अध्याय 4

1 येशु फसु दरियानं मेरे हिकाडने बाज गयु , एने अहली होवटी गर्दी तेर हाते एखटी अय गयी , के चेहरी दरियामा एक डूँडया पर चडीन बठ गयु , एने आखी गर्दी धरतीपर दरियान मेरे उबरय रयी अती |

2 एने च्यु तीनुहु दाखलामा वार होवटी वात हीकाडने बाज गयु | 3 होंबवू , देखू , एक बीयारु उरनारू बीज उरने निकव्यू |

4 एने उरनेन टेम्मा थुडक बीज वाटेन मेरे पडयो चिड़ा आविन च्या तिना बीजोंह चुटीन खाय गया |

5 एने थुडक बीज च्यापरयाव्वी धरती पर पड़यो जहरी तिनाहा होवटु कादुव नी जुड़यू , एने जल्दी उग गयो | 6 एने जेतार दिह उगीन तोप्यो , तेतार च्यों चिमटाईन हुक गयो , कहाके तेर मूवे जास्ती उँड़े नी अता |

7 एने थुडाक बीजा जाड़वाट्यामा पड्या , एने जाड़े मोटा होया ते जाड़ों मा दाबाय गयो एने च्यों वणसायिन फव्यो नी | 8 पुण थुडाक बीजा हाजला जागामा पड्या , एने च्या बीजा चेहरी उग्या , एने च मोटों अयीन फुले आविन हाजों फ़ोव्यो एने काल्लोंह काय तीस गुणा एने काल्लोंह काय साठ गुणा काल्लोंह काय सोव गुणा फव लाव्यों |

9 एने च्यु तीनुहू कोयू , के जिनुमा होंबवनेन करता काणे अये ते च्या होंबवीलेये | 10 जेतार च्यु एखलू रय गयु ,ते तेरा हातीहे आखा बारा मिविन इन दाखलान बारामा फूच्या

11 च्यु तीनुहू कोयू,"तुमुहू ते भगवानन राजन भेदनसमझ आपली से पुण

बाहरवाला माणहन करता आखी वात दाखलामा अयतली से |

12 इनान करता “च्या देखता जाईन देखे एने तीनुहू देखायी नी पड़े एने होंबवता जाईन होंबवे बी एने नी समझें; एन्हे नी अये के च्या फिरे, एने तीनुहु माफी जुड़ जाये।” 13 फसु च्यु तीनुहु कयु , “ काय तुमु यू दाखलू नी समझता ? ते फसा बट्टा दाखला केहेक समझहे ?

14 उरनेवावू वचन उरतलू से |

15 ज्यों वाटन मेरे से चेहरी वचन उरायलो से, या च्या से जेतार च्या होंबव्या , तेतार बुतडू मामार आविन ज्यों वचन तिंदरा मनमा उरलों अतो मनमा दोखू काडली गयु | 16 एने तेहेस थुडाक माणहे सापराट्यामा पोडला बियारान होस से , च्या वचन होंबवतात खुश होईन मान लेये |

17 पूण आपना मनमा भगवानन वचनन मुळे उंडे नी होयनेन कारण च्यो तुडाक दिहोन करता रयहे ; अवतों तिनापर वचनन करींन तीनुपर दुख आवे ते च्या दुखोंह झेलनो पड़े करींन बुरुहु छुढ देय | 18 एने ज्या जाडवाट्यामा पवडा ने उगला बियारान हस से च्या या सेके ज्या या वचन होंबवला |

19 एने दुनियादारीन चिंता फीकुर, एने मालदनन धोक , एने चीजन लालूच तीनुमा होंबाय गई एने भगवानन वचन दाबाय गयो एने च्यों वाज़्योंरय गयो

20 एने ज्या बीजा हाजली जागामा उरला उगला च्या या सेके , ज्यु वचन होंबविन मनमा राखतला , एने च्या फव लावतला से काल्लु तीस गुणा , काल्ला साठ गुणा ,एने काल्ला होव गुणा | 21 एने च्यु तीनुहु कोयू , "के दिवाहा इनान करता लावतला के पालीन नेचु एने खाटलान नेचु मेलनेम आवे , के इनान करता के दीवट पर मेलनेम आवे?

22 काहाके एकदी वस्तु लिकायली नी , पूण इनान करता के परकट अय जाये , एने थुडीक गुप्त रयहे , पूण इनान करता के परकट अय जाये |

23 एकदान होंबवणेन काने अये ते होंबवीलेये | 24 फसु च्यु तीनुहु कयु, जागता रयु , के काय तुमु होंबवणे बाज रोया जीना कोरिन तुमु मोजतला तिनाज कोरिन तुमरेन करता बी मोजणेम आवहे , एने तुमुहू डबल आपणेम आवहे |

25 काहाके जेर पर से तिनाहाज आपणेम आवहे ; पूण जेरपर नींबे तिनाहा ज्युो से च्यो बी तीनापर दोखो मागणेम आवहे | 26 फसु च्यु कयु , “भगवानन राज्य अहलो से , के कुदू माणुह धरतीपर बीज वावे ,

27 एने राति हुवे , एने दिहु जागे एने च्यो बीज एहें उगे एने मोटों ओए के च्यों नी जाने |

28 धरतीपर आपेआप फळिन पेल ते सुकू फूटे एने उब्या आविन नीहवे एने अवतो उब्या मा दाना तियार होय जाए |

29 पूण जेतार दाणा पाक जातला , तेतार , चेहरी मामार च्यु खुश अयीन कमाय वाडणे बाज जाये | 30 फसु च्यु कयु , आमू भगवानन राजन आपलों दान कूणिही आपणु , एने काल्ला दाखलामा तेरी वातन उदाहरण करीन समजणु |

31 चु राईन दाणा हस से , जेतार धरतीपर कादवोमा ठावणेन टेम आवतलू तेतार धरतीपल्ला आखा बीजा दखु आयतो राईन बीज रयतलो से

32 पूण जेतार ठावणेम आव्य तेतार च्यों उगीन आखा सब्जी- बाजीन झाटवा दोखो मोटों होय जाय , एने तेरा अहला मोटा डाव्या निकवतला के हरगेन चिड़ा बी तेर सांव्वा मा पांजरू बांदीन रये | 33 एने च्यु तीनुहु इना परकारन मजबूत होवटी दाखलान वात आपीन तिंदरा मनोमा समझे अहलो वचन हंबाळतलु |

34 एने तीनुहु दाखलामा कोये बिगुर काय बी वात नी कोयु , पूण जेतार च्यु आखी वातोन मतलब तेर हाते रयणारा चेलाहा संमझाडततु | 35 तेदिही जेतार हांज अयी तेतार , च्यु चेलाहा कोयु ,"आपू आखा तीने मेरे जाता

36 एने च्या गर्दीह सूडीन चेहरी जहलू च्यु अतु तहलू तिनाहा डूंड्या पर हाते लीगया , एने तेर हाते, उंजु डूंड्या अता |

37 तेतार मोंटू वादुण पाणी आव्यू , एने जेलखा डूंड्यापर याहरी तक लाग्या के चेहरी च्यों डूंड्यामा पाणी बरायणे बाज गयो अतु | 38 एने च्यु खुद चेहरी फसवला जागापर गादीपर हुव रयु अतु तेतार च्या तिनाहा उठाडीन तिनाहा कोया , ऐ गुरु , तंहो काय चिंता निंबले काय , के आमू नाश अयणे बाज रयाहा |

39 तेतार च्यु उठिन वाटुणहो कोयु , एने पाणीही कोयु , ठावकु रय , थाम जा , एने वाटुण थाम गयी एने तेतार जायीन आराम जुडयू | 40 एने तीनुहु कोयु , तुमु काहा बीतला , काहा तुमुहू उंजु लगण विस्वास बुरहु नी अयतलु

41 एने च्या मजबुत बी गया , एने तिंदरे तिंदरे वातू करने बाज गया , यू कुण से , के वाटुण एने पाणीही भी तेरी वात होंबवतलु |