Genesis 6
Genesis 6:2
मनुष्य जब पृथ्वी पर बहुत बढ़ने लगे तब परमेश्वर के पुत्रों ने क्या किया?
परमेश्वर के पुत्रों ने मनुष्यों की पुत्रियों से विवाह कर लिया था।
Genesis 6:3
परमेश्वर ने तब मनुष्य की आयु के संबंध में क्या कहा था?
परमेश्वर ने कहा कि मनुष्य की आयु एक सौ बीस वर्ष की होगी।
Genesis 6:4
प्राचीन काल के शूरवीर और कीर्तिमान मनुष्य कौन थे?
परमेश्वर के पुत्रों और मनुष्यों की पुत्रियों से उत्पन्न शूरवीर प्राचीन काल के दानव थे।
Genesis 6:5
उस युग में यहोवा ने मनुष्य के मन के विचारों में क्या देखा था?
यहोवा ने देखा कि मनुष्य की दुष्टता सीमा पार कर गई है और उसके मन के विचार बुरे हैं।
Genesis 6:7
यहोवा ने मनुष्य का क्या करने का निर्णय लिया?
यहोवा ने पृथ्वी पर से मनुष्य का सर्वनाश करने का निर्णय लिया।
Genesis 6:8
यहोवा के अनुग्रह की दृष्टि किस पर थी?
नूह पर यहोवा की दृष्टि बनी रही।
Genesis 6:9
नूह कैसा मनुष्य था?
नूह एक धर्मी एवं खरा मनुष्य था जो परमेश्वर के साथ-साथ चलता था।
Genesis 6:14
इससे पूर्व कि परमेश्वर मानव जाति को नष्ट करे उसने नूह से क्या करने को कहा था?
परमेश्वर ने नूह से कहा था कि वह एक बड़ी नाव बनाये।
Genesis 6:17
परमेश्वर ने पृथ्वी पर जीवन का प्राण रखने वाले सब प्राणियों को किस प्रकार नष्ट करने का संकल्प किया था?
परमेश्वर ने कहा था कि वह संपूर्ण पृथ्वी पर जल प्रलय लायेगा।
Genesis 6:18
परन्तु परमेश्वर ने किसके संग वाचा बांधी?
परमेश्वर ने नूह के संग वाचा बांधी।
परमेश्वर ने नाव में किस-किस को लाने को कहा था?
परमेश्वर ने नूह से कहा कि वह अपनी पत्नी, अपने पुत्रों एवं उनकी पत्नियों को नाव में ले आये।
Genesis 6:19
नाव में कौन-कौन से पशु पक्षियों को रखना था?
उसे अपनी नाव में सब पशु-पक्षियों के दो जोड़े लाने थे।
Genesis 6:22
नूह ने परमेश्वर की आज्ञा कैसे मानी?
नूह ने वह सब किया जो परमेश्वर ने कहा था।