1
प्रित हो जोकोइ आत्माके विश्वास मत करओ पर आत्मा परमेश्वरसे आय हऐं कि ना आय हऐं कहिके विनके जाँच करओ । काहेकी वाहुत झुटे अगम्वक्ता जा संसारसे निकरके आए हऐं।
2
जेहेसे तुम परमेश्वरकी आत्माके जानएगे । हरेक आत्मा जौन येशु ख्रिष्ट शरीरमे आओ हय पहिले स्वीकार करत हए वा परमेश्वरसे हय ।
3
येशु के स्वीकार ना करन वारे हरेक आत्मा परमेश्वरसे ना हय पर वा ख्रिष्ट विरोधी हए । जौनके बारेमे “बा आथहए” कहिके तुम सुने हव । अब बा जा संसारमे आएगव हए ।
4
मेरे छौटे बच्चओ,तुम ता परमेश्वरके हव और विनके उपर विजय हुइगए हव । काहेकी जो तुममे हए, वा संसारमे भएसे महान हए ।
5
वे संसारके हए जहयकारनसे बे संसारकी बात कर्थहए और संसार बिनकी वात सुन्थहए ।
6
हम त परमेश्वरके हए। जौन परमेश्वरके जानतहए बा हमरी वातके सुन्थहए, और जौन परमेश्वरको ना हए, बा हमरी वातके ना सुन्थहए । जहएसे हम सत्यकी आत्मा और भ्रमको आत्माके जानत हए ।
7
प्रिय हो हम एक दुसरेसे प्रेम करए, काहेकी प्रेम परमेश्वर हए। जौन प्रेम करत हए वा परमेश्वरसे जन्मो हए, और परमेश्वरके चिन्थहए ।
8
प्रेम नाकरन वारे परमेश्वर ना चिन्थहए काहेकी परमेश्वर प्रेम हए ।
9
परमेश्वरको प्रेम हमर विचमे अइसो प्रकट भओ, कि बा अपनो एक इकल्लो पुत्र के संसारमे पठाइ ताकी पुत्रसे हम जी सकए ।
10
प्रेम जहएमे हए, कि हम परमेश्वरके प्रेम ना करे, पर बा हमसे प्रेम करी,और हमरे पापसे छुटकराके ताही अपने पुत्रके पठाई ।
11
प्रिय अगर परमेश्वर हमसे अइसो प्रेम करी हए कहेसे, हमऊ फिर एक दुसरेसे प्रेम करए ।
12
परमेश्वरके कोइ कभइ ना देखी हए । अगर हम एक दुसरेसे प्रेम करङ्गे कहसे परमेश्वर हमारे भितर राहथहए, और वाको प्रेम हमारेमे पुरो होथहए ।
13
बा हमके अपनी आत्मासे दइहए, र जहएकारनसे हम जानत हए कि हम विनमे राहथहए, और बा हममे राहथहए ।
14
हम देखे हय, और गवाही देथए, कि पिता अपने पुत्रके संसारमे मुक्तीदाता होनके पठाई हय ।
15
जौन येशुके परमेश्वरको पुत्र हय कहिके स्वीकार करथहए, बामे परमेश्वरमे राहथहए, और बा परमेश्वरमे ।
16
अइसिए हमरे उपर भओ परमेश्वरको प्रेमके हम जानथहए और विश्वास कर्थहए । परमेश्वर प्रेम हए, जो प्रेममे राहत हए वा परमेश्वरमे राहत हए, और परमेश्वर बामे राहत हए ।
17
न्यायके दीनके ताही हम पुरो भरोसा साथ बैठ सकए । काहेकी प्रेम जहएमे हमरे उपर पुरो होथहए । काहेकी बा जैसो हए हम फिर जा संसारमे उइसिए हए ।
18
प्रेममे कोइ डर ना होथए पर सच्चो प्रेम डरके दुर हटाथए काहेकी डरको सम्बन्ध दन्ढसे हए । पर, जो डरातहए प्रेममे बा पुरो ना भव हए ।
19
हम प्रेम करथए, काहेकी पहिले बा हमसे प्रेम करी ।
20
अगर कोई “ मए परमेश्वरके प्रेम करथहओ” काहत हए पर अपने भइयासे घृणा करथहए कहिसे बा झुटो हए, काहेकी अपनो देखो भइयासे प्रेम ना करन बारो ना देखो भव परमेश्वरके प्रेम कैसे करसक्थहए ।
21
हम बासे जा आज्ञा पाए हए कि जौन परमेश्वरके प्रेम करथहए बा अपन भइयाके फिर प्रेम करत हए ।