सारै ने अब्राम से कहा कि वह उसकी दासी हागार के साथ सोकर संतान उत्पन्न करे।
सारै ने अब्राम से कहा कि वह उसकी दासी हागार के साथ सोकर संतान उत्पन्न करे।
गर्भवती होने के बाद हागार सारै को तुच्छ समझने लगी थी।
सारै ने अब्राम से शिकायत की कि अब्राम की गलती थी कि हागार ने उसे तुच्छ जाना, और अब्राम ने सारै से कहा कि उसकी दासी के साथ जैसा उचित समझे उसके साथ करे।
सारै ने अब्राम से शिकायत की कि अब्राम की गलती थी कि हागार ने उसे तुच्छ जाना, और अब्राम ने सारै से कहा कि उसकी दासी के साथ जैसा उचित समझे उसके साथ करे।
सारै ने हागार के साथ कठोर व्यवहार किया जिसके कारण हागार भाग गई।
यहोवा के स्वर्गदूत ने हागार से कहा कि वह सारै के पास लौट जाए और उसके अधीन रहे।
यहोवा के स्वर्गदूत ने हागार से प्रतिज्ञा की थी कि उसके वंशज अनगिनत होंगे।
हागार से अपने पुत्र का नाम इश्माएल रखने को कहा गया था क्योंकि परमेश्वर ने उसके दुःख का हाल सुन लिया था।
इश्माएल सबके विरुद्ध उठेगा और वह अपने भाई-बन्धुओं से अलग निवास करेगा।
हागार ने परमेश्वर से कहा, “परमेश्वर जो मुझे देखता है।”
इश्माएल के जन्म के समय अब्राम की आयु छियासी वर्ष की थी।