Other

अकड़ी गर्दन, हठीला, कठोर मन

परिभाषा:

“हठीले”, शब्द बाइबल में प्रयुक्त एक मुहावरा है जो उन लोगों का वर्णन करता है जो परमेश्वर की आज्ञाओं का उल्लंघन करते रहते हैं और मन फिराने से इन्कार करते हैं। ऐसे लोग बहुत अहंकारी होते है और परमेश्वर के अधिकार के अधीन नहीं होते है।

  • इसी प्रकार, "हठीला" शब्द उस व्यक्ति का वर्णन करता है जो मन फिराने से और कर्मों से फिर जाने से इन्कार करता है, चाहे उस से कितना भी आग्रह किया जाए| हठीले लोग मनुश्यों द्वारा दिए गए अच्छे परामर्श को या चेतावनी को नहीं मानते हैं।
  • पुराने नियम में इस्राएलीयों को "कठोर मन" का कहा गया है क्योंकि उन्होंने परमेश्वर के भविष्यद्वक्ताओं से बहुत से संदेश नहीं सुने, जिन्होंने उनसे पश्चाताप करने और यहोवा के पास वापस लौटने का आग्रह किया।
  • यदि एक गर्दन "कठोर" है तो यह आसानी से मुड़ती नहीं। लक्षित भाषा में एक अलग मुहावरा हो सकता है जो संचार करता है कि कोई व्यक्ति "लचीला" नहीं है अर्थात वह अपने तरीके को बदलने से इनकार करता है ।
  • इस शब्द के अन्य अनुवाद रूप हो सकते हैं, "अभिमानी जिद्दी" या "अभिमानी और न झुकने वाला" या "परिवर्तन से इनकार करने वाला"।

(यह भी देखें: अभिमानी, घमण्डी, मन फिराव करना)

बाइबल के सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H47, H3513, H5637, H6203, H6484, H7185, H7186, H7190, H8307, G483, G4644, G4645

अकाल

परिभाषा:

“अकाल” शब्द उस परिस्थिति को दर्शाता है जब संपूर्ण देश में भोजन की कमी हो, विशेष करके वर्षा न होने के कारण।

  • फसल नष्ट हो जाने के प्राकृतिक कारण होते हैं वर्षा न होना, फसल में रोग लग जाना या कीड़े लग जाना।
  • भोजन वस्तुओं की कमी का कारण मनुष्य भी होता है जैसे शत्रु फसल को नष्ट कर दे।
  • बाइबल में अकाल परमेश्वर के विरूद्ध पाप करने के कारण जातियों को दण्ड देने का साधन भी है।
  • आमोस 8:11 में “अकाल” शब्द का उपयोग प्रतीकात्मक रूप में किया गया है, जब परमेश्वर ने अपने लोगों से बात करना त्याग दिया था। इसका अनुवाद आपकी भाषा में “अकाल” शब्द से किया जा सकता है या ऐसे वाक्यांश से जिसका अर्थ “महान घटी” या “गंभीर अभाव” हो।

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H3720, H7458, H7459, G3042

अंग, देह के अंग

परिभाषा:

“अंग” अर्थात एक जटिल शरीर या समूह का एक हिस्सा।

  • नये नियम में विश्वासियों को मसीह की देह का "अंग" कहा गया है। मसीह के विश्वासी एक समुदाय के अंग है जो समुदाय अनेक विश्वासियों का संगठन है।
  • इस देह का “सिर” मसीह है और विश्वासी उस देह के अंग स्वरूप काम करते हैं। पवित्र आत्मा देह के प्रत्येक सदस्य को एक विशेष भूमिका प्रदान करता है कि संपूर्ण देह सुचारू रूप से कार्य करे।
  • यहूदी महासभा तथा फरीसी जैसे समूहों के सदस्यों को उन समूहों के "सदस्य" कहा जाता है।

(यह भी देखें: देह, फरीसी, महासभा)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H1004, H1121, H3338, H5315, H8212, G1010, G3196, G3609

अंगूर, दाख, दाख की लता

परिभाषा:

अंगूर (दाख) एक छोटा चिकना गोल फल होता है जो दाखलता में गुच्छों में उगता है। अंगूर का रस मदिरा बनाने के काम में आता है।

  • अंगूर विभिन्न रंग के होते हैं, जैसे हरे, काले और लाल।
  • एक अंगूर का आकार एक से तीन सेंटी मीटर का होता है।
  • अंगूर के बगीचे लगाए जाते हैं जिन्हें दाख की बारी कहते हैं। दाख की बारी में दाखलताओं की लम्बी कतारें होती हैं।
  • बाइबल के युग में अंगूर एक महत्वपूर्ण भोज्य पदार्थ था और दाख की बारी समृद्धि का प्रतीक था।
  • अंगूरों को सड़ने से बचाने के लिए उन्हें सुखा लिया जाता है। * सूखे अंगूर किशमिश कहलाते है जिन्हें केक बनाने में काम में लिया जाता है।
  • यीशु ने अपने शिष्यों को परमेश्वर के राज्य की शिक्षा देने के लिए दाख की बारी का उदाहरण दिया था।

(यह भी देखें: दाखलता, दाख की बारी, दाखरस)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H811, H891, H1154, H1155, H1210, H3196, H5955, H6025, H6528, G288, G4718

अंजीर, अंजीरों

परिभाषा:

“अंजीर” एक छोटा मीठा फल होता है जो पेड़ में उगता है। पक जाने पर इस फल के विभिन्न रंग होते हैं, भूरा, पीला या बैंगनी।

  • अंजीर का पेड़ छः मीटर तक लम्बा हो जाता है और इसके चौड़े पत्तों के कारण पेड़ के नीचे बहुत छाया होती है । इसके फल की लम्बाई 3-5 से.मी. होती है।
  • आदम और हव्वा ने पाप करने के बाद अंजीर के पत्तों से अपने वस्त्र बनाए थे।
  • अंजीर का फल खाया जाता है, पकाया जाता है या सुखा कर भी रखा जाता है। लोग उन्हें टुकड़े करके उनकी टिक्कियाँ बनाकर सुखा लेते हैं कि बाद में खाने के काम आए।
  • बाइबल के युग में अंजीर खाने के लिए और बेचकर पैसा कमाने के लिए महत्त्वपूर्ण स्रोत थे।
  • फलदायक अंजीर के पेड़ की चर्चा बाइबल में बार-बार की गई है। जिसका संदर्भ समृद्धि से है।
  • यीशु ने भी अनेक बार अंजीर के वृक्षों का उदाहरण देकर आत्मिक सत्यों की व्याख्या की थी।

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H1061, H1690, H6291, H8384, G3653, G4808, G4810

अत्याचार करना, अंधेर करना, सताए हुए, अंधेर करनेवाला, अधिकार रखना

परिभाषा:

“अत्याचार करना” और “अंधेर” अर्थात मनुष्यों के साथ निर्दयता का व्यवहार करना। “अत्याचारी” वह है जो मनुष्यों पर अत्याचार करता है।

  • “अत्याचार” विशेष करके उस परिस्थिति का संदर्भ देता है जिसमें अधिक शक्तिशाली मनुष्य अपने अधिकार के अधीन या अपने राज्य के लोगों के साथ दुर्व्यवहार करते हैं या उन्हें दास बना लेते हैं।
  • “उत्पीड़ित” जन वे हैं जिनके साथ निर्दयता का व्यवहार किया जाता है।
  • शत्रु राष्ट्र और उनके शासक इस्राएल की प्रजा पर अत्याचार करते थे।

अनुवाद के सुझाव:

  • प्रकरण के आधार पर “अत्याचार” का अनुवाद किया जा सकता है, “कठोर व्यवहार करना” या “भारी बोझ डालना” या “दयनीय दासत्व में रखना” या “निर्दयी शासन करना”।
  • “अत्याचार” के अनुवाद के अन्य रूप हो सकते हैं, “घोर दमन एवं दासत्व” या “कष्टप्रद नियंत्रण”
  • शोषित” का अनुवाद हो सकता है, “पीड़ित मनुष्य” या “भयंकर दासत्व में मनुष्य” या “निर्दयता का व्यवहार सहनेवाले"|
  • “अत्याचार करने वाले” का अनुवाद हो सकता है, “अत्याचारी मनुष्य” या “कठोर व्यवहार या राज करनेवाला देश” या “उत्पीड़क”|

(यह भी देखें: बांधना, दास बनाना, सताना)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong’s: H1790, H1792, H2541, H2555, H3238, H3905, H3906, H4642, H5065, H6115, H6125, H6184, H6206, H6216, H6217, H6231, H6233, H6234, H6693, H7429, H7533, H7701, G2616, G2669

अथाह कुण्ड, अथाह गड्ढे

परिभाषा:

“अथाह कुण्ड” एक विशाल अथाह गड्ढे का संदर्भ देता है।

  • बाइबल में "अथाह कुण्ड" दण्ड का स्थान है।
  • उदाहरणार्थ, यीशु ने एक दुष्टात्माग्रस्त मनुष्य से दुष्टात्माओं को निकाला तो उन्होंने यीशु से विनती की कि उन्हें अथाह गड़हे (कुण्ड) में न डाले।

“अथाह कुण्ड” का अनुवाद “अथाह गड्ढा” या “अगाध खाई” किया जा सकता है।

  • इस शब्द का अनुवाद “अधोलोक” या “नरक” से भिन्न होना चाहिए।

(यह भी देखें: अधोलोक, नरक, दण्ड देना)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: G00120 , G54210

अधर्मी साक्षी, अन्यायी साक्षी, झूठी गवाही, झूठा गवाह

परिभाषा:

“झूठा साक्षी” या और “अधर्मी साक्षी” उस व्यक्ति के संदर्भ में है जो किसी के बारे में या किसी घटना के बारे में, न्यायालय जैसी सभा में असत्य बातें कहता है।

  • “झूठी गवाही” या “अन्यायी साक्षी” वास्तव में उच्चारित झूठ है।
  • “झूठी गवाही देना” अर्थात झूठ कहना या गलत वर्णन करना।
  • बाइबल में अनेक उदाहरण हैं जब झूठे गवाहों को भाड़े पर लाया गया कि किसी को दण्ड या मृत्युदण्ड दिलवाने के लिए झूठी गवाही दी जाए।

अनुवाद के सुझाव:

  • “झूठी गवाही देना” या “झूठी साक्षी देना” इसका अनुवाद किया जा सकता है, “अवैध साक्षी” या “किसी के बारे में मिथ्या वर्णन करना” या “किसी के विरूद्ध झूठा अरोप लगाना” या “झूठ कहना”
  • जब “झूठी गवाही” किसी मनुष्य के संदर्भ में हो तब कहा जा सकता है, “झूठ बोलने वाला मनुष्य” या “झूठी गवाही देने वाला मनुष्य” या “असत्य बातें कहनेवाला मनुष्य”।

(यह भी देखें: साक्षी, सत्य)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H5707, H6030, H7650, H8267, G19650, G31440, G55710, G55750, G55760, G55770

अधर्मी, अधर्म

परिभाषा:

“अधर्मी” शब्द ऐसे मनुष्य का वर्णन करता है जो व्यवस्था या नियमों का पालन नहीं करता। जब कोई देश या समुदाय में अधर्म की स्थिति हो तो वहां व्यापक अवज्ञा, विद्रोह या अनैतिकता होती है।

अधर्मी जन विद्रोही होता है, वह परमेश्वर के नियमों का पालन नहीं करता है। प्रेरित पौलुस ने लिखा कि अन्त के दिनों में अधर्म का पुरूष प्रकट होगा अर्थात “अधर्मी जन” जो शैतान के प्रभाव में बुरे काम करेगा।

अनुवाद के सुझाव:

  • “अधर्म” का अनुवाद “विद्रोही” या “अवज्ञाकारी” या “नियम विरोधी” किया जा सकता है।

“अधर्म” का अनुवाद “नियमों का पालन नहीं करना” या “विद्रोह”(परमेश्वर की व्यवस्था के विरुद्ध) किया जा सकता है।

  • वाक्यांश "अधर्म का पुरूष" का अनुवाद "मनुष्य जो किसी भी व्यवस्था का पालन नहीं करता है" या "मनुष्य के रूप में किया जा सकता है जो परमेश्वर के नियमों के विरुद्ध विद्रोह करता है।"
  • यदि संभव हो तो इस अवधि में "व्यवस्था" की अवधारणा को रखना महत्वपूर्ण है
  • ध्यान दें कि इस शब्द से "अवैध" शब्द का एक अलग अर्थ है।

(यह भी देखें: व्यवस्था, व्यवस्थापूर्ण, व्यवस्था)

बाइबल संदर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H6530, H7386, G113, G266, G458, G459

अधिकार में लेना, अधिकार में लिया, कब्ज़ा, वंचित करना

तथ्य:

“अधिकार में लेना” (वारिस होना) और “सम्पत्ति” प्रायः किसी वस्तु के स्वामीत्व को दर्शाते हैं। इनका अर्थ किसी वस्तु पर अधिकार करना या भूमि पर अधिकार करना भी होता है।

  • पुराने नियम में यह शब्द “भूमि पर अधिकार” या “अधिकार करने” के संदर्भ में उपयोग किए गए हैं।
  • यहोवा ने इस्राएलियों को आज्ञा दी कि वे कनान देश पर “अधिकार” करें तो इसका अर्थ था कि वे उस देश में जाकर वहां रहें। इसमें पहले वहां के निवासियों, कनानियों को जीतना था।
  • परमेश्वर ने इस्राएलियों से कहा था कि उसने उन्हें वह देश उनकी संपदा होने के लिए दे दिया है। इसका अनुवाद हो सकता है, “उनका अधिकृत निवास स्थान”।
  • इस्राएल को यहोवा का “निज धन” भी कहा गया है। इसका अर्थ है कि वे उसके अपने लोग थे जिन्हें उसने विशेष करके अपनी आराधना और सेवा के लिए बुलाया था।

अनुवाद के सुझाव:

  • “अधिकारी होना” का अनुवाद “स्वामी होना” या “रखना” या “अधिकार रखना” भी हो सकता है।
  • “पर अधिकार करो” का अनुवाद “वश में करो” या “अधिग्रहण करो” “वहां रहो”-प्रकरण के अनुसार अनुवाद करें।
  • मनुष्यों की संपदा के संदर्भ में “संपदा” का अनुवाद “सामान” या “सम्पत्ति” या “अधिकार की वस्तुएं” या “जिन वस्तुओं के वे स्वामी हैं”।
  • यहोवा इस्राएल को “मेरा निज धन” कहता है जिसका अनुवाद “मेरे विशेष लोग” या “मेरे लोग” या “मेरे लोग जिन से मैं प्रेम करता हूं और जिन पर में राज करता हूं”।
  • भूमि के संबन्ध में जब कहा गया है, “वह उनका भाग होगा” तो इसका अर्थ है, “वे उस भूमि के अधिकारी होंगे” या “वह देश उनका होगा”।
  • “उसके अधिकार में पाया गया" इसका अनुवाद हो सकत्या है, “जिसे वह रखे हुए था” या “ जो उसके पास था”।
  • “तुम्हारा निज भाग” का अनुवाद “जो तुम्हारा है” या “वह स्थान जहां तुम रहोगे”।
  • “उसकी संपदा” का अनुवाद “जो उसके अधिकार में था” या “जो उसका था”।

(यह भी देखें: कनान, आराधना, inherit)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H0270, H0272, H0834, H2505, H2631, H3027, H3423, H3424, H3425, H3426, H4180, H4181, H4672, H4735, H4736, H5157, H5159, H5459, H7069, G11390, G21920, G26970, G27220, G29320, G29330, G29350, G40470, G52240, G55640

अंधियारा

परिभाषा:

“अंधियारा” का अर्थ है प्रकाश की अनुपस्थिति इस शब्द के प्रतीकात्मक अर्थ भी हैं:

  • रूपक स्वरूप “अंधियारा” का अर्थ है, “अशुद्धता” या “बुराई” या “आत्मिक अंधापन”
  • इसका सदंर्भ पाप और नैतिक भ्रष्टाचार से सम्बंधित किसी भी बात से है।
  • “अन्धकार का राज्य” इस उक्ति का अर्थ है सब कुछ जो बुरा है और शैतान के शासनाधीन है।
  • “अंधियारा” शब्द मृत्यु के रूपक स्वरुप भी काम में लिया जा सकता है। (देखें: उपमा)
  • जिन मनुष्यों को परमेश्वर का ज्ञान नहीं उनके लिए कहा जाता है कि वे “अंधियारे में रह रहे हैं” अर्थात वे धार्मिकता को समझते नहीं और न ही उसका व्यवहार करते हैं।
  • परमेश्वर ज्योति (धार्मिकता) है और अन्धकार (बुराई) उस पर नहीं छा सकती है।
  • परमेश्वर का त्याग करनेवालों के दण्ड के स्थान को कभी-कभी “बाहरी अन्धकार” कहा गया है।

अनुवाद के सुझाव:

  • इस शब्द का अनुवाद ज्यों का त्यों करना उचित है, लक्षित भाषा में इसका पर्यायवाची शब्द जिसका सन्दर्भ रौशनी की अनुपस्थिति से है, वही काम में लिया जाए। यह एक ऐसा शब्द है जो किसी कमरे के अन्धकार के सन्दर्भ में हो सकता है जहां प्रकाश नहीं या समय का वह पहर जब प्रकाश नहीं होता है।
  • प्रतीकात्मक उपयोगों में भी प्रकाश के विलोम शब्द का भाव व्यक्त होना है, जैसे भलाई और सत्य के विपरीत बुराई और धोखे का वर्णन करना।
  • प्रकरण के अनुसार इसका अनुवाद हो सकता है, "रात का अंधेरा" ("दिन की रोशनी" के विपरीत) या "कुछ भी नहीं दिखना जैसे रात में" या "अंधेरी जगह जैसी बुराई"

(यह भी देखें: भ्रष्ट, प्रभुता, राज्य, ज्योति, उद्धार करना, धर्मी)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H0652, H0653, H2816, H2821, H2822, H2825, H3990, H3991, H4285, H5890, H6205, G22170, G46520, G46530, G46550, G46560

अधीन होना, अधीनता स्वीकार करना, अधीनता में

परिभाषा:

“अधीन होना” इसका सामान्य अर्थ है स्वैच्छा से किसी मनुष्य के या सरकार के अधिपत्य के अधीन होना।

  • बाइबल में यीशु के विश्वासियों को कहा गया है कि वे अपने जीवन में परमेश्वर और अन्य अधिकारियों के अधीन रहें।
  • “एक दूसरे के अधीन रहो” इस निर्देश का अर्थ है, दीनतापूर्वक सुधार स्वीकार करें और अपनी अपेक्षा अन्यों की आवश्यकताओं पर अधिक ध्यान दें।
  • “अधीनता में रहना” अर्थात स्वयं को किसी वस्तु या मनुष्य के अधिकाराधीन रखना।

अनुवाद के सुझाव:

  • “अधीन रहो” इस आज्ञा का अनुवाद हो सकता है, “अधिकार के नीचे हो जाओ” या “अगुआई का अनुसरण करो” या “दीनतापूर्वक प्रतीष्ठा करो और आदर करो”।
  • “अधीनता” का अनुवाद हो सकता है, “आज्ञा पालन” या “अधिकार का अनुपालन करना"
  • “अधीनता में रहो” का अनुवाद हो सकता है, “आज्ञापालन करो” या “किसी के अधिकाराधीन रहो”
  • “अधीनता में रहो” का अनुवाद हो सकता है, “दीनतापूर्वक अधिकार स्वीकार करो”

(यह भी देखें: प्रजा)

बाइबल संदर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H3584, G5226, G5293

अधीन, अधीन होना, अधीनता

तथ्यों:

एक व्यक्ति दूसरे व्यक्ति के "अधीन" होता है, जब दूसरा व्यक्ति पहले पर शासन करता है। “अधीन रहो” अर्थात, "आज्ञा" मानो या “किसी के अधिकार के अधीन रहो”

  • “के अधीन करना” का अर्थ है मनुष्यों को किसी अगुवे या शासक के आधिपत्य के अधीन करना।
  • “किसी को किसी बात के अधीन करना” अर्थात् किसी के नकारात्मक अनुभव करवाना जैसे दण्ड की आज्ञा के अधीन करना।
  • कभी-कभी “अधीन” शब्द का सन्दर्भ किसी विषय का कारण होना या किसी बात का केंद्र होना जैसे, “निन्दा का पात्र होना"
  • “के अधीन” का अर्थ भी वही है जैसे “के अधीन रहो” या “ की अधीनता स्वीकार करो"

(यह भी देखें: अधीन)

बाइबल के सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H1697, H3533, H3665, H4522, H5647, H5927, G03500, G13790, G13960, G17770, G36630, G52920, G52930

अनमोल, मूल्यवान, बहुमूल्य, बढ़िया

तथ्य:

“अनमोल” उन मनुष्यों या वस्तुओं का संदर्भ देता है जिन्हें बहुत अत्यधिक मान का समझा जाता है।

  • “अनमोल पत्थर” या “अनमोल मूंगे” उन चट्टानों या खनिजों के संदर्भ में काम में लिए जाते है जो रंगीन होते हैं या ऐसे अन्य गुणवान होते हैं जो उन्हें सुंदर या उपयोगी बनाते हैं।
  • अनमोल पत्थरों में हैं, हीरे, माणिक और पन्ना।
  • सोना और चांदी “अनमोल धातु” हैं।
  • यहोवा कहता है कि उसकी उसकी दृष्टी में उसकी प्रजा “अनमोल है”। (यशा. 43:4)
  • पतरस कहता है, "परमेश्वर की दृष्टी नम्रता और मन की दीनता का मूल्य बड़ा है”। (1पत. 3:4)
  • इसका अनुवाद हो सकता है, “मूल्यवान” या “अतिप्रिय” या “संजोने योग्य” या “अति माननीय”।

(यह भी देखें: सोना, चांदी)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H0068, H1431, H2532, H2667, H2896, H3357, H3365, H3366, H3368, H4022, H4030, H4261, H4262, H5238, H5730, H8443, G927, G1784, G2472, G4185, G4186, G5092, G5093

अनार, अनारों

तथ्य:

अनार एक फल है जिसका आवरण मोटा होता है जिसमें लाल रंग का खाने के दाने होते हैं।

बाहरी छिलका लाल रंग का होता है और बीजों का गुदा चमकदार और लाल होता है।

  • अनार गर्म और सूखी जलवायु के देशों में बहुतायत से उगते हैं, जैसे मिस्र और इस्राएल।
  • परमेश्वर ने इस्राएल से प्रतिज्ञा की थी कि कनान पानी और उपजाऊ भूमि थी जिसके कारण वहां भोजन सामग्री और अनार बहुतायत से हैं।
  • सुलैमान निर्मित मन्दिर की सजावट में तांबे के अनार बने हुए थे।

(यह भी देखें: तांबा, कनान, मिस्र, सुलैमान, मन्दिर)

बाइबल सन्दर्भ:

मिस्र

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H7416

अनुकरण करना, अनुकरणकारी

परिभाषा:

“के समान चाल चलना” और “अनुकरण करना” का संदर्भ किसी की नकल करने से है, ठीक उसी व्यक्ति का सा आचरण रखना।

  • विश्वासियों को शिक्षा दी गई है कि यीशु मसीह का अनुकरण करें, यीशु के सदृश्य परमेश्वर की आज्ञा मानें और मनुष्यों से प्रेम करें।
  • प्रेरित पौलुस ने आरंभिक कलीसिया से कहा था कि वे उसकी सी चाल चलें, जैसे वह मसीह की सी चाल चलता है।

अनुवाद के लिए सुझाव:

  • “अनुकरण” का अनुवाद “वैसा ही करना” या “उसके उदाहरण पर चलना”
  • “परमेश्वर का अनुकरण” का अनुवाद, “ऐसे मनुष्य होना जो परमेश्वर का स्वभाव रखते हैं” या “परमेश्वर के से काम करनेवाले होना”
  • “तुम हमारी सी चाल चलते हो” का अनुवाद “हमारे उदाहरण पर चले” या “तुम वैसे ही ईश्वर-भक्ति के काम करते हो जो तुमने हमें करते हुए देखा हैं”।

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H310, H6213, G1096, G2596, G3401, G3402, G4160

अनुवाद करना, व्याख्या, व्याख्याता

तथ्य:

“व्याख्या करना” और “अर्थ बताना” का अर्थ है किसी अस्पष्ट बात का अर्थ समझना और उसकी व्याख्या करना।

  • बाइबल में इन शब्दों का संदर्भ प्रायः स्वप्नों एवं दर्शनों के अर्थ बताने से है।
  • जब बेबीलोन के राजा ने बड़े ही परेस्शान करने वाले स्वप्न देखे थे, तब परमेश्वर ने दानिय्येल की सहायता की कि वह उनका अर्थ समझाए और उनका सन्दर्भ स्पष्ट करे।
  • स्वप्न का “अर्थ” बताने का तात्पर्य उस स्वप्न की व्याख्या करने से है।
  • पुराने नियम में, परमेश्वर कभी-कभी स्वप्नों द्वारा मनुष्यों को भविष्य की घटनाएं बताता था। अतः उन स्वप्नों का अर्थ भाविश्यद्वानियाँ होता था।
  • "व्याख्या" शब्द का सन्दर्भ अन्य बातों के अर्थ का अनुमान लगाना भी हो सकता है, जैसे सर्द या गर्म के आधार पर, वायु प्रवाह के आधार पर, और आकाश को देख कर मौसम का निर्धारण करना।
  • "व्याख्या" शब्द के अनुवाद रूप हो सकते हैं: "अर्थ का मान निर्धारण करना या "वर्णन करना" या "अर्थ बताना।"
  • "व्याख्या" शब्द का अनुवाद ऐसे भी हो सकता है: "वर्णन करना" या "अर्थ निर्धारान।"

(यह भी देखें: बाबेल, दानिय्येल, स्वप्न, भविष्यद्वक्ता, दर्शन)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H995, H3887, H6591, H6622, H6623, H7667, H7760, H7922, G1252, G1328, G1329, G1381, G1955, G2058, G3177, G4793

अन्न, किनकों, खेतों

परिभाषा:

“अन्न” अर्थात गेहूं, जौ, मक्का, दाल, चावल जैसे खाद्य संयंत्र के बीज को संदर्भित करता है। इसका अभिप्राय संपूर्ण पौधे से भी हो सकता है।

  • बाइबल में मुख्य अन्न हैं गेहूं और जौ।
  • बालियां गेहूं के पौधे का वह ऊपरी भाग है जो दाने को पकड़े रहता है।
  • कुछ पुराने संस्करणों (अंग्रेजी) में “कार्न” शब्द अर्थात दाना शब्द का उपयोग किया गया है जो अन्न के सामान्य सदंर्भ में है। परन्तु आधुनिक भाषा में “कार्न” का अर्थ केवल मक्का से है।

(यह भी देखें: सिर, गेहूं)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H1250, H1430, H1715, H2233, H2591, H3759, H3899, H7054, H7383, H7641, H7668, G248, G2590, G3450, G4621, G4719

अन्नबलि

परिभाषा:

“अन्नबलि” परमेश्वर के लिए अन्न या आटे की रोटी के रूप में बलि थी।

  • “अन्न” का अर्थ है अन्न का आटा।
  • आटे को पानी या तेल में गूंध कर रोटी बनाई जाती थी। कभी-कभी रोटी पर तेल लगाया जाता था।
  • यह बलि प्रायः होमबलि के साथ चढ़ाई जाती थी।

(यह भी देखें: होमबलि, अन्न, बलिदान)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H4503, H8641

अन्नबलि, अन्नबलियों

परिभाषा:

अन्नबलि परमेश्वर को चढ़ाई जानेवाली गेहूं या जौ के आटे की भेंट थी जो प्रायः होमबलि के बाद चढ़ाई जाती थी।

  • अन्नबलि के लिए काम में लिया गया अन्न बारीक पिसा हुआ होना था। कभी-कभी उसे पका कर भी भेंट चढ़ाई जाती थी और कभी कच्चा भी चढ़ाया जाता था।
  • अन्न के आटे में तेल और नमक मिलाया जाता था परन्तु खमीर और शहद वर्जित था।
  • अन्नबलि का एक अंश जला दिया जाता था शेष याजक खाता था।

(यह भी देखें: होमबलि, दोषबलि, बलिदान, पाप बलि)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H4503, H8641

अन्यजाति

परिभाषा:

बाइबल में “अन्यजाति” शब्द उन लोगों के लिए काम में लिया गया है जो यहोवा की अपेक्षा देवी-देवताओं की पूजा करते थे।

  • ऐसे लोगों से संबन्धित कोई भी बात जैसे उनके उपासना स्थल की वेदियां, धार्मिक अनुष्ठान तथा उनकी श्रद्धा-आस्थाएं आदि सब अन्य जाति कहलाते थे।
  • अन्य जातियों के विश्वास में देवी-देवताओं की तथा प्रकृति की पूजा थी।
  • इन अन्य जातियों के धर्म में व्यभिचार या नरबलि आराधना का भाग होता था।

(यह भी देखें: वेदी, झूठे देवता, बलि, आराधना, यहोवा)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H1471, G14840

अपमान, अपवित्र ठहराती, अपवित्र ठहराया, लज्जा की बात

तथ्य:

“अपमान” अर्थात आदर सम्मान से वंचित होना

  • जब मनुष्य पाप करता है तो वह अपमान एवं लज्जा की स्थिति में होता है।
  • “लज्जाजनक” शब्द पाप को या पाप करनेवाले का वर्णन करता है।
  • कभी-कभी भले काम करने वाले के साथ ऐसा व्यवहार किया जाता है जिससे वह लज्जित एवं अपमानित होता है।
  • उदाहरणार्थ, यीशु की क्रूस पर मृत्यु एक लज्जाजनक मृत्यु थी। यीशु ने ऐसे अपमान के योग्य कुछ नहीं किया था।
  • “अपमान” का अनुवाद “लज्जा” या “मानमर्दन” हो सकता है।
  • “लज्जाजनक” का अनुवाद “कलंकित” या “अपमानित” हो सकता है।

(यह भी देखें: अपमान, आदर, लज्जा)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H954, H1984, H2490, H2617, H2659, H2781, H2865, H3637, H3971, H5007, H5034, H5039, H6031, H7036, G149, G819, G3680, G3856

अपराध, अपराधी

परिभाषा:

“अपराध” प्रायः ऐसे अनाचार का संदर्भ देता है जिसमें देश का नियम तोड़ना होता है। “अपराधी” शब्द उस मनुष्य के सन्दर्भ में होता है जिसने अपराध किया है।

  • अपराध अनेक प्रकार के होते हैं जैसे मनुष्य की हत्या करना या किसी की संपदा की चोरी करना।
  • अपराधी को पकड़ कर बन्दी बनाया जाता है और कारावास में रखा जाता है।
  • बाइबल के युग में कुछ अपराधी भगोड़े होते थे। वे जगह-जगह भागते फिरते थे कि उनके अपराध का बदला लेनेवालों से बचे”।

(यह भी देखें: चोर)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H2154, H2400, H4639, H5771, H7563, H7564, G25560, G25570, G44670

अभिलाषा, कामुक, मनोभाव, लालसाएं

परिभाषा:

प्रायः पाप या अनैतिकता के सन्दर्भ में की गई उत्कट अभिलाषा को लालसा कहते हैं। लालसा करने का अर्थ है, ललकना।

  • बाइबल में “लालसा” अपने जीवन साथी के अतिरिक्त किसी और के लिए यौन लालसा को कहा गया है।
  • कभी-कभी इस शब्द को प्रतीकात्मक रूप में काम में लिया गया है, मूर्तिपूजा के लिए।
  • प्रकरण के अनुसार, “लालसा” का अनुवाद हो सकता है, “अनुचित इच्छा” या “गहरी इच्छा” या “अनुचित यौन वासना” या “प्रबल अनैतिक कामना” या “पाप करने की प्रबल इच्छा”
  • “की लालसा करना” का अनुवाद हो सकता है, “अनुचित इच्छा मन में बसाना” या “के बारे में अनैतिक मनोकामना करना” या “अनैतिक अभिलाषा करना”

(यह भी देखें: व्यभिचार, झूठे भगवान)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H183, H185, H310, H1730, H2181, H2183, H2530, H5178, H5375, H5689, H5691, H5869, H7843, G766, G1937, G1939, G2237, G3715, G3806

अर्घ

परिभाषा:

अर्घ परमेश्वर के लिए एक चढ़ावा था जिसमें वेदी पर दाखमधु उण्डेला जाता था। यह होमबलि और अन्नबलि के साथ चढ़ाया जाता था।

  • पौलुस अपने जीवन के लिए कहता है कि वह अर्घ की भांति उण्डेला जा रहा है। इसका अर्थ है कि वह परमेश्वर की सेवा में पूर्णतः समर्पित था कि मनुष्यों में सुसमाचार सुनाए,जबकी वह जानता था कि वह इस प्रयोजन निमित्त कष्ट उठाएगा वरन मार डाला भी जाएगा।
  • क्रूस पर यीशु की मृत्यु परम अर्घ था क्योंकि हमारे पापों के कारण क्रूस पर उसका लहू उंडेला गया था।

अनुवाद के सुझाव:

  • इस शब्द का अनुवाद हो सकता है, “दाखमधु उण्डेलना”
  • पौलुस कहता है कि वह अर्घ के समान उण्डेला जा रहा है तो इसका अनुवाद हो सकता है, “मैं मनुष्यों में परमेश्वर का शुभ सन्देश सुनाने के लिए ठीक वैसे ही पूर्णतः समर्पित हूं जैसे दाखमधु को वेदी पर अर्घ करके चढ़ाया जाता है”।

(यह भी देखें: होमबलि, अन्नबलि)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H5257, H5261, H5262

अवज्ञा, अवज्ञा, अवज्ञा किया, आज्ञा का उल्लंगन, विद्रोही, आज्ञा का पालन करने से इन्कार करते हैं, अवज्ञाकारी

परिभाषा:

“अवज्ञा” का अर्थ है अधिकारी की आज्ञा या आदेश का पालन न करना। ऐसा करने वाले मनुष्य को “अवज्ञाकारी” कहते है।

  • व्यक्ति जो वह काम करता है, जिसे करने के लिए मना किया गया था, उसे अवज्ञा कहते हैं।
  • अवज्ञा का अर्थ यह भी है कि वह कार्य करने से मना कर देना जिसकी आज्ञा दी गई थी।
  • “अवज्ञाकारी” शब्द ऐसे व्यक्ति का भी चरित्र चित्रण करता है जिसका स्वभाव आज्ञा न मानना और विद्रोह करना है। इसका अर्थ है कि वह पापी और दुष्ट है।
  • “अवज्ञा” शब्द का अर्थ है, आज्ञा न मानने का कार्य” या “ऐसा व्यवहार जो परमेश्वर की इच्छा के विरूद्ध है।”
  • “आज्ञा न मानने वाली जाति” का अनुवाद “अवज्ञा ही में रहनेवाली जाति” या “परमेश्वर की आज्ञाओं का पालन नहीं करनेवाली जाति” के रूप में हो सकता है।

(यह भी देखें: अधिकार, बुराई, पाप, आज्ञा पालन)

बाइबल सन्दर्भ:

बाइबल कहानियों के उदाहरण:

  • 02:11 परमेश्वर ने उस आदमी से कहा, "तुमने अपनी पत्नी को सुनकर मेरी अनसुनी की।"
  • 13:07 अगर लोग इन नियमों का पालन करते थे, तो परमेश्वर ने वादा किया था कि वह उन्हें आशीर्वाद और उनकी रक्षा करेगा। यदि वे अवज्ञा करे तो परमेश्वर उन्हें दण्ड देगा।
  • 16:02 क्योंकि इस्राएल ने परमेश्वर की अवज्ञा करते रहे, उसने उन्हें अपने दुश्मनों को उन्हें पराजित करने की अनुमति देकर दण्ड दिया।
  • 35:12 "बड़े बेटे ने अपने पिता से कहा, 'इन सभी वर्षों से मैंने आपके लिए ईमानदारी से काम किया है! मैंने कभी भी आपको अवज्ञा नहीं किया लेकिन फिर भी तुमने मुझे एक छोटा बकरी नहीं दिया, ताकि मैं अपने दोस्तों के साथ मना सकूं ।"

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रांग'स: H4784, H5674, G506, G543, G544, G545, G3847, G3876

अवतरण, वंश

परिभाषा:

"वंशज वह मनुष्य है जो इतिहास में किसी पूर्वकालिक मनुष्य का सगा संबन्धि है।

  • उदाहरणार्थ, अब्राहम नूह का वंशज था।
  • वंशज किसी की सन्तान, पोते, परपोते आदि होते हैं। इस्राएल के बारह गोत्र याकूब के वंशज थे।
  • "से उत्पन्न" एक और रूप है जो "का वंश" के लिए काम में लिया जाता है जैसे "अब्राहम नूह का वंशज था।" इसका अनुवाद “पारिवारिक वंशावली” भी हो सकता है।

(यह भी देखें: अब्राहम, पूर्वज, याकूब, नूह, इस्राएल के बारह गोत्र)

बाइबल सन्दर्भ:

बाइबल की कहानियों के उदाहरण:

  • 02:9 “औरत का वंश तेरे सिर को कुचल डालेगा, और तू उसकी एड़ी को डसेगा।”
  • 04:9 “मैं तेरे वंश को कनान देश देता हूँ।”
  • 5:10 तेरे वंश को आकाश के तारागण के समान अनगिनित करूँगा |
  • 17:7 तेरे ही वंश में से एक राजा मेरे लोगों पर हमेशा के लिए शासन करेगा, और मसीह भी तेरे वंश से होगा।”
  • 18:13 यहूदा के राजा दाऊद के वंश के थे।
  • 21:4 परमेश्वर ने राजा दाऊद से प्रतिज्ञा की थी कि मसीह दाऊद के अपने वंश में से एक होगा।
  • 48:13 परमेश्वर ने राजा दाऊद से प्रतिज्ञा की थी कि उसका एक वंशज परमेश्वर के लोगों पर सदा राज्य करता रहेगा। यीशु जो मसीह है, वह दाऊद का वही विशेष वंशज है।

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H319, H1004, H1121, H1323, H1755, H2232, H2233, H3205, H3211, H3318, H3409, H4294, H5220, H6849, H7611, H8435, G1074, G1085, G4690

अशुद्ध करना, अपवित्र

परिभाषा:

अशुद्ध करने का अर्थ है: अपवित्र करना, गन्दा करना या पवित्र वस्तु का अपमान करना ।

  • अशुद्ध मनुष्य वह है जो अपवित्र व्हैयवहार करता है और परमेश्वर का आदर नहीं करता है ।
  • "अशुद्ध करना" क्रिया शब्द का अनुवाद हो सकता है: "अपवित्रता से व्यवहार करना" या "श्रृद्धा रहित व्यवहार करना" या "आदर नहीं करना ।"
  • परमेश्वर ने इस्राएलियों से कहा था कि उन्होंने अपने आप को “अशुद्ध” कर लिया है। अर्थात् वे मूर्ति पूजा के पाप से “अपवित्र” या “अपमानजनक” हो गए थे। वे परमेश्वर का निरादर भी कर रहे थे।
  • प्रकरण के अनुसार विशेषण शब्द “अशुद्ध” का अनुवाद हो सकता है: “सम्मान से रहित” या "अभक्त"या “अपवित्र”।

(यह भी देखें: अशुद्ध, पवित्र, अशुद्ध)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong’s: H2455, H2490, H2491, H5234, H8610, G952, G953

अशुद्ध करना, अशुद्ध किया, अपवित्र

परिभाषा:

“अशुद्ध करना” अर्थात किसी पवित्र स्थान को या पवित्र वस्तु के नष्ट-भ्रष्ट करना कि वह आराधना में उपयोग के योग्य न रह जाए।

  • “अपवित्र करने” में प्रायः उसके प्रति घोर अपमान की भावना होती है।
  • उदाहरणार्थ अन्यजाति राजाओं ने परमेश्वर के मन्दिर के पवित्र पात्रों को अपने राजमहल में भोज के समय मदिरा पान के लिए काम में लिए थे।
  • इस्राएल के शत्रु मृतकों की हड्डियों द्वारा परमेश्वर के मन्दिर को पवित्र करते थे।
  • इस शब्द का अनुवाद किया जा सकता है, “अपवित्र करने का कारण होना” या “अपवित्र करके अनादर करना” या “अपमानजनक अपवित्र” या “अशुद्धता का कारण उत्पन्न करना”।

(यह भी देखें: वेदी, अशुद्ध, अनादर, अशुद्ध करना, शुद्ध, मन्दिर, अपवित्र)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H2490, H2610, H2930, G953

अशुद्ध, अशुद्ध किया, भ्रष्ट करना

परिभाषा:

“अशुद्ध करना” और “अशुद्ध होना” का संदर्भ दूषित या मैला हो जाने से है। कोई वस्तु भौतिक, नैतिक या संस्कारिक रूप से अशुद्ध हो सकती है।

  • परमेश्वर इस्राएलियों को “अशुद्ध” और “अपवित्र” कही गई वस्तुओं को खाकर या स्पर्श करके अशुद्ध होना स्वीकार नहीं करता था।
  • शव या संक्रामक रोग परमेश्वर द्वारा अशुद्ध घोषित किए गए थे और उनका स्पर्श मनुष्यों को अशुद्ध कर देता था।
  • परमेश्वर ने इस्राएलियों को यौनाचार के पाप से बचने के लिए कहा था। इसके कारण वे अशुद्ध होकर परमेश्वर के ग्रहणयोग्य नहीं ठहरेंगे।
  • कुछ दैहिक क्रियाएं भी उन्हें अशुद्ध करती थी जिनके लिए उन्हें फिर से शुद्ध होने के लिए अनुष्ठान करना होता था।
  • नये नियम में यीशु ने शिक्षा दी थी कि पाप का विचार और कार्य वास्तव में मनुष्य को अशुद्ध करते हैं।

अनुवाद के सुझाव:

  • “अशुद्ध” का अनुवाद “अशुद्ध होना” या “अधर्मी होना या “संस्कारिक रूप से अस्वीकार्य होना”
  • “अशुद्ध होना” का अनुवाद हो सकता है, “अस्वच्छ होना” या “नैतिक रूप से (परमेश्वर को) अस्वीकार्य होना” या “संस्कारिक रूप से अस्वीकार्य होना”।

(यह भी देखें: अशुद्ध, शुद्ध)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H1351, H1352, H1602, H2490, H2491, H2610, H2930, H2931, G2839, G2840, G3392, G3435

अशुद्ध, बिगड़कर, नाश होती है, बिगड़ गए, भ्रष्ट, सड़ाहट, बिगड़ गए

परिभाषा:

“बिगड़कर” या “सड़ाहट” का संदर्भ ऐसी स्थिति से है जिसमें मनुष्य नाश हो जाता है, अनैतिक या बेईमान हो जाता है।

  • “बिगड़कर” शब्द का मूल अर्थ है, नैतिकता में “झुकना” या “तोड़ा जाना” है।
  • जो मनुष्य बिगड़ गया वह सत्य से विमुख हो गया और बेइमानी एवं अनैतिक कार्य करता है।
  • किसी को बिगाड़ना अर्थात उसे बेइमानी एवं अनैतिक कार्य करने के लिए प्रभावित करना।

अनुवाद के सुझाव:

  • “बिगाड़ना” अर्थात “बुरा काम करने के लिए प्रभावित करना” या “अनैतिक होने के लिए प्रेरित करना”।
  • बिगड़ा मनुष्य वह है, “जो अनैतिक हो गया है” या “जो बुराई करता है”
  • इस शब्द का अनुवाद “बुरा” या “अनैतिक” या “दुष्ट” भी किया जा सकता है।
  • “बिगड़ना” शब्द का अनुवाद “बुरा व्यवहार” या “बुराई” या “अनैतिकता” के रूप में किया जा सकता है।

(यह भी देखें: दुष्ट)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रांग'स: H2610, H3891, H4889, H7843, H7844, G861, G1311, G2704, G5351, G5356

अस्वीकार करना, त्याग कर दिया, परित्याग

परिभाषा:

“अस्वीकार करना” अर्थात किसी व्यक्ति या वस्तु को स्वीकार करने से इन्कार करना।

  • “अस्वीकार करना” का अर्थ यह भी हो सकता है, किसी बात में "विश्वास नहीं करना।"
  • परमेश्वर का त्याग करने का अर्थ है उसकी आज्ञा मानने से इन्कार करना।
  • इस्राएलियों ने मूसा की अगुआई को स्वीकार नहीं किया, इसका अर्थ है कि वे उसके अधिकार का विरोध कर रहे थे। वे उसकी आज्ञा मानना नहीं चाहते थे।
  • इस्राएलियों द्वारा मूर्तिपूजा करने का अर्थ था कि वे परमेश्वर का त्याग कर रहे है।
  • इस शब्द का मूल अर्थ है, “धक्का देना”। अन्य भाषाओं में ऐसी ही अभिव्यक्ति हो सकती है जिसका अर्थ हो, किसी वस्तु या मनुष्य में विश्वास करने का त्याग करना या इन्कार करना।

अनुवाद के सुझाव

  • प्रकरण के अनुसार “त्यागना” का अनुवाद हो सकता है, “स्वीकार नहीं करना” या “सहायता करना रोक देना” या “आज्ञा मानने से इन्कार करना” या “आज्ञा मानना छोड़ देना”।
  • "राज मिस्रियों ने जिस पत्थर को निकम्मा ठहराया था” या “निकम्मा ठहराया” अर्थात “काम में नहीं लिया” या “स्वीकार नहीं किया” या “फेंक दिया” या “निकम्मा जानकर काम में नहीं लिया”।
  • मनुष्यों द्वारा परमेश्वर की आज्ञाओं का परित्याग करने के संदर्भ में , परित्याग “आज्ञा मानने से इन्कार करना” या इसका अनुवाद हो सकता है, परमेश्वर की व्यवस्था को “हठ करके स्वीकार न करना।"

(यह भी देखें: आज्ञा, अवज्ञा, पालन, हठीले)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H0947, H0959, H2186, H2310, H3988, H5006, H5034, H5186, H5203, H5307, H5541, H5800, G01140, G04830, G05500, G05790, G05800, G05930, G06830, G07200, G16090, G38680

अहंकारी, आत्माभिमानी

परिभाषा:

“अहंकारी” अर्थात घमण्डी, प्रायः प्रकट, बाहरी रूप में।

  • अभिमानी मनुष्य अपनी बड़ाई करता है।
  • अभिमानी का अभिप्राय प्रायः यह है कि अन्य मनुष्य इतने महत्वपूर्ण या प्रतिभाशाली नहीं हैं जितना की मनुष्य स्वयं है।
  • परमेश्वर का अनादर करनेवाले लोग जो उसके विद्रोही है, अभिमानी हैं, क्योंकि वे स्वीकार नहीं करते कि परमेश्वर कैसा महान है।

(यह भी देखें: स्वीकार करना, डींग मारना, घमण्डी)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H1346, H1347, H2102, H2103, H6277, G212, G5450

आ पड़े, घेरना

परिभाषा:

“आ पड़े” और “घेरना” का संदर्भ किसी मनुष्य या किसी वस्तु को वश में कर लेने से है। इसमें विचार यह है, पीछा करके पहुंचना।

  • जब सेना किसी और दुश्मन सेना को घेर लेती है तो इसका अर्थ है कि उन्होंने उस सेना को युद्ध में पराजित कर दिया।
  • जब शिकारी शिकार को घेर लेता है तो इसका अर्थ है कि उसने पीछा करके शिकार को पकड़ लिया।
  • यदि किसी पर श्राप आ पड़े तो इसका अर्थ है कि श्राप में जो कुछ कहा गया था वह उसके साथ होता है ।
  • यदि मनुष्यों पर आशिष आती है तो इसका अर्थ है कि वे आशीषों का अनुभव कर रहे हैं।
  • प्रकरण के अनुसार “घेरना” का अनुवाद “जीतना” या “बन्दी बनाना” या “पराजित करना” या “पकड़ लेना” या “पूर्णतः प्रभावित करना” हो सकता है।
  • पूर्वकालिक क्रिया “आ पड़ी” का अनुवाद इस प्रकार किया जा सकता है, “पकड़ लिया” या “साथ आ गया” या “जीत लिया” या “पराजित कर दिया” या “हानि कर दी।"
  • जब चेतावनी दी जाए कि अन्धकार या दण्ड या भय मनुष्यों के पापों के कारण आ पड़ेगा तो इसका अर्थ है कि यदि वे पापों से न फिरे तो उन्हें इन नकारात्मक बातों का अनुभव होगा।
  • “मेरे वचन तुम्हारे पितरों पर आ पड़े है” का अर्थ है कि यहोवा ने उनके पूर्वजों को जो शिक्षाएं दी थी उनके कारण उन्हें दण्ड मिलेगा क्योंकि वे उन शिक्षाओं का पालन करने में असफल रहे।

(यह भी देखें: आशिष देना, धिक्कारने लगा, शिकार, दण्ड)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H0579, H0935, H1692, H4672, H5066, H5381, G26380, G29830

आग, लुकटियों, अग्निपात्र, भट्ठा, अंगीठियाँ

परिभाषा:

आग: किसी वस्तु के जलाने पर उत्पन्न ऊष्मा, प्रकाश और लौ।

  • लकड़ी आग में जलकर राख हो जाती है।
  • आंधी के परिप्रेक्ष्य में आग का सन्दर्भ बिजली से भी होता है या स्वर्ग की अग्नि से।
  • शब्द“आग” को प्रतीकात्मक रूप में भी काम में लिया गया है, जिसका संदर्भ प्रायः दण्ड और शोधन से है।
  • अविश्वासियों का अन्तिम दण्ड नरक की आग में डाला जाना है।
  • आग सोने और अन्य धातुओं का शोधन करती है। बाइबल में इस शोधन प्रक्रिया को परमेश्वर द्वारा मनुष्य की जीवन में कठिन परिस्थितियों द्वारा उसके शोधन को दर्शाने के लिए काम में लिया गया है।
  • “आग से बपतिस्मा देना” इस उक्ति का अनुवाद हो सकता है “शुद्ध होने के लिए कष्ट उठाने विवश होना।”

(यह भी देखें: शुद्ध)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H0215, H0217, H0398, H0784, H0800, H0801, H1197, H1200, H1513, H2734, H3341, H3857, H4071, H4168, H5135, H6315, H8316, G439, G440, G1067, G2741, G4442, G4443, G4447, G4448, G4451, G5394, G5457

आज्ञा मानना, आज्ञा दिया, आज्ञाकारी, पालन करना,

परिभाषा:

"आज्ञा मानना" का अर्थ है अनिर्वाय या आज्ञा दी हुई बात को मानना। “आज्ञाकारी” शब्द आज्ञा माननेवाले का चरित्र प्रकट करता है। आज्ञाकारिता" आज्ञाकारी मनुष्य की विशेषता है।कभी-कभी आज्ञा किसी काम को न करने के लिए कहती है जैसे “चोरी मत कर”।

  • “आज्ञा मानना” प्रायः किसी अधिकारी की आज्ञाएं मानना नियमों का पालन करना होता है।
  • उदाहरणार्थ, मनुष्य देश के अगुओं द्वारा बनाए गए नियमों का पालन करता है या राज्य के या संस्था के नियमों का।
  • सन्तान अपने माता पिता की आज्ञा मानते है, दास अपने-अपने स्वामी की आज्ञा मानते है, मनुष्य परमेश्वर की आज्ञा मानते हैं और नागरिक अपने देश के नियमों का पालन करते हैं।
  • जब लोग किसी अधिकारी की आज्ञा मान कर उस काम को न करे तो वे आज्ञा का पालन करते हैं।
  • इस शब्द का अनुवाद ऐसे शब्दों या उक्तियों द्वारा किया जा सकता है जिनका अर्थ “आज्ञा के अनुसार करें” या “आदेशों का पालन करें” या “परमेश्वर जो कहता है वह करें”।
  • “आज्ञाकरी” शब्द का अनुवाद “आज्ञा का पालन करें” या “आदेशों का पालन” या “परमेश्वर की आज्ञा का पालन करना”।

(यह भी देखें: नागरिक, आदेश, आज्ञा नहीं मानना, राज्य, व्यवस्था)

बाइबल संदर्भ:

बाइबल कहानियों से उदाहरण:

  • 03:04 परमेश्वर की इस आज्ञा के अनुसार नूह ने किया। नूह और उसके तीन बेटों ने नाव की रचना वैसे ही की जैसे परमेश्वर ने उनसे कहा था।
  • 05:06 फिर अब्राहम ने परमेश्वर की आज्ञा का पालन किया, और अपने पुत्र का बलिदान देने के लिये तैयार हो गया |
  • 05:10 पृथ्वी की सारी जातियाँ तेरे(अब्राहम) कारण अपने को धन्य मानेंगी; क्योंकि तूने मेरी बात मानी है।
  • 05:10 परन्तु मिस्र परमेश्वर पर विश्वास नहीं किया या आज्ञा का पालन नहीं किया।
  • 13:07 यदि वह लोग इन नियमों का पालन करेंगे, तो परमेश्वर अपनी वाचा के अनुसार उन्हें आशीष देंगा।

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रांग'स: H1697, H2388, H3349, H4928, H6213, H7181, H8085, H8086, H8104, G191, G3980, G3982, G5083, G5084, G5218, G5219, G5255, G5292, G5293, G5442

आज्ञा/आदेश, आदेश दिया

परिभाषा:

आज्ञा एक नियम या घोषणा है। "आज्ञा" शब्द का अर्थ आदेश देना है जिसका पालन करना अनिवार्य है। आज्ञा को "आदेश" भी कहा जा सकता है।

  • एक "आज्ञा" एक "नियम" के समान है, लेकिन सामान्यतः लिखित की अपेक्षा उच्चारित शब्दों के सन्दर्भ में होत्ती है।
  • शब्द "आज्ञा" का अनुवाद हो सकता है, "नियम देना" या "आदेश देना" या "औपचारिक रूप से अनिवार्यता" या "सार्वजनिक कानून बनाना"
  • परमेश्वर के नियमों को भी आदेश, व्यवस्था और आज्ञाएं कहते हैं।
  • मानवीय शासक द्वारा आज्ञा का एक उदाहरण है, कैसर ऑगुस्तुस की आज्ञा थी की रोमी साम्राज्य में हर एक मनुष्य अपने जन्म स्थान जाकर जनगणना में नाम लिखवाए।

(यह भी देखें: आदेश, घोषित करना, व्यवस्था, प्रचार करना)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H0559, H0633, H1697, H5715, H1504, H1510, H1881, H1882, H1696, H2706, H2708, H2710, H2711, H2782, H2852, H2940, H2941, H2942, H3791, H3982, H4055, H4406, H4687, H4941, H5407, H5713, H6599, H6680, H7010, H8421, G13780

आनन्द, आनन्द मनाना, आनन्दित हुआ, आनन्द करें

परिभाषा:

शब्द "आनन्द" का मतलब है खुशी और हर्ष से भरा होना।

  • इस शब्द का संदर्भ अक्सर परमेश्वर के उपकारों के कारण अत्यधिक प्रसन्न होना है।
  • इसका अनुवाद, “अत्यधिक प्रसन्न होना” या “हर्ष से भर जाना” या “खुशी की सीमा न होना” के रूप में हो सकता है।
  • मरियम ने कहा, "मेरी आत्मा मेरे उद्धारकर्ता परमेश्वर में आनन्दित है," उसका मतलब था "परमेश्वर मेरे उद्धारकर्ता ने मुझे बहुत खुश कर दिया है" या “मैं अपने उद्धारकर्ता परमेश्वर के कार्य से अत्यधिक आनन्दित हूं”।

(यह भी देखें: आनन्द)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H1523, H1524, H2302, H2654, H4885, H5937, H5938, H5947, H5965, H5970, H6342, H6670, H7442, H7797, H7832, H8055, H8056, H8057, G21, G2165, G2620, G2744, G2745, G4796, G4913, G5463

आनन्द, आनन्दित, आनन्द करे, प्रसन्न

परिभाषा:

आनन्द

आनंद परमेश्वर से प्राप्त प्रसन्नता की अनुभूति या गहरा सन्तोष। सम्बन्धित शब्द “आनंदित” एक ऐसे व्यक्ति का वर्णन करता है जो अत्यधिक प्रसन्न और गहरे आनंद से पूर्ण है।

  • मनुष्य आनंदित तब होता है जब उसे यह अनुभूति होती है कि जिसका वह अनुभव कर रहा है वह बहुत अच्छी है।
  • परमेश्वर मनुष्य को सच्चा आनंद प्रदान करता है।
  • आनंद मनभावन परिस्थितियों में प्राप्त नहीं होता है। परमेश्वर मनुष्य के जीवन में घोर कठिनाइयों में भी आनंद प्रदान कर सकता है।
  • कभी-कभी स्थानों को भी आनंद के कहते हैं जैसे घर और नगर। इसका अर्थ है कि वहां रहने वाले लोग आनंदित हैं।

आनंदित होना

शब्द "आनन्द" का अर्थ खुशी और खुशी से भरा होना है।

  • यह शब्द अक्सर परमेश्वर द्वारा की गई अच्छी चीजों के बारे में बहुत खुश होने का उल्लेख करता है।

  • इसका अनुवाद "बहुत खुश होना" या "बहुत प्रसन्न होना" या "आनन्द से भरा होना" हो सकता है।

  • जब मरियम ने कहा "मेरा प्राण  मेरे उद्धारकर्ता परमेश्वर को आनन्दित करता है," उसका मतलब था "मेरे उद्धारकर्ता परमेश्वर ने मुझे बहुत आनन्दित किया है" या "मेरे उद्धारकर्ता परमेश्वर ने मेरे लिए जो किया है उसके कारण मुझे बहुत आनन्द हो रहा है।"

अनुवाद के सुझाव:

  • “आनंद” शब्द का अनुवाद “हर्ष” या “प्रसन्नता” या “महान प्रसन्नता” भी हो सकता है।
  • “आनंदित रहो” का अनुवाद हो सकता है, “आनंद करना” या “अत्यधिक प्रसन्न होना” या “परमेश्वर की भलाई में अत्यधिक प्रसन्न होना” जैसी अभिव्यक्ति।
  • एक आनंदित मनुष्य को “अत्यधिक प्रसन्न” या “हर्षित” या “बहुत खुश” कह सकते हैं।
  • “जय जयकार करो” का अनुवाद हो सकता है, “इस प्रकार चिल्लाओ कि अत्यधिक आनंद प्रकट हो।”
  • “आनंदित नगर” या “आनंदित घर” का अनुवाद हो सकता है “वह नगर जिसमें आनंदित लोग रहते हैं” या “आनंदित लोगों से भरा घर” या “जिस नगर के लोग प्रफुल्लित हैं।” (देखें: लक्षणालंकार)

(यह भी देखें: आनन्द करना)

बाइबल सन्दर्भ:

बाइबल कहानियों से उदाहरण:

  • 33:07 “वैसे ही जो पथरीली भूमि पर बोए जाते है, ये वह है जो वचन को सुनकर तुरन्त आनन्द से ग्रहण कर लेते है।”
  • 34:04 “स्वर्ग का राज्य खेत में छिपे हुए धन के समान है, जिसे किसी व्यक्ति ने छिपाया। एक दुसरे व्यक्ति को वो धन मिला और उसने भी उसे वापस छिपा दिया। वह बहुत आनन्द से भर गया और जाकर अपना सब कुछ बेच दिया और उस खेत को मोल ले लिया।”
  • 41:07 वे स्त्रियाँ भय और बड़े आनन्द से भर गई। वे चेलो को यह आनन्द का समाचार देने के लिये दौड़ गई।

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H1523, H1524, H1525, H1750, H2304, H2305, H2898, H4885, H5937, H5947, H5970, H7440, H7442, H7444, H7445, H7797, H8055, H8056, H8057, H8342, H8643, G20, G21, G2167, G2744, G3685, G4640, G5463, G5479

आनन्द, प्रसन्‍न, सुखी

परिभाषा:

“प्रसन्न होना” अर्थात बहुत आनन्दित होना या अति हर्षित होना।

  • “में आनन्द लेना” अर्थात “में सुखी होना” या “के बारे में खुश होना”। यदि कोई मनुष्य किसी बात से "आनंदित" होता है तो इसका अर्थ है कि वह उस बात में अत्यधिक आनंद लेता है।* जब कोई बात अत्यधिक सहमति के योग्य हो या मनभावन हो तो उसे “प्रसन्नता” कहते हैं।
  • किसी मनुष्य की प्रसन्नता किसी बात में है तो इसका अर्थ है कि वह उससे अति आनन्दित है।
  • “वह तो यहोवा की व्यवस्था से प्रसन्न रहता है” इसका अनुवाद हो सकता है, “यहोवा की व्यवस्था मुझे असीम आनन्द प्रदान करती है”, या “मैं परमेश्वर के नियमों का पालन करने से प्रसन्न होता हूँ” या “यहोवा की आज्ञाओं का पालन करके मुझे आनन्द प्राप्त होता है।”
  • “प्रसन्न नहीं होता है” और “आनन्द नहीं पाता है” इनका अनुवाद हो सकता है, “कदापि प्रसन्न नहीं” या “उससे प्रसन्न नहीं।”
  • “प्रसन्न रहता है” अर्थात “उसे करने में आनन्द प्राप्त होता है” या “वह बहुत खुश होता है”।
  • शब्द "प्रसन्न" उन चीजों को संदर्भित करता है जिनका मनुष्य आनन्द उठाता है। इसका अनुवाद “सुख” या “चीज़ें जो जो सुख देती हैं” के रूप में किया जा सकता है।
  • “तेरी इच्छापूर्ति मेरा आनन्द है”, इसका अनुवाद हो सकता है, “मुझे तेरी इच्छा के अनुसार चलने में प्रसन्नता होती है”, “तेरी आज्ञा मानकर मुझे बहुत सुख प्राप्त होता है”।

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H1523, H2530, H2531, H2532, H2654, H2655, H2656, H2836, H4574, H5276, H5727, H5730, H6026, H6027, H7306, H7381, H7521, H7522, H8057, H8173, H8191, H8588, H8597

आयु, युग, वृद्ध

परिभाषा:

“आयु” अर्थात मनुष्य का जीवनकाल। इसका उपयोग सामान्य तौर पर समय की अवधि के संदर्भ में भी होता है।

  • विस्तारित अवधि को व्यक्त करने के लिए प्रयोग किए जाने वाले दूसरे शब्दों में "काल" और "ऋतु" शामिल हैं।
  • यीशु ने वर्तमान समय को जब पृथ्वी पर पाप, बुराई और अवज्ञा बहुत अधिक हो जाएगी, “यह युग” कहा था।
  • एक भावी युग भी होगा जब नए आकाश और नई पृथ्वी पर धार्मिकता का राज होगा।

अनुवाद सुझाव:

  • प्रकरण के अनुसार “युग” शब्द का अनुवाद, “काल” या “इतने वर्ष की आयु” या “समय सीमा” या “समय” हो सकता है।
  • “बहुत अधिक आयु” इस उक्ति का अनुवाद, “कई वर्ष का होकर” या “जब वह बहुत वृद्ध हो गया” या “जब वह बहुत समय जी चुका” हो सकता है।
  • “यह वर्तमान बुरा युग” अर्थात “वर्तमान में इस समय के दौरान जब लोग बहुत बुरे हैं”।

बाइबल संदर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: G01650 , G10740

आंशिक, पक्ष करना, पक्षपात

परिभाषा:

“पक्षपात करना” और “पक्षपात”, इनका सन्दर्भ है, कुछ लोगों को अन्यों से अधिक महत्व देना का चुनाव करना।

  • यह वैसा ही है जैसा किसी को कृपापात्र बनाना अर्थात, कुछ लोगों के साथ अन्यों की अपेक्षा अधिक अनुग्रहीत व्यवहार करना।
  • पक्षपात या विशेष अनुग्रह प्रकट करना अधिकतर इसलिए किया जाता है कि मनुष्य अधिक धनवान है या अन्यों से अधिक प्रतिष्ठित है।
  • बाइबल अपने लोगों को उपदेश देती है कि वे धनवानों तथा प्रतिष्ठित जनों के प्रति पक्षपाती न हों।
  • रोम की कलीसिया को लिखे पत्र में पौलुस कहता है कि परमेश्वर पक्षपात नहीं करता है वह निष्पक्ष न्याय करता है।
  • याकूब के पत्र में भी यही शिक्षा दी गई है कि धनवानों को अधिक उत्तम स्थान देना या उनके साथ अधिक विनम्र व्यवहार करना उचित नहीं है।

(यह भी देखें: पक्ष धरना)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H5234, H6440, G991, G1519, G2983, G4299, G4382, G4383

आहेर, आहेर करना

परिभाषा:

शब्द "आहेर" प्रायः भोजन हेतु किसी पशु का शिकार करना।

  • प्रतीकात्मक अर्थ में “शिकार” शब्द उस मनुष्य के लिए भी काम में लिया जा सकता है जिसका लाभ उठाया जाए, दुरूपयोग किया जाए या अधिक सामर्थी मनुष्य द्वारा उस पर अत्याचार किया जाए।
  • मनुष्यों का “शोषण” करना अर्थात उन पर अत्याचार करके लाभ उठाना या उनकी चोरी करना।
  • “आहेर” का अनुवाद “शिकार किया गया पशु” या “जिसका शिकार किया गया है” या “शिकार”

(यह भी देखें: सताना)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H400, H957, H961, H962, H2863, H2963, H2964, H4455, H5706, H5861, H7997, H7998

इतिहास

परिभाषा:

“इतिहास” अर्थात समय के किसी युग की लिखित घटनाओं का अभिलेख।

  • पुराने नियम की दो पुस्तकें, “पहला इतिहास” और “दूसरा इतिहास” कहलाती हैं।
  • “इतिहास” की इन पुस्तकों में इस्राएल के इतिहास का एक भाग व्यक्त करती हैं जिनका आरंभ आदम से लेकर प्रत्येक पीढ़ी के लोगों की सूची से है।
  • “पहला इतिहास” इस पुस्तक में राजा शाऊल के जीवन का अन्त और राजा दाऊद के राज्य का अभिलेखा है।
  • “दूसरा इतिहास” राजा सुलैमान और अन्य राजाओं के राज्यकाल का वर्णन है, मन्दिर निर्माण तथा उत्तरी राज्य इस्राएल और दक्षिणी राज्य यहूदा का विभाजन भी।
  • दूसरा इतिहास की पुस्तक के अन्त में बेबीलोन की बन्धुआई के आरंभ होने की चर्चा की गई है।

(यह भी देखें: बाबेल, दाऊद, बन्धुआई, इस्राएल का राज्य, यहूदा, सुलैमान)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H1697

इस्राएल के बारह गोत्र, बारह गोत्र

परिभाषा:

"इस्राएल के बारह गोत्र" का सन्दर्भ याकूब के बारह पुत्रों और उनके वंशजों से है।

  • याकूब के पुत्रों के नाम हैं: रूबेन, शमौन, लेवी, यहूदा, दान, नप्ताली, गाद, अशेर, इस्साकार, जबूलून, यूसुफ, बिन्यामीन।
  • बाईबल में अनेक स्थान ऐसे हैं जहां इन बारह गोत्रों की सूची में भिन्नता है| कहीं-कहीं सूची में लेवी, यूसुफ़ या दान को छोड़ दिया गया है और कहीं-कहीं यूसुफ़ के दो पुत्रों, एप्रैम तथा मनश्शे को सूची में जोड़ दिया है|

(यह भी देखें: रूबेन, शमौन, लेवी, यहूदा, दान, नाप्ताली, गाद, आशेर, इस्साकार, ज़बूलून, यूसुफ़, बिन्यामीन, एप्रैम, मनश्शे, इस्राएल, याकूब, गोत्र)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H3478, H7626, H8147, G1427, G2474, G5443

उकाब

परिभाषा:

उकाब एक विशाल पक्षी होता है जो मछली, चूहा, सांप और मुर्गी के बच्चे जैसे छोटे जीव जंतु खाता है।

  • बाइबल में सेना की गति और बल की तुलना शिकार पर उकाब के झपटने की फुर्ती से की गई है।
  • यशायाह कहता है कि परमेश्वर का भय माननेवाले उकाब के समान हवा से बातें करेंगे। यह एक रूपक है जिसका अर्थ है परमेश्वर में विश्वास करने और उसकी आज्ञाओं को मानने से स्वतंत्रता और शक्ति प्राप्त होती है।
  • दानिय्येल की पुस्तक में राजा नबूकदनेस्सर के बालों की लम्बाई की तुलना उकाब के परों से की गई है, उकाब का पर 50 सेन्टी मीटर से भी अधिक लम्बा होता है।

(यह भी देखें: दानिय्येल, स्वतंत्र, नबूकदनेस्सर, सामर्थ्य)

(यह भी देखें: अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करें)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H5403, H5404, H7360, G105

उजड़ा, उजाड़, अकेला, निर्जन

परिभाषा:

“उजड़ा” और “उजाड़” अर्थात किसी बसे हुए स्थान को ऐसा नष्ट करना कि वह निर्जन स्थान हो जाए।

  • मनुष्य के संदर्भ में “उजड़ा” शब्द का अर्थ है, विनाश, अकेलापन और दुःख।
  • उजड़ने की दशा को उजड़ा हुआ कहते हैं।
  • खेती उजड़ने का अर्थ है खेती किसी कारण नष्ट हो गई जैसे टिड्डियों या आक्रमणकारी सेना द्वारा।
  • “उजड़ा स्थान” अर्थात कम फसल एवं साग-पात के कारण बहुत ही कम लोग वहां रहते हैं।
  • “निर्जन प्रदेश” या “जंगल” वे स्थान थे जहां समाज से बहिष्कृत जन (कोढ़ी) और भयानक वनपशु रहते थे।
  • नगर का “उजाड़” होने का अर्थ है, उसके भवन और वस्तुएं नष्ट की गई या “चोरी की गई” और उसकी जनता मार डाली गई या बन्दी बना ली गई। वह नगर, “खाली” एवं “खण्डहर” हो गया। इसका अर्थ “उजाड़ करना” या “उजाड़” जैसा ही है परन्तु खाली होना मुख्य भाव है।
  • प्रकरण के अनुसार इस शब्द का अनुवाद “विनाश” या “ध्वंस” या “निर्जन करना” या “अकेला और बहिष्कृत” या “सुनसान” हो सकता है।

(यह भी देखें: रेगिस्तान, नाश, खण्डहर, निर्जन)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H0490, H0816, H0910, H1565, H2717, H2720, H2721, H2723, H3173, H3341, H3456, H3582, H4875, H4923, H5352, H5800, H7582, H7701, H7722, H8047, H8074, H8076, H8077, G20480, G20490, G20500, G34430

उजाड़, सूखा

परिभाषा:

“उजाड़” अर्थात अनुपजाऊ या निष्फल।

  • बंजर भूमि में पेड़ पौधे नहीं उगते हैं।
  • स्त्री जो सन्तान उत्पन्न नहीं कर पाती है उसे बांझ कहते हैं।

अनुवाद के सुझाव:

  • भूमि के संदर्भ में कहा जा सकता है, “अनुपजाऊ” या “निष्फल” या “पेड़-पौधों से रहित”
  • स्त्री के संबन्ध में कहा जा सकता है, “निःसन्तान” या “संतान उत्पत्ति में अक्षम”।

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H4420, H6115, H6135, H6723, H7921, G06920, G47230

उजियाला, ज्योतियों, बिजली, बिजलियाँ, उजियाले, सूर्य के उजियाले, सांझ, प्रकाशित, ज्योतिर्मय

परिभाषा:

बाइबल में “उजियाला” शब्द के अनेक प्रतीकात्मक उपयोग किए गए हैं। इसका उपयोग अधिकतर धार्मिकता, पवित्रता और सत्य के रूपकों द्वारा किया जाता है। (देखें: उपमा)

  • यीशु ने कहा, “जगत की ज्योति मैं हूँ” उसके कहने का अर्थ था वह संसार को परमेश्वर का सच्चा सन्देश सुनाता है और मनुष्यों को उनके पापों के अन्धकार से उबारता है।
  • विश्वासियों को आज्ञा दी गई है, “ज्योति में चलो” अर्थात् उन्हें परमेश्वर की इच्छा के अनुसार जीवन जीना है और बुराई से बचना है।
  • प्रेरित यूहन्ना ने कहा, “परमेश्वर ज्योति है” और उसमें अन्धकार नहीं
  • ज्योति और अन्धकार एक दूसरे के पूर्णतः विपरीत हैं। अन्धकार का अर्थ है ज्योति का अभाव।
  • यीशु ने कहा कि वह “जगत की ज्योति है” और उसके अनुयायियों को संसार में ज्योति की नाई चमकना है, उन्हें ऐसा जीवन रखना है जिससे स्पष्ट प्रकट हो कि परमेश्वर कैसा महान है।
  • “ज्योति में चलो” अर्थात् ऐसा जीवन रखो जिससे परमेश्वर प्रसन्न होता है अर्थात् भलाई और उचित काम करो। अन्धकार में चलने का अर्थ है, परमेश्वर से विद्रोह करना और परेशान करना।

अनुवाद के सुझाव:

  • अनुवाद में “ज्योति” और “अन्धकार” शब्दों को ज्यों का त्यों रखा जाए चाहे उनका उपयोग प्रतीकात्मक हो।
  • अभिलेख की तुलना की व्याख्या करना आवश्यक है। उदाहरणार्थ, “ज्योति की सन्तान की नाईं चलो” इसका अनुवाद हो सकता है, खुला धर्मी जीवन जीओ जैसे कोई सूर्य के तीव्र प्रकाश में चलता है”।
  • सुनिश्चित करो कि “उजियाला” का अनुवाद ऐसा संकेत दे कि वह ज्योति का स्रोत है जैसे दीपक। इस शब्द का अनुवाद उजियाला ही का संदर्भ है।

(यह भी देखें: अन्धकार, पवित्र, धर्मी, सत्य)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H216, H217, H3313, H3974, H4237, H5051, H5094, H5105, H5216, H6348, H7052, H7837, G681, G796, G1645, G2985, G3088, G5338, G5457, G5458, G5460, G5462

उठा लिया गया

परिभाषा:

“उठा लिया गया” प्रायः परमेश्वर द्वारा किसी को अकस्मात ही चमत्कारी रूप से स्वर्ग में उठा लेने के संदर्भ में होता है।

  • “साथ हो लिया” शीग्रता करके किसी के निकट पहुंचना इसी का समानार्थक शब्द है, “आगे निकलना”
  • प्रेरित पौलुस तीसरे स्वर्ग में “उठा लिए जाने” की चर्चा करता है। इसका अनुवाद “ऊपर ले लेना” भी हो सकता है
  • पौलुस कहता है कि जब मसीह पुनः आएगा तब विश्वासी उससे आकाश में भेंट करने के लिए “उठा लिए जाएंगे”।
  • यह प्रतीकात्मक अभिव्यक्ति “मेरे अधर्म के कामों ने मुझे आ पकड़ा” इसका अनुवाद हो सकता है “मैं अपने पापों का परिणाम भोग रहा हूं” या “मेरे पापों के कारण मैं दुःख उठा रहा हूं” या “मेरा पाप मुझे कष्ट दे रहा है।"

(देखें: आश्चर्यकर्म, घेरना, दु:ख उठाना, समस्या)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H1692, G0726

उत्तराधिकारी

परिभाषा:

“उत्तराधिकारी” वह व्यक्ति है जो मृतक की धन सम्पदा को वैधानिक रूप से प्राप्त करता है।

  • बाइबल के युग में पहिलौठा मुख्य उत्तराधिकारी होता है जिसे पिता की सम्पदा और धन का अधिकांश भाग मिलता है।
  • बाइबल में “उत्तराधिकारी” शब्द का प्रतीकात्मक उपयोग भी किया गया है, विश्वासी परमेश्वर पिता से आत्मिक लाभ पाते हैं।
  • परमेश्वर की सन्तान होने के नाते विश्वासी मसीह यीशु के “संगी वारिस” कहलाते हैं। इसका अनुवाद हो सकता है, “सह उत्तराधिकारी” या “संगी उत्तराधिकारी” या “के साथ उत्तराधिकारी”।
  • “उत्तराधिकारी” शब्द का अनुवाद हो सकता है, “लाभ प्राप्त करनेवाला मनुष्य” या अपने माता पिता या रिश्तेदार के मरने पर धन सम्पदा प्राप्त करने वाले के लिए भाषा में जो भी अभिव्यक्ति का उपयोग किया जाता है।

(यह भी देखें: पहिलौठा,उत्तराधिकार में पाना)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रांग'स : H1121, H3423, G2816, G2818, G2820, G4789

उपवास, उपवास करना

परिभाषा:

उपवास करना अर्थात कुछ समय भोजन नहीं करना जैसे एक दिन या अधिक समय। कभी-कभी उपवास में पानी भी नहीं पिया जाता है।

  • उपवास मनुष्यों की सहायता करता है कि परमेश्वर में ध्यान केन्द्रित करें और भोजन पकाने और खाने की चिन्ता किए बिना प्रार्थना कर पाएं।
  • यीशु ने यहूदी धर्म गुरूओं द्वारा अनुचित कारणों से उपवास करने की आलोचना की थी। उपवास रखने में उनका उद्देश्य था कि लोग उन्हें धर्मी समझें।
  • मनुष्य कभी-कभी दुःख या शोक के कारण भी उपवास रखता है।
  • “उपवास करना” इस क्रिया का अनुवाद हो सकता है, “खाने का त्याग करना” या “खाना नहीं खाना”
  • “उपवास” संज्ञा शब्द का अनुवाद हो सकता है, “खाना नहीं, खाने का समय” या “खाना खाने के त्याग का समय”

(यह भी देखें: यहूदी अगुवे)

बाइबल सन्दर्भ:

बाइबल कहानियों से उदाहरण:

  • 25:01 तुरन्त ही यीशु के बपतिस्मा लेने के बाद, आत्मा ने यीशु को जंगल की ओर भेजा जहाँ उन्होंने चालीस दिन और चालीस रात उपवास किया
  • 34:08 “उदाहरण के लिये, मैं सप्ताह में दो बार उपवास रखता हूँ; मैं अपनी सब कमाई का दसवाँ अंश भी देता हूँ।”
  • 46:10 एक दिन जब अन्ताकिया की कलीसिया के मसीही उपवास सहित प्रभु की उपासना कर रहे थे, तो पवित्र आत्मा ने कहा, "मेरे लिये बरनबास और शाऊल को उस काम के लिये अलग करो जिसके लिये मैं ने उन्हें बुलाया है।"

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H2908, H5144, H6684, H6685, G777, G3521, G3522, G3523

ऊँचे स्थान पर, आकाश में

परिभाषा:

“ ऊँचे स्थान पर” या “आकाश में” का अर्थ है “स्वर्ग में”

  • “आकाश में” का अर्थ “सर्वाधिक आदरयोग्य” भी हो सकता है।
  • इसका उपयोग शब्दशः भी होता है जैसे “सबसे ऊंचे वृक्ष में”।
  • “ऊंचे पर” का संदर्भ आकाश में ऊंचाई पर भी हो सकता है जैसे पक्षी का घोंसला जो ऊंचाई पर है। इस संदर्भ में इसका अनुवाद हो सकता है, “आकाश में ऊँचा” या “ऊँचे वृक्ष की चोटी पर”।
  • “ऊंचा” शब्द उठा हुआ स्थान या मनुष्य या वस्तु का महत्व दर्शाता है।
  • “ऊपर से” का अनुवाद “स्वर्ग से” से हो सकता है।

(यह भी देखें: स्वर्ग, आदर)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H1361, H4605, H4791, H7682, G17220, G53080, G53100, G53110

ऊँचे स्थान, ऊँचे स्थानों

परिभाषा:

“ऊंचे स्थान” का संदर्भ वेदियों और पवित्र स्थानों से है जहाँ मूर्ति पूजा की जाती थी। वे ऊँचे स्थानों पर बनाई जाती थी जैसे पहाड़ो पर या पर्वत की चोटियों पर।

  • इस्राएल के अनेक राजाओं ने परमेश्वर के विरूद्ध पाप किया उन्होंने ऊंचे स्थानों में देवी-देवताओं के लिए वेदियां बनवाई थी। जिसके कारण प्रजा मूर्ति-पूजा में मगन हो गई थी।
  • जब इस्राएल या यहूदा राज्य में परमेश्वर का भय माननेवाला कोई राजा राज्य करने आया तब उसने ऊंचे स्थानों या इन वेदियों को नष्ट किया कि मूर्ति-पूजा को रोके।
  • तथापि इन अच्छे राजाओं में से कुछ निश्चित रहे और उन्होंने इन वेदियों को ध्वंस नहीं किया जिसके परिणामस्वरूप संपूर्ण इस्राएल देश मूर्ति-पूजा करता रहा”

अनुवाद के लिए सुझाव:

  • इस उक्ति के अन्य अनुवाद रूप हो सकते हैं, “मूर्ति-पूजा के ऊंचे स्थान” या “पर्वतीय शिखर पर मूर्तियों के पवित्र स्थान” या “मूर्तियों की वेदी के टीले”।
  • सुनिश्चित करें कि इन शब्दों से मूर्तियों की वेदियों का स्पष्ट बोध हो न कि उन वेदियों के ऊँचे स्थान मात्र का जहाँ वे थी।

(यह भी देखें: वेदी, मूरत, आराधना)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H1116, H1181, H1354, H2073, H4791, H7311, H7413

ऊँट

परिभाषा:

ऊँट एक बड़ा चौपाया पशु होता है जिसकी पीठ पर एक या दो उभार होते हैं। (यह भी देखें: अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करे)

  • बाइबल के समय में, ऊँट इस्राएल और आस-पास के क्षेत्रों में पाए जाने वाले सबसे बड़े जानवर थे।
  • ऊँट लोग और बोझ भी ले जाने के लिए मुख्य रूप से इस्तेमाल किया जाता था।
  • कुछ जन समुदायों ऊँटों को भोजन के लिए इस्तेमाल करते थे परन्तु इस्राएल में नहीं, क्योंकि परमेश्वर ने कहा कि ऊँट अशुद्ध है इसलिए उसका मांस खाना नहीं है ।
  • ऊँट मूल्यवान थे क्योंकि वे तेजी से रेत में आसानी से भाग सकते हैं और कई सप्ताह भोजन और पानी के बिना रह सकते थे।

(यह भी देखें: बोझ, शुद्ध)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H1581, G2574

ओलों, ओले गिरना, ओला-वृष्टि, ओलों का तूफ़ान

तथ्य:

ओले आकाश से बरसने वाले बर्फ के टुकड़ों को कहते हैं। “हेल” शब्द अंग्रेजी भाषा में अभिवादन का शब्द है जिसका अर्थ “हेलो” या “तुम्हें शुभकामनाएं” है।

  • ओले बरसना अर्थात आकाश से बर्फ के टुकड़े बरसना जिसे “ओला-वृष्टि” कहते हैं।
  • ओले सामान्यतः छोटे-छोटे बर्फ के टुकड़े होते हैं (कुछ ही सें.मी. के) परन्तु कभी-कभी वे 20 सेंटिमीटर चौड़ा और एक किलोग्राम तक के होते हैं।
  • नये नियम में प्रकाशितवाक्य की पुस्तक में 50 किलोग्राम तक के ओले बरसने की चर्चा की गई है जब परमेश्वर अन्त समय में मनुष्यों को उनके पाप का दण्ड देगा।
  • पुरानी अंग्रेजी भाषा में “हेल” शब्द का अर्थ है “आनन्द मनाना” जिसका अनुवाद “अभिवादन” हो सकता है।

(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H68, H417, H1258, H1259, G5463, G5464

ओसाई, फटकना

परिभाषा:

“ओसाई” और “फटकना” का अर्थ है, गेहूं के दाने को निकम्मे पदार्थों से अलग करना| बाइबल में इन दोनों शब्दों का उपयोग प्रतीकात्मक रूप में भी किया जाता है, मनुष्यों को पृथक करने या उनका विभाजन करने में।

  • “ओसाई” भी अनावश्यक भूसी को अन्न से अलग करना है अन्न मिश्रित भूसी को हवा में उड़ाया जाता था कि हवा भूसी को उड़ाकर अन्न से अलग कर दे।

  • “फटकना” गेहूँ को जो हवा में उड़ाकर भूसी से अलग किया जाता है तदोपरांत एक छलनी में फटका जाता था कि उसमें से मिट्टी और कंकड़ जैसे अनावश्यक पदार्थ अलग हो जाएं।

  • पुराने नियम में फटकना और ओसाई शब्दों का प्रतीकात्मक उपयोग भी किया गया है जिसका संदर्भ कठिनाइयों से है जो धर्मियों को अधर्मियों से अलग करती हैं।

  • एक बार यीशु ने भी “फटकना” शब्द का प्रतीकात्मक उपयोग किया है जब वह शमोन पतरस से कह रहा था कि वह और अन्य शिष्य अपने विश्वास में कैसे परखे जायेंगे।

  • इन शब्दों का अनुवाद करने के लिए, लक्षित भाषा में उन शब्दों या वाक्यांशों का उपयोग करें जो इन गतिविधियों के संदर्भ में काम आते हैं| इसके संभावित अनुवाद हो सकते हैं, "हिलाना" या "हवा करना।" यदि लक्षित भाषा में ओसाई या फटकना समझ से परे हो तो इनका अनुवाद उन शब्दों के द्वारा किया जा सकता है जो गेंहू को भूँसी या अनाव्शय पदार्थों से पृथक करने के लिए काम में लिए जाते हैं या इस प्रक्रिया का वर्म्नन किया जा सकता है।

(यह भी देखें: अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करें)

(यह भी देखें: भूसी, अन्न)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H2219, H5128, H5130, G44250, G46170

कटी, कमर

परिभाषा:

“कमर” मनुष्य या पशु के शरीर का वह भाग है जो अंतिम पसली और कूल्हे की हड्डी के मध्य का भाग है जिसे निचले पेट के रूप में भी जाना जाता है।

  • “कमर कस लो” अर्थात् परिश्रम करने के लिए तैयार हो जाओ। यह मुहावरा उस अभ्यास से आता है जब वे अपने बागे के निचले भाग को उठाकर कटिबन्ध में बांध लेते थे कि चलना फिरना आसान हो जाए।
  • “कमर” शब्द बाइबल में प्रायः बलि पशु के पिछले भाग के सन्दर्भ में लिया जाता था।
  • बाइबल में “कमर” का प्रतीकात्मक एवं शिष्टोक्ति रूप में मनुष्य के संतानोत्पत्ति के स्रोत, गुप्तांगों के लिए काम में लिया गया शब्द है। (देखें: शिष्टोक्ति).
  • “तुझ से उत्पन्न होगा” इस उक्ति का अनुवाद हो सकता है: “तेरी सन्तान होगी” या “तेरे अंश से उत्पन्न होगा” या “परमेश्वर तुम से उत्पन्न करेगा।” (देखें: शिष्टोक्ति).
  • शरीर के किसी अंग के संदर्भ में इसका अनुवाद, प्रकरण के अनुसार हो सकता है: “उदर” या “कूल्हा” या “कमर।"

(यह भी देखें: वंशज, कमर कसना, सन्तान)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H2504, H3409, H3689, H4975, G3751

कठोर, कठोर करना, हठीला/कठोरता

परिभाषा:

  • “कठोर” शब्द के अर्थ प्रायः कठिन, असाध्य या हठीला के सन्दर्भ में काम में लिया जाता है।
  • “कठोर हृदय” “हठीला” उन लोगों के संदर्भ में है जो हठ करके पश्चाताप नहीं करते। यह अभिव्यक्ति उन लोगों का वर्णन करती है जो परमेश्वर की आज्ञा न मानने का हठ करते हैं।
  • जब इसे क्रिया विशेषण स्वरूप काम में लिया जाता है जैसे “कठोर परिश्रम” या “कठोर प्रयास” तो इसका अर्थ है किसी काम को दृढ़ता के साथ यत्न से करना, किसी काम को अति उत्तम रूप से करने का प्रयत्न करना।

अनुवाद के सुझाव

  • “कठोर” शब्द का अनुवाद “कठिन” या “हठीला” या “चुनौतीपूर्ण” किया जा सकता है जो प्रकरण के अनुसार हो।
  • “कठोरता” शब्द या “हृदय की कठोरता” या “कठोर हृदय” का अनुवाद हो सकता है, “हठीलापन” या “निरन्तर विद्रोह” या “विद्रोही स्वभाव” या “हठीली अवज्ञा” या “हठ करके मन फिराव न करना।"
  • “कठोर हो गया” का अनुवाद हो सकता है, “मन न फिराने का हठ” या “आज्ञा मानने से इन्कार।"
  • “अपने हृदयों को कठोर मत करो” का अनुवाद “मन फिराव से इन्कार मत करो” या “हठ करके अवज्ञा मत करो”।
  • “हठीले” के अनुवाद रूप हो सकते हैं, “हठीली अवज्ञा” या “निरन्तर अवज्ञा करना” या “मन फिराव का इन्कार” या “सदैव विद्रोह करना”
  • “कठोर परिश्रम करना” या “कठोर प्रयास करना” इसे में “कठोर” का अनुवाद “यत्न के साथ” या “लगन के साथ” किया जा सकता है।
  • “दौड़ा चला जाता हूँ” का अनुवाद “बलपूर्वक आगे बढ़ता हूँ” या “दृढ़तापूर्वक अग्रसर होता हूँ”।
  • “मनुष्यों को कठोर परिश्रम का दुःख देना” (अत्याचार करना) इसका अनुवाद “मनुष्य से ऐसा कठोर परिश्रम कराना कि वे पीड़ित हों” या “मनुष्यों को अत्याधिक कठिन कार्य द्वारा दुःख देना”।
  • एक और अभिव्यक्ति है, प्रसव पीड़ा जो संतान को जन्म देते समय स्त्री का अनुभव है।

(यह भी देखें: अवज्ञा, दुष्ट, हृदय, प्रसव पीड़ा, हठी)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H0553, H1692, H2388, H2389, H2420, H2864, H3021, H3332, H3513, H3515, H3966, H4165, H4522, H5450, H5647, H5797, H5810, H5980, H5999, H6089, H6381, H6635, H7185, H7186, H7188, H7280, H8068, H8307, H8631, G09170, G14190, G14210, G14220, G14230, G22050, G25320, G25530, G28720, G28730, G34250, G34330, G40530, G41830, G44560, G44570, G46410, G46420, G46430, G46450, G49120

कब्र, कब्र देनेवाले, कब्रें, कब्रिस्तान

परिभाषा:

  • “कब्र” वह स्थान है जहां मृतक के शव को रखा जाता है। “कब्रिस्तान” एक अधिक सामान्य शब्द है जो इसके ही सन्दर्भ में काम में अता है।
  • यहूदी कभी-कभी प्राकृतिक गुफाओं को कब्रों के लिए काम में लेते थे। कभी-कभी वे पहाड़ों की चट्टानों में गुफा खोदते थे।
  • नये नियम के युग में, ऐसी कब्रों को बन्द करने के लिए उन पर बड़ा पत्थर लुढ़का देना एक आम अभ्यास था।
  • यदि लक्षित भाषा में कब्र के लिए प्रयुक्त शब्द केवल शव को गाड़ने के लिए धरती में बनाया गया एक छेद के सन्दर्भ में हो तो इसके अनुवाद के अन्य रूप हो सकते हैं: "गुफा" या पहाड़ में किया गया छेद"।
  • प्रतीकात्मक रूप में और अक्सर “कब्र” शब्द मृतक अवस्था को दर्शाने या मृतकों की आत्माओं के स्थान के लिए काम में आता है।

(यह भी देखें: दफन करना, मृत्यु)

बाइबल सन्दर्भ:

बाइबल कहानियों से उदाहरण:

  • 32:4 वह कब्रों में रहा करता था। वह रात दिन चिल्लाता रहता था|
  • 37:6 यीशु ने उनसे पूछा “तुमने लाज़र को कहाँ रखा है?” उन्होंने उससे कहा, "कब्र में, आओ और देख लो |” तब यीशु रोया|
  • 37:7 वो कब्र एक गुफा थी जिसके द्वार पर एक बड़ा पत्थर लुढ़का दिया गया था|
  • 40:9 तब यूसुफ और नीकुदेमुस, दो यहूदी याजक जिन्हें विश्वास था कि यीशु ही मसीह है, पिलातुस के पास जाकर यीशु का शव माँगा | उन्होंने उसके शव को उज्ज्वल चादर में लपेटा, और चट्टान में खुदवाई गई कब्र में रख दिया | तब उन्होंने द्वार पर बड़ा पत्थर लुढ़काकर उसे बन्द कर दिया|
  • 41:4 उसने कब्र के पत्थर को जो कब्र के द्वार पर लगा था हटा दिया और उस पर बैठ गया, कब्र की रखवाली करने वाले पहरुए काँप उठे और मृतक समान हो गए|
  • 41:5 जब महिलाएँ कब्र पर पहुँची, तब स्वर्गदूत ने उन स्त्रियों से कहा, “मत डरो | यीशु यहाँ नहीं है, परन्तु अपने वचन के अनुसार जी उठा है|" आओ, यह स्थान देखो |” तब उन स्त्रियों ने कब्र में देखा और जहा यीशु का शरीर रखा गया था वहाँ देख| उसका शरीर वहा नहीं था|

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H1430, H6900, H6913, H7585, H7845, G3418, G3419, G5028

कमर कसना, कमर कसी, लापता, बांधा हुआ, कटीबन्ध, कटिबन्ध कसना, कटिबन्ध बाँधना

परिभाषा:

“बाँधना” अर्थात किसी वस्तु पर कुछ बान्धना। इसका अर्थ प्रायः बागा की कमर पर पट्टा बान्धना होता है कि वह अपने स्थान पर रहे।

  • “कमर कसना” अर्थात वस्त्र का नीचे का भाग उठाकर कमर में बांधना कि मनुष्य आसानी से काम कर पाए।
  • इस मुहावरे का अर्थ है "काम करने के लिए तैयार होना" या कठिन काम करने की तैयारी करना।
  • “कमर कस लो” के अनुवाद में लक्षित भाषा की समानार्थक उक्ति काम में ली जा सकती है। या इसका लाक्षणिक अनुवाद भी किया जासकता है, “कार्य करने के लिए तैयार हो जाओ” या “तैयार हो जाओ।”
  • “लिपटा हुआ” अर्थात “चारों ओर लपेटा हुआ” या “घिरा हुआ” या “बन्धा हुआ”

(यह भी देखें: कमर)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H640, H247, H2290, H2296, H8151, G328, G1241, G2224, G4024

कर, अनुदान, भुगतान

परिभाषा:

“कर”, एक राजा द्वारा दूसरे राजा को दी जानेवाली भेंट जिसका उद्देश्य होता था, सुरक्षा एवं दोनों देशों के अच्छे संबन्ध।

  • कर एक भुगतान भी हो सकती है जिसे किसी शासक या सरकार को लोगों से आवश्यकता होती है,जैसे कि टोल या कर।
  • बाइबल के युग में कोई राजा या शासक किसी और राज्य में से होकर यात्रा करता था तो उस राज्य के राजा को कर देता था कि उस क्षेत्र में उसकी सुरक्षा सुनिश्चित की जाए।
  • कर में पैसों के अतिरिक्त अन्य पदार्थ जैसे भोजन वस्तुएं, मसाले, उत्तम वस्त्र, और सोने जैसी मूल्यवान धातुएं भी होती थी।

अनुवाद के सुझाव:

  • प्रकरण के अनुसार, “कर” का अनुवाद किया जा सकता है, “सरकारी भेंट” या “विशेष भुगतान” या “अनिवार्य भुगतान”।

(यह भी देखें: सोना, राजा, शासक, कर)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H1093, H4061, H4503, H4530, H4853, H6066, H7862, G5411

कर, लगान,करारोपण, करदाता, कर संग्राहक

परिभाषा:

“कर” और “करों” अर्थात उन पर सत्तावासी सरकार को पैसा या सामान देना। कर संग्राहक एक सरकारी कर्मचारी होता है जिसका उत्तरदायित्व है कि सरकार को दी जाने वाली धनराशी जनता से वसूल करे|

  • कर का मान निर्धारण किसी वस्तु के मूल्य या मनुष्य की सम्पदा के मूल्य पर किया जाता है।
  • यीशु और प्रेरितों के युग में, रोमी सरकार रोमी साम्राज्य में रहने वाले हर एक जन से कर वसूलती थी, यहूदिओं से भी|
  • यदि कर नहीं चुकाया तब तो सरकार दोषी पर वैधानिक कार्यवाही करके देय राशि की वसूली कर लेती है।
  • यूसुफ और मरियम, यात्रा करके बैतलहम को गए ताकि जनगणना में गिने जाए,जो कर देने हेतु रोमी साम्राज्य में रहनेवाले हर व्यक्ति के लिए अनिवार्य थी।
  • संदर्भ के आधार पर "कर" शब्द का अनुवाद "आवश्यक भुगतान" या "सरकारी धन" या "मंदिर धन" के रूप में भी किया जा सकता है।
  • "करों का भुगतान" करने का अनुवाद "सरकार को पैसा" या "सरकार के लिए धन संग्रह करना" या "आवश्यक भुगतान करना" के रूप में भी किया जा सकता है। "करों को एकत्र करने" का अनुवाद "सरकार के लिए धन प्राप्त करना" किया जा सकता है"
  • “चुंगी लेने वाला” सरकारी कर्मचारी है जो मनुष्यों से अनिवार्य धन-राशि एकत्र करता है।
  • र्प्मी सरकार के लिए कर वसूली करने वाले प्रायः सरकार द्वारा निर्दिष्ट धनराशी से अधिक वसूली किया करते थे और अतिरिक्त धनराशी अपने पास रख लेते थे|
  • क्योंकि कर संग्राहक इस प्रकार जनता को ठगते थे इसलिए यहूदी उनको महा पापी मानते थे|
  • यहूदी कर संग्राहकों को देशद्रोही भी मानते थे क्योंकि वे रोमी सर्कार के लिए काम करते थे जो यहूदिओं पर अत्यचार करती थी|
  • "चुंगी लेने वाले और पापी"यह उक्ति नए नियम के युग में एक सामान्य अभिव्यक्ति थी जिससे प्रकट होता था कि यहूदी कर संग्रसहकों से कैसी घृणा करते थे

(यह भी देखें: यहूदी, रोम, पाप)

बाइबल सन्दर्भ:

बाईबल की कहानियों के उदाहरण

34:6 उसने कहा, "दो मनुष्य मंदिर में प्रार्थना करने के लिए गए; एक धर्म गुरु (फरीसी) था अनुर दूसरा चुंगी लेने वाला|" 34:7 "धर्म गुरु (फरीसी) ने इस प्रकार प्रार्थना की, 'हे परमेश्वर, मैं तेरा धन्यवाद करता हूँ कि मैं दुसरे मनुष्यों के सदृश्य पापी नहीं हूँ जैसे डाकू,अंधेर करने वाले,व्यभिचारी, और न ही इस चुंगी लेने वाले के सामान हूँ|'" 34:9 "परन्तु चुंगी लेने वाले ने दूर खड़े होकर स्वर्ग के और आँख उठाना भी न चाहा, वरन अपनी छाती पीट पीट कर कहा, 'हे परमेश्वर मुझ पापी पर दया कर|'" 34:10 तब यीशु ने कहा, "मैं तुमसे सच कहता हूँ कि परमेश्वर ने उस चुंगी लेने वाले कि प्रार्थना सुन ली और उसको धर्मी घोषित कर दिया|" 35:1 एक दिन यीशु अनेक चुंगी लेने वालों और पापियों के समूह को शिक्षा दे रहा था|

शब्द तथ्य:

  • कर: Strong's: H2670, H4060, H4371, H4522, H4864, H6186, G1323, G2778, G5055, G5411 G583, G5411
  • कर संग्राहक: Strong's: H5065, H5674, G5057, G5058

करकट, गंवाया, उजाड़,निर्बल होना

परिभाषा:

किसी वस्तु को गवांना अर्थात उसे लापरवाही से फेंक देना या उसका निर्बुद्धि उपयोग करना। "उजाड़" या "करकट" का सन्दर्भ उस भूमि या शहर से है जिसे नष्ट कर दिया गया है और उसमें अब कुछ भी नहीं रह गया है।

  • "उजाड़ हो जाएँगे" यह एक अभिव्यक्ति है जिसका अर्थ है, कि अधिक से अधिक बीमार या बर्बाद हो जाएंगे। जो व्यक्ति निर्बल हो रहा है वह बीमारी या भोजन की कमी के कारण बहुत दुबला-पतला हो रहा है।
  • किसी नगर या स्थान को “उजाड़ छोड़ देना” अर्थात उसे नष्ट कर देना।
  • "उजाड़ स्थान" के लिए एक और शब्द हो सकता है, "रेगिस्तान" या "जंगल", परन्तु निर्जन भूमि का अभिप्राय हो सकता है, वहाँ कभी मनुष्यों का वास था और फलदायी पेड़-पौधे वहाँ थे|

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H0535, H1086, H1104, H1326, H2100, H2490, H2522, H2717, H2721, H2723, H3615, H3856, H4127, H4198, H4592, H4743, H5307, H5327, H7334, H7582, H7703, H7736, H7843, H8047, H8074, H8077, H8414, G06840, G12870, G20490, G26730

करना, सौंपना, किया है, प्रतिज्ञा/समर्पण

परिभाषा:

“समर्पण करना” और “समर्पण” का संदर्भ निर्णय लेने से या कुछ करने की प्रतिज्ञा करने से है.

  • कोई व्यक्ति किसी काम को करने की प्रतिज्ञा करता है, उसके लिए कहा जाता है कि वह उस काम को करने के प्रति समर्पित है.
  • किसी व्यक्ति को “काम सौंपना” अर्थात उसे कार्य-भार का उत्तरदायी ठहराना. उदाहरणार्थ 2 कुरि. में पौलुस कहता है कि परमेश्वर ने मेल-मिलाप की सेवा हमें सौंप दी (या “दे दी है”) है परमेश्वर से मेल रखो।
  • इसी से संबन्धित शब्द है “करना” और “किया है” जो अनुचित कार्य के लिए उपयोग किए गए हैं, जैसे “पाप करना” या “व्यभिचार करना” या “हत्या करना.”
  • “उसे वह सेवा सौंप दी” इस अभिव्यक्ति का अनुवाद हो सकता है, “उसे काम सौंपा” या “उस पर एक काम के लिए विश्वास किया” या “उसे एक काम दिया” या "उसे काम का उत्तरदायित्व संभला दिया."
  • “सौंपना” का अनुवाद हो सकता है, “कार्य जो दिया गया” या “प्रतिज्ञा जो की गई."

(यह भी देखें: व्यभिचार, विश्वायोग्य, प्रतिज्ञा, पाप)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H0539, H0817, H1361, H1497, H1500, H1540, H1556, H2181, H2388, H2398, H2399, H2403, H4560, H4603, H5003, H5753, H5766, H5771, H6213, H6466, H7683, H7760, H7847, G02640, G20380, G27160, G34290, G34310, G38600, G38720, G39080, G41020, G41600, G42030

कराहते, रोना, कराहना

परिभाषा:

“कहरना” अर्थात शारीरिक या मानसिक व्यथा के कारण गहरी निम्न स्तर की ध्वनि निकालना। यह बिना किसी भी शब्द के ध्वनि निकलना हो सकता है।

  • मनुष्य गहन दुःख के कारण कराहता है।
  • भयानक अत्याचार के बोझ से दब कर भी मनुष्य कराहता है।

“कहरना” के अनुवाद हो सकते हैं, “पीड़ा की निमस्वर ध्वनि” या “गहरा दुःख”

  • संज्ञा रूप में इसका अनुवाद हो सकता है, “पीड़ा की निम्न ध्वनि” या “आर्तनाद”।

(यह भी देखें: दोहाई)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H584, H585, H602, H603, H1901, H1993, H5008, H5009, H5098, H5594, H7581, G1690, G4726, G4727, G4959

करूब, करूबों, करूबों

परिभाषा:

“करूब” और इसके बहुवचन रूप "करूबों" इसका सन्दर्भ परमेश्वर द्वारा सृजित विशेष प्राणी से है। बाइबल के वर्णन के अनुसार करूबों के पंख होते हैं और आग निकलती है।

  • करूबों परमेश्वर की महिमा एवं सामर्थ्य को दर्शाते हैं और पवित्र वस्तुओं की रक्षा का प्रतीक होते हैं।
  • आदम और हव्वा के पाप के बाद परमेश्वर ने अदन की वाटिका के पूर्व में करूबों को आग की तलवार के साथ नियुक्त कर दिया था कि जीवन के वृक्ष के निकट कोई न जा पाए।
  • परमेश्वर ने इस्राएलियों को आज्ञा दी थी कि वे करूबों को इस प्रकार बनाएं कि वे एक दूसरे के आमने सामने हों और उनके पंख एक दूसरे को छूते हुए वाचा के सन्दूक के प्रायश्चित के ढकने के ऊपर आच्छादित हों।
  • परमेश्वर ने उनसे यह भी कहा था कि मिलापवाले तम्बू के परदों पर कढ़ाई करके करूब बनाएं।
  • कुछ गद्यांशों में इन प्राणियों के चार मुंह बनाए गए है, मनुष्य, शेर, बैल और उकाब के मुंह।
  • करूबों को स्वर्गदूत भी समझा जाता है परन्तु बाइबल में ऐसा स्पष्ट नहीं कहा गया है।

अनुवाद के सुझाव:

  • “करूबों” शब्द का अनुवाद “पंखवाले प्राणी” या “पंखोंवाले रक्षक” या “पंखों वाली रक्षक आत्माएं” या “पवित्र, पंखों वाले रक्षक”।
  • “करूब” का अनुवाद करूबों के एकवचन के रूप में अनुवाद करना चाहिए उदाहरणार्थ “पंख वाला प्राणी” या “पंखवाली रक्षक आत्मा”।
  • स्पष्ट करें कि इन शब्दों का अनुवाद “स्वर्गदूतों” से भिन्न हो।
  • यह भी ध्यान रखें कि स्थानीय या राष्ट्रीय भाषा के बाइबल अनुवाद में इन शब्दों का अनुवाद क्या किया गया है। (देखें: अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करे)

(यह भी देखें: स्वर्गदूत)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H3742, G5502

कलह, झगड़ों

परिभाषा:

“कलह” शब्द का अर्थ है मनुष्यों में शारीरिक एवं मानसिक टकराव।

  • एक व्यक्ति जो झगड़े का कारण बनता है, लोगों के बीच मजबूत असहमति और भावनाओं को चोट पहुंचाते हैं।
  • कभी-कभी “झगड़े” शब्द का उपयोग करने से तात्पर्य होता है क्रोध या कड़वाहट जैसे मजबूत भावनाएं शामिल होना।
  • इस शब्द का अनुवाद अन्य तरीकों में, “असहमति” या “झगड़ा” या “लड़ाई” हो सकते हैं।

बाइबल संदर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रांग'स: H1777, H1779, H4066, H4090, H4683, H4808, H7379, H7701, G485, G2052, G2054, G3055, G3163, G5379

काँटा, कंटीली झाड़ियाँ, ऊँटकटारे

तथ्य:

कंटीली झाड़ियां या ऊंटकटार वे पौधे होते हैं जिनकी शाखाओं में कांटे या फूल होते हैं। इन पौधों में फल या काम की कोई वस्तु नहीं उगती है।

  • "कांटा" वृक्ष की शाखा पर एक कठोर नुकीला उभार होता है। “कंटीली झाड़ी” एक छोटा वृक्ष या झाड़ी है जिसकी टहनियों पर कांटे होते हैं।
  • “ऊंटकटार” वह पौधा है जिसकी टहनियां और पत्तों पर कांटे होते हैं। उसके फूल प्रायः बैगंनी रंग के होते हैं।
  • कंटीली झाड़ियां अति शीघ्र बढ़ती हैं और अच्छे पौधों को बढ़ने से रोकते हैं। यह पाप द्वारा मनुष्य की आत्मिक उन्नति को रोकने का एक उत्तम चित्रण है।
  • यीशु के क्रूसीकरण से पहले उसके सिर पर गुंथे हुए कांटों का मुकुट रखा गया है।
  • यदि संभव हो तो, इन शब्दों का अनुवाद दो अलग-अलग पौधों या झाड़ियों के नाम से किया जाए जो लक्षित भाषा के क्षेत्र में जाने जाते है।

(यह भी देखें: मुकुट, फल, आत्मा)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H0329, H1863, H2312, H2336, H4534, H5285, H5518, H5544, H6791, H6796, H6975, H7063, H7898, G01730, G01740, G46470, G51460

कानाफूसी, गपशप, कानाफूसी करनेवाला

परिभाषा:

“कानाफूसी” किसी की व्यक्तिगत बातों के बारे में लोगों में चर्चा करना और वह भी प्रतिकूल एवम् निरर्थक! अधिकतर जो बातें की जाती हैं उनकी सत्यता की पुष्टी नहीं की गई होती है।

  • बाइबल में किसी के बारे में अनुचित बातें करना गलत है। अफवाह फैलाना और निन्दा करना ऐसी प्रतिकूल बातों के उदाहरण है।
  • जिसके बारे में अनुचित बातें की जा रही है, उसकी हानि ही होती है, क्योंकि ऐसा करने से मनुष्यों के साथ उस व्यक्ति के संबन्धों पर हानिकारक प्रभाव पड़ता है।

(यह भी देखें: झूठा दोष लगाना)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong’s: H5372, G2636, G5397

कांपना, थरथराना

परिभाषा:

“कांपना” (थरथराना) अर्थात भय या घोर निराशा के कारण कंपकंपाना या लगातार कुछ-कुछ हिलना। इस शब्द को लाक्षणिक भाषा में भी काम में लिया जाता है जिसका अर्थ है, "अत्यधिक भयभीत होना|"

  • कभी-कभी जब जमीन हिलती है, तो इसे "कम्पन" कहा जाता है। ऐसा भूकंप के समय या भयानक विस्फोट के समय होता है।
  • बाइबल में लिखा है कि परमेश्वर की उपस्थिति में पृथ्वी कांप उठेगी। इसका अर्थ है कि पृथ्वी के लोग परमेश्वर के भय से कांप उठेंगे या पृथ्वी ही कांप उठेगी।
  • इस शब्द का अनुवाद प्रकार के अनुसार हो सकता है, “भय माने” या “परमेश्वर से डरो” या “कांप उठो” या प्रकरण के अनुसार।

(यह भी देखें: पृथ्वी, भय, प्रभु)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H1674, H2111, H2112, H2151, H2342, H2648, H2729, H2730, H2731, H5128, H5568, H6342, H6426, H6427, H7264, H7268, H7269, H7322, H7460, H7461, H7481, H7493, H7578, H8078, H8653, G1790, G5141, G5156, G5425

कीर्ति, कीर्तिमान

परिभाषा:

“कीर्ति” शब्द का अर्थ अच्छी तरह से ज्ञात होने के साथ जुड़ी महानता को दर्शाता है और प्रशंसनीय प्रतिष्ठा प्राप्त करना है। कुछ या कोई "कीर्तिमान" है अगर वह कीर्ति है

  • कीर्तिमान मनुष्य जनमान्य एवं प्रतिष्ठित होता है
  • “कीर्ति” शब्द विशेष करके दीर्घकालीन ख्याति का संदर्भ देता है।
  • एक शहर जिसे "कीर्तिमान" कहा जाता है वह अक्सर उसके धन और समृद्धि के लिए जाना जाता है।

अनुवाद के सुझाव:

  • “कीर्ति” का अनुवाद “ख्याति” या “सम्मानित प्रतिष्ठा” या “मनुष्यों में चिर-परिचित महानता” भी हो सकता है।
  • “कीर्तिमान” शब्द का अनुवाद “चिरपरिचित एवं सर्वोच्य प्रतिष्ठा” या “उत्कृष्ट प्रतिष्ठा” भी हो सकता है।
  • “यहोवा का नाम इस्राएल में कीर्तिमान हो” इस उक्ति का अनुवाद “यहोवा का नाम इस्राएल द्वारा जाना जाए और आदर के योग्य ठहरे” हो सकता है।
  • वाक्यांश "कीर्ति के पुरुषों" का अनुवाद "पुरुष जो आपने साहस के लिए जाने जाते है" या "प्रसिद्ध योद्धा" या "अत्यधिक सम्मानित पुरुष" के रूप में किया जा सकता है।
  • “तेरी कीर्ति पीढ़ी से पीढ़ी तक बनी रहेगी” का अनुवाद “युगानुयुग तक हर एक पीढ़ी तेरी महानता को जानेगी” या “तेरी महानता प्रत्येक पीढ़ी में देखी एवं सुनी जायेगी”।

(यह भी देखें: आदर)

बाइबल संदर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H1984, H7121, H8034

कुकर्मी, बुराई करने वाला

परिभाषा

“कुकर्मी” शब्द पाप करनेवालों और दुष्टता करनेवालों के लिए यह एक सामान्य शब्द है।

  • यह शब्द उन लोगों के लिए एक सामान्य शब्द हो सकता है जो परमेश्वर की आज्ञाओं का पालन नहीं करते।
  • इस शब्द के अनुवाद में “बुरा” और “दुष्ट” के लिए शब्दों के उपयोग द्वारा एक ऐसे शब्द के साथ जो “करना” या “बनाना” या “कारण होना” दर्शाता है, उपयोग किया जा सकता है।

(यह भी देखें: बुराई)

बाइबल सन्दर्भ

शब्द तथ्य

  • स्ट्रोंग्स: H0205, H6213, H6466, H7451, H7489, G00930, G04580, G20380, G20400 , G25550

कुटुम्ब, घराना

परिभाषा:

“कुटुम्ब” उन सब सदस्यों के संदर्भ में है जो एक घर में रहते हैं, अर्थात परिवार के सदस्य और उनके सभी दास।

  • एक घर के प्रबंधन में नौकरों को निर्देश देने और संपत्ति की देखभाल भी शामिल है।
  • कभी-कभी घराना शब्द का प्रतीकात्मक अर्थ पारिवारिक वंशावली भी होता था, विशेष करके वंशज।

(यह भी देखें: घराना)

बाइबल संदर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रांग'स: H1004, H5657, G2322, G3609, G3614, G3615, G3616, G3623, G3624

कुटुम्बी, भाइयों, कुटुम्बी, कुटुम्बियों

परिभाषा:

“कुटुम्बी” शब्द मनुष्यों के रक्त के रिश्तेदारों को संदर्भित करता है, जिसे समूह के रूप में माना जाता है। “कुटुम्बी” अर्थात पुरुष संबंधी।

  • “कुटुम्बी” शब्द निकट संबंधी के संदर्भ में ही हैं जैसे माता-पिता या भाई या चाचा-चाची या चचेरे भाई-बहन।
  • प्राचीन इस्राएल में यदि कोई पुरुष मरता था तो उसके निकट संबंधी को उसकी विधवा से विवाह करना होता था कि वह उसकी संपदा को संभाले और उसके परिवार का नाम चलाए। ऐसे निकट संबंधी को “छुड़ाने वाला कुटुंबी” कहा जाता था।
  • इस उक्ति,"कुटुम्बी" का अनुवाद हो सकता है, “संबंधी” या “कुटुंब का सदस्य।"

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H0251, H1350, H4129, H4130, H7138, H7607, G47730

कुंडली ग्रन्थ, पुस्तक

परिभाषा:

प्राचीन युग में, पुस्तक पेपीरस घास या चमड़े की बनी एक छोटी चटाई होती थी जिस पर लिखकर उसे लपेट लिया जाता था।

  • लिखकर या पढ़ कर उसे पुनः दोनों सिरों पर लगे डंडों पर लपेट दिया जाता था।
  • वैध अभिलेखों ओर धर्म-शास्त्रों के लिए वे पुस्तक स्वरुप काम में लिए जाते थे।
  • सन्देशवाहक के हाथ लाए गए उन कुंडली ग्रंथों पर मोम की मुहर लगी होती थी। जब पुस्तक (दस्तावेज़ों) प्राप्त होने पर मोम ज्यों का त्यों रहता था, तो प्राप्तिकर्ता को विश्वास हो जाता था कि उसे किसी ने खोल कर नहीं पडा है या उसमें कुछ और लिख दिया है क्योंकि उसकी मोहर अछूती है।
  • इब्रानी धर्म-शास्त्र की पुस्तक (कुंडली ग्रन्थ) आराधनालयों में ऊंची आवाज़ में पढी जाती थी ।

(यह भी देखें: मुहर, आराधनालय, परमेश्वर का वचन)

बाइबल के सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H4039, H4040, H5612, G09740, G09750

कुण्ड, कुएँ' हौद

परिभाषा:

“कुआँ” और “हौद” बाइबल के युग में पानी के दो स्रोत थे।

  • कुआँ भूमि में खोदकर बनाया जाता था कि भूगर्भ का पानी वहाँ एकत्र हो जाए।
  • हौद भी भूमि में चट्टान खोदकर बनाया जाता था परन्तु वह वर्षा का पानी एकत्र करने के लिए था।
  • हौद अधिकतर चट्टानों को काटकर बनाए जाते थे और लेप लगाकर जलरोधक बनाए जाते थे कि उनमें पानी सुरक्षित रहे। “टूटा हुआ हौद” में लेप फट जाता था और उसमें एकत्र पानी बह जाता था।
  • हौद अक्सर लोगों के घरों के आंगन में स्थित होते है जहाँ छत से बहा हुआ बारिश का पानी संग्रहित होता था।
  • कुएँ ऐसी जगह स्थित होते थे जहाँ से अनेक परिवारों या पूरे समुदाय द्वारा पहुंचा जा सके।
  • पानी मनुष्यों और पशुओं के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण होता है इसलिए कुएँ के उपयोग का अधिकार कलह और झगड़ों का कारण होता था।
  • कुआँ और हौद दोनों ही को बड़े पत्थर से ढांक दिया जाता था कि उसमें कुछ न गिरे। कुएँ से पानी खींचने के लिए बाल्टी में रस्सी बांधकर पानी निकाला जाता था।
  • कभी-कभी सूखा हौद किसी को बन्दी बनाने के लिए काम में आता था जैसा यूसुफ और यिर्मयाह के साथ किया गया था।

अनुवाद के सुझाव:

  • कुएँ का अनुवाद हो सकता है, “गहरा जल कूप” “पानी के स्रोत का गहरा गड्ढा” या “पानी निकालने का गहरा गड्ढा।"
  • “हौद” शब्द का अनुवाद हो सकता है, “पत्थर का जलाशय” या “पानी के लिए गहरा संकीर्ण छिद्र” या “पानी एकत्र करने का भूमिगत जलाशय”
  • ये शब्द अर्थ में समान है। इन दोनों में जो अन्तर है वह है कि कुएँ में पानी भूगर्भ से निकलता है और हौद में पानी वर्षा का होता है।

(यह भी देखें: यिर्मयाह, बन्दीगृह, कलह)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H0875, H0883, H0953, H1360, H4599, H4726, H4841, G40770, G54210

कुर्ता, अंगरखा

परिभाषा:

बाइबल में, "कुर्ता" शब्द का सन्दर्भ उन वस्त्रों से है जो अन्य वस्त्रों के नीचे त्वचा के स्पर्श में पहने जाते थे।

  • “अंगरखा” कंधे से कमर या घुटनों तक पहुंचने वाला वस्त्र था जिसको कमरबन्द से बांधा जाता था। धनवान मनुष्यों द्वारा पहने जाने वाले कुरते में कभी-कभी आस्तीन होती थी और टखनों तक कसा होता था।
  • अंगरखे चमड़ा, टाट, ऊन, या सन से बने थे, और पुरुषों और महिलाओं दोनों के द्वारा पहने जाते थे।
  • अंगरखा लम्बे बागे के नीचे पहना जाता था, जैसे चोगा या बाहरी वस्त्र। गर्म मौसम में अंगरखेके साथ कभी-कभी बाहरी परिधान नहीं पहना जाता था।
  • इस शब्द का अनुवाद हो सकता है,, “लंबी कमीज” या “लंबा अधोवस्त्र” या "कमीज जैसा परिधान।" यह एक तरह से "अंगरखा" के समान लिखा जा सकता है, और इसको समझाने के लिए कि यह कैसा कपड़े था, टिप्पणी दी जा सकती है।

(यह भी देखें: अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करें)

(यह भी देखें: बागा)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H2243, H3801, H6361, G55090

कुल, कुलों

परिभाषा:

“कुल” एक ही पूर्वज के वंशजों का विस्तृत परिवार होता है।

  • पुराने नियम में इस्राएलियों को उनके कुल या पारिवारिक समुदाय के अनुसार गिना जाता था।
  • कुल का नाम सर्वाधिक चिर-परिचित पूर्वज के नाम पर होता था।
  • कभी-कभी मनुष्य को उसके कुल के नाम से भी पुकारा जाता था। इसका एक उदाहरण है मूसा का ससुर यित्रो कभी-कभी रूएल नाम से भी बुलाया जाता है जो उसके गोत्र का नाम था।

कुल शब्द का अनुवाद “पारिवारिक समूह” या “विस्तृत परिवार” या “परिजन” किया जा सकता है।

(यह भी देखें: परिवार, यित्रो, गोत्र)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H1, H441, H1004, H4940

कुलपति, कुलपतियों

परिभाषा:

“कुलपति” शब्द पुराने नियम में यहूदियों के मूल पिताओं का संदर्भ देता है, विशेष करके अब्राहम, इसहाक और याकूब।

  • यह शब्द याकूब के बारह पुत्रों के संदर्भ में भी काम में लिया गया है जो इस्राएल के बारह गोत्रों के कुलपति हुए थे।
  • “कुलपति” शब्द का अर्थ “पूर्वज” ही है परन्तु इसका विशेष संदर्भ जाति के सर्वाधिक जनमान्य पुरुष पूर्वज से है।

(यह भी देखें: पूर्वज, पिता, पुरखा)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H1, H7218, G3966

कुल्हाड़ा, कुल्हाड़े

परिभाषा:

कुल्हाड़ी वृक्ष या लकड़ी काटने का साधन है।

  • कुल्हाड़ी में एक लकड़ी का डंडा और लोहा लगा होता है।
  • यदि आप की भाषा में लकड़ी काटने का एक साधन है तो "कुल्हाड़ी" के स्थान में उस शब्द का प्रयोग करें।
  • इस शब्द के अन्य अनुवाद हो सकते हैं, “पेड़ काटने का साधन”, “लकड़ी में लगा हुआ लोहे का उपकरण”, या “लकड़ी काटने का लंबे डंडे का साधन”
  • पुराने नियम की एक घटना है कि कुल्हाड़ी डंडे में से निकल कर पानी में गिर गई थी, अतः उसके अनुवाद से प्रकट है कि कुल्हाड़ी डंडे से निकल कर गिर सकती है।

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H1631, H4621, H7134, G05130

कुँवारी, कौमार्य

परिभाषा:

कुँवारी, वह स्त्री होती है जिसने किसी पुरुष के साथ शारीरिक संबन्ध नहीं बनाए हैं।

  • भविष्यद्वक्ता यशायाह ने कहा था कि मसीह एक कुँवारी से जन्म लेगा।
  • मरियम यीशु को गर्भ में धारण करके भी कुँवारी थी। उसका सांसारिक पिता नहीं था।
  • कुछ भाषाओं में इस शब्द के लिए एक शिष्ट शब्द हो सकता है। (देखें: व्यंजना).

(यह भी देखें: मसीह, यशायाह, यीशु, मरियम)

बाइबल सन्दर्भ:

बाइबल कहानियों से उदाहरण:

  • 21:9 यशायाह भविष्यद्वक्ता ने भविष्यवाणी की थी , कि एक कुँवारी से मसीह का जन्म होगा।
  • __22:4__वह (मरियम) एक कुँवारी थी जिसकी मंगनी यूसुफ नामक पुरुष के साथ हुई थी |
  • 22:5 मरियम ने स्वर्गदूत से कहा, “यह कैसे होगा, मैं तो एक कुँवारी हूँ?”
  • 49:1 एक दूत ने मरियम नाम की एक कुंवारी से कहा कि वह परमेश्वर के पुत्र को जन्म देगी | अतः जबकि वह एक कुँवारी ही थी, तो उसने एक पुत्र को जन्म दिया और उसका नाम यीशु रखा |

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H1330, H1331, G39320, G39330

के समान, एक मन, सादृश्यता,वैसे ही, समरूप, असमान, जैसे कि

परिभाषा:

“के समान” या “समानता” का सन्दर्भ ऎसी वस्तु से है जो किसी दूसरी वस्तु के जैसी हो या समरूप हो।

  • “समान” शब्द का उपयोग प्रायः लाक्षणिक भाषा की अभिव्यक्ति, "उपमा" में किया जाता है जिसमें एक वस्तु की तुलना किसी और से की जाती है जो प्रायः सामान गुणों को उजागर करती है| उदाहरणार्थ, “उसके वस्त्र सूर्य की नाई चमकने लगे” और “उसकी वाणी गर्जन की सी थी” (देखें: उपमा)
  • “के सदृश्य होना” या “के सामान सुनाई देना” या “समानता में होना” का अर्थ है जिससे तुलना की जा रही है उस वस्तु या मनुष्य के लक्षण/गुण उसमें होना।
  • मनुष्य परमेश्वर के “स्वरूप” में सृजा गया था अर्थात उसके “प्रतिरूप” में। इसका अर्थ है कि मनुष्य परमेश्वर के गुणों की "समानता" या "सादृश्य में" है जैसे सोचने की क्षमता, अनुभूति तथा विचारों का आदान-प्रदान करना।
  • किसी वस्तु या मनुष्य की “समानता में होना” अर्थात उस वस्तु या मनुष्य के गुण उसमें होना।

अनुवाद के सुझाव

  • कुछ संदर्भों में यह उक्ति, “की समानता” का अनुवाद हो सकता है, “जैसा दिखता है” या “जैसा प्रतीत होता है”।
  • “उसकी मृत्यु की समानता में” इस उक्ति का अनुवाद हो सकता है, “उसकी मृत्यु के अनुभव साझेदारी” या “जैसे कि उसके साथ मृत्यु का अनुभव करना”।
  • “पापी देह की समानता में” का अनुवाद हो सकता है, “पापी मनुष्य के सदृश्य होना” या “मनुष्य होना”। सुनिश्चित करें कि इस उक्ति का अनुवाद यह न दर्शाए कि यीशु पापी था।
  • “उसकी समानता में” का अनुवाद हो सकता है, “उसके स्वरूप होना” या “उसके जैसे अनेक गुण होना”।
  • “नाशवान मनुष्य या पशुओं जैसे पक्षियों चौपायों और रेंगनेवाले जन्तुओं की समानता में” का अनुवाद हो सकता है “नाशवान मनुष्यों या पशुओं जैसे पक्षियों चौपायों तथा छोटे-छोटे रेंगनेवाले जन्तुओं के रूप में बनाई गई मूर्तियां”

(यह भी देखें: पशु, मांस, परमेश्‍वर का प्रतिरूप, छवि, नाश होना)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रांग'स: H1823, H8403, H8544, G1503, G1504, G2509, G2531, G2596, G3664, G3665, G3666, G3667, G3668, G3669, G3697, G4833, G5108, G5613, G5615, G5616, G5618, G5619

के साथ संबंध थे, प्यार में रत होना, साथ सोना, साथ सोता है, के साथ सोया, के साथ सोना

परिभाषा:

बाइबल में, ये शब्द यौन संबन्ध का संदर्भ देने वाले व्यंजना शब्द हैं। (देखें: व्यंजना)

  • अभिव्यक्ति "साथ सो जाओ" किसी व्यक्ति को उस व्यक्ति के साथ यौन संबंध रखने के लिए संदर्भित करता है। इसका भूतकाल है “साथ सोया”
  • पुराने नियम की पुस्तक “श्रेष्ठगीत” में -यू.एल.वी.- में “प्रेम” शब्द काम में लिया गया है जिसका संदर्भ यौन संबन्ध से है। इसकी समानार्थक अभिव्यक्ति है, “प्रेम प्रकट करना”

अनुवाद के लिए सुझाव:

  • कुछ भाषाओं में इस शब्दावली के विभिन्न प्रकरणों में विभिन्न अभिव्यक्तियां हैं। जो निर्भर करता है कि बात पति-पत्नी की की जा रही है या अन्य संबन्ध की। यह सुनिश्चित करना महत्त्वपूर्ण है कि इस शब्द का अनुवाद प्रत्येक प्रकरण में इस शब्द का अनुवाद यथोचित अर्थ में हो।
  • प्रकरण पर आधारित अनुवाद की ऐसी अभिव्यक्तियां होंगी, “साथ सोना” या "के साथ लेटना" या "प्यार करने के लिए" या "के साथ अंतरंग होना"
  • अन्य अनुवाद विधियां है, “साथ संबन्ध बनाना” जिसमें आ सकता है, “साथ यौन संबन्ध बनाना” या “साथ विवाहित संबन्ध बनाना"
  • “प्रेमालाप” का अनुवाद, “प्रेम करना” या “अन्तरंग संबन्ध” हो सकता है। या कोई ऐसी अभिव्यक्ति हो सकती है जो कि अलग भाषा में इसका अनुवाद करने का एक स्वाभाविक तरीका है।
  • यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है कि इस विचार का अनुवाद बाइबल पाठकों को स्वीकार्य हो।

(यह भी देखें: यौन संबन्धित अनैतिकता)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H160, H935, H1540, H2181, H2233, H3045, H3212, H6172, H7250, H7901, H7903, G1097

क्रोध, क्रोधित हुआ, क्रोधित

परिभाषा:

“क्रोधित होना” या “क्रोध में आना” अर्थात किसी बात के बारे में किसी पर अत्यधिक अप्रसन्न होना, खीजना या नाराज़ होना।

  • जब लोग क्रोधित हो जाते हैं, तो वे अक्सर पापी और स्वार्थी होते हैं, परन्तु कभी-कभी वे अन्याय या अत्याचार के विरूद्ध न्यायोचित क्रोध भी करते हैं।
  • परमेश्वर का क्रोध (जो प्रकोप भी कहलाता है) पाप के विरूद्ध उसकी घोर अप्रसन्नता को व्यक्त करता है।
  • “क्रोध दिलाना” अर्थात “क्रोधित होने का कारण होना”।

(यह भी देखें: प्रकोप)

बाइबल संदर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H599, H639, H1149, H2152, H2194, H2195, H2198, H2534, H2734, H2787, H3179, H3707, H3708, H3824, H4751, H4843, H5674, H5678, H6225, H7107, H7110, H7266, H7307, G23, G1758, G2371, G2372, G3164, G3709, G3710, G3711, G3947, G3949, G5520

क्रोध, क्रोधित, भड़का, क्रोध भड़काता +

तथ्य:

“क्रोध” अर्थात नियंत्रण से परे प्रकोप करना। यह शब्द किसी कुपित मनुष्य का सन्दर्भ देता है जो किसी प्रकार नियंत्रण से परे है।

  • क्रिया रूप में इस शब्द, "क्रोध" का उपयोग प्रबल भावना का अभिप्राय रखता है जैसे "प्रचंड" वायु या "उफनती" हुई समुद्र की लहरें।
  • क्रोध से भर जाना" का अर्थ होता है, भयानक क्रोध की भावना से अभिभूत हो जाना।

(यह भी देखें: क्रोध, संयम)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H398, H1348, H1984, H1993, H2121, H2195, H2196, H2197, H2534, H2734, H2740, H3491, H3820, H5590, H5678, H7264, H7265, H7266, H7267, H7283, H7857, G1693, G2830, G3710, G5433

क्षमा कर, क्षमा

परिभाषा:

“क्षमा कर” अर्थात क्षमा करके पाप के दण्ड से मुक्त कर देना।

  • इस शब्द का अर्थ “क्षमा करना” ही है परन्तु इसमें एक वैधानिक निर्णय है कि अपराधी को दण्ड न दिया जाए।
  • न्यायलय में न्यायाधीन अपराध का दोषी सिद्ध किए गए मनुष्यों को दण्ड मुक्त कर सकता है।
  • यद्यपि हम पाप के दोषी हैं, यीशु ने हमें नरक के दण्ड से मुक्त कर दिया है जो उसके द्वारा क्रूस पर अपनी जान की बलि देने के कारण है।

अनुवाद के सुझाव

  • यदि लक्षित भाषा में क्षमा का वैधानिक निर्णय लेने का शब्द है तो इस शब्द का उपयोग करें।
  • इसका अनुवाद "क्षमा" या "क्षमा करना" हो सकता है।

(यह भी देखें: क्षमा, दोष, न्याय)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H3722, H5375, H5545, H5547, H7521

खजूर

परिभाषा:

“खजूर” एक लम्बा वृक्ष होता है जिसके पत्ते और डालियां तन्मयशील होती हैं और ऊपर ही ऊपर पल्लवित होती है तथा पंखे के सदृश्य दिखाई देती हैं।

  • बाइबल में जिस खजूर वृक्ष का उल्लेख किया गया है उसके फलों को “खजूर” कहते हैं। उसकी पत्तियां पक्षी के पंख जैसी होती हैं।
  • खजूर का वृक्ष गर्म नम जलवायु में उगता है। उसकी पत्तियां पुरे वर्ष हरी रहती हैं।
  • जब यीशु गधे पर सवार होकर यरूशलेम प्रवेश कर रहा था तब लोगों ने उनके सामने मार्ग में खजूर की डालियां बिछा दी थी।
  • खजूर की डालियां शान्ति और विजय के उत्सव का प्रतीक हैं।

(यह भी देखें: गदहे, यरूशलेम, शान्ति)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H3712, H8558, H8560, H8561, G54040

खड़ा करना, उठाना, उठाया, खड़ा होना, उठना, उठा, उठा था

परिभाषा:

जीवित करना, खड़ा करना

सामान्यतः जीवित करने के मूल शब्द का अर्थ है, “ऊंचा उठाना” या “ऊंचा बनाना”

  • इसका प्रतीकात्मक अर्थ है, किसी को अस्तित्व में लाना या प्रकट होना। इसका अर्थ यह भी हो सकता है, किसी को किसी काम के लिए नियुक्त करना।
  • कभी-कभी इस मूल शब्द का अर्थ “पुनः स्थापित करना” या “पुनर्निर्माण करना” होता है।
  • “मृतकों में से जिलाया” इस उक्ति में इस मूल शब्द का अर्थ विशिष्ट है। अर्थात मृतक को जीवित करना।
  • कभी-कभी इस मूल शब्द का अर्थ किसी वस्तु या व्यक्ति को ऊंचा करना है।

उदय होना, उठना

“उदय होना” या “उठना” का अर्थ है, “ऊपर चढ़ना” या “उठ खड़ा होना” “जी उठा है” या “जी उठा” या “उठ कर” ये शब्द सब भूतकाल को व्यक्त करता हैं।

  • जब कोई कहीं जाने के लिए उठता है तो उसको कभी-कभी, “वह उठकर गया” या “वह खड़ा होकर गया” के रूप में व्यक्त किया जाता है।
  • यदि कोई बात “उठती” है तो उसका अर्थ है कि, वह "होती है" या “उसका होना आरंभ होता है”
  • यीशु ने भविष्यद्वाणी की थी कि वह “मृतकों में से जी उठेगा”। यीशु की मृत्यु के तीसरे दिन स्वर्गदूत ने कहा था, की “वह जी उठा है”।

अनुवाद के लिए सुझाव:

  • “उठना” या “उठ खड़ा होना” के अनुवाद “उठाना” या “ऊंचा करना” हो सकते है।
  • “उठाना” का अनुवाद, “प्रकट करना” या “नियुक्त करना” या “अस्तित्व में लाना” हो सकता है।
  • “तेरे बैरियों का बल बढ़ाऊंगा” का अनुवाद, “तेरे बैरियों को शक्ति दूंगा” हो सकता है।
  • “मृतकों में से जी उठाना” का अनुवाद “मृत्यु से जीवन में ले आना” या “पुनःजीवित करना” हो सकता है।
  • प्रकरण पर आधारित “उठाने” का अनुवाद, “उपलब्ध करवाना”, “नियुक्त करना” या “होना संभव करना” या “निर्माण करना” या “पुनर्निर्माण करना” या “सुधारना” हो सकता है।
  • “उठकर गया” इस उक्ति का अनुवाद, “खड़ा होकर गया” या “गया” हो सकता है।
  • प्रकरण पर आधारित “उठा” का अनुवाद, “आरंभ किया” या “चल पड़ा” या “खड़ा हुआ” या “खड़ा हो गया” हो सकता है।

(यह भी देखें: पुनरुत्थान, निुयक्त, महिमान्वित करना)

बाइबल सन्दर्भ:

बाइबल कहानियों से उदाहरण:

  • 21:14 भविष्यद्वक्ताओं ने यह भी भविष्यवाणी की कि मसीह मारा जाएगा और परमेश्वर उसे मुर्दों में से जी उठाएगा
  • 41:05 यीशु यहाँ नहीं है, परन्तु अपने वचन के अनुसार जी उठा है।"
  • 43:07 “यीशु की मृत्यु हुई परन्तु उसी को परमेश्वर ने मृत्यु के बन्धनों से छुड़ाकर जिलाया, और यह भविष्यद्वाणी की गई थी कि, ‘न तो उसका प्राण अधोलोक में छोड़ा गया और न उसकी देह सड़ने पाई |’ इसी यीशु को परमेश्वर ने फिर से जिलाया, जिसके हम सब गवाह है |”
  • 44:05 " और तुम ने जीवन के कर्ता को मार डाला, जिसे परमेश्वर ने मरे हुओ में से जिलाया।"
  • 44:08 तब पतरस ने उन्हें उत्तर दिया, “यीशु मसीह की सामर्थ्य से यह व्यक्ति तुम्हारे सामने भला चंगा खड़ा है | तुमने यीशु को क्रूस पर चढ़ाया, परन्तु परमेश्वर ने मरे हुओं में से जिलाया |”
  • 48:04 इसका अर्थ यह हुआ कि, शैतान मसीह को मार देगा, पर परमेश्वर उसे तीसरे दिन फिर जीवित कर देगा | यीशु शैतान की शक्ति को हमेशा के लिए नाश कर देगा |
  • 49:02 वह पानी पर चला, तूफान को शांत किया, बहुत से बीमारों को चंगा किया, दुष्टात्माओं को निकाला, मुर्दों को जीवित किया, और पांच रोटी और दो छोटी मछलियों को इतने भोजन में बदल दिया कि वह 5,000 लोगों के लिए काफी हो।
  • 49:12 तुम्हें विश्वास करना होगा कि यीशु परमेश्वर का पुत्र है, कि वह तुम्हारी जगह क्रूस पर बलिदान हुआ, और यह कि परमेश्वर ने उसे फिर मुर्दों में से जीवित कर दिया

शब्द तथ्य:

  • Strong's: G305, G386, G393, G450, G1096, G1326, G1453, G1525, G1817, G1825, G1892, G1999, G4891, H2210, H2224, H5549, H5782, H5927, H5975, H6209, H6965, H6966, H6974, H7613, H7721

ख़मीर, ख़मीरी, अखामिरी

परिभाषा:

"ख़मीर" एक पदार्थ का सामान्य शब्द है जिसके कारण रोटी का आटा फूल कर उठ जाता है। “ख़मीर” एक विशिष्ट प्रकार का किण्वीकरण है।

अंग्रेजी अनुवादों में खमीर का अनुवाद “यीस्ट” किया गया है। यह आधुनिक खमीर का कारक है जिससे आटे में झाग उठते हैं इससे पकाने के पूर्व आटा फूल जाता है। आटा गूंधते समय उसमें खमीर मिलाया जाता है कि वह पूरे आटे में मिश्रित हो जाए।

  • पुराने नियम के युग में खमीर उत्पन्न करने के लिए आटे को कुछ समय गूंधकर रख दिया जाता था * खमीर किए हुए आटे का एक अंश रख दिया जाता था कि नये आटे को खमीर करने के काम में आए।
  • मिस्र से निकलते समय इस्राएलियों के पास समय नहीं था कि आटे को खमीर होने की प्रतीक्षा करें। अतः उन्होंने मार्ग के लिए अखमीरी रोटियाँ बनाई थी। इस बात की स्मृति में यहूदी प्रति वर्ष फसह के पर्व में अखमीरी खाया करते थे।
  • बाइबल में खमीर को पाप के लिए प्रतीकात्मक रूप में उपयोग किया गया है कि वह मनुष्य के संपूर्ण जीवन में फैल जाता है और अन्य मनुष्यों को भी प्रभावित करता है।
  • यह झूठी शिक्षा के सन्दर्भ में भी उपयोग किया गया है जो प्रायः लोगों में शीघ्र व्याप्त हो जाती है और उन्हें प्रभावित करती है।
  • “खमीर” को सकारात्मक रूप में भी काम में लिया जाता है कि परमेश्वर का राज्य कैसे मनुष्य से मनुष्य में फैल जाता है।

अनुवाद के सुझाव

  • इसका अनुवाद हो सकता है, “खमीर”या “वह वस्तु जो आटे को फुला देती है” या “फुलानेवाला पदार्थ।" * “फुलाना” का अनुवाद हो सकता है, “फैलना” या “बड़ा होना” या “मोटा हो जाना।"
  • यदि आटे को खमीर करने के लिए कोई और स्थानीय वस्तु काम में ली जाती है तो अनुवाद में उसका उपयोग करें। यदि लक्षित भाषा में इसके लिए कोई चिरपरिचित वस्तु है जिसका अर्थ है, "खमीर करना," वह शब्द प्रयोग करने के लिए उत्तम शब्द होगा।

(यह भी देखें: मिस्र, फसह, अखमीरी रोटी)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H2556, H2557, H4682, H7603, G01060, G22190, G22200

खराई

परिभाषा:

“मन की खराई” का संदर्भ सत्यनिष्ठा और दृढ़ नैतिक सिद्धान्तों एवं आचरण से है।

  • खराई का अर्थ यह भी है कि जब कोई देख न रहा हो तब भी सच्चाई और उचित काम करना।
  • बाइबल के कुछ पात्र जैसे यूसुफ एवं दानिय्येल ने मन की खराई का प्रदर्शन किया था जब उन्होंने बुराई करने का परित्याग और परमेश्वर की आज्ञा मानने का निर्णय लिया था।
  • नीतिवचन की पुस्तक में लिखा है कि धनवान और भ्रष्ट या अनिष्ठ होने की अपेक्षा खरा एवं दरिद्र होना उत्तम है।

अनुवाद सुझाव

  • “खराई” का अनुवाद, “सत्यनिष्ठा” या “नैतिक औचित्य” या “सत्यवादी व्यवहार” या “विश्वासयोग्य, ईमानदारी से काम करना” किया जा सकता है ।

(यह भी देखें: दानिय्येल, यूसुफ (पुराना नियम))

बाइबल संदर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H3476, H6664, H6666, H8535, H8537, H8538, H8549, G4587

खुर, खुरों, टापों

तथ्य:

ये शब्द कुछ पशुओं के पाँवों के नीचे की कठोर सतह के बारे में हैं जैसे ऊँट, मवेशी, हिरण, घोड़ा, गधा, सूअर, बैल, भेड़ और बकरी।

  • खुर पशु के चलने में उसके पांवों का सुरक्षा कवच होते हैं।
  • कुछ पशुओं के खुर दो भागों में बटें होते हैं और कुछ के नहीं होते।
  • परमेश्वर ने इस्राएलियों को निर्देश दिया था कि जिन पशुओं के खुर विभाजित हों और जो जुगाली करते हैं उनका माँस खाने के लिए शुद्ध है। इसमें मवेशी, भेड़, हिरण और बैल हैं।

(यह भी देखें: अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करे)

(यह भी देखें: ऊँट, गाय, गदहे, बकरी, बैल, सुअर, भेड़)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H6119, H6471, H6536, H6541, H7272

खोपड़ी

परिभाषा:

“खोपड़ी”, का सन्दर्भ है, मनुष्य या पशु के सिर का हड्डी के ढाँछे से।

  • कभी-कभी “खोपड़ी” शब्द का उपयोग “सिर” के लिए भी किया जाता है जैसे “खोपड़ी मुंडवाले”।
  • “खोपड़ी का स्थान” गुलगुता का एक और नाम है जहाँ यीशु को क्रूस पर चढ़ाया गया था।
  • इस शब्द का अनुवाद “सिर” या “सिर की हड्डी” किया जा सकता है।

(यह भी देखें: क्रूस पर चढ़ाना, गुलगुता)

बाइबल के सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H1538, H6936, H7218, G28980

गड्ढा, गड्ढे, फंदों, कुण्ड

परिभाषा:

गड्ढा भूमि में खोदा गया गड्ढा होता है।

  • "कुण्ड " जल संग्रह के लिए खोदा गया गड्ढा होता था|
  • भूमि में गड्ढा खोदने के दो कारण मुख्य थे, पशुओं को फंसाना या पानी निकालना।
  • गड्ढा बन्दी को रखने का अस्थाई स्थान भी होता है।
  • कभी-कभी “गड्ढा” शब्द कब्र या नरक के लिए भी काम में लिया गया है। कभी-कभी इसका संदर्भ “अथाह-कुंड” से भी है।
  • “गड्ढा” शब्द का उपयोग लाक्षणिक भाषा में भी किया गया है, जैसे, “विनाश का गर्त” जिसका अर्थ है विनाशकारी परिस्थिति में फंसना या पापी विनाशक अभ्यासों में पड़ जाना।

(यह भी देखें: अथाह कुण्ड, नरक, बन्दीगृह)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H0875, H0953, H1356, H1475, H2352, H4087, H4113, H4379, H6354, H7585, H7745, H7816, H7825, H7845, H7882, G00120, G09990, G54210

गदहा, खच्चर

परिभाषा:

गदहा एक घोड़े जैसा चौपाया है जिसका कद घोड़े से कम होता है और कान अधिक लंबे होते हैं।

  • खच्चर घोड़ी और गदहे का बच्चा होता है वह नपुंसक होता है।
  • खच्चर शक्तिशाली पशु है इसलिए उसे अधिक काम का माना जाता है।
  • खच्चर और गदहा, दोनों बोझ उठाने तथा मनुष्य की सवारी में काम में आते है।
  • बाइबल के युग में राजा शान्ति के समय गदहे की सवारी करते थे, न कि घोड़े की क्योंकि घोड़ा युद्ध में काम आता था।
  • यीशु अपने क्रूसीकरण से एक सप्ताह पूर्व युवा गदहे पर बैठकर यरूशलेम में आया था।

(यह भी देखें: अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करे)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H860, H2543, H3222, H5895, H6167, H6501, H6505, H6506, G3678, G3688, G5268

गन्धक, गन्धकपूर्ण

परिभाषा:

“गन्धक” एक पीले रंग का पदार्थ होता है जो आग में डालने के बाद जलने वाला तरल पदार्थ हो जाता है।

  • गन्धक की गंध तीव्र होती है जो सड़े हुए अंडे की गंध की तरह है।
  • बाइबल में जलता हुआ गंधक अभक्त एवं विद्रोही मनुष्यों के लिए दण्ड का प्रतीक है।
  • लूत के समय मैं परमेश्वर ने सदोम और अमोरा के दुष्ट नगरों पर आग और गन्धक बरसाया था।
  • कुछ अंग्रेजी बाइबल अनुवादों में गन्धक को “ज्वलनशील पत्थर” कहा गया है जिसका शाब्दिक अर्थ है "जलता हुआ पत्थर।"

अनुवाद के सुझाव:

  • इस शब्द का संभावित अनुवाद हो सकता है, “पीला पत्थर जो आग पकड़ता है” या “जलनेवाला पीला पत्थर”।

(यह भी देखें: आमोरा, न्याय करना, लूत, बलवा करना, सदोम, अभक्त)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H1614, G23030

गर्भ

परिभाषा:

“गर्भ” अर्थात स्त्री के शरीर में भ्रूण विकास का अंग।

  • यह एक पुराना शब्द है जिसका उपयोग शिष्टता एवं सीधी भाषा के लिए किया गया है। (देखें: व्यंजना).
  • “गर्भ” का आधुनिक शब्द है “गर्भाशय”।
  • कुछ भाषाओं में गर्भ या गर्भाशय के स्थान में “पेट” शब्द काम में लिया जाता है।
  • लक्षित भाषा में प्रचलित एवं स्वाभाविक तथा स्वीकार्य शब्द का उपयोग करे।

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्: H0990, H4578, H7356, H7358, G10640, G28360, G33880

गर्भवती होना, गर्भ धारण करना

परिभाषा:

“गर्भधारण” या “गर्भवती होना” का अर्थ है “सन्तान को गर्भ में धारण करना” यह शब्द पशुओं के लिए भी काम में लिया जा सकता है।

  • “गर्भवती होना” का अनुवाद “गर्भ धारण करना” या इसके तुल्य कोई अन्य स्वीकार्य शब्द हो तो उसका उपयोग करें।
  • इससे संबन्धित शब्द “गर्भवती होना” का अनुवाद “गर्भधारण का आरंभ” या “गर्भधारण का पल”।
  • इसका संदर्भ किसी बात की रचना या विचार करना जैसे धारणा, योजना या कार्य से भी हो सकता है। इसके अनुवाद रूप हो सकते हैं, “विचारना” या “योजना बनाना” या “रचना करना” जो प्रकरण के अनुरूप हो।
  • कभी-कभी यह शब्द प्रतीकात्मक रूप में काम में लिया जाता है जैसे "अभिलाषा गर्भवती होकर पाप को जनती है" अर्थात “जब पाप का पहला विचार आता है” या “पाप का आरंभिक पल” या “जब पाप का आरंभ होता है”।

(यह भी देखें: उत्‍पन्‍न करना, गर्भ)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H2029, H2030, H2032, H2232, H2254, H2803, H3179, G10800, G17220, G28450, G48150

गाय, बैल, बछड़ा, मवेशी, कलोर, बैल

परिभाषा:

"गाय," "बैल," कलोर," और “मवेशी” आदि सब शब्दों का संदर्भ एक बड़े चार टांग वाले गोजातीय पशुओं से है जो घास खाते हैं और मांस एवं दूध के लिए पाले जाते हैं.

  • ऐसे पशु की मादा को गाय कहते हैं और नर को बैल और उसके बच्चे को बछड़ा कहते हैं.
  • बाइबल में, मवेशी "शुद्ध"पशुओं में गिने जाते थे इनको मनुष्य खा सकता था और बलिओं के लिए काम में ले सकता था. वे मुख्य रूप से मांस और दूध के लिए थे।
  • "कलोर" वह गाय होती थी जिसने बच्चा न दिया हो.
  • “बैल” एक चौपाया पशु है जिसे खेती के काम के लिए प्रशिक्षण दिया जाता है. इस शब्द का बहुवचन है “बैलों.” बैलों नर हैं जिनका बधियाकरण किया गया है.
  • संपूर्ण बाइबल में बैलों को जूए में जुता हुआ दर्शाया गया है कि बैलगाड़ी खींचे या हल चलाएं.
  • जूए में जुते हुए बैल बाइबल में एक ऐसी सामान्य बात थी कि “जूए में जुतना” कठोर परिश्रम या श्रम की उपमा हो गया.
  • सांड भी नर चौपाया है परन्तु उसका बधियाकरण नहीं किया जाता है और न ही काम कराने का उसको प्रशिक्षण दिया जाता था.

(यह भी देखें: अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करे)

(यह भी देखें: जूआ)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H0047, H0441, H0504, H0929, H1165, H1241, H4399, H4735, H4806, H5695, H5697, H6499, H6510, H6629, H7214, H7716, H7794, H7921, H8377, H8450, G10160, G11510, G23530, G29340, G34470, G34480, G41650, G50220

गिड़गिड़ाना, विनती, मुकद्दमा, वाद विवाद करना, गिड़गिड़ाकर, निवेदन करता, निवेदन

तथ्य:

“गिड़गिड़ाकर विनती करना” और “विनती” का अर्थ है किसी से कुछ करने की आपातकालीन याचना। “गिड़गिड़ाना” एक अत्यावश्यक निवेदन है।

  • विनती का अर्थ प्रायः यह होता है कि मनुष्य को सहायता की घोर आवश्यकता या उसमे सहायता पाने की प्रबल इच्छा है।
  • मनुष्य परमेश्वर से दया की विनती कर सकते हैं या आपातकालीन याचना कर सकते हैं या स्वयं के लिए या किसी और के लिए उससे कुछ देने का निवेदन कर सकते हैं।
  • इसका अनुवाद हो सकता है, “मांगना”, “अनुनय विनय करना” या “आपातकालीन याचना”
  • “प्रार्थना” का अनुवाद हो सकता है, “साग्रह निवेदन” या “प्रबल याचना”।
  • स्पष्ट करें कि प्रकरण में इसका अर्थ पैसा मांगना नहीं है।

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong’s: H1777, H2603, H3198, H4941, H4994, H6279, H6293, H6664, H6419, H7378, H7379, H7775, H8199, H8467, H8469, G1189, G1793, G2065, G3870

गुम्मट, पहरे की मिनारें

परिभाषा:

“गुम्मट” एक ऊँची रचना जहाँ से सुरक्षाकर्मी किसी आने वाले संकट पर दृष्टि रख सकते थे। ये गुम्मट अधिकतर पत्थरों के बने होते थे।

  • जमींदार भी कभी-कभी गुम्मट बनाते थे कि वहाँ से अपनी फसल की चौकीदारी करें और चोरी होने से उसे बचाएं।
  • गुम्मटों में कमरे भी होते थे कि चौकीदार या उसका परिवार वहाँ रहे जिससे कि दिन रात फसल की चौकसी की जा सके।
  • नगर के गुम्मट शहरपनाह से ऊँचे बनाए जाते थे कि पहरूए किसी शत्रु की सेना को आते हुए देख पाएं।
  • "गुम्मट" शब्द का उपयोग शत्रु से रक्षा के प्रतीक स्वरुप भी काम में लिया जाता है। (देखें: उपमा)

(यह भी देखें: बैरी, पहरा देना)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H0803, H0971, H0975, H1785, H2918, H4026, H4029, H4692, H4707, H4869, H6076, H6438, H6836, G44440

गुरु, उपदेशक

परिभाषा:

गुरु वह मनुष्य है जो मनुष्यों को नई जानकारी देता है। शिक्षक मनुष्यों को ज्ञान एवं प्रवीणता प्राप्त करने में सहायक होता है।

  • बाइबल में "उपदेशक" शब्द एक विशेष अर्थ में काम में लिया गया है जो परमेश्वर के बारे में शिक्षा देनेवाले के संदर्भ में है।
  • शिक्षक से ज्ञान प्राप्त करनेवाले को “विद्यार्थी” या “चेला” कहते हैं।
  • कुछ अंग्रेजी बाइबल अनुवादों में इस शब्द को बड़े अक्षरों में लिखा गया है यदि वह यीशु के संदर्भ में है।

अनुवाद के सुझाव:

  • इस शब्द के अनुवाद में सामान्य शब्द शिक्षक का उपयोग किया जा सकता है, जब तक कि शब्द केवल एक स्कूल शिक्षक के लिए उपयोग नहीं किया जाता है।
  • कुछ संस्कृतियों की भाषा में धर्म-गुरूओं के लिए विशेष पदनाम होता है जैसे “श्री-श्री” या “रब्बी” या “प्रचारक”।

(यह भी देखें: चेले, प्रचार करना)

बाइबल सन्दर्भ:

बाइबल कहानियों से उदाहरण:

  • 27:1 एक दिन, यहूदी धर्म में निपुण एक व्यवस्थापक यीशु के पास उसकी परीक्षा लेने के लिए आया, और कहने लगा, “हे गुरु अनन्त जीवन का वारिस होने के लिए मैं क्या करूं?”
  • 28:1 एक दिन, एक धनवान युवा शासक यीशु के पास आया और उससे पूछा, "अच्छे शिक्षक,अनन्त जीवन प्राप्त करने के लिए मुझे क्या करना चाहिए?"
  • 37:2 दो दिन बीतने के बाद, यीशु ने अपने चेलों से कहा, “आओ हम फिर यहूदिया को चलें |” चेलों ने उससे कहा “हे रब्बी, कुछ समय पहले तो लोग तुझे मरना चाहते थे |”
  • 38:14 यहूदा यीशु के पास आया और कहा, “ नमस्कार, गुरु,” और उसे चूमा |
  • 49:3 यीशु एक महान शिक्षक भी था, और वह अधिकार के साथ बोलता था क्योंकि वह परमेश्वर का पुत्र है |

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H3384. H3925, G1320, G2567, G3547, G5572

गेहूँ

परिभाषा:

गेहूँ एक प्रकार का अन्न है जो मनुष्य भोजन के लिए उगाते है। जब बाइबल "अनाज" या "बीज" का उल्लेख करती है, तो यह अक्सर गेहूँ के दाने या बीज के बारे में बात करती है।

  • गेहूँ के दाने या बीज पौधे के ऊपर के भाग में लगते हैं।
  • कटनी के बाद गेहूँ के दाने को मार कर कटे हुए सूखे पौधों से निकाला जाता है। * गेहूँ के सूखे पौधों को धरती पर रखा जाता था कि उस पर मवेशी सोएं। गेहूं के सूखे हुए पौधों को "पुआल" कहा जाता है|
  • दंवनी के बाद, गेहूं के दानों को हवा में उछल कर भूँसी से अलग किया जाता था| भूँसी फेंक दी जाती थी।
  • गेहूँ को पीस कर आटा तैयार किया जाता है जिससे रोटियाँ बनाई जाती हैं।

(यह भी देखें: जौ, भूसा, अन्न, बीज, दांवना, हवा में उड़ाना)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H1250, H2406, G46210

गोत्र, सगोत्र, गोत्रवासी

परिभाषा:

गोत्र मनुष्यों का वह समूह है जो एक ही पूर्वज से उत्पन्न हुआ है।

  • एक ही गोत्र के लोग एक ही भाषा एवं संस्कृति को साझा करते है।
  • पुराने नियम में, परमेश्वर ने इस्राएल को 12 गोत्रों में विभाजित किया था। प्रत्येक गोत्र याकूब के किसी एक पुत्र या पोते का वंश था।
  • गोत्र जाति से छोटा परन्तु कुल से बड़ा था।

(यह भी देखें: कुल, जाति, समुदाय, इस्राएल के बारह गोत्र)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H523, H4294, H7625, H7626, G1429, G5443

गोबर, खाद

परिभाषा:

“गोबर” मनुष्य और पशुओं का मल होता है जिसे विष्ठा कहते हैं। जब इसका उपयोग भूमि की उर्वरता बढ़ाने के लिए किया जाता है तो इसे खाद कहते हैं।

  • इन शब्दों को प्रतीकात्मक रूप में किसी निकम्मी या महत्वहीन वस्तु के लिए काम में लिया गया है।
  • पशुओं का सूखा हुआ गोबर ईंधन के लिए काम में लिया जाता था।
  • “भूमि के ऊपर खाद के समान पड़ी रहेंगी” का अनुवाद हो सकता है, “निकम्मे गोबर के समान पृथ्वी पर विसर्जित किए गए।”
  • “कूड़ा फाटक” यरूशलेम की दक्षिणी दीवार में था जो संभवतः नगर का कूड़ा बाहर ले जाने के लिए काम में आता था।

(यह भी देखें: फाटक)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H830, H1119, H1557, H1561, H1686, H1828, H6569, H6675, G906, G4657

ग्रहण करना, स्वागत करना, बीड़ा उठाया, ग्राह्यता

परिभाषा:

“ग्रहण करना” का सामान्य अर्थ है, किसी दी गई या प्रस्तुत की गई या उपहार की गई वस्तु स्वीकार करना।

  • “ग्रहण करना” का अर्थ कष्ट सहना या किसी बात का अनुभव करना भी हो सकता है जैसे “उसे अपने कर्मों का दण्ड मिला”
  • एक विशेष अर्थ भी है जिसमें हम किसी व्यक्ति को "ग्रहण" करते है। उदाहरणार्थ अतिथियों या आगन्तुकों का स्वागत करना अर्थात उन्हें ग्रहण करके उनका सम्मान करना, जिससे उनके साथ संबन्ध बनाया जाए।
  • “पवित्र-आत्मा का दान ग्रहण करना” का अर्थ है हमें पवित्र आत्मा दिया गया है और हम अपने जीवन में और अपने जीवन के द्वारा उसको काम करने देने के लिए उसका स्वागत करते हैं।
  • “यीशु को ग्रहण करना” का अर्थ है मसीह यीशु के द्वारा परमेश्वर के उद्धार का दान स्वीकार करना।
  • जब अन्धा मनुष्य “दृष्टि का दान ग्रहण करता है” तो इसका अर्थ है परमेश्वर ने उसे चंगा कर दिया है और उसे देखने की क्षमता प्रदान की है।

अनुवाद के सुझाव:

  • प्रकरण के अनुसार “ग्रहण करना” का अनुवाद हो सकता है, “स्वीकारना” या “स्वागत करना” या “अनुभव करना” या “दिया गया”
  • “तुम सामर्थ्य पाओगे” इस अभिव्यक्ति का अनुवाद हो सकता है, “तुम्हें सामर्थ्य दिया जाएगा” या “परमेश्वर तुम्हें सामर्थ्य प्रदान करेगा” या “तुम्हें सामर्थ्य दिया जाएगा (परमेश्वर द्वारा)” या "परमेश्वर तुम में सामर्थ के कामों हेतु पवित्र आत्मा को सक्रीय करेगा"
  • "उसने दृष्टि प्राप्त की" वाक्यांश का अनुवाद हो सकता है, "देखने में सक्षम हुआ" या "फिर से देखने योग्य हो गया" या "परमेश्वर द्वारा चंगा किया गया कि देख सके"

(यह भी देखें: पवित्र आत्मा, यीशु, प्रभु, उद्धार)

बाइबल सन्दर्भ:

बाइबल की कहानियों के उदाहरण:

  • 21:13 भविष्यद्वक्ताओं ने यह भी कहा कि मसीह निपुण होगा जिसने कोई पाप न किया होगा | वह अन्य लोगों के पापों का दंड भोगने के लिए के मारा जाएगा | उसके दण्डित होने से परमेश्वर और लोगों के बीच में शान्ति स्थापित होगी |
  • __45:5__जब स्तिफनुस मरने पर था, वह प्रार्थना करने लगा कि, “हे प्रभु यीशु मेरी आत्मा को ग्रहण कर |”
  • 49:6 यीशु ने कहा कि कुछ लोग उसे ग्रहण करेंगे और उद्धार पाएँगे, लेकिन बहुत से लोग ऐसा नहीं करेंगे |
  • 49:10 जब यीशु क्रूस पर मरा, उसने तुम्हारा दण्ड अपने ऊपर ले लिया |
  • 49:13 जो कोई यीशु पर विश्वास करता और उसे प्रभु के रूप में स्वीकार करता है परमेश्वर उसे बचाएगा।

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H3557, H3947, H6901, H6902, H8254, G308, G324, G353, G354, G568, G588, G618, G1183, G1209, G1523, G1653, G1926, G2865, G2983, G3028, G3335, G3336, G3549, G3858, G3880, G4327, G4355, G4356, G4687, G5264, G5562

घड़ी

परिभाषा:

किसी बात को होने के समय या अवधी के अतिरिक्त “घड़ी” शब्द के अनेक प्रतीकात्मक उपयोग भी हैं।

  • कभी-कभी “घड़ी” का संदर्भ किसी कार्य को करने का नियमित निश्चित समय होता है जैसे “प्रार्थना का समय।”
  • जब अभिलेख में लिखा होता है, “वह घड़ी आ पहुंची है” जब यीशु दुःख उठाएगा और मारा जाएगा तो इसका अर्थ है, इस बात के होने के लिए परमेश्वर द्वारा बहुत पहले ही निश्चित किया गया समय।
  • “घड़ी” शब्द का अर्थ यह भी हो सकता है, “उस पल” या “उसी समय।”
  • जब अभिलेख में लिखा हो, विलम्ब की "घडी" तो इसका अर्थ होगा, दिन के उत्तरार्ध में विलम्ब का समय जब शीघ्र ही सूर्यास्त होने वाला हो।

अनुवाद के सुझाव:

  • प्रतीकात्मक उपयोग में, शब्द “घड़ी” का अनुवाद “समय” या “पल” या “नियुक्त समय”
  • “उस घड़ी में” या “उसी समय” का अनुवाद हो सकता है, “उस समय” या “उस पल” या "तुरंत" या "ठीक उसी समय।"
  • अभिव्यक्ति "समय बहुत देर हो चुकी थी" का अनुवाद हो सकता है, "दिन में देर हो गई" या "जल्द ही अंधेरा हो जाएगा" या "यह देर दोपहर था।"

(यह भी देखें: घड़ी)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: G56100

घमंडी, घमंड, बड़ाई, घमण्ड भरी

परिभाषा:

“घमण्ड” और “घमण्ड भरी” शब्द उस मनुष्य के संदर्भ में हैं जो अपने आपको बहुत बड़ा समझता है और विशेष करके सोचता है कि वह अन्यों से कहीं अधिक उत्तम है।

  • घमण्डी मनुष्य प्रायः अपनी गलतियां स्वीकार नहीं करता है। वह दीन मनुष्य नहीं है।
  • घमण्ड अन्य बातों में परमेश्वर की अवज्ञा की ओर ले जाता है।
  • “घमण्ड” और “बड़ाई” को सकारात्मक अर्थ में भी काम में लिया जाता है जैसे किसी की उपलब्धि पर घमण्ड करना या बच्चों पर घमण्ड करना। “अपने काम पर घमण्ड करना” इस अभिव्यक्तिता का अर्थ है अपना काम करने में आनन्द का अनुभव करना।
  • कोई घमण्ड से भरे बिना अपने किए हुए काम पर घमण्ड कर सकता है। कुछ भाषाओं में “घमण्ड” के इन दोनों शब्दों के भाव अलग-अलग शब्दों में व्यक्त किए जा सकते हैं।
  • “घमण्ड से भर जाना” सदैव नकारात्मक होता है अर्थात् “अभिमानी” या “अहंमन्य” या “अपने आपको बहुत बड़ा समझनेवाला”।

अनुवाद के लिए सुझाव:

  • संज्ञा "घमंड" का अनुवाद "अहंकार" या "अभिमान" या "आत्म-महत्व" के रूप में किया जा सकता है।
  • अन्य संदर्भों में, "घमंड" का अनुवाद "आनन्द" या "संतोष" या "सुख" के रूप में किया जा सकता है।
  • "पर गर्व" का अनुवाद "के साथ खुश" या "से संतुष्ट" या " या "आनंदित"( उपलब्धियों पर) " के रूप में किया जा सकता है।
  • “अपने काम पर घमण्ड कर” इस वाक्यांश का अर्थ है अपना काम करने में आनन्द का अनुभव करना।
  • "यहोवा पर गर्व करना " इस अभिव्यक्ति का अनुवाद किया जा सकता है, "यहोवा ने जो कुछ अद्भुत काम किया है, उसके बारे में प्रसन्न होना" या "खुश होना कि यहोवा कितना अद्भुत है।"

(यह भी देखें: हठीले, दीन, आनन्द)

बाइबल के सन्दर्भ:

बाइबल कहानियों से उदाहरण:

  • 04:02 उन्हें बहुत घमंड था, और परमेश्वर ने जो कहा था उन्होंने उसकी परवाह नहीं की |
  • 34:10 तब यीशु ने कहा, “मैं तुम से सच कहता हूँ कि, परमेश्वर ने चुंगी लेनेवाले की प्रार्थना सुनी और उसे धर्मी घोषित कर दिया | लेकिन उसे धर्म गुरु की प्रार्थना पसंद नहीं आई। “जो कोई अपने आप को बड़ा बनाएगा, उसे परमेश्वर छोटा कर देगा, और जो अपने आप को छोटा बनाएगा, वह बड़ा किया जाएगा |”

शब्द तथ्य:

  • Strong’s: H1341, H1343, H1344, H1346, H1347, H1348, H1349, H1361, H1362, H1363, H1364, H1396, H1466, H1467, H1984, H2086, H2087, H3093, H3238, H3513, H4062, H1431, H4791, H5965, H7295, H7312, H7342, H7311,H7830, H8597, G1391, G1392, G2744, G2745, G2746, G3173, G5187, G5229, G5243, G5244, G5308, G5309, G5426

घमण्ड

परिभाषा:

“घमण्ड” (गर्व) का अर्थ है स्वाभिमान एवं दंभी। इसका संदर्भ ऐसे मनुष्य से है जो अपने आपको बहुत बड़ा समझता है।

  • यह शब्द ऐसे मनुष्य के घमण्ड को दर्शाता है जो परमेश्वर के विरूद्ध पाप करने से नहीं रूकता है।
  • अभिमानी मनुष्य अपने बारे में बड़ी-बड़ी बातें करता है
  • घमण्डी मनुष्य बुद्धिमान नहीं मूर्ख है।
  • इस शब्द का अनुवाद “घमण्डी”, या “दंभी” या “स्वार्थी” किया जा सकता है।
  • “घमण्डी आंखें” इस उक्ति का अनुवाद हो सकता है, “घमण्ड से भरी दृष्टि” या “दूसरों को अपने आप से हीन समझना” या “दूसरों को नीचा समझने वाला घमण्डी मनुष्य”।

(यह भी देखें: बड़ाई, घमण्ड)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H1361, H1363, H1364, H3093, H4791, H7312, G5244

घर, घरों, छत के ऊपर, छतों, भण्डार, भण्डारों, घर का कारबार करनेवाले

परिभाषा:

शब्द "घर" एक छोटा सा भवन, आश्रय या तम्बू को संदर्भित करता है, आमतौर पर वह स्थान जहां एक परिवार सोता है। “घर” शब्द का उपयोग बाइबल में प्रतीकात्मक रूप से किया जाता है।" आदि जैसी विभिन्न अवधारणाओं का अर्थ करने के लिए किया जाता है।

  • कभी-कभी इसका अभिप्राय “कुटुम्ब” से है अर्थात एक ही घर में रहने वाले सब सदस्य।
  • “घर” प्रायः किसी के वंशजों के संदर्भ में आता है। उदाहरणार्थ, “दाऊद का घराना” अर्थात राजा दाऊद के सब वंशज।
  • “परमेश्वर का भवन” और “यहोवा का भवन” अर्थात मिलापवाला तम्बू या मन्दिर। इस अभिव्यक्ति का सामान्यतः अभिप्राय यह होता है कि परमेश्वर की उपस्थिति का स्थान या उसके निवास का स्थान।
  • इब्रानियों अध्याय 3 में “परमेश्वर के घर” एक रूपक स्वरूप काम में लिया गया है जो परमेश्वर के लोगों के संदर्भ में है या अधिक सामान्य परिप्रेक्ष्य में, परमेश्वर से संबन्धित सब वस्तुओं के संदर्भ में है।
  • “इस्राएल का घराना” सामान्यतः संपूर्ण इस्राएली जाति के संदर्भ में काम में लिया गया है या विशेष रूप में उत्तरी राज्य के इस्राएल के गोत्रों के लिए है।

अनुवाद के सुझाव

  • प्रकरण के अनुसार, “घर” शब्द का अनुवाद , “परिवार” या “लोग” या “कुटुम्ब” या “वंशज” या “मन्दिर” या “निवास स्थान”हो सकता है।
  • “दाऊद का घराना”, इस उक्ति का अनुवाद हो सकता है, “दाऊद का कुल” या “दाऊद का परिवार” या “दाऊद के वंशज”। संबन्धित अभिव्यक्तियों का अनुवाद भी इसी आधार पर किया जा सकता है।
  • “इस्राएल का घराना” इस उक्ति के अनुवाद रूप हो सकते हैं, “इस्राएल की प्रजा” या “इस्राएल के वंशज” या “इस्राएली”
  • “यहोवा का भवन” इसका अनुवाद हो सकता है, “यहोवा का मन्दिर” या “यहोवा की आराधना का स्थल” या “जहां यहोवा अपने लोगों के साथ मिलते है” या “यहोवा का निवास स्थान”। “परमेश्वर का भवन” इसका अनुवाद भी ऐसा ही किया जाए।

(यह भी देखें: दाऊद, वंशज, परमेश्वर का भवन, घराना, इस्राएल राज्य, मिलापवाला तम्बू, मन्दिर, यहोवा)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H1004, H1005, G3609, G3613, G3614, G3624

घात करना, घात किए गए

परिभाषा:

“घात करना” अर्थात किसी पशु या मनुष्य की हत्या करना इसका अभिप्राय है, बलपूर्वक या निर्दयता से मार डालना। अगर किसी व्यक्ति ने एक जानवर को मार डाला है तो उसने "घात किया"

  • पशु या किसी जनसमूह के संदर्भ में “संहार” शब्द काम में लिया जाता है।
  • संहार का एक कार्य भी "संहार" कहा जाता है।
  • “घात किए गए” का अनुवाद हो सकता है, “मारे गए लोग” या “जिन लोगों की हत्या की गई”।

(यह भी देखें: संहार)

बाइबल के सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H2026, H2076, H2490, H2491, H2717, H2763, H2873, H2874, H4191, H4194, H5221, H6991, H6992, H7523, H7819, G337, G615, G1315, G2380, G2695, G4968, G4969, G5407

घुड़सवार

परिभाषा:

बाइबल के युग में “घुड़सवारों” का अर्थ था युद्ध में घोड़े की सवारी करनेवाला।

  • रथों पर सवारी करनेवाले योद्धाओं को भी “घुड़सवार” कहते थे। जबकि घुड़सवार वास्तव में घोड़े की सवारी करनेवाला होता है।
  • इस्राएलियों का मानना था कि युद्ध में घोड़े काम में लेना यहोवा की अपेक्षा अपनी शक्ति पर अधिक भरोसा रखना था, अतः वे अधिक शक्ति पर अधिक भरोसा रखना था, अतः वे अधिक घुड़सवारों को नहीं रखते थे।
  • इसका अनुवाद “घोड़े के सवार” या “घोड़े पर सवार मनुष्य” हो सकता है।

(यह भी देखें: रथ, घोड़ा)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H6571, H7395, G2460

घूस, घूस, घूस दिया, घूस लेते हैं

परिभाषा:

“घूस”, किसी से गलत काम करवाने के लिए मूल्यवान भेंट जैसे पैसा देना।

  • यीशु की कब्र की चौकसी करनेवाले सैनिकों को झूठ बोलने के लिए घूस दी गई थी।
  • कभी-कभी सरकारी अधिकारी को अपराध को अनदेखा करने या कोई निर्णय लेने के लिए भी घूस दी जाती है।
  • बाइबल में घूस लेना या घूस देना मना है।
  • “घूस” शब्द का अनुवाद हो सकता है, “बेइमानी का पैसा” या “झूठ बोलने के लिए दिया गया पैसा” या “नियम तोड़ने की कीमत।”
  • “घूस देना” का अनुवाद ऐसे शब्द या उक्ति द्वारा किया जा सकता है जिसका अर्थ है, “प्रभाव डालने के लिए पैसा देना” या “बेईमानी से पक्षपात करने की कीमत देना” या “पक्ष लेने के लिए पैसा देना।”

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H3724, H4979, H7809, H7810, H7936, H7966, H8641, G5260

घृणा, घृणा करा, घृणित

तथ्य:

“घृणित” शब्द कुछ ऐसी वस्तुओं का वर्णन करता है जिन्हें नापसंद और अस्वीकार करना चाहिए। किसी वस्तु से घृणा करने का अर्थ है उसे दृढ़ता से नापसंद करना।

  • बाइबल प्रायः बुराई से घृणा की चर्चा करती है। इसका अर्थ है बुराई से घृणा करना और उसका त्याग करना।
  • परमेश्वर ने "घृणित" शब्द का प्रयोग उन लोगों के बुरे कामों का वर्णन करने के लिए किया, जो झूठे देवताओं की पूजा करते थे।
  • इस्राएलियों को आज्ञा दी गई थी कि वे पड़ोसी जातियों के पापी अनैतिक अभ्यासों से "घृणा" करें।
  • परमेश्वर ने सब अनुचित यौनाचार को "घृणित" कहा है।
  • भविष्य कहना, भूत सिद्धि करना तथा शिशु-बलि, सब परमेश्वर के लिए "घृणित" थे।
  • "घृणा" शब्द का अनुवाद "दृढ़ता से अस्वीकार" या "नफरत" या "बहुत बुरा मानते हैं" के रूप में किया जा सकता है ।
  • “घृणित” शब्द का अनुवाद “भयानक बुराई” या “घृणा योग्य” या “परित्याग के योग्य” किया जा सकता है।
  • जब दुष्ट को धर्मी "घृणित" करने के लिए आवेदन किया जाता है, तो इसे "बहुत अवांछनीय माना जाता है" या "अयोग्य" या "अस्वीकार कर दिया" के रूप में अनुवाद किया जा सकता है।
  • परमेश्वर ने कुछ प्रकार के जानवरों को "घृणा" करने के लिए इस्राएलियों से कहा था कि परमेश्वर ने उन्हें "अशुद्ध" और भोजन के लिए उपयुक्त नहीं घोषित किया था। * इसका अनुवाद “प्रबल नापसंदगी” या “परित्याग” या “अस्वीकार्य मानना” के रूप में किया जा सकता है।

(यह भी देखें: भविष्य कहना, शुद्ध)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रांग'स: H1602, H6973, H8130, H8251, H8262, H8263, H8441, H8581, G946, G947, G948, G4767, G3404

घेर, घेर लेना, घेर लिया, घेर करनेवाला, घेर लेना, मोर्चा बांधना

परिभाषा:

“घेराव” शत्रु की सेना द्वारा नगर को घेर कर भोजन-पानी का आना रोक देना। किसी शहर को "घेर" करने या इसे "घेराबंदी के नीचे" रखने के लिए इसका अर्थ है घेराबंदी के माध्यम से हमला करना।

  • जब बाबेल ने इस्राएल पर हमला किया, तो उन्होंने शहर के अंदर लोगों को कमजोर करने के लिए यरूशलेम के खिलाफ घेराबंदी की रणनीति का इस्तेमाल किया।
  • घेराव के समय धूल मिट्टी के ढेले बनाए जाते थे कि शत्रु की सेना शहरपनाह को पार करके नगर पर आक्रमण कर पाए।
  • एक शहर को "घेर" करने के लिए इसे "घेराबंदी" के रूप में व्यक्त किया जा सकता है या उस पर "घेराबंदी" करने के लिए कहा जा सकता है।
  • “घेराव कर दिया” का अर्थ “घेराव” ही है। इन दोनों अभिव्यक्तियों द्वारा किसी नगर का शत्रुओं द्वारा घेराव दर्शाता है।

बाइबल के सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H4692, H4693, H5341, H5437, H5564, H6693, H6696, H6887

घोड़ा, घोड़े, युद्ध का घोडा, युद्ध के घोड़ों, सवार होकर

परिभाषा:

घोड़ा चार टांगों का एक बड़ा पशु होता है जिसको बाइबल के युग में अधिकतर खेती के काम में या सवारी धोने के काम में लिया जाता था।

  • कुछ घोड़े गाड़ी और रथ खींचने के लिए भी काम में लिए जाते थे, उन पर सवारी भी की जाती थी।
  • घोड़ों को लगाम लगाई जाती थी कि इच्छा के अनुसार चलाया जाए।
  • बाइबल युग में घोड़े एक मूल्यवान सम्पदा थे, उन्हें पशु धन माना जाता था क्योंकि वेमुख्यतः युद्ध में काम आते थे। उदाहरणार्थ, सुलैमान के असीम वैभव का एक भाग उसके हजारों घोड़ें और रथ थे।
  • गधे और खच्चर भी घोड़े जैसे ही चौपाए हैं।

(यह भी देखें: रथ, , गधा, सुलैमान)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H47, H5483, H5484, H6571, H7409, G2462

घोषणा करना, विज्ञप्ति, घोषणा

परिभाषा:

“घोषणा करना ” और “घोषणा” अर्थात “औपचारिक या सार्वजनिक कथन”, प्रायः किसी बात पर बल देने के लिए। इसके सहार्थी शब्द हैं, "उद्घोषित करना", "उद्घोषणा", "प्रकाशित करना", "विज्ञप्ति|"

  • एक "घोषणा" न केवल घोषित की जा रही के महत्व पर जोर देती है, बल्कि यह घोषणा करने वाले पर भी ध्यान आकर्षित कराती है।
  • उदाहरणार्थ, पुराने नियम में परमेश्वर के सन्देश से पूर्व, “यहोवा यों कहता है” या “यहोवा का यह वचन” उक्ति आती है। इस उक्ति से इस बात पर बल दिया जाता है कि इस सन्देश को पहुंचाने वाला यहोवा ही है। यह तथ्य कि सन्देश यहोवा का है दर्शाता है कि सन्देश अत्यधिक महत्वपूर्ण है।

अनुवाद के सुझाव:

  • प्रकरण के अनुसार, “घोषणा करने” का अनुवाद हो सकता है, “विज्ञप्ति प्रकाशित करना” या “सार्वजनिक कथन प्रस्तुत करना” या “बलपूर्वक कहना” या “बल देकर कहना”।
  • “घोषणा” शब्द का अनुवाद “कथन” या “उद्घोषण” भी हो सकता है।
  • “यहोवा यों कहता है” इस उक्ती का अनुवाद हो सकता है, “यहोवा घोषणा करता है” या “यहोवा का कहना है कि।"

(यह भी देखें: प्रचार करना)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H0262, H0559, H0816, H0874, H1696, H3045, H4853, H5002, H5042, H5046, H5608, H6567, H7121, H7561, H7878, H8085, G03120, G05180, G06690, G12290, G13440, G15550, G17180, G18340, G20970, G25110, G26050, G26070, G31400, G36700, G37240, G38220, G38700, G39550, G42960

चकित, विस्मय, अचम्भा किया, अचम्भा, अचम्भा किया, अद्भुत, आश्चर्यकर्म, आश्चर्यचकित

परिभाषा:

यह सब शब्द अति विस्मय का संदर्भ देते हैं, क्योंकि एक अति असामान्य बात हुई है।

  • इनमें से कुछ शब्द यूनानी कहावत के अनुवाद हैं जैसे, “आश्चर्यचकित होना” या “अपने आपे से बाहर होना”। * इन उक्तियों से व्यक्त होता है कि मनुष्य कैसे विस्मित एवं आघातग्रस्त हुआ है। अन्य भाषाओं में भी इन उक्तियों को व्यक्त करने के शब्द होंगे।
  • सामान्यतः आश्चर्य और विस्मय उत्पन्न करने वाली घटना चमत्कार होती है, ऐसा काम केवल परमेश्वर ही कर सकता है।
  • इन शब्दों के अर्थ में उलझन की भावना भी हो सकती है क्योंकि जो हुआ वह न उम्मीद था।
  • इन शब्दों का अनुवाद करने के अन्य रूप हैं, “अत्यधिक चकित” या “अत्यधिक विस्मित”
  • इसके समानार्थक शब्द हैं, “अद्भुत (विस्मयकारी, आश्चर्यजनक) “विस्मय” “चकित करना”
  • सामान्यतः ये शब्द सकारात्मक हैं और दर्शाते हैं कि मनुष्य किसी घटना विशेष से प्रसन्न हैं।

(यह भी देखें: आश्चर्यकर्म, चिन्ह)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H0926, H2865, H3820, H4159, H6313, H6381, H6382, H6383, H6395, H8074, H8429, H8539, H8540, H8541, G06390, G15680, G15690, G16050, G16110, G18390, G22840, G22850, G22960, G22970, G22980, G40230, G45920, G50590

चंगाई, चंगा किया, चंगा करना, चंगा हो गया, चंगा करने वाला, स्वस्थ, अस्वस्थ

परिभाषा:

“चंगा करना” और "उपचार" दोनों का अर्थ है एक बीमार, अर्थात रोगी, घायल, या विकलांग को स्वास्थ्य प्रदान करना।

  • चंगाई पाने वाला या “रोग-मुक्त मनुष्य” “पुष्ट किया गया” या “स्वस्थ किया गया” है।
  • चंगाई प्राकृतिक भी होती है क्योंकि परमेश्वर ने हमारे शरीर को अनेक प्रकार की चोटों और रोगों से स्वस्थ हो जाने की क्षमता प्रदान की है। ऐसी चंगाई में समय लगता है।
  • तथापि जैसे अंधा होना, लकवा तथा गंभीर रोग जैसे, कोढ़ अपने आप स्वस्थ नहीं होते हैं। जब मनुष्यों को ऐसे रोगों या विकलांगता से चंगाई मिलती है तो वह एक आश्चर्यकर्म होता है।
  • उदाहरणार्थ यीशु ने अनेक अंधों, लंगड़ो और रोगियों का तत्काल चंगा किया था और वे उसी पल स्वस्थ हो गए थे।
  • प्रेरितों ने भी रोगियों को चमत्कारी चंगाई दी थी जैसे पतरस ने एक लंगड़े को तुरंत चलने योग्य किया था।

(यह भी देखें: आश्चर्यकर्म)

बाइबल सन्दर्भ:

बाइबल की कहानियों के उदाहरण:

  • 19:14 जिनमे से एक चमत्कार नामान नामक व्यक्ति के जीवन में हुआ, वह शत्रुओं का सेनापति था और कोढ़ी था। उसने एलीशा के बारे में सुना था तो वह एलीशा के पास गया कि वह उसे चंगा क
  • 21:10 उसने (यशायाह ने) यह भी भविष्यवाणी की थी , कि मसीह बीमारों को चंगा करेगा, तब अन्धे की आँखें खोली जाएगी, बहिरों के कान भी खोले जाएँगे, लंगड़े चलने लगेंगे, गूँगे बोल उठेंगे।
  • 26:06 यीशु ने कहना जारी रखा,“और एलीशा भविष्यद्वक्ता के समय इस्राएल में बहुत से कोढ़ी थे, और ऐसे भी थे जिन्हें त्वचा रोग था। लेकिन एलीशा ने उनमें से किसी को भी चंगा नहीं किया, उसने केवल इस्राएल के दुश्मनों के एक सेनापति, नामान के त्वचा रोग को चंगा किया।”
  • 26:8 वह यीशु के पास बहुत से लोगों को लाए जो अनेक बीमारियों से पीड़ित थे, उनमें विकलांग थे, और वे लोग थे, जो बोल नहीं सकते, देख नहीं सकते, चल नहीं सकते, सुन नहीं सकते थे और इन सभी को यीशु ने चंगा किया
  • 32:14 उसने यीशु की चर्चा सुनी थी कि वह बिमारो को चंगा करता है और उसने सोचा कि यदि मैं यीशु के वस्त्रो को ही छू लूँगी तो चंगी हो जाऊँगी , ”
  • 44:3 तुरन्त, परमेश्वर ने उस लँगड़े व्यक्ति को चंगा किया, तब उसने चलना और चारों ओर कूदना शुरू किया और परमेश्वर की स्तुति करने लगा।
  • 44:8 तब पतरस ने उन्हें उत्तर दिया, “यीशु मसीह की सामर्थ्य से यह व्यक्ति तुम्हारे सामने भला चंगा खड़ा है।
  • 49:2 यीशु बहुत से आश्चर्यकर्म किये जो यह सिद्ध करते हैं कि वह परमेश्वर है। वह पानी पर चला, तूफान को शांत किया, बहुत से बीमारों को चंगा किया, ुष्टात्माओं को निकाला, मुर्दों को जीवित किया, और पांच रोटी और दो छोटी मछलियों को इतने भोजन में बदल दिया कि वह 5,000 लोगों के लिए काफी हो।

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H724, H1369, H1455, H2280, H2421, H2896, H3545, H4832, H4974, H7495, H7499, H7500, H7725, H7965, H8549, H8585, H8644, H622, G1295, G1743, G2322, G2323, G2386, G2390, G2392, G2511, G3647, G4982, G5198, G5199

चरवाहा,रखवाला

परिभाषा:

चरवाहा वह मनुष्य है जो भेड़ों की रखवाली करता है| पुराने नियम में, इस शब्द का सन्दर्भ "रखवाले" से भी है जो अन्य घरेलु मवेशियों के देखभाल करता है जैसे, बकरियां और चौपाए|

  • इसके क्रिया रूप, "चरवाही" का अर्थ है, भेड़ों (या अन्य मवेशियों) को उत्तम भोजन और जल के पास ले जाना, वन्पशुओं से उनकी रक्षा करना, उनको खो जाने से बचाना तथा पशुओं को जीवित और सुरक्षित रखने के लिए अन्य सब उत्तरदायित्वों की पूर्ती करना|
  • बाईबल में, इस शब्द का उपयोग प्रायः लाक्षणिक भाषा में किया गया है जिसका अर्थ है, (पशुओं की ही नहीं) मनुष्यों की शारीरिक एवं आत्मिक आवश्यकताओं की सुधि लेना|
  • पुराने नियम में, परमेश्वर को उसके लोगों का चरवाहा कहा गया है क्योंकि उसने उनकी रखवाली की थी| नये नियम में, यीशु स्वयं को "अच्छा चरवाहा" कहता है और अन्य स्थानों में यीशु को कलीसिया का "महान चरवाहा" कहा गया है|
  • नये नियम में, "रखवाला" शब्द उस मनुष्य के लिए काम में लिया गया है जो अन्य विश्वासियों पर आत्मिक अगुआ है| जिस शब्द का अनुवाद "पास्टर" किया गया है वह "चरवाहा" शब्द का अनुवाद ही है| प्राचीन और बिशप भी चरवाहे कहलाए थे|

अनुवाद के सुझाव

  • इस स्नाग्या शब्द, "चरवाहा" का अनुवाद हो सकता है, "भेड़ों की देखरेख करने वाला मनुष्य" या भेदून का रखवाला" या भेड़ों की सुध रखने वाला"
  • जब भीड़ों से अन्य मवेशियों की देखरेख करने वाले मनुष्य का सन्दर्भ हो तो इस शब्द का अनुइवाद हो सकता है, "वृन्द परिचारक" या "मवेशी कर्मी" या " मवेशियों की सेवा करने वाला मनुष्य|"
  • क्रिया रूप में "चरवाही" शब्द का अनुवाद हो सकता है, "भीड़ों की सुध रखना" या "भेड़ों की रक्षा करना|"
  • कुछ परिप्रेक्ष्यों में, "चरवाहा" शब्द का अनुवाद हो सकता है, "अगुआ" या "मार्गदर्शक" या "पर्यवेक्षक"
  • उपमा स्वरूप उपयोग करने में इस संज्ञा शब्द, "चरवाहा" के अनुवाद भिन्न-भिन्न होते हैं, जैसे, “आत्मिक चरवाहा” या “आत्मिक अगुआ” या “चरवाहे के समान मनुष्य” या “भेड़ों की रखवाली करने वाले चरवाहे के जैसा अपने लोगों की सुधि लेनेवाला जन” या “चरवाहा जैसे अपनी भेड़ों की अगुआई करता है वैसे अपने लोगों की अगुआई करनेवाला जन” या “परमेश्वर की भेड़ों की सुधि लेनेवाला”।
  • इसके क्रिया रूप को लाक्षणिक भाषा में काम में लिया जाए तो इसका अनुवाद हो सकता है, "सुध रखना" या "आत्मिक पोषण देना" या "अगुआई करना और शिक्षा देना" या "अगुआई करना और संभालना (जैसे चरवाहा अपनी भेड़ों को संभालता है)"
  • इसी संदर्भ में “चरवाहे” का अनुवाद “अगुआ” या “पथ प्रदर्शक” या “सुधि लेनेवाला” हो सकता है।

(यह भी देखें: पासबान, भेड़, मवेशी)

बाइबल के सन्दर्भ:

बाइबल की कहानियों के उदाहरण:

  • 9:11 मूसा मिस्र से बहुत दूर जंगल में एक चरवाहा बन गया.के प्रति
  • 17:2 दाऊद बेथलेहेम के शहर से एक चरवाहा था। जब वह अपने पिता के भेड़ों की निगरानी कर रहा था, तब दाऊद ने एक बार एक शेर को और एक बार एक भालू को मार दिया था क्योंकि उन्होंने उसकी भेड़ों पर चढ़ाई की थी।
  • 23:6 उस रात, वहाँ कुछ चरवाहे थे जो पास के मैदान में अपनी भेड़ों की रखवाली कर रहे थे।
  • 23:8 चरवाहे तुरंत ही उस स्थान पर पहुंचे जहां यीशु था और उन्होंने उसे चरनी में लेटा हुआ पाया, जैसा स्वर्गदूत ने उन्हें बताया था।
  • 30:3 यीशु के लिए, ये लोग किसी चरवाहे के बिना भेड़ों के समान थे।

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H6629, H7462, H7469, H7473, G07500, G41650, G41660

चर्मरोग, कोढ़ी, कोढ़

परिभाषा:

“कोढ़” का उल्लेख बाइबल में आया है| वह विभिन्न त्वचा रोगों का संदर्भ देता है। “कोढ़ी” वह मनुष्य है जो कोढ़ से ग्रस्त है, “कोढ़” मनुष्य या मनुष्य की देह के उस अंग का संदर्भ देता है जहाँ कोढ़ का लक्षण प्रकट होता है।

  • एक प्रकार के कोढ़ में त्वचा का रंग उड़ जाता है और वहां सफेद दाग हो जाते हैं जैसे मिरयम और नामान को था।
  • आज के युग में कोढ़ के कारण हाथ, पांव और देह के अन्य अंग क्षतिग्रस्त होकर विकृत हो जाते हैं।
  • परमेश्वर ने इस्राएलियों को जो आदेश दिए थे उनके अनुसार यदि किसी मनुष्य को कोढ़ हो जाता था तो उसे “अशुद्ध” माना जाता था और उसे अन्य मनुष्यों से अलग रहना होता था कि उन्हें इस रोग का संक्रमण न हो।
  • कोढ़ी को “अशुद्ध” चिल्लाना पड़ता था कि मनुष्यों को उससे दूर रहने की चेतावनी मिले।
  • यीशु ने अनेक कोढ़ियों को और त्वचा रोगियों को चंगा किया था।

अनुवाद के सुझाव:

  • बाइबल में जो “कोढ़” शब्द है उसका अनुवाद “त्वचा रोग” या “भयानक त्वचा रोग” किया जा सकता है।
  • “कोढ़” का अनुवाद “कोढ़ग्रस्त” या “त्वचा रोग ग्रस्त” या “त्वचा के घावों से भरा” किया जा सकता है।

(यह भी देखें: मिरयम, नामान, शुद्ध)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H6879, H6883, G30140, G30150

चला, चलता

परिभाषा:

प्रतिकात्मक रूप में “चलने" का उपयोग "आचरण" का बोध करवाता है।

  • "हनोक परमेश्वर के साथ चलता था" अर्थात् वह परमेश्वर के साथ घनिष्ठ संबन्ध में था।
  • “पवित्र-आत्मा के साथ चलना” अर्थात पवित्र आत्मा की अगुआई में चलना कि परमेश्वर को प्रसन्न करनेवाले और उसे सम्मान पहुंचाने वाले काम करें।
  • परमेश्वर की आज्ञाओं में या परमेश्वर के मार्गों में चलना अर्थात उसकी आज्ञाओं के पालन का जीवन जीना अर्थात उसकी “आज्ञाओं को मानना” या “उसकी इच्छा पूरी करना।”
  • परमेश्वर कहता है कि वह “अपने लोगों के मध्य वास करेगा” या उनके साथ “घनिष्ठ व्यवहार” करेगा।
  • “विपरीत चाल चलना” का अर्थ ऐसा जीवन आचरण रखना जो किसी के विरूद्ध हो।
  • “पीछे चलना” अर्थात किसी का पीछा करना।  इसका अर्थ अनुकरण करना भी होता है।

अनुवाद के लिए सुझाव:

  • “जब तक “चलना” का सही अर्थ समझ में आए तब तक इसे ज्यों का त्यों रखना ही उचित है।
  • “चलना” के प्रतीकात्मक उपयोगों का अनुवाद हो सकता है “जीवन जीना” या “व्यवहार करना” या “कार्य करना।”
  • “आत्मा के अनुसार चलना” का अनुवाद हो सकता है, “पवित्र-आत्मा की आज्ञाकारिता में जीना।” या “पवित्र-आत्मा को प्रसन्न करनेवाला जीवन जीना” या “पवित्र आत्मा की अगुआई में परमेश्वर को ग्रहणयोग्य काम करना”।
  • “परमेश्वर की आज्ञाओं पर चलना” का अनुवाद हो सकता है, “परमेश्वर की आज्ञाओं के अनुपालन में जीना” या “परमेश्वर की आज्ञाओं को मानना”।
  • “परमेश्वर के साथ चलता था” इसका अनुवाद हो सकता है, “परमेश्वर की आज्ञाओं को मानकर और उसका सम्मान करके परमेश्वर के साथ घनिष्ठता का जीवन जीना”।

(यह भी देखें: पवित्र आत्मा, आदर)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H1869, H1980, H1981, H3212, H4108, G1704, G4043, G4198, G4748

चाँदी

परिभाषा:

चाँदी एक चमकीली सफेद रंग की धातु होती है जिससे सिक्के, आभूषण, पात्र और साज सज्जा का सामान बनाया जाता है।

  • पात्रों में चाँदी के बड़े-छोटे कटोरे तथा खाना पकाने, खाने या परोसने के पात्र बनते हैं।
  • सोना और चाँदी परमेश्वर के निवास तथा मन्दिर के निर्माण में भी काम में लिए गए थे। यरूशलेम के मन्दिर में पात्र सब चाँदी के थे।
  • बाइबल के समय में, एक शेकेल वजन का एक इकाई था, और अक्सर एक निश्चित चाँदी की शेकेल की कीमत पर खरीदारी की जाती थी । नए नियम के युग में शेकेल में मापा जाने वाले विभिन्न वजन के चाँदी के सिक्के थे।
  • यूसुफ के भाइयों ने उसे चाँदी के बीस शेकेल (सिक्कों) में दास होने के लिए बेचा था।
  • यीशु के पकड़वाने के लिए यहूदा को चाँदी के 30 सिक्के दिए गए थे।

(यह भी देखें: मिलापवाला तम्बू, मन्दिर)

बाइबल के सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H3701, H3702, H7192, G693, G694, G695, G696, G1406

चिट्ठियाँ, चिट्ठियाँ डालकर

परिभाषा:

“चिट्ठियाँ” पर्चियों पर नाम लिखे जाते हैं और निर्णय लेने के लिए उनमें से एक उठाई जाती है। “चिट्ठियां डालना” अर्थात चिन्ह डालकर पर्चियों को भूमि पर या अन्य स्थान में डालकर एक उठाना।

  • कुछ संस्कृतियों में चिट्ठियां डालने में तिनकों का गट्ठा काम में लिया जाता था। एक मनुष्य उन तिनकों को पकड़ कर रखता था कि कोई देख न पाए कि वे कितने लम्बे हैं। प्रत्येक मनुष्य एक तिनका खींचता था और जिसके पास सबसे लम्बा तिनका आता था (या सबसे छोटा) वही चुना हुआ माना जाता था।
  • बाइबिल के समय में, प्रकरण के अनुसार “चिट्ठी” का अनुवाद “अंकित पत्थर” या “मिट्टी के पात्रों के टुकड़ों” या “लकड़ियां” या “तिनके” भी किए जा सकते हैं।
  • “चिट्ठियां डालना” का अनुवाद, “पर्चियां डालना” या “पर्ची खींचना” या पर्ची गिराना” भी हो सकता है। “डालना” का अनुवाद ऐसा प्रकट न करे कि चिट्ठियां बहुत दूर तक फेंकी जाती थी।
  • यदि “चिट्ठियों” द्वारा निर्णय लिया गया तो उसका अनुवाद “चिट्ठियां डालकर” किया जा सकता है।

(यह भी देखें: इलीशिबा, याजक, जकर्याह (पुराना नियम), जकर्याह (नया नियम))

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H1486, H2256, H5307, G2624, G2819, G2975, G3091

चिताना, चेतावनी, चेतावनी देने

परिभाषा:

“चिताना” अर्थात किसी को दृढ़ चेतावनी देना या समझाना।

  • “चिताना” का सामान्यतः अर्थ है कि किसी को कोई काम न करने के लिए समझाना।
  • “मसीह की देह में, विश्वासियों को शिक्षा दी गई है कि वे आपस में समझाएं कि पाप से बचना है और पवित्र जीवन जीना है।”
  • “चिताना” शब्द का अनुवाद हो सकता है, “पाप नहीं करने के लिए उत्साहित करना” या “किसी को पाप नही करने का आग्रह करना”

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रांग'स: H2094, H5749, G3560, G3867, G5537

चीता, चीतों

तथ्य:

चीता, बिल्ली जैसा एक बड़ा पशु है जिसका रंग भूरा होता है और उस पर काले धब्बे होते हैं।

  • चीता अन्य पशुओं को मार कर खाता है।
  • बाइबल में आकस्मिक दुर्घटना की तुलना चीते से की जाती है क्योंकि चीता अपने शिकार पर आकस्मिक हमला करता है।
  • भविष्यद्वक्ता दानिय्येल और प्रेरित यूहन्ना ने दर्शन में चीते जैसा एक पशु देखा था।

(यह भी देखें: अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करे)

(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद)

(यह भी देखें: पशु, दानिय्येल, शिकार, दर्शन)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H5245, H5246

चुंगी लेनेवाला, चुंगी लेनेवालों

परिभाषा:

एक "चुंगी लेनेवाला" एक सरकारी कर्मचारी था जिसका काम पैसे प्राप्त करना था जो कर लोगों को सरकार को भुगतान करना आवश्यक हो।

  • यीशु और प्रेरितों के युग में रोमी सरकार रोमी सम्राज्य में रहने वाले यहूदियों समेत सभी लोगों से कर वसूला करती थी।
  • रोमी सरकार के लिए कर वसूल करनेवाले सरकार द्वारा निर्धारित कर से अधिक वसूल किया करते थे। चुंगी लेनेवाले अतिरिक्त पैसा अपने पास रख लेते थे।
  • क्योंकि चुंगी लेनेवाले ने इस तरह से लोगों को धोखा दिया, यहूदियों ने उन्हें पापियों में सबसे बुरे लोगों में से एक माना।
  • यहूदियों ने यहूदी चुंगी लेनेवाले को अपने ही लोगों के लिए गद्दार माना था क्योंकि उन्होंने रोमी सरकार के लिए काम किया था जो यहूदी लोगों पर अत्याचार कर रहे थे।
  • वाक्यांश, "चुंगी लेनेवाले और पापी" नया नियम में एक आम अभिव्यक्ति थी, यह दिखाते हुए कि ये लोग कितना चुंगी लेनेवाले से घृणा करते थे।

(यह भी देखें: यहूदी, रोम, पाप, कर)

बाइबल सन्दर्भ:

बाइबल कहानियों से उदाहरण:

  • 34:06 उसने कहा, “दो व्यक्ति मंदिर में प्रार्थना करने के लिए गए | एक फरीसी था और दूसरा चुंगी लेने वाला |”
  • 34:07 “फरीसी ने अपने मन में इस तरह प्रार्थना की, ‘हे परमेश्वर मैं तेरा धन्यवाद करता हूँ कि मैं दूसरे मनुष्यों के समान अन्धेर करनेवाला, अन्यायी और व्यभिचारी नहीं, और न इस चुंगी लेने वाले के समान हूँ |’”
  • 34:09 पर चुंगी लेने वाला फरीसी दूर खड़े होकर, स्वर्ग की ओर आँखें उठाना भी न चाहा, वरन अपनी छाती पीट-पीटकर कहा, ‘हे परमेश्वर मुझ पर दया कर क्योंकि मैं पापी हूँ |’”
  • 34:10 यीशु ने कहा, “मैं तुम से सच कहता हूँ कि, परमेश्वर ने चुंगी लेनेवाले की प्रार्थना सुनी और धर्मी होने के लिए उसे घोषित कर दिया |
  • 35:01 एक दिन यीशु बहुत से __ चुंगी लेने वालों__ और पापियों को सिखा रहा था, जो उसे सुनने के लिए वहाँ इकट्ठा हुए थे |

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H5065, H5674, G5057, G5058

चुम्बन, चूमा/चूमना

परिभाषा:

चुम्बन में एक मनुष्य दूसरे मनुष्य के होठों पर या चेहरे पर अपने होंठ रखता है। इस शब्द का उपयोग प्रतीकात्मक रूप में भी किया गया है।

  • कुछ संस्कृतियों में गालों को चूमा जाता है कि अभिवादन या अलविदा को व्यक्त किया जाए।
  • चुम्बन दो व्यक्तियों के मध्य गहरे प्रेम को प्रकट करता है जैसे पति-पत्नी।
  • “किसी को विदा का चुम्बन देना” अर्थात किसी को चूमकर विदा करना।
  • कभी-कभी “चूमना” शब्द का अर्थ है किसी को “विदा करना”। जब एलीशा ने एलिय्याह से कहा था, “पहले मुझे जाकर अपने माता-पिता को चूमने दे” तो उसके कहने का अर्थ था कि एलिय्याह का अनुसरण करने के लिए उनसे अलग होने के लिए विदाई लेना।

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H5390, H5401, G27050, G53680, G53700

चोर, लूटना, लूटेरा, लूटना, डाकू

तथ्य:

“चोर” या “लुटेरा” वह व्यक्ति है जो मनुष्यों का पैसा या सामान चुराता है। "चोर" का बहुवचन है "चोरों।" "डाकू" शब्द अधिकतर एक ऐसे चोर का सन्दर्भ देता है जो लुटने वालों को शारीरिक हानि पहुंचाता है या भयभीत करता है।

  • यीशु ने एक सामरी का दृष्टान्त सुनाया, जिसने एक यहूदी व्यक्ति का ख्याल रखा जिस पर लुटेरों ने हमला किया था। लुटेरों ने यहूदी व्यक्ति को पीटा और उसके पैसे और कपड़े चोरी करने से पहले उसे घायल कर दिया था।
  • चोर और लुटेरों दोनों चोरी करने अचानक ही आते है, जब लोग इसकी उम्मीद नहीं करते। वे प्रायः अन्धकार में काम करते हैं कि छिपे रहें।
  • नये नियम में शैतान को प्रतीकात्मक रूप में एक चोर कहा गया है जो चोरी करने, हत्या करने और नाश करने आता है। इसका अर्थ है कि शैतान की योजना है कि परमेश्वर के लोगों को भरमाकर उसकी आज्ञा मानने से रोके। अगर शैतान ऐसा करने में सफल हुआ तो वह लोगों से उन अच्छी बातों को चुरा जिनकी योजना परमेश्वर ने उनके लिए बनाई है।
  • यीशु ने अपने आकस्मिक पुनरागमन की तुलना चोर के अकस्मात् आ जाने से की थी जो की चोरी करने आता है। जैसे चोर ऐसे समय आता है जब मनुष्य उसकी प्रतीक्षा में नहीं रहता है वैसे ही यीशु भी अकस्मात ही आ जाएगा जब मनुष्य उसके आगमन के लिए तैयार न हो।

(यह भी देखें: आशिष देना, अपराध, क्रूस पर चढ़ाना, अन्धकार, विनाशक, सामर्थ्य, सामरिया, शैतान)

बाइबल के सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H1214, H1215, H1416, H1589, H1590, H1980, H6530, H7703, G727, G2417, G2812, G3027

चौकस, ताकता, देखा, देख रहा था, द्वारपाल, पहरुओं, जागते रहना

परिभाषा:

“चौकस” किसी वस्तु को ध्यान से देखना या किसी वस्तु पर निकटता से और अति सावधानी पूर्वक ध्यान देना। इसके अनेक प्रतीकात्मक अर्थ भी हैं। एक "पहरुआ" ऐसा व्यक्ति होता था जिसका काम ध्यान से चारों ओर देखना कि नगरवासियों के लिए कोई ख़तरा या अनर्थ तो नही है।

  • अपने जीवन और खरी शिक्षा की “चौकसी” करने की आज्ञा का अर्थ है बुद्धिमानी से जीवन जीना और झूठी शिक्षाओं पर विश्वास नहीं करना।
  • “सावधान रहो” अर्थात संकट से बचने और हानिकारक प्रभावों के प्रति सतर्क रहने की चेतावनी।

“जागते रहो” या “चौकस रहो” का अर्थ है सदैव सतर्क रहना और सावधान रहना कि पाप में और बुराई में न पड़ें। इसका अर्थ “तैयार रहना” भी है।

  • “पहरा देना” या “चौकसी करना” अर्थात किसी प्राणी या किसी वस्तु की रक्षा करना, निगाह रखना या निगरानी करना।
  • इसके अनुवाद के अन्य रूप हो सकते हैं, “ध्यान देना” या “यत्नशील होना” या “अत्यधिक सावधान रहना” या “सतर्क रहना”।
  • "पहरुए" के लिए अन्य शब्द "पहरेदार" या "अंगरक्षक" हैं।

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H821, H2370, H4929, H4931, H5027, H5341, H6486, H6822, H6836, H6974, H7462, H7789, H7919, H8104, H8108, H8245, G69, G991, G1127, G1492, G2334, G2892, G3525, G3708, G3906, G4337, G4648, G5083, G5438

चौखट

परिभाषा:

चौखट का सीधा खड़ा भाग है जिस पर द्वार टिका होता है।

  • जब परमेश्वर इस्राएलियों को मिस्र से निकालने की तैयारी में था तब उसने उनसे कहा था कि वे एक मेम्‍ने का वध करके उसका लहू चौखट पर लगाएं।
  • पुराने नियम के युग में यदि कोई दास अपने स्वामी की आजीवन सेवा करना चाहता था उसका कान एक कील से द्वार की चैखट में ठोंक दिया जाता था।
  • इसका अनुवाद इस प्रकार भी किया जा सकता है, “द्वार के दोनों पक्षों की लकड़ी का खंभा” या “द्वार की लकड़ी की चौखट” या “द्वार के पक्षों की लकड़ी की शहतीर”।

(यह भी देखें: मिस्र, फसह)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H352, H4201

छाया, आच्छादित करना, ओट

परिभाषा:

“छाया” का अर्थ है प्रकाश को रोकने वाली वस्तु का प्रतिबिम्ब हैं। इसके अनेक प्रतीकात्मक अर्थ भी हैं।

  • “मृत्यु की छाया” अर्थात् मृत्यु सामने खड़ी है या निकट है, जिस प्रकार कि छाया प्रकट करती है कि कोई वस्तु निकट है।
  • बाइबल में अनेक बार मनुष्य के जीवन की तुलना छाया से की गई है जो अधिक समय की नहीं होती है और उसका तत्त्व नहीं होता है।
  • कभी-कभी “छाया” शब्द को “अन्धकार” के पर्यायवाची शब्द स्वरुप भी काम में लिया जाता है।
  • परमेश्वर के पंखों या हाथों की छाया में रखने की चर्चा बाइबल में की गई है। यह सुरक्षित रहने और खतरे से छिप जाने का एक प्रतीकात्मक रूप है। इन प्रकरणों में “छाया” के अनुवाद रूप हो सकते हैं “ओट” या “सुरक्षा” या “छत्रछाया”।
  • उचित तो यह होगा कि “छाया” शब्द का अनुवाद लक्षित भाषा के उसी शब्द से किया जाए जिसे छाया के लिए काम में लिया जाता है।

(यह भी देखें: अन्धकार, ज्योति)

बाइबल के सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H2927, H6738, H6751, H6752, H6754, H6757, G644, G1982, G2683, G4639

छितरा, तितर-बितर होकर

परिभाषा:

  • “छितरा” और “तितर-बितर होकर” मनुष्यों या वस्तुओं का विभिन्न दिशाओं में बिखर जाना।
  • पुराने नियम में परमेश्वर लोगों को “तितर-बितर” करने की बात कहता है। उन्हें अलग-अलग करके एक दूसरे से दूर अलग अलग स्थानों में कर देगा। उन्हें पाप का दण्ड देने के लिए परमेश्वर ने ऐसा किया था। संभव था कि तितर-बितर होने के कारण वे मन फिराएं और पुनः परमेश्वर की उपासना करने लगें।
  • नये नियम में “तितर-बितर” होना, सताव के कारण विश्वासियों को अपना घर त्याग कर विभिन्न स्थानों में जाना पड़ा था।
  • “तितर-बितर” का अनुवाद हो सकता है, “विभिन्न स्थानों में विश्वासी” या “विभिन्न देशों में जाकर रहने वाले लोग”।
  • “तितर-बितर करना” का अनुवाद “अनेक विभिन्न स्थानों में भेजना” या “परदेश में विस्थापित करना” या “विभिन्न देशों में वास करने के लिए विवश करना”।

(यह भी देखें: विश्वास, सताना), बंदी, exile

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H2219, H5310, H6327, H6340, H6504, H8600, G1287, G1290, G4650

छुड़ाना, सौंपना, छुड़ाया जाना, छुटकारा दिलाने वाला ,छुटकारा

परिभाषा:

“छुड़ाना” अर्थात किसी को बचाना। “छुटकारा दिलाने वाला” का अर्थ है, मनुष्यों को दासत्व, अत्याचार, या अन्य खतरों से बचानेवाला। “छुटकारा” शब्द मनुष्यों का दासत्व, अत्याचार और अन्य संकटों से निकाल लेने के बाद की स्थिति को दर्शाता है।

  • पुराने नियम में परमेश्वर ने इस्त्राएल के लिए छुटकारा दिलाने वाले नियुक्त किए थे कि अन्यजाति जब उन पर आक्रमण करें तो उनके विरूद्ध युद्ध में उनकी अगुआई करें।
  • इन छुटकारा दिलाने वालो को “न्यायी” कहा जाता था और पुराने नियम में न्यायियों की पुस्तक में इस्त्राएल पर इन न्यायियों का इतिहास है।
  • परमेश्वर को भी “छुटकारा दिलाने वाला” कहा गया है। इस्राएल के संपूर्ण इतिहास में परमेश्वर ने अपनी प्रजा को उनके शत्रुओं से छुड़ाया था।
  • “पकड़वाना” या “सौंपा जाना” का अर्थ सर्वथा भिन्न है, अर्थात बैरी के हाथों में दे देना जैसे यहूदा ने यीशु को यहूदी अगुओं के हाथों में पकड़वा दिया था।

अनुवाद के सुझाव:

  • मनुष्य को शत्रुओं से बचने में सहायता के संदर्भ में “छुटकारा” का अनुवाद हो सकता है, “बचाना” या “मुक्ति दिलाना” या “उद्धार करना”।
  • जब अभिप्राय बैरी के हाथों पकड़वाना हो तो इसका अनुवाद होगा “विश्वासघात करके” या “पकड़वाना” या “सौंप देना”।
  • “छुटकारा दिलाने वाला का अनुवाद हो सकता है, “बचानेवाला” या “उद्धारक”।
  • जब “छुटकारा दिलाने वाला” शब्द इस्राएल के न्यायियों कें संदर्भ में हो तो उसका अनुवाद हो सकता है, “प्रशासक”, या “न्यायी” या “अगुआ”।

(यह भी देखें: न्याय करना, बचाना)

बाइबल सन्दर्भ:

बाइबल कहानियों के उदाहरण:

  • 16:03फिर परमेश्वर ने एक छुटकारा दिलाने वाला प्रदान किया, जिन्होंने उन्हें अपने दुश्मनों से बचाया और देश में शांति लाए।
  • 16:16 उन्होंने(इस्राएल) परमेश्वर से एक बार फिर सहायता माँगी और परमेश्वर ने एक अन्य उद्धारक को उनके लिए भेजा।
  • 16:17 कई वर्षों में परमेश्वर ने बहुत से उद्धारक को भेजा जिन्होंने इस्राएलियों को शत्रुओं से बचाया।

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H579, H1350, H2020, H2502, H3052, H3205, H3444, H3467, H4042, H4422, H4560, H4672, H5337, H5338, H5414, H5462, H6299, H6308, H6403, H6405, H6413, H6475, H6487, H6561, H7725, H7804, H8000, H8199, H8668, G325, G525, G629, G859, G1080, G1325, G1560, G1659, G1807, G1929, G2673, G3086, G3860, G4506, G4991, G5088, G5483

छेदना/बेधाना, बेधा

परिभाषा:

“छेदना” शब्द का अर्थ है, नुकीला धारवाला हथियार घोंपना। इसका प्रतीकात्मक उपयोग किसी को गहरा मानसिक आघात पहुंचाने के लिए भी किया जाता है।

  • जब यीशु क्रूस पर लटका हुआ था तब एक सैनिक ने उसकी पसलियों को छेदा था।
  • बाइबल के युग में जब दास को मुक्त कर दिया जाता था तब वह अपने स्वामी की सेवा करने का स्वैच्छिक निर्णय लेता था तब उसका कान छेदा जाता था जो उसकी स्वैच्छि सेवा का प्रतीक था।
  • शमौन ने जब मरियम से कहा था कि एक तलवार उसका हृदय छेदेगी तो वह प्रतीकात्मक रूप में कह रहा था कि पुत्र, यीशु के साथ होने वाले बुरे व्यवहार के कारण उसे गहरा दुःख होगा।

(यह भी देखें: क्रूस, यीशु, दास, शमौन)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H0935, H1856, H2342, H2490, H2491, H2944, H3738, H4272, H5181, H5344, H5365, H6398, G13300, G13380, G15740, G26600, G35720, G40440

जंगल,   सुनसान/निर्जन

परिभाषा:

रेगिस्तान या जंगल, सूखी बंजर भूमि का स्थान होता है जहां बहुत ही कम पेड़ पौधे उगते हैं।

  • रेगिस्तान की जलवायु सूखी होती है इसलिए वहां बहुत कम हरियाली और वन पशु होते हैं।
  • कठोर परिस्थितियों के कारण रेगिस्तान में बहुत ही कम लोग रहते हैं, अतः उसे निर्जन प्रदेश कहा जाता है।
  • “जंगल” दूरस्थ स्थान को दर्शाता है, निर्जन एवं उजड़ा हुआ स्थान।
  • इस शब्द का अनुवाद “निर्जन स्थान” या “दूरस्थ स्थान” या “सुनसान प्रदेश” किया जा सकता है।

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H776, H2723, H3293, H3452, H4057, H6160, H6723, H6728, H6921, H8047, H8414, G2047, G2048

जल-प्रलय/बाढ़

परिभाषा:

“जल प्रलय” अर्थात भूमि को जल-मग्न करने वाला बहुत पानी।

  • यह शब्द प्रतीकात्मक रूप में भी काम में लिया जाता है जिसका संदर्भ किसी पूर्णतः अभिभूत करनेवाली बात से होता है, विशेष करके अक्स्मात ही होनेवाली घटना से।
  • नूह के युग में मनुष्य ऐसा दुराचारी हो गया था कि परमेश्वर ने पृथ्वी को जल-मग्न करके सर्वनाश कर दिया था, यहां तक कि पहाड़ भी पानी में डूब गए थे। नूह के जहाज में जितने प्राणी थे उन सबको छोड़ पृथ्वी पर से जीवन समाप्त हो गया था। अन्य सब बाढ़ यदा-कदा ही भूमि को जल-मग्न करती है।
  • यह शब्द क्रिया भी हो सकता है, जैसे, “भूमि नदी के जल में मग्न हो गई”।

अनुवाद के सुझाव:

  • “जल-प्रलय” के वास्तविक अर्थ का अनुवाद हो सकता है, “जल आप्लापित होना” या “बहुत अधिक पानी”
  • रूपात्मक तुलना “जल-प्रलय जैसा” को ज्यों का त्यों भी रहने दिया जा सकता है। या इसका वैकल्पिक शब्द/उक्ति काम में ली जाए जिसका अभिप्राय जल प्रवाह हो जैसे नदी का जल।
  • यह अभिव्यक्ति “जल-प्रलय के सदृश्य” जिसमें जल की चर्चा हो चुकी है, अतः “प्रलय” का अनुवाद हो सकता है, “बहुत अधिक मात्रा में” या “उमड़ना”
  • इस शब्द को रूपक स्वरूप भी काम में लिया जा सकता है, जैसे “मुझ पर बाढ़ न आने दो” अर्थात आपदाएं मुझे कुचल न डालें। या “मुझे आपदाओं के विनाश में न पड़ने दो” या “तुम्हारा क्रोध मुझे भस्म न करे”। (देखें: उपमा)
  • प्रतीकात्मक अभिव्यक्ति, “मैंने आँसुओं से अपना बिस्तर भिगाया” का अनुवाद इस प्रकार भी किया जा सकता है, “मेरे आँसू बाढ़ की तरह मेरे बिस्तर पर बह रहे हैं।”

(यह भी देखें: जहाज़, नूह)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H3999, G26270

जाति, जातियों

परिभाषा:

जाति एक विशाल जनसमूह है जो किसी प्रकार की सरकार के शासनाधीन रहती है। किसी जाति के लोगों के पूर्वज उनके अपने ही होते हैं और उन सब की सजातीयता एक ही होती है।

  • किसी “जाति” की अपनी ही सुव्यक्त संस्कृति एवं भौगोलिक सीमाएं होती हैं।
  • बाइबल में “जाति” कोई देश (जैसे मिस्र, इथोपिया) हो सकता है परन्तु सामान्य परिप्रेक्ष्य में जन समुदायों के संदर्भ में होता है, विशेष करके बहुवचन में हो तब। अतः प्रकरण पर ध्यान देना महत्वपूर्ण है|
  • बाइबल में जिन जातियों का उल्लेख किया गया है वे अनेक हैं जिनमें इस्राएली, पलिश्ती, अश्शूरी, बेबीलोनी, कनानी, रोमी और यूनानी आदि हैं।
  • कभी-कभी “जाति” शब्द प्रतीकात्मक रूप में काम में आया है जो किसी विशेष समुदाय के पूर्वजों के संबन्ध में है, जैसे रिबका से परमेश्वर ने कहा था कि उसके जन्म लेने वाले पुत्र दो “जातियां” हैं जो आपस में लड़ते रहेंगे। इसका अनुवाद हो सकता है, “दो जातियों के संस्थापक” या “दो जन समुदायों के पूर्वज”।
  • जिस शब्द का अनुवाद “जाति” किया गया है उस शब्द का उपयोग कभी-कभी अन्यजातियों के लिए भी किया जाता है या उन समुदायों के लिए जो यहोवा की उपासना नहीं करते। प्रकरण से इसका अर्थ बहूदा स्पष्ट हो जाता है।

अनुवाद के सुझाव:

  • प्रकरण के अनुसार, “जाति” शब्द का अनुवाद “जन समुदाय” या “नृजाति” या “देश” किया जा सकता है।
  • यदि किसी भाषा में “जाति” के लिए इन सब शब्दों से भिन्न कोई शब्द है तो बाइबल में जहां भी यह शब्द आता है वहां उस शब्द का उपयोग किया जा सकता है, जब तक कि वह प्रत्येक संदर्भ में स्वाभाविक एवं सही है।
  • बहुवचन शब्द “जातियों” का अनुवाद “जन समुदाय” किया जा सकता है।
  • कुछ प्रकरणों में इस शब्द का अनुवाद “अन्य-जाति” या “गैर यहूदी” किया जा सकता है।

(यह भी देखें: अश्शूर, बाबेल, कनान, अन्य-जाति, यूनानी, जन समुदाय, पलिश्ती, रोम)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong’s: H523, H524, H776, H1471, H3816, H4940, H5971, G246, G1074, G1085, G148

जाति, लोगों, लोग, प्रजा

परिभाषा:

“लोगों” या “जाति” अर्थात एक ही भाषा और संस्कृति के लोग। “लोग” शब्द प्रायः किसी स्थान में या किसी विशेष घटना पर मनुष्यों का एकत्र होना।

  • जब परमेश्वर अपने लिए “एकजाति” को चुन लेता है तो उसका अर्थ है कि उसके लिए और उसकी सेवा के लिए विशेष मनुष्यों को चुन लेना।
  • बाइबल के युग में किसी जनसमुदाय के सदस्यों के पूर्वज एक ही थे और किसी निश्चित स्थान में या भूभाग में वास करते थे।
  • प्रकरण पर निर्भर करके “तेरे लोग” का अर्थ हो सकता है, “तेरी जाति” या “तेरा परिवार” या “तेरे परिजन”। शब्द “लोगों” पृथ्वी के सब लोगो के संदर्भ में है। कभी-कभी इसका संदर्भ विशेष करके गैर इस्राएलियों या उन लोगों से होता है जो यहोवा की सेवा नहीं करते। कुछ अंग्रजी बाइबल संस्करणों में “नेशन्स(जातियों)” का अभिप्राय यही है।

अनुवाद के सुझाव:

  • “जाति” शब्द का अनुवाद हो सकता है, “बड़ा कुटुम्ब” या “कुल” या “नृजाति”।
  • “मेरी प्रजा” का अनुवाद हो सकता है, “मेरे परिजन” या “मेरे इस्राएली भाई” या “मेरा परिवार” या “मेरी जाति के लोग” परन्तु यह प्रकरण पर निर्भर करेगा।
  • “अन्य जातियों में तितर-बितर” का अनुवाद हो सकता है, “तुम्हें विभिन्न जातियों में रहने पर विवश कर दूंगा” या “तुम्हें अलग-अलग करके संसार के विभिन्न क्षेत्रों में भेज दूंगा”।
  • “जाति-जाति” या “अन्यजातियां” का अनुवाद हो सकता है, “संसार के सब लोग” या “सब जनजातियां” परन्तु प्रकरण पर निर्भर करके।
  • “एक जाति” का अनुवाद हो सकता है “एक समुदाय के लोग” या “वंशज” या “परिवार” यह निर्भर करेगा कि वह किसी स्थान या व्यक्ति के नाम के पीछे है।
  • “पृथ्वी के सब लोगों” का अनुवाद हो सकता है, “पृथ्वी पर रहने वाला हर एक मनुष्य” या “संसार का हर एक मनुष्य” या “सब लोग”।
  • “एक ऐसी जाति” इसका अनुवाद हो सकता है, “एक जन समुदाय” या “एक विशेष जाति” या “मनुष्यों का एक समुदाय” या “जन परिवार”

(यह भी देखें: वंशज, जाति, गोत्र, संसार)

बाइबल सन्दर्भ:

बाइबल कहानियों से उदाहरण:

  • 14:02 परमेश्वर ने जो वाचा अब्राहम, इसहाक और याकूब से बाँधी थी, कि वह वाचा की भूमि उनके वंशज को देंगा, परन्तु अब वहाँ बहुत से लोगों के समूह रहते हैं |
  • 21:02 परमेश्वर ने अब्राहम से वाचा बाँधी कि भूमंडल के सारे कुल तेरे द्वारा आशीष पाएँगे | यह आशीष तब पूरी होगी जब मसीह भविष्य में आयेगा | यह अनुग्रह आने वाला मसीह है जो एक दिन हर समूह के लोगों के लिए उद्धार का मार्ग प्रदान करेगा |
  • 42:08 “पवित्रशास्त्र में यह भी लिखा था कि मेरे चेले प्रचार करेंगे कि हर एक को पापों की क्षमा प्राप्त करने के लिये पश्चाताप करना चाहिए। वे यरूशलेम से इसकी शुरुआत करेंगे और हर जगह सब जातियों में जायेंगे, तुम इन सब बातों के गवाह हो।”
  • 42:10 इसलिये तुम जाओ, सब जातियों के लोगों को चेला बनाओ और उन्हें पिता, और पुत्र, और पवित्र आत्मा के नाम से बपतिस्मा दो, और उन्हें सब बातें जो मैं ने तुम्हें आज्ञा दी है, मानना सिखाओ। "
  • 48:11 क्योंकि इस नई वाचा के जरिये किसी भी जाती का कोई भी व्यक्ति परमेश्वर के चुने हुए लोगों में यीशु पर विश्वास करने के द्वारा शामिल हो सकता है।
  • 50:03 उसने कहा, “जाओ और सारे जनसमूह के लोगों को चेला बनाओ!” और, "खेत कटनी के लिए पके खड़े हैं!"

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H249, H523, H524, H776, H1121, H1471, H3816, H5712, H5971, H5972, H6153, G246, G1074, G1085, G1218, G1484, G2560, G2992, G3793

जादू, जादू टोना, तांत्रिक, जादूगरों

परिभाषा:

“जादू” शब्द अलौकिक शक्ति को काम में लेना है जो परमेश्वर से नहीं आती है। “तांत्रिक” वह मनुष्य है जो जादू करता है।

  • मिस्र देश में परमेश्वर ने मूसा के माध्यम से जब अद्भुत कार्य किए थे तब मिस्र के राजा फिरौन के जादूगरों ने भी वैसे ही कुछ जादू किए परन्तु वे परमेश्वर के सामर्थ्य से नहीं थे।
  • जादू में मंत्रोच्चारण और जादू-टोना होता है ताकि अलौकिक घटना घटे।
  • परमेश्वर ने अपनी प्रजा को ऐसा जादू-टोना करना वर्जित किया था।
  • जादू-टोना करने वाला एक प्रकार का जादूगर है जो अक्सर जादू के द्वारा दूसरों को नुकसान पहुचाता है।

(यह भी देखें: भूत-सिद्धी, मिस्र, फ़िरौन, सामर्थ्य, टोना)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H2748, H2749, H3049, G3097

जादूगर, जादूगर, जादूगर, जादूगर, जादूगर, जादू टोना

परिभाषा:

“जादू-टोना” या “भूत-सिद्धी” का संदर्भ जादू से है जिसमें दुष्टात्मा की सहायता से सामर्थी कार्य किए जाते हैं। एक "जादूगर" ऐसा कोई है जो इन शक्तिशाली, जादुई चीज़ों को करता है।

  • जादू-टोना और भूत-सिद्धी द्वारा अच्छे और बुरे दोनों काम किए जा सकते हैं जैसे रोग निवारण या किसी की हानि। जादू टोना किसी भी प्रकार का हो गलत ही है क्योंकि इसमें दुष्टात्माओं का कार्य होता है।
  • बाइबल में जादू टोना को अन्य किसी भी प्रकार के गंभीर पाप जैसा माना गया है(जैसे व्यभिचार, मूर्तियों की पूजा, और बाल बलिदान) ।
  • "जादू-टोना" और "भूत-सिद्धी" का अनुवाद “दुष्टात्मा की शक्ति” या “सम्मोहन करना” किया जा सकता है।
  • "टोन्हों" का सम्भावित अनुवाद होगा "जादू करनेवाले" या "सम्मोहन करनेवाले" या "दुष्टात्मा की शक्ति से चमत्कार दिखानेवाले"।
  • ध्यान दें कि "जादूगर" का अर्थ "भविष्यवाणी" से भिन्न है, जो कि आत्मिक संसार से संपर्क करने का प्रयास करता है।

(यह भी देखें: परस्त्रीगमन, दुष्टात्मा, भविष्य-कथन, मूर्ति, जादू, बलिदान, आराधना)

बाइबल के सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H3784, H3785, H3786, H6049, G3095, G3096, G3097, G5331, G5332, G5333

जानना, जानता है, जानता था, जानना, ज्ञान, ज्ञात, प्रकट करना, ज्ञात करता है, ज्ञात करता है, अज्ञात, पहले से जानना, पूर्वज्ञान

परिभाषा:

“जानना” और "ज्ञान" का अर्थ सामान्यतः किसी बात को या किसी व्यक्ति को समझने के लिए होता है।इसका अर्थ किसी तथ्य का जानकार होना या किसी व्यक्ति से परिचित होना भी हो सकता है। "ज्ञात करना" एक अभिव्यक्ति है जिसका अर्थ है जानकारी देना।

  • “ज्ञान” शब्द का संदर्भ में है जो मनुष्य जानकारी रखते हैं। इसका अभिप्राय लौकिक और अलौकिक संसार दोनों की जानकारी हो सकता है।
  • परमेश्वर के “बारे में जानना” अर्थात उसके बारे में तथ्यों को अन्तर्ग्रहण करना उसने हम पर जो प्रकट किया है।
  • परमेश्वर को “जानना” अर्थात उसके साथ घनिष्ठ संबन्ध बनाना। यह मनुष्यों को जानने के लिए भी काम में लिया जाता है।
  • परमेश्वर की इच्छा जानना अर्थात उसकी आज्ञा के प्रति सचेत रहना या मनुष्य से जो चाहता है उसे समझना।
  • “व्यवस्था को जानना” अर्थात परमेश्वर की आज्ञाओं के प्रति सचेत रहना या परमेश्वर ने मूसा को व्यवस्था में जो निर्देश दिए उन्हें समझना।
  • कभी-कभी “ज्ञान” “बुद्धि” के पर्यायवाची शब्द स्वरूप काम में लिया जाता है जिसमें परमेश्वर को प्रसन्न करनेवाला जीवन शामिल है।
  • “परमेश्वर का ज्ञान” को कभी-कभी “यहोवा का भय” का पर्यायवाची शब्द स्वरूप काम में लिया जाता है।

अनुवाद सुझाव

  • प्रकरण पर आधारित “जानना” के अनुवाद हो सकते हैं, “समझना” या “परिचित होना” या “सचेत होना” या “जानकार होना” या “के संबन्ध” में होना।
  • दो चीजों के बीच अंतर को समझने के संदर्भ में, इस शब्द का आमतौर पर "भेद" के रूप में अनुवाद किया जाता है। जब इस तरह से उपयोग किया जाता है, तो इस शब्द का अक्सर प्रस्तावना के बाद "बीच में" होता है।
  • "जानना" शब्द के लिए कुछ भाषाओं के पास दो शब्द अलग-अलग हैं, एक तथ्य जानने के लिए और दूसरा एक व्यक्ति को जानने के लिए और उसके साथ संबंध होने के लिए।
  • “प्रकट करना” का अनुवाद “मनुष्यों को जानने योग्य बनाना” या “अनावृत करना” या “बारे में बताना” या “वर्णन करना” हो सकता है।
  • “किसी के बारे में बताना” का अनुवाद “सचेत होना” या “परिचित होना हो सकता है।”
  • “जानना कैसे” अर्थात कुछ करने की प्रक्रिया या विधि समझना। इसका अनुवाद हो सकता है, “सक्षम होना” था या “करने में निपुण होना”।
  • “ज्ञान” शब्द का अनुवाद “जो ज्ञात है” या “बुद्धि” या “समझ” प्रकरण के अनुसार हो सकता है।

(यह भी देखें: व्यवस्था, प्रकट, समझना, बुद्धिमान)

बाइबल संदर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रांग'स: H1843, H1844, H1847, H1875, H3045, H3046, H4093, H4486, H5046, H5234, H5475, H5869, G50, G56, G1097, G1107, G1108, G1492, G1921, G1922, G1987, G2467, G2589, G4267, G4894

जीभ, जीभों

परिभाषा:

“जीभ” शब्द का सन्दर्भ मनुष्य के मुंह के भीतर के उस अंग से है जो शब्दोच्चारण के काम में आता है। यह शब्द "भाषा" या "बोलने" के लिए प्रायः लाक्षणिक रूप में काम में लिया जाता है। इसके अन्य अनेक लाक्षणिक अर्थ भी हैं।

  • बाइबल में इस शब्द का सबसे अधिक सामान्य प्रतीकात्मक अर्थ है, “भाषा” या “बोलना”।
  • कभी-कभी "जीभ" एक निश्चित मानव समूह द्वारा बोली जाने वाली भाषा को संदर्भित करती है।
  • यह एक अलौकिक भाषा को भी संदर्भित करता है जिसे पवित्र आत्मा मसीह के विश्वासियों को "आत्मा के वरदान" के एक रूप में देता है।
  • प्रेरितों के काम की पुस्तक में एक अभ्व्यक्ति है, “जीभ के समान आग की लपटें” अर्थात् आग की “लौ” जिनका आकार संभवतः जीभों जैसा था।

अनुवाद सुझाव

  • प्रकरण के अनुसार “जीभ” शब्द का अनुवाद किया जा सकता है, “भाषा” या “आत्मिक भाषा” * यदि अर्थ स्पष्ट न हो रहा हो तो इसका अनुवाद “भाषा” ही करें।
  • आग के संदर्भ में इस शब्द का अनुवाद “लौ” किया जा सकता है।
  • “मेरी जीभ आनन्द करती है” इसका अनुवाद हो सकता है, “मैं आनन्द करता हूँ और परमेश्वर की स्तुति करता हूँ या “मैं आनन्द के साथ परमेश्वर की स्तुति करता हूँ”।
  • “झूठ बोलने वाली जीभ” का अनुवाद हो सकता है, “व्यक्ति जो झूठ बोलते हैं” या “जो लोग झूठ बोलते हैं”।
  • “उनकी जीभों से” ऐसी उक्तियों का अनुवाद हो सकता है, “उनके कथनों से” या “उनके शब्दों से”।

(यह भी देखें: वरदान, पवित्र आत्मा, हर्ष, स्तुति, आनन्द करना, आत्मा)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H3956, G1100, G1258, G2084

जीवन की पुस्तक

परिभाषा:

“जीवन की पुस्तक” का संदर्भ उस अभिलेख से है जिसमें परमेश्वर ने उन सब मनुष्यों के नाम लिखे हैं जिनका उसने उद्धार करके अनन्त जीवन दे दिया है।

  • प्रकाशितवाक्य की पुस्तक में इस पुस्तक को “मेम्ने के जीवन की पुस्तक” कहा गया है। इसका अनुवाद किया जा सकता है, “परमेश्वर के मेम्ने यीशु की जीवन की पुस्तक”। क्रूस पर यीशु की बलि ने मनुष्यों के पाप का दण्ड उठा लिया कि वे उसमें विश्वास के द्वारा अनन्त जीवन पाएं।
  • “पुस्तक” शब्द का अर्थ है “कुंडली-ग्रन्थ” या “पत्र” या “लेख” या “वैध अभिलेख।” यह शाब्दिक या प्रतीकात्मक हो सकता है।

(यह भी देखें: अनन्त, मेम्ना, जीवन, बलिदान, पुस्तक (कुंडली-ग्रन्थ))

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H2416, H5612, G09760, G22220

जूआ, जुते हुए, बंधे हुए

परिभाषा:

जूआ लकड़ी या लोहे का होता है जिसमें दो या अधिक पशु जोते जाते हैं कि हल चलाएं या गाड़ी खीचें। इसके अनेक प्रतीकात्मक अर्थ हैं।

  • शब्द "जूआ" का प्रयोग प्रतीकात्मक रूप से उस बात के लिए किया जाता है, जो मनुष्य को एक साथ काम करने के उद्देश्य से सहकारी करती है जैसे कि यीशु की सेवा करने के लिए।
  • पौलुस ने किसी ऐसे व्यक्ति का उल्लेख करने के लिए "सहकर्मी" शब्द का इस्तेमाल किया जो मसीह की सेवा कर रहा था। इसका अनुवाद “साथी कार्यकर्ता” या “साथी सेवक” या “सहकर्मी” भी हो सकता है।
  • शब्द "जूआ" का प्रयोग अक्सर एक भारी बोझ का उल्लेख करने के लिए किया जाता है, जिसे किसी को उठा कर ले जाना पड़ता है, जैसे दासत्व या उत्पीड़न के समय शोषण किया जाता है।
  • अधिकाँश प्रकरणों में इसका अनुवाद ज्यों का त्यों ही हो तो अच्छा होगा, लक्षित भाषा में खेती के लिए जो जूआ काम में आता है वही शब्द काम में लिया जाए।
  • इस शब्द के प्रतीकात्मक उपयोगों का अनुवाद सन्दर्भ के आधार पर हो सकता है, “दमनकारी बोझ” या “भारी बोझ” या “बंधन”।

(यह भी देखें: बांधना, बोझ, अत्याचार करना, सताना, सेवक)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong’s: H3627, H4132, H4133, H5674, H5923, H6776, G2086 G2218,

जूता, खडाऊं

परिभाषा:

"जूते" वास्तव में समतल तले की पादुका होती थी जिसे पांवों और टखने पर चमड़े की पट्टी से बांधी जाती थी। स्त्री-पुरूष दोनों ही इन पादुकाओं को पहनते थे।

  • कभी-कभी पादुकाएं किसी वैधानिक विनिमय की पुष्टि हेतु भी काम में ली जाती थी जैसे कोई अपनी सम्पदा बेचता हो तो वह अपनी पादुका उतार कर खरीददार को दे देगा। एक जन एक पादुका उतार कर दूसरे को दे देगा कि प्रकट हो कि वह विनिमय अटूट है।
  • अपनी पादुकाएं उतारना सामने वाले के लिए सम्मान एवं श्रद्धा का प्रतीक था, विशेष करके परमेश्वर की उपस्थिति में।
  • यूहन्ना ने कहा था कि वह यीशु की पादुकाओं (जूतों) के बन्ध खोलने के योग्य भी नहीं है, ऐसा कार्य सामान्यतः निम्न स्तर के मनुष्य या दास का होता था।

बाइबल के सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H5274, H5275, H8288, G45470, G52660

जैतून

परिभाषा:

जैतून एक छोटा अण्डाकार फल होता है जो जैतून के वृक्ष में फलता है।यह अधिकतर भूमध्यसागर के परिवेश में उगाया जाता था।

  • जैतून के वृक्ष सदाबहार बड़ी झाड़ी होते है, उनके फूल छोटे और सफेद होते हैं। वे गर्म जलवायु में सबसे अच्छे उगते हैं और बहुत कम पानी में भी जीवित रह सकते हैं।
  • जैतून के वृक्ष का फल हरा होता है और पकने पर काला पड़ जाता है। जैतून भोजन के लिए और उनसे निकाले जाने वाले तेल के लिए उपयोग होते हैं।
  • जैतून का तेल पकाने के, दीप जलाने और धार्मिक अनुष्ठानों के लिए काम आता था।
  • बाइबल में जैतून के वृक्ष एवं डालियां कभी-कभी मनुष्यों के लिए प्रतीकात्मक रूप में काम में लिए गए हैं।

(यह भी देखें: दीया, समुद्र, जैतून पर्वत)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H2132, H3323, H8081, G65, G1636, G1637, G2565

जौ

परिभाषा:

"जौ" एक प्रकार का अन्न होता है जिससे वे रोटी बनाते थे।

  • जौ का पौधा लम्बा होता है जिसके ऊपरी सिरे पर अन्न की बाली होती है।
  • जौ ग्रीष्म ऋतु में फलती है अतः इसकी कटनी बसन्त ऋतु या ग्रीष्म ऋतु में होती है।
  • जौ को भूसे से अलग करने के लिए जौ को दांवा जाता हैं।
  • जौ को पीसकर आटा बनाते हैं तब पानी या तेल में गूंध कर रोटी बनाई जाती है।
  • यदि जौ लक्षित भाषा में जानी नहीं जाती है तो इसका अनुवाद “जौ कहलाने वाला अन्न” या “जौ के दाने” किया जा सकता है।

(यह भी देखें: अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करे)

(यह भी देखें: अन्न, दांवना, गेहूं)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H8184, G2915, G2916

ज्योतिषी, भावी बतानेवालों

परिभाषा:

मत्ती रचित सुसमाचार में मसीह के जन्म के वृत्तान्त में ज्योतिष “ज्ञानी” या "शिक्षित" पुरुष थे, जो यीशु के जन्म के कुछ समय बाद, उसके लिए भेंट लेकर बैतलहम आए थे। * वे संभवतः भावी बतानेवालें थे जो सितारों का अध्ययन करते थे।

  • वे इस्राएल के पूर्व में एक दूरस्थ देश से आये थे। वे कौन थे और कहां से आये थे अज्ञात है। परन्तु वे स्पष्ट रूप से विद्वान थे जिन्होंने सितारों का अध्ययन किया था।
  • संभव है कि वे दानिय्येल के युग में बेबीलोन के राजाओं के ज्ञानियों के वंशज थे जो अनेक विषयों में प्रशिक्षित थे जैसे सितारों का ज्ञान एवं स्वप्नों का अर्थ बताना।
  • परम्परा के अनुसार तीन ज्ञानी आए थे क्योंकि उन्होंने यीशु को तीन भेंट चढ़ाई थी। परन्तु बाइबल में उनकी संख्या व्यक्त नहीं है।

(यह भी देखें: बाबेल, बैतलहम, दानिय्येल)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H1505, G3097

झाड़ना, उड़ा ले जाना

तथ्य:

"झाड़ना" सामान्यतः झाड़ू या ब्रश के माध्यम से व्यापक, त्वरित गति द्वारा गंदगी को दूर करना होता है । "झाड़ना" का भूतकाल "झाड़ा" है। इन शब्दों का उपयोग लाक्षणिक भी है।

  • “झाड़ना” का प्रतीकात्मक अर्थ है सेना द्वारा शीघ्रगामी, निर्णायक, व्यापक कदम उठाना।
  • उदाहरणार्थ, यशायाह ने भविष्यवाणी की थी कि अश्शूरों की सेना यहूदा राज्य का सफाया कर देगी। इसका अर्थ है कि वे यहूदा राज्य को नष्ट करके प्रजा को बन्दी बनाकर ले जायेंगे।
  • "झाड़ना" शब्द का प्रयोग तीव्रगामी जल प्रवाह द्वारा वस्तुओं को बल पूर्वक बहा कर ले जाने के लिए भी किया जा सकता है का वर्णन करने के लिए भी किया जा सकता है।
  • जब मनुष्य के लिए वशवर्ती कठिन परिस्थितियाँ उत्पन्न हों तो कहा जा सकता है कि वे उस पर "अतिव्यापक हो रही हैं"

(यह भी देखें: अश्शूर, यशायाह, यहूदा, भविष्यद्वक्ता)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H0622, H0857, H1640, H2498, H2894, H3261, H5500, H5595, H7857, G42160, G45630, G49510

झिड़कना, डाँ/ डांटा

परिभाषा:

झिड़कना मौखिक रूप से किसी को सुधारने के लिए शब्दों के प्रयोग के सन्दर्भ में होता है जिसमें प्रायः कठोरता और बल का प्रयोग किया जाता है।

  • नये नियम में विश्वासियों को आज्ञा दी गई है कि वे साथ के विश्वासियों को परमेश्वर की आज्ञाओं का पालन न करने पर डाँटे।
  • नीतिवचन नामक पुस्तक में माता-पिता को निर्देश है कि वे अपनी सन्तान द्वारा आज्ञा न मानने पर उनकी ताड़ना करें।
  • झिड़की विशेष करके गलती करनेवालों को दी जाती है कि वे आगे को पाप में न पड़ें।
  • इसका अनुवाद हो सकता है, “कठोरता से सुधार करना” या “प्रताड़ित करना।"
  • “एक झिड़की” का अनुवाद, "कठोर सुधार” या “दृढ़ आलोचना” के रूप में हो सकता है।
  • “बिना झिड़के” इस उक्ति का अनुवाद हो सकता है, “बिना समझाए” या “आलोचना किए बिना।"

(यह भी देखें चिताना, अवज्ञा)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H1605, H1606, H2778, H2781, H3198, H4045, H4148, H8156, H8433, G16490, G16510, G19690, G20080, G36790

झिलम, झिलमें, चपरास

परिभाषा:

"झिलम" हथियारों का एक भाग होता था जो छाती पर बांधा जाता था कि युद्ध में सैनिक की रक्षा करे। शब्द "चपरास" का अर्थ कपड़े के एक विशेष टुकड़े को दर्शाता है जो इस्राएली महायाजक अपनी छाती के सामने के हिस्से पर पहनते थे।

  • सैनिकों द्वारा पहने जाने वाली "झिलम" लकड़ी, धातु या पशु के चमड़े की होती थी। उनको पहनने का उद्देश्य था कि सैनिक का सीना भाले, तीर और तलवार से सुरक्षित रहे।
  • इस्राएली प्रधान पुरोहित के वस्त्र की "झिलम" कपड़े की होती थी जिससे बहुमूल्य पत्थर जड़े होते थे। याजक मन्दिर में परमेश्वर की सेवा करते समय इसे पहनता था।
  • शब्द "झिलम" का अनुवाद करने के अन्य तरीकों में "धातु सुरक्षात्मक छाती कवर" या "छाती की रक्षा करने के लिए कवच टुकड़ा" शामिल हो सकते हैं।
  • शब्द "चपरास" का एक शब्द के साथ अनुवाद किया जा सकता है जिसका अर्थ है "याजकीय कपड़ा, जिससे छाती का आवरण होता है।" या "याजकीय परिधान के टुकड़े" या "याजकों के कपड़ों के सामने का टुकड़ा"।

(यह भी देखें: हथियार, महा-याजक, छेदना, याजक, मन्दिर, योद्धा)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H2833 , H8302, G2382

झूठा भविष्यद्वक्ता, झूठे भविष्यद्वक्ताओं

परिभाषा:

झूठा भविष्यद्वक्ता वह व्यक्ति था जो झूठा दावा करता था कि उसका सन्देश परमेश्वर से प्राप्त है।

  • झूठे भविष्यद्वक्ताओं की भविष्यद्वाणियां अधिकतर पूरी नहीं होती थी। अर्थात सत्य सिद्ध नहीं होती थीं।
  • झूठे भविष्यद्वक्ताओं के सन्देश बाइबल से पूर्णरूपेण या आंशिक रूप में विपरीत थे।
  • इस शब्द का अनुवाद हो सकता है, “वह व्यक्ति जो परमेश्वर का वक्ता होने का झूठा दावा करता है” या "परमेश्वर के वचन का झूठा दवा करने वाला मनुष्य।"
  • नये नियम की शिक्षा के अनुसार अन्त समय में अनेक झूठे भविष्यद्वक्ता होंगे जो मनुष्यों को इस भ्रम में डालेंगे कि वे परमेश्वर की ओर से हैं।

(यह भी देखें: पूर्ति, भविष्यद्वक्ता, सत्य)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: G55780

टाट

परिभाषा:

टाट बकरी के या ऊंट के बालों से बना एक चुभनेवाला कठोर वस्त्र होता था।

  • जो व्यक्ति इससे बने हुए कपड़े पहने ते थे वह असहज होगा। उसे विलाप, दुःख और दीनता-पूर्वक पश्चाताप प्रकट करने के लिए टाट पहना जाता था।
  • "टाट और राख" एक सामान्य उक्ति थी जो विलाप और पश्चाताप के लिए एक सामान्य अभिव्यक्ति थी।

अनुवाद के लिए सुझाव:

  • इस शब्द का अनुवाद इसे प्रकार से भी किया जा सकता है जैसे "पशुओं के बालों से बना मोटा वस्त्र" या "बकरी के बालों से बना वस्त्र" या "मोटा चुभने वाला वस्त्र।"
  • इस प्रकार से भी इस शब्द का अनुवाद हो सकता है "रूखा, लापरवाह शोक कपड़ों।"
  • "टाट ओढ़कर राख में बैठना" का अनुवाद ऐसे भी हो सकता है जैसे "खुरचने वाला वस्त्र पहनकर राख में बैठने के द्वारा दुःख एवं दीनता प्रकट करना।"

(यह भी देखें: अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करे)

(यह भी देखें: राख, ऊंट, बकरी, विनम्र, शोक, पश्चाताप, चिन्ह)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H8242, G4526

टिड्डी

तथ्य:

“टिड्डी” एक प्रकार का उड़नेवाला टिड्डा स्वरूप बड़ा कीट होता है जो कभी कभी अपने समान अन्य टिड्डियों के साथ एक बहुत ही विनाशकारी झुंड बनकर उड़ते हैं जो सभी वनस्पति खा जाते है।

  • टिड्डियां या साधारण टिड्डे बड़े और सीधे पर काले लम्बे पैरों वाले कीट होते हैं। इनके जुड़े हुए पिछले पैरों के कारण ये बहुत दूर तक कूद सकते हैं।
  • पुराने नियम में टिड्डियों के झुण्ड प्रतीकात्मक रूप से विनाश का प्रतीक होते थे जो इस्राएल की अवज्ञा का भावी परिणाम था।
  • परमेश्वर ने मिस्त्रियों पर जो दस विपत्तियां भेजी थी उनमें टिड्डियां भी एक विपत्ति थी।
  • नया नियम कहता है कि यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले के भोजन का मुख्य स्रोत टिड्डियाँ थीं जब वह उजाड़ में रह रहा था।

(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)

(यह भी देखें: बंदी, मिस्र, इस्राएल, यूहन्ना (बपतिस्मा देनेवाला), महामारी)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H0697, H1357, H1462, H1501, H2284, H3218, H5556, H6767, G02000

टोकरी, टोकरियाँ, टोकरियाँ भरकर

परिभाषा:

“टोकरी” सरकंड़ों से बुना हुआ एक पात्र होता है।

  • बाइबल के युग में टोकरियां संभवतः पौधों के दृढ़ भागों से बनती थी जैसे पेड़ की शाखओं के छिलके या सरकंडे।
  • टोकरी में जल अवरोधक सामग्री लगाने से वह पानी पर तैरती थी।
  • मूसा जब शिशु था तब उसकी माता ने एक टोकरी बनाकर उसे जल अवरोधक करके उसमें मूसा को रखा और नील नदी के नरकटों में रख दिया।
  • इस कहानी में जिस शब्द का अनुवाद “टोकरी” किया गया है उसी शब्द का अनुवाद “नाव” भी किया गया है जिसका निर्माण नूह ने किया था। इन दोनों प्रकरणों में इन शब्दों का अभयनिष्ठ अनुवाद “तैरने वाला पात्र” किया जा सकता है।

(यह भी देखें: नाव, मूसा, नील नदी, नूह)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H0374, H1731, H1736, H2935, H3619, H5536, H7991, G28940, G34260, G45530, G47110

ठहराया, नियुक्त, दशा, पहले से ठहराया

परिभाषा:

मनुष्यों के साथ भविष्य में जो होगा उसे “ठहराया जाना” (नियति) कहते हैं। यदि किसी को भविष्य के लिए “ठहराया” गया है तो इसका अर्थ है कि वह मनुष्य भविष्य में क्या करेगा, परमेश्वर की ओर से निर्धारित किया गया है।

  • परमेश्वर किसी देश को क्रोध के लिए “ठहराता” है तो इसका अर्थ है कि परमेश्वर ने निश्चय कर लिया है कि उस देश को पापों का दण्ड मिलेगा।
  • यहूदा विनाश के लिए “ठहराया” गया था अर्थात परमेश्वर ने निश्चय कर लिया था कि उसके विद्रोह के कारण वह नाश होगा।
  • प्रत्येक मनुष्य की अनन्तकालीन नियति है कि वह स्वर्ग जाए या नरक जाए।
  • परन्तु जब सभोपदेशक का लेखक कहता है कि सबकी नियति एक ही है तो उसका अभिप्राय है कि सब मरेंगे।

अनुवाद के सुझाव:

“क्रोध के लिए ठहराएगा” का अनुवाद “तुम्हारा दण्ड निश्चित है” या “निर्णय लिया जा चुका है कि तुम मेरे क्रोध के भागी होगे”।

  • प्रतीकात्मक अभिव्यक्ति में “तलवार से नाश होने के लिए ठहराए गए हो” इसका अनुवाद परमेश्वर ने निश्चय कर लिया है कि वे शत्रुओं द्वारा नाश किए जाएंगे जो उन्हें तलवार से घात करेंगे” या “परमेश्वर ने ठान लिया है कि उनके शत्रु उन्हें तलवार से घात करें”।
  • “तुम ठहराए गए हो” का अनुवाद ऐसी उक्तियों द्वारा किया जाए जैसे “परमेश्वर ने निश्चय कर लिया है कि तुम...”
  • प्रकरण के अनुसार “भविष्य” का अनुवाद हो सकता है, “निश्चयक अन्त” या “अन्त में जो होगा” या “परमेश्वर ने जो निश्चित किया है वह होगा”

(यह भी देखें: बन्दी, अनन्त, स्वर्ग, नरक, यूहन्ना (बपतिस्मा देनेवाला), मन फिराव करना)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H2506, H4150, H4487, H4745, H6256, H4507, G5056, G5087

ठोकर का कारण, ठोकर का पत्थर

परिभाषा:

“ठोकर का कारण” या “ठोकर का पत्थर” कोई वस्तु का सन्दर्भ देता है जिससे किसी का पांव टकराए और वह गिर जाए।

  • आलंकारिक रूप में “ठोकर का कारण” “वह कोई भी बात है जिसके कारण मनुष्य नैतिकता या आत्मिकता में चूक जाए।
  • आलंकारिक रूप में “ठोकर का कारण” या “ठोकर का पत्थर” ऐसी कोई भी बात है जो मनुष्य को यीशु में विश्वास करने से रोकती है या मनुष्य को आत्मिकता में विकास नहीं करने देती है।
  • पाप प्रायः किसी के लिए या अन्यों के लिए ठोकर का कारण है।
  • कभी-कभी परमेश्वर उससे विद्रोह करने वाले के मार्ग में ठोकर का कारण उत्पन्न कर देता है।

अनुवाद के सुझाव:

  • यदि किसी भाषा में फंदे को खुला रखनेवाली वस्तु का कोई शब्द है तो वह शब्द अनुवाद में काम में लिया जा सकता है।
  • इसका अनुवाद हो सकता है, “ठोकर लगने का पत्थर” या “सन्देह उत्पन्न करनेवाली बाधा” या “विश्वास में बाधा” या “किसी से पाप कराने वाली बात”।

(यह भी देखें: ठोकर खाना, पाप)

बाइबल के सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H4383, G30370, G43490, G46250

ठोकर खाना, लड़खड़ाना

परिभाषा:

"ठोकर" खाना अर्थात, चलते या भागते समय किसी वस्तु के पाँव में आ जाने के कारण "लगभग गिर जाना"

  • लाक्षणिक भाषा में "ठोकर खाना" का अर्थ होगा, "पाप करना" या विश्वास में "डावांडोल होना"
  • यह शब्द युद्ध में लड़ते समय स्ताव के समय या दंड के समय अस्थिर होना या दुर्बलता दिखाना।

अनुवाद के सुझाव

  • उन संदर्भों में जहां "ठोकर" शब्द का अर्थ शारीरिक रूप से किसी वस्तु से उलझ कर गिर जाना हो तो इसका अनुवाद एक शब्द के साथ किया जाना चाहिए जिसका अर्थ हो, "लगभग गिर ही गया" या "लड़खड़ाना।"
  • इस शाब्दिक अर्थ का उपयोग लाक्षणिक भाषा में भी किया जा सकता है, यदि उस प्रसंग मनें इसका अर्थ उचित हो।
  • लक्षित भाषा में यदि लाक्षणिक उयोग का शाब्दिक अर्थ भाव प्रकट न करे तो "ठोकर खाना" का अनुवाद किया जा सकता है, "पाप" या "डावांडोल होना" या "विश्वास का त्याग करना" या "दुर्बल हो जाना" परन्तु प्रकरण के आधार पर।
  • इस शब्द का अनुवाद करने की एक और युक्ति हो सकती है,दुर्बल बनाने की क्रिया" या "लड़खड़ा देने की क्रिया"

(यह भी देखें: विश्वास, सताना, पाप, ठोकर का कारण)

बाइबल के सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H1762, H3782, H4383, H5062, H5063, H5307, H6328, H6761, H8058, G679, G4348, G4350, G4417, G4624, G4625

डर, डराना, भयभीत करना, भय, आतंक

परिभाषा:

  • “भय” शब्द अत्यंत भयभीत होने या गहन आतंक के सन्दर्भ में है। किसी को “भयभीत करना” अर्थात उसे बहुत अधिक दारा देना है।
  • “आतंक” किसी वस्तु या मनुष्य द्वारा उत्पन्न महान भय या संत्रास भी होता है। डर का एक उदाहरण है, क्षत्रु की आक्रमणकारी सेना या महामारी या सर्वव्यापी बीमारी जिससे असंक्य लोगों की मृत्यु हो रही है।
  • इन भयावह घटनाओं को कह सकते हैं, "आतंकित करने वाली|" इस शब्द का अनुवाद हो सकता है, “भयोत्पादक” या “आतंक-उत्पादक।”
  • परमेश्वर का न्याय एक दिन मन न फिराने वाले मनुष्यों को आतंकित कर देगा क्योंकि उन्होंने उसके अनुग्रह को अस्वीकार किया हैं।
  • “यहोवा का भय” का अनुवाद हो सकता है, “यहोवा की भयावह उपस्थिति” या “यहोवा का भयानक न्याय” या “जब यहोवा अत्यंत भय उत्पन्न करता है।”
  • 'आतंक' के अनुवाद रूप हो सकते हैं, "अत्यधिक भय" या "आतंक से अभिभूत।"

(यह भी देखें: बैरी, भय, न्याय, महामारी, यहोवा)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H0367, H0926, H0928, H1091, H1161, H1204, H1205, H1763, H2111, H2113, H2189, H2731, H2847, H2851, H2865, H3372, H3707, H4032, H4172, H4288, H4637, H6184, H6206, H6343, H6973, G16290, G16300, G22580, G44220, G44260, G54010

डाह, लालच

परिभाषा:

“डाह” शब्द का अर्थ है किसी की सम्पदा या प्रशंसनीय गुणों के कारण उससे जलना। “लालच” का अर्थ है किसी वस्तु को प्राप्त करने की प्रबल अभिलाषा करना।

  • डाह सामान्यतः किसी मनुष्य की सफलता, सौभाग्य या सम्पदा के कारण कुढने की नकारात्मक भावना।
  • लालच किसी की सम्पदा या किसी के जीवन साथी को प्राप्त करने की प्रबल इच्छा होती है।

(यह भी देखें: ईर्ष्या)

बाइबल संदर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रांग'स: H183, H1214, H1215, H2530, H3415, H5869, H7065, H7068, G866, G1937, G2205, G2206, G3713, G3788, G4123, G4124, G4190, G5354, G5355, G5366

डेवढ़ी, डेवढ़ियों

परिभाषा:

"डेवढी" का सन्दर्भ द्वार के निचले भाग से है या “डेवढ़ी” भवन का वह भाग भी होता है जो प्रवेश द्वार के भीतर का भाग है।

  • कभी-कभी डेवढ़ी लकड़ी या पत्थर की एक पट्टी होती है, जिस पर पाँव रख कर कमरे या भवन में प्रवेश किया जाता था।
  • फाटक और तम्बू के द्वार दोनों के लिए डेवढ़ी हो सकती है।
  • इस शब्द का अनुवाद लक्षित भाषा के उस शब्द में किया जाना चाहिए जो एक घर के प्रवेश द्वार पर स्थान को संदर्भित करता है जहाँ से एक व्यक्ति घर में प्रवेश करता है।
  • यदि “डेवढ़ी” लिए कोई शब्द नहीं है, तो इसका अनुवाद "द्वार" या "खोलने" या "प्रवेश द्वार" के रूप में भी किया जा सकता है।

(यह भी देखें: फाटक, तम्बू)

बाइबल सन्दर्भ

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H624, H4670, H5592

ढाल, ढाल, ढाल

परिभाषा:

ढाल, सैनिक द्वारा हाथ में पकड़ने का अस्त्र जिससे वह शत्रु के वार से बचता है। “किसी की ढाल होना” अर्थात उसे हानि से बचाना।

  • ढाल, आकार में गोल या अण्डाकार होती थी और चमड़े, लकड़ी या धातु की बनी होती थी और तलवार का वार और तीर आदि को रोकने के लिए अत्यधिक कठोर होती थी।
  • इस शब्द को प्रतीकात्मक रूप में काम में लेते हुए, बाइबल परमेश्वर को उसके लोगों की सुरक्षात्मक कवच कहा गया है। (देखें: उपमा)
  • पौलुस “विश्वास की ढाल” उक्ति का उपयोग करता है, यह एक रूपक है जिसका अर्थ है, यीशु में विश्वास करना और परमेश्वर की आज्ञा मानकर उस विश्वास का जीवन जीना, विश्वासियों को शैतान के वार से बचाता था।

(यह भी देखें: विश्वास, आज्ञापालन, शैतान, आत्मा)

बाइबल के सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H2653, H3591, H4043, H5437, H5526, H6793, H7982, G2375

ढालना, साँचा, ढालकर, बना रहा था, बनानेवाला, फफूंदी

परिभाषा:

ढालना लकड़ी, मिट्टी या धातु का खोखला उपकरण होता है जिसमें मूर्तियाँ या अन्य वस्तुएं बनाने के लिए सोना,चाँदी या अन्य धातुएं तथा प्लास्टिक को पिघला कर डाला जाता है।

  • आभूषण, बर्तन तथा अन्य वस्तुएं सांचों में डाल कर बनाई जाती थी।
  • बाइबल में सांचा मुख्यतः मूर्तियाँ बनाने के संबन्ध में काम में लिया गया है।
  • धातुओं को उच्च ताप पर पिघलाया जाता है कि वे सांचे में उण्डेली जाएं।
  • ढालने का अर्थ है सांचे द्वारा या हाथों द्वारा किसी वस्तु को आकार देना।

अनुवाद के सुझाव

  • इस शब्द का अनुवाद, “रूप देना” या “आकार देना” या “बनाना” हो सकता है।
  • “ढालना” शब्द का अनुवाद हो सकता है, “आकार देना” या “बनाना”।
  • “सांचा” शब्द का अनुवाद हो सकता है, “आकार गर्भित बर्तन” या “तराशी हुई वस्तु”

(यह भी देखें: झूठे देवता, सोना, मूरत, चाँदी)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H4541, H4165, G4110, G4111

ढूँढ़े, ढूँढ़ते हैं, खोजना, मांगा

परिभाषा:

"खोजना" अर्थात किसी वस्तु या मनुष्य की तलाश करना। इस क्रिया शब्द का भूतकाल है "खोजा।"" इस शब्द का लाक्षणिक प्रयोग भी किया गया है जिसका अर्थ है, किसी काम को करने का या किसी वस्तु को मांगने का "प्रयास करना" या "परिश्रम करना।"

  • “खोज करना” या “प्रतीक्षा करना” अर्थात् किसी विशेष काम को करने के अवसर का अर्थ हो सकता है, किसी काम को करने के लिए "समय निकालने का प्रयास” करना।
  • “यहोवा की खोज करना” अर्थात् “यहोवा को जानने और उसकी आज्ञा मानने के प्मेंरशिक्षण में समय और ऊर्जा लगाना।"
  • “सुरक्षा खोजना” अर्थात् “किसी मनुष्य या स्थान को ढूंढने का प्रयास करना कि संकट से बचाए जाएं।"
  • “न्याय खोजना” अर्थात् “मनुष्य के साथ न्याय और निष्पक्षता के व्यवहार को देखने का प्रयास करना।"
  • “सत्य की खोज करना” अर्थात् “सत्य क्या है जानने का प्रयास करना।"
  • “अनुग्रह की खोज करना” अर्थात् “कृपा पात्र बनने का अविलम्ब निवेदन करना” या “ऐसे काम करना कि किसी से सहायता मिले।"

(यह भी देखें: न्यायी, सच)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H579, H1156, H1239, H1243, H1245, H1556, H1875, H2470, H2603, H2658, H2664, H2713, H3289, H7125, H7592, H7836, H8446, G327, G1567, G1934, G2052, G2212

तम्बू, तम्बू बनाने वाले

परिभाषा:

एक तम्बू मजबूत कपड़े से बना एक चलायमान शरण स्थान है जो खंभे की संरचना पर लपेटा जाता है और उनसे जुड़ा होता है।

  • तंबू छोटे हो सकते हैं, जिनमें कुछ लोगों के सोने के लिए पर्याप्त जगह हो, या वे बहुत बड़े हो सकते हैं, जिसमें पूरे परिवार के सोने, खाना पकाने और रहने के लिए जगह हो।
  • कुछ लोगों के लिए तम्बू स्थाई निवास स्थान है। उदाहरण के लिए, ज़्यादातर समय में अब्राहम का परिवार कनान देश में रहता था,उस समय के अधिकांश समय में वे बकरी के बालों से बने मजबूत कपड़े से बने बड़े तंबुओं में रहते थे।
  • सीनै के जंगल में चालीस वर्ष विचरण करते समय इस्राएली तम्बुओं में रहते थे।
  • परमेश्वर के निवास का मण्डप एक बड़ा तम्बू था जिसकी मोटी-मोटी दीवारें कपड़े के पर्दे से बनी थीं।
  • जब प्रेरित पौलुस ने सुसमाचार साझा करने के लिए विभिन्न शहरों की यात्रा की, तो उन्होंने तंबू बनाकर स्वयं का समर्थन किया।
  • शब्द "तम्बू" का प्रयोग कभी-कभी आलंकारिक रूप से आम तौर पर यह बताने के लिए किया जाता है कि लोग कहाँ रहते हैं। इसका अनुवाद “घर” या “निवास” या “आवास” के रूप में भी किया जा सकता है। (देखें: synecdoche)

(यह भी देखें: अब्राहम, कनान, परदा, पौलुस, सीनै, मिलापवाला तम्बू, मिलापवाला तम्बू)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H0167, H0168, H2583, H3407, H6898

तलवार, तलवारें, तलवार रखनेवाले

परिभाषा:

एक तलवार सपाट ब्लेड, धातु का एक हथियार होता है जो काटने या घोंपने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। इसमें एक बहुत तेज काटने वाले किनारे के साथ एक लम्बा धार ब्लेड और एक कुंदा होता है ।

प्राचीन युग में तलवार के ब्लेड की लंबाई लगभग 60 से 91 सेंटीमीटर थी। कुछ तलवारों में दोनों ओर धार लगी होती है जिन्हें दोधारी तलवार कहते हैं।

  • यीशु के शिष्यों ने स्वयं की रक्षा के लिए तलवारें रखते थे । पतरस अपनी तलवार चलाकर महायाजक के सेवक का कान काट दिया था

यूहन्ना बपतिस्मा देनेवाला और प्रेरित याकूब दोनों का सिर तलवार से काटा गया था।

अनुवाद के सुझाव

एक तलवार परमेश्वर के शब्द के लिए एक रूपक के रूप में प्रयोग किया जाता है । बाइबिल में परमेश्वर की शिक्षाओं ने लोगों के अंदरूनी विचारों को उजागर किया और उन्हें अपने पापों के दोषी ठहराया। इसी प्रकार एक तलवार गहराई से कटती है, पीड़ा उत्पन्न करता है। (देखें: रूपक)

  • इस आलंकारिक उपयोग का अनुवाद करनेका एक तरीका हो सकता है, “परमेश्वर का वचन तलवार जैसा है जो गहरा वार करके पाप को प्रकट करता है”।
  • इस पद का एक अन्य आलंकारिक उपयोग भजन संहिता में हुआ है, जहां किसी व्यक्ति की जीभ या भाषण की तुलना तलवार से होती है, जो लोगों को घायल कर सकती है। इसका अनुवाद किया जा सकता है "जीभ एक तलवार की तरह है जो किसी को बुरी तरह से घायल कर सकती है।"
  • अगर आपकी संस्कृति में तलवारें नहीं जानी जाती हैं, तो इस शब्द का अनुवाद एक लंबे मोहरे हथियार के नाम से किया जा सकता है जिसका इस्तेमाल काटने या भोंकने के लिए किया जाता है।

तलवार का अनुवाद “धारवाला हथियार” या “लम्बी छुरी” भी किया जा सकता है। कुछ अनुवादों में तलवार का चित्र देना भी उचित हो सकता है।

(यह भी देखें: अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करे)

(यह भी देखें: याकूब (यीशु का भाई), युहन्ना (बपतिस्मा देनेबाला), जीभ, परमेश्वर का बचन)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H19, H1300, H2719, H4380, H6609, H7524, H7973, G3162, G4501

तुच्छ जाने, तुच्छ, सुनने योग्य नहीं

तथ्य:

“तुच्छ जानने” का संदर्भ गहन अपमान और अनादर से है जो किसी वस्तु या मनुष्य के लिए है। जो बात गहन निरादर की हो उसे "घृणित" (घिनौनी) कहते हैं।

  • परमेश्वर के लिए तिरस्कार प्रकट करने वाला मनुष्य या व्यवहार “तुच्छ” कहलाता है। इसका अनुवाद “घोर निरादर” या “पूर्णतः अपमानजनक” या “निन्दायोग्य” हो सकता है।
  • “तुच्छ जानना” अर्थात किसी को अपने से कम महत्व का या कम योग्यता का समझना।
  • निम्नलिखित अभिव्यक्तियों का अर्थ यही हो सकता है, कर्मों या शब्दों द्वारा किसी वास्तु या मनुष्य का "तिरस्कार करना” या उसको “घिनौना समझना” या उससे “घृणा करना” या उसको “तुच्छ समझना”। इन सबका अर्थ है, “अत्युक्त निरादर” या “घोर अपमान" करना।
  • जब राजा दाऊद ने व्यभिचार और हत्या की तब परमेश्वर ने कहा, “तूने यहोवा की आज्ञा को तुच्छ जानकर....” इसका अर्थ है कि उसने अपने इस कुकर्म द्वारा परमेश्वर का घोर अपमान एवं निरादर किया था।

(यह भी देखें: अपमान)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H936, H937, H959, H963, H1860, H7043, H7589, H5006, G1848

तुरही, तुरही फूँकनेवालों

परिभाषा:

“तुरही” संगीत के लिए या लोगों को घोषणा या सभा के लिए एकत्र करने के लिए वाद्ययन्त्र था।

  • तुरही सामान्यतः धातु, शंख या पशु के सींग से बनाई जाती थी।
  • तुरही सामान्यतः युद्ध के लिए आव्हान या/और इस्राएल की सार्वजनिक सभा के लिए फूंकी जाती थी।
  • प्रकाशितवाक्य की पुस्तक में अन्त समय के दृश्य का वर्णन किया गया है जब स्वर्गदूत तुरही फूंकेंगे जो पृथ्वी पर परमेश्वर के प्रकोप को उण्डेले का आरम्भ होने का संकेत होगा।

(यह भी देखें: स्वर्गदूत, सभा, पृथ्वी, सींग, इस्राएल, प्रकोप)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H2689, H2690, H3104, H7782, H8619, H8643, G4536, G4537, G4538

तेल

परिभाषा:

तेल एक मोटा तरल पदार्थ है जो पौधों से निकाला जाता है। बाइबल के युग में जैतून का तेल अधिकतर काम में लिया जाता था।

  • जैतून का तेल पकाने, अभिषेक करने, बलि चढ़ाने, दीपक जलाने और औषधियों के निर्माण में काम में लिया जाता था।
  • प्राचीन युग में जैतून का तेल बहुमूल्य था और तेल का संग्रह धन का मापक माना जाता था।
  • सुनिश्चित करें कि इस शब्द का अनुवाद पकाने के तेल का अभिप्राय प्रकट करे न कि, गाड़ियों में डालने वाले तेल का। कुछ भाषाओं अलग-अलग तेलों के लिए अलग अलग शब्द हैं।

(यह भी देखें: जैतून, बलि)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H2091, H3323, H4887, H6671, H7246, H8081, G1637, G3464

त्याग, त्यागना, छोड़ना

Definition:

"त्याग" शब्द का अर्थ किसी को त्यागना या छोड़ देना है। किसी को "त्याग दिया गया" किसी के द्वारा छोड़ दिया गया है या छोड़ दिया गया है।

  • जब लोग परमेश्वर को त्याग देते हैं, तो वे उसकी अवज्ञा करके उसके साथ विश्वासघात कर रहे होते हैं।
  • जब परमेश्वर “लोगों” का त्याग करता है, तो उसने उनकी मदद करना बंद कर दिया है और उन्हें दुख का अनुभव करने की अनुमति दी है ताकि वे उनके पास वापस आ सकें।
  • इस शब्द का अर्थ यह भी हो सकता है कि किसी का त्याग करना, जैसे कि छोड़ना, या परमेश्वर की आज्ञाओं का पालन न करना।
  • "त्याग दिया" शब्द का उपयोग भूत काल में किया जा सकता है, जैसे कि "वह आपको छोड़ दिया है" या किसी ऐसे व्यक्ति के संदर्भ में जो "भूल गया हो।"

Translation Suggestions:

  • इस शब्द का अनुवाद करने के अन्य तरीकों में संदर्भ के आधार पर "परित्याग" या "उपेक्षा" या "छोड़ देना" या "पीछे हटना" या "पीछे छोड़ना" शामिल हो सकता है।
  • "त्याग" करने के लिए परमेश्वर की आज्ञाओं का अनुवाद "परमेश्वर की आज्ञाओं की अवज्ञा" के रूप में किया जा सकता है। इसका अनुवाद “परित्याग” या “हार मानने” या “उसकी आज्ञा मानने से रोकने” के रूप में भी किया जा सकता है
  • वाक्यांश "छोड़ दिया जाए" का अनुवाद "त्यागा हुआ" या "निर्जन किया जा सकता है।"
  • इस शब्द का अनुवाद करने के लिए अलग-अलग शब्दों का उपयोग करना अधिक स्पष्ट है, यह इस बात पर निर्भर करता है कि पाठ किसी वस्तु या व्यक्ति का त्याग करता है या नहीं।

Bible References:

Word Data:

  • Strong’s: H488, H2308, H5203, H5428, H5800, H5805, H7503, G646, G657, G863, G1459, G2641,

दण्ड

परिभाषा:

“दण्ड ” शब्द का संदर्भ दण्ड के न्याय से है जिसमें योजना या बचने की संभावना कदापि नहीं होती है।

  • इस्राएलियों को बेबीलोन में बन्दी बनाकर ले जाया गया था, तब भविष्यद्वक्ता ने कहा था, “हम पर विनाश आ पड़ा है”।
  • प्रकरण के अनुसार इस शब्द का अनुवाद हो सकता है, “आपदा” या “दण्ड” या “आशारहित विनाश”।

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H1820, H3117, H6256, H6843, H8045

दण्ड देना, दंड दिया, दंड, दंडमुक्त

परिभाषा:

“दण्ड देना” शब्द का अर्थ है किसी को उसके गलत काम के नकारात्मक परिणाम भोगना। “दण्ड” का सन्दर्भ उस परिणाम से है जो मनुष्य के अनुचित कार्य के लिए उसे भोगना पड़ता है।

  • दण्ड का उद्देश्य होता है कि मनुष्य पाप करना छोड़ दे।
  • परमेश्वर इस्राएलियों को अवज्ञा का दण्ड देता था, विशेष करके झूठे देवता की उपासना का। उनके पापों के कारण परमेश्वर उनके शत्रुओं को अनुमति देता था कि वे उन पर आक्रमण करके उन्हें बन्दी बना लें।
  • परमेश्वर न्यायी एवं धर्मनिष्ठ है इसलिए उसे पाप का दण्ड देना पड़ता है। प्रत्येक मनुष्य ने परमेश्वर के विरूद्ध पाप किया है और दण्ड के योग्य है।
  • यीशु को प्रत्येक मनुष्य के सब बुरे कामों का दण्ड मिला। उसने प्रत्येक मनुष्य का दण्ड अपने ऊपर ले लिया जबकि उसने तो कोई भी गलत काम नहीं किया था कि दण्ड भोगे।
  • “दंडमुक्त रहना” या “निर्दोष ठहराना” अर्थात् मनुष्य को अनुचित कार्य का दण्ड न देने का निर्णय। परमेश्वर प्रायः पाप का दण्ड विलम्बित करता है क्योंकि वह मनुष्यों द्वारा मन फिराव की प्रतीक्षा करता है।

(यह भी देखें: न्यायोचित, पश्चाताप, धर्मी, पाप)

बाइबल के सन्दर्भ:

बाइबल की कहानियों के उदाहरण:

  • 13:7 परमेश्वर ने पालन करने हेतु उनको और भी बहुत से नियम और अध्यादेश दिए। अगर लोग इन नियमों का पालन करते थे, तो परमेश्वर ने वादा किया था कि वह उन्हें आशीर्वाद और उनकी रक्षा करेगा। यदि वे इन नियमों का पालन नहीं करेंगे तो वह दण्ड के पात्र बनेंगे।
  • 16:2 क्योंकि इस्राएल परमेश्वर की अवज्ञा करते रहे, इसलिए उसने उनके दुश्मनों को उन्हें पराजित करने की अनुमति देकर दण्ड दिया।
  • 19:16 भविष्यवक्ताओं ने लोगों को चेतावनी दी कि, यदि उन्होंने दुष्टता के काम करना बंद नहीं किए, और परमेश्वर की आज्ञा का पालन करना आरंभ नहीं किया, तो परमेश्वर उन्हें दोषी ठहराएगा और उन्हें दण्ड देगा |
  • 48:6 यीशु सबसे उत्तम महान पुरोहित है क्योंकि उसने सभी मनुष्यों के सभी पापों का दण्ड, जो उन्होंने अपने जीवन काल में कभी भी किए हों, अपने ऊपर ले लिया |
  • 48:10 जब कोई यीशु पर विश्वास करता है, यीशु का लहू उस व्यक्ति के सब पापों की कीमत चुका देता है, और परमेश्वर का दण्ड उस व्यक्ति के ऊपर से हट जाता है |
  • 49:9 लेकिन परमेश्वर ने जगत के हर मनुष्य से इतना अधिक प्रेम किया कि उसने अपना इकलौता पुत्र दे दिया ताकि जो कोई यीशु पर विश्वास करे उसे उसके पापों का दण्ड नहीं मिलेगा, परन्तु हमेशा परमेश्वर के साथ रहेगा।
  • 49:11 यीशु ने कभी कोई पाप नहीं किया था, लेकिन फिर भी उसने दण्ड उठाने और मारे जाने को चुना ताकि एक सिद्ध बलिदान के रूप में आपके तथा संसार के हर मनुष्य के पापों को उठा ले जा सके |

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H3027, H3256, H4148, H4941, H5221, H5414, H6031, H6064, H6213, H6485, H7999, H8011, H8199, G13490, G15560, G15570, G28490, G38110, G50970

दण्डवत् करना, दण्डवत् किया

परिभाषा:

“दण्डवत्” का अर्थ है मुंह के बल भूमि पर सीधा गिरना।

  • किसी को “दण्डवत् करना” या “मुंह के बल भूमि पर गिरना” का अर्थ है बहुत अधिक झुकना या किसी के समक्ष झुकना।
  • दण्डवत करने की यह मुद्रा प्रायः विस्मय, आश्चर्य और भय की प्रतिक्रिया है, किसी अलौकिक घटना के कारण। इसमें जिसको दण्डवत् किया जा रहा है उसके प्रति सम्मान और आदर का प्रदर्शन भी है।
  • दण्डवत् करना परमेश्वर की आराधना विधि भी थी। मनुष्य यीशु के चमत्कार या गुरू रूप में उसके आदर हेतु धन्यवाद के साथ ऐसी प्रतिक्रिया दिखाते थे।
  • प्रकरण के अनुसार “दण्डवत् ” का अनुवाद हो सकता है, “भूमि पर चेहरा करके झुकना” या “उसके सामने मुंह के बल गिरकर आराधना करना” या “विस्मय के कारण भूमि पर मुंह के बल गिरना” या “आराधना करना”।
  • “हम दण्डवत् नहीं करेंगे” इस उक्ति का अनुवाद हो सकता है, “आराधना नहीं करेंगे” या “आराधना में मुंह के बल नहीं गिरेंगे” या “हम आराधना में नहीं झुकेंगे”।
  • “को दण्डवत् करना” का अनुवाद हो सकता है, “आराधना करना” या “सामने झुकना”

(यह भी देखें: आह, दण्डवत् करना)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H5307, H5457, H6440, H6915, H7812, G4098

दण्डवत्, झुक गया, दण्डवत् किया, झुकने, दण्डवत् करना, दण्डवत् करे, दण्डवत् किया, दण्डवत् करते रहे

परिभाषा:

“दण्डवत्” करने का अर्थ है किसी को सम्मान या श्रद्धा अर्पित करने के लिए दीनता पूर्वक झुकना। “दण्डवत् करना” का अर्थ है बहुत अधिक झुकना या घुटनों पर गिरना जिसमें मुख और हाथ भूमि की ओर हों।

  • अन्य अभिव्यक्तियों में “घुटने भूमि पर टिकाना” और “सिर झुकाना” (सिर को दीनता पूर्वक सम्मान में आगे की ओर झुकना या दुःख में ऐसा करना)
  • “दण्डवत् करना” निराशा और शोक का चिन्ह भी होता है। जिसने “घुटने टेके” वह दीनता की हीन दशा में होता है।
  • मनुष्य प्रायः ऊंचे पद या ऊंचे स्तर के मनुष्य के समक्ष घुटने टेकता है जैसे राजाओं और शासकों को।
  • परमेश्वर के समक्ष घुटने टेकना उसकी आराधना की अभिव्यक्ति है।
  • बाइबल में लोग यीशु के समक्ष घुटने टेकते थे जब उन्हें उसके आश्चर्यकर्मों एवं शिक्षा से यह बोध होता था कि वह परमेश्वर की ओर से भेजा गया है।
  • बाइबल में लिखा है कि जब यीशु पुनः आएगा तब हर एक मनुष्य उसकी आराधना में घुटने टेकेगा

अनुवाद के सुझाव:

  • प्रकरण के अनुसार इस उक्ति का अनुवाद एक ऐसे शब्द या उक्ति द्वारा किया जाए जिसका अर्थ है “आगे को झुकना” या “सिर झुकाना” या “घुटने टेकना”।
  • “घुटने टेकने” का अनुवाद “घुटनों पर गिरना” या “दण्डवत् करना” हो सकता है।
  • कुछ भाषाओं में इसके अनुवाद की एक से अधिक विधियां हो सकती हैं जो प्रकरण पर निर्भर करती हैं।

(यह भी देखें: दीन, आराधना)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H86, H3721, H3766, H5186, H5753, H5791, H6915, H7743, H7812, H7817, G1120, G2578, G2827, G4781, G4794

दर्शन, अलौकिक दृष्टि

तथ्य:

“दर्शन” का अर्थ है, मनुष्य द्वारा कुछ देखना। इसका सन्दर्भ विशेष रूप से असामान्य या अलौकिक विषय से है जो परमेश्वर मनुष्यों को अपना सन्देश देने के लिए दिखाता है।

  • दर्शन मनुष्य की जागृत अवस्था में देखे जाते हैं। तथापि सोते समय भी मनुष्य को स्वप्न में दर्शन दिखाई देते हैं।
  • परमेश्वर मनुष्य को दर्शन दिखाता है कि उन पर कोई महत्वपूर्ण बात प्रकट करे। उदाहरणार्थ, पतरस को दर्शन दिखाया गया जिसका उद्देश्य था कि उसे अन्यजातियों को सुसमाचार सुनाने के लिए स्वीकार करना सिखाए।

अनुवाद के सुझाव:

  • "एक दर्शन देखा" इस उक्ति का अनुवाद किया जा सकता है, "परमेश्वर की और से असामान्य कुछ देखा" या "परमेश्वर ने उसे कुछ विशेष बात दिखाई।"
  • कुछ भाषाओं में "दर्शन" और "स्वप्न" के लिए अलग-अलग शब्द नहीं होंगे। अतः "दानिय्येल के मन में सपने और दर्शन थे" इस वाक्यांश का अनुवाद कुछ इस प्रकार हो सकता है, "दानिय्येल सोते हुए सपना देख रहा था और परमेश्वर ने उसे असामान्य बातों को देखने योग्य किया।"

(यह भी देखें: स्वप्न)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H2376, H2377, H2378, H2380, H2384, H4236, H4758, H4759, H7203, H7723, H8602, G37010, G37050, G37060

दस आज्ञाएँ

तथ्य:

"दस आज्ञाएँ" वे आज्ञाएँ थीं जो परमेश्वर ने सीनै पर्वत पर मूसा को दी थीं, जब इस्राएली कनान देश की ओर जाते हुए उजाड़ में रह रहे थे। परमेश्वर ने इन आज्ञाओं को पत्थर की दो बड़ी पटियाओं पर लिखा।

  • परमेश्वर ने इस्राएलियों को आज्ञा मानने के लिए कई आज्ञाएँ दी थीं, लेकिन दस आज्ञाएँ इस्राएलियों को परमेश्वर से प्रेम करने और उसकी आराधना करने और अन्य लोगों से प्रेम करने में मदद करने के लिए विशेष आज्ञाएँ थीं।
  • ये आज्ञाएँ अपने लोगों के साथ परमेश्वर की वाचा का भी हिस्सा थीं। परमेश्वर ने उन्हें जो करने की आज्ञा दी थी उसका पालन करने से, इस्राएल के लोग दिखाएंगे कि वे परमेश्वर से प्रेम करते हैं और उसके हैं।
  • पत्थर की पटियाएँ जिन पर आज्ञाएँ लिखी हुई थीं, उन्हें वाचा के संदूक में रखा गया था, जो मिलापवाले तम्बू के सबसे पवित्र स्थान और बाद में भवन में स्थित था।

(यह भी देखें: वाचा का सन्दूक, आज्ञा, वाचा, रेगिस्तान, व्यवस्था, पालन, सीनै, आराधना)

बाइबल सन्दर्भ:

बाइबल कहानियों से उदाहरण:

  • 13:07 तब परमेश्वर ने इन दस आज्ञाओं को पत्थर की दो पटियाओं पर लिखकर मूसा को दिया।
  • 13:13 जब मूसा पहाड़ से नीचे आया और उसने मूर्ति को देखा, तो वह इतना क्रोधित हुआ कि उसने उन पत्थरों को तोड़ डाला जिन पर परमेश्वर ने दस आज्ञाएँ लिखी थीं।
  • 13:15 तब मूसा ने पहली तख्तियों के समान दो और तख्तियाँ गढ़ी; क्योंकि पहली उसने तोड़ डाली थी।

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H1697, H6235

दसवां, दशमांश,

परिभाषा:

“दसवां” या “दशमांश” का उस पैसे, फसल, मवेशियों या अन्य संपदा के दस प्रतिशत या दस में से एक भाग के सन्दर्भ में है जो परमेश्वर को दिया जाना है।

  • पुराने नियम में परमेश्वर ने इस्राएल को आज्ञा दी थी कि वे अपने सब कुछ का दसवां अंश परमेश्वर के लिए धन्यवाद की भेंट स्वरूप पृथक कर दें।
  • यह भेंट इस्राएलियों के लेवी गोत्र के संभरण के लिए थी क्योंकि वे इस्राएलियों के लिए याजकों की सेवा करते थे और निवास तथा मंदिर की देखरेख करते थे।
  • नये नियम में परमेश्वर के लिए दशमांश पृथक करने की आज्ञा तो नहीं है परन्तु उदारता तथा सहर्ष देने का विचार है कि मसीही सेवा में सहयोग तथा गरीबों को सहायता प्राप्त हो।
  • इसका अनुवाद हो सकता है, “दसवां अंश” या “दस में से एक भाग।”

(यह भी देखें: विश्वास, इस्राएल, लेवी, मवेशी, मेलिकिसिदक, सेवक, बलि, मिलापवाला तम्बू, मन्दिर)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H4643, H6237, H6241, G5860, G11810, G11830

दाख की बारी, दाख की बारियों

परिभाषा:

दाख की बारी एक बड़ा बागवानी क्षेत्र है जहाँ अंगूर उगाए जाते हैं और अंगूर की खेती होती है।

  • दाख की बारी प्रायः दीवारों से घिरी होती है कि चोरों और जानवरों से दाख की रक्षा की जाए।
  • परमेश्वर ने इस्राएल की तुलना उस दाख की बारी से की थी जिसमें अच्छे फल नहीं लगे। (देखें: उपमा)
  • दाख की बारी का अनुवाद किया जा सकता है, “अंगूरों का बगीचा” या “अंगूर की खेती”

(यह भी देखें: अंगूर, इस्राएल, दाखलता)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H1612, H3754, H3755, H8284, G289, G290

दाख, दाखलता

परिभाषा:

"लता" शब्द ऐसे पौधे को संदर्भित करता है जो भूमि पर फैलता है या पेड़ों और अन्य संरचनाओं पर चढ़ने से बढ़ता है। बाइबल में “दाखलता” शब्द केवल फल लानेवाली लता के लिए काम में लिया गया है और अधिकतर दाखलता के लिए काम में लिया गया है।

  • बाइबल में "दाखलता" लगभग सदैव ही “अंगूर की बेल” के संदर्भ में काम में लिया गया है।
  • अंगूर की शाखाएं मुख्य तने से जुड़ी होती हैं जो उन्हें पानी और अन्य पोषक तत्व देती हैं ताकि वे बढ़ सकें।
  • यीशु ने स्वयं को “दाखलता” और विश्वासियों को “डालियाँ” कहा है। यहाँ “दाखलता” का अनुवाद हो सकता है “दाखलता की डाली” या “दाख की शाखा”।(देखें: उपमा)

(यह भी देखें: दाख, दाख की बारी)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H5139, H1612, H8321, G288, G290, G1009, G1092

दाखमधु, दाखमधु

परिभाषा:

“दाखमधु” शब्द उन पेय पदार्थों के लिए काम में लिया गया है जिनका किण्वन किया गया है और उनमें अल्कोहल की मात्रा है।

  • मदिरा अन्न से या फल से बनाई जाती थी जो किण्वन की प्रक्रिया से निकाली जाती थी|
  • "मदिरा" के प्रकार में दाखरस, ताड़ की मदिरा, बीयर और सेब का सिरका आता है। बाइबिल में, दाखरस सबसे अधिक बार उल्लेख की जाने वाली मदिरा थी।
  • याजक या विशिष्ट शपथ खाने वाले जैसे नाजीर मनुष्य को किसी भी प्रकार का खमीर किया गया पेय वर्जित था।
  • इस शब्द को "किण्वित पेय" या "अल्कोहलयुक्त पेय" के रूप में भी अनुवाद किया जा सकता है।

(यह भी देखें: अंगूर, नाजीर, मन्नत, दाखरस)

बाइबल के सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H5435, H7941, G46080

दाखरस के कुण्ड

परिभाषा:

बाइबल के युग में दाखरस के कुण्ड वे वृहत कुंड या खुले स्थान थे जहाँ दाख का रस निकाला जाता था कि दाखरस तैयार किया जाए।

  • इस्राएल में दाखरस के ये कुण्ड बहुत बड़े होते थे जिनको कठोर चट्टानों में खोद कर बनाया जाता था। दाख के गुच्छे इन गड्ढों के समतल तल पर डाल कर मनुष्यों द्वारा पांवों से रौंदा जाता था कि दाख रस बहकर बाहर निकले।
  • आमतौर पर एक दाखरस के कुंड का दो स्तर होता है, शीर्ष स्तर पर अंगूरों को कुचल दिया जाता है, जिससे कि रस निचले स्तर पर चला जाएगा जहां वह एकत्र होगा।
  • "दाखरस का कुंड" बाईबल में लाक्षणिक रूप में परमेश्वर के प्रकोप के लिए काम में लिया गया है जो दुष्टों पर उंडेला जाएगा|

(देखें: रूपक)

(यह भी देखें: अंगूर, प्रकोप)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H1660, H3342, H6333, G3025, G5276

दाखरस, कुण्ड, कुण्डों, दाखरस, मशक, मशकों, नई दाखरस

परिभाषा:

बाइबल में, "दाखरस" शब्द एक प्रकार का किण्वत पीने का जो एक फल के रस से बनता है जिसे अंगूर कहते हैं। दाखमधु मशकों में रखा जाता था। मशक पशु की खाल से बनी थैली होती थी।

  • “नया दाखरस” अर्थात् अंगूर का ताजा रस जिसका किण्वन नहीं किया गया है। कभी-कभी दाखमधु किण्वत रहित दाखरस को भी कहते थे।
  • दाखरस निकालने के लिए अंगूरों को कुण्ड में कुचला जाता है ताकि उनका रस निकले। रस का किण्वन किया जाता था कि उसका मद्यसार बने।
  • बाइबल के युग में दाखमधु भोजन के साथ एक सामान्य पेय पदार्थ था। उसमें मद्य की मात्रा उतनी नहीं होती थी जितनी आज की दाखरस में होती है।
  • भोजन के समय परोसी गई मदिरा में प्रायः पानी मिलाया गया होता था।
  • पुरानी मशक कड़क होकर भंगुरावस्था में आ जाती थी जिसकी दरारों में से दाखरस बह जाता था। नई मशकें कोमल एवं लचीली होती थी अर्थात वे फटती नहीं थी और दाखरस को सुरक्षित रखने के लिए उचित थी।
  • यदि आपकी संस्कृति में दाखरस नहीं जानी जाती है तो इसका अनुवाद “किण्वन किया हुआ अंगूर का रस” कह सकते हैं या “अंगूर के फलों से किण्वन किया हुआ रस” या “किण्वन किया हुआ फलों का रस” (देखें: अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करे)
  • “मशक” का अनुवाद “मदिरा की थैली” या “पशु की खाल मदिरा का थैला” या “पशु की खाल मदिरा का पात्र”।

(यह भी देखें: अंगूर, दाखलता, दाख की बारी, दाखरस के कुण्ड)

बाइबल संदर्भ:

नष्ट करना

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रांग'स: H2561, H2562, H3196, H4469, H4997, H5435, H6025, H6071, H8492, G1098, G3631, G3820, G3943

दान

परिभाषा:

“दान” अर्थात गरीबों की सहायता के लिए पैसा, भोजन तथा अन्य वस्तुएं देना।

  • दान करना अधिकतर धार्मिकता हेतु धर्म की अनिवार्यताओं में होता था।
  • यीशु ने कहा कि दान देना मनुष्यों को दिखाने के लिए नहीं होना है।
  • इस शब्द का अनुवाद “पैसा” या “गरीबों को देना” या “गरीबों की सहायता” हो सकता है।

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: G16540

दाँवना, दाएँ हुए, दाँवने

परिभाषा:

“दाँवना” और “दाँवने” गेहूं से गेहूं का दाना अलग करने के काम को कहते हैं।

  • गेहूं के पौधे को दाँवना से पुआल और भुसा से अनाज को ढीला करता है। बाद में अनाज को "फटका जाता है" ताकि अवांछित सामग्रियों से अनाज को पूरी तरह से अलग किया जा सके, केवल उस भाग को छोड़कर जो खाया जा सकता है।
  • बाइबल के युग में खलिहान एक समतल बड़ी चट्टान होती थी या मलबा दबा कर कठोर बनाया हुआ फर्श होता था जिस पर गेहूं की दाँवनी की जाती थी कि गेहूं के दाने अलग किए जाएं।
  • “दंवनी छकड़ा” या “दंवनी चर्खी” गेहूं को रौंदने और दानों को भूसी से अलग करने के काम में लिया जाता था।
  • “दंवनी हथौड़ा” या “दंवनी पटल” गेहूं के दानों की अलग करने के लिए काम में लिया जाता था। यह लकड़ी का एक तख्ता होता था जिसमें कीले लगी होती थी।

(यह भी देखें: भूसी, अन्न, हवा में उड़ाना)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H212, H4173, H1637, H1758, H1786, H1869, H2251, G248

दिन, दिनों

परिभाषा:

“दिन” शब्द का सन्दर्भ सामान्यतः प्रकाश और अन्धकार के बारी-बारी से आकाश मेंआने के समय से है जो एक चक्र पूरा करते हैं (अर्थात 24 घंटे) तथापि, बाइबल में, इसी शब्द का उपयोग अधिकतर समय के एक लघुकाल के लिए किया गया है (जैसे सूर्योदय से सूर्यास्त के मध्य का समय) या दीर्घकालीन समय के लिए जिसकी निश्चित अवधि नहीं बताई गई है।

  • "दिन" का उपयोग कभी-कभी "रात" के विपरीत किया जाता है। इन मामलों में, शब्द उस समय की अवधि को संदर्भित करता है जब आकाश प्रकाशित होता है।
  • यह शब्द समय के किसी विशिष्ट बिंदु को भी संदर्भित कर सकता है, जैसे कि "आज।"
  • कभी-कभी “दिन” शब्द का उपयोग रूपक-स्वरूप एक लम्बे समय के लिए भी किया जाता था जैसे “यहोवा का दिन” या “अन्तिम दिनों” कुछ भाषाओं में इन रूपकों के अनुवादों में भिन्न-भिन्न शब्दों का उपयोग किया जाता हैं या “दिन” का अनुवाद रूपक के रूप में नहीं किया जाता हैं।

अनुवाद के सुझाव:

  • इस शब्द का अनुवाद "दिन" या "दिन के समय" के रूप में करना सबसे अच्छा है, अपनी भाषा में उस शब्द का उपयोग करें जो दिन के उस समय को दर्शाए जब प्रकाश होता है।
  • “दिन” के अन्य अनुवाद रूप हो सकते हैं, "दिन का समय", “समय”, “ऋतु” या “अवसर” का “घटना” आदि प्रकरण पर आधारित।

(यह भी देखें: समय, दण्ड का दिन, अन्तिम दिन)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H3117, H3118, H6242, G2250

दीन, दीनता

परिभाषा:

"दीन" और "नम्रता", इन शब्दों का संदर्भ गरीब या दीन दशा से है। दीन होने का अर्थ “विनम्र” होने से भी है।

  • यीशु मानव रूप धारण करने और मनुष्यों की सेवा करने तक दीन (शून्य) बना था।
  • उसका जन्म दीन अवस्था में हुआ था क्योंकि वह राजमहल की अपेक्षा गौशाला में हुआ था।
  • दीन स्वभाव अभिमानी होने का विलोम है।
  • “दीनता” के अनुवाद रूप है “विनम्र” या “दीन दशा” या “महत्वहीन”।
  • “दीन दशा” का अनुवाद “दीनता” या “बहुत कम महत्व” भी हो सकता है।

(यह भी देखें: दीन, घमण्डी)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H6041, H6819, H8217, G5011, G5012, G5014

दीया, दीपक

परिभाषा:

“दीपक” शब्द प्रकाश उत्पन्न करने का माध्यम होता है। बाइबल में जिन दीपकों की चर्चा की गई है वे तेल से जलते थे,

बाईबल के युग में जिस दीपक को काम में लिया जाता था वह एक छोटा सा पात्र होता था जिसमें ईंधन डाला जाता था- सामान्यतः तेल, जलाने पर वह प्रकाश देता था।

  • साधारण दीया मिट्टी का बनता था जिसमें जैतून का तेल भरा जाता था, उसमें एक बत्ती रखकर जलाई जाती थी।
  • कुछ दीए अण्डाकार होते थे जिनकी एक भुजा दबी होती थी जहां बत्ती रखी जाती थी।
  • तेल की दीपक को लेकर चला जा सकता है या एक ऊँचे स्थान पर रखा जाता था कि उसका प्रकाश सम्पूर्ण कमरे को या घर को प्रकाशित कर सके।
  • धर्म-शास्त्र में दीपक प्रतीकात्मक रूप में जीवन और ज्योति का प्रतीक है।

(यह भी देखें: दीवट, जीवन, ज्योति)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H3940, H3974, H4501, H5215, H5216, G29850, G30880

दीवट/दीवटों

परिभाषा:

बाइबल में “दीवट” शब्द उस रचना का संदर्भ देता है जिस पर दीपक रखा जाता था कि कमरे में प्रकाश व्याप्त हो।

  • एक साधारण दीवट मिट्टी, लकड़ी या धातु का बना होता था (धातु जैसे तांबा, चांदी या सोना)
  • यरूशलेम के मन्दिर में एक विशेष दीवट (दीपदान) था जिसमें सात दीपकों के लिए सात शाखाएं थी और वह सोने का था।

अनुवाद के सुझाव

  • इस शब्द का अनुवाद हो सकता है, “दीपक चौकी” या “दीपक रखने की रचना” या “दीपदा।"
  • मन्दिर के दीपदान का अनुवाद हो सकता है, “सप्तदीपक पीठिका” या “सात दीपकों की सोने की चौकी।"
  • अनुवाद के साथ दीवट का चित्र और बाइबल के संदर्भ में सप्तभुजा दीपदान के चित्र देना की सहायक होगा।

(यह भी देखें: तांबा, सोना, दीया, प्रकाश, चांदी, मन्दिर)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H4501, G30870

दुःख उठाना, कष्ट

परिभाषा:

“दुःख उठाना” और “कष्ट भोगना” का सन्दर्भ अनर्थकारी अनुभव से है, जैसे रोग, पीड़ा या अन्य क्लेशों से है।

  • जब मनुष्यों को सताया जाता है या जब वे रोगी होते हैं तब उन्हें कष्ट होता है।
  • कभी-कभी मनुष्य अपने गलत कामों के कारण भी दुख उठाता है, कभी-कभी संसार में पाप और रोग के कारण मनुष्य दुख उठाता है।
  • दुख शारीरिक भी होता है जैसे पीड़ा और रोग। मानसिक दुख भी होता है जैसे भय, उदासी या अकेलापन।
  • “मुझे सह लो” अर्थात् “मेरे साथ सहनशील रहो” या “मेरी बात सुनो” या “धीरज धरकर सुनो”।

अनुवाद के सुझाव:

  • “दुख उठाना” का अनुवाद हो सकता है, “पीड़ा का अनुभव करना” या “कठिनाइयों का सामना करना" या "क्लेश और कष्टदायक अनुभव होना"।
  • प्रकरण के आधार पर, "पीड़ा" का अनुवाद हो सकता है, "अत्यंत कठिन परिस्थितियों" या "गंभीर कठिनाइयों" या "क्लेशों का अनुभव" या "दर्दनाक अनुभवों का समय"
  • “प्यास लगना” का अनुवाद हो सकता है, “प्यासा होना” या “प्यास के कारण व्याकुल होना”
  • “हिंसा सहना” का अनुवाद हो सकता है, “हिंसा का शिकार होना” या “हिंसक कामों से हानि उठाना”

बाइबल सन्दर्भ:

बाइबल की कहानियों के उदाहरण:

  • 9:13 परमेश्वर ने कहा, “मैं ने अपनी प्रजा के लोग जो मिस्र में है उनके दुःख को निश्चय देखा है |”
  • 38:12 यीशु ने तीन बार प्रार्थना की, “हे मेरे पिता, यदि हो सके तो यह दुःख का कटोरा मुझे पीना न पड़े |
  • 42:3 उसने(यीशु) उन्हें भविष्यद्वक्ताओं के वचन स्मरण कराए कि मसीह दुःख उठाएगा और मारा जाएगा और फिर तीसरे दिन जी उठेगा |
  • 42:7 उसने(यीशु) कहा, “लिखा है कि मसीह दुःख उठाएग, मारा जायेगा और तीसरे दिन मरे हुओ में से जी उठेगा |”
  • 44:5 यधपि तुम जानते नहीं थे कि क्या करते हो, परन्तु परमेश्वर ने तुम्हारे कामो द्वारा ही भविष्यवाणियों को पूरा करने के लिए, कि उसका मसीह दुःख उठाएगा, और मारा जाएँगा |
  • 46:4 प्रभु ने कहा, "तू चला जा क्योंकि वह तो अन्यजातियों और राजाओं के सामने मेरा नाम प्रगट करने के लिये मेरा चुना हुआ पात्र है | और मैं उसे बताऊँगा कि मेरे नाम के लिये उसे कैसा कैसा दुःख उठाना पड़ेगा |”
  • 50:17 वह हर आँसू पोंछ देगा और फिर वहाँ कोई दुख, उदासी, रोना, बुराई, दर्द, या मृत्यु नहीं होगी |

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H943, H1741, H1934, H4531, H5142, H5375, H5999, H6031, H6040, H6041, H6064, H6090, H6770, H6869, H6887, H7661, G91, G941, G971, G2210, G2346, G2347, G2552, G2553, G2561, G3804, G3958, G4310, G4778, G4777, G4841, G5004

दुःख, क्लेश, परेशान होना, सताना, कठिनाइयां, आपदा

परिभाषा:

“दुःख” जीवन का अनुभव है अर्थात कठिन और निराशा का।किसी को “क्लेश” पहुचाना अर्थात् उस मनुष्य को “परेशान” करना या “कष्ट” देना।“परेशान होना” का अर्थ है किसी बात से घबराना एवं हताश होना।

  • कष्ट, शरीरिक, मानसिक या आत्मिक हो सकता है जिससे मनुष्य आहत होता है।
  • बाइबल में, कष्ट परिक्षा के समय होते हैं जिनके द्वारा परमेश्वर विश्वासियों को विश्वास में परिपक्व एवं विकसित होने में सहायता करता है।
  • पुराने नियम में “कष्ट” अनैतिक जीवनशैली और परमेश्वर का त्याग करनेवाली जातियों के दण्ड के सन्दर्भ में आया है।

अनुवाद के सुझाव

  • “कष्ट” या “क्लेश” का अनुवाद “संकट” या “दुःखदायी घटनाएं”या “उत्पीड़न” या “दुखद अनुभव” या “विपत्ति” भी किया जा सकता है।
  • “घबराना” का एसे शब्द या उक्ति से अनुवाद किया जा सकता है, जिसका अर्थ हो “कष्टों में होना” या “भयानक कष्ट का अनुभव करना” या “गहरी चिन्ता” या “तनाव” या “विपत्ति” या “भय” या “परेशानी”।
  • “उसे परेशान मत करो” का अनुवाद हो सकता है, “उसे रहने दो” या “उसकी आलोचना मत करो”
  • “विपत्ति के दिन” या “विपत्ति के समय” का अनुवाद हो सकता है, “जब तुम कष्टों का अनुभव करो” या “जब तुम्हारे सामने कठिनाइयां आएं” या “जब परमेश्वर विपत्तियां लाए”।
  • “कष्ट लाना” या “कष्ट का कारण” का अनुवाद हो सकता है, “कष्टकारी बातें करना” या “कठिनाई उत्पन्न करना” या “कठिनाइयों का अनुभव कराना”

(यह भी देखें: क्लेश देना, सताना)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H205, H926, H927, H1204, H1607, H1644, H1804, H2000, H4103, H5916, H5999, H6031, H6040, H6470, H6696, H6862, H6869, H6887, H7264, H7267, H7451, H7489, H8513, G387, G1613, G1776, G2346, G2347, G2350, G2360, G2873, G3636, G3926, G3930, G3986, G4423, G4660, G5015, G5182

दुःखित, मारेगा, दुःख, क्लेश

परिभाषा:

“क्लेश देना” अर्थात किसी को कष्ट या दुःख देना “दुःख” रोग, मानसिक विषाद या इनसे उत्पन्न अन्य विनाश।

  • कभी कभी परमेश्वर अपनी प्रजा को रोगों और कठिन परिस्थितियों से क्लेश देता था कि वे अपने पापों से विमुख होकर उसके पास लौट आएं।
  • परमेश्वर ने मिस्र पर क्लेश या विपत्तियां डाली थी क्योंकि उनके राजा ने परमेश्वर की आज्ञा नहीं मानी थी।
  • किसी बात से “दबना” रोग, सताव या मानसिक विषाद के कारण क्लेश भोगना।

अनुवाद के सुझाव:

  • किसी को क्लेश देना का अनुवाद, “किसी को संकट का अनुभव करवाना” या “किसी को दुःख देना” या “किसी के लिए कष्ट का कारण होना”
  • कुछ प्रकरणों में “क्लेश” का अनुवाद हो सकता है, “होना” या “पहुंचाना” या “कष्ट लाना” “कोढ़ से पीड़ित” का अनुवाद “कोढ़ का रोगी होना” हो सकता है।
  • मनुष्यों का पशुओं को दुःख देने के लिए जब रोग या मुसीबत भेजी जाती है तो इसका अनुवाद हो सकता है, “दुख देना”
  • प्रकरण के अनुसार “दुःख” का अनुवाद हो सकता है, “मुसीबत” या “रोग” या “कष्ट” या “महाक्लेश”।
  • "क्लेश पाते है" इस वाक्यांश के अनुवाद हो सकते है: "से पीड़ित" या "रोगग्रस्त"

(यह भी देखें: कोढ़, महामारी, दुख उठाना)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H205, H3013, H3905, H3906, H6031, H6039, H6040, H6041, H6862, H6869, H6887, H7451, H7489, G2346, G2347, G3804

दुल्हन, वधू, विवाह

परिभाषा:

दुल्हन वह स्त्री होती है जो विवाह के संस्कार में पुरुष से अर्थात दुल्हें से विवाह करती है।

  • “दुल्हन” शब्द यीशु के विश्वासियों अर्थात कलीसिया के लिए भी रूपक स्वरूप काम में लिया गया है।
  • यीशु को प्रतीकात्मक रूप में कलीसिया का दुल्हा कहा गया है। (देखें: उपमा)

(यह भी देखें: दुल्हा, आराधनालय)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H3618, G35650

दुल्हा, दुल्हे

परिभाषा:

विवाह में दुल्हा पुरुष होता है जो दुल्हन (स्त्री) से विवाह करता है।

  • बाइबल के युग में यहूदी संस्कृति में विवाह संस्कार का केंद्र था, जब दुल्हा अपनी दुल्हन को लेने आता है।
  • बाइबल में यीशु को "दुल्हें" की उपमा दी गई है जो एक दिन अपनी "दुल्हन", कलीसिया को लेने आएगा।
  • यीशु ने अपने शिष्यों की तुलना दुल्हें के मित्रों से की थी। जो दुल्हें के साथ रहते समय उत्सव मनाते हैं परन्तु दुल्हे के चले जाने के बाद दुःखी होते हैं।

(यह भी देखें: दुल्हन)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H2860, G35660

दूत

तथ्य:

“दूत” शब्द का सन्दर्भ उस व्यक्ति से है जिसे मनुष्यों को सुनाने के लिए कोई सन्देश दिया जाता है।

  • प्राचीन युग में सन्देशवाहक को युद्ध क्षेत्र से नगर में भेजा जाता था कि नगर की प्रजा को युद्ध का समाचार सुनाए।
  • स्वर्गदूत एक विशेष सन्देशवाहक होता था जिसे परमेश्वर मनुष्यों को सन्देश देने भेजता था। कुछ अनुवादों में “स्वर्गदूत” का अनुवाद “सन्देश वाहक” भी किया गया है।
  • यूहन्ना बपतिस्मा देनेवाला भी दूत कहलाता था जो यीशु के पहले आया कि मसीह के आगमन का समाचार दे और उसे ग्रहण करने के लिए मनुष्यों को तैयार करे।
  • यीशु के प्रेरित उसके दूत थे कि परमेश्वर के राज्य का शुभ सन्देश मनुष्यों को सुनाए।

(यह भी देखें: स्वर्गदूत, प्रेरित, यूहन्ना (बपतिस्मा देनेवाला))

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H1319, H4397, H4398, H5046, H5894, H6735, H6737, H7323, H7971, G32, G652

दूत, प्रतिनिधि, राजदूत

परिभाषा:

राजदूत वह व्यक्ति है जिसे अधिकार के साथ चुना गया कि विदेशों के साथ संबन्ध रखे। इसका प्रतीकात्मक उपयोग भी किया गया है जिसका अधिक सामान्य अनुवाद “प्रतिनिधि” होता है।

  • दूत या प्रतिनिधि अपने भेजने वाले या अपनी सरकार का सन्देश मनुष्यों तक पहुंचाता है।
  • सामान्यतः दूत उस व्यक्ति के संदर्भ में है जिसे उस व्यक्ति की ओर से कहने या करने का अधिकार प्राप्त होता है जिसने उसे भेजा है।
  • प्रेरित पौलुस ने शिक्षा दी कि विश्वासी मसीह के "राजदूत" या "प्रतिनिधित्व" करते हैं क्योंकि वे इस संसार में मसीह का सन्देश सुनाते हैं।
  • प्रकरण के अनुसार इस शब्द का अनुवाद “अधिकारिक रूप से प्रतिनिधि” या “नियुक्त सन्देशवाहक” या “चुना हुआ प्रतिनिधि” या “परमेश्वर का नियुक्त प्रतिनिधि” हो सकता है।
  • “दूतों का प्रतिनिधित्व” का अनुवाद “कुछ अधिकृत सन्देशवाहक” या “नियुक्त प्रतिनिधियों का समूह” या “सबकी ओर से बोलने वाला अधिकृत दल”

(यह भी देखें: अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करे)

(यह भी देखें: दूत)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H3887, H4135, H4136, H4397, H6735, H6737, G4243

दृढ़ करने, दृढ़ करता, पक्की की, प्रमाण देने

परिभाषा:

“दृढ़ करने” (निश्चित करना) और “प्रमाण देना” कि कोई बात सच है, पक्की है और विश्वासयोग्य है।

  • जब किसी राजा को “पक्का” किया जाता है तो इसका अर्थ है कि प्रजा सहमत है और पुष्टि करती है।
  • किसी की लिखित बात को निश्चित करने का अर्थ है कि लिखी हुई बात सच है।
  • सुसमाचार का “प्रमाण” अर्थात यीशु के बारे में सुसमाचार इस प्रकार सुनाना कि वह सच सिद्ध हो।
  • शपथ को “पक्का करना” अर्थात गंभीरता से कहना या वचनबद्ध होना कि वह बात सच है।
  • इन शब्दों के अनुवाद “सच कहना” या “विश्वासयोग्य सिद्ध करना” या “सहमत होना” या “विश्वास दिलाना” या “प्रतिज्ञा करना” हो सकते हैं परन्तु उन्हें प्रकरण के अनुसार होना है।

(यह भी देखें: वाचा, शपथ, भरोसा)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H553, H559, H1396, H3045, H3559, H4390, H4672, H5414, H5975, H6213, H6965, G950, G951, G1991, G2964, G3315, G4300, G4972

दृढ़गढ़ , सुदृढ़ीकरण, गढ़, शहरपनाह

परिभाषा:

“दृढगढ़” या "गढ़" दोनों ही शब्द उन स्थानों के सन्दर्भ में हैं जो बैरियों की सेना के आक्रमण में सुरक्षित होते हैं । "दुर्ग" शहर के भीतर स्थित गढ़ है। "सुदृढीकृत" उस नगर या स्थान के सन्दर्भ में है जिसे हमले से सुरक्षित बनाया गया है।

  • अक्सर, गढ़ों और किले रक्षात्मक दीवारों के साथ मानव निर्मित संरचनाएं थीं। वे प्राकृतिक सुरक्षात्मक अवरोधों के साथ भी हो सकते थे जैसे चट्टानों या उच्च पहाड़ों से।
  • लोगों ने दृढगढ़ों को मोटी दीवारों या अन्य संरचनाओं के निर्माण से ऐसा बनाया था कि शत्रु के लिए उसे भेद कर प्रवेश करना कठिन हो।
  • “गढ़” या “दृढ़गढ़” का अनुवाद हो सकता है “सुरक्षित दृढ़ स्थान” या “दृढ़ सुरक्षा का स्थान”।
  • शब्द "गढ़वाले शहर" का अनुवाद "सुरक्षित रूप से संरक्षित शहर" या "दृढ़ता से निर्मित शहर" के रूप में किया जा सकता है।
  • "दृढगढ़" का एक और लाक्षणिक अर्थ है, ऐसी वस्तु जिस पर मनुष्य ने सुरक्षा के लिए झूठा भरोसा रखा है, जैसे झूठे देवी-देवता या यहोवा के स्थान में किसी अन्य वस्तु की उपासना करना। इसका अनुवाद हो सकता है, "झूठे दृढगढ़।"
  • इस शब्द का अनुवाद "शरणस्थान" से भिन्न होना आवश्यक है जिसका भावार्थ दृढ़ता की अपेक्षा सुरक्षा से है

(यह भी देखें: झूठे देवता, मूर्ति, शरण, यहोवा)

बाइबल के सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H490, H553, H759, H1001, H1002, H1003, H1219, H1225, H2388, H4013, H4026, H4581, H4526, H4679, H4685, H4686, H4692, H4693, H4694, H4869, H5794, H5797, H5800, H6438, H6877, H7682, G3794, G3925

देखरेख, पर्यवेक्षण, पर्यवेक्षक, अध्यक्ष, पर्यवेक्षक, रखवाला

परिभाषा:

"अध्यक्ष" शब्द उस व्यक्ति के संदर्भ में है जो मनुष्यों के कामों और कल्याण का प्रभारी है। बाइबल में, अक्सर "रखवाला" शब्द का अर्थ"अध्यक्ष" है।"

  • पुराने नियम में अध्यक्ष का कार्य था कि अपने कर्मचारियों से अच्छा काम करवाए।
  • नये नियम में यह शब्द आरंभिक कलीसिया के अगुवों के संदर्भ में था। उनका कार्य था कि कलीसिया की आत्मिक आवश्यकताओं को पूरा करें और सुनिश्चित करें कि विश्वासियों को उचित बाइबल की शिक्षा दी जाए।
  • पौलुस अध्यक्ष को चरवाहा कहता है जो स्थानीय कलीसिया में विश्वासियों की सुधि लेता है क्योंकि कलीसिया उसकी "भेड़ें" हैं।
  • एक चरवाहे के सदृश्य अध्यक्ष अपनी भेड़ों की रक्षा करता है। वह झूठी आत्मिक शिक्षा तथा अन्य बुरे प्रभावों से अपनी कलीसिया की रक्षा करता है।
  • नये नियम में “अध्यक्ष”, "प्राचीनों" तथा “रखवाले/चरवाहे” आत्मिक अगुओं का बोध कराने के लिए विभिन्न शब्द हैं।

अनुवाद के सुझाव

  • इस शब्द के अन्य अनुवाद हो सकते हैं, “पर्यवेक्षक” या “प्रभारी” या “प्रबन्धक”
  • परमेश्वर के लोगों के स्थानीय समुदाय के संदर्भ में इस शब्द का अनुवाद एक ऐसे शब्द या उक्ति से किया जा सकता है जिसका अर्थ हो, “आत्मिक पर्यवेक्षक” या “विश्वासी समुदाय की आत्मिक आवश्यकताओं की सुधि लेनेवाला” या “कलीसिया की आत्मिक आवश्यकताओं का पर्यवेक्षक करनेवाला मनुष्य”

(यह भी देखें: कलीसिया, प्राचीन, पासवान, चरवाहा)

बाइबल संदर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रांग'स: H5329, H6485, H6496, H7860, H8104, G1983, G1984, G1985

देवदारू,देवदारू की लकड़ी

परिभाषा:

“देवदारू” एक बड़ा पेड़ होता है जिसकी लकड़ी लाल-भूरे रंग की होती है। अन्य देवदार प्रजाति के वृक्षों के समान इसके नुकीले पत्ते होते हैं और शंकु जैसे फल होते हैं।

  • पुराने नियम में लबानोन के संबन्ध में देवदारू वृक्षों की चर्चा की गई है, वहां ये वृक्ष बहुतायत से पाए जाते थे।
  • यरूशलेम के मन्दिर के निर्माण में देवदारू की लकड़ी काम में ली गई थी।
  • इसका उपयोग बलि चढ़ाने और शुद्धिकरण के चढ़ावों में किया जाता था।

(यह भी देखें: सनौबर, शुद्ध, बलि, मन्दिर)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H730

दोष लगाना, दोष लगाया, आरोप लगाने वाला, आरोप

परिभाषा:

“दोष लगाना” या “आरोप” अर्थात् किसी अनुचित कार्य का दोष किसी पर लगाना। किसी पर दोष लगाने वाले को “आरोप लगाने वाला” कहते हैं।

  • झूठा दोष अर्थात किसी पर लगाया गया दोष सच नहीं है जैसे यहूदी अगुओें ने यीशु पर अनुचित काम करने का झूठा दोष लगाया था।
  • नये नियम की पुस्तक, प्रकाशितवाक्य में शैतान को “आरोप (दोष) लगाने वाला” कहा गया है।

बाइबल संदर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रांग'स: H3198, H6818, G14580, G21470, G25960, G27240

दोष, निर्दोष, कलंक

तथ्य

“दोष” अर्थात पशु या मनुष्य में शारीरिक दोष या विकलांगता। इसका संदर्भ मनुष्यों में आत्मिक असिद्धता एवं दोष से भी है।

  • कुछ बलियों में परमेश्वर की आज्ञा थी कि बलि पशु निर्दोष एवं निष्कलंक हो।
  • यह मसीह यीशु की निष्पाप एवं सिद्ध बलि का चित्रण है।
  • मसीह के विश्वासी यीशु के लहू द्वारा पापों से शुद्ध किए गए हैं और निष्कलंक माने गए हैं।
  • प्रकरण के अनुसार इस शब्द के अनुवाद हो सकते हैं, “दोष” या “असिद्धता” या “पाप”।

(यह भी देखें: विश्वास, शुद्ध, बलिदान, पाप)

बाइबल सन्दर्भ

शब्द तथ्य

  • स्ट्रोंग्स: H3971, H8400, H8549, G34700

दोषबलि, दोषबलियों

परिभाषा:

दोषबलि,एक ऐसी बली या भेंट थी जो परमेश्वर ने इस्राएल के लिए निर्धारित किया था जब अनजाने में वे परमेश्वर के अपमान या किसी की सम्पदा की हानि जैसा अनर्थ कर बैठें।

  • इस बलि में पशु चढ़ाया जाता था और सोने या चांदी की मुद्रा में भुगतान किया जाता था।
  • इसके अतिरिक्त दोषी मनुष्य की क्षतिपूर्ति करनी होती थी।

(यह भी देखें: होमबलि, अन्नबलि, बलिदान, पाप बलि)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H817

दौड़ना, धावक, उतावली की, शीघ्र गया, विसर्जित हुए, बहता है

परिभाषा:

"दौड़ना" का शाब्दिक अर्थ है "पैरों के सहारे तीव्र गति से बढ़ना", प्रायः चलने की गति से कहीं अधिक गति|

"दौड़ना" का मुख्य अर्थ लाक्षणिक अभिव्यक्तियों में भी प्रयोग किया जाता है, जैसे निम्नलिखित हैं:

  • "पुरूस्कार जीतने के लिए दौड़ना" इसका सन्दर्भ परमेश्वर की इच्छा कीपूरती में यत्नशील रहना जैसे कि जीतने के लिए दौड़ने में यत्न करना|
  • "आज्ञाओं के मार्ग में दौड़ना"- अर्थात, परमेश्वर की आज्ञाओं को सहर्ष एवं अति शीघ्र मानना|
  • "देवताओं के पीछे भागना" अर्थात, देवी-देवताओं की उपासना के लिए हाथ करना|
  • "तेरी शरण में ओट हो जाने के लिए मैं भागता हूँ" अर्थात, कठिनाइयों में शरण एवं सुरस्क्षा के लिए अति शीघ्र परमेश्वर के पास आ जाना|
  • पानी और अन्य तरल पदार्थ जैसे, आंसू, लहू, पसीना और नदियाँ "बहती" हैं इनका अनुवाद हो सकता है, "प्रवाहित होना|"
  • किसी देश या क्षेत्र की सीमा के लिए कहा जाता है, नदी या किसी और देश की सीमा के साथ "चलती है|" इसका अनुवाद हो सकता है, उस देश की सीमा नदी के साथ या किसी देश विशेष के "साथ लगी है," या कहा जा सकता है, वह देश नदी के किनारे है या किसी देश विशेष की "सीमा से जुड़ा है|"
  • नदियाँ और झरने "सूख गए हैं|" इसका अर्थ है, उनमें अब पानी नहीं है| इसका अनुवाद हो सकता है, "निर्जल हो गए हैं" या "शुष्क हो गए हैं"
  • पर्व के दिन "अपना क्रम पूरा करते हैं" अर्थात. "वे पूरे होते हैं" या "संपन्न हुए" या "समाप्त होते हैं|"

(यह भी देखें: झूठे देवता, यत्न करना, शरण, फिरना)

बाइबल के सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H0213, H0386, H1065, H1272, H1556, H1980, H2100, H2416, H3001, H3212, H3332, H3381, H3920, H3988, H4422, H4754, H4794, H4944, H5074, H5127, H5140, H5472, H5756, H6437, H6440, H6544, H6805, H7272, H7291, H7310, H7323, H7325, H7519, H7751, H8264, H8308, H8444, G04130, G13770, G16010, G15300, G15320, G19980, G27010, G37290, G40630, G43700, G43900, G48900, G49360, G51430, G52400, G52950, G53430

धक्का देना, धक्का दिया, धक्का

परिभाषा:

“धक्का देना” अर्थात बल लगाकर किसी वस्तु को हटाना। इस शब्द के प्रतीकात्मक अर्थ भी हैं।

  • “धक्का देने” का अर्थ है, “त्यागना” या “सहायता करने से इन्कार करना”।
  • “दबाना” अर्थात “अत्याचार करना” या “सताना” या “हराना”। इसका अर्थ यह भी है कि कोई वास्तव में धरती पर गिराया गया है।
  • किसी को “बाहर धकेल देना” अर्थात किसी से “पीछा छुड़ाना” या “दूर भेज देना”।
  • “आगे बढ़ना” अर्थात् किसी काम को सुरक्षित रखना या “उचित एवं सुरक्षित का आगास न होते हुए किसी काम को करते चले जाना”।

(यह भी देखें: अत्याचार करना, सताना, परित्याग)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H1556, H1760, H1792, H3276, H3423, H3728, H5055, H5056, H5186, H8804, G683, G4261

धनुर्धारी, धनुर्धारियों

परिभाषा:

“धनुर्धारी” धनुष और तीर को हथियार स्वरूप काम में लेने में सक्षम व्यक्ति।

  • बाइबल में धनुर्धारी एक सिपाही है जो सेना में धनुष और तीर का उपयोग करता है।
  • धनुर्धारी अश्शूरों के सेना का महत्वपूर्ण भाग थे।
  • कुछ भाषाओं में इसके लिए अपना शब्द होगा जैसे “धनुर्धर”

(यह भी देखें: अश्शूर)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H1167, H1869, H2671, H2686, H3384, H7198, H7199, H7228

धनुष और तीर, धनुष

परिभाषा:

यह एक धनुषाकार हथियार से तीर चलानेवाला शस्त्र है। बाइबल के युग में इसका उपयोग बैरी की सेना से लड़ने में किया जाता था और खाने के लिए पशुओं को मारने में भी किया जाता था।

  • धनुष लकड़ी, हड्डी, धातु या अन्य कठोर वस्तु से जैसे हिरण मृगश्रृड्ग से बनाया जाता था। वह रस्सी या तांत या लता के द्वारा बान्ध कर धनुषाकार बनाया जाता था।
  • तीर एक पतली डंडी होता है जिसका एक सिरा नुकीला होता था। प्राचीन युग में तीर विभिन्न वस्तुओं से बनाये जाते थे जैसे लकड़ी, हड्डी, पत्थर या धातु से।धनुष और तीर सामान्यतः शिकारियों तथा योद्धाओं द्वारा काम में लिए जाते थे।
  • बाइबल में "तीर" का उपयोग प्रतीकात्मक रूप में शत्रु के आक्रमण या परमेश्वर के दण्ड के लिए भी किया गया है।

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H2671, H7198, G5115

धर्मोपदेश, शिक्षा, सिखाई, ज्ञान, जान सकें

परिभाषा:

“धर्मोपदेश” का अर्थ है "शिक्षा देना"। यह प्रायः धार्मिक शिक्षा के संदर्भ में है।

  • मसीही शिक्षा के संदर्भ में “धर्मोपदेश” के विषय हैं, पिता, पुत्र, और पवित्र-आत्मा, उसका व्यक्तित्व गुण और सब कार्य।
  • इसका अर्थ यह भी है कि परमेश्वर द्वारा विश्वासियों को पवित्र जीवन जीने की शिक्षा देना कि परमेश्वर का महिमान्वन हो।
  • शब्द "धर्मोपदेश" कभी-कभी झूठी या सांसारिक धार्मिक शिक्षाओं का उल्लेख करने के लिए भी प्रयोग किया जाता है जो मनुष्यों से आते हैं। प्रकरण से इसका अर्थ स्पष्ट होता है।
  • इस शब्द का अनुवाद "शिक्षा" हो सकता है।

(यह भी देखें: शिक्षा देना)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रांग'स: H3948, G1319, G1322, G2085

धीरज धरना, धीरज

परिभाषा:

“धीरज धरना” अर्थात् “लम्बा समय बिताना या किसी कठिनाई को सहबं शक्ति की पराकाष्ठा तक सहन करना.”

  • इसका अर्थ यह भी है कि परीक्षा के समय हिम्मत न हारना वरन दृढ़ रहना.
  • “धीरज” शब्द का अर्थ “सहनशीलता” या “परीक्षा में सहनशील बने रहना” या “सताव में सहनशीलता दिखाना.”
  • विश्वासियों को प्रोत्साहित किया गया है कि “अन्त तक धीरज धरे रहें” अर्थात् उनसे कहा गया है कि यीशु का आज्ञापालन करें चाहे इसके कारण उन्हें दुख भी उठाना पड़े.
  • “क्लेश सहने” का अर्थ, “दुख उठाना” भी हो सकता है.

अनुवाद के सुझाव:

  • “धीरज से सहते रहना” के अनुवाद रूप हो सकते हैं, “डटा रहना” या “विश्वास करते रहना” या “परमेश्वर जो चाहता है वह करते रहना” या “दृढ़ खड़े रहना."
  • कुछ संदर्भों में “धीरज से सहने” का अनुवाद हो सकता है, “अनुभव करना” या “भोगना.”
  • दीर्घकालीन अभिप्राय में “सहन” का अनुवाद हो सकता है, “लम्बे समय रहना” या “होते रहना.” “सहन नहीं करे” का अनुवाद हो सकता है “सदैव नहीं रहेगा” या “अस्तित्व में नहीं रहेगा.”
  • “धीरज” के अनुवाद रूप हो सकते हैं, “दृढ़ता” या “विश्वास करते रहना” या “विश्वासयोग्य बने रहना.”

(यह भी देखें: धीरज)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H386, H3201, H3557, H5331, H5375, H5975, G430, G907, G1526, G2005, G2076, G2594, G3306, G4722, G5278, G5281, G5297, G5342

धीरज धरना, धीरज

परिभाषा:

“धीरज धरना” और “धीरज” का अर्थ है किसी काम को करते रहना चाहे वह बहुत कठिन या लम्बा समय क्यों न लेनेवाला हो।

  • धीरज धरने का अर्थ यह भी हो सकता है कि मसीह के जैसा व्यवहार करना चाहे कठिन परीक्षाओं या परिस्थितियों में हो।
  • “धीरज धरने वाला” मनुष्य वह है जो अपने अनिवार्य काम को करता रहता है जो उसे करना चाहिए चाहे वह कष्टकारी या दुःखदायी ही क्यों न हो।
  • परमेश्वर की शिक्षाओं पर चलते रहने में धीरज धरने की आवश्यकता होती है, विशेष करके तब जब झूठी शिक्षाओं का बोलबाला हो।
  • यहां सावधान रहें कि “हठ” शब्द का उपयोग न करें क्योंकि इसका अर्थ नकारात्मक है।

(यह भी देखें: धीरज धरना, परीक्षा)

बाइबल संदर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: G31150, G43430, G52810

धीरजवन्त, धीरज, अधीर

परिभाषा:

“धीरजवन्त” और “सहनशीलता” शब्द कठिन परिस्थितियों में दृढ़ खड़े रहने के संदर्भ में है। “धीरज धरना” में प्रायः प्रतीक्षा करना होता है।

  • किसी के साथ धीरजवन्त होने का अर्थ है उससे प्रेम करना और उसकी गलतियों को क्षमा कर देना।
  • बाइबल में परमेश्वर के लोगों को शिक्षा दी गई है कि वे कठिनाइयों में धीरज धरें वरन एक दूसरे के साथ सहनशील व्यवहार करें ।
  • अपनी दया के कारण परमेश्वर मनुष्यों के साथ धीरजवन्त है जबकि वे दण्ड के योग्य पापी हैं।

(यह भी देखें: सहन करना, क्षमा करना, धीरज धरना)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H750, H753, H2342, H3811, H6960, H7114, G420, G463, G1933, G3114, G3115, G3116, G5278, G5281

धूप

परिभाषा:

"धूप" का सन्दर्भ उस सुगन्धित मिश्रण से है जिसे जलाने पर मनमोहक सुगंध उठती है।

  • परमेश्वर ने इस्राएलियों को आज्ञा दी थी कि वे उसके लिए भेट स्वरूप धूप जलाया करे।
  • यह विशेष धूप परमेश्वर के निर्देश अनुसार पाँच विशिष्ट सुगन्धित द्रव्यों को बराबर मात्रा में मिलाकर बनाया जाता था। यह धूप पवित्र होता था इस कारण इसे अन्य किसी भी उद्देश्य के निमित्त काम में लेना वर्जित था।
  • "धूप की वेदी" यह एक विशेष वेदी थी जो केवल धूप जलाने के लिए थी।
  • दिन में चार बार, जब मन्दिर में प्रार्थना की जाती थी तब धूप जलाना अनिवार्य था। जब-जब होमबली चढाई जाती थी तब-तब धूप भी जलाई जाती थी।
  • धूप जलाने का अभिप्राय था, परमेश्वर के लोगों की प्रार्थना और उपासना उसके धुए के द्वारा परमेश्वर तक जाती है।
  • "धूप" का अनुवाद हो सकता है: "सुगन्धित द्रव्य" या "सुगन्धित पौधें"

(यह भी देखें: धूप जलाने की वेदी, होमबलि, लोबान)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H2553, H3828, H4196, H4289, H5208, H6988, H6999, H7002, H7004, H7381, G23680, G23690, G23700 , G23790, G30310

धूप जलाने की वेदी, धूप वेदी

तथ्य:

धूप जलाने की वेदी वह स्थान था जहां याजक परमेश्वर को भेंट चढ़ाने के लिए धूप जलाता था। उसे सोने की वेदी भी कहते थे।

धूप जलाने की वेदी लकड़ी की बनी हुई थी और उस पर सोना चढ़ा हुआ था। उसकी लम्बाई और चौड़ाई आधा-आधा मीटर की थी तथा ऊंचाई एक मीटर की थी।

  • पहले वह मिलापवाले तम्बू के भीतर थी। उसके बाद उसे मन्दिर में लाया गया था।
  • याजक प्रतिदिन सुबह-शाम उस पर धूप जलाता था।
  • इसका अनुवाद “धूप जलाने की वेदी” या सोने की वेदी” या “धूप जलाने वाली” या “धूप की मेज” किया जा सकता है।

(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)

(यह भी देखें: धूप)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H4196, H7004, G23680, G23790

धूर्त , चतुरता

परिभाषा:

शब्द "धूर्त" एक ऐसे व्यक्ति का वर्णन करता है जो बुद्धिमान और चालाक है, खासकर व्यावहारिक मामलों में।

  • इस शब्द का अर्थ प्रायः नकारात्मक होता है क्योंकि इसमें स्वार्थ छिपा होता है।
  • धूर्त मनुष्य अन्यों की अपेक्षा स्वयं का लाभ खोजता है।
  • इस शब्द का अनुवाद “चालाक” या “चतुर” या “कुशल व्यवहार” या “प्रवीण” हो सकता है प्रकरण के अनुसार।

बाइबल के सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H2450, H6175, G5429

धोखा, धोखा देनेवाले, धोखा दिया, छलता, छली, धोखेबाज, धोखेबाजों, छलपूर्ण, धूर्तता से, छल में, छलता, छली

परिभाषा:

“धोखा” अर्थात असत्य पर विश्वास दिलाना। किसी को धोखा देने का काम “छल” कहलाता है।

  • एक और शब्द, “धोखेबाजी” भी किसी को कुछ ऐसा विश्वास करने का कार्य करता है जो सत्य नहीं है।
  • किसी को झूठी बात में विश्वास दिलानेवाले को धोखा करने वाला कहते हैं। उदाहरणार्थ शैतान को धोखा देनेवाला कहा गया है। उसकी दुष्टात्माएं भी धोखा देने वाली हैं।
  • व्यक्ति, कार्य या सन्देश जो असत्य है, उसे "धोखा देनेवाला" कहते हैं।
  • “छल” और “धोखा” का अर्थ एक ही है परन्तु उनके उपयोग में कुछ अन्तर है।
  • व्याख्यात्मक शब्द “छली” और “धोखा देनेवाला” के अर्थ एक ही हैं और एक ही प्रकरण में काम में लिए जाते हैं।

अनुवाद के सुझाव:

  • “धोखा” के अनुवाद के अन्य रूप “झूठ बोलना” या “झूठा विश्वास दिलाना” या “किसी को असत्य पर विचार करवाना”।
  • “धोखा देना” का अनुवाद “झूठ पर विचार करने हेतु प्रेरित करना” या “झूठ कहना” या “चाल चलना” या “मूर्ख बनाना” या “पथभ्रष्ट करना” हो सकता है।
  • “धोखा देने वाला” का अनुवाद “झूठा” या “पथभ्रष्ट करने वाला” या “छलनेवाला”हो सकता है।
  • प्रकरण पर निर्भर करके, “छल” या “धोखा” ऐसे शब्दों में अनुवाद किया जा सकता है जिनका अर्थ “मिथ्यात्व” या “झूठ” या “प्रवंचना” या “छल-कपट” हो।
  • “छली” या “धोखा देने वाला” का अनुवाद हो सकता है, “असत्यवादी” या “पथभ्रष्ट करने वाला” या “झूठ बोलने वाला” कि एक ऐसे मनुष्य का वर्णन किया जाए जो कहने और करने में मनुष्य को असत्य में विश्वास दिलाए।

(यह भी देखें: सच्ची)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रांग'स: H898, H2048, H3577, H3584, H3868, H4123, H4820, H4860, H5230, H5377, H5558, H6121, H6231, H6601, H7411, H7423, H7683, H7686, H7952, H8267, H8496, H8582, H8591, H8649, G538, G539, G1386, G1387, G1388, G1818, G3884, G4105, G4106, G4108, G5422, G5423

ध्यान, ध्यान करता, ध्यान

परिभाषा:

“बिचवई” अर्थात किसी बात पर सावधानी-पूर्वक और गहन चिन्तन करना।

  • बाइबल में इस शब्द का उपयोग प्रायः परमेश्वर और उसकी शिक्षाओं पर विचार करने के लिए काम में किया गया है।
  • भजन 1 में लिखा है कि वह मनुष्य जो “दिन रात” परमेश्वर की व्यवस्था पर मनन करता है, धन्य है।

अनुवाद के सुझाव:

  • “बिचवई” का अनुवाद हो सकता है, “सावधानी-पूर्वक गहन चिन्तन करना” या “ध्यान-मग्न होकर गहन विचार करना” या “बार-बार सोचना”।
  • इसका संज्ञा रूप है, “ध्यान” और इसका अनुवाद “गहन विचार” हो सकता है। “मेरे मन के विचार” का अनुवाद हो सकता है, “मैं जिसका गहन चिन्तन करता हूं” या “मै अक्सर किस बारे में सोचता हूँ”।

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H1897, H1900, H1901, H1902, H7742, H7878, H7879, H7881, G3191, G4304

नम्र, नम्रता

परिभाषा:

“नम्र” शब्द उस मनुष्य को दर्शाता है जो विनम्र, आज्ञाकारी और अन्याय का सहनेवाला है। नम्रता दीनता की क्षमता है जब कठोरता और बल प्रयोग किया जाए।

  • नम्रता प्रायः दीनता के साथ जुड़ी रहती है।
  • इस शब्द का अनुवाद “उदार” या “विनीत” या “मृदुस्वभाव” किया जा सकता है।
  • “नम्रता” का अनुवाद “सौम्यता” या “विनम्रता” किया जा सकता है।

(यह भी देखें: दीन)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H6035, H6037, G4235, G4236, G4239, G4240

नया चाँद, नये चाँद

परिभाषा:

“नया चाँद” शब्द का सन्दर्भ चाँद की उस स्थिति से है जब वह अर्धचंद्र-आकार सा प्रकाश की चमक प्रकट करता। यह सूर्यास्त से आरम्भ होकर पृथ्वी की परिक्रमा में चाँद की प्रथम कला है। इसका सन्दर्भ कुछ दिन की अंधेरी रात के बाद चाँद के प्रकट होने के पहले दिन से है।

  • प्राचीन युग में नया चांद निश्चित समयोँ के आरंभ का द्योतक था, जैसे महीनों के आरंभ का।
  • इस्राएली नये चांद का पर्व मनाते थे जिसकी पहचान नरसिंगा फूंकने से होती थी।
  • बाइबल में इस समय को “महीने का आरंभ” माना गया है।

(यह भी देखें: महीने, पृथ्वी, पर्व, सींग, भेड़)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H2320, G3376, G3561

नरकट

तथ्य:

“नरकट” पानी में उगनेवाली एक लम्बी डंडी की घास होती है। जो प्रायः नदी या झरने के तट पर पाई जाती है।

  • नील नदी के तट पर उगनेवाले नरकट जिनमें शिशु मूसा को छिपाया गया था, उन्हें “कांसे” भी कहा गया है। वह नदी के पानी में घने उगते थे। इनके डंडे लम्बे और खोखले होते थे।
  • प्राचीन मिस्त्र में इस घास से कागज, टोकरियां और छोटी नावें बनाई जाती थी।
  • नरकट के डंडे नरम होने के कारण हवा में झुक जाते थे।

(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद)

(यह भी देखें: मिस्र, मूसा, नील नदी)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H0098, H0100, H0260, H5488, H6169, H7070, G25630

नष्ट करना, खंडहर, नष्ट हो गया

परिभाषा:

“नष्ट करना” अर्थात लूटना, विनाश करना, या निकम्मा कर देना। “खण्डहर” या “खण्डहरों” नष्ट किए गए मलबे या नष्ट किए गए अवशेषों के सन्दर्भ में हैं।

  • भविष्यद्वक्ता सपन्याह ने परमेश्वर के प्रकोप के दिन को “विनाश का दिन” कहा था, जब संसार का न्याय किया जाएगा और दण्ड दिया जाएगा।
  • नीतिवचन की पुस्तक में लिखा है कि अभक्तों का प्रत्याशित प्रतिफल विनाश एवं मृत्यु है।
  • प्रकरण के अनुसार, “नष्ट करना” का अनुवाद “ध्वंस करना” या “खण्डहर कर देना” या “निकम्मा कर देना” या “तोड़ देना” किया जा सकता है।
  • “खण्डहर” या “खण्डहरों” का अनुवाद प्रकरण के अनुसार “मलबा” या “ध्वंस ईमारतें” या “नष्ट किया गया नगर” या “विनाश” या “तोड़फोड़” या “सर्वनाश” हो सकता है।

बाइबल के सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H0006, H1197, H1530, H1820, H1942, H2034, H2040, H2717, H2719, H2720, H2723, H2930, H3510, H3765, H3782, H3832, H4072, H4288, H4384, H4654, H4876, H4889, H5221, H5327, H5557, H5754, H5856, H7451, H7489, H7582, H7591, H7612, H7701, H7703, H7843, H8047, H8074, H8077, H8414, H8510, G26790, G26920, G36390, G44850

नागरिक, नागरिकता

परिभाषा:

नागरिक उस मनुष्य को कहते हैं जो किसी नगर, देश या राज्य में रहता है। अर्थात जो उस स्थान का अधिकृत निवासी माना जाता है।

  • सन्दर्भ के अनुसार, इसका अनुवाद, “निवासियों” या “आधिकारिक निवासी” भी किया जा सकता है।
  • निवासी एक क्षेत्र में रहता है जो किसी राज्य का एक भाग हो सकता है जिस पर राजा या सम्राट या शासक राज करता है। उदाहरणार्थ, पौलुस रोमी नागरिक था, रोम के अनेक प्रान्त थे, पौलुस इनमें से एक प्रान्त में रहता था।
  • प्रतीकात्मक रूप में यीशु के विश्वासी स्वर्ग के नागरिक कहलाते हैं, अर्थात वे एक दिन वहां होंगे। किसी देश के नागरिकों के समान विश्वासी परमेश्वर के राज्य के नागरिक हैं।

(देखें: राज्य, पौलुस, प्रान्त, रोम)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H6440, G4175, G41770, G48470

नाम लिखाई

परिभाषा:

“नाम लिखाई (जनगणना)” किसी देश या साम्राज्य में नागरिकों की औपचारिक गणना करना।

  • पुराने नियम के अभिलेखों में उन समयों का उल्लेख किया गया है जब परमेश्वर ने इस्राएल के पुरूषों की गिनती करने का आदेश दिया था जैसे जब इस्राएलियों ने मिस्र से पलायन किया था और दूसरी बार जब वे कनान में प्रवेश करने पर थे।
  • जनगणना का उद्देश्य प्रायः यह होता था कि कर भुगतान करने के लिए मनुष्यों की संख्या ज्ञात हो।
  • उदाहरणार्थ, निर्गमन की पुस्तक में एक बार पुरुषों की गिनती की गई थी कि प्रत्येक पुरुष मन्दिर के रखरखाव के लिए आधा शेकेल कर दे।
  • जब यीशु शिशु ही था तब रोमी प्रशासन ने जनगणना करवाई थी कि अपने संपूर्ण साम्राज्य की जनसंख्या ज्ञात करके कर अनिवार्य किया जाए।

अनुवाद के सुझाव

  • इस उक्ति का संभावित अनुवाद हो सकता है, “नाम गिनना” या “नामों की सूचि” या “पंजीकरण”।
  • “नाम लिखाई करवाना” इस उक्ति का अनुवाद हो सकता है, “जनता के नाम पंजीकृत करना” या “मनुष्यों का पंजीकरण करना” या “मनुष्यों के नाम लिखकर रखना”।

(यह भी देखें: जाति, रोम)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H3789, H5674, H5921, H6485, H7218, G582, G583

नामधराई, लज्जा, शर्म, शर्मपूर्ण, शर्मपूर्णता से, शर्महीनता, शर्महीनता से,लज्जित, लज्जित नहीं

परिभाषा:

“लज्जा” शब्द नीचा दिखलाना या अपमानित होने की दर्दनाक भावना को संदर्भित करता है जो एक व्यक्ति को लगता है जब वे कुछ ऐसा करते हैं जो दूसरों को अपमानपूर्ण या अनुचित मानते हैं।

  • कुछ ऐसा काम जो “लज्जाजनक बात” अर्थात “अनुचित” या “अपमानजनक” हो।
  • “लज्जित” शब्द का अर्थ है किसी लज्जाजनक या अनुचित कार्य को करने पर मनुष्य के मन में उत्पन्न भावना है।
  • शब्द "अपमानित" का अर्थ है किसी को शर्मिंदा या अपमानित महसूस कराना, आमतौर पर सार्वजनिक रूप से। किसी को शर्मसार करने के कार्य को "अपमान" कहा जाता है।
  • “लज्जित करना” अर्थात किसी को हरा देना या उसके पापों को प्रकट करना कि उसे अपने पर लज्जा आए।
  • किसी की "निंदा करना" का अर्थ है कि उस व्यक्ति के चरित्र या व्यवहार की आलोचना या अस्वीकृति है।
  • वाक्यांश "शर्मिंदा किया" का अर्थ है लोगों को हराना या उनके कार्यों को उजागर करना ताकि वे खुद को शर्मिंदा महसूस करें। भविष्यद्वक्ता यशायाह यह कहता है कि जो मूर्तियां बनाते हैं और मूर्तिपूजा करते हैं वे लज्जित किए जाएंगे।
  • "लज्जाजनक" शब्द का इस्तेमाल किसी पापी कृत्य या उसे करने वाले व्यक्ति का वर्णन करने के लिए किया जा सकता है। जब कोई व्यक्ति कुछ पाप करता है, तो यह उसके अपमान या अपमान की स्थिति में हो सकता है।
  • कभी-कभी अच्छा काम करने वाले व्यक्ति के साथ ऐसा व्यवहार किया जाता है जिससे उसे अपमान या लज्जा का कारण बनता है। उदाहरण के लिए, जब यीशु को एक क्रूस पर मार दिया गया था, तो यह मरने का एक अपमानजनक तरीका था। यीशु ने इस अपमान के लायक कुछ भी गलत नहीं किया था।
  • जब परमेश्वर किसी को नम्र करता है, तो इसका मतलब है कि वह एक घमंडी व्यक्ति को असफलता का अनुभव करा रहा है, जिससे वह उसके घमंड को दूर करने में मदद कर सके। यह किसी को अपमानित करने से अलग है, जो अक्सर उस व्यक्ति को चोट पहुंचाने के लिए किया जाता है।
  • यह कहना कि यह व्यक्ति "तिरस्कार के ऊपर" या "तिरस्कार से परे" या "तिरस्कार के बिना" है, जिसका अर्थ है कि यह व्यक्ति परमेश्वर का सम्मान अपने व्यवहार से करता है और उसकी आलोचना में बहुत कम या कुछ भी नहीं कहा जा सकता है।

अनुवाद के सुझाव:

  • "अपमान" का अनुवाद करने के तरीके में "लज्जा" या "अनादर" शामिल हो सकता है।
  • "अपमानजनक" का अनुवाद करने के तरीके में "लज्जाजनक" या "अनादर करना" शामिल हो सकता है।
  • "अपमानित" करने के लिए भी "लज्जा" या "शर्म महसूस करने का कारण" या "शर्मिंदा" के रूप में अनुवाद किया जा सकता है।
  • संदर्भ के आधार पर, "निरादर" का अनुवाद करने के तरीके में "लज्जा" या "अपमानजनक" या "अपमान" शामिल हो सकता है।
  • "निन्दा करना" शब्द का अनुवाद "दोषारोपण" या "लज्जा" या "अपमान" के रूप में भी किया जा सकता है।
  • संदर्भ के आधार पर "निन्दा करना" का अनुवाद "डाँटना" या "आरोप लगाना" या "आलोचना करना" के रूप में भी किया जा सकता है।

(यह भी देखें: अनादर, दोष लगाना, डांटना, झूठे ईश्वर, दीन, यशायाह, आराधना)

बाइबल संदर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रांग'स : H937, H954, H955, H1317, H1322, H1421, H1442, H1984, H2490, H2616, H2617, H2659, H2778, H2781, H2865, H3001, H3637, H3639, H3640, H3971, H5007, H5034, H5039, H6030, H6031, H6172, H6256, H7022, H7034, H7036, H7043, H7511, H7817, H8103, H8213, H8216, H8217, H8589, G149, G152, G153, G410, G422, G423, G808, G818, G819, G821, G1788, G1791, G1870, G2617, G3059, G3679, G3680, G3681, G3856, G5014, G5195, G5196, G5484

नाश करना, विनाश, नाश करनेवाला, सत्यानाश करना

परिभाषा:

"नष्ट करना," इस उक्ति का अर्थ है, किसी वास्तु को पूर्णतः ध्वंस कर देना कि उसका अस्तित्व ही मिट जाए। “नाश करनेवाला” अर्थात “विनाश ढाने वाला मनुष्य”।

  • पुराने नियम में इस शब्द का उपयोग प्रायः मनुष्यों का नाश करनेवालों के लिए काम में लिया गया है, जैसे आक्रमण करने वाली सेना।
  • जब परमेश्वर ने मिस्र के एक पहिलौठों को मार डालने के लिए स्वर्गदूत भेजा था तब उस स्वर्गदूत को “पहिलौठे का नाश करनेवाला कहा गया है” इसका अनुवाद हो सकता है, “वह स्वर्गदूत जिसने पहिलौठे पुत्रों का नाश किया”।
  • प्रकाशितवाक्य की पुस्तक में अन्त समय के संबन्ध में शैतान या किसी दुष्टात्मा को “नाश करनेवाला” कहा गया है। वही “नाश करने वाला” है क्योंकि उसका उद्देश्य परमेश्वर द्वारा सृजित सब वस्तुओं का नाश करना है।

(यह भी देखें: स्वर्गदूत, मिस्र, पहिलौठा, फसह)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H6, H7, h622, H398, H1104, H1197, H1820, H1826, H1942,H2000, H2015, H2026, H2040, H2254, H2255, H2717, H2718, H2763, H2764, H3238, H3341, H3381, H3423, H3582, H3615, H3617, H3772, H3807,H4191, H4229, H4591, H4658, H4889, H5218, H5221, H5307, H5362, H5420,H5422, H5428, H5595, H5642, H6365, H6789, H6979, H7665, H7667, H7703, H7722, H7760, H7843, H7921, H8045, H8074, H8077, H8316, H8552, G355, G396, G622, G853, G1311, G1842, G2049, G2506, G2507, G2647, G2673, G2704, G3089, G3645, G4199, G5351, G5356

नाश किया, काटकर गिराया

परिभाषा:

“काट दिया जाए” एक मुहावरा है जिसका अर्थ है, मूल समुदाय से अलग किया जाना, देश निकाला देना, या संबन्ध विच्छेद कर देना। इसका संदर्भ पाप के दण्ड के परमेश्वर के कार्य द्वारा घात किया जाना भी हो सकता है।

  • पुराने नियम में परमेश्वर की आज्ञाएं नहीं मानने का परिणाम होता था काटा जाना या परमेश्वर की प्रजा या उसकी उपस्थिति से अलग कर दिया जाना।
  • परमेश्वर ने यह भी कहा था कि वह अन्य जातियों को “नाश किया” या नष्ट कर देगा क्योंकि वे उसकी उपासना नहीं करते थे न ही उसकी आज्ञा का पालन करते थे वरन् वे इस्राएल के शत्रु थे।
  • “रोक दिया” परमेश्वर द्वारा नदी के प्रवाह को रोकने के संदर्भ में भी काम में लिया गया है।

अनुवाद के सुझाव:

  • “काट दिया जाए” का अनुवाद हो सकता है, “देश से निकाल दिया जाए”, या “दूर भेज दिया जाए” या “विच्छेदित कर दिया जाए” या “मार डाला जाए” या “नष्ट कर दिया जाए”।
  • प्रकरण के अनुसार “काट देना” का अनुवाद किया जा सकता है, “नष्ट करना” या “दूर कर देना” या “विच्छेदित करना” या “नाश करना”।
  • प्रवाहित जल काट देने का अनुवाद हो सकता है, “रोक देना” या “जल प्रवाह रोक देना” या “जल विभाजित कर देना”।
  • चाकू द्वारा किसी वस्तु को काटने का अर्थ इस शब्द के प्रतीकात्मक अनुवादों से सर्वथा भिन्न होना है।

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H1214, H1219, H1438, H1494, H1504, H1629, H1820, H2686, H3582, H3772, H5243, H5352, H6789, H7082, H7088, H7096, H7112, H7113, G609, G851, G1581

नाश होगा, उजाड़ दिया, नाश करता, उजाड़, उजाड़

परिभाषा:

“उजाड़ दिया” या “उजाड़” अर्थात किसी सम्पदा या भूमि का सर्वनाश कर देना। इसके अर्थ में उस देश के निवासियों को उजाड़ देना और बन्दी बनाना भी है।

  • इसका संदर्भ घोर एवं पूर्ण विनाश से है।
  • उदाहरणार्थ सदोम नगर के निवासियों के पाप के दण्ड में परमेश्वर ने उस नगर को नष्ट कर दिया था।
  • “उजड़ने” का अभिप्राय दण्ड या विनाश के कारण महान भावनात्मक विशाद से भी है।

अनुवाद के सुझाव

  • “उजड़ना” का अनुवाद “सर्वनाश” या “पूर्णतः नष्ट भ्रष्ट कर देना” हो सकता है।
  • प्रकरण के अनुसार, “उजाड़” का अनुवाद “सर्वनाश” या “नष्ट भ्रष्ट होना” या “विशादग्रस्त होना” या “आपदाग्रस्त होना” हो सकता है।

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H1110, H1238, H2721, H1826, H3615, H3772, H7701, H7703, H7722, H7843, H8074, H8077

निडर, साहस, साहसी

परिभाषा:

इन शब्दों का संदर्भ कठिन एवं जोखिम भरी स्थिति में सत्य बोलने और उचित काम करने में साहस और आत्मविश्वास से है।

  • “निडर” मनुष्य उचित एवं अच्छी बात कहने तथा दुर्व्यवहार सहनेवालों को बचाने में निर्भीक रहता है। इसका अनुवाद “साहसी” या “निर्भीक” भी हो सकता है।
  • नये नियम में प्रेरित सार्वजनिक स्थानों में यीशु की चर्चा करने में निडर थे चाहे उन पर बन्दीगृह में डालने या हत्या का संकट मंडराता था। इसका अनुवाद, “आत्मविश्वास के साथ” या “प्रबल साहस के साथ” या “साहसपूर्वक” हो सकता है।
  • इन आरंभिक शिष्यों द्वारा मसीह की क्रूस पर मृत्यु के द्वारा उद्धार का शुभ सन्देश सुनाने में “निडर” रहने का परिणाम यह हुआ कि यीशु का शुभ सन्देश इस्राएल और आसपास के देशों में और अन्ततः संपूर्ण संसार में फैल गया। “निडर” का अनुवाद, “आत्म बल का साहस” हो सकता है।

(यह भी देखें: आत्मविश्वास, शुभ सन्देश, छुटकारा दिलाना)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H982, H5797, G662, G2292, G3618, G3954, G3955, G5111, G5112

निन्दा, अपमान, निन्दा, निन्दा, नामधराई

परिभाषा:

किसी की निन्दा करने का अर्थ है आलोचना करना चरित्र या आचरण को स्वीकार नहीं करना। निन्दा करना मनुष्य के लिए नकारात्मक टिप्पणी करना है।

  • मनुष्य “निन्दा के योग्य नहीं” या “निन्दा के परे” या “अनिन्दनीय” है तो इसका अर्थ है कि मनुष्य परमेश्वर को आदर देनेवाला आचरण रखता है और उसकी आलोचना नहीं की जा सकती है।
  • शब्द "निन्दा" का अनुवाद "अभियोग" या "शर्म" या "अपमान" के रूप में भी किया जा सकता है।
  • संदर्भ के आधार पर "निन्दा करने के लिए" का अनुवाद "ठट्ठा करने के लिए" या "अभियोग करने के लिए" या "आलोचना करने के लिए" के रूप में भी किया जा सकता है

(यह भी देखें: दोष लगाना, झिड़कना, लज्जा)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H1421, H1442, H2617, H2659, H2778, H2781, H3637, H3639, H7036, G410, G423, G819, G3059, G3679, G3680, G3681, G5195, G5196, G5484

निन्दा, ठट्ठा, ठट्ठा करनेवाला, निंदा, हँसी उड़ाना, ताना कसना, उपहास का पात्र

परिभाषा:

“ठट्ठा करना”, “निन्दा करना”, “उपहास करना,” इन सब उक्तियों का सन्दर्भ किसी का ठट्ठा करने से है और वह भी निर्दयता से करने से है।

  • ठट्ठा करने में किसी को लज्जित करने या उसके प्रति घृणा प्रकट करने की मंशा से उसके शब्दों या अंग-विन्यास की नकल करना।
  • रोमी सैनिकों ने यीशु का ठट्ठा किया था या उसकी निंदा की थी जब उसे राजा का वस्त्र पहना कर उसके साथ राजा का सा व्यवहार किया था।
  • युवकों के एक दल ने एलीशा का भी ठट्ठा या उपहास किया था, जब उन्होंने उसके गंजे सिर को नाम देकर हंसी की थी।
  • "ठट्ठा करना" का सन्दर्भ किसी ऐसे विचार का उपहास करना भी होता है जिसको विश्वास के योग्य या महत्त्वपूर्ण न समझा जाए।
  • "ठट्ठा करनेवाला" वह मनुष्य है जो लगातार ठट्ठा करता और उपहास करता है।

बाइबल सन्दर्भ:

बाइबल की कहानियों के उदाहरण:

  • 21:12 यशायाह ने भविष्यवाणी की थी, कि लोग मसीह के ऊपर थूकेंगे, उसको ठट्ठों में उड़ाएँगे, और उसे मारेंगे।
  • 39:05 यहूदी अगुवों ने महा याजक को उत्तर दिया, “यह मरने के योग्य है!” तब उन्होंने यीशु की आँखें ढांककर, उसके मुँह पर थूका और उसे मारा, और उसका ठट्ठा उड़ाया |
  • 39:12 रोमन सैनिकों ने यीशु को कोड़े मारे, और राजसी बागा पहनाकर काँटों का मुकुट उसके सिर पर रखा | तब उन्होंने यह कहकर यीशु का मज़ाक उड़ाया देखो, “यहूदियों का राजा!”
  • 40:4 यीशु को दो डाकुओ के बीच क्रूस पर चढ़ाया गया | उनमें से एक ने यीशु का ठट्ठा उड़ाया परन्तु दूसरे ने कहा कि, “क्या तू परमेश्वर से नहीं डरता?
  • 40:5 यहूदी और अन्य लोग जो भीड़ में थे वे यीशु का ठट्ठा करके कहते थे,, “अगर तू परमेश्वर का पुत्र है तो क्रूस पर से उतर आ, और अपने आप को बचा | तब हम तुझ पर विश्वास करेंगे |”

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H1422, H2048, H2049, H2778, H2781, H3213, H3887, H3931, H3932, H3933, H3934, H3944, H3945, H4167, H4485, H4912, H5058, H5607, H6026, H6711, H7046, H7048, H7814, H7832, H8103, H8148, H8437, H8595, G1592, G1701, G1702, G1703, G2301, G2606, G3456, G5512

नियुक्त करना, बांटा, काम सौंपना, फिर देना

तथ्य:

“नियुक्त करना” या “नियुक्त किया” किसी को कोई विशेष काम करने के लिए नियुक्त करना या एक या अधिक लोगों को किसी कार्य को निर्दिष्ट करना

  • भविष्यद्वक्ता शमूएल ने भविष्यद्वाणी की थी कि राजा शाऊल इस्राएल के सर्वोत्तम युवकों को सेना में नियुक्त करेगा।
  • मूसा ने इस्राएल के प्रत्येक गोत्र को उनके निवास हेतु कनान देश की भूमि बांट दी थी।
  • पुराने नियम की व्यवस्था के अनुसार कुछ गोत्रों को याजक की सेवा, हस्तकारों की सेवा, गीतकारों की सेवा और निर्माण करताओं की सेवा बांट दी गई थी।
  • प्रकरण के अनुसार “नियुक्त करना” का अनुवाद “बांटना” या “काम देना” "कार्य के लिए चुनें" किया जा सकता है।
  • “बांटना” का अनुवाद “नियुक्त करना” या “काम सौंपना” हो सकता है।

(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद)

(यह भी देखें: नियुक्त करना, शमूएल, शाऊल (पुराना नियम))

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H2506, H3335, H4487, H4941, H5157, H5307, H5414, H5596, H5975, H6485, H7760, G33070

नियुक्त, ठहराया, अभिषेक, बहुत पहले से योजनाबद्ध, स्थापित, तैयार किया

परिभाषा:

नियुक्त करने का अर्थ है किसी विशेष कार्य या भूमिका हेतु किसी मनुष्य की औपचारिक नियुक्ति का कार्य। इसका संदर्भ औपचारिक रूप से नियम बनाना या आदेश देना भी हो सकता है।

  • "अभिषेक" का संदर्भ प्रायः याजक, सेवक या रब्बी नियुक्त करने की औपचारिक प्रक्रिया से भी है।
  • उदाहरणार्थ, परमेश्वर ने हारून और उसके वंशजों का अभिषेक याजक होने के लिए किया था।
  • इसका अर्थ धार्मिक पर्व या वाचा के निर्धारण से भी हो सकता है।
  • संदर्भ के अनुसार, “अभिषेक करना” का अनुवाद हो सकता है ”कार्य-भार सौंपना” या “निुयक्त करना” या “आज्ञा देना” या “नियम बनाना ” या “स्थापना करना”।

(यह भी देखें: आज्ञा, वाचा, आदेश, नियम, व्यवस्था, याजक)

बाइबल संदर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H3245, H4390, H6186, H6213, H6680, H7760, H8239, G12990, G25250, G42700, G42820

निरादर, अपमान योग्य

परिभाषा:

“निरादर” का अर्थ है कि किसी की मानहानि का काम करना। इससे उस व्यक्ति के लिए लज्जा और अपयश का कारण उत्पन्न होता है।

  • “निंदनीय” शब्द का अर्थ है, लज्जाजनक कार्य या किसी का अपमान करने का कार्य।
  • कभी-कभी निरादर शब्द ऐसी वस्तुओं के लिए भी काम में लिया जाता है जो किसी महत्व की नहीं हैं।
  • सन्तानों के लिए आज्ञा है कि वे अपने-अपने माता-पिता का आदर करें और उनकी आज्ञा मानें। बच्चे अवज्ञा करते हैं तो वे अपने माता-पिता का अनादर करते हैं। वे अपने माता-पिता के साथ ऐसा व्यवहार करते हैं जिससे उनको सम्मान प्राप्त नहीं होता है।
  • मूर्तिपूजा और अनैतिक आचरण द्वारा इस्राएली यहोवा का अपमान करते थे।
  • यहूदी यीशु को दुष्टात्माग्रस्त कहकर उसका अपमान करते थे।
  • इसका अनुवाद हो सकता है, “सम्मान नहीं करना” या “सम्मानरहित व्यवहार करना।"
  • “निरादर” संज्ञा शब्द का अनुवाद “अपमान” या “मानहानि” किया जा सकता है।
  • प्रकरण के अनुसार “निरादर” का अनुवाद “आदर योग्य नहीं” या “लज्जाजनक” या "माननीय नहीं" या “महत्वहीन” किया जा सकता है।

(यह भी देखें: निरादर, आदर)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H1540, H2490, H2781, H3637, H3639, H5006, H5034, H6172, H6173, H7034, H7043, H7043, G818, G819, G820, G2617

निर्देश देना, आदेश, निर्देश, निर्देशक

तथ्य:

"निर्देश देना" और "आदेश" शब्दों के संदर्भ किसी काम को करने के स्पष्ट निर्देशनों से है।

  • “निर्देश” देने से तात्पर्य किसी को निशित रूप से बताना कि उसे क्या करना आवश्यक है।
  • जब यीशु ने अपने शिष्यों को रोटी और मछलियां दी कि लोगों में बांट दें तब उसने उन्हें विशेष निर्देश दिए कि कैसे करना है।
  • प्रकरण के अनुसार “निर्देश” शब्द का अनुवाद “कहना” या “निर्देश देना” या “शिक्षा देना” या “आदेश देना” भी किया जा सकता है।
  • “निर्देश” देने का अनुवाद “निर्देशन” या “समझाना” या “उसने जो कहा है उसे करना” किया जा सकता है।
  • जब परमेश्वर निर्देश देता है तब उसका अनुवाद “आज्ञा” या “आदेश” किया जा सकता है।

(यह भी देखें: आज्ञा, आदेश, शिक्षा/सिखाना)

बाइबल संदर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong’s: H241, H376, H559, H631, H1004, H1696, H1697, H3256, H3289, H3384, H4148, H4156, H4687, H4931, H4941, H6098, H6310, H6490, H6680, H7919, H8451, G1256, G1299, G1319, G1321, G1378, G1781, G1785, G2727, G2753, G3559, G3560, G3811, G3852, G3853, G4264, G4367, G4822

निर्दोष, निर्दोष ठहराना, छूट जाता

परिभाषा:

"निर्दोष ठहराना" अर्थात् किसी को नियम विरोधी का अनैतिकता के दोष से मुक्त करना।

  • बाइबल में यह शब्द कभी-कभी पापियों को क्षमा करने के लिए काम में लिया जाता है।
  • प्रकरण प्रायः दुष्टों और परमेश्वर विरोधियों को अनुचित रूप से दोषमुक्त करने के बारे में है।
  • इसका अनुवाद हो सकता है, “निर्दोष घोषित करना” या “दोषी ना होने का निर्णय देना”

(यह भी देखें: क्षमा, दोष, पाप)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H3444, H5352, H5355, H6403, H6663

निष्फल

परिभाषा:

“निष्फल” (लाभहीन) अर्थात अनुपयोगी।

  • इसका शाब्दिक अर्थ है कि कुछ भी लाभ न करें या किसी को कुछ हासिल करने में मदद न करें।
  • जो निष्फल है वह कुछ करने योग्य नहीं है क्योंकि यह कोई लाभ नहीं देता है
  • इसका अनुवाद “निष्प्रयोजन” या “निकम्मा” या “व्यर्थ” या “अयोग्य” या “अलाभकारी” या "कोई लाभ नहीं दे रहा है" हो सकता है।

(यह भी देखें: लाभ, योग्य)

बाइबल संदर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H3276, H5532, G255, G512, G888, G889, G890

नीतिवचन,

परिभाषा:

नीतिवचन एक छोटी उक्ति है जो बुद्धि की बात या सत्य प्रकट करती है।

  • नीतिवचन प्रभावशाली होते है क्योंकि उन्हें स्मरण रखना और दोहराना आसान होता है।
  • नीतिवचन में अधिकतर दैनिक जीवन के व्यावहारिक उदाहरण होते हैं।
  • कुछ नीतिवचन स्पष्ट एवं सीधे होते है जबकि कुछ नीतिवचन समझने में कठिन होते हैं।
  • राजा सुलैमान अपनी बुद्धि के लिए प्रसिद्ध था, उसने 1,000 से अधिक नीतिवचन लिखे थे।
  • यीशु मनुष्यों को शिक्षा देने के लिए प्रायः नीतिवचनों एवं दृष्टान्तों का उपयोग करता था।
  • “नीतिवचन” का अनुवाद हो सकता है, “बुद्धि की बातें” या “सत्य वचन”

(यह भी देखें: सुलैमान, सत्य, बुद्धिमान)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H2420, H4911, H4912, G38500, G39420

नींद में, सो जाना, सोना, सोने वाला, नींद न आना

परिभाषा:

इन शब्दों के प्रतीकात्मक अर्थ हैं मृत्यु।

  • “सोना” या “सोया हुआ” एक उपमा है जिसका अर्थ है, "मृतक अवस्थ।" (देख: उपमा)
  • यह अभिव्यक्ति, "नींद आना" का अर्थ है, सोने लगना, या लाक्षणिक प्रयोग में, मरना।
  • 'अपने पितरों के साथ सो जाना' अर्थात, मर जाना, जैसे उसके पूर्वज हैं या उसकी पूर्वजों के सदृश्य मृतक होना।

अनुवाद के सुझाव:

  • “सो जाना” का अनुवाद हो सकता है, “अक्स्मात ही सो जाना” या “सोने लगना” या “मरना” जैसा भी अभिप्राय हो उसके अनुसार।
  • टिप्पणी: विशेष महत्त्व की बात है कि प्रतीकात्मक अभिव्यक्तियां प्रकरण के अनुरूप हों, जहाँ पाठक अर्थ न समझा पाते हों। उदाहरणार्थ, जब यीशु ने अपने शिष्यों से कहा कि लाज़र “सोता है” तब वे समझे कि वह सो रहा है। ऐसे में “सोता है” का अनुवाद “मर गया” करना अनुचित होगा।
  • यदि लक्षित भाषा में “सोता है” या “सोया हुआ है” समझ में न आए तो इस भाषा में मृत्यु या मरने के भिन्न शब्दों का उपयोग किया जाए।

बाइबल के सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H1957, H3462, H3463, H7290, H7901, H8139, H8142, H8153, H8639, G08790, G18520, G18530, G25180, G28370, G52580

नींव डाली, प्रतिष्ठापक, नींव, नीव

परिभाषा:

क्रिया शब्द “स्थापित करना” का अर्थ है, निर्माण करना, बनाना या आधार रखना। इस वाक्यांश, “पर स्थापित”का अर्थ है, समर्थित या आधार पर। “नींव” वह आधार है जिस पर निर्माण किया जाता है या रचना की जाती है।

  • घर या भवन की नींव दृढ़ होनी चाहिए, वह संपूर्ण रचना को संभालने के लिए निर्भर करने योग्य होनी चाहिए।
  • “नींव” का संदर्भ किसी बात के आरंभ से भी हो सकता है या वह समय जब किसी वस्तु का निर्माण किया गया था।
  • प्रतीकात्मक अर्थ में मसीह के विश्वासियों की तुलना एक ऐसे भवन से की गई है जिसकी नींव प्रेरितों और भविष्यद्वक्ताओं की शिक्षा पर पड़ी है जिस भवन के कोने का पत्थर मसीह स्वयं है।
  • “नींव का पत्थर” नींव में रखा गया पत्थर होता है। इन पत्थरों को जांच कर देखा जाता था कि वे संपूर्ण रचना को संभालने के लिए दृढ़ हैं या नहीं।

अनुवाद के सुझाव:

  • “जगत की उत्पत्ति से पूर्व” का अनुवाद किया जा सकता है, “ब्रह्माण्ड की रचना से पूर्व”, या “ब्रह्माण्ड के अस्तित्व को समय से पूर्व” या “संपूर्ण सृष्टि की रचना से पूर्व”।
  • “नींव... दृढ़़ करके रखी” का अनुवाद हो सकता है, “सुरक्षित बनाया” या “दृढ़ता से आधारित”।
  • प्रकरण के अनुसार “नींव” का अनुवाद हो सकता है, “दृढ़ आधार” या “ठोस आधार” या “आरंभ” या “सृष्टि”।

(यह भी देखें: कोने का पत्थर, रचना करना)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H0134, H0787, H2713, H3245, H3247, H3248, H4143, H4144, H4146, H4328, H4349, H4527, H8356, G23100, G23110, G26020

न्यायाधीश, हाकिमों

परिभाषा:

हाकिम नियुक्त अधिकारी होता है जो न्यायाधीश का काम करता है और न्याय के विषयों पर निर्णय देता है।

  • बाइबल के युग में हाकिम मनुष्यों में उत्पन्न मतभेदों का निर्णायक मत देता था।
  • प्रकरण पर आधारित इस शब्द का अनुवाद हो सकता है, “प्रशासनिक न्यायाधीश” या “वैधानिक अधिकारी” या “नगर का अगुआ”।

(यह भी देखें: न्यायी, व्यवस्था)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H8200, H8614, G758, G4755

न्यायी

परिभाषा:

न्यायी वह व्यक्ति है जो सही और गलत का निर्णय लेता है, विशेष करके विधि संबन्धित विषयों में जब लोगों में मतभेद हो।

  • बाइबल में परमेश्वर को अधिकतर एक न्यायी कहा गया है क्योंकि वही एकमात्र सिद्ध न्यायी है जो सही या गलत का अन्तिम निर्णय देता है।
  • इस्राएल जब कनान में प्रवेश कर गया और उनके राजाओं से पूर्व परमेश्वर उनके लिए अगुवे नियुक्त करता था कि संकट के समय उनकी अगुआई करे इन अगुओं को न्यायी कहा गया है। ये न्यायी अधिकतर सैनिक अगुवे थे जिन्होंने शत्रु को पराजित करके इस्राएलियों का उद्धार किया था।
  • “न्यायी” को “निर्णय लेने वाला” या “अगुआ” या “मुक्तिदाता” या “अधिपति” कह सकते हैं परन्तु प्रकरण के अनुसार।

(यह भी देखें: हाकिम, न्यायी, व्यवस्था)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H148, H430, H1777, H1778, H1779, H1780, H1781, H1782, H6414, H6416, H6419, H8199, G350, G1252, G1348, G2919, G2922, G2923

पकड़वाना, पकड़वानेवाला

परिभाषा:

“पकड़वाना” (धोखा देना) का अर्थ है,ऐसा व्यवहार करना जिससे किसी के साथ धोखा हो और उसकी हानि हो।

  • यहूदा “पकड़वाने वाला” था क्योंकि उसने यहूदी अगुओं को युक्ति सुझाई थी कि यीशु को कैसे पकड़ें।
  • यहूदा द्वारा विश्वासघात विशेष पाप था, क्योंकि वह यीशु का चेला था और उसने पैसों के बदले में यहूदी अगुओं को जानकारी दी थी जिसका परिणाम यीशु की अन्यायी मृत्यु से हुआ।

अनुवाद के सुझाव:

  • प्रकरण के अनुसार “पकड़वाना” का अनुवाद “धोखा देना और हानि पहुंचाना” या “बैरियों के हाथों में कर देना” या “निर्दयता का व्यवहार करना” हो सकता है।
  • “पकड़वानेवाला” शब्द का अनुवाद “धोखा देने वाला मनुष्य” या “दुचित्ता व्यवहारी” या “द्रोही” हो सकता है।

(यह भी देखें: यहूद इस्करियोती, यहूदी अगुवे, प्रेरित)

बाइबल सन्दर्भ:

बाइबल की कहानियों के उदाहरण:

  • 21:11 भविष्यद्वक्ताओं ने पहले से भविष्यवाणी की थी, कि मसीह को मारने वाले उसके कपड़ों के लिए चिट्ठियां डालेंगे और उसका परम मित्र उसे धोखा देगा। जकर्याह भविष्यवक्ता ने पहले से ही भविष्यवाणी की थी, कि मसीह का ही एक चेला उसे तीस चाँदी के सिक्कों के लिए धोखा देगा
  • 38:2 यीशु और चेलों द्वारा यरूशलेम पहुँचने के बाद यहूदा यहूदी गुरुओ के पास गया और पैसों के बदले यीशु के साथ विश्वासघात करने का प्रस्ताव रखा।
  • __38:3__यहूदी गुरुओं ने महायाजक के नेतृत्व में यीशु को पकडवाने के लिए के लिये यहूदा को तीस चाँदी के सिक्के तोलकर दे दिए।
  • 38:6 फिर यीशु ने अपने चेलों से कहा, “तुम में से एक मुझे पकड़वाएगा।” यीशु ने कहा कि, “जिसे मैं यह रोटी का टुकड़ा दूँगा वही मेरा पकड़वाने वाला होगा।”
  • 38:13 जब यीशु तीसरी बार प्रार्थना करके आया तो उसने अपने चेलों से कहा कि, “उठो, मेरे पकड़ने वाले आ गए है।”
  • 38:14 यीशु ने यहूदा से कहा कि, “ तूने मुझे पकड़वाने के लिए चूमा है।”
  • 39:8 विश्वासघाती यहूदा, ने देखा कि यहूदी अगुओं ने यीशु को मृत्यु दंड का दोषी ठहराया है, तो वह शोकातुर हो गया और उसने जाकर आत्महत्या कर ली।

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H7411, G38600, G42730

पड़ोसी, पड़ोसियों, पडोस, आस पास के

परिभाषा:

"पड़ोसी" शब्द प्रायः उस मनुष्य के सन्दर्भ में काम में आता है जो किसी के निकट रहता है| अधिक सर्वनिष्ठ अर्थ में देखा जाए तो इसका सन्दर्भ एक ही समुदाय या जाति के मनुष्य से हो सकता है।

  • "पड़ोसी " वह मनुष्य होता है जो सुरक्षा और दया का पात्र होता है क्योंकि वह एक ही समुदाय का सदस्य है।
  • नये नियम में नेक सामरी के दृष्टान्त में यीशु ने "पड़ोसी" शब्द का प्रतीकात्मक उपयोग किया है जिसमें वह सब मनुष्यों को समाहित करता है, यहां तक कि जिसे हम अपना बैरी समझते हैं।
  • यदि संभव हो तो इसका अनुवाद शाब्दिक अर्थ में ही किया जाए, जिस शब्द का अर्थ हो, “निकट रहनेवाला व्यक्ति”।

(यह भी देखें: बैरी, दृष्टान्त, जाति, सामरिया)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H5997, H7138, H7453, H7468, H7934, G1069, G2087, G4040, G4139

पण्डुकी, कबूतर

परिभाषा:

पण्डुकी और कबूतर दो छोटे भूरे रंग के पक्षी हैं जो एक से दिखते हैं। पण्डुकी रंग में हल्की होती है, लगभग सफेद।

  • कुछ भाषाओं में इन दोनों पक्षियों के नाम अलग-अलग हैं और कुछ भाषाएं दोनों पक्षियों के लिए एक ही नाम काम में लेते हैं।
  • पण्डुकी और कबूतर दोनों परमेश्वर के लिए बलि चढ़ाने के काम में आते थे, विशेष करके उन मनुष्यों द्वारा जो बड़ा पशु खरीदने की क्षमता नहीं रखते थे।
  • जब जल प्रलय का पानी घट रहा था तब पण्डुकी जैतून का पत्ता लेकर नूह के पास लौट आई थी।
  • पण्डुकी कभी-कभी पवित्रता, निर्दोषिता और शान्ति का प्रतीक भी है।
  • यदि अनुवाद की भाषा में पण्डुकी और कबूतर नहीं हैं तो इसका अनुवाद किया जा सकता है, “एक छोटा भूरा पक्षी जो पण्डुकी कहलाता है” या “एक छोटा भूरे रंग का पक्षी जो (किसी स्थानीय पक्षी का नाम) के समान दिखता है।”
  • यदि पण्डुकी और कबूतर दोनों का उल्लेख एक ही पद में है तो उचित होगा कि यथासंभव दो अलग-अलग शब्दों का उपयोग किया जाए।

(यह भी देखें: अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करे)

(यह भी देखें: जैतून, निर्दोष, शुद्ध करना)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H1469, H1686, H3123, H8449, G40580

पत्री, पत्र

परिभाषा:

पत्र किसी मनुष्य को या किसी समुदाय को भेजा गया लिखित सन्देश है जो लेखक से बहुत दूर है। यह एक विशेष पत्र होता है जो अधिकटार विधिवत शैली में लिखा होता है और एक उद्देश्य विशेष के निमित्त होता है जैसे शिक्षा देना।

  • नये नियम के युग में पशु की त्वचा से बने चर्मपत्र थे या वृक्षों की खाल से बने कागजों पर पत्र लिखे जाते थे।
  • नये नियम के पत्र जिन्हें पौलुस, यूहन्ना, याकूब और यहूदा और पतरस ने लिखे वे निर्देशन थे जो संपूर्ण रोमी राज्य के विभिन्न स्थानों में विश्वासियों को प्रोत्साहित करने का उपदेश देने तथा शिक्षा देने के उद्देश्य से लिखे गए थे।
  • इस शब्द का अनुवाद “लिखित सन्देश” या “लिखे हुए शब्द” या “लेख” हो सकता है।

(यह भी देखें: प्रोत्साहित करना, उपदेश देना, समझाना)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H0104, H0107, H3791, H4385, H5406, H5407, H5612, H6600, G11210, G19920

परदा, परदा पड़ा, उघाड़े

परिभाषा:

शब्द "परदा" आमतौर पर कपड़े के एक पतले टुकड़े को संदर्भित करता है जिसका उपयोग सिर को ढंकने के लिए किया जाता है, सिर या चेहरे को ढंकने के लिए ताकि इसे देखा न जा सके।

  • यहोवा की उपस्थिति में रहने के बाद मूसा ने अपने चेहरे पर परदा डाल लिया था कि उसके चेहरे की चमक इस्राएलियों से छिपी रहे।
  • बाइबल में स्त्रियां पुरुषों के सामने या सार्वजनिक स्थानों में, सिर ढांकने के लिए और अधिकतर चेहरा भी ढांकने के लिए परदा डालती थी।
  • “परदा डालना” क्रिया का अर्थ है किसी वस्तु को परदे से ढकना।
  • कुछ अंग्रेजी संस्करणों में, "परदा" शब्द का उपयोग उस मोटे पर्दे को संदर्भित करने के लिए किया जाता है जो अति पवित्र स्थान प्रवेश द्वार को ढकता है। लेकिन "पर्दा" उस संदर्भ में एक बेहतर शब्द है, क्योंकि यह कपड़े के भारी, मोटे टुकड़े को संदर्भित करता है।

अनुवाद के सुझाव:

  • “परदा” शब्द का अनुवाद “पतले कपड़े का आवरण” या “कपड़े का आवरण” या “सिर ढांकना” हो सकता है।
  • कुछ संस्कृतियों में स्त्रियों के परदे के लिए अलग शब्द होगा। मूसा के लिए एक अन्य शब्द काम में लेना जरूरी होगा।

(यह भी देखें: मूसा)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H4304, H4533, H4555, H6777, H6809, H7196, H7479, G03430, G25710, G25720

परदा, परदे

परिभाषा:

बाइबल में “परदा” शब्द बहुत मोटी और भारी चद्दर के सन्दर्भ में काम में लिया गया है जिससे मिलाप वाले तम्बू और मंदिर को बनाया गया था।

  • निवास स्थान परदों की चार परतों द्वारा बनाया गया था। ऊपर के लिए और पक्षों के लिए। ये परदे पशुओं की खाल या कपड़ो के थे।
  • निवास के चारों ओर प्रांगण को ढांपने के लिए दीवार स्वरूप परदे डाले गए थे। ये परदे “सन” से बने थे ये जो एक प्रकार का कपड़ा है जो सन के पौधे से बनाया जाता था।
  • निवास (मण्डप) और मन्दिर में पवित्र स्थान और परमपवित्र स्थान के मध्य कपड़े का एक बहुत मोटा परदा था। यही वह परदा था जो यीशु की मृत्यु पर चमत्कारी रूप से फट कर दो भाग हो गया था।

अनुवाद के सुझाव:

  • क्योंकि आधुनिक युग के परदे बाइबल के समय में काम में आनेवाले परदों से सर्वथा भिन्न हैं, भिन्न शब्द का उपयोग करना या व्याख्या हेतु अन्य शब्दों को जोड़ना उचित होगा।
  • प्रकरण के अनुसार इस शब्द का अनुवाद हो सकता है, “परदे का आवरण” या “आवरण” या “मोटा कपड़ा” या “पशु की खाल का आवरण” या “लटकनेवाला कपड़ा”।

(यह भी देखें: पवित्र स्थान, मिलापवाला तम्बू, मन्दिर)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H1852, H3407, H4539, H6532, H7050, G26650

परदेशी, फूट करा, अलग किए, पराई

परिभाषा:

“परदेशी” अर्थात किसी अन्य देश में रहनेवाला। “परदेशी” का दूसरा शब्द है, विदेशी।

  • पुराने नियम में यह शब्द उस मनुष्य के लिए काम में लिया गया है जो किसी अन्य समुदाय से आकर एक समुदाय में रह रहा है।
  • परदेशी वह मनुष्य भी है जिसकी भाषा और संस्कृति किसी विशेष क्षेत्र से भिन्न होती है।
  • उदाहरणार्थ, जब नाओमी और उसका परिवार मोआब गए थे तब वहां परदेशी हो कर रहते थे। जब नाओमी और उसकी बहू रूत इस्राएल लौटे तब रूत को “परदेशी” कहा गया क्योंकि वह मूल इस्राएली नहीं थी।
  • प्रेरित पौलुस ने इफिसियों की कलीसियाँ को लिखा कि मसीह को जानने से पूर्व वे परमेश्वर के विधान के लिए “परदेशी” थे।
  • कभी-कभी “परदेशी” का अनुवाद “अनजान” भी किया जा सकता है परन्तु इसका अर्थ गहन हो कि वह “अपरिचित” या “अज्ञात मनुष्य” है।

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H312, H628, H776, H1471, H1481, H1616, H2114, H3363, H3937, H4033, H5236, H5237, H5361, H6154, H8453, G241, G245, G526, G915, G1854, G3581, G3927, G3941

परम्परा

परिभाषा:

परम्परा, प्रथाएं एवं अभ्यास थे जो दीर्घकालीन व्यवहारगत रहे और आनेवाली पीढ़ियों को दिए गए।

  • बाइबल में "परम्पराओं" शब्द शब्द का सन्दर्भ प्रायः मानव रचित शिक्षाओं और अभ्यासों से है जो परमेश्वर की व्यवस्था नही थी। यह अभिव्यक्ति, "मनुष्यों की परंपरा" या "मानवीय परंपरा" इस को स्पष्ट करती है।
  • यह वाक्यांश जैसे, "पूर्वजों की परंपराओं" या "पितरों की परंपराओं" का सन्दर्भ विशेष करके उन यहूदी प्रथाओं और अभ्यासों से है जिनको यहूदी अगुओं ने समय के अंतराल में मूसा प्रदत्त परमेश्वर की व्यवस्था में जोड़ दिया था यद्यपि, ये अनुषांगिक परम्पराएं परमेश्वर प्रदत्त नहीं थीं, मनुष्यों में एक धारणा थी कि धार्मिकता के लिए ये आवश्यक थीं।
  • प्रेरित पौलुस ने “परम्परा” को अलग तरीके से उपयोग किया जो पत्मेश्वर प्रदत्त मसीही आचरण के सन्दर्भ में शिक्षाओं के सम्बन्ध में थीं और उसने तथा अन्य प्रेरितों ने नव्विश्वासियों को उनकी शिक्षा दी थी।
  • आधुनिक समय में, कई मसीही परंपराएं हैं जो बाइबल में सिखाई नहीं गई हैं| वे परम्पराओं और अभ्यासों के ऐतिहासिक स्वीकरण का परिणाम हैं। इन परम्पराओं का अवलोकन बाइबल में निहित परमेश्वर की शिक्मेंषाओं के प्रकाश में की जाना आवश्यक है।

(यह भी देखें: प्रेरित, विश्वास, मसीही विश्वासी, पूर्वजों, पीढ़ी, यहूदी, व्यवस्था, मूसा)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्त्रोंग्स: G38620

परिवार, घराना

परिभाषा:

“परिवार” शब्द रक्त संबन्धियों के समूह का संदर्भ देता है, प्रायः माता-पिता और सन्तान। बाइबल में, इस शब्द में अन्य सदस्य भी होते हैं जैसे दादा-दादी, पोता-पोती, चाचा-चाची आदि।

  • बाइबिल के समय में, आमतौर पर, सबसे बुजुर्ग व्यक्ति एक परिवार का प्रमुख अधिकार होता था।
  • परिवार में सेवक, रखेलियाँ और परदेशी भी होते थे।
  • कुछ भाषाओं में एक व्यापक शब्द होता है जैसे “कुल” या “कुटुम्ब” जो उन परिप्रेक्षों में अधिक उचित होंगे जहाँ अभिप्राय मात्र माता-पिता और सन्तान से अधिक सदस्यों का हो।
  • आत्मिकता में संघटित जन जैसे यीशु के विश्वासियों (कलीसिया) को परमेश्वर का परिवार कहा जाता था।

(यह भी देखें: कुल, पूर्वजों, घर)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H0001, H0251, H0272, H0504, H1004, H1121, H2233, H2859, H2945, H3187, H4138, H4940, H5387, H5712, G10850, G36140, G36240, G39650

परिश्रम, श्रमिक, श्रम, कठोर परिश्रम

परिभाषा:

परिश्रम अर्थात किसी भी प्रकार का कठिन कार्य करना।

  • सामान्यतः परिश्रम करना अर्थात शारीरिक ऊर्जा निवेश करने वाला कोई भी काम| इसका अभिप्रेत अर्थ है, कार्य कठिन है।
  • श्रमिक वह मनुष्य है जो कैसा भी परिश्रम करता है।
  • अंग्रेज़ी भाषा में "labor" प्रसव क्रिया को भी कहते हैं| अन्य भाषाओं में इसके लिए सर्वथा भिन्न शब्द होगा|
  • "परिश्रम" शब्द के अनुवाद हो सकते हैं, "श्रम" या "कठोर परिश्रम" या "कठिन कार्य" या "कठोर परिश्रम करना"

(यह भी देखें: कठोर, प्रसव पीड़ा)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H3018, H3021, H3022, H3205, H4522, H4639, H5447, H5450, H5647, H5656, H5998, H5999, H6001, H6089, H6468, H6635, G75, G2038, G2040, G2041, G2872, G2873, G4866, G4904

परिसर, आँगन, आँगनों,

परिभाषा:

“आँगन” और “परिसर” अर्थात दीवारों से घिरा खुला आकाश के नीचे खुला स्थान। अंग्रेजी का शब्द “कोर्ट” न्यायालय को भी कहते हैं

  • मिलापवाला तम्बू मोटे कपड़े के परदों द्वारा घिरे हुए आँगन के भीतर था।
  • मन्दिर के तीन भीतरी आँगन थे एक याजकों के लिए, एक यहूदी पुरुषों के लिए और एक यहूदी स्त्रियों के लिए।
  • ये आँगन बाहरी आँगन से छोटी पत्थरों की दीवार से विभाजित थे। बाहरी आँगन में गैर यहूदी प्रार्थना कर सकते थे।
  • घरों के आँगन घर के बीच में खुले स्थान होते थे।
  • “राजा का आँगन” का संदर्भ राजा के महल या उसके राजमहल के उस स्थान से हो सकता है जहां राजा निर्णय देने के लिए बैठता है।
  • “यहोवा के आँगनों” यह उक्ति यहोवा के निवास स्थान या मनुष्यों के लिए यहोवा की आराधना के स्थान के संदर्भ में प्रतीकात्मक उपयोग है।

अनुवाद के सुझाव:

  • “आँगन” का अनुवाद “संलग्न जगह ” या “दीवारों से घिरा स्थान”, या “मन्दिर का मैदान” या “मन्दिर परिसर”
  • कभी-कभी “मन्दिर” शब्द का अनुवाद “मंदिर के आँगनों” या “मन्दिर परिसर” द्वारा किया जाना होता है ताकि स्पष्ट हो कि संदर्भ प्रांगण से है न कि मन्दिर से।
  • “यहोवा के आँगनों” इस अभिव्यक्ति का अनुवाद “यहोवा का निवास स्थान” या “यहोवा का आराधना स्थल” हो सकता है।
  • “राजा का आँगन” का शब्द यहोवा के आंगन के लिए भी काम में लिया जा सकता है।

(यह भी देखें: अन्य-जाति, न्याय, राजा, मिलापवाला तम्बू, मन्दिर)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H1004, H1508, H2691, H5835, H7339, H8651, G833, G4259

परीक्षा, सिद्ध करना

परिभाषा:

“परीक्षा” शब्द का सन्दर्भ उस परिस्थिति से है जिसमें कोई वस्तु या मनुष्य का अर्थ है किसी वस्तु या मनुष्य को “परखा” या “जांचा” जाता है।

  • अभियोग अर्थात् न्यायिक सुनवाई जिसमें मनुष्य को दोषी या निर्दोष सिद्ध करने के लिए प्रमाणों को प्रस्तुत किया जाता है।
  • परमेश्वर द्वारा मनुष्य के विश्वास को परखने के लिए उत्पन्न की गई कठिन परिस्थितियों को भी “परीक्षा” कहा जाता है। इसके लिए अन्य शब्द है "परखना" या "प्रलोभन" जो विशेष प्रकार की परीक्षा है।
  • बाइबल में अनेक मनुष्यों की परीक्षा ली गई थी कि परमेश्वर के प्रति उनके विश्वास एवं आज्ञाकारिता का निश्चय किया जाए। वे नाना प्रकार की परीक्षाओं से होकर निकले जैसे कोड़े खाना, बन्दीगृह में डाले जाना या विश्वास के कारण घात भी किए जाना।

(यह भी देखें: परीक्षा करना, परखा जाना, निर्दोष, दोष)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H974, H4531, H4941, H7378, G178, G1382, G1383, G2919, G3986

पर्व

परिभाषा:

सामान्यतः किसी जन समुदाय द्वारा उत्सव मनाने को पर्व कहते हैं।

  • पुराने नियम में “पर्व” का मूल अर्थ था “नियुक्त समय”
  • इस्राएल के पर्व परमेश्वर द्वारा नियुक्त समय एवं ऋतुएं थे जिसके पालन की आज्ञा परमेश्वर ने उन्हें दी थी।
  • कुछ अंग्रेजी अनुवादों में "पर्व" के स्थान में भोज शब्द का उपयोग किया गया है क्योंकि पर्वों में विशाल भोज का आयोजन किया जाता था।
  • इस्राएल के अनेक मुख्य पर्व थे जिन्हें वे प्रति वर्ष मनाया करते थे:
  • फसह
  • अखमीरी रोटी का पर्व
  • पहले फल
  • सप्ताहों का पर्व (पिन्तेकुस्त)
  • तुरहियों का पर्व
  • प्रायश्चित का दिन
  • झोपड़ियों का पर्व
  • इन पर्वों का उद्देश्य था परमेश्वर को धन्यवाद देना और उसकी प्रजा के उद्धार, सुरक्षा और प्रावधानों के निमित्त उसके आश्चर्यकर्मों को स्मरण करना।

(यह भी देखें: उत्सव)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H1974, H2166, H2282, H2287, H6213, H4150, G14560, G18580, G18590

पर्व, पर्वों, भोज

परिभाषा:

“पर्व” शब्द का अर्थ अति सामान्य है, जिसका सन्दर्भ ऐसे कार्यक्रम से है जिसमें जनसमूह उत्सव मनाने के उद्देश्य से एक वृहत भोज में सहभागी होता है। बैबले के युग में भोज कई दिन वरन अधिक समय तक चलता था।

  • पर्व विशेष में भोजन परिस्थिति के अनुकूल विशेष होते थे।
  • परमेश्वर ने यहूदियों को जिन धार्मिक पर्वों को मनाने की आज्ञा दी थी उनमें अधिकतर सहभागिता भोज होते थे। यही कारण है कि उत्सवों को पर्व कहा गया था।
  • बाइबल के युग में राजा और अन्य धनवान, प्रतिष्ठित जन अपने परिवार या मित्रों का अतिथि सत्कार करने के लिए अधिकतर भोज का आयोजन करते रहते थे।
  • ऊडा़ऊ पुत्र की कहानी में पिता ने पुत्र के लौट आने के उपलक्ष में विशेष भोज का आयोजन किया था।
  • “पर्व मनाना” का अनुवाद हो सकता है, “बहुत अधिक खाना” या “बहुत खाकर उत्सव मनाना” या “विशेष व्यापक भोजन करना।"”
  • प्रकरण के अनुसार “पर्व” का अनुवाद हो सकता है, “विशाल भोज के साथ उत्सव मनाना” या “नाना विविध व्यंजनों का भोजन करना” या “उत्सव का भोज।”

(यह भी देखें: पर्व)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H398, H2077, H2282, H3899, H3900, H4150, H4797, H4960, H7646, H8057, H8354, G26, G1062, G1173, G1859, G2165, G4910

पवित्र

परिभाषा:

"पवित्र" शब्द परमेश्वर की आराधना या अन्य जातियों के झूठे देवता की आराधना का वर्णन करता है।

  • पुराने नियम में "पवित्र" शब्द देवी-देवताओं की पूजा में प्रयुक्त पत्थर के स्तंभों और उसमे इस्तेमाल किया गया अन्य वस्तुओं का वर्णन करने के लिए इस्तेमाल किया गया है। इसका अनुवाद "धार्मिक" भी किया जा सकता है।
  • "पवित्र भजन" या "पवित्र संगति" उक्तियां परमेश्वर की महिमा के लिए गाया या बजाने हुआ गाना को सूचित करता है। इसका अनुवाद "यहोवा की आराधना में बजाया गया संगीत" या "परमेश्वर की स्तुति के गीत" जैसे हो सकता है।
  • "पवित्र कर्तव्य" का संदर्भ "धार्मिक कार्यों" या "अनुष्ठान" को सूचित करता जो परमेश्वर की आराधना में मनुष्यों की अगुआई हेतु याजकों द्वारा किए गाया था। इसका संदर्भ मूर्तिपूजा में अन्यजाति पुजारियों द्वारा पूजन कृत्यों से भी होता है।

(यह भी देखें: पवित्र, अभिषेक करना, याजक)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H430, H4676, H6944, H6948, G2413

पवित्र नगर, पवित्र नगरों

परिभाषा:

बाइबल में पवित्र नगर यरूशलेम के संदर्भ में आता है।

  • यह उक्ति यरूशलेम के प्राचीन नगर तथा स्वर्गिक यरूशलेम के लिए भी काम में ली गई है जहां परमेश्वर स्वयं वास करके अपने लोगों के मध्य राज करेगा।
  • इस उक्ति के अनुवाद में “पवित्र” और “नगर” के अर्थों की संधि करके लिखा जा सकता है जिसे शेष अनुवाद में ज्यों का त्यों रखा जा सकता है।

(यह भी देखें: स्वर्ग, पवित्र, यरूशलेम)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H5892, H6944, G40, G4172

पशु

तथ्य:

“पशु” उन पशुओं को कहते हैं जो भोजन एवं अन्य उपयोगी उत्पाद उत्पन्न करते हैं। कुछ पशुओं को काम के लिए पाला जाता है

  • पशु में भेड़, मवेशी, बकरियां, घोड़े और गधे आते हैं।
  • बाइबल के युग में सम्पदा का एक भाग पशु भी गिना जाता था।
  • पशु से ऊन, दूध, पनीर, घरेलू सामग्री तथा कपड़ों का कच्चा सामान उत्पन्न होता था।
  • इसका अनुवाद, “पालतू पशु” भी किया जा सकता है।

(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)

(यह भी देखें: गाय, गदहे, बकरा, घोड़ा, बैल, भेड़)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H929, H4399, H4735

पशु,

तथ्य:

बाइबल में “पशु” शब्द “जानवर” के लिए प्रयुक्त दूसरा शब्द है।

  • जंगली जानवर एक प्रकार का जानवर है जो जंगल या खेतों में स्वतंत्र रूप से रहता है और लोगों द्वारा प्रशिक्षित नहीं किया गया है।
  • घरेलु पशु मनुष्यों के साथ रहता है और भोजन के लिए या काम करने के लिए रखा जाता है जैसे कि हल चलाना। अक्सर "पशुधन" शब्द का उपयोग इस तरह के जानवरों को संदर्भित करने के लिए किया जाता है।
  • पुराने नियम में दानिय्येल की पुस्तक और नये नियम में प्रकाशितवाक्य की पुस्तक में दर्शनों की चर्चा की गई है जिनमें बुराई की शक्तियों और परमेश्वर विरोधी अधिकारों को पशु कहा गया है। (देखें: रूपक)
  • इनमें कुछ पशुओं को विचित्र दर्शाया गया है जैसे अनेक सिर और अनेक सींग। उनके पास सामर्थ्य और अधिकार हैं जो दर्शाते हैं कि वे देश, जाति या राजनीतिक शक्तियों का प्रतीक हैं।
  • इसका अनुवाद संदर्भ के आधार पर हो सकता है, “प्राणी” या “सृजित वस्तु”, "जानवर" या “वनपशु” शामिल हो सकते हैं।

(यह भी देखें: अधिकार, दानिय्येल, पशुधन, जाति, सामर्थ्य, प्रकट करना, बालज़बूल)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रांग'स: H0338, H0929, H1165, H2123, H2416, H2423, H2874, H3753, H4806, H7409, G2226, G2341, G2342, G2934, G4968, G5074

पहनाना, पहनना, वस्त्र, अंगरखा, उतारा, वस्त्र

परिभाषा:

बाइबल में जब “पहने हुए” का का उपयोग लाक्षणिक भाषा में किया जाता है तो इसका अर्थ होता है, किसी बात से संपन्न या सुसज्जित होना। “पहनना” का अर्थ है, किसी चारित्रिक गुण को अपनाने का यत्न करना।

  • जिस प्रकार वस्त्र देह के बाहर दिखाई देते हैं उसी प्रकार किसी गुण से "संपन्न" होने का अर्थ है मनुष्य वह गुण आसानी से देख सकते हैं। “दया धारण कर लो” का अर्थ है तुम्हारे काम दया का ऐसा चरित्र चित्रण प्रकट करें कि सब पर प्रकट हो।
  • “स्वर्ग से सामर्थ्य आभूषित” अर्थात स्वार्गिक सामर्थ्य से भर जाना।
  • इस शब्द को नकारात्मक भाव व्यक्त व्यक्त करने के लिए भी काम में लिया जाता है जैसे “लज्जित होना” या “भयातुर होना”

अनुवाद के सुझाव:

  • यदि संभव हो तो अलंकार को ज्यों का त्यों रखें, “पहन लो” इसका अनुवाद हो सकता है, “धारण कर लो” यदि वस्त्र धारण करने को संदर्भ में है।
  • यदि अभिप्राय उचित प्रकट न हो रहा हो तो “पहनने” का दूसरा अनुवाद हो सकता है, “दर्शन” या “प्रकट करना” या “भर जाना” या “गुण होना”
  • “पहन लो” का अनुवाद हो सकता है, “से ढांक लो” या “प्रदर्शनीय व्यवहार”।

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H0899, H3680, H3736, H3830, H3847, H3848, H4055, H4374, H5497, H8008, H8071, H8516, G0294, G1463, G1562, G1737, G1742, G1746, G1902, G2066, G2224, G2439, G2440, G4016, G4749, G5509

पहर, घंटे, तत्काल, क्षण भर के लिए

परिभाषा:

बैबल में, “पहर” शब्द प्रायः उस समय को दर्शाने के लिए काम में लिया जाता है जब कोई घटना घटती है| इसका उपयोग लाक्षणिक परिप्रेक्ष्य में भी होता है जिसका अर्थ "समय" या "पल" दर्शाने के लिए भी किया जाता है।

  • यहूदी दिन को सूर्योदय से गिनते थे। (लगभग सुबह 6 बजे) उदाहरण के तौर पर, “नौवें घन्टे” अर्थात दोपहर के लगभग तीन बजे।
  • रात का समय सूर्यास्त के समय (लगभग संध्या 6 बजे) से गिना जाता था। उदाहरणार्थ “रात के तीसरे पहर” अर्थात आज के प्रणाली में "रात में नौ बजे के लगभग"।
  • क्योंकि बाइबल में समय का संदर्भ आज की समय पद्धति के अनुकूल नहीं होगा। अतः “लगभग नौ बजे” या “लगभग छः बजे” जैसी अभिव्यक्तियां काम में ली जा सकती हैं।
  • कुछ अनुवादों में ऐसी उक्तियां काम में ली गई हैं जैसे “संध्या समय” या “प्रातःकाल के समय” या “दोपहर के समय” कि दिन के समय को स्पष्ट किया जाए।
  • “उस घड़ी में” का अनुवाद हो सकता है, “उस समय” या “उस पल”
  • यीशु के संदर्भ में “घड़ी आ पहुंची है” का अनुवाद हो सकता है, “उसका समय आ गया है कि” या “उसका निर्धारित समय आ चुका है”।

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H8160, G56100

पहर(बाइबल का समय)

परिभाषा:

बाइबल के युग में “पहर” रात का एक समय था जिस समय नगर का पहरूआ या सुरक्षाकर्मी बैरी के संकट की चौकसी करता था।

  • पुराने नियम में इस्राएल के लिए तीन पहर होते थे, पहला, सूर्यास्त से रात्रि 10 बजे तक, दूसरा रात्रि दस बजे से 2 बजे तक, और भोर, 2 बजे से सूर्योदय तक।
  • नये नियम में यहूदी रोमी पद्धति पर चलने लगे थे जिसमें रात चार पहरों में विभाजित थी, पहला (सूर्यास्त से रात्रि 9 बजे तक), दूसरा (रात्रि 9 बजे से मध्यरात्रि 12 बजे तक), तीसरा (मध्यरात्रि 12 बजे से सुबह 3 बजे तक) और चौथा (3 बजे से सूर्योदय तक)।
  • इसका अनुवाद अधिक सामान्य रूप में “उत्तरकालीन संध्या" या "मध्यरात्रि" या "भोर के समय” जो निर्भर करता है कि किस पहर की चर्चा की जा रही है।

(यह भी देखें: पहर)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H0821, G54380

पहली उपज

परिभाषा:

“पहली उपज” अर्थात प्रत्येक मौसम के फल और सब्जियों की पहली फसल का एक अंश।

  • इस्राएली परमेश्वर के लिए ये पहले फल आत्मत्याग की भेंट-स्वरूप लाते थे।
  • बाइबल में इस उक्ति का उपयोग प्रतीकात्मक रूप में भी किया जाता है, पहलौठा पुत्र परिवार का पहला फल है। क्योंकि वह परिवार में जन्म लेने वाला पहला पुत्र है, वह परिवार का नाम और सम्मान वाहक है।
  • यीशु मृतकों में से जी उठा इसलिए वह अपने सब विश्वासियों में पहला फल है क्योंकि वे भी एक दिन मृतकों में से जी उठेंगे।
  • यीशु के विश्वासियों को सम्पूर्ण सृष्टि की “पहली उपज” कहा गया है, यीशु ने जिनका उद्धार किया और अपने लोग होने के लिए बुलाया है उनके विशेष सौभाग्य और पद को इसके द्वारा दर्शाया गया है।

अनुवाद के सुझाव:

  • इस उक्ति के यर्थाथ उपयोग का अनुवाद “प्रथम अंश(फसल का)” या "फसल का पहला हिस्सा" किया जा सकता है।
  • यदि संभव हो तो, अलग-अलग संदर्भों में अलग-अलग अर्थों दर्शाने के लिए, लाक्षणिक उपयोगों का शाब्दिक अनुवाद ही किया जाना चाहिए। यह शाब्दिक अर्थ और आलंकारिक उपयोगों के बीच के संबंध को भी दिखाएगा।

(यह भी देखें: पहलौठा)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H1061, H6529, H7225, G536

पहले से जान लिया, पूर्व ज्ञान

परिभाषा:

“पहले से जान लिया”, या “पूर्व ज्ञान” “पहले से जानना” क्रिया से व्युत्पन्न शब्द है जिसका अर्थ है घटना होने से पूर्व उसका बोध हो जाना।

  • परमेश्वर समय से बंधा नहीं है। वह भूत काल, वर्तमान काल और भविष्य की सब बातें जानता है।
  • यह शब्द अधिकतर इस संदर्भ में काम में लिया जाता है कि परमेश्वर पहले से ही जानता है कि यीशु को अपना उद्धारकर्ता ग्रहण करने के द्वारा किसका उद्धार होगा।

अनुवाद के सुझाव:

  • “पहले ही से जानता था” का अनुवाद हो सकता है, “पूर्वज्ञान था” या “समय से पहले जानता था” या “पहले से जानता था” या “पहले से ही पता था।”
  • “पूर्व ज्ञान” का अनुवाद “पहले से जानना” या “समय से पूर्व जानना” या “जानता ही था” या “समय से पूर्व जानना”।

(यह भी देखें: जानना, पहले से ठहराए गए)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: G42670, G42680

पहलौठे

परिभाषा:

“पहलौठे” शब्द मनुष्य या पशु के सब बच्चों में सबसे पहले जन्मे बच्चे को कहते हैं।

  • बाइबल में “पहलौठे” का संदर्भ सबसे पहले जन्म लेनेवाले पुत्र से है।
  • बाइबल के युग में सबसे पहले जन्म लेने वाले पुत्र को प्रमुख स्थान दिया जाता था और माता-पिता की सम्पदा में से अन्य पुत्रों की तुलना में दो गुणा भाग दिया जाता था।
  • परमेश्वर के लिए जिस पशु की बली चढ़ाई जाती थी वह पशु का पहला नर बच्चा होता था।
  • इसका उपयोग रूपक स्वरूप भी किया जा सकता है। उदाहरणार्थ, इस्राएल जाति को परमेश्वर का पहलौठा कहा गया है क्योंकि परमेश्वर ने उसे अन्य जातियों की तुलना में विशेष सौभाग्य प्रदान किए हैं।
  • परमेश्वर के पुत्र, यीशु को पहिलौठा कहा गया है, उसके महत्व और सब मनुष्यों पर उसके अधिकार के कारण।

अनुवाद के सुझाव:

  • यदि पहलौठा अभिलेख में अकेला शब्द है तो इसका अनुवाद हो सकता है, “पहलौठा पुरुष” या “पहलौठा पुत्र” क्योंकि इसका अभिप्राय यही है। (देखें: ग्रहण ज्ञान और अंतर्निहित सूचना)
  • इस शब्द के अनुवाद हो सकते हैं, “बेटा जो पहले पैदा हुआ” या “सबसे बड़ा बेटा” या “पहला बेटा”।
  • यीशु के लिए लाक्षणिक प्रयोग में इसका अनुवाद, एक ऐसे शब्द या वाक्यांश द्वारा किया जा सकता है जिसका अर्थ हो, "पुत्र जो सब कुछ पर अधिकार रखता है" या "पुत्र, जो सम्मान में पहला है।"
  • सावधान: सुनिश्चित करें कि यीशु के सन्दर्भ में इस शब्द के अनुवाद से ऐसा न लगे कि वह सृजा गया था।

(यह भी देखें: अधिकारी होना, बलि, पुत्र)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H1060, H1062, H1067, H1069, G4416, G5207

पानी,  गहरा

परिभाषा:

“पानी” का मूल अर्थ के अतिरिक्त अर्थ जलाशयों से भी है जैसे समुद्र, सागर, झील या नदी भी है।

  • "जल" इस वाक्यांश का सन्दर्भ जलाशयों या अनेक जल स्रोतों से है। इसका सन्दर्भ सामान्यतः जल की बड़ी मात्रा से भी है।
  • “पानी” का प्रतीकात्मक उपयोग घोर निराशा, कठिनाइयों और कष्टों के लिए भी किया जाता है। उदाहरणार्थ, परमेश्वर प्रतिज्ञा करता है कि जब हम “पानी से होकर चलें” तब वह हमारे साथ-साथ होगा।
  • “बहुत जल” का अर्थ है परेशानियां बहुत बड़ी हैं।
  • मवेशियों और अन्य पशुओं को पानी पिलाने का अर्थ है उनके लिए "पीने के पानी की व्यवस्था करना"। बाइबल के युग में पानी बाल्टी द्वारा कुएँ से निकाल कर होदे में या किसी और पात्र में डाला जाता था कि पशु उसमें से पानी पीएं।
  • पुराने नियम में परमेश्वर को उसके लोगों के लिए “जीवन जल” का सोता कहा गया है। इसका अर्थ है कि वह आत्मिक शक्ति और नवजीवन का सोत है
  • नये नियम में यीशु ने “जीवन जल” उक्ति का उपयोग किया है जो मनुष्य को बदलने तथा नवजीवन देने के लिए पवित्र आत्मा का कार्य है।

अनुवाद के सुझाव:

  • “पानी भरना” का अनुवाद होगा, “बाल्टी द्वारा कूएँ से पानी निकालना”
  • “उसके हृदय में से जीवन के जल की नदियां बह निकलेंगी”। इसका अनुवाद हो सकता है, “पवित्र आत्मा का सामर्थ्य और आशिषें उनमें से नदियों के सदृश्य बहने लगेंगी” “आशिषों” के स्थान में “वरदान” या “फल” या “ईश्वरीय गुण” का उपयोग किया जा सकता है।
  • कूएँ पर यीशु उस सामरी स्त्री से बातें करता है तो उस परिदृश्य में, “जीवन जल” का अनुवाद हो सकता है, “जीवनदायक जल” या “पानी जो जीवन देता है” इस संदर्भ में पानी की उपमा को ही अनुवाद में प्रकट करना आवश्यक है।
  • प्रकरण के अनुसार, “पानी” और “बहुत पानी” का अनुवाद हो सकता है, “घोर कष्ट” (जो आपको पानी की तरह चारों ओर से घेरे हो) "या" अदम्य कठिनाइयां (जैसे पानी की बाढ़) "या "बड़ी मात्रा में पानी "।

(यह भी देखें: जीवन, आत्मा, पवित्र आत्मा, सामर्थ्य)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H2222, H4325, H4529, H4857, H7301, H7783, H8248, H8415 G504, G4215, G4222, G5202, G5204

पापबलि, पापबलि

परिभाषा:

“पापबलि ” उन बलियों में से एक थी जिनकी आज्ञा परमेश्वर ने इस्राएलियों को दी थी।

  • इस बलि में बैल की बलि चढ़ानी होती थी, वेदी पर उसका लहू और चर्बी जलाए जाते थे और पशु की लोथ को इस्राएल की छावनी के बाहर धरती पर जला दिया जाता था।
  • इस पशु को पूर्णतः भस्म करने का अर्थ था कि परमेश्वर अति पवित्र है और पाप अत्यधिक भयानक है।
  • बाइबल की शिक्षा में पाप से शुद्ध होने के लिए लहू का बहाया जाना आवश्यक था जो पाप का मूल्य चुकाने का प्रतीक था ।
  • पशुबलि पाप के लिए स्थाई क्षमा नहीं उपलब्ध करवा सकती थी।
  • क्रूस पर यीशु की मृत्यु ने सदा के लिए पाप का दण्ड चुका दिया। वह एक सिद्ध पापबलि था।

(यह भी देखें: वेदी, गाय, क्षमा, बलि, पाप)

बाइबल के सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H2401, H2402, H2398, H2403

पाँवों की चौकी

परिभाषा:

“पाँवों की चौकी” बैठते समय पाँवों को आराम देने के लिए रखने की चौकी। इस उक्ति का प्रतीकात्मक अर्थ है, अधीन रहना या कनिष्ठ पद।

  • बाइबल के युग में पाँवों को शरीर का सबसे तुच्छ अंग माना जाता है। अतः पाँवों की चौकी और भी अधिक तुच्छ वस्तु थी, क्योंकि उस पर पाँव रखे जाते थे।
  • परमेश्वर कहता है, मैं अपने शत्रुओं को अपने पाँवों की चौकी कर दूँगा तो वह विद्रोहियों पर अपने सामर्थ्य, नियंत्रण और विजय की घोषणा कर रहा है। वे पराजित होकर इतने दीन हो जाएंगे कि परमेश्वर की इच्छा के अधीन समर्पण कर देंगे।
  • “परमेश्वर के पाँवों की चौकी पर आराधना करना” अर्थात परमेश्वर सिंहासन पर बैठा है और उपासक उसके चरणों में दण्डवत् करता है। उसके द्वारा परमेश्वर के समक्ष दीनता एवं आत्म समर्पण प्रकट होता है।
  • दाऊद मन्दिर को परमेश्वर के पाँवों की चौकी कहता है। इसका संदर्भ उसके अपने लोगों पर उसके संपूर्ण अधिकार से है। यह सिंहासन पर बैठे परमेश्वर का चित्रण भी है जिसके पाँव चौकी पर रखे हुए हैं जो उसके अधीन सबका समपर्ण दर्शाता है।

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H1916, H3534, H7272, G4228, G5286

पिघलना, पिघल गया, पिघलाई, पिघल जाता, ढालकर

तथ्य:

“पिघलना” अर्थात गरमी पाकर किसी ठोस पदार्थ का तरल हो जाना। इसका प्रतीकात्मक उपयोग भी किया गया है। पिघली हुई वस्तु को “ढालना” भी कहते हैं।

  • विभिन्न धातुओं को पिघला कर सांचों में डालकर हथियार या मूर्तियाँ बनाई जाती हैं। * “ढाली गई धातु” अर्थात पिघलाई गई धातु।
  • मोमबत्ती जलती है तो उसका मोम पिघलकर गिरता है। प्राचीन युग में पत्रों के सिरों पर पिघला हुआ मोम डालकर उन्हें मुहरबन्द किया जाता था।
  • “पिघलने” का प्रतीकात्मक अर्थ है, कोमल एवं दुलर्भ जैसे पिघला हुआ मोम।
  • यह अभिव्यक्ति, “मन पिघल जायेंगे” अर्थात भय के कारण अत्यधिक दुर्बल हो जायेंगे।
  • एक और प्रतीकात्मक अभिव्यक्ति है, “वे पिघल जायेंगे” वे चले जाने के लिए विवश किये जायेंगे या वे दुर्बल दिखाई देंगे और हार जायेंगे।
  • “पिघलने” का यथार्थ अनुवाद होगा “तरल हो जाना” या “द्रव होना” या “द्रव बनाना।”
  • “पिघलने” के प्रतीकात्मक अर्थों का अनुवाद होगा, “कोमल होना” या “दुर्बल होना” या “पराजित होना।”

(यह भी देखें: मन, मूरत, समान, मुहर)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H1811, H2003, H2046, H3988, H4127, H4529, H4541, H4549, H5140, H5258, H5413, H6884, H8557, G3089, G5080

पिलानेहारा

परिभाषा:

पुराने नियम के युग में “पिलानेहारा” राजा का वह सेवक होता था जो राजा को मदिरा का कटोरा देता था, वह पहले स्वयं मदिरा का स्वाद लेकर निश्चित करता था कि उसमें विष तो नहीं है।

  • इसका शाब्दिक अर्थ हो सकता है “कटोरा लाने वाला” या “वह जो कटोरा लाता है”।
  • “पिलानेहारा” विश्वासयोग्य होने और राजा का स्वामी-भक्त होने के लिए जाना जाता था।
  • उसकी विश्वसनीय स्थिति के कारण पिलानेहारा प्रायः शासक द्वारा लिए गए निर्णय पर प्रभाव डाल सकता था।
  • नहेम्याह फारस के राजा, अर्तक्षत्र का पिलानेहारा था, उस समय भी कुछ इस्राएली बेबीलोन की बन्धुआई में थे।

(यह भी देखें: अर्तक्षत्र, बाबेल, बन्दी, फारस, फिरौन)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H8248

पीड़ा

परिभाषा:

“पीड़ा” अर्थात भयानक दर्द या व्यथा।

  • पीड़ा शारीरिक या मानसिक कष्ट या व्यथा हो सकती है।
  • भयानक पीड़ा में पड़े लोगों के चेहरे या व्यवहार से वह प्रकट होती है।
  • उदाहरण के तौर पर, पीड़ित मनुष्य दांत पीसता है या रोता है।
  • “पीड़ा” का अनुवाद हो सकता है, “मानसिक व्यथा” या “महादुःख” या “घोर कष्ट”।

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H2342, H2479, H3708, H4164, H4689, H4691, H5100, H6695, H6862, H6869, H7267, H7581, G09280, G36000, G49280

पीड़ा, पीड़ित किया, पीड़ा पहुंचाने वाले

तथ्य:

“पीड़ा” का सन्दर्भ भयानक कष्टों से है। किसी को पीड़ा पहुंचाने का अर्थ है, उस मनुष्य के लिए कष्ट का कारण होना, प्रायः निर्दयता से।

  • कभी-कभी दुःख देने का संदर्भ शारीरिक कष्ट एवं व्यथा से होता है। उदाहरण के लिए, प्रकाशितवाक्य की पुस्तक में शारीरिक यातना का वर्णन किया गया है जो "पशु" के पूजकों को अंत के समय में भुगतना पड़ेगी।
  • पीड़ा आत्मिक एवं मानसिक व्यथा भी होती है जैसा अय्यूब ने अनुभव किया था।
  • प्रकाशितवाक्य की पुस्तक में प्रेरित यूहन्ना लिखता है, कि यीशु में उद्धार का विश्वास नहीं करनेवाले आग की झील में अनन्त आत्मिक पीड़ा सहेंगे।
  • इस शब्द का अनुवाद हो सकता है, “भयानक कष्ट” या “किसी को घोर कष्ट देना” या “यातना।" कुछ अनुवादक स्पष्टता हेतु “शारीरिक” या “आत्मिक” शब्द को इसके साथ जोड़ देते हैं।

(यह भी देखें: पशु, अनन्त, अय्यूब, उद्धारकर्ता, आत्मा, दुख उठाना, आराधना)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H3013, G09280 , G09290, G09300, G09310 , G25580, G28510, G36000

पीढ़ी

परिभाषा:

“पीढ़ी” शब्द उन मनुष्यों के संदर्भ में है जो एक ही समय जीवित हों। वे सभी एक ही समय में पैदा हुए हैं और इसलिए लगभग समान उम्र के हैं।

  • पीढ़ी समय का अन्तराल भी हो सकती है। बाइबल के युग में एक पीढ़ी को लगभग चालीस वर्ष माना जाता था।
  • माता-पिता और सन्तान दो अलग-अलग पीढ़ियों के होते है।
  • बाइबल में पीढ़ी शब्द का उपयोग प्रतीकात्मक रूप में उन लोगों के लिए भी काम में लिया गया है जिनके गुण सर्वनिष्ठ होते हैं।

अनुवाद के सुझाव

  • “यह पीढ़ी” या “इस पीढ़ी के लोग” का अनुवाद हो सकता है, “वर्तमान में जीवित मनुष्य” या “तुम लोग”
  • “दुष्ट पीढ़ी” का अनुवाद हो सकता है, “इस समय के दुष्ट लोग”।
  • “पीढ़ी से पीढ़ी” या “एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी तक” का अनुवाद हो सकता है, “वर्तमान में जो लोग है वे और उनके पोते-परपोते” या “हर एक युग के लोग” या “इस समय और आनेवाले समय के लोग” या “सब लोग और उनके वंशज”।
  • “आनेवाली पीढ़ी उसकी सेवा करेगी, वे आनेवाली पीढ़ी को परमेश्वर का ज्ञान देंगे”। इसका अनुवाद हो सकता है, “भविष्य में अनेक लोग परमेश्वर की सेवा करेंगे और अपनी सन्तान वरन सन्तान की सन्तान को उसके बारे में बताएंगे”।

(यह भी देखें: वंशज, बुराई, पूर्वज)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H1755, H1859, H8435, G10740

पीतल

परिभाषा:

“पीतल” (कांसा) एक धातु है जिसे तांबा और टिन के मिश्रण से तैयार किया जाता है। इसका रंग हल्की लालिमा लिए गहरा भूरा होता है।

  • यह धातु पानी से होने वाली हानि से सुरक्षित रहता है और गर्मी का उत्तम चालक होता है।
  • प्राचीन युग में पीतल उपकरणों, हथियारों, कलाकृतियों, वेदियों, खाना पकाने के बर्तन, सैनिकों के रक्षा कवच आदि अनेक वस्तुओं के निर्माण में काम आता था।
  • मिलाप वाला तम्बू और मन्दिर में अनेक समान तांबे के बने हुए थे।
  • देवी-देवताओं की मूर्तियां भी तांबे से बनती थी।
  • तांबे से वस्तुएं बनाने के लिए पहले तांबे को पिघलाया जाता था उसके बाद सांचों में डाला जाता था। इस प्रक्रिया को "ढालना" कहते थे।

(यह भी देखें: अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करे)

(यह भी देखें: हथियार, मिलाप वाला तम्बू, मन्दिर)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H5153, H5154, H5174, H5178, G5470, G5474, G5475

पुकार, चिल्लाहट, पुकारकर, रोना, दोहाई, दोहाई,

परिभाषा:

“पुकार” या “दोहाई” प्रायः किसी बात को उच्च स्वर में कहना और आवश्यकता व्यक्त करना। कोई “दोहाई” पीड़ा या निराशा या क्रोध में भी पुकार सकता है।

  • “दोहाई” का अर्थ चिल्लाना या आवाज देना, अधिकतर सहायता के लिए।
  • इसका अनुवाद “ऊंचे स्वर में घोषणा करना” या “शीघ्रता में सहायता मांगना” हो सकता है-प्रकरण के अनुसार।
  • “मैं तुझे पुकारता हूं” इस उक्ति का अनुवाद “मैं सहायता के लिए तुझे पुकारता हूं” या “मैं आपातकालीन सहायता के लिए तुझे पुकारता हूं” हो सकता है।

(यह भी देखें: बुलाहट, विनती करना)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H603, H1058, H2199, H2201, H6030, H6463, H6670, H6682, H6817, H6818, H6873, H6963, H7121, H7123, H7321, H7440, H7442, H7723, H7737, H7768, H7769, H7771, H7773, H7775, H8173, H8663, G310, G349, G863, G994, G995, G1916, G2019, G2799, G2805, G2896, G2905, G2906, G2929, G4377, G5455

पूछना, जांच करना, जाँच-पड़ताल, पूछ-ताछ

तथ्य:

“पूछना” अर्थात किसी से किसी बात का साग्रह निवेदन करना। * “से पूछना” प्रायः परमेश्वर से सम्मति या बुद्धि मांगने के लिए काम में लिया गया है।

  • पुराने नियम में अनेक उदाहरण हैं जब मनुष्यों ने परमेश्वर से बातें पूछी हैं।
  • यह शब्द राजा या किसी सरकारी अधिकारी द्वारा लिखित अभिलेख के माध्यम से जानकारी प्राप्त करने के लिए भी काम में लिया जाता था।
  • प्रकरण के अनुवाद इस शब्द का अनुवाद हो सकता है, “पूछना” या “जानकारी मांगते हैं।”
  • “यहोवा से पूछना” इसका अनुवाद हो सकता है, “यहोवा से मार्गदर्शन खोजना” या “यहोवा से पूछना कि क्या किया जाए”।
  • "पूछताछ करने के लिए" का अनुवाद "प्रश्न पूछें" या "जानकारी के लिए पूछें" के रूप में किया जा सकता है।
  • जब यहोवा कहता है, “मैं उत्तर नहीं दूंगा” तो इसका अनुवाद हो सकता है, “मैं तुम्हें जानकारी पूछने की अनुमति नहीं दूंगा” या “तुम्हें मुझसे सहायता मांगने की अनुमति नहीं मिलेगी”।

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H1240, H1245, H1875, G1830

पृथ्वी, मिट्टी, पार्थिव

परिभाषा:

“पृथ्वी” अर्थात् वह संसार जिसमें मनुष्य अन्य सब प्राणियों के साथ रहते हैं। बाइबल में, इस शब्द का कभी-कभी "भूमि" के रूप में अनुवाद किया जाता है, जब इसका उपयोग सामान्य तरीके से जमीन या मिट्टी को संदर्भित करने के लिए किया जाता है, या जब किसी विशिष्ट भौगोलिक क्षेत्र, आमतौर पर किसी देश या राष्ट्र का उल्लेख करने के लिए एक विशिष्ट तरीके से उपयोग किया जाता है।

  • बाइबल में, "पृथ्वी" शब्द को अक्सर "स्वर्ग" शब्द के साथ जोड़ा जाता है, जो स्वर्ग में परमेश्वर के निवास के विपरीत पृथ्वी पर मानव जाति के निवास का संकेत देता है।
  • इस शब्द का अनुवाद प्रायः "देश" तब किया जाता है जब किसी जाति से जुड़ा होता है कि उस जाति की भौगोलिक सीमाओं को दर्शाया जाए, जैसे, "कनान देश"
  • "सांसारिक" शब्द कभी-कभी उन वस्तुओं को संदर्भित करने के लिए उपयोग किया जाता है जो अलौकिक और/या अप्रत्यक्ष की विषमता में लौकिक और/या प्रत्यक्ष हों।
  • इस शब्द का प्रयोग लाक्षणिक रूप से उन लोगों को जो पृथ्वी के निवासी हैं या पार्थिव वस्तुओं को संदर्भित करने के लिए किया जा सकता है, जैसे, "पृथ्वी मगन हो" और "वह पृथ्वी का न्याय करेगा"

अनुवाद के सुझाव:

  • इस शब्द का अनुवाद स्थानीय भाषा या आस पास की राष्ट्रीय भाषा के उस शब्द या उक्ति द्वारा किया जा सकता है, जिसका उपयोग इस पृथ्वी के लिए जिस पर हम रहते हैं, किया जाता है काम में लिया जाता है।
  • प्रकरण के अनुसार “पृथ्वी” का अनुवाद “संसार” या “भूमि” या “धूल” या “मिट्टी” किया जा सकता है।
  • प्रतीकात्मक उपयोग में "पृथ्वी" का अनुवाद “पृथ्वी के लोग” या “पृथ्वी पर रहनेवाले लोग” या “पृथ्वी की सब वस्तुएं” किया जा सकता है।
  • “सांसारिक” का अनुवाद “भौतिक” या “पृथ्वी की वस्तुएं” या “प्रत्यक्ष” किया जा सकता है।

(यह भी देखें: संसार, स्वर्ग)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H0127, H0772, H0776, H0778, H2789, H3007, H3335, H6083, H7494, G1093, G1919, G2709, G2886, G3625, G4578, G5517


पौधे लगाना, पौधे लगाए, रोपित किया, प्रत्यारोपित किया, प्रतिरोपित करना, बोना, बोया,

परिभाषा:

"पौधे" सामान्यतः भूमि से जुडे उगने वाली वस्तु है| "बोना" अर्थात, भूमि में बीज डालना कि उसमें से पौधे निकलें| "बीज बोने वाला" वह मनुष्य है भूमि में बीज डालता है या बीज उगाता है|

  • बीज बोने और पौधे लगाने की प्रक्रिया भिन्न-भिन्न होती है। एक विधि में बीज हाथ में लेकर भूमि पर विसर्जित किया जाता हैं।
  • एक और विधि है जिसमें भूमि में छेद करके प्रत्येक छेड़ में बीज डाला जाता हैं।
  • “बोना” शब्द का उपयोग प्रतीकात्मक रूप में भी किया जाता है जैसे, मनुष्य जो बोता है वही काटता है। कहने का अर्थ है कि मनुष्य बुरा करता है तो नकारात्मक परिणाम भोगता है, अगर कोई व्यक्ति अच्छा करता है, तो उसे सकारात्मक परिणाम प्राप्त होगा ।

अनुवाद के सुझाव

  • 'बोना' शब्द का अनुवाद "उगाना" भी किया जा सकता है। सुनिश्चित करें कि इसका अनुवाद करने के लिए जो शब्द काम में लिया जाए उसका अर्थ बीज बोना हो।
  • "बोनेवाला" का अनुवाद करने के अन्य रूप हो सकते हैं, "रोपणकर्ता" या "किसान" या "बीज बोने वाला मनुष्य"
  • अंग्रेजी में, "बोना" शब्द का उपयोग केवल बीज लगाए जाने के लिए किया जाता है, लेकिन अंग्रेजी शब्द "रोपना" शब्द का उपयोग बीज के साथ-साथ बड़ी वस्तुओं जैसे वृक्षों के लिए भी किया जा सकता है। अन्य भाषाओं में भी अलग-अलग शब्दों का उपयोग किया जा सकता है, जो निर्भर करता है कि क्या रोपित किया जा रहा है।
  • "मनुष्य जो बोता है वही काटता है" इस अभिव्यक्ति का अनुवाद हो सकता है, " जिस प्रकार एक बीज विशेष अपनी ही प्रजाति का पौधा उत्पन्न करता है, ठीक उसी प्रकार मनुष्य के सुकर्म भला परिणाम देते हैं और मनुष्य के कुकर्म दुष्परिणाम प्रकट करते हैं|"

(यह भी देखें: बुराई, भलाई, कटनी)

बाइबल के सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H2221, H2232, H2233, H2236, H4218, H4302, H5193, H7971, H8362, G4687, G4703, G5452

प्रकार, [दया नहीं]

परिभाषा:

“प्रकार” शब्द वस्तु(ओं) के संग्औरह या वर्गीकरण का सन्दर्भ देता है: वस्तुएं जिनमें सर्वनिष्ठ लक्षण हों परन्तु सब लक्षण एक से न हों|

  • बाइबल में ये शब्द विशेष करके परमेश्वर द्वारा आरम्भ में सृजित विभिन्न पौधों और पशुओं के संदर्भ में उपयोग किए गए हैं।
  • प्रत्येक “प्रकार” में भी अनेक प्रजातियां हैं। जैसे घोड़े, ज़ेबरा और गधे आदि सब एक ही जाति के हैं परन्तु उनकी प्रजातियां भिन्न-भिन्न हैं।
  • प्रत्येक “प्रकार” को एक अलग वर्ण में रखनेवाली मुख्य बात यह है कि वे अपने ही “प्रकार” की सन्तान उत्पन्न कर सकते हैं। अलग-अलग प्रजातियां आपस में ऐसा नहीं कर सकती हैं।

अनुवाद के सुझाव

  • इस शब्द के अनुवाद हो सकते हैं: “वर्ग”, “समूह” “पशु(पौधे)समूह” या "वर्ग।"

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H2178, H3978, H4327, G1085, G5449

प्रचार करना, प्रचार करना, प्रचार, घोषणा, उद्घोषणा, उद्घोषणा

परिभाषा:

“घोषणा करने का अर्थ है, किसी बात की सार्वजनिक एवं निर्भीक उद्घोषणा की जाए।

  • बाइबल में “प्रचार” शब्द का अर्थ है परमेश्वर के आदेश की सार्वजनिक घोषणा करना या मनुष्यों को परमेश्वर के बारे में और उसकी महानता के बारे में बताना।
  • नये नियम में प्रेरित विभिन्न नगरों और स्थानों में मनुष्यों को यीशु का शुभ सन्देश सुनाते थे।
  • “प्रचार करना” राजाओं के उपदेशों या बुराई को सार्वजनिक त्याग के लिए भी काम में लिया गया है।
  • “प्रचार” के अन्य अनुवाद रूप हो सकते हैं, “घोषणा करना” खुलकर प्रसारण करना” या “सार्वजनिक उद्घोषणा करना”।
  • “प्रचार” का अनुवाद “घोषणा” या “सार्वजनिक उपदेश” भी हो सकता है।

(यह भी देखें: प्रचार करना)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H1319, H1696, H1697, H2199, H3045, H3745, H4161, H5046, H5608, H6963, H7121, H7440, H8085, G518, G591, G1229, G1861, G2097, G2605, G2782, G2784, G2980, G3142, G3853, G4135

प्रचार करना, प्रचार, प्रचारक, घोषणा करना, उद्घोषणा

परिभाषा:

"प्रचार करना" का अर्थ है, जनसमूह से बातें करना, उन्हें परमेश्वर के बारे में शिक्षा देना और परमेश्वर की आज्ञाएं मानने के लिए प्रेरित करना। "घोषणा" करने का अर्थ है, सार्वजनिक रूप से किसी बात की साहसपूर्वक घोषणा करना या प्रचार करना।

  • प्रचार प्रायः एक मनुष्य द्वारा जनसमूह में किया जाता है। प्रचार बोलकर किया जाता है, लिखकर नहीं।
  • “प्रचार” और “शिक्षण” समान बात है परन्तु एक से नहीं हैं।
  • “प्रचार” अर्थात आत्मिक या नैतिक सत्य की उद्घोषणा करना और श्रोताओं से प्रतिक्रिया का आग्रह करना है। “शिक्षण” में निर्देशनों पर बल दिया जाता है, अर्थात् मनुष्यों को जानकारी देना या उन्हें शिक्षण प्रदान करना कि किसी कार्य को उन्हें कैसे करना है।
  • “प्रचार” अधिकतर “सुसमाचार” शब्द के साथ काम में लिया जाता है।
  • प्रचारक मनुष्यों में प्रचार करता है तो उसे सामान्यतः उसकी “शिक्षाएं” कहते हैं।
  • बाइबल में, “प्रचार” का का अर्थ प्रायः यह है, सार्वजनिक रूप से किसी ऐसी बात की घोषणा करना है, जिसकी आज्ञा परमेश्वर ने दी है, या मनुष्यों को परमेश्वर के बारे में समझाना कि वह कैसा महान है।
  • नए नियम में, प्रेरितों ने यीशु के बारे में कई अलग-अलग शहरों और क्षेत्रों के लोगों को सुसमाचार सुनाया।
  • "घोषणा" शब्द का उपयोग राजाओं द्वारा किए गए फरमानों के लिए या बुराई की सार्वजनिक निंदा करने के लिए भी किया जा सकता है।
  • "घोषणा" का अनुवाद करने के अन्य रूप हो सकते हैं, में "जनता को सुनाना" या "सार्वजनिक उपदेश करना" या "सार्वजनिक रूप से प्रकाशित करना।"
  • "उद्घोषणा" शब्द का अनुवाद भी ऐसा ही हो सकता है, "सार्वजनिक प्रकाशन" या "सार्वजनिक प्रचार" के रूप में भी किया जा सकता है।

(यह भी देखें: घोषणा करना, सुसमाचार, यीशु, परमेश्वर का राज्य)

बाइबल सन्दर्भ:

बाइबल कहानियों से उदाहरण:

  • 24:2 यूहन्ना ने उनसे कहा, “मन फिराओ क्योंकि स्वर्ग का राज्य निकट आ गया है !”
  • 30:1 यीशु ने प्रचार करने के लिए और कई अलग- अलग नगरों में लोगों को सिखाने के लिए अपने शिष्यों को भेजा।
  • 38:1 यीशु मसीह ने तीन साल बाद उपदेश और शिक्षा देना आरम्भ किया था। यीशु ने अपने चेलों से कहा कि वह यरूशलेम में उनके साथ फसह का पर्व मनाना चाहता था, और वह वहाँ मार डाला जाएगा।
  • 45:6 तथापि, जहा कही भी वह गए, हर जगह यीशु मसीह का प्रचार करते रहे|
  • 45:7 वह ९फिलिप्पुस सामरिया नगर में गया और वहा लोगों को यीशु के बारे में प्रचार किया और वहाँ बहुत से लोगों बचाए गए |
  • __46:6__तुरन्त ही, शाऊल दमिश्क के यहूदियों से प्रचार करने लगा कि, "यीशु परमेश्वर का पुत्र है!"
  • 46:10 फिर कलीसिया ने उन्हें कई अन्य स्थानों में यीशु के बारे में प्रचार करने के लिये भेज दिया |
  • 47:14 पौलुस और अन्य मसीही अगुवों ने अनेक शहरों में यीशु का प्रचार किया और लोगों को परमेश्वर के वचन की शिक्षा दी।
  • 50:2 जब यीशु पृथ्वी पर रहता था तो उसने कहा, "मेरे चेले दुनिया में हर जगह लोगों को परमेश्वर के राज्य के बारे में शुभ समाचार का प्रचार करेंगे, और फिर अन्त आ जाएगा।"

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रांग'स:
    • प्रचार करना: H1319, H7121, H7150, G1229, G2097, G2605, G2782, G2783, G2784, G2980, G4283
    • प्रचार: H1319, H1696, H1697, H2199, H3045, H3745, H4161, H5046, H5608, H6963, H7121, H7440, H8085, G518, G591, G1229, G1861, G2097, G2605, G2782, G2784, G2980, G3142, G4135

प्रतिफल, पारितोषक, योग्य

परिभाषा:

“प्रतिफल” शब्द का अर्थ है,मनुष्य के कर्मों का फल: अच्छे कामों का या बुरे कामों का| किसी को "प्रतिफल" देने का अर्थ है, मनुष्य को उसकी योग्यता के लिए कुछ देना; परन्तु यह "पारिश्रीमिक" के विचार से सर्वथा भिन्न है क्योंकि उसका अर्थ है भुगतान (प्रायः पैसों में) जो किए गए काम के बदले में होता है।

  • प्रतिफल अच्छा और सकारात्मक होता है जिसे मनुष्य तब पाता है जब वह कोई भला काम करता है या जब वह परमेश्वर की आज्ञा मानता है।
  • कभी-कभी प्रतिफल नकारात्मक बातों अर्थात अनर्थकारी कामों के सन्दर्भ में भी होता है जो अनुचित व्यवहार से उत्पन्न होते हैं, जैसे कहा जाता है, “दुष्ट का प्रतिफल” इस संदर्भ में जो “प्रतिफल” दिया जाता है वह दंड या नकारात्मक परिणामों के सन्दर्भ में होता है जो मनुष्य के पापी कार्यों के कारण होता है।

अनुवाद के सुझाव:

  • प्रकरण के अनुसार, “प्रतिफल” का अनुवाद “भुगतान” या

“योग्य कोई बात” या “दण्ड” हो सकता है।

  • किसी को “प्रतिफल देना” का अनुवाद हो सकता है, “बदले में देना” या "दंड"देना या “जो योग्य है वह देना”।
  • सुनिश्चित करें कि इस शब्द के अनुवाद का अर्थ मजदूरी न हो। प्रतिफल काम का वेतन नहीं है।

(यह भी देखें: दण्ड)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H0319, H0866, H0868, H1576, H1578, H1580, H4909, H4991, H5023, H6118, H6468, H6529, H7938, H7939, H7999, G04690, G05140, G05910, G26030, G34050, G34060, G34080

प्रतिष्ठित, रईसों, धनी मनुष्य, प्रधान लोग

परिभाषा:

“प्रतिष्ठित” अर्थात श्रेष्ठ और उच्च गुण की वस्तु। “रईस” उच्च राजनीतिक या सामाजिक स्तर का मनुष्य। एक व्यक्ति "कुलीन जन्म का" व्यक्ति वह है जो जन्म से ही एक कुलीन व्यक्ति है।

  • रईस प्रायः किसी राज्य का अधिकारी,होता था और राजा का निकट कर्मचारी होता था।
  • “रईस” शब्द का अनुवाद “राजा का अधिकारी” या “सरकारी अधिकारी” किया जा सकता है।

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H117, H1419, H2715, H3358, H3513, H5057, H5081, H6440, H6579, H7336, H7261, H8282, H8269, G937, G2104,

प्रधान याजकों

परिभाषा:

महायाजक यीशु के समय महत्वपूर्ण यहूदी धर्म के अगुवे थे

  • मन्दिर में आराधना के लिए आवश्यक हर एक बात के लिए महायाजक उत्तरदायी थे। वे मन्दिर में आनेवाली संपूर्ण धनराशि के प्रभारी थे।
  • वे साधारण याजकों से पद और अधिकार में अधिक मान्यवर थे। केवल महायाजक का अधिकार सबसे अधिक था।
  • महायाजक यीशु के प्रमुख बैरियों में थे और उन्होंने रोमी अधिकारियों को यीशु को बन्दी बनाने और मृत्यु-दण्ड देने के लिए विवश किया था।

अनुवाद के सुझाव:

  • “प्रधान याजक” का अनुवाद “प्रधान पुरोहित” या “प्रमुख पुरोहित” या “शास्त्रीय पुरोहित” किया जा सकता है।
  • सुनिश्चित करें कि यह अनुवाद “महायाजक” के अनुवाद से भिन्न हो।

(यह भी देखें: प्रधान, महा-याजक, यहूदी अगुवे, याजक)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H3548, H7218, G749

प्रधान, मुख्य पुरुष

परिभाषा:

“प्रधान” शब्द किसी जाति के सबसे अधिक अधिकार-संपन्न या सर्वाधिक महत्वपूर्ण अगुवे को संदर्भित करता है।

  • इसके उदाहरण हैं, “प्रधान बजानेवाला”, “प्रधान याजक” और “चुंगी लेने वालों का प्रधान” तथा “प्रधान शासक”।
  • इसका उपयोग परिवार के मुखिया के लिए भी किया जा सकता है जैसा उत्पत्ति अध्याय 36 में कुछ पुरुषों को कुल के “प्रधान” कहा गया है। इस संदर्भ में "प्रधान" का अनुवाद "अगुआ" या "प्रमुख पिता" हो सकता है।
  • संज्ञा रूप में इस शब्द का अनुवाद “प्रमुख” या “शासक” किया जा सकता है जैसे “प्रमुख बजानेवाला” या “सत्ताधारी याजक”।

(यह भी देखें: प्रधान, महायाजक, चुंगी लेनेवाला)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H0047, H0441, H5057, H5387, H5632, H6496, H7218, H7225, H7227, H7229, H7262, H8269, H8334, G07490, G07500, G07540, G44100, G44130, G55060

प्रफुल्लित, मगन, प्रसन्‍न, आनन्द करनेवाले

परिभाषा:

“आनन्द करना” और “आनन्द” का संदर्भ किसी सफलता और विशेष आशीष के कारण अत्यधिक आनन्दित होने से है।

  • “आनन्द करने में” किसी अद्भुत बात के उत्सव की भावना होती है।
  • मनुष्य परमेश्वर की भलाई में आनन्द मना सकता है
  • “आनन्द करनेवाले” के हर्ष की भावना में घमण्ड भी हो सकता है, सफलता या समृद्धि के कारण।
  • “आनन्द मनाना” का अनुवाद “हर्षोल्लास” या “बड़े आनन्द के साथ स्तुति करना” हो सकता है।
  • प्रकरण के अनुसार “आनन्द करना” का अनुवाद “विजय के साथ स्तुति करना” या “आत्म प्रशंसा के साथ उल्लासित होना” या “अभिमान” हो सकता है।

(यह भी देखें: हठीले, आनन्द, स्तुति, आनन्द मनाना)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H5539, H5947, H5970

प्रबंधक, भण्डारी, भंडारीपन

परिभाषा:

“प्रबंधक” या "भण्डारी" बाइबल में यह शब्द उस सेवक के लिए काम में लिया गया है जो अपने स्वामी की सम्पदा और व्यापार को संभालता है।

  • भण्डारी के बहुत उत्तरदायित्व होते थे जिनमे अन्य सेवकों के कार्यों का पर्यवेक्षण भी था।
  • “प्रबंधक ” भण्डारी के लिए एक आधुनिक शब्द है। दोनों शब्दों का संदास्र्भ उस मनुष्य से है जो किसी के व्यावहारिक विषयों को संभालना।

अनुवाद के सुझाव

  • इसका अनुवाद “पर्यवेक्षक” या “घरेलू व्यवस्थापक” या “प्रबंध करनेवाला सेवक” या “व्यवस्था करने वाला मनुष्य” हो सकता है।

(यह भी देखें: सेवक)

बाइबल संदर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H0376, H4453, H5057, H6485, G20120, G36210, G36230

प्रभेद करना, विवेक, भेद करना

परिभाषा:

“भेद करना” (समझने की शक्ति) अर्थात किसी बात को अंतर्ग्रहण करना विशेष करके समझना कि कोई बात सही है या गलत।

  • “समझने की शक्ति” (विवेक) समझकर किसी बात का बुद्धिमानी से निर्णय लेना।
  • इसका अर्थ है बुद्धि और उचित निर्णय लेने की क्षमता होना।

अनुवाद के सुझाव:

  • प्रकरण के अनुसार, “भेद करना” का अनुवाद, “समझना” या “अन्तर पहचानना” या “अच्छे और बुरे में भेद करना” या “किसी बात का उचित निर्णय लेना” या “सही को गलत से अलग करके देखना” हो सकता है।
  • “विवेक” का अनुवाद “समझना” या “अच्छे और बुरे में अन्तर पहचानने की क्षमता” हो सकता है।

(यह भी देखें: न्याय, बुद्धिमान)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H0995, H2940, H4209, H5234, H8085, G03500, G12520, G12530, G29240

प्रशासन, प्रशासक, प्रशासन कर रहा, अधिकारी, अधिकृत, अगुवा

तथ्य:

“प्रबन्ध” और “प्रधान”, (प्रबन्ध करने वाले) किसी देश की प्रजा की सुचारू रूप से प्रबंध या व्यवस्था करने के संदर्भ में हैं।

  • दानिय्येल तथा अन्य तीन युवक बेबीलोन के निशित क्षेत्रों पर प्रबन्धक या प्रशासनिक अधिकारी ठहराए गए थे।
  • नये नियम में "प्रबन्ध" का संदर्भ पवित्रआत्मा के एक वरदान से भी है।
  • जिस व्यक्ति को प्रबन्धन का आत्मिक वरदान प्राप्त है वह मनुष्यों की अगुवाई एवं प्रबन्धन करने योग्य होता है और भवनों तथा सम्पदा का पर्यवेक्षण एवं रखरखाव कर सकता है।

अनुवाद के सुझाव

  • प्रकरण पर आधारित “प्रबन्धक” के अनुवाद के कुछ रूप हो सकते हैं, “शासक” या “व्यवस्थापक” या “प्रबन्धक” या “प्रशासक” या “राजकीय अधिकारी”।
  • “प्रबन्ध करना” का अनुवाद हो सकता है, “प्रशासन” या “संचालन” या “अगुवाई” या “व्यवस्था”
  • “प्रभारी” या “कार्यनिर्वाहक” या “व्यवस्था करनेवाला” आदि इस अनुवाद के संभावित अंश हैं।

(यह भी देखें: बाबेल, दानिय्येल, वरदान, हाकिम, हनन्याह, मिशल, अजर्याह)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H5532, H5608, H5632, H6213, H7860, G2941

प्रसव, जच्चा की सी, जच्चा की सी पीड़ाएँ

परिभाषा:

एक स्त्री “जच्चा की सी” पीड़ा में उस दर्द को अनुभव करती है जिसके द्वारा वह शिशु को जन्म देती है। इसे “जच्चा की सी पीड़ाएँ” कहते हैं।

  • गलातिया प्रदेश की कलीसियाओं को लिखे पत्र में पौलुस इस शब्द का उपयोग प्रतीकात्मक रूप में करता है जिसका अर्थ है कि पौलुस अपने विश्वासी भाइयों को अधिकाधिक मसीह की समानता में लाने के लिए प्रबल प्रयास करता है।
  • बाइबल में प्रसव पीड़ा की उपमा अन्तिम दिनों के विनाश को व्यक्त करने के लिए भी दी गई है कि वह अधिकाधिक आवृत्ति एवं प्रबलता में होगा।

(यह भी देखें: प्रसव पीड़ा, आखरी दिन)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H2342, H2470, H3018, H3205, H5999, H6045, H6887, H8513, G3449, G4944, G5088, G5604, G5605

प्राचीन, से बड़ा, बूढ़े

परिभाषा:

"प्राचीन" या "बूढ़े" शब्द का संदर्भ ऐसे लोगों से है (बाइबल में, प्राय: पुरुष) जो समुदाय में परिपक्व वयस्क और अगुए बनाने योग्य पर्याप्त वृद्धावस्था को प्राप्त कर चुके हैं हैं। उदाहरण के लिए, प्राचीनों के बाल पके हुए होना चाहिए, उनकी संतान वयस्क हो, या हो सके तो उनके नाती-पोते वरन उनकी भी संतान हों।

  • “प्राचीन” शब्द का मूल इस तथ्य में है कि ये पुरूष आयु में अधिक होते थे और आयु एवं अनुभव के कारण उनमें अधिक बुद्धि होती थी।
  • पुराने नियम में "प्राचीन" इस्राएलियों को न्याय और मूसा की व्यवस्था में मार्गदर्शन प्रदान करते थे|
  • नये नियम में यहूदी "प्राचीन" अपने समुदायों में अगुवों की भूमिका निभाते थे और समुदाय के न्यायाधीश भी थे।
  • आरंभिक मसीही कलीसियाओं में मसीही "प्राचीन" विश्वासियों की स्थानीय मण्डलियों को आत्मिक क्षेत्र में अगुआई प्रदान करते थे। उन कलीसियाओं में प्राचीनों में यदा-कदा युवक भी थे जो आत्मिकता में परिपक्व थे।
  • इस शब्द का अनुवाद हो सकता है, "वृद्ध पुरुषों" या "कलीसिया की अगुआई करने वाले आत्मिकता में परिपक्व पुरुष”

बाइबल संदर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रांग'स: H1419, H2205, H7868, G1087, G3187, G4244, G4245, G4850

प्राणी, सृष्टि

परिभाषा:

“प्राणी” का अर्थ है परमेश्वर द्वारा सृजित सब जीव चाहे मनुष्य हो या पशु।

  • भविष्यद्वक्ता यहेजकेल ने परमेश्वर की महिमा के दर्शन में "जीवित प्राणियों" का वर्णन किया है। वह उन्हें पहचानता नहीं था इसलिए उसने उन्हें यह सामान्य नाम दिया।
  • ध्यान दें कि सृष्टि का अर्थ यहां भिन्न है क्योंकि इस शब्द में परमेश्वर द्वारा सृजित सब वस्तुओं को समाहित किया गया है-जीवित तथा निर्जीव दोनों को (जैसे भूमि, जल, सितारे). “प्राणी” शब्द का अर्थ है केवल जीवित वस्तुएं।

अनुवाद के सुझाव:

  • प्रकरण के अनुसार “प्राणी” का अनुवाद “जीव” या “जीवित प्राणी” या “सृजित प्राणी” भी किया जा सकता है।
  • इस शब्द का बहुवचन “प्राणियों” का अनुवाद “सभी जीवित प्राणी" या “मनुष्य और पशु” या "पशु" या “मनुष्य।”

(यह भी देखें: उत्‍पन्‍न)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्त्रोंग्स: H1320, H1321, H1870, H2119, H2416, H4639, H5315, H5971, H7430, H8318, G22260, G29370, G29380

प्रांत, प्रांत, प्रादेशिक

तथ्य:

प्रान्त, विशाल क्षेत्रों को संदर्भित करते शब्द हैं जिनमें किसी देश या साम्राज्य को प्नशासनिक सुविधा हेतु विभाजित किया जाता था । में किसी देश या साम्राज्य का एक भाग होता है। "प्रांतीय" शब्द प्रान्त से संबन्धित किसी बात का विवरण देता है, जैसे की प्रांतीय हाकिम।

  • उदाहरणार्थ, प्राचीन फारसी राज्य प्रान्तों में विभाजित था जैसे मादी, फारस, सीरिया और मिस्र।
  • नये नियम के युग में रोमी साम्राज्य भी प्रान्तों में विभाजित था जैसे मकिदुनिया, एशिया, सीरिया, यहूदिया, सामरिया, गलील तथा गलातिया।
  • प्रत्येक प्रदेश का अपना प्रशासनिक अधिकारी था जो साम्राज्य के राजा या शासक के अधीन था। ऐसे प्रशासक को “प्रांतीय आधिकारी”या“अधिपति” कहते थे।
  • “प्रान्त” और “प्रांतीय” का अनुवाद, “क्षेत्र” और “क्षेत्रीय” किया जा सकता है।

(यह भी देखें: एशिया, मिस्र, एस्तेर, गलतिया, गलील, यहूदिया, मकिदुनिया, मादी, रोम, सामरिया, सीरिया)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H4082, H4083, H5675, H5676, G1885

प्रेमी, यारों

परिभाषा:

“प्रेमी” अर्थात् “प्रेम करने वाला व्यक्ति।” यह शब्द प्रायः उन मनुष्यों के लिए है जिनके यौन संबन्ध होते हैं।

  • बाइबल में “प्रेमी” शब्द उस मनुष्य के लिए काम में लिया जाता है जो किसी के साथ यौन संबन्ध रखता है, जिससे उसका विवाह नहीं हुआ है।
  • ऐसा अवैध संबन्ध बाइबल में इस्राएल द्वारा मूर्तिपूजा करके परमेश्वर की अवज्ञा के लिए काम में लिया जाता है। अतः “प्रेमी” शब्द प्रतीकात्मक रूप में इस्राएल द्वारा पूजा की जानेवाली मूर्तियों के लिए भी काम में लिया गया है। इन प्रकरणों में इस शब्द का अनुवाद संभव हो तो इस प्रकार किया जाए, “अवैध साथी” या “व्यभिचार के साथी” या “मूर्तियां”, (देखें: उपमा)
  • पैसों के “लोभी” (प्रेमी) ऐसा मनुष्य जो धनोपार्जन और धनवान होने को बहुत अधिक महत्व देता है।
  • पुराने नियम में श्रेष्ठगीत की पुस्तक में “प्रेमी” शब्द का उपयोग सकारात्मक रूप में किया गया है।

(यह भी देखें: व्यभिचार, झूठे देवता, मूरत, प्रेम)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H157, H158, H868, H5689, H7453, H8566, G865, G866, G5358, G5366, G5367, G5369, G5377, G5381, G5382

फंदा, फंदे, फंसाना, फंसा, फँसना, जाल

परिभाषा:

"जाल" और "फंदा" ये ऐसे साधन होते थे जिनसे पशु -पक्षी पकड़े जाते थे और वे बचकर भाग नहीं सकते थे। "जाल में फँसाने" का अर्थ है, जाल बिछाकर पकड़ना और फंदे में फंसाना या फंसाने का अर्थ है, फंदे से पकड़ना। बाइबल में इन शब्दों को प्रतीकात्मक रूप में भी काम में लिया गया है कि पाप और परीक्षा छिपे हुए फंदे हैं जो मनुष्य फंसा कर उसकी हानि करते हैं ।

  • “जाल” रस्सी या तार की एक कुंडली होती है जिसमें पशु का पांव पड़ जाए तो वह उसमें उलझ जाता है।
  • “फंदा” धातु या लकड़ी का बना होता है जिसके दो भाग होते हैं जो पशु का पांव पड़ने पर कठोरता से बन्द हो जाते हैं और पशु भाग नहीं पाता है। कभी-कभी फंदा भूमि में खोदा हुआ गड्ढा भी होता है जिसमें पशु गिर जाता है।
  • जाल या फंदा छिपाकर रखा जाता है कि पशु उसे देख न पाए।
  • “जाल बिछाना” अर्थात किसी को फंसाने के लिए जाल लगाना।
  • “जाल में फंसना” अर्थात किसी गहरे गड्ढे में गिरना जो पहले से पशु को फंसाने के लिए खोदा गया है।
  • एक व्यक्ति जो पाप करना शुरू कर देता है और रोक नहीं सकता, उसे "पाप से फंसे" के रूप में वर्णित किया जा सकता है, जिस प्रकार एक जानवर को फँसाने के लिए किया जाता है कि वह बच नहीं पाए।
  • जिस प्रकार कि पशु फंदे में फंसकर संकट में पड़ जाता है और हानि उठाता है उसी प्रकार मनुष्य पाप में फंस कर हानि उठाता है और उसे मुक्ति की आवश्यकता होती है।

(यह भी देखें: स्वतंत्र, , शिकार, शैतान, परीक्षा में डालना)

बाइबल के सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong’s: H2256, H3353, H3369, H3920, H3921, H4170, H4204, H4434, H4685, H4686, H4889, H5367, H5914, H6341, H6351, H6354, H6679, H6983, H7639, H7845, H8610, G64, G1029, G2339, G2340, G3802, G3803, G3985, G4625

फल, फलों, फलवन्त, निष्फल

परिभाषा:

“फल” अर्थात वृक्ष का खानेवाला भाग। “फलवन्त” अर्थात बहुत फल उगना। बाइबल में इस शब्द को प्रतीकात्मक रूप में भी काम में लिया गया है।

  • बाइबल में “फल” शब्द प्रायः मनुष्य के कामों और विचारों के लिए काम में लिया गया है। जिस प्रकार कि फल दर्शाता है कि वृक्ष कैसा है उसी प्रकार मनुष्य के शब्द और कार्य दर्शाते है कि उसका चरित्र कैसा है।
  • मनुष्य अच्छे या बुरे आत्मिक फल उत्पन्न करता है परन्तु “फलवन्त” का अर्थ सदैव ही सकारात्मक है अर्थात बहुत अच्छे फल लाना।
  • “फलवन्त” का प्रतीकात्मक अर्थ है, “समृद्धि” इसका संदर्भ प्रायः अनेक सन्तान एवं वंशज तथा भोजन की बहुतायत तथा धन धान्य से है।
  • सामान्यतः “का फल” का अभिप्रायः है किसी से उत्पन्न कोई बात या जो किसी और द्वारा निर्मित है। उदाहरणार्थ, “बुद्धि का फल” का अर्थ है बुद्धिमान होने के परिणाम-स्वरूप भली वस्तुएं पाना।
  • “भूमि का फल” मनुष्यों के खाने के लिए भूमि की उपज है। इसमें न केवल फल जैसे कि खजूर और अंगूर ही नहीं, सब्जियाँ, मेवे और अनाज भी युक्त है।
  • प्रतीकात्मक अभिव्यक्ति “आत्मा का फल” आज्ञाकारी मनुष्यों में पवित्र आत्मा द्वारा उत्पन्न धार्मिक के गुण।
  • “गर्भ का फल” अर्थात स्त्री की सन्तान।

अनुवाद के सुझाव:

  • इस शब्द का अनुवाद “फल” के लिए प्रभुता सामान्य शब्द द्वारा ही किया जाए तो अच्छा होगा अर्थात वृक्ष का भोज्य अंश। अनेक भाषाओं में बहुवचन शब्द “फलों” अधिक स्वाभाविक होगा।
  • प्रकरण के अनुसार, “फलवन्त” का अनुवाद हो सकता है, “अधिक आत्मिक फल उत्पन्न करना” या “अनेक सन्तान होना” या “समृद्ध होना”
  • “भूमि की उपज” का अनुवाद “भूमि द्वारा उत्पन्न भोजन” या “उस क्षेत्र की फसल”।
  • पशुओं और मनुष्यों की सृष्टि करके परमेश्वर ने उन्हें आज्ञा दी थी “फूलो फलो और पृथ्वी को भर दो”। जिसका अर्थ है अनेक सन्तान होना। इसका अनुवाद “अनेक सन्तान होना” या “अनेक सन्तान एवं वंशज होना” या “अनेक सन्तान होना कि अनेक वंशज हों”।
  • “गर्भ का फल” अनुवाद हो सकता है, “गर्भ से उत्पन्न” या “स्त्री द्वारा जन्मे सन्तान” या केवल “सन्तान”। एलीशिबा ने मरियम से कहा, “धन्य तेरे गर्भ का फल” तो उसका अर्थ था “जिस पुत्र को तू जन्म देगी वह धन्य है”। लक्षित भाषा में इस उक्ति के लिए भिन्न शब्द हो सकते हैं।
  • “दाख का फल” का अनुवाद “दाखलता का फल” या “अंगूर” हो सकता है।
  • प्रकरण के अनुसार, “अधिक फलवन्त होना” का अनुवाद हो सकता है, “अधिक फल देगी” या “अधिक सन्तान होगी” या “समृद्ध होगे”।
  • प्रेरित पौलुस की अभिव्यक्ति “फलदायक परिश्रम” का अनुवाद हो सकता है, “अच्छे परिणाम लाने वाला काम” या “मसीह में विश्वास करने के लिए काम को लाने वाला प्रयास”।
  • “आत्मा का फल” का अनुवाद “पवित्र आत्मा द्वारा उत्पन्न कार्य” या “शब्द एवं कार्य जिनसे प्रकट हो कि पवित्र आत्मा मनुष्य में कार्यरत है” हो सकता है।

(यह भी देखें: वंशज, अन्न, अंगूर, पवित्र आत्मा, दाखलता, गर्भ)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रांग'स: H4, H1061, H1063, H1069, H2233, H2981, H3581, H3759, H3899, H3978, H4022, H5108, H6509, H6529, H7019, H8393, H8570, G1081, G2590, G2592, G2593, G3703, G5052, G5352

फसल, लवनी, कटनी

परिभाषा:

“उपज” शब्द का अर्थ है, उपजाऊ पेड़-पौधों से पके फल या सब्जियाँ, बीज या अन्न एकत्र करना। “कटनी" शब्द का अर्थ है, फसलों की कटाई करना।

  • कटनी का समय फसल उगने की ऋतू के अंत का समय होता है।
  • इस्राएल "कटनी का पर्व" मनाता था कि भोजन की फसल काटने का उत्सव मनाएं। परमेश्वर ने उन्हें आज्ञा दी थी कि वे उसके लिए पहला फल चढाएं।
  • बाईबल के युग में, लावनी करने वाले प्रायः हाथ से फसल काटते थे, पौधों को उखाड़ कर या धार वाले साधन से उनको काट कर।

अनुवाद के सुझाव:

  • इस शब्द में निहित धारणा का अनुवाद लक्षित भाषा में फसल काटने के सामान्य शब्द द्वारा किया जाए।
  • कटनी का अनुवाद हो सकता है, “फल एकत्र करने का समय” या “फसल उठाने का समय” या “फल तोड़ने का समय”।
  • “लवनी करना” का अनुवाद हो सकता है, “एकत्र करना”, “तोड़ना” या “संग्रह करना”

(यह भी देखें: पहला फल, पर्व, सुसमाचार)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H2758, H4395, H4672 H7105, H7114, H7938, G270, G2325, G2326, G2327

फाटक, फाटकों, बेंड़ों, द्वारपाल, चौकीदारों, द्वार के खम्भे, द्वार

परिभाषा:

“फाटक” किसी बाढ़े में या दीवार में जो नगर या घर के चारों ओर से उसमें चूल पर लगी एक बाधा होती है। “बेड़ों” फाटक को बन्द करने के लिए लकड़ी या धातु की सांकल।

  • नगर के फाटकों को खोला जाता था कि मनुष्य, पशु और सामानवाहक नगर में आ सकें और नगर से जा सकें।
  • नगर को सुरक्षित रखने के लिए शहरपनाह और फाटक बहुत मोटे होते थे। फाटकों को सांकलों से बन्द किया जाता था कि शत्रु की सेना का नगर प्रवेश रोका जाए।
  • फाटकों के लिए "बेड़ों" एक लकड़ी या धातु की पट्टी को संदर्भित करता है जिसे जगह में ले जाया जा सकता है ताकि फाटक बाहर से नहीं खुल सकें।
  • बाइबल के समय में, नगर का फाटक नगर का समाचार एवं सामाजिक केन्द्र होता था। वहां व्यापारिक विनिमय एवं न्याय भी किया जाता था क्योंकि शहरपनाह के मोटे होने के कारण वहां धूप से बचने के लिए पर्याप्त ठंडी छांव होती थी। नागरिकों को उसकी छांव में बैठना मनभावन लगता था कि वहां बैठकर न्याय करें या व्यापार करें।

अनुवाद के सुझाव:

  • प्रकरण के अनुसार “फाटक” का अनुवाद “द्वार” या “दीवार का प्रवेश स्थान” या “बाधक” या “प्रवेश द्वार” किया जा सकता है।
  • “फाटक की सलाखों” का अनुवाद “फाटक की सिटकनी” या “द्वार को बन्द करने की लम्बी लट्ठा” या “द्वार को बन्द करने की धातु की सांकल”।

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H1817, H5592, H6607, H8179, H8651, G2374, G4439, G4440

फूल जाना

परिभाषा:

“फूल जाना” एक मुहावरा है जिसका अर्थ है पाखण्डी या अभिमानी होना। (देखें: मुहावरा)

  • एक व्यक्ति जो फूल जाता है वह स्वयं को अन्यों से अधिक बड़ा समझता है।
  • पौलुस ने सिखाया था कि जानकारियां और तथ्यों या धार्मिक अनुभव की अधिकता के कारण मनुष्य “फूल जाता है” और घमण्डी हो जाता है।
  • अन्य भाषाओं में भी ऐसी ही या इससे भिन्न उक्ति हो सकती है जिसका अर्थ यही हो जैसे “अकड़ में रहना”।
  • इसका अनुवाद हो सकता है, "बहुत घमंडी" या "दूसरों से घृणा करना" या "अभिमानी" या "स्वयं को दूसरों की तुलना में अधिक अच्सछा मझना" के रूप में किया जा सकता है।

(यह भी देखें: अभिमानी, घमण्डी)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H6075, G54480

बकरा-बकरियाँ, बकरियों की खालें, अजाजेल बकरा, बकरी का बच्चा

परिभाषा:

बकरी एक मध्यम कद का भेड़ जैसा चौपाया होता है जिसे दूध और मांस के लिए पाला जाता है। नवजात बकरी को बकरी का बच्चा कहते हैं।

  • भेड़ के समान बकरी भी महत्वपूर्ण बलि पशु थी विशेष करके फसह के समय।
  • यद्यपि भेड़ और बकरी देखने में एक से हैं, वे कुछ रूप में भिन्न हैं:
  • बकरी के बाल सख्त होते है और भेड़ के बाल ऊन होते हैं।
  • बकरी की पूंछ ऊपर रहती है जबकि भेड़ की पूंछ लटकती है।
  • भेड़ अपने झुण्ड में रहती है, परन्तु बकरी में निरंकुशता होती है और वह झुण्ड को छोड़ कर यहां वहां भागती है।
  • बाइबल के युग में बकरी इस्राएल के लिए दूध का प्रमुख साधन थी।
  • बकरी की खाल से तम्बुओं का आवरण और मशकें बनाई जाती थी।
  • पुराने और नये नियम दोनों में बकरी शब्द को अधर्मियों के प्रतीक स्वरूप काम में लिया गया है, संभवतः रखवाले से दूर भागने के उनके स्वभाव के कारण।
  • इस्राएली बकरे को पाप वाहक के प्रतीक स्वरूप काम में लेते थे। एक बकरे की बलि चढ़ाने के बाद याजक दूसरे बकरे के सिर पर हाथ रखकर उसे रेगिस्तान में भेज देता था जो मनुष्यों का पाप उठा ले जाने वाले का प्रतीक था।

(यह भी देखें: झुण्ड, बलि, भेड़, धर्मी, दाखरस)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H0689, H1423, H1429, H3277, H3629, H5795, H5796, H6260, H6629, H6842, H7716, H8163, H8166, H8495, G01220, G20550, G20560, G51310

बड़ा ठहराएगा

तथ्य:

“बड़ा ठहराएगा” अर्थात किसी को महान बनाना या किसी की महानता की ओर ध्यान आकर्षित करना।

  • बाइबल में “बड़ा ठहराएगा” शब्द किसी राजा या परमेश्वर के लिए काम में लिया गया है।
  • यदि कोई मनुष्य अपनी बड़ाई करता है तो इसका अर्थ है कि वह घमण्डी है और स्वयं को अन्य मनुष्यों से अधिक महत्वपूर्ण समझता है।

अनुवाद के सुझाव:

  • “बड़ाई” के अनुवाद के अन्य रूप हैं, “बताओ की(कोई) कितना महान है” या “(किसी को)उसकी महानता के लिए प्रशंसा करना”।
  • लूका रचित सुसमाचार में मरियम कहती है, “मेरा प्राण प्रभु की बड़ाई करता है।” इसका अनुवाद भी किया जा सकता है "मैं सबको बताऊँगा कि परमेश्वर कितना महान है" या "परमेश्वर इतना महान हैं और आश्चर्यजनक काम करता है!"
  • यह शब्द का अर्थ "प्रशंसा" के समान है। पद में जहाँ "प्रशंसा" और "बड़ा ठहराना" दोनों का उपयोग किया जाता है, यदि संभव हो तो इन शब्दों को अलग-अलग तरीकों से अनुवाद करने की कोशिश करना अच्छा है।
  • इसी शब्द का दूसरा शब्द है, “महिमा”

(यह भी देखें: प्रशंसा, महिमा करना)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H1431, H7679, G1392, G3170

बढ़ाएगा, बढ़ाता रहता, बढ़ गए, बढ़ने लगी, बढ़ती करेगा

परिभाषा:

“बढ़ाएगा” अर्थात जनसंख्या बहुत बढ़ जाना। इसका संदर्भ और बातों से भी होता है जैसे पीड़ा का बढ़ना।

  • परमेश्वर ने मनुष्यों और पशुओं से कहा था कि वे बढ़ कर (फूलो फलो) पृथ्वी को भर दें। यह सन्तति वृद्धि की आज्ञा थी।
  • यीशु ने 5,000 पुरुषों को भोजन करवाने के लिए रोटी और मछलियों की मात्रा बढ़ाई थी। भोजन की मात्रा बढ़ती गई कि सबके लिए आवश्यकता से अधिक भोजन हो।
  • प्रकरण के अनुसार इस शब्द का अनुवाद “फैलना” या “वृद्धि का कारण होना” या “संख्या वृद्धि होना” या “संख्या अधिक होना” या “असंख्या हो जाना” भी हो सकता है।
  • “तेरी पीड़ा को बहुत बढ़ा देगा” का अनुवाद हो सकता है, “तेरी पीड़ा को अधिक उग्र बना दे” या “तुझे बहुत अधिक पीड़ा दे”।
  • “घोड़े बढ़ाना” अर्थात “लालच करके घोड़ों का संग्रह करना” या “बहुत अधिक घोड़े एकत्र करना”

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H3254, H3527, H6280, H7231, H7233, H7235, H7680, G4052, G4129

बदनामी, बदनाम, निंदक, निंदा, नृशंस, झूठी बातें, बुरा-भला, दोष लगानेवाली

परिभाषा:

बदनामी एक नकारात्मक हैं, किसी अन्य व्यक्ति के बारे में बोली जाने वाली बातें (लिखित नहीं) जो बदनाम करती हैं। किसी व्यक्ति के बारे में ऐसी बातें (लिखने के लिए नहीं) कहने के लिए उस व्यक्ति को बदनाम करना है । ऐसी बातें कहने वाला व्यक्ति एक निंदक है।

  • बदनामी सच्ची बात नहीं होती है, या झूठा आरोप होता है परन्तु इससे सुननेवाला किसी मनुष्य के बारे में गलत सोचता है।
  • 'बदनामी' का अनुवाद "के खिलाफ बोलना" या "बुराई फैलाने" या "अपवाद करना" के रूप में किया जा सकता है।
  • बदनामी करने वाले को “सूचना देनेवाला” या “अफवाह फैलाने वाला” भी कहते हैं।

(यह भी देखें: निन्दा)

बाइबल के सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रांग'स: H1681, H1696, H1848, H3960, H5791, H7270, H7400, H8267, G987, G988, G1228, G1426, G2636, G2637, G3059, G3060

बदला लेना, पलटा लेनेवाला, पलटा लिया, बदला

परिभाषा:

“बदला लेना”,“प्रतिकार” या “प्रतिशोध करना” किसी को उसके द्वारा की गई हानि का पलटा लेने के लिए दण्ड देना। बदला लेने का काम, प्रतिशोध कहलाता है।

  • “बदला लेना” प्रायः न्याय करने या गलत को सही करने के अभिप्राय से होता है।
  • जब मनुष्यों के संदर्भ में हो तो “बदला लेना” या “प्रतिशोध” हानि करने वाले पर कार्यवाही के लिए होता है।
  • जब परमेश्वर “बदला लेता ” या “प्रतिशोध लागू करता है” तो वह उसकी धर्मनिष्ठा का दावा है क्योंकि वह पाप और विद्रोह का दण्ड देता है।

अनुवाद के सुझाव:

  • “बदला लेना” का अनुवाद “गलतियों को सुधारना” या “न्याय चुकाना” भी हो सकता है।
  • जब मनुष्यों से “बदला लेना” हो तब इसका अनुवाद “हिसाब चुकाना” या “दण्ड देने के लिए हानि पहुंचाना”, या “पलटा लेना” हो सकता है।
  • प्रकरण के अनुसार, “बदला” का अनुवाद हो सकता है, “दण्ड” या “पाप का दण्ड” या “गलत काम का बदला देना” “पलटा” शब्द मनुष्यों के संदर्भ में उपयोग किया गया है।
  • परमेश्वर कहता है “मेरा पलटा लो” तो इसका अनुवाद किया जा सकता है, “मेरे विरूद्ध किए गए गलत काम का दण्ड उन्हें दो” या “उनका बुरा करो क्योंकि उन्होंने मेरे विरूद्ध पाप किया है।”
  • परमेश्वर के बदले की चर्चा करते समय सुनिश्चित करें कि आपके अनुवाद में स्पष्ट हो कि पाप का दण्ड देने में परमेश्वर न्यायोचित है ।

(यह भी देखें: दण्ड, उचित, धर्मीजन)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

स्ट्रोंग्स: H1350, H3467, H5358, H5359, H5360, H8199, G15560, G15570, G15580, G37090


बँधुआई, बन्धुओं, बन्दी करके

परिभाषा:

“बन्धुआई” शब्द का अर्थ है कि मनुष्यों को स्वदेश से बाहर कहीं दूर बसाया जाना।

  • मनुष्य दण्ड के लिए या राजनीतिक कारणों से अपने देश से बाहर किया जाता है।
  • पराजित देश की प्रजा को विजयी देश की सेना अपने देश ले जाती थी कि उनसे अपना काम करवाए।
  • “बेबीलोन की बन्धुआई” बाइबल के इतिहास में वह समय था जब यहूदा राज्य की अधिकांश प्रजा को बलपूर्वक स्वदेश से विस्थापित करके बेबीलोन में बसाया गया था। यह अवधी 70 वर्ष तक रही थी।
  • “बन्धुआ” शब्द उन लोगों के संबन्ध में है जिन्हें स्वदेश से दूर निर्वासन में रखा जाता है।

अनुवाद के सुझाव:

  • “बन्धुआई में ले जाना” का अनुवाद एक ऐसे शब्द या ऐसी उक्ति द्वारा किया जा सकता है जिसका अर्थ “दूर भेजना” या “बलपूर्वक निकालना” या “देश निकाला देना”हो।
  • “बन्धुआई का समय” शब्द का अनुवाद ऐसे शब्द या ऐसी उक्ति द्वारा किया जा सकता है जिसका अर्थ, “निर्वासित समय” या “देश निकाले का समय” या “विवशकारी अनुपस्थिति का समय” या “देश निकाला” हो।
  • “बन्धुआ” के अनुवाद रूप हो सकते है, “निर्वासित लोग” या “वे लोग जिन्हें देश से निकाल दिया गया है” या “बेनीलोन में निर्वासित लोग”

(यह भी देखें: बाबेल, यहूदा)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H1123, H1473, H1540, H1541, H1546, H1547, H3212, H3318, H5080, H6808, H7617, H7622, H8689, G3927

बन्दी बनाना, अभिग्रहण करना, बंदीकरण

परिभाषा:

"बन्दी बनाना" किसी मनुष्य या वस्तु का बल-पूर्वक हरण करना। इसका अर्थ किसी पर हावी होना या नियंत्रण करना भी होता है।

  • जब सैन्य बल द्वारा नगर को जीत लिया जाता है तब सैनिक वहाँ के निवासियों की मूल्यवान वस्तुएं लूट लेते हैं।
  • प्रतीकात्मक रूप में उपयोग करने पर इस शब्द का अर्थ है, “भयातुर” होना।" इसका अर्थ है कि मनुष्य अकस्मात ही “भय-ग्रस्त” हो जाता है। यदि कोई व्यक्ति “भय-ग्रस्त” है तो यह भी कहा जा सकता है कि वह, “अकस्मात ही बहुत डर गया”।
  • स्त्री के प्रसव के संदर्भ में इसका अर्थ है दर्द अकस्मात ही उठा और बहुत अधिक हो गया। इस शब्द का अनुवाद हो सकता है, स्त्री का प्रसव पीड़ा द्वारा “अभिभूत होना” या पीड़ा का “अकस्मात ही आ पड़ना।"
  • इस शब्द का अनुवाद हो सकता है, “वशीभूत करना” या “अकस्मात ले लेना” या “जकड़ लेना”।"
  • “उसे पकड़ कर उसके साथ सोया” इस उक्ति का अनुवाद हो सकता है, “उस पर बलपूर्वक हावी हुआ” या “उसका शील भंग किया” या “उसके साथ बलात्कार किया”।" सुनिश्चित करें कि यह भावार्थ स्वीकार्य हो।

(देखें: व्यंजना)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H0270, H1497, H2388, H3027, H3920, H3947, H4672, H5377, H5860, H6031, H7760, H8610, G07240, G19490, G26380, G29020, G29830, G48150, G48840

बन्दी, बन्दी बनाना, बन्धुआई, पकड़ना

परिभाषा:

“बन्दी” और “बँधुआई” का अर्थ है मनुष्यों को बन्दी बनानाऔर जहां वे नहीं चाहते वहां उन्हें रहने के लिए विवश करना जैसे परदेश में।

  • यहूदा राज्य के इस्राएलियों को बेबीलोन में 70 वर्ष बँधुआ बनाकर रखा गया था।
  • बँधुआ लोगों को बन्दी बनाने वाले लोगों या देशों के लिए काम करना पड़ता था।
  • दानिय्येल और नहेम्याह इस्राएली बँधुआ थे जो बेबीलोन के राजा की सेवा में थे।
  • “बन्दी बनाना” मनुष्यों का दासत्व में ले जाने के लिए एक और अभिव्यक्ति है।
  • “तुम्हें बन्दी बना कर ले जाएंगे,”इसका अनुवाद ऐसे भी हो सकता है, “तुम्हें बँधुआ होकर रहने के लिए विवश करेंगे” या “तुम्हें बन्दी बनाकर परदेश में ले जाएंगे"।
  • प्रतीकात्मक रूप में प्रेरित पौलुस विश्वासियों से कहता है कि वे प्रत्येक विचार को “बन्दी बना कर” मसीह का आज्ञाकारी बना दें।
  • वह यह भी कहता है कि मनुष्य पाप के द्वारा कैसे "दासत्व में" ले लिया जाता है अर्थात पाप के "वश में" होता है।

अनुवाद के सुझाव:

  • प्रकरण के अनुसार “बंदी बनाकर रखा” इस उक्ति का अनुवाद हो सकता है, “स्वतंत्र रहने न दिया” या “बन्दीगृह में रखा” या “परदेश में रहने के लिए विवश किया।"
  • “बन्दी बनाकर ले गए” या “बन्दी बनाया," इनका अनुवाद हो सकता है, "पकड़ लिया" या "कैद कर लिया" या "परदेश जाने के लिए विवश किया।"
  • "बंदियों" शब्द का अनुवाद हो सकता है, "वे लोग जो पकडे गए थे" या "दास बनाए गए लोग"
  • प्रकरण के अनुसार, "बन्धुआई" का अनुवाद हो सकता है, "कारावास" या "निर्वासन" या "परदेश में बलात आप्रवास"

(यह भी देखें: बाबेल, बँधुआई, बन्दीगृह, बन्दी बनाना)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H1123, H1473, H1540, H1546, H1547, H7617, H7622, H7628, H7633, H7686, G161, G162, G163, G164, G2221

बन्दीगृह, बन्दी, बन्दी, बन्दीगृह, कैद में, कैद में, बन्दी बनाना, बन्दी बनना, बन्दी बनना

परिभाषा:

“बन्दीगृह” वह स्थान है जहाँ अपराधियों को उनके अपराध का दण्ड देने के लिए रखा जाता है। “बन्दी” वह व्यक्ति जो बन्दीगृह में रखा गया है।

  • अभियुक्त को अभियोग के समय तक बन्दीगृह में रखा जाता है।
  • “बन्दी बनाया” अर्थात् “बन्दीगृह में रखा” या “दासत्व में रखा”।
  • अनेक भविष्यद्वक्ता और परमेश्वर के सेवक निरपराध बन्दीगृह में डाले गए थे।

अनुवाद के सुझाव:

  • “बन्दीगृह” का दूसरा शब्द “कारावास” है।
  • इस शब्द का अनुवाद “कालकोठरी” भी किया जा सकता है, जब कारावास किसी भवन या राजमहल के तहखाने में हो।
  • “बन्दी” का संदर्भ उन लोगों से भी हो सकता है जिन्हें उनके शत्रु बन्दी बनाकर उनकी इच्छा के विरूद्ध किसी स्थान में रखते हैं। इसका अनुवाद “दास” भी किया जा सकता है।
  • “बन्दी बनाने” के अनुवाद हो सकते हैं, “बन्दी बनाकर रखना” या “दासता में रखना” या “कैद कर लेना”

(यह भी देखें: बन्दी)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H612, H613, H615, H616, H631, H1004, H1540, H3608, H3628, H3947, H4115, H4307, H4455, H4525, H4929, H5470, H6115, H6495, H7617, H7622, H7628, G1198, G1199, G1200, G1201, G1202, G1210, G2252, G3612, G4788, G4869, G5083, G5084, G5438, G5439

बबूल

परिभाषा:

"बबूल" कनान में प्राचीन समय का एक कंटीला वृक्ष था जो आज भी बहुतायत से पाया जाता है।

  • बबूल के पेड़ की नारंगी भूरे रंग की लकड़ी बहुत कठोर एवं दीर्घकालीन उपयोग की होती है। जिससे चीजें निर्माण करने के लिए यह उपयोगी सामग्री बनती है।
  • यह लकड़ी आसानी से सड़ती नहीं है क्योंकि इसकी घनता बहुत अधिक है यह पानी को भी रोकती है, इसमें प्राकृतिक कीटनाशक निहित होते हैं।
  • बाइबल में बबूल की लकड़ी निवास स्थान (भण्डार) और वाचा का सन्दूक बनाने में काम में ली गई थी।

(यह भी देखें: अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करे)

(यह भी देखें: वाचा का सन्दूक, मिलापवाला तम्बू)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H7848

बल, बलवन्त करना, दृढ़ किया, मजबूत, हियाव बाँधा

तथ्यों:

“बल” अर्थात शारीरिक, मानसिक या आत्मिक शक्ति। “बलवन्त करना” (स्थिर होना, दढ़ होना) अर्थात किसी को अधिक शक्तिशाली बनाना।

  • “बल” का अर्थ यह भी है कि किसी प्रकार के विरोधी बल का सामना करना।
  • परीक्षा में नहीं गिरनेवाले में “इच्छा शक्ति” होती है।
  • भजनकार यहोवा को अपना “बल” कहता है अर्थात् परमेश्वर उसे बलवन्त होने में सहायता करता है।
  • दीवार या भवन जैसी रचना को दृढ़ किया जाए तो इसका अर्थ है कि उसका पुनरूद्धार किया जा रहा है उसमें पत्थर और ईंटों को जोड़कर उसे अधिक दृढ़ किया जा रहा है कि वह आक्रमण का सामना कर पाए।

अनुवाद के सुझाव

  • “बलवन्त करना” का सामान्यतः अनुवाद हो सकता है, “दृढ़ करना” या “अधिक शक्तिशाली बनाना”।
  • आत्मिक अर्थ में “अपने भाइयों को स्थिर कर” का अनुवाद होगा, “अपने भाइयों को प्रोत्साहित कर” या “अपने भाइयों को धीरज धरने में सहायता प्रदान कर”।
  • निम्नलिखित उदाहरण इन शब्दों का अर्थ दिखाते हैं, और इसलिए उनका अनुवाद कैसे किया जा सकता है, जब उन्हें लंबे समय तक भाव में शामिल किया जाता है।
  • “बल का कटिबन्ध” अर्थात् “पूर्ण शक्ति देना जैसे कटिबन्ध कमर को थामे रहता है”।
  • “शान्ति और विश्वास तेरा बल होगा” अर्थात् “शान्ति का आचरण और परमेश्वर में विश्वास तुझे आत्मिक शक्ति प्रदान करेगा”।
  • "अपनी शक्ति का नवीनीकरण" का अर्थ "फिर से मजबूत हो जाएंगे”।
  • "मेरी ताकत और मेरी बुद्धि से मैंने काम किया" इसका मतलब है "मैंने यह सब किया है क्योंकि मैं बहुत ताकतवर और बुद्धिमान हूं।"
  • "दीवार को मजबूत करें" का अर्थ है "दीवार को सुदृढ़ करना" या "दीवार को फिर से बनाना"।
  • “मैं तुझे स्थिर करूंगा” अर्थात् “मैं तुझे शक्तिशाली बनाऊंगा”।
  • “उद्धार और बल यहोवा से है, अर्थात् “केवल यहोवा हमारा उद्धार करता है और हमें बल देता है”।
  • “बल की चट्टान” अर्थात् “वह विश्वासयोग्य जो तुझे बल प्रदान करता है”
  • “उसकी दहिनी भुजा के उद्धार के बल से” अर्थात् “वह तुझे संकटों से बलपूर्वक उबारता है जैसे कोई तुझे बलवन्त भुजा से पकड़े रहे”।
  • “निर्बल” अर्थात् “दुर्बल” या “अधिक शक्तिशाली नहीं”।
  • “अपनी पूरी शक्ति से” अर्थात् “अपने सर्वोत्तम प्रयास से” या “दृढ़ता से पूर्णतः”

(यह भी देखें: विश्वास, दृढ़ रहना, दाहिना हाथ, उद्धार)

बाइबल के सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H193, H202, H353, H360, H386, H410, H553, H556, H905, H1082, H1369, H1396, H1679, H2220, H2388, H2391, H2392, H2393, H2428, H2633, H3027, H3028, H3559, H3581, H3811, H3955, H4206, H4581, H5326, H5331, H5332, H5582, H5797, H5807, H5810, H5934, H5975, H6106, H6109, H6697, H6965, H7292, H7293, H7296, H7307, H8003, H8443, H8510, H8632, H8633, G461, G772, G950, G1411, G1412, G1743, G1765, G1840, G1849, G1991, G2479, G2480, G2901, G2904, G3619, G3756, G4599, G4732, G4733, G4741

बलवा , बलवा, बलवा किया, विद्रोह, विद्रोही, बलवाई, विद्रोह शीलता

परिभाषा:

“बलवा” शब्द का अर्थ है किसी के अधिकार के अधीन होने से इन्कार करना। “बलवा करने वाला” आज्ञा नहीं मानता है और बुरा काम करता है। ऐसा मनुष्य “बलवाई” कहलाता है

  • मनुष्य बलवा करता है जब वह ऐसा काम करता है जिसके लिए अधिकारियों ने मना किया है।
  • मनुष्य अधिकारियों द्वारा निर्दिष्ट कार्य न करे तो वह बलवा करता है।
  • कभी-कभी मनुष्य अपने सरकार या शासकों से भी बलवा (विद्रोह) करते हैं।
  • प्रकरण के अनुसार “बलवा करना” का अनुवाद “आज्ञा न मानना” या “विद्रोह करना” भी हो सकता है।
  • “बलवाई” का अनुवाद “लगातार अवज्ञाकारी” या “आज्ञापालन से इन्कार” भी किया जा सकता है।
  • “बलवा” का अर्थ है, “आज्ञा मानने से इन्कार” या “अवज्ञा” या “नियम विरोधी”
  • “बलवा” का संदर्भ एक संगठित जनसमूह से भी हो सकता है जो नियम को तोड़कर अगुओं और जनता पर सार्वजनिक आक्रमण कर देते हैं। ये लोग अन्य मनुष्यों को भी साथ देने के लिए भड़काते हैं।

(यह भी देखें: अधिकार, शासक)

बाइबल संदर्भ:

बाइबल कहानियों से उदाहरण:

  • 14:14 इस्राएलियों के चालीस वर्ष तक जंगल में भटकने के बाद, वह सभी जो परमेश्वर के विरुद्ध बोलते थे मर गए।
  • 18:07 दस इस्राएली गोत्र रहूबियाम के विरुद्ध बलवा किया।
  • 18:09 यारोबाम ने परमेश्वर का विद्रोह किया और लोगों को पाप में धकेल दिया।
  • 18:13 यहूदा के बहुत से लोग परमेश्वर के विरुद्ध हो गए और अन्य देवताओं की उपासना करने लगे।
  • 20:07 परन्तु कुछ वर्षों के बाद, यहूदा के राजा ने बेबीलोन के विरुद्ध विद्रोह किया।
  • 45:03 फिर स्तिफनुस ने कहा, “हे हठीले और परमेश्वर से बलवा करने वालों, तुम सदा पवित्र आत्मा का विरोध करते हो, जैसा तुम्हारे पूर्वजों ने सदैव परमेश्वर का विरोध किया और उसके भविष्यवक्ताओं को मार डाला।

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रांग'स: H4775, H4776, H4777, H4779, H4780, H4784, H4805, H5327, H5627, H5637, H6586, H6588, H7846, G3893, G4955

बलिदान करना, बलि, भेंट, भेंट की वस्तुओं

परिभाषा:

बाइबल में "बलि" और "भेंट का" संदर्भ परमेश्वर की आराधना में विशेष भेंट चढ़ाने से है। लोगों ने भी झूठे देवताओं के लिए बलिदान चढ़ाये।

बलि

  • परमेश्वर के लिए बलि चढ़ाने में प्रायः पशु को वध किया जाता था।
  • केवल यीशु- परमेश्वर का सिद्ध निष्पाप पुत्र, की बलि मनुष्यों के पापों से पूर्ण शोधन प्रदान कर सकती है, जानवरों का बलिदान कभी ऐसा नहीं कर सकता था।

भेंट

  • "भेंट" शब्द का अर्थ है सामान्यतः है कि जो कुछ भी चढ़ाया गया था दिया गया। "बलि" का संदर्भ उस हर एक बात से था जो चढ़ाने वाले के लिए बहुत मूल्य की होती थी।
  • परमेंश्वर के लिए भेंट को विशिष्ट चीजें थीं, जिन्हें उसने इस्राएलियों को भक्ति और आज्ञाकारिता व्यक्त करने के लिए आदेश दिया था।
  • विभिन्न बलियों के नाम थे "होमबलि" और "मेलबलि" आदि से प्रकट था कि कैसी बलि चढ़ाए।

अनुवाद सुझाव

  • "चढ़ाओ" का अनुवाद "परमेश्वर के लिए भेंट" या "परमेश्वर को दी हुई कोई वस्तु" या "कोई मूल्यवान वस्तु जो परमेश्वर को दी गई है" हो सकता है।
  • संदर्भ के आधार पर, शब्द "बलि" का अनुवाद "आराधना में कुछ मूल्यवान" या "एक विशेष जानवर को मार डाला और परमेश्वर को दिया गया" के रूप में भी किया जा सकता है।
  • "बलिदान के लिए" क्रिया का अनुवाद "मूल्यवान" या "किसी जानवर को मारने और इसे परमेश्वर को दे" देने के लिए किया जा सकता है।
  • "जीवित बलिदान के रूप में अपने आप को पेश करने" का अनुवाद करने का एक और तरीका हो सकता है "जैसे कि आप अपना जीवन जीते हैं, अपने आप को परमेश्वर के लिए पूरी तरह से वेदी पर चढ़ाया जाता जानवर के जैसे अपने आप को परमेश्वर को दे देना।"

(यह भी देखें: वेदी, होमबलि, अर्घ, झूठे देवता, मेलबलि, स्वैच्छा बलि, मेलबलि, याजक, पाप बलि, आराधना)

बाइबल सन्दर्भ:

बाइबल कहानियों से उदाहरण:

  • __03:14__तब नूह जहाज में से निकल आने के बाद, उसने एक वेदी बनाई, जिसे बलिदान के लिये इस्तमाल किया जा सके और सभी तरह के जन्तुओ का बलिदान दिया| परमेश्वर उस बलिदान से प्रसन्न हुआ और नूह और उसके परिवार को आशीष दी|
  • 05:06"अपने एकमात्र बेटे, इसहाक को ले, और बलिदान के रूप में मार डालो।" फिर अब्राहम ने परमेश्वर की आज्ञा का पालन किया, और अपने पुत्र का बलिदान देने के लिये तैयार हो गया|
  • 05:09 ईश्वर ने इसहाक के बदले बलिदान के लिए मेढ़ा प्रदान किया था|
  • __13:09__जो कोई भी परमेश्वर के व्यवस्थाओं का उल्लंघन करता है, वह मिलापवाले तम्बू के सामने वेदी पर परमेश्वर के लिये पशु का बलिदान चढ़ाएगा। एक याजक जानवर को मारकर वेदी पर जला देगा। उस जानवर का खून जो बलिदान किया गया था, उस व्यक्ति के पाप को आच्छादन किया और उस व्यक्ति को परमेश्वर की दृष्टि से साफ कर दिया।
  • 17:06 दाऊद चाहता था कि वह एक मंदिर का निर्माण करें जिसमें सभी इस्राएली परमेश्वर की उपासना करें और बलिदान चढाएँ।
  • 48:06 यीशु सबसे महान महायाजक है| दूसरे याजकों से भिन्न, उसने अपने आप को उस एकलौते बलिदान के रूप में अर्पण किया जो संसार के सभी मनुष्य के पाप को हटा सकती है|
  • 48:08 परन्तु परमेश्वर ने यीशु को भेजा, परमेश्वर का मेम्ना, कि वह हमारे स्थान पर अपने आप को बलिदान करे|
  • 49:11 क्योंकि यीशु ने स्वयं का बलिदान दिया, इसलिये परमेश्वर किसी भी पाप को क्षमा कर सकता है, यहाँ तक कि भयानक पापों को भी|

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H801, H817, H819, H1685, H1890, H1974, H2076, H2077, H2281, H2282, H2398, H2401, H2402, H2403, H2409, H3632, H4394, H4469, H4503, H4504, H5066, H5068, H5069, H5071, H5257, H5258, H5261, H5262, H5927, H5928, H5930, H6453, H6944, H6999, H7133, H7311, H8002, H8426, H8548, H8573, H8641, G266, G334, G1049, G1435, G1494, G2378, G2380, G3646, G4376, G5485

बहन, बहनों

परिभाषा:

बहन वह स्त्री होती है जो किसी की माता या किसी के पिता के द्वारा अनुवांशिक संबन्ध रखती है. उसे कहा जाता है कि वह किसी की बहन है या उस व्यक्ति की बहन है।

  • नये नियम में "बहन" शब्द का आलंकारिक उपयोग उस स्त्री के लिए किया जाता है जो यीशु में सहविश्वासी है।
  • कभी-कभी,"भाइयों और बहनों" शब्द मसीह के सब विश्वासी स्त्री-पुरुष के लिए उपयोग किया गया है।
  • पुराने नियम की पुस्तक श्रेष्ठगीत में "बहन" शब्द प्रेमी या जीवन साथी के लिए उपयोग किया गया है।

अनुवाद के सुझाव:

  • अतः उचित होगा कि लक्षित भाषा में इस शब्द का अनुवाद करते समय अनुवांशिक या प्राकृतिक बहन के लिए काम में आने वाले शब्द का ज्यों का त्यों ही उपयोग करें, जब तक कि इसका अभिप्राय गलत न हो।
  • इसके अन्य अनुवाद रूप हो सकते हैं, “मसीह में बहन” या “आत्मिक बहन” या “मसीह की विश्वासी स्त्री” या “सहविश्वासी महिला”।
  • संभव हो तो पारिवारिक शब्द काम में लेना सबसे अच्छा है।
  • यदि लक्षित भाषा में विश्वासी शब्द का स्त्रीलिंग रूप हो तो इसे काम में लेना संभावित अनुवाद हो सकता है।
  • प्रेमी या पत्नी के संदर्भ में “प्रिय” या “प्रियतम” का स्त्रीलिंग शब्द काम में ले।

(यह भी देखें: भाई, मसीह में, आत्मा)

बाइबल के सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H269, H1323, G27, G79

बहिष्कृत, निकाल दिया, बाहर निकालना

परिभाषा:

“निकालना” या "निकालता" अर्थात किसी व्यक्ति या वस्तु को बलपूर्वक दूर करना।

  • "डालना" शब्द का अर्थ "फेंकना" के समान है। जाल डालने का मतलब है जाल को पानी में फेंकना।
  • प्रतीकात्मक उपयोग में “निकालना” या “दूर करना” अर्थात किसी का त्याग करना या उसे अपने से दूर करना

अनुवाद के सुझाव:

  • प्रकरण पर आधारित इसके अन्य अनुवाद रूप होंगे, “बलपूर्वक बहिष्कार करना” या “अलग कर देना” या “पीछा छुड़ाना”
  • “दुष्टात्मा निकालना” इसका अनुवाद हो सकता है, “दुष्टात्मा को निकल जाने पर विवश करना” या “दुष्टात्मा को बाहर निकालना” या “दुष्टात्मा का बहिष्कार करना” या “दुष्टात्मा को निकल जाने की आज्ञा देना”।
  • आराधनालय या कलीसिया से किसी को "बाहर निकालने" का अनुवाद हो सकता है, उनको बहिष्कृत करना" या "उनको बाहर करना|"

(यह भी देखें: दुष्टात्मा, दुष्टात्माग्रस्त, बहुत सारे)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H1272, H1644, H1920, H3423, H7971, H7993, G15440

बागा, बागा धारण

परिभाषा:

बागा लम्बी बांह का बाहरी वस्त्र था जिसे स्त्री-पुरूष दोनों पहनते थे। यह दिखने में अचकन के समान होता है।

  • बागा सामने खुला रहता है और कमरबंद या पट्टे से बंघा होता हैं।
  • उनकी लम्बाई बड़ी या छोटी होती है।
  • बैंगनी रंग का बागा राजा पहनते थे जो राजाधिकार, वैभव और प्रतिष्ठा का प्रतीक था।

(यह भी देखें: राजसी, अंगरखा)

बाइबल के सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H0145, H0155, H0899, H1545, H2436, H2684, H3671, H3801, H3830, H3847, H4060, H4254, H4598, H5497, H5622, H6614, H7640, H7757, H7897, H8071, G17460, G20670, G24400, G47490, G40160, G55110

बांज वृक्ष, बांज वृक्षों

परिभाषा:

बांज, या बांज वृक्ष मोटे तने और फैली हुई शाखाओं का एक लम्बा पेड़ होता है।

  • बांज वृक्ष की लकड़ी कठोर और दृढ़ होती है जिससे जहाज, हल, जूए और सहारे की छड़ी बनाए जाते थे।
  • इस वृक्ष के फल को बंजुफल कहते हैं।
  • कुछ बांज वृक्षों के तने 6 मीटर मोटे होते हैं।
  • बांज वृक्ष दीर्घायु के प्रतीक थे, उनके अन्य आत्मिक अर्थ भी है। बाइबल में इनका संबन्ध पवित्र स्थानों से है।

अनुवाद के सुझाव:

  • कई अनुवादों को "बांज वृक्ष" शब्द का उपयोग करने के बजाय केवल "बांज" शब्द का उपयोग करना महत्वपूर्ण होगा।
  • यदि लक्षित भाषा के स्थान में बांज वृक्ष नहीं है तो इसका अनुवाद किया जा सकता है, “एक बड़ा बांज का छायादार वृक्ष” और इसके गुणों वाले किसी स्थानीय वृक्ष का नाम दें।
  • देखें: अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करें

(यह भी देखें: पवित्र)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H352, H424, H427, H436, H437, H438

बाँसुरी, नर्सीगा

परिभाषा:

बाइबल के युग में बाँसुरी हड्डियों या लकड़ी के खोखले वाद्य-यन्त्र थे जिनसे ध्वनि निकलती थी। बाँसुरी एक प्रकार की नली थी।

  • अधिकांश नलियों में सरकंडे जो मोटे घास के बने थे, हवा फूंकने पर कम्पन उत्पन्न होता था।
  • एक नली जिसमें सरकंडे नहीं होते थे उन्हें बाँसुरी कहते थे।
  • चरवाहे अपनी भेड़ों को शान्ति देने क लिए बांसुरी बजाते थे।
  • इन वाद्यों द्वारा सुख या दुःख का संगीत बजाया जाता था।

(यह भी देखें: झुण्ड, चरवाहा)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H4953, H5748, H2485, H2490, G08320, G08340, G08360

बीज, वीर्य

परिभाषा:

बीज पौधे का वह भाग है जिसे भूमि में डालने पर उसी जाति का पौधा अंकुरित होता है।तथापि बाइबल में "बीज" शब्द का उपयोग लाक्षणिक रूप में भी किया गया है जिसके अनेक भिन्न-भिन्न अर्थ हैं।

  • "बीज" शब्द प्रतीकात्मक और शिष्टोक्ति रूप में स्त्री-पुरुष की सन्तानोत्पत्ति की सूक्ष्म कोशिकाओं के लिए भी काम में लिया गया है। इनको वीर्य कहा जाता है।
  • इसी संदर्भ में "बीज" शब्द मनुष्य की सन्तान या वंशजों के लिए भी काम में लिया जाता है।
  • इस शब्द का अर्थ प्रायः बहुवचन में होता है जो एक से अधिक बीज के दानों या एक से अधिक वंशजों के संदर्भ में होता है।
  • बीज बोनेवाले के दृष्टान्त में यीशु उसके बीजों की तुलना परमेश्वर के वचनसे करता है, जब यह मनुष्यों के मन में अंकुरित होता है तब उत्तम आत्मिक फल लाता है।
  • प्रेरित पौलुस भी "बीज" शब्द का उपयोग परमेश्वर के वचन के संदर्भ में करता है।

अनुवाद के सुझाव:

  • जब संदर्भ वास्तव में बीज का ही हो, तो अनुवाद में "बीज" शब्द का ही उपयोग किया जाए, जो लक्षित भाषा में उपयोग किया जाता है,अर्तात किसान द्वारा अपने खेत में बोया जाने वाला बीज।
  • जब परमेश्वर के वचन का लाक्षणिक संदर्भ हो तब बीज शब्द को ज्यों का त्यों ही काम में लेना होगा.
  • प्रतीकात्मक उपयोग में जब सन्दर्भ एक ही वंश के पारिवारिक सदसयों से हो तब "बीज" की अपेक्षा "वंशज" या "वंशजों" शब्दों का उपयोग अधिक स्पष्ट होगा। कुछ भाषाओं में ऐसा शब्द भी हो सकता है जिसका अर्थ "सन्तान और नाती-पोते" हो।
  • स्त्री या पुरुष का "बीज" के लिए देखें कि लक्षित भाषा में इसे किस प्रकार व्यक्त किया जा सकता है जिससे पाठकों को बुरा न लगे या लज्जा का अनुभव न हो। (देखें: व्यंजना)

(यह भी देखें: वंशज, सन्तान)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H2232, H2233, H3610, H6507, G4615, G4687, G4690, G4701, G4703

बीनने, बीनता, बीना हुआ, इकट्ठा करना

परिभाषा:

“सिला बीनना” खेत से या बगीचे से अन्न और फल जो लवनी करने वालों के हाथों से गिर गए उनको उठाना।

  • परमेश्वर ने इस्राएल को आज्ञा दी थी कि वे विधवाओं, गरीबों और परदेशियों को गिरा हुआ अन्न उठाने दें कि उनके भोज के लिए हो।
  • कभी-कभी खेत का स्वामी सिला बीनने वालों को लवनी करनेवालों के निकट भी आने देता था जिससे वे और भी अधिक अन्न बटोर सकते थे। इस व्यवस्था का स्पष्ट उदाहरण रूत की कहानी में है उसे उदारता-पूर्वक उसके एक संबन्धी बोआज के खेत में लवनी करनेवालों के पास उदारता-पूर्वक सिला बीनने दिया था।
  • “सिला बीनने” के अनुवाद हो सकते हैं, “चुनना” या “एकत्र करना” या “संग्रह करना”।

(यह भी देखें: बोआज, अन्न, फसल, रूत)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H3950, H3951, H5953, H5955

बुझाना, बुझेगी, नहीं बुझती

परिभाषा:

“बुझाना” शब्द का अर्थ है आग बुझाना या सन्तोष की अभिलाषा को त्यागना।

  • इस शब्द का उपयोग सामान्यतः प्यास बुझाने के संदर्भ में किया जाता है, पेय पदार्थ पीकर प्यास को शान्त करना।
  • इसका संदर्भ अग्निदमन से भी है।
  • आग और प्यास दोनों ही पानी से बुझते हैं।
  • पौलुस “बुझाने” शब्द को प्रतीकात्मक रूप में काम में लेता है, जब वह विश्वासियों को कहता है, “पवित्र आत्मा को न बुझाओ”। इसका अर्थ है कि मनुष्यों में पवित्र आत्मा के फल तथा वरदानों से मनुष्यों को निरूत्साह न करें। पवित्र आत्मा को बुझाने का अर्थ है ऐसे काम करना कि पवित्र आत्मा मनुष्यों में अपना सामर्थ्य एवं कार्य प्रकट न कर पाए।

(यह भी देखें: फल, वरदान, पवित्र आत्मा)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H1846, H3518, H7665, H8257, G762, G4570

बुद्धिमानी, बुद्धिमानी, बुद्धिपूर्वक

तथ्य:

“बुद्धिमान” (चतुर) वह मनुष्य जो अपने कामों के बारे में सावधानी पूर्वक विचार करता है और समझदारी के निर्णय लेता है।

  • “बुद्धिमानी” प्रायः उस क्षमता के संदर्भ में होती है जिसके द्वारा व्यावहारिक, सांसारिक बातों के निर्णय लिए जाते हैं, जैसे पैसे या सम्पदा का प्रबन्ध करना।
  • यद्यपि “बुद्धिमानी” और “बुद्धि” अर्थ में एक से हैं, बुद्धि अधिक सामान्य और आत्मिक या नैतिक बातों पर केन्द्रित होती है।
  • प्रकरण के अनुसार "बुद्धिमान का अनुवाद हो सकता हैः "चतुर" या "सर्तक" या समझदार।"

(यह भी देखें: चतुर, आत्मा, बुद्धिमान)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H995, H5843, H6175, H6191, H6195, H7080, H7919, H7922, G4908, G5428

बुद्धिमानों, मंत्री

तथ्य:

"बुद्धिमान मनुष्य" का साधारण सा अर्थ है, बुद्धि से परिपूर्ण लोग।बाइबल में, "बुद्धिमान" शब्द अक्सर उन मनुष्यों को दर्शाता है जो असाधारण ज्ञान और योग्यताएं रखते थे और राजा के दरबार में या उच्च अधिकारियों के लिए परामर्शदाता थे।

पुराना नियम

  • कभी-कभी शब्द "बुद्धिमान पुरुष" को पाठ में "विवेकपूर्ण पुरुष" या "समझ वाला पुरुष" भी कहा गया है। यह उन लोगों को संदर्भित करता है जो बुद्धिमानी और सत्य से कार्य करते हैं क्योंकि वे परमेश्वर की आज्ञा मानते हैं।
  • "बुद्धिमानों" जिन्होंने फिरौन और अन्य राजाओं की सेवा की थी, वे अक्सर विद्वान थे, जिन्होंने सितारों का अध्ययन किया था, विशेषकर उन सितारों के विशेष अर्थों की खोज करते थे जिन सितारों ने आकाश में विशिष्ट स्थिति बनायी होती थी। कभी-कभी, "बुद्धिमान मनुष्य" शकुन भी विचारते थे, जादू टोना करते थे,संभवतः दुष्टात्माओं की सहायता से।
  • अक्सर बुद्धिमान पुरुषों से स्वप्न के अर्थ की व्याख्या करने की उम्मीद की जाती थी। उदाहरण के लिए, राजा नबूकदनेस्सर ने मांग की कि उसके बुद्धिमान पुरुष उसके सपनों का वर्णन करें और उसे बताएं कि उसका अर्थ क्या है, लेकिन उनमें से दानिय्येल के सिवाय कोई भी ऐसा करने के लिए, सक्षम नहीं था क्योंकि उसने परमेश्वर की ओर से इसका ज्ञान प्राप्त किया था।

नया नियम

  • यीशु के दर्शनार्थ पूर्वी क्षेत्रों से आने वाले पुरुषों के समूह को "ज्योतिशिओं" कहा जाता था, जिसे अक्सर "बुद्धिमान पुरुष" के रूप में अनुवादित किया जाता है, क्योंकि यह शायद उन विद्वानों को दर्शाता है जिन्होंने पूर्वी देश के किसी शासक की सेवा की थी।

अनुवाद के सुझाव

  • संदर्भ के आधार पर इस उक्ति, "बुद्धिमान पुरुष" शब्द का अनुवाद "बुद्धिमान" या "प्रतिभाशाली पुरुषों" या "शिक्षित पुरुषों" या किसी अन्य कोई शब्द जो किसी शासक के अधीन महत्वपूर्ण कार्य करने वाले मनुष्यों के सन्दर्भ में हो।
  • जब "बुद्धिमान पुरुष" का अभिप्राय मात्र बुद्धिमान मनुष्यों से हो तो "बुद्धिमान" शब्द का अनुवाद वैसे ही किया जाय जैसे बाइबल में अन्य स्थानों में किया गया है।

(यह भी देखें: बाबेल, दानिय्येल, शकुन, जादू-टोना, नबूकदनेस्सर, शासक, बुद्धिमान)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H2445, H2450, H3778, H3779, G4680

बुरा, गलत करना, बुरा करनेवाला, दुर्व्यवहार, चोट पहुँचाना, कष्टदायक

परिभाषा:

“बुरा” करने का अर्थ है किसी के साथ अन्याय करना या अनिष्ठ व्यवहार करना।

  • "दुर्व्यवहार" शब्द का अर्थ है किसी व्यक्ति के साथ बुरा या कठोर व्यवहार करना, उस व्यक्ति को शारीरिक या मानसिक कष्ट पहुंचाना।
  • "चोट" शब्द अधिक सामान्य है और इसका अर्थ है "किसी को किसी प्रकार हानि पहुंचाना।" इसमें अक्सर "शारीरिक चोट" का अभिप्राय होता है।
  • संदर्भ के आधार पर, इन शब्दों का अनुवाद हो सकता है, " किसी के साथ गलत करना" या "अन्याय का व्यवहार करना" या "हानि पहुँचाना" या "हानिकारक व्यवहार करना" या "चोट पहुँचाना," आदि।

बाइबल संदर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H0205, H0816, H2248, H2250, H2255, H2257, H2398, H2554, H2555, H3238, H3637, H4834, H5062, H5142, H5230, H5627, H5753, H5766, H5791, H5792, H5916, H6031, H6087, H6127, H6231, H6485, H6565, H6586, H7451, H7489, H7563, H7665, H7667, H7686, H8133, H8267, H8295, G0091, G0092, G0093, G0095, G0264, G0824, G0983, G0984, G1536, G1626, G1651, G1727, G1908, G2556, G2558, G2559, G2607, G3076, G3077, G3762, G4122, G5195, G5196

बेसुध होकर

परिभाषा:

“बेसुध होकर” मस्तिष्क की वह दशा है जिसमें मनुष्य जागृत तो रहता है परन्तु उसे अपने आसपास की अनुभूति नहीं होती है, क्योंकि वह किसी और बात को देख रहा और अनुभव कर रहा होता है।

  • नये नियम में यह शब्द मस्तिष्क की अलौकिक स्थिति का वर्णन करता है जैसी पतरस और पौलुस की थी जब परमेश्वर ने उनसे दर्शन में बातें की थीं।
  • पतरस और पौलुस दोनों ही प्रार्थना कर रहे थे जब वे बेसुध हो गए थे।
  • परमेश्वर ने उन्हें मूर्छा की स्थिति में किया था।
  • "बेसुध" न तो एक "दर्शन" है और न ही एक "सपना" है और अलग ढंग से अनुवाद किया जाना चाहिए।
  • “बेसुध होना” अर्थात् “जागते हुए नींद में आ गया”।

(यह भी देखें: स्वप्न, दर्शन)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: G1611

बैंगनी

तथ्य:

“बैंगनी” शब्द एक रंग का नाम है जो नीले और लाल का मिश्रण है।

  • प्राचीन युग में, बैंगनी रंग दुर्लभ था और अत्यधिक मूल्यवान रंग था। राजाओं तथा उच्च अधिकारियों के वस्त्र इसी मसाले से रंगे जाते थे।
  • इस रंग का निर्माण महंगा और समय लेनेवाला होता था, बैंगनी वस्त्र धनवान होने, विशिष्ट होने तथा राजसी होने का प्रतीक था।
  • निवास के मण्डप और मन्दिर के परदों का रंग भी बैंगनी था याजकों के एपोद का रंग भी बैंगनी था।
  • बैंगनी रंग समुद्री घोंघे को कुचल कर या उबलते हुए पानी में डालकर निकाला जाता था, या घोंघों को जीवित रखकर यह रंग छोड़ने के लिए उकसाया जाता था। यह एक मंहगी प्रक्रिया थी।
  • रोमी सैनिकों ने यीशु के क्रूसीकरण से पूर्व उसे बैंगनी वस्त्र पहनाकर उसकी निन्दा की थी क्योंकि उस पर दोष लगाया गया था कि वह यहूदियों का राजा है।
  • फिलिप्पी नगर की लुदिया बैंगनी वस्त्र बेचकर जीविकोपार्जन करती थी।

(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद)

(यह भी देखें: एपोद, फिलिप्पी, शाही, मिलापवाला तम्बू, मंदिर)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H0710, H0711, H0713, G42090, G42100, G42110

बोझ, भारी, कठोर परिश्रम, अभिव्यक्तियाँ

परिभाषा:

बोझ कोई भारी वस्तु हो सकता है. इसका मूल अर्थ में सन्दर्भ किसी पदार्थ सम्बन्धी भार से होता है जिसे पशु द्वारा उठाया जाता है. "बोझ" शब्द के अनेक प्रतीकात्मक अर्थ भी हैं.

  • बोझ का सन्दर्भ किसी मनुष्य के कठिन दायित्व या महत्वपूर्ण उत्तरदायित्व से भी होता है. उसके लिए कहा जाता है कि वह “भारी बोझ” "उठा रहा है" या “से दबा है.”
  • निर्दयी शासक अपनी जनता पर बोझ डालता है जैसे उनसे बलात बहुत अधिक कर वसूल करना.
  • जो मनुष्य किसी पर बोझ होना नहीं चाहता वह किसी के लिए कष्ट का कारण नहीं होना चाहता है.
  • मनुष्य के लिए दोष उसके लिए एक बोझ है.
  • “प्रभु का भारी वचन” भविष्यद्वक्ता द्वारा परमेश्वर की प्रजा को सुनाए गए “परमेश्वर के सन्देश” की आलंकारिक अभिव्यक्ति है.
  • ”बोझ” जिसका अनुवाद हो सकता है, “दायित्व” या “कर्तव्य” या “भारी बोझ” या “सन्देश” प्रकरण के अनुसार जैसा भी हो.

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong’s: H9260, H3053, H4614, H4853, H4864, H5445, H5447, H5448, H5449, H6006, G4, G916, G922, G2347, G2599, G2655, G5413

भटकना, भटक जाते हैं, भटक गए, भरमाना, गलत दिशा की ओर

परिभाषा:

“भटका दिया” और “भटकना” का अर्थ है परमेश्वर की इच्छा न मानना। मनुष्य जो “भटक गए” उन्होंने स्वेछा से अन्य मनुष्यों या परिस्थितियों से प्रभावित होकर परमेश्वर की आज्ञा नहीं मानी।

  • “भटकना” शब्द समतल पथ या सुरक्षा के स्थान को छोड़कर गलत और खतरनाक मार्ग में जाने का भाव व्यक्त करता है।
  • चरवाहे की चारागाह से दूर जानेवाली भेड़ को “भटकी हुई” कहते हैं। परमेश्वर पापियों की तुलना उन भेड़ों से करता है जो उसका त्याग करके “भटक गई” हैं।

अनुवाद के सुझाव:

  • “भटकने” का अनुवाद हो सकता है, “परमेश्वर से दूर हो जाना” या “परमेश्वर की इच्छा से अलग गलत मार्ग पर चलना” या “परमेश्वर की आज्ञा मानना छोड़ देना” या “ऎसी जीवन शैली रखना जो परमेश्वर से दूर जाए।”
  • “किसी को भरमाना” का अनुवाद हो सकता है, “किसी को परमेश्वर की आज्ञा न मानने के लिए प्रेरित करना” या “किसी को परमेश्वर की अवज्ञा के लिए प्रभावित करना” या “किसी को गलत मार्ग पर अपने पीछे चलाना”

(यह भी देखें: अवज्ञा, चरवाहे)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H5080, H7683, H7686, H8582, G4105, G5351

भट्ठा

तथ्य:

भट्ठा एक बहुत बड़ा अग्निकुण्ड होता था जिसमें बहुत उच्च तापमान की आग जलती थी।

  • प्राचीन युग में भट्ठे धातु को पिघलाकर पकाने के बर्तन, गहने, हथियार और मूर्तिया बनाने के लिए धधकाए जाते थे।
  • मिट्टी के बर्तन पकाने के लिए भी भट्ठे जलाए जाते थे।
  • कभी मिट्टी शब्द को रूपक स्वरूप भी काम में लिया जाता है कि बहुत गर्म का भाव व्यक्त हो।

(यह भी देखें: मूरत, छवि)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H861, H3536, H3564, H5948, H8574, G2575

भड़काना, भड़काना, भड़काना, भड़काना, भड़काना

तथ्य:

“भड़काना” किसी में नकारात्मक प्रतिक्रिया या भावना उत्पन्न करवाना।

  • किसी को क्रोध दिलाने का अर्थ है किसी के लिए क्रोध का कारण होना। इसका अनुवाद हो सकता है, “क्रोध दिलाना” या “क्रोधित करना”
  • “उसे भड़काओ नहीं” इसका अनुवाद हो सकता है, “क्रोध मत दिलाओ” या “क्रोध करने का कारण मत बनो” या “क्रोध मत करो”।

(यह भी देखें: क्रोधित)

बाइबल संदर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H3707, H3708, H4784, H4843, H5006, H5496, H7065, H7069, H7107, H7264, H7265, G653, G2042, G3863, G3893, G3947, G3948, G3949, G4292

भण्डार, भण्डार

परिभाषा:

"भण्डार गृह" प्रायः अन्न और अन्य वस्तुओं को लम्सुबे समय तक सुरक्षित रखने के लिए बनाई गई बड़ी बड़ी इमारतें होती हैं।

  • बाइबल में “भण्डार गृह” प्रायः अतिरिक्त अन्न तथा भोजन सामग्री को भविष्य के लिएअकाल के समय हेतु सुरक्षित रखने के लिए काम में लिए जाते थे।
  • यह शब्द प्रतीकात्मक रूप में उन सब अच्छी वस्तुओं के लिए भी काम में लिया जाता है जो परमेश्वर अपने लोगों को देना चाहता है।
  • मंदिर के भण्डार में मूल्यवान चीजें थीं जो यहोवा को समर्पित थीं, जैसे सोने और चांदी। मंदिर में मरम्मत और रखरखाव करने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली इनमें से कुछ चीजों को भी वहां रखा जाता था।
  • “भण्डार” शब्द के अन्य अनुवाद हो सकते हैं, “अन्न भण्डारण का गोदाम” या “भोजन संरक्षण का स्थान” या “मूल्यवान वस्तुओं को सुरक्षित रखने का कक्ष”।

(यह भी देखें: अभिषेक करना, समर्पण करना, अकाल, सोना, अन्न, चांदी, मन्दिर)

बाइबल के सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H214, H618, H624, H4035, H4200, H4543, G596

भय, चकित, बुरे, बुरी तरह से, भयातुर, भयानक

परिभाषा:

“भय” का संदर्भ आंतक और भय की अनुभूति से है। जिस मनुष्य को भय से कंपकंपी हो रही हो उसे भयातुर कहते हैं।

“भय” मात्र डर से अधिक प्रबल होती है।

  • जो मनुष्य ऐसा डर जाए कि काटो तो खून नहीं वह आघात या जड़वत हो जाता है।

(यह भी देखें: भय, डर)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H367, H1091, H1763, H2152, H2189, H4032, H4923, H5892, H6343, H6427, H7588, H8047, H8074, H8175, H8178, H8186

भय, भययोग्य

परिभाषा:

“भय” शब्द किसी महान, सामर्थी एवं भव्य बात को देखकर विस्मय और अगाध सम्मान की भावना के संदर्भ में है।

  • “भय” शब्द किसी मनुष्य या वस्तु द्वारा भय उत्पन्न करने के संदर्भ में है।

भविष्यद्वक्ता यहेजकेल ने परमेश्वर की महिमा का दर्शन देखा जो “भययोग्य” या “विस्मयकारी भय” का था।

  • परमेश्वर की उपस्थिति के प्रति भय की प्रतिक्रिया के शब्द हैं, डरना, दण्डवत् करना या घुटने टेकना, मुंह छिपाना और कांपना।

(यह भी देखें: भय, महिमा)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H366, H1481, H3372, H6206, H7227, G2124

भरोसा, आत्मविश्वास से

परिभाषा:

“भरोसा” (हियाव) निश्चय होना कि कोई बात सच है या उसका होना निश्चित है।

  • बाइबल में, "आशा" शब्द का अर्थ है, किसी ऎसी बात के लिए आशा बांधकर प्रतीक्षा करना जिसका होना निश्चित है| ULT में इसका अनुवाद, "निश्चित आशा" या "भविष्य के लिए निश्चय" या "भावी निश्चय" किया गया है, विशेष करके जब इसका अभिप्राय हो कि परमेश्वर ने यीशु में विश्वासियों के लिए जो प्रतिज्ञा की है उसको पाने का निश्चय |
  • "भरोसा" शब्द का सन्दर्भ प्रायः यीशु के विश्वासियों के निश्चित विश्वास से है कि एक दिन वे परमेश्वर के साथ सदा के लिए स्वर्ग में होंगे|
  • “परमेश्वर पर भरोसा” इस उक्ति का अर्थ है कि परमेश्वर ने जो प्रतिज्ञा की है उसे प्राप्त करने और उसका अनुभव करने की आशा।
  • “भरोसा करना” का अर्थ है परमेश्वर की प्रतिज्ञाओं में विश्वास करना और निश्चय के साथ काम करना कि परमेश्वर ने जो कह दिया है, उसे वह पूरा करेगा। इस शब्द का अर्थ निडर होकर साहस के साथ काम करना भी है।

अनुवाद के सुझाव:

  • “भरोसा” शब्द का अनुवाद “निश्चय” या “पूर्ण विश्वास” भी हो सकता है।
  • वाक्यांश "भरोसा रखना"; का अनुवाद हो सकता है, "पूर्ण विश्वास" या " के बारे में पूर्णतः सुनिश्चित" या "निश्चित रूप से जानना"
  • शब्द "आत्मविश्वास" का अनुवाद हो सकता है, "साहसपूर्वक" या "निश्चय के साथ"
  • संदर्भ के आधार पर, "भरोसा" शब्द के अनुवाद हो सकते हैं, "पूर्ण आश्वासन" या "निश्चित आशा" या "निश्चितता" शामिल हो सकते हैं।

(यह भी देखें: विश्वास, आस्था, साहसी, विश्वासयोग्य, आशा, भरोस)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H982, H983, H986, H3689, H3690, H4009, G2292, G3954, G3982, G4006, G5287

भस्म कर देगा, खाए,

परिभाषा:

“भस्म करना” का मूल अर्थ है, उपभोग करके समाप्त करना| इसके अनेक प्रतीकात्मक उपयोग हैं।

  • बाइबल में "खाए" शब्द को वस्तुओं या मनुष्यों को नष्ट करने के संदर्भ में काम में लिया गया है।
  • आग भस्म करती है अर्थात जलाकर राख कर देती है।
  • परमेश्वर को “भस्म करने वाली आग” कहा गया है जो पाप के विरूद्ध उसके क्रोध का वर्णन है। उसका क्रोध पश्चातापरहित पापियों को भयानक दण्ड देता है।
  • भोजन खा जाना अर्थात किसी भोजन वस्तु को खाना-पीना।
  • "भूमि को भस्म कर देना" का अनुवाद "उसका विनाश करना।" हो सकता है।

अनुवाद के सुझाव

  • भूमि और मनुष्यों के संदर्भ में इस शब्द का अनुवाद “विनाश” किया जा सकता है।
  • जब संदर्भ आग का हो तो इसका अनुवाद “जलाकर राख कर देना” हो सकता है।
  • मूसा ने जिस जलती हुई झाड़ी को देखा था वह "भस्म नहीं हो रही थी", इसका अनुवाद हो सकता है, “जल कर राख नहीं हुई” या “जल कर समाप्त नहीं हुई”
  • भोजन के संदर्भ में "भस्म कर देगा" का अनुवाद हो सकता है, “खाना” या “चट कर जाना”
  • किसी की शक्ति के संदर्भ में "भस्म होना" का अनुवाद हो सकता है, उसकी शक्ति “समाप्त हो गई” या “क्षीण हो गई”।
  • “परमेश्वर भस्म करने वाली आग है” इसका अनुवाद हो सकता है, “परमेश्वर ऐसी आग है जो खाक कर देती है” या “परमेश्वर पाप से क्रोधित होकर पापियों को आग की तरह जलाकर राख कर देता है।”

(यह भी देखें: चट कर जाना, क्रोध)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H398, H402, H1086, H1104, H1197, H2628, H3615, H3617, H3631, H3857, H4529, H5595,H8046, H8552, G355, G2618, G2654, G2719, G5315,

भस्म करना/फाड़ खाना

परिभाषा:

“फाड़ खाना” अर्थात उग्रता से खा जाना या निगल लेना।

  • इस शब्द का प्रतीकात्मक उपयोग पौलुस करता है जब वह विश्वासियों से कहता है कि एक दूसरे को फाड़ खाते हो। अर्थात वचनों और कर्मों द्वारा एक दूसरे को हानि मत पहुंचाओ। (गला. 5:15)
  • “भस्म हो जाएगा” प्रतीकात्मक रूप में “पूरी तरह से नष्ट” के लिए काम में लिया जाता है जब जातियां एक दूसरे का विनाश करती हैं या आग मकानों और मनुष्यों को जला कर राख कर देती हैं।
  • इस उक्ति का अनुवाद हो सकता है, "पूर्णतः ध्वंस करना" या "पूर्णतः नष्ट करना।"

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H0398, H0399, H0400, H0402, H1104, H1105, H3216, H3615, H3857, H3898, H7462, H7602, G20680, G26660, G27190, G53150

भाला, भाले, कुन्तधारी

परिभाषा:

भाला एक ऐसा हथियार होता था जिसके सिरे पर धातु का सां चदाया हुआ फल लगा होता था तथा उसके पीछे पकड़ने हेतु लम्बा डंडा लगा होता था और उसे फेंक कर दूर तक वार किया जाता था।

  • बाइबल के युग में युद्ध के लिए भाले काम में लेना एक आम अभ्यास था। आज भी कभी-कभी जन जातियों के झगड़ों में भाले काम में लिए जाते हैं।
  • यीशु क्रूस पर लटका हुआ था तब एक रोमी सैनिक ने भाले से उसकी पसली को छेदा था ।
  • कभी-कभी लोग मछली या अन्य शिकार को मारने के लिए भाला काम में लेते हैं।
  • ऐसे ही हथियार “बर्छी” और "शूल” हैं।
  • सुनिश्चित करें कि भाले का अनुवाद “तलवार” के अनुवाद से भिन्न हो। तलवार भोंकने या घोंपने के काम में आती है न कि फेंक कर वार करने के। तलवार का फल लम्बा होता है और पकड़ने के लिए हत्था होता है। जबकि भाले में एक लम्बे डंडे के सिरे पर एक छोटा फल लगा होता है।

(यह भी देखें: शिकार, रोम., तलवार, योद्धा)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H1265, H2595, H3591, H6767, H7013, H7420, G3057

भावी कहने, भावी कहनेवालों, भूत सिद्धिवालों, ज्योतिषी

परिभाषा:

“भावी कहने” तथा “भूत सिद्धिवालों” एक अभ्यास था जिसमें लोग अलौकिक संसार में आत्माओं से जानकारी लेते थे। ऐसा काम करने वाले को “भावी कहने वाला” या “भूत सिद्धी करनेवाला” कहते थे।

  • पुराने नियम के समय, परमेश्वर की आज्ञा थी कि इस्राएली भावी कहना या भूत सिद्धि का अभ्यास न करे।
  • ऊरिम और तुमिम द्वारा परमेश्वर ने अपनी इच्छा जानने की उन्हें अनुमति दी थी। ये दो पत्थर थे जिन्हें परमेश्वर ने प्रधान पुरोहित के लिए दिए थे कि वह इस उद्देश्य के निमित्त उन्हें काम में ले। परन्तु दुष्टात्माओं के माध्यम से जानकारी प्राप्त करने की अनुमति उसने उन्हें नहीं दी थी।
  • अन्यजाति दर्शी आत्मिक संसार से जानकारियां प्राप्त करने के लिए विभिन्न विधियां काम में लेते थे जैसे पशुओं की आंतड़ियों का परीक्षण करके या हड्डियों को भूमि पर डालकर उनका आकार देखना।
  • नए नियम में, यीशु और प्रेरितों ने भी भविष्यवाणी, भूत-सिद्धी, जादू टोना और जादू को खारिज किया है। इन सभी प्रथाओं में बुरी आत्माओं की शक्ति का उपयोग करना शामिल है और ईश्वर द्वारा निंदा की जाती है।

(यह भी देखें: प्रेरित, झूठे देवता, जादू-टोना, भूत-सिद्धी)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H1870, H4738, H5172, H6049, H7080, H7081, G4436

भूसी

परिभाषा:

भूसी गेहूं की रक्षात्मक आवरण होती है जिसे सूखे गेहूं से अलग किया जाता है। भूसी खाने योग्य नहीं होती है इसलिए उसे गेहूं से अलग करके फेंक दिया जाता था।

  • अन्न को हवा में उछालने से भूसी उड़कर गेहूं से अलग हो जाती है। भूसी हवा में उड़ जाती थी और अन्न के दाने नीचे भूमि पर गिर जाते थे। इस प्रक्रिया को "सूप" कहते हैं।
  • बाइबल में इस शब्द को दुष्ट जनों तथा दुष्टता की निकम्मी बातों के लिए प्रतीकात्मक रूप में काम में लिया गया है।

(यह भी देखें: अन्न, गेहूं, हवा में उड़ाना)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H2842, H4671, H5784, H8401, G08920

भेजना, भेजा, भेजा गया,

परिभाषा:

“भेजना” अर्थात किसी को या किसी वस्तु को कहीं जाने के लिए विवश करना। “बाहर भेजना” अर्थात किसी को किसी दूत कार्य पर ले जाना।

  • "बाहर भेजा गया" मनुष्य प्रायः किसी विशेष कार्य के लिए नियुक्त किया जाता है।
  • “वर्षा भेजना” या “विनाश लाना” अर्थात “आने का कारण होना” ऐसी अभिव्यक्ति परमेश्वर के लिए काम में ली जाती है कि वह ऐसा होने का कारक है।
  • “भेजना” शब्द का उपयोग “सन्देश भेजना” या “समाचार भेजना” अभिव्यक्तियों में भी काम में लिया जाता है अर्थात किसी को सन्देश सौंपना कि किसी को सुनाए।
  • किसी को किसी वस्तु "के साथ" “भेजना” अर्थात, किसी और को वह वस्तु ले जाकर देना, प्रायः कुछ दूर तक ले जाना कि आपेक्षित मनुष्य को वह प्राप्त हो।
  • यीशु बार-बार कहता था “वह जिसने मुझे भेजा है” यह वाक्यांश पिता परमेश्वर के सन्दर्भ में था जिसने उसे पृथ्वी पर "भेजा" था कि मनुष्यों को मुक्त करा कर उनका उद्धार करे। इसका अनुवाद इस प्रकार भी किया जा सकता है, “वह जिसने मुझे इस दूतकार्य पर भेजा है"

(यह भी देखें: निुयक्त, छुटकारा दिलाना, निकालना)

बाइबल संदर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H935, H1540, H1980, H2199, H2904, H3318, H3474, H3947, H4916, H4917, H5042, H5130, H5375, H5414, H5674, H6963, H7368, H7725, H7964, H7971, H7972, H7993, H8421, H8446, G782, G375, G630, G649, G652, G657, G1026, G1032, G1544, G1599, G1821, G3333, G3343, G3936, G3992, G4311, G4341, G4369, G4842, G4882

भेड़-बकरियों, समूह, झुण्ड, गाय-बैलों

परिभाषा:

बाइबल में “झुण्ड” शब्द भेड़ या बकरियों के समूह के लिए काम में लिया गया है और कभी-कभी यह शब्द मवेशियों, बैलों और सूअरों के लिये भी काम में लिया गया है।

  • विभिन्न भाषों में पशुओं और पक्षियों के नाम विभिन्न रूपों में व्यक्त किये जाते है।
  • अपनी भाषा में विभिन्न पशु समूहों के लिए काम में लिए गए शब्दों का अवलोकन करें।
  • जिन पदों में “झुण्ड और वृन्द” का संदर्भ है वहाँ उचित होगा कि उनके आगे “भेड़ों का” या “मवेशियों का”, उदाहरणार्थ यदि उस भाषा में पशुओं के समूहों के लिए अलग-अलग शब्द न हों। उदाहरणार्थ अंग्रेजी में “हर्ड” शब्द भेड़ों और बकरियों के लिए भी काम में लिए जाते हैं। परन्तु बाइबल में नहीं।

(यह भी देखें: बकरी, बैल, सुअर, भेड़,)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H951, H1241, H2835, H4029, H4735, H4830, H5349, H5739, H6251, H6629, H7399, H7462, G34, G4167, G4168

भेड़, मेंढ़ा, भेड़शाला, भेड़शाला, भेड़ का ऊंन कतरने वाला, भेड़ की खाल

परिभाषा:

“भेड़” एक छोटा चैपाया होती है जिसके शरीर पर ऊन होता है। नर भेड़ को मेढ़ा कहते हैं। मादा भेड़ को भेड़ कहते हैं "भेड़" का बहुवचन भी "भेड़" है।

  • भेड़ के बच्चे को मेम्ना कहते हैं।
  • इस्राएली अधिकतर भेड़ को बलि के लिए काम में लेते थे, विशेष करके नर भेड़ और मेम्ना।
  • लोग भेड़ का मांस खाते हैं और उसके ऊन को वस्त्र और अन्य चीज़े बनाने के लिए उपयोग करते है।
  • भेड़ बहुत भरोसा करने वाला, दुर्बल एवं भीरू प्राणी होता है। वे भटकने के लिए आसानी से प्रभावित हो जाते हैं। उन्हें अगुआई, सुरक्षा, भोजन-पानी एवं रहने के लिए चरवाहे की आवश्यकता होती है।
  • बाइबल में मनुष्य की तुलना भेड़ से की गई है जिनका चरवाहा परमेश्वर है।

(अनुवाद के सुझाव: अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करे)

(यह भी देखें: इस्राएल, मेम्ना, बलि, चरवाहा)

बाइबल के सन्दर्भ:

बाइबल के कहानियों के उदाहरण:

  • 9:12 एक दिन, मूसा अपनी भेड़ो की देख रेख कर रहा था , तब उसने देखा कि किसी झाड़ी में आग लगी है |
  • __17:2__बैतलहम नगर में दाऊद एक चरवाहा था | वह अपने पिता की भेड़ो की रखवाली करता था, दाऊद ने अलग-अलग समय पर भालू व शेर दोनों को मार गिराया जिन्होंने भेड़ों पर आक्रमण किया था |
  • 30:3 यीशु ने लोगों की बड़ी भीड़ देखी और उन पर तरस खाया | क्योंकि वह उन भेड़ो के समान थे जिनका कोई रखवाला न हो |
  • 38:8 तब यीशु ने उनसे कहा, “तुम सब मुझे छोड़ दोगे, क्योंकि लिखा है: मैं रखवाले को मारूँगा, और भेड़े तितर-बितर हो जाएँगी |”

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H352, H1494, H1798, H2169, H3104, H3532, H3535, H3733, H3775, H5739, H5763, H6260, H6629, H6792, H7353, H7462, H7716, G4165, G4262, G4263

भेड़िया, जंगली कुत्ते

परिभाषा:

भेड़िया एक क्रूर मांसाहारी पशु होता है जो कुत्ते जैसा दिखता है।

  • भेड़िये आमतौर पर समूहों में शिकार करते हैं और चालाक और गुपचुप तरीके से अपने शिकार को घेरते हैं।
  • बाइबल में, "भेड़िए" शब्द का प्रयोग प्रतीकात्मक रूप से झूठे शिक्षक या झूठे भविष्यद्वक्ताओं के लिए किया गया है जो विश्वासियों का नाश करते हैं| उनकी तुलना भीड़ों से की गई है। झूठी शिक्षा लोगों को गलत बातों पर विश्वास करने का कारण होती है जो उन्हें नुकसान पहुँचाती हैं।
  • यह तुलना इस तथ्य पर आधारित है कि भेड़े भेड़ियों के आक्रमण और भक्षण के लिए अरक्षित होती हैं क्योंकि उनके पास अपनी रक्षा के लिए कुछ भी नहीं होता है।

अनुवाद के सुझाव

  • इस शब्द का अनुवाद, “जंगली कुत्ते” या “जंगली जानवर” हो सकता है।
  • जंगली कुत्ते के दुसरे नाम हो सकता है "सियार" या "भेड़िया।"
  • जब प्रतीकात्मक रूप में मनुष्य के लिए प्रयोग किया जाता है, तो इसका अनुवाद हो सकता है, "बुरे लोग को जो लोगों को नुकसान पहुँचाते हैं जैसे जानवर जो भेड़ों पर हमला करता है। "

(यह भी देखें: बुराई, झूठे भविष्यद्वक्ता, भेड़, सिखाना)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H2061, H3611, G30740

भेद, गुप्त सत्य

परिभाषा:

बाइबल में “भेद” शब्द का संदर्भ किसी अज्ञात या समझने में दुर्बोध बात से है जिसे परमेश्वर अब प्रकट कर रहा है।

  • नये नियम में कहा गया है कि मसीह का सुसमाचार एक भेद की बात थी जिसका प्रकाशन पूर्वकाल में नहीं किया गया था।
  • एक विशेष बात जिसे भेद कहा गया है, वह है कि यहूदी और अन्यजाति मसीह में एक हैं।
  • इस शब्द का अनुवाद “रहस्य” या “गोपनीय बातें” या “अज्ञात बात” भी किया जा सकता है।

(यह भी देखें: मसीह, अन्य-जाति, शुभ सन्देश, यहूदी, सत्य)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H1219, H7328, G34660

भोज

परिभाषा

“भोज” एक बड़ा औपचारिक भोजन है जिसमें अनेक व्यंजन होते थे।

  • प्राचीन युग में राजा राजनीतिक अगुओं तथा महत्वपूर्ण लोगों के लिए प्रायः भोज का आयोजन करते थे।
  • इसका अनुवाद हो सकता है, “व्यापक भोज” या “महत्वपूर्ण भोज” या “बहु-व्यंजन भोज”।

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H4960, H4961, H8354, G11730, G14030

भ्रष्ट, आचार भ्रष्टता, विकृत करना, पथभ्रष्ट, कुटिल, कपटी, खोटा, विकृति

परिभाषा:

“भ्रष्ट” शब्द एक ऐसे मनुष्य या कार्य का चित्रण करता है जो नैतिक रूप से धूर्त या विकृत है। “कुटिलता” अर्थात “भ्रष्टाचार”। किसी वस्तु को “विकृत” करना अर्थात उसे उचित या अच्छी अवस्था से बुरी अवस्था में कर देना।

  • कोई मनुष्य या वस्तु टेढ़ी है तो वह उचित एवं अच्छे से विपरीत हो गया या गई है।
  • बाइबल में इस्राएली परमेश्वर की आज्ञाओं को न मानने के कारण विकृत व्यवहार करते थे। वे प्रायः झूठे देवताओं की पूजा करके ऐसा करते थे।
  • परमेश्वर के मानक या उसके अनुरूप उचित व्यवहार के विरूद्ध हर एक कार्य भ्रष्ट माना जाता था।
  • “टेढ़े” के अनुवाद के अन्य रूप है, “नैतिकता में विकृत” या “अनैतिक” या “परमेश्वर के सीधे मार्ग से विपथ होना”, यह सब प्रकरण के अनुकूल होना है।
  • “भ्रष्ट भाषा” का अनुवाद हो सकता है, “बुरी भाषा बोलना” या “छल की बातें करना” या “अनैतिक भाषा काम में लेना”।
  • “टेढ़े लोग” का अनुवाद हो सकता है, “दुराचारी लोग” या “जो लोग नैतिक रूप से पथभ्रष्ट हैं” या “लगातार परमेश्वर की आज्ञाओं का उल्लंघन करने वाले लोग”।
  • “टेढ़ी चाल चलना” का अनुवाद हो सकता है, "बुरा व्यवहार करना” या “परमेश्वर की आज्ञाओं के विरूद्ध चलना” या “परमेश्वर की शिक्षा के विरुद्ध जीवन जीना”।
  • “टेढ़ी” शब्द का अनुवाद हो सकता है, “भ्रष्टाचरण का कारण होना” या “बुराई में बदल जाना”।

(यह भी देखें: भ्रष्ट, छलना, अवज्ञा, दुष्ट, फिरना)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H1942, H2015, H3868, H4297, H5186, H5557, H5558, H5753, H5766, H5773, H5791, H6140, H6141, H8138, H8397, H8419, G12940

मछुए, मछली पकड़नेवाले

परिभाषा:

मछुए वो लोग होते हैं जो पानी में से मछली पकड़कर रोजगार चलाते हैं। नये नियम के युग में मछुवे बड़े-बड़े जाल डाल कर मछलियां पकड़ते थे। मछुए को मछुआरे भी कहते हैं।

  • यीशु के बुलाने से पहले पतरस और अन्य प्रेरित भी मछुवे थे।
  • इस्राएल देश पानी के निकट था इसलिए बाइबल में मछलियों और मछुओं की चर्चा बहुत बार की गई है।
  • इस शब्द का अनुवाद, “मछली पकड़नेवाले” या “मछली पकड़कर जीविकोपार्जन करने वाले” जैसी उक्तियों द्वारा किया जा सकता है।

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H1728, H1771, H2271, G02310

मण्डली, सभा, इकट्ठा होना, सभा,

परिभाषा:

“मण्डली” का संदर्भ मनुष्यों के एक समूह से है जो किसी कारण, प्रायः समस्या पर विचार करने के लिए, राय देने के लिए, या निर्णय लेने के लिए एकत्र होता है। सभा मनुष्यों का एक ऐसा समूह हो सकता है जो अधिकृत और एक प्रकार से स्थाई रूप में संगठित किया गया है या वह मनुष्यों का एक समूह हो सकता है जो किसी विशेष उद्देश्य या अवसर के निमित्त अस्थाई रूप से एकत्र होता है।

पुराना नियम

  • पुराने नियम में एक विशेष सभा होती थी जिसे “पवित्र सभा” कहते थे, वह इस्त्राएलियों द्वारा यहोवा की आराधना के लिए एकत्र समूह होता था।
  • कभी-कभी “मण्डली” शब्द इस्राएलियों के समूह को भी कहा जाता था।

नया नियम

  • नये नियम में यरूशलेम जैसे प्रमुख नगरों में 70 यहूदी अगुओं की सभा वैधानिक विषयों पर निर्णय लेने और मनुष्यों में वाद-विवाद निपटाने के लिए बैठक करती थी। इस मण्डली को "महासभा" कहते थे।

अनुवाद के सुझाव

  • प्रकरण के अनुसार “मण्डली” का अनुवाद “विशेष समूह” या “सभा” या “परिषद” या “सेना” या “बड़ा समूह” भी किया जा सकता है।
  • जब “मण्डली” शब्द सामान्य उपयोग में इस्राएल के लिए काम में लिया जाता है तो इसका अनुवाद “समुदाय” या “इस्राएल की प्रजा” किया जा सकता है।
  • “पूरी सभा” का अनुवाद “सब लोग” या “सब इस्राएलियों का संपूर्ण समूह” या “हर एक जन” किया जा सकता है। (देखें: अतिशयोक्ति)

(यह भी देखें: महासभा)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H622, H1481, H2199, H3259, H4150, H4186, H4744, H5475, H5712, H6116, H6633, H6908, H6950, H6951, H6952, G1577, G3831, G4863, G4864, G4871, G4905

मतवाले, पियक्कड़

तथ्य:

“मतवाले” अर्थात अत्यधिक मदिरापान करने बेसुध होना।

  • “पियक्कड़” मनुष्य सदैव मदिरा के नशे में रहता है। ऐसे मनुष्य को "मतवाला" भी कहते हैं।
  • बाइबल में विश्वासियों से कहा गया है कि मदिरा से मतवाले होने की अपेक्षा पवित्र-आत्मा के वश में हो जाएं।
  • बाइबल की शिक्षा के अनुसार मतवालापन निर्बुद्धि है और मनुष्य को पाप में गिराता है।
  • “मतवालापन” के अनुवाद रूप हो सकते हैं, “मतवाले” या “नशे में चूर” या “अत्यधिक मदिरापन” या “मदिरा से तृप्त”।

(यह भी देखें: दाखरस)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H5433, H7301, H7910, H7937, H7941, H7943, H8354, H8358, G31780, G31820, G31830, G31840, G36300, G36320

मधु, मधु का छत्ता

परिभाषा:

“मधु” खानेवाला एक चिपचिपा मीठा पदार्थ होता है जो मधु मक्खियाँ फूलों के रस से तैयार करती हैं। छत्ता मोम जैसा बनाया मधु संग्रह का एक ढांचा है, जिसमें मधु मक्खियाँ मधु एकत्र करती हैं।

  • प्रकार के आधार पर शहद पीले या भूरे रंग का हो सकता है।
  • मधु जंगल में पाया जा सकता है, जैसे किसी पेड़ की खोह में, या जहाँ भी मधुमक्खियाँ घोंसला बनाती हैं। लोग मधुमक्खियों को खाने या बेचने के लिए मधु बनाने के लिए छत्ते में भी पालते हैं, लेकिन शायद बाइबल में जिस मधु का ज़िक्र किया गया है वह जंगली मधु था।
  • बाइबल में तीन मनुष्यों को जंगली मधु खाते हुए दर्शाया गया है, योनातान, शिमशोन और यूहन्ना बपतिस्मा देनेवाला।
  • इस शब्द का प्रतिकात्मक उपयोग किसी मीठी या आनन्ददायक चीज के लिए भी किया गया है। उदारहणार्थ, परमेश्वर का वचन और आज्ञाएं "मधु से भी अधिक मीठी" कहीं गई हैं।

(यह भी देखें: उपमा, रूपक)

  • कभी-कभी किसी व्यक्ति के शब्दों को शहद की तरह मीठा बताया जाता है, लेकिन इसका परिणाम दूसरों को धोखा देना और नुकसान पहुँचाना होता है।

(यह भी देखें: यूहन्ना (बपतिस्मा देनेवाला), योनातान, पलिश्ती, शिमशोन)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H1706, H3293, H3295, H5317, H6688, G31920

मध्यस्थ

परिभाषा:

“मध्यस्थ” दो पक्षों या अधिक मनुष्यों के मध्य मतभेद या कलह का समाधान करता है। वह आपसी मेल में उनकी सहायता करता है।

  • पाप के कारण मनुष्य परमेश्वर का बैरी है जो उसके क्रोध और दण्ड का भागी है। पाप के कारण, परमेश्वर और उसके लोगों के मध्य संबन्ध विच्छेद है।
  • यीशु पिता परमेश्वर और उसके लोगों के बीच मध्यस्थ है उसने उनके पाप का मूल्य चुकानेवाली अपनी मृत्यु के द्वारा इस विच्छेदित संबन्ध को पुनः स्थापित कर दिया है।

अनुवाद के सुझाव:

  • “मध्यस्थ का अनुवाद हो सकता है”, “बिचौलियाँ” या “मेल कराने वाला” या “शान्ति स्थापित करनेवाला”
  • इस शब्द के अनुवाद की तुलना “याजक” शब्द के अनुवाद से करें। “मध्यस्थ” का अनुवाद भिन्न शब्द से करें तो उचित होगा।

(यह भी देखें: याजक, मेल करना)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H3887, G33120, G33160

मन, ध्यान रखने वाला, स्मरण कराना, स्मरण पत्र, एक से विचार

परिभाषा:

“मन” मनुष्य का वह भाग है जो सोचता और निर्णय लेता है।

  • मनुष्य का मन उसके तर्क एवं विचारों की परिपूर्णता है।
  • “मसीह का मन रखना” अर्थात यीशु के समान सोचना एवं कार्य करना। इसका अर्थ है पिता परमेश्वर के आज्ञाकारी होना, मसीह की शिक्षाओं का अनुसरण करना, पवित्र आत्मा के सामर्थ्य से ऐसा करना।
  • “मन परिवर्तन” अर्थात निर्णय बदलना या अब विचार पूर्व के विचार से अलग हो जाना।

अनुवाद के सुझाव

  • “मन” का अनुवाद हो सकता है, “विचार” या “तर्क करना” या “सोचना” या “समझना।”
  • “मन में रखना” का अनुवाद हो सकता है, "स्मरण रखना" या “ध्यान देना” या “निश्चय जान लेना।”
  • “मन, प्राण और बुद्धी” का अनुवाद हो सकता है, “आपको कैसी अनुभूति होती हैं, आप क्या विश्वास करते हैं और आप इस बारे में क्या सोचते हैं। "
  • “मन में लाना” का अनुवाद हो सकता है, “स्मरण करना” या “सोचना”।
  • “विचार बदल कर चला गया” इसका अनुवाद हो सकता है, “निर्णय बदल कर गया” या “अन्ततः जाने का निर्णय ले ही लिया” या “विचार बदल कर गया।”
  • इस अभिव्यक्ति, "दुचित्ता " का अनुवाद हो सकता है, "संदेह" या "निर्णय लेने में असमर्थ" या "विषम विचारों के साथ"

(यह भी देखें: विश्वास, मन, जीव)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H3629, H3820, H3824, H5162, H7725, G1271, G1374, G3328, G3525, G3540, G3563, G4993, G5590

मरना, मृतक, प्राणघातक, मृत्यु,

परिभाषा:

मृत्यु, यह शब्द जीवित रहने की अपेक्षा शारीरिक और आत्मिक मृत्यु दोनों के लिए काम में लिया गया है।

1. शारीरिक मृत्यु

  • “मरने” का अर्थ जीवन समाप्त होना। मृत्यु शारीरिक जीवन का अंत है।
  • “मार डाला जाए”, यह अभिव्यक्ति किसी को मारने या हत्या करने के सन्दर्भ में है, विशेष करके जब राजा या शासक किसी को मृत्युदंड देता है।

2. आत्मिक मृत्यु

  • आत्मिक मृत्यु में मनुष्य पाप के कारण परमेश्वर से अलग हो जाते हैं।
  • आदम की आत्मिक मृत्यु तब हुई जब उसने परमेश्वर की अवज्ञा की। उसका परमेश्वर से सम्बन्ध टूट गया था। वह लज्जित हो गया और परमेश्वर से छिपने की कोशिश की।
  • यह मृत्यु हर एक मनुष्य के भाग में है क्योंकि हम पाप करते हैं परन्तु मसीह यीशु में विश्वास करने पर परमेश्वर हमें अनंत जीवन देता है|

अनुवाद के सुझाव:

  • इस शब्द का अनुवाद लक्षित भाषा में मृत्यु के लिए प्रचलित दैनिक उपयोग के शब्द या अभिव्यक्ति द्वारा ही किया जाए।
  • कुछ भाषाओं में “मरने” को “जीवित नहीं रहना” व्यक्त किया जाता है। “मृतक” शब्द का अनुवाद “निर्जीव” या “जीवनरहित” या “जीवत न रहना” किया जा सकता है।
  • अनेक भाषाओं में मृत्यु को प्रतीकात्मक शब्दों द्वारा व्यक्त किया जाता है जैसे “गुजर गया”। तथापि बाइबल में मृत्यु के लिए प्रचलित शब्द का सीधा उपयोग ही उचित है।
  • बाइबल में अनंत मृत्यु एवं अनंत जीवन की तुलना प्रायः शारीरिक जीवन एवं शारीरिक मृत्यु से की गई है। अनुवाद में दैहिक मृत्यु एवं आत्मिक मृत्यु दोनों के लिए एक ही शब्द काम में लेना महत्वपूर्ण है।
  • कुछ भाषाओं में “आत्मिक मृत्यु” कहना अधिक स्पष्ट होता है जब प्रकरण में उस अर्थ की आवश्यकता हो। कुछ अनुवादकों के लिए “दैहिक मृत्यु” शब्द का उपयोग सर्वोचित होता है जब इसकी तुलना आत्मिक मृत्यु से होती है।
  • “मृतक” शब्द संज्ञा से बना एक विशेषण शब्द है जो मृतकों को संदर्भित करता है। कुछ भाषाओं में इसका अनुवाद “मृतक मनुष्यों” या “जो मनुष्य मर गए हैं” किया गया है। (देखें: संज्ञा निर्मित विशेषण)
  • “मार डाला जाए” का अनुवाद "मार डालने" या "हत्या" या "प्राण दण्ड देना" के रूप में भी किया जा सकता है।

(यह भी देखें: आस्था, विश्वास, जीवन)

बाइबल सन्दर्भ:

बाइबल कहानियों से उदाहरण:

  • 1:11 परमेश्वर ने आदम से कहा कि वह अच्छे और बुरे के ज्ञान के पेड़ के फल को छोड़ वाटिका के किसी भी पेड़ से खा सकता है। अगर वह इस पेड़ के फल को खाए, तो वह मर जाएगा
  • 2:11 “फिर तुम मर जाओगे, और तुम्हारा शरीर वापस मिट्टी में मिल जाएगा।”
  • 7:10 इसहाक की मृत्यु हो गयी और उसके पुत्र एसाव और याकूब ने उसको मिट्टी दी।
  • 35:5 यीशु ने उत्तर दिया, "पुनरुत्थान और जीवन मैं हूँ।" जो कोई मुझ पर विश्वास करता है वह यदि मर भी जाए तौभी जीएगा। और जो कोई मुझ पर विश्वास करता है वह कभी न मरेगा।”
  • 40:8 यीशु ने अपनी मृत्यु के लोगों के लिये परमेश्वर के पास आने का मार्ग खोल दिया।
  • 43:7 “यद्यपि यीशु की मृत्यु हुई, परन्तु उसी को परमेश्वर ने मृत्यु के बन्धनों से छुड़ाकर जिलाया,
  • 48:2 क्योंकि आदम और हव्वा ने पाप किया, इसलिये पृथ्वी पर हर एक जन बीमारी से पीड़ित होता है और हर एक जन की मृत्यु होती है।
  • 50:17 वह (यीशु) हर आंसू को मिटा देगा उसके बाद कोई पीड़ा, दुःख, रोने, बुराई, दर्द या मृत्यु नहीं होगी।

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H0006, H1478, H1826, H1934, H2491, H4191, H4192, H4193, H4194, H4463, H5038, H5315, H6297, H6757, H7496, H7523, H8045, H8546, H8552, G0336, G0337, G0520, G0599, G0615, G0622, G1634, G1935, G2079, G2253, G2286, G2287, G2288, G2289, G2348, G2837, G2966, G3498, G3499, G3500, G4430, G4880, G4881, G5053, G5054

मरी, विपत्तियों

परिभाषा:

विपत्तियों ऐसी घटनाएं होती है जिनके कारण बड़ी संख्या में मनुष्यों पर कष्ट आते हैं या मनुष्य मरने लगते हैं। विपत्तियों में महामारी रोग भी होता है जिसके कारण उपचार से पूर्व ही बड़ी संख्या में लोग मर जाते हैं।

  • अनेक विपत्तियों को प्राकृतिक कारण होते हैं परन्तु कुछ परमेश्वर द्वारा मनुष्यों के पाप स्वरूप भेजी जाती हैं।
  • मूसा के समय परमेश्वर ने मिस्र पर दस विपत्तियां भेजी थी कि इस्राएल के मिस्र से पलायन हेतु फिरौन को विवश करे। उन विपत्तियों में पानी लहू में बदल गया था, शारीरक रोग थे, टिड्डियों और ओला वृष्टि द्वारा फसल का नष्ट होना, तीन दिन पूर्ण अंधकार होना तथा पहिलौठों की मृत्यु।
  • इसका अनुवाद हो सकता है, “व्यापक विनाश” या “व्यापक रोग” प्रकरण के अनुसार करे।

(यह भी देखें: नमस्कार, इस्राएल, मूसा, फ़िरौन)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H1698, H4046, H4194, H4347, H5061, H5062, H5063, H7752, G3061, G3148, G4127

महल, आवास

परिभाषा:

“महल” उस इमारत या घर को संदर्भित करता है जहां एक राजा अपने परिवार के सदस्यों के साथ तथा सेवकों के साथ रहता था।

  • महायाजक भी महल में रहता था जैसा नये नियम से विदित है।
  • महल सजे हुए होते थे, उनकी वास्तुकला और साज-सज्जा उत्कृष्ट होती थी।
  • महल पत्थर या लकड़ी के बने होते थे और उन पर मूल्यवान लकड़ी, सोना या हाथी दांत की नक्काशी की साज सज्जा होती थी।
  • महलों में और भी लोग रहते थे और काम करते थे, महलों में सामान्यतः कई अन्य ईमारतें तथा प्रांगण होते थे।

(यह भी देखें: आंगन, महायाजक, राजा)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H0759, H1002, H1004, H1055, H1406, H1964, H1965, G08330, G09330, G42320

महासभा, सभाओं

परिभाषा:

महासभा मनुष्यों का एक समूह होता है जो महत्वपूर्ण विषयों पर विचार करने, परामर्श देने तथा निर्णय लेने के लिए बैठता है।

  • किसी विशेष उद्देश्य के निमित्त सभा की व्यवस्था अधिकृत एवं स्थाई रूप में की जाती है जैसे वैधानिक विषयों पर निर्णय लेना।
  • “यहूदी महासभा” यरूशलेम, को “सेनहड्रिन” कहते थे, उसके 70 सदस्य थे जिनमें यहूदी अगुवे जैसे महायाजक, प्राचीन, शास्त्री, फरीसी, सदूकी थे, वे यहूदी व्यवस्था से संबन्धित विषयों पर निर्णय लेने के लिए नियमित रूप से सभा करते थे। इसी महासभा ने यीशु पर अभियोग चलाकर उसे मृत्यु देने का निर्णय लिया था।
  • अन्य नगरों में भी छोटी यहूदी सभाएं थी।
  • प्रेरित पौलुस को रोमी प्रशासक के समक्ष उपस्थित किया गया था क्योंकि वह सुसमाचार प्रचार कर रहा था।
  • प्रकरण के अनुसार “सभा” का अनुवाद हो सकता है, “विधान सभा” या “राजनीतिक सभा”
  • “सभा में होना” अर्थात किसी बात का निर्णय लेने के लिए किसी विशेष सभा में उपस्थित होना।
  • ध्यान दें कि यह शब्द “सम्मति” से भिन्न है जिसका अर्थ है, “बुद्धिमानी का परामर्श देना”

(यह भी देखें: सभा, सम्मति, फरीसी, व्यवस्था, याजक, सदूकी, शास्त्री)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H4186, H5475, G10100 , G48240, G48920

महीने, महीनों, महीने के

परिभाषा:

“महीना” शब्द चार सप्ताहों के समय के संदर्भ में है। प्रत्येक महीने के दिनों में अन्तर तब आ जाता है जब चांद या सूर्य पर आधारित कैलेण्डर काम में लिया जाता है।

  • चांद आधारित कैलेण्डर में महीने का समय चांद द्वारा पृथ्वी की परिक्रमा के दिनों पर आधारित होता है अर्थात 29 दिन। इस प्रणाली में वर्ष 12 या 13 महीनों का होता है। 12 या 13 महीनों का वर्ष होने के उपरान्त भी प्रथम माह का नाम वही होता है यद्यपि ऋतु अलग होगी।
  • “नया चांद” या चांद का आरंभिक चरण-चांदी का सा प्रकाश, चांद आधारित कैलेण्डर के प्रत्येक महीने का आरंभ है।
  • बाइबल में जिन महीनों का उल्लेख किया गया है वे चन्द्र वर्ष के महीने हैं क्योंकि इस्राएल इसी कैलेण्डर को मानता था। आज के यहूदी धार्मिक उद्देश्यों में इसी कैलेण्डर को मानते हैं।
  • आज का प्रचलित कैलेण्डर सौर कैलेण्डर निर्भर करता है कि पृथ्वी सूर्य की परिक्रमा करने में कितने दिन लगाती है (लगभग 365 दिन) इस कैलेण्डर में वर्ष बारह महीनों में विभाजित होता है, प्रत्येक वर्ष 28 से 31 दिन तक का होता है।

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H2320, H3391, H3393, G3376

मानना, स्वीकार करना, अंगीकार किया

तथ्य:

“मानना” (अभिस्वीकार करना) अर्थात किसी मनुष्य को या वस्तु को यथा उचित मान देना।

  • परमेश्वर का अंगीकार करना में ऐसा आचरण आता है जिससे प्रकट हो कि वह जो कहता है वह सच है।
  • परमेश्वर को माननेवाले मनुष्य उसके नाम के महिमान्वन के निमित्त आज्ञापालन द्वारा प्रकट करते हैं।
  • किसी बात को मानने का अर्थ है कि उसकी सच्चाई को स्वीकार करना, कार्यों एवं शब्दों द्वारा उसकी पुष्टि करना।

अनुवाद के सुझाव:

  • किसी बात की सत्यता को स्वीकार करने के संदर्भ में “मानना” शब्द का अनुवाद हो सकता है, “स्वीकार करना” या “घोषित करना” या “सत्य का अंगीकार करना” या “विश्वास करना”।
  • किसी मनुष्य को मानने (पहचान लो) के संदर्भ में इस शब्द का अनुवाद हो सकता है, “स्वीकार करना” या “के महत्व को पहचानना” या “अन्यों से कहना कि वह विश्वासयोग्य है।”
  • इस सन्दर्भ में परमेश्वर को मानना का अनुवाद होगा, "परमेश्वर पर विश्वास करना और उसका आज्ञापालन करना" या "घोषित करना कि परमेश्वर कौन है" या "अन्य लोगों को बताना कि परमेश्वर कितना महान है" या "अंगीकार करना कि परमेश्वर जो कहता है और करता है सच है।"

(यह भी देखें: आज्ञापालन, महिमा, उद्धार)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H3045, H3046, H5046, H5234, H6942, G14920, G19210, G36700

मिटा दे, मिटा देता, मिटाया जाता, मिट गए

परिभाषा:

“मिटा दे” और “मिटा डाले” अर्थात किसी वस्तु को या किसी मनुष्य को पूर्ण रूप से नष्ट कर देना या हटा देना।

  • इन शब्दों का उपयोग सकारात्मक रूप में भी किया जाता है जैसे परमेश्वर अपराधों को "मिटा डालता" है, उन्हें क्षमा करके कभी स्मरण नहीं करता है।
  • इसका नकारात्मक उपयोग अधिकतर जातियों को "नष्ट कर देने" या पाप के कारण उनका "सर्वनाश" कर देने के लिए भी किया जाता है।
  • बाइबल में वर्णन है कि मनुष्य का नाम परमेश्वर की जीवन की पुस्तक में से “मिटाया गया” या “हटा दिया गया” , अर्थात उस मनुष्य को अनन्त जीवन प्राप्त नहीं होगा।

अनुवाद के सुझाव:

  • प्रकरण के अनुसार इनका अनुवाद “पीछा छुड़ाना” या “हटाना” या “पूर्णतः नष्ट कर देना” या “पूर्ण रूप से समाप्त कर देना” हो सकता है।
  • जीवन की पुस्तक से किसी का नाम मिटा देने के संदर्भ में इसका अनुवाद “हटा देना” या “मिटाना” हो सकता है।

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H4229, H8045, G1813

मिट्टी देना, दबा देता है, दफन,

परिभाषा:

“मिट्टी देना” का अर्थ है, किसी वस्तु को (प्रायः शव को) कब्र में या अन्य दफ़न के स्थान में रखना और उसको मिट्टी या पत्थरों आदि से भर देना। “दफ़न” अर्थ है, या किसी को गाड़ना या गाड़ने का स्थान का वर्णन करना।

  • अक्सर लोग शव को जमीन में एक गहरे गड्ढ़े में डालकर दफनाते हैं और फिर उसे मिट्टी से ढांक देते हैं।
  • कभी-कभी शव को एक सन्दूक में रखा जाता है जैसे शव-पेटी, फिर गाड़ा जाता है।
  • बाइबल के युग में मृतक प्रायः गुफा या गुफा जैसे स्थान में रखे जाते थे। मृत्यु के बाद यीशु का शव कपड़ों में लपेटकर एक गुफा रूपी कब्र में रखा गया था जिसके मुंह पर बड़ा पत्थर लुढ़का दिया गया था।
  • “कब्रिस्तान”, “कब्र” या “दफन कक्ष” या “दफन की गुफा” आदि सब शब्द शव को दफनाने के स्थान के संदर्भ में हैं।
  • अन्य वस्तुओं को भी गाड़ा जाता था जैसे अकान ने यरीहो से चुराई हुई चांदी एवं अन्य वस्तुओं का गाड़ा था अर्थात भूमि में गाडा था।
  • “मुंह ढांपना”“ अर्थात “हाथों से मुंह को छिपाना”
  • कभी-कभी “छिपाना” शब्द का अर्थ “गाड़ना” भी होता है जैसे अकान ने यरीहो से चुराई हुई वस्तुओं को भूमि में गाड़ दिया था। अर्थात उसने उन्हें भूमिगत कर दिया था।

(यह भी देखें:यरीहो, कब्र)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H6900, H6912, H6913, G17790, G17800, G22900, G49160, G50270

मिलापवाला तम्बू

तथ्य:

शब्द "मिलाप का तम्बू" एक ऐसे तम्बू को संदर्भित करता है जो एक अस्थायी स्थान था जहाँ परमेश्वर ने निवासस्थान के निर्माण से पहले मूसा से मुलाकात की थी।

  • निर्गमन की पुस्तक में लिखा है कि मिलापवाला तम्बू इस्राएलियों की छावनी से बाहर था।
  • जब मूसा मिलापवाले तम्बू में परमेश्वर से मुलाकात करने जाता था तब बादल का एक स्तम्भ वहां उपस्थित होकर परमेश्वर की उपस्थिति को दर्शाता था।
  • जब इस्राएलियों ने परमेश्वर के निवासस्थान को बनाया, तो अस्थायी तम्बू की ज़रूरत नहीं थी और निवासस्थान के संदर्भ में "मिलापवाला तम्बू" कभी-कभी इस्तेमाल किया जाता था।

(यह भी देखें: इस्राएल, मूसा, खंभा, मिलापवाला तम्बू, तम्बू)

बाइबल सन्दर्भ:

बाइबल कहानियों से उदाहरण:

  • 13:8 परमेश्वर ने इस्राएलियों को तम्बू बनाने का विस्तृत विवरण दिया। यह मिलापवाला तम्बू कहलाता था, और इसमें दो कमरे थे, जिन्हें एक बड़ा परदा पृथक कर रहा था।
  • 13:9 जो कोई भी परमेश्वर के व्यवस्थाओं का उल्लंघन करता है, वह मिलापवाले तम्बू के सामने वेदी पर परमेश्वर के लिये पशु का बलिदान चढ़ाएगा।
  • 14:8 परमेश्वर बहुत क्रोधित थे, और परमेश्वर का तेज मिलापवाले तम्बू में सब इस्राएलियों पर प्रकाशमान हुआ।
  • 18:2 अब लोग मिलापवाले तम्बू के स्थान पर उस भवन में परमेश्वर की उपासना करते और बलिदान चढ़ाते थे।

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H168, H4150

मुकुट, मुकुट पहनाना, मुकुट रखा

परिभाषा:

मुकुट राजा रानी द्वारा सिर पर पहना जानेवाला गोलाकार आभूषण हैं। “मुकुट पहनाना” का अर्थ किसी के सिर पर मुकुट रखना; जिसका प्रतीकात्मक अर्थ है “सम्मानित करना।”

  • मुकुट सोने या चांदी के बने होते थे और उनमे बहुमूल्य पत्थर मरकत और माणिक जड़े होते थे।
  • मुकुट राजा की शक्ति एवं धन-धान्य का प्रतीक था।
  • इसके विपरीत सैनिकों ने यीशु के सिर पर कांटों का मुकुट रखा था तो वह उसका ठट्ठा करने और उसे दुःख देने के लिए था।
  • प्राचीन युग में जीतने वाले खिलाड़ियों को जैतून के वृक्ष की टहनियों का मुकुट पहनाया जाता था। प्रेरित पौलुस तीमुथियुस को लिखे दूसरे पत्र में इस मुकुट की चर्चा करता है।
  • प्रतीकात्मक रूप में “मुकुट पहनाने” का अर्थ है सम्मानित करना। हम परमेश्वर की आज्ञा मानकर और अन्यों में उसका गुणगान करके उसका सम्मान करते हैं। यह ऐसा है जैसे उसके सिर पर मुकुट रखना और उसे राजा स्वीकार करना।
  • पौलुस विश्वासियों को अपना “आनन्द और मुकुट” कहता है। इस अभिव्यक्ति में “मुकुट” का अर्थ प्रतीकात्मक है जिसका अर्थ है कि पौलुस बहुत आशिषित और सम्मानित है क्योंकि विश्वासी परमेश्वर की सेवा में विश्वासयोग्य रहे हैं।
  • प्रतीकात्मक रूप में उपयोग करने पर मुकुट का अनुवाद “पुरस्कार” या “सम्मान” या “प्रतिफल” किया जा सकता है।
  • “मुकुट पहनाने” को जब प्रतीकात्मक रूप में काम में लिया जाए तो इसका अनुवाद “सम्मान देना” या “विभूषित करना” हो सकता है।
  • किसी को मुकुट पहनाने का अनुवाद हो सकता है, “उसके सिर पर मुकुट रखा गया”।
  • “महिमा और आदर का मुकुट” का अनुवाद “उसे महिमा और सम्मान दिया गया” या “उसे महिमान्वित या सम्मानित किया गया” या “वह महिमा और सम्मान से सुसंपन्न था”।

(यह भी देखें: महिमा, राजा, जैतून)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H3803, H3804, H5145, H5849, H5850, H6936, G1238, G4735, G4737

मुड़, मुड़ता, लौटना, पीछे मुड़ता है, वापस मुड़ता है, वापस मुड़ना, वापस मुड़ा, भटक जाते, मुड़ जाना, वापस मुड़ा,मोड़, मुड़ कर दूर जा रहा है, लौटता है, वापस लौटाया, वापस लौट रहा है, वापस लौट जाता है

परिभाषा:

“मुड़” का अर्थ है शारीरिक रूप से दिशा बदलने या किसी बात के कारण किसी की दिशा बदलना।

  • “मुड़” का अर्थ “पीछे मुड़ना” कि पीछे देखें या दूसरी दिशा में उन्मुख हों।
  • “वापस मुड़ना” या “चाल से फिरना” का अर्थ है “लौट जाना” या “दूर हो जाना” या “दूर करने का कारण होना”
  • “किसी बात से फिर जाने” का अर्थ है कुछ करने का “त्याग” या किसी का परित्याग करना।
  • “की ओर मुड़ें” अर्थात किसी को सीधा देखना।
  • “मुड़कर चल देना” या “मुंह मोड़कर चल देना” अर्थात “चले जाना”
  • " वापस मुड़ना" का अर्थ है "कुछ फिर से शुरू करना।"
  • “किसी बात से फिर जाने” अर्थात “किसी कार्य का त्याग करना”

अनुवाद के सुझाव

  • सन्दर्भ के अनुसार “मुड़” का अनुवाद “दिशा परिवर्तन” या “जाना” या “चलना” हो सकता है।
  • कुछ संदर्भों में “मुड़” का अनुवाद “कारण” (कोई) कुछ करने के लिए। "(किसी) से दूर मुड़ना" का अनुवाद "कारण (कोई) जाने के लिए" या "कारण (किसी) को रोकने के लिए किया जा सकता है।"
  • " परमेश्वर से दूर हो जाना" वाक्यांश का अनुवाद " परमेश्वर की आराधना करना बंद करना" के रूप में किया जा सकता है।
  • "परमेश्वर की ओर मुड़ना" वाक्यांश का अनुवाद "फिर से परमेश्वर की आराधना करना शुरू करना" किया जा सकता है।
  • जब दुश्मन "पीछे मुड़ें," इसका मतलब है कि वे "पीछे हटना" "दुश्मन को पीछे मुड़ना" का मतलब है "दुश्मन के पीछे हटने का कारण।"
  • लाक्षणिक रूप से प्रयुक्त, जब इस्राएल झूठे देवताओं के पास "लौट आए", तब वे "उनकी उपासना करने लगे" जब वे मूर्तियों से "मुड़ गए", उन्होंने "उनकी पूजा करना बंद कर दिया"
  • जब परमेश्वर अपने विद्रोही लोगों से "दूर हो गया", तब उसने "उनकी रक्षा करना बंद कर दिया" या "उनकी मदद करना बंद कर दिया"
  • वाक्यांश "अपने बच्चों के लिए पिता के दिलों को मोड़ना" का अनुवाद "पिता अपने बच्चों की देखभाल फिर से करे" किया जा सकता है।
  • अभिव्यक्ति "मेरी महिमा को शर्मिंदगी में बदलना" का अनुवाद "मेरी महिमा को शर्मिंदा बनाने का कारण" या "मुझे अपमानित करना है कि मैं शर्मिंदा हो जाऊ" या "मुझे शर्मिंदा करना (बुरा काम करके) ताकि लोग मुझे सम्मान न दें ।" के रूप में किया जा सकता है।
  • "मैं तुम्हारे नगरों को बर्बाद कर दूंगा" का अनुवाद किया जा सकता है, "मैं तुम्हारे नगरों को नष्ट कर दूंगा" या "मैं शत्रुओं को तुम्हारे शहरों को नष्ट करने का कारण बनाऊंगा।"
  • वाक्यांश "में बदलना" का अनुवाद "बन जाना हैं" के रूप में किया जा सकता है। जब मूसा की छड़ी एक साँप "में बदल गई", तो यह एक सांप "बन गया"। इसका अनुवाद भी "में बदल गया" के रूप में किया जा सकता है।

(यह भी देखें: झूठे ईश्वर, कुष्ठ रोग, आराधना)

बाइबल संदर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रांग'स: H541, H2015, H2017, H2186, H2559, H3943, H4672, H4740, H4878, H5186, H5253, H5414, H5437, H5472, H5493, H5528, H5627, H5753, H6437, H7227, H7725, H7734, H7750, H7760, H7847, H8159, H8447, G344, G387, G402, G654, G665, G868, G1294, G1578, G1612, G1624, G1994, G3179, G3313, G3329, G3344, G3346, G4762, G5157, G5290

मुँह, मुँह के सामने, सामने, चेहरे, मुँह के बल गिरे

परिभाषा:

“मुँह ” अर्थात मनुष्य का चेहरा। इस शब्द के अनेक प्रतीकात्मक अर्थ होते हैं।

  • बाइबल में, "चेहरे" शब्द का प्रयोग अक्सर किसी व्यक्ति की उपस्थिति, किसी वस्तु के सामने या किसी चीज़ की सतह पर होने के लिए लाक्षणिक रूप से किया जाता है।
  • “तेरा मुँह” अर्थात “तू” इसी प्रकार “मेरा मुँह” का अर्थ प्रायः “मैं” या “मुझे” होता है।
  • किसी का “सामना करना” अर्थात उस व्यक्ति या वस्तु का सीधा सामना करना।
  • “आमने-सामने देखना” अर्थात “सीधा एक दूसरे को देखना”
  • “आमने-सामने” अर्थात दो मनुष्य निकटता में एक दूसरे के समक्ष हैं।
  • “यीशु ने यरूशलेम जाने का निश्चय किया” अर्थात उसने जाने का दृढ़ निश्चय किया था।
  • “मुँह फेर लेना” अर्थात किसी स्थान या मनुष्य को सहयोग ना देने या उसका त्याग करने का निश्चय कर लेना।
  • “भूमि पर से” अर्थात पृथ्वी पर से, सामान्यतः संपूर्ण पृथ्वी पर से। उदाहरणार्थ “संपूर्ण भूमि पर अकाल पड़ गया” व्यापक अकाल जिससे पृथ्वी पर अनेक प्राणी मर रहे थे।
  • यह प्रतीकात्मक उक्ति, “अपने लोगों से अपना मुँह न छिपा” अर्थात “अपने लोगों को त्याग न दे” या “अपने लोगों को अकेला न छोड़ दे” या “अपने लोगों की सुधि लेने से इन्कार न कर।”

अनुवाद के सुझाव:

  • इसी उक्ति को ज्यों का त्यों रखा जाए या लक्षित भाषा में इसकी पर्यायवाची उक्ति काम में ली जाए।
  • शब्द "सामना करने के लिए" का अनुवाद किया जा सकता है "की ओर मुड़ना" या "सीधे देखने के लिए" या "चेहरे को देखने के लिए।"
  • अभिव्यक्ति "आमने-सामने" का अनुवाद "बहुत करीब से" या "ठीक सामने में" या "की उपस्थिति में" के रूप में किया जा सकता है।
  • संदर्भ के आधार पर, "उसके चेहरे के सामने" का अनुवाद "उसके आगे" या "उसके सामने" या "उसके पहले" या "उसकी उपस्थिति में" के रूप में किया जा सकता है।
  • "उसके चेहरे की तरफ मुड़ें" अभिव्यक्ति का अनुवाद “की ओर बढ़ने” या “दृढ़ता से करने के लिए अपना मन बनाया।”
  • अभिव्यक्ति “उसके चेहरे से छिपाए” का अनुवाद “से मुड़ जाना” या “मदद करना या रक्षा करना रोकें” या “अस्वीकार” के रूप में किया जा सकता है।
  • 'मुँह फेरना' किसी शहर या लोगों के खिलाफ के रूप में अनुवाद किया जा सकता है, "क्रोध और निंदा के साथ देखो" या "स्वीकार करने से मना करना " या "अस्वीकार करने का निर्णय लेना" या "निंदा करना और अस्वीकार करना" या "निर्णय देना"।
  • अभिव्यक्ति “उनके मुँह पे बोले” का अनुवाद “उनको सीधे बोलना” या “उनकी उपस्थिति में उन्हें यह कहो” या “उन्हें व्यक्ति में कहें” के रूप में किया जा सकता है।
  • अभिव्यक्ति “भूमि के मुँह पर” का अनुवाद “पुरे देश पर” या “पूरी धरती पर” या “पूरी पृथ्वी पर रह रहे है” के रूप में किया जा सकता है।

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H600, H639, H5869, H6440, H8389, G3799, G4383, G4750

मुहर, मुहर, मुहर लगाना, खुली

परिभाषा:

मुहर लगाने का अर्थ है कि मुहरबन्द वस्तु मुहर जोड़े बिना खोली नहीं जा सकती है।

  • मुहर में प्राय कोई चिन्ह होता था जिससे प्रकट होता था कि वह किस की है।
  • पत्रों तथा अन्य अभिलेखों पर मुहर लगाने के लिए मोम को पिघलाकर काम में लिया जाता था। मोम जब ठंडा होकर कठोर हो जाता था तब मुहर को तोड़े बिना पत्र खोला नहीं जा सकता था।
  • यीशु की कब्र के द्वार पर रखे पत्थर पर मुहर लगाई गई थी कि कोई उस पत्थर को हटाए नहीं।
  • पौलुस पवित्र आत्मा को प्रतीकात्मक रूप में मुहर कहता है जिससे हमारा उद्धार सुनिश्चित होता है

(यह भी देखें: पवित्र आत्मा, कब्र)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H2368, H2560, H2856, H2857, H2858, H5640, G2696, G4972, G4973

मूरत/मूरतों, खोद कर बनाई हुई मूरतें, धातु की मूरतें ढालकर, मूर्ति, प्रतिमा

परिभाषा:

यह सब शब्द मिथ्या देवताओं की आराधना में मूर्तों के संदर्भ में हैं। मूर्तिपूजा के संबन्ध में मूरत तराशी हुई मूर्तियों का लघु शब्द है|

  • “तराशी हुई मूर्ति” या “खुदी हुई मूरत” लकड़ी से बनाई हुई पशु, मनुष्य या किसी वस्तु की प्रतिछाया थी।
  • “धातु की खुदी हुई मूरत” धातु को पिघला कर सांचे में डालकर किसी वस्तु, पशु या मनुष्य का रूप देना।
  • ये लकड़ी के या धातु के प्रतिरूप झूठे देवी-देवताओं की उपासना के काम में लिए जाते थे।
  • किसी मूर्ति के लिए “मूरत” शब्द का सन्दर्भ या तो लकड़ी की या धातु की मूर्ति से हो सकता है|

अनुवाद के लिए सुझाव:

  • मूर्ति के संदर्भ में “मूरत” का अनुवाद “प्रतिमा” या “खुदी हुई मूरत” या “खुदी धार्मिक वस्तु” किया जा सकता है।
  • कुछ भाषाओं में इस शब्द के साथ व्याख्यात्मक शब्द काम में लेना अधिक उचित होगा जैसे “खुदी हुई मूरत” या “ढली हुई मूर्ति” वहाँ भी जहां मूल पाठ में केवल “मूरत” या “लाठ” शब्द हों।
  • सुनिश्चित करें कि यह शब्द परमेश्वर के स्वरूप के लिए प्रयुक्त शब्द से भिन्न हो।

(यह भी देखें: झूठे देवता, परमेश्वर, मूरत, परमेश्वर का प्रतिरूप)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H0457, H1544, H2553, H4541, H4676, H4853, H4906, H5257, H5262, H5566, H6091, H6456, H6459, H6754, H6755, H6816, H8403, H8544, H8655, G15040, G51790

मूर्ति, मूरतें, मूर्तिपूजक, मूर्तिपूजकों, मूर्ति-पूजक, मूर्ति पूजा

परिभाषा:

मूर्ति मनुष्यों द्वारा हाथ से बनायी गई एक प्रतिभा होती है जिसकी वे पूजा करते हैं। एक सच्चे परमेश्वर के स्थान में किसी और को सम्मान देना मूर्ति-पूजा कहलाती है।

  • मनुष्य देवी-देवताओं की पूजा के लिए मूर्तियां बनाता है।
  • देवी-देवताओं का कोई अस्तित्व नहीं है, यहोवा के अलावा और कोई देवता नहीं।
  • कभी-कभी दुष्टात्माएं मूर्तियों के माध्यम से काम करके ऐसा प्रकट करती हैं कि उनमें शक्ति है जबकि है नहीं।
  • मूर्तियां सोने, चांदी, तांबे या मूल्यवान लकड़ी से बनाई जाती हैं।
  • “मूर्ति-पूजकों का राज्य” अर्थात् “मूर्तिपूजा करने वालों का राज्य” या "लोगों का राज्य जो सांसारिक वस्तुओं की आराधना करते है।”
  • “मूरत” शब्द भी “खुदी हुई छवि”,“मूर्ति” के लिए ही काम में लिया गया है।

(यह भी देखें: झूठे देवता, छवि, राज्य, आराधना)

बाइबल सन्दर्भ:

बाइबल कहानियों से उदाहरण:

  • 13:05“तू अपने लिये कोई मूर्ति खोदकर न बनाना, न किसी की प्रतिमा बनाना, तू उनकी उपासना न करना क्योंकि मैं तेरा परमेश्वर यहोवा जलन रखने वाला परमेश्वर हूँ।”
  • 13:12 हारून ने सोने से एक बछड़े के आकार की मूर्ति बना दी। लोग उस मूर्ति की उपासना करने लगे और उसके लिये बलिदान चढ़ाने लगे!
  • 14:03 “तुम उनके देवताओं को पूरी तरह से नष्ट कर देना। यदि तुम मेरी आज्ञाओ का पालन न करो, और मेरे बदले उनके देवताओं की उपासना करों तो तुम दण्ड के पात्र बनोगे।”
  • 18:12 इस्राएली राज्य के सभी राजा और बहुत से लोग मूर्तियों की उपासना करते थे। उनकी मूर्ति पुजाओ में कई बार अनैतिकता और कभी- कभी बच्चों का बलिदान भी शामिल होता था।
  • 19:16 उन्होंने लोगों से कहा कि वह अन्य देवताओं की उपासना करना बंद कर दे, और दूसरों के लिए न्याय और उन पर दया करना आरंभ करें।

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H205, H367, H410, H426, H430, H457, H1322, H1544, H1892, H2553, H3649, H4656, H4906, H5566, H6089, H6090, H6091, H6456, H6459, H6673, H6736, H6754, H7723, H8163, H8251, H8441, H8655, G1493, G1494, G1495, G1496, G1497, G2712

मूलपिता, पिता, बापदादे, जन्माता, पूर्वज, पुरखाओं

परिभाषा:

यथार्थ में पिता का अर्थ है किसी का पिता। इस शब्द के अनेक प्रतीकात्मक उपयोग भी हैं।

  • “पिता” और “पुरखा” शब्द प्रायः किसी व्यक्ति या समुदाय के पूर्वजों के लिए भी काम में लिया जाता है। * इसका अनुवाद “पूर्वज” या “पितर” किया जा सकता है।
  • “का पिता” प्रतीकात्मक रूप में उस व्यक्ति के संदर्भ में होता है जो अनुवांशिक जन समूह का अगुआ हो या किसी का स्रोत हो। उदाहरणार्थ उत्प. 4 में “ वह उन लोगों का पिता था जो तम्बूओं में रहते थे” इसका अर्थ है “तम्बूओं में रहने वालों का कुल पिता हुआ”।
  • प्रेरित पौलुस प्रतीकात्मक रूप में स्वयं को सुसमाचार प्रचार द्वारा मसीही विश्वास में आए मनुष्यों का “पिता” कहलाता था।

अनुवाद के सुझाव

  • पिता और उसके शारीरिक पुत्र की चर्चा करते समय इसका अनुवाद लक्षित भाषा में वही शब्द काम में ले जो पिता के लिए है।
  • “पिता परमेश्वर” का अनुवाद उसी शब्द से करना होगा जो “पिता” के लिए काम में आता है।
  • पूर्वजों की चर्चा में इस शब्द का अनुवाद “पूर्वज” या “पैतृक पिता” किया जाए।
  • जब पौलुस स्वयं को मसीही विश्वासियों का पिता कहता है तब इसका अनुवाद किया जाए, “आत्मिक पिता” या “मसीह में पिता”।
  • कभी-कभी “पिता” शब्द का अनुवाद “कुलपति” किया जा सकता है।
  • “सब झूठों का पिता” का अनुवाद “सब झूठों का स्रोत” या “जिससे सब प्रकार के झूठ का उद्गम है”।

(यह भी देखें: परमेश्वर पिता, पुत्र, परमेश्वर का पुत्र)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H1, H2, H25, H369, H539, H1121, H1730, H1733, H2524, H3205, H3490, H4940, H5971, H7223, G256, G540, G1080, G2495, G3737, G3962, G3964, G3966, G3967, G3970, G3971, G3995, G4245, G4269, G4613

मेढ़ों और समुद्री गाय

परिभाषा:

"समुद्री गाय और मेढ़ों" एक विशाल प्राणी है जो समुद्री घास तथा समुद्री तल पर हरियाली खाती है।

  • समुद्री गाय राख के रंग की होती है जिसकी त्वचा मोटी होती है। वह पानी में पंखों द्वारा तैरती है।
  • बाइबल के युग में इस प्राणी की त्वचा तम्बू बनाने के काम में आती थी। इन पशुओं की खाल निवास के मण्डप की छत के लिए काम में ली जाती थी।
  • घास खाने के कारण इसे "समुद्री गाय" कहा गया है, परन्तु वह वास्तव में गाय नहीं है।
  • "डगोंग" और "मैनटेई" के जैसे जानवर हैं।

(यह भी देखें: अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करे)

(यह भी देखें: तम्बू)

बाइबल के सन्दर्भ:

जिस व्यक्ति ने इस पुस्तक को प्राप्त किया था वह अटूट मुहर को देखेगा और उसे पता चलेगा कि किसी ने भी इसे खोला नहीं था।

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H8476

मेलबलि, मेलबलियों

तथ्य:

पुराने नियम में “मेलबलि” एक ऐसा बलिदान था जो अनेक कारणों से चढ़ाया जाता था जैसे परमेश्वर को धन्यवाद देने के लिए या मन्नत पूरी करने के लिए।

  • इस बलि में पशुबलि किया जाता था, नर पशु या मादा पशु। यह बलि होमबलि से भिन्न था जिसमें नर पशु की बलि दी जाती थी।
  • बलि का एक भाग परमेश्वर को चढ़ाने के बाद, बलि चढ़ाने वाला शेष मांस पुरोहितों तथा अन्य इस्राएलियों के साथ बाँटता था।
  • इस बलि से जुड़ा भोजन होता था जिसमें अखमीरी रोटी खाई जाती थी।
  • इसे कभी-कभी “मेलबलि” भी कहा जाता है।

(यह भी देखें: होमबलि, पूर्ति, अन्नबलि, दोषबलि, मेलबलि, याजक, बलिदान, अखमीरी रोटी, शपथ)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H8002

मेलबलि, मेलबलियों

तथ्य:

“मेलबलि” परमेश्वर की आज्ञा के अनुसार इस्राएल में जो बलियां चढ़ती थी उनमें से एक यह भी थी। * इसे कभी-कभी “धन्यवाद की बलि” या “सहभागिता की बलि” भी कहा गया है।

  • इनमें एक निर्दोष पशु को बलि किया जाता था और उस पशु का लहू वेदी पर छिड़का जाता था, उसकी चर्बी तथा पशु को अलग जलाया जाता था।
  • इस बलि के साथ अखमीरी रोटी तथा खमीरी रोटी दोनों की भेंट चढ़ाई जाती थी जिन्हें होमबलि के ऊपर जलाया जाता था।
  • याजक और उपासक दोनों को यह मांस खाने की अनुमति थी।
  • इस बलि में परमेश्वर की अपने लोगों के साथ सहभागिता प्रकट होती थी।

(यह भी देखें: होमबलि, सहभागिता, मेलबलि, अन्नबलि, याजक, बलिदान, अखमीरी रोटी)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H8002

यह लिखा है

परिभाषा:

“जैसा लिखा है” या “जो लिखा है” नये नियम में यह उक्ति बार-बार आती है जो इब्रानी धर्मशास्त्र की आज्ञाओं और भविष्यद्वक्ताओं के संदर्भ में है।

  • कभी कभी “जैसा लिखा है” मूसा की व्यवस्था की बातों के संदर्भ में भी काम में लिया गया है।
  • अन्यथा यह उक्ति पुराने नियम के भविष्यद्वक्ताओं के उद्धरण के संदर्भ में हैं।
  • इसका अनुवाद हो सकता है, “जैसा मूसा की व्यवस्था में लिखा है” या “जैसा भविष्यद्वक्ताओं ने वर्षों पूर्व लिखा था” या “मूसा लिखित परमेश्वर की व्यवस्था में कहा गया है”।
  • एक विकल्प यह भी है कि इसे ज्यों का त्यों रखें, “लिखा है कि” और पाद टिप्पणी में इसका अर्थ स्पष्ट करें।

(यह भी देखें: आज्ञा, व्यवस्था, भविष्यद्वक्ता, परमेश्वर का वचन)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H3789, G11250

यहूदी अधिकारी, यहूदी अगुवे

तथ्य:

शब्द "यहूदी अगुवे" या "यहूदी अधिकारी" धार्मिक अगुवों जैसे कि याजक और परमेश्केवर की व्यवस्था के शिक्षकों को संदर्भित करता है। उन्हें गैर-धार्मिक मामलों के बारे में भी निर्णय लेने का अधिकार था।

  • यहूदी अगुवे महायाजक, मुख्य याजक और शास्त्री (परमेश्‍वर के नियमों के शिक्षक) थे।
  • यहूदी अगुवों के प्रमुख पंथों में फरीसी और सदूकी थे।
  • व्यवस्था के मामलों के विषय में निर्णय लेने के लिए यरूशलेम में यहूदी परिषद में सत्तर यहूदी अगुवों ने एक साथ मुलाकात करते थे।
  • कई यहूदी अगुवे घमण्डी थे और सोचते थे कि वे धर्मी हैं। वे यीशु से जलते थे और उसे हानि पहुँचाना चाहते थे। उन्होंने परमेश्वर को जानने का दावा तो किया परन्तु उसकी आज्ञा नहीं मानी।
  • अक्सर वाक्यांश "यहूदी" यहूदी अगुवों को संदर्भित करता है, खासकर उन संदर्भों में जहां वे यीशु पर क्रोधित थे और उसे धोखा देने या नुकसान पहुंचाने की कोशिश कर रहे थे।
  • इन शब्दों का अनुवाद "यहूदी शासकों" या "वे लोग जो यहूदी लोगों पर शासन करते थे" या "यहूदी धार्मिक अगुवों" के रूप में भी किया जा सकता है।

(यह भी देखें: यहूदी, प्रधान-याजकों, महासभा, महायाजक, फरीसी, याजक, सदूकी, शास्त्री)

बाइबल सन्दर्भ:

बाइबल कहानियों से उदाहरण:

  • __24:03__कई धार्मिक अगुवे भी यूहन्ना से बपतिस्मा लेने आए, लेकिन उन्होंने पश्चाताप नहीं किया या अपने पापों को स्वीकार नहीं किया।
  • 37:11 परन्तु यहूदियों के धार्मिक अगुवे यीशु से ईर्षा रखते थे, इसलिये उन्होंने आपस में मिलकर योजना बनाना चाहा कि कैसे वह यीशु और लाजर को मरवा सकें।
  • 38:02 वह(यहूदा) जानता था कि __ यहूदी अगुवों__ ने यीशु को मसीहा के रूप में अस्वीकार कर दिया था और वे उसे मरवा डालने की योजना बना रहे थे।
  • 38:03 महायाजक के नेतृत्व में यहूदी अगुवों ने यीशु को पकड़वाने के लिए यहूदा को तीस चाँदी के सिक्के दिए।
  • 39:05 यहूदी अगुवों ने महायाजक को उत्तर दिया, “वह (यीशु) मरने के योग्य है!”
  • 39:09 अगली सुबह यहूदी अगुवों ने यीशु को ले जाकर पिलातुस को सौंप दिया जो एक रोमी राज्यपाल था।
  • 39:11 परन्तु यहूदी अगुवों ने चिल्लाकर कहा कि, “इसे क्रूस में चढ़ा दो।”
  • 40:09 तब यूसुफ और निकुदेमुस, दो यहूदी अगुवों जो यीशु को मसीहा मानते थे, ने पीलातुस से यीशु की लाश माँगी।
  • 44:07 अगले दिन, यहूदी अगुवे पतरस और यूहन्ना को महायाजक और अन्य धार्मिक अगुवों के पास लाए।

शब्द तथ्य:

  • Strong's: G24530

यहूदी धर्म, यहूदी मत

परिभाषा:

“यहूदी धर्म” का अंश है यहूदियों का अभ्यासमत धर्म इसे “यहूदी धर्म” भी कहा गया है।

  • पुराने नियम में “यहूदी धर्म” की चर्चा है जबकि नये नियम में “यहूदी धर्म” को काम में लिया गया है।
  • यहूदी धर्म में पुराना नियम की व्यवस्था तथा इस्राएलियों के पालन हेतु परमेश्वर के आदेश थे। उसमें समय के साथ कार्य में जुड़ने वाली प्रथाएं एवं परम्पराएं भी थी।
  • यहूदी धर्म के अनुवाद में दोनों पुराने और नये नियमों में भी “यहूदी धर्म” काम में लिया जा सकता है।
  • “यहूदी धर्म” का उपयोग केवल नये नियम में किया जाए क्योंकि यह शब्द इससे पहले नहीं था।

(यह भी देखें: यहूदी, व्यवस्था)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: G2454

योग्य करना, योग्य, निकम्मा ठहरा

परिभाषा:

“योग्य करना” का संदर्भ लाभ प्राप्त करने का अधिकार होना या दक्षता के लिए पहचाना जाना।

  • किसी काम के लिए “योग्य” मनुष्य के पास उस काम को करने की आवश्यक दक्षता एवं प्रशिक्षणत होता है।
  • कुलुस्से की कलीसिया के लिये पत्र में पौलुस लिखता है कि पिता परमेश्वर ने विश्वासियों को ज्योति के राज्य का सहभागी होने के “योग्य” बनाया है। इसका अर्थ है कि परमेश्वर ने उन्हें वह सब दिया है जो ईश्वर-परायण जीवन जीने के लिए आवश्यक है।
  • विश्वासी परमेश्वर के राज्य का अधिकारी स्वयं नहीं हो सकता है वह केवल मसीह के लहू द्वारा मुक्ति के कारण योग्य ठहरता है।

अनुवाद के सुझाव

  • प्रकरण के अनुवाद “योग्य” का अनुवाद “संपन्न” या “दक्ष” या “सक्षम” हो सकता है।
  • किसी को “योग्य करना” बनाने का अनुवाद “संपन्न करना” या “सक्षम बनाना” या “समर्थ बनाना” हो सकता है।

(यह भी देखें: कुलुस्से, ईश्वर-भक्त, राज्य, ज्योति, पौलुस, छुटकारा दिलाना)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H3581

रखैल, रखैलियों

परिभाषा:

“रखैल” किसी विवाहित पुरुष की दूसरी पत्नी होती है। रखैल प्रायः विधिवत विवाह की हुई पत्नी नहीं होती है।

  • पुराने नियम में रखैलियाँ अधिकतर दासियां होती थी।
  • रखैल को या तो खरीदा जाता था, या युद्ध में जीता जाता था या ऋण चुकाने के स्थान में लिया जाता था।
  • राजा के लिए अनेक रखैलियां रखना शक्ति का प्रतीक था।

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H3904, H6370

रथ, रथियों

परिभाषा:

प्राचीन युग में रथ घोड़ों द्वारा खींचे जाने वाली दो पहियों की गाड़ियां होती थी।

  • लोग युद्ध या यात्रा के लिए रथों में बैठते या खड़े होते थे।
  • युद्ध में, जिस सेना के पास रथ थे, उसे बिना रथ वाली सेना की तुलना में गति और गतिशीलता का बड़ा लाभ होता था।
  • प्राचीन मिस्री और रोमी अपने घोड़ों और रथों के उपयोग के लिए प्रसिद्ध थे।

(यह भी देखें: अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करें)

(यह भी देखें: मिस्र, रोम)

बाइबल सन्दर्भ:

बाइबल कहानियों से उदाहरण:

  • 12:10 इस प्रकार उन्होंने इस्राएलियों का समुद्र के मार्ग पर पीछा किया, परन्तु परमेश्वर ने मिस्रियों को घबरा दिया और उनके रथों को अटका दिया।

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H2021, H4817, H4818, H7393, H7395, H7398, G07160, G44800

रपाई, दानव

परिभाषा:

“दानव” उस मनुष्य को कहते हैं जो कद और शक्ति में असामान्य रूप से बड़ा हो।

  • पलिश्ती सैनिक गोलियत जो दाऊद से लड़ा उसको दानव कहा गया है क्योंकि वह बहुत लम्बा चौड़ा और बलवान पुरुष था।
  • कनान का भेद लेने जो इस्राएली भेदिए गये थे उन्होंने कहा कि वहां दानव बसते हैं।

(यह भी देखें: कनान, गोलियत, पलिश्ती)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H1368, H5303, H7497

राख, धूल

तथ्य:

“राख” शब्द उस काले पावडर के संबन्ध में काम में लिया जाता है जो लकड़ी के जलने के बाद रह जाता है।

  • प्राचीन युग में राख में बैठना दुःख और विलाप का संकेत देता था। विलाप के समय टाट का बना कड़ा चुभनेवाला वस्त्र पहन कर राख में बैठना या सिर में राख डालना होता था।
  • सिर में राख डालना अपमान और लज्जा का भी प्रतीक था।
  • “राख का ढेर” अर्थात बहुत राख।
  • बाइबल में कभी-कभी "राख" शब्द के साथ "धूल" शब्द का उपयोग भी किया गया है, जैसे "धुल और राख"। इसका अनुवाद, "धूल और राख" या मात्र "राख" किया जा सकता है।
  • “राख” शब्द का अनुवाद करते समय लक्षित भाषा में ऐसा शब्द काम में लें जो जली लकड़ी के जल जाने के बाद काले चूर्ण को व्यक्त करता है।

(यह भी देखें: आग, टाट)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H0080, H0665, H1854, H6083, H6368, H7834, G28680, G47000, G50770, G55220

राज करना, राज्य करता है, राज्य करता, राज्य कर रहा है

परिभाषा:

“राज करना” का अर्थ है, किसी देश या राज्य की प्रजा पर राज करना। एक राजा का शासनकाल वह समय है, जिसके दौरान वह शासन कर रहा है।

  • "राज करना," यह उक्ति सम्पूण विश्व पर राजा होकर परमेश्वर द्वारा राज करने के सन्दर्भ में काम में ली जाती है।
  • परमेश्वर ने मानवीय राजाओं को इस्राएल पर राज्य करने की अनुमति तब दी जब लोगों ने उसे अपने राजा के रूप में अस्वीकृत कर दिया था।
  • मसीह यीशु जब पुनः आयेगा तब वह संपूर्ण सृष्टि पर राज करेगा और उसके विश्वासी उसके साथ राज करेंगे।
  • इस शब्द का अनुवाद, “संपूर्ण राज” या “राजा स्वरूप शासन करना” हो सकता है।

(यह भी देखें: राज्य)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H3427, H4427, H4437, H4438, H4467, H4468, H4475, H4791, H4910, H6113, H7287, H7786, G757, G936, G2231, G4821

राजकीय, राजसी गौरव,राजा का, रानी का

परिभाषा:

“राजसी ” शब्द राजा या रानी से संबन्धित वस्तुओं और मनुष्यों का संकेत देता है।

  • जो वस्तुएं “राजकीय” कहलाती हैं उनके उदाहरण हैं, राजा के (या रानी के) पद, वस्त्र, महल, सिंहासन और मुकुट।
  • राजा या रानी राज महल में रहते हैं।
  • राजा के विशेष वस्त्र “राजसी वेशभूषा” कहलाते हैं। राजा का बागा बैंगनी रंग का होता था बैंगनी रंग एक अत्यधिक दुर्लभ एवं मूल्यवान रंजक रंगा जाता था।
  • नये नियम में यीशु के विश्वासियों को “राजसी याजक” कहा गया है। इस शब्द का अनुवाद हो सकता है, "राजा स्वरुप परमेश्वर की सेवा में सेवारत याजक” या “परमेश्वर राजा के याजक होने हेतु बुलाए गए।”
  • “राजसी” शब्द का अनुवाद हो सकता है, “राजा सदृश्य” या “राजा के होना”

(यह भी देखें: राजा. महल, याजक, बैंजनी, रानी, बागा)

बाइबल के सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H643, H1921, H1935, H4410, H4428, H4430, H4437, H4438, H4467, H4468, H7985, G933, G934, G937

राजकुमार, राजकुमारी, राजकुमारी, राजकुमारियां

परिभाषा:

“राजकुमार” राजा का पुत्र होता है। “राजकुमारी” राजा की पुत्री होती है।

  • “राजकुमार” शब्द को प्रतीकात्मक रूप में भी काम में लिया जाता है जो अगुवे, शासक या अन्य अधिकार संपन्न मनुष्य के लिए होता है।
  • अब्राहम की धन सम्पदा और प्रतिष्ठा के कारण हित्ती लोग उसे “राजकुमार” कहते थे।
  • दानिय्येल की पुस्तक में “राजकुमार” शब्द “फारस का राजकुमार” या “यूनान का राजकुमार” के संदर्भ में काम में लिया गया है। जिसका संभावित अभिप्राय उन सामर्थी दुष्टात्माओं से है जो उस क्षेत्रों पर अधिकार रखती थी।
  • दानिय्येल की पुस्तक में प्रधान स्वर्गदूत मीकाएल को भी “राजकुमार” कहा गया है।
  • बाइबल में यदाकदा शैतान को “इस संसार का हाकिम” कहा गया है।
  • यीशु को “शान्ति का राजकुमार “ और “जीवन के कर्ता” कहा गया है।
  • प्रे.का. 2:36 में यीशु को “प्रभु और मसीह” कहा गया है तथा प्रे.का. 5:31 में इसे “प्रभु और उद्धारकर्ता” कहा गया है जिससे “प्रभु” और “राजकुमार” के समानान्तर अर्थ प्रकट होते हैं।

अनुवाद के लिए सुझाव:

  • “राजकुमार” के अनुवाद रूप हो सकते है, “राजा का पुत्र” या “शासक” या “अगुआ” या “मुखिया” या “कप्तान”।
  • स्वर्गदूतों के संदर्भ में इसका अनुवाद “शासक आत्मा” या “अगुआई करनेवाला स्वर्गदूत” हो सकता है।
  • शैतान और दुष्टात्माओं के संदर्भ में इस शब्द का अनुवाद “दुष्टात्माओं का शासक” या “सामर्थी आत्मा अगुओं” या “प्रशासक आत्मा” आदि जो प्रकरण पर निर्भर हों।

(यह भी देखें: स्वर्गदूत, अधिकार, मसीह, दुष्टात्मा, प्रभु, सामर्थ्य, शासक, शैतान, उद्धारकर्ता, आत्मा)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H1, H117, H324, H2831, H3548, H4502, H5057, H5081, H5139, H5257, H5387, H5633, H5993, H6579, H7101, H7261, H7333, H7336, H7786, H7991, H8269, H8282, H8323, G747, G758, G1413, G2232, G3175

राजदण्ड, राजदण्डों

परिभाषा:

"राजदण्ड" शब्द राजा जैसे शासक द्वारा पकड़े जानेवाले एक सजावटी डंडा को सूचित करता हैं।

  • राजदण्ड नक्काशी की हुई पेड़ की एक लकड़ी होता था। बाद में सोने जैसी मूल्यवान धातुओं के भी राजदण्ड बनाए गए थे।
  • राजदण्ड राजसी शैली और अधिकार का प्रतीक होता था जो राजा के सम्मान एवं मर्यादा को दर्शाता था।
  • पुराने नियम में, परमेश्वर को हाथ में धार्मिकता का राजदण्ड पकड़े दर्शया गया है क्योंकि परमेश्वर अपने लोगों पर राजा होकर शासन करता हैं।
  • पुराने नियम की एक भविष्यवाणी में मसीह को प्रतीकात्मक रूप में राजदण्ड कहा गया है जो इस्राएल से निकलकर सब जातियों पर राज करेगा।
  • इसका अनुवाद "शासन करने का दण्ड" या 'शासक का दंड" या "राजा का दण्ड" के रूप में भी किया जा सकता है।

(यह भी देखें: अधिकार, मसीह, राजा, rधर्मी)

बाइबल के सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H2710, H4294, H7626, H8275, G4464

राजा, राज्य, राजसी

परिभाषा:

बाइबल में, "राजा" शब्द से अभिप्राय उस व्यक्ति से है जो लोगों के किसी विशेष समूह अर्थात नगर, राज्य या देश (या दोनों) का सर्वोच्च शासक है।

  • बाइबिल के समय में, आमतौर पर एक राजा को पिछले राजा (ओं) के पारिवारिक संबंध के आधार पर शासन करने के लिए चुना जाता था। राजा के मरणोपरांत उसका जेठा पुत्र ही राजा बनता था।
  • बाइबल में परमेश्वर को राजा कहा गया है क्योंकि वह अपने लोगों पर राज करता है।“परमेश्वर का राज्य” अर्थात अपने लोगों पर परमेश्वर का राज।
  • नये नियम में यीशु को “यहूदियों का राजा”, “इस्राएल का राजा” और “राजाओं का राजा” कहा गया है।
  • इस शब्द का अनुवाद हो सकता है, “सर्वोच्च प्रधान” या “परम अगुआ” या “सत्ताधारी शासक”
  • “राजाओं का राजा” इस उक्ति का अनुवाद हो सकता है, “सब राजाओं पर राज करने वाला राजा” या “सर्वोच्च शासक जिसे सब शासकों पर अधिकार है”।

(यह भी देखें: अधिकार, हेरोदेस अन्तिपास, राज्य, परमेश्वर का राज्य)

बाइबल सन्दर्भ:

बाइबल कहानियों से उदाहरण:

  • 08:06 एक रात को मिस्र के राजा ने, जिसे फ़िरौन कहते है उसने रात में दो स्वप्न देखे जो उसे निरंतर परेशान कर रहे थे।
  • 16:01 इस्राएलियों का उस समय कोई राजा न था, इसलिये हर कोई वही करता था जो उन्हें ठीक लगता था।
  • 16:18 अत: लोगों ने परमेश्वर से कहा कि उन्हें भी सभी राष्ट्रों के समान एक राजा चाहिए।
  • 17:05 अंततः शाऊल युद्ध में मारा गया, और दाऊद इस्राएल का राजा बन गया। वह एक अच्छा राजा था, और लोग उससे प्रेम करते थे।
  • 21:06 परमेश्वर के भविष्यद्वक्ताओ ने यह भी कहा कि, मसीह एक भविष्यद्वक्ता भी होगा, एक पुरोहित भी और एक राजा भी होगा।
  • 48:14 दाऊद इस्राएल का राजा था, लेकिन यीशु पूरे ब्रह्मांड का राजा है!

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H4427, H4428, H4430, G935, G936

राज्य, राज्यों

परिभाषा:

राज्य अर्थात राजा द्वारा शासित एक प्रजा। इसका संदर्भ एक देश या राजनीतिक क्षेत्र से भी हो सकता है जिस पर एक राजा या शासक का नियंत्रण एवं अधिकार होता है।

  • राज्य का भौगोलिक क्षेत्र कुछ भी हो सकता है। राजा किसी एक जाती या देश या मात्र एक नगर का शासक हो सकता है।
  • “राज्य” शब्द का सन्दर्भ आत्मिक प्रशासन या अधिकार से भी हो सकता है जैसे “परमेश्वर का राज्य।"
  • परमेश्वर समस्त सृष्टि का राजा है परन्तु "परमेश्वर का राज्य" विशेष करके उन लोगों पर उसके राज एवं अधिकार के सन्दर्भ में है जिन्होंने यीशु में विश्वास करके उसके अधिकाराधीन हो जाने का समर्पपण किया है।
  • बाइबल में शैतान के “राज्य” की भी चर्चा की गई है जिसमें वह पृथ्वी की बहुत सी बातों पर अस्थाई राज कर रहा है। उसका राज्य दुष्टता का है जिसे “अन्धकार” कहा गया है

अनुवाद के सुझाव:

  • राजा के भौगोलिक क्षेत्र के संदर्भ में “राज्य” का अनुवाद "देश (एक राजा द्वारा शासित)" या "राजा का क्षेत्र" या "एक राजा द्वारा शासित क्षेत्र" किया जा सकता है।
  • आत्मिक अभिप्राय में, "राज्य" का अनुवाद "प्रशासन" या "शासन" या "नियंत्रण" या "संचालन" के रूप में किया जा सकता है।
  • "याजकों के राज्य" का अनुवाद हो सकता है, "आध्यात्मिक पुरोहित जो परमेश्वर द्वारा शासित हैं।"
  • "ज्योति का राज्य," इस उक्ति का अनुवाद हो सकता है, "परमेश्वर का शासन जो ज्योति की तरह अद्भुत है है" या "जब परमेश्वर, जो ज्योति है, लोगों पर शासन करता है" या "परमेश्वर के राज्य की ज्योति और अच्छाई।" “ज्योति” शब्द को संजोए रखना उचित है क्योंकि यह बाइबल में एक बहुत महत्वपूर्ण शब्द है।
  • ध्यान दें कि "राज्य" शब्द साम्राज्य से अलग हो, जिसमें एक सम्राट कई देशों पर शासन करता है।

(यह भी देखें: अधिकार, राजा, परमेश्वर का राज्य, इस्राएल का राज्य, यहूदा, यहूदा, याजक)

बाइबल सन्दर्भ:

बाइबल कहानियों से उदाहरण:

  • 13:02 परमेश्वर ने मूसा से कहा कि वह इस्राएलियों से कहे ,“इसलिए लिये अब यदि तुम निश्चय मेरी मानोगे, और मेरी वाचा का पालन करोगे, तो सब लोगों में से तुम ही मेरा निज धन ठहरोगे, समस्त पृथ्वी तो मेरी है, और तुम मेरी दृष्टी में याजकों का राज्य और पवित्र जाति ठहरोगे।”
  • 18:04 तब परमेश्वर ने सुलैमान पर क्रोध किया, और उसकी अधार्मिकता के कारण उसे दंड दिया, और वाचा बाँधी कि सुलैमान की मृत्यु के बाद वह इस्राएल के __ राज्य__ को दो भागों में विभाजित कर देंगा।
  • 18:07 दस इस्राएली गोत्र रहूबियाम के विरुद्ध हो गए। केवल दो गोत्र उसके प्रति निष्ठावान रहे। यह दो गोत्र यहूदा का राज्य बन गए।
  • 18:08 अन्य दस इस्राएली गोत्र जो रहूबियाम के विरुद्ध में थे, उन्होंने अपने लिए यारोबाम नामक एक राजा को नियुक्त किया। उसने देश के उत्तरी भाग में अपने राज्य की स्थापना की और उसे इस्राएल का राज्य कहा गया।
  • 21:08 राजा वह होता है जो राज्य पर शासन करता है और लोगों का न्याय करता है।

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H4410, H4437, H4438, H4467, H4468, H4474, H4475, G932

रानी, रानियाँ

परिभाषा:

रानी अर्थात् राजा की पत्नी या किसी देश की शासक।

  • राजा क्षयर्ष से विवाह करके एस्तेर फारस साम्राज्य की रानी बन गई थी।
  • रानी ईज़ेबेल दुष्ट राजा अहाब की पत्नी थी।
  • शीबा की रानी एक प्रसिद्ध शासक थी जो सुलैमान से भेंट करने आई थी।
  • “राज माता” राज करने वाले राजा की माता या दादी को कहते है या दिवंगत राजा की पत्नी को कहते हैं। “राज माता” का बहुत प्रभाव होता है जैसा अतल्याह में देखा गया है जिसने मूर्तिपूजा को बढ़ावा दिया था।

(यह भी देखें: क्षयर्ष, अतल्याह, एस्तेर, राजा. फारस, शासक, शीबा)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H1404, H1377, H4410, H4427, H4433, H4436, H4438, H4446, H7694, H8282, G938

रीछ, रीछनियों

परिभाषा:

रीछ भूरा या काले रंग का रोमदार पशु है जिसके दांत और पंजे तीक्ष्ण होते है। बाइबल के युग में रीछ एक सामान्य वन पशु था।

ये पशु जंगलों और पहाड़ों में रहते हैं तथा मछली, कीड़े और पौधे खाते हैं।

  • पुराने नियम में रीछ शक्ति का प्रतीक था।
  • भेड़ों की रखवाली करते समय दाऊद ने एक रीछ को मार गिराया था।
  • कुछ लड़के एलीशा का मज़ाक उड़ा रहे थे तब दो रीछ जंगल से निकल कर आए और उन्हें मार डाला।

(यह भी देखें: दाऊद, एलीशा)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H1677, G715

रेहन, का वचन दिया, प्रतिज्ञाओं

परिभाषा:

“रेहन” औपचारिक रूप से एवं सत्यनिष्ठा से की बात को करने या किसी वस्तु को देने की प्रतिज्ञा करना।

  • पुराने नियम में इस्राएल के अधिकारियों ने दाऊद के साथ निष्ठा निभाने का वचन दिया था।
  • वचन बद्धता के प्रतीक स्वरूप दी गई वस्तु प्रतिज्ञा पूर्ति के समय उसके स्वामी को लौटा दी जाती थी।
  • “वचन देने” का अनुवाद हो सकता है, “विधिवत समर्पण करना” या “दृढ़ प्रतिज्ञा करना”
  • इस शब्द का उपयोग उस वस्तु के लिए भी किया जाता है जो ऋण चुकाने के आश्वासन या प्रतिज्ञा स्वरूप रखी जाती है।
  • “वचन देना” का अनुवाद हो सकता है, “विधिवत प्रतिज्ञा करना” या “औपचारिक समर्पण” या “प्रति भू” या “औपचारिक आश्वासन” प्रकरण के अनुसार।

(यह भी देखें: प्रतिज्ञा, शपथ, शपथ)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H781, H2254, H2258, H5667, H5671, H6148, H6161, H6162, G728

रोटी

परिभाषा:

रोटी, आटे में पानी और तेल मिलाकर बनाई जाती है। आटे को बेलकर रोटी का आकार देकर सेंका जाता है।

  • जब “रोटी” शब्द अकेला हो तो इसका अर्थ है, रोटी।
  • रोटी के आटे को फूलाने के लिए उसमें खमीर मिलाया जाता है। रोटी बिना खमीर के भी बनाई जाती है। * बाइबल में ऐसी रोटी को “अखमीरी रोटी” कहा गया है, यह रोटी यहूदी फसह के पर्व में खाते थे।
  • रोटी बाइबल के युग में मुख्य भोजन होता था, इसे भोजन के स्थान में भी काम में लिया गया है। (देखें: उपलक्षण)
  • “भेंट की रोटियां” निवास के मण्डप या मन्दिर में परमेश्वर को अर्पित की गई बारह रोटियां थी जिन्हें एक सोने की मेज पर रखा जाता था। ये रोटियां इस्राएल के बारह गोत्रों का प्रतिनिधित्व करती थी और केवल याजक ही उन्हें खा सकता था। इसका अनुवाद हो सकता है, “उनमें परमेश्वर की उपस्थिति के दर्शन वाली रोटियां।” प्रतीकात्मक शब्द, “स्वर्ग की रोटी” विशेष सफेद रंग की अन्न, मन्ना के संदर्भ में है, परमेश्वर ने इस्राएलियों के लिए जंगल में इसका उल्लेख किया था।
  • यीशु ने स्वयं को “स्वर्ग से उतरने वाली रोटी” और “जीवन की रोटी” कहा है। यीशु अपने शिष्यों के साथ फसह का भोजन खा रहा था तब उसने अपनी देह को अखमीरी रोटी कहा था जो घायल की जायेगी और अन्त में क्रूस पर मार दी जायेगी। अनेक स्थानों में “रोटी” का अनुवाद “भोजन” किया जा सकता है।

(यह भी देखें: फसह, मिलापवाला तम्बू, मन्दिर, अखमीरी रोटी, खमीर)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H2557, H3899, H4635, H4682, G106, G740, G4286

रौंदे, रौंदेगा, रौंदा, रौंदना

परिभाषा:

“कुचलना” अर्थात् पांव रखकर नष्ट कर देना। बाइबल में इस उक्ति का उपयोग प्रतीकात्मक रूप में भी किया जाता है, “नष्ट करना” या “हराना” या “अपमान करना” है।

  • "रौंदना" का एक और उदाहरण हो सकता है लोगों द्वारा मैदान में दौड़ने के कारण घास का कुचला जाना ।
  • प्राचीन युग में, अंगूर को पांवों से कुचला (रौंधा) जाता था कि उसका रस निकले।
  • कभी-कभी "रौंदना" का प्रतीकात्मक अर्थ है "अपमानित करके दंडित करना" की तुलना यह खलिहान के लिए कीचड़ कुचलता है।
  • “रौंदना” शब्द परमेश्वर द्वारा इस्राएल को दण्ड देने के लिए प्रायः प्रतीकात्मक रूप में काम में लिया गया है कि उन्हें उनके अभिमान और विद्रोही प्रकृति से गिराया जाए।
  • "रौंदे" का अन्य अनुवाद हो सकता है, “पांवों तले कुचलना” या “पांवों से रौंदना” या “ठोकना और कुचलना” या “जमीन में रौंदना”।
  • सन्दर्भ के अनुसार, इस शब्द का अनुवाद किया जा सकता है।

(यह भी देखें: अंगूर, निरादर करना, दण्ड, बलवा, दांवना, दाखरस)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H947, H1758, H1869, H4001, H4823, H7429, H7512, G2662, G3961

लज्जित करना, अपमानित, दीनता

तथ्य:

“लज्जित करना” का अर्थ है किसी का निरादर एवं अपमानित करना। यह प्रायः सार्वजनिक होता है किसी को लज्जित करने का काम “अपमान” है।

  • जब परमेश्वर किसी को दीन बनाता है तो इसका अर्थ है, वह घमण्डी को विफल करता है कि घमण्ड पर जय पाने में उसकी सहायता करे। यह निरादर से भिन्न है जो किसी को दुःख पहुँचाने के लिए किया जाता है।
  • “निरादर” का अर्थ लज्जित करना भी हो सकता है या “लज्जा की अनुभूति” या “लज्जा”।
  • प्रकरण के अनुसार निरादर के अनुवाद हो सकते है, “लज्जा” या “अपमान” या “मर्यादा गर्दन”

(यह भी देखें: अपमान · दीन · लज्जा)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H937, H954, H1421, H2778, H2781, H3001, H3637, H3639, H6030, H6031, H6256, H7034, H7043, H7511, H7817, H8216, H8213, H8217, H8589, G2617, G5014

लटका हुआ, लटकाए, लटकाया गया, लटकाकर, पर्दों, लटका दिया

परिभाषा:

“लटका हुआ” अर्थात किसी वस्तु या मनुष्य को भूमि से ऊपर अधर में रखना।

  • आधुनिक युग में, फाँसी देकर मारने में रस्सी का फँदा बनाकर मनुष्य के गले में डाला जाता है और उसे किसी ऊँची वास्तु से लटका दिया जाता है, जब तक वह मर न जाए। ये ऊँची वस्तुएँ नाना प्रकार की होती हैं जैसे वृक्ष या फांसी का फंदा अर्थात मनुष्य को मारने के लिए लटकाने हेतु विशेष रूप से तैयार किया गया मंच।
  • बाइबल के युग में, प्राचीन संस्कृतियों में ठीक ऐसी ही विधि द्वारा लटका कर मारा नहीं जाता था। उदाहरणार्थ, यीशु की मृत्यु लकड़ी के क्रूस (कभी-कभी उसको वृक्ष कहा गया है) पर लटकाए जाने से हुई थी, परन्तु उसके गले पर कुछ नहीं था। सैनिकों ने उसके हाथ और पाँवों को क्रूस की लकड़ी पर कीलों से ठोंक कर उसे क्रूस पर लटकाया था।
  • कुछ प्राचीन संस्कृतियों में मनुष्य को लकड़ी के खम्भे पर इस प्रकार लटका देते थे कि वह भूमि से ऊपर अधर में लटका रहे और बचकर भाग न पाए और वह मनुष्य मरने तक लटका ही रहता था।

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H2614, H3363, H8518, G519

लवनी, लवनेवाला, काटा, लवनेवाले, लवनेवालों, लवती

परिभाषा:

“लवनी” अर्थात अनाज जैसे फसलों की फसल काटना। “लवनी करने वाला” अर्थात फसल काटने वाला।

आम तौर पर लवनेवाले फसल को हाथ से काटा करते थे, पौधों को खींच कर या उन्हें तेज काटने वाले उपकरण के साथ काटकर। फसल काटना का उपयोग प्रतीकात्मक रूप में भी किया गया है जिसका संदर्भ मनुष्यों को यीशु के बारे में सुसमाचार सुनाकर उन्हें परमेश्वर के परिवार में लाने से है। इस शब्द का उपयोग मनुष्यों के कर्मों के परिणाम के संदर्भ में भी किया जाता है। जैसे कहा जाता है “मनुष्य जो बोता है वही काटता है” (देखें: उपमा) “लवनी” और “लवनेवाले” के अनुवाद रूप और भी हो सकते हैं, “फसल काटना” और “फसल काटने वाला” (या मनुष्य जो फसल काटता है।)

(यह भी देखें: शुभ सन्देश,फसल)

बाइबल सन्दर्भ:

गलातियों* गलातियों 06:9-10

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H4672, H7114, H7938, G270, G2325, G2327

लहू बहाना

परिभाषा:

“लहू बहाने” का अर्थ है हत्या, युद्ध या अन्य किसी हिंसा द्वारा मनुष्यों की हत्या।

  • इस शब्द का अर्थ है, “रक्तपात” जिसका अर्थ है चोट लगने के कारण मनुष्य के शरीर से रक्त बहना।
  • “लहू बहाने” को प्रायः मनुष्यों के संहार के लिए काम में लिया जाता है।
  • इसका उपयोग सामान्यतः हत्या के पाप के लिए भी किया जाता है।

अनुवाद के सुझाव:

  • “लहू बहाने” का अनुवाद किया जा सकता है, “मनुष्यों की हत्या” या “अनेक मनुष्यों की हत्या की गई”।
  • “लहू बहाने के द्वारा” का अनुवाद “मनुष्यों की हत्या के द्वारा”
  • “निर्दोषों का लहू बहाना” का अनुवाद “निर्दोषों की हत्या करना” हो सकता है।
  • “हत्या के बाद हत्या” का अनुवाद हो सकता है, “वे मनुष्यों को मारते रहे” या “मनुष्यों की हत्या का क्रम चलता रहता है”, या “उन्होंने अनेकों की हत्या की और कर रहे हैं”, या “मनुष्य मनुष्यों की हत्या करते रहते हैं”।
  • एक और प्रतीकात्मक उपयोग है, “हत्याएं तुम्हारा पीछा नहीं छोड़ेंगी” का अनुवाद हो सकता है, “तुम्हारे लोगों की हत्या होती रहेगी” या “तुम्हारे लोग मारे जाते रहेंगे” या “तुम्हारे लोग जाति-जाति से युद्ध करते हुए मरते रहेंगे”।

(यह भी देखें: लहू, वध करना)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H1818, G2210

लाठी

परिभाषा:

“लाठी” एक पतली लम्बी लकड़ी होती है जिसका उपयोग नाना प्रकार से किया जाता है। इसकी लम्बाई लगभग एक मीटर की होती थी

  • चरवाहे हिंसक पशुओं से भेड़ों की रक्षा करने के लिए लाठी साथ रखते थे। लाठी फेंक कर भटकती हुई भेड़ को झुण्ड में लाया जाता था।
  • भजन 23 में राजा दाऊद ने “सौंठे” और “लाठी” शब्दों को काम में लिया हैं जो उसके लोगों के लिए उसके मार्गदर्शन और अनुशासन के रूपक हैं।
  • चरवाहा अपनी लाठी उठाकर भेड़ों की उसके नीचे से निकाल कर उनकी गिनती करता था।
  • “लोहे का दण्ड” भी परमेश्वर से विमुख काम करने वालों के लिए परमेश्वर के दण्ड का प्रतीक है।
  • प्राचीन युग में मापदण्ड धातु, लकड़ी या पत्थर के बने होते थे जिनकी सहायता से किसी ईमारत या वस्तु की लम्बाई नापी जाती थी।
  • बाइबल में लकड़ी की छड़ी बच्चों के अनुशासन के लिए काम में ली जाती थी।

(यह भी देखें: लाठी, भेड़, चरवाहे)

बाइबल के सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H2415, H4294, H4731, H7626, G25630, G44630, G44640

लाठी, सौन्ठा

परिभाषा:

लाठी एक लम्बी लकड़ी होती थी जिसका उपयोग चलने में सहारा लेने के लिए किया जाता था।

याकूब अपनी वृद्धावस्था में चलने के लिए लाठी का सहारा लेता था। परमेश्वर ने अपना सामर्थ्य प्रकट करने के लिए मूसा की लाठी को सांप बना दिया था। चरवाहे भी लाठी का उपयोग करके भेड़ों को चलाते थे या वे गिर जाएं या भटक जाएं तो उनका बचाव करते थे। चरवाहे की लाठी के सिरे पर एक कांटा होता था परन्तु वह चरवाहे की लाठी से भिन्न होती थी क्योंकि चरवाहे की लाठी सीधी होती थी और भेड़ों पर आक्रमण करने वाले वन पशुओं को मारने के लिए काम में ली जाती थी।

(यह भी देखें: फिरौन, सामर्थ्य, भेड़, चरवाहां)

बाइबल के सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H4132, H4294, H4731, H4938, H6086, H6418, H7626, G25630, G35860, G44640

लाभ, लाभदायक, अलाभकर

परिभाषा:

सामान्यत:, "लाभ" और "लाभदायक" शब्दों का सन्दर्भ किसी निश्चित कार्य या व्यवहार के द्वारा किसी भलाई को पाना|

कोई वस्तु किसी के लिए लाभदायक है, यदि उससे उसकी भलाई उत्पन्न होती है या उससे उसको सहायता मिलती है कि मनुष्यों के लिए भलाई उत्पन्न करे|

  • “लाभ” विशेष करके व्यापार में पैसा मुनाफ़ा प्राप्त करने के संदर्भ में होता है। व्यापार लाभदायक होता है जहां निवेष से अधिक पैसा प्राप्त हो।
  • कर्म लाभकारी तब होते हैं जब उनके द्वारा मनुष्यों को लाभ होता है।
  • 2 तीमु. 3:16 में लिखा है कि संपूर्ण पवित्रशास्त्र मनुष्यों के सुधार और शिक्षा के लिए “लाभदायक” है। इसका अर्थ है कि बाइबल की शिक्षाएँ मनुष्यों को परमेश्वर की इच्छा का जीवन जीने में सहायक और उपयोगी हैं।

"अलाभकारी" शब्द का अर्थ उपयोगी नहीं होना है।

  • इसका शाब्दिक अर्थ है किसी लाभ का न होना या लाभ उठाने में किसी के सहायक न होना|
  • अलाभकारी काम को करना व्यर्थ है क्योंकि उससे किसी प्रकार का लाभ नहीं होता है|
  • इसका अनुवाद हो सकता है, "निकम्मा" या "अनुचित" या "अनुपयोगी" या "अयोग्य" या "अहितकर" या "कोई लाभ का नहीं"

(यह भी देखें: योग्य)

अनुवाद के सुझाव:

  • प्रकरण के अनुसार “लाभ” का अनुवाद “हित” या “सहायता” या “प्राप्ति” हो सकता है।
  • “लाभदायक” का अनुवाद “उपयोगी” या “हितकारी” या “सहायक” हो सकता है।
  • “किसी "से लाभ उठाना” का अनुवाद हो सकता है, “ किसी से हित प्राप्ति” या “से पैसा प्राप्त करना” या “से सहायता प्राप्त करना”
  • व्यापार के संदर्भ में “लाभ” का अनुवाद ऐसे शब्द या व्याख्यांश द्वारा किया जाए जिसका अर्थ “पैसों का लाभ” या “पैसों की अधिकता” या “अतिरिक्त पैसा” हो।

बाइबल संदर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H1215, H3148, H3276, H3504, H4195, H4768, H5532, H7737, H7939, G147, G255, G512, G888, G889, G890, G1281, G2585, G2770, G2771, G3408, G4297, G4298, G4851, G5539, G5622, G5623, G5624

लोबान

परिभाषा:

लोबान पेड़ के रस से बना एक सुगंधित द्रव्य है। इससे इत्र और धूप बनाए जाते थे।

  • बाइबल के युग में शवों को दफन के लिए तैयार करने में लोबान एक अत्यधिक महत्वपूर्ण द्रव्य था।
  • यह पदार्थ चंगाई और शान्ति देने के गुणों के लिए मान्यता रखता है।
  • जब ज्योतिषी बालक यीशु से भेंट करने पूर्व से चलकर बैतलहम आए थे तब जो तीन उपहार वे लाए थे उनमें लोबान भी था।

(यह भी देखें: बैतलहम, ज्योतिषी)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H3828, G3030

लौट आना, विमुख होना, फेर देना

परिभाषा:

“लौट आना” अर्थात पुनः लौट जाना या किसी वस्तु को फेर देना।

  • “पर लौट आना” अर्थात पुनः वही काम करना। "लौट आना" किसी स्थान या व्यक्ति की ओर का अर्थ है किसी स्थान पर या किसी व्यक्ति के पास लौट जाना
  • इस्राएली मूर्ति-पूजा में लौट आए, अर्थात उन्होंने पुनः मूर्ति पूजा आरंभ कर दी थी।
  • जब वे यहोवा के पास लौट आए, तो उन्होंने पश्चाताप किया और पुनः यहोवा की उपासना करने लगे थे।
  • किसी से ली गई भूमि या वस्तु लौटाने का अर्थ था जिसकी वह सम्पदा थी उसको पुनः उसे दे देना।

(यह भी देखें: फिरना)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H5437, H7725, H7729, H8421, H8666, G344, G360, G390, G1877, G1880, G1994, G5290

वचन, शब्द

परिभाषा:

“वचन” शब्द का अर्थ है किसी के द्वारा कही गई बात।

  • उदाहरणार्थ, स्वर्गदूत ने जकर्याह से कहा था, “तूने मेरी बातों की प्रतीति न की” अर्थात “मैंने जो तुझ से कहा उस पर तूने विश्वास नहीं किया।”
  • यह शब्द प्रायः मात्र एक शब्द की अपेक्षा संपूर्ण सन्देश के संदर्भ में होता है।
  • कभी-कभी “वचन” शब्द सामान्य कथन के संदर्भ में भी होता है जैसे “वचन एवं कार्य में सामर्थी” जिसका अर्थ है “कहने और व्यवहार में सामर्थी”।
  • बाइबल में “वचन” शब्द प्रायः परमेश्वर की बात या आज्ञा के संदर्भ में होता है जैसे परमेश्वर का वचन या सत्य का वचन।
  • इस शब्द का अति विशेष उपयोग है जब यीशु को “वचन” कहा गया है। इन अंतिम दो अर्थों के लिए, देखें परमेश्वर का वचन

अनुवाद के सुझाव

  • “वचन” या “वचनों” के अनुवाद के विभिन्न रूप, “शिक्षा” या “सन्देश” या “समाचार” या “कथन” या “जो कहा गया।”

(यह भी देखें: परमेश्वर का वचन)

बाइबल संदर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H561, H562, H565, H1697, H1703, H3983, H4405, H4406, H6310, H6600, G518, G1024, G3050, G3054, G3055, G3056, G4086, G4487, G4935, G5023, G5542

वध करना, वध किया

परिभाषा:

“वध करना” शब्द का अर्थ है बड़ी संख्या में पशुओं या मनुष्यों की ह्त्या करना या “निर्दयता से हत्या करना”। इसका सन्दर्भ खाने के लिए पशु की ह्त्या करना भी होता है। * वध करने के कार्य को भी "वध करना" कहा जाता है।

  • रेगिस्तान में वास करते समय जब अब्राहम के पास तीन आगन्तुक आए थे तब उसने अपने सेवकों को आज्ञा दी थी कि उनके लिए बछड़ा वध करके भोजन तैयार किया जाए।
  • भविष्यद्वक्ता यहेजकेल ने भविष्यद्वाणी की थी कि परमेश्वर अपना स्वर्गदूत भेजकर उन सबका वध करेगा जो उसके वचनों पर नहीं चलते हैं।
  • 1 शमूएल में नरसंहार की चर्चा की गई है जिसमें शत्रुओं ने 30,000 इस्राएलियों की हत्या की थी क्योंकि वे परमेश्वर की आज्ञाओं पर नहीं चलते थे।
  • “वध करने के हथियार” का अनुवाद हो सकता है, “हत्या करने के साधन”।
  • “बड़ा संहार हुआ” इस उक्ति का अनुवाद हो सकता है, “बड़ी संख्या में लोग मारे गए” या “हत्या किए हुओं की संख्या बहुत अधिक थी” या “बहुत ही अधिक लोग मरे”।
  • “वध” के अन्य अनुवाद रूप हो सकते हैं, “हत्या करना”, या “मार डालना” या “जान लेना”।

(यह भी देखें: स्वर्गदूत, गाय, अवज्ञा, यहेजकेल, सेवक, मार डाला)

बाइबल के सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H2026, H2027, H2028, H2076, H2491, H2873, H2874, H2878, H4046, H4293, H4347, H4660, H5221, H6993, H7524, H7819, H7821, G2871, G4967, G4969

वर्ष, वर्षों

परिभाषा:

बाइबल में “वर्ष” का वास्तविक अर्थ, 354 दिनों के समय का सन्दर्भ देता था। यह वर्ष चंद्र कैलेण्डर के अनुसार था जब चांद पृथ्वी की एक परिक्रमा कर लेता है।

  • आज का वर्ष सौर कैलेण्डर के अनुसार 365 दिन का होता है जो बारह महीनों में विभाजित होता हैं, और पृथ्वी द्वारा सूर्य की परिक्रमा के समय पर आधारित है।
  • दोनों ही कैलेण्डरों में वर्ष के बारह महीने हैं। चंद्र कैलेण्डर के वर्ष में तेरहवां महीना जोड़ा जाता है यह उस तथ्य की पूर्ति के लिए है कि चांद्र वर्ष सौर वर्ष से ग्यारह दिन छोटा है। इससे दोनों कैलेण्डरों को समानान्तर रखने में सहायता मिलती है।
  • बाइबल में वर्षों को प्रतीकात्मक रूप में भी काम में लिया जाता है जो किसी घटना के लिए समय की सामान्य चर्चा के लिए काम में लिया जाता है। इसके उदाहरण हैं “यहोवा का वर्ष” या “अकाल के वर्ष” या “यहोवा के प्रसन्न रहने के वर्ष”। ऐसे संदर्भों में “वर्ष” का अनुवाद “समय” या “ऋतु” या “समय का अन्तराल” किया जा सकता है।

(यह भी देखें: महीने)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H3117, H7620, H7657, H8140, H8141, G1763, G2094

वंश

परिभाषा:

“वंश” शब्द मनुष्य या पशु की सांसारिक सन्तति के लिए काम में लिया जाता है।

  • बाइबल में “वंश” का अर्थ “सन्तान” या “सन्तति” होता है।
  • कभी-कभी “बीज” शब्द प्रतीकातमक रूप से सन्तान के लिए काम में लिया जाता है।

(यह भी देखें: वंशज, बीज)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H1121, H2233, H5209, H6363, H6529, H6631, G1081, G1085

विधि

परिभाषा:

विधि विशेष लिखित नियम है जो मनुष्यों के जीवन-आचरण के लिए मार्गदर्शन प्रदान करता है।

  • "विधि" शब्द अर्थ में "अध्यादेश" और "आज्ञा" और "नियम" और "आदेश" के समान है। इन सभी शब्दों में वे निर्देश और अनिवार्यताएं हैं जिन्हें परमेश्वर ने अपने लोगों को दिया है या शासक अपनी प्रजा को देता है।
  • राजा दाऊद कहता था कि वह यहोवा की विधियों से प्रसन्न रहता था।
  • “विधि” का अनुवाद “विशिष्ट आज्ञाएं” या “विशेष आदेश” रूप मैं किया जा सकता है।

(यह भी देखें: आज्ञा, आदेश, कानून, अध्यादेश, यहोवा)

बाइबल के सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H2706, H2708, H7010, G 1345

विधि, विधियों

परिभाषा:

विधि सार्वजनिक नियम या विधान होता है जिसमें जनता द्वारा पालन करने का निर्देशन एवं नियम होते हैं। यह शब्द “अभिषेक” का समानार्थक शब्द है।

  • कभी-कभी नियम वर्षों के अभ्यास के बाद स्थापित प्रथा भी होता था।
  • बाइबल में अध्यादेश या परमेश्वर की आज्ञाएं परमेश्वर द्वारा इस्राएलियों के दिए गए निर्देश थे कि उन्हें क्या करना है और क्या नहीं करना है। कभी-कभी परमेश्वर ने उन्हें हमेशा के लिए ऐसा करने का आदेश दिया।
  • “आज्ञाओं” को “सार्वजनिक आदेश” या “नियम” या “विधान” अनुवाद किया जा सकता है परन्तु प्रकरण के अनुसार।

(यह भी देखें: आज्ञा, आदेश, नियम, अभिषेक करना, विधि)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H2706, H2708, H4687, H4931, H4941, G1296, G1345, G1378, G1379, G2937, G3862

विनती, विनती की, भिखारी, कंगाल

परिभाषा:

“विनती” अर्थात किसी से किसी बात का साग्रह निवेदन करना। इसका संदर्भ पैसा मांगने से है परन्तु इसका अभिप्राय किसी बात का निवेदन करने से भी है।

  • मनुष्य घोर आवश्यकता में विनती या याचना करता है परन्तु प्राप्त करने का निश्चय नहीं होता है।
  • “भिखारी” वह मनुष्य है जो सार्वजनिक स्थानों में बैठकर या खड़ा होकर मनुष्यों से पैसा मांगता है।

प्रकरण के अनुवाद इस शब्द का अनुवाद हो सकता है, “विनती करना” या “साग्रह निवेदन करना” या “पैसा मांगना” या “सदैव पैसा मांगते रहना”

(यह भी देखें: निवेदन)

बाइबल सन्दर्भ:

बाइबल की कहानियों के उदाहरण:

  • 10:4 परमेश्वर ने सारे मिस्र देश में मेंढकों को भेज दिया। फ़िरौन ने मेंढकों को दूर ले जाने के लिये मूसा से विनती की
  • 29:8 तब राजा ने उसे बुलाकर उस से कहा, ‘हे दुष्ट दास, तू ने जो मुझ से विनती की, तो मैं ने तेरा वह पूरा कर्ज़ क्षमा कर दिया।’
  • 32:7 दुष्टात्मा ने यीशु से बहुत विनती की, “हमें इस प्रदेश से बाहर न भेज।” वहाँ पहाड़ पर सूअरों का एक बड़ा झुण्ड चर रहा था। दुष्टात्मा ने उससे विनती करके कहा “ कृपया हमें उन सूअरों में भेज दे कि हम उनके भीतर जाए!”
  • 32:10 तो वह आदमी जिसमें पहले दुष्टात्मा थी, “यीशु के साथ जाने विनती करने लगा ।”
  • 35:11 उसका पिता बाहर आया और उसे सबके साथ जश्न मनाने के लिये उससे विनती करने लगा परन्तु उसने मना कर दिया।”
  • 44:1 एक दिन पतरस और यूहन्ना प्रार्थना करने के लिये मन्दिर में जा रहे थे। तब उन्होंने एक लंगड़े भिखारी को देखा जो पैसों के लिए भीख माँग रहा था

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H0034, H7592, G01540, G18710, G43190, G44340

विपत्ति, क्लेश, दुःख

परिभाषा:

“क्लेश” शब्द का अर्थ है, कठिनाइयां, कष्ट और विपत्ति।

  • नये नियम में लिखा है कि एल समय ऐसा आएगा जब मसीही विश्वासियों को सताव तथा अन्य प्रकार के क्लेशों का सामना करना पडेगा क्योंकि इस संसार में अनेक मनुष्य यीशु की शिक्षाओं के विरोधी होंगे।
  • “क्लेश” का अनुवाद हो सकता है, “घोर पीढ़ा का समय” या “भयानक कष्टों का समय” या “महान परेशानियों का समय”।

(यह भी देखें: पृथ्वी, शिक्षा देना, प्रकोप)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H6869, G2347, G4423

विरोधी, द्रोहियों, बैरी, शत्रुओं

परिभाषा:

“विरोधी” वह मनुष्य (या समुदाय) है जो किसी के विरूद्ध हो। “बैरी” शब्द का भी यही अर्थ है।

  • बैरी वह मनुष्य है जो किसी दूसरे मनुष्य का विरोध करता है या उसको हानि पहुंचाता है।
  • जब दो राष्ट्रों की लड़ाई होती है, तो एक को दूसरे का "शत्रु" कहा जा सकता है।
  • बाइबल में शैतान को "विरोधी" या "बैरी" कहा गया है।
  • “बैरी” का अनुवाद “विरोधी” या “शत्रु” किया जा सकता है परन्तु यह शब्द विरोध का अधिक प्रबल भाव व्यक्त करता है।

(यह भी देखें: शैतान)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H341, H6146, H6887, H6862, H6965, H7790, H7854, H8130, H8324, G476, G480, G2189, G2190, G5227

विवाहविच्छेद

परिभाषा:

विवाहविच्छेद विवाह के निराकारण की कानूनी प्रक्रिया है। "विवाहविच्छेद" का अर्थ है, विवाह का अन्त करने के लिए जीवन साथी को औपचारिक एवं कानूनी रूप से त्याग देना।

  • विवाहविच्छेद का शाब्दिक अर्थ हैः "दूर कर देना" या "औपचारिक रूप से पृथक होना।" अन्य भाषाओं में विवाहविच्छेद के लिए इसी प्रकार का कोई शब्द हो सकता है।
  • "त्याग पत्र" का अनुवाद हो सकता हैः "विवाह निरस्त करने के दस्तावेज़।"

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स : H1644, H3748, H5493, H7971, G06300, G06470, G0 8630

विश्राम करना, विश्राम, विश्राम किया, विश्राम रहित

परिभाषा:

“विश्राम करना” अर्थात काम करने से रूकना कि तनाव मुक्ति प्राप्त हो या नवशक्ति प्राप्त हो। “शेष” अर्थात किसी वस्तु का बचा हुआ काम बंद करना “विश्राम करना” है। उदाहरण के लिए, एक व्यक्ति लड़ने से विश्राम कर सकता है, बोलने से विश्राम कर सकता है, या चलने से विश्राम कर सकता है, आदि।

  • किसी वस्तु के लिए कहा जाए कि वह रखी हुई है तो इसका अर्थ है, कि वह वस्तु वहां विद्यमान है या “स्थापित है”,
  • नाव “आकर रूकी” कही पर तो इसका अर्थ है, “ठहर गई” या “पहुंच गई।”
  • मनुष्य या पशु “विश्राम” करता है तो इसका अर्थ है कि वह बैठा है या लेटा है ताकि ताजगी पाएं।
  • परमेश्वर ने इस्राएलियों को आज्ञा दी थी कि सप्ताह के सातवें दिन विश्राम करें। काम नहीं करने का यह दिन “सब्त” का दिन कहलाता था।
  • किसी वस्तु को कहीं रखना अर्थात उसे वहां स्थापित करना या स्थिर करना।

अनुवाद के लिए सुझाव:

  • संदर्भ के आधार पर, "विश्राम करना (स्वयं को)" "काम करना बंद करना" या "खुद को ताज़ा करने के लिए" या "बोझ उठाना बंद करने के लिए" के रूप में भी अनुवाद किया जा सकता है।
  • किसी वस्तु पर "विश्राम" करने का अनुवाद "स्थान" या "डालना" या "स्थापित" किसी वस्तु को किसी पर के रूप में किया जा सकता है
  • जब यीशु ने कहा, "मैं तुम्हें विश्राम दूंगा," इसका अनुवाद इस प्रकार भी किया जा सकता है, "मैं आपको अपना बोझ उठाना बंद कर दूंगा" या "मैं आपको शांति में रहने में मदद करूंगा" या "मैं तुमको मुझ मे आराम और विश्वास करने के लिए सशक्त बनाता हूं ।"
  • परमेश्वर ने कहा, "वे मेरे विश्राम में प्रवेश नहीं करेंगे" और इस कथन का अनुवाद किया जा सकता है कि "वे बाकी की आशीषों का अनुभव नहीं करेंगे" या "वे मुझ पर भरोसा करने से आने वाले आनन्द और शांति का अनुभव नहीं करेंगे।"
  • शब्द "विश्राम" का अनुवाद "जो लोग" या "अन्य सभी लोग" या "जो कुछ भी बचा है" के रूप में किया जा सकता है।

(यह भी देखें: बचे हुए लोग, सब्त)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H14, H1824, H1826, H2308, H3498, H3499, H4494, H4496, H4771, H5117, H5118, H5183, H5564, H6314, H7258, H7280, H7599, H7604, H7605, H7606, H7611, H7673, H7677, H7901, H7931, H7954, H8058, H8172, H8252, H8300, G372, G373, G425, G1515, G1879, G1954, G1981, G2270, G2663, G2664, G2681, G2838, G3062, G4520

वीणा, तार वाला बाजा, सारंगियाँ

परिभाषा:

“वीणा” और “तारवाला बाजा” ये वाद्य-यंत्र परमेश्वर की आराधना में इस्राएल द्वारा काम में लिए जाते थे।

  • वाद्य एक छोटे वीणा की तरह दिखती है, जिसमें एक चौखटे में तार लगा होता था।
  • जिसे तारवाला बाजा कहा गया है वह काफी कुछ आज के गिटार जैसा होता था एक खोखला डब्बा और लम्बी डंडी जिस पर तार कसे होते थे।
  • वाद्यों को बजाने के लिए एक हाथ से तारों को दबाया जाता था और दूसरे हाथ से उन तारों को छेड़ा जाता था।
  • वीणा, तारवाला बाजा और सारंगी सबको तार छेड़ कर बजाया जाता था।
  • इनके तारों की संख्या अलग-अलग थी परन्तु पुराने नियम में स्पष्ट उल्लेख किया गया है कि दस तार वाले बाजे।

(यह भी देखें: वीणा)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H3658, H5035, H5443

वीणा, वीणाओं, वीणा बजानेवाला

परिभाषा:

वीणा, एक तारवाला वाद्य यन्त्र होता था जिसकी बड़ी चौखट में तार लागे होते थे।

  • बाइबल के युग में सनौवर की लकड़ी से वीणा एवं अन्य वाद्ययंत्र बनाए जाते थे।
  • वीणा हाथ में उठाकर चलते हुए बजाई जाती थी।
  • बाइबल में अनेक उदाहरणों में वीणा परमेश्वर की स्तुति एवं उपासना में बजाई जाती थी।
  • दाऊद के अनेक भजन लिखे जो वीणा के संगीत पर रचे गए थे।
  • वह राजा शाऊल की परेशान आत्मा को शान्ति देने के लिए भी वीणा बजाता था।

(यह भी देखें: दाऊद, सनौव्रर, भजन, शाऊल (पुराना नियम))

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H3658, H5035, H5059, H7030, G2788, G2789, G2790

वैभव

परिभाषा:

"वैभव" का अर्थ परम सुंदरता और चारुता है जो अक्सर धन और एक तेजस्वी रूप से जुड़ा होता है ।

  • “वैभव” शब्द उपयोग अधिकतर राजा के पास जो धन है या उसके बहुमूल्य सुन्दर वस्त्रों में उसके रूप का वर्णन करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है।
  • "वैभव" शब्द वृक्षों, पर्वतों और परमेश्वर की सृष्टि की अन्य वस्तुओं का वर्णन करने के लिए भी किया जाता है।
  • कुछ नगरों को भी वैभवशाली कहा जाता है, उनके प्रकृति संसाधनों, विस्तृत ईमारतों एवं सड़कों तथा निवासियों की धन-सम्पदा जैसे वेशभूषा, सोना-चांदी आदि के लिए भी वैभवशाली कहा जाता है।
  • संदर्भ के आधार पर,

इस शब्द का अनुवाद, "शानदार सौंदर्य" या "अद्भुत महिमा" या "राजसी महानता" के रूप में किया जा सकता है।

(यह भी देखें: महिमा, राजा, महामहिम)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H1925, H1926, H1927, H1935, H2091, H2122, H2892, H3314, H3519, H6643, H7613, H8597

वैश्या, गणिका, वेश्यावृत्ति,

परिभाषा:

“वैश्या” और "व्यभिचारिणी " इस दोनों शब्दों का सन्दर्भ ऐसे मनुष्य से है जो पैसों के लिए या धार्मिक अनुष्ठानों के लिए व्यभिचार करता है। वैश्याएं प्रायः स्त्रियां होती थी परन्तु पुरुष भी होते थे।

  • बाइबल में “वैश्या” शब्द कभी-कभी प्रतीकात्मक रूप में ऐसे मनुष्य के लिए काम में लिया गया है जो मूर्तिपूजक है या भूत सिद्धि करने वाला है।
  • “व्यभिचार करना” अर्थात वैश्या के सदृश्य अनैतिक यौनाचार करना। बाइबल में यह उक्ति मूर्तिपूजक के लिए भी काम में ली गई है।
  • “व्यभिचारिणी होना” अर्थात अनैतिक यौनाचार करना या प्रतीकात्मक रूप में देवी-देवताओं की पूजा करके परमेश्वर से विश्वासघात करना।
  • प्राचीन युग में मन्दिरों में स्त्री और पुरूष दोनों ही धार्मिक अनुष्ठान के लिए व्यभिचार के पात्र होते थे।
  • इस शब्द का अनुवाद लक्षित भाषा में उसी शब्द से किया जाए जिसका अर्थ वैश्या हो। कुछ भाषाओं में इस शब्द के लिए एक शिष्ट शब्द हो सकता है। (देखें: व्यंजना)

(यह भी देखें: व्यभिचार, झूठे देवता, यौन अनैतिकता, मूर्ति)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H2154, H2181, H2183, H2185, H6945, H6948, H8457, G4204

व्यभिचार, व्यभिचार, अनैतिक, परस्त्रीगमन

परिभाषा:

“व्यभिचार” स्त्री या पुरुष के विवाह से अलग यौनाचार। यह परमेश्वर की योजना के विरूद्ध है पुरानी अंग्रेजी बाइबलों में इसे फोर्निकेशन (परस्त्रीगमन) कहा गया है।

  • इस शब्द का अर्थ है परमेश्वर की इच्छा के विरूद्ध किसी भी प्रकार का यौन संबन्ध जिसमें समलैंगिक संबन्ध और अश्लील साहित्य भी है।
  • एक प्रकार का अनैतिकता है व्यभिचार जो यौन संबन्ध खास तौर पर, कोई विवाहित व्यक्ति किसी अन्य व्यक्ति से रखता है जो उसका साथी नहीं है।
  • एक और अनैतिक है वैश्यागमन जिसमें यौन संबन्ध के लिए पैसा दिया जाता है।
  • इस शब्द को प्रतीकात्मक रूप में इस्राएल की मूर्तिपूजा के लिए काम में लिया गया है जो परमेश्वर से विश्वासघात है।

अनुवाद के सुझाव:

  • “व्यभिचार” का अनुवाद अनैतिकता किया जा सकता है जब तक कि इस शब्द का सही अर्थ समझ में आए।
  • इसके अन्य अनुवाद रूप हो सकते हैं, “अनुचित यौन संबन्ध” या “विवाहित संबन्ध के बाहर यौन संबन्ध”।
  • इसका अनुवाद “व्यभिचार” से अलग शब्द में किया जाए।
  • इसके प्रतीकात्मक उपयोग का अनुवाद में वहीं शब्द रखना उचित है क्योंकि परमेश्वर के साथ विश्वासघात और यौन संबन्ध में विश्वासघात का बाइबल में उभयनिष्ठ तुलना है।

(यह भी देखें: व्यभिचार, झूठे देवता, वैश्या, अविश्वासी)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H2181, H8457, G1608, G4202, G4203

व्यर्थ, निस्सारता

परिभाषा:

शब्द "व्यर्थ" और "निस्सारता" शब्द ऎसी स्थिति का वर्णन करते हैं जो किसी काम की नहीं है या अत्यधिक अस्थायी है।

  • पुराने नियम में मूर्तियों को "व्यर्थ" वस्तुएं कहा गया है जो निकम्मी है और कुछ कर नहीं सकती हैं।
  • यदि कोई काम “व्यर्थ” में किया गया है तो इसका अर्थ है कि उसके लिए किए गयी प्रयास या कार्य कुछ भी उपलब्ध नहीं कर पाए हैं। "व्यर्थ में", इस उक्ति का अनुवाद विभिन्न रूपों में किया जा सकता है, जैसे: "परिणाम के बिना;" "कोई परिणाम नहीं?" "निरर्थक", "अकारण", या "निरुद्देश्य"
  • प्रकरण के अनुसार “व्यर्थ” शब्द का अनुवाद हो सकता है, “खाली” या “निकम्मा” या “निराशाजनक” या “घटिया” या “अर्थहीन” हो सकता है।

(यह भी देखें: झूठे ईश्वर, योग्य)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रांग'स: H1891, H1892, H2600, H7307, H7385, H7387, H7723, H8193, H8267, H8414, G945, G1500, G2756, G2758, G2761, G3151, G3152, G3153, G3155

व्यवस्था पालन, उचित नहीं, अधर्म, अराजकता

परिभाषा:

“व्यवस्था पालन” अर्थात् व्यवस्था या अन्य अनिवार्यताओं के अनुसार अनुमति प्राप्त। इसका विलोम “व्यवस्था विरोधी” अर्थात् “व्यवस्था का पालन नहीं करना।"

  • बाइबल में यदि किसी बात को “उचित” कहा गया है तो इसका अर्थ है कि वह परमेश्वर की व्यवस्था में अनुमति प्राप्त है, या मूसा की व्यवस्था या यहूदी रीतियों के अनुसार है। जो “व्यवस्था के विरुद्ध” है, उसका अर्थ है, नियमों के अनुसार “जिसकी अनुमती नहीं दी गई है।"
  • “व्यवस्था के अनुसार कुछ करने" का अर्थ है, “न्यायोचित” होना या “सही करना।"
  • यहूदी नियमों में जो अनेक बातें उचित या अनुचित मानी जाती थीं वे परमेश्वर की व्यवस्था से सुसंगत नहीं थीं जैसे, मनुष्यों से प्रेम करना|।
  • प्रकरण के अनुसार "व्यवस्था पालन" काअनुवाद हो सकता है, “अनुमति प्राप्त” या “परमेश्वर की व्यवस्था के अनुसार” या “अपने नियमों के पालन में” या “उचित” या “सुसंगत”
  • “क्या यह व्यवस्था है” इसका अनुवाद हो सकता है, “क्या हमारी परम्पराएंअनुमति देती हैं?” या “क्या यह व्यवस्था के अनुरूप है”

"व्यवस्था विरोधी" और " अवैध" शब्दों का उपयोग उन कार्यों का वर्णन करने के लिए किया जाता है जो व्यवस्था के किसी नियम को तोड़ते हैं।

  • नए नियम में, "व्यवस्था के विरुद्ध" शब्द का उपयोग न केवल परमेश्वर के नियमों को तोड़ने से संबंधित है परन्तु मानव निर्मित यहूदी नियमों को तोड़ने के लिए भी किया जाता था।
  • वर्षों के अंतराल में, यहूदियों ने परमेश्वर द्वारा उन्हें दिए गए नियमों में परम्पराओं को जोड़ दिया था। यहूदी अगुवे कुछ बातों को "व्यवस्था के विरुद्ध" कहते थे यदि वे उनके मानव निर्मित नियमों के अनुरूप नहीं होती थीं।
  • जब यीशु और उसके चेले सब्त के दिन अनाज तोड़ रहे थे, तब फरीसियों ने उन पर “व्यवस्था के विरुद्ध” काम करने का आरोप लगाया क्योंकि वे उस दिन काम न करने की यहूदी व्यवस्था को तोड़ रहे थे।
  • जब पतरस ने कहा कि उसके लिए अशुद्ध भोजन सामग्री खाना "व्यवस्था के विरुद्ध" था, तो उसका मतलब था कि अगर उसने उस भोजन सामग्री को खा लिया तो वह परमेश्वर की व्यवस्था को तोड़ देगा जो परमेश्वर ने इस्राएलियों को भोजन सम्बंधित नियमावली में निर्दिष्ट की थी।

"अराजकता" शब्द एक ऐसे व्यक्ति का वर्णन करता है जो नियमों या अधिनियमों का पालन नहीं करता है। जब कोई देश या समुदाय "अराजकता" की स्थिति में होता है, तो व्यापक अवज्ञा, विद्रोह या अनैतिकता फैल जाती है।

  • व्यवस्था विरोधी व्यक्ति विद्रोही होता है और वह परमेश्वर के नियमों का पालन नहीं करता है।
  • प्रेरित पौलुस ने लिखा कि अंतिम दिनों में “अधर्म का मनुष्य” या “अधर्मी जन” होगा, जो बुरे काम करने के लिए शैतान से प्रभावित होगा।

अनुवाद के सुझाव:

  • "व्यवस्था के विरुद्ध" इसका अनुवाद एक ऐसे शब्द या एक ऎसी अभिव्यक्ति के द्वारा किया जा सकता है जिसका अर्थ हो, "नियम विरोधी" या "कानून ताड़ने का।"
  • "व्यवस्था के विरुद्ध" का अनुवाद करने के अन्य रूप हो सकते हैं, "अनुमति रहित" या "परमेश्वर की व्यवस्था के अनुसार नहीं" या "हमारे नियमानुसारनहीं।"
  • "व्यवस्था विरोधी" "अवैध" का सहार्थी ही है।
  • "व्यवस्था विरोधी" शब्द का अनुवाद "विद्रोही" या "अवज्ञाकारी" या "नियमों की अवहेलना" के रूप में भी किया जा सकता है।
  • शब्द "अराजकता" का अनुवाद हो ससकता है, "किसी भी नियम का पालन नहीं करना" या "विद्रोह (परमेश्वर के नियमों के विरुद्ध)"
  • "अधर्मी पुरुष" का अनुवाद "उस व्यक्ति के रूप में किया जा सकता है जो किसी भी नियम का पालन नहीं करता है" या "परमेश्वर के नियमों के विरुद्ध विद्रोह करने वाले व्यक्ति "।
  • यदि संभव हो तो इस शब्द की अवधारणा को "व्यवस्था" रखना महत्वपूर्ण है।
  • ध्यान दें कि "व्यवस्था के विरुद्ध" शब्द का इस शब्द से अलग अर्थ है।

(यह भी देखें: व्यवस्था, व्यवस्था, मूसा, सब्त)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H6530, G01110, G01130, G02660, G04580, G04590, G18320, G35450

व्यवस्था, सिद्धांत

परिभाषा:

“व्यवस्था” वैधानिक नियम होते हैं, जो प्रायः लिखे हुए रहते हैं और अधिकारी द्वारा लागू किए जाते हैं। “सिद्धान्त” निर्णय लेने और व्यवहार करने के दिशा-निर्देशक नियम हैंजो प्रायः लिखित रूप में नहीं होते हैं और बलात लागू नहीं किए जाते हैं| तथापि, कभी-कभी "व्यवस्था" को भी "सिद्धांत" रूप में काम में लिया जाता है|

  • "व्यवस्था" एक "आदेश" के तुल्य है, लेकिन "व्यवस्था" शब्द का प्रायः उच्चारित की अपेक्षा लिखित का सन्दर्भ देता है।
  • “व्यवस्था” और "सिद्धान्त" दोनों ही मनुष्य के व्यवहार के दिशा-निर्देशक सामान्य नियम या मान्यताएँ होते हैं।
  • “व्यवस्था” का अर्थ “मूसा की व्यवस्था” के अर्थ से भिन्न है क्योंकि वे परमेश्वर द्वारा इस्राएल को दी गई आज्ञाएँ एवं निर्देशन थे।
  • जब एक सामान्य नियमों को "व्यवस्था" संदर्भित किया गया हो तो इसका अनुवाद हो सकता है, “सिद्धान्त” या “सार्वजनिक नियम”

(यह भी देखें: मूसा की व्यवस्था, आदेश, आज्ञा, घोषणा)

बाइबल संदर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रांग'स: H1285, H1881, H1882, H2706, H2708, H2710, H4687, H4941, H6310, H7560, H8451, G1785, G3548, G3551, G4747

व्याकुल, ललकारने, घबरा गया

तथ्य:

व्याकुल का अर्थ है किसी हानि के प्रति सतर्क करना। “घबरा जाना” किसी खतरनाक या डरावनी बात से चिन्तित एवं भयभीत होना।

  • राजा यहोशापात मोआबियों द्वारा यहूदा पर आक्रमण करने की योजना के बारे में सुनकर घबरा गया था।
  • यीशु ने अपने शिष्यों से कहा कि जब वे अन्तिम दिनों में मुसीबतों की चर्चा सुनें तो घबराएं नहीं।
  • “तुरहियों को साँस बाँधकर फूँकना” अर्थात सतर्क करना। प्राचीन युग में मनुष्य तुरहियों को साँस बाँधकर फूँकना बजाकर चेतावनी देता था।

अनुवाद के सुझाव

  • “किसी को घबरा देना” अर्थात “किसी को चिन्तित करना” या “किसी को परेशानी में डाल देना”।
  • “घबराना” का अनुवाद हो सकता है, “चिन्तित होना” या “डर जाना” या “बहुत परेशान हो जाना”।
  • “तुरहियों को साँस बाँधकर फूँकना” का अनुवाद “सार्वजनिक चेतावनी” या “संकट के आने की घोषणा” या “खतरे के बारे में चेतावनी देने के लिए तुरही फूंका”।

(यह भी देखें: यहोशापात, मोआब)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H7321, H8643

शपथ, प्रण, शपथ खाना, की शपथ खाना,

परिभाषा:

बाइबल में “शपथ” का अर्थ है किसी काम को करने की औपचारिक प्रतिज्ञा जो वैधानिक या धार्मिक परिप्रेक्ष्य में होती थी। शपथ मानने वाला यदि शपथ पूरी करने से चूक जाए तो वह उसका लेखादायी होने या दंड का भागी होने के लिए बाध्य होता था।

  • न्यायलय में गवाह शपथ खाता है कि वह जो भी कहेगा वह सच एवं तथ्य आधारित होगा।
  • आज के युग में, "कसम से" एक अर्थ में ओछी या अभद्र भाषा है परन्तु बाईबल में ऐसा कदापि नहीं था|
  • बाइबल में “शपथ” खाने का अर्थ है अखण्ड प्रतिज्ञा करना।
  • “की शपथ खाना” अर्थात किसी स्थान या व्यक्ति के नाम को आधार या शक्ति मानना जिसके नाम पर शपथ खाई गई है।
  • कभी-कभी इन दोनों शब्दों को एक साथ काम में लिया जाता है, “शपथ खिलाई”।
  • अब्राहम और अबीमेलेक ने शपथ खाई थी जब उन्होंने कुएं को एक साथ उपयोग करने की वाचा बांधी थी।
  • अब्राहम ने अपने सेवक को शपथ (विधिवत प्रतिज्ञा) खिलाई थी कि वह अब्राहम के परिजनों में से इसहाक के लिए पत्नी लाएगा।
  • परमेश्वर भी शपथ खाता था जिसमें वह अपनी प्रजा से प्रतिघ्याएँ करता था।

अनुवाद के सुझाव:

  • प्रकरण के अनुसार “शपथ” का अनुवाद “वचन देना” या “अखण्ड प्रतिज्ञा करना”
  • “वचन देना” का अनुवाद हो सकता है, “विधिवत प्रतिज्ञा करना” या “प्रण करना” या “किसी काम को करने का समर्पण करना”।
  • “मेरे नाम की शपथ खाना” के अन्य अनुवाद रूप हो सकते हैं, “मेरे नाम से प्रतिज्ञा को पक्का करना"
  • “स्वर्ग और पृथ्वी की शपथ खाना” का अनुवाद “किसी बात की प्रतिज्ञा करके कहना कि आकाश और पृथ्वी उसे दृढ़ करते हैं”।
  • सुनिश्चित करें कि “शपथ खाना” का अभिप्राय कोसने से न हो। बाइबल में ऐसा कोई आशय नहीं है।

(यह भी देखें: अबीमेलेक, वाचा, शपथ)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H422, H423, H3027, H5375, H7621, H7650, G332, G3660, G3727, G3728

शब्द, स्वर

परिभाषा:

“शब्द” का उपयोग प्रायः बोलने या विचारों का आदान-प्रदान करने के लिए किया गया है।

  • परमेश्वर अपने शब्द को कहता है यद्यपि उसका शब्द मनुष्य जैसी नहीं है।
  • शब्द संपूर्ण मनुष्य का संदर्भ देती है जैसे “जंगल में एक पुकारने वाले का शब्द सुनाई देता है, प्रभु का मार्ग तैयार करो।” इसका अनुवाद हो सकता है, “जंगल में एक मनुष्य की पुकार सुनी जाती है”। (देखें: उपलक्षण)
  • “किसी की वाणी सुनना” अर्थात “किसी को बोलते सुनना”।

कभी कभी "शब्द" का प्रयोग ऐसी वस्तुओं के लिए भी किया गया है जो बोल नहीं सकती, जैसे दाऊद लिखता है कि परमेश्वर की अद्भुत सृष्टि उसके कामों का वर्णन करती है, अर्थात् उनके शब्द उनकी महानता की घोषणा करती है। इसका अनुवाद हो सकता हैः "उनकी गरिमा परमेश्वर की महिमा का वर्णन कर रही है।"

(यह भी देखें: बुलाहट, प्रचार करना, वैभव)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H6963, H7032, H7445, H8193, G2906, G5456, G5586

शरण, शरणार्थी, शरणार्थियों, मण्डप, आड़, आड़ देना

परिभाषा:

“शरण” अर्थात सुरक्षा और रक्षा की स्थिति या स्थान “शरणस्थल” एक ऐसा स्थान जो मौसम और खतरों से सुरक्षित रखता है।

  • बाइबल में प्रायः परमेश्वर को शरण-स्थान कहा गया है, जहां उसके लोग सुरक्षित और निगरानी में संभाले हुए रहते हैं।
  • “शरण नगर” पुराने नियम में कुछ नगर ऐसे थे जिनमें यदि किसी ने गलती से हत्या कर दी तो वह बदला लेने वालों से भागकर वहां शरण ले सकता था।
  • “शरण स्थान” एक ऐसी भौतिक संरचना होती है जैसे कोई भवन या छत जो मनुष्यों को या पशुओं को सुरक्षा प्रदान करती थी।
  • कभी-कभी "आश्रय" का अर्थ "सुरक्षा" होता है, जैसा कि लूत ने कहा था कि उनके मेहमान "छत के नीचे" उसकी छत के। उसके कहने का अर्थ है कि वे उसके घर में हैं इसलिए वे सुरक्षित रहें।

अनुवाद के लिए सुझाव:

  • “शरण स्थान” का अनुवाद “सुरक्षित स्थान” या “सुरक्षा का स्थान” हो सकता है।
  • "शरणार्थी" एक खतरनाक स्थिति से बचने के लिए लोग अपने घरों को छोड़ रहे हैं, और उन्हें "विदेशी", "बेघर लोग" या "निर्वासित" के रूप में अनुवादित किया जा सकता है।
  • प्रकरण के अनुसार “शरण” का अनुवाद “सुरक्षा देने वाला” या “सुरक्षा” या “सुरक्षित स्थान”।
  • यदि उसका संदर्भित भौतिक संरचना है तो “शरण” का अनुवाद “सुरक्षित ईमारत” हो सकता है या
  • “सुरक्षित स्थान में” का अनुवाद “सुरक्षित स्थान में” या “इस स्थान में जहां सुरक्षा प्राप्त होगी” के रूप में हो सकता है।
  • “शरण पाना” या “शरण लेना” या “सुरक्षा का स्थान पाना” का अनुवाद “किसी के सुरक्षित स्थान में रखना” के रूप में हो सकता है।

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H2620, H4268, H4498, H4585, H4733, H4869

शान्ति, शान्ति देता है, शान्तिदाता, शान्ति नहीं मिली

परिभाषा:

“शान्ति” और “शान्ति देनेवाला” का सन्दर्भ उस व्यक्ति से है जो शारीरिक या भावनात्मक दर्द से पीड़ित की सहायता करता है।

  • शान्ति देने वाले को शान्तिदाता कहते हैं।
  • पुराने नियम में “शान्ति देना” परमेश्वर की प्रजा के लिए उसकी दया और उसके प्रेम और कष्टों में उनकी सहायता का वर्णन करने के लिए काम में लिया गया है।
  • नये नियम में कहा गया है कि परमेश्वर अपने पवित्र आत्मा के द्वारा अपने लोगों को शान्ति प्रदान करेगा। जिन्हें शान्ति मिलती है वे बदले में कष्ट उठानेवालों को वैसी ही शान्ति देंगे।
  • “इस्राएल का शान्ति दाता” मसीह के संदर्भ में है जो अपने लोगों का उद्धार करने के लिए आएगा।
  • यीशु ने पवित्र आत्मा को सहायक कहा जो यीशु में विश्वास करनेवालों की सहायता करेगा।

अनुवाद के सुझाव:

  • प्रकरण के अनुसार “शान्ति देना” का अनुवाद हो सकता है, “कष्टमोचन” या “या "(किसी को) दु:ख से उबरने में सहायता" या "प्रोत्साहित करना" या "सांत्वना देन।"
  • “हमारी शान्ति ” इस वाक्यांश का अनुवाद हो सकता है, “हमारा प्रोत्साहन” या "हमारा (किसी के) सांत्वना" या "दुःखी होने के समय हमारी सहायता"।
  • शब्द "शान्ति देनेवाला" का अनुवाद "कोई व्यक्ति शान्ति देता है" या "कोई व्यक्ति जो दर्द को कम करने में सहायता करता है" या "कोई व्यक्ति जो प्रोत्साहित करता है"।
  • जब पवित्र आत्मा को "शान्ति देनेवाला" कहा गया तो इसका अनुवाद हो सकता है, "प्रोत्साहनकर्ता" या "सहायक" या "मनुष्य जो सहायता करता है और मार्गदर्शन करता है।"
  • वाक्यांश "इस्राएल का शान्तिदाता" का अनुवाद हो सकता है, "मसीह जो इस्राएल को शान्ति प्रदान करता है।"
  • यह अभिव्यक्ति, "उनके पास कोई शान्ति देनेवाला नहीं" इसका अनुवाद किया जा सकता है, "उन्हें किसी ने भी शान्ति नहीं दी" या "उन्हें प्रोत्साहित करने या उनकी मदद करने के लिए कोई नहीं है।"

(यह भी देखें: प्रोत्साहित करना, पवित्र आत्मा)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H2505, H5150, H5162, H5165, H5564, H8575, G03020, G38700, G38740, G38750, G38880, G38900, G39310

शान्ति,शान्त, शांतिपूर्ण, शांतिपूर्वक, शंतियोग्य, शांति बनाने वाले

परिभाषा:

“शान्ति” शब्द वह परिस्थिति है जब किसी भी प्रकार का झगड़ा या चिन्ता या भय न हो। “शांतिपूर्ण” मनुष्य नीरवता का अनुभव करता है और उसे सुरक्षा का विश्वास होता है।

  • पुराने नियम में, "शांति" शब्द का सामान्य अर्थ अक्सर किसी व्यक्ति की समृद्धि, कल्याण या पूर्णता होता है।
  • “शान्ति” उस समय को भी दर्शाती है जब जातियां और देश आपस में युद्ध नहीं करते हैं। इन लोगों के “शांतिपूर्ण संबन्ध” कहलाते हैं।
  • किसी मनुष्य का समुदाय के साथ “शान्ति स्थापित” का करने का अर्थ है युद्ध रोकने का प्रयास करना।
  • “शान्ति बनाने वाला” वह मनुष्य है जो मनुष्यों को परस्पर शान्ति में रहने के लिए काम करता है या प्रभावित करनेवाली बातें करता है।
  • मनुष्यों के साथ “शान्ति बनाए रखने” का अर्थ है उन लोगों के खिलाफ नहीं लड़ने की स्थिति में होना।
  • परमेश्वर और मनुष्यों में अच्छे एवं उचित संबन्ध तब उत्पन्न होते हैं जब परमेश्वर मनुष्यों के पापों से बचा लेता है। इसे "परमेश्वर के साथ मेल" कहते हैं।
  • “अनुग्रह और शान्ति” का अभिवादन प्रेरित अपने पत्रों में विश्वासियों को आशीर्वाद स्वरूप लिखते थे।
  • “शान्ति” शब्द का संदर्भ मनुष्यों के साथ या परमेश्वर के साथ उचित संबन्ध में रहने से भी है।

बाइबल संदर्भ:

बाइबल कहानियों से उदाहरण:

  • 15:06 परमेश्वर ने इस्राएलियों को आज्ञा दी थी ,कि वह कनान में लोगों के किसी भी समूह के साथ समझौता संधि स्थापित न करे,
  • __15:12__तब परमेश्वर ने इस्राएलियों को सारी सीमा के साथ शांति प्रदान की।
  • __16:03__तब परमेश्वर ने एक उद्धारकर्ता प्रदान किया, जिन्होंने उन्हें अपने शत्रुओं से बचाया और देश में शांति लाई।
  • 21:13 वह अन्य लोगों के पापों के कारण मारा जाएगा। उसके दण्डित होने से परमेश्वर और लोगों के बीच में शान्ति स्थापित होगी।
  • 48:14 दाऊद इस्राएल का राजा था, लेकिन यीशु पूरे ब्रह्मांड का राजा है! वह फिर से आएगा, और अपने राज्य पर न्याय और शांति के साथ हमेशा राज्य करेगा।
  • 50:17 यीशु अपने राज्य पर शान्ति व न्याय के साथ शासन करेगा, और वह हमेशा अपने लोगों के साथ रहेगा।

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रांग'स: H5117, H7961, H7962, H7965, H7999, H8001, H8002, H8003, H8252, G269, G1514, G1515, G1516, G1517, G1518, G2272

शासन करना, प्रभुता, प्रधानताएँ, राज्यपाल, अधिपति, हाकिम,

परिभाषा:

राज्यपाल वह मनुष्य है जो किसी देश या साम्राज्य के किसी विशाल क्षेत्र पर शासन करता है (जैसे सीमाओं में, क्षेत्र या प्रांत में)।

  • पुराने नियम का यह शब्द, "अधिपति (तर्शाता)" राज्यपाल के लिए एक अधिक विशिष्ट शीर्षक था जो एक फारसी प्रांत पर शासन करता था।
  • नए नियम में, राज्यपाल (प्रोकौन्सुल) शब्द रोम के किसी प्रान्त नियुक्त राज्यपाल के लिए विशिष्ट पदनाम था।
  • बाइबल के युग में हाकिम राजा या सम्राट के द्वारा नियुक्त किए जाते थे, और वे उसके अधीन रहते थे।
  • "प्रभुता" किसी देश या साम्राज्य के सब सत्ताधारी शासकों से संगठित होती है। ये शासक ऐसे कानून बनाते हैं जो अपने नागरिकों के व्यवहार को निर्देशित करते हैं ताकि उस देश के सभी लोगों के लिए शांति, सुरक्षा और समृद्धि हो।

अनुवाद के सुझाव:

  • “राज्यपाल” का अनुवाद “प्रशासक” या पर्यवेक्षक” या “क्षेत्रीय अगुआ” या “एक छोटे क्षेत्र का शासक” भी किया जा सकता है।
  • प्रकरण के अनुसार “राज करना” का अनुवाद “शासन करना” या “अगुआई करना” या “प्रबन्ध करना” या “पर्यवेक्षण करना” हो सकता है।
  • शब्द "राज्यपाल" का अनुवाद "राजा" या "सम्राट" के शब्दों से अलग ढंग से किया जाना चाहिए, क्योंकि एक राज्यपाल कम शक्तिशाली शासक था जो उनके अधिकार के अधीन था।
  • "हाकिम" शब्द का अनुवाद “रोमन राज्यपाल” या “रोमन प्रांतीय शासक” के रूप में भी किया जा सकता है।

(यह भी देखें: अधिकार, राजा, सामर्थ्य, प्रदेश, रोम, शासक)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H324, H1777, H2280, H4951, H5148, H5460, H6346, H6347, H6486, H7989, H8269, H8660, G445, G446, G746, G1481, G2232, G2233, G2230, G4232

शासन, नियम, शासित, शासक, शासकों, हाकिमों, निर्णयों, फैसलों, अतिरंजित

परिभाषा:

“शासक” सामान्यतः एक व्यक्ति जो अन्य लोगों पर अधिकार रखता है, जैसे किसी देश, राज्य, या धार्मिक संप्रदाय का अगुआ। एक शासक एक है जो "नियम" और उसका अधिकार उसका "नियम" है।

  • पुराने नियम में राजा को भी अधिपति कहा जाता था जैसे इस वाक्य में है, “इस्त्राएल पर अधिपति ठहराया”
  • परमेश्वर को सबसे बड़ा राजा कहा गया है जो राजाओं का राजा है।
  • नये नियम में आराधनालय के अगुवे को "अधिपति" कहा गया है।
  • नये नियम में एक और अधिपति था जिसे हाकिम कहा गया है।
  • प्रकरण के अनुसार “अधिपति” शब्द का अनुवाद “अगुआ” या “अधिकार रखनेवाला मनुष्य” किया जा सकता है।
  • “शासन करने” के कार्य का अर्थ है, “अगुआई करना” या “किसी पर अधिकार रखना”। इसका अर्थ वही है जैसे “राज करना” जब राजा के संदर्भ में होता है।

(यह भी देखें: अधिकार, हाकिम, राजा, आराधनालय)

बाइबल के सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रांग'स: H995, H1166, H1167, H1404, H2708, H2710, H3027, H3548, H3920, H4043, H4410, H4427, H4428, H4438, H4467, H4474, H4475, H4623, H4910, H4941, H5057, H5065, H5387, H5401, H5461, H5715, H6113, H6213, H6485, H6957, H7101, H7218, H7287, H7300, H7336, H7786, H7860, H7980, H7981, H7985, H7989, H7990, H8199, H8269, H8323, H8451, G746, G752, G755, G757, G758, G932, G936, G1018, G1203, G1299, G1778, G1785, G1849, G2232, G2233, G2525, G2583, G2888, G2961, G3545, G3841, G4165, G4173, G4291

शिक्षा देना, शिक्षा, अशिक्षित

परिभाषा:

किसी को "सिखाने" का अर्थ है कि उसे वह बताना जो वह पहले से न जानता हो। इसका मतलब सामान्य रूप में "जानकारी प्रदान करने" का भी हो सकता है, जिसका संदर्भ सीखने वाले व्यक्ति विशेष से नहीं होता है। सामान्यतः जानकारी औपचारिक या विधिवत रूप से दी जाती है। मनुष्य का "शिक्षण" या उसकी "शिक्षा" वह हैं जो उसने पढ़ाया गया है।

  • “गुरू” वह है जो शिक्षा देता है। “सिखाना” की भूतकालीन क्रिया है, “सिखाया”
  • यीशु अपनी शिक्षाओं में परमेश्वर और उसके राज्य की बातों का वर्णन करता था।
  • यीशु के चेले उसे “गुरू” कहते थे। यह मनुष्यों को परमेश्वर के विषय शिक्षा देनेवाले के लिए एक सम्मानित पद था।
  • जिन जानकारियों की शिक्षा दी जाती है उनका प्रदर्शन किया जा सकता है या शब्दों में व्यक्त किया जा सकता है।
  • “धर्म सिद्धांत” परमेश्वर के बारे में दी जानेवाली परमेश्वर ही की शिक्षाओं का समुच्य तथा जीवन शैली के बारे में परमेश्वर के निर्देश है। इसका अनुवाद हो सकता है, “परमेश्वर की शिक्षाएं” या “परमेश्वर हमें जो सिखाता है।"
  • “तुझे जो सिखाया गया है” इस वाक्यांश का अनुवाद प्रकरण के अनुसार इस प्रकार हो सकता है, “इन लोगों ने तुझे जो सिखाया” या “परमेश्वर ने तुझे जो सिखाया है।"
  • “शिक्षा देना” के अन्य अनुवाद हो सकते हैं, “कहना”, या “समझाना” या “निर्देश देना।"
  • इस शब्द का अनुवाद प्रायः इस प्रकार होता है, “मनुष्यों को परमेश्वर के बारे में समझाना”

(यह भी देखें: निर्देश, शिक्षक, परमेश्वर का वचन)

बाइबल संदर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H0502, H2094, H2449, H3045, H3046, H3256, H3384, H3925, H3948, H7919, H8150, G13170, G13210, G13220, G20850, G26050, G27270, G31000, G23120, G25670, G38110, G49940

शोक करना, विलाप कर रहा है, विलाप करने लगे, शोक करता हुआ, शोक करनेवाला, विलाप करनेवालों, उदासी, शोक

तथ्य:

“विलाप” और "विलाप करना” का अर्थ है शोक करना, प्रायः किसी की मृत्यु पर।

  • अनेक संस्कृतियों में विलाप के लिए विशिष्ट बाहरी व्यवहार होता है जिससे दुःख एवं शोक प्रकट होता है।
  • प्राचीन युग में इस्राएल और अन्य जातियां ऊंचे स्वर में रोकर और शोक प्रकट करके दुःख व्यक्त करते थे। वे टाट के बने वस्त्र पहनते थे और सिर में राख डालते थे।
  • भाड़े के शोक मनाने वाले भी होते थे, प्रायः स्त्रियाँ, वे मृत्यु के समय से लेकर दफन के बहुत बाद तक रोती और विलाप करती थीं।
  • शोक का समय सात दिन होता था परन्तु तीस दिन तक भी हो सकता था (जैसे मूसा और हारून के लिए था) या सत्तर दिन (जैसा याकूब के लिए किया गया था)।
  • बाइबल इस शब्द का प्रतीकात्मक उपयोग भी करती है, जैसे पाप के लिए “विलाप करना”। इसका संदर्भ गहरे दुःख की भावना से है क्योंकि पाप परमेश्वर और मनुष्य को कष्ट पहुँचाता है।

(यह भी देखें: टाट, पाप)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H56, H57, H60, H205, H578, H584, H585, H1058, H1065, H1068, H1671, H1897, H1899, H4553, H4798, H5092, H5098, H5110, H5594, H6937, H6941, H8386, G2354, G2875, G3602, G3996, G3997

श्रद्धा, भय माना, भय मानकर, सम्मानों, भक्तिपूर्ण, भक्तियुक्त

परिभाषा:

“भय मानकर” शब्द का अर्थ, किसी मनुष्य या वस्तु के प्रति अगाध आदर की भावना है। किसी व्यक्ति या चीज़ के प्रति "श्रद्धा" दिखाने के लिए सम्मान।

  • श्रद्धा की भावना श्रद्धा के पात्र के सम्मान के काम में देखी जा सकती है।
  • परमेश्वर का भय आन्तरिक श्रद्धा है जो परमेश्वर की आज्ञाएं मानने से प्रकट होती है।
  • इस शब्द का अनुवाद “भय एवं आदर” या “हार्दिक सम्मान” हो सकता है।

(यह भी देखें: भय, आदर, पालन)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रांग'स: H3372, H3373, H3374, H4172, H6342, H7812, G127, G1788, G2125, G2412, G5399, G5401

श्वांस, श्वांस फूंकना

परिभाषा:

बाइबल “सांस फूंकना” और “सांस” प्रायः प्रतीकात्मक रूप में जीवन देना या जीवन होने के संदर्भ में काम में लिए गए है।

  • बाइबल में व्यक्त है कि परमेश्वर ने आदम में जीवन का "सांस फूंका।" उसी पल आदम जीवित प्राणी हो गया।
  • जब यीशु ने शिष्यों पर फूंका और उनसे कहा “आत्मा लो” तब वह वास्तव में उन पर सांस फूंक रहा था जो उन पर पवित्र आत्मा के अवतरण का प्रतीक था।
  • कभी-कभी “सांस लेना” या “सांस छोड़ना” का संदर्भ उच्चारण करने से भी है।
  • "परमेश्वर की सांस” या “यहोवा का श्वांस” इस उक्ति का प्रतीकात्मक अर्थ प्रायः विद्रोही और अभक्त जातियों पर परमेश्वर के प्रकोप के उण्डेले जाने से है। इससे उसका सामर्थ्य प्रकट होता है।

अनुवाद के सुझाव

  • “अन्तिम सांस लेना” अर्थात मरना। इसका अनुवाद हो सकता है, “उसने अपनी अन्तिम सांस ली” या “उसकी सांस बन्द हो गई और वह मर गया “ या “उसने अन्तिम बार हवा में सांस ली”।
  • धर्मशास्त्र को “परमेश्वर की श्वांस से रचित हैं” इसका अर्थ है कि परमेश्वर ने वचन कहे या प्रेरित किए तब मानवीय लेखकों ने लिखा। यदि संभव हो तो अति उत्तम यही होगा कि “परमेश्वर की सांस” का अनुवाद ज्यों का त्यों ही रहने दिया जाए क्योंकि इसका अनुवाद करना कठिन होगा।
  • यदि “परमेश्वर की सांस से रचा गया” को ज्यों का त्यों रखना स्वीकार्य न हो तो इसको अन्य अनुवाद हो सकते हैं, “परमेश्वर प्रेरित” या “परमेश्वर द्वारा रचित” या “परमेश्वर द्वारा उच्चारित” यह भी कहा जा सकता है कि “परमेश्वर ने धर्मशास्त्र के वचनों को श्वांस द्वारा प्रसारित किया”।
  • “सांस डालना” या “जान फूंकना” या “जीवन देना” का अनुवाद हो सकता है, “सांस लेने योग्य बनाना” या “पुनजीर्वित करना” या “जीने एवं सांस लेने योग्य करना” या “जीवन देना”
  • यदि संभव हो तो “परमेश्वर के श्वांस” को लक्षित भाषा में "सांस" शब्द के लिए प्रयुक्त शब्द ही से अनुवाद करें। यदि परमेश्वर के लिए सांस लेना सांस लेना माना नहीं जाता है तो इसका अनुवाद “परमेश्वर का सामर्थ्य” या “परमेश्वर का उच्चारण” करें।
  • “सांस तो लेने दो” या "सांस लेने का समय देना" का अनुवाद “अधिक शान्ति से सांस लेने के लिए विश्राम करना” या “सामान्य रूप से सांस लेने के लिए दौड़ने थामना”।
  • यह अभिव्यक्ति, “सांस भर का होना” अर्थात “बहुत कम समय का है”।
  • इसी प्रकार, “मनुष्य सांस भर का” होता है अर्थात “मनुष्य बहुत कम समय जीवित रहता है” या “मनुष्यों का जीवन बहुत छोटा है”। या “परमेश्वर की तुलना में मनुष्य का जीवन इतना छोटा है जितनी कि एक सांस होती है”।

(यह भी देखें: आदम, पौलुस, परमेश्वर का वचन, जीवन)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H3307, H5301, H5396, H5397, H7307, H7309, G17200, G41570

सताना/सताव

परिभाषा:

“सताना” और “सताव” अर्थात किसी मनुष्य को या समुदाय के साथ कठोर व्यवहार करना कि जिससे उन्हें हानि पहुंचे।

  • उपद्रव किसी एक मनुष्य या अनेक मनुष्यों पर हो सकता है जिसमें बार-बार, लगातार वार करना होता है।
  • इस्राएलियों को विभिन्न जातियों ने सताया था। उन्होंने उन पर आक्रमण किया, उन्हें बन्दी बनाया और उनके नगरों को लूटा।
  • मनुष्य प्रायः उन लोगों को सताता है जिनका धर्म अलग हो या जो दुर्बल हों।
  • यहूदी धर्म के अगुवे यीशु को सताते थे क्योंकि उन्हें उसकी शिक्षाएं अच्छी नहीं लगती थी।
  • यीशु के स्वर्गारोहण के बाद यहूदी धर्म के अगुवे और रोमी सरकार यीशु के अनुयायियों को सताने लगे थे।
  • “सताना” का अनुवाद हो सकता है, “अत्याचार करते रहना” या “कठोर व्यवहार करना” या “लगातार दुर्व्यवहार करना।"
  • “सताव” के अनुवाद रूप हो सकते हैं “कठोर दुर्व्यवहार” या “अत्याचार” या “लगातार कष्टदायक व्यवहार”

(यह भी देखें: मसीही विश्वासी, आराधनालय, अत्याचार करना, रोम)

बाइबल सन्दर्भ:

बाइबल की कहानियों के उदाहरण:

  • 33:7 “वैसे ही जो पथरीली भूमि पर बोए जाते है, ये वे हैं जो वचन को सुनकर तुरन्त आनन्द से ग्रहण कर लेते है | इसके बाद जब वचन के कारण उन पर उपद्रव होता है, तो वे तुरन्त ठोकर खाते है |”
  • 45:6 उसी दिन,कई लोग यरूशलेम में यीशु मसीह पर विश्वास करने वालो पर बड़ा उपद्रव करने लगे, इसलिए विश्वासी अन्य स्थानों में भाग गए |
  • 46:2 शाऊल ने यह शब्द सुना, “हे शाऊल! हे शाऊल, तू मुझे क्यों सताता है?” उसने पूछा, “हे प्रभु तू कौन है?” यीशु ने उसे उत्तर दिया कि, “मैं यीशु हूँ जिसे तू सताता है |”
  • 46:4 परन्तु हनन्याह ने कहा, "हे प्रभु मैनें इस मनुष्य के विषय में सुना है कि इसने तेरे पवित्र लोगों के साथ बड़ी बुराइयाँ की है |"

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H1814, H7291, H7852, G13750, G13760, G13770, G15590, G23470

सनौबर

परिभाषा:

“सनौबर” बाइबल के युग में बहुतायत से उगते थे विशेष करके भूमध्य-सागर के तटीय प्रदेशों में।

  • साइप्रस और लबानोन दो ऐसे स्थान थे जिनकी चर्चा बाइबल में की गई है कि वहां सनौबर बहुतायत से थे।
  • नूह ने अपना जहाज बनाने के लिए जिस लकड़ी को इस्तेमाल किया था वह संभवतः सनौबर ही की थी।
  • क्योंकि सनौबर की लकड़ी ठोस एवं दीर्घकालीन होती है इसलिए प्राचीन युग के लोग इससे नाव एवं अन्य निर्माण कार्य करते थे।

(यह भी देखें: सन्दूक, साइप्रस, देवदार, लबानोन)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H8645

सनौबर, सनौबर

परिभाषा:

  • “सनौबर” एक सदाबहार वृक्ष है जिसमें शंकुओं के अन्दर बीज होते है।
  • इन वृक्षों की सदाबहार वृक्ष भी कहते हैं।
  • प्राचीन युग में सनोवर की लकड़ी संगीतवाद्यों को बनाने में तथा नाव, घर एवं मन्दिर बनाने के लिए प्रयोग किया जाता था।
  • बाइबल में इस प्रजाति के वृक्षों के नाम है, चीड़, देवदारू, सनौबर, और सदाबहार वृक्ष।

(यह भी देखें: अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करे)

(यह भी देखें: देवदारु, सनौबर)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H766, H1265, H1266

सप्ताह, सप्ताहों

परिभाषा:

“सप्ताह” शब्द सात दिन के समय के संदर्भ में है।

  • यहूदी सप्ताह का आरंभ शनिवार के सूर्यास्त से गिनते थे और सप्ताह का अन्त अगले शनिवार के सूर्यास्त तक मानते थे।
  • बाइबल में “सप्ताह” का प्रतीकात्मक उपयोग समय की सात ईकाइयों के संदर्भ में होता था जैसे सात वर्षों का सप्ताह।
  • “सप्ताहों का पर्व” फसल का उत्सव जो फसह के सात सप्ताहों बाद आता था। इसे पिन्तेकुस्त भी कहते थे।

(यह भी देखें: पिन्तेकुस्त)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H7620, G4521

समझना, समझता है, समझ लिया, समझ

परिभाषा:

“समझना” शब्द का अर्थ है सुनना या किसी जानकारी को अंतर्ग्रहण करना और समझना कि वह क्या है।

  • “समझ” शब्द का संदर्भ “ज्ञान” या “बुद्धि” से भी हो सकता है या “किसी काम को करने की समझ से भी”।
  • किसी को समझने का अर्थ यह भी हो सकता है कि वह व्यक्ति कैसा महसूस कर रहा है।
  • इम्माऊस के मार्ग में यीशु ने उन शिष्यों को धर्मशास्त्र से मसीह का अर्थ समझने में सहायता की थी।
  • प्रकरण के अनुसार “समझ” का अनुवाद “जानना” या “विश्वास करना” या “अंतर्ग्रहण करना” या “अर्थ समझना” भी हो सकता है।
  • “समझ” का अनुवादक प्रायः “ज्ञान” या “बुद्धि” या “अंतर्ग्रहण” किया गया है।

(यह भी देखें: विश्वास, जानना, बुद्धिमान)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H995, H998, H999, H1847, H2940, H3045, H3820, H3824, H4486, H7200, H7306, H7919, H7922, H7924, H8085, H8394, G50, G145, G191, G801, G1097, G1107, G1108, G1271, G1921, G1922, G1987, G1990, G2657, G3129, G3539, G3563, G3877, G4441, G4907, G4908, G4920, G5424, G5428, G5429, G6063

समय, समयानुकूल, समय, असाधारण

तथ्य:

बाइबल में "समय" शब्द का प्रयोग आलंकारिक रूप से विशिष्ट मौसम या समय की अवधि के संदर्भ में किया गया है जब कुछ घटनाएं हुईं थीं। इसका अर्थ “युग” या “काल” या “ऋतु” के समान है।

  • दानिय्येल और प्रकाशितवाक्य दोनों पुस्तकों में "समय" का संकेत तकलीफ और पीड़ा से है जो पृथ्वी पर आएंगी।
  • “समय, समयों और आधे समय” इस उक्ति में समय का अर्थ है, “वर्ष।” यह उक्ति साढ़े तीन वर्ष के समय के संदर्भ में है जो महान पीड़ा पूर्ण इस वर्तमान युग के अन्त का समय है।
  • "समय" का अर्थ "अवसर" एक वाक्यांश में "तीसरी बार" के रूप में हो सकता है। वाक्यांश "कई बार" का अर्थ "कई अवसरों पर" हो सकता है।
  • "समय पर" होने का मतलब तब आना जब आने की उम्मीद है, देर से नहीं।
  • प्रकरण के अनुसार “समय” शब्द का अनुवाद “मौसम” या “काल” या “पल” या "घटना" या "घटन" हो सकता है ।
  • “समयों और ऋतुओं” यह उक्ति, आलंकारिक तौर पर एक ही विचार को दो बार व्यक्त करती है। इसका अनुवाद हो सकता है, “किसी निश्चित समय में घटनाओं का होना” (देखें: प्रतिलिपि)

(यह भी देखें: युग, पीड़ा)

बाइबल संदर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रांग'स: H116, H227, H310, H1697, H1755, H2165, H2166, H2233, H2465, H3027, H3117, H3118, H3119, H3259, H3427, H3967, H4150, H4279, H4489, H4557, H5331, H5703, H5732, H5750, H5769, H6235, H6256, H6440, H6471, H6635, H6924, H7105, H7138, H7223, H7272, H7281, H7637, H7651, H7655, H7659, H7674, H7992, H8027, H8032, H8138, H8145, H8462, H8543, G744, G530, G1074, G1208, G1441, G1597, G1626, G1909, G2034, G2119, G2121, G2235, G2250, G2540, G3461, G3568, G3764, G3819, G3956, G3999, G4178, G4181, G4183, G4218, G4287, G4340, G4455, G5119, G5151, G5305, G5550, G5551, G5610

समर्पण करना, अर्पण करना, स्थापति, प्राणार्पित

परिभाषा:

समर्पण करने का अर्थ है, किसी को या किसी वस्तु की विशेष उद्दश्य या कार्य के लिए पृथक करना या प्रतिबद्ध करना।

  • दाऊद ने अपना सोना-चांदी परमेश्वर को समर्पित कर दिया था।

“समर्पण” शब्द का अर्थ प्रायः होता है, किसी विशेष कार्य हेतु किसी वास्तु को पृथक करने का विधिवत कार्य या अनुष्ठान का संदर्भ देता है कि किसी विशेष उद्देश्य के निमित्त उसे पृथक कर दिया गया है।

  • वेदी के समर्पण में परमेश्वर के लिए बलि चढ़ाई जाती थी।
  • नहेम्याह ने यरूशलेम की पुनरुद्धार की गई शहरपनाह के समर्पण में इस्राएलियों की गुआई की थी और केवल यहोवा की सेवा करने की और उसके इस नगर की देखरेख की प्रतिज्ञा का नवीकरण किया था। इस घटना में संगीत वाद्यों और संगत के द्वारा परमेश्वर को धन्यवाद दिया गया था।
  • “समर्पण करना” शब्द का अनुवाद हो सकता है, “विशेष उद्देश्य की विशेष रूप से नियत करना" या “किसी विशेष उपयोग हेतु किसी वस्तु को समर्पित करना” या “किसी विशेष कार्य हेतु किसी का समर्पण करना”।

(यह भी देखें: प्रतिबद्ध)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H2596, H2597, H2598, H2764, H4394, H6942, H6944, G1456, G1457

समाचार, समाचारों, समाचार दिया

परिभाषा:

“समाचार सुनाना” अर्थात किसी घटन की सूचना देना, या अधिकतर उस घटना का विस्तृत ब्योरा प्रस्तुत करना। "समाचार" वह होता है जो बताया जाता है और लिखित या उच्चारित हो सकता है।

  • “समाचार” का अनुवाद, “कहना” या वर्णन करना” या “विवरण सुनाना” हो सकता है
  • “किसी से न कहना” इस अभिव्यक्ति का अनुवाद हो सकता है, “इसकी चर्चा किसी से न करना” या “किसी से इसका उल्लेख न करना|"
  • “समाचार” के अनुवाद रूप हो सकते हैं, “वर्णन” या “कहानी” या “विस्तृत विवरण” जो प्रकरण के अनुसार किए जाएंगे।

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H1681, H1696, H1697, H5046, H7725, H8034, H8052, H8085, H8088, H8089, G01890, G01910, G03120, G05180, G09870, G12250, G13100, G18340, G20360, G21630, G30040, G30560, G31400, G33770

समृद्ध होना, समृद्धि, समृद्ध

परिभाषा:

“समृद्धि” शब्द का अर्थ है अच्छा जीवन और इसका संदर्भ सांसारिक एवं आत्मिक समृद्धि से भी हो सकता है। जब मनुष्य या देश “समृद्ध” होते हैं तो इसका अर्थ है वे धनाड्य हैं और सफलता के लिए उनके पास सब कुछ है। वे “समृद्धि” का अनुभव पाते हैं।

  • “समृद्ध” शब्द प्रायः धन-सम्पदा का संदर्भ देता है या मनुष्यों के सुखी जीवन के लिए सब आवश्यकताओं की पूर्ति का संदर्भ देता है।
  • बाइबल में “समृद्ध” शब्द का अभिप्राय है, स्वास्थ्य एवं सन्तान की आशिष।
  • “समृद्ध” नगर या देश वह है जिसमें अनेक लोग हों, भोजन का अच्छा उत्पाद हो तथा बहुत पैसा लानेवाले व्यापार हों।
  • बाइबल के अनुसार परमेश्वर की आज्ञाओं को मानने वाला आत्मिक समृद्धि पाता है। उसे आनन्द और शान्ति भी मिलती है। परमेश्वर मनुष्य को सदैव धन सम्पदा नहीं देता है परन्तु उसके मार्गों पर चलने से उन्हें आत्मिक समृद्धि प्रदान करता है।
  • प्रकरण पर आधारित “समृद्ध” शब्द का अनुवाद हो सकता है, “आत्मिक उन्नति” या “परमेश्वर द्वारा आशिषित” या “भली वस्तुओं का अनुभव” या “उत्तम जीवन”।
  • “समृद्ध” शब्द का अनुवाद यह भी हो सकता है, “सफल” या “धनवान” या “आत्मिकता में फलवन्त”।
  • “समृद्धि” का अनुवाद ऐसे भी हो सकता है, “कल्याण” या “धन सम्पदा” या “सफलता” या “विपुल आशिषें”।

(यह भी देखें: आशिष देना, फल, आत्मा)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H1129, H1767, H1878, H1879, H2428, H2896, H2898, H3027, H3190, H3444, H3498, H3787, H4195, H5381, H6500, H6509, H6555, H6743, H6744, H7230, H7487, H7919, H7951, H7961, H7963, H7965, G2137

सम्मति, सम्मति देना, मंत्री, सम्मति, सम्मति देनेवाला, वकील

परिभाषा:

“सम्मति” या “युक्ति” के अर्थ एक ही है जिसमें किसी को किसी परिस्थिति में काम करने के लिए बुद्धिमानी का निर्णय लेने में सहायता दी जाती है। बुद्धिमान “युक्ति करनेवाला” या “मंत्री”, वह व्यक्ति जो किसी को सही निर्णय लेने में सहायता करता है।

  • राजाओं के पास सदैव अधिकृत मंत्री या परामर्शदाता होते थे जो जनता से संबन्धित महत्वपूर्ण विषयों पर निर्णय लेने के लिए उनकी सहायता करते थे।
  • कभी-कभी दी गई सम्मति या सुझाई गई युक्ति उचित नहीं होती थी। बुरे मंत्री राजा को ऐसी युक्ति सुझाते थे जिसके अनुसार दी गई आज्ञा उसको और जनता को हानि पहुंचाती थी।
  • प्रकरण पर आधारित “युक्ति” या “सम्मति” का अनुवाद हो सकता है, “निर्णय लेने में सहायता करना” या “चेतावनियाँ” या “समझाना” या “मार्गदर्शन”
  • “सम्मति” देने के कार्य का अनुवाद हो सकता है, “राय देना” या “सुझाव देना” या “प्रेरणा देना”।
  • ध्यान दें कि “सम्मति” “सभा” से अलग शब्द है। सभा का अर्थ है मनुष्यों का समूह।

(यह भी देखें: समझाना, पवित्र आत्मा, बुद्धिमान)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H1697, H1847, H1875, H1884, H1907, H3272, H3289, H3982, H4156, H4431, H5475, H5779, H6440, H6963, H6098, H7592, H8458, G10110, G10120, G11060, G48230, G48250

संयम, संयमी, आत्म नियंत्रित

परिभाषा:

“संयम” पाप से बचने के लिए किसी के व्यवहार को नियंत्रित करने की क्षमता रखना।

  • इसका संदर्भ सदाचार से है अर्थात् पाप के विचार, भाषा और कामों से बचना।
  • संयम पवित्र-आत्मा द्वारा मसीहियों को दिया गया फल या गुण है।
  • संयम रखने वाला मनुष्य किसी गलत काम को करने की इच्छा से अपने आप को रोक लेता है। परमेश्वर ही मनुष्य को संयम प्रदान करता है।

(यह भी देखें: फल, पवित्र आत्मा)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रांग'स: H4623, H7307, G192, G193, G1466, G1467, G1468, G4997

सर्प, साँप, नाग

तथ्य:

ये सब शब्द एक ऐसे रेंगनेवाले जन्तु के संदर्भ में हैं जिसका शरीर पतला और लम्बा होता है| उसके दांत बड़े और नुकीले होते हैं वह भूमि पर टेढ़ी मेढ़ी चाल से रेंगता है। “सांप” (सर्प) शब्द एक बड़े सांप के संदर्भ में है और “नाग” विषैला सांप होता है जो अपने शिकार को मारने के लिए विष काम में लेता है।

  • यह शब्द प्रतीकात्मक रूप में एक ऐसे मनुष्य के लिए काम में लिया जाता है जो दुष्ट है, विशेष करके धोखा देनेवाले के लिए।
  • यीशु धर्म के अगुओं को “सांप के बच्चे” कहता था क्योंकि वे धार्मिकता का स्वांग रचते थे परन्तु मनुष्यों को धोखा देते थे और उनके साथ पक्षपात का व्यवहार करते थे।
  • अदन की वाटिका में, शैतान ने सर्प का रूप धारण किया और हव्वा को बहका कर परमेश्वर की आज्ञा का उल्लंघन करवाया।
  • जब शैतान ने सर्परूप में हव्वा को परीक्षा में गिराकर पाप करवाया, तब हव्वा और उसका पति,दोनों ने पाप किया| परमेश्वर ने सर्प को श्राप दिया कि उसका वंश भूमि पर रेंग कर चलेगा| इसका अभिप्रेत अर्थ है कि इससे पूर्व सर्प के पाँव थे|

(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)

(यह भी देखें: शाप, छलना, अवज्ञा, अदन, दुष्ट, शिकार, शैतान, पाप, परीक्षा करना)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H0660, H2119, H5175, H6620, H6848, H8314, H8577, G21910, G20620, G37890

सहना, सह लेने वाला, ढोना

तथ्य:

“सहना” का शाब्दिक अर्थ है "उठाना", लेकर चलना। इस शब्द के अनेक प्रतीकात्मक अर्थ हैं।

  • सन्तानोत्पत्ति के संदर्भ में इसका अर्थ है, शिशु को "जन्म देना"।
  • “बोझ उठाना” अर्थात "कठिनाइयों का सामना करना"। इन कठिनाइयों में शारीरिक एवं मानसिक कष्ट दोनों हैं।
  • एक सामान्य अभिव्यक्ति है, “फल लाना” अर्थात “फल उत्पन्न करना” या “फल होना।”
  • “गवाही देना” अर्थात् “साक्षी देना” या “जो देखा है अनुभव किया है उसका वर्णन करना।”
  • “पुत्र पिता के पाप का फल नहीं भोगेगा” अर्थात वह पिता का “उत्तरदायी नहीं होगा” या पिता के पापों का “दण्ड नहीं पाएगा।”
  • सामान्यत: इस शब्द का अनुवाद “उठाना” या “जिम्मेदार होना” या “उत्पन्न करना” या “सहन करना” या “सहना” संदर्भ के आधार पर भी हो सकता है।

(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद)

(यह भी देखें: बोझ, एलीशा, धीरज धरना, फल, अधर्म के काम, समाचार, भेड़, बल, साक्षी, गवाह)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H2232, H3201, H3205, H5375, H5445, H5449, H6030, H6509, H6779, G01420, G04300, G09410, G10800, G16270, G25920, G31400, G41600, G47220, G48280, G50410, G50880, G53420, G54090, G55760

साथी, संगी, मित्र

तथ्य:

“साथी” का अर्थ है किसी के साथ रहनेवाला व्यक्ति या किसी से जुड़ा हुआ व्यक्ति, जैसे मित्रता या विवाह में। "संगी" शब्द किसी अन्य व्यक्ति के साथ काम करने वाले व्यक्ति को संदर्भित करता है।

  • साथी एक ही अनुभव की अनुभूति एक साथ करते हैं, एक साथ भोजन करते हैं और एक दूसरे को सहयोग देते हैं और प्रोत्साहित करते हैं।
  • संदर्भ के आधार पर, इस शब्द का अनुवाद किसी ऐसे शब्द या वाक्यांश के द्वारा भी किया जा सकता है, जिसका अर्थ है, "मित्र" या "सहयात्री" या "सहायक-व्यक्ति जो साथ जाता है" या "वह व्यक्ति जो साथ काम करता है।"

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H0251, H0441, H2269, H2270, H2273, H2278, H3674, H3675, H4828, H7453, H7462, H7464, G28440, G33530, G48980, G49040

सामर्थ्य, सामर्थी, बहुत सामर्थी, पराक्रम से

परिभाषा:

“सर्वशक्तिमान” और “सामर्थ्य” का संदर्भ महान शक्ति या बल से है।

  • “सामर्थी” प्रायः “बल” के लिए दूसरा शब्द है। परमेश्वर के बारे में चर्चा करते समय इस शब्द का अर्थ “शक्ति” हो सकता है।
  • “सामर्थी पुरूष” का संदर्भ साहसी एवं युद्ध में जयवन्त पुरूषों के लिए किया गया है। दाऊद के विश्वासयोग्य साथी जो उसकी रक्षा एवं सुरक्षा करते थे उन्हें कई बार “सामर्थी पुरूष” कहा गया है।
  • परमेश्वर को भी “सामर्थी” कहा गया है।
  • “सामर्थी कार्य” प्रायः परमेश्वर के आश्चर्यकर्मों, विशेष करके चमत्कारों को कहा गया है
  • यह शब्द “सर्व-शक्तिमान” के समानार्थक है जो परमेश्वर का सामान्य वर्णन है जिसका अर्थ है कि उसके पास संपूर्ण शक्ति है।

अनुवाद के लिए सुझाव:

  • सन्दर्भ के अनुसार “सामर्थी” शब्द का अनुवाद हो सकता है, “शक्तिमान” या “आश्चर्यजनक” या “अत्यधिक बलवन्त”
  • “उसका सामर्थ्य” का अनुवाद हो सकता है, “उसकी शक्ति” या “उसका बल”।
  • प्रे.का. 7 में मूसा को “वचन और कर्म दोनों में सामर्थी” कहा गया है। इसका अनुवाद हो सकता है, “मूसा परमेश्वर के सामर्थी वचन बोलता था और चमत्कारी काम दर्शाता था।” या “मूसा परमेश्वर के वचन सामथ्र्य के साथ उच्चारित करता था और आश्चर्य के काम करता था।”
  • सन्दर्भ के अनुसार, “सामर्थी कार्य” का अनुवाद हो सकता है, “परमेश्वर के विस्मयकारी कार्य” या "आश्चर्यकर्म" या “परमेश्वर सामर्थ्य के साथ काम करता है।”
  • “सामर्थ्य” का अनुवाद “शक्ति” या “महान बल” हो सकता है।
  • इस शब्द का अंग्रेजी में संभावना सूचक शब्द के साथ भ्रमित न करें जैसे वर्षा हो सकती है।

(यह भी देखें: सर्वशक्तिमान, आश्चर्यकर्म, शक्ति, बल)

बाइबल संदर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H46, H47, H117, H193, H202, H352, H386, H410, H430, H533, H650, H1219, H1368, H1369, H1370, H1396, H1397, H1401, H1419, H2220, H2389, H2394, H2428, H3201, H3524, H3581, H3966, H4101, H5794, H5797, H5807, H5868, H6099, H6105, H6108, H6184, H6697, H6743, H7227, H7580, H7989, H8623, H8624, H8632, G972, G1411, G1413, G1414, G1415, G1498, G1752, G1754, G2159, G2478, G2479, G2900, G2904, G3168, G3173, G5082

सिद्ध, खरा

परिभाषा:

बाइबल में “सिद्ध” शब्द का अर्थ है मसीह जीवन में परिपक्वता प्राप्त करना। किसी काम को सिद्धता में करने का अर्थ है, उस काम को तब तक करना जब तक कि वह काम उत्कृष्ट एवं त्रुटिरहित न हो जाए। पुराने नियक की बालियों को "सिद्ध" या "दोष रहित होना आवश्यक था अर्थात, निष्कलंक|

  • सिद्ध एवं परिपक्व का अर्थ है वह विश्वासी आज्ञाकारी है न कि पापमुक्त।
  • “सिद्ध” शब्द का अर्थ “पूर्ण” एवं “सर्वांग” भी होता है।
  • नये नियम में याकूब की पत्री में लिखा है कि परखे जाने से विश्वासी में पूर्णता और परिपक्वता उत्पन्न होती है।
  • विश्वासी बाइबल अध्ययन करके उसका अनुसरण करते हैं तो वे आत्मिकता में अधिकाधिक सिद्ध एवं परिपक्व होते जाते हैं क्योंकि वे अपने आचरण में अधिकाधिक मासिम के सदृश्य होते जाते हैं|

अनुवाद के सुझाव:

  • इस शब्द का अनुवाद हो सकता है, “बिना त्रुटि के” या “बिना चूक के” या “निर्दोष” या “निष्कलंक” या “बिना किसी दोष के”।

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H3632, H3634, H4359, H8003, H8503, H8537, H8549, H8552, G199, G2675, G2676, G3647, G5046, G5047, G5048, G5050

सिर, माथे, चन्दुए, टोपियाँ, गुलूबंद

परिभाषा:

शब्द "सिर" एक मानव शरीर के ऊपरी भाग को संदर्भित करता है, गर्दन के ऊपर। इस शब्द का प्रयोग अक्सर "शीर्ष", "पहले," "शुरुआत," "स्रोत," और अन्य अवधारणाओं सहित कई अलग-अलग चीजों का अर्थ करने के लिए किया जाता है।

बाइबल में “सिर” शब्द को विभिन्न प्रतीकात्मक रूपों में काम में लिया गया है।

  • “उसके सिर पर उस्तरा न चलाया जाए” अर्थात “वह न तो कभी अपने बाल कटवाए और न ही कभी दाढ़ी बनवाए।”
  • “इसका खून उसके सिर पर हो” अर्थात उसकी हत्या का उत्तरदायी यही मनुष्य हो और दण्ड पाए।
  • अभिव्यक्ति “गेहूं का सिर” अर्थात गेहूं या जौ के पौधे का वह ऊपरी भाग को संदर्भित करता है जिसमें बीज होते हैं। इसी तरह, अभिव्यक्ति "एक पर्वत का सिर" पर्वत के शीर्ष भाग को संदर्भित करता है।
  • “सिर” का अर्थ कभी-कभी किसी बात के आरंभिक चरण या स्रोत से होता है जैसे, “मार्ग का सिर (आरंभ)”
  • इस शब्द का उपयोग मनुष्यों पर अधिकार रखने वाले के लिए किया गया है। “तूने मुझे जाति-जाति का सिर बनाया है।” इसका अनुवाद हो सकता हैः "तू ने मुझे राजा बनाया है" या “तूने मुझे…. पर अधिकार दिया है।"

अनुवाद के सुझाव

  • प्रकरण के अनुसार “सिर” का अनुवाद हो सकता है, “अधिकार” या “अगुआई एवं निर्देशन देने वाला” या “उत्तरदायी व्यक्ति”
  • “उसके ही सिर पर हो” इस उक्ति का अनुवाद किया जा सकता है, “उस पर हो” या “वह दण्ड पाए” या “वही उत्तरदायी माना जाए” या “वह दोषी माना जाए”।
  • प्रकरण के अनुसार इस शब्द के अनुवाद हो सकते हैं, “आरंभ” या “स्रोत” या “शासक” या “अगुआ” या “ऊपर”।

(यह भी देखें: अन्न)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H441, H1270, H1538, H1627, H3852, H4425, H4761, H4763, H5110, H5324, H6285, H6287, H6797, H6915, H6936, H7139, H7144, H7146, H7217, H7226, H7218, H7541, H7636, H7641, H7872, G346, G755, G2775, G2776, G4719

सिंहासन, विराजमान

परिभाषा:

सिंहासन एक विशेष रूप से बनाया गया आसन होता है जहाँ शासक बैठता है जब वह महत्वपूर्ण मामलों का निर्णय लेता है और अपने लोगों की याचनाओं को सुनता है।

  • सिंहासन शासक के अधिकार और शक्ति का प्रतीक है।
  • “सिंहासन” शब्द का प्रतीकातमक उपयोग राजा या उसके राज या उसकी शक्ति के लिए भी किया जाता है। (देखें: लक्षणालंकार)
  • बाइबल में परमेश्वर को प्रायः राजा के रूप में सिंहासन पर विराजमान दर्शाया गया है। यीशु को पिता परमेश्‍वर के दाहिनी ओर सिंहासन पर बैठा हुआ वर्णित किया गया है।
  • यीशु ने कहा कि स्वर्ग परमेश्वर का सिंहासन है। इसका एक अनुवाद रूप हो सकता है, "जहां परमेश्वर राजा के रूप में शासन करता है।"

(यह भी देखें: अधिकार, सामर्थ्य, राजा, राज करना)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H3427, H3676, H3678, H3764, H7675, G09680, G23620

सिंहों, सिंहनी

परिभाषा:

सिंह एक बड़ी बिल्ली जैसा वन पशु है जिसके दांत और नाखून नुकीले होते। जिससे वह अपना शिकार मारता और फाड़ता है।

  • सिंह का शरीर शक्तिशाली होता है और उसकी गति अति तीव्र होती है कि शिकार को पकड़ पाए। उसके रोंए छोटे और सुनहरे भूरे रंग के होते हैं।
  • नर सिंह के गले में चारों ओर बालों का केसर होता है।
  • शेर मांसाहारी होते हैं और पशुओं को मारकर खाते हैंवे मनुष्य के लिए हिंसक भी होते हैं।
  • जब राजा दाऊद बालक था उसने अपनी भेड़ों पर आक्रमण करने वाले सिंहों को मारा था।
  • शिमशोन ने भी निहत्थे सिंह को मारा था।

(यह भी देखें: अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करे)

(यह भी देखें: दाऊद, चीता, शिमशोन, भेड़)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H738, H739, H744, H3715, H3833, H3918, H7826, H7830, G3023

सींग, सींगों, सींग वाले

तथ्य

सींग, अनेक पशुओं के सिर पर कठोर नुकीले भाग उग आते हैं, जैसे मवेशी, भेड़, बकरी, हिरण आदि।

  • भेढ़े(नर भेड़) की सींग से संगीत वाद्य बनाया जाता था, जिसे “नरसिंगा” या “शोफार” कहते थे जिसे अवसर विशेष पर फूंका जाता था, जैसे धार्मिक पर्वों पर।
  • परमेश्वर ने इस्राएलियों को आज्ञा दी थी कि धूप जलाने की और पीतल की वेदियों के चारों कोनों पर सींग जैसे उभार की रचना करें। यद्यपि इन रचनाओं को "सींग" कहते थे, वे वास्तव में पशुओं के सींग नहीं थे।
  • "सींग" शब्द कभी-कभी पानी या तेल के "पात्र" के सन्दर्भ में भी काम में लिया जाता था जिसका आकार सींग जैसा होता था और उसमें जल या तेल रखा जाता था। तेल का ऐसा सींग रूपी पात्र राजा के अभिषेक में काम आता था जैसे शमूएल ने दाऊद का अभिषेक में काम में लिया था।
  • इस शब्द का अनुवाद तुरही शब्द के अनुवाद से एक सर्वथा भिन्न शब्द द्वारा किया जाना चाहिए।
  • सींग शब्द का प्रतीकात्मक उपयोग शक्ति, सामर्थ्य, अधिकार और वैभव को दर्शाने के लिए भी काम में लिया गया है।

(यह भी देखें: अधिकार, गाय, हिरण, बकरी, सामर्थ्य, राजसी, भेड़, तुरही)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H3104, H7160, H7161, H7162, H7782, G2768

सूअर, सूअर का माँस, शूकर

परिभाषा:

सूअर एक चौपाया है जिसे मांसाहारी भोजन के लिए पाला जाता है। उसका मांस “पोर्क” कहलाता है। "शूकर" शब्द सामान्यत: सुअर की सम्पूर्ण प्रजाति के लिए काम लिया जाता है।

  • परमेश्वर ने इस्राएलियों के लिए सूअर का मांस खाना वर्जित किया था वरन् उसे अशुद्ध ठहराया था। यहूदी आज भी इसे अशुद्ध मानते है और उसके मांस से घृणा करते हैं।
  • सूअरों को पाल कर मांस के लिए बेचा जाता है।
  • एक प्रकार की सूअर प्रजाती जंगल में रहती है, उसे “जंगली सूअर” कहते हैं। जंगली सूअर के दांत बड़े होते हैं, और वह बहुत खतरनाक होता है।

बड़े सूअरों को “शूकर” कहा जाता है।

(यह भी देखें: अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करें)

(यह भी देखें: शुद्ध)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H2386, G55190

सृजन करना, रचा, सृष्टि, सृजनहार

परिभाषा:

“सृजन” शब्द का अर्थ है, रचना करना या किसी वास्तु को अस्तित्व में लाने का कारण होना। जो कुछ सृजा गया उसे "सृष्टि" कहते हैं। परमेश्वर को “सृजनहार” कहते हैं क्योंकि उसने सम्पूर्ण जगत को अस्तित्ववान किया।

  • जब परमेश्वर के लिए कहा जाता है कि उसने सम्पूर्ण जगत की रचना की तो इसका अर्थ है कि उसने शून्य से उसे उत्पन्न किया।
  • जब मनुष्य कोई रचना करता है तो इसका अर्थ है कि वह विद्यमान तत्वों से कुछ बनाता है।
  • कभी-कभी “रचना” शब्द का उपयोग किसी अवस्तुगत के वर्णन के लिए लाक्षणिक भाषा में किया जाता है, जैसे “शान्ति बनाना” या “मनुष्य में शुद्ध मन रचना”
  • “सृष्टि” शब्द का सन्दर्भ जगत के आदिकाल से हो सकता है जब परमेश्वर ने सब कुछ बनाया था| इसका उपयोग सामान्य रूप में परमेश्वर द्वारा सृजित सब के लिए किया जा सकता है| कभी-कभी “सृष्टि” शब्द विशेष करके पृथ्वी पर मनुष्यों के लिए काम में लिया जाता है।

अनुवाद के सुझाव:

  • कुछ भाषाओं में स्पष्ट व्यक्त किया जा सकता है कि परमेश्वर ने “शून्य से” सम्पूर्ण जगत की रचना की, सुनिश्चित करें कि इसका अर्थ स्पष्ट हो।
  • “जगत की सृष्टि के समय से” अर्थात “उस समय से जब परमेश्वर ने सम्पूर्ण जगत की रचना की थी”।
  • समान वाक्यांश, “सृष्टि के आरंभ में ” का अनुवाद किया जा सकता है, “जब परमेश्वर ने आदिकाल में जगत की रचना की थी" या "जब जगत को पहली बार बनाया गया।”
  • “सारी सृष्टि के लोगों में” सुसमाचार प्रचार करो अर्थात “संपूर्ण पृथ्वी पर मनुष्यों को” सुसमाचार सुनाओ।
  • “संपूर्ण सृष्टि आनन्द करे” अर्थात “परमेश्वर द्वारा सृजित सब कुछ आनन्द करे”।
  • प्रकरण के अनुसार “सृष्टि करना” का अनुवाद “बनाना” या “अस्तित्व में लाना” या “शून्य से उत्पन्न करना” हो सकता है।
  • “सृजनहार” का अनुवाद हो सकता है, “जिसने सब कुछ बनाया” या “परमेश्वर जिसने सम्पूर्ण जगत की उत्पत्ति की”।
  • “तेरा सृजनहार” का अनुवाद हो सकता है, “परमेश्वर जिसने तुझे बनाया”

(यह भी देखें: परमेश्वर, शुभ सन्देश, संसार)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H3335, H4639, H6213, H6385, H7069, G2041, G2602, G2675, G2936, G2937, G2939, G4160, G5480

सेनापति, सरदार

परिभाषा:

“सेनापति” शब्द सेना के प्रमुख को संदर्भित करता है, जो सैनिकों के दल का नेतृत्व करने और आदेश देने के लिए उत्तरदायी होता है।

  • सेनापति, सैनिकों के एक छोटे दल का या एक बड़े दल का प्रमुख हो सकता है, जैसे कि एक हजार पुरुष का दल।
  • यह शब्द यहोवा के संदर्भ में भी उपयोग होता है कि वह स्वर्गदूतों की सेना का प्रमुख है।

सेनापति के अन्य अनुवाद रूप हैं “अगुआ” या “कप्तान” या “अधिकारी”

  • सेना को “आदेश देना” के अनुवाद हो सकते हैं, “अगुआई करना” या “प्रभारी होना।"

(यह भी देखें: आदेश, अधिपतियों, सूबेदार)

बाइबल संदर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H2710, H2951, H1169, H4929, H5057, H6346, H7101, H7262, H7218, H7227, H7229, H7990, H8269, G55060

सेला

परिभाषा:

“सेला” इब्रानी भाषा का एक शब्द है जो ज्यादातर भजन संहिता में देखा जा सकता है। इसके अनेक संभावित अर्थ हैं।

  • इसका अर्थ हो सकता है “ठहरो और स्तुति करो” इसके द्वारा श्रोताओं का आह्वान किया जाता है कि वे उच्चारित शब्दों पर मनन करें।.
  • अधिकांश भजन संहिता राग में लिखे गए थे, ऐसा माना जाता है कि “सेला शब्द संभवतः संगीत का कोई शब्द रहा होगा जिससे गायक को रूकने का संकेत दिया जाता था कि केवल वाद्य बजाए जाए या श्रोताओं को प्रोत्साहित किया जाता था कि भजन के शब्दों पर विचार करें।

(यह भी देखें: भजन)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H5542

सेवा करना, दास बनाना, दास बना दिया, सेवक, सेवकों, दास, दासों, दासत्व, दासी

परिभाषा:

"सेवा" शब्द का अर्थ सामान्यतः काम करना, और अवधारणा को विभिन्न प्रकार के संदर्भों में लागू किया जा सकता है।यह शब्द एक ऐसे व्यक्ति को संदर्भित करता है जो किसी अन्य व्यक्ति के लिए काम करता है (या पालन करता है), या तो अपनी इच्छा से या बलपूर्वक। बाइबल में, निम्नलिखित लोगों में से किसी को "दास:" एक दास एक युवा महिला कार्यकर्ता, एक युवा पुरुष कार्यकर्ता को कहा जा सकता है, जो परमेश्वर और अन्यों का पालन करता हो। बाइबल के युग में दास और सेवक में अधिक अन्तर नहीं था जैसा आज समझा जाता है। सेवक और दास दोनों ही अपने स्वामी के घराने के महत्वपूर्ण सदस्य होते थे और अधिकतर परिवार के सदस्य ही माने जाते थे। कभी-कभी सेवक अपने स्वामी के अजीवन सेवक स्वैच्छा से बनना चाहते थे।

  • दास एक ऐसा सेवक होता था जो अपने स्वामी की सम्पदा होता था। जो दास को खरीदता था वह उसका “स्वामी” कहलाता था। कुछ स्वामी अपने दासों के साथ निर्दयता का व्यवहार करते थे परन्तु कुछ स्वामी अपने दासों के साथ बहुत अच्छा व्यवहार करते थे जैसे वे परिवार के महत्वपूर्ण सदस्य हों।
  • प्राचीन युग में कुछ लोग किसी के ऋणी होने के कारण स्वैच्छा से उसके दास बन जाते थे कि लिया हुआ उधार चुका सकें।
  • मेहमानों की सेवा करने वाले व्यक्ति के संदर्भ में, इस शब्द का अर्थ है "देखभाल करना" या "भोजन परोसना" या "भोजन प्रदान करना।" जब यीशु ने चेलों को लोगों को मछली "परोसने " के लिए कहा, तो इसका अनुवाद "वितरित" या "बांटने" या "देना" हो सकता है।
  • बाइबल में व्यक्त एक उक्ति “तेरा दास” का उपयोग किसी अधिकार संपन्न व्यक्ति जैसे राजा के लिए सम्मान प्रकट करने हेतु किया जाता था। इसका अर्थ यह नहीं कि कहने वाला वास्तव में उसका दास था।
  • संदर्भ के आधार पर "सेवा" शब्द का अनुवाद "सेवक को" या "के लिए कार्य करना" या "की देखभाल करना" या "पालन" के रूप में भी किया जा सकता है।
  • पुराने नियम में परमेश्वर के भविष्यद्वक्ताओं तथा आराधकों को प्रायः उसका “दास” कहा जाता था।
  • "परमेश्वर की सेवा करने के लिए" का अनुवाद "परमेश्वर की आराधना और आज्ञा का पालन" करने के लिए किया जा सकता है या "उस कार्य को करना जिसे परमेश्वर ने आज्ञा दी हो।"
  • नये नियम में मसीह में विश्वास करके परमेश्वर की आज्ञा माननेवालों को प्रायः उसके सेवक कहा जाता था।
  • "मेज़ पर परोसा" का अर्थ है उन लोगों को भोजन पहुंचाना जो मेज़ पर बैठे हैं, या अधिक सामान्यतः पर "भोजन वितरित" करते हैं।
  • जो लोग दूसरों को परमेश्वर के बारे में सिखाते हैं, उन्हें कहा जाता है कि वे परमेश्वर और जिन्हे वे शिक्षा दे रहे हैं, दोनों की सेवा करें।
  • प्रेरित पौलुस ने कुरिन्थुस के मसीहियों को लिखा कि वे किस तरह से पुरानी वाचा को “सेवा” करते थे। यह मूसा की व्यवस्था का पालन करने के लिए संदर्भित करता है। अब वे नई वाचा की "सेवा" करते हैं। यह यीशु के क्रूस पर बलिदान के कारण, उनके विश्वासियों को पवित्र आत्मा द्वारा परमेश्वर को प्रसन्न करने और पवित्र जीवन जीने के लिए सक्षम किया जाता है।
  • पौलुस उनकी "सेवा" के संदर्भ में और कार्यों के बारे में पुरानी या नई वाचा में बात करता है। इसका अनुवाद "सेवा करना" या "पालन करना" या "भक्ति करना" हो सकता है।

(यह भी देखें: प्रतिबद्ध, दास बनाना, घराना, प्रभु, आज्ञाकारी, धर्मी, वाचा, व्यवस्था,)

बाइबल संदर्भ:

बाइबल कहानियों के उदाहरण:

  • 06:01 जब अब्राहम बहुत वृद्ध था और उसका पुत्र, इसहाक, एक आदमी हो गया था, अब्राहम ने अपने दासों में से एक को कुटुम्बियों के पास भेजा की वे उसके पुत्र, इसहाक के लिए एक पत्नी ले आये।
  • 08:04 दास व्यापारियों ने यूसुफ को एक दास के रूप में एक धनी सरकारी अधिकारी को बेचा।
  • 09:13 "मैं(परमेश्वर) तुझे(मूसा) फ़िरौन के पास भेजता हूँ कि तू मेरी इस्राएली प्रजा को मिस्र के दासत्व से निकाल ले आए।"
  • 19:10 फिर एलिय्याह ने प्रार्थना की, “हे अब्राहम, इसहाक और इस्राएल के परमेश्‍वर यहोवा! आज यह प्रगट कर कि इस्राएल में तू ही परमेश्‍वर है, और मैं तेरा दास हूँ,
  • 29:03 "जबकि चुकाने को दास के पास कुछ न था, तो उसके स्वामी ने कहा, ‘यह (दास) और इसकी पत्नी और बाल-बच्‍चे और जो कुछ इसका है सब बेचा जाए, और क़र्ज चुका दिया जाए।’"
  • 35:06 "मेरे पिता के कितने ही मजदूरों को भोजन से अधिक रोटी मिलती है, और मैं यहाँ भूखा मर रहा हूँ।"
  • 47:04 दासी पीछे आकर चिल्‍लाने लगी, “ये मनुष्य परमप्रधान परमेश्‍वर के दास हैं, जो हमें उद्धार के मार्ग की कथा सुनाते हैं।”
  • 50:04 यीशु ने यह भी कहा, " दास अपने स्वामी से बड़ा नहीं होता"

शब्द तथ्य:

  • (दास) स्ट्रांग'स : H5288, H5647, H5649, H5650, H5657, H79198, H8198, H8334, G1249, G1401, G1012, G2324, G3407, G3411, G3610, G3816, G4916, G5252525
  • (सेवा) H327, H3547, H4929, H4931, H5647, H5656, H5673, H5975, H6213, H6399, H6402, H6440, H6633, H6635, H7272, H8104, H8120, H8120, H8998, H8278, H8658 G1402, G1438, G1983, G2064, G2212, G2323, G2999, G3000, G3009, G4337, G4342, G4754, G5087, G5256

सेवा करना, दास, दास बनाना, दासत्व, बन्धन, वश में, बन्धन, बाँधा

परिभाषा:

“सेवा करना” अर्थात् किसी से स्वामी की या राज करने वाले देश की सेवा कराना। “दास बनाया जाना” या “बन्धुआई में होना” अर्थात् किसी बात को या किसी व्यक्ति के वश में होना।

  • दासत्व में या बन्धुवाई में होने वाला मनुष्य बिना मजदूरी किसी की सेवा करनी होती है, वह अपनी इच्छा से कुछ नहीं कर सकता है। “बन्धुआई में होना” का अन्य शब्द "दासत्व" है।
  • नए नियम में मनुष्य को पाप के “दासत्व” में कहा है जब तक कि यीशु उन्हें उसके नियंत्रण एवं सामर्थ्य से मुक्त न कराए। जब एक व्यक्ति मसीह में नया जीवन पाता है तब वह पाप का दास नहीं रहता है और वह धार्मिकता का दास हो जाता है।

अनुवाद के सुझाव:

  • “दास बनाना” का अनुवाद “स्वतंत्र नहीं रहने देना” या “अन्यों की सेवा करने के लिए विवश किया जाना” या “अन्य किसी के वश में कर देना”।
  • “दासत्व में” या “बन्धुआई में” का अनुवाद “दास होने के लिए विवश किया जाना” या “सेवा करने के लिए मजबूर” या “किसी के वश में होना”।

(यह भी देखें: स्वतंत्र, धर्मीजन, सेवक)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रांग'स: H3533, H5647, G1398, G1402, G2615

सेवा करना, सेवा करना, सेवा किया, सेवा कर रहा है, सेवा, सेवा, मजबूर होकर काम

परिभाषा:

“सेवा करना” अर्थात् मनुष्यों की सहायता के काम करना। इसका अर्थ "अराधना" भी होता है।

  • एक व्यक्ति जब अतिथियों की सेवा करता है तो इसका अर्थ है “सुश्रुषा करना” या “भोजन परोसना” या “भोजन व्यवस्था करना”
  • जब यीशु ने अपने शिष्यों से कहा था कि जनसमूह में मछली बांट दें, तो इसका अनुवाद हो सकता है, “वितरण करना” या “देना”
  • शब्द "सेवा" सेवारत के कार्य को संदर्भित करता है। इसका संदर्भ परमेश्वर की आराधना हेतु विश्वासियों के “एकत्र होने” से भी है।
  • सेवा” का अनुवाद “सेवा सुश्रुषा” या “काम करना” या “देखरेख” या “आज्ञापालन” भी हो सकता है।
  • "परमेश्वर की सेवा करना” का अनुवाद “परमेश्वर की उपासना एवं आज्ञापालन” या “परमेश्वर की आज्ञा का कार्य करना” भी हो सकता है।."
  • मेज की सेवा” अर्थात् मेज पर बैठने वालों को भोजन परोसना। आम तौर पर, "भोजन वितरित करना"
  • मनुष्यों को परमेश्वर के बारे में शिक्षा देने वालों को परमेश्वर और जिन्हें शिक्षा दी जाती है दोनों की सेवा करनेवाले कहा जाता है।
  • प्रेरित पौलुस ने कुरिन्थ नगर के विश्वासियों को लिखा था कि वे पुराने नियम की "सेवा" कैसे करते थे। इसका संदर्भ मूसा की व्यवस्था का पालन सूचित करता है।
  • अब वे नई वाचा "सेवा" करते हैं। अर्थात् क्रूस पर यीशु के बलिदान के कारण यीशु के विश्वासी पवित्र-आत्मा द्वारा परमेश्वर को प्रसन्न करने तथा पवित्र जीवन जीने योग्य हो गए हैं।
  • पौलुस उनके द्वारा पुरानी वाचा या नई वाचा की "सेवा" के संदर्भ में चर्चा कर रहा था। इसका अनुवाद हो सकता है, “सेवा करना” या “आज्ञा मानना” या “भक्ति करना”

(यह भी देखें: वाचा, व्यवस्था, सेवक)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H327, H3547, H4929, H4931, H5647, H5656, H5673, H5975, H6399, H6402, H6440, H6633, H6635, H7272, H8104, H8120, H8199, H8278, H8334, G1247, G1248, G1398, G1402, G1438, G1983, G2064, G2212, G2323, G2999, G3000, G3009, G4337, G4342, G4754, G5087, G5256

सैनिक, योद्धा,

तथ्य:

“योद्धा” और “सैनिक” दोनों शब्द सेना में युद्ध करनेवाले मनुष्य के संदर्भ में हैं। परन्तु इनमें कुछ अन्तर है।

  • “योद्धा” एक सामान्य एवं व्यापक शब्द है जो युद्ध में निपुण एवं साहसी मनुष्य के सन्दर्भ में होता है।
  • यहोवा को प्रतीकात्मक रूप में “योद्धा” कहा गया है।
  • “सैनिक” शब्द विशेष करके उस मनुष्य के सन्दर्भ में होता है जो किसी सेना में सेवारत है या युद्ध में लड़ रहा है।
  • यरूशलेम में रोमी सैनिक व्यवस्था बनाए रखने और बन्दियों को मृत्युदण्ड देने जैसे उत्तरदायित्वों के निर्वाह हेतु नियुक्त किए गए थे। वे यीशु के क्रूसीकरण से पूर्व उसकी चौकसी में थे और कुछ को उसकी कब्र पर चौकसी करने के लिए भी रखा गया था।
  • अनुवादक को ध्यान देना है कि उसकी भाषा में “योद्धा” और “सैनिक” के लिए दो अलग-अलग शब्द हैं, जिनका अर्थ और उपयोग भी अलग अलग है।

(यह भी देखें: साहस, क्रूस पर चढ़ाना, रोम, कब्र)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: , H352, H510, H1368, H1416, H1995, H2389, H2428, H2502, H3715, H4421, H5971, H6518, H6635, H7273, H7916, G4686, G4753, G4754, G4757, G4758, G4961

सोता, स्रोत, उमड़ता

परिभाषा:

“सोता” और “झरना” अर्थात भूमि से निकल कर बहुतायत से बहनेवाला पानी।

  • बाइबल में इस शब्द का प्रतीकात्मक उपयोग भी किया गया है कि परमेश्वर से निकलने वाली आशीषों का संदर्भ दे या स्वच्छ करने वाली या पवित्र करनेवाली वस्तु का संदर्भ दे।
  • आज सोता मनुष्य के द्वारा निर्मित वस्तु होती है जिसमें पानी का प्रवाह होता है, जैसे पीने के पानी का सोता। सुनिश्चित करें कि इस शब्द का अनुवाद प्राकृतिक जल स्रोत को व्यक्त करे।
  • इस शब्द के अनुवाद की तुलना “जल प्रलय” के अनुवाद से करें।

(यह भी देखें: जल-प्रलय)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H953, H1530, H1543, H3222, H4002, H4161, H4456, H4599, H4726, H5033, H5869, H5927, H6524, H6779, H8444, H8666, G242, G4077

सोना, सोने का

परिभाषा:

सोना पीले रंग की उत्तम धातु है जिससे आभूषण तथा धार्मिक वस्तुएं बनाई जाती थीं। प्राचीन युग में यह सबसे अधिक मूल्यवान धातु थी।

  • बाइबल के युग में, ठोस सोने की विभिन्न वस्तुएं बनाई जाती थीं या वस्तुओं पर सोना चढ़ाया जाता था।
  • इन वस्तुओं में थे, कुन्दन तथा अन्य आभूषण, मूर्तियां, वेदियां, तथा निवास (मण्डप) या मन्दिर की अन्य वस्तुएं जैसे वाचा का सन्दूक।
  • पुराने नियम के युग में सोना क्रय-विक्रय में मुद्रा स्वरुप काम में आता था। उसे तराजू में तोल कर उसका मूल्य ज्ञात किया जाता था।
  • उत्तरकाल में सोने और चाँदी के सिक्के क्रय-विक्रय में काम में आने लगे।
  • जब किसी ऐसी वस्तु की चर्चा हो जो ठोस सोने की नहीं है उस पर केवल सोना चढ़ा हुआ है तो “सुनहरा” या “सोना चढ़ा” या “स्वर्णआवृत” अनुवाद किया जा सकता है।
  • कभी-कभी किसी वस्तु को “सुनहरा” कहा जाता है, अर्थात उसका रंग सोने जैसा है परन्तु यथार्थ में सोने से बनी नहीं है।

(यह भी देखें: वेदी, वाचा का सन्दूक, झूठे देवता, चांदी, मिलापवाला तम्बू, मन्दिर)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong’s: H1220, H1722, H2091, H2742, H3800, H5458, H6884, H6885, G5552, G5553, G5554, G5557

स्तंभ, लाटें, खम्भा, खम्भों

परिभाषा:

“खम्भा” एक बड़ी खड़ी रचना होती है जिस पर छत को या भवन के अन्य भाग को रोका जाता है। “खम्भा” का दूसरा शब्द स्तंभ होता है।

  • बाइबल के युग में भवन को सहारा देने के लिए जो खंभे बनाए जाते थे वे सामान्यतः एक ही पत्थर में से काटकर निकाले जाते थे।
  • पुराने नियम में शिमशोन को पलिश्तियों ने बन्दी बना लिया था तब उसने उनके मन्दिर के खंभों को गिराकर मन्दिर को ध्वंस कर दिया था।
  • कभी-कभी “खंभा” शब्द किसी की कब्र या किसी घटना की स्मृति में खड़ी की गई चट्टान को भी कहा गया है।
  • यह शब्द किसी देवी-देवता की मूर्ति की उपासना के संदर्भ में भी उपयोग किया गया है। किसी गढ़ी हुई मूरत के लिए भी इस शब्द का उपयोग किया गया है जिसका अनुवाद “प्रतिमा” किया जा सकता है।
  • “खंभा” शब्द का उपयोग किसी भी स्तंभ रूपी रचना के लिए किया जा सकता है जैसे आग का खंभा जो रात के समय जंगल में इस्राएलियों की अगुआई करता था या “नमक का खंभा” लूत की पत्नी नमक का खंभा बन गई थी जब उसने पलट कर सदोम को देखा था।
  • किसी भवन को थामने वाली रचना के लिए “खंभा” शब्द का उपयोग किया जाता है तो इसका अनुवाद “खड़ी पत्थर की लाट का सहारा” या “थामने वाली पत्थर की रचना” किया जा सकता है।
  • “खंभा” के अन्य उपयोगों का अनुवाद हो सकता है, “प्रतिमा” या “ढेर” या “स्तूप” या “स्मारक” या “ऊंची रचना” आदि जो प्रकरण के अनुरूप उचित हो।

(यह भी देखें: आधार, मूरत, समान)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong’s: H352, H547, H2106, H2553, H3730, H4552, H4676, H4678, H4690, H5324, H5333, H5982, H8490, G4769

स्तुति, भजन, स्तुति की, स्तुति करते, बड़ाई की बात

परिभाषा:

किसी की प्रशंसा करना अर्थात उस व्यक्ति की सराहना तथा उसको सम्मानित करना।

  • मनुष्य परमेश्वर की स्तुति करता है क्योंकि वह महान है और उसने जगत का उद्धारकर्ता एवं सृजनहार होने के कारण अद्भुत काम किए हैं।
  • परमेश्वर की स्तुति में उसके कामों के लिए धन्यवाद होता है।
  • परमेश्वर की स्तुति में प्रायः संगीत और भजन गान होते हैं।
  • परमेश्वर की स्तुति उसकी आराधना का एक भाग है।
  • “स्तुति करना” का अनुवाद हो सकता है, “किसी के बारे में अच्छी बात कहना” या “शब्दों द्वारा उच्च सम्मान प्रदान करना” या “किसी का गुणगान करना”।
  • “स्तुति” संज्ञा शब्द का अनुवाद “सम्मानित व्यक्ति” या “सम्मान सूचक उदगार” या “अच्छाईयों का वर्णन”।

(यह भी देखें: आराधना)

बाइबल सन्दर्भ:

बाइबल कहानियों से उदाहरण:

  • 12:13 इस्राएलियों ने बहुत उत्साहित होकर आनन्द मनाया क्योंकि परमेश्वर ने उन्हें मृत्यु व गुलामी से बचाया! अब वह परमेश्वर की आराधना करने की लिये स्वतंत्र थे |
  • 17:08 जब दाऊद ने यह शब्द सुने, उसने तुरन्त ही परमेश्वर को धन्यवाद दिया और उसकी प्रशंसा की, क्योंकि परमेश्वर ने दाऊद से महान गौरव और बहुत सी आशीषों की वाचा बाँधी थी |
  • 22:07 तब जकरयाह ने कहा कि, “प्रभु परमेश्वर धन्य हो, क्योंकि उसने अपने लोगों पर दृष्टि की और उनका छुटकारा किया है |
  • 43:13 और परमेश्वर की स्तुति करते हुए आनन्द करते थे और वे हर वस्तुए एक दुसरे से बाटते थे |
  • 47:08 उन्होंने पौलुस और सीलास को बंदीगृह के सबसे सुरक्षित क्षेत्र में रखा था और यहां तक कि उनके पैरों को भी बांध रखा था| फिर भी आधी रात को पौलुस और सीलास प्रार्थना करते हुए परमेश्वर के भजन गा रहे थे |

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H1319, H6953, H7121, H7150, G1229, G1256, G2097, G2605, G2782, G2783, G2784, G2980, G3853, G3955, G4283, G4296

स्मरण दिलानेवाले, दान स्मरण के लिये

परिभाषा:

“स्मरण दिलानेवाले” अर्थात कोई कार्य या वस्तु जो किसी का या किसी बात का स्मरण कराती है।

  • यह शब्द विशेषण रूप में काम में लिया जाता है कि बात का वर्णन करे जिससे स्मरण हो जैसे “स्मरण की भेंट” या “स्मरण का अंश” या “स्मरण के पत्थर”
  • पुराने नियम में भेंट चढ़ाई जाती थी कि इस्राएल स्मरण रखे कि परमेश्वर ने उनके लिए क्या किया।
  • परमेश्वर ने इस्राएल के याजकों को विशेष वस्त्र पहनने की आज्ञा दी थी जिन पर स्मरण हेतु पत्थर लगे थे। * इन पत्थरों पर इस्राएल के बारहों गोत्रों के नाम लिखे थे। ये संभवतः उन्हें परमेश्वर की विश्वासयोग्यता का स्मरण कराने हेतु थे।
  • नये नियम में, परमेश्वर ने कुरनेलियुस नामक एक व्यक्ति को सम्मानित किया था क्योंकि वह गरीबों पर तरस खाता था। उसके इन कामों को परमेश्वर के समक्ष “स्मरण के लिए” माना गया था।

अनुवाद के सुझाव:

  • इसका अनुवाद “सदाकालीन स्मृति” हो सकता है।
  • “स्मरण के पत्थर” का अनुवाद “उन्हें स्मरण कराने के लिए पत्थर” हो सकता है।

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H2142, H2146, G3422

स्वतंत्र, छुड़ाए हुए, स्वतंत्रता, स्वतंत्र मनुष्य, स्वेच्छा, मुक्ति

परिभाषा:

“स्वतंत्र” और “स्वतंत्रता” का अर्थ है दासत्व या अन्य किसी बन्धन में न रहना। “स्वतंत्रता” के लिए दूसरा शब्द है “मुक्ति”

  • “किसी को स्वंतत्र करना” या “मुक्त करना” अर्थात किसी को दासत्व या बन्धुआई से निकल आने का मार्ग प्रदान करना।
  • बाइबल में ये शब्द प्रायः प्रतीकात्मक रूप में काम में लिए गए हैं कि दर्शाया जाए कि यीशु में विश्वास करनेवाला अब पाप के वश में नहीं है।
  • “मुक्ति” या “स्वतंत्रता” का अर्थ यह भी हो सकता है, मूसा की व्यवस्था का पालन करने की अनिवार्यता के अधीन नहीं वरन पवित्र आत्मा की शिक्षाओं तथा अगुआई में रहने के लिए स्वतंत्र।

अनुवाद के सुझाव:

  • “स्वतंत्र” शब्द ऐसे शब्द और उक्ति द्वारा अनुवाद किए जा सकते हैं जैसे “बन्धन मुक्त” या “दासत्व में नहीं” या “दासत्व मुक्त” या “बन्धुआ नहीं”।
  • “स्वतंत्रता” या “मुक्ति” का अनुवाद ऐसे शब्दों से हो जैसे “स्वतंत्र होने की अवस्था” या “दास न होने की अवस्था” या “बन्धुआ नहीं”।
  • “स्वतंत्र करना” इसका अनुवाद “मुक्त होने का कारण” या “दासत्व से बचाना” या “बन्धन से मुक्ति दिलाना”
  • जो मनुष्य “स्वतंत्र किया गया” वह बन्धुआई या दासत्व से “छुड़ाया गया” या “बाहर निकाला गया”।

(यह भी देखें: बाँधना, दास बनाना, सेवक)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H1865, H2600, H2666, H2668, H2670, H3318, H4800, H5068, H5069, H5071, H5337, H5352, H5355, H5425, H5674, H5800, H6299, H6362, H7342, H7971, G425, G525, G558, G629, G630, G859, G1344, G1432, G1657, G1658, G1659, G1849, G3089, G3955, G4506, G5483

स्वप्न

परिभाषा:

मनुष्य के सोते समय मस्तिष्क में जो देखता है या अनुभव करता है वह स्वप्न कहलाता है।

  • स्वप्न प्रायः यथार्थ घटना प्रतीत होते हैं जबकि वे होती नहीं हैं।
  • कभी-कभी परमेश्वर मनुष्यों को स्वप्न दिखाता है कि वे उससे कुछ सीखें। परमेश्वर स्वप्नों में मनुष्यों से सीधी बातें भी कर सकता है।
  • बाइबल में परमेश्वर ने कुछ लोगों को विशेष स्वप्नों के माध्यम से सन्देश दिए जो अधिकतर भावी घटनाओं के बारे में थे।
  • स्वप्न दर्शन से भिन्न होता है। स्वप्न मनुष्य को नींद में दिखाई देते हैं परन्तु दर्शन जागृत अवस्था में दिखाई देते हैं।

(यह भी देखें: दर्शन)

बाइबल सन्दर्भ:

बाइबल कहानियों से उदाहरण:

  • 8:2 यूसुफ के भाई उससे बैर रखते थे क्योंकि जब यूसुफ के भाइयो ने देखा कि हमारा पिता हम सबसे अधिक उसी से प्रीति रखता है, और यूसुफ ने स्वप्न में देखा था कि वह अपने भाइयो पर राज्य करेगा।
  • 8:6 एक रात को मिस्र के राजा ने, जिसे मिस्री फ़िरौन कहते थे, रात में दो स्वप्न देखे जो उसे निरंतर परेशान कर रहे थे। जो स्वप्न उसने देखे उनका फल बताने वाला उसके ज्ञानियों में से कोई भी नहीं था।
  • 8:7 परमेश्वर ने यूसुफ को यह योग्यता दी थी कि वह स्वप्न का अर्थ समझ सके, इसलिये फ़िरौन ने यूसुफ को बंदीगृह से बुलवा भेजा। यूसुफ ने उसके लिये स्वप्न की व्याख्या की और कहा कि “सारे मिस्र देश में सात वर्ष तो बहुतायत की उपज के होंगे, और उनके पश्चात् सात वर्ष अकाल के आयेंगे।”
  • 16:11 उसी रात जब गिदोन मिद्यानियों के डेरे में आया तब एक मिद्यानी सैनिक अपने संगी से अपना स्वप्न कह रहा था। वह अपने संगी से कह रहा था, “कि इस स्वप्न का अर्थ यह हुआ कि गिदोन की सेना मिद्यानियों की सेना को पराजित कर देगी।”
  • 23:1 अत: यूसुफ ने जो धर्मी था और उसको बदनाम करना नहीं चाहता था, उसे चुपके से त्याग देने का विचार किया। जब वह इन बातों के सोच ही में था तब प्रभु का स्वर्गदूत उसे स्वप्न में दिखाई दिया।

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H1957, H2472, H2492, H2493, G17970, G17980, G36770

स्वेच्छाबलि,

परिभाषा:

स्वेच्छाबलि परमेश्वर को चढ़ायी जानेवाली बलि थी जिसकी अनिवार्यता मूसा की व्यवस्था में नही थी। यह मनुष्य की अपनी इच्छा का चढ़ावा था।

  • यदि स्वैच्छा बलि में पशु था तो उस पशु में कुछ दोष स्वीकार्य थे क्योंकि वह मनुष्य की अपनी श्रद्धा से थी।
  • इस्राएली बलि पशु का माँस खाते थे जो पर्व का उत्सव था।
  • स्वैच्छा बलि इस्राएल के लिए आनन्द का कारण था क्योंकि इसका अर्थ था कि फसल अच्छी हुई है और उनके पास बहुत भोजन सामग्री है
  • एज्रा की पुस्तक में एक भिन्न स्वैच्छा बलि का वर्णन है जो मन्दिर के पुनः निर्माण के लिए चढ़ाई गई थी। इस चढ़ावे में सोना-चाँदी मुद्राएं तथा सोने चाँदी के कटोरे एवं अन्य पात्र थे।

(यह भी देखें: होमबलि, एज्रा, पर्व, अन्नबलि, दोषबलि, व्यवस्था, पाप बलि)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H5068, H5071

हथियार, शस्त्रागार

परिभाषा:

“हथियार” अर्थात सैनिक द्वारा युद्ध में काम में आने वाले अस्त्र-शस्त्र तथा शत्रु के वार से बचाने वाला कवच। इसका उपयोग प्रतीकात्मक रूप में आत्मिक हथियारों के लिए भी काम में लिया गया है।

  • सैनिक के हथियारों में टोप, ढाल, सीनाबन्ध, पांव के कवच और तलवार आदि।
  • प्रेरित पौलुस हथियारों की उपमा द्वारा आत्मिक हथियारों का संदर्भ देता है जो परमेश्वर ने विश्वासी को आत्मिक युद्ध के लिए दिए हैं।
  • पाप और शैतान के विरूद्ध युद्ध करने के लिए परमेश्वर अपने लोगों को जो आत्मिक हथियार देता है, वे हैं, सत्य, धार्मिकता, शान्ति का सुसमाचार, विश्वास, उद्धार तथा पवित्र आत्मा।
  • इसका अनुवाद ऐसे शब्द से किया जाए जिसका अर्थ हो, “सैनिक के हथियार” या “युद्ध के सुरक्षात्मक वस्त्र” या “सुरक्षात्मक आवरण” या “अस्त्र-शस्त्र”

(यह भी देखें: विश्वास, पवित्र आत्मा, शान्ति, उद्धार, आत्मा)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H2290, H2488, H3627, H4055, H5402, G36960, G38330

हल/हल चलाना, हल चलाया, खेत जोतने वाला, हलवाहा, हल की फाल, अजोत/जुताई रहित

परिभाषा:

“ बीज बोने के लिए खेत में भूमि जोतने का यन्त्र को हल कहते हैं।

  • हल में नुकीली टिंगलियां होती है जिनसे भूमि खुदती है। उनका एक डंडा होता है जिसे पकड़कर किसान उसे सीधा रखता है।
  • बाइबल के युग में हल बैलों या अन्य पशुओं द्वारा खींचा जाता है।
  • हल अधिकतर कठोर लकड़ी के होते थे जिनके फल तांबे या लोहे के होते थे।

(यह भी देखें: तांबा, बैल)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H0406, H0855, H2758, H2790, H5215, H5647, H5656, H5674, H6213, H6398, G07220, G07230

हाथ, हाथों, हाथ, सौपना, के द्वारा, पर हाथ रखना, पर हाथ लगाता, दाहिना हाथ, दाहिने हाथ, के हाथ से

परिभाषा:

“हाथ” को बाइबल में विभिन्न प्रतीकात्मक रूपों में काम में लिया गया है, यह शब्द अक्सर किसी व्यक्ति की शक्ति, नियंत्रण, या कार्रवाई का उल्लेख करने के लिए आलंकारिक रूप से उपयोग किया जाता है, चाहे वह परमेश्वर का संदर्भ में हो या किसी व्यक्ति के संदर्भ में हो।

"हाथ" शब्द के विभिन्न उपयोगों में निम्नलिखित शामिल हैं:

  • “हाथ” को बाइबल में विभिन्न प्रतीकात्मक रूपों में काम में लिया गया है जैसे परमेश्वर कहता है, “क्या मैंने अपने हाथों से यह सब नहीं बनाया?” ( देखें: लक्षणालंकार)
  • “पकड़वाया जाएगा” या “हाथों में कर दिया जाएगा” का अर्थ है किसी के नियंत्रण या अधिकार में किसी को देना।
  • “दाहिने हाथ” अर्थात “पाश्र्व में दाहिनी ओर” या “सीधे हाथ की ओर”
  • “हाथ डालना” का अर्थ है "हानि करना"। "किसी के हाथ से बचाने" का अर्थ है किसी व्यक्ति को किसी अन्य व्यक्ति द्वारा नुकसान पहुंचाने से रोकना।
  • किसी के “हाथों से” अर्थात उस व्यक्ति “द्वारा” या “माध्यम” से किया गया। उदाहरणार्थ, “परमेश्वर के हाथों की” अर्थात परमेश्वर ने किया कि हो जाए।
  • "हाथ में" या "हाथ में देने" जैसी अभिव्यक्तियाँ किसी को किसी अन्य के नियंत्रण या शक्ति के अधीन होने के लिए संदर्भित करती हैं।
  • “हाथों के रखने” अर्थात किसी को परमेश्वर की सेवा में समर्पित करने के लिए या चंगाई की प्रार्थना करने के लिए।
  • पौलुस कहता है, “पौलुस का अपने हाथ से लिखा हुआ” अर्थात पत्र का वह अंश उसके द्वारा लिखा गया है न कि बोलकर किसी से लिखाया गया।

अनुवाद के सुझाव

  • ये उक्तियाँ और अन्य रूपकों को अन्य प्रतीकात्मक अभिव्यक्तियों द्वारा अनुवाद किया जा सकता है जिनका अर्थ वही हो। या अर्थ को सीधा शब्दशः अनुवाद किया जा सकता है।
  • अभिव्यक्ति के रूप में "उसे पुस्तक सौंप दिया" भी अनुवाद किया जा सकता है "उसे पुस्तक दिया" या "पुस्तक को उसके हाथ में रख दिया।" यह उसे स्थायी रूप से नहीं दिया गया था, लेकिन उस समय उपयोग करने के उद्देश्य से दिया गया था।
  • जब "हाथ" व्यक्ति को संदर्भित करता है, जैसे "परमेश्वर के हाथों ने ऐसा किया," इसका अनुवाद "परमेश्वर ने यह किया।"
  • एक अभिव्यक्ति जैसे कि "उन्हें अपने शत्रुओं के हाथों में डाल दिया" या "उन्हें अपने शत्रुओं को सौंप दिया," का अनुवाद किया जा सकता है, "उनके शत्रुओं को उन्हें जीतने की इजाजत दी" या "उन्हें अपने शत्रुओं द्वारा पकड़ा गया" या "उनके शत्रुओं को उन पर नियंत्रण हासिल करने के लिए सशक्त बनाया।" "हाथ से मरने" के लिए का अनुवाद किया जा सकता है "द्वारा मारा जाएगा।"
  • "दाहिने हाथ पर" शब्द का अनुवाद "के दाहिनी ओर" के रूप में किया जा सकता है।
  • यीशु के संबंध में "परमेश्वर के दाहिने ओर पर बैठा", यदि यह उस भाषा में इसे उच्च सम्मान और समान अधिकार की स्थिति का संदर्भ नहीं देता है, तो उस अर्थ के साथ एक अलग अभिव्यक्ति का उपयोग किया जा सकता है। या फिर एक संक्षिप्त विवरण जोड़ा जा सकता है: "परमेश्वर के दाहिनी ओर, सर्वोच्च प्राधिकारी की स्थिति में।"

(यह भी देखें: बैरी, आशिष देना, बन्दी, आदर, सामर्थ्य)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H405, H2026, H2651, H2947, H2948, H3027, H3028, H3225, H3231, H3233, H3709, H7126, H7138, H8040, H8042, H8168, G710, G1188, G1448, G1451, G1764, G2021, G2092, G2176, G2902, G4084, G4474, G4475, G5495, G5496, G5497

हिम, हिम पड़ा, बर्फ गिरने के समय

तथ्यों:

"हिम" शब्द का अर्थ है जमे हुए पानी के सफेद टुकड़े जो कि बादलों से उन स्थानों पर गिरता है जहाँ हवा का तापमान ठंडा है।

  • इस्राएल के ऊँचे स्थानों में हिम गिरता है परन्तु धरती पर अधिक समय नहीं रुकता शीघ्र पिंघल जाता है। पर्वतों की चोटी पर हिम जमता है। बाइबल में वर्णित हिम की जगह का एक उदाहरण लबानोन पर्वत है ।
  • बहुत सफेद रंग का कुछ हिस्सा अक्सर उसके रंग की तुलना में हिम के रंग की तुलना में होता है। उदाहरण के लिए, प्रकाशितवाक्य की पुस्तक में यीशु के कपड़े और बाल को "हिम की तरह सफेद" होने के रूप में वर्णित किया गया था।
  • बर्फ (हिम) का श्वेत रंग शुद्ध एवं स्वच्छा सा प्रतीत होता है। उदाहरणार्थ, हमारे “पाप हिम की नाई श्वेत” हो जाएंगे अर्थात “परमेश्वर अपने लोगों को पाप से पूर्णतः स्वच्छ कर देता है।
  • कुछ भाषाओं में हिम को “जमी हुई बारिश” या “बर्फ के टुकड़े” या “जमे बरफ़ का टुकड़ा” कहा जाता है।
  • “बर्फ का पानी” अर्थात पिघली हुई बर्फ का पानी।

(यह भी देखें: अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करे)

(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद)

(यह भी देखें: लबानोन, शुद्ध)

बाइबल के सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H7949, H7950, H8517, G5510

हियाव, हियाव बांधे, प्रोत्साहित, प्रोत्साहन, उत्साहित, प्रेरित, ढाढ़स बाँधो, उदास, निरुत्साहित, उदास करना

तथ्य:

“हियाव” का अर्थ है निडर होकर सामना करना या कठिन, भयानक और संकट का काम करना।

  • “साहसी” (निर्भीक) साहस दिखानेवाला मनुष्य चाहे वह भयभीत हो या उस पर त्याग करने का दबाव हो।
  • मनुष्य पर जब मानसिक या शारीरिक कष्ट आता है तब वह शक्ति का उपयोग करके यत्न के साथ साहस का प्रदर्शन करता है।
  • “हिम्मत बांधो” अर्थात “डरो मत” या “विश्वास रखो कि सब अच्छा होगा”
  • जब यहोशू कनान जैसे खतरनाक क्षेत्र में प्रवेश करने की तैयारी कर रहा था तब मूसा ने उसे प्रोत्साहित किया कि वह “हियाव बांधकर और दृढ़ होकर” रहे।
  • “हियाव” शब्द का अनुवाद “बहादुर” या “निडर” या “साहस” हो सकता है।
  • प्रकरण के अनुसार, “हियाव बांधने” का अनुवाद “मानसिक रूप से दृढ़” या “विश्वास करना” या “अटल रहना”हो सकता है।
  • “निडर होकर बोलना” का अनुवाद “निर्भीक होकर कहना” या “बिना किसी डर के कहना” या “विश्वास के साथ कहना” हो सकता है।

“प्रोत्साहन देना” और “प्रोत्साहन” ऐसे शब्द हैं जिनके द्वारा मनुष्यों में ढांढ़स, आशा, विश्वास तथा साहस उत्पन्न किया जाता है।

  • ऐसा ही एक शब्द है, “समझाना” (उपदेश देना) जिसका अर्थ है किसी से गलत काम का त्याग का और उचित एवं भले काम करने का आग्रह करना।
  • प्रेरित पौलुस तथा नये नियम के अन्य लेखकों ने विश्वासियों को समझाया कि वे आपस में प्रेम रखें और सेवा करें।

"उदास" शब्द का सन्दर्भ ऐसा कुछ कहना या करना जिससे लोगों की आशा, आत्मविश्वास और साहस खो जाए और जिस कार्य में वे जानते है उन्हें अधिक परिश्रम करना चाहिए उन्हें उसे करने की इच्छा घट जाती है।

अनुवाद के सुझाव

  • प्रकरण के अनुसार “प्रोत्साहन" शब्द के अनुवाद “आग्रह करना” या “शान्ति देना” या “दयालु शब्दों का उपयोग करना” या "सहायता करना एवं सहयोग देना” हो सकते हैं।
  • “प्रोत्साहन की बातें” अर्थात “ऐसी बातें जिनसे मनुष्य को प्रेम, स्वीकरण तथा शक्ति पाने का बोध” हो।

(यह भी देखें: आत्मविश्वास, समझाया, भय, बल)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रांग'स: H533, H553, H1368, H2388, H2388, H2428, H3820, H3824, H7307, G2114, G2115, G2174, G2292, G2293, G2294, G3870, G3874, G3954, G4389, G4837, G5111

हिरन, हिरनी, हिरनियाँ, मृगनी, मृग, मृगों

परिभाषा:

हिरन एक बड़ा चौपाया है जो सुन्दर होता है और जंगलों तथा पहाड़ों में रहता है। नर पशु के बड़े-बड़े सींग होते हैं।

  • शब्द “हिरनी” मादा हिरन के सन्दर्भ में इस्तेमाल किया गया है, और हिरन के बच्चे “मृगनी” कहलाते हैं।
  • शब्द “हिरन” का सन्दर्भ नर हिरन से है।
  • हिरन की एक और प्रजाति है, छोटी हिरन।
  • हिरन के पांव पतले और बलवन्त होते है जिनके द्वारा वह कूदता है और तीव्र गति से भागता है।
  • उनके खुर चिरे होते हैं जिनकी सहायता से वे ऊंची जगहों पर चढ़ जाते हैं।

(यह भी देखें: अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करे)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H354, H355, H365, H3180, H3280, H6643, H6646

होमबलि, हवन,

परिभाषा:

“होमबलि” परमेश्वर के समक्ष वेदी पर जलाई जाने वाली बलि। यह बलि मनुष्यों के पाप के प्रायश्चित के लिए थी। इसे “अग्निदान” भी कहते थे।

  • इस बलि के पशु प्रायः भेड़ या बकरी थे परन्तु बैल और पक्षी भी चढ़ाए जाते थे।
  • त्वचा को छोड़कर संपूर्ण पशु जला दिया जाता था। खाल या त्वचा पुरोहित को दे दी जाती थी।
  • परमेश्वर के आदेश के अनुसार यूहदियों को प्रतिदिन दो होमबलि चढ़ानी होती थी।

(यह भी देखें: वेदी, प्रायश्चित, बैल, याजक, बलि)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H801, H5930, H7133, H8548, G3646