Genesis 8
Genesis 8:1
परमेश्वर ने जल प्रलय के पानी को कैसे रोका?
उसने पृथ्वी के जल स्रोतों को बन्द किया और वर्षा को रोक दिया।
Genesis 8:2
परमेश्वर ने जल प्रलय के पानी को कैसे रोका?
उसने पृथ्वी के जल स्रोतों को बन्द किया और वर्षा को रोक दिया।
Genesis 8:4
नाव पृथ्वी पर कहां आकर रूकी थी?
नाव अरारात नामक पहाड़ पर टिक गई थी।
Genesis 8:9
नूह ने पहले दिन कबूतरी को बाहर भेजा तो क्या हुआ?
कबूतरी को बैठने के लिए कोई स्थान नहीं मिला इसलिए वह लौटकर नाव में आ गई।
Genesis 8:11
नूह ने कबूतरी को दूसरी बार भेजा तब क्या हुआ?
वह जैतून के वृक्ष की एक पत्ती लेकर लौटी।
Genesis 8:12
नूह ने कबूतरी को दूसरी बार भेजा तब क्या हुआ?
तीसरी बार कबूतरी लौटकर नूह के पास नहीं आई।
Genesis 8:13
नूह ने नाव की छत खोलकर क्या देखा था?
नूह ने देखा कि पृथ्वी सूख गई है।
Genesis 8:17
जब सब पशु पक्षी नाव से बाहर निकल आये परमेश्वर ने उनसे क्या आज्ञा की थी?
परमेश्वर ने उनसे आज्ञा की थी कि वे सब फूले-फलें और पृथ्वी में भर जायें।
Genesis 8:20
नाव से बाहर निकल आने पर नूह ने क्या किया?
नूह ने एक वेदी बनाकर परमेश्वर के लिए होम बलि चढ़ाई।
Genesis 8:21
उस समय परमेश्वर ने मनुष्य से कौन सी दो प्रतिज्ञायें की थीं?
परमेश्वर ने प्रतिज्ञा की कि वह फिर कभी पृथ्वी को श्राप नहीं देगा और न ही कभी प्राणियों का सर्वनाश करेगा।
परमेश्वर ने मनुष्य के मन में बचपन से ही होने वाली किस बात की चर्चा की थी?
परमेश्वर ने कहा था कि मनुष्य के मन में बचपन से ही बुराई उत्पन्न होती है।