अध्याय 5

1 च्या दरीयान पल्ली के दळे गिरासेनियों गावमा देसोमा पुच्या !

2 एने जेतार च्यु डुडंयापर दोखु, उतरयु तेतार मामार एक माणुह जिंनामा भुरी आत्मा अती, मोटयाम दोखु निकवीन तिनाहा मिवायु ! 3 च्यु मोटंयामा रयाकरततु, एने तिनाहा कुण बी हाकव्या करीन बी बाध निसकततु ! .

4 काहा के, च्यु एकदम एकदम गडी गडी हाकव्या करिन बांधायलु अतु, पुण च्यु तिना हाकव्या तुळ देतलु अतु ! एने हाकव्या कडाहा बी टुकडा टुकडा कर देतलु अतु एने तिनाहा कुण बी काबामा कर नी सकय अत ! 5 च्यु लगापाट रात ने दिह मोटंयामा एने जंगलो बोयडा मा. आयळततु, एने, तिना सोताहा दगडा करिन जखम करततु !

6 च्यु येशुहु सेटुरयन देखीन दौवडयु, एने तिनाहा येशुहु च्यु सलाम करयु । 7 एने मोटा आवाज आयळिन कयु, ऐ येशु आखान मोटलु भगवानन पुरया, मेहे तार हाते काय काम , मि तहो शपथ आपतलु, के मेहे पीडा मा आपे !

8 काहाके च्यु तिनानुहु कोयु, ऐ भुरी आत्मा, इन माणहम दोखी निकवी जा ! 9 येशु तिनाहा फुसु, तारो काय नाव से, च्यु माणुह तिनाहा कयु, मारो नाव सेना से काहा के आमु वार होवठा सेताहा !

10 एने च्यु तिनाहा, मजबुत रावव्या करयु, मेहे इन देशमा दोखु बारथे मा मुकले ! 11 चेहरी बोयडापर हुवरयान एक मोटु गवारू चरने बाज रयू अतु !

12 एने च्या बठा मिवीन तिनाहा रावव्या करताअता, "आमुहु तिना हुवरयान गवारामा मुकलीदे, के आमु हुवरयान गवारामा बोराय जाजे !

13 अवतु च्यु तिनुहु वारनीग आप्यु, एने बुतडान ‘आत्मा निकवीन हुवरयान विसमा बराय गयी, एने गवारू ज्यु अतु च्यु दुयेक अजारन अत किराडापर दोखा एक मेकाहा ठेफलाईन दरियामा कुदपडया एने डुब गया ! 14 एने तेरा चारनारा चेहरी दोखा दौडीन नाहपडया एने, फोव्यामा एने गावोमा चि वातन च्यो चमत्कार कयणे हंबावणे बाज गया, ज्य अयल अत च्य देखणे माणहे आवणे आव्या !

15 येशु हाते आविन, च्या तिनाहा जिनामा बुतडान आत्मा बरायली अति तिनाहा , लुगडा पेरीन ठावको बठ रयलो देखीन, च्या भी गया! 16 एने देखणेवाला तेरा जिनामा, बुतडान आत्मा अती, एने हुवरयान बठु हाल , तिनुहु कय होंबडयु !

17 एने च्या तिनाहा रावण्याकरिन कयणे हंडगया, के आमरी बांवनडरी मा दोखु जातरय ! 18 एने तेतार चेहरी डुंडयापर चावणे बाजरयु, ते चेहरी, जिनाहा पेल भुतड़ना आत्मा अति, तिनाहा रावण्या, करणे बाजगया, मेहे तार हाते रयणे दे !

19 पुण च्यु तिनुहु चेतावणी नि आप्यु, एने तिनाहा कयु, “तारे घर जायीन तारा माणहोह कय, तारपर दया करिन किव करिन परभु तारेन करता कहलो मोटो काम करयु !

20 चेहरी विकापुलीस जीलामा जायीन उन वोतोन परचार करने बाजगयु, ! के येशु मारकरता कहल मोटो काम करयु, एने बठा बंगलाय गया ! 21 जेतार येशु फसु डुंडयापर, बठीन पल्ले मरे गय तेतार एक मोठी गरदी तेरहाते एखठी अय गयी, एने चेहरी दरियान मेरे अतु !

22 एने याईर नावोन साराधनालय मायला सरदारोम दखु एक सरदार आव्यु, एने तिनाहा देखीन तेर पायपर आडु पड गयु !

23 एने च्यु यकरिन मजबुत रावण्या करयु, मारी आयतली सुरी मरनेम से, तु आविन तेरपर आथ मेवु देहे, के चि हाजी अयीन जीवती रय जाहे !

24 तेतार च्यु तेर हाते गयु, एने मोटी गरदी तेर फसव जाणे बाज गयी ! अहली गरदी अति के माणहे भी एक मेका पर ठेफलाईन तेर पर पड जातला ! 25 एने एक सुरी, जिनही बारा सालोन लाल पगर पवडेन बिमारीमा अति !

26 एने तीनी बीमारीमा च्यी बुड़‌वान बी खुब दुख वेठली, एने तेरू आखु माल वेचीन खरचु करने पर बी तेरू इलाजन फायदु नि अयु पुण तेरी बिमारी उंजु वोडती गयी !

27 येशुन चरचा होंबवीन, गरदी मा तेर फसव दोखी आविन तेर लुगडाहा आथ लागाड देल्ली ! 28 काहाके चि कयतती, जर मि तिनाहा लुगडाहा आथ लागाड हीते मि बिमारीमा दोखी हाजी अय जायी !

29 एने मामार तेरो लाल पगर निकवणे बंध अय गय ! एने तेरा मनमा जाणलेदी के मि एवि इनबिमारी मा दोखी हाजी अय जाही ! गयली से ! 30 येशु मामार जाणलेदयू के, मेहे दोखी शक्तीवावी निकवली से, एने गरदीमा फस फिरीन भानिन फुस्यु, मारा लुगडा हा कुण आथ लागाडल से कायजाणेह !

31 तेरा चेला तिना‌हा कोया, तु देखतलु के कायनी, के तोहोपर गरदी कतरीक से तोहोपर डुव पडताह ने तु काय कयणे बाज रयु के मारा लुगडा कुण आथ लागावळो से !

32 तेतार च्यु तिनाहा देखणेन करता ज्यो य येहरी काम करल, अत, चार समखेर ध्यान लागाडीन बाव्यु ! 33 तेतार चेहरी सुरी, येहरी जाणलेदी के तेरेहाते काय अय गयल से बीतीजायीन एने कांपतीतजायीन आवि एने तेरा पाया पडीन तिनाहा बठु हाल खरी खरी कय देनी !

34 च्यु तिनिही कोयु, ऐमार सूरी तारू बुरहु तह हाजु करलु से, तु खुसीमा जा, एने तु तारी इन बीमारीमा दोखी वाचीन रय ! 35 च्यु यकणेबाज रयु अतु के आराधनालयन सरदारन घरमा दखा माणहे आविन कया के, तारी सुरी ते मर गयी, एवी गुरूहु काय वेला पाळतलु ! 36 जी वात च्या कयणेबाजरयाअता के तिनाहु येशु होंबयुनी कयणावणे आराधनालय सरदारह कयु मा बीये फक्त बुरहु मेक !

37 एने च्यु पतरस एने याकुब एने याकुबन भायह युहन्नाह सुडीन, एने कुणीहीज हाते नि आवणे नि देण्यु !

38 जेतार च्या भोक्तिन घरन पुड़ारीन घरमा पूच्या ते च्यु माणहोह मजबूत रडतला , एने आयडतला देख्यू . 39 तेतार च्यु माय जायीन तिनुहु कयु, तुमु काहा कल कल करणे बाज रयला एने रडतला ची सुरी मरी निंबे, पुण हुवणे बाज रयीही !

40 च्या तिनाहा आहणे बाज गयला, पुण च्यु आखा निकाविन सुरीन आई बाबा एने तेरा हातिहो लिन माय गया जेहरी ची सुरी हुव रयली अती चेहरी गया ! 41 एने तिनी सुरिन आथ दरिन तिनिही कयु “तलीता कुमी” तेरो अर्थ येहरी से, ऐ सुरी मि तहज कयणे बाजरयुहू तु उठ !

42 एने चि सुरी मामार उठीन चालने फिरणे बाजयी, काहाके चि बारा सालन ‘अती, एने इनी पर माणहे मजबूत बंगलाय गया !

43 फसु च्यु तिनुहू हुकुम आपलु के तेर हाते यी वात कयु के यी वात ‘कुणीहीज मालुम नि अयणु जुवे एने कयु इनिही कायतरी खाणे आपु !