बिन्यामीन को छोड़कर याकूब के दसों पुत्र अन्न मोल लेने मिस्र गए थे।
बिन्यामीन को छोड़कर याकूब के दसों पुत्र अन्न मोल लेने मिस्र गए थे।
बिन्यामीन को छोड़कर याकूब के दसों पुत्र अन्न मोल लेने मिस्र गए थे।
बिन्यामीन को छोड़कर याकूब के दसों पुत्र अन्न मोल लेने मिस्र गए थे।
यूसुफ के भाइयों ने उसे दण्डवत् किया था।
यूसुफ उनके सामने अनजान बन गया और कठोरता से उनसे पूछा कि वे कहां से आए हैं।
यूसुफ ने उन पर भेदिये होने का दोष लगाया।
यूसुफ के भाइयों ने कहा कि उनका सबसे छोटा भाई पिता के पास कनान में है।
यूसुफ के भाइयों ने कहा कि उनका खोया हुआ भाई जीवित नहीं है।
यूसुफ ने कहा कि वे तब तक मिस्र से नहीं जा सकते तब तक कि उनका छोटा भाई मिस्र नहीं आएगा।
यूसुफ ने उन्हें तीन दिन तक बन्दी बना कर रखा था।
यूसुफ ने कहा कि एक भाई बन्दीगृह में रहे और शेष भाई अन्न लेकर कनान जायें और अपने छोटे भाई को लेकर आयें।
यूसुफ ने कहा कि एक भाई बन्दीगृह में रहे और शेष भाई अन्न लेकर कनान जायें और अपने छोटे भाई को लेकर आयें।
यूसुफ ने कहा कि एक भाई बन्दीगृह में रहे और शेष भाई अन्न लेकर कनान जायें और अपने छोटे भाई को लेकर आयें।
उन्होंने सोचा कि यूसुफ के साथ किये गये दुर्व्यवहार का बदला पा रहे हैं।
उन्होंने सोचा कि यूसुफ के साथ किये गये दुर्व्यवहार का बदला पा रहे हैं।
अपने विषय में उन्हें चर्चा करते हुए सुनकर यूसुफ उनके पास से हटकर रोने लगा।
यूसुफ ने हर एक भाई के बोरे में उसका पैसा रखवा दिया था।
उनके जी में जी न रहा और वे भय से कांपते हुए बातें करने लगे।
उन्होंने परमेश्वर को दोष दिया कि उसने उनके साथ ऐसा क्यों किया।
उन्होंने देखा कि हर एक भाई के बोरे में उसका पैसा था।
याकूब को भय था कि शिमोन और बिन्यामीन उससे अलग कर दिये जायेंगे।
रूबेन ने शपथ खाई थी कि वह बिन्यामीन को मिस्र से सुरक्षित लौटा लायेगा अन्यथा रूबेन के दोनों पुत्रों की हत्या कर दी जाये।
नहीं, याकूब ने रूबेन को अनुमति नहीं दी कि वह बिन्यामीन को मिस्र ले जाये।
याकूब ने कहा कि वह बुढ़ापे में शोक के साथ अधोलोक में उतर जायेगा।