनुष्यों के समान अन्धेर करनेवाला, अन्यायी और व्यभिचारी नहीं, और न इस चुंगी लेने वाले के समान हूँ।’”
शब्द तथ्य:
- Strong's: H5003, H5004, G3428, G3429, G3430, G3431, G3432
व्यवस्था, मूसा की व्यवस्था, परमेश्वर की व्यवस्था, यहोवा की व्यवस्था
परिभाषा:
ये सब शब्द आज्ञाओं और इस्राएल के पालन हेतु परमेश्वर द्वारा मूसा को दिए गए आदेशों का संदर्भ देते हैं। “व्यवस्था” और “परमेश्वर की व्यवस्था” सामान्यतः उन सब बातों के संदर्भ में उपयोग किए गए है जो परमेश्वर चाहता है कि उसकी प्रजा माने।
- प्रकरण के आधार पर “व्यवस्था” का अभिप्राय होगाः
- पत्थर की पट्टियों पर इस्राएल के पालन करने हेतु परमेश्वर द्वारा दस आज्ञाएं।
- मूसा को दिए गए सब नियम
- पुराने नियम की पहली पांच पुस्तकें
- संपूर्ण पुराना नियम (जिसे नये नियम में पवित्रशास्त्र कहा गया है।)
- परमेश्वर के सब आदेश एवं इच्छा
- “व्यवस्था और भविष्यद्वक्ता” नये नियम में इब्रानी धर्मशास्त्र (या पुराने नियम) के लिए काम में ली गई उक्ति है।
अनुवाद के सुझाव
- इस शब्द का अनुवाद बहुवचन में “व्यवस्थाएं” किया जा सकता है क्योंकि वे अनेक हैं।
- “मूसा की व्यवस्था” का अनुवाद हो सकता है, “इस्राएल को देने के लिए परमेश्वर ने मूसा को जो नियम सुनाए”।
- प्रकरण के आधार पर “मूसा की व्यवस्था” का अनुवाद, “मूसा को सुनाए गए परमेश्वर के नियम” या “मूसा द्वारा लिखे गए परमेश्वर के नियम” या "नियम जो कि परमेश्वर ने इस्राएलियों को देने के लिए मूसा को दिया था" के रूप में हो सकता है।
- “व्यवस्था” या “परमेश्वर की व्यवस्था” या “परमेश्वर की व्यवस्था” के अनुवाद में, “परमेश्वर से प्राप्त नियम” या “परमेश्वर की आज्ञाएं” या “परमेश्वर ने जो नियम दिए” या “परमेश्वर द्वारा आदेशित सब बातें” या “परमेश्वर के सब आदेश” भी शामिल हो सकते है।
- “यहोवा की व्यवस्था” का अनुवाद , “यहोवा की व्यवस्था” या “परमेश्वर द्वारा पालन हेतु उच्चारित नियम” या “यहोवा की आज्ञानुसार बातें” के रूप में भी हो सकता है।
(यह भी देखें: निर्देश, मूसा, दस आज्ञाएं, उचित, यहोवा)
बाइबल संदर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 13:07 परमेश्वर ने और भी बहुत सी व्यवस्थाओं व नियमों का पालन करने के लिये कहा। यदि वह लोग इन व्यवस्थाओं का पालन करेंगे, तो परमेश्वर अपनी वाचा के अनुसार उन्हें आशीष और उनकी रक्षा करेंगा। यदि वे इन नियमों का पालन नहीं करेंगे तो वह दण्ड के पात्र बनेंगे।\
- 13:09 जो कोई भी परमेश्वर के व्यवस्थाओं का उल्लंघन करता है, वह मिलापवाले तम्बू के सामने वेदी पर परमेश्वर के लिये पशु का बलिदान चढ़ाएगा।\
- 15:13 तब यहोशू ने इस्राएलियों को वह वाचा याद दिलाई जो उन्होंने परमेश्वर के साथ सीनै पर्वत पर बाँधी थी, कि वह उसका पालन करेंगे। इस्राएलियों ने वाचा बाँधी थी कि वे परमेश्वर के प्रति निष्ठावान रहेंगे व उसकी आज्ञाओ का पालन करेंगे।
- __16:01__यहोशू के मरने के बाद, इस्राएलियों ने परमेश्वर की आज्ञा का पालन नहीं किया और न ही परमेश्वर की व्यवस्थाओं का पालन किया और न ही बचे हुए कनानियो को बाहर निकाला।\
- 21:05 नई वाचा में परमेश्वर अपनी व्यवस्था उनके ह्रदय पर लिखेगा, और लोग परमेश्वर को जानेंगे कि वह परमेश्वर के लोग है, और परमेश्वर उनका अधर्म क्षमा करेगा।\
- 27:01 यीशु ने उत्तर दिया, “परमेश्वर की व्यवस्था में क्या लिखा है?”\
- 28:01 यीशु ने उससे कहा, “तू मुझे ‘उत्तम’ क्यों कहता है?” जो उत्तम है वह केवल एक ही है, और वह परमेश्वर है। लेकिन यदि तू अनन्त जीवन का वारिस बनना चाहता है, तो परमेश्वर की आज्ञाओं का पालन करना।”
शब्द तथ्य:
- Strong's: H430, H1881, H1882, H2706, H2710, H3068, H4687, H4872, H4941, H8451, G2316, G3551, G3565
शास्त्री, शास्त्रियों
परिभाषा:
शास्त्री वे अधिकारी थे जो राजसी या धार्मिक अभिलेखों को हस्तलेख में लिखने या नकल करने के काम का दायित्व निभाते थे। यहूदी शास्त्रियों को "यहूदी व्यवस्था विशेषज्ञ" भी कहा जाता था।
- शास्त्रियों का उत्तरदायित्व था कि पुराने नियम की पुस्तकों की प्रतिलिपि बनाकर सुरक्षित रखें।
- वे परमेश्वर की व्यवस्था पर धर्म के विचारों की व्याख्या और टीका की प्रतिलिपि बनाकर सुरक्षित रखते थे।
- कभी-कभी शास्त्री महत्वपूर्ण शासकीय अधिकारी भी होते थे।
- बाइबल में महत्वपूर्ण शास्र्यों में बारूक और एज्रा भी थे।
- नये नियम में, इस शब्द शब्द, "शास्त्री" का अनुवाद "व्यवस्थापक" भी किया गया है।
- नये नियम के समय, शास्त्री प्रायः एक धार्मिक पंथ "फरीसी" के सदस्य थे और ये दोनों समूह बार-बार एक साथ चर्चा में रहे हैं।
(यह भी देखें: व्यवस्था, फरीसी)
बाइबल के सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H5608, H5613, H7083, G1122
शुद्ध, शुद्ध करेगा, शुद्ध किया, शुद्ध करना, शुद्ध, शुद्ध होने, धुलाई, धुलाई, धोया, धोया
परिभाषा:
“शुद्ध” का अर्थ है मैल या दाग न होना। बाइबल में इसका उपयोग प्रायः प्रतीकात्मक रूप में किया जाता है कि उसका अर्थ “शुद्ध” “पवित्र”, या “पापरहित” हो।
- “शुद्धिकरण” किसी वस्तु को शुद्ध करने की प्रक्रिया है। इसका अनुवाद “धोना” या “शुद्ध करना” हो सकता है।
- पुराने नियम में परमेश्वर ने इस्राएल को बताया था कि उसने कौन-कौन से पशुओं को “शुद्ध” और कौन-कौन से पशुओं को “अशुद्ध” घोषित किया है। केवल शुद्ध पशु ही खाने और बलि चढ़ाने के लिए काम में लिए जा सकते थे। इस संदर्भ में "शुद्ध" शब्द का अर्थ है कि पशु बलि चढ़ाने में परमेश्वर को ग्रहण योग्य है।
- जिस मनुष्य को त्वचा रोग होता था वह अशुद्ध माना जाता था जब तक कि उसका रोग संक्रमण मुक्त न हो जाए। त्वचा को शुद्धिकरण के निर्देशों का पालन करना आवश्यक था उस मनुष्य को पुनः “शुद्ध” घोषित किया जाने के लिए।
- कभी-कभी “शुद्ध” शब्द को प्रतीकात्मक रूप से नैतिक शुद्धता के लिए प्रयोग किया जाता था।
अनुवाद के सुझाव:
- इस शब्द का अनुवाद “स्वच्छ” एवं “शुद्ध” के लिए काम में आने वाले सामान्य शब्दों में किया जा सकता है।
- इसमें अनुवाद करने के अन्य तरीके शामिल हो सकते हैं, "शुद्ध रूप से साफ" या "परमेश्वर को स्वीकार्य"
- "शुद्ध"; का अनुवाद "धुलाई" या "शुद्ध" द्वारा किया जा सकता है।
- सुनिश्चित करें कि "शुद्ध" और "शुद्ध" के लिए इस्तेमाल किए गए शब्दों को भी एक लाक्षणिक अर्थ में समझा जा सकता है।
(यह भी देखें: अपवित्र, दुष्टात्मा, अशुद्ध, बलिदान)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H1249, H1252, H1305, H2134, H2135, H2141, H2398, H2548, H2834, H2889, H2890, H2891, H2893, H2930, H2931, H2932, H3001, H3722, H5079, H5352, H5355, H5356, H6172, H6565, H6663, H6945, H7137, H8552, H8562, G167, G169, G2511, G2512, G2513, G2839, G2840, G3394, G3689
शुद्ध, शुद्धि, शुद्धिकरण
परिभाषा:
“शुद्ध” अर्थात निर्दोष या “ऐसी कोई वस्तु मिलि न हो जो नहीं होनी चहिए। किसी वस्तु को शुद्ध करना अर्थात उसे किसी भी अशुद्ध या दूषित करनेवाली वस्तु से मुक्त करना, निर्मल बनाना।
- पुराने नियम के आदेशों के अनुसार “शुद्ध करना” और “शुद्ध होना” मुख्यतः किसी वस्तु या मनुष्य को एसी बातों से शुद्ध करना जो वस्तु या मनुष्य को अशुद्ध बनती है जैसे रोग, शारीरिक सुख या सन्तानोत्पत्ति से।
- पुराने नियम में मनुष्यों का पापों से शोधन के भी नियम थे कि कैसे पापों से शुद्ध या मुक्त हुआ जाए आमतौर पर पशुओं के बलिदान से है। परन्तु यह एक अस्थाई व्यवस्था थी, अतः बलि बार-बार चढ़ानी होती थी।
- नये नियम में शुद्ध होने का अर्थ है पापों से धुल जाना।
- मनुष्यों के लिए पूर्ण एवं सिद्ध पाप शोधन केवल मन फिराव और यीशु में विश्वास तथा उसकी मृत्यु के द्वारा परमेश्वर की क्षमा को ग्रहण करने के द्वारा होता है।
अनुवाद के सुझाव:
- “शुद्ध करने” का अनुवाद हो सकता है, “शुद्ध बनाना” या “साफ करना” या “सब अशुद्धियों को दूर करना” या “पापों से छुटकारा पाना”
- “उनके शुद्ध होने के दिन पूरे हुए” इस वाक्यांश का अनुवाद हो सकता है, “जब निश्चित दिनों तक रूकने के बाद उन्होंने स्वयं को शुद्ध कर लिया”
- “पापों से शुद्ध होना” इसका अनुवाद हो सकता है, “मनुष्यों के लिए पापों से पूर्ण शोधन का मार्ग उपलब्ध करा दिया”।
- अनुवाद के अन्य रूप “शुद्ध होना” का अनुवाद “शोधन” या “आत्मिक मार्जन” या “रीति के अनुसार शुद्ध होना” हो सकता है।
(यह भी देखें: प्रायश्चित, शुद्ध, आत्मा)
बाइबल संदर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H1249, H1252, H1253, H1305, H1865, H2134, H2135, H2141, H2212, H2398, H2403, H2561, H2889, H2890, H2891, H2892, H2893, H3795, H3800, H4795, H5343, H5462, H6337, H6884, H6942, H8562, G48, G49, G53, G54, G1506, G2511, G2512, G2513, G2514
शुभ समाचार, सुसमाचार
परिभाषा:
“सुसमाचार” शब्द का अर्थ वास्तव में “शुभ सन्देश” है और ऐसे सन्देश एवं घोषणा के संदर्भ में है जो मनुष्यों को लाभ पहुंचाता है या हर्षित करता है।
- बाइबल में यह शब्द क्रूस पर यीशु के बलिदान के माध्यम से परमेश्वर के उद्धार के संदर्भ में प्रायः उपयोग किया जाता है।
- अधिकांश अंग्रेजी बाइबलों में “शुभ सन्देश” का अनुवाद “सुसमाचार” किया गया है और ऐसी उक्तियां काम में ली गई हैं जैसे “मसीह यीशु का शुभ सन्देश” या “परमेश्वर का शुभ सन्देश” और “राज्य का शुभ सन्देश”।
अनुवाद के लिए सुझाव:
- इस शब्द के अन्य अनुवाद रूप हैं, “शुभ सन्देश”, “शुभ घोषणा” या “परमेश्वर का उद्धार का सन्देश” या “परमेश्वर यीशु के बारे में अच्छी बातें सिखाता है”।
- प्रकरण के अनुसार इस उक्ति, “का सुसमाचार” का अनुवाद के बारे में शुभ समाचार/सन्देश” या “से प्राप्त शुभ समाचार” या “परमेश्वर हमें जिन अच्छी बातों का ज्ञान देता है” या “परमेश्वर मनुष्यों का उद्धार के बारे में क्या कहता है”।
(यह भी देखें: राज्य, बलिदान, उद्धार)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों के उदाहरण:
- 23:06 तब स्वर्गदूत ने उनसे कहा, “ मत डरो; क्योंकि देखो, मैं तुम्हें बड़े आनन्द का सुसमाचार सुनाता हूँ” कि आज बैतलहम नगर में तुम्हारे लिये एक उद्धारकर्ता जन्मा है, और यही मसीह प्रभु है।”
- 26:03 यीशु ने पढ़ा, “ प्रभु की आत्मा मुझ पर है, इसलिये कि उसने कंगालों को सुसमाचार सुनाने के लिए अभिषेक किया है, और मुझे इसलिये भेजा है कि बन्दियों को छुटकारे का और अंधों को दृष्टि पाने का सुसमाचार प्रचार करूँ और कुचले हुओ को मुक्त करूँ। यह प्रभु के कृपा का वर्ष है।”
- 45:10 फिलिप्पुस ने अन्य शास्त्रों का भी इस्तेमाल करके उसे यीशु का सुसमाचार सुनाया।
- 46:10 तब उन्होंने उन्हें कई अन्य स्थानों में यीशु के बारे में प्रचार करने के लिये भेज दिया।
- 47:01 एक दिन पौलुस और उसका मित्र सीलास फिलिप्पी में यीशु का प्रचार करने को गए।
- 47:13 यीशु के सुसमाचार को वह प्रचार करते गए और कलीसिया विकास करती गई।
- 50:01 लगभग 2,000 से अधिक वर्षों से, संसार भर में अधिक से अधिक लोग यीशु मसीह के सुसमाचार को सुन रहे हैं।
- 50:02 जब यीशु पृथ्वी पर रहता था तो उसने कहा, "मेरे चेले दुनिया में हर जगह लोगों को परमेश्वर के राज्य के बारे में शुभ समाचार का प्रचार करेंगे, और फिर अन्त आ जाएगा।"
- 50:03 स्वर्ग में वापस जाने से पहले, यीशु ने मसीहों से कहा कि वे उन लोगों को शुभ समाचार सुनाएँ जिन्होंने इसे कभी नहीं सुना।
शब्द तथ्य:
- Strong's: G2097, G2098, G4283
शैतान, दुष्ट, बुराई
तथ्य:
शैतान परमेश्वर द्वारा सृजित एक आत्मिक प्राणी है, परन्तु परमेश्वर से विद्रोह करके वह उसका बैरी हो गया। शैतान को "वह दुष्ट" भी कहा गया है।
- शैतान परमेश्वर और उसकी संपूर्ण सृष्टि से घृणा करता है, क्योंकि वह परमेश्वर का स्थान लेकर परमेश्वर के स्वरूप उपासना करवाना चाहता है।
- शैतान मनुष्यों को परमेश्वर से विद्रोह करने की परीक्षा में डालता है।
- परमेश्वर ने अपने पुत्र, यीशु को भेजा, कि मनुष्यों को शैतान के वश से मुक्त कराए।
- शैतान शब्द का अर्थ है, "बैरी" या "शत्रु।"
- शैतान शब्द का अर्थ है, "दोष लगाने वाला।"
अनुवाद के सुझाव:
- "शैतान" शब्द का अनुवाद "दोष लगाने वाला" या "दुष्ट" या "दुष्टात्माओं का राजा" या "प्रमुख दुष्टात्मा" के रूप में भी अनुवाद किया जा सकता है।
- "इबलीस" का अनुवाद "विरोधी" या "बैरी" किया जा सकता है या अन्य कोई शब्द जिससे स्पष्ट हो कि वह शैतान है।
- इन शब्दों का भावार्थ दुष्टात्मा और बुरी आत्मा से भिन्न होना है।
- ध्यान दें कि इन शब्दों का अनुवाद स्थानीय या राष्ट्रीय भाषा में कैसे किया गया है।
(देखें: अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करे)
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: दुष्टात्मा, बुराई, राज्य का परमेश्वर, परीक्षा करना)
बाइबल के सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 21:01 जिस साँप ने हव्वा को धोखे से फल खिलाया था वह शैतान था | प्रतिज्ञा का अर्थ यह था कि मसीह शैतान को पूरी तरह से नष्ट कर देंगा |
- 25:06 फिर शैतान ने यीशु को जगत के सारे राज्य और उसका वैभव दिखाकर उससे कहा, "यदि तू गिरकर मुझे प्रणाम करे, तो मैं यह सब कुछ तुझे दे दूँगा |"
- __25:08__यीशु शैतान के लालच में नहीं आया, तब शैतान उसके पास से चला गया|
- 33:06 तब यीशु ने उन्हें समझाया कि, "बीज परमेश्वर का वचन है।" पथ एक ऐसा व्यक्ति होता है जो परमेश्वर के वचन सुनता है, लेकिन उसे समझ में नहीं आता है, और शैतान उस वचन उससे ले जाता है।"
- __38:07__रोटी खाते ही, यहूदा में शैतान समा गया।
- __48:04__परमेश्वर ने वादा किया कि हव्वा का ही एक वंशज शैतान का सिर कुचलेगा, और शैतान उसकी एड़ी को डसेगा | इसका अर्थ यह हुआ कि, शैतान मसीह को मार देगा, पर परमेश्वर उसे तीसरे दिन फिर जीवित कर देगा | यीशु शैतान की शक्ति को हमेशा के लिए नाश कर देगा |
- 49:15 परमेश्वर ने तुम्हें शैतान के राज्य के अंधकार से बाहर निकला और तुम्हें परमेश्वर के ज्योतिमय राज्य में रखा है |
- 50:09 "जंगली दाने उन मनुष्यों का प्रतिनिधित्व करते हैं जो दुष्ट से सम्बंधित हैं| जिस शत्रु ने जंगली बीज बोये वह शैतान का प्रतिनिधित्व करता है।"
- 50:10 "जब संसार का अंत होगा, तो जो लोग शैतान के हैं उन सभी लोगों को स्वर्गदूत एक साथ इकठ्ठा करेंगे और उन्हें एक धधकती आग में डाल देंगे, जहाँ वे भयंकर पीड़ा के कारण रोएँगे और अपने दाँत पीसेंगे |
- 50:15 जब यीशु वापस आएगा तो वह शैतान और उसके राज्य को सर्वदा के लिये नष्ट कर देगा| वह शैतान को नरक में डाल देगा जहाँ वह उन लोगों के साथ हमेशा जलता रहेगा, जिन्होंने परमेश्वर की आज्ञा मानने की बजाय उसकी बात मानने का चुनाव किया|
शब्द तथ्य:
- Strong's: H7700, H7854, H8163, G1139, G1140, G1141, G1142, G1228, G4190, G4566, G4567
श्राप, श्रापित, श्राप दे, कोसता है
परिभाषा:
यह शब्द “श्राप” का अर्थ है कि नकारात्मक चीज़े किसी व्यक्ति या चीज़ के साथ हो जिसे श्राप दिया जा रहा है।
- श्राप एक उच्चारण है कि किसी की हानि हो।
- किसी को श्राप देना एक अभिव्यक्ति या मनोकामना भी हो सकता है कि उस व्यक्ति के साथ बुरा हो।
- इसका संदर्भ किसी के लिए किसी के द्वारा दण्ड देना या दिया जाना या कुछ अशुभ सोचना होता है।
अनुवाद के सुझाव:
- इस शब्द का अनुवाद “अशुभ करवाना” या “अशुभ की घोषणा करना” या “बुरी बातें होने की शपथ खाना”, हो सकता है।
- आज्ञाकारी मनुष्यों पर परमेश्वर के श्राप के संदर्भ में अनुवाद इस प्रकार हो सकता है, “बुराई होने की अनुमति द्वारा दण्ड देना”
- “श्रापित” शब्द जब मनुष्यों के लिए हो तो इसका अनुवाद हो सकता है “(इस व्यक्ति) ज्यादा परेशानी का अनुभव होगा”।
- वाक्यांश "श्रापित होना" का अनुवाद किया जा सकता है, "(उस व्यक्ति) कठिनाइयों का अनुभव हो सकता है।"
- वाक्यांश, "श्रापित भूमि है" का अनुवाद किया जा सकता है, "भूमि उपजाऊ नहीं होगी।"
- “श्रापित हो, जिस दिन मेरा जन्म हुआ" का भी अनुवाद किया जा सकता है, "मैं इतना दुखी हूं, बेहतर होता कि मेरा जन्म ही नहीं होता।"
- हालांकि, यदि लक्षित भाषा में वाक्यांश "श्रापित है" है और इसका अर्थ एक ही है, तो उसी वाक्यांश को रखना अच्छा है।
(यह भी देखें: आशिष देना)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 02:09 परमेश्वर ने साँप से कहा, “तुम शापित हों।”
- 02:11 “अब भूमि शापित है, और तुम्हें उसकी उपज खाने के लिये कड़ी मेहनत करनी होगी।”
- 04:04 “जो तुझे आशीर्वाद देंगे उन्हें मैं आशीष दूँगा और जो तुझे श्राप देंगे उन्हें मैं श्राप दूँगा।”
- 39:07 तब पतरस शपथ खाने लगा, “यदि मैं उस व्यक्ति को जानता हूँ तो परमेश्वर मुझे श्राप दे।”
- 50:16 क्योंकि आदम और हव्वा ने परमेश्वर की आज्ञा का उलंघन किया और इस दुनिया में पाप को लाए, इसलिये परमेश्वर ने इसे श्राप दिया और इसे नष्ट करने का निर्णय किया।
शब्द तथ्य:
- Strong's: H422, H423, H779, H1288, H2763, H2764, H3994, H5344, H6895, H7043, H7045, H7621, H8381, G331, G332, G685, G1944, G2551, G2652, G2653, G2671, G2672, G6035
सच्चा, न्याय, न्याय से, अन्याय, औचित्य
परिभाषा:
इन शब्दों का अभिप्राय है परमेश्वर के नियमानुसार, मनुष्यों के साथ निष्पक्ष व्यवहार करना। मानवीय नियम जो मनुष्यों के साथ उचित व्यवहार के परमेश्वर निर्धारित मानकों को दर्शाते हैं वे भी न्यायसम्मत हैं।
- “सच्चा” अर्थात मनुष्यों के साथ निष्पक्ष एवं उचित व्यवहार करना। यह परमेश्वर की दृष्टि में नैतिकता में उचित कार्य करना भी है।
- “धर्मी” व्यवहार करना अर्थात मनुष्यों के साथ ऐसा व्यवहार करना जो परमेश्वर के नियमानुसार उचित उत्तम तथा न्यायसम्मत है।
- “न्याय” पाना अर्थात विधान के अन्तर्गत उचित व्यवहार प्राप्त करना, नियमों की सुरक्षा में या नियमों के उल्लंघन में।
- कभी-कभी “सच्चा” का अर्थ व्यापक होता है जैसे “धर्मी” या “परमेश्वर के नियमों का पालन करना”
अनुवाद के सुझाव:
- प्रकरण के अनुसार, “सच्चा” का अनुवाद करने के अन्य रूप हैं “नैतिकता में उचित” या “निष्पक्ष”।
- “न्याय” का अनुवाद हो सकता है, “निष्पक्ष व्यवहार” या “योग्य परिणाम”।
- “सच्चा व्यवहार” का अनुवाद हो सकता है, “निष्पक्ष व्यवहार” या “निष्पक्षता का व्यवहार”
- कुछ प्रकरणों में “सच्चा” का अनुवाद “धर्मी” या “खरा” भी हो सकता है।
(यह भी देखें: न्यायी, धर्मीजन, सीधा,क्षमा, अपराध, न्यायाधीश, धर्मी,)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- __17:09__दाऊद ने कई वर्षों तक न्याय व निष्ठा के साथ शासन किया, और परमेश्वर ने उसे आशीर्वाद दिया।
- 18:13 कुछ राजा अच्छे मनुष्य भी थे, जिन्होंने उचित रूप से शासन किया और परमेश्वर की उपासना की।
- 19:16 उन्होंने लोगों से कहा कि वह अन्य देवताओं की उपासना करना बंद कर दे, और दूसरों के लिए न्याय और उन पर दया करना आरंभ करें।
- 50:17 यीशु अपने राज्य पर शान्ति व न्याय के साथ शासन करेगा, और वह हमेशा अपने लोगों के साथ रहेगा।
शब्द तथ्य:
- Strong's: H205, H2555, H3477, H4941, H5765, H5766, H5767, H6662, H6663, H6664, H6666, H8003, H8264, H8636, G91, G93, G94, G1342, G1344, G1345, G1346, G1347, G1738
सच्चा, सच्चाई, सत्य
परिभाषा:
“सच्चा” और “सच्चाई” तथ्यों के विचार से संबन्धित हैं, घटनाएं जो वास्तव में घटीं, और जो बातें वास्तव में कही गई। ऐसी अवधारणाओं को "सच्चा" कहते है।
- सच्ची बातें, सच्ची, वास्तविक अधिकृत, वैध तथा तथ्य आधारित होती हैं।
- सत्य एक समझ, विश्वास, तथ्य या सच्चा कथन होता है।
- यह कहना कि एक भविष्यवाणी "सच हो गई" या "सच हो जाएगी" का अर्थ है कि यह वास्तव में भविष्यवाणी जैसा हुआ या ऐसा ही होगा।
- सत्य में एक विचार निहित्त होता है कि निर्भरता एवं विश्वासयोग्य का काम किया जाए।
- यीशु ने अपने वचनों में परमेश्वर के सत्य का प्रकाशन किया था।
- परमेश्वर का वचन सत्य है। वह यथार्थ में हुई बातों की चर्चा करता है और परमेश्वर के बारे में तथा उसकी संपूर्ण रचना के बारे में यथा तथ्यता की शिक्षा देता है।
अनुवाद के सुझाव:
- सन्दर्भ और प्रसंग के आधार पर "सच" का अनुवाद ऐसे भी हो सकता है: "वास्तविक" या "यथार्थ" या "सही" या "उचित" या "निश्चित" या "तथ्यपूर्ण"।
- "सत्य" शब्द के अनुवाद हो सकते है "जो सच हा" या "तथ्य" या "निश्चित बात" या "सैद्धांतिक"।
- "पूरा होना" वाक्यांश के अनुवाद हो सकते है: "वास्तव में हो जाना" या "पूर्ण हो जाना" या "भविष्यवाणी पूरी होना"
- "सच्चाई से चलते हुए" या "सच बोले" इन वाक्यांशों के अनुवाद हो सकते है: "सच कहना" या "जो वास्तव में हुआ वह कहना" या "विश्वास योग्य बात कहना"
- “सत्य को ग्रहण करना” का अनुवाद “परमेश्वर के बारे में यथा तथ्यों पर विश्वास करना”
- “आत्मा और सच्चाई में परमेश्वर की आराधना करें”, इस उक्ति में, “सत्य में” का अनुवाद हो सकता है, “परमेश्वर ने हमें जो शिक्षा दी है उसका निष्ठापूर्वक पालन करना”
(यह भी देखें: विश्वास, विश्वासयोग्य, पूर्ति, पालन, भविष्यद्वक्ता, अभिज्ञान)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 02:04 साँप ने औरत को जवाब दिया, “यह सच नहीं है ! तुम नहीं मरोगे।
- 14:06 तुरन्त ही कालेब और यहोशू, अन्य दो जासूस कहने लगे, "हाँ यह सही है कि कनान के लोग लम्बे और तेजस्वी है , पर हम निश्चित रूप से उन्हें पराजित कर देंगे ! परमेश्वर हमारे लिये उनसे युद्ध करेगा।"
- 16:01 इस्राएलियों ने यहोवा जो सच्चा परमेश्वर है उसके स्थान पर, कनानियो के देवता की उपासना करना आरम्भ किया।
- __31:08__उन्होंने यीशु की आराधना करी, और उसे कहा, सचमुच, तू परमेश्वर का पुत्र है |”
- 39:10 मैं परमेश्वर के बारे में सच बताने के लिये पृथ्वी पर आया हूँ | हर वह व्यक्ति जिसे __सच्चाई __से प्रेम है, मुझे सुनेगा |” पिलातुस ने कहा, “सच क्या है?”
शब्द तथ्य:
- Strong's: H199, H389, H403, H529, H530, H543, H544, H551, H571, H935, H3321, H3330, H6237, H6656, H6965, H7187, H7189, G225, G226, G227, G228, G230, G1103, G3303, G3483, G3689, G4103, G4137
संत, पवित्र जन
परिभाषा:
शब्द "संत" का शाब्दिक अर्थ है "पवित्र लोग" और यीशु में विश्वासियों को संदर्भित करता है।
- कलीसियाई इतिहास में, आगे चलकर भले कामों के लिए प्रसिद्ध मनुष्य के लिए "संत" शब्द का उपयोग किया गया है लेकिन यह शब्द नये नियम के समय के दौरान ऐसा इस्तेमाल नहीं किया गया था।
- यीशु के विश्वासियों को पवित्र जन इसलिए नहीं कहा गया है कि उन्होंने अच्छे काम किए परन्तु मसीह यीशु के मोक्षक कार्यों में विश्वास करने के कारण उन्हें पवित्र जन कहा गया है। वही उन्हें पवित्र बनाता है।
अनुवाद के सुझाव:
- "पवित्र जन" या "यीशु के पवित्र विश्वासी" या "पवित्र" या "पवित्र लोग" या "यीशु के पवित्र विश्वासी" या "पृथक किए गए लोग।"
- सावधान रहें कि इस उक्ति द्वारा किसी समूह विशेष का भाव व्यक्त न हो।
(यह भी देखें: पवित्र)
बाइबल के सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H2623, H6918, H6922, G40
सत्य का वचन
परिभाषा:
“सत्य का वचन” परमेश्वर के वचन और शिक्षा के लिए एक और उक्ति है। इसका संदर्भ सिर्फ एक शब्द से नहीं है।
- परमेश्वर का सत्य का वचन वह है जो परमेश्वर ने अपने बारे में मनुष्यों को सिखाया अर्थात् उसका सृजन कार्य, यीशु के द्वारा उसके उद्धार की योजना।
- इस शब्द से उस तथ्य को महत्त्व प्रदान होता है कि परमेश्वर ने हमसे जो कहा है वह सच है, विश्वासयोग्य और वास्तविक है।
अनुवाद के लिए सुझाव:
- इसका अनुवाद “परमेश्वर का सच्चा सन्देश” या “परमेश्वर का वचन जो सच्चा है” हो सकता है।
- इस शब्द के अनुवाद में सत्य होने का भाव प्रकट किया जाना अत्यधिक महत्त्वपूर्ण है।
(यह भी देखें: सत्य, वचन, परमेश्वर का वचन)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H561, H565, H1697, H3068, G3056, G4487
सदूकी, सदूकियों
परिभाषा:
मसीह यीशु के युग में सदूकी यहूदियों के याजकों में से उभरा एक राजनीतिक दल था। जो रोमी राजा का विरोधी था और पुनरूत्थान में विश्वास नहीं करता था।
- अनेक सदूकी धनवान उच्चवर्गीय यहूदी थे जिनके हाथ में प्रभावशाली अगुआई के पद थे जैसे प्रधान याजक और महायाजक।
- सदूकियों के दायित्वों में मन्दिर के देखरेख करना तथा याजकीय सेवाएँ जैसे बलि चढ़ाना था।
- सदूकियों और फरीसियों ने यीशु को क्रूस पर चढ़ाने के लिए रोमी प्रशासकों को विवश किया था।
- यीशु ने इन दो पंथों के स्वार्थ और पाखण्ड की निन्दा की थी।
(यह भी देखें: प्रधान-याजकों, महासभा, महायाजक, कपटी, यहूदी अगुवों, फरीसी, याजक)
बाइबल के सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
सनातन, अनन्त, अनंत काल
परिभाषा:
“सनातन” और “अनन्त” के अर्थ लगभग एक से ही हैं और सदा उपस्थित या सदाकालीन बात का संदर्भ देते हैं।
- “अनन्तकाल” इस बात का संदर्भ देते हैं जिसकी न आरंभ या न ही अन्त है। इसका संदर्भ ऐसे जीवन से भी है जिसका अन्त नहीं।
- इस वर्तमान पार्थिव जीवन के बाद, मनुष्य परमेश्वर के साथ स्वर्ग में या परमेश्वर से अलग नरक में अनन्त जीवन व्यतीत करेंगे।
- “अनन्त जीवन” और “सदा का जीवन” नये नियम में परमेश्वर के साथ स्वर्ग में सदा के जीवन के लिए काम में ली गई उक्तियां हैं।
- “ युगानुयुग” इस उक्ति द्वारा अनन्तकाल या अनन्त जीवन व्यक्त किया जाता है।
अनुवाद के सुझाव:
- “अनन्त” और “सदाकाल” का अनुवाद करने की अन्य विधियां, “अन्तरहित” या “कभी नहीं रूकनेवाला” या “सदा चलनेवाला” हो सकते है।
- “अनन्त जीवन” और “सदा का जीवन” का अनुवाद, “जीवन जिसका अन्त नहीं या “जीवन जो रुके बिना चलता है” या “ देह का पुनरूत्थान अनन्त जीवन पाने के लिए” हो सकता है।
- प्रकरण के आधार पर “अनन्तकाल” की अनुवाद विधियां, “समय के परे उपस्थित” या “समाप्त न होने वाला जीवन” या “स्वर्ग का जीवन” हो सकता है।
- *स्थानीय भाषा या राष्ट्रीय भाषा के बाइबल अनुवाद में इस शब्द का अनुवाद कैसे किया गया है उस पर भी ध्यान दें। (देखें: अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करे)
(यह भी देखें: सदाकालीन, जीवन)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों के उदाहरण:
- 27:01 एक दिन, यहूदियों के कानून में एक विशेषज्ञ यीशु की परीक्षा लेने के लिए आया था, उन्होंने कहा, "शिक्षक, मुझे अनन्त जीवन पाने के लिए क्या करना चाहिए ?"
- 28:01 एक दिन, एक अमीर युवा शासक यीशु के पास आया और उससे पूछा, "अच्छा शिक्षक, मुझे क्या करना चाहिए __ अनन्त जीवन__ प्राप्त करने के लिए ?" यीशु ने उस से कहा, "तुम मुझसे क्यों पूछ रहे हो के अच्छा क्या है।? केवल एक ही है जो अच्छा है, और वह परमेश्वर है। लेकिन यदि तुम __ अनन्त जीवन__ पाना चाहते हो, तो परमेश्वर के नियमों का पालन करें। "
- 28:10 यीशु ने उत्तर दिया, "जिसने मेरे नाम के लिए घर, भाइयों, बहनों, पिता, माता, बच्चों या संपत्ति को छोड़ दिया है, उसे सौ गुणा अधिक मिलेगा और अनन्त जीवन भी प्राप्त करेगा।"
शब्द तथ्य:
- Strong's: H3117, H4481, H5331, H5703, H5705, H5769, H5865, H5957, H6924, G126, G165, G166, G1336
सब्त
परिभाषा:
"सब्त" शब्द का अर्थ है सप्ताह का सातवां दिन, जिसके लिए परमेश्वर ने इस्राएल को आज्ञा दी थी कि उस दिन, विश्राम करें, कोई कार्य नहीं करें।
- परमेश्वर ने छः दिन ब्रह्माण्ड की रचना की, और सातवें दिन विश्राम किया। इसी प्रकार, परमेश्वर ने इस्राएलियों को आज्ञा दी थी कि सातवें दिन को पवित्र मानकर विश्राम का विशेष दिन रखें और उसकी आराधना करें।
- "सब्त के दिन को पवित्र रखने" की आज्ञा दस आज्ञाओं में से एक है जिन्हें परमेश्वर ने पत्थर की पट्टियों पर लिखकर मूसा को इस्राएल के लिए दिए थे।
- यहूदी दिनों की गिनती के अनुसार, सब्त का दिन शुक्रवार सूर्यास्त से आरंभ होकर शनिवार सूर्यास्त तक होता था।
- बाइबल में कभी-कभी मात्र सब्त के स्थान पर "सब्त का दिन" कहा गया है।
अनुवाद के सुझाव:
- इसको इस प्रकार से भी अनुवाद किया जा सकता है जैसे कि "विश्राम दिवस" या "विश्राम के लिए दिन" या "काम नहीं करने का दिन" या "परमेश्वर के विश्राम का दिन।"
- कुछ अनुवादों में इस शब्द को बड़े अक्षरों में लिखकर प्रकट किया जाता है कि यह एक विशेष दिन है, जैसे कि "विश्राम दिवस" या "विश्राम का दिन।"
- ध्यान दें कि इस शब्द का अनुवाद स्थानीय भाषा या राष्ट्रीय भाषा में कैसे किया गया है।
(यह भी देखें: अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: विश्राम)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 13:05"तू सब्त के दिन को पवित्र मानने के लिये स्मरण रखना | छ: दिन तो तू परिश्रम करके अपना सब काम-काज करना, परन्तु सातवा दिन तेरे परमेश्वर यहोवा के लिये विश्रामदिन है |"
- __26:02__यीशु नासरत शहर के पास गया, जहाँ उसने अपना बचपन बिताया था | सब्त के दिन वह आराधना करने के स्थान पर गया |
- __41:03__यीशु को दफ़नाने के दिन के बाद सब्त का दिन था, और यहूदियों को उसी दिन कब्र पर जाने की अनुमति नहीं थी|
शब्द तथ्य:
- Strong's: H4868, H7676, H7677, G4315, G4521
समझा, उपदेश
परिभाषा:
“समझा” अर्थात् उचित काम करने के लिए प्रोत्साहित करना और आग्रह करना। ऐसा प्रोत्साहन “उपदेश” कहलाता है।
- “उपदेश देने” का उद्देश्य है मनुष्य को पाप का त्याग करके परमेश्वर की इच्छा पर चलने के लिए प्रेरित करना।
- नये नियम में विश्वासियों को शिक्षा दी गई है कि एक दूसरे को कठोर और कड़ा नहीं वरन् प्रेम से समझाएं।
अनुवाद के सुझाव:
- प्रकरण के अनुसार “समझाना” का अनुवाद “साग्रह निवेदन करना” या “कायल करना” या “परामर्श देना” भी हो सकता है।
- सुनिश्चित करें कि इस शब्द का अनुवाद ऐसा न लगे कि समझाने वाला क्रोधित है। इस शब्द से शक्ति एवं गंभीरता प्रकट हो परन्तु क्रोधपूर्ण भाषा का संदर्भ न हो।
- अधिकांश प्रकरणों में समझाने का अनुवाद “प्रोत्साहन” से भिन्न होना है जिसका अर्थ है प्रेरित करना, विश्वास दिलाना, या शान्ति देना है।
- इस शब्द का अनुवाद “झिड़कना” से भी भिन्न होना है जिसका अर्थ है अनुचित व्यवहार के लिए चेतावनी देना, या सुधारना है।
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: G3867, G3870, G3874, G4389
सर्वदा
परिभाषा:
बाइबल में “सर्वदा” शब्द का अर्थ है, अनन्त समय। कभी-कभी इसका उपयोग प्रतीकात्मक रूप में किया जाता है जिसका अर्थ है, “बहुत लम्बा समय”।
- “युगानुयुग” अर्थात सदा अस्तित्वान वस्तु।
- “युगानुयुग” इस उक्ति द्वारा अनन्तकाल या अनन्तजीवन व्यक्त किया जाता है। इसमें अनन्त समय का भाव निहित है।
- परमेश्वर ने कहा था कि दाऊद का राज्य “सर्वदा” का होगा। इसका अभिप्राय है कि दाऊद का वंशज यीशु राजा होकर सदा राज करता रहेगा।
अनुवाद के सुझाव:
- इस शब्द का अनुवाद “सत्त” या “अनन्त” हो सकता है।
- "सदा का होगा" इसका अनुवाद हो सकता है: "सदा बना रहेगा" या “कभी समाप्त न होगा” या “सदा बना रहेगा”
- प्रभावोत्पादक उक्ति “युगानुयुग”, इसका अनुवाद हो सकता है, “सदा-सदा के लिए” या “कभी अन्त न होनेवाला” या “जो कभी समाप्त नहीं होगा”
- दाऊद का राज सदा का होगा, इसका अनुवाद हो सकता है, “दाऊद का वंशज सदा राज करेगा” या “दाउद का वंशज सदा राज करता रहेगा”
(यह भी देखें: दाउद, अनन्त, राज्य)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H3117, H4481, H5705, H5331, H5703, H5769, H5865, H5957, G165, G166, G1336
सर्वशक्तिमान
तथ्य:
“सर्वशक्तिमान” का वास्तविक अर्थ है “सबसे अधिक शक्तिशाली” बाइबल में यह शब्द परमेश्वर को सम्बोधित करता है।
- “सर्वशक्तिमान” या “सर्व-सामर्थी” शब्द परमेश्वर के संदर्भ में हैं और प्रकट करते है कि उसे सब पर पूर्व अधिकार एवं सामर्थ्य प्राप्त है।
- इस शब्द द्वारा परमेश्वर को पदनामों दिया गया है, “सर्वशक्तिमान परमेश्वर” या “सर्व-सामर्थी परमेश्वर” या “सर्वशक्तिमान प्रभु परमेश्वर”
अनुवाद के सुझाव:
- इस शब्द का अनुवाद हो सकता है: “सर्वसामर्थी” या "सर्वशक्तिमान" या "परमेश्वर, जो सर्वशक्तिमान है"
- “सर्वशक्तिमान प्रभु परमेश्वर” के अनुवाद हो सकते हैं, “सामर्थी शासक परमेश्वर” या “सर्वशक्तिमान प्रभुता संपन्न परमेश्वर” या “सामर्थी परमेश्वर जो एक महान स्वामी है”।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: परमेश्वर, प्रभु, सामर्थ्य)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
संसार, सांसारिक
परिभाषा:
“संसार”शब्द आमतौर पर ब्रह्माण्ड के उस भाग को दर्शाता है जहां मनुष्य वास करता हैं: पृथ्वी “सांसारिक” शब्द इस संसार के लोगों की बुरी मान्यताओं तथा व्यवहार का विवरण देता है।
- सामान्य अर्थ में “संसार” आकाश और पृथ्वी और जो कुछ उनमें है उसे दर्शाता है।
- अनेक संदर्भों में “संसार” का अर्थ “संसार के लोग” होता है।
- कभी-कभी इसका संकेत पृथ्वी के बुरे लोगों या उन लोगों से है जो परमेश्वर की आज्ञा नहीं मानते हैं।
- प्रेरितों ने भी “संसार” शब्द को मनुष्यों के स्वार्थी स्वभाव और भ्रष्ट मान्यतायों के लिए काम में लिया है। इसका अर्थ मानवीय प्रयासों पर आधारित धार्मिकता के पाखंड के धर्म आधारित अभ्यास भी होता है।
- इन मान्यताओं पर निर्भर मनुष्य और वस्तुओं के लक्षणों को “सांसारिक” कहा गया है।
अनुवाद के सुझाव
- सन्दर्भ के अनुसार “संसार” का अनुवाद “ब्रह्माण्ड” या “संसार के लोग” या “संसार की भ्रष्ट बातें” या “संसार के मनुष्यों का दुष्ट स्वभाव” भी हो सकता है।
- “संपूर्ण संसार” का अर्थ प्रायः “अनेक लोग” और विशेष क्षेत्र के रहने वाले लोगों से होता है। उदाहरणार्थ, “सारी पृथ्वी के लोग मिस्र में आए।” इसका अनुवाद हो सकता है, “आस-पास के देशों से बहुत लोग मिस्र आए” या “मिस्र के आसपास के सब देशों के लोग वहां आए”।
- "रोमी साम्राज्य में सब लोग जनगणना के लिए अपना नाम लिखवाने के लिए अपने-अपने जन्म स्थान को गए" इसका अनुवाद हो सकता है: "बहुत से लोग जो रोमी साम्राज्य के अधीन के राज्यों में रहते थे गए..."।
- सन्दर्भ के अनुसार “सांसारिक” का अनुवाद “बुरा” या “पापमय” या "स्वार्थी" या “अभक्त” या “भ्रष्ट” या “संसार के लोगों की भ्रष्ट मान्यताओं द्वारा प्रभावित” हो सकता है।
- “संसार को यह बातें कहना” का अनुवाद “संसार के लोगों से यह बात कहना” हो सकता है,।
- अन्य संदर्भों में “संसार में” का अनुवाद हो सकता है, “संसार के लोगों में रहते हुए” या “अभक्त लोगों में रहते हुए”
(यह भी देखें: भ्रष्ट, स्वर्ग, रोम, अभक्त)
बाइबल संदर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H776, H2309, H2465, H5769, H8398, G1093, G2886, G2889, G3625
सहभागिता
परिभाषा:
सामान्यतः “सहभागिता” का अर्थ है किसी जन समुदाय के सदस्यों के मध्य मित्रतापूर्ण व्यवहार, एक सी रूचियों और अनुभवों के लोगों में।
- बाइबल में “सहभागिता” शब्द मसीह के विश्वासियों की एकता के संदर्भ में काम में लिया गया है।
- मसीही सहभागिता एक आपसी संबन्ध है जो एक दूसरे के साथ रखा जाता है जो मसीह और पवित्र-आत्मा के साथ संबन्ध से उत्पन्न होता है।
- आरंभिक विश्वासी अपनी सहभागिता को परमेश्वर के वचन की शिक्षा को सुनने और प्रार्थना करने तथा अपनी सम्पदा को आपस में बाँटने और एक साथ भोजन करने के द्वारा प्रकट करते थे।
- विश्वासियों की सहभागिता यीशु में विश्वास के द्वारा और क्रूस पर उसकी बलिदान की मृत्यु (जिसके कारण परमेश्वर और मनुष्यों के मध्य की दीवार गिराई गई थी) द्वारा परमेश्वर के साथ भी है।
अनुवाद के सुझाव:
- “सहभागिता के अनुवाद रूप हो सकते हैं, “आपस में बाँटना” या “संबन्ध” या “संगति” या “मसीही समुदाय”
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H2266, H8667, G2842, G2844, G3352, G4790
साक्षी, गवाहों, गवाह, बातों के देखनेवाले
परिभाषा:
“साक्षी” उस व्यक्ति के संदर्भ में है, जिसने व्यक्तिगत रूप से किसी बात का अनुभव किया है। गवाह प्रायः वह मनुष्य है जो किसी सच बात का साक्षी है। साक्षात गवाह अर्थात अपनी आंखों से किसी घटना को देखने वाला।
- किसी बात का गवाह होना अर्थात उसे देखना।
- अभियोग में गवाह “साक्षी देता है” या “गवाही देता है” इसका अर्थ वही है जो गवाही देने का है।
- गवाहों से अपेक्षा की जाती है कि उन्होंने जो देखा या सुना है उसको सच-सच बताएं।
- जो गवाह सच नहीं बोलता उसे “झूठा गवाह” कहते हैं। उसके लिए कहा जाता है कि वह “झूठी गवाही देता है” या वह “झूठा साक्षी है”।
- “के बीच गवाह होना” अर्थात वाचा बांधने का कोई गवाह है या कोई वस्तु साक्षी है। ऐसा गवाह सुनिश्चित करेगा कि प्रत्येक पक्ष अपनी प्रतिज्ञा पूरी करे।
अनुवाद के सुझाव:
- “गवाह” और “साक्षात गवाह” का अनुवाद ऐसे शब्द या उक्ति द्वारा किया जाए जिसका अर्थ, “देखने वाला व्यक्ति” या “जिसने होते हुए देखा” या “जिन्होंने देखा और सुना” हो।
- कुछ ऐसा "एक गवाह" का अनुवाद "वादा" या "हमारे वादे का चिन्ह" या "कुछ ऐसा साबित करता है जो यह सच है।"
- वाक्यांश "आप मेरे गवाह होंगे" के रूप में भी अनुवाद किया जा सकता है "आप अन्य लोगों को मेरे बारे में बताएंगे" या "आप लोगों को सच्चाई सिखाना होगा जो मैंने आपको सिखाया था" या "आप लोगों को बताएंगे कि आपने मुझे क्या करते देखा है और सिखाते सुना। "
- '' गवाह होने के लिए '' का अनुवाद "जो देखा वह बताना" या "गवाही देने " या "क्या हुआ यह बताने के लिए" के रूप में किया जा सकता है।
- "किसी का गवाह होने के लिए" का अनुवाद "कुछ देखना" या "कुछ अनुभव करने के लिए" के रूप में किया जा सकता है।
(यह भी देखें: दोष, न्याय, सत्य, साक्षी)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 39:02 घर के अन्दर प्रधान याजकों ने यीशु की जाँच शुरू की। वे कई झूठे गवाह लाए जो यीशु के बारे में झूठ बोल रहे थे।
- 39:04 इस पर महा याजक ने क्रोध में अपने वस्त्र फाड़े और अन्य धार्मिक नेताओं से कहा कि, “अब हमें गवाहों की क्या जरुरत। तुमने अभी सुना है कि इसने अपने को परमेश्वर का पुत्र कहा है। तुम्हारा क्या न्याय है?”
- 42:08 “पवित्रशास्त्र में यह भी लिखा था कि मेरे चेले प्रचार करेंगे कि हर एक को पापों की क्षमा प्राप्त करने के लिये पश्चाताप करना चाहिए | वे यरूशलेम से इसकी शुरुआत करेंगे और हर जगह सब जातियों में जायेंगे, तुम इन सब बातों के गवाह हो।”
- 43:07“इसी यीशु को परमेश्वर ने फिर से जिलाया, जिसके हम सब गवाह है।”
शब्द तथ्य:
- Strong's: H5707, H5713, H5715, H5749, H6030, G267, G1263, G2649, G3140, G3141, G3142, G3144, G4828, G4901, G5575, G5576, G5577
सामर्थ्य, शक्तियाँ
परिभाषा:
“सामर्थ्य” शब्द का अर्थ है कुछ करने की क्षमता या बहुत अधिक बल लगाकर कुछ होना संभव करना। “शक्तियों” का संदर्भ मनुष्यों या आत्माओं से है जिनमें कुछ करने की महान शक्ति होती है।
- “परमेश्वर का सामर्थ्य” अर्थात् सब कुछ संभव बनाने की परमेश्वर की शक्ति, विशेष करके वे काम जो मनुष्य के लिए असंभव है।
- परमेश्वर को अपनी संपूर्ण सृष्टि का पूर्ण अधिकार है।
- परमेश्वर जो चाहता है उसे करने के लिए अपने लोगों को सामर्थ्य प्रदान करता है जिससे कि जब वे मनुष्यों को रोगमुक्ति प्रदान करें या अन्य आश्चर्यकर्म करें तो वह परमेश्वर के सामर्थ्य से माने जाएं।
- यीशु और पवित्र-आत्मा भी परमेश्वर हैं इसलिए उनकी सामर्थ्य भी समान है।
अनुवाद के सुझाव:
- प्रकरण के अनुसार “सामर्थ्य” का अनुवाद “क्षमता” या “शक्ति” या “ऊर्जा” या “चमत्कारों की क्षमता” या “नियंत्रण” हो सकता है।
- “शक्तियों” का अनुवाद हो सकता है, “शक्तिशाली प्राणी” या “वश में करने वाली आत्माएं” या “मनुष्यों को वशीभूत करने वाले”
- “हमें बैरी के हाथों से बचा” का अनुवाद होगा, “हमें अपने बैरियों के अत्याचार से बचा” या “हमें अपने शत्रुओं के वश से छुड़ा ले”। * यहां “सामर्थ्य” का अर्थ है मनुष्यों को वश में करने और उन पर अत्याचार करने की शारीरिक क्षमता”।
(यह भी देखें: पवित्र आत्मा, यीशु, आश्चर्यकर्म)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 22:05 स्वर्गदूत ने उसको उत्तर दिया, “पवित्र आत्मा तुझ पर उतरेगा, और परमप्रधान की सामर्थ्य तुझ पर छाया करेगी | इसलिये वह पवित्र जो उत्पन्न होनेवाला है, परमेश्वर का पुत्र कहलाएगा |”
- 26: 1शैतान की परीक्षा पर जय पाने के बाद, यीशु जहाँ वह रहते थे गलील के क्षेत्र के लिए पवित्र आत्मा की शक्ति में लौट आए।
- 32:15 यीशु ने तुरन्त जान लिया कि मुझ में से सामर्थ्य निकली है |
- 42:11 यीशु के मरे हुओ में से जी उठने के चालीस दिनों के बाद, उसने अपने चेलों से कहा कि तुम यरूशलेम में ही रहना जब तक कि मेरे पिता तुम्हे पवित्र आत्मा का __सामर्थ्य __तुम्हे न दे |”
- 43:06“हे इस्राएलियो ये बातें सुनो: यीशु नासरी एक मनुष्य था, जिसने परमेश्वर की सामर्थ्य से कई आश्चर्य के कामों और चिन्हों को प्रगट किया, जो परमेश्वर ने तुम्हारे बीच उसके द्वारा कर दिखाए जिसे तुम आप ही जानते हो |
- 44:08 तब पतरस ने उन्हें उत्तर दिया, “यीशु मसीह की सामर्थ्य से यह व्यक्ति तुम्हारे सामने भला चंगा खड़ा है |
शब्द तथ्य:
- Strong's: H410, H1369, H1370, H2220, H2393, H2428, H2429, H2632, H3027, H3028, H3581, H4475, H4910, H5794, H5797, H5808, H6184, H7786, H7980, H7981, H7983, H7989, H8280, H8592, H8633, G1411, G1415, G1754, G1756, G1849, G1850, G2159, G2478, G2479, G2904, G3168
सिय्योन की बेटी
परिभाषा:
“सिय्योन की पुत्री” इस्राएल के लिए प्रभुक्त प्रतीकात्मक अभिव्यक्ति है। इसका उपयोग प्रायः भविष्यद्वाणियों में किया जाता है।
- पुराने नियम में “सिय्योन” शब्द यरूशलेम का दूसरा नाम है।
- “सिय्योन” और “यरूशलेम” दोनों शब्द इस्राएल के लिए काम में लिए गए हैं।
- “पुत्री” शब्द अनुराग और प्रेमपूर्ण शब्द है। यह परमेश्वर द्वारा उसकी प्रजा के प्रति उसके धीरज और देखरेख का एक रूपक है।
अनुवाद के सुझाव:
- इसके अनुवाद रूप हो सकते हैं, “सिय्योन से मेरी पुत्री इस्राएल” या “सिय्योन के लोग जो मेरे लिए पुत्री जैसे हैं” या “सिय्योन मेरे प्रिय जन इस्राएल”।
- “सिय्योन” शब्द को संजोए रखना उचित है क्योंकि बाइबल में उसका अनेक बार उपयोग किया गया है। अनुवाद में एक टिप्पणी लिखी जा सकती है कि उसका प्रतिकात्मक अर्थ और भविष्यद्वाणी का उपयोग स्पष्ट किया जाए।
- “पुत्री” शब्द को भी ज्यों का त्यों रखना उचित है जब तक कि उसका अर्थ समझने में दुविधा न हो।
(यह भी देखें: यरूशलेम, भविष्यद्वक्ता, सिय्योन)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
सिय्योन, सिय्योन पर्वत
परिभाषा:
“सिय्योन” या “सिय्योन पर्वत” एक दृढ़ गढ़ के संदर्भ में है जिसे राजा दाऊद ने यबूसियों से जीता था। दोनो शब्द यरूशलेम के संबोधन के अन्य रूप हुए थे।
- सिय्योन पर्वत और मोरिय्याह पर्वत वे दो पर्वत थे जिन पर यरूशलेम नगर बसा हुआ था। आगे चलकर “सिय्योन” और “सिय्योन पर्वत” इन पर्वतों और यरूशलेम नगर के उपनाम हुए। कभी-कभी ये शब्द यरूशलेम के मन्दिर के संदर्भ में भी काम में लिए गए हैं। (देखें: लक्षणालंकार)
- दाऊद ने सिय्योन या यरूशलेम को “दाऊद नगर” नाम दिया था। यह स्थान दाऊद के अपने स्थान, बैतलहम से भिन्न था जिसे दाऊद नगरी भी कहा गया है।
- “सिय्योन” शब्द के अन्य प्रतीकात्मक रूपों में भी काम में लिया गया है, जैसे इस्राएल के लिए या परमेश्वर के आत्मिक राज्य के लिए या उस नए स्वार्गिक यरूशलेम के लिए जिसे परमेश्वर रचेगा।
(यह भी देखें: अब्राहम , दाऊद, यरूशलेम, बैतलहम, यबूसी)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
सीधे, सिधाई
परिभाषा:
“सीधे” और “सिधाई” शब्दों का अर्थ है परमेश्वर के नियमानुसार आचरण करना।
- इन शब्दों के अर्थ में सीधा खड़ा होना और सीधा देखने का मूल विचार निहित है।
- एक खरा मनुष्य परमेश्वर के नियमों का पालन करता है और उसकी इच्छा के विरूद्ध कुछ नहीं करता है।
- “खराई” और “धार्मिकता” के समानार्थक शब्द हैं और कभी-कभी समानान्तर रचना में काम में लिए जाते हैं जैसे “खराई और धार्मिकता” (देखें: समानता)
अनुवाद के लिए सुझाव:
- “सीधे” के अनुवाद रूप हो सकते हैं, “उचित व्यवहार करना” या “उचित काम करनेवाला” या “परमेश्वर के नियमानुसार चलना” या “परमेश्वर का आज्ञाकारी” या “उचित आचरण रखना”।
- “सिधाई” शब्द का अनुवाद “नैतिक शुद्धता” या “अच्छे नैतिक चरित्र” या “औचित्य”
- “खरे” का अनुवाद “सच्चे लोग” या “निष्कपट लोग” हो सकता है।
(यह भी देखें: सत्यनिष्ठा, व्यवस्था, व्यवस्था, पालन, शुद्ध, धर्मी)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H1368, H3474, H3476, H3477, H3483, H4334, H4339, H4749, H5228, H5229, H5324, H5977, H6968, H8535, H8537, H8549, H8552, G3716, G3717
सुसमाचार प्रचारक, सुसमाचार सुनानेवाले
परिभाषा:
“सुसमाचार प्रचारक” मनुष्यों को मसीह यीशु का सुसमाचार सुनाता है।
- “सुसमाचार प्रचारक” का मूल अर्थ है “शुभ सन्देश सुनानेवाला”।
- यीशु ने अपने चेलों को भेजा कि मनुष्यों में शुभ सन्देश प्रसारित करें कि यीशु और पाप के मोचन को उसके बलिदान द्वारा परमेश्वर के राज्य का भाग कैसे बनें।
- सब मसीही विश्वासियों से आग्रह किया जाता है कि इस शुभ सन्देश को सुनाए।
- कुछ विश्वासियों को विशेष आत्मिक वरदान प्राप्त है कि मनुष्यों में इस शुभ सन्देश का प्रभावी प्रचार करें। इन मनुष्यों के पास सुसमाचार प्रचार का वरदान है और इन्हें “सुसमाचार प्रचारक” कहते हैं।
अनुवाद के सुझाव:
- “सुसमाचार प्रचारक” शब्द का अनुवाद हो सकता है, “सुसमाचार सुनाने वाला” या “सुसमाचार का शिक्षक” या “सुसमाचार सुनानेवाला व्यक्ति(यीशु के बारे में)” या “शुभ समाचार घोषणा।”
(यह भी देखें: शुभ सन्देश, आत्मा, वरदान)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
सूबेदार, सूबेदारों
परिभाषा:
सूबेदार रोमी सेना का अधिकारी था जिसके अधीन सौ सैनिक होते थे।
- इसका अनुवाद ऐसे शब्द से किया जा सकता है जिसका अर्थ हो “सौ पुरुषों का अगुआ” या “सैनिक अगुआ” या “सौ का प्रभावी अधिकारी”।
- एक सूबेदार यीशु के पास याचना लेकर आया था कि वह उसके सेवक को चंगा करे।
- यीशु के क्रूसीकरण का कर्ताधर्ता सूबेदार यीशु की मृत्यु को देखकर आश्चर्यचकित हो गया था।
- परमेश्वर ने एक सूबेदार को पतरस के पास भेजा कि पतरस उसे यीशु का सुसमाचार सुनाए।
(यह भी देखें: रोम)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
सेनाओं के यहोवा, सेनाओं के परमेश्वर, आकाश के गण, आकाश का सारा तारागण, सेनाओं का प्रभु
परिभाषा:
“सेनाओं का यहोवा” और “सेनाओं का परमेश्वर” ये पदनाम हजारों स्वर्गदूतों पर परमेश्वर के अधिकार को दर्शाते हैं जो उसकी आज्ञा का पालन करते हैं।
“सेना” या “सेनाओं” ये शब्द किसी भी बात की बड़ी संख्या को व्यक्त करते हैं जैसे सेना या सितारों की विशाल संख्या। यह बुरी आत्माओं सहित सभी कई आत्माओं के संदर्भ में भी है। संदर्भ यह स्पष्ट करता है कि क्या संदर्भित किया जा रहा है। “स्वर्ग की सेना” सितारों, ग्रहों और अन्य आकाशीय पिण्डों के लिए काम में लिए जाते हैं।
नए नियम में, वाक्यांश, "सेनाओं का प्रभु" का अर्थ "सेनाओं का यहोवा" के समान है, लेकिन इसका इस तरह से अनुवाद नहीं किया जा सकता है क्योंकि "यहोवा" इब्रानी शब्द है नए नियम में प्रयोग नहीं किया गया है।
अनुवाद के लिए सुझाव:
“सेनाओं का यहोवा” के अनुवाद हो सकते हैं, “स्वर्गदूतों पर राज करने वाला परमेश्वर” या “स्वर्गदूतों की सेनाओं पर राज करने वाला परमेश्वर” या “यहोवा जो स्वर्गदूतों पर राज करता है।”
- "सेनाओं का परमेश्वर" और "सेनाओं का प्रभु" शब्दों में "सेनाओं " के वाक्यांश का अनुवाद उसी प्रकार से किया जाएगा जैसा कि ऊपर "सेनाओं का यहोवा" में लिखा गया है।
- कुछ कलीसियाएं “यहोवा” शब्द के स्थान में “प्रभु”(लार्ड अंग्रेजी के बड़े अक्षर) शब्द को काम में लेना अधिक उचित समझते हैं क्योंकि अनेक बाइबल संस्कारणों में ऐसा ही प्रयोग किया गया है। ऐसी कलीसियाओं के लिए “सेनाओं का प्रभु” काम में लें और पुराने नियम में "सेनाओं का यहोवा" काम में ले।
(यह भी देखें: स्वर्गदूत, अधिकार, परमेश्वर, प्रभु, प्रभु, प्रभु यहोवा, यहोवा)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H430, H3068, H6635
सेवक, सेवकों
परिभाषा:
सेवक स्थानीय कलीसिया का परिचारक होता था, उनकी व्यवहारिक आवश्यकताओं की पूर्ति करता था जैसे भोजन और आर्थिक व्यवस्था.
- सेवक शब्द यूनानी शब्द “डीकन” से निकला है जिसका अर्थ है, "सेवक" या "परिचारक."
- आरंभिक कलीसिया के समय ही से सेवक का दायित्व कलीसिया में एक सुस्पष्ट भूमिका एवं सेवा रहा है.
- उदाहरणार्थ नये नियम के युग में सेवक सुनिश्चित करते थे कि विश्वासी जो पैसा और भोजन उपलब्ध करवाते थे, उसका बंटवारा विधवाओं में निष्पक्षता से किया जाए.
- “सेवक” शब्द का अनुवाद किया जा सकता है, “कलीसियाई सेवक” या “कलीसियाई कर्मी” या “कलीसियाई परिचारक” या अन्य कोई उक्ति जिसके द्वारा स्पष्ट हो कि स्थानीय मसीही समुदाय के लिए लाभकारी विशिष्ट कार्य हेतु विधिवत नियुक्त किया गया व्यक्ति.
(यह भी देखें: सेवक, सेवक)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
सेवा करना, सेवकाई
परिभाषा:
बाइबल में “सेवकाई” शब्द का संदर्भ मनुष्यों को परमेश्वर के बारे में शिक्षा देना और उनकी आत्मिक आवश्यकताओं की सुधि लेने से था.
- पुराने नियम में याजक मन्दिर में चढ़ावे चढ़ाकर परमेश्वर की "सेवा" करते थे.
- उनकी “सेवकाई” में मन्दिर की देखरेख और मनुष्यों की ओर से परमेश्वर के लिए प्रार्थनाएं चढ़ाना भी होता था.
- मनुष्यों की "सेवा" के कार्य में परमेश्वर के बारे में शिक्षा देते उनकी उनकी आत्मिक सेवा करना भी था.
- इसका संदर्भ उनकी सांसारिक सेवा से भी हो सकता था, जैसे रोगियों की सुधि लेना और गरीबों को भोजन देना.
अनुवाद के सुझाव:
- मनुष्यों की सेवा के संदर्भ में “सेवा करना” का अनुवाद “परिचर्या” या “सुधि लेना” या “आवश्यकताएं पूरी करना” भी हो सकता है.
- जब मन्दिर में सेवा का संदर्भ हो तो “सेवक” शब्द का अनुवाद हो सकता है,” मन्दिर में परमेश्वर की सेवा करना” या “मनुष्यों के लिए परमेश्वर के समक्ष बलि चढ़ाना.”
- परमेश्वर की सेवा के संदर्भ में इसका अनुवाद हो सकता है,“सेवा करना” या “परमेश्वर के लिए काम करना.” हो सकता है.
- “सेवा की” का अनुवाद हो सकता है, “सुधि ली” या “प्रावधान किया” या “सहायता की.”
(यह भी देखें: सेवा करना, बलिदान)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong’s: H6399, H8120, H8334, H8335, G1247, G1248, G1249, G2023, G2038, G2418, G3008, G3009, G3010, G3011, G3930, G5256, G5257, G5524
स्वर्ग, आकाश, आकाशमण्डल, स्वर्गीय
परिभाषा:
“स्वर्ग” वह स्थान है जहाँ परमेश्वर रहता है। प्रकरण के आधार पर इस शब्द का अर्थ “आकाश” भी है।
“आकाशमण्डल” वह है जिसे हम पृथ्वी पर से देखते हैं, सूर्य, चाँद और सितारे। उसमें आकाशीय पिण्ड भी हैं जिन्हें हम देख नहीं सकते।
“आकाश” वह स्थान है जो नीला है और उसमें श्वास लेने के लिए हवा है। सूर्य और चाँद को सामान्यतः “आकाश में स्थित” मानते हैं।
बाइबल के कुछ संदर्भों में “स्वर्ग” का अर्थ आकाश या परमेश्वर का निवास स्थान भी होता है।
अनुवाद के सुझाव:
- मत्ती की पुस्तक में “स्वर्ग का राज्य” को “स्वर्ग” ही रखा जाए तो उचित है क्योंकि यह शब्द मत्ती रचित सुसमाचार का एक विशिष्ट शब्द है।
- “आकाशमण्डल” या “तारागण” का अनुवाद किया जा सकता है, “सूर्य, चाँद और सितारे” या “ब्रह्माण्ड में सब सितारे”।
- “आकाश के तारों” का अनुवाद किया जा सकता है, “आकाश के सितारे” या “मंदाकिनी के सितारे” या “ब्रह्माण्ड के सितारे”
(यह भी देखें: परमेश्वर का राज्य)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 04:02 फिर उन्होंने स्वर्ग तक लंबी चोटी बनाने का निर्माण किया।
- 14:11 उसने (परमेश्वर) उन्हें स्वर्ग से रोटी दी, “जिसे मन्ना कहते थे।”
- 23:07 तब एकाएक स्वर्गदूतों का दल परमेश्वर की स्तुति करते हुए और यह कहते हुए दिखाई दिया, “आकाश में परमेश्वर की महिमा और पृथ्वी पर उन मनुष्यों में जिनसे वह प्रसन्न है, शान्ति हो।”
- 29:09 तब यीशु ने कहा, “इसी प्रकार यदि तुम में से हर एक अपने भाई को मन से क्षमा न करेगा, तो मेरा पिता जो स्वर्ग में है , तुम से भी वैसा ही करेगा।”
- 37:09 तब यीशु ने स्वर्ग की ओर देखा और कहा, “हे पिता, मैं आपका धन्यवाद करता हूँ कि आपने मेरी सुन ली है।
- 42:11 प्रभु यीशु उनसे बातें करने के बाद स्वर्ग पर उठा लिया गया और एक बादल ने उसे उनकी आँखों से छिपा लिया।
शब्द तथ्य:
- Strong's: H1534, H6160, H6183, H7834, H8064, H8065, G932, G2032, G3321, G3770, G3771, G3772
स्वर्गदूत, प्रधान स्वर्गदूत
परिभाषा:
स्वर्गदूत परमेश्वर द्वारा बनाए गए सामर्थी आत्मिक प्राणी हैं. स्वर्गदूत परमेश्वर की सेवा के लिए है कि उसकी हर एक बात को मानें. “ प्रधान स्वर्गदूत” का सन्दर्भ उस स्वर्गदूत से है जो सब स्वर्गदूतों पर शासन करता है या उनकी अगुवाई करता है.
- "स्वर्गदूत" शब्द का मूल अर्थ है "सन्देशवाहक."
- "प्रधान स्वर्गदूत" का मूल अर्थ है, "परम सन्देशवाहक." बाइबल में जिस "प्रधान स्वर्गदूत" का उल्लेख किया गया है, वह मीकाईल है.
- बाइबल में स्वर्गदूतों ने मनुष्यों को परमेश्वर का सन्देश सुनाया था. इन सन्देशों में निर्देश थे कि परमेश्वर मनुष्यों से क्या करवाना चाहता था.
- स्वर्गदूतों ने मनुष्यों को भविष्य की घटनाओं की जानकारी भी दी थी या पूर्व समय की घटनाओं की जानकारी भी दी थी.
- स्वर्गदूतों के पास परमेश्वर का अधिकार होता है, क्योंकि वे उसके प्रतिनिधि हैं. बाइबल में कभी-कभी वे ऐसे बोलते थे जैसे परमेश्वर स्वयं ही कह रहा हो.
- स्वर्गदूतों द्वारा परमेश्वर की सेवा के अन्य रूप थे, मनुष्यों की रक्षा करना और उन्हें बल प्रदान करना.
- “यहोवा का दूत” एक विशेष अभिव्यक्ति है जिसके अर्थ एक से अधिकहैं: 1) इसका अर्थ हो सकता है,“स्वर्गदूत जो यहोवा का प्रतिनिधि है” या “यहोवा की सेवा करने वाला सन्देशवाहक.” 2) इसका संदर्भ स्वयं यहोवा से हो सकता है, जो मनुष्यों से बात करते समय स्वर्गदूत सा दिखाई देता है. इन में से किसी भी अर्थ से स्वर्गदूत द्वारा "मैं " शब्द के उपयोग की व्याखा होती है जैसे कि यहोवा स्वयं कह रहा हो.
अनुवाद के सुझाव:
- “स्वर्गदूत” के अनुवाद रूप हो सकते हैं, “परमेश्वर का सन्देशवाहक” या “परमेश्वर का स्वार्गिक सेवक” या “परमेश्वर की सन्देशवाहक आत्मा.”
- “प्रधान स्वर्गदूत” का अनुवाद “प्रमुख स्वर्गदूत” या “प्रमुख शासकीय स्वर्गदूत” या “स्वर्गदूतों का अगुआ” हो सकता है.
- ध्यान दें कि इन शब्दों का अनुवाद राष्ट्रीय भाषा या अन्य स्थानीय भाषाओं में कैसे किया गया है.
- “यहोवा का दूत” का अनुवाद “यहोवा” और “स्वर्गदूत” के अनुवाद के लिए काम में लिए गए शब्दों द्वारा किया जा सक्या है. इससे उस उक्ति के भिन्न भिन्न अर्थ प्रकट होंगे. संभावित अनुवाद हो सकते है, “यहोवा का स्वर्गदूत” या “यहोवा द्वारा भेजा गया स्वर्गदूत” या “यहोवा, जो स्वर्गदूत सा दिखाई देता है.”
(यह भी देखें: अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करे)
(यह भी देखें: प्रधान, सिर, दूत, मीकाएल, शासक, सेवक)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 02:12 जीवन के वृक्ष का फल खाने से किसी को भी रोकने के लिये परमेश्वर ने भीमकाय शक्तिशाली स्वर्गदूतों को वाटिका के द्वार पर रख दिया.
- 22:03उसस्वर्गदूत ने जकरयाह से कहा, "मैं परमेश्वर द्वारा भेजा गया हूँ कि तुझे यह शुभ सन्देश सुनाऊं."
- 23:06 अचानक, एक चमकता हुआस्वर्गदूत उन्हें (चरवाहों को)दिखाई दिया, और वे बहुत डर गए. तब स्वर्गदूत ने उनसे कहा, “ मत डरो, क्योंकि मेरे पास तुम्हारे लिए एक शुभ सन्देश है,"
- 23:07 तब एकाएक, परमेश्वर की स्तुति करते हुए स्वर्गदूतों से आकाश भर गया.
- 25:08 तब स्वर्गदूत आए और यीशु की सेवा करने लगे.
- 38:12 यीशु बहुत व्याकुल था और उसका पसीना खून की बूँदो के समान था. परमेश्वर ने उसे शक्ति देने के लिए एक स्वर्गदूत भेजा.
- 38:15 " मैं अपनी रक्षा के लिए पिता से कहकर स्वर्गदूतों की पलटन मंगा सकता हूँ.
शब्द तथ्य:
- Strong’s: H47, H430, H4397, H4398, H8136, G32, G743, G2465
हाय
परिभाषा:
“हाय” शब्द घोर निराशा को व्यक्त करता है। इससे किसी को घोर कष्टों की चेतावनी भी दी जाती है।
- “हाय उन पर” चेतावनी के साथ आता है कि वे पापों का दण्ड पाएंगे।
- बाइबल में अनेक स्थानों में “हाय” शब्द को दोहराया गया है जिसका अभिप्रेत अर्थ है भयानक दण्ड की प्रबलता व्यक्त करना है।
- मनुष्य कहता है, “हाय मुझ पर” तो इसका अर्थ है घोर कष्टों के कारण दुःख व्यक्त करना।
अनुवाद के सुझाव:
- प्रकरण के अनुसार “हाय” शब्द का अनुवाद हो सकता है, “अगाध दुख” या “शोक” या “आपदा” या “विनाश”
- अभिव्यक्ति का अनुवाद करने के अन्य तरीके "हाय करने के लिए ("शहर का नाम)" में शामिल हो सकते हैं, "यह (शहर के नाम) के लिए कितना भयानक होगा" या "(उस शहर) में लोगों को गंभीर रूप से दंडित किया जाएगा" या "उन लोगों को बहुत भुगतना होगा। "
- अभिव्यक्ति, "हाय मुझे है!" या "मुझ पर हाय!" के रूप में अनुवाद किया जा सकता है "मैं कितना दुखी हूँ!" या "मैं बहुत उदास हूँ!" या "यह मेरे लिए कितना भयानक है!"
- अभिव्यक्ति "आप पर हाय" का भी अनुवाद किया जा सकता है "आपको बहुत दुख होगा" या "आपको भयानक परेशानियों का अनुभव होगा।"
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H188, H190, H337, H480, H1929, H1945, H1958, G3759
हृदय, मन
परिभाषा:
शब्द "हृदय" आंतरिक शारीरिक अंग को संदर्भित करता है जो लोगों और पशुओं में पूरे शरीर में रक्त पंप करता है। हालाँकि, बाइबल में “हृदय” शब्द का उपयोग प्रायः मनुष्य के विचारों, भावनाओं इच्छाओं और लालसाओं के लिए काम में लिया गया है।
- “कठोर मन” एक सामान्य अभिव्यक्ति है जिसका अर्थ है कि कोई व्यक्ति हठपूर्वक परमेश्वर को मानने से इंकार करता है।
- “अपने पूरे हृदय से” या “मेरे पूरे मन से” अर्थात बिना आरक्षण, संपूर्ण समर्पण एवं इच्छा से।
- “मन में बसा लेना” अर्थात किसी बात को गंभीरता से लेते हुए जीवन में आत्मसात कर लेना।
- “दिल टूटना” अर्थात एक ऐसे व्यक्ति का वर्णन करता है जो बहुत दुखी है। वह व्यक्ति भावनात्मक रूप से बहुत आहत हुआ है।
अनुवाद के सुझाव
- कुछ भाषाओं में विचारों के लिए “पेट” या “कलेजा” जैसे शब्दों का उपयोग किया जाता है।
- कुछ भाषाओं में एक विचार के लिए एक शब्द दूसरे विचार के लिए दूसरा शब्द काम में लिया जाता है।
- यदि “हृदय” या अन्य दैहिक अंग इस अर्थ को व्यक्त नहीं कर पाते तो उन भाषाओं में सीधा-सीधा “विचार” या “भावना” या “इच्छा” शब्द काम में लिया जाए।
- प्रकरण के अनुसार “मेरे पूरे हृदय से” या “मेरे संपूर्ण मन से”, या इन उक्तियों का अनुवाद हो सकता है, “मेरी पूर्ण शक्ति से” या “पूर्ण समर्पण के साथ” या “पूर्णतः” या “पूर्ण समर्पण के साथ”।
- “मन से” का अनुवाद हो सकता है, “गंभीरता से व्यवहार करना” या “सावधानीपूर्वक विचार करना”।
- “कठोर हृदय” का अनुवाद हो सकता है “हठ के साथ विद्रोह करना” या “आज्ञा पालन से इन्कार करना” या “आज्ञा मानने से इन्कार करना” या “लगातार परमेश्वर की आज्ञा नहीं मानना”
- “हृदय टूटना” अर्थात् “गहरा दुःख होना”।
(यह भी देखें: कठोर)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H1079, H2436, H2504, H2910, H3519, H3629, H3820, H3821, H3823, H3824, H3825, H3826, H4578, H5315, H5640, H7130, H7307, H7356, H7907, G674, G1282, G1271, G2133, G2588, G2589, G4641, G4698, G5590