Names
अक्विला
तथ्य:
अक्विला यहूदी मत से आया मसीही विश्वासी था, वह काले सागर के दक्षिण तट पर स्थित पोन्तुस का निवासी था।
- अक्विला और प्रिस्किल्ला रोम, इटली में कुछ समय रहे थे तब रोमी सम्राट क्लॉडियस ने सब यहूदियों को रोम से चले जाने का आदेश दिया।
- अतः अक्विला और प्रिस्किल्ला कुरिन्थ नगर आ गए जहां उनकी भेंट प्रेरित पौलुस से हुई थी।
- उन्होंने तम्बू बनाने में पौलुस के साथ काम किया था और इस प्रकार प्रचार कार्य में पौलुस के साथी हुए थे।
- अक्विला और प्रिस्किल्ला दोनों विश्वासियों को यीशु के सत्य की शिक्षा देते थे, इन विश्वासियों में एक प्रतिभाशाली शिक्षक अप्पुल्लोस भी था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: अप्पुलोस, कोरिन्थ, रोम)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
अजर्याह
तथ्य:
पुराने नियम में अजर्याह नामक अनेक पुरुष हुए है।
- एक अजर्याह अपने बेबीलोन के नाम से प्रसिद्ध है अबेदनगो। वह यहूदा के उन अनेक इस्राएलियों में था जिन्हें नबूकदनेस्सर की सेना बन्दी बनाकर बेबीलोन ले गई थी। अजर्याह और उसके साथी हनन्याह एवं मीशाएल ने बेबीलोन के राजा की उपासना करने से इन्कार किया। अतः उन्हें धधकते भट्ठे में डाल दिया गया था। परन्तु परमेश्वर ने उन्हें बचा लिया था उनकी कुछ भी हानि नहीं हुई थी।
- यहूदा का राजा उज्जियाह भी "अजर्याह" कहलाता था।
- एक और अजर्याह पुराने नियम में याजक था।
- यिर्मयाह के समय अजर्याह नामक एक पुरुष ने इस्राएललियों को स्वदेश त्यागने का परामर्श देकर परमेश्वर की आज्ञा का उल्लंघन करवाया था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद)
(यह भी देखें: बाबेल, दानिय्येल, हनन्याह, मीशाएल, यिर्मयाह, उज्जिय्याह)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
अतल्याह
तथ्य:
अतल्याह यहूदा के राजा यहोराम की दुष्ट पत्नी थी। वह इस्राएल के दुष्ट राजा ओम्री की पोती थी।
- यहोराम के मरणोपरान्त अतल्याह का पुत्र अहजय्याह राजा बना।
- अपने पुत्र अहजय्याह के मृत्यु के बाद अतल्याह ने राजा के परिवार के सब सदस्यों को घात करने की योजना बनाई थी।
- परन्तु अतल्याह के सबसे छोटे पोते, योआश को उसकी चाची ने छिपाकर मरने से बचा लिया था। अतल्याह ने छह साल तक इस देश पर राज्य करने के बाद, उसे मार दिया गया और योआश राजा बन गया।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: अहज्याह, यहोराम, योआश, ओम्री)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
अदन, अदन की वाटिका
तथ्य:
प्राचीन युग में अदन एक ऐसा स्थान था जहां वाटिका थी जिसमें परमेश्वर ने प्रथम पुरुष और स्त्री को रखा था।
- जिस वाटिका में आदम और हव्वा रहते थे वह अदन क्षेत्र का एक भाग मात्र था।
- अदन का स्थान वास्तव में कहां था निश्चित नहीं है परन्तु हिद्देकेल और फरात नदियां वहां बहती थी।
- इब्रानी भाषा में अदन शब्द का अर्थ है, “किसी स्थान में बड़ा आनन्द लेना”।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: आदम, फरात नदी, हव्वा)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
अदोनिय्याह
परिभाषा:
अदोनिय्याह राजा दाऊद का चौथा पुत्र था
- अपने भाई अबशालोम और अम्मोन की मृत्यु के बाद अदोनिय्याह ने इस्राएल का राजा बनने का प्रयास किया।
- परन्तु परमेश्वर ने राजा दाऊद का सिंहासन सुलैमान को देने की प्रतिज्ञा की थी, अतः अदोनिय्याह की योजना विफल हुई और सुलैमान राजा बना।
- अदोनिय्याह ने दूसरी बार राजा बनने का प्रयास किया तो सुलैमान ने उसे मरवा दिया।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: दाऊद, सुलैमान)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
अन्ताकिया
तथ्य:
अन्ताकिया नये नियम में दो नगरों का नाम था। एक नगर भूमध्य सागर के तट पर सीरिया में था। दूसरा नगर रोमी प्रदेश पिसिदिया में कुलुस्से के निकट था।
- सीरिया के अन्ताकिया में स्थानीय कलीसिया के विश्वासियों को पहली बार “मसीही” कहा गया था। वहां की कलीसिया अन्यजातियों में प्रचारकों को भेजने में सक्रिय थी।
- यरूशलेम की कलीसिया के अगुओं ने सीरिया के अन्ताकिया की कलीसिया के विश्वासियों को पत्र लिख कर स्पष्ट किया था कि मसीह के विश्वासी होने के लिए उन्हें यहूदी व्यवस्था का पालन करने की आवश्यकता नहीं है।
- पौलुस, बरनबास और यूहन्ना मरकुस पिसिदिया के अन्ताकिया गए थे कि वहां सुसमाचार सुनाएं। वहां अन्य नगरों से यहूदी आए थे कि समस्या उत्पन्न करें और पौलुस की हत्या करें। परन्तु अनेक लोगों ने, यहूदी और गैर यहूदीयों ने सुसमाचार सुना और यीशु में विश्वास किया।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें:बरनबास, कुलुस्से, यूहन्ना मरकुस, पौलुस, प्रदेश, रोम, सूरिया)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
अन्द्रियास
तथ्य:
अन्द्रियास उन बारहों में से एक था जिन्हें यीशु ने अपने घनिष्ठ शिष्यों में से चुना था। (आगे चलकर वे प्रेरित कहलाए)
- अन्द्रियास का भाई शमौन पतरस था। दोनों ही मछुवारे थे।
- पतरस और अन्द्रियास गलील सागर में मछलियां पकड़ रहे थे तब यीशु ने उन्हें अपने चेले होने के लिए बुला लिया था।
- यीशु से भेंट करने से पूर्व पतरस और अन्द्रियास यूहन्ना बपतिस्मा देनेवाले के चेले थे।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: प्रेरित, चेले, बारहों)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
अपुल्लोस
तथ्य:
अपुल्लोस मिस्र के सिंकदरिया नगर का एक यहूदी था, उसे मनुष्यों को यीशु के बारे में शिक्षा देने का विशेष वरदान प्राप्त था।
- अपुल्लोस इब्रानी धर्मशास्त्र का ज्ञाता था और एक प्रतिभाशाली वक्ता भी था।
- इफिसुस में उसे दो विश्वासियों ने मसीही शिक्षा दी थी जिनके नाम थे: अक्विला और प्रिस्किल्ला।
- पौलुस ने जोर दिया कि वह और अप्पुल्लोस तथा अन्य प्रचारकों एवं शिक्षकों का एक ही लक्ष्य है कि वे लोगों को यीशु में विश्वास करने में सहायता करे।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: अक्विला, इफिसुस, प्रिस्किल्ला, परमेश्वर का वचन)
बाइबल संदर्भ:
शब्द तथ्य:
अबशालोम
तथ्य:
अबशालोम राजा दाऊद का तीसरा पुत्र था। वह अपनी सुन्दरता और गुस्से के लिए प्रसिद्ध था।
- जब अम्नोन ने अपने सौतेले भाई अबशालोम की बहन तामार का बलात्कार किया तो अबशालोम ने अम्मोन की हत्या की योजना बनाई।
- अम्नोन की हत्या के बाद अबशालोम गशूर भाग गया (उसकी माता माका उसी स्थान की थी) और तीन वर्ष तक वहीं रहा। तब राजा दाऊद ने उसे बुलवाया और यरूशलेम लौटने को कहा, परन्तु दो वर्ष तक उसको अपनी उपस्थिति में आने की अनुमती नहीं दी।
- अबशालोम ने प्रजा के कुछ लोगों को अपने साथ लेकर दाऊद के विरूद्ध विद्रोह कर दिया।
- दाऊद की सेना ने उससे युद्ध करके उसे मार डाला। इस घटना से दाऊद को बहुत दुःख हुआ।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: गशूर, अम्नोन)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
अबिय्याह
तथ्य:
अबिय्याह यहूदा का राजा था जिसने 915-913 ई.पू. राज किया था। वह राजा रहूबियाम का पुत्र था। पुराने नियम में अबिय्याह नामक अनेक पुरुष हुए हैं।
- शमूएल के पुत्र अबिय्याह और योएल बेर्शेबा में इस्राएलियों के अगुवे थे। अबिय्याह और उसका भाई बेईमान और लालची थे इसलिए प्रजा ने शमूएल से राजा की मांग की।
- अबिय्याह राजा दाऊद के समय का एक याजक था।
- अबिय्याह यारोबाम राजा के एक पुत्र का नाम भी था।
- जरूब्बाबेल के साथ बेबीलोन से यरूशलेम लौटने वालों में अबिय्याह नामक एक महायाजक भी था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H0029, G00070
अबीमेलेक
तथ्य:
अबीमेलेक गरार नगर का एक पलिश्ती राजा था, जब अब्राहम और इसहाक कनान देश में रह रहे थे।
- अब्राहम ने राजा अबीमेलेक को धोखा देकर कहा कि सारा उसकी पत्नी नहीं बहन थी।
- अब्राहम और अबीमेलेक ने बेर्शोबा के कुएं के संबन्ध में वाचा बांधी।
- अनेक वर्षों बाद इसहाक ने भी अबीमेलेक और गरार के विश्वासियों से झूठ कहा कि उसकी पत्नी रिबका उसकी बहन थी।
- अबीमेलेक ने अब्राहम और बाद में इसहाक को झूठ कहने के लिए झिड़का।
- एक और पुरूष जिसका नाम अबीमेलेक था, वह योताम के भाई गिदोन का पुत्र था। कुछ अनुवादों में उनके नामों की वर्तनियों में अन्तर रखा जाता है कि उसमें और राजा अबीमेलेक के नामों में भेद प्रकट हो।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: बेर्शेबा, गरार, गिदोन, योताम, पलिश्ती)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
अब्नेर
परिभाषा:
अब्नेर राजा शाऊल का रिश्ते का भाई था- पुराना नियम।
- अब्नेर शाऊल की सेना का प्रधान था, जब दाऊद ने गोलियत को मारा तो अब्नेर दाऊद को लेकर शाऊल के पास गया था।
- राजा शाऊल की मृत्यु के बाद अब्नेर ने शाऊल के पुत्र ईशबोशेत को इस्राएल का राजा बनाया था, जबकि दाऊद यहूदा का राजा नियुक्त किया गया था।
- बाद में दाऊद के सेनापति योआब ने अब्नेर को निर्दयता से मार डाला था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
बाइबल संदर्भ:
शब्द तथ्य:
अब्राहम, अब्राम
तथ्य:
अब्राम ऊर नगर का एक कसदी पुरूष था जिसे परमेश्वर ने इस्राएल का पूर्वज होने के लिए चुन लिया था। परमेश्वर ने उसका नाम अब्राम से बदलकर अब्राहम कर दिया था।
- “अब्राम” का अर्थ था, “प्रतिष्ठित पिता”
- “अब्राहम” का अर्थ था, “अनेकों का पिता”
- परमेश्वर ने अब्राहम से प्रतिज्ञा की थी कि उसके वंशज अनेक होंगे, जो एक महान जाति बन जाएंगे।
- अब्राहम ने परमेश्वर पर विश्वास किया और उसकी आज्ञाओं को माना। कसदियों के देश से चलकर कनान जाने में परमेश्वर ने अब्राहम की अगुआई की।
- कनान में वास करते समय अब्राहम और सारा को बुढ़ापे में इसहाक प्राप्त हुआ था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद)
(यह भी देखें: कनान, कसदी, सारा, इसहाक)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- __4:6__जब अब्राम कनान देश पहुंचा तब परमेश्वर ने उसे कहा कि, “अपने चारों ओर देख क्योंकि जितनी भूमि तुझे दिखाई देती है, उस सब को मैं तुझे और तेरे वंश को दूँगा”
- 5:4 परमेश्वर ने कहा कि अब तेरा नाम अब्राम न होकर अब्राहम होगा, जिसका अर्थ है –“मूलपिता।”
- 5:5 लगभग एक साल बाद, जब अब्राहम सौ वर्ष का हुआ और सारा नब्बे वर्ष की तो, सारा ने अब्राहम के पुत्र को जन्म दिया।
- 5:6 जब इसहाक जवान हुआ, परमेश्वर ने अब्राहम से यह कहकर उसकी परीक्षा ली,”अपने एकलौते पुत्र इसहाक को मेरे लिए होमबलि करके चढ़ा।"
- 6:1 जब अब्राहम वृद्ध हो गया था, तबउसका पुत्र, इसहाक वयस्क हो चुका था, अब्राहम ने अपने दासों में से एक को अपने परिजनों के देश में भेजा कि वह उसके पुत्र, इसहाक के लिए एक पत्नी ले आएगा।
- 6:4 एक लंबे समय के बाद अब्राहम की मृत्यु हो गयी, परमेश्वर ने अब्राहम से जो वाचा बाँधी थी उसमें की गईं परमेश्वर की सब आशीषें इसहाक को मिलीं।
- 21:2 परमेश्वर ने अब्राहम से वाचा बाँधी कि भूमंडल के सारे कुल तेरे द्वारा आशीष पाएँगे।
शब्द तथ्य:
अमस्याह
तथ्य:
अमस्याह यहूदा का राजा बना, क्योंकि उसके पिता राजा योआश की हत्या कर दी गई थी।
- अमस्याह ने यहूदा पर 29 वर्ष राज किया था 796-767 ई.पू.।
- वह एक अच्छा राजा था परन्तु उसने ऊंचे स्थानों पर से मूर्तियों को नष्ट नहीं किया था।
- अमस्याह ने अपने पिता के सब हत्यारों को मार डाला था।
- उसने विद्रोही एदोमियों को हराकर यहूदा के अधीन कर दिया था।
- उसने इस्राएल के राजा यहोआश से युद्ध किया परन्तु हार गया था। यरूशलेम की शहरपनाह का एक भाग नष्ट किया गया और मन्दिर के सोने चांदी के पात्र लूट लिए गए।
- कुछ वर्षों बाद अमस्याह यहोवा से मुह मोड़ लिया और यरूशलेम के कुछ लोगों ने उसकी हत्या कर दी।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद)
(यह भी देखें: योआश, एदोम)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
अमालेक, अमालेकी, अमालेकियों
तथ्य:
अमालेकियों यायावर जाति थे, वे संपूर्ण दक्षिणी कनान में भ्रमण करते रहते थे, नेगेब रेगिस्तान से अरब देश तक। ये लोग एसाव के पोते अमालेक के वंशज थे।
- इस्राएल के कनान प्रवेश के समय से ही अमालेकी उनके कट्टर विरोधी थे।
- कभी-कभी "अमालेक" शब्द प्रतीकातमक रूप में अमालेकियों के लिए भी काम में लिया गया है। (देखें: उपलक्षण)
- अमालेकियों से युद्ध करते समय मूसा ने अपना हाथ उठा रखा था, उस समय इस्राएल जीत रहे थे। जब थक कर वह अपना हाथ नीचे कर लेता था तब इस्राएली हारने लगते थे। अतः हारून और हूर ने मूसा को हाथ ऊपर रखने में सहायता की थी जब तक कि इस्राएलियों ने अमालेकियों को पूर्णतः पराजित नहीं कर दिया।
- राजा शाऊल और दाऊद दोनों ही ने अमालेकियों के विरूद्ध सैनिक अभियान चलाए थे।
- अमालेकियों को एक बार पराजित करके इस्त्राएल ने परमेश्वर की आज्ञा न मानकर कुछ लूट का सामान रख लिया था और अमालेकी राजा का वध नहीं किया था जैसी परमेश्वर ने उसे आज्ञा दी थी।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद)
(यह भी देखें: अरब, दाऊद, एसाव, नेगेब, शाऊल (पुराना नियम))
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
अमोरा
तथ्य:
अमोरा सदोम के निकट उपजाऊ घाटी में एक नगर था, जहाँ अब्राहम के भतीजे लूत ने रहने का चुनाव किया था।
- अमोरा और सदोम का सही स्थान अज्ञात है परन्तु कुछ संकेतों से ज्ञात होता है कि ये दो नगर खारे ताल के निकट दक्षिण में सिद्दिम घाटी में बसे हुए थे।
- सदोम और आमोरा के क्षेत्र में अनेक राजा युद्ध करते थे।
सदोम और अन्य नगरों के मध्य युद्ध में लूत का परिवार भी बन्दी बनाया गया था, परन्तु अब्राहम ने अपने पुरुषों के साथ जाकर उन्हें छुड़ा लिया था।
इसके बाद अधिक समय नहीं हुआ था कि परमेश्वर ने सदोम और अमोरा को नष्ट कर दिया था क्योंकि वहां के निवासी दुराचारी थे।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: अब्राहम , बाबेल, लूत, खारे ताल, सदोम)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
अम्नोन
तथ्य:
अम्नोन दाऊद का सबसे बड़ा पुत्र था। उसकी माता दाऊद की पत्नी अहीनोअम थी।
- अम्नोन ने अपनी आधी बहन तामार, अबशालोम की बहन को भ्रष्ट किया था।
- यही कारण था कि अबशालोम ने साजिश रचकर अम्नोन की हत्या करवा दी थी।
(यह भी देखें: दाऊद, अबशालोम)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
अम्मोन, अम्मोनी
तथ्य:
“अम्मोनवासी” या “अम्मोनी” कनान का एक समुदाय है। वे बेनम्मी के वंशज थे जो लूत द्वारा उसकी छोटी पुत्री का पुत्र था।
- उत्पत्ति की पुस्तक से विदित है कि अम्मोंन जाति लूत की छोटी पुत्री से जन्मा पुत्र,बेनम्मी के वंशज थे।
- विशिष्ठता में देखा जाए तो "अम्मोनी"शब्द एक अम्मोनी स्त्री के सन्दर्भ में है| इसका अनुवाद हो सकता है, "अम्मोनी स्त्री"।
- ये वही लोग हैं जिन्होंने एक समय बिलाम नामक नबी को खरीद लिया था कि इस्राएल को श्राप दे, परन्तु परमेश्वर ने ऐसा नहीं होने दिया था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: श्राप, यरदन नदी, लूत)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H5983, H5984, H5985
अय्यूब
तथ्य:
अय्यूब को बाइबल में परमेश्वर के सम्मुख निर्दोष एवं खरा मनुष्य कहा गया है। वह घोर कष्टों में भी परमेश्वर में विश्वास के लिए प्रसिद्ध है।
- अय्यूब ऊज़ देश का रहनेवाला था जिसका भौगोलिक स्थान कनान के पूर्व में कहीं था, संभवतः एदोमियों के क्षेत्र के निकट।
- ऐसा माना जाता है कि वह एसाव और याकूब के युग का भी है क्योंकि उसका एक मित्र तेमानी था जो एसाव के पोते के वंशजों की जाति थी।
- पुराने नियम की पुस्तक, अय्यूब में अय्यूब के कष्टों के प्रति उसकी और उसके मित्रों की प्रतिक्रियाओं का वर्णन है। इस पुस्तक में ब्रह्माण्ड के परमप्रधान शासक एवं सृजनहार, परमेश्वर का दृष्टिकोण भी प्रकट किया गया है।
- उसके सर्वनाश के बाद परमेश्वर ने उसे पुनः स्वास्थ्य प्रदान किया और सन्तानों एवं धन सम्पदा से पूर्ण किया।
- अय्यूब की पुस्तक कहती है कि जब वह मरा तब वह बहुत बूढ़ा था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: अब्राहम, एसाव, जल-प्रलय, याकूब, नूह, जनजातियां)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
अरब, अरबी, अरबियों
तथ्य:
अरब संसार का सबसे बड़ा प्रायद्वीप है लगभग 30,00,000 वर्ग कि.मी. का क्षेत्र है। इस्राएल के दक्षिण पूर्व में लाल सागर, अरब सागर और फारस की खाड़ी से घिरा हुआ है।
- “अरबी” शब्द अरबवासी के लिए काम में लिया गया शब्द है या अरब से संबन्धित कोई वस्तु के लिए।
- अरब के आदिवासी शेम के वंशज थे। अरब के अन्य निवासी अब्राहम के पुत्र इश्माएल के वंशज तथा एसाव के वंशज थे।
- इस्राएल जिस जंगल में 40 वर्ष भटके थे वह स्थान अरब मे ही था।
- मसीह को ग्रहण करने के बाद पौलुस कुछ वर्ष अरब के रेगिस्तान में रहा था।
- गलातिया प्रदेश के विश्वासियों को पत्र में पौलुस ने उल्लेख किया है कि सीनै पर्वत अरब में है।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: एसाव, गलातिया, इश्माएल, शेम, सीनै)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H6152, H6153, H6163, G688, G690
अराबा
तथ्य:
पुराने नियम का शब्द “अराबा” विशाल रेगिस्तान तथा यरदन नदी के मैदानी क्षेत्र के संदर्भ में है और मृत सागर के उत्तरी सिरे तक जाता है।
- इस्राएली मिस्र से कनान की यात्रा में इस क्षेत्र से होकर आए थे।
- “अराबा सागर” का अनुवाद हो सकता है, “अराबा रेगिस्तान में उपस्थित सागर”। इस सागर को प्रायः “नमक सागर” या “मृत सागर” कहते हैं।
- “अराबा” शब्द किसी भी रेगिस्तान के संदर्भ में भी हो सकता है।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद)
(यह भी देखें: रेगिस्तान, नड़ सागर, यरदन नदी, कनान, नमक सागर, मिस्र)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
अराम, अरामी, अरामियों, अरामी भाषा
परिभाषा:
पुराने नियम में अराम नामक दो पुरूष हुए हैं। यह कनान के उत्तर-पूर्व में एक क्षेत्र का नाम था जहां आज का सीरिया है।
- अराम के निवासी "अरामी" कहलाते थे और उनकी भाषा "अरामी" थी। यीशु और उसके युग के यहूदी अरामी भाषा बोलते थे।
- शेम के एक पुत्र का नाम अराम था। * दूसरा पुरुष जिसका नाम अराम था वह रिबका का रिश्ते का भाई था। संभव है कि अराम देश का नाम इन दो में से एक के नाम पर पड़ा।
- बाद में अराम देश का नाम यूनानी में "सीरिया" हुआ।
- “पदन अराम” का अर्थ है, “अराम का मैदान” और यह स्थान अराम का उत्तरी भाग था।
- अब्राहम के कुछ परिजन अराम नगर में रहते थे जो "पदन अराम" का एक नगर था।
पुराने नियम में कभी-कभी “अराम” और “पदन अराम” एक ही स्थान के सूचक हैं।
- “अराम नहेरेम” का अर्थ है “दो नदियों का अराम” यह क्षेत्र मिसोपोतामिया के उत्तरी भाग में और "पदन अराम" के पूर्व में था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: मिसोपोतामिया, पदन अराम, रिबका, शेम, सूरिया)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H758, H763, G689
अरारात
तथ्य:
बाइबल में “अरारात” नाम एक भूभाग, एक राज्य और एक पर्वतीय श्रृंखला को दिया गया है।
- “अरारात प्रदेश” संभवतः आज के तुर्किस्तान के उत्तरी पूर्वी भाग में था।
- अरारात नाम इस कारण प्रसिद्ध है कि नूह का जहाज जल प्रलय के उतर जाने के बाद उन पर्वतों पर टिक गया था।
- आज जिस पर्वत का नाम “अरारात पर्वत” है उसे सामान्यतः बाइबल में व्यक्त अरारात पर्वत का स्थान मानते हैं।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: जहाज़, नूह)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
अर्तक्षत्र
तथ्य:
राजा अर्तक्षत्र ने फारसी साम्राज्य पर लगभग 464 से 424 ई. पू. तक राज किया था।
- अर्तक्षत्र के राज्यकाल में यहूदा के इस्राएली बेबीलोन में बन्धुआई में थे उस समय बेबीलोन फारस के अधीन था।
- अर्तक्षत्र ने याजक एज्रा और अन्य यहूदी अगुओं को बेबीलोन से यरूशलेम लौट कर इस्राएलियों को परमेश्वर की व्यवस्था की शिक्षा देने की अनुमति प्रदान कर दी थी।
- इसके बाद अर्तक्षत्र ने अपने पिलानेहारे नहेम्याह को भी यरूशलेम जाने की अनुमति दे दी थी कि वह यहूदिओं को साथ लेकर शहरपनाह का पुनरुद्धार करे।
- बेबीलोन फारस के अधीन था इसलिए अर्तक्षत्र को कभी-कभी “बेबीलोन का राजा” भी कहा गया है।
- ध्यान दें कि अर्तक्षत्र क्षयर्ष नहीं था।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद)
(यह भी देखें: क्षयर्ष, बाबेल, पिलाने हारा, एज्रा, नहेम्याह, फारस)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
अशेरा, अशेरा के लिए मूरत, अशेरा नामक मूर्तियों, अश्तोरेत
परिभाषा:
अशेरा कनानियों की देवी का नाम था, पुराने नियम में। "अश्तोरेत" अशेरा का ही दूसरा नाम हो सकता है या यह अन्य देवी थी जो वैसी ही थी।
- “अशेरा की मूर्तियां” अर्थात लकड़ी की मूर्तियां या पेड़ों को काटकर वैसा रूप देना कि उसका प्रतिनिधित्व करें।
- अशेरा की मूर्तियां प्रायः झूठे देवता बाल के वेदी के निकट होती थी क्योंकि उसे अशेरा का पति माना जाता था। कुछ समुदाय बाल की सूर्य देवता और अशेरा या अश्तोरेत को चांद देवी मानकर पूजा करते थे।
- परमेश्वर ने इस्राएल को आज्ञा दी थी कि अशेरा की सब मूर्तियां ध्वंस कर दें।
- इस्राएल के कुछ अगुओं ने जैसे गिदोन, राजा आसा, राजा योशिय्याह ने परमेश्वर की आज्ञा मानकर इन मूर्तियों को नष्ट किया था।
- परन्तु कुछ इस्राएली राजा जैसे सुलैमान, मनश्शे आहाब ने उनको नष्ट नहीं किया वरन इस्राएल को उनकी पूजा के लिए प्रेरणा दी।
(यह भी देखें: मूरत, बाल, गिदोन, स्वरूप, सुलैमान)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H842, H6252, H6253
अश्कलोन
तथ्य:
बाइबल के युग में अश्केलोन एक प्रमुख पलिश्ती नगर था जो भूमध्यसागर के तट पर स्थित था। यह नगर आज भी इस्राएल में है।
- अश्केलोन पांच अति महत्वपूर्ण पलिश्ती नगरों में से एक था, अश्दोद, एक्रोन, गत और गाज़ा के साथ।
- इस्राएल अश्कलोन को पूर्णतः जीत नहीं पाया था, यद्यपि यहूदा राजा उसके पर्वतीय प्रदेश को ले चुका था।
- अश्कलोन सैंकड़ों वर्ष पलिश्तियों के अधीन ही रहा।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद)
(यह भी देखें: अश्दोद, कनान, एक्रोन, गत, गाजा, पलिश्ती, भूमध्य सागर)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
अश्दोद, अज़ोतस
तथ्य:
अश्दोद पलिश्तियों के पांच प्रमुख नगरों में से एक था। यह दक्षिण-पश्चिम कनान में भूमध्य-सागर के निकट, गाज़ा और याफा के मध्य स्थित था।
- पलिश्तियों के मिथ्या देवता दागोन का मन्दिर अश्दोद में था।
- पलिश्तियों ने परमेश्वर की वाचा का सन्दूक ले जाकर अश्दोद के विजातीय मंदिर में रख दिया था, इस कारण परमेश्वर ने अश्दोद वासियों को कठोर दण्ड दिया था क्योंकि उसको विधर्मी मन्दिर में रखा गया था।
- इस नगर का यूनानी नाम अज़ोतस था। यह भी उन नगरों में से एक था जहां प्रचारक फिलिप्पुस ने सुसमाचार सुनाया था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: एक्रोन, गत, गाजा, याफा, फिलिप्पुस, पलिश्ती)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
अश्शूर, अश्शूरी, अश्शूर राज्य
तथ्य:
अश्शूर देश एक इस्राएल के कनान वास के समय अश्शूर देश एक शक्तिशाली राज्य था। अश्शूर राज्य विभिन्न जातियों का एक समूह था जिस पर अश्शूर राजा राज करता था।
- अश्शूर देश उस स्थान में था जो आज उत्तरी इराक है।
- इतिहास में अश्शूरों ने इस्राएल से अनेक युद्ध किए थे।
- 722 ई.पू. में अश्शूरों की सेना ने इस्राएल राज्य को पूर्णतः जीत लिया था और इस्राएलियों को बन्दी बनाकर अश्शूर देश ले गए थे।
- जो इस्राएली स्वदेश में रह गए थे उन्होंने अश्शूरों द्वारा सामरिया से इस्राएल में लाकर बसाए हुए परदेशियों के साथ विवाह कर लिया था। ऐसे अन्तर्जातीय विवाह से उत्पन्न सन्तान को आगे चलकर सामरी कहा गया था।
(यह भी देखें: सामरिया)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 20:02 तब परमेश्वर ने दोनों राज्यों को दण्डित किया और उनके शत्रुओं को यह अनुमति दी कि वह उन राज्यों को नष्ट कर दे। अश्शूर का राज्य एक शक्तिशाली, क्रूर राज्य था, जिसने इस्राएल के राज्य को नष्ट कर दिया। अश्शूरियों ने इस्राएल के बहुत से लोगों को मार गिराया, उनकी मूल्यवान वस्तुओं को छीन लिया और देश का बहुत सा हिस्सा जला दिया।
- 20:3 अश्शूरियों ने सभी अगुओं को, धनवान मनुष्य और योग्य मनुष्य को एकत्र किया और उन्हें अपने साथ अश्शूर ले आए।
- 20:4 तब अश्शूरियों ने अन्यजातियों को इस्रैल राज्य की उस भूमि पर रहने के लिए ले आए।
शब्द तथ्य:
अहज्याह
तथ्य:
अहज्याह नाम के दो राजा हुए थे: एक इस्राएल का राजा था और दूसरा यहूदा का राजा था।
- यहूदा का राजा अहज्याह राजा यारोबाम का पुत्र था। उसने एक वर्ष(841 ई.पू.) ही राज किया और फिर येहू ने उसकी हत्या की। अहज्याह के पुत्र योआश ने छोटी आयु में ही राज काज सम्भाला था।
- इस्राएल का अहज्याह अहाब राजा का पुत्र था। उसका राज्यकाल दो वर्ष था (850-49 ई.पू.)। वह अपने राजमहल की खिड़की में से गिर जाने के कारण घायल होकर मर गया था और उसके स्थान में उसका भाई योराम राजगद्दी पर बैठा।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद)
(यह भी देखें: येहू, अहाब, यारोबाम, योआश)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
अहाज
परिभाषा:
अहाज एक दुष्ट राजा था जिसने यहूदा पर 732 से 716 ई.पू. तक राज किया था। यह समय इस्राएल और यहूदा के अनेक निवासियों को बेबीलोन की बन्धुआई में ले जाने से लगभग 140 वर्ष पूर्व का था।
- जब वह यहूदा में राज कर रहा था उसने अश्शूरों के देवता के लिए एक वेदी बनवाई थी, परिणामस्वरूप प्रजा एकमात्र सच्चे परमेश्वर यहोवा से विमुख हो गई थी।
- राजा अहाज 20 वर्ष की आयु में यहूदा के सिंहासन पर बैठा था और उसने 16 वर्ष राज किया।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: बेबीलोन)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
अहिय्याह
तथ्य:
पुराने नियम में अनेक पुरूषों के नाम अहिय्याह थे। निम्नलिखित इनमें से कुछ पुरूष हैं।
- शाऊल के राज्यकाल में एक याजक का नाम अहिय्याह था।
- सुलैमान राजा के समय अहिय्याह एक लिपिक था।
- अहिय्याह शीलो का एक भविष्यद्वक्ता भी था जिसने इस्राएल राज्य के विभाजन की भविष्यद्वाणी की थी।
- इस्राएल के राजा बाशा के पिता का नाम भी अहिय्याह था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद)
(यह भी देखें: बाशा, शीलो)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
आदम
तथ्य:
आदम पहला मनुष्य था जिसे परमेश्वर ने बनाया था. वह और उसकी पत्नी हव्वा परमेश्वर के रूप में सृजे गए थे.
- परमेश्वर ने आदम को मिट्टी से बनाकर उसमें जीवन की सांस फूंकी थी|
- आदम शब्द इब्रानी भाषा में “लाल मिट्टी” या “धरती” शब्दों के जैसा सुनाई देता है|
- “आदम” शब्द वैसा ही है जैसा पुराने नियम में “मानवजाति” या “मनुष्य” के लिए शब्द हैं|
- संपूर्ण मानवजाति आदम और हव्वा के वंशज हैं
- आदम और हव्वा ने परमेश्वर की आज्ञा नहीं मानी| इस कारण वे परमेश्वर से अलग किए गए और संसार में पाप और मृत्यु के आने का कारण हुए.
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: मृत्यु, वंशज, हव्वा, परमेश्वर का रूप, जीवन)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल की कहानियों के उदाहरण:
- 1:9 फिर परमेश्वर ने कहा, “हम मनुष्य को अपने स्वरूप में हमारे जैसा बनायेंगे.”
- __1:10__इस आदमी का नाम आदम था. परमेश्वर ने आदम के रहने के लिये एक वाटिका बनाई, और वाटिका की देखभाल करने के लिये उसे वहाँ रख दिया.
- 1:12 फिर परमेश्वर ने कहा “आदमी का अकेला रहना अच्छा नहीं है.” परन्तु जानवरों में से कोई भी आदमी का सहायक नहीं बन सकता था.
- 2:11 और परमेश्वर ने जानवर की खाल से आदम और हव्वा को वस्त्र पहनाए.
- 2:12 और परमेश्वर ने आदम और हव्वा को उस सुंदर वाटिका से बाहर भेज दिया.
- 49:8 जब आदम और हव्वा ने पाप किया तो उनके वंशज सब प्रभावित हुए.
- 50:16 क्योंकि आदम और हव्वा ने परमेश्वर की आज्ञा का उलंघन किया और इस दुनिया में पाप को लाए, इसलिये परमेश्वर ने पाप को श्राप दिया और उसे नष्ट करने का निर्णय लिया.
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H0120, G00760
आमोस
तथ्य:
आमोस परमेश्वर का भविष्यद्वक्ता था जो यहूदा के राजा उज्जिय्याह के राज्य काल में था।
- भविष्यद्वाणी के लिए परमेश्वर द्वारा बुलाए जाने से पहले आमोस यहूदा में एक चरवाहा और अंजीर की खेती करनेवाला था।
- आमोस ने समृद्ध उत्तरी राज्य के लिए भविष्यद्वाणी की थी जो मनुष्यों के साथ उनके अनुचित व्यवहार के विरूद्ध थी।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद)
(यह भी देखें: अंजीर, यहूदा, इस्त्राएल राज्य, चरवाहा, उज्जिय्याह)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
आमोस
तथ्य:
आमोस भविष्यद्वक्ता यशायाह के पिता का नाम था।
- एकमात्र स्थान जहां उसके नाम का उल्लेख किया गया है वह यशायाह की पहचान के लिए है कि वह “अमोस का पुत्र” था।
- यह नाम भविष्यद्वक्ता आमोस से भिन्न है जिसका स्पष्टीकरण अनिवार्य है।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: आमोस, यशायाह)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
आशेर
तथ्य:
आशेर याकूब का आठवां पुत्र था। उसके वंशज इस्राएल के बारह गोत्रों में से एक थे, गोत्र का नाम भी “आशेर” था।
- आशेर की माता का नाम जिल्पा था, वह लिआः की दासी थी।
- उसके नाम का अर्थ उन इब्रानी शब्दों का सहार्थ्क है जिनका अर्थ है, “आनन्दित” या “आशिषित”
- आशेर का गोत्र भूमध्य सागर पर कनान के उत्तरीपश्चिमी कोने में बस गया था| जब देश के एक भूभाग के नाम के लिए इस शब्द को काम में लिया जाता है, तब "आशेर" शब्द आशेर गोत्र को दिए गए भूभाग का सन्दर्भ देता है|
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: इस्राएल के बारह गोत्र, याकूब, जिल्पा)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
आसा
तथ्य:
राजा आसा ने यहूदा पर चालीस वर्ष राज किया था 913-873 ई.पू.।
- आसा एक अच्छा राजा था जिसने देवताओं की मूर्तियों को नष्ट किया और इस्राएलियों को यहोवा की उपासना के लिए प्रेरित किया।
- यहोवा ने आसा को अन्यजातियों के साथ युद्ध में विजय प्रदान की थी।
- बाद में अपने शासनकाल में आसा ने यहोवा पर भरोसा करना बंद कर दिया और रोगग्रस्त होकर अन्ततः मर गया।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
आसाप
तथ्य:
आसाप एक लेवीय याजक था साथ ही वह एक प्रतिभाशाली संगीतज्ञ था, उसने राजा दाऊद के भजनों को संगीत से संवारा था। उसने स्वयं भी भजन लिखे थे।
- राजा दाऊद ने आसाप को और दो संगीतज्ञों के साथ मन्दिर की आराधना के लिए भजन तैयार करने का उत्तरदायित्व सौंपा था। इनमें से कुछ भजन भविष्यद्वाणियां थी।
- आसाप ने अपने पुत्रों को भी प्रशिक्षण दिया था कि इस दायित्व को निभाएं, मन्दिर में संगीत वाद्य बजाना तथा भविष्यद्वाणी करना।
- उनके संगीत वाद्य थे, सारंगी, बीणा, नरसींगा और झांझ।
- भजन 50, 73-83 आसाप के भजन माने जाते हैं। संभव है कि इनमें से कुछ भजन उसके परिवार के सदस्यों ने लिखे थे।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद)
(यह भी देखें: वंशज, वीणा, वीणा, भविष्यद्वक्ता, भजन, तुरही)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
आसिया
तथ्य:
बाइबल के युग में “आसिया” रोमी साम्राज्य के एक क्षेत्र का नाम था। यह स्थान आज के तुर्किस्तान के पश्चिमी भाग में था।
- पौलुस ने आसिया के अनेक स्थानों में यात्रा की और वहाँ अनेक नगरों में सुसमाचार सुनाया था। इन स्थानों में इफिसुस और कुलुस्से थे।
- आज के आसिया के भ्रम से बचने के लिए आवश्यक है कि इस शब्द का अनुवाद इस प्रकार किया जाए, “प्राचीन रोमी प्रान्त आसिया” या “आसिया प्रदेश।”
- प्रकाशितवाक्य की पुस्तक में जितनी भी कलीसियाओं के नाम हैं, वे सब रोम के आसिया प्रदेश में थी।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: रोम, पौलुस, इफिसुस)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
आहाब
तथ्य:
अहाब एक अत्यधिक दुष्ट राजा था जिसने उत्तरी राज्य, इस्राएल पर 875-854 ई.पू. तक राज किया था।
- राजा अहाब ने इस्राएल के लोगों को झूठे देवताओं की पूजा करने के लिए प्रभावित किया।
- भविष्यद्वक्ता एलिय्याह ने अहाब का सामना किया और उसे बताया कि अहाब ने इस्राएल से जो पाप करवाए हैं उनके पापों की सजा के रूप में साढ़े तीन साल तक घोर सूखा पड़ा रहेगा।
- अहाब और उसकी पत्नी इज़ेबेल ने और भी बहुत से बुरे काम किए, जिनमें निर्दोष लोगों को मारने के लिए अपनी शक्ति का उपयोग करना शामिल था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: बाल, एलिय्याह, ईजेबेल, इस्राएल का राज्य, यहोवा)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 19:02 एलिय्याह भविष्यद्वक्ता था, जब अहाब इस्राएली राज्य का राजा था। अहाब एक दुष्ट व्यक्ति था जो लोगों को झूठे, बाल नामक देवता की उपासना करने के लिए प्रोत्साहित करता था।
- 19:03 अहाब और उसके सैनिक एलिय्याह की ताक में थे, परन्तु वह उसे खोज न सकें।
- __19:05__साढ़े तीन वर्ष के बाद, परमेश्वर का यह वचन एलिय्याह के पास पहुँचा , “जाकर अपने आप को अहाब को दिखा, और मैं भूमि पर मेंह बरसा दूँगा
शब्द तथ्य:
इकुनियुम
तथ्य:
इकुनियुम आज के तुर्किस्तान के दक्षिणी मध्य भाग में एक नगर था।
- पौलुस पहली प्रचार यात्रा में बरनबास के साथ इकुनियुम नगर गया था क्योंकि यहूदियों ने अन्ताकिया में उसका विरोध किया था।
- इकुनियुम में भी विश्वास नहीं करने वाले यहूदियों और अन्यजातियों ने पौलुस और उसके साथियों को पत्थरवाह करने की योजना बनाई थी परन्तु पौलुस पास के नगर लुस्त्रा चला गया था
- उसके बाद अन्ताकिया और इकुनियुम से अनेक पुरुषों ने आकर लुस्त्रा में भी लोगों को पौलुस पर पत्थरवाह करने के लिए भड़काया।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: बरनबास, लुस्त्रा, पत्थर)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
इफिसुस, इफिसुस वासी, इफिसियों
तथ्य:
इफिसुस आज के तुर्किस्तान के पश्चिमी तट पर एक प्राचीन यूनानी नगर था।
- आरंभिक विश्वासियों के समय में इफिसुस एशिया की राजधानी थी जो उस समय एक छोटा सा रोमी प्रान्त था।
- अपनी भौगोलिक स्थिति के कारण यह नगर व्यापार और परिवहन का एक महत्वपूर्ण केन्द्र था।
- वहां अरतिमिस(डायना) का एक प्रसिद्ध मन्दिर था।
- पौलुस इफिसुस में दो वर्ष से अधिक रहा और कार्य भी किया और वहां के नवविश्वासियों के मार्गदर्शन के लिए तीमुथियुस को नियुक्त कर दिया।
- नये नियम में इफिसुस की पत्री इन विश्वासियों को लिखा पौलुस का पत्र है।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: आसिया, पौलुस, तीमुथियुस)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: G2179, G2180, G2181
इश्माएल, इश्माएली
तथ्य:
इश्माएल अब्राहम और मिस्री दासी हाजिरा का पुत्र था। पुराने नियम में इश्माएल नामक और पुरुष भी हुए हैं।
- इश्माएल का अर्थ है, “परमेश्वर सुनता है”
- परमेश्वर ने अब्राहम के पुत्र इश्माएल को आशीष देने की प्रतिज्ञा की, परन्तु वह वो पुत्र नहीं था जिसके साथ परमेश्वर ने अपनी वाचा स्थापित करने की प्रतिज्ञा की थी।
- परमेश्वर ने हाजिरा और इश्माएल की रक्षा रेगिस्तान में की जब उन्हें वहां भेजा गया।
- जब इश्माएल पारान के रेगिस्तान में रह रहा था, तब उसने मिस्र की एक स्त्री से विवाह किया।
- नतन्याह का पुत्र इश्माएल यहूदा का एक सेनापति था, जिसने बाबुल के राजा नबूकदनेस्सर द्वारा नियुक्त एक राज्यपाल को मारने के लिए पुरुषों के एक समूह का नेतृत्व किया था।
- पुराने नियम में इश्माएल नाम के चार अन्य व्यक्ति भी थे।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: अब्राहम, बाबेल, वाचा, रेगिस्तान, मिस्र, हाजिरा, इसहाक, नबूकदनेस्सर, पारान, सारा)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 05:02 तो अब्राम ने हाजिरा से विवाह किया। हाजिरा को अब्राम के द्वारा एक पुत्र हुआ, अब्राम ने उसका नाम इश्माएल रखा।
- 05:04 “मैं इश्माएल को भी एक बड़ी जाति बनाऊंगा, लेकिन मेरी वाचा इसहाक के साथ होगी।”
शब्द तथ्य:
इसहाक
तथ्य:
इसहाक अब्राहम और सारा का एकलौता पुत्र था। यद्यपि वे वृद्ध थे, परमेश्वर ने उन्हें पुत्र देने की प्रतिज्ञा की थी।
- “इसहाक” का अर्थ है, “वह हँसता है” परमेश्वर ने अब्राहम से कहा कि सारा एक पुत्र को जन्म देगी तब अब्राहम हंस पड़ा था क्योंकि वे दोनों बहुत वृद्ध थे। कुछ समय बाद यह समाचार सुनकर सारा भी हँस दी थी।
- परन्तु परमेश्वर ने अपनी प्रतिज्ञा पूरी की और अब्राहम एवं सारा को वृद्धावस्था में पुत्र प्राप्ति हुई।
- परमेश्वर ने अब्राहम से कहा कि उसने अब्राहम के साथ जो वाचा बांधी है वह इसहाक और उसके वंशजों के साथ भी बंधी रहेगी।
- जब इसहाक किशोरावस्था में पहुंचा तब परमेश्वर ने अब्राहम के विश्वास को परखने के लिए उससे कहा कि वह उसके लिए इसहाक को बलि कर दे।
- इसहाक के पुत्र याकूब के बारह पुत्र थे जो आगे चलकर इस्राएल के बारह गोत्र हुए।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: अब्राहम, वंशज, सदाकालीन, पूर्ति, याकूब, सारा, इस्राएल के बारह गोत्र)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल की कहानियों के उदाहरण:
- 5:4 “तेरी पत्नी सारै के तुझ से एक पुत्र होंगा। और वह वायदे का पुत्र होंगा। और तू उसका नाम इसहाक रखना।”
- 5:6 जब इसहाक जवान हुआ, परमेश्वर ने अब्राहम से यह कहकर उसकी परीक्षा ली, “अपने एकलौते पुत्र इसहाक को होमबलि करके चढ़ा।”
- 5:9 अत: अब्राहम ने जाके उस मेढ़े को लिया और अपने पुत्र इसहाक के स्थान पर उसको होमबलि करके चढ़ाया |
- 6:1 जब अब्राहम वृद्ध हो गया था, तो उसका पुत्र इसहाक व्यस्कता की ओर बढ़ता जा रहा था, अब्राहम ने अपने एक दास से कहा, कि तू मेरे देश में मेरे ही कुटुम्बियों के पास जाकर मेरे पुत्र इसहाक के लिये एक पत्नी ले आएगा।
- 6:5 इसहाक ने परमेश्वर से प्रार्थना की, और परमेश्वर ने उसकी विनती सुनी इस प्रकार रिबका जुड़वाँ पुत्रों के साथ गर्भवती हुई।
- 7:10 इसहाक की मृत्यु हो गयी और उसके पुत्र एसाव और याकूब ने उसको मिट्टी दी। परमेश्वर ने अब्राहम की वंशावली के विषय में जो वाचा उससे बाँधी थी, वह अब्राहम से इसहाक और इसहाक से याकूब को दी।
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H3327, H3446, G2464
इस्राएल के राज्य
तथ्य:
जो इस्राएल देश का उत्तरी भाग था वह इस्राएल का राज्य बन गया जब इस्राएल के बारह गोत्र सुलैमान के मरने के बाद दो राज्यों में विभाजित हो गए
- इस्राएल का राज्य उत्तरी राज्य हो गया जिसमें दस गोत्र और दक्षिण में यहूदा राज्य जिसमें दो गोत्र थे।
- इस्राएल राज्य की राजधानी सामरिया थी। यहूदा राज्य की राजधानी यरूशलेम से वह नगर 50 कि.मी. दूर था।
- इस्राएल राज्य के सभी राजा दुष्ट थे। उन्होंने प्रजा को झूठे देवता की मूर्तिपूजा के लिए प्रभावित किया था।
- परमेश्वर ने अश्शूरों को भेजकर इस्राएल पर आक्रमण करवाया। अनेक इस्राएलियों को बन्दी बनाकर अश्शूर देश ले जाया गया था।
- अश्शूरों में परदेशियों को इस्राएल राज्य में बसा दिया था। इन परदेशियों ने इस्राएलियों से विवाह कर लिया था। उनकी सन्तान सामरी कहलाई।
(यह भी देखें: अश्शूर, इस्राएल, यहूदा, यरूशलेम, राज्य, सामरिया)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 18:08 अन्य दस इस्राएली गोत्र जो रहूबियाम के विरुद्ध में थे, उन्होंने अपने लिए यारोबाम नामक एक राजा को नियुक्त किया। उसने देश के उत्तरी भाग में अपने राज्य की स्थापना की और उसे इस्राएल का राज्य कहा गया।
- 18:10 यहूदा और __ इस्राएली राज्य__ शत्रु बन गए और अक्सर एक दूसरे के विरुद्ध लड़े।
- 18:11 नए इस्राएली राज्य में, जितने भी राजा हुए वह सब दुष्ट थे।
- 20:01 इस्राएलियों और यहूदियों के राज्यों ने परमेश्वर के विरुद्ध पाप किया था।
- 20:02 अश्शूर का राज्य एक शक्तिशाली, क्रूर राज्य था, जिसने इस्राएल के राज्य को नष्ट कर दिया। अश्शूरियों ने इस्राएल के बहुत से लोगों को मार गिराया, उनकी मूल्यवान वस्तुओं को छीन लिया और देश का बहुत सा हिस्सा जला दिया।
- 20:04 तब अश्शूरियों ने अन्यजातियों को उस भूमि पर रहने को कहा जहाँ पर इस्राएली राज्य था। अन्यजातियों ने उस विनष्ट शहर का पुनर्निर्माण किया, और वहाँ शेष बचे इस्राएलियों से विवाह किया। इस्राएलियों के वह वंशज जिन्होंने अन्यजातियों से विवाह किया वह सामरी कहलाए।
शब्द तथ्य:
- Strong's: H3478, H4410, H4467, H4468
इस्साकार
तथ्य:
इस्साकार याकूब का पांचवां पुत्र था। उसकी माता का नाम लीआ:
- इस्साकार का गोत्र इस्राएल के बारह गोत्रों में से एक था।
- इस्साकार का भूभाग नप्ताली, जुबूलिन, मनश्शे और गाद से घिरा हुआ था।
- उसका भौगोलिक स्थान गलील सागर के दक्षिण में था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: गाद, मनश्शे, नप्ताली, इस्राएल के बारह गोत्र, जबूलून)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
ईजेबेल
तथ्य:
ईजेबेल, इस्राएल के राजा आहाब की दुष्ट रानी थी।
- ईजेबेल ने आहाब और इस्राएल की प्रजा को मूर्ति-पूजा के लिए प्रेरित किया था।
- उसने परमेश्वर के भविष्यद्वक्ताओं में से अनेकों की हत्या करवाई थी।
- उसने एक निर्दोष पुरुष नाबोत की हत्या करवायी थी कि आहाब उसकी दाख की बारी को लूट पाए।
- अन्ततः वह अपने कुकर्मों के परिणाम स्वरूप मारी गई। एलिय्याह ने उसकी मृत्यु की भविष्यद्वाणी की थी और ठीक वैसे ही उसकी हत्या की गई थी।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद)
(यह भी देखें: अहाब, एलिय्याह, मूरत)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
उज्जियाह, अजर्याह
तथ्य:
उज्जिय्याह 16 वर्ष की आयु में यहूदा का राजा बना था और यरूशलेम में 52 वर्ष राज किया जो एक असाधारण दीर्घकालीन राजा था। उज्जिय्याह को अजर्याह नाम से भी जाना जाता था।
- उज्जिय्याह राजा अपनी सेना व्यवस्था और दक्षता के लिए जाना जाता था। अपने नगर की सुरक्षा के लिए गुम्मट बनवाए थे, उसने युद्ध के हथियारों को विशेष रूप से बनाया था जिनसे वह तीर चला सकता था और बड़े-बड़े पत्थर फेंक सकता था।
- वह जब तक परमेश्वर की सेवा में रहा समृद्ध होता गया। तथापि अपने राज्यकाल के अन्त समय में उसे घमण्ड हो गया था और मन्दिर में धूप जलाकर परमेश्वर की आज्ञा का उल्लंघन किया क्योंकि धूप जलाना केवल याजकों का काम था।
- इस पाप के कारण उज्जिय्याह को कोढ़ हो गया था और अन्त तक सबसे अलग रहना पड़ा।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: यहूदा, राजा, कोढ़, राज करना, गुम्मट)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H5814, H5818, H5838, H5839
ऊर
तथ्य:
ऊर फरात नदी के पास, प्राचीन कसदी प्रदेश का एक महत्वपूर्ण नगर था, जो मेसोपोटामिया का एक भाग था। यह स्थान आज के इराक में स्थित था।
- अब्राहम ऊर नगर का रहने वाला था, वहीं से परमेश्वर ने उसे बुला लिया था कि उसे कनान ले जाएं।
- लूत का पिता, अब्राहम का भाई हारान ऊर में ही मर गया था। लूत का अब्राहम के साथ ऊर छोड़ने का शायद यह भी एक कारण था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: अब्राहम, कनान, कसदी, फरात नदी, हारान, लूत, मेसोपोटामिया)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
ऊरिय्याह
तथ्य:
ऊरिय्याह एक धर्मी जन था और दाऊद के उत्तम सैनिकों में से एक था। उसे अक्सर “हित्ती ऊरिय्याह” से संदर्भित किया जाता था।
- ऊरिय्याह की पत्नी बहुत सुन्दर थी, उसका नाम बतशेबा था।
- दाऊद ने उसके साथ व्यभिचार किया और वह दाऊद से गर्भवती हो गई थी।
- दाऊद ने अपना पाप छिपाने के लिए ऊरिय्याह को युद्ध में आगे भेजकर मरवा दिया। फिर दाऊद ने बतशेबा से विवाह किया।
- ऊरिय्याह नाम का एक और आदमी एक था जो राजा आहाज के समय याजक था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: आहाज, बतशेबा, दाऊद, हित्ती)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 17:12 बतशेबा का पति, जिसका नाम ऊरिय्याह था, वह दाऊद का एक वीर सैनिक था | दाऊद ने ऊरिय्याह को युद्ध से वापस बुला लिया और उससे कहा अपनी पत्नी के पास जा | परन्तु ऊरिय्याह अपने घर वापस न गया क्योंकि बाकी सैनिक युद्ध लड़ रहे थे | तब दाऊद ने ऊरिय्याह को वापस युद्ध में भेज दिया और योआब से कहा ‘सब से घोर युद्ध के सामने ऊरिय्याह को रखना, तब उसे छोड़कर लौट आओ, कि वह घायल होकर मर जाए |
- 17:13 ऊरिय्याह के मरने के बाद, दाऊद ने बतशेबा से विवाह कर लिया।
शब्द तथ्य:
एक्रोन, एक्रोनी
तथ्य:
एक्रोन पलिश्तियों का एक प्रमुख नगर था, भूमध्य सागर से नौ मील भीतर भूमि पर।
- एक्रोन में झूठे देवता बालजबूल का मन्दिर था।
- युद्ध में इस्राएलियों से वाचा का सन्दूक छीन लेने के बाद पलिश्ती इसे अश्दोद में ले गए तदोपरान्त वे उसे गत और एक्रोन में ले गए क्योंकि जिस नगर में भी वे वाचा का सन्दूक ले गए वहां परमेश्वर ने उन्हें रोगग्रस्त किया और मार डाला था। अन्त में पलिश्तियों ने वाचा का सन्दूक इस्राएल भेज दिया।
- जब अहज्याह छत पर से गिर कर घायल हो गया था तो उसने एक्रोन के बालजबूल देवता से पूछा था कि वह जीवित बचेगा या नहीं। उसके इस पाप के कारण परमेश्वर ने उससे कह दिया था कि वह मर जाएगा।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद)
(यह भी देखें: अहज्याह, वाचा का सन्दूक, अश्दोद, शैतान, झूठे देवता, गत, पलिश्ती)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
एज्रा
तथ्य:
एज्रा एक यहूदी याजक एवं व्यवस्था विशेषज्ञ था, उसने बेबीलोन से यरूशलेम लौटने वाले इस्राएलियों का इतिहास लिखा था। इस्राएल 70 वर्ष बेबीलोन की बन्धुआई में था।
- एज्रा ने यह इतिहास बाइबल की एज्रा नामक पुस्तक में लिखा है। नहेम्याह नामक पुस्तक भी उसी ने लिखी होगी क्योंकि मूल में ये दोनों पुस्तकें एक ही थी।
- यरूशलेम लौटकर उसने व्यवस्था को पुनः लागू किया था, क्योंकि उन्होंने सब्त के नियमों का पालन करना छोड़ दिया था और अन्यजाति स्त्रियों से जो मूर्तिपूजक थी, विवाह कर लिया था।
- एज्रा ने मन्दिर के पुनः निर्माण में भी सहायता की थी जिसे बेबीलोन की सेना ने यरूशलेम पर कब्जा करते समय ध्वंस कर दिया था।
- पुराने नियम में एज्रा नामक दो और पुरुष हुए हैं।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: बाबेल, बन्धुआई, यरूशलेम, व्यवस्था, नहेम्याह, मन्दिर)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H250, H5830, H5831
एदोम, एदोमी, एदोमियों, इदूमिया
तथ्य:
एदोम एसाव का दूसरा नाम था। जिस स्थान में वह बस गया उस स्थान का नाम “एदोम” पड़ गया जो आगे चल कर “इदूमिया” हो गया। “एदोमियों” उसके वंशज थे।
- एदोम क्षेत्र समय के साथ-साथ स्थान बदलता रहा। वह इस्राएल के दक्षिण में था और विस्तार करते करते अन्त में दक्षिण में यहूदा तक फैल गया।
- नये नियम के युग में एदोम यहूदा राज्य का दक्षिणी अर्धभाग हो गया था। यूनानियों ने उसे “इदूमिया” कहा।
- एदोम शब्द का अर्थ है “लाल” जो इस तथ्य के संदर्भ में है कि जब एसाव का जन्म हुआ था तब उसके शरीर पर लाल बाल थे। या इसका संदर्भ लाल रंग की उस दाल से भी हो सकता है जिसके बदले में एसाव ने अपने पहिलौठे होने का अधिकार बेच दिया था।
- पुराने नियम में एदोम देश को सदैव ही इस्राएल का शत्रु कहा गया है।
- ओबद्याह की संपूर्ण पुस्तक में एदोम के विनाश की भविष्यद्वाणी की गई है। पुराने नियम के अन्य भविष्यद्वक्ताओं ने भी एदोम के विरूद्ध भविष्यद्वाणियां की थी।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: बैरी, पहिलौठे का अधिकार, एसाव, ओबद्याह, भविष्यद्वक्ता)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H123, H130, H8165, G2401
एनगदी
परिभाषा:
एनगदी नामक जंगल में यरूशलेम के दक्षिण पूर्व में एक नगर था।
एनगदी मृत सागर के पश्चिमी तट पर स्थित था।
- इसके नाम का आधा अर्थ है “सोता” जो उस नगर से बह कर सागर में गिरता है।
- एनगदी दाख की बारियों और उपजाऊ भूमि के लिए प्रसिद्ध स्थान था जिसका कारण था उस सोते का सदाबहार जल प्रवाह।
- एनगदी में अनेक गढ़ थे जहां दाऊद शाऊल राजा से बचने के लिए भाग गया था।
(यह भी देखें: दाऊद, रेगिस्तान, सोता, यहूदा, विश्राम, खारे ताल, शाऊल (पुराना नियम), गढ़, दाख की बारी)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
एप्रात, एप्राती
तथ्य:
"एप्रात" और "एप्राती" शब्द शायद "एप्रैम" नाम से प्राप्त हुए हैं, जो यूसुफ के पुत्रों में से एक थे और इस्राएल की 12 जनजातियों में से एक के कुलपति बन गए। विभिन्न
- "एप्रात" उस क्षेत्र का नाम है जहां बेथेल शहर के पास, राहेल की मृत्यु हो गई।
- पुराने नियम में "एप्रात" नाम की एक स्त्री है, जो कालेब की पत्नी थी।
- बेथलहम और किरजथ-जियरिम दोनों शहरों को "एप्राती" भी कहा जाता है, भले ही दोनों शहर ऊपर (बेथेल के पास) की तुलना में एक अलग क्षेत्र में हैं।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: बैतलहम, बोआज़, कालेब, दाऊद, इस्राएल)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
एप्रैम, एप्रैमी, एप्रैमियों
तथ्य:
एप्रैम यूसुफ का दूसरा पुत्र था। उसके वंशज इस्राएल के बारह गोत्रों में से एक हुए।
- एप्रैम नाम उच्चारण में इब्रानी शब्द, के अर्थ, "फलवन्त बनाना" जैसा लगता है।
- एप्रैम का गोत्र इस्राएल के उत्तरी भाग में स्थित दस गोत्रों में से एक था।
- बाइबल में कभी-कभी एप्रैम शब्द संपूर्ण उत्तरी राज्य इस्राएल के लिए काम में लिया जाता था। ठीक वैसे ही जैसे इस्राएल के दक्षिणी राज्य के लिए कभी-कभी यहूदा शब्द काम में लिया जाता था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: यूंसुफ़, मनश्शे, इस्राएल का राज्य, इस्राएल के बारह गोत्र)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H669, H673, G2187
एब्यातार
परिभाषा:
एब्यातारन दाऊद के राज्यकाल में इस्राएल का महायाजक था।
- शाऊल जब याजकों का संहार कर रहा था तब एब्यातार भाग कर जंगल में दाऊद की शरण में पहुंचा था।
- एब्यातार और दूसरा महायाजक सादोक दाऊद के संपूर्ण राज्यकाल में उसके विश्वासयोग्य रहे थे।
- दाऊद के मृत्यु के बाद एब्यातार ने सुलैमान के स्थान में अदोनिय्याह को राजा बनाने में सहायता की थी।
- इस कारण राजा सुलैमान ने एब्यातार को याजकीय पद से हटा दिया था।
(यह भी देखें: सादोक, शाऊल (पुराना नियम), दाऊद, सुलैमान, अदोनिय्याह)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
एमोरी, एमोरियों
तथ्य:
एमोरी एक सामर्थी जाति थी जो कनान में, यारदन नदी के दोनों ओर निवास करती थी।
- उनके नाम का अर्थ है, “ऊंचे लोग” जो संभवतः उनके स्थान के पर्वतों के कारण या उनके लबे कद के कारण पड़ा था।
- उत्पत्ति की पुस्तक से विदित होता है कि एमोरी नूह के पोते, कनान के वंशज थे।
- ऐ नगर में एमोरी बसे हुए थे|
- परमेश्वर “एमोरियों का पाप” के विषय चर्चा करता है- उनकी मूर्तपूजा और उससे जुड़े पापी अभ्यास।
- परमेश्वर ने जैसी आज्ञा दी उसी के अनुसार यहोशू ने एमोरियों का सर्वनाश करने के लिए इस्राएलियों की अगुआई की थी।
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 15:7 कुछ समय बाद, कनान में एक अन्य जाति, एमोरियों के राजा ने जब यह सुना कि गिबोन के निवासियों ने इस्राएलियों से मेल कर लिया है, तब उसने सब के साथ मिलकर एक विशाल सेना तैयार की और गिब्बोनियों पर आक्रमण कार दिया।
- 15:08 प्रात:काल उन्होंने एमोरियों की सेना को चकित कर दिया व उन पर हमला कर दिया।
- 15:9 उस दिन परमेश्वर इस्राएल के लिए लड़ा। परमेश्वर ने एमोरियों को उलझन में डाल दिया, और आकाश से पत्थर गिरा कर अनेक एमोरियों को घात किया।
- 15:10 उस दिन परमेश्वर ने सूर्य को आकाशमण्डल के बीचोंबीच ठहरा दिया, ताकि इस्राएलियों के पास एमोरियों का सर्पवनाश करने के लिए पर्याप्त समय हो।
शब्द तथ्य:
एलयाकीम
तथ्य:
एल्याकीम नामक दो पुरूष पुराने नियम में हुए थे।
- एलयाकीम नामक एक पुरुष हिजकिय्याह राजा का भण्डारी था।
- दूसरा एलयाकीम राजा योशिय्याह का पुत्र था। उसे मिस्र के फिरौन नको ने यहूदा का राजा बनाया था।
- नको ने उसका नाम बदल कर यहोयाकीम रखा था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद)
(यह भी देखें: हिजकिय्याह, यहोयाकीम, होशिय्याह, फिरौन)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H0471, G16620
एलाम, एलाम लोग
तथ्य:
एलाम शेम का पुत्र और नूह का पोता था।
- एलाम के वंशज एलामी कहलाते थे और वे एलाम क्षेत्र के निवासी थे।
- एलाम क्षेत्र आज के पश्चमी ईरान में हिद्देकेल नदी के दक्षिण पूर्व में था।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: नूह, शेम)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H5867, H5962, G1639
एलिय्याह
तथ्य:
एलिय्याह यहोवा का सबसे अधिक महत्वपूर्ण भविष्यद्वक्ताओं में से एक था। एलिय्याह ने इस्राएल और यहूदा के अनेक राजाओं के राज्यकाल में भविष्यद्वाणी की थी, इनमें अहाब राजा भी था।
- परमेश्वर ने एलिय्याह के माध्यम से अनेक आश्चर्यकर्म किए जिनमें एक मृतक बालक को जीवित करना भी था।
- एलिय्याह ने राजा अहाब को बाल की मूर्तिपूजा के लिए झिड़का था।
- उसने बाल के पुजारियों को चुनौती दी थी कि परख कर देखें कि यहोवा ही सच्चा परमेश्वर है।
- समय पूरा हो जाने पर परमेश्वर ने एलिय्याह को चमत्कारी रूप से जीवित ही स्वर्ग में उठा लिया था।
- सैंकड़ों वर्ष पश्चात एलिय्याह मूसा के साथ यीशु से पर्वत पर भेंट करने आया था और उन्होनें यरूशलेम में यीशु के आनेवाले कष्टों एवं मृत्यु के बारे में वार्तालाप किया था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: आश्चर्यकर्म, भविष्यद्वक्ता, यहोवा)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल की कहानियों के उदाहरण:
- 19:2 __एलिय्याह__इस्राएल के राजा आहाब के राज्यकाल में एक भविष्यद्वक्ता था।
- 19:2 एलिय्याह ने अहाब से कहा, “इन वर्षों में मेरे बिना कहे, न तो मेंह बरसेगा, और न ओस पड़ेगी।”
- 19:3 परमेश्वर ने एलिय्याह से कहा कि वह जंगल में जाकर छिप जाए, क्योंकि अहाब उसे मारने की ताक में है। और सबेरे और साँझ को कौवे उसके पास रोटी और मांस लाया करते थे।
- 19:4 परन्तु तब उन्होंने एलिय्याह का ख्याल रखा, और परमेश्वर ने उनके घड़े का मैदा समाप्त न होने दिया, और न उनकी कुप्पी का तेल घटने दिया।
- __19:5__साढ़े तीन वर्ष के बाद, परमेश्वर का यह वचन एलिय्याह के पास पहुँचा, “जाकर अपने आप को अहाब को दिखा, और मैं भूमि पर मेंह बरसा दूँगा।
- __19:7__और एलिय्याह ने बाल के भविष्यवक्ताओं से कहा, “पहले तुम एक बछड़ा चुन के तैयार कर लो, क्योंकि तुम तो बहुत हो; तब अपने देवता से प्रार्थना करना, परन्तु आग न लगाना।”
- 19:12 तब एलिय्याह ने कहा, “बाल के भविष्यवक्ताओं को पकड़ लो, उनमें से एक भी छूटने ने न पाए;
- 36:3 तब मूसा और एलिय्याह नबी दिखाई दिए। इससे पहले यह दोनों पुरुष कई सो साल पहले पृथ्वी पर जीवित थे। वे यीशु से उसकी मृत्यु के बारे में बात कर रहे थे, जो यरूशलेम में होने वाली थी।
शब्द तथ्य:
एलीआजार
तथ्य:
बाइबल में एलीआजार नामक अनेक पुरुष हुए थे।
- एलीआजार मूसा के भाई हारून का तीसरा पुत्र था। हारून के मरणोपरान्त एलियाजार को इस्राएल का महायाजक बनाया गया।
- एलियाजार दाऊद के शूरवीरों में से भी एक था।
- यीशु के पूर्वजों में भी एलियाजार नामक एक पुरुष था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: हारून, महा-याजक, दाऊद, सामर्थी)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
एलीशा
तथ्य:
एलीशा इस्राएल में अनेक राजाओं के राज्यकाल में भविष्य़द्वाणी की सेवा करता था: अहाब, अहज्याह, यहोराम, येहू, यहोआहाज तथा यहोआश
- परमेश्वर ने भविष्यद्वक्ता एलिय्याह को आदेश दिया था कि वह एलीशा का भविष्यद्वक्ता होने के लिए अभिषेक करे।
- जब एलिय्याह को अग्नि रथ में स्वर्ग में उठा लिया गया था तब एलीशा इस्राएल के राजाओं के लिए परमेश्वर का भविष्यद्वक्ता हुआ।
- एलीशा ने अनेक आश्चर्यकर्म किए जिनमें सीरिया के सेनानायक को कोढ़ से चंगा करना तथा एक शूनेमी स्त्री के पुत्र को मृतकों में से जिलाना भी था।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: एलिय्याह, नामान, भविष्यद्वक्ता)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
एलीशिबा
तथ्य:
इलीशिबा यूहन्ना बपतिस्मा देनेवाले की माता का नाम था। उसके पति का नाम जकर्याह था।
- जकर्याह और इलीशिबा के पास कोई सन्तान नहीं थी परन्तु उनकी वृद्धावस्था में परमेश्वर ने जकर्याह से प्रतिज्ञा की कि एलिशीबा उसके लिए एक पुत्र को जन्म देगी।
- परमेश्वर ने अपनी प्रतिज्ञा पूरी की और शीघ्र ही एलिशीबा गर्भवती हुई और एक पुत्र को जन्म दिया| उन्होंने उस बालक का नाम यूहन्ना रखा।
- इलीशिबा यीशु की माता मरियम की संबन्धी थी।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: यूहन्ना (बपतिस्मा देनेवाला), जकर्याह (नया नियम))
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
एसाव
तथ्य:
एसाव इसहाक और रिबका के जुड़वा पुत्रों में से एक था। वह पहिलौठा था। याकूब उसका जुड़वा भाई था।
- एसाव ने दाल के एक कटोरे के लिए याकूब को अपना पहिलौठे का अधिकार बेच दिया था।
- एसाव पहिलौठा था, इसलिए इसहाक को उसे विशेष आशिषें देनी थी। परन्तु याकूब ने धोखे से वे आशिषें ले लीं। आरंभ में तो एसाव क्रोध के कारण याकूब की हत्या करना चाहता था परन्तु बाद में उसने याकूब को क्षमा कर दिया।
- एसाव की अनेक सन्तान तथा नाती-पोते हुए थे जो कनान में एक जाति होकर बस गए थे।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: एदोम, इसहाक, याकूब, रिबका)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 6:7 जब रिबका के प्रसव का समय आया, पहला जो उत्पन्न हुआ वह लाल निकला, और उसका सारा शरीर कम्बल के समान रोममय था; इसलिये उसका नाम एसाव रखा गया।
- 7:2 तो एसाव ने अपने पहिलौठे का अधिकार याकूब के हाथ बेच दिया।
- 7:4 जब इसहाक ने उसे टटोलकर देखा और उसके वस्त्रो की सुगन्ध पाकर समझा कि वह एसाव है, तो उसे जी से आशीर्वाद दिया।
- 7:5 एसाव ने याकूब से बैर रखा क्योंकि उसने उसके पहिलौठे होने का अधिकार और आशीषों को छीन लिया था।
- 7:10 परन्तु एसाव याकूब को पहले ही माफ़ कर चुका था, और वे एक दूसरे को देखकर बहुत ही प्रसन्न हुए।
शब्द तथ्य:
एस्तेर, हदस्सा
तथ्य:
एस्तेर एक यहूदी स्त्री थी, यहूदी जब बेबीलोन की बन्धुआई में ही थे तब वह फारस साम्राज्य की रानी बनी थी।
एस्तेर उसका फारसी नाम था जबकि उसका इब्रानी नाम हदस्सा था।
- एस्तेर की पुस्तक में एस्तेर का फारसी राजा क्षयर्ष की पत्नी बनना और उसके माध्यम से परमेश्वर द्वारा यहूदियों की सुरक्षा का वृत्तान्त लिखा है।
एस्तेर एक अनाथ बालिका थी जिसे उसके रिश्ते के भाई मोर्दकै ने पाल पोस कर बड़ा किया था।
- अपने इस अभिभावक की आज्ञा मानने से उसे परमेश्वर की आज्ञा मानने में सहायता मिली थी।
- एस्तेर ने परमेश्वर की आज्ञा मानी और अपने लोगों को अर्थात यहूदियों को बचाने के लिए जान की जोखिम उठाई थी।
- एस्तेर की कहानी इतिहास की घटनाओं पर परमेश्वर के सर्वोच्च नियंत्रण का वरन विशेष करके उसकी प्रजा की सुरक्षा और उसकी आज्ञा माननेवालों के माध्यम से उसके कार्यों का उदहारण है।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद)
(यह भी देखें: क्षयर्ष, बाबेल, मोर्दकै, फारस)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
ऐ
तथ्य:
पुराने नियम के युग में ऐ एक कनानी नगर था, जो बेतेल के निकट दक्षिण में था और यरीहो से उत्तर पश्चिम में 8 कि.मी. दूर था।
- यरीहो को जीत लेने के बाद यहोशू ने इस्राएलियों को लेकर ऐ नगर पर आक्रमण किया। परन्तु इस्राएली आसानी से पराजित हुए क्योंकि परमेश्वर उनसे प्रसन्न नहीं था।
- आकान नामक एक इस्राएली पुरूष ने यरीहो की लूट में से कुछ सामान चुराकर रख लिया था, परमेश्वर ने आज्ञा दी कि वह और उसका परिवार घात किया जाए। तब परमेश्वर ने ऐ नगर को पराजित करने में इस्राएल की सहायता की थी।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: बेतेल, यरीहो)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
ओबद्याह
तथ्य:
ओबद्याह पुराने नियम का एक भविष्यद्वक्ता था जिसने एदोमियों (एसाव वंशियों) के विरूद्ध भविष्यद्वाणी की थी। पुराने नियम में ओबद्याह नामक अनेक अन्य पुरुष हुए हैं।
- ओबद्याह की पुस्तक पुराने नियम की सबसे छोटी पुस्तक है जिसमें ओबद्याह की भविष्यद्वाणी है जो उसने परमेश्वर प्रदत्त दर्शन में पाई थी।
- ओबद्याह के जीवन काल और भविष्यद्वाणी की सेवा का समय ज्ञात नहीं है। संभव है कि वह समय यहूदा के राजाओं यहोराम, अहजय्याह, योआश और रानी अतल्याह के राज्यकाल का है। दानिय्येल, यहेजकेल और यिर्मयाह भी इसी युग में कभी भविष्यद्वाणी कर रहे होंगे।
- संभव है कि ओबद्याह उत्तरकालीन समय का था, सिदकिय्याह के राज्यकाल या बेबीलोन की बन्धुवाई के समय का।
- ओबद्याह नाम के अन्य पुरुषों में थे,शाऊल का वंशज, एक गादवासी जो दाऊद का सेवक हो गया था, राजा आहाब के महल का भण्डारी, राजा यहोशापात का एक अधिकारी, राजा योशिय्याह के समय मन्दिर के सुधार कार्य में सहायक एक पुरुष और नहेम्याह के समय में एक लेवी पुरुष जो द्वारपाल था।
- संभव है कि ओबद्याह की पुस्तक का लेखक इन पुरुषों में से एक हो।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद)
(यह भी देखें: अहाब, बाबेल, दाऊद, एदोम, एसाव, यहेजकेल, दानिय्येल, गाद, यहोशापात, योशियाह, लेवी, शाऊल (पुराना नियम), सिदकिय्याह)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
ओम्री
तथ्य:
ओम्री एक सेना प्रधान था जो इस्राएल का छठवां राजा हुआ था।
- राजा ओम्री ने तिर्सा नगर में 12 वर्ष राज किया था।
- इस्राएल के सब राजाओं के सदृश्य ओम्री भी एक दुष्ट राजा था, उसने इस्राएल की प्रजा को और भी अधिक मूर्तिपूजा में गिराया था।
- ओम्री राजा आहाब का पिता था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: अहाब, इस्राएल, यारोबाम, तिर्सा)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
कनान, कनानी, कनानियों
तथ्य:
कनान हाम का पुत्र था और हाम नूह का पुत्र था। कनानी लोग कनान के वंशज थे।
- “कनान” या “कनान देश” वह क्षेत्र था जो यरदन नदी और भूमध्यसागर के बीच का था। दक्षिण में वह मिस्र की सीमा तक था और उत्तर में सीरिया की सीमा तक।
- इस देश के निवासी कनानी और अन्यजातियां थे।
- परमेश्वर ने अब्राहम से प्रतिज्ञा की थी कि वह कनान देश उसे और उसके वंशज, इस्राएलियों को देगा।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: हाम, प्रतिज्ञा का देश)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 4:5 इस प्रकार अब्राम अपनी पत्नी सारै, और जो धन उन्होंने इकट्ठा किया था, और जो प्राणी उन्होंने हारान में प्राप्त किये थे, सब को लेकर कनान देश में जो परमेश्वर ने उसे दिखाया था जाने को निकल चला;
- 4:6 जब अब्राम कनान देश पहुंचा तब परमेश्वर ने उससे कहा कि, "अपने चारों ओर देख क्योंकि जितनी भूमि तुझे दिखाई देती है, उस सब को मैं तुझे और तेरे वंश को दूँगा।"
- 4:9 "मैं__कनान__ देश तेरे वंश को दूँगा।"
- 5:3 " मैं तुझको, और तेरे पश्चात् तेरे वंश को भी, यह सारा कनान देश दूँगा कि वह उनकी निज भूमि रहेगी, और मैं उनका परमेश्वर रहूँगा।"
- 7:8 बीस वर्ष तक अपने घर से, जो कनान में है, दूर रहने के बाद याकूब अपने परिवार, सेवकों, और अपने सारे जानवरों समेत वापस आ गया।
शब्द तथ्य:
- Strong's: H3667, H3669, G2581, G5478
कफरनहूम
तथ्य:
कफरनहूम गलील सागर के उत्तर-पश्चिमी तट पर मछुआरों का एक गांव था।
- यीशु जब गलील में शिक्षा देता था तब वह कफरनहूम में ठहरता था।
- उसके अनेक शिष्य कफरनहूम से थे।
- यीशु ने इस गांव में अनेक आश्चर्यकर्म किए थे, जिनमें मृतक बालिका को फिर जीवित करना भी था।
- कफरनहूम उन तीन नगरों में से एक था जिन पर यीशु ने सार्वजनिक हाय की थी क्योंकि वहां के लोगों ने उसका इन्कार किया और उसकी शिक्षाओं में विश्वास नहीं किया था। यीशु ने उन्हें चेतावनी दी थी कि परमेश्वर उन्हें अविश्वास का दण्ड देगा।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: गलील, गलील सागर)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
करेतियों
तथ्य:
“करेतियों” एक जाति थी जो संभवतः पलिश्तियों में से थी। कुछ संस्करणों इस नाम को "करेतियों" के रूप में लिखते हैं।
- "करेतियों और पलेतियों" राजा दाऊद की सेना में सैनिकों का विशेष समूह थे जो उसके अंगरक्षक स्वरूप उसके विशेष स्वामी-भक्त थे।
- यहोयादा का पुत्र बनायाह, दाऊद के प्रबन्धक दल का एक सदस्य, करेतियों और पलेतियों का अगुआ था।
- करेतियों दाऊद के साथ थे जब वह अबशालोम के विद्रोह करने पर यरूशलेम छोड़कर गया था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद)
(यह भी देखें: अबशालोम, बनायाह, दाऊद, पलिश्ती)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
कर्मेल, कर्मेल पहाड़
तथ्य:
“कर्मेल पहाड़” भूमध्यसागर के तट पर स्थित पर्वतीय श्रृंखला-शारोन के मैदान के निकट उत्तर में। उसकी सबसे ऊंची चोटी 546 मीटर ऊंची है।
- कर्मेल नामक एक नगर भी था जो नमक सागर के दक्षिण में यहूदा राज्य में था।
- नाबाल एक धनवान किसान था, उसकी पत्नी का नाम अबीगैल था। वे कर्मेल नगर के निकट रहते थे। दाऊद और उसके साथी नाबाल के चरवाहों की रक्षा करते थे।
- कर्मेल पहाड़ पर एलिय्याह ने बाल पुजारियों के साथ स्पर्धा करके सिद्ध किया था कि केवल यहोवा ही सच्चा परमेश्वर है।
- यह स्पष्ट करने के लिए कि कर्मेल एक ही पहाड़ नहीं था, “कर्मेल पहाड़” का अनुवाद “कर्मेल पर्वतीय श्रृंखला के एक पहाड़ पर” या “कर्मेल पर्वतीय श्रृंखला”।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: बाल, एलिय्याह, यहूदा, खारा ताल)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H3760, H3761, H3762
कसदी, कसदी, कसदियों
तथ्य:
कसदी मेसोपोटामिया या बेबीलोन के दक्षिण का भू भाग था। इस क्षेत्र के निवासी कसदियों कहलाते थे।
- ऊर नगर जो अब्राहम का जन्मस्थान था, वह कसदियों का ही देश था। इसे प्रायः “कसदियों का ऊर” कहा जाता है।
- नबूकदनेस्सर अनेक कसदियों में से एक था जो बेबीलोन पर राजा हुए थे।
- अनेक वर्षों बाद लगभग 600 ई.पू. में कसदी देश "बेबीलोन" कहलाया।
- दानिय्येल की पुस्तक में “कसदी” शब्द एक विशेष मानवीय वर्ग का संदर्भ देता है जो ऊंची शिक्षा प्राप्त मनुष्य थे और नक्षत्रों का अध्ययन करते थे।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: अब्राहम, बाबेल, शिनार, ऊर)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H3679, H3778, H3779, G5466
कादेश, कादेशबर्ने, कादेश के मरीबोत
तथ्य:
कादेश, कादेशबर्ने और मरीबा का देश आदि सब नाम इस्राएल के इतिहास में एक महत्वपूर्ण नगर के नाम हैं। जो इस्राएल के दक्षिण में स्थित था, एदोम के निकट।
- कादेश नगर एक मरूद्यान था, रेगिस्तान के मध्य पानी और हरियाली का स्थान, इस रेगिस्तान का नाम सीन था।
- मूसा ने कादेशबर्ने से बारह भेदिए कनान में भेजे थे।
- जंगल में भटकते समय इस्राएल ने कादेश में छावनी डाली थी।
- कादेशबर्ने वह स्थान था जहां मिर्याम की मृत्यु हुई थी।
- मरीबा कादेश में मूसा ने चट्टान को मारकर इस्राएल के लिए पानी निकाला था, अपेक्षा उससे कहने के जैसा परमेश्वर का आदेश था।
- “कादेश” शब्द इब्रानी भाषा का है जिसका अर्थ है “पवित्र” या “पृथक हुआ”
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: रेगिस्तान, एदोम, पवित्र)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H4809, H6946, H6947
काना
परिभाषा:
काना गलील क्षेत्र में एक गांव या नगर था जो नासरत से लगभग नौ मील उत्तर में बसा हुआ था।
- काना नगर बारहों में से एक नतनएल का जन्म स्थान था।
- यीशु काना नगर में एक विवाहोत्सव में गया था जहां उसने पानी को मदिरा में परिणत करके अपना पहला आश्चर्यकर्म किया था।
- कुछ समय बाद यीशु काना में पुनः आया था जहां उसकी भेंट कफरनहूम के एक अधिकारी से हुई थी जिसने अपने पुत्र की चंगाई के लिए उससे विनती की थी।
(यह भी देखें: कफरनहूम, गलील, बारहों)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
कालेब
तथ्य:
कालेब उन बारह इस्राएली भेदियों में से एक था जिन्हें मूसा ने कनान की जानकारी लेने के लिए भेजा था।
- उसने और यहोशू ने लोगों से कनानियों को हराने में मदद करने के लिए परमेश्वर पर भरोसा रखने को कहा।
- यहोशू और कालेब उनकी पीढ़ी के एकमात्र पुरुष थे जिन्हें कनान की प्रतिज्ञा की गई भूमि में प्रवेश करने की अनुमति दी गई थी।
- कालेब ने विनती की कि हेब्रोन की भूमि उसे और उसके परिवार को दी जाए। वह जानता था कि परमेश्वर वहाँ रहने वाले लोगों को हराने में उसकी मदद करेगा।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: हेब्रोन, यहोशू)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- __14:04__जब इस्राएली कनान की सीमा पर पहुँचे, तब मूसा ने बारह पुरषों को चुना इस्राएल के हर गोत्र में से उसने उन पुरषों को आदेश दिया कि जाओ और भूमि का पता लगाओ कि वह कैसी दिखती है ।
- 14:06 तुरन्त ही कालेब और यहोशू, अन्य दो जासूस कहने लगे, "हाँ यह सही है कि कनान के लोग लम्बे और तेजस्वी है , पर हम निश्चित रूप से उन्हें पराजित कर देंगे ! परमेश्वर हमारे लिये उनसे युद्ध करेगा!"
- 14:08 “यहोशू और कालिब को छोड़कर, जितने बीस वर्ष या उससे अधिक के हैं, वे वहीं मरेंगे और प्रतिज्ञा किए हुए देश में कभी प्रवेश नहीं करेंगे।”
ताकि वे उस देश में शांति से जी सकें।
शब्द तथ्य:
किद्रोन नाला
तथ्य:
किद्रोन नाला यरूशलेम के ठीक बाहर अर्थात पूर्वी दीवार और जैतून पर्वत के मध्य एक गहरी घाटी है।
- यह घाटी 1,000 मीटर से अधिक गहरी और लगभग 32 किलोमीटर लम्बी है।
- जब राजा दाऊद अपने पुत्र, अबशालेम से बचकर भाग रहा था तब वह किद्रोन नाले से होकर जैतून पर्वत पर चढ़ा था।
- यहूदा के राजा आसा और योशिय्याह ने आज्ञा दी थी कि सब ऊंचे स्थान और झूठे देवताओं की वेदियां जला कर ध्वंस कर दी जाएं तब उनकी राख किद्रोन नाले में डाल दी गई थी।
- राजा हिजकिय्याह के राज्यकाल में याजक मन्दिर से निकाली गई किसी भी अशुद्ध वस्तु को किद्रोन घाटी में फेंक देते थे।
- दुष्ट रानी अतल्याह इसी घाटी में घात की गई थी क्योंकि उसने बहुत दुष्टता के काम किए थे।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: अबशालोम, आसा, अतल्याह, दाऊद, झूठे देवता, हिजकिय्याह, ऊंचे स्थान, योशिय्याह, यहूदा, जैतून पर्वत)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H5674, H6939, G27480, G54930
किलिकिया
तथ्य:
किलिकिया एक छोटा रोमी प्रान्त था जो आज के तुर्किस्तान में दक्षिण पूर्वी क्षेत्र में था। वह एजीयन सागर के सिरे पर था
- प्रेरित पौलुस किलिकिया के तरसुस नगर का नागरिक था।
- दमिश्क के मार्ग पर यीशु से आमना-सामना करने के बाद पौलुस ने अनेक वर्ष किलिकिया में व्यतीत किए थे।
- किलिकिया के कुछ यहूदियों ने स्तिफनुस का सामना किया था और लोगों को उसे पथराव करने के लिए भड़काया था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: पौलुस, स्तिफनुस, तरसुस)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
कुरनेलियुस
तथ्य:
कुरनेलियुस, एक अन्यजाति पुरुष था, वह रोमी सेना में एक अधिकारी था।
- वह परमेश्वर से नियमित प्रार्थना करता था और गरीबों को उदारता से दान देता था।
- प्रेरित पतरस से सुसमाचार सुनकर कुरनेलियुस और उसका परिवार यीशु का विश्वासी हो गया।
- कुरनेलियुस और उसका परिवार प्रथम गैर यहूदी थे, जिन्होंने यीशु में विश्वास किया था।
- इससे यीशु के शिष्यों को समझ में आया कि यीशु सबका उद्धार करने आया था, जिनमें अन्यजातियां भी थी।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: प्रेरित, विश्वास, अन्य-जाति, शुभ सन्देश, यूनानी, सूबेदार)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
कुरिन्थुस, कुरिन्थवासी
तथ्य:
कुरिन्थुस नगर यूनान देश का एक नगर था, ऐथेन्स से लगभग 50 मील पश्चिम में। कुरिन्थवासी कुरिन्थ नगर के निवासी थे।
- कुरिन्थ नगर आरंभिक कलीसियाओं में से एक का स्थान था।
- नये नियम में 1कुरिन्थियों और 2कुरिन्थियों पौलुस द्वारा कुरिन्थ की कलीसिया को लिखे पत्र थे।
- पहली प्रचार यात्रा में पौलुस लगभग 18 महीने कुरिन्थ नगर में ठहरा था।
- कुरिन्थ नगर में पौलुस की भेट दो विश्वासियों, अक्विला और प्रिस्किल्ला से हुई थी।
- कुरिन्थ की कलीसिया से संबन्धित आरंभिक कलीसियाई अगुवों में थे तीमुथियुस, तीतुस, अप्पुलोस और सीलास।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: अप्पुल्लोस, तीमुथियुस, तीतुस)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
कुरेन
तथ्य:
कुरेन एक यूनानी नगर था, भूमध्य सागर के उत्तरी तट पर अफ्रीका में क्रेते द्वीप समूह के सीधे दक्षिण में।
- नये नियम के युग में विश्वासी और यहूदी दोनों ही कुरेन में रहते थे।
- बाइबल में कुरेन नगर संभवतः यीशु का क्रूस उठाने वाले शमौन का निवास स्थान होने के कारण जाना जाता है।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: क्रेते)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: G29560, G29570
कुलुस्से, कुलुस्सियों
तथ्य:
नये नियम के युग में कुलुस्से रोमी प्रदेश फ्रूगिया का एक नगर था। आज यह स्थान दक्षिण पश्चिमी तुर्किस्तान है। कुलुस्सेवासी कुलुस्से के निवासी थे।
- भू-मध्यसागर से 100 मील भीतर कुलुस्से इफिसुस और फरात नदी के मध्य एक महत्वपूर्ण व्यापार मार्ग था।
- रोम के कारावास में पौलुस ने कुलुस्से के विश्वासियों को पत्र लिखकर झूठी शिक्षाओं का सुधार किया था।
- पत्र लिखते समय पौलुस ने कुलुस्से की कलीसिया से भेंट नहीं की थी। उसने अपने मित्र इपफ्रुदीतुस से उस कलीसिया के बारे में सुना था।
- इपफ्रुदीतुस एक मसीही प्रचारक था जिसने कुलुस्से में कलीसिया संगठित की थी।
- फिलेमोन की पत्री कुलुस्से में ही दासों के एक स्वामी को लिखा पौलुस का पत्र था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: इफिसुस, पौलुस)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
कुस्रू
तथ्य:
कुस्रू एक फारसी राजा था जिसने सैनिक अभियान द्वारा 550 ई.पू. में फारसी साम्राज्य की स्थापना की थी। इतिहास में वह कुस्रू महान के नाम से भी जाना जाता है।
- कुस्रू ने बेबीलोन को जीत लिया था, और तब ही से बन्धुआ इस्राएलियों की मुक्ति का आरंभ हुआ।
- कुस्रू जीती हुई जातियों के प्रति अपने सहनशील स्वभाव के लिए प्रसिद्ध था। यहूदियों के साथ उसकी उदारता के व्यवहार के कारण ही बन्धुआई के बाद यरूशलेम मन्दिर का पुनः निर्माण हुआ था।
- कुस्रू के राज्यकाल में दानिय्येल, एज्रा और नहेम्याह जीवित थे।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद)
(यह भी देखें: दानिय्येल, दारा, एज्रा, नहेमायाह, फारस)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
कूश
तथ्य:
कूश नहू के पुत्र, हाम का बड़ा पुत्र था। वह निम्रोद का पूर्वज था। उसके दो भाइयों के नाम मिस्र और कनान थे।
- पुराने नियम के युग में इस्राएल के दक्षिण में एक विशाल क्षेत्र का नाम कूश था। संभव है कि उस स्थान का नाम हाम के पुत्र कुश के नाम पर पड़ा था।
- कूश का प्राचीन क्षेत्र अलग-अलग समयों में आज के सूडान, मिस्र, इथोपिया और संभवतः सऊदी अरब का देश थे।
- एक और पुरुष का नाम कूश हुआ है जिसका उल्लेख भजनों में किया गया है। वह एक बिन्यामीनी था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: अरब, कनान, मिस्र, इथोपिया)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H3568, H3569, H3570
कूश, कूशी
तथ्य:
कूश अफ्रीका का एक देश है जो मिस्र के ठीक दक्षिण में है जिसके पश्चिम में नील नदी और पूर्व में लाल सागर है। कूश का निवासी “कूशी” कहलाता है।
- प्राचीन कूश मिस्र के दक्षिण में था और उसकी सीमाओं में आज के अनेक अफ्रीकी देशों को जैसे सूडान, वर्तमान कूश, सोमालिया, केन्या, यूगांडा, केन्द्रिय अफ्रीका गणराज्य तथा चाड हैं।
- बाइबल में कूश को “कूश” देश या “नूबिया” भी कहा गया है।
- इथोपिया (कूश) और मिस्र देशों का उल्लेख बाइबल में प्रायः एक साथ किया गया है, संभवतः इसलिए कि वे पड़ोसी देश थे और उनके पूर्वज संभवतः एक ही थे।
- परमेश्वर ने प्रचारक फिलिप्पुस को रेगिस्तान में भेजा कि वह इथोपिया के खोजे को यीशु का शुभ सन्देश सुनाए।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: कूश, मिस्र, खोजा, फिलिप्पुस)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
केदार
तथ्य:
केदार इश्माएल के दूसरे पुत्र का नाम था। केदार नाम का एक महत्वपूर्ण नगर भी था, संभवतः इसी पुरुष के नाम पर।
- केदार नगर अरब के उत्तरी भाग में पलिश्तीन की दक्षिणी सीमा पर स्थित था। बाइबल के युग में यह नगर अपने वैभव और सौदंर्य के लिए प्रसिद्ध था।
- केदार के वंशज एक बड़ी जाति हुए जिन्हें “केदार” के नाम से ही जाना जाता था।
- “केदार के काले तम्बू” इसलिए कहा गया है कि केदार जाति बकरी के काले बालों से बने तम्बुओं में रहते थे।
- यह जाति भेड़ बकरियां पालती थी। वे ऊंट को भी सामान लाने ले जाने में उपयोग करते थे।
- बाइबल में “केदार का वैभव” उस नगर एवं वहां के लोगों के बड़प्पन के संदर्भ में है।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: अरब, बकरी, इश्माएल, बलिदान)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
केदेश
तथ्य:
केदेश एक कनानी नगर था जिसे कनान प्रवेश के समय इस्राएलियों ने जीत लिया था।
- ये शहर इस्राएल के उत्तरी क्षेत्र में स्थापित था, उस भू भाग में जो नप्ताली के गोत्र को दिया गया था।
- केदेश शहर उन चुनिन्दा जगहों में से एक था जहां लेवीय याजक रहे थे, क्योंकि उनके पास उनकी अपनी कोई भूमि नहीं थी।
- इस जगह को "शरण का शहर" के रूप में अलग रखा गया था।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद)
(यह भी देखें: कनान, हेब्रोन, लेवी, नप्ताली, याजक, शरण, शेकेम, इस्राएल के बारह गोत्र)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
कैन
तथ्य:
कैन और उसका छोटा भाई हाबिल आदम और हव्वा के प्रथम पुत्र थे जिनका उल्लेख बाइबल में किया गया है।
- कैन एक किसान था और हाबिल पशुपालक था।
- कैन ने ईर्ष्या के कारण क्रोध में आकर अपने भाई हाबिल की हत्या कर दी थी, उसके क्रोधित होने का कारण था कि परमेश्वर ने हाबिल की भेंट स्वीकार की और कैन की भेंट को स्वीकार नहीं किया था।
- दण्डस्वरूप परमेश्वर ने उसे अदन से बाहर निकाल दिया और उसे श्राप दिया कि भूमि उसके लिए फसल उत्पन्न नहीं करेगी।
- परमेश्वर ने कैन के माथे पर एक चिन्ह अंकित कर दिया था कि परमेश्वर उसकी रक्षा करेगा यदि किसी ने उसके प्राण लेने का प्रयास किया।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: आदम, बलि)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
कैफा
तथ्य:
कैफा यीशु और यूहन्ना बपतिस्मा देनेवाले के समय में इस्राएल का महायाजक था।
- यीशु के अभियोग और दण्ड में कैफा ने प्रमुख भूमिका निभाई थी।
- महायाजक हन्ना और कैफा पतरस और यूहन्ना के अभियोग में उपस्थित थे जब उन्हें एक लंगड़े मनुष्य को चंगा करने के लिए बन्दी बनाया गया था।
- कैफा ही था जिसने कहा था कि संपूर्ण देश के विनाश की अपेक्षा, उसके स्थान में एक मनुष्य का मरना उचित है। परमेश्वर ने उससे यह भविष्यद्वाणी करवाई थी कि यीशु अपनी प्रजा के उद्धार के निमित्त जान देगा।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: हन्ना, महा-याजक)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
कैसर
तथ्य:
“कैसर” रोमी साम्राज्य के शासकों का पदनाम था। बाइबल में यह नाम तीन रोमी सम्राटों के संदर्भ में आया है।
- पहला, कैसर "औगुस्तुस कैसर" था, वह यीशु के जन्म के समय सिंहासन पर था।
- लगभग तीस वर्ष पश्चात जब यूहन्ना बपतिस्मा देने वाला प्रचार कर रहा था तब रोमी साम्राज्य का शासक तिबिरियास कैसर था।
- जब यीशु ने लोगों से कहा था कि जो कैसर का है वह कैसर को दो और जो परमेश्वर का है वह परमेश्वर को दो तब कैसर तिबिरियास ही सिंहासन पर था।
- पौलुस ने कैसर की दोहाई दी थी तब कैसर नीरो सिंहासन पर था।
- “कैसर” शब्द का जब पदनाम स्वरूप उपयोग किया गया है तब इसका अनुवाद “सम्राट” या “रोमी शासक” किया जा सकता है।
- कैसर औगुस्तुस या कैसर तिबिरियास आदि के उल्लेख में "कैसर" शब्द की वर्तनी राष्टीय भाषा में उसके उच्चारण के निकटतम हो|
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: राजा, पौलुस, रोम)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
कैसरिया, कैसरिया फिलिप्पी
तथ्य:
कैसरिया भूमध्य सागर के तट पर, कर्मेल पर्वत से 39 कि.मी. दक्षिण की ओर, एक महत्वपूर्ण नगर था। कैसरिया फिलिप्पी इस्राएल के उत्तर-पूर्वी क्षेत्र में हेर्मोन पर्वत के निकट एक नगर था।
- इन नगरों का नाम रोमी सम्राट कैसर के नाम पर पड़ा था।
- यीशु के जन्म के समय तटीय कैसरिया यहूदिया के रोमी प्रांत की राजधानी बन गया।
- प्रेरित पौलुस ने अन्य जातियों में सर्वप्रथम कैसरिया में ही प्रचार किया था।
- पौलुस ने तरसुस के लिए कैसरिया से ही प्रस्थान किया था और अपनी दो प्रचार यात्राओं में वह कैसरिया होकर गया था।
- यीशु और उसके शिष्यों ने कैसरिया फिलिप्पी के क्षेत्रों में सीरिया का भ्रमण किया था। इन दोनों नगरों का नाम हेरोदेस फिलिप्प के नाम पर पड़ा था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: कैसर, अन्य-जाति, झील, कर्मेल, पर्वत हेर्मोन, रोम, तरसुस)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
कोरह, कोरहियों
परिभाषा:
कोरह नामक तीन पुरुष पुराने नियम में हुए थे।
- एसाव के पुत्रों में से एक का नाम कोरह था। वह अपने समुदाय का अगुआ था।
- एक लेवी वंशी भी कोरह नाम का था जो मिलापवाला तम्बू(मण्डप) में याजकीय सेवा करता था। उसने मूसा और हारून से ईर्ष्या करके कुछ लोगों के साथ उनके विरुद्ध विद्रोह किया था।
- कोरह नामक तीसरा पुरुष यहूदा की वंशावली में नामांकित है।
(यह भी देखें: हारून, अधिकार, कालेब, वंशज, एसाव, यहूदा, याजक)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
क्रेते, क्रेती
तथ्य:
क्रेते एक द्वीप है यूनान के दक्षिणी तट पर स्थित है। "क्रेती" वह है जो क्रेते द्वीप पर रहता है।
- प्रेरित पौलुस अपनी सेवकाई की यात्रा में क्रेते द्वीप पर गया था।
- पौलुस ने अपने सहकर्मी तीतुस को क्रेते पर छोड़ दिया था कि वह वहां मसीहियों को सिखाएं और कलीसिया के अगुओं को नियुक्त करे।
(अनुवाद संबंधित सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
बाइबल संदर्भ:
शब्द तथ्य:
क्षयर्ष
तथ्य:
क्षयर्ष एक राजा था जिसने फारस के प्राचीन साम्राज्य पर 20 वर्ष राज किया था वाला।
- यह वह समय था जब बन्धुआ यहूदी बेबीलोन में थे और बेबीलोन फारसी राजा के अधीन हो गया था।
- हो सकता है कि इस राजा का दूसरा नाम क्षयर्ष रहा हो।
- क्रोध में आकर अपनी रानी को पदच्युत करके क्षयर्ष ने एक यहूदी स्त्री, एस्तेर को अपनी पत्नी और रानी बनाया था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद)
(यह भी देखें: बेबीलोन, एस्तेर, इथोपिया, बन्धुआई, फारस)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
खारा ताल, मृत सागर
तथ्य:
खारा ताल (जिसे मृत सागर भी कहा जाता है) पश्चिम में दक्षिणी इस्राएल और पूर्व में मोआब के मध्य था।
- यरदन नदी दक्षिण की ओर बहकर मृत-सागर में गिरती है।
- क्योंकि यह समुद्र से छोटा है, इसे "नमक की झील" कह सकते हैं।
- इस सागर में लवणों की मात्र बहुत अधिक है जिसका अर्थ है कि इसमें जीवन पनप नहीं सकता है। पौधों और जानवरों की कमी "मृत सागर" नाम का कारण है।
- पुराने नियम में इस सागर को "अराबा का सागर" भी कहा गया है या "नेगेव का सागर" क्योंकि इसका भौगोलिक स्थान अराबा और नेगेव के क्षेत्रों के निकट है।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद)
(यह भी देखें: अम्मोन, अराबा, , यरदन नदी, मोआब, नेगेव)
बाइबल के सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
गत, गतवासी, गती
तथ्य:
गत पलिश्तियों के पांच प्रमुख नगरों में से एक था। उसकी भौगोलिक स्थिति एक्रोन के उत्तर में और अश्दोद एवं अश्कलोन के पूर्व में थी।
- पलिश्ती योद्धा गोलियत गत नगर का निवासी था।
- शमूएल के युग में पलिश्तियों ने इस्राएल से वाचा का सन्दूक ले लिया था और उसे अश्दोद में अपने मन्दिर में रख दिया था। उसके बाद वे उसे गत नगर ले गए और बाद में एक्रोन। परन्तु परमेश्वर ने वहां के निवासियों को रोगग्रस्त किया तो उन्होंने वाचा का सन्दूक पुनः इस्राएल भेज दिया था।
- राजा शाऊल से बचकर भागते समय दाऊद गत चला गया था और कुछ समय वहां रहा, उसके साथ उसकी दो पत्नियां और उसके स्वामीभक्त छः सौ पुरुष थे।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद)
(यह भी देखें: अश्दोद, अश्कलोन, एक्रोन, गाज़ा, गोलियत, पलिश्ती)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
गतसमनी
तथ्य:
गतसमनी किद्रोन घाटी के पार, यरूशलेम के पूर्व में जैतून पर्वत के निकट जैतून के वृक्षों की एक वाटिका थी।
- गतसमनी का बाग एक ऐसा स्थान था जहाँ यीशु और उसके चेले भीड़ से दूर अकेले रहने और विश्राम करने जाते थे।
- गतसमनी में ही यहूदी अगुवों द्वारा गिरफ्तार किए जाने से पहले यीशु ने गहरे दुख में प्रार्थना की थी।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: यहूदा इस्करियोति, किद्रोन घाटी, जैतून पर्वत)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
गरार
तथ्य:
गरार कनान में एक नगर और प्रदेश था, हेब्रोन के दक्षिण पूर्व में और बेर्शेबा के उत्तर पश्चिम में।
- राजा अबीमेलेक गरार में अब्राहम और सारा के आप्रवास के समय गरार का राजा था।
- जब इस्राएली कनान में रह रहे थे तब गरार पर पलिश्तियों का अधिकार था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: एअबी मेलेक, बेर्शेबा, हेब्रोन, पलिश्ती)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
गलातिया, गलातियों
तथ्य:
नए नियम के समय में, गलातिया एक बड़ा रोमी प्रांत था जो आज के तुर्किस्तान के मध्य भाग में स्थित है।
- गलातिया के एक भाग सीमा,उत्तर में काला सागर के तट पर थी। उसकी सीमाओं पर एशिया, बिथुनिया, कप्पदोकिया, किलकिया और पंफूलिया थे।
- प्रेरित पौलुस ने गलातिया प्रदेश के विश्वासियों को पत्र लिखा था। यह पत्र नये नियम में “गलातियों के नाम पौलुस की पत्री” के नाम से है।
- गलातिया के विश्वासियों को यह पत्र लिखने में पौलुस का एक उद्देश्य था कि वे कर्मों द्वारा नहीं अनुग्रह द्वारा उद्धार पर बल दें।
- गलातिया प्रदेश में जो अन्य जाति से आनेवाले विश्वासी थे उन्हें यहूदी मत से आनेवाले विश्वासी शिक्षा दे रहे थे कि विश्वासियों को यहूदी नियमों में से कुछ का पालन करना अनिवार्य था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: आसिया, विश्वास, किलिकिया, सुसमाचार, पौलुस, कर्म)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
गलील सागर, किन्नेरेत की झील, गन्नेसरत की झील, तिबिरियुस की झील
तथ्य:
"गलील सागर" पूर्वी इस्राएल में एक झील का नाम है। पुराने नियम में इस झील को “किन्नेरेत की झील” कहते थे
- इस झील का जल प्रवाह दक्षिण की ओर यरदन नदी में होकर मृतसागर में जाता था।
- कफरनहूम, बेतसैदा, गन्नेसरत और तिबरियास कुछ नगर हैं जो नये नियम के युग में गलील सागर के परिवेश में स्थित थे।
- यीशु के जीवन की अनेक घटनाएं गलील सागर पर या उसके निकट घटी थीं।
- गलील सागर को "तिबरियास सागर और गन्नेसरत की झील भी कहते हैं।"
- इस शब्द का अनुवाद इस प्रकार भी किया जा सकता है, "गलील क्षेत्र की झील" या "गलील झील" या "तिबरियास (गन्नेसरत) के निकट झील"
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: कफरनहूम, गलील, यरदन नदी, खारे ताल)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H3220, H3672, G10560, G10820, G22810, G30410, G50850
गलील, गलीली, गलीलियों
तथ्य:
गलील इस्राएल की उत्तरी चरम सीमा पर था, सामरिया के ठीक उत्तर में। गलील का रहनेवाला मनुष्य गलीली कहलाता था।
- नये नियम के युग में गलील, सामरिया और यहूदा इस्राएल के तीन प्रमुख क्षेत्र थे।
- गलील के पूर्व में एक विशाल झील, गलील सागर थी।
- यीशु गलील के नासरत नगर में पला बड़ा हुआ था और वहीं रहता था
यीशु के अधिकांश आश्चर्यकर्म और शिक्षाएं गलील क्षेत्र में ही हुई थी।
(यह भी देखें: नासरत, सामरिया, गलील सागर)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल की कहानियों के उदाहरण:
- 21:10 यशायाह भविष्यद्वक्ता ने कहा कि मसीह गलील में रहेगा, वह खेदित मन के लोगों को शान्ति देगा और बंदियों के लिए स्वतंत्रता का और कैदियों को छुटकारा देगा।
- 26:1 शैतान की परीक्षा पर जय पाने के बाद, यीशु पवित्र आत्मा से भरा हुआ अपने अधिवास, गलील क्षेत्र लौट आया|
- 39:6 अंत में लोगों ने जो वहाँ खड़े थे, पतरस के पास आकर उससे कहा, “हम जानते है कि तू भी यीशु के साथ था क्योंकि तुम दोनों गलील से हो।”
- 41:6 तब स्वर्गदूत ने उन स्त्रियों से कहा , “जाओ और शीघ्र जाकर उसके चेलों से कहो कि यीशु मृतकों में से जी उठा है और वह तुमसे पहले गलील को जाता है।”
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H1551, G10560, G10570
गशूर, गशूरियों
परिभाषा:
राजा दाऊद के युग में गशूर गलील सागर के पूर्व में एक छोटा सा राज्य था, जो इस्राएल और अराम राज्यों के मध्य था।
- राजा दाऊद ने गशूर के राजा की पुत्री माका से विवाह किया था जिससे अबशालोम उत्पन्न हुआ था।
- अपने आधे भाई अम्नोन की हत्या करने के बाद अबशालोम यरूशलेम से उत्तर पूर्व में गशूर की ओर भाग गया था जो 140 मील दूर था। वहाँ वह तीन वर्ष तक रहा।
(यह भी देखें: अबशालोम, अम्नोन, अराम, गलील सागर)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
गाज़ा
तथ्य:
बाइबल के युग में गाज़ा एक समृद्ध पलिश्ती नगर था, भूमध्य-सागर के तट पर, अश्दोद से लगभग 38 किलोमीटर दक्षिण में। यह नगर पलिश्तियों के पांच प्रमुख नगरों में से एक था।
- भौगोलिक स्थिति के कारण गाज़ा एक मुख्य बन्दरगाह था, जहां अनेक जातियों एवं देशों के मध्य व्यापार किया जाता था।
- आज भी गाज़ा नगर गाज़ा पट्टी का एक महत्त्वपूर्ण बन्दरगाह है वह भूमध्यसागर के तट पर और उत्तर तथा पूर्व में इस्राएल की सीमा तथा दक्षिण में मिस्र से घिरा हुआ है।
- पलिश्ती शिमशोन को बन्दी बनाने के बाद गाज़ा ले गए थे।
- प्रचारक फिलिप्पुस गाज़ा जाने वाले रेगिस्तानी मार्ग पर चल रहा था जब उसकी भेंट कूश के खोजे से हुई थी।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: अश्दोद, फिलिप्पुस, पलिश्ती, कूश, गत)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H5804, H5841, G1048
गाद
तथ्य:
लेवी याकूब या इस्राएल के बारह पुत्रों में से एक था। याकूब को इस्राएल का नाम भी दिया गया था।
- गाद का परिवार इस्राएल के 12 गोत्रों में से एक बना था।
- बाइबल में एक और पुरुष जिसका नाम गाद था वह एक भविष्यद्वक्ता था जिसने इस्राएलियों की जनगणना के लिए दाऊद को फटकारा था।
- “बालगाद” और “मिगदल गाद” मूल भाषा में दो शब्द है और कभी-कभी उन्हें “बाल गाद” और मिगदल गाद” लिखा भी गया है।
(अनुवाद के सुझाव:नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: जनगणना, भविष्यद्वक्ता, इस्राएल के बारह गोत्र)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H1410, H1425, G1045
गिदोन
तथ्य:
गिदोन एक इस्राएली पुरुष था, परमेश्वर ने उसे इस्राएल के शत्रुओं से बचाने के लिए खड़ा किया था।
- गिदोन के समय में, मिद्यानी नामक लोगों का एक समूह इस्राएलियों पर आक्रमण करता रहा और उनकी फसलों को नष्ट करता रहा।
- हालाँकि गिदोन डरता था, फिर भी परमेश्वर ने उसका इस्तेमाल इस्राएलियों को मिद्यानियों से लड़ने और उन्हें हराने के लिए किया।
- गिदोन ने भी झूठे देवताओं बाल और अशेरा की वेदियाँ गिराकर परमेश्वर की आज्ञा मानी।
- उसने न केवल लोगों को उनके शत्रुओं को पराजित करने में अगुवाई की बल्कि उन्हें एक सच्चे परमेश्वर यहोवा की आज्ञा मानने और उसकी आराधना करने के लिए प्रोत्साहित किया।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: बाल, अशेरा, छुड़ाएगा, मध्य, यहोवा)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 16:5 यहोवा का दूत गिदोन के पास आया और कहा, “परमेश्वर तेरे संग है, शक्ति शाली योद्धा। इस्राएलियों को मिद्यानियों के हाथ से छुड़ा।”
- 16:6 गिदोन के पिता के पास मूर्ति को समर्पित एक वेदी थी। परमेश्वर ने गिदोन से उस वेदी को नीचे गिराने के लिए कहा।
- 16:8 वहाँ पर वह(मिद्यानी) बहुत थे, उन्हें गिना नहीं जा सकता था। गिदोन ने उन सब इस्राएलियों को एकत्र किया उनसे लड़ने के लिए।
- 16:8 गिदोन ने इस्राएलियों को उनसे लड़ने के लिए एक साथ बुलाया। __गिदोन __ ने परमेश्वर से दो चिह्न मांगे ताकि वह आश्वस्त हो सके कि परमेश्वर उसका उपयोग इस्राएल को बचाने के लिए करेगा।
- 16:10 32,000 इस्राएली सैनिक गिदोन के पास आए, परन्तु परमेश्वर ने उससे कहा कि यह बहुत अधिक है।
- 16:12 तब गिदोन ने इस्राएलियों की छावनी में लौटकर एक एक पुरुष के हाथ में एक नरसिंगा और खाली घड़ा दिया, और घड़ो के भीतर एक मशाल थी।
- 16:15 लोग गिदोन को अपना राजा बनाना चाहते थे।
- 16:16 तब गिदोन ने सोने का उपयोग एक विशेष वस्त्र बनाने के लिए किया जैसा कि महायाजक पहनते थे। लेकिन लोग उसे मूर्ति की तरह पूजने लगे।
शब्द तथ्य:
गिबा
तथ्य:
गिबा यरूशलेम के उत्तर में और बेतेल के दक्षिण में एक नगर का नाम था।
- गिबा नगर बिन्यामीन गोत्र के क्षेत्र में था।
- बिन्यामीन और इस्राएल के मध्य यह एक युद्ध क्षेत्र भी रहा है।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: बिन्यामीन, बेतेल, यरूशलेम)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H1387, H1389, H1390, H1394
गिबोन, गिबोनी, गिबोनियों
तथ्य:
गिबोन एक नगर था जो यरूशलेम के उत्तर-पश्चिम में 13 किलोमीटर दूर था। गिबोन के निवासी गिबोनी कहलाते थे।
- गिबोनियों ने सुना कि इस्राएलियों ने यरीहो और ऐ नगर का विनाश कर दिया है तो वे डर गए थे।
- अतः गिबोनी इस्त्राएलियों के अगुओं के पास गिलगाल आए और ऐसा स्वांग रचा कि वे दूर देश के हैं।
- इस्राएल के अगुओं ने धोखा खाकर गिबोनियों के साथ समझौता कर लिया था कि वे उनकी रक्षा करेंगे और उन्हें नष्ट नहीं करेंगे।
(यह भी देखें: गिलगाल, यरीहो, यरूशलेम)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल की कहानियों के उदाहरण:
- 15:6 परन्तु कनान निवासियों का एक समूह, जो गिबोनी कहलाता है, उन्होंने यहोशू के साथ छल किया और कहा, हम कनान से दूर एक देश से आए है।
- 15:7 कुछ समय बाद, कनान में एक अन्य जाति, एमोरियों के राजा, ने जब यह सुना कि गिबोन के निवासियों ने इस्राएलियों से मेल किया और उनके बीच रहने लगे है, तब सब ने अपनी अपनी सेना इकट्ठी करके एक विशाल सेना तैयार की और गिबोन के सामने डेरे डालकर उस से युद्ध छेड़ दिया।
- 15:8 तब यहोशू सारे योद्धाओं और शुरवीरों को संग लेकर रातों रात गिबोनियों तक पहुँचने के लिए चल पड़े।
शब्द तथ्य:
गिर्गाशियों
तथ्य:
कनान देश में गलील सागर के तट पर रहनेवाली एक जाति को गिर्गाशी कहते थे।
- वे हाम के पुत्र कनान के वंशज थे, अतः वे कनानी कहलानेवाली अनेक जातियों में से एक थे।
- परमेश्वर ने इस्राएलियों से प्रतिज्ञा की थी कि वह गिर्गाशियों तथा अन्य सब कनानी जातियों को हराने में उनकी सहायता करेगा।
- अन्य कनानियों के समान गिर्गाशी भी मूर्तिपूजक थे और मूर्तिपूजा के भाग के रूप में अनैतिक काम करते थे।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: कनान , हाम, नूह)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
गिलगाल
तथ्य:
गिलगाल यरीहो के उत्तर में एक नगर था जहां इस्राएलियों ने यरदन नदी पार करने के बाद सबसे पहली छावनी डाली थी, कनान में।
- गिलगाल में यहोशू ने यरदन नदी के सूखे तल से, जहां से उन्होंने चलकर नदी पार की थी, बारह पत्थर लेकर खड़े किए थे।
- गिलगाल नगर से एलिय्याह और एलीशा ने प्रस्थान किया था, जब यरदन नदी पार करने के बाद एलिय्याह को उठा लिया गया था।
- पुराने नियम में “गिलगाल” नाम के अनेक अन्य स्थान भी थे।
- “गिलगाल” शब्द का अर्थ है, “पत्थरों का गोला” संभवतः यह नाम उस स्थान के संदर्भ में है जहां गोल वेदी बनाई गई थी।
- पुराने नियम में यह नाम लगभग सदैव ही “गिलगाल” कहलाया है। इससे यह संकेत मिलता है कि यह एक निश्चित स्थान का नाम नहीं था वरन् एक स्थान का वर्णन था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद)
(यह भी देखें: एलिय्याह, , एलीशा, यरीहो, यरदन नदी)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
गिलाद, गिलादी, गिलादियों
परिभाषा:
- गिलाद यरदन नदी के पूर्व में एक पर्वतीय प्रदेश है जहां इस्राएली गोत्र गाद, रूबेन, मनश्शे वास करने लगे थे।
- इस क्षेत्र को “गिलाद का पहाड़ी प्रदेश” या “गिलाद पर्वत” भी कहा गया है।
- “गिलाद” पुराने नियम में अनेक पुरुषों का नाम भी था। उनमें से एक मनश्शे का पोता भी था। एक और पुरुष जिसका नाम गिलाद था, वह यिप्तह का पिता था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: गाद, यिप्तह, मनश्शे, रूबेन, इस्राएल के बारह गोत्र)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
गुलगुता
तथ्य:
“गुलगुता” उस स्थान का नाम है जहां यीशु को क्रूस पर चढ़ाया गया था। इस शब्द का मूल अरामी भाषा में है जिसका अर्थ है, “खोपड़ी” या “खोपड़ी का स्थान”।
- गुलगुता स्थान यरूशलेम की शहरपनाह के बाहर कहीं निकटवर्ती स्थान था। संभवतः जैतून पर्वत के ढलान पर।
- बाइबल के कुछ प्राचीन अंग्रेजी अनुवादों में गुलगुता का अनुवाद “कलवरी” किया गया है जिसका मूल लातीनी भाषा में है जो “खोपड़ी” शब्द से आता है।
- अनेक बाइबल संस्करणों में ऐसे शब्द का उपयोग किया गया है जो “गुलगुता” के सदृश्य दिखता हैं या सुनाई देता हैं क्योंकि इस शब्द का अनुवाद बाइबल अभिलेख में किया जा चुका है।
(अनुवाद के सुझाव: नाम का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: अराम, जैतून पर्वत)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
गोलियत
तथ्य:
“गोलियत” पलिश्तियों की सेना में एक लम्बा चौड़ा योद्धा था जिसे दाऊद ने मार गिराया था।
- गोलियत की ऊंचाई 2-3 मीटर की थी। अपने शारीरिक डील-डौल के कारण उसे दानव कहा जाता था।
- यद्यपि गोलियत के पास अधिक अच्छे हथियार थे और शरीर में वह दाऊद से बहुत बड़ा था, परमेश्वर ने दाऊद को शक्ति और योग्यता प्रदान की कि उसे हरा दे।
- गोलियत पर दाऊद की विजय के परिणाम स्वरूप इस्राएलियों को पलिश्तियों पर विजय प्राप्त हुई।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: दाऊद, पलिश्ती)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
गोशेन
परिभाषा:
गोशेन मिस्र के उत्तरी भाग में नील नदी के परिवेश में बसा एक उपजाऊ प्रदेश था।
जब यूसुफ मिस्र का प्रधान था तब उसका पिता और उसके भाई अपने परिवारों के साथ आकर गोशेन में बस गए थे क्योंकि कनान में अकाल पड़ गया था।
- वे और उनके वंशज 400 वर्ष तक गोशेन में शान्तिपूर्वक रहे उसके बाद मिस्र के फ़िरौन ने उन्हें दास बना लिया।
- अन्त में परमेश्वर ने मूसा को भेजा कि गोशेन से निकल कर दासत्व से मुक्त होने में इस्राएलियों की सहायता करे।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: मिस्र, अकाल, मूसा, नील नदी)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
जकर्याह (नया नियम)
तथ्य:
जकर्याह एक यहूदी याजक था जो यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले का पिता हुआ।
- जकर्याह परमेश्वर से प्रेम करता था और उसकी आज्ञा मानता था।
- जकर्याह और उसकी पत्नी इलीशिबा ने वर्षों सन्तान प्राप्ति की प्रार्थना की थी परन्तु उन्हें पुत्र प्राप्त नहीं हुआ था। जब वे वृद्धावस्था को प्राप्त हुए तब परमेश्वर ने उनकी प्रार्थना सुनकर उन्हें पुत्र दिया।
- जकर्याह ने भविष्यद्वाणी की थी कि उसका पुत्र यूहन्ना एक भविष्यद्वक्ता होगा जो मसीह के लिए मार्ग तैयार करेगा।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: मसीह, इलीशिबा, भविष्यद्वक्ता)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल की कहानियों के उदाहरण:
- 22:1 अकस्मात् ही एक स्वर्गदूत जकर्याह नामक वृद्ध याजक के पास परमेश्वर का संदेश लेकर आया। जकर्याह और उसकी पत्नी इलीशिबा वे दोनों परमेश्वर के सामने धर्मी थे, परन्तु उसके पास संतान नहीं थी।
- 22:2 स्वर्गदूत ने जाकर्याह से कहा, “तेरी पत्नी इलीशिबा तेरे लिए एक पुत्र को जन्म देगी। और तू उसका नाम यूहन्ना रखना।”
- 22:3 तुरन्त ही, जकर्याह गूंगा हो गया।
- 22:7 तब परमेश्वर ने जकर्याह को बोलने में सक्षम किया और वह फिर से बोलने लगा।
शब्द तथ्य:
ज़कर्याह (पुराना नियम)
तथ्य:
जकर्याह फारसी राजा, दारा प्रथम के युग में भविष्यद्वाणी करनेवाला एक भविष्यद्वक्ता था। पुराने नियम में जकर्याह नाम की पुस्तक में उसकी भविष्यद्वाणियां हैं जिनमें लौटने वाले निर्वासितों से मंदिर के पुन: निर्माण के लिए आग्रह किया।
- भविष्यद्वक्ता ज़कर्याह, एज्रा, नहेम्याह, जरूब्बाबेल तथा भविष्यद्वक्ता हागै का समकालीन था। यीशु द्वारा उसका उल्लेख यीशु ने उन अंतिम भविष्यवक्ताओं में क्या है जिनको पुराने नियम के समय घात किया गया था।
- जकर्याह नाम का एक और पुरुष था जो राजा दाऊद के समय मिलाप वाले मंदिर का प्रमुख द्वारपाल था।
- राजा यहोशापात के पुत्रों में से एक का नाम जकर्याह था जिसकी हत्या उसी के भाई यहोराम ने की थी।
- जकर्याह नाम का एक याजक भी था जिसने प्रजा को मूर्तिपूजा के लिए फटकारा था और लोगों ने उसे पत्थरवाह कर दिया था।
- राजा जकर्याह यारोबाम का पुत्र था, उसने मात्र छः महीने राज किया था और उसकी हत्या कर दी गई थी।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद)
(यह भी देखें: दारा, एज्रा, यहोशापात, यारोबाम, नहेम्याह, जरूब्बाबेल)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
जक्कई
तथ्य:
जक्कई यरीहो में चुंगी लेनेवाला अधिकारी था, वह यीशु को देखने के लिए पेड़ पर चढ़ गया था।
- यीशु में विश्वास करके जक्कई पूर्णतः बदल गया था।
- उसने लोगों को धोका देने के पाप का पश्चाताप किया और अपनी आधी सम्पत्ति गरीबों में बांटने की प्रतिज्ञा की थी।
- उसने यह प्रतिज्ञा भी की थी कि जिनसे उसने अवैध कर वसूल किया है उन्हें वह चारगुणा लौटा देगा।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: विश्वास, प्रतिज्ञा, मन फिराव, पाप, कर, चुंगी लेनेवाला)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
जबूलून
तथ्य:
जबूलून याकूब और लिआ: का आखरी पुत्र था और इस्राएल के बारह गोत्रों में से एक गोत्र का नाम था।
- जबूलून के गोत्र को खारे ताल के पश्चिम में भूमि दी गई थी।
- कभी-कभी इस गोत्र के निवास स्थान को भी "जबूलून" कह कर पुकारा जाता था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: याकूब, लिआ:, खारे ताल, इस्राएल के बारह गोत्र)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H2074, H2075, G2194
जब्दी
तथ्य:
जब्दी गलील से एक मछुआरा था जो अपने बेटों, याकूब और यूहन्ना, जो यीशु के चेले थे, के कारण जाना जाता है। वे अक्सर नए नियम में "जब्दी के पुत्र" के रूप में पहचाने जाते हैं।
- जब्दी के पुत्र भी मछुआरे थे और उसके साथ मछली पकड़ने का काम किया करते थे।
- याकूब और यूहन्ना ने अपने पिता जब्दी के साथ मछली पकड़ने का काम छोड़ दिया और यीशु के पीछे हो लिए।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: चेले, मछुवारे, याकूब (जब्दी का पुत्र), यूहन्ना (प्रेरित))
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
जरुब्बाबेल
तथ्य:
पुराने नियम के युग में जरूब्बाबेल नामक दो पुरुष इस्राएल में हुए थे।
- इनमें से एक यहोयाकीम और सिदकियाह का वंशज था।
- एक और जरूब्बाबेल, शेलतीएल का पुत्र, एज्रा और नहेम्याह के समय यहूदा के गोत्र का प्रधान था जब फारस के राजा कुस्रू ने इस्राएलियों को बेबीलोन की बन्धुआई से मुक्त किया था।
- जरूब्बाबेल और महायाजक येशू उन लोगों में से थे जिन्होंने परमेश्वर के मन्दिर और वेदी के पुनः निर्माण में हाथ बंटाया था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: बाबेल, बन्दी, कुस्रू, एज्रा, महा-याजक, यहोयाकीम, यहोशू, यहूदा, नहेम्याह, फारस, सिदकियाह)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H2216, H2217, G2216
जिब्राईल
तथ्य:
परमेश्वर के एक प्रधान स्वर्गदूत का नाम जिब्राईल था। पुराने नियम और नये नियम में उसका नाम अनेक बार आया है।
- परमेश्वर ने जिब्राईल को भविष्यद्वक्ता दानिय्येल के पास भेजा था कि उसके दर्शन का अर्थ समझाए।
- एक बार और, जब दनिय्येल प्रार्थना कर रहा था तब स्वर्गदूत जिब्राईल उड़ कर उसके पास आया और उसे भावी घटनाओ की भविष्यद्वाणी सुनाई। दानिय्येल उसे एक "पुरुष" की संज्ञा दी थी।
- नये नियम में जिब्राईल जकर्याह के पास आया था कि उसकी वृद्ध पत्नी इलीशिबा द्वारा पुत्र प्राप्ति का भविष्यद्वाणी करे।
- उसके छः महीने बाद जिब्राईल को मरियम के पास भेजा गया कि उसे परमेश्वर के चमत्कार द्वारा पुत्र प्राप्ति का संदेश सुनाए, वह पुत्र "परमेश्वर का पुत्र" होगा। जिब्राईल ने
मरियम से कहा था कि वह अपने पुत्र का नाम यीशु रखे।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: स्वर्गदूत, दानिय्येल, इलीशिबा, यूहन्ना (बपतिस्मा देनेवाला), मरियम, भविष्यद्वक्ता, परमेश्वर का पुत्र, जकर्याह (नया नियम))
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H1403, G10430
जैतून पर्वत
परिभाषा:
जैतून पर्वत यरूशलेम के पूर्व में एक ऊंची पहाड़ी है। उसकी ऊंचाई 787 मीटर है।
- पुराने नियम में इस पर्वत को कभी-कभी “यरूशलेम के पूर्व का पर्वत” कहा गया है।
- नये नियम में अनेक अवसरों का उल्लेख है जब यीशु अपने शिष्यों के साथ जैतून पर्वत पर प्रार्थना करने और विश्राम करने गया था।
- यीशु को गतसमनी की वाटिका में बन्दी बनाया गया था, यह भी जैतून के पहाड़ पर है।
- इसका अनुवाद “जैतून का पहाड़” या “जैतून के पेड़ों का पर्वत” किया जा सकता है।
(यह भी देखें: नामों का अनुवाद)
(यह भी देखें: गतसमनी, जैतून)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H2022, H2132, G37350, G16360
तरसुस
तथ्य:
तरसुस, रोमी साम्राज्य किलकिया में एक प्राचीन एवं समृद्ध नगर था, यह स्थान आज दक्षिणी मध्य तुर्किस्तान है।
- एक मुख्य नदी और भूमध्य-सागर के तट पर स्थित होने के कारण वह स्थान एक महत्वपूर्ण व्यापार मार्ग का भाग था।
- एक समय में यह किलिकिया की राजधानी थी।
- नए नियम में, तरसुस को प्रेरित पौलुस के गृह नगर के रूप में जाना जाता था।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: किलिकिया, पौलुस, प्रदेश, समुद्र)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
तर्शीश
तथ्य:
बाइबिल के समय में, तर्शीश भूमध्य सागर पर स्थित एक बंदरगाह शहर था। शहर का विशिष्ट स्थान अज्ञात है। साथ ही, पुराने नियम में तर्शीश नाम के दो अलग-अलग पुरुषों का उल्लेख है।
- तर्शीश शहर एक बहुत समृद्ध बंदरगाह शहर था, जिनके जहाजों ने बहुमूल्य उत्पादों को खरीदने, बेचने या व्यापार करने के लिए किया था। बाइबल बताती है कि राजा सुलेमान ने तर्शीश में तैनात जहाजों का एक बेड़ा रखा था।
- पुराने नियम योना भविष्यद्वक्ता निनवे में प्रचार करने के लिए परमेश्वर के आदेश का पालन करने के बजाय एक जहाज पर तर्शीश के शहर के लिए निकला।
- येपेत के पौत्रों में से एक का नाम तर्शीश था।
- राजा क्षयर्ष के बुद्धिमान लोगों में से एक का नाम तार्शिश था।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: एस्तेर, येपेत, योना, नीनवे, फीनीके, ज्योतिष)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
तामार
तथ्य:
तामार पुराने नियम में अनेक स्त्रियों का नाम हुआ है। यह पुराने नियम में कई शहरों या स्थानों का भी नाम था।
- तामार यहूदा की बहू का नाम था। उससे पेरेज उत्पन्न हुआ जो यीशु का पूर्वज था।
- राजा दाऊद की पुत्रियों में से एक का नाम भी तामार था, वह अबशालोम की बहन थी। उसके आधे भाई अम्नोन ने उसके साथ बलात्कार करके उसे उजाड़ दिया था।
- अबशालोम की पुत्री का नाम भी तामार।
- 'हज़जोन तामार' नामक शहर खारे सागर के पश्चिमी तट पर एनगदी शहर के समान था। एक "बाल तामार" भी है, और सामान्य संदर्भ "तामार" नामक जगह जो शहरों से अलग हो सकते हैं।
(यह भी देखें: अबशालोम, पूर्वजों, अम्नोन, दाऊद, पूर्वजों, यहूदा, खारे ताल)
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
बाइबल संदर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H1193, H2688, H8412, H8559
तिर्सा
तथ्य:
तिर्सा एक महत्त्वपूर्ण कनानी नगर था जिसे इस्राएल ने जीत लिया था। यह गिलाद की बेटी का नाम भी था, जो मनश्शे के वंशज थे।
- तिर्सा नगर मनश्शे के गोत्र के भू-भाग में था। माना जाता है कि यह नगर शकेम के उत्तर में लगभग 10 मील दूर था।
- साल बाद, इस्राएल के चार राजाओं के शासनकाल के दौरान, तिर्सा , इस्राएल के उत्तरी राज्य का एक अस्थायी राजधानी बन गया।
- तिर्सा मनश्शे की पोतियों में से एक का नाम था। उनके पिता की मृत्यु के बाद से जमीन का एक हिस्सा देने के लिए कहा और क्योंकि उनके पिता का कोई बेटा नहीं था जैसा सामान्य रिवाज था।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: कनान, अधिकारी होना, इस्राएल का राज्य, मनश्शे, शेकेम)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
तीतुस
तथ्य:
तीतुस एक अन्यजाति था। उसे पौलुस द्वारा प्रारंभिक कलीसियो में अगुआई करने के लिए प्रशिक्षित किया गया था।
- पौलुस द्वारा तीतुस को लिखा गया एक पत्र नया नियम की पुस्तकों में से एक है।
- इस पत्र में पौलुस ने तीतुस को क्रेते के द्वीप पर कलीसियाओं में प्राचीनों को नियुक्त करने का निर्देश दिया था।
- मसीहियों को लिखे अपने कुछ पत्रों में, पौलुस ने तीतुस को ऐसे किसी व्यक्ति के रूप में बताया, जिसने उसे प्रोत्साहित किया और उसे खुशी दी।
(अनुवाद के संबन्ध में सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: नियुक्त, विश्वासी, कलीसिया, खतना, क्रेते, प्राचीन, प्रोत्साहन, निर्देश, अगुआ)
बाइबल संदर्भ:
शब्द तथ्य:
तीमुथियुस
तथ्य:
तीमुथियुस लुस्त्रा निवासी एक युवक था. बाद में वह पौलुस के साथ अनेक प्रचार यात्राओं पर गया और विश्वासियों के नए समुदायों का मार्गदर्शन किया.
- उसकी नानी लोइस और माता यूनीके दोनों यहूदी थे और मसीह यीशु के विश्वासी थे परन्तु उसका पिता यूनानी था.
- धर्मवृद्धों और पौलुस ने तीमुथियुस के सिर पर हाथ रखकर प्रार्थना की और उसे मसीही सेवा में नियुक्त किया था.
- नये नियम में दो पुस्तकें, (1और 2तीमुथियुस) पौलुस द्वारा तीमुथियुस को लिखे पौलुस के दो पत्र हैं जिनमें तीमुथियुस को,स्थानीय कलीसिया के युवा अगुआ होने के कारण,मार्गदर्शन प्रदान किया गया है.
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: नियुक्त करना, विश्वास, कलीसिया, यूनानी, सेवक)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
तुखिकुस
तथ्य:
तुखिकुस सुसमाचार प्रचार में पौलुस का साथी सेवक था।
- तुखिकुस पौलुस की एशिया प्रचार सेवा में कम से कम एक बार गया था।
- पौलुस उसे “प्रिय” और “विश्वासयोग्य” कहता था।
- तुखिकुस इफिसुस और कुलुस्से में पौलुस के पत्र लेकर गया था।
(अनुवाद संबंधित सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: आसिया, प्रिय, कुलुस्से, इफिसुस, विश्वासयोग्य, शुभ सन्देश, अगुआ)
बाइबल संदर्भ:
शब्द तथ्य:
तूबल
तथ्य:
पुराने नियम में तूबल नामक अनेक पुरुष हुए थे।
- येपेत के पुत्रों में से एक का नाम तूबल था।
- “तूबल-कैन” लेमेक का पुत्र था और कैन का वंशज।
- यशायाह और यहेजकेल भविष्यद्वक्ताओं ने भी एक जाति तूबल की चर्चा की है।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: कैन, वंशज, यहेजकेल, यशायाह, येपेत, लेमेक, जाति, भविष्यद्वक्ता)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
तेरह
तथ्य:
तेरह नूह के पुत्र शेम का वंशज था। वह अब्राम, नाहोर और हारान का पिता था।
- तेरह ने अपने पुत्र अब्राम के साथ कनान जाने के लिए ऊर से कूच किया, साथ में उसका भतीजा लूत और अब्राम की पत्नी सारै भी थे।
- कनान के मार्ग में वे कुछ समय मेसोपोटामिया के हारान नगर में ठहरे। तेरह हरान में मर गया, उसकी आयु 205 वर्ष की थी।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: अब्राहम, कनान, हारान, लूत, मेसोपोटामिया, नाहोर, सारा, शेम, ऊर)
बाइबल सन्दर्भ:
उत्पत्ति 11:31-32
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H8646, G22910
त्रोआस
तथ्य:
त्रोआस नगर एक बंदरगाह था जो प्राचीन रोम के एशिया प्रांत के पश्चिमी तट पर बसा था।
- पौलुस सुसमाचार का प्रचार करने के लिए विभिन्न क्षेत्रों के दौरे के दौरान त्रोआस में कम से कम तीन बार गया था।
- उसी नगर की एक घटना है कि पौलुस देर रात तक प्रचार कर रहा था और एक युवक यूतुखुस को नींद आ गई। वह बहुत ऊंचे पर खिड़की में बैठा था इसलिए वह बाहर गिर गया और मर गया। परमेश्वर के सामर्थ्य से पौलुस ने उसे पुनः जीवित किया।
- जब पौलुस रोम के बन्दीगृह में था तब उस ने तीमुथिमुस को पत्र लिखा था कि वह त्रोआस से उसके कुंडली ग्रन्थ और बागा ले आए, जिन्हें वह वहां छोड़ आया था।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: एशिया, प्रचार करना, प्रदेश, खड़ा करना, रोम, कुंडली-ग्रन्थ, तीमुथियुस)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
थिस्सलुनिके, थिस्सलुनीकियों, थिस्सलुनीकियों
तथ्य:
नये नियम के युग में थिस्सलुनिके प्राचीन रोमी राज्य के मकिदुनिया की राजधानी थी। उस नगर के लोग “थिस्सलोनिकेवासी” कहलाते थे।
- थिस्सलुनिके नगर एक महत्वपूर्ण बंदरगाह था और एक प्रमुख मुख्य मार्ग पर स्थित था जिसके द्वारा रोम पूर्वी क्षेत्र से जुड़ता था।
- सिलास और तीमुथियुस के साथ पौलुस अपनी दूसरी प्रचार यात्रा में इस नगर में गया और वहाँ एक फलवन्त कलीसिया तैयार की। पौलुस ने अपनी तीसरी प्रचार यात्रा में भी इस नगर की कलीसिया से भेंट की थी।
- पौलुस ने थिस्सलुनिके की कलीसिया को दो पत्र लिखे थे। ये दोनों पत्र (पहला थिस्सलुनीकियों और दूसरा थिस्सलुनीकियों) नये नियम में संग्रहित है।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: मकिदुनिया, पौलुस, रोम)
बाइबल के सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
थोमा
तथ्य:
थोमा यीशु के बारह चेलों में से एक था जो आगे चलकर प्रेरित कहलाए। उसे “दिदुमुस” भी कहा गया था,जिसका अर्थ है "जुड़वा।"
- यीशु की मृत्यु से पहले, उसने अपने शिष्यों से कहा कि वह पिता के साथ रहने जा रहा था और उनके साथ रहने के लिए एक जगह तैयार करेगा। थोमा ने यीशु से पूछा कि वे कैसे वहां पहुंचने का तरीका जान सकते हैं जब उन्हें पता भी नहीं कि वह कहाँ जा रहा है।
- यीशु के मृत्यु और जी उठने के बाद, थोमा ने कहाँ जब तक वह यीशु के घावों को छूकर न देखें तब तक विश्वास नहीं करेगा की यीशु वास्तव में जी उठा है।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: प्रेरित, चेले, परमेश्वर पिता, बारहों)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
दक्षिण देश
तथ्य:
नेगेव इस्राएल के दक्षिणी भाग में एक रेगिस्तानी क्षेत्र था जो खारे ताल के दक्षिणपूर्व में था।
- मूल शब्द, नेगेव का अर्थ है “दक्षिण” कुछ अंग्रेजी अनुवादों में यही अनुवाद किया गया है।
- हो सकता है कि जहां आज नेगेव रेगिस्तान है वह "दक्षिण" नहीं है|
- कादेश में वास करते समय अब्राहम नेगेव या दक्षिणी क्षेत्र में था।
- इसहाक नेगेव में ही रहता था जब रिबका यात्रा करके उससे विवाह करने आई थी।
- यहूदियों के गोत्र का यूहदा और शमौन इस दक्षिणी भाग में रहते थे।
- नेगेव क्षेत्र का सबसे बड़ा नगर बर्शेबा था।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: अब्राहम, बेर्शेबा, इस्राएल, यहूदा, कादेश, खारे ताल, शमौन)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
दमिश्क
तथ्य:
दमिश्क सीरिया की राजधानी है। यह नगर आज भी वहीं है जहां वह बाइबल युग में था।
- दमिश्क दुनिया के सबसे पुराने, लगातार आबाद शहरों में से एक है।
- अब्राहम के युग में दमिश्क अराम राज्य (अराम राज्य आज के सीरिया में था) की राजधानी था।
- संपूर्ण पुराने नियम में दमिश्क के निवासियों और इस्राएली प्रजा के मध्य पारस्परिक क्रिया के अनेक संदर्भ हैं।
- बाइबल की कई भविष्यद्वाणियां दमिश्क के विनाश की भविष्यवाणी करती हैं। हो सकता है कि ये भविष्यद्वाणियां तब पूरी हुई हों जब अश्शूर ने पुराने नियम के समय में शहर को नष्ट कर दिया था, या भविष्य में इस शहर का और अधिक पूर्ण विनाश भी हो सकता है।
- नए नियम में, फरीसी शाऊल (बाद में पौलुस के नाम से जाना गया) दमिश्क शहर में मसीहीयों को बन्दी बनाने के लिए जा रहा था जब यीशु ने उसका सामना किया और उसे विश्वासी बना दिया।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: अराम, अश्शूर, विश्वास, सीरिया)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
दलीला
तथ्य:
दलीला एक पलिश्ती स्त्री थी जिससे शिमशोन प्रेम करने लगा था परन्तु वह उसकी पत्नी नहीं थी।
- दलीला शिमशोन से अधिक पैसो से प्रेम करती थी।
- पलिश्तियों ने दलीला को घूस देकर शिमशोन की शक्तियों को विमुख करने का भेद जानने के लिए कहा। उसकी शक्ति समाप्त हो जाने पर पलिश्तियों ने उसे बन्दी बना लिया।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद)
(यह भी देखें: घूस, पलिश्ती, शिमशोन)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
दाऊद
तथ्य:
दाऊद इस्राएल का दूसरा राजा था, वह परमेश्वर से प्रेम रखता था और उसकी सेवा करता था। भजन-संहिता का मुख्य लेखक वही था।
- दाऊद अपने परिवार की भेड़ें चराते समय किशोर ही था कि परमेश्वर ने उसे इस्राएल का दूसरा राजा होने के लिए चुन लिया था।
- दाऊद एक महान योद्धा था और उसने शत्रुओं के विरूद्ध अनेक युद्धों में इस्राएल का नेतृत्व किया था। पलिश्ती गोलियत जैसे दानव का वध करने के लिए वह प्रसिद्ध है।
- राजा शाऊल ने दाऊद की हत्या करने का प्रयास किया परन्तु परमेश्वर ने उसे सुरक्षित रखा और शाऊल के मृत्यु के बाद उसे राजा बनाया।
- दाऊद ने प्रायश्चित किया तो परमेश्वर ने उसका भयानक पाप क्षमा कर दिया था।
- मसीह यीशु को “दाऊद की सन्तान” कहा गया है क्योंकि वह दाऊद का वंशज था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: गोलियत, पलिश्ती, शाऊल (पुराना नियम))
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 17:02 शाऊल के स्थान पर परमेश्वर ने एक जवान इस्राएली को चुना जिसका नाम दाऊद था। बैतलहम नगर में दाऊद एक चरवाहा था। ... दाऊद एक बहुत ही नम्र व धर्मी पुरुष था, जो परमेश्वर की आज्ञाओं का पालन करता था।
- 17:03 दाऊद एक बहुत ही महान सैनिक और अगुआ था। जब दाऊद एक जवान युवक था, वह गोलियत नामक दानव के विरुद्ध भी लड़ा।
- 17:04 शाऊल यह देख कि लोग दाऊद को प्रेम करते है उससे ईर्ष्या रखने लगा। शाऊल ने दाऊद को मारने का कई बार प्रयास किया, इस कारण दाऊद शाऊल से छिप रहा था।
- 17:05 परमेश्वर ने दाऊद को आशीर्वाद दिया और उसे सफल बनाया। दाऊद ने बहुत से युद्ध लड़े और परमेश्वर ने उसकी सहायता की इस्राएल के शत्रुओं को पराजित करने में।
- 17:06 दाऊद चाहता था कि वह एक मंदिर का निर्माण करें जिसमें सभी इस्राएली परमेश्वर की उपासना करें और बलिदान चढाएँ।
- 17:09 दाऊद ने कई वर्षों तक न्याय व निष्ठा के साथ शासन किया, और परमेश्वर ने उसे आशीर्वाद दिया। हालांकि, अपने जीवन के अंतिम पड़ाव में उसने परमेश्वर के विरुद्ध भयानक अपराध किया।
- 17:13 दाऊद ने जो कुछ भी किया उसे लेकर परमेश्वर का क्रोध उस पर भड़का, परमेश्वर ने नातान भविष्यद्वक्ता द्वारा दाऊद को कहलवा भेजा कि उसके पाप कितने बुरे है। दाऊद को अपने किए हुए अपराधों पर पश्चाताप हुआ और परमेश्वर ने उसे क्षमा किया। अपने बाकी बचे हुए जीवन में, दाऊद ने परमेश्वर की आज्ञाओं का पालन किया, यहाँ तक कि कठिन समय में भी।
शब्द तथ्य:
दाऊद का घराना
तथ्य:
“दाऊद के घराने” का अर्थ है राजा दाऊद के वंशज या उसका परिवार।
- इसका अनुवाद “दाऊद के वंशज” या “दाऊद का परिवार” या “राजा दाऊद का कुल” हो सकता है
- क्योंकि यीशु दाऊद का वंशज था वह “दाऊद के घराने” का था।
- कभी-कभी “दाऊद का घराना” या “दाऊद का वंश” दाऊद के जीवित वंशजों के संदर्भ में भी है।
- अन्यथा यह उक्ति सामान्यतः उसके सब वंशजों के संदर्भ मे है, जो मर गए उनके भी।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: दाऊद, वंशज, घराना, यीशु, राजा)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H1004, H1732, G11380, G36240
दाऊद का नगर
तथ्य:
"दाऊद का नगर" यरूशलेम और बैतलहम दोनों का दूसरा नाम है।
- यरूशलेम वह नगर है जिसमें दाऊद इस्राएल पर राज करते समय रहता था।
- बैतलहम वह नगर था जहां दाऊद का जन्म हुआ था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: दाऊद, बैतलहम, यरूशलेम)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H1732, H5892, G11380, G41720
दान
तथ्य:
दान याकूब का पांचवां पुत्र था और इस्राएल के बारह गोत्रों में से एक था। कनान के उत्तरी भाग में जहां यह गोत्र बस गया था उस स्थान का नाम भी दान पड़ गया था।
- अब्राहम के युग में यरूशलेम के पश्चिम में एक नगर का नाम भी दान था।
- वर्षों बाद जब इस्राएली प्रतिज्ञा के देश में आए तब यरूशलेम के उत्तर में 60 मील दूर एक नगर का नाम दान था।
- “दानियों” शब्द दान के वंशजों के संदर्भ में है जो इसी कुल के सदस्य थे।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: कनान, यरूशलेम, इस्राएल के बारह गोत्र)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H1835, H1839, H2051
दानिय्येल
तथ्य:
दानिय्येल एक इस्राएली भविष्यद्वक्ता था जिसे 600 ई.पू. में नबूकदनेस्सर द्वारा बन्दी बनाकर बेबीलोन ले जाया गया था, उस समय वह युवावस्था में ही था।
यह वह समय था जब यहूदा से अनेक इस्राएली बेबीलोन में 70 वर्ष के लिए बन्धुआई में थे।
- दानिय्येल को कसदी नाम, बेलतशस्सर रखा गया।
- दानिय्येल एक सम्मानित एवं धर्मी मनुष्य था, वह परमेश्वर की आज्ञाओं को मानता था।
- परमेश्वर ने दानिय्येल को योग्यता प्रदान की थी कि वह बेबीलोन के राजाओं के अनेक स्वप्न एवं दर्शनों का अर्थ उन्हें समझाएं।
- उसकी योग्यता और सम्मानित चरित्र के कारण दानिय्येल को बेबीलोन साम्राज्य में अगुआई का ऊंचा स्थान दिया गया था।
- अनेक वर्ष बाद दानिय्येल के बैरियों ने राजा दारा के साथ चतुराई करके आज्ञा निकलवाई कि प्रजा राजा की अपेक्षा अन्य किसी ईश्वर की उपासना न करे। दानिय्येल ने परमेश्वर से प्रार्थना करना नहीं छोड़ा, परिणामस्वरूप उसे शेरों के गुफा में डाल दिया गया। परन्तु परमेश्वर ने उसकी रक्षा की और शेरों ने उसे किसी प्रकार की हानि नहीं पहुंचाई।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: बाबेल, नबूकदनेस्सर)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H1840, H1841, G1158
दारा
तथ्य:
दारा नाम फारस के अनेक राजाओं का था। संभव है कि “दारा” नाम की अपेक्षा एक उपाधि थी।
- “मादी दारा” को जाल में फंसा कर दानिय्येल विरोधियों ने दानिय्येल को यहोवा की उपासना के कारण सिंहों की मान्द में डलवा दिया था।
- “फारसी दारा” ने एज्रा और नहेम्याह के समय यरूशलेम के मन्दिर के पुनः निर्माण हेतु प्रबन्ध किया था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: फारस, बाबेल, दानिय्येल, एज्रा, नहेम्याह)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
नप्ताली
तथ्य:
नप्ताली याकूब का छठवां पुत्र था। उसके वंशज नप्ताली के गोत्र कहलाए जो इस्राएल के 12 गोत्रों में से एक था।
- कभी-कभी नाम नप्ताली उनके निवास स्थान के लिए भी काम में लिया गया है। (देखें: उपलक्षण)
- नप्ताली का भूभाग इस्राएल के उत्तर में था, दान और आशेर के साथ। इसकी पूर्वी सीमा किन्नेरेत सागर के पश्चिमी किनारे पर थी।
- इस गोत्र की चर्चा पुराने नियम और नये नियम दोनों में की गई है।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: आशेर, दान, याकूब, गलील सागर, इस्राएल के बारह गोत्र)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
नबूकदनेस्सर
तथ्य:
नबूकदनेस्सर बेबीलोन साम्राज्य का राजा था जिसकी शक्तिशाली सेना ने अनेक जातियों और देशों को जीता था।
- नबूकदनेस्सर की अगुआई में बेबीलोन की सेना ने यहूदा राज्य को जीत कर अधिकांश यहूदियों को बन्दी बनाया और बेबीलोन ले गए। बंदियों को 70 साल की अवधि के लिए वहां रहने के लिए मजबूर किया गया था जिसे "बेबीलोन का निर्वासन" कहा जाता था।
इन बन्धुआ लोगों में एक था दानिय्येल, जिसने नबूकदनेस्सर के स्वप्नों का अर्थ बताया था।
- इस्राएली बन्धुआ लोगों में तीन पुरुष और भी थे, हनन्याह, मीशाएल और अजर्याह, जिनको नबूकदनेस्सर ने आग में डलवाया था क्योंकि उन्होंने उसकी सोने की विशाल मूरत को दण्डवत् करने से इन्कार कर दिया था।
- राजा नबूकदनेस्सर अभिमानी था और देवताओं की पूजा करता था। यहूदा को जीतने पर उसने यरूशलेम के मन्दिर में से सोने चांदी के पात्र लूट लिए थे।
- नबूकदनेस्सर घमण्डी था और झूठे देवताओं की पूजा से विमुख नहीं होता था इसलिए परमेश्वर ने उसे सात वर्ष तक निराश्रय रख कर पशु के समान जीवन दिया था। सात वर्ष बाद जब वह नम्र बना और एकमात्र सच्चे परमेश्वर यहोवा की स्तुति की तब परमेश्वर ने उसको पुनः स्थापित किया।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: अभिमानी, अजर्याह, बाबेल, हनन्याह, मीशाएल)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 20:06 अश्शूरों द्वारा इस्राएल राज्य को नष्ट करने के लगभग सौ वर्षों बाद, परमेश्वर ने बेबीलोन के राजा नबूकदनेस्सर को भेजा, यहूदा पर आक्रमण करे |
- 20:06 बेबीलोन एक शक्तिशाली साम्राज्य था। यहूदा का राजा, नबूकदनेस्सर का सेवक बनकर उसे हर वर्ष बहुत सा धन देने के लिए राज़ी हो गया |
- 20:08 विद्रोह करने के लिए यहूदा के राजा को दंडित किया गया और नबूकदनेस्सर के सैनिकों ने उसके पुत्र को उसी के सामने मार डाला और उसके बाद उसे नेत्रहीन बना दिया |
- 20:09 नबूकदनेस्सर और उसके सैनिक लगभग सभी यहूदियों को बंदी बनाकर बेबीलोन ले गए, वहाँ पर केवल कंगालों को छोड़ दिया गया कि वे वहा खेती करें|
शब्द तथ्य:
नहूम
तथ्य:
नहूम एक भविष्यद्वक्ता था जो प्रचार करता था उस समय में जब दुष्ट राजा मनश्शे यहूदा पर राज करता था।
- नहूम यरूशलेम से 20 मील दूर एल्कोश नामक एक नगर का निवासी था।
- पुराने नियम में नहूम की पुस्तक में अश्शूरों के नगर नीनवे की विनाश की भविष्यद्वाणियां हैं।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: अश्शूर, मनश्शे, भविष्यद्वक्ता, नीनवे)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
नहेम्याह
तथ्य:
नहेम्याह एक इस्राएली था जिसे विवश होकर बेबीलोन साम्राज्य में आना पड़ा जब इस्राएलियों और यहूदियों को बेबीलोन की सेना ने बन्दी बना कर ले गई थी।
- वह फरसी राजा, अर्तक्षत्र का पिलानेहारा था, उसने यरूशलेम लौट जाने के लिए राजा से अनुमति मांगी थी।
- नहेम्याह ने यरूशलेम की शहरपनाह का पुनः निर्माण करने में इस्राएलियों की अगुवाई की थी क्योंकिबेबीलोन के सैनिकों ने उस शहरपनाह को ढा दिया था।
- राजा के महल में लौट आने से पूर्व बारह वर्ष तक नहेम्याह यरूशलेम का अधिपति था।
- पुराने नियम में नहेम्याह की पुस्तक में नहेम्याह द्वारा शहरपनाह के पुनः निर्माण कार्य तथा यरूशलेम के लोगों पर प्रशासन का वर्णन किया गया है।
- पुराने नियम में नहेम्याह नामक अन्य पुरुष भी हैं। यदि किसी नहेम्याह की चर्चा की जाती है तो स्पष्टीकरण हेतु उसके पिता का नाम जोड़ा जाता है।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: अर्तक्षत्र, बाबेल, यरूशलेम, पुत्र)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
नातान
तथ्य:
नातान परमेश्वर का एक विश्वासयोग्य भविष्यद्वक्ता था, और दाऊद के राज्यकाल में सेवा कर रहा था।
- उरिय्याह के विरुद्ध दाऊद के गंभीर पाप का पर्दाफाश करने के लिए परमेश्वर ने नातान को भेजा था।
- नातान ने दाऊद को झिड़का था, यद्यपि दाऊद राजा था।
- नातान के आगमन के बाद दाऊद ने अपने पाप का प्रायश्चित किया।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: दाऊद, विश्वासयोग्य, भविष्यद्वक्ता, ऊरिय्याह)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- __17:7__परन्तु परमेश्वर ने नातान भविष्यद्वक्ता के द्वारा दाऊद को संदेश भेजा, “क्योंकि तू एक योद्धा है, तू मेरे लिए वह भवन नहीं बनाएगा |
- 17:13 दाऊद ने जो कुछ भी किया उसे लेकर परमेश्वर का क्रोध उस पर भड़का, परमेश्वर ने नातान भविष्यद्वक्ता द्वारा दाऊद को कहलवा भेजा कि उसका पाप कितना बुरा है।
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H5416, G34810
नामान
तथ्य:
पुराने नियम में, नामान अरामी सेना का सेनापति था।
- नामान को एक असाध्य त्वचा रोग, कोढ़ था जो ठीक नहीं हो सकता था।
- नामान के घर में एक यहूदी दासी थी जिसने उसे सुझाव दिया कि वह रोग-मुक्ति के लिए भविष्यद्वक्ता एलीशा के पास जाकर निवेदन करे।
- एलीशा ने नामान के पास सन्देश भेज दिया कि वह सात बार यरदन नदी में डुबकी लगाए। नामान ने आज्ञा का पालन किया तो परमेश्वर ने उसे संपूर्ण चंगाई दे दी।
- इसका परिणाम यह हुआ कि नामान एकमात्र सच्चे परमेश्वर, यहोवा में विश्वास करने लगा।
- नामान नाम के दो और पुरुष भी हुए है जो याकूब के पुत्र बिन्यामीन के वंशज थे।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: अराम, यरदन नदी, कोढ़, भविष्यद्वक्ता)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल की कहानियों के उदाहरण:
- 19:14 जिनमे से एक चमत्कार नामान नामक व्यक्ति के जीवन में हुआ, वह शत्रुओं का सेनापति था और कोढ़ी था |
- 19:15 पहले तो नामान क्रोधित हुआ, और वह ऐसा नहीं करना चाहता था, क्योंकि उसे यह मूर्खता पूर्ण कार्य लग रहा था | परन्तु शीघ्र ही उसने अपना विचार बदल लिया और यरदन को जाकर उसमे सात बार डुबकी मारी |
- 26:6 लेकिन एलीशा ने उनमें से किसी को भी ठीक नहीं किया, उसने केवल इस्राएल के दुश्मनों के एक सेनापति, नामान के त्वचा रोग को चंगा किया।”
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H5283, G34970
नासरत, नासरी
तथ्य:
नासरत उत्तरी इस्राएल के गलील क्षेत्र में एक नगर है। * वह यरूशलेम के उत्तर में लगभग 100 किलोमीटर दूर है। इसकी पद-यात्रा में तीन से पांच दिन लगते हैं।
- यूसुफ और मरियम नासरतवासी थे और यीशु का पालन-पोषण वहीं हुआ था। यही कारण है कि यीशु को “नासरी” कहते थे।
- नासरत के अनेक यहूदी यीशु की शिक्षाओं को स्वीकार नहीं करते थे क्योंकि वह उनके साथ पला-बड़ा था इसलिए वे उसे एक साधारण मनुष्य मानते थे।
- एक बार यीशु नासरत के आराधनालय में शिक्षा दे रहा था तब वहां के यहूदियों ने उसे मार डालना चाहा क्योंकि उसने मसीह होने का दावा किया और उनके द्वारा उसके परित्याग के लिए उन्हें झिड़का था।
- जब नतनएल ने सुना कि यीशु नासरत से है तब उसकी टिप्पणी से प्रकट होता है कि उस नगर की प्रतिष्ठा नहीं थी।
(यह भी देखें: मसीह, गलील, यूसुफ (नया नियम), मरियम)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल की कहानियों के उदाहरण:
- 23:4 अत: यूसुफ और मरियम भी एक लम्बी यात्रा तय करके नासरत को गए, क्योंकि यूसुफ दाऊद के घराने और वंश का था, गलील के नासरत नगर से यहूदिया में दाऊद के नगर बैतलहम को गया |
- 26:2 यीशु नासरत शहर के पास गया, जहाँ उसने अपना बचपन बिताया था |
- 26:7 नासरत के लोगों ने आराधना के स्थान से यीशु को बाहर घसीटा और उसे मारने की मनशा से चट्टान के किनारे ले आए, कि उसे वहाँ से नीचे गिरा दें और वह मर जाए|
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: G34780, G34790, G34800
नाहोर
तथ्य:
नाहोर अब्राहम के दो परिजनों का नाम था, उसका दादा और उसका भाई।
- अब्राहम का भाई नाहोर इसहाक की पत्नी रिबका का दादा था।
- “नाहोर नगर” अर्थात “नाहोर नामक नगर” या “वह नगर जहां नाहोर रहता था” या “नाहोर का नगर”
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: अब्राहम, रिबका)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H5152, G34930
नीनवे, नीनवे के लोग
तथ्य:
नीनवे अश्शूरों के साम्राज्य की राजधानी थी। “नीनवेवासी” वह था जो नीनवे में रहता था।
- परमेश्वर ने योना को भेजा था कि नीनवे के लोगों को दुष्टता से फिरने की चेतावनी दे। उन्होंने मन फिराया और परमेश्वर ने उन्हें नष्ट नहीं किया।
- नहूम और सपन्याह नामक दो भविष्यद्वक्ताओं ने भाविश्यद्वानी की थी कि परमेश्वर नीनवे को उनके पापों के दंड स्वरूप नष्ट कर देगा|
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: अश्शूर, योना, मन फिराना, बदलना)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H5210, G35350, G35360
नील नदी, मिस्र की नदी, नील नदी
तथ्य:
उत्तरी पश्चिम अफ्रीका में नील नदी एक लम्बी चौड़ी नदी है। यह मिस्र का एक प्रसिद्ध नदी है।
- नील नदी मिस्र में से बहती हुई उत्तर में भूमध्य सागर में गिरती है।
- नील नदी के दोनों ओर उपजाऊ भूमि में अच्छी फसल उगती है।
- अधिकांश मिस्र-वासी नील नदी के निकट रहा करते हैं क्योंकि यह जल एवं भोजन की वस्तुओं का एक महत्वपूर्ण साधन है।
- इस्राएली गोशेन में रहते थे क्योंकि नील नदी के निकट होने के कारण वह एक उपजाऊ प्रदेश था।
- मूसा जब शिशु था तब उसके माता-पिता ने उसे एक टोकरी में रखकर नील नदी की लम्बी घासों में छिपा दिया था कि फिरौन के लोग उसे देख न पाएं।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: मिस्र, गोशेन, मूसा)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 08:04 मिस्र नील नदी के किनारे स्थित एक बड़ा , शक्तिशाली देश था |
- 09:04 जब फ़िरौन ने देखा कि इस्राएलियों की संताने बहुत अधिक बढ़ती जा रही है, तब फ़िरौन ने आपनी सारी प्रजा के लोगों को आज्ञा दी, इब्रियों के जितने बेटे उत्पन्न हो उन सभी को तुम नील नदी में डाल देना |
- 09:06 जब लड़के के माता-पिता उसे और छिपा नहीं सकते थे, तो उन्होंने उसे मारे जाने से बचाने के लिए नील नदी के किनारे सरकंडों के बीच तैरती टोकरी में डाल दिया।
- 10:03 परमेश्वर ने नील नदी को लहू से भर दिया, तब भी फ़िरौन का मन हठीला रहा और उसने इस्राएलियों को नहीं जाने दिया।
शब्द तथ्य:
- Strong's: H2975, H4714, H5104
नूह
तथ्य:
नूह लगभग 4000 वर्ष पूर्व था जब परमेश्वर ने पृथ्वी पर से सब पापियों को नष्ट करने के लिए जलप्रलय किया था। परमेश्वर ने नूह को आज्ञा दी कि वह एक विशाल नाव बनाए जिसमें बाढ़ का पानी पृथ्वी पर फैलने के समय उसका परिवार सुरक्षित रहे।
- नूह एक धर्मी पुरूष था जो हर एक बात में परमेश्वर की आज्ञा मानता था।
- नूह ने उस नाव को ठीक वैसा ही बनाया जैसा परमेश्वर ने कहा था।
- इस नाव में नूह और उसका परिवार सुरक्षित रहे और बाद में पृथ्वी पर फैल गए।
- तब के बाद सब मनुष्य नूह के वंशज हैं।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: वंशज, जहाज)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल की कहानियों के उदाहरण:
- 3:2 परन्तु परमेश्वर के अनुग्रह की दृष्टी नूह पर बनी रही |
- 3:4 नूह और उसके तीन बेटों ने नाव की रचना वैसे ही की जैसे परमेश्वर ने उनसे कहा था |
- 3:13 दो महीने बाद परमेश्वर ने नूह से कहा कि तू अपने पुत्रों, पत्नी और बहुओ समेत जहाज में से निकल आ | परमेश्वर ने नूह को आशीष दी “फलों-फूलो, और बढ़ो, और पृथ्वी में भर जाओ | तब नूह और उसका परिवार जहाज में से निकल आए |
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H5146, G35750
नोप
परिभाषा:
नोप नील नदी के किनारे मिस्र की प्राचीन राजधानी थी।
- नोप निचले मिस्र में नील नदी के मुहाने पर दक्षिण में था जहाँ भूमि बहुत उपजाऊ थी और फसलें विपुलता में उगती थी।
- उसकी उपजाऊ भूमि तथा ऊपरी और निचले मिस्र के मध्य उसकी स्थिति के कारण यह नगर व्यापार एवं वाणिज्य के लिए एक अत्यधिक महत्वपूर्ण नगर हो गया था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद)
(यह भी देखें: मिस्र, नील नदी)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
पतरस, शमौन पतरस, कैफा
तथ्य:
पतरस यीशु के बारह चेलों में से एक था। वह आरंभिक कलीसिया का एक महत्वपूर्ण अगुआ था।
- यीशु द्वारा शिष्य होने के लिए बुलाए जाने से पूर्व पतरस का नाम शमौन था।
- बाद में यीशु ने उसे “कैफा” नाम दिया जिसका अर्थ है “पत्थर या चट्टान” अरामी भाषा में। पतरस का अर्थ यूनानी भाषा में “पत्थर” या “चट्टान” होता है।
- परमेश्वर ने पतरस के माध्यम से लोगों को चंगा किया और यीशु के सुसमाचार का प्रचार किया।
- नये नियम में दो पुस्तकें पतरस के पत्र हैं जो विश्वासियों को प्रोत्साहित करने तथा शिक्षा देने के लिए हैं।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: चेले, प्रेरित)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल की कहानियों के उदाहरण:
- 28:9 इस पर पतरस ने उससे कहा, “देख हम तो सब कुछ छोड़ के तेरे पीछे हो लिए हैं | तो हमें इसका क्या प्रतिफल मिलेगा ?”
- 29:1 एक दिन पतरस ने पास आकर यीशु से पूछा , “हे प्रभु, यदि मेरा भाई अपराध करता रहे, तो मैं उसे कितनी बार क्षमा करूँ? क्या सात बार तक?”
- 31:5 फिर पतरस ने यीशु से कहा ‘हे गुरु’ यदि तू है, तो मुझे भी अपने पास पानी पर चलकर आने की आज्ञा दे” यीशु ने पतरस से कहा, “ आ |”
- 36:1 एक दिन यीशु ने अपने तीन चेलों, पतरस, याकूब और यूहन्ना को अपने साथ लिया |
- 38:9 पतरस ने कहा, “यदि सब तुझे छोड़ दे तोभी, मैं नहीं छोडूँगा | यीशु ने पतरस से कहा, “शैतान तुम सबकी परीक्षा लेना चाहता है, परन्तु मैंने तुम्हारे लिये प्रार्थना की है, पतरस, तेरा विश्वास कमज़ोर नहीं होगा | फिर भी आज की रात, मुर्ग़ के दो बार बाँग देने से पहले, तू तीन बार मेरा इनकार कर देगा|”
- 38:15 जैसे ही सैनिकों ने यीशु को पकड़ लिया, पतरस ने अपनी तलवार निकाल ली और महायाजक के एक दास पर चलाकर उसका कान काट दिया |
- 43:11 पतरस ने उनसे कहा, “मन फिराओ, और तुम में से हर एक यीशु मसीह के नाम से बपतिस्मा ले तो परमेश्वर तुम्हारे पापों को क्षमा करेगा।
- 44:8 तब पतरस ने उन्हें उत्तर दिया, “यीशु मसीह की सामर्थ्य से यह व्यक्ति तुम्हारे सामने भला चंगा खड़ा है।
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: G27860, G40740, G46130
पद्दनराम
तथ्य:
पद्दनराम वह क्षेत्र था जहां अब्राहम कनान आने से पहले वास करता था। इसका अर्थ है, “अराम के मैदान।”
- जब अब्राहम ने पद्दनराम के हारान नगर से कनान के लिए कूच किया था तब उसका अधिकांश कुटुम्ब हारान में ही रह गया था।
- वर्षों बाद अब्राहम का सेवक पद्दनराम गया कि इसहाक के लिए पत्नी ले आए और वहां अब्राहम के कुटुम्बियों में बतूएल की प्रपौत्री रिबका को चुना।
- इसहाक और रिबका का पुत्र याकूब भी पद्दनराम गया था और वहां रिबका के भाई लाबान के दोनों पुत्रियों से विवाह किया।
- अराम पद्दनराम और अरामनहरेम सब एक ही क्षेत्र के विभिन्न भाग थे जो आज के सीरिया में हैं।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: अब्राहम, अराम, बेतूएल, कनान, हारान, याकूब, लाबान, रिबका, सीरिया)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
परमेश्वर का जन
तथ्य:
“परमेश्वर का जन” यहोवा के भविष्यद्वक्ता को संबोधित करने की एक सम्मान-सूचक उक्ति है. यह उक्ति यहोवा के स्वर्गदूत के संदर्भ में भी काम में ली गई है.
- भविष्यद्वक्ता के संदर्भ में हो तो इसका अनुवाद हो सकता है, “परमेश्वर का अपना जन” या “परमेश्वर का चुना हुआ मनुष्य” या “परमेश्वर का सेवक जन.”
- स्वर्गदूत के संदर्भ में इसका अनुवाद हो सकता है, “परमेश्वर का सन्देश-वाहक” या “तेरा स्वर्गदूत” या “परमेश्वर की ओर से एक स्वार्गिक प्राणी जो मनुष्य जैसा दिखता ह.”
(यह भी देखें: स्वर्गदूत, सम्मान, भविष्यद्वक्ता)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong’s: H376, H430, G444, G2316
परिज्जी
तथ्य:
परिज्जी जाति कनान की अनेक जातियों में से एक थी। इस जाति के बारे में अधिक जानकारी नहीं है कि उनके पूर्वज कौन थे और वे कनान के किसी भाग में रहते थे।
- परिज्जियों की चर्चा पुराने नियम की पुस्तक यहोशू में बहुत की गई है, वहां लिखा है कि परिज्जियों ने इस्राएलियों से विवाह किया और उन्हें मूर्ति-पूजा के लिए प्रभावित किया।
- ध्यान दें कि परेज का कुल जिसे परिज्जी कहा गया है वह परिज्जी जाति से भिन्न है। यहां आवश्यक है कि दोनों की वर्तनियों में अन्तर रखें कि यह भेद स्पष्ट हो।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: कनान, झूठे देवता)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
पलिश्तियों
तथ्य:
पलिश्ती एक जाति थी जो भूमध्य सागर के तट पर पलिश्तीन देश में वास करती थी। इस नाम का अर्थ है, “समुद्री लोग”
- पलिश्तियों के पांच मुख्य नगर थे: अश्दोद, अश्कलोन, एक्रोन, गत और गाज़ा।
- अश्दोद नगर पलिश्तीन के उत्तर में था और गाज़ा नगर दक्षिण में था।
- पलिश्ती इस्राएल के साथ वर्षों युद्ध करने के कारण चिरपरिचित हो गए थे।
- शिमशोन, एक न्यायी पलिश्तियों से युद्ध करने के लिए प्रसिद्ध था, वह परमेश्वर की अलौकिक शक्ति का उपयोग करता था।
- राजा दाऊद ने भी पलिश्तियों के साथ अनेक युद्ध किए थे, उसने अपनी युवावस्था में पलिश्तियों के दानव गोलियत को हराया था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: अश्दोद, अश्कलोन, दाऊद, एक्रोन, गत, गाज़ा, गोलियत, खारे ताल)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
पलिश्तीन
परिभाषा:
पलिश्तीन कनान में एक वृहत्त क्षेत्र का नाम था और भूमध्य-सागर के तट पर बसा हुआ था।
- यह एक उपजाऊ तटीय मैदान था जो उत्तर में याफा और दक्षिण में गाज़ा तक फैला हुआ था। यह 64 किमी. लम्बा और 16 किमी. चौड़ा प्रदेश था।
- पलिश्तीन देश पलिश्तियों का निवास था, यह एक शक्तिशाली जाति थी जो सदैव ही इस्राएल के बैरी रहे थे।
(यह भी देखें: पलिश्ती, गाज़ा, याफा)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H776 H6429 H06430
पारान
तथ्य:
पारान मिस्र के पूर्व में और कनान के दक्षिण में रेगिस्तानी या निर्जन प्रदेश था। पर्वत पारान का उल्लेख भी किया गया है जो संभवतः सीनै पर्वत था।
- दासी हाजिरा और उसका पुत्र इश्माएल, सारा और अब्राहम द्वारा निष्कासित किए जाने के बाद पारान के निर्जन प्रदेश में रहे थे।
- मूसा इस्राएलियों को मिस्र से निकाल कर ला रहा था तब उन्होंने पारान का जंगल पार किया था।
- पारान के जंगल में कादेश बर्ने से मूसा ने 12 पुरुषों को कनान में भेजा था कि वहां का भेद लेकर उसे बताएं।
- सीन का जंगल पारान के उत्तर में था और सीन का जंगल पारान के दक्षिण में था।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: कनान, रेगिस्तान, मिस्र, कादेश, सीनै)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
पिलातुस
तथ्य:
रोमी प्रान्त यहूदिया का प्रशासक पिलातुस था जिसने यीशु को मृत्युदण्ड दिया था.
- प्रशासक होने के कारण पिलातुस के पास अपराधियों को मृत्यु दण्ड देने का अधिकार था.
- यहूदी धर्म गुरू चाहते थे कि पिलातुस यीशु को मृत्यु-दण्ड दे, अतः उन्होंने यीशु पर झूठा आरोप लगाया कि वह एक अपराधी है.
- पिलातुस समझ गया था कि यीशु ने कोई अपराध नहीं किया है परन्तु वह जनसमूह से डरता था और उन्हें प्रसन्न करना चाहता था, इसलिए उसने सैनिकों को आज्ञा दी कि यीशु को क्रूस पर चढ़ा दें.
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: क्रूस पर चढ़ाना, हाकिम, दोष, यहूदिया, रोम)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल की कहानियों के उदाहरण:
- 39:9 अगली सुबह यहूदी नेताओ ने यीशु को ले जाकर पिलातुस को सौंप दिया जो एक रोमन राज्यपाल था. वे इस आशा में थे कि पिलातुस उसे दोषी ठहरा कर उसे मरवा डाले. पिलातुस ने यीशु से पूछा, “ क्या तू यहूदियों का राजा है?”
- 39:10 पिलातुस ने कहा, “सच क्या है?”
- 39:11 यीशु से बात करने के बाद पिलातुस भीड़ में आया, और कहा, “मैं तो इस व्यक्ति में कोई दोष नहीं पाता.” परन्तु यहूदी गुरुओं ने और जनसमूह ने चिल्लाकर कहा, “इसे क्रूस पर चढ़ा दे.” पिलातुस ने कहा, “यह दोषी नहीं है.” वह और जोर से चिल्लाने लगे. तब पिलातुस ने तीसरी बार कहा, “मैं इसमें कोई दोष नहीं पाता.”
- 39:12 पिलातुस डर गया कि कही कोलाहल न मच जाए, इसलिये उसने यीशु को क्रूस पर चढ़ाने के लिए सैनिको को सौंप दिया.
- 40:2 पिलातुस ने आज्ञा दी कि यीशु के सिर से ऊपर क्रूस पर यह लिख कर लगा दिया जाए, “यह यहूदियों का राजा है. ”
- 41:2 पिलातुस ने कहा, “कुछ सैनिक लो और जाकर कब्र को जितना अधिक सुरक्षित कर सकते हो कर लो."
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: G40910, G41940
पीनहास
तथ्य:
पुराने नियम में पीनहास नामक दो पुरुष हुए हैं।
- हारून के पोतों में से एक का नाम पीनहास था, वह याजक था जिसने इस्राएल में झूठे देवता की उपासना का घोर विरोध किया था।
- इस्राएली पुरुषों ने मिद्यानी स्त्रियों से विवाह करके उनके देवताओं की उपासना की तो परमेश्वर का प्रकोप उन पर भड़का तब पीनहास ही ने उन्हें बचाया था।
- अनेक अवसरों पर पीनहास इस्राएलियों के साथ आक्रमणकारी मिद्यानियों का विनाश करने गया था।
- पुराने नियम में पीनहास नामक दूसरा पुरुष एली का दुष्ट पुत्र था, वह शमूएल के युग में इस्राएल के लिए याजकीय सेवा कर रहा था।
- पीनहास और उसका भाई होप्नी दोनों पलिश्तियों के साथ युद्ध में मारे गए थे और वाचा का सन्दूक पलिश्ती चुरा कर ले गए थे।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद)
(यह भी देखें: वाचा का सन्दूक, यरदन नदी, मिद्यान, पलिश्तियों, शमूएल)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
पुन्तुस
तथ्य
पुन्तुस रोमी साम्राज्य और आरंभिक कलीसिया के समय एक रोमी प्रान्त था। वह काला सागर के दक्षिणी तट पर था जो आज के तुर्किस्तान का उत्तरी भाग था।
- जैसा प्रेरितों के काम की पुस्तक में लिखा है पुन्तस के यहूदी भी यरूशलेम में थे जब पवित्र आत्मा पिन्तेकुस्त के दिन प्रेरितों पर उतरा था।
- अक्विला नामक एक विश्वासी पुन्तुस से था।
- विभिन्न प्रान्तों में विसर्जित विश्वासियों को पत्र लिखते समय पतरस ने पुन्तुस प्रान्त के नाम का भी उल्लेख किया था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: अक्विला, पिन्तेकुस्त)
बाइबल सन्दर्भ
शब्द तथ्य
- स्ट्रोंग्स: G41930, G41950
पोतीपर
तथ्य:
पोतीपर मिस्र के फिरौन का एक महत्वपूर्ण अधिकारी था, उस समय यूसुफ कुछ इश्माएल वंशियों को बेचा गया था।
- पोतीपर ने यूसुफ को इश्माएलवंशी व्यापारियों से खरीद कर अपने घर का पर्यवेक्षक बनाया था।
- यूसुफ पर अनुचित काम का दोष लगाया गया तो उसने यूसुफ को बन्दीगृह में डलवा दिया।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: मिस्र, यूसुफ (पुराना नियम), फ़िरौन)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
पोर, पोर पर्वत, बालपोर
परिभाषा:
"पोर" और "पोर पर्वत" शब्द का सन्दर्भ मोआब क्षेत्र के खारे ताल के उत्तरी-पूर्व में स्थित पर्वत से है।
- नाम "बेतपोर" एक शहर का नाम था, शायद उस पहाड़ पर या उसके निकट स्थित था। यह वह स्थान है जहां परमेश्वर ने मूसा को प्रतिज्ञा का देश दिखाया जिसके बाद उसकी मृत्यु हो गई।
- "बालपोर" मोआबियों का एक झूठा देवता था जिसकी वे पोर पर्वत पर पूजा करते थे। इस्राएलियों ने भी इस मूर्ति की पूजा करना शुरू कर दिया और परमेश्वर ने उन्हें इसके लिए सजा दी।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: बाल, झूठे देवता, मोआब, खारे ताल, आराधना)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H1047, H1187, H6465
पौलुस, शाऊल
तथ्य:
पौलुस आरंभिक कलीसिया का अगुआ था जिसे यीशु ने सब जातियों में सुसमाचार सुनाने के लिए भेजा था।
- पौलुस रोमी नगर तरसुस में जन्मा एक यहूदी था, अतः वह रोमी नागरिक भी था।
- पौलुस पहले अपने यहूदी नाम शाऊल द्वारा जाना जाता था।
- शाऊल एक यहूदी धर्म का अगुआ था जो उन यहूदियों को बन्दी बनाता था जो मसीह के अनुयायी हो गए थे क्योंकि उसके विचार में यीशु में विश्वास करके वे परमेश्वर का अपमान करते थे।
- यीशु शाऊल पर अंधा करने वाले प्रचण्ड प्रकाश में प्रकट हुआ और उससे कहा कि वह मसीही विश्वासियों को सताना त्याग दे।
- शाऊल ने यीशु में विश्वास किया और अपने साथी यहूदियो को उसकी शिक्षा देने लगा।
- तदोपरान्त परमेश्वर ने उसे अन्य जातियों में यीशु के बारे में बताने के लिए भेजा और उसने रोमी साम्राज्य के विभिन्न नगरों में और क्षेत्रों में कलीसियाएं स्थापित की। इस समय उन्हें रोमन नाम "पौलुस" से जाने गया था।
- पौलुस ने इन कलीसियाओं को प्रोत्साहित करने और शिक्षा देने के लिए पत्र भी लिखे थे। उनमें से अनेक पत्र नये नियम में हैं।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: मसीही, यहूदी अगुवे, रोम)
बाइबल संदर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 45:06 एक शाऊल नामक जवान, स्तिफनुस के वध में शामिल लोगो से सहमत था और वह उन सब के कपड़ों कि रखवाली कर रहा था जब वे स्तिफनुस पर पथराव कर रहे थे।
- 46:01 शाऊल वह जवान था जिसने स्तिफनुस के वध में शामिल लोगों के कपड़ों कि रखवाली कि थी। वह यीशु पर विश्वासी नही करता था, इसलिए वह विश्वासियों को सताता था।
- 46:02 परन्तु जब शाऊल दमिश्क के निकट पहुँचा, तो एकाएक आकाश से उसके चारों ओर ज्योति चमकी, और वह धरती पर गिर गया| शाऊल ने यह शब्द सुना, “हे शाऊल! हे शाऊल! तू मुझे क्यों सताता है?”
- 46:05 तब हनन्याह उठकर शाउल के पास गया, और उस पर अपना हाथ रखकर कहा, "यीशु, जो उस रास्ते में, तुझे दिखाई दिया था, उसी ने मुझे भेजा है कि तू फिर दृष्टि पाए और पवित्र आत्मा से परिपूर्ण हो जाए।" शाउल तुरन्त देखने लगा, और हनन्याह ने उसे बपतिस्मा दिया।
- 46:06 तुरन्त ही, शाऊल दमिश्क के यहूदियों से प्रचार करने लगा कि, "यीशु परमेश्वर का पुत्र है!"
- 46:09 बरनबास और शाऊल इन नए विश्वासियों को पढ़ाने, यीशु के बारे में बताने और कलीसिया को मजबूत करने के लिये अन्ताकिया आए।
- 47:01 जैसे शाऊल पुरे रोमी साम्राज्य में यात्रा करने लगा, उसने अपने रोमी नाम, "पौलुस" का इस्तेमाल करना शुरू किया।
- 47:14 पौलुस और अन्य मसीही अगुवों ने अनेक शहरों में यीशु का प्रचार किया और लोगों को परमेश्वर के वचन की शिक्षा दी।
शब्द तथ्य:
प्रिस्किल्ला
तथ्य:
प्रिस्किल्ला और उसका पति अक्विला यहूदियों से आए विश्वासी थे जिन्होंने प्रचार सेवा में पौलुस को सहयोग दिया था।
- प्रिस्किल्ला और अक्विला ने रोम से निर्वासन किया था क्योंकि सम्राट ने मसीही विश्वासियों को वहाँ से चले जाने की आज्ञा दी थी।
- पौलुस ने अक्विला और प्रिस्किल्ला से कुरिन्थ नगर में भेंट की थी। वे तम्बू बनाने वाले थे और पौलुस ने उनके साथ काम किया।
- पौलुस जब कुरिन्थ नगर से सीरिया गया तब प्रिस्किल्ला और अक्विला भी उसके साथ गए।
- सीरिया से ये तीनों इफिसुस नगर गए थे। पौलुस तो इफिसुस से चला गया था परन्तु प्रिस्किल्ला और अक्विला वहीं रूक गए और सुसमाचार प्रचार करते रहे।
- उन्होंने इफिसुस में अपुल्लोस नामक एक मनुष्य को विशेष शिक्षा दी थी, वह यीशु पर विश्वास करता था और एक अच्छा वक्ता एवं शिक्षक था।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: विश्वास, ईसाई, कुरिन्थ, इफिसुस, पौलुस, रोम, सीरिया)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
Strongs: G4252, G4251
फरात महानद, महानद
तथ्य:
फरात अदन की वाटिका से होकर बहनेवाली चार नदियों में से एक का नाम है। इस नदी का नाम बाइबल में अनेक बार आता है।
- आज की फरात नदी मध्य पूर्व में है जो एशिया की सबसे लम्बी और सबसे अधिक महत्वपूर्ण नदी है।
- टाइगरिस नदी के साथ फरात नदी मेसोपोटामिया क्षेत्र की सीमाएं बान्धती है।
- प्राचीन नगर ऊर जहां से अब्राहम निकला था, फरात नदी के उद्गण के स्थान पर था।यह नदी उस देश की सीमाओं में से एक थी जिसकी प्रतिज्ञा परमेश्वर ने अब्राहम को देने के लिए की थी। (उत्प. 15:18)
- कभी-कभी फरात नदी को केवल महानद कहा गया है।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
बाइबल संदर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H5104, H6578, G2166
फारस, फारसियों
परिभाषा:
फारस एक शक्तिशाली राज्य हो गया था जिसकी स्थापना कुस्रू महान ने 550 ई.पू. में की थी। फारस देश बेबीलोन अश्शूर राज्यों के दक्षिण पूर्व में था। वह आज का ईरान देश है।
- फारस के निवासियों को फारसी कहते थे।
- कुस्रू राजा के आदेश के अनुसार यहूदियों को बेबीलोन की बन्धुआई से मुक्त करके स्वदेश लौटने की अनुमति मिल गई थी, और यरूशलेम का मन्दिर भी फिर से बनाया गया था जिसका खर्चा फारस नगर कोष से मिलता था।
- जब एज्रा और नहेम्याह यरूशलेम की शहरपनाह का पुनरुद्धार करने स्वदेश लौटे थे तब अर्तक्षत्र फारसी राज्य का राजा था।
- एस्तेर राजा क्षयर्स से विवाह करने के बाद फारसी साम्राज्य की रानी हो गई थी।
(यह भी देखें: क्षयर्ष, अर्तक्षत्र, अश्शूर देश, बाबेल, कुस्रू, एस्तेर, एज्रा, नहेम्याह)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H6539, H6540, H6542, H6543
फ़िरौन, मिस्र के राजा
तथ्य:
प्राचीन युग में मिस्र देश के राजा फ़िरौन कहलाते थे।
- कुल 300 फ़िरौन हुए थे जिन्होंने मिस्र पर 2000 से अधिक वर्ष राज किया था।
- मिस्त्र के ये राजा अति शक्तिशाली एवं धनवान मनुष्य थे।
- बाइबल में भी कुछ फिरौन के नाम आते हैं।
- यह पद नाम एक शीर्षक होने की अपेक्षा नाम के रूप में अधिक प्रयोग किया गया है। ऐसी स्थिति में फिरौन शब्द को अंग्रेजी में बड़े “पी” अक्षर से लिखा गया है।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: मिस्त्र, राजा)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल की कहानियों के उदाहरण:
- 8:6 एक रात फ़िरौन जो मिस्री अपने राजा को कहते थे, ने दो स्वप्न देखे जो उसे बहुत परेशान कर रहे थे |
- 8:8 फ़िरौन यूसुफ से ऐसा प्रभावित हुआ कि उसने यूसुफ़ को मिस्र का दूसरा सबसे शक्तिशाली मनुष्य नियुक्त कर दिया |
- 9:2 उस समय जो फ़िरौन मिस्र पर राज्य करता था, उसने इस्राएलियों को मिस्रियो का दास बनाया।
- 9:13 इसलिये आ मैं तुझे फ़िरौन के पास भेजता हूँ कि तू मेरी इस्राएली प्रजा को मिस्रके दासत्व में से निकाल ले आए |
- 10:2 इन भयानक विपत्तियों के द्वारा परमेश्वर यह दिखाना चाहता था ,कि वह फ़िरौन व मिस्र के देवताओ से कहीं अधिक शक्तिशाली है।
शब्द तथ्य:
- Strong's: H4428, H4714, H6547, G5328
फिलिप्पी, फिलिप्पियों
तथ्य:
फिलिप्पी एक मुख्य नगर एवं रोमी उपनगर था जो प्राचीन यूनान के उत्तरी भाग में मकिदुनिया प्रान्त में था।
- पौलुस और सीलास ने फिलिप्पी नगर जाकर वहां के लोगों को यीशु के बारे में बताया।
- फिलिप्पी में पौलुस और सीलास को बन्दी बना लिया गया था परन्तु परमेश्वर ने चमत्कारी रूप से उन्हें बचाया।
- नये नियम में फिलिप्पियों की पत्री पौलुस द्वारा फिलिप्पी नगर की कलीसिया के विश्वासियों को लिखा पत्र है।
- ध्यान रखें कि यह नगर कैसरिया फिलिप्पी नहीं है, कैसरिया फिलिप्पी उत्तर पूर्वी इस्राएल में हर्मन पर्वत के निकट था।
(यह भी देखें: कैसरिया, मसीही विश्वासी, कलीसिया, मकिदुनिया, पौलुस, सीलास)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल की कहानियों के उदाहरण:
- 47:1 एक दिन पौलुस और उसका मित्र सीलास फिलिप्पी में यीशु का प्रचार करने गए |
- 47:13 जब दिन हुआ तो सिपाहियों ने पौलुस और सीलास को छोड़ दिया और उन्हें आज्ञा दी कि फिलिप्पी छोड़ दे |
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: G53740, G53750
फिलिप्पुस, प्रेरित
तथ्य:
फिलिप्पुस यीशु के बारह चेलों में से एक था। वह बेतसैदा नगर का था।
- फिलिप्पुस नतनएल को यीशु के पास लाया था।
- यीशु ने फिलिप्पुस से कहा था कि वह 5000 मनुष्यों के जनसमूह के लिए भोजन व्यवस्था करे।
- अन्तिम फसह के भोज में यीशु ने अपने शिष्यों के साथ पिता परमेश्वर के विषय चर्चा की थी। फिलिप्पुस ने यीशु से निवेदन किया था कि वह उन्हें पिता परमेश्वर का दर्शन कराए।
- कुछ भाषाओं में इस फिलिप्पुस का नाम प्रचारक फिलिप्पुस के नाम की वर्तनी से भिन्न लिखना उचित समझा गया है जिससे कि देनों नामों में उलझन उत्पन्न न हो।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: फिलिप्पुस)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
फिलिप्पुस, सुसमाचार प्रचारक
तथ्य:
यरूशलेम में आरंभिक कलीसिया में फिलिप्पुस सात सेवकों में से एक था जिन्हें गरीब और आवश्यकताग्रस्त विश्वासियों की सुधि लेने के लिए चुना गया था, विशेष करके विधवाओं को।
- परमेश्वर ने यहूदिया और गलील के विभिन्न क्षेत्रों में सुसमाचार सुनाने के लिए फिलिप्पुस का उपयोग किया था उसने यरूशलेम से गाजा जाने वाले यरूशलेम के मार्ग में एक कूशी पुरुष को भी सुसमाचार सुनाया था।
- वर्षों बाद जब फिलिप्पुस कैसरिया में रह रहा था तब यरूशलेम लौटते समय पौलुस और उसके साथी उसके घर में ठहरे थे।
- अधिकांश बाइबलविद्ं के विचार में यह फिलिप्पुस यीशु का शिष्य फिलिप्पुस नहीं था। कुछ भाषाओं में इन दोनों के नामों की वर्तनी में परिवर्तन कर दिया गया है कि उनका अलग-अलग व्यक्ति होना स्पष्ट हो।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: फिलिप्पुस)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
फीनीके
तथ्य:
प्राचीन युग मे फिनिके इस्राएल के उत्तर में भूमध्य सागर के तट पर एक धनाढ्य नगर था।
- फिनिके आज के लेबनान देश के पश्चिमी में स्थित एक भू भाग था।
- नये नियम के युग में फिनिके की राजधानी सूर नगर थी। एक और महत्त्वपूर्ण फीनीके नगर सैदा था।
- फीनीकेवासी काष्ठकला के लिए प्रसिद्ध थे, वे अपने देश के देवदारों की लकड़ी काम में लेते थे और बैंजनी रंग तैयार करते थे, जो बहुत मंहगा होता था। वे समुद्री यात्रा और व्यापार करने के लिए प्रसिद्ध थे। वे अत्यधिक कुशल नाव बनानेवाले भी थे।
- पूर्व के अक्षरों में से एक अक्षर फीनीकेवासी द्वारा बनाया गया था। व्यापार के माध्यम से कई लोगों के समूह के साथ उनके संपर्क के कारण उनकी वर्णमाला व्यापक रूप से इस्तेमाल की गई थी।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: देवदारू, बैंजनी, सैदा, सूर)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H3667, G4949, G5403
बतशेबा
तथ्य:
“बतशेबा” दाऊद के एक सैनिक ऊरिय्याह की पत्नी थी। ऊरिय्याह के मरने के बाद वह दाऊद की पत्नी बन गई थी, वही राजा सुलैमान की माता थी।
- दाऊद ने बतशेबा के साथ व्यभिचार किया जबकि वह ऊरिय्याह की पत्नी थी।
- जब बतशेबा दाऊद से गर्भवती हो गई तब दाऊद ने ऊरिय्याह को युद्ध में आगे भेजकर मरवा दिया।
- उसके बाद दाऊद ने बतशेबा से विवाह किया और उनके पुत्र का जन्म हुआ।
- परमेश्वर ने दाऊद को उसके पाप के लिए उसके जन्म के कई दिनों बाद बच्चे को मार कर दण्डित किया।
- बाद में, बतशेबा ने एक और पुत्र सुलैमान को जन्म दिया, जो बड़ा होकर दाऊद के बाद राजा बना।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: दाऊद, सुलैमान. ऊरिय्याह)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 17:10 एक दिन, जब दाऊद के सब सैनिक राज्य से दूर युद्ध करने के लिए गए हुए थे, उसने अपने महल से बाहर देखा, तो उसे एक स्त्री जो अति सुन्दर थी नहाती हुई दिखाई पड़ी। उसका नाम बतशेबा था।
- 17:11 कुछ समय बाद बतशेबा ने दाऊद के पास कहला भेजा कि वह गर्भवती है |
- 17:12 बतशेबा का पति, जिसका नाम ऊरिय्याह था, वह दाऊद का एक वीर सैनिक था।
- 17:13 ऊरिय्याह के मरने के बाद, दाऊद ने बतशेबा से विवाह कर लिया।
- 17:14 उसके बाद, दाऊद और बतशेबा के एक और पुत्र हुआ, और उन्होंने उसका नाम सुलैमान रखा।
शब्द तथ्य:
बतूएल
तथ्य:
बतूएल अब्राहम के भाई नाहोर का पुत्र था।
- बतूएल रिबका और लाबान का पिता था।
- एक नगर का नाम भी बतूएल था जो संभवतः दक्षिणी यहूदा में था जो बेर्शेबा से अधिक दूर नहीं था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: बेर्शेबा, लाबान, नाहोर, रिबका)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
बनायाह
परिभाषा:
बनायाह नामक अनेक पुरुष पुराने नियम में हुए हैं।
- यहोयादा का पुत्र बनायाह दाऊद के शूरवीरों में था। वह एक कुशल योद्धा था इसलिए दाऊद के अंग रक्षकों का प्रधान बनाया गया था।
जब सुलैमान को राजा बनाया गया तब बनायाह ने उसके बैरियों का नाश किया था। अन्त में वह इस्राएली सेना का सेनापति बन गया था।
- पुराने नियम में बनायाह नामक अन्य पुरुष थे, तीन लेवी, एक याजक एक संगीतकार, आसाप का एक वंशज।
(यह भी देखें: आसाप, यहोयादा, लैव्य., सुलैमान)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
बरअब्बा
तथ्य:
जब यीशु को बन्दी बनाया गया उस समय बरअब्बा यरूशलेम में एक बन्दी था।
- बरअब्बा एक अपराधी था जिसने रोमी सरकार के विरुद्ध विद्रोह और हत्याएं की थीं।
- जब पेन्तुस पिलातुस ने बरअब्बा और यीशु में से एक को छोड़ देने का प्रस्ताव रखा तो प्रजा ने बरअब्बा को चुना।
- अतः पिलातुस ने बरअब्बा को छोड़ दिया और यीशु को मृत्यु दण्ड दिया।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: पिलातुस, रोम)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
बरतुल्मै
तथ्य:
बरतुल्मै यीशु के बारह चेलों में से एक था।
- अन्य चेलों के साथ बरतुल्मै को सुसमाचार प्रचार और यीशु के नाम में आश्चर्यकर्म करने के लिए भेजा गया था।
- वह भी यीशु के स्वर्गारोहण के साक्षात गवाहों में था।
- कुछ सप्ताह बाद पिन्तेकुस्त के दिन जब शिष्यों पर पवित्र-आत्मा उतरा तब वह भी यरूशलेम नगर में अन्य शिष्यों के साथ था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: प्रेरित, शुभ सन्देश, पवित्र आत्मा, आश्चर्यकर्म, पिन्तेकुस्त, बारहों)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
बरनबास
तथ्य:
प्रेरितों के समय में वास करनेवाला बरनबास एक आरंभिक मसीही विश्वासी था।
- बरनबास इस्राएल के लेवी गोत्र का था जो कुप्रुस द्वीप का निवासी था।
- शाऊल (पौलुस) ने जब यीशु को स्वीकार किया तब बरनबास ने अन्य विश्वासियों से आग्रह किया कि वे उसे एक साथी विश्वासी के रूप में स्वीकार कर ले।
- बरनबास और पौलुस एक साथ विभिन्न नगरों में गए कि वहां यीशु के बारे में शुभ सन्देश सुनाए।
- उसका नाम यूसुफ था परन्तु उसे "बरनबास" अर्थात "प्रोत्साहन का पुत्र" कहा जाता था।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: मसीही विश्वासी, कुप्रुस, शुभ सन्देश, लेवी, पौलुस)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल की कहानियों के उदाहरण:
- 46:8 तब बरनबास ने उसे अपने साथ प्रेरितों के पास ले जाकर उनको बताया कि दमिश्क में इसने कैसे हियाव से यीशु के नाम से प्रचार किया।
- 46:9 बरनबास और शाऊल इन नए विश्वासियों को पढ़ाने, यीशु के बारे में बताने और कलीसिया को स्थिर करने के लिये अन्ताकिया आए। I
- 46:10 एक दिन जब अन्ताकिया की कलीसिया के मसीही उपवास सहित प्रभु की उपासना कर रहे थे, तो पवित्र आत्मा ने कहा, "मेरे लिये बरनबास और शाऊल को उस काम के लिये अलग करो जिसके लिये मैं ने उन्हें बुलाया है।" तब अन्ताकिया की कलीसिया ने शाउल और बरनबास और पौलुस के लिए प्रार्थना की और उन पर हाथ रखा।
शब्द तथ्य:
बाबेल
तथ्य:
बाबेल मेसोपोटामिया क्षेत्र के दक्षिण में शिनार प्रदेश का एक मुख्य नगर था। शिनार आगे चलकर बेबीलोन कहलाया था।
- बाबेल नगर हाम के परपोते, निम्रोद-शिनार का शासक-द्वारा स्थापित किया गया था।
- शिनारवासी घमण्ड से भरकर स्वर्ग तक ऊंचे मन्दिर का निर्माण करना चाहते थे। इस मीनार का नाम आगे चलकर “बेबीलोन का गुम्मट” पड़ा था।
- इस मीनार का निर्माण करने वालों ने पृथ्वी पर फैल जाने की परमेश्वर की आज्ञा का पालन नहीं किया था, इसलिए परमेश्वर ने उनकी भाषाओं को अलग-अलग कर दिया जिससे कि वे एक दूसरे की बात समझ नहीं पाए। इस कारण वे विवश होकर एक दूसरे से अलग हो गए और पृथ्वी के विभिन्न स्थानों में जाकर बस गए।
- “बाबेल” शब्द का अर्थ है “उलझन” परमेश्वर ने उनकी भाषा में उलझन उत्पन्न कर दी थी इसलिए उस स्थान का यह नाम पड़ गया था।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: बाबेल, हाम, मिसोपोतामिया)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
बारूक
तथ्य:
बारूक नाम के अनेक पुरुष पुराने नियम में हुए हैं।
- एक बारूब (जब्बै का पुत्र) यरूशलेम की शहरपनाह के पुनरुद्धार में नहेम्याह का सहायक था।
- नहेम्याह के समय एक और बारूक था। वह(कोलहोजे का पुत्र) उन अगुवों में से एक था जो यरूशलेम की शहरपनाह के बन जाने के बाद वही रहा था।
- भविष्यद्वक्ता यिर्मयाह के लिपिक का नाम भी बारूक (नेरिय्याह का पुत्र) था। वह अनेक व्यावहारिक कामों में यिर्मयाह की सहायता करता था जैसे परमेश्वर प्रदत्त यिर्मयाह के सन्देशों को लिखकर प्रजा को पढ़ कर सुनाता था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: चेले, यिर्मयाह, यरूशलेम, नहेम्याह, भविष्यद्वक्ता)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
बाल
तथ्य:
"बाल" का अर्थ "प्रभु" या "स्वामी" है और यह प्राथमिक झूठे देवता का नाम था जिसकी उपासना कनानियों द्वारा की जाती थी।
- ऐसे स्थानीय झूठे देवता भी थे जिनके नाम में "बाल" था, जैसे कि "पोर का बाल।" कभी-कभी इन सभी देवताओं को एक साथ "बाल" कहा जाता है।
- कुछ लोगों के नाम में "बाल" शब्द शामिल था।
- बाल की उपासना में बच्चों की बलि चढ़ाने और वेश्याओं का इस्तेमाल करने जैसे बुरे काम शामिल थे।
- अपने पूरे इतिहास में अलग-अलग समय अवधियों में, इस्राएली भी अपने आसपास के मूर्तिपूजक जातियों के उदाहरण का अनुसरण करते हुए, बाल पूजा में गहराई से शामिल हो गए।
- राजा अहाब के शासनकाल के दौरान, परमेश्वर के भविष्यवक्ता एलिय्याह ने लोगों के सामने यह साबित करने के लिए एक परीक्षा रखी कि बाल अस्तित्व में नहीं है और यहोवा ही एकमात्र सच्चा परमेश्वर है। परिणामस्वरूप, बाल के भविष्यवक्ता नष्ट हो गए और लोगों ने फिर से यहोवा की उपासना करनी शुरू कर दी।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: आहाब, अशेरा, एलिय्याह, झूठे देवता, व्यभिचारिणी, यहोवा)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 19:02 अहाब एक दुष्ट व्यक्ति था जिसने लोगों को बाल नामक झूठे देवता की उपासना करने के लिए प्रोत्साहित किया।
- 19:06 इस्राएली राज्य के सभी लोगों सहित और बाल के भविष्यवक्ता साढ़े चार सौ मनुष्य कर्मेल पर्वत पर इकट्ठा हुए | एलिय्याह ने लोगों से कहा, “कब तक तुम दो विचारो में लटके रहोगे ? यदि यहोवा परमेश्वर हो , ‘तो उसके पीछे हो लो।’ यदि बाल परमेश्वर हो , ‘तो उसके पीछे हो लो।’”
- 19:07 एलिय्याह ने बाल के भविष्यवक्ताओं से कहा, “पहले तुम एक बछड़ा चुन के तैयार कर लो, परन्तु आग न लगाना।”
- 19:08 तब बाल के भविष्यवक्ता यह कहकर बाल से प्रार्थना करते रहे, “हे बाल हमारी सुन, हे बाल हमारी सुन।”
- __19:12__तब उन्होंने उनको पकड़ लिया, और एलिय्याह ने उन्हें नीचे ले जाकर मार डाला।
शब्द तथ्य:
बालज़बूल(शैतान)
तथ्य:
बालज़बूल शैतान का दूसरा नाम है। इसे कभी-कभी "बालजबूब" भी लिखा गया है।
- इसका वास्तविक अर्थ है “मक्खियों का देवता” अर्थात “दुष्टात्माओं का शासक”। उचित होगा कि इसके अर्थ की अपेक्षा इसका अनुवाद मूल वर्तनी में ही किया जाए।
- इसका अनुवाद “बालजबूल शैतान” भी किया जाता है कि स्पष्ट हो कि किस की बातें की जा रही हैं।
- यह नाम एक्रोन के एक देवेता “बाल-जबूब” से संबन्धित है।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: दुष्टात्मा, एक्रोन, शैतान)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
बाशा
तथ्य:
बाशा इस्राएल का दुष्ट राजा था जिसने इस्राएल की प्रजा को मूर्ति-पूजा की प्रेरणा दी थी।
- बाशा इस्राएल का तीसरा राजा था और उसने 24 वर्ष राज किया था, उस समय यहूदा में राजा आसा का राज था।
- वह सेनापति था और राजा नादाब की हत्या करके वह सिंहासन पर बैठ गया था।
- बाशा के राज्यकाल में इस्राएल और यहूदा के बीच में अनेक युद्ध हुए थे, विशेष करके यहूदा के राजा आसा के साथ।
- बाशा के अनेक पापों के कारण परमेश्वर ने उसकी हत्या करके उसे सिंहासन से हटाया था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद)
(यह भी देखें: आसा, मूरत)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
बाशान
तथ्य:
बशान गलील सागर के पूर्व का क्षेत्र था। वह क्षेत्र आज के सीरिया और गोलन ऊंचाईयों के क्षेत्र का एक भाग है।
- पुराने नियम का एक शरण नगर, “गोलन” बाशान क्षेत्र में था।
- बाशान एक अत्यधिक उपजाऊ प्रदेश था जो बांज वृक्षों और चारागाहों के लिए प्रसिद्ध था।
- उत्पत्ति 14 में लिखा है कि बाशान अनेक राजाओं और उनके देशों में युद्ध का स्थान था।
- मिस्र से पलायन करने के बाद जब इस्राएल जंगल में था तब उन्होंने बाशान के एक भाग पर अधिकार कर लिया था।
- वर्षों बाद राजा सुलैमान उस क्षेत्र से आपूर्ति प्राप्त करता था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: मिस्र, बांज, गलील सागर, सूरिया)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
बिन्यामीन, बिन्यामीनी, बिन्यामीनियों
तथ्य:
बिन्यामीन याकूब और उसकी पत्नी राहेल का सबसे छोटा पुत्र था। उसके नाम का अर्थ है, “मेरे दाहिने हाथ का पुत्र”
बिन्यामीन और उसका बड़ा भाई यूसुफ राहेल के दो ही पुत्र थे, राहेल बिन्यामीन के जन्म के बाद मर गई थी।
- बिन्यामीन के वंशज इस्राएल का एक गोत्र का था।
- राजा शाऊल इस्राएल के बिन्यामीन गोत्र का था।
- प्रेरित पौलुस भी बिन्यामीन के गोत्र का था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: इस्राएल, याकूब, यूसुफ (पुराना नियम), पौलुस, राहेल, इस्राएल के बारह गोत्र)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
बिरीया
तथ्य:
नये नियम में बिरीया एक समृद्ध नगर था, मकिदुनिया के दक्षिण पूर्व में थिस्सलुनीके नगर से 80 कि.मी. दूर।
- थिस्सलुनीके नगर में कुछ यहूदियों ने उनके लिए संकट उत्पन्न किया तो उनके विश्वासी भाइयों ने उन्हें वहां से निकल जाने में सहायता की और पौलुस सीलास के साथ बिरीया नगर चला गया।
- बिरीया के लोगों ने पौलुस का प्रचार सुनकर धर्मशास्त्र से तुलना की तो पाया कि पौलुस की बातें सच थी।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: मकिदुनिया, पौलुस, सीलास, थिस्सलोनिके)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
बिलाम
तथ्य:
बिलाम एक अन्यजाति भविष्यद्वक्ता था जिसे राजा बालाक ने रिश्वत देकर बुलवाया था कि इस्त्राएलियों को श्राप दे क्योंकि वे उत्तरी मोआब में, यरदन के तट पर छावनी डाले हुए कनान में प्रवेश करने की तैयारी में थे।
- बिलाम पतोर नगर का निवासी था, यह स्थान मोआब से 400 मील दूर फरात नदी के क्षेत्र में था।
- मिद्यानी राजा बालाक इस्राएलियों की बड़ी संख्या से डरता था इसलिए उसने बिलाम को बुलाया था कि उन्हें श्राप दे।
- जब बिलाम इस्राएलियों की ओर जा रहा था तब परमेश्वर का एक दूत उनका मार्ग अवरूद्ध करके खड़ा हो गया, जिसके कारण बिलाम का गधा रूक गया था। परमेश्वर ने उस गधे को मानवीय भाषा में बिलाम से बोलने की क्षमता प्रदान की।
- परमेश्वर ने बिलाम को अनुमति नहीं दी कि वह इस्राएल को श्राप दे परन्तु बिलाम को उन्हें आशिष देने पर विवश किया।
- परन्तु बिलाम ने इस्राएल की बुराई की और उन पर झूठे देवता, बाल पिओर की पूजा करने का प्रभाव डाला।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद)
(यह भी देखें: आशिष देना, कनान, श्राप, गधा, फरात नदी, यरदन नदी, मिद्यान, मोआब, पिओर)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
बेतशेमेश
तथ्य:
बेतशेमेश एक कनानी नगर का नाम था, जो यरूशलेम के लगभग 30 कि.मी. पश्चिम में था।
- इस्राएलियों ने यहोशू के समय बेतशेमेश पर अधिकार कर लिया था।
- बेतशेमेश नगर लेवी याजकों के निवास हेतु अलग कर दिया गया था।
- जब पलिश्ती वाचा के सन्दूक को लौटाकर यरूशलेम जा रहे थे तब बेतशेमेश पहला नगर था, जहां वे रूके थे।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद)
(यह भी देखें: वाचा का सन्दूक, कनान, यरूशलेम, यहोशू, लेवी, पलिश्ती)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
बेतेल
तथ्य:
“बेतेल” कनान देश में यरूशलेम के उत्तर में एक नगर था। इसका पूर्व का नाम "लूज" था।
- परमेश्वर से पहली बार प्रतिज्ञा प्राप्त करने पर अब्राम (अब्राहम) ने बेतेल के निकट एक वेदी बनाई थी। उस समय इसका नाम बेतेल नहीं था परन्तु इस शब्द को जनमान्य होने के कारण काम में लिया गया है।
- एसाव से डर कर भागते समय याकूब इस नगर के बाहर ही आकाश के नीचे सोया था। उस समय स्वप्न में उसे स्वर्गदूत एक सीढ़ी पर स्वर्ग पर चढ़ते और वहां से उतरते दिखाई दिए थे।
- इस नगर का नाम बेतेल नहीं था जब तक कि याकूब ने इसे "बेतेल" नाम नहीं दिया। इस शब्द को उजागर करने के लिए कुछ अनुवादों में इस स्थान का नाम “लूज(बाद में बेतेल कहलाया)” किया गया है जब अब्राहम की चर्चा की गई है तथा याकूब द्वारा उस स्थान का नाम बदल कर बेतेल रखने से पूर्व जब वह वहाँ पहुंचा था।
- बेतेल का नाम पुराने नियम में बहुत बार आया है और वहां अनेक महत्त्वपूर्ण घटनाएं भी घटी थी।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: अब्राहम, वेदी, याकूब, यरूशलेम)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
बेबीलोन, बाबेल, बबीलोनवासी
तथ्य:
बेबीलोननगर, प्राचीन बाबेल की राजधानी था। यह भी बेबीलोन साम्राज्य का ही भाग था। बाबेल साम्राज्य का ही भाग था।
- बाबेल फरात नदी पर बसा था, वही स्थान जहां सैंकड़ों वर्ष पूर्व बेबीलोन का गुम्मट बनाया जा रहा था।
- कभी-कभी बेबीलोन शब्द, संपूर्ण बेबीलोन साम्राज्य के लिए काम में लिया गया है। उदाहरण के तौर पर, “बेबीलोन का राजा” नगर पर ही नहीं पूरे साम्राज्य पर राज करता था।
- बेबीलोनवासी एक सामर्थी जाति थी जिन्होंने यहूदा राज्य पर आक्रमण करके वहां की प्रजा को 70 वर्ष अपनी गुलामी में बेबीलोन में रखा था।
- इस क्षेत्र का एक भाग "कसदी" कहलाता था और वहां के लोग भी "कसदी" कहलाते थे। अतः “कसदी” शब्द अधिकतर बेबीलोन साम्राज्य के लिए काम में लिया गया है। (देखें: उपलक्षण)
- नये नियम में “बाबेल” शब्द कभी-कभी रूपक स्वरूप काम में लिया गया है जो विभिन्न स्थानों, लोगों और मूर्तिपूजा तथा अन्य पापी व्यवहारों से संबन्धित विचार धाराओं के संदर्भ में है।
- “बड़ा बाबेल” या “महान नगर बाबेल” रूपक स्वरूप ऐसे नगर या देश के लिए काम में लिए गए हैं जो बड़ा धनवान और पापी या जैसा प्राचीन बाबेल नगर था। (देखें: उपमा)
(यह भी देखें: बाबेल, कसदी, यहूदा, नबूकदनेस्सर)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों के उदाहरण:
- 20:06 अश्शूरों द्वारा इस्राएल राज्य को नष्ट करने के लगभग सौ वर्षों बाद, परमेश्वर ने __ बेबीलोन__ के राजा नबूकदनेस्सर को भेजा, कि यहूदा राज्य को नष्ट कर दे। __ बेबीलोन__ एक शक्तिशाली साम्राज्य था।
- 20:07 परन्तु कुछ वर्षों के बाद, यहूदा के राजा ने बेबीलोन के विरुद्ध विद्रोह किया। अत: तब बेबीलोनियों ने वापस आकर यहूदा के राज्य पर आक्रमण किया। उन्होंने यरूशलेम को जीत लिया, मंदिर का विनाश कर दिया, और शहर व मंदिर की सभी बहुमूल्य वस्तुओं को उठा कर ले गए।
- 20:09 नबूकदनेस्सर और उसके सैनिक लगभग सभी यहूदियों को बंदी बनाकर बेबीलोन ले गए, वहाँ पर केवल कंगालों को छोड़ दिया गया ताकि वे वहाँ खेती करें।
- 20:11 लगभग सत्तर वर्ष के बाद फारस के राजा, कुस्रू बेबीलोन को पराजित किया।
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H3778, H3779, H8152, H894, H895, H896, G897
बेर्शेबा
तथ्य:
पुराने नियम के युग में बेर्शेबा नगर यरूशलेम से लगभग 45 मील दक्षिण पश्चिम में रेगिस्तान में बसा था जिसे अब नेगेव (दक्षिण देश) कहते हैं।
- बेर्शेबा के आसपास के रेगिस्तान में हाजिरा और इश्माएल भटक रहे थे जब अब्राहम ने उन्हें अपने तम्बुओं से दूर भेज दिया था।
- इस नगर के नाम का अर्थ है “शपथ का कूआं” इस स्थान को यह नाम तब दिया गया था जब अब्राहम ने अबीमेलेक से शपथ खाई थी कि वह उसके लोगों को उसके कूओं में से एक पर अनाधिकृत कब्जा करने के लिए घात नहीं करेगा।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: अबीमेलेक, अब्राहम, हाजिरा, इश्माएल, यरूशलेम, शपथ)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
बैतनिय्याह
तथ्य:
बैतनिय्याह नगर जैतून पर्वत के पूर्वी ढलान पर यरूशलेम से लगभग 2 मील दूर था।
- बैतनिय्याह यरूशलेम से यरीहो के मार्ग के निकट था।
- यीशु प्रायः बैतनिय्याह जाता था जहां उसके घनिष्ठ मित्र लाजर, मार्था और मरियम थे।
- बैतनिय्याह को विशेष करके उस स्थान के रूप में जाना जाता था जहां यीशु ने लाजर को मरने के बाद जीवित किया था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: यरीहो, यरूशलेम, लाजर, मार्था, मरियम (मार्था की बहन), जैतून पर्वत)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
बैतलहम, एप्रात
तथ्य:
बैतलहम इस्राएल में एक छोटा सा नगर था जो यरूशलेम के निकट स्थित था। इसका नाम “एप्रात” भी था, संभवतः उसका मूल नाम।
- बैतलहम को “दाऊद का नगर” भी कहते थे क्योंकि दाऊद का जन्म वहीं हुआ था।
- भविष्यद्वक्ता मीका ने कहा था कि मसीह बैतलहम एप्रात से आएगा।
- इस भविष्यद्वाणी की पूर्ति हुई जब वर्षों बाद यीशु का जन्म बैतलहम नगर में हुआ था।
- “बैतलहम” का अर्थ है “रोटी का घर” या “भोजन का घर”
(यह भी देखें: कालेब, दाऊद, मीका)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 17:02 बैतलहम नगर में दाऊद एक चरवाहा था
- 21:09 यशायाह भविष्यद्वक्ता ने भविष्यवाणी की थी , कि एक कुँवारी से मसीह का जन्म होगा। मीका भविष्यवक्ता ने कहा कि उसका जन्म बैतलहम के नगर में होगा।
- 23:04 अत: यूसुफ और मरियम भी एक लम्बी यात्रा तय करके नासरत को गए, क्योंकि यूसुफ दाऊद के घराने और वंश का था, गलील के नासरत नगर से यहूदिया में दाऊद के नगर बैतलहम को गया।
- 23:06 “ आज बैतलहम नगर में तुम्हारे लिये एक उद्धारकर्ता जन्मा है, और यही मसीह प्रभु है।”
शब्द तथ्य:
- Strong's: H376, H672, H1035, G965
बोअज़
तथ्य:
बोअज़ एक इस्राएली पुरुष था जो इस्राएल में न्यायियों के युग में वास करता था| उसने रूत नामक एक मोआबी स्त्री से विवाह किया था और इस प्रकार वह राजा दाऊद का परदादा और मसीह यीशु का पूर्वज हुआ|
- वह एक इस्राएली स्त्री नाओमी का परिजन था, नाओमी अपने पति और पुत्रों की मृत्यु के बाद मोआब से इस्राएल लौट आई थी।
बोअज़ ने "छुटकारे" की परम्परा के अनुसार नाओमी की विधवा बहु रूत को छुड़वा कर उससे विवाह किया और उसको एक पति और संतानों का भविष्य दिया।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: मोआब, छुटकारा दिलाना, रूत)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
मकिदुनिया
तथ्य:
नये नियम के युग में मकिदुनिया एक रोमी प्रान्त था जो प्राचीन यूनान के ठीक उत्तर में था.
- मकिदुनिया के कुछ महत्वपूर्ण नगरों का नाम बाइबल में है, बीरिया, फिलिप्पी और थिस्सलुनीके.
- परमेश्वर ने पौलुस को दर्शन में कहा कि वह मकिदुनिया के लोगों को सुसमाचार सुनाए.
- पौलुस और उसके सहकर्मी मकिदुनिया गए और वहाँ के लोगों को यीशु के बारे में शिक्षा दी तथा नए-विश्वासियों को विश्वास में दृढ़ होने में सहायता की.
- बाइबल में मकिदुनिया के नगरों की कलीसियाओं को लिखे पौलुस के पत्र हैं:- फिलिप्पियों की पत्री, थिस्सलुनिकियों की पत्रिया.
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: विश्वासी, बिरीया, विश्वास, शुभ सन्देश, यूनान, फिलिप्पी, थिस्सलुनिके)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
मत्ती, लेवी
तथ्य:
मत्ती उन बारहों में से एक था जिन्हें यीशु ने शिष्य होने के लिए बुलाया था। वह हलफईस का पुत्र लेवी नाम से भी जाना जाता था।
- यीशु से भेंट करने से पूर्व लेवी (मत्ती) कफरहूम से एक चुंगी लेने वाला था।
- मत्ती ने सुसमाचार वृत्तान्त लिखा जो उसके नाम से है।
- बाइबल में लेवी नामक अनेक पुरुष हैं।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: प्रेरित, लेवी, चुंगी लेनेवाला)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
मनश्शे
तथ्य:
मनश्शे नामक पाँच पुरुष पुराने नियम में हुए हैं।
- यूसुफ के पहिलौठे का नाम मनश्शे था।
- मनश्शे और एप्रैम दोनों को यूसुफ के पिता याकूब ने गोद लिया था। जिसके कारण उनके वंशजों को इस्राएल के बारह गोत्रों में गिने जाने का सौभाग्य प्राप्त हुआ।
- मनश्शे के वंशज इस्राएल का एक गोत्र हुए।
- मनश्शे का गोत्र “मनश्शे का आधा गोत्र” कहलाता था क्योंकि कनान देश में इस गोत्र के एक भाग ने ही निवास किया था, यरदन नदी के पश्चिम में। इस गोत्र का शेष भाग यरदन नदी के पूर्व में बस गया।
- यहूदा के एक राजा का नाम भी मनश्शे था।
- मनश्शे एक दुष्ट राजा था जिसने अपने बच्चों को झूठे देवताओं के समक्ष होम बलि चढ़ाया था।
- परमेश्वर ने राजा मनश्शे को शत्रु की सेना द्वारा बन्दी बनाये जाने का दण्ड दिया। मनश्शे मन फिराकर परमेश्वर के निकट आया और सब मूर्ति-पूजा की सब वेदियों को नष्ट कर दिया।
- एज्रा के समय में भी मनश्शे नामक दो पुरुष थे। उन्हें अपनी-अपनी अन्यजाति पत्नियों को तलाक देना पड़ा था क्योंकि उन्होंने मूर्ति-पूजा पर दबाव डाला था।
- मनश्शे नामक एक और पुरुष था वह दान वंशियों में कुछ का दादा था, वे झूठे देवताओं के पुजारी थे ।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: वेदी, दान, एप्रैम, एज्रा, मूरत, याकूब, यहूदा, मूर्तिपूजक, इस्राएल के बारह गोत्र)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H4519, H4520, G3128
मरियम (मार्था की बहन)
तथ्य:
मरियम बैतनिय्याह वासी थी जो यीशु की शिष्या थी।
- मरियम की बहन मार्था और भाई लाज़र भी यीशु के अनुयायी थे।
- यीशु ने कहा कि उसकी शिक्षाओं को सुनना मरियम का एक सर्वोत्तम चुनाव था, अपेक्षा इसके कि मार्था उसके लिए भोजन व्यवस्था की चिन्ता करती।
- मरियम के भाई लाज़र ही को तो यीशु ने पुनःजीवित किया था।
- कुछ समय पश्चात जब यीशु बैतनिय्याह में किसी के घर भोजन कर रहा था तब उसकी उपासना में मरियम ने यीशु के पावों पर बहुमूल्य इत्र डाला था।
- इस काम के लिए यीशु ने उसकी प्रशंसा करते हुए कहा था कि वह उसके दफन के लिए उसके शरीर को तैयार कर रही है।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: बैतनिय्याह, लोबान, लाज़र, मार्था)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
मरियम मगदलीनी
तथ्य:
मरियम मगदलीनी उन सब स्त्रियों में से एक थी जो यीशु में विश्वास करती थी और उसकी सेवा में उसके साथ रहती थी। वह यीशु द्वारा सात दुष्टात्माओं से मुक्ति पाने के लिए प्रसिद्ध थी।
- मरियम मगदलीनी और अन्य कुछ स्त्रियाँ यीशु और उसके शिष्यों को सहयोग प्रदान करती थी।
- वह यीशु को मृतकों में से जी उठने के बाद देखनेवाली सर्वप्रथम महिलाओं में से एक थी।
- जब मरियम मगदलीनी खाली कब्र के बाहर खड़ी थी तब उसने यीशु को वहां खड़े देखा और यीशु ने उससे कहा कि वह जाकर शिष्यों से कहे कि वह जी उठा है।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: दुष्टात्मा, दुष्टात्माग्रस्त)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: G30940, G31370
मरियम, यीशु की माता
तथ्य:
मरियम एक युवती थी जो नासरत में रहती थी। उसकी मंगनी यूसुफ से हुई थी। परमेश्वर ने मरियम को चुना कि वह परमेश्वर के पुत्र यीशु मसीह की माता बने।
- पवित्र आत्मा ने अलौकिक कार्य से मरियम को गर्भवती किया जब कि वह कुँवारी थी।
- स्वर्गदूत ने मरियम से कहा था कि उससे जन्म लेने वाला शिशु पुत्र परमेश्वर का पुत्र है और उसका नाम यीशु रखा जाए।
- मरियम परमेश्वर से प्रेम करती थी और उसके इस अनुग्रह के लिए उसने परमेश्वर को धन्यवाद दिया।
- यूसुफ ने मरियम से विवाह किया परन्तु वह यीशु के जन्म तक कुँवारी ही थी।
- मरियम ने चरवाहों और ज्योतिषियों द्वारा शिशु यीशु के लिए कहे गए वचनों को मन में बसा लिया था।
- यूसुफ और मरियम यीशु को समर्पित करने के लिए मन्दिर में ले गए। * वे यीशु को हेरोदेस के हाथों हत्या से बचाने के लिए मिस्र ले गए थे। अन्त में वे नासरत लौट आए।
- जब यीशु वयस्क हो गया तब उसने काना में एक विवाह उत्सव के समय पानी से मदिरा बनाई, मरियम भी वहां थी।
- सुसमाचार वृत्तान्तों में लिखा है कि यीशु के क्रूसीकरण के समय मरियम भी वहां थी। यीशु ने अपने शिष्य यूहन्ना को आदेश दिया कि वह मरियम को अपनी माता के जैसा संभाले।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: काना, मिस्र, हेरोदेस महान, यीशु, यूसुफ (नया नियम), परमेश्वर का पुत्र, कुंवारी)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल की कहानियों के उदाहरण:
- 22:4 जब इलीशिबा छ: माह गर्भवती थी, वहीं स्वर्गदूत इलीशिबा की कुटुम्बी मरियम के पास गया | वह एक कुँवारी थी जिसकी मंगनी यूसुफ नामक पुरुष के साथ हुई थी | स्वर्गदूत ने उससे कहा, “तू गर्भवती होगी, और तेरे एक पुत्र उत्पन्न होगा |” “तू उसका नाम यीशु रखना | वह महान होगा और परम प्रधान का पुत्र कहलाएगा और हमेशा के लिए राज्य करेगा |”
- 22:5 स्वर्गदूत ने उसको उत्तर दिया, “पवित्र आत्मा तुझ पर उतरेगा, और परमप्रधान की सामर्थ्य तुझ पर छाया करेगी | इसलिये वह पवित्र जो उत्पन्न होनेवाला है, परमेश्वर का पुत्र कहलाएगा |” जो कुछ स्वर्गदूत ने मरियम से कहा, उसने उस पर विश्वास किया |
- 22:6 स्वर्गदूत ने मरियम से बात की, उसके कुछ समय बाद वह इलीशिबा से भेंट करने को गई | ज्योंही इलीशिबा ने मरियम का नमस्कार सुना, त्योंही बच्चा उसके पेट में उछला |
- 23:2 स्वर्गदूत ने उससे कहा, “हे यूसुफ ! तू अपनी पत्नी मरियम को यहाँ ले आने से मत डर, क्योंकि जो उसके गर्भ में है, वह पवित्र आत्मा की ओर से है |
- 23:4 अत: यूसुफ और मरियम भी एक लम्बी यात्रा तय करके नासरत को गए, क्योंकि यूसुफ दाऊद के घराने और वंश का था, गलील के नासरत नगर से यहूदिया में दाऊद के नगर बैतलहम को गया |
- 49:1 एक दूत ने मरियम नाम की एक कुंवारी से कहा कि वह परमेश्वर के पुत्र को जन्म देगी | अतः जबकि वह एक कुँवारी ही थी, उसने एक पुत्र को जन्म दिया और उसका नाम यीशु रखा |
शब्द तथ्य:
मलाकी
तथ्य:
मलाकी यहूदा राज्य में परमेश्वर का एक भविष्यद्वक्ता था। वह मसीह के आगमन से 500 वर्ष पूर्व का था।
- मलाकी उस समय भविष्यद्वाणी कर रहा था जब यहूदी बेबीलोन से लौटकर मन्दिर का पुनः निर्माण कर रहे थे।
- एज्रा और नहेम्याह मलाकी के समय के ही थे।
- मलाकी की पुस्तक पुराने नियम की अन्तिम पुस्तक है।
- पुराने नियम के सब भविष्यद्वक्ताओं के सदृश्य मलाकी ने भी पाप से मन-फिराव तथा यहोवा की आराधना में लौट आने का प्रचार किया था।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: बाबेल, बन्दी, एज्रा, यहूदा, नहेमायाह, भविष्यद्वक्ता, मन फिराना, फिरना)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
माका
तथ्य:
माका अब्राहम के भाई नाहोर के पुत्रों में से एक था। पुराने नियम में इस नाम के और भी पुरुष हुए हैं।
- माका या बेतमाका नगर इस्राएल के दूर उत्तर में नप्ताली गोत्र के क्षेत्र में था।
- यह एक महत्वपूर्ण नगर था और शत्रु बार-बार उस पर आक्रमण करते थे।
- माका अनेक स्त्रियाँ का नाम था, जिनमें दाऊद के पुत्र अबशालोम की माँ भी थी।
- राजा आसा ने अपनी माता माका को रानी होने से हटा दिया था क्योंकि उसने अशेरा की मूर्ति-पूजा आरंभ कर दी थी।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: आसा, अशेरा, नहोर, नप्ताली, इस्राएल के बारह गोत्र)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
मादियों, मादे
तथ्य:
मादी साम्राज्य एक प्राचीन साम्राज्य था जो अश्शूर देश और बेबीलोन के पूर्व में तथा एलाम और फारस के उत्तर में था। मादी राज्य के लोग “मादियों” कहलाते थे।
- मादी साम्राज्य में आज के तुर्किस्तान, सीरिया, ईराक और अफगानिस्तान के कुछ भाग थे।
- मादी लोग फारसियों के निकट संबंध में थे और दोनों की संयुक्त सेना ने बेबीलोन को जीता था।
- बेबीलोन पर मादी घराने के राजा दारा ने आक्रमण किया था जब दानिय्येल भविष्यद्वक्ता बेबीलोन में था।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: अश्शूर, बाबेल, कुस्रू, दानिय्येल, दारा, एलाम, फारस)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H4074, H4075, H4076, H4077, G3370
मार्था
तथ्य:
मार्था बैतनिय्याह की निवासी थी जो यीशु की अनुयायी थी।
- मार्था की बहन मरियम और भाई लाज़र भी यीशु के अनुयायी थे।
- एक बार यीशु उनके घर गया तब मार्था तो खाना तैयार करने में व्यस्त हो गई परन्तु मरियम यीशु के पास बैठकर उसकी शिक्षा सुनने लगी।
- लाज़र की मृत्यु पर मार्था ने यीशु के समक्ष स्वीकार किया कि यीशु, परमेश्वर का पुत्र, मसीह है।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: लाज़र, मरियम (मार्था की बहन))
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
मिद्यान, मिद्यानियों
तथ्य:
मिद्यान अब्राहम और उसकी पत्नी कतूरा का पुत्र था। यह कनान देश के दक्षिण में उत्तरी अरब रेगिस्तान में स्थित लोगों के समूह और क्षेत्र का भी नाम है। उस समूह के लोग “मिद्यानी” कहलाते थे।
- जब मूसा पहली बार मिस्र से निकला, तो वह मिद्यान के इलाके में गया, जहाँ उसने यित्रो की बेटियों से मुलाकात की और उनकी भेड़-बकरियों को पानी पिलाने में मदद की। बाद में मूसा ने यित्रो की एक बेटी से विवाह कर लिया।
- मिद्यानी दास व्यापारियों का एक समूह यूसुफ को मिस्र ले गया।
- कई वर्षों बाद मिद्यानी लोगों ने कनान देश में इस्राएलियों पर हमला किया और उन पर धावा बोल दिया। उन्हें हराने में गिदोन ने इस्राएलियों का नेतृत्व किया।
- आज की अनेक अरब-जातियां इनकी वंशज हैं।
(देखें अरब, मिस्र, झुण्ड, गिदोन, यित्रो, मूसा)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 16:3 परन्तु फिर लोग परमेश्वर के बारे में भूल गए और फिर से मूर्तियों की पूजा करने लगे। इसलिए परमेश्वर ने मिद्यानियों को, जो कि पास के शत्रु लोगों के समूह थे, उन्हें पराजित करने की अनुमति दी।
- 16:4 इस्राएली इतने डर गए थे कि वे गुफाओं में छिप गए ताकि मिद्यानियों उन्हें न ढूँढ सकें।
- __16:11__उस व्यक्ति के मित्र ने कहा, “इस स्वप्न का अर्थ है कि गिदोन की सेना मिद्यानियों की सेना को हरा देगी!”
- __16:14__परमेश्वर ने मिद्यानियों को भ्रमित कर दिया, जिससे वे एक दूसरे पर आक्रमण करने लगे और एक दूसरे को मारने लगे।
शब्द तथ्य:
- Strong's: H4080, H4084, H4092
मिर्याम
तथ्य:
मिर्याम हारून और मूसा की बड़ी बहन थी।
- जब वह युवा थी तब उसकी माता ने उसे आज्ञा दी थी कि वह नील नदी के नरकटों के मध्य टोकरी में रखे भाई शिशु मूसा की निगरानी करे। फिरौन की पुत्री ने उस बालक को उठा लिया उसने उसकी देखरेख के लिए किसी दासी की आवश्यकता पड़ी तब मिर्याम ने अपनी माता को प्रस्तुत किया था।
- जब इस्राएली लाल सागर पार कर चुके तब मिस्रियों से बच जाने के उपलक्ष्य में और परमेश्वर को धन्यवाद देने के लिए मिर्याम ने आनन्द विभोर होकर नृत्य किया था।
- वर्षों बाद जब इस्राएली जंगल में थे तब मिर्याम और हारून ने मूसा की बुराई की क्योंकि उसने एक कूशी स्त्री से विवाह किया था।
- उसके विद्रोह और मूसा की बुराई करने का दण्ड देकर परमेश्वर ने उसे कोढ़ग्रस्त कर दिया था। परन्तु मूसा द्वारा उसके लिए प्रार्थना करने पर परमेश्वर ने उसे रोगमुक्ति प्रदान की।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद)
(यह भी देखें: हारून, कूश, मध्यस्थता करना, मूसा, नील नदी, फिरौन, विद्रोही)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
मिस्पा
तथ्य:
मिस्पा पुराने नियम में अनेक नगरों के नाम थे। इसका अर्थ है, “निगरानी का स्थान” या “चौकसी का गुम्मट”।
- जब शाऊल दाऊद की ख़ोज में लगा हुआ था तब दाऊद ने अपने माता-पिता को मोआब के राजा की शरण में मिस्पा में रखा था।
- मिस्पा नामक एक नगर यहूदा और इस्राएल राज्यों की सीमा पर था। वह एक प्रमुख सेना केन्द्र था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद)
(यह भी देखें: दाऊद, यहूदा, इस्राएल राज्य, मोआब, शाऊल (पुराना नियम))
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
मिस्र, मिस्री, मिस्रियों
तथ्य:
मिस्र अफ्रीका के उत्तर पूर्व से कनान के दक्षिण पश्चिम तक एक देश है। मिस्री जन मिस्र देश का निवासी है।
- प्राचीन युग में मिस्र एक शक्तिशाली एवं धनी देश था।
- प्राचीन मिस्र दो भागों में विभाजित था, निचला मिस्र (उत्तरी भाग जहां से नील नदी बहकर समुद्र में गिरती है) ऊपरी मिस्र (दक्षिणी भाग)। पुराने नियम में इन दोनों भागों को “मिस्र” और “पत्रोस” कहा गया है।
- जब कनान में भोजन की कमी होती थी तब इस्राएल के पित्र भोजन खरीदने मिस्र जाया करते थे।
- इस्राएली सैंकड़ों वर्ष मिस्र में दास बन कर रहे थे।
- यूसुफ और मरियम भी बालक यीशु को हेरोदेस महान से बचाने के लिए मिस्र चले गए थे।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: हेरोदेश महान, यूसुफ (नया नियम), नील नदी, पित्र)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल की कहानियों के उदाहरण:
- 8:4 और व्यापारी यूसुफ को मिस्र ले गए। मिस्र नील नदी के किनारे स्थित एक बड़ा, शक्तिशाली देश था।
- 8:8 फ़िरौन यूसुफ से बहुत प्रभावित हुआ, और उसे मिस्र का दूसरा सबसे शक्तिशाली मनुष्य नियुक्त कर दिया।
- 8:11 याकूब ने अपने बड़े बेटों को अन्न लाने के लिए __मिस्र__भेजा था।
- 8:14 याकूब वृद्ध हो गया था, वह अपने परिवार के साथ मिस्र देश गया और वे सब वहा रहने लगे।
- 9:1 यूसुफ की मृत्यु के पश्चात्, उसके कुटुम्बियों ने मिस्र में ही वास किया।
शब्द तथ्य:
- Strong's: H4713, H4714, G124, G125
मीका
तथ्य:
मीका, मसीह से 700 वर्ष पूर्व यहूदा में यशायाह के सेवाकाल के समय यहूदा ही में एक भविष्यद्वक्ता था। मीका नामक एक और पुरुष था जो न्यायियों के युग में था।
- मीका की पुस्तक पुराने नियम के अन्त में है।
- मीका ने अश्शूरों द्वारा सामरिया के विनाश की भविष्यद्वाणी की थी।
- मीका ने यहूदा की प्रजा को परमेश्वर की अवज्ञा के लिए झिड़का था और उन्हें चेतावनी दी थी कि शत्रु उन पर आक्रमण करेंगे।
- उसकी भविष्यद्वाणी के अन्त में परमेश्वर में आशा का सन्देश भी था, परमेश्वर विश्वासयोग्य है और अपने लोगों का उद्धार करता है।
- न्यायियों की पुस्तक में मीका नामक एक पुरुष की कहानी है जो एप्रैम में रहता जो चाँदी की मूर्तियां बनाता था। एक युवा लेवी याजक उसके घर में रहने के लिए आया था, उसने उसके घर से वह मूर्ति और अन्य सामान चुराया तथा दान के एक समूह के साथ भाग गया था। अन्त में वह लेवी और दानवंशी लैश नगर में जा बसे और उस चाँदी की मूर्ति को खड़ा करके पूजा आरंभ कर दी।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद)
(यह भी देखें: अश्शूर, दान, एप्रैम, मूरत, यशायाह, यहूदा, न्याय, लेवी, याजक, भविष्यद्वक्ता, सामरिया, चाँदी)
बाइबल सन्दर्भ:
{{tag>publish ktlink}
शब्द तथ्य:
मीकाएल
तथ्य:
परमेश्वर के सब आज्ञाकारी पवित्र स्वर्गदूतों का प्रधान मीकाएल है। वही एकमात्र स्वर्गदूत है जिसे परमेश्वर का प्रधान स्वर्गदूत कहा जाता है।
- “प्रधान स्वर्गदूत” का अर्थ है “स्वर्गदूतों का मुखिया” या “शासन करनेवाला स्वर्गदूत”।
- मीकाएल एक योद्धा है जो परमेश्वर के बैरियों से युद्ध करके उसके लोगों की रक्षा करता है।
- उसने फारस की सेना से युद्ध करने के लिए इस्राएल की अगुआई की थी। अन्त समय में वह दुष्ट की सेना के विरूद्ध इस्राएल की अगुआई करेगा जैसा उसने दानिय्येल से कहा था।
- बाइबल में मीकाएल नाम के अनेक पुरुष हुए है। अनेक पुरुषों की पहचान “मीकाएल का पुत्र” स्वरूप की गई है।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद)
(यह भी देखें: स्वर्गदूत, दानिय्येल, दूत, फारस)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
मीशाएल
तथ्य:
मीशाएल पुराने नियम में तीन पुरुषों का नाम था।
- एक और पुरुष जिसका नाम मीशाएल था, वह हारून का रिश्ते का भाई था। हारून के दो पुत्रों को परमेश्वर ने इसलिए घात कर दिया था कि उन्होंने परमेश्वर की विधि से भिन्न धूप जलाई थी, उस समय मीशाएल और उसके भाई को उनके शव छावनी से बाहर ले जाने का कार्य सौंपा गया था।
- एक और पुरुष जिसका नाम मीशाएल था एज्रा के साथ खड़ा था जब वह परमेश्वर की व्यवस्था, जो उन्हें मिली थी पढ़कर सबको सुना रहा था।
- जब इस्राएली बाबुल की बन्धुआई में थे तब एक युवक, मीशाएल को भी बन्दी बनाकर वहां से ले जाया गया था। बेबीलोन वासियों ने उसे "मेशक" नाम दिया था। उसने और उसके साथियों, अजर्याह (शद्रक) और हनन्याह (अबेदनगो) ने राजा की मूर्ति को दण्डवत् करने से इन्कार कर दिया था जिसके दण्ड स्वरूप उन्हें आग के भट्ठे में डाल दिया गया था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद)
(यह भी देखें: हारून, अजर्याह, बाबेल, दानिय्येल, हनन्याह)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
मूसा
तथ्य:
मूसा एक भविष्यद्वक्ता और इस्राएलियों का अगुआ था, उसने 40 वर्ष उनकी अगुआई की थी। मिस्र से निर्गमन के समय वह उनका अगुआ था, जैसा निर्गमन की पुस्तक में वर्णन किया गया है।
- शिशु अवस्था में मूसा के माता-पिता ने उसे एक टोकरी में रखकर नील नदी के नरकटों के मध्य छोड़ दिया था, वे उसे मिस्र के फिरौन से सुरक्षित रखना चाहते थे। मूसा की बहन मिरयम उसकी रखवाली कर रही थी। मूसा की जान बच गई क्योंकि फिरौन की पुत्री उसे अपने महल में ले गई कि अपना पुत्र बनाकर उसका पालन पोषण करे।
- परमेश्वर ने मूसा को चुना कि इस्राएलियों को मिस्र के दासत्व से निकाल कर प्रतिज्ञा के देश में ले जाए।
- मिस्र से निकलने के बाद जब इस्राएली जंगल में थे तब परमेश्वर ने मूसा को पत्थर की पट्टियों पर लिखकर दस आज्ञाएं दी थी।
- अपने जीवन के अन्त में मूसा ने प्रतिज्ञा के देश को तो देखा परन्तु वहाँ प्रवेश नहीं कर पाया क्योंकि उसने परमेश्वर की आज्ञा के अनुसार कार्य नहीं किया था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: मिरयम, प्रतिज्ञा का देश, दस आज्ञाए)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल की कहानियों के उदाहरण:
- 9:12 एक दिन, मूसा जब अपनी भेड़ो की देख रेख कर रहा था , तब उसने देखा कि किसी झाड़ी में आग लगी है |
- 12:5 मूसा ने लोगों से कहा, “डरो मत, परमेश्वर आप ही तुम्हारे लिये लड़ेगा और तुम्हे बचाएगा |”
- 12:7 परमेश्वर ने मूसा से कहा कि अपनी लाठी उठाकर अपना हाथ समुद्र के ऊपर बढ़ा और वह दो भाग हो जाएगा |
- 12:12 जब इस्राएलियों ने देखा कि मिस्र के लोग मारे गए है, तो उन्होंने परमेश्वर पर भरोसा किया और विश्वास करने लगे कि मूसा परमेश्वर का एक नबी है।
- __13:7__परमेश्वर ने यह दस आज्ञाएँ मूसा को दो पत्थर की तख्तियों पर लिख के दे दीं |
शब्द तथ्य:
- Strong's: H4872, H4873, G3475
मेलिकिसिदक
तथ्य:
अब्राहम के युग में मेलिकिसिदक सालेम का राजा था। (उत्तरकालीन, यरूशलेम का)
- मेलिकिसिदक के नाम का अर्थ है, “धार्मिकता का राजा” और “शलेम का राजा” पद्वी का अर्थ है, “शान्ति का राजा”।
- उसे “सर्वोच्च परमेश्वर का याजक” भी कहा गया है।
- मलिकिसिदक का नाम बाइबल में सर्वप्रथम तब आया था जब उसने अब्राम को रोटी और दाखरस दिया था, उसके भतीजे लूत को उन सामर्थी राजाओं से छुड़ाकर लाने के बाद। अब्राम ने मेलिकिसिदक को अपनी लूट के माल का दसवां भाग दिया था।
- नये नियम में मेलिकिसिदक को ऐसे व्यक्ति के रूप में वर्णित किया गया है जिसका कोई माता पिता नहीं। उसे सदाकालीन राज करनेवाला याजक एवं राजा कहा गया है।
- नये नियम में यीशु को “मलिकिसिदक की रीति पर” याजक कहा गया है। यीशु इस्राएल के याजकों के तुल्य लेवियों के वंश से नहीं था। उसका याजक होना परमेश्वर से था जैसा मलीकिसिदक का था।
- बाइबल में उसके इस वर्णन के आधार पर मलिकिसिदक एक मानवीय याजक था जो परमेश्वर द्वारा चुना गया था कि यीशु का प्रतिनिधित्व करे या उसकी ओर संकेत करे, यीशु शान्ति और धार्मिकता का सदाकालीन राजा और हमारा महान महायाजक।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: अब्राहम, अनन्त, महा-याजक, यरूशलेम, लेवी, याजक, धर्मी)
बाइबल सन्दर्भ:
मेशेक
तथ्य:
मेशेक पुराने नियम में दो पुरुषों के नाम थे।
- एक मेशेक तो येपेत का पुत्र था।
- दूसरा मेशेक शेम का पोता था।
- मेशेक एक स्थान का नाम भी था जो संभवतः इन दो में से एक के नाम से पड़ा था।
- संभवतः यह क्षेत्र एक भाग में आज के तुर्किस्तान में था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: येपेत, नूह, शेम)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
मेसोपोटामिया,अरम्नहरैम
तथ्य:
मेसोपोटामिया वह क्षेत्र है जो हिद्देकेल और फरात नदियों के मध्य का भूभाग है। यह स्थान आज के ईराक में है।
- पुराने नियम में इस क्षेत्र को अरम्नहरैम कहते थे।
- “मेसोपोटामिया” का अर्थ है “नदियों के मध्य”। * “अरम्नहरैम” का अर्थ है, “दो नदियों का अराम”
- अब्राहम मेसोपोटामिया क्षेत्र ऊर और हारान में रहता था, इससे पूर्व कि वह कनान के लिए प्रस्थान करता।
- मेसोपोटामिया का एक और महत्वपूर्ण नगर बेबीलोन था।
- “कसादियों” का देश भी मेसोपोटामिया में था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: अराम, बाबेल, कसदी, फरात नदी)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
मोआब, मोआबी
तथ्य:
"मोआब" शब्द एक ऐसे समूह को संदर्भित करता है जो खारे सागर के पूर्व में रहता था। उत्पत्ति की पुस्तक इस व्यक्ति समूह को "मोआब" नामक एक व्यक्ति के वंशज के रूप में वर्णित करती है, जो लूत की बड़ी पुत्री का पुत्र था।
- रूथ की पुस्तक में, एलीमेलेक और उसका परिवार बेतलेहेम के आसपास के अकाल के कारण मोआब में रहने के लिए गया।
- बैतलहमवासी रूत को मोआबिन कहते थे क्योंकि वह मोआब देश की थी। इस शब्द का अनुवाद हो सकता है, “मोआबी स्त्री” या “मोआब देश की स्त्री”
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: बैतलहम, यहूदिया, लूत, रूत, खारे ताल)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
मोर्दकै
तथ्य:
मोर्दकै फारस में निवास कर रहा एक यहूदी पुरुष था। वह अपनी चचेरी बहन एस्तेर का संरक्षक था, एस्तेर बाद में फारसी राजा क्षयर्ष की पत्नी हुई थी।
- राजा के महल में सेवा करते समय मोर्दकै ने प्रजा के कुछ लोगों को राजा की हत्या का षड्यंत्र रचते सुना। उसने इसकी सूचना दी और राजा की जान बच गई।
- कुछ समय पश्चात मोर्दकै ने फारस में यहूदियों के सर्वनाश के षड्यंत्र को भी सुना। उसने एस्तेर से कहा कि वह अपने लोगों को बचाने के लिए राजा से याचना करे।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद)
(यह भी देखें: क्षयर्ष, बाबेल, एस्तेर, फारस)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
मोलेक, Moloch
तथ्य:
मोलेक कनानियों का झूठे देवता था जिसकी वे उपासना करते थे। उसे मोलेक भी लिखा गया है।
- मोलेक के उपासक अपने बच्चों को उसकी मूर्ति के समक्ष होम करते थे।
- कुछ इस्राएली भी सच्चे परमेश्वर यहोवा को त्याग कर मोलेक की पूजा करने लगे थे। उन्होंने मोलेक उपासकों की बुरी आदतों का पालन किया, जिसमें उनके बच्चों का त्याग भी शामिल था।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: कनान, बुराई, झूठे देवता, परमेश्वर, मूरत, बलि, सत्य, आराधना, यहोवा)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H4428, H4432, G3434
यबूस, यबूसी, यबूसियों
तथ्य:
यबूसी कनान देश में रहनेवाली एक जाति थी। वे हाम के पुत्र कनान के वंशज थे।
- यबूसी यबूस नगर के रहनेवाले थे। इस नगर का नाम बदलकर यरूशलेम रखा गया था जब राजा दाऊद ने इसे जीत लिया था।
- मलिकिसिदक, शालेम का राजा, संभवतः यबूसी मूल का था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: कनान, हाम, यरूशलेम, मलिकिसिदक)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
यरदन नदी, जॉर्डन
तथ्य:
यरदन नदी उत्तर से दक्षिण की ओर बहती है और कनान देश की पूर्वी सीमा बनाती है।
- आज यरदन नदी पश्चिम में इस्राएल और पूर्व में जॉर्डन को विभाजित करती है।
- यरदन नदी गलील सागर से बहती हुई मृत सागर में गिरती है।
- यहोशू जब इस्राएलियों को लेकर कनान आ रहा था तब उन्हें यरदन नदी पार करनी पड़ी थी। क्योंकि पानी बहुत गहरा था परमेश्वर ने यरदन नदी का प्रवाह रोक दिया और इस्राएलियों ने उसके तल पर चलकर उसको पार किया।
- बाइबल में यरदन नदी का संदर्भ “यरदन ” से है।
(यह भी देखें: कनान, खारे ताल, गलील सागर)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल की कहानियों के उदाहरण:
- 15:2 इस्राएलियों को प्रतिज्ञा के देश में प्रवेश करने से पहले यरदन नदी को पार करना था।
- __15:3__जब सब इस्राएलियों ने यरदन नदी को पार कर लिया, तब परमेश्वर ने यहोशू को बताया कि किस प्रकार से यरीहो के शक्तिशाली शहर पर आक्रमण करना है।
- 19:14 एलीशा ने उसे कहा, “तू जाकर यरदन नदी में सात बार डुबकी मार।”
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H3383, G24460
यरीहो
तथ्य:
यरीहो कनान देश में एक शक्तिशाली शहर था। वह यरदन के पश्चिम में और मृत सागर के उत्तर में था।
- अन्य सब कनानियों के सदृश्य यरीहोवासी भी मूर्तिपूजक थे।
- यरीहो कनान देश में पहला नगर था, जिसे जितने के लिए परमेश्वर ने इस्राएलियों को आज्ञा दी थी।
- जब यहोशू ने यरीहो के विरूद्ध इस्राएलियों की अगुआई की तब यरीहो को पराजित करने में परमेश्वर ने एक महान चमत्कार किया था।
(यह भी देखें: कनान, यरदन नदी, यहोशू, आश्चर्यकर्म, खारे ताल)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल की कहानियों के उदाहरण:
- 15:1 यहोशू ने दो भेदियों को कनानियो के शहर यरीहो में भेजा।
- 15:3 जब सब इस्राएलियों ने यरदन नदी को पार कर लिया, तब परमेश्वर ने यहोशू को बताया कि किस प्रकार से यरीहो के शक्तिशाली शहर पर आक्रमण करना है।
- 15:5 यरीहो की शहरपनाह नींव से गिर पड़ी! तब इस्राएलियों ने परमेश्वर की आज्ञा के अनुसार, जो कुछ उस शहर में था सब कुछ नष्ट कर दिया।
शब्द तथ्य:
यरूशलेम
तथ्य:
यरूशलेम वास्तव में एक प्राचीन कनानी नगर था जो बाद में इस्राएल का एक प्रमुख नगर बन गया था। यह नगर खारे ताल के पश्चिम में 34 किलोमीटर दूर और बैतलहम के ठीक उत्तर में स्थित है। यह नगर आज भी इस्राएल की राजधानी है।
- “यरूशलेम” नाम सबसे पहले यहोशू की पुस्तक में आया है। इस नगर के अन्य नाम जो पुराने नियम में हैं वे हैं, “शालेम”, “यबूसियों का नगर” और “सिय्योन” यरूशलेम और शालेम दोनों शब्दों का मूल अर्थ है, “शान्ति”।
- यरूशलेम मूल रूप से यबूसी गढ़ था जिसका नाम “सिय्योन” था, राजा दाऊद ने इस नगर को जीत कर अपनी राजधानी बना लिया था।
- राजा दाऊद के पुत्र, सुलैमान ने सबसे पहला मन्दिर यरूशलेम में मोरियाह पर्वत पर बनाया था। मोरियाह पर्वत वह स्थान था जहां अब्राहम ने अपने पुत्र, इसहाक की बलि चढ़ाई थी। बेबीलोन की सेना द्वारा मन्दिर के विनाश के उपरान्त उसका पुनः निर्माण किया गया था।
- मन्दिर यरूशलेम में था इसलिए यहूदियों के मुख्य पर्व वहीं मनाए जाते थे।
- लोग कहते थे कि वे "ऊपर" यरूशलेम को जा रहे हैं क्योंकि यह नगर पहाड़ पर बसा हुआ था।
(यह भी देखें: बाबेल, मसीह, दाऊद, यबूसी, यीशु, सुलैमान, मन्दिर, सिय्योन)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 17:05 दाऊद ने यरूशलेम पर विजय प्राप्त की और उसे अपनी राजधानी बनाया।
- 18:02 यरुशेलम में, सुलैमान ने अपने पिता की योजना के अनुसार एक भवन बनाने का निर्णय किया और उसके लिए समान एकत्र किया।
- 20:07 उन्होंने(बेबीलोनियों ने) यरूशलेम को जीत लिया, मंदिर का विनाश कर दिया, और शहर व मंदिर की सभी बहुमूल्य वस्तुओं को उठा कर ले गए।
- 20:12 अत: सत्तर वर्ष तक निर्वासन में रहने के बाद, यहूदियों का एक छोटा समूह यहूदा में यरूशलेम वापस लौट आया।
- 38:01 यीशु मसीह ने सार्वजनिक उपदेशों के आरम्भ के लगभग तीन साल बाद अपने चेलों से कहा कि वह यरूशलेम में उनके साथ फसह का त्यौहार मनाना चाहता था, और वहीं वह मार डाला जाएगा।
- 38:02 यीशु और चेलों के __ यरूशलेम__ में पहुँचने के बाद यहूदा यहूदी गुरुओ के पास गया और पैसों के बदले यीशु के साथ विश्वासघात करने का प्रस्ताव रखा।
- 42:08 “पवित्रशास्त्र में यह भी लिखा था कि मेरे चेले प्रचार करेंगे कि हर एक को पापों की क्षमा प्राप्त करने के लिये पश्चाताप करना चाहिए। वे यरूशलेम से इसकी शुरुआत करेंगे और हर जगह सब जातियों में जायेंगे।”
- 42:11 यीशु के मरे हुओ में से जी उठने के चालीस दिनों के बाद, उसने अपने चेलों से कहा कि तुम यरूशलेम में ही रहना जब तक कि मेरा पिता पवित्र आत्मा का सामर्थ्य तुम्हे न दे।”
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H3389, H3390, G2414, G2415, G2419
यशायाह
तथ्य:
यशायाह परमेश्वर का भविष्यद्वक्ता था जिसने यहूदा में चार राजाओं के राज्यकाल में सेवा की थी। उज्जियाह, योताम, आहाज और हिज्जकियाह
- जब अश्शूर हिजकिय्याह के युग में नगर पर आक्रमण कर रहे थे तब वह यरूशलेम में वास कर रहा था।
- पुराने नियम की पुस्तक यशायाह बाइबल की बड़ी पुस्तक में से एक है।
- यशायाह ने अनेक भविष्यद्वाणियां लिपिबद्ध की है जिनकी पूर्ति उसके जीवनकाल ही में हो गई थी।
- यशायाह मसीह की भविष्यद्वाणी के लिए विशेष करके जाना जाता है, जिसकी पूर्ति 700 वर्ष बाद यीशु के समय में हुई थी।
- यीशु और उसके शिष्यों ने यशायाह की भविष्यद्वाणियों द्वारा मनुष्यों को मसीह के बारे में शिक्षा दी थी।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: आहाज, अश्शूर, मसीह, हिजकिय्याह, योताम, यहूदा, भविष्यद्वक्ता, उज्जिय्याह)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 21:9 यशायाह भविष्यद्वक्ता ने भविष्यवाणी की थी , कि एक कुँवारी से मसीह का जन्म होगा।
- 21:10 यशायाह भविष्यद्वक्ता ने कहा कि मसीह गलील में रहेगा, वह खेदित मन के लोगों को शान्ति देगा और बंदियों के लिए स्वतंत्रता का और कैदियों को छुटकारा देगा।
- 21:11 यशायाह भविष्यद्वक्ता ने यह भी भविष्यवाणी की कि मसीह से लोग बिना कारण के बैर करेंगे और उसे अस्वीकार करेंगे।
- 21:12 यशायाह ने भविष्यवाणी की थी, कि लोग मसीह के ऊपर थूकेंगे, उसको ठट्ठों में उड़ाएँगे, और उसे मारेंगे।
- 26:2 उसे(यीशु)यशायाह नबी की पुस्तक दी गयी कि वह उसमे से पढ़े। यीशु ने पुस्तक खोल दी और लोगों को इसके बारे में पढ़कर सुनाया।
- 45:8 जब फिलिप्पुस रथ के पास पहुँचा, उसने कुश देश के अधिकारी को यशायाह भविष्यद्वक्ता की पुस्तक से पढ़ते हुए सुना।
- 45:10 फिर फिलिप्पुस ने उसे समझाया कि यशायाह यह यीशु मसीह के बारे में बता रहा है।
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H3470, G22680
यहूदा
तथ्य:
यहूदा याकूब के बड़े बेटों में से एक था। उनकी मां लिआ थी। उनके वंशजों को "यहूदा का गोत्र" कहा जाता था। जब भूमि के एक क्षेत्र के नाम के रूप में उपयोग किया जाता है, तो "यहूदा" शब्द यहूदा के जनजाति को दी गई भूमि को संदर्भित करता है, जिसमें पहाड़ी क्षेत्र यरूशलेम के दक्षिण में स्थित है।
- यहूदा ने ही अपने भाइयों को राय दी थी कि यूसुफ को गड्ढे में मरने के लिए छोड़ने की अपेक्षा उसे बेच दिया जाए।
- राजा दाऊद और उसके बाद के सब राजा यहूदा के वंशज थे। यीशु भी यहूदा का वंशज था।
- सुलैमान के बाद जब इस्राएल राज्य का विभाजन हो गया था तब यहूदा राज्य इस्राएल का दक्षिणी क्षेत्र हुआ।
- नये नियम में प्रकाशितवाक्य की पुस्तक यीशु को “यहूदा का सिंह” कहा गया है।
- “यहूदी” और “यहूदिया” शब्द “यहूदा” से ही व्युत्पन्न शब्द हैं।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: याकूब, यहूदी, यहूदा, यहूदिया, इस्राएल के बारह गोत्र)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
यहूदा इस्करियोती
तथ्य:
यहूदा इस्करियोती यीशु के शिष्यों में से एक था। उसने यीशु के साथ छल करके उसको यहूदी अगुओं के हाथों पकड़वा दिया था।
- इस्करियोती का अर्थ हो सकता है, “कारियोथवासी” संभवतः यूहदा उस नगर में पाला- पोसा गया था।
- यहूदा इस्करियोती शिष्यों का पैसा संभालता था और संभवतः उसमें से चोरी भी करता था।
- यहूदा ने यीशु को पकडवाने के लिए धर्म के अगुओ को उसका पता बताकर उससे विश्वासघात किया।
- जब धर्म के अगुओं ने यीशु को मृत्युदण्ड के योग्य ठहरा दिया तब यीशु के साथ विश्वासघात करने क लिए यहूदा पछताया और यहूदी अगुओं का पैसा लौटाकर आत्म-हत्या कर ली।
- एक और शिष्य का नाम यहूदा था| वह याकूब का पुत्र था, यहूदा इस्करियोती नहीं था।
- यीशु के भाइयों में से एक का नाम यहूदा था जो यहूदा इस्करियोती से भिन्न था|
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद)
(यह भी देखें: प्रेरित, पकड़वाना, यहूदी अगुवे, याकूब का पुत्र यहूदा)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 38:2 'यीशु के शिष्यों में से एक यहूदा नाम का एक पुरुष था । ...यीशु और चेलों के यरूशलेम में पहुँचने के बाद यहूदा यहूदी गुरुओ के पास गया और पैसों के बदले यीशु के साथ विश्वास घात करने का प्रस्ताव रखा।
- 38:3 यहूदी गुरुओं ने प्रधान याजक के नेतृत्व में यीशु को धोखा देने के लिये तीस चाँदी के सिक्के तोलकर यहूदा को दे दिए।
- 38:14 यहूदा प्रधान याजकों, सैनिकों और एक बड़ी भीड़ को तलवार और लाठियों के साथ लाया। यहूदा यीशु के पास आया और कहा, “ नमस्कार, गुरु,” और उसे चूमा।
- 39:8 इसी दौरान जब यहूदा, विश्वासघाती ने देखा कि यहूदी याजक यीशु को अपराधी घोषित कर उसे मारना चाहते है। यह देख यहूदा शोक से भर गया और खुद को मार डाला।
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: G24550, G24690
यहूदा, यहूदा का राज्य
तथ्य:
यहूदा का गोत्र इस्राएल के बारह गोत्रों में सबसे बड़ा था। यहूदा का राज्य यहूदा और बिन्यामीन के गोत्रों से मिलकर बना था।
- राजा सुलैमान की मृत्यु के बाद, इस्राएल देश दो राज्यों में विभाजित हो गया: इस्राएल और यहूदा। यहूदा का राज्य दक्षिणी राज्य था, जो नमक सागर के पश्चिम में स्थित था।
- यहूदा राज्य की राजधानी यरूशलेम थी।
- यहूदा के आठ राजाओं ने यहोवा की आज्ञा मानी और लोगों को उसकी उपासना करने के लिए प्रेरित किया। यहूदा के अन्य राजा बुरे थे और लोगों को मूर्तियों की पूजा करने के लिए प्रेरित करते थे।
- अश्शूर द्वारा इस्राएल (उत्तरी राज्य) को पराजित करने के 120 से अधिक वर्षों के बाद, यहूदा को बेबीलोन के राष्ट्र द्वारा जीत लिया गया था। बाबुलियों ने नगर और मन्दिर को नष्ट कर दिया, और यहूदा के अधिकांश लोगों को बन्दी बनाकर बाबेल ले गए।
(यह भी देखें: यहूदा, खारे ताल)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 18:07 केवल दो गोत्र उसके (रहूबियाम) के प्रति विश्वासयोग्य बने रहे। ये दो गोत्र यहूदा का राज्य बने।
- 18:10 यहूदा और इस्राएली राज्य शत्रु बन गए और अक्सर एक दूसरे के विरुद्ध लड़े।
- 18:13 यहूदा के राजा दाऊद के वंशज के थे। कुछ राजा अच्छे मनुष्य भी थे, जिन्होंने उचित रूप से शासन किया और परमेश्वर की उपासना की। परन्तु बहुत से यहूदा के राजा दुष्ट, विकृत और मूर्तियों की उपासना करने वाले थे।
- 20:01 इस्राएल के राज्य और यहूदा के राज्य दोनों ने परमेश्वर के विरुद्ध पाप किया।
- 20:05 यहूदा के राज्य के लोगों ने देखा कि किस प्रकार परमेश्वर ने इस्राएल के राज्य के लोगों को उस पर विश्वास न करने और उसकी आज्ञा न मानने के लिए दण्ड दिया था। लेकिन वे फिर भी मूर्तियों की पूजा करते थे, जिनमें कनानियों के देवता भी शामिल थे।
- 20:06 अश्शूरियों द्वारा इस्राएल के राज्य को नष्ट करने के लगभग 100 वर्षों के बाद, परमेश्वर ने यहूदा के राज्य पर आक्रमण करने के लिए बेबीलोनियों के राजा नबूकदनेस्सर को भेजा।
- 20:09 नबूकदनेस्सर और उसकी सेना यहूदा के राज्य के लगभग सभी लोगों को बेबीलोन ले गई, केवल सबसे गरीब लोगों को ही खेतों में रोपने के लिए छोड़ दिया।
शब्द तथ्य:
यहूदिया
तथ्य:
“यहूदिया” प्राचीन इस्राएल के एक भू-भाग को कहा जाता था। इस शब्द का उपयोग कभी संकीर्ण अर्थ में तो कभी वृहत् अर्थ में किया गया है
- संकीर्ण अर्थ में यहूदिया शब्द का संदर्भ प्राचीन इस्राएल, दक्षिणी भाग, मृत-सागर के पश्चिमी क्षेत्र से था। कुछ अनुवादों में इस क्षेत्र को “यहूदा” कहा गया है।
- व्यापक अर्थ में यहूदिया शब्द प्राचीन इस्राएल के सब प्रान्तों, गलील, सामरिया, पेरिया, इदुमिया, यहूदिया (यहूदा) आदि सर्वसमाहित क्षेत्रों के संदर्भ में था।
- यदि अनुवादक इस अंतर को स्पष्ट करना चाहते हैं, तो यहूदिया का व्यापक अर्थ "यहूदी देश" और संकीर्ण अर्थ में "यहूदिया प्रदेश" या "यहूदा देश"प्रकट किया जा सकता है क्योंकि यह प्राचीन इस्राएल का वह भूभाग था जहां आरम्भ में यहूदा का गोत्र वास करता था।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: गलील, एदोम, यहूदा राज्य, यहूदा राज्य, सामरिया)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
यहेजकेल
तथ्य:
यहेजकेल परमेश्वर का भविष्यद्वक्ता था जिसे बन्दी बनाकर बेबीलोन ले जाया गया था।
- यहेजकेल यहूदा में एक याजक था जिसे अन्य यहूदियों के साथ बेबीलोन की सेना ने बन्दी बनाया था।
- 20 वर्ष से अधिक वह अपनी पत्नी के साथ बाबेल में एक नदी के किनारे रहा, यहूदी उसके पास परमेश्वर का सन्देश सुनने आते थे।
- अन्य बातों के साथ यहेजकेल ने यरूशलेम और मन्दिर के विनाश एवं पुनः स्थापना की भविष्यद्वाणी की थी।
- उसने मसीह के भावी राज्य की भी भविष्यद्वाणी की थी।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: बाबेल, मसीह, बन्धुआई, भविष्यद्वक्ता)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
यहोयाकीन
तथ्य:
यहोयाकीन यहूदा का राजा था।
- यहोयाकीन 18 वर्ष की आयु में राजा बन गया था। वह केवल तीन महीने ही राज कर पाया था कि बेबीलोन की सेना ने उसे बन्दी बनाकर बेबीलोन ले गई।
- इस छोटे से राज्यकाल ही में यहोयाकीन ने अपने दादा मनश्शे और पिता यहोयाकीम के सदृश्य बुरे काम किए।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: बाबेल, यहोयाकीम, यहूदा, मनश्शे)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H3078, H3112, H3204, H3659
यहोयाकीम
तथ्य:
यहोयाकीम यहूदा का एक दुष्ट राजा था, जिसके राज्यकाल का आरम्भ 608 ई.पू. हुआ था, वह राजा योशिय्याह का पुत्र था। उसका नाम वास्तव में एल्याकीम था।
- मिस्र के फ़िरौन नीको ने एल्याकीम का नाम बदलकर यहोकीम रखा और उसे यहूदा का राजा बनाया था।
- फ़िरौन नीको ने यहोयाकीम को बहुत अधिक कर देने पर विवश किया।
- जब आगे चलकर राजा नबूकदनेस्सर ने यहूदा पर आक्रमण किया तब बन्दियों में जो बेबीलोन ले जाए गए थे यहोयाकीम भी था।
- यहोयाकीम एक दुष्ट राजा था जिसने यहूदावासियों को यहोवा से दूर किया था। भविष्यद्वक्ता उसके विरूद्ध भविष्यद्वाणी करता था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद)
(यह भी देखें: बाबेल, एलयाकीम, यिर्मयाह, यहूदा, नबूकदनेस्सर)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
यहोयादा
तथ्य:
यहोयादा एक याजक था जिसने राजा अहज्याह के पुत्र, योआश को छिपाकर उसकी रक्षा की थी, जब तक कि वह राजा घोषित किए जाने की आयु का नहीं हो गया।
- यहोयादा ने बालक योआश के सुरक्षा हेतु सैंकड़ों अंगरक्षक नियुक्त किए थे क्योंकि प्रजा ने मन्दिर में उसे राजा घोषित कर दिया था।
- यहोयादा ने बाल की सब वेदियों को नष्ट करने में प्रजा की अगुआई की थी।
- याजक यहोयादा ने अपने शेष संपूर्ण जीवन राजा योआश को परमेश्वर की आज्ञा मानने अैर प्रजा पर बुद्धिमानी से राज करने में परामर्श देता रहा था।
- यहोयादा नामक एक और पुरुष बनायाह का पिता था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: अहज्याह, बाल, बनायाह, योआश)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
यहोराम, योराम
तथ्य:
“यहोराम” पुराने नियम में दो राजा हुए हैं। दोनों राजाओं को भी "योराम" के नाम से जाना जाता था।
- एक राजा यहोराम ने यहूदा पर आठ वर्ष राज किया था। वह राजा यहोशापात का पुत्र था। यह राजा है जो योराम भी कहलाता था।
- दूसरा राजा यहोराम इस्त्राएल का राजा था जिसने 12 वर्ष राज किया था। वह आहाब का पुत्र था।
- यहूदा के राजा यहोराम ने उस समय राज्य किया जब भविष्यद्वक्ता यिर्मयाह, दानिय्येल, ओबद्याह और यहेजकेल यहूदा के राज्य में भविष्यद्वाणी कर रहे थे।
- राजा यहोराम ने भी कुछ समय तक राज्य किया था जब उसके पिता राजा यहोशापात यहूदा पर राज्य कर रहे थे।
- कुछ अनुवादों में इस्राएल के राजा के नाम पर "यहोराम" का नाम लगातार इस्तेमाल करना और यहूदा के राजा के लिए "योराम" नाम का चयन हो सकता है।
- हर किसी को स्पष्ट रूप से पहचानने का दूसरा तरीका उसके पिता का नाम शामिल करना होगा।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: अहाब, यहोशापात, योराम, यहूदा, इस्राएल का राज्य, ओबद्याह)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H3088, H3141, G2496
यहोशापात
तथ्य:
यहोशापात पुराने नियम में कम से कम दो पुरुषों का नाम था।
- इस नाम का प्रसिद्ध पुरूष यहूदा राज्य का चौथा राजा था।
- उसने इस्राएल, यहूदा राज्यों के मध्य शान्ति स्थापित की थी और देवी-देवताओं की वेदियां नष्ट कर दी थी।
- दूसरा यहोशापात दाऊद और सुलैमान का “लिपिक” था। उसका मुख्य धर्म था राजाओं के लिए हस्ताक्षर करने हेतु अभिलेख तैयार करे और राज्य में घटी प्रमुख घटनाओं का वर्णन लिख ले।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: वेदी, दाऊद, झूठे देवता, इस्राएल, यहूदा, याजक, सुलैमान)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H3092, H3146, G2498
यहोशू
तथ्य:
बाइबल में यहोशू नाम के अनेक इस्राएली पुरुष हुए हैं। सबसे अधिक प्रसिद्ध नून का पुत्र यहोशू है, वह मूसा का सहायक था और उसके बाद परमेश्वर की प्रजा का एक महत्वपूर्ण अगुआ हुआ था।
- यहोशू उन बारह भेदियों में से एक था जिन्हें मूसा ने प्रतिज्ञा के देश की जानकारी लेने के लिए भेजा था।
- कालेब के साथ यहोशू ने इस्राएलियों से आग्रह किया कि वे प्रतिज्ञा के देश में प्रवेश करने के लिए परमेश्वर की आज्ञा का पालन करें और कनानियों को पराजित करें।
- वर्षों बाद जब मूसा का स्वर्गवास हो गया तब परमेश्वर ने यहोशू को नियुक्त किया कि वह इस्राएलियों को प्रतिज्ञा के देश में लेकर जाए।
- कनानियों के विरूद्ध प्रथम एवं सर्वाधिक प्रसिद्ध युद्ध में यहोशू ने यरीहो को जीतने में इस्राएलियों की अगुआई की थी।
- पुराने नियम में यहोशू की पुस्तक में वर्णन किया गया है कि यहोशू ने प्रतिज्ञा के देश पर अधिकार करने में इस्राएलियों की कैसे अगुवाई की थी और फिर इस्राएल के प्रत्येक गोत्र को रहने के लिए भूमि का विभाजान कैसे किया था।
- योसादाक का पुत्र यहोशू महायाजक की चर्चा हाग्गै तथा जकर्याह की पुस्तकों में की गई है, उसने यरूशलेम की शहरपनाह के पुनरूद्धार में सहायता की थी।
- यहोशू नाम के अन्य अनेक पुरुष हुए हैं जिनका उल्लेख वंशावलियों और बाइबल में अन्य स्थानों में किया गया है।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: कनान, हाग्गै, यरीहो, मूसा, प्रतिज्ञा का देश, जकर्याह (पुराना नियम))
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल की कहानियों के उदाहरण:
- __14:4__जब इस्राएली कनान की सीमा पर पहुँचे, तब मूसा ने बारह पुरषों को चुना, इस्राएल के हर गोत्र में से एक, उसने उन पुरुषों को आदेश दिया कि जाकर उस देश का भेद लें कि वह कैसा है।
- 14:6 तुरन्त ही कालेब और यहोशू, अन्य दो जासूस कहने लगे, "हाँ यह सही है कि कनान के लोग लम्बे और तेजस्वी है , पर हम निश्चित रूप से उन्हें पराजित कर देंगे !
- 14:8 उनमे से कालेब और यहोशू को छोड़ जितने बीस वर्ष या उससे अधिक आयु के गिने गए थे, वहीं मर जाएंगे, कोई भी उस देश में कभी जाने न पाएगा।
- 14:14 मूसा बहुत वृद्ध हो गया था, उसकी सहायता करने के लिए परमेश्वर ने यहोशू को चुना जिससे वे लोगों का मार्गदर्शन करने में उसकी सहायता करे।
- 14:15 यहोशू एक अच्छा अगुआ था क्योंकि वह परमेश्वर पर विश्वास करता था व उसकी आज्ञाओ का पालन करता था।
- 15:3 जब सब इस्राएलियों ने यरदन नदी को पार कर लिया, तब परमेश्वर ने यहोशू को बताया कि किस प्रकार से यरीहो के शक्तिशाली शहर पर आक्रमण करना है।
शब्द तथ्य:
याकूब (जब्दी का पुत्र)
तथ्य:
जब्दी का पुत्र याकूब, यीशु के बारह शिष्यों में से एक था। उसके छोटे भाई का नाम यूहन्ना था। वह भी यीशु के बारह शिष्यों में से एक था।
- याकूब और यूहन्ना अपने पिता जब्दी के साथ मछली पकड़ने का व्यवसाय करते थे।
- याकूब और यूहन्ना का उपनाम “गर्जन के पुत्र” दिया गया था संभवतः क्योंकि वे अतिशीघ्र क्रोधित हो जाते थे।
- पतरस, याकूब और यूहन्ना यीशु के घनिष्टतम शिष्य थे और उसके साथ अद्भुत घटनाओं में उपस्थित रहते थे जैसे मूसा और एलिय्याह से बातें करते समय जब यीशु पर्वत पर था और जब यीशु ने एक छोटी लड़की को मृतकों में से जिलाया था।
- यह याकूब वह नहीं था जिसने नये नियम में याकूब की पत्री लिखी थी। कुछ भाषाओं में इनके नाम अलग-अलग लिखे जा सकते है। कि स्पष्ट हो कि वे एक ही मनुष्य नहीं हैं।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: प्रेरित, एलिय्याह, याकूब (यीशु का भाई), याकूब (हलफईस का पुत्र), मूसा)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
याकूब (यीशु का भाई)
तथ्य:
याकूब मरियम और यूसुफ का पुत्र था। वह यीशु का अर्धभ्राता, छोटा भाई था।
- यीशु के अन्य भाई (यीशु की माता, मरियम के पुत्र) यूसुफ, यहूदा, शमौन थे।
- यीशु जब तक जीवित था, याकूब और उसके भाई उसे मसीह नहीं मानते थे।
- जब यीशु मृतकों में से जी उठा तब याकूब ने उस पर विश्वास किया और वह यरूशलेम की कलीसिया का अगुआ ठहरा।
- नये नियम में याकूब का पत्र उन विश्वासियों को लिखा गया था जो सताव के कारण अन्य क्षेत्रों में चले गए थे।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: प्रेरित, मसीह, कलीसिया, याकूब का पुत्र यहूदा, सताना)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
याकूब का पुत्र यहूदा
तथ्य:
याकूब का पुत्र यहूदा, यीशु के बारह शिष्यों में से एक था। ध्यान दें कि यह व्यक्ति यहूदा इस्करियोती नहीं था।
- बाइबल में एक ही नाम के विभिन्न व्यक्तियों के उनके पिता का नाम देकर अलग दर्शाया जाता है। यहां इस यहूदा को “याकूब का पुत्र” कहा गया है।
- एक और यहूदा था जो यीशु का भाई था। उसे “यहूदा” भी कहा गया था।
- नये नियम में यहूदा की पत्री संभवतः यीशु के भाई यहूदा द्वारा लिखी गई थी क्योंकि वह स्वयं को “याकूब का भाई” कहता है। याकूब भी यीशु का भाई था।
- यह भी संभव है कि यहूदा की पत्री यीशु के शिष्य याकूब के पुत्र, यहूदा द्वारा लिखी गई थी।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद)
(यह भी देखें: याकूब (जब्दी का पुत्र), यहूदा इस्करियोति, पुत्र, बारहों)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
याकूब, इस्राएल, इस्राएली
तथ्य:
याकूब इसहाक और रिबका के जुड़वा लड़कों में छोटा था। परमेश्वर ने उसका नाम बदल कर "इस्राएल" कर दिया था, उसके वंशज इस्राएली जाती हुए|
याकूब इस्राएली जाती के तीन पितरों में अंतिम था:अब्राहम, इसहाक और याकूब| याकूब के बारह पुत्र इस्राएल के बारह गोत्र हुए|
- इब्रानी भाषा में याकूब शब्द उस शब्द के समरूप है जिसका अर्थ है,"एड़ी"| जन्म के समय याकूब अपने जुड़वा भाई एसाव की एड़ी पकड़े हुए था।पुराने युग में शरीर के अंग, एड़ी के दो अर्थ थे, वार करना और मनुष्य के शरीर का अधो भाग| इब्रानी नाम याकूब संभवतः किसी पर पीछे से वार करने का अर्थ रखता था|
- वर्षों बाद परमेश्वर ने याकूब का नाम बदलकर इस्राएल रखा जिसका अर्थ है, “वह परमेश्वर के साथ संघर्ष करता है।”
- याकूब ने लाबान की दो पुत्रियों से विवाह किया था जिनके नाम: लिआ और राहेल थे जिनके साथ उनकी सेविकाएँ, जिल्पा और बिल्हा भी थीं। इन चार स्त्रिओं से बारह पुत्र उत्पन्न हुए जो इस्राएल के बारह गोत्रों के पितृ हुए।
- नए नियम में, मत्ती रचित सुसमाचार में जो वंशावली दी गई है उसमें एक और याकूब का उल्लेख किया गया है, वह यूसुफ का पिता था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: इस्राएल, इस्राएल के बारह गोत्र, लीआ:, राहेल, ज़िल्पा, बिल्हा, deceive, एसाव, इसहाक, रिबका, लाबान)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल की कहानियों के उदाहरण:
- __7:1__फिर वे लड़के बढ़ने लगे, रिबका याकूब से प्रीति रखती थी, लेकिन इसहाक एसाव से प्रीति रखता था। याकूब सीधा मनुष्य था और तम्बुओ में रहा करता था, परन्तु एसाव तो वनवासी होकर चतुर शिकार खेलनेवाला हो गया।
- 7:7 याकूब वर्षों वहाँ रहा,उसी समय याकूब ने विवाह किया और उसके बारह पुत्र और एक पुत्री उत्पन्न हए। परमेश्वर ने उसे बहुत धनवान बनाया।
- 7:8 बीस वर्ष तक अपने घर से, जो कनान में है, दूर रहने के बाद याकूब अपने परिवार, सेवकों, और अपने सारे जानवरों समेत वापस आ गया।
- 7:10 परमेश्वर ने अब्राहम से,तदोपरांत इसहाक से जो वाचा बाँधी थी, वह अब याकूब की भी हो गई थी।
- __8:1__वर्षों बाद, जब याकूब वृद्ध हो गया, तो उसने अपने प्रिय पुत्र यूसुफ को भेजा कि वह जाकर अपने भाइयो को देखे जो भेड़ बकरियों के झुंड की देखभाल कर रहे थे।
शब्द तथ्य:
याकूब(हलफईस का पुत्र)
तथ्य:
हलफईस का पुत्र याकूब यीशु के बारह शिष्यों में एक था।
- इसका नाम सुसमाचार वृत्तान्तों में मत्ती, मरकुस और लूका में यीशु के शिष्यों की सूची में दिया गया है।
- उसका नाम प्रेरितों के काम की पुस्तक में भी आया है कि वह भी उन ग्यारह शिष्यों में था जो यीशु के स्वर्गारोहण के बाद यरूशलेम में प्रार्थना कर रहे थे।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: प्रेरित, चेले, याकूब (यीशु का भाई), याकूब (जब्दी का पुत्र), बारहों)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
याफा
तथ्य:
बाइबल के युग में याफा नगर एक महत्वपूर्ण व्यापारिक बन्दरगाह था जिसकी भौगोलिक स्थिति शारोन के मैदान के दक्षिण में भूमध्य सागर के तट पर थी।
- प्राचीन याफा वर्तमान समय में जाफ़ा शहर के रूप में स्थित है, जो अब तेल अवीव शहर में शामिल हो गया है।
- पुराने नियम में याफा वह स्थान था जहां से जहाज पर चढ़कर योना तर्शीश जाना चाहता था।
- नये नियम में तबिता नामक एक मसीह स्त्री याफा नगर में मृत्यु को प्राप्त हुई थी जिसे पतरस ने जिलाया था।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: झील, यरूशलेम, शारोन, तर्शीश)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
यारोबाम
तथ्य:
नबात का पुत्र यारोबाम 900-910 ईसा पूर्व के आसपास इस्राएल के उत्तरी राज्य का पहला राजा था। राजा योआश के पुत्र यारोबाम ने लगभग 120 वर्ष बाद इस्राएल पर शासन किया।
- यहोवा ने नबात के पुत्र यारोबाम को भविष्यवाणी दी कि वह सुलैमान के बाद राजा बनेगा और वह इस्राएल के दस गोत्रों पर शासन करेगा।
- जब सुलैमान की मृत्यु हुई, इस्राएल के दस उत्तरी गोत्रों ने सुलैमान के पुत्र रहूबियाम के विरुद्ध विद्रोह किया और उसके स्थान पर यारोबाम को अपना राजा बनाया, रहूबियाम को केवल दक्षिणी दो गोत्रों, यहूदा और बिन्यामीन के राजा के रूप में छोड़ दिया।
- यारोबाम एक दुष्ट राजा बन गया जिसने लोगों को यहोवा की उपासना करने से दूर किया और इसके बजाय उनकी उपासना करने के लिए मूर्तियों की स्थापना की। इस्राएल के अन्य सभी राजा यारोबाम के उदाहरण का अनुसरण करते थे और उसके समान दुष्ट थे।
- करीब 120 साल बाद, एक और राजा यारोबाम ने इस्राएल के उत्तरी राज्य पर शासन करना शुरू किया। यह यारोबाम राजा योआश का पुत्र था और इस्राएल के सब पिछले राजाओं के समान दुष्ट था।
- इस्राएलियों की दुष्टता के बावजूद, परमेश्वर ने उन पर दया की और इस राजा यारोबाम को भूमि प्राप्त करने और उनके क्षेत्र के लिए सीमाएँ स्थापित करने में मदद की।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद)
(यह भी देखें: मूरत, इस्राएल का राज्य, यहूदा, सुलैमान)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 18:08 अन्य दस इस्राएली गोत्र जो रहूबियाम के विरुद्ध में थे, उन्होंने अपने लिए यारोबाम नामक एक राजा को नियुक्त किया।
- 18:09 यारोबाम ने परमेश्वर से बलवा किया और लोगों से पाप करवाया। उसने यहूदा के राज्य में मंदिर में परमेश्वर की पूजा करने के बजाय अपने लोगों की पूजा करने के लिए दो मूर्तियों का निर्माण किया।
शब्द तथ्य:
यिज्रैल, यिज्रैली
परिभाषा:
यिज्रैल इस्सकार गोत्र में एक महत्वपूर्ण नगर था जो मृत्त सागर के दक्षिण पूर्व में स्थित था।
- यिज्रैल मगिद्दो के मैदान के पश्चिमी क्षेत्रों में से एक था जिसे यिज्रैल की घाटी भी कहते थे।
- यिज्रैल नगर में अपने इस्राएली राजाओं के महल थे।
- नाबोत की दाख की बारी कभी यिज्रैल में राजा आहाब के महल के निकट थी। भविष्यद्वक्ता एलिय्याह ने आहाब के विरूद्ध वहीं भविष्यद्वाणी की थी।
- आहाब की दुष्ट रानी ईज़ेबेल भी वहीं मारी गयी थी।
- इस नगर में अनेक महत्वपूर्ण घटनाएं घटी थी जिनमें युद्ध भी थे।
(यह भी देखें: अहाब, एलिय्याह, इस्साकार, ईजेबेल, महल, खारे ताल)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H3157, H3158, H3159
यित्रो, रूएल
तथ्य:
“यित्रो” और “रूएल” शाऊल दोनों नाम मूसा की पत्नी सिप्पोरा के पिता के हैं। पुराने नियम में “रूएल” नामक दो पुरुष और थे।
मिद्यान देश में जब मूसा चरवाहा था तब उसने एक मिद्यानी पुरुष, रूएल की पुत्री से विवाह कर लिया था।
- बाद में रूएल को “यित्रो, मिद्यानियों का पुजारी” कहा गया है। हो सकता है कि “रूएल” उसक गोत्र का नाम था।
- जिस समय परमेश्वर ने जलती हुई झाड़ी में से मूसा से बातें की थी, उस समय मूसा यित्रो की भेड़ें चरा रहा था।
- मिस्र से इस्राएलियों को निकाल लाने के कुछ समय पश्चात यित्रो जंगल में इस्राएलियों के पास आया और मूसा को लोगों के विवादों को सुलझाने का अच्छा परामर्श दिया।
- मिस्र में इस्राएलियों के लिए किए गए परमेश्वर के चमत्कारों के बारे में सुनकर उसने परमेश्वर में विश्वास किया।
- एसाव के एक पुत्र का नाम भी रूएल था।
- रूएल नामक एक और पुरुष था जिसका उल्लेख बेबीलोन की बन्धुआई के बाद यहूदी लौटने वाले इस्राएलियों की वंशावली में है।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: बन्दी, कुल, रेगिस्तान, मिस्र, एसाव, आश्चर्यकर्म, मूसा, रेगिस्तान)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
यिप्तह
तथ्य:
यिप्तह गिलाद का एक योद्धा था, वह इस्राएल का न्यायी था।
- इब्रानियों 11:32 में यिप्तह की प्रशंसा की गई है कि वह एक महत्वपूर्ण अगुआ था जिसमें अपने लोगों को शत्रुओं से रक्षा प्रदान की थी।
- उसने अम्मोनियों को पराजित करने के लिए इस्राएलियों की अगुआई की थी और एप्रैमियों को भी हराया था।
- तथापि, यिप्तह ने शीघ्रता में परमेश्वर से शपथ खाई जिसके परिणाम स्वरूप उसे अपनी पुत्री की बलि चढ़ानी पड़ी थी।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: अम्मोन, मुक्ति दिलाना, एप्रैम, न्या., मन्नत)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
यिर्मयाह
तथ्य:
यिर्मयाह यहूदा राज्य में परमेश्वर का भविष्यद्वक्ता था। पुराने नियम में यिर्मयाह नाम की पुस्तक में उसकी भविष्यद्वाणियां हैं।
- अन्य भविष्यद्वक्ताओं के सदृश्य यिर्मयाह ने भी इस्राएलियों को चेतावनी दी थी कि परमेश्वर उनके पापों का दण्ड देगा।
- यिर्मयाह की भविष्यद्वाणी के अनुवार बेबीलोन, यरूशलेम को बन्दी बनाएगा, इस कारण अनेक यहूदावासी उससे क्रोधित थे। परिणामस्वरूप उन्होंने उसे एक सूखे कूएं में डाल दिया कि वह मर जाए। परन्तु यहूदा के राजा ने अपने सेवकों को आज्ञा देकर उसे कूएं में से निकलवाया।
- अपने लोगों के विद्रोह और कष्टों के निमित्त संताप प्रकट करते हुए यिर्मयाह ने लिखा कि उसकी आंकें "आंसुओं का सोता" बन जाएं|
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: बाबेल, यहूदा, भविष्यद्वक्ता, बलवा, दुख उठाना, कुआं)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 19:17 एक बार यिर्मयाह भविष्यवक्ता को सूखे कुएँ में डाल दिया और उसे वहाँ मरने के लिए छोड़ दिया। कुएँ में पानी नहीं केवल दलदल थी, और यिर्मयाह कीचड़ में धंस गया, परन्तु तब राजा ने उस पर दया की और उसने अपने सेवकों को आज्ञा दी कि मरने से पहले उसे कुएँ में से निकाल लाएं।
- 21:5 यिर्मयाह भविष्यद्वक्ता के द्वारा, परमेश्वर ने प्रतिज्ञा की थी कि वह एक नई वाचा बांधेगा परन्तु वह उस वाचा के समान नही होंगी जो परमेश्वर ने इस्राएलियों के साथ सीनै पर्वत पर बाँधी थी।
शब्द तथ्य:
यिशै
तथ्य:
यिशै राजा दाऊद का पिता और रूत एवं बोआज़ का पोता था।
- यिशै यहूदा के गोत्र का था।
- वह “एप्राती” था अर्थात एप्राता (बैतलहम) नगर का निवासी था।
- भविष्यद्वक्ता यशायाह ने एक “जड़” या “डाली” की भविष्यद्वाणी की थी, कि वह “यिशै की जड़” से फूट निकलेगी और फलवन्त होगी। यह यीशु के संदर्भ में था क्योंकि वह यिशै का वंशज था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: बैतलहम, बोअज, वंशज, यीशु, राजा, भविष्यद्वक्ता, रूत, इस्राएल के बारह गोत्र)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H3448, G24210
यूनान, यूनानी
तथ्य:
नए नियम के युग में यूनान रोमी साम्राज्य का एक प्रान्त था।
- आज के यूनान के स्थान ही में वह यूनान भूमध्य-सागर, एजियन सागर और आयोनियन सागर के तटों पर एक प्रायद्वीप था।
- प्रेरित पौलुस यूनान के अनेक नगरों में गया था और वहां कलीसियाओं की स्थापना की, कुरिन्थ, थिस्सलुनीके, फिलिप्पी तथा अन्य।
- यूनान के नागरिक यूनानी कहलाते हैं और उनकी भाषा भी यूनानी ही कहलाती है। रोम के अन्य प्रान्तों के लोग भी यूनानी भाषा बोलते थे जिनमे यहूदी भी थे।
- कभी-कभी यूनानी शब्द अन्य जाति के लिए भी काम में लिया जाता था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: कुरिन्थ, अन्य-जाति, यूनानी, इब्रानी, फिलिप्पियों, थिस्सलोनिके)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
यूनानी, यूनानी, यूनानीवादी
तथ्य:
शब्द "यूनानी" यूनान देश में बोली जाने वाली भाषा को संदर्भित करता है, यह शब्द यूनान देश के व्यक्ति के लिए भी उपयोग किया है। यूनानी भी रोमन साम्राज्य भर में बोली जाती थी यूनानी का अर्थ था “यूनानी भाषा बोलने”
- क्योंकि रोमन साम्राज्य में अधिकांश गैर-यहूदी लोग यूनानी भाषा बोलते हैं, इसलिए नए नियम में अन्यजातियों को अक्सर "यूनानी" कहा जाता है, विशेष रूप से जब यहूदियों के साथ विषमता दर्शाई गई हो।
- यह वाक्यांश, "यूनानी यहूदी" का सन्दर्भ यहूदियों से है जो यूनानी भाषा बोलते थे जो "इब्रानी यहूदियों" की विषमता में था क्योंकि वे केवल इब्रानी भाषा या संभवतः अरामी भाषा बोलते थे। यूनानीवादी" यूनानी भाषा-भाषी के लिए यूनानी शब्दोच्चारण से वियुत्पन्न है|
- “यूनानी” के अन्य अनुवाद रूप हो सकते हैं; “यूनानी बोलनेवाले” या “यूनानी संस्कृति के” या “यूनानी”।
- गैर-यहूदियों के संदर्भ में, "यूनानी" का अनुवाद हो सकता है, “अन्य-जाति।"
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: अराम, अन्यजाति, यूनान, इब्रानी, रोम)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
स्ट्रोंग्स: H3125, G16720, G16730, G16740, G16750, G16760
यूसुफ (नया नियम)
तथ्य:
यूसुफ यीशु का सांसारिक पिता था जिसने उसे पाल-पोस कर बड़ा किया। वह एक धर्मी पुरुष था जिसका पेशा लकड़ी का काम था।
- यूसुफ की मंगनी एक यहूदी स्त्री मरियम के साथ हुई थी जिसे परमेश्वर ने यीशु मसीह की माता होने के लिए चुन लिया था।
- स्वर्गदूत ने यूसुफ से कहा कि पवित्र-आत्मा ने अलौकिक कृत्य द्वारा मरियम को गर्भधारी किया है और मरियम का यह पुत्र परमेश्वर का पुत्र है।
- यीशु के जन्म के बाद एक स्वर्गदूत ने यूसुफ को चिताया कि वह हेरोदेस से बचने के लिए बालक और मरियम को लेकर मिस्र देश चला जाए।
- यूसुफ अपने परिवार के साथ गलील क्षेत्र के नासरत नगर में रहता था और लकड़ी का काम करके जीविकोपार्जन करता था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: मसीह, गलील, यीशु, नासरत, परमेश्वर का पुत्र, कुंवारी)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल की कहानियों के उदाहरण:
- 22:4 वह एक कुँवारी थी जिसकी मंगनी यूसुफ नामक पुरुष के साथ हुई थी।
- 23:1 मरियम की मंगनी यूसुफ नामक एक धर्मी पुरुष से हुई। जब यूसुफ को यह पता चला कि मरियम गर्भवती है, और जो उसके गर्भ में है वह उसका बालक नहीं है, अत: यूसुफ ने जो धर्मी था और उसको बदनाम करना नहीं चाहता था, उसे चुपके से त्याग देने का विचार किया।
- 23:2 स्वर्गदूत ने उससे कहा, “हे यूसुफ ! तू अपनी पत्नी मरियम को यहाँ ले आने से मत डर, क्योंकि जो उसके गर्भ में है, वह पवित्र आत्मा की ओर से है। वह पुत्र जनेगी और तू उसका नाम यीशु रखना (जिसका अर्थ है, 'यहोवा बचाता है' )क्योंकि वह अपने लोगों का उनके पापों से उद्धार करेगा।”
- 23:3 यूसुफ ने मरियम से विवाह किया और अपनी पत्नी को अपने यहाँ ले आया, और जब तक वह पुत्र न जनी तब तक वह उसके पास न गया।
- 23:4 अत: यूसुफ और मरियम भी एक लम्बी यात्रा तय करके नासरत को गए, क्योंकि यूसुफ दाऊद के घराने और वंश का था, गलील के नासरत नगर से यहूदिया में दाऊद के नगर बैतलहम को गया।
- 26:4 यीशु ने उनसे कहा, “ आज ही यह लेख तुम्हारे सामने पूरा हुआ है” | सभी लोग चकित थे। और कहने लगे कि “ क्या यह यूसुफ का पुत्र नहीं है?”
शब्द तथ्य:
यूसुफ (पुराना नियम)
तथ्य:
यूसुफ याकूब का ग्यारहवां और माता राहेल का पहला पुत्र था। उसके दो पुत्रों,एप्रैम और मनश्शे के वंशज इस्राएल के दो गोत्र हुए|
- इब्रानी नाम यूसुफ़ उन दो इब्रानी शब्दों का सा है जिनका अर्थ, "जोड़ना, बढाना" और दूसरा, "एकत्र करना,ले जाना" होता है|
- उत्पत्ति के पुस्तक का एक बड़ा भाग युसूफ की कहानी का है कि वह कैसे अनेक कठिनाइयों में परमेश्वर का निष्ठावान रहा और उसने अपने भाइयों को भी क्षमा कर दिया जिन्होंने उसको मिस्र में दास होने के लिए बेच दिया था|
- अंत में परमेश्वर ने यूसुफ़ को अधिकार में मिस्र का दूसरा सर्वोच्च अधिकारी बना दिया था और उसको मिस्र की प्रजा तथा परिवेश के जातियों को भोजन की कमी होने पर काम में लिया| यूसुफ़ ने अपने परिवार को भी भूखे मरने से बचाया और उनको लाकर अपने पास मिस्र में बसा दिया|
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: इस्राएल के बारह गोत्र, एप्रैम, मनश्शे, याकूब, राहेल)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 8:2 यूसुफ के भाई उससे बैर रखते थे क्योंकि जब यूसुफ के भाइयो ने देखा कि हमारा पिता हम सबसे अधिक उसी से प्रीति रखता है, और यूसुफ ने स्वप्न में देखा था कि वह अपने भाइयो पर राज्य करे।
- 8:4 और व्यापारी यूसुफ को मिस्र ले गए।
- 8:5 यहाँ तक की बंदीगृह में भी यूसुफ परमेश्वर के प्रति निष्ठावान रहा और परमेश्वर ने उसे आशीष दी।
- 8:7 परमेश्वर ने यूसुफ को योग्यता दी थी कि वह स्वप्न का अर्थ समझ सके, इसलिये फ़िरौन ने यूसुफ को बंदीगृह से बुलवा भेजा।
- 8:9 यूसुफ ने सात वर्ष अच्छी उपज के दिनों में भोजनवस्तुएँ इकट्ठा करने के लिये लोगों से कहा।
- __9:2__मिस्र वासी अब यूसुफ को भूल गये थे और उन कार्यो को जो उसने उनकी सहायता करने के लिये किये थे।
शब्द तथ्य:
- Strong's: H3084, H3130, G2500, G2501
यूहन्ना (प्रेरित)
तथ्य:
यूहन्ना यीशु के बारह शिष्यों में से एक था और यीशु का घनिष्ठ मित्र था।
- यूहन्ना और उसका भाई याकूब एक मछुवारे, जब्दी के पुत्र थे।
- उसने यीशु के जीवन का सुसमाचार लिखा तो उसमें स्वयं के लिए लिखा, “वह चेला जिससे यीशु प्रेम रखता था।" इससे प्रकट होता है कि यूहन्ना यीशु का विशेष घनिष्ठ मित्र था।
- प्रेरित यूहन्ना ने पांच नए नियम की पुस्तके लिखीं: यूहन्ना का सुसमाचार, यीशु मसीह का प्रकाशितवाक्य, और विश्वासियों को लिखे तीन पत्र।
- ध्यान दें कि प्रेरित यूहन्ना, यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से भिन्न है।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: प्रेरित, प्रकट करना, याकूब (जब्दी का पुत्र), यूहन्ना (बपतिस्मा देनेवाला), जब्दी)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 36:1 एक दिन यीशु ने अपने तीन चेलों, पतरस, याकूब और यूहन्ना को अपने साथ लिया। (यीशु का चेला यूहन्ना वह यूहन्ना नहीं था, जिसने यीशु को बपतिस्मा दिया था।) और उन्हें एकान्त में प्रार्थना करने के लिए ऊँचे पहाड़ पर ले गया।
- 44:1 एक दिन पतरस और यूहन्ना प्रार्थना करने के लिये मन्दिर में जा रहे थे। तब उन्होंने एक लंगड़े भिखारी को देखा जो पैसों के लिए भीख माँग रहा था।
- 44:6 पतरस और यूहन्ना लोगों से जो कह रहे थे, उससे मन्दिर के सरदार उनसे बहुत परेशान थे। तो उन्होंने उन्हें पकड़कर बंदीगृह में डाल दिया।
- 44:7 दूसरे दिन ऐसा हुआ कि यहूदी याजक पतरस और यूहन्ना को लेकर महायाजक के पास गए। उन्होंने पतरस और यूहन्ना से पूछा कि, “तुम ने यह काम किस सामर्थ्य से और किस नाम से किया है ?”
- 44:9 जब उन्होंने पतरस और यूहन्ना का साहस देखा, और यह जाना कि ये अनपढ़ और साधारण मनुष्य है , तो आश्चर्य किया। फिर उनको पहचाना कि ये यीशु के साथ रहे है। तब उन्होंने पतरस और यूहन्ना को धमकाकर छोड़ दिया।
शब्द तथ्य:
यूहन्ना (बपतिस्मा देनेवाला)
तथ्य:
यूहन्ना जकर्याह और एलिशिबा का पुत्र था। क्योंकि “यूहन्ना” एक सामान्य नाम था, वह यूहन्ना बपतिस्मा देने वाला कहलाया कि अन्य यूहन्नाओं से उसे अलग किया जाए जैसे प्रेरित यूहन्ना।
- यूहन्ना एक भविष्यद्वक्ता था जिसे परमेश्वर ने भेजा कि मनुष्यों को मसीह के लिए और मसीह के अनुसरण के लिए तैयार करे।
- यूहन्ना ने लोगों से कहा कि वे अपने पापों को मानकर परमेश्वर की ओर फिरें और पाप करना छोड़ दें जिससे कि वे मसीह को ग्रहण करने के लिए तैयार हो जाएं।
- यूहन्ना पानी में बपतिस्मा देता था जो इस बात का प्रतीक था कि वे अपने पापों का पछतावा करते हैं और पापों से विमुख होते हैं।
- यूहन्ना को बपतिस्मा देनेवाला कहा गया है क्योंकि उसने बहुत लोगों को बप्तिस्मा दिया था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: बपतिस्मा देना, जकर्याह (नया नियम))
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल की कहानियों के उदाहरण:
- __22:2__स्वर्गदूत ने जकर्याह से कहा, “तेरी पत्नी इलीशिबा तेरे लिए एक पुत्र जनेगी। और तू उसका नाम यूहन्ना रखना। वह पवित्र आत्मा से परिपूर्ण होगा, और लोगों का मन मसीह की ओर फेरेगा।
- __22:7__तब इलीशिबा के प्रसव का समय पूरा हुआ, और उसने पुत्र को जन्म दिया, जकर्याह और इलीशिबा ने उस पुत्र का नाम यूहन्ना रखा, जैसा कि स्वर्गदूत ने उनसे कहा था।
- 24:1 यूहन्ना, जो जकर्याह और इलीशिबा का पुत्र था, वह बड़ा होकर एक नबी बन गया। वह जंगल में रहता था, और ऊँट के रोम का वस्त्र पहनता था और अपनी कमर में चमड़े का कटिबन्द बाँधे रहता था तथा टिड्डियाँ और वनमधु खाया करता था।
- 24:2 बहुत से आस पास के लोग यूहन्ना को सुनने के लिए बाहर निकल आए। यूहन्ना ने उनसे कहा, “मन फिराओ क्योंकि स्वर्ग का राज्य निकट आ गया है !”
- 24:6 अगले दिन, यीशु यूहन्ना के पास उससे बपतिस्मा लेने को आया। जब यूहन्ना ने उसे देखा, तो कहा, “देखो! यह परमेश्वर का मेम्ना है, जो संसार के पापों को दूर ले जाएगा।”
शब्द तथ्य:
यूहन्ना मरकुस
तथ्य:
यूहन्ना मरकुस जो “मरकुस” के नाम से भी जाना जाता है, पौलुस के साथ उसकी प्रचार यात्रा में गया था। अति-संभव है कि मरकुस रचित सुसमाचार का लेखक वही था।
- यूहन्ना मरकुस अपने भाई बरनबास और पौलुस के साथ प्रथम प्रचार यात्रा में गया था।
- जब पतरस को यरूशलेम के बन्दीगृह में डाला गया था तब वहां के विश्वासी यूहन्ना मरकुस की माता के घर में एकत्र होकर उसके लिए प्रार्थना कर रहे थे।
- मरकुस वास्तव में प्रेरित नहीं था परन्तु पौलुस और पतरस की शिक्षाओं में रहकर उनके साथ प्रचार करता था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: बरनबास, पौलुस)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
येपेत
तथ्य:
येपेत नूह के तीन पुत्रों में से एक था।
- संपूर्ण पृथ्वी पर जब जल प्रलय आया था तब येपेत और उसके दो भाई नूह के साथ जहाज में थे, उनकी पत्नियां भी उनके साथ थी।
- नूह के पुत्र क्रमवार उल्लेखित किए गए हैं, “शेम, हाम, येपेत।” इससे समझ में आता है कि येपेत सबसे छोटा पुत्र था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: जहाज, जल-प्रलय, हाम, नूह, शेम)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
येहू
तथ्य:
येहू नामक दो पुरुष पुराने नियम में हुए हैं।
- हानानी का पुत्र येहू एक भविष्यद्वक्ता था जिस समय इस्राएल में राजा आहाब था और यहूदा में राजा यहोशापात था।
- यहोशापात का पुत्र (या वंशज) येहू इस्राएली सेना का प्रधान था जिसे एलीशा के आदेशानुसार राजा बनाया गया था।
- राजा येहू ने दो बुरे राजाओं को मार डाला, इस्राएल के राजा योराम और यहूदा के राजा अहज्याह।
- येहू ने भूतपूर्व राजा आहाब के सब परिजनों की भी हत्या कर दी थी। और दुष्ट स्त्री ईजेबेल की भी हत्या करवा दी थी।
- येहू ने सामरिया बाल के सब प्रजा स्थल नष्ट करवा दिए थे तथा बाल के सब पुजारियों को मरवा दिया था।
- राजा येहू ने एकमात्र सच्चे परमेश्वर, यहोवा की उपासना की और इस्राएल पर 28 वर्ष राज किया।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद)
(यह भी देखें: अहाब, अहज्याह, बाल, एलीशा, यहोशापात, येहू, ईजेबेल, योराम, यहूदा, सामरिया)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
योआब
परिभाषा:
दाऊद राज संपूर्ण राज्यकाल में योआब का एक महत्त्वूपर्ण सेना नायक था।
- दाऊद के राजा बनने से पूर्व वह उसके विश्वासयोग्य अनुयायियों में था।
- राजा दाऊद के सिंहासन पर बैठने के बाद वह राजा दाऊद की सेना का प्रधान हो गया था।
- योआब दाऊद का भांजा भी था क्योंकि उसकी माता दाऊद की बहनों में से एक थी।
- जब अबशालोम ने राज्य पाने के लिए दाऊद से विद्रोह किया था तब योआब ही ने उसकी हत्या की थी।
- योआब एक उग्र योद्धा था जिसने इस्राएल के अनेक बैरियों का नाश किया था।
(यह भी देखें: अबशालोम, दाऊद)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
योआश
तथ्य:
योआश नामक अनेक पुरुष बाइबल में हुए हैं।
- एक योआश इस्राएल के रक्षक गिदोन का पिता था।
- एक और योआश याकूब के सबसे छोटे पुत्र बिन्यामीन का वंशज था।
- सर्वाधिक प्रसिद्ध योआश यहूदा का राजा था जिसने सात वर्ष की आयु में राजा का दायित्व संभाला था। वह अहज्याह का पुत्र था, यहूदा का राजा जिसकी हत्या कर दी गई थी।
- योआश जब बालक ही था तब उसकी बुआ ने उसे छिपा कर बचा लिया था, जब तक कि वह मुकुट धारण करने योग्य न हो।
- योआश एक अच्छा राजा था और आरंभ में परमेश्वर का आज्ञाकारी था। परन्तु उसने मूर्ति-पूजा के ऊंचे स्थान नष्ट नहीं किए थे जिसके परिणाम-स्वरूप इस्राएलियों ने पुनः मूर्ति-पूजा आरंभ कर दी थी।
- योआश जब यहूदा पर राज कर रहा था तब कुछ वर्ष इस्राएल पर यहोआश का राज्य था। ये दोनों अलग-अलग राजाओं के नाम है।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद)
(यह भी देखें: अहज्याह, वेदी, बिन्यामीन, झूठे देवता, गिदोन, ऊंचे स्थान, मूरत)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
योएल
तथ्य:
योएल एक भविष्यद्वक्ता था, वह यहूदा के राजा योआश के राज्यकाल में सेवा कर रहा था। योएल नाम अनेक अन्य पुरुष पुराने नियम में हुए हैं।
- योएल की पुस्तक पुराने नियम के अन्तिम भाग में बारह छोटे भविष्यद्वक्ताओं की पुस्तकों में से एक है।
- हमें योएल की व्यक्तिगत जानकारी में केवल इतना ही ज्ञात है कि उसके पिता का नाम पतूएल था।
- पिन्तेकुस्त के दिन अपने भाषण में प्रेरित पतरस ने योएल की भविष्यद्वाणी का संदर्भ दिया था।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: योआश, यहूदा, पिन्तेकुस्त)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
योताम
परिभाषा:
पुराने नियम में योताम नाम के तीन पुरुष हुए हैं।
- एक योताम गिदोन का सबसे छोटा पुत्र था। योताम ने अपने बड़े भाई अबीमेलेक को पराजित करने में सहायता की जिसने अपने अन्य सभी भाइयों को मार डाला था।
- यहूदा के राजा का नाम भी योताम था, उसने अपने पिता उज्जिय्याह(अजर्याह) के मरणोपरान्त सोलह वर्ष राज किया था।
- अपने पिता के समान योताम भी परमेश्वर का आज्ञाकारी था और एक अच्छा राजा हुआ था।
- तथापि उसने मूर्तियों के स्थानों को नष्ट नहीं किया था जिसका परिणाम यह हुआ कि बाद में यहूदावासी फिर मूर्ति-पूजा करने लगे थे।
- यीशु की वंशावली में भी एक योतान है, मत्ती रचित सुसमाचार में।
(यह भी देखें: अबीमेलेक, आहाज, गिदोन, उज्जियाह)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
योना
परिभाषा:
योना पुराने नियम का एक इब्रानी भविष्यद्वक्ता था।
- योना की पुस्तक में योना की कहानी है कि उसे परमेश्वर ने नीनवे के लोगों में सन्देश सुनाने भेजा था।
- योना नीनवे जाने की अपेक्षा किसी और तर्शीश देश को जानेवाले जहाज में चढ़ गया था।
- परमेश्वर ने उस जहाज को एक भयानक आंधी से घेर लिया था।
- उसने जहाज के कर्मचारियों से कहा कि वह परमेश्वर से दूर भाग रहा है, और उनको सुझाव दिया कि वे उसे समुद्र में फेंक दें। जब उन्होंने ऐसा किया तब तूफान थम गया।
- योना को समुद्र में एक बहुत बड़ी मछली ने निगल लिया, वह उस मछली के पेट में तीन दिन तीन रात रहा।
- मछली ने जब योना को उगल दिया तब उसने जाकर नीनवे में परमेश्वर का सन्देश सुनाया, परिणामस्वरूप नीनवे वासियों ने उग्रवाद का त्याग करके पापों का पश्चाताप किया।
- योना नीनवे को नष्ट न करने के लिए परमेश्वर पर क्रोधित हो गया, और परमेश्वर ने योना को करुणा का सबक सिखाने के लिए एक पौधे और कीड़े का इस्तेमाल किया।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: आज्ञा न मानना, नीनवे, फिरना)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H3124, G24950
योनातान
तथ्य:
पुराने नियम में लगभग दस पुरुषों का नाम योनातान हुआ है। इस नाम का अर्थ है, “यहोवा ने दिया है”।
- बाइबल में सबसे अधिक परिचित नाम योनातान, दाऊद के मित्र, कहा है। * योनातान शाऊल का बड़ा पुत्र था।
- पुराने नियम के अन्य योनातान हैं, मूसा का वंशज राजा दाऊद का भतीजा, अनेक याजक, एब्यातार का पुत्र भी और पुराने नियम का एक शास्त्री जिसके घर में यिर्मयाह को बन्दी बनाकर रखा गया था।
(यह भी देखें: नाम कैसे अनुवादित करें)
(यह भी देखें: एब्यातार, दाऊद, मूसा, यिर्मयाह, याजक, शाऊल (पुराना नियम), शास्त्री)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
योराम
तथ्य:
योराम, जो अहाब का पुत्र, इस्राएल का राजा था। वह यहोराम के नाम से भी जाना जाता है।
- राजा योराम उसी समय इस्राएल पर राज कर रहा था जब यहूदा में भी यहोराम नामक राजा राज्य कर रहा था।
- योराम एक दुष्ट राजा था जिसने स्वयं तो मूर्तिपूजा की और इस्राएल का पाप करने के कारण बना।
- इस्राएल के राजा योराम ने एलिय्याह और ओबद्याह के भविष्यवक्ताओं के समय में राज्य किया।
- योराम नाम का एक और व्यक्ति था जो हमात के राजा तू का पुत्र और राजा दाऊद के राज्यकाल में।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद)
(यह भी देखें: अहाब, दाऊद, एलिय्याह, हाम, यहोराम, इस्राएल का राज्य, यहूदा, ओबद्याह, भविष्यद्वक्ता)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H3088, H3141, G2496
योशिय्याह
तथ्य:
योशिय्याह एक ईश्वर भक्त राजा था जिसने 31 वर्ष यहूदा पर राज किया था। उसने यहूदावासियों को मन फिराकर यहोवा की आराधना करने के लिए अगुवाई किया था।
- उसके पिता आमोन की हत्या के बाद योशिय्याह, उसके पुत्र ने आठ वर्ष की आयु में राजा का दायित्व संभाला।
- अपने राज्यकाल के अठारहवें वर्ष राजा योशिय्याह ने महायाजक हिलकिय्याह को आदेश दिया कि यहोवा के मन्दिर का पुनरुद्धार किया जाए। मन्दिर के पुनरुद्धार कार्य के समय व्यवस्था की पुस्तक मिली थी।
- जब व्यवस्था की पुस्तक योशिय्याह को पढ़कर सुनाई गई तब उसे बोध हुआ कि उसकी प्रजा परमेश्वर की आज्ञाओं का पालन नहीं कर रही थी, इससे उसे बहुत दुःख हुआ। उसने आज्ञा दी कि मूर्ति-पूजा के सब स्थल नष्ट कर दिए जाएं और उनके पुजारियों को मार डाला जाए।
- उसने प्रजा को आज्ञा दी कि फसह के पर्व का उत्सव मनाना आरंभ किया जाए।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद)
(यह भी देखें: मूरत, यहूदा, व्यवस्था, फसह, मन्दिर)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
रब्बा
परिभाषा:
रब्बा अम्मोनियों का एक अत्यधिक महत्वपूर्ण नगर था।
- अम्मोनियों के साथ युद्ध करते समय इस्राएली अधिकतर रब्बा नगर पर आक्रमण करते थे।
- इस्राएल के राजा दाऊद ने अपने अन्तिम युद्ध अभियान में रब्बा नगर को जीत लिया था।
- आज का अम्मान जॉर्डन वहाँ स्थित है जहाँ प्राचीन रब्बा नगर हुआ करता था।
(यह भी देखें: अम्मोन, दाऊद)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
रहूबियाम
तथ्य:
रहूबियाम राजा सुलैमान के पुत्रों में से एक था, और सुलैमान के मरने के बाद वह इस्राएल देश का राजा बना।
- अपने शासन की शुरुआत में, रहूबियाम अपने लोगों के साथ कठोर था, इसलिए इस्राएल के दस गोत्रों ने उसके खिलाफ विद्रोह किया और उत्तर में "इस्राएल का राज्य" बनाया।
- रहूबियाम यहूदा के दक्षिणी राज्य के राजा के रूप में बना रहा, जिसमें शेष दो गोत्र, यहूदा और बिन्यामीन शामिल थे।
- रहूबियाम एक दुष्ट राजा था जो यहोवा की बात नहीं मानता था, परन्तु झूठे देवताओं की उपासना करता था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: इस्राएल राज्य, यहूदा, सुलैमान)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 18:05 सुलैमान की मृत्यु के बाद उसका पुत्र रहूबियाम उसके स्थान पर राजा हुआ | रहूबियाम एक मुर्ख मनुष्य था |
- 18:06 रहूबियाम ने मूर्खता से उत्तर दिया, और उन से कहा, “तुम ने सोचा, कि मेरे पिता सुलैमान ने तुम से कठिन परिश्रम कराया है, परन्तु मैं तुम से उस से अधिक परिश्रम करवाऊंगा, और उस से भी अधिक कठोर दण्ड दूंगा।”
- 18:07 इस्राएल राष्ट्र के दस गोत्रों ने रहूबियाम के विरुद्ध विद्रोह किया। केवल दो जनजातियाँ उसके प्रति वफादार रहीं।
शब्द तथ्य:
रामा
तथ्य:
रामा यरूशलेम से आठ कि.मी. दूर एक प्राचीन इस्राएली नगर था। यह नगर उस क्षत्र में था जहां बिन्यामीन गोत्र के लोग रहते थे।
- रामा में राहेल की मृत्यु हुई थी जब उसने बिन्यामीन को जन्म दिया था।
- बेबीलोन की सेना इस्राएलियों को बन्दी बना कर ले जा रही थी तब वे बेबीलोन पहुंचने से पूर्व रामा लाए गए थे।
- शमूएल के माता पिता का घर भी रामा में था।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: बिन्यामीन, इस्राएल के बारह गोत्र)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
रामोत
तथ्य:
रामोत यरदन नदी के निकट गिलाद के पहाड़ों में एक महत्वपूर्ण नगर था। उसे रामोत गिलाद भी कहते थे।
- रामोत इस्राएली गोत्र गाद के क्षेत्र में था और वह शरण नगर था।
- इस्राएल के राजा आहाब और यहूदा के राजा यहोशापात ने रामोत में अराम से युद्ध किया था। उस युद्ध में आहाब मारा गया था।
- कुछ समय बाद राजा अहज्याह और राजा योराम ने अराम के राजा से वह नगर पुनः प्राप्त करने का प्रयास किया था।
- रामोत गिलाद नगर ही में येहू को इस्राएल का राजा होने के लिए अभिषेक किया गया था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद)
(यह भी देखें: अहाब, अहज्याह, अराम, गाद, यहोशापात, येहू, योराम, यरदन नदी, यहूदा, शरण)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H7216, H7418, H7433
राहाब
तथ्य:
राहाब यरीहो वासी स्त्री थी जब इस्राएल ने यरीहो पर आक्रमण किया था। वह एक वैश्या थी।
- आक्रमण करने से पूर्व इस्राएल के दो भेदिये यरीहो में गए थे, उन्हें बचाने के लिए राहाब ने उन्हें छिपा लिया था। पुनः छावनी पहुंचने में उसने उनकी सहायता की थी।
- राहाब यहोवा की विश्वासिनी हो गई थी।
- राहाब और उसका परिवार यरीहो विनाश के समय छोड़ दिया गया था और वे सदैव इस्राएलियों के साथ रहने आए।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: इस्राएल, यरीहो, वैश्या)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल की कहानियों के उदाहरण:
- 15:1 उस शहर में राहाब नामक एक वेश्या रहती थी, उसने उन दोनों भेदियों को छिपा रखा और उन्हें भगाने में भी सहायता की क्योंकि वह परमेश्वर पर विश्वास करती थी। उन्होंने शपथ खाई कि इस्राएली जब यरीहो को नष्ट करेंगे तब राहाब और उसके परिवार की वे रक्षा करेंगे।
- __15:5__तब इस्राएलियों ने परमेश्वर की आज्ञा के अनुसार, जो कुछ उस शहर में था सब कुछ नष्ट कर दिया। उन्होंने केवल राहाब और उसके परिवार को छोड़ा, क्योंकि वे इस्राएलियों का ही भाग बन गए थे।
शब्द तथ्य:
राहेल
तथ्य:
राहेल याकूब की पत्नियों में से एक थी। राहेल यूसुफ और बिन्यामीन की माता थी, ये दोनों इस्राएल के दो गोत्र हुए।
- राहेल और उसकी बहन लिआ: याकूब के मामा लाबान की पुत्रियां थी।
- वर्षों तक राहेल को सन्तान प्राप्ति नहीं हुई थी। तब परमेश्वर ने उसे योग्य बनाया और उसने यूसुफ को जन्म दिया।
- वर्षों बाद जब राहेल ने बिन्यामीन को जन्म दिया तब उसकी मृत्यु हो गई और याकूब ने उसे बैतलहम के पास दफन किया।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: बैतलहम, याकूब, लाबान, लिआ:, यूसुफ (पुराना नियम), इस्राएल के बारह गोत्र)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
रिबका
तथ्य:
रिबका अब्राहम के भाई नाहोर की पोती थी।
- परमेश्वर ने रिबका को अब्राहम के पुत्र इसहाक की पत्नी होने के लिए चुन लिया था।
- रिबका अरामनहरैम के उस प्रदेश को छोड़कर जहाँ वह रहती थी अब्राहम के सेवक के साथ दक्खिन देश में गई जहाँ इसहाक रहता था।
- लंबे समय तक रिबका के कोई संतान नहीं हुई, लेकिन आखिरकार परमेश्वर ने उसे जुड़वा लड़कों, एसाव और याकूब के साथ आशीर्वाद दिया।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: अब्राहम, अराम, एसाव, इसहाक, याकूब, नाहोर, नेगेब)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 06:02 एक लंबी यात्रा के बाद, जब वह दास उस नगर में गया जहाँ अब्राहम के कुटुम्बी रहते थे, तब परमेश्वर ने उस दास के सामने रिबका को भेजा। वह अब्राहम के भाई की पोती थी।
- 06:06 परमेश्वर ने रिबका से कहा, "तेरे गर्भ में दो जातियाँ हैं, "
- 07:01 फिर वे लड़के बढ़ने लगे, रिबका याकूब से प्रीति रखती थी, लेकिन इसहाक एसाव से प्रीति रखता था।
- 07:03 इसहाक बहुत बूढा हो गया था, वह अपना आशीर्वाद एसाव को देना चाहता था। पर इससे पहले वह ऐसा करता, रिबका ने याकूब को एसाव के स्थान पर इसहाक के पास भेज दिया।
- __07:06__परन्तु रिबका को एसाव की योजना का पता चला। तो उसने याकूब को अपने कुटुम्बियों के पास भेज दिया।
शब्द तथ्य:
रिम्मोन
तथ्य:
रिम्मोन बाइबल में एक पुरुष का और अनेक स्थानों का नाम था। एक झूठे देवता का भी यही नाम था।
- रिम्मोन नगर एक पुरुष बिन्यामीनी था जो जबूलून कीरोत नगर का निवासी था। इस पुरुष ने योनातान के विकलांग पुत्र ईशबोशेत की हत्या की थी।
- रिम्मोन यहूदा के दक्षिणी क्षेत्र में बिन्यामीन के क्षेत्र में एक नगर था।
- रिम्मोन की चट्टान” एक सुरक्षा का स्थान था जहाँ बिन्यामीनी युद्ध में मारे जाने से बचकर छिपे थे।
- यहूदा के जंगल में “रिम्मोन परेज” एक अज्ञात स्थान था।
- सीरिया के सेना नायक नामान ने रिम्मोन देवता का उल्लेख किया है जहाँ सीरिया के राजा उपासना करते थे।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद)
(यह भी देखें: बिन्यामीन, यहूदिया, नामान, सीरिया, जबूलून)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
रूत
तथ्य:
रूत एक मोआबी स्त्री थी, जो इस्राएल में न्यायियों के युग में थी। उसने एक इस्राएली से विवाह मोआब में किया था, जब वह अकाल के कारण अपने परिवार के साथ वहां चले गए थे जब न्यायधीश इस्राएल में थे। रूत के पति की मृत्यु हो गई, कुछ समय पश्चात उसकी सास, नाओमी अपने अधिवास बैतलहम लौट रही थी तो उसने भी अपनी सास के साथ जाने का निर्णय लिया।
- रूत नाओमी की निष्ठावान रही और उसके लिए भोजन व्यवस्था करती रही।
- वह इस्राएल के एकमात्र सच्चे परमेश्वर की सेवा में समर्पित हो गई थी।
- रूत का विवाह एक इस्राएली पुरुष बोआज़ के साथ हो गया था, उसका पुत्र यीशु के पूर्वज राजा दाऊद का दादा था। क्योंकि राजा दाऊद यीशु मसीह का पूर्वज था इसलिए रूत भी थी।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: बैतलहम, बोआज़, दाऊद, न्याय)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
रूबेन
तथ्य:
रूबेन याकूब का पहिलौठा था। उसकी माता का नाम लिआ था।
- यूसुफ के भाई जब उसकी हत्या करना चाहते थे तब रूबेन ने उसे गड्ढे में डलवा कर उसकी जान बचाई थी।
- रूबेन बाद में यूसुफ को गड्ढे से निकालने आया, परन्तु उसके अन्य भाइयों ने उसे वहां से जानेवाले व्यापारियों के हाथ दास होने के लिए बेच दिया था।
- रूबेन के वंशज इस्राएल के बारह गोत्रों में से एक बने थे।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: याकूब, यूसुफ (पुराना नियम), लिआ:, इस्राएल के बारह गोत्र)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H7205, H7206, G4502
रोम, रोमी
तथ्यों:
नये नियम के युग में रोम नगर रोमी साम्राज्य की राजधानी था। आज वह इटली देश की राजधानी है।
- रोम साम्राज्य भूमध्य-सागर के संपूर्ण क्षेत्र, इस्राएल पर भी राज कर रहा था।
- “रोमी” शब्द उन सब क्षेत्रों के संदर्भ में है जिन पर रोमी सरकार की सत्ता थी जिनमें रोमी नागरिक और रोमी अधिकारी भी थे।
- प्रेरित पौलुस को बन्दी बनाकर रोम ले जाया गया था क्योंकि वह यीशु का शुभ सन्देश सुनाता था।
- नए नियम की पुस्तक "रोमियों की पत्री" पौलुस द्वारा रोम के मसीही विश्वासियों को लिखा पत्र है।
(यह भी देखें: शुभ सन्देश, समुद्र, पिलातुस, पौलुस)
बाइबल के सन्दर्भ:
बाइबल की कहानियों के उदाहरण:
- 23:4 जब मरियम के जनने के दिन पूरे हुए, रोमी सरकार ने आज्ञा दी कि सब लोग नाम लिखवाने के लिए अपने अपने नगर को जाए |
- 32:6 तब यीशु ने उस दुष्टात्मा से पूछा “तेरा क्या नाम है?” उसने उसे कहा “मेरा नाम सेना है: क्योंकि हम बहुत है |” ("सेना" रोमी सेना में 6000 सैनिकों का दल होता है |)
- 39:9 अगली सुबह यहूदी नेताओ ने यीशु को ले जाकर पिलातुस को सौंप दिया जो एक रोमी राज्यपाल था,इस आशा से कि वह मार डाला जाए।
- 39:12 रोमी सैनिकों ने यीशु को कोड़े मारे, और राजसी बागा पहनाकर उसके सिर पर काँटों का मुकुट रखा | तब उन्होंने यह कहकर यीशु का मज़ाक उड़ाया,देखो! “यहूदियों का राजा" |
शब्द तथ्य:
लबानोन
तथ्य:
लबानोन एक अति सुंदर पर्वतीय प्रदेश है जो इस्राएल के उत्तर में भूमध्यसागर के तट पर है। बाइबल के युग में यह स्थान सनोवर के देवदारू और सरू के वृक्षों से घिरा हुआ था।
- सुलैमान ने लबानोन में श्रमिक भेजे थे कि परमेश्वर के मन्दिर के निर्माण हेतु पेड़ काट कर लाएं।
- प्राचीन लबानोन में फिनिके वासी रहते थे जो पानी के जहाज बनाने में कुशल कारीगर थे, ये जहाज समुद्र में सफल व्यापार के लिए काम में लिए जाते थे।
- सूर और सैदा नगर लबानोन ही में थे। इन्हीं नगरों में बहुमूल्य बैंजनी रंग सबसे पहले काम में लिया गया था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: देवदारू, सरू, सनोवर, फिनिके)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
लाजर
तथ्य:
लाजर और उसकी बहनें, मार्था और मरियम यीशु के विशेष मित्र थे। यीशु बैतनिय्याह में उनके के घर में प्रायः ठहरा करता था।
- लाजर इसलिए जाना जाता है कि यीशु ने उसे मरने के बाद फिर जीवित किया था, वह अनेक दिन कब्र में रहा था।
- यहूदी अगुवे यीशु के इस आश्चर्यकर्म से क्रोधित थे वरन् डाह करते थे, अतः वे यीशु और लाजर दोनों ही की हत्या करने का अवसर खोज रहे थे।
- यीशु ने एक दृष्टान्त भी सुनाया था जिसमें एक गरीब मनुष्य था और एक धनवान मनुष्य था, उस गरीब मनुष्य का नाम भी “लाजर” था।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: विनती, यहूदी अगुवे, मार्था, मरियम, खड़ा करना)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों के उदाहरण:
- 37:1 एक दिन, यीशु को संदेश मिला कि लाजर बहुत बीमार है। लाजर और उसकी दो बहिन, मार्था और मरियम, यीशु को बहुत प्रिय थे।
- 37:2 यीशु ने कहा, “हमारा मित्र लाजर सो गया है, परन्तु मैं उसे जगाने जाता हूँ।”
- 37:3 यीशु के चेलो ने उत्तर दिया, “हे प्रभु, यदि वह सो गया है, तो स्वस्थ हो जाएगा।” तब यीशु ने उनसे स्पष्ट कह दिया, “ लाजर मर गया है”
- __37:4__जब यीशु लाज़र के गृहनगर पहुँचा, तो लाजर को कब्र में रखे चार दिन हो चुके थे।
- 37:6 यीशु ने उनसे पूछा “तुमने लाज़र को कहाँ रखा है?”
- 37:9 यह कहकर उसने बड़े शब्द से पुकारा, “हे लाजर निकल आ।”
- 37:10 लाजर बाहर निकल आया। वह अभी भी कफन में लिपटा हुआ था।
- __37:11__परन्तु यहूदियों के धर्म गुरु यीशु से ईर्षा रखते थे, इसलिये उन्होंने यीशु और लाजर को मार डालने के लिए आपस में योजना बनाना आरम्भ किया।
शब्द तथ्य:
लाबान
तथ्य:
पुराने नियम में लाबान याकूब का मामा और ससुर दोनों था।
- याकूब पद्दनराम में लाबान के घर में रहा था और उसकी पुत्रियों से विवाह करने की शर्त में उसकी भेड़ बकरियों को संभालता था।
- याकूब लाबान की पुत्री राहेल से विवाह करना चाहता था।
- लाबान ने धोखे से अपनी बड़ी पुत्री राहेल की बहन लिआ: से उसका विवाह कर दिया।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: याकूब, नाहोर, लिआ:, राहेल)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
लिआ:
तथ्य:
लिआ: याकूब की पत्नियों में से एक थी। वह याकूब के छह बेटों में से एक थी: रूबेन, शिमोन, लेवी, यहूदा, इस्साकार, और ज़ेबुलुन। वह दीना की माँ भी थी।
- लिआ: का पिता लाबान था जो याकूब की माता रिबका का भाई था।
- याकूब लिआः से उतना प्रेम नहीं करता था जितना वह राहेल से प्रेम करता था। परन्तु परमेश्वर ने लिआ: को अधिक सन्तान देकर आशिषत किया था।
- लिआ: के पुत्रों में से एक यहूदा, राजा दाऊद और यीशु का पूर्वज था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: याकूब, यहूदा, लाबान, राहेल, रिबका, इस्राएल के बारह गोत्र)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
लिव्यातान
तथ्य:
लिव्यातान एक विशाल विलुप्त प्राणी जिसकी चर्चा पुराने नियम के अय्यूब की पुस्तक, भजन संहिता और यशायाह में है।
- लिव्यातान का वर्णन एक विशाल सर्प जैसे प्राणी के रूप में किया गया है जो अत्यधिक शक्तिशाली एवं भयानक है और अपने चारों ओर के पानी को उबाल देता है। इसका वर्णन डायनेसोर के जैसा है।
- यशायाह भविष्यद्वक्ता लिव्यातान को “रेंगनेवाला सर्प” कहता है।
- अय्यूब लिव्यातान की चर्चा देखते हुए करता है जिसका अर्थ है कि यह प्राणी उसके समय में जीवित था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद)
(यह भी देखें: यशायाह, अय्यूब, सर्प)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
लुस्त्रा
तथ्य:
लुस्त्रा प्राचीन एशिया माइनर में एक नगर था जहां पौलुस ने अपने प्रचार यात्रा के दौरान दौरा किया था। वह लुकाउनिया क्षेत्र में था जो आज के तुर्किस्तान का भाग है।
- पौलुस और उसके साथी इकुनियुम में यहूदियों की धमकी के कारण दिरबे और लुस्त्रा चले गए थे।
- लुस्त्रा में पौलुस की भेंट तीमुथियुस से हुई थी, तीमुथियुस पौलुस का साथी प्रचारक और कलीसिया का संस्थापक हुआ।
- लुस्त्रा में एक लंगड़े मनुष्य को स्वास्थ्य प्रदान करने के कारण वहां के लोगों ने पौलुस और बरनबास की पूजा करने का प्रबन्ध किया वे उन्हें देवता समझने लगे थे परन्तु पौलुस ने उन्हें झिड़क कर ऐसा अनर्थ करने से रोका।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: सुसमाचार प्रचारक, इकुनियुम, तीमुथियुस)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
लूका
तथ्य:
लूका नये नियम की दो पुस्तकों का लेखक था, लूका रचित सुसमाचार और प्रेरितों के काम की पुस्तक।
- कुलुस्से की कलीसिया को लिखे पत्र में पौलुस लूका को वैद्य कहता है। पौलुस अपने दो अन्य पत्रों में भी लूका का नाम लेता है।
- ऐसा माना जाता है कि मसीह का अनुयायी बनने से पूर्व लूका एक यूनानी और अन्यजाति मनुष्य था। अपने सुसमाचार वृत्तान्त में लूका अनेक ऐसी बातों का उल्लेख करता है जिसके द्वारा यीशु का प्रेम सबके लिए, यहूदी और अन्यजाति दोनों के लिए प्रकट होता है।
- लूका पौलुस के साथ दो प्रचार यात्राओं में गया था और उसके कार्यों में उसकी सहायता की थी।
- कुछ आरंभिक कलीसियाई लेखों से जानकारी मिलती है कि लूका सीरिया के अन्ताकिया में जन्मा था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: अन्ताकिया, पौलुस, सीरिया)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
स्ट्रोंग्स: G3065
लूत
तथ्य:
लूत अब्राहम का भतीजा था।
- वह अब्राहम के भाई हारान का पुत्र था।
- लूत अब्राहम के साथ कनान आया था और सदोम नगर में बस गया।
- लूत मोआबियों और अम्मोनियों का मूल पुरुष था।
- जब बैरियों ने सदोम पर आक्रमण करके वहां के निवासियों में लूत को भी बन्दी बना लिया था तब अब्राहम अपने सैंकड़ों पुरुषों को लेकर गया और उन सब को तथा सम्पूर्ण लूट को छुड़ा लाया था।
- सदोम के निवासी दुष्टता की सीमा पार कर गए थे इसलिए परमेश्वर ने उस नगर को नष्ट कर दिया। परन्तु उसने लूत और उसके परिवार को पहले बाहर निकाला कि वे बच जाएं।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: अब्राहम, अम्मोन, हारान, मोआब, सदोम)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H3876, G30910
लेमेक
तथ्य:
लेमेक नामक दो पुरुष पुराने नियम में हैं।
- पहला लेमेक केन का वंशज था। उसने अपनी पत्नियों से बड़े घमण्ड से कहा कि उसने हानि करने वाले एक पुरुष की हत्या कर दी है।
- दूसरा लेमेक शेत का वंशज था। वह नूह का पिता था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: कैन, नूह, शेत)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H3929, G29840
लेवी, लेवीय, लेवियों
परिभाषा:
लेवी याकूब या इस्राएल के बारह पुत्रों में तीसरा था। उसके वंशज इस्राएल का एक गोत्र हुए।
- उसके वंशजों को "लेवी का गोत्र" या "लेविय" कहा गया|
- लेवी नाम इब्रानी के उस शब्द के समरूप है जिसका अर्थ है, "से जुड़ना"|
- अन्य गोत्रों के सदृश्य लेवी गोत्र को कनान में अपना ही एक सम्पूर्ण भाग नहीं मिला था| उनको विभिन्न गोत्रों में यहाँ-वहाँ नगर दी गए थे
- लेवी मिलाप वाले तम्बू (उत्तरकाल में मंदिर) की देखभाल और धार्मिक अनुष्ठानों को करने के उत्तरदायी थे जिसमें बली चढ़ाना तथा लोगों के लिए प्रार्थना करना भी था।
- पुराने नियम में सर्वदा स्पष्ट नहीं है कि "लेवीय" शब्द सामान्य रूप से लेवी के वंशज के लिए काम में लिया गया है या विशिष्ट रूप से उस व्यक्ति के लिए जो याजकों के सहयोग में मंदिर में सेवारत था|
- पुराने नियम की व्यवस्था निर्दिष्ट था कि याजकों को लेवी के गोत्र से ही चुना जाना था| लेवीय याजक पृथक किए गए थे और मंदिर में परमेश्वर की विशिष्ट सेवा निमित्त उनका अभिषेक किया गया था|
- लेवी नामक दो पुरुष यीशू के पूर्वजों में थे जिनके नाम लूका रचित सुसमाचार में दी गई वंशावली में हैं।
- यीशु का शिष्य मत्ती भी लेवी था।
(यह भी देखें: इस्राएल के बारह गोत्र, याजक, बलि, मन्दिर, याकूब, लिआ, मत्ती)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H3878, H3879, H3881, G3017, G3018, G3019, G3020
वशती
तथ्य:
पुराने नियम में एस्तेर की पुस्तक में वशती राजा क्षयर्ष की रानी थी।
- रानी वशती ने राजा क्षयर्ष के भोज में उपस्थित होकर राजा के मतवाले अतिथियों को अपनी सुंदरता दिखाने की उसकी आज्ञा टाल दी थी, अतः राजा ने उसे त्याग दिया था।
- अब नई रानी के लिए कन्याओं का चयन किया गया और अन्त में एस्तेर रानी बनी।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद)
(यह भी देखें: क्षयर्ष, एस्तेर, फारस)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
शमूएल
तथ्य:
शमूएल एक भविष्यद्वक्ता था और इस्राएल का अन्तिम न्यायी था। उसने शाऊल और उसके बाद दाऊद दोनों को इस्राएल का राजा होने के लिए अभिषेक किया था।
- शमूएल रामा नगर में एल्काना और हन्ना से उत्पन्न हुआ था।
- हन्ना बांझ थी, उसने परमेश्वर से रो-रोकर प्रार्थना की कि उसे पुत्र दे। उसकी प्रार्थना सुन कर परमेश्वर ने उसे शमूएल दिया।
- हन्ना ने प्रतिज्ञा की थी कि, यदि परमेश्वर उसे पुत्र देगा तो वह उसे यहोवा की सेवा में अर्पित कर देगी।
- जब शमूएल बालक ही था, तब हन्ना ने उस याजक एली के पास दे दिया और परमेश्वर से की गई अपनी प्रतिज्ञा पूरी की।
- परमेश्वर ने शमूएल को अपना एक महान भविष्यद्वक्ता बनाया।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: हन्ना, न्यायी, भविष्यद्वक्ता, यहोवा)
बाइबल के सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
शमौन
तथ्य:
शमौन याकूब का दूसरा पुत्र था| वह लीआ: का दूसरा पुत्र था| उसके वंशज इस्राएल के गोत्रों में से एक हुए थे।
- उसके वंशजों का गोत्र "शमौन का गोत्र" कहलाया|
- शमौन नाम उस इब्रानी शब्द के सदृश्य है जिसका अनुवाद, "सुनना है|"
- शमौन के गोत्र ने प्रतिज्ञा के देश कनान में दूरस्थ दक्षिणी क्षेत्र प्राप्त किया था| उसका भूभाग पूर्णतः यहूदा के भूभाग से घिरा हुआ था| जब भूभाग के नाम से जाना जाता है तब "शमौन" शब्द शमौन के गोत्र को दिए गए भूभाग का सन्दर्भ देता है।
- जब यूसुफ और मरियम यीशु को यरूशलेम के मन्दिर में समर्पित करने लाए थे तब शिमोन नामक एक वृद्ध पुरुष ने मसीह के दर्शन पाने हेतु यहोवा की स्तुति की थी।
- शमौन नामक एक और पुरुष लूका द्वारा दी गई यीशु की वंशावली में एक था|
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: इस्राएल के बारह गोत्र, याकूब, लीआ:)
बाइबल के सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H8095, H8099, G48260
शमौन कनानी
तथ्यों:
शमौन कनानी यीशु के बारह चेलों में से एक था।
- इस शमौन का नाम यीशु के शिष्यों में तीन बार आया है परन्तु इसके बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई है।
- यह शमौन भी यीशु के स्वर्गारोहण के बाद ग्यारह शिष्यों में था जब वे यरूशलेम में प्रार्थना कर रहे थे ।
- जेलोतेस का अर्थ यह हो सकता है कि वह उस धार्मिक “जेलोतेस” संप्रदाय का था जो मूसा की व्यवस्था के पालन में और रोम विरोधी स्वभाव के कट्टर थे।
- या “जेलोतेस” का अर्थ मात्र “जोशीला” हो सकता है जो संभवतः उसके धर्मिक जोश के कारण हो।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: प्रेरित, चेला, बारहों)
बाइबल के सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: G22080, G25810, G46130
शाऊल (पुराना नियम)
तथ्य:
शाऊल एक इस्राएली था जिसे परमेश्वर ने चुनकर इस्राएल का प्रथम राजा बनाया था।
- शाऊल लम्बा, सुन्दर और शक्तिशाली योद्धा था। वह उस प्रकार का व्यक्ति था जिसे इस्राएली अपना राजा बनाना चाहते थे।
- हालाँकि शाऊल ने पहले परमेश्वर की सेवा की, बाद में वह घमंडी हो गया और उसने परमेश्वर की आज्ञा नहीं मानी। परिणामस्वरूप, परमेश्वर ने दाऊद को राजा के रूप में शाऊल की जगह लेने के लिए नियुक्त किया और शाऊल को युद्ध में मारे जाने की अनुमति दी।
- नए नियम में, शाऊल नाम का एक यहूदी था जिसे पौलुस के नाम से भी जाना जाता था और जो यीशु मसीह का प्रेरित बन गया।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: राजा)
बाइबल के सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 17:1 शाऊल इस्राएल का पहला राजा था। जैसा कि लोग चाहते थे, वह लम्बा और सुन्दर था। शाऊल इस्राएल पर शासन करने के पहले कुछ वर्षों के लिए एक अच्छा राजा था। लेकिन फिर वह एक दुष्ट व्यक्ति बन गया जिसने परमेश्वर की आज्ञा नहीं मानी, इसलिए परमेश्वर ने एक अलग व्यक्ति को चुना जो एक दिन उसके स्थान पर राजा होगा।
- 17:04 शाऊल दाऊद के प्रति लोगों के प्रेम से जलने लगा। शाऊल ने उसे मारने की कई बार कोशिश की, इसलिए दाऊद शाऊल से छिप गया।
- 17:05 अंततः शाऊल युद्ध में मारा गया, और दाऊद इस्राएल का राजा बन गया |
शब्द तथ्य:
शारोन, शारोन का मैदान
तथ्यों:
शारोन पर्वत कर्मेल के दक्षिण में भूमध्य सागर के तट पर एक समतल उपजाऊ भू भाग था। इसे “शारोना का मैदान” भी कहते हैं
- बाइबल में वर्णित अनेक नगर यहाँ स्थित थे, याफा, लुद्दा तथा कैसरिया।
- इसका अनुवाद “शारोन का मैदान” या “शारोन नामक समतल भूभाग” किया जा सकता है।
- शारोन के निवासियों को शारोनवासी कहते थे।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: कैसरिया, कर्मेल, याफा, समुद्र)
बाइबल के सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
शिनार
तथ्यों::
“शिनार” अर्थात दो नदियों का देश, यह स्थान दक्षिणी मिसोपोपामिया में था।
बाद में शिनार का नाम कसदी तदोपरान्त बेबीलोन हुआ।
बाबेल में रहनेवाले प्राचीन मनुष्यों ने एक ऊंचा मीनार बनाने का प्रयास किया था कि अपने को महान बनाएं।
पीढ़ियों बाद यहूदी पितर अब्राहम इसी क्षेत्र के ऊर नगर में रहता था, उस समय इस स्थान का नाम “कसदी” था।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: अब्राहम, बाबेल, बेबीलोन, कसदी, मिसोपोतामिया, पित्र, ऊर)
बाइबल के सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
शिमशोन
तथ्य:
शिमशोन न्यायियों में से एक था, और इस्राएल का मुक्तिदाता था। वह दान के गोत्र का था।
- परमेश्वर ने उसे अलौकिक शक्ति दी थी जिससे उसने इस्राएल के शत्रु पलिश्तियों से लड़ने में काम में ली।
- शिमशोन शपथ के अधीन था कि वह न तो मदिरा पान करेगा, न ही किसी प्रकार का खमीरी पेय पदार्थ पीएगा। जब तक वह अपनी शपथ का निष्ठावान रहा, परमेश्वर उसे शक्ति देता रहा।
- उसने अपनी शक्ति का भेद प्रकट करके बाल कटवा लिए और पलिश्तियों ने उसे बन्दी बना लिया।
- जब शिमशोन बन्धुआई में था, परमेश्वर ने उसे शक्ति दी और अनेक पलिश्तियों के साथ उनके दागोन देवता के मन्दिर को नष्ट करवाया।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: मुक्ति दिलाना, पलिश्ती, इस्राएल के बारह गोत्र)
बाइबल के सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
शिमी
परिभाषा:
पुराने नियम में शिमी नामक अनेक पुरूष हुए है।
- गेरा का पुत्र शिमी एक बिन्यामीनी था जिसने दाऊद को श्राप दिया और उस पर पत्थर फेंके थे जब वह अपने पुत्र अबशालोम से बच कर यरूशलेम से भाग रहा था।
- पुराने नियम में शिमी नामक अनेक लेवी याजक भी हुए हैं।
(यह भी देखें: अबशालोम, बिन्यामीन, लेवी, याजक)
बाइबल के सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
शीबा
तथ्यों:
प्राचीन युग में शीबा एक प्राचीन सभ्यता थी या एक स्थान था जो दक्षिणी अरब में था।
- शीबा देश या स्थान आज के यमन या इथोपिया देश के निकट था।
वहाँ के निवासी संभवतः हाम के वंशज थे।
- शीबा की रानी सुलैमान के वैभव और बुद्धि की चर्चा सुनकर उससे भेंट करने आई थी।
- पुराने नियम की वंशावलियों में “शीबा” नामक अनेक पुरुष थे। संभव है कि उस स्थान का नाम शीबा इनमें से किसी एक पुरुष के नाम पर पड़ा था।
- बर्शेब नगर का नाम छोटा करके एक बार पुराने नियम में शीबा कहा गया है।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद)
(यह भी देखें: अरब, बर्शेबा, इथोपिया, सुलैमान)
बाइबल के सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
शीलो
तथ्यों:
शीलो शहरपनाह का एक कनानी नगर था जिसे इस्राएल ने यहोशू की अगुआई में जीत लिया था।
शीलो नगर यरदन नदी के पश्चिम में और बेतेल के उत्तर-पूर्व में था।
इस्त्राएल में यहोशू की अगुआई के समय शीलो नगर इस्त्राएलियों के लिए समागम स्थल था।
इस्त्राएल के 12 गोत्र शीलों में उपस्थित होकर यहोशू की घोषणा सुनते थे कि कनान का कौन सा भाग किस गोत्र को दिया गया है।
यरूशलेम के मन्दिर निर्माण से पूर्व इस्त्राएली शीलो में परमेश्वर के लिए बलि चढ़ाने आते थे।
बालक शमूएल को उसकी माता ने शीलो में रखा था कि याजक एली से यहोवा की सेवा करना सीखे।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: बेतेल, समर्पण करना, हन्ना, यरूशलेम, यरदन नदी, याजक, बलिदान, शमूएल, मन्दिर)
बाइबल के सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
शेकेम
तथ्यों:
शेकेम कनान में एक नगर था जो यरूशलेम के उत्तर में 40 मील दूर स्थित था। शेकेम पुराने नियम में एक पुरुष का भी नाम था।
- शेकेम वह स्थान था जहाँ याकूब लौटने के बाद अपने भाई एसाव से मेल करके बस गया था।
- याकूब ने शेकेम के हिव्वी हामोर के पुत्रों से भूमि खरीदी जो उनका पारिवारिक कब्रिस्तान हो गया था, वहीं याकूब के पुत्रों ने उसे दफन किया था।
- हामोर के पुत्र शेकेम ने याकूब की पुत्री दीना के साथ बलात्कार किया था जिसके परिणाम स्वरूप याकूब के पुत्रों ने शेकेम नगर के सब पुरुषों को मार डाला था।
(अनुवाद के सुझाव: हामोर)
(यह भी देखें: कनान, एसाव, हामोर, हिव्वी, याकूब)
बाइबल के सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
शेत
तथ्य:
उत्पत्ति की पुस्तक में, शेत आदम और हव्वा का तीसरा पुत्र था।
- हव्वा ने कहा कि उसके पुत्र हाबिल के स्थान में उसे शेत दिया गया, हाबिल की हत्या उसके भाई कैन ने कर दी थी।
- नूह शेत के वंशजों में से था, अतः जलप्रलय के बाद सब शेत के वंशज हैं।
- शेत और उसका परिवार सबसे पहले मनुष्य थे जिन्होंने “प्रभु का नाम पुकारा था।"
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: हाबिल, कैन, पुकारना, वंशज, पूर्वज, जल-प्रलय, नूह)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H8352, G45890
शेम
तथ्य:
शेम नूह के तीन पुत्रों में से एक था, उत्पत्ति की पुस्तक में वर्णित विश्वव्यापी जल-प्रलय के समय वह नूह के साथ उसके जहाज में था।
- शेम अब्राहम और उसके “वंशजों” का पूर्वज था।
- शेम के वंशज “सामी” कहलाए जो इब्रानी और अरबी भाषा जैसी सामी भाषाएं बोलते थे।
- बाइबल बताती है कि शेम लगभग 600 साल जीवित रहा।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: अब्राहम, अरेबिया, बड़ा जहाज, जल प्रलय, नूह)
बाइबल के सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H8035, G45900
सदोम
परिभाषा:
सदोम कनान के दक्षिणी हिस्से में एक शहर था, जहाँ अब्राहम का भतीजा लूत अपने परिवार के साथ रहने गया था।
- सदोम का परिक्षेत्र जल प्राचुर्थ के कारण अत्यधिक उपजाऊ था, यही कारण था कि लूत ने वह स्थान अपने निवास के लिए चुना था।
- इस स्थान की भौगोलिक स्थिति अज्ञात है, क्योंकि वह संपूर्ण क्षेत्र, सदोम, अमोरा और आसपास का क्षेत्र वहाँ के निवासियों के भ्रष्ट कर्मों के दण्ड के परिणामस्वरूप परमेश्वर ने पूर्णतः नष्ट कर दिया था।
- वहाँ के लोगों का सबसे बड़ा पाप समलैंगिक योनाचार था।
(यह भी देखें: कनान, अमोरा)
बाइबल के सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H5467, G46700
सन्हेरीब
तथ्य:
सन्हेरीब अश्शूरों का एक महान राज्य था जिसने नीनवे को एक समृद्ध एवं महत्वपूर्ण नगर बना दिया था।
- सन्हेरीब बेबीलोन और यहूदा राज्य से युद्ध करने के लिए जाना गया है।
- वह एक अत्यधिक अभिमानी राजा था और यहोवा का उपहासक था।
- सन्हेरीब ने राजा हिजकिय्याह के राज्यकाल में यरूशलेम पर आक्रमण किया था।
- यहोवा ने सन्हेरीब की सेना को नष्ट कर दिया था।
- पुराने नियम में राजाओं और इतिहास की पुस्तकों में सन्हेरीब के राज्य की घटनाओं के वृत्तान्त हैं।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: अश्शूर, बेबीलोन, हिजकिय्याह, यहूदा, ठट्ठा करना, नीनवे)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
सपन्याह
तथ्य:
सपन्याह भविष्यद्वक्ता, कूशी का पुत्र, यरूशलेम वासी था और यहूदा के राज्य योशिय्याह के राज्यकाल में उसने भविष्यद्वाणी की थी। उसका सेवाकाल यिर्मयाह के समय का है।
- उसने प्रजा को मूर्तिपूजा के लिए झिड़का था। उनकी भविष्यवाणियां पुराने नियम में सपन्याह की पुस्तक में लिखा गया है।
- पुराने नियम में सपन्याह नामक अनेक पुरुष भी हुए हैं जिनमें से ज्यादातर याजक थे।।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद)
(यह भी देखें: यिर्मयाह, योशियाह, याजक)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
समुद्र, महासमुद्र, पश्चिम के समुद्र, भूमध्य सागर
तथ्य:
बाइबल में “महानद” या “पश्चिमी सागर” आज के भूमध्य सागर के संदर्भ में है। यह बाइबल के युग के लोगों के लिए सबसे बड़ा समुद्र था।
- यह इस महानद (भूमध्य सागर) के चारों ओर थे: इस्राएल(पूर्व में), यूरोप (उत्तर और पश्चिम में) और अफ्रीका (दक्षिण में)।
- प्राचीन युग में यह समुद्र अत्यधिक महत्त्वपूर्ण था क्योंकि इसमें व्यापार और जलयात्रा की जाती थी क्योंकि इसके तट पर अनेक देश थे। इस समुद्र के तट पर स्थित नगर और जन समुदाय बहुत समृद्ध थे क्योंकि अन्य देशों से जहाज द्वारा सामान लाना आसान था।
- यह महासागर इस्राएल के पश्चिम में था इसलिए इसे “पश्चिमी सागर” भी कहा गया है।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद)
(यह भी देखें: इस्राएल, लोग समूह, समृद्ध)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H314, H1419, H3220
सरकंडों का सागर, लाल समुद्र
तथ्य:
“सरकंडों का सागर” मिस्र और अरब के बीच स्थित एक जलाशय का नाम था। इसे अब "लाल सागर" कहा जाता है।
- लाल सागर लंबा और संकरा है। यह एक झील या नदी से बड़ा है परन्तु समुद्र से बहुत छोटा है।
- इस्राएलियों को मिस्र से निकलने के बाद लाल सागर पार करना पड़ा था। परमेश्वर ने लाल सागर के जल को विभाजित करके सूखी भूमि प्रकट कर दी थी कि इस्राएली चलकर उसे पार कर लें।
- कनान इस सागर के उत्तर में था।
- इसका अनुवाद “सरकंडों का सागर” भी किया जा सकता है।
(यह भी देखें: अरब. कनान, मिस्र)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल की कहानियों के उदाहरण:
- 12:4 जब इस्राएलियों ने देखा कि मिस्र की सेना आ रही है, तो उन्हें डर लगा कि वे फिरौन की सेना और लाल सागर के बीच फंस गए हैं
- 12:5 तब परमेश्वर ने मूसा से कहा, "लोगों को लाल सागर की ओर जाने के लिए कह।"
- 13:1 जब परमेश्वर ने इस्राएलियों को__लाल सागर__ पार करा दिया तब वह उनको मरुभूमि में लेकर चलते हुए सीने नमक एक पर्वत तक लाया।
शब्द तथ्य:
- Strong's: H3220, H5488, G2063, G2281
साइप्रस
तथ्य:
साइप्रस भूमध्य-सागर का अन्तर्देशीय भाग है जो आज के तुर्किस्तान से 64 किलोमीटर दक्षिण में था।
- बरनबास साइप्रस का निवासी था, अतः संभव है कि यूहन्ना मरकुस भी वहीं रहा होगा क्योंकि दोनों रिश्ते में भाई थे।
- पौलुस और बरनबास ने अपनी प्रथम प्रचार यात्रा के आरंभ में साइप्रस में सुसमाचार सुनाया था। उस यात्रा में यूहन्ना मरकुस उनकी सेवा में था।
- बाद में बरनबास और यूहन्ना मरकुस ने साइप्रस का पुनः भ्रमण किया था।
- पुराने नियम में साइप्रस सरू के वृक्षों की बहुतायत के लिए प्रसिद्ध था।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: बरनबास, यूहन्ना मरकुस, समुद्र)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
सादोक
तथ्य:
सादोक दाऊद राजा के राज्यकाल में इस्राएल का एक महत्वपूर्ण महायाजक था।
- जब अबशालोम ने राजा दाऊद के खिलाफ विद्रोह किया, तब सादोक दाऊद का समर्थन करता था और उसने वाचा के सन्दूक को यरूशलेम से वापस लाने में मदद की।
- वर्षों बाद उसने दाऊद के पुत्र सुलैमान का राज्य अभिषेक करने में योगदान किया था।
- सादोक नामक दो पुरुषों ने नहेम्याह के समय यरूशलेम की शहरपनाह का पुन: निर्माण करने में सहायता की थी।
- योताम राजा के दादा का नाम भी सादोक था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: वाचा का सन्दूक, दाऊद, योताम, नहेम्याह, राज करना, सुलैमान)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
सामरिया, सामरी
तथ्य:
सामरिया उत्तरी राज्य इस्राएल में एक नगर और उसके आसपास के क्षेत्रों का नाम था। यह स्थान पश्चिम में शारोन के मैदान और पूर्व में यरदन नदी के मध्य था।
- पुराने नियम के युग में, सामरिया उत्तरी राज्य इस्राएल की राजधानी थी। उत्तरकाल में इसके आसपास का क्षेत्र भी सामरिया कहलाने लगा था।
- जब अश्शूरों ने उत्तरी राज्य इस्राएल को जीत लिया था और उस पर अधिकार कर लिया था तब उन्होंने अधिकाँश इस्राएलियों को वहां से बलपूर्वक ले जाकर दूर अश्शूर देश के विभिन्न नगरों में बसा दिया था।
- अश्शूर अनेक परदेशियों को वहां सामरिया में लाकर इस्राएलियों के स्थान में बसा कर चले गए थे।
- जो इस्राएली वहां रह गए थे उन्होंने उन परदेशियों से विवाह कर लिया था और इस प्रकार उनके वंशज सामरी कहलाए।
- यहूदी सामरियों से घृणा करते थे क्योंकि वे आधे यहूदी थे और क्योंकि उनके पूर्वज मूर्ति-पूजक थे।
- नये नियम के युग में सामरिया क्षेत्र उत्तर में गलील क्षेत्र ओर दक्षिण में यहूदिया की सीमाओं से घिरा हुआ था।
(यह भी देखें: अश्शूर, गलील, यहूदिया, शारोन, इस्राएल का राज्य)
बाइबल के सन्दर्भ:
बाइबल की कहानियों के उदाहरण:
- 20:4 तब अश्शूरियों ने इस्राएल राज्य की भूमि पर अन्यजातियों को लाकर बसा दिया | इनअन्यजातियों ने उस नष्टकिए हुए शहर का पुनर्निर्माण किया, और वहाँ बचे हुए इस्राएलियों से विवाह किया| इन इस्राएलियों के वंशज जिन्होंने अन्यजातियों से विवाह किया था सामारी कहलाए|
- 27:8 "अगला मनुष्य जो उस मार्सेग से होकर जा रहा था वह एक सामरी था| (सामरी उन यहूदियों के वंश के थे, जिन्होंने अन्यजातियों के लोगों से विवाह किया था| सामरी और यहूदी एक दूसरे से घृणा करते थे।)"
- __27:9__उस सामरी व्यक्ति ने उस घायल व्यक्ति को अपने गधे पर लाद लिया और उसे सड़क के पार एक सराय में ले गया जहाँ उसकी देख-भाल की|"
- 4507 वह (फिलिप्पुस)सामरिया नगर में गया और वहा लोगों को यीशु के बारे में बताया और बहुत से लोग बचाए गए|
शब्द तथ्य:
- Strong's: H8111, H8115, H8118, G4540, G4541, G4542
सारा, सारै
तथ्य:
- सारा अब्राहम की पत्नी थी।
- उसका मूल नाम "सारै" था परन्तु परमेश्वर ने उसका नाम बदलकर "सारा" रखा।
- सारा ने अब्राहम से की गई परमेश्वर की प्रतिज्ञा के अनुसार पुत्र, इसहाक को जन्म दिया।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: अब्राहम, इसहाक)
बाइबल के सन्दर्भ
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 5:01 तो अब्राम की पत्नी सारै, ने उससे कहा, "देख परमेश्वर ने मेरी कोख बन्द कर रखी है, इसलिये मैं तुझ से विनती करती हूँ कि तू मेरी दासी हाजिरा के पास जा | तू उससे विवाह भी करना ताकि, उसके द्वारा मेरी कोख भर सके |
- 5:4 "तुम्हारी पत्नी, सारै को एक बेटा होगा--वह प्रतिज्ञा का पुत्र होगा।"
- 5:4"परमेश्वर ने सारै का नाम बदलकर सारा रखा, जिसका अर्थ है, "मूलमाता"
- 5:5"लगभग एक साल बाद, जब अब्राहम सौ वर्ष का था और सारा नब्बे वर्ष की थी, सारा ने अब्राहम के पुत्र को जन्म दिया| उन्होंने उसका नाम इसहाक रखा, जैसा कि परमेश्वर ने कहा था|
शब्द तथ्य
- स्ट्रोंग्स: H8283, H8297, G45640
सिदकिय्याह
तथ्य:
सिदकिय्याह यहूदा का अन्तिम राजा था (597-587 ई.पू.)। पुराने नियम में सिदकिय्याह नामक और भी पुरुष हुए हैं।
- राजा नबूकदनेस्सर ने यहूदा के राजा सिदकिय्याह को राजा यहोयाकीन को पकड़ कर बाबेल को ले जाने के बाद बनाया था। बाद में सिदकिय्याह ने विद्रोह किया और नबूकदनेस्सर ने उसे पकड़ा और पुरे यरूशलेम को नष्ट कर दिया।
- सिदकिय्याह, कनाना का पुत्र, इस्राएल के राजा अहाब के समय एक झूठा भविष्यद्वक्ता था।
- सिदकिय्या नाम का एक व्यक्ति नहेम्याह के समय प्रभु के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए थे।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद)
(यह भी देखें: अहाब, बाबेल, यहेजकेल, इस्राएल का राज्य, यहोयाकीन, यिर्मयाह, होशिय्याह, यहूदा, नबूकदनेस्सर, नहेम्याह)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
सीदोन, सीदोनियों
तथ्य:
सीदोन कनान का सबसे बड़ा पुत्र था। कनानियों के एक नगर का नाम भी सीदोन था, संभवतः कनान के पुत्र के नाम पर।
- सीदोन नगर इस्राएल के उत्तर-पश्चिम में भूमध्य सागर के तट पर बसा था जो आज के लबानोन देश का एक भाग है।
- “सीदोनी” फिनीके जाति के लोग थे जो प्राचीन सीदोन तथा उसके आसपास के क्षेत्र में निवास करते थे।
- बाइबल में सीदोन, सोर के निकट संबन्ध में दर्शाया गया है दोनों नगर अपने वैभव और अनैतिक व्यवहार के लिए प्रसिद्ध थे।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: कनान, नूह, फिनीके, समुद्र, सोर)
बाइबल के सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H6721, H6722, G46050, G46060
सीनै, होरेब
तथ्यों:
सीनै पर्वत या होरेब पर्वत एक पर्वत था जो संभवतः आज के सीनै प्रायद्वीप के दक्षिण में है परन्तु इस पर्वत का वास्तविक स्थान अज्ञात है।
- एक संभावना है कि "होरेब" उस पर्वत का वास्तविक नाम है और "सीनै पर्वत"का सरल सा अर्थ है, "सीने का पहाड़" जिसका सन्दर्भ इस तथ्य से है कि होरेब पर्वत सीनै के मरुस्थल में है|
- इस पर्वत को "परमेश्वर का पर्वत" भी कहते हैं।
- यह वही स्थान है जहाँ मूसा ने भेड़ें चराते समय जलती हुई झाड़ी देखी थी।
- यह वही स्थान है जहां परमेश्वर ने इस्राएलियों के साथ वाचा बंधी थी और उनको पत्थर की पट्टियों पर आज्ञाएं लिख कर दी थीं।
- यह वह स्थान भी है जहां परमेश्वर ने मूसा को आज्ञा दी थी कि चट्टान को मार कर पानी निकाले कि मरुस्थल में चलते हुए इस्राएली तृप्त हो जाएं।
(यह भी देखें: रेगिस्तान, दस आज्ञाओं)
बाइबल के सन्दर्भ:
बाइबल की कहानियों के उदाहरण:
- 13:1 इस्राएलियों को लाल सागर पार कराने के बाद परमेश्वर उनको मरुस्थल से चलाता हुआ सीनै नाम के पहाड़ तक ले गया।
- 13:3 तीसरे दिन के बाद, जब लोगों ने अपने आप को आत्मिक रूप से तैयार कर लिया,तब परमेश्वर गर्जन और बिजलियों के चमकने, और धुएं और तुरही के ऊँचे शब्द के साथ सीनै पर्वत पर उतर आया |
- 13:11 कई दिनों तक मूसा सीनै पर्वत के ऊपर परमेश्वर से बात करता रहा |
- 15:13 तब यहोशू ने इस्राएलियों को वह वाचा याद दिलाई जो परमेश्वर ने उनके साथ सीनै पर्वत पर बाँधी थी, कि वे उसका पालन करने के लिए बाद्य हैं।
शब्द तथ्य:
- Strong's: H2722, H5514, G3735, G4614
सीरिया
तथ्य:
सीरिया इस्राएल के उत्तर पूर्व में है। नए नियम के समय, यह रोमन साम्राज्य के शासन के अधीन एक प्रांत था।
- पुराने नियम के समय मैं सीरिया इस्राएलियों का एक प्रबल सैन्य क्षत्रु था।
- नामान सीरिया की सेना का सेनापति था जिसे एलीशा ने कुष्ठ रोग से मुक्त किया था।
- सीरिया के अनेक निवासी अराम के वंशज थे, जो नूह के पुत्र शेम का वंशज था।
- दमिश्क, सीरिया की राजधानी का नाम है जिसकी चर्चा अनेक बार बाइबल में की गई है।
- शाऊल दमिश्क नगर में विश्वासियों को सताने की योजनाओं से गया था परन्तु यीशु ने उसे रोक दिया था।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: अराम, सेनापति, दमिश्क, वंशज, एलीशा, कुष्ठ रोग, नामान, सताना, भविष्यद्वक्ता)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H0758, H0804, G49470, G49480
सीलास, सिलवानुस
तथ्य:
सीलास यरूशलेम के मसीही विश्वासियों का अगुआ था।
- यरूशलेम की कलीसिया के प्राचीनों ने सीलास को पौलुस और बरनबास के साथ जाने के लिए नियुक्त किया कि अन्ताकिया के लिए पत्र ले जाए।
- आगे चलकर सिलास पौलुस के साथ अन्य नगरों में भी यीशु का प्रचार करने के लिए गया था।
- पौलुस और सीलास को फिलिप्पी नगर के बन्दीगृह में डाल दिया गया था। वहां वे परमेश्वर की स्तुति कर रहे थे और परमेश्वर ने उन्हें बंदीगृह से मुक्ति दिलाई। उनकी गवाही के परिणाम स्वरूप उस बन्दीगृह का अधीक्षक मसीही विश्वासी हो गया।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: अन्ताकिया, बरनबास, यरूशलेम, पौलुस, फिलिप्पी, बन्दीगृह, गवाही)
बाइबल के सन्दर्भ:
बाइबल की कहानियों के उदाहरण:
- 47: 1 एक दिन, पौलुस और उसका मित्र __ सिलास__ फिलिप्पी के शहर में यीशु के बारे में शुभ सन्देश सुनाने के लिए गए।
- 47:2 वह (लुदिया ) ने पौलुस और __ सिलास__ को अपने घर में रहने के लिए आमंत्रित किया, इसलिए वे उसके और उसके साथ उसके परिवार में रहे।
- 47:3 पौलुस और __ सिलास__ प्रार्थना के स्थान पर प्रायः लोगों से भेंट करते रहते थे।
- 47:7 इसलिए उस दासी के स्वामियों पौलुस और __ सिलास__ को रोमी अधिकारियों के पास ले गए, जिन्होंने उन्हें मारा और उन्हें बंदीगृह में डाल दिया।
- 47:8 उन्होंने पौलुस और __ सिलास__ को जेल के सबसे सुरक्षित भाग में रखा और यहां तक कि उनके पैरों को भी बाँध दिया।
- 47:11 बंदीगृह का प्रभारी कांपते हुए' पौलुस और __ सिलास__ के पास आया और पूछा, "मोक्ष पाने के लिए मुझे क्या करना चाहिए?"
- 47:13 अगले दिन शहर के नेताओं ने पौलुस और __ सिलास__ को बंदीगृह से रिहा कर दिया और उन्हें फिलिप्पी नगर छोड़ने के लिए कहा। पौलुस और __ सिलास__लुदिया और कुछ अन्य मित्रों सें मिले और फिर शहर छोड़ दिया।
शब्द तथ्य:
सुक्कोत
परिभाषा:
सुक्कोत पुराने नियम में दो नगरों का नाम था। सुक्कोत शब्द का अर्थ है “शरण स्थान”
- पहला सुक्कोत नगर यरदन नदी के पूर्व में था।
- याकूब अपने परिवार और पशुओं के साथ सुक्कोत में रूका जहां उसने अपने लिए झोपड़ियां बनाई थी।
- सैंकड़ों वर्ष बाद गिदोन और उसके योद्धा मिद्यानियों का पीछा करते हुए थककर सुक्कोत में रूके थे परन्तु वहां के निवासियों ने उन्हें भोजन देने से इन्कार कर दिया था।
- दूसरा सुक्कोत मिस्र की उत्तरी सीमा पर था जहां इस्राएली लाल सागर पार करने के बाद रुके थे, जब वे मिस्र से पलायन कर रहे थे।
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
सुलैमान
तथ्य:
सुलैमान दाऊद के पुत्रों में से एक था। उसकी माता बतशेबा थी।
- जब सुलैमान राजगद्दी पर बैठा तब परमेश्वर ने उससे कहा था कि वह जो चाहे उससे मांग ले। अत: सुलैमान ने अपनी प्रजा पर उचित प्रशासन करने के लिए बुद्धि मांगी थी। परमेश्वर सुलैमान की इस विनती से प्रसन्न हुआ और उसे बुद्धि और धन दोनों दिया।
- सुलैमान यरूशलेम के वैभवशाली मन्दिर को बनाने के लिए भी प्रसिद्ध है।
- सुलैमान ने आरम्भिक वर्षों में तो बड़ी बुद्धिमानी से राज किया परन्तु उत्तरकाल में उसने अन्यजाति स्त्रियों से विवाह करके मूर्ति पूजा आरम्भ कर दी थी।
- सुलैमान के इस विश्वासघात के कारण परमेश्वर ने उसके मृत्यु के बाद इस्राएल को दो राज्यों में विभाजित कर दिया, इस्राएल और यहूदा। ये दोनों राज्य प्राय: लड़ते रहते थे।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: बतशेबा, दाऊद, इस्राएल, यहूदा, इस्राएल राज्य, मन्दिर)
बाइबल के सन्दर्भ:
बाइबल की कहानियों के उदाहरण:
- 17:14 उसके बाद, दाऊद और बतशेबा का एक और पुत्र उत्पन्न हुआ उसका नाम उन्होंने सुलैमान रखा।
- 18:1 कई वर्षों बाद, जब दाऊद की मृत्यु हो गई, तब उसके पुत्र सुलैमान ने इस्राएल पर शासन करना आरंभ किया | परमेश्वर ने सुलैमान से बात की और उससे कहा, “जो कुछ तू चाहे कि मैं तुझे दूँ, वह माँग |” जब सुलैमान ने बुद्धि माँगी, परमेश्वर उससे प्रसन्न हुआ और उसे संसार का सबसे बुद्धिमान व्यक्ति बना दिया | परमेश्वर ने उसे बहुत धनवान मनुष्य भी बनाया |
- 18:2 यरुशेलम में, सुलैमान ने अपने पिता की योजना के अनुसार एक भवन बनाने का निर्णय किया और उसके लिए सामान एकत्र किया |
- 18:3 परन्तु सुलैमान अन्य देशों की महिलाओं से प्रेम करता था |...अत: जब सुलैमान बूढ़ा हुआ तब उसकी स्त्रियों ने उसका मन पराये देवताओं की ओर बहका दिया |
- 18:4 तब परमेश्वर ने सुलैमान पर क्रोध किया, और उसकी अनिष्ठा के कारण उसे दंड दिया, और वाचा बाँधी कि सुलैमान की मृत्यु के बाद वह इस्राएल के राज्य को दो भागों में विभाजित कर देंगा।
शब्द तथ्य:
सृजनहार
तथ्य:
सामान्यतः “सृजनहार” वस्तुओं का बनानेवाला या निर्माण करने वाला होता है।
- बाइबल में “सृजनहार” कभी-कभी यहोवा के नाम या आदि स्वरूप काम में लिया जाता है क्योंकि उसने सब कुछ बनाया है।
- यह शब्द प्रायः “उसका” या “मेरा” या “तेरा” शब्दों के साथ जुड़ा होता है।
अनुवाद के सुझाव:
- “सृजनहार” शब्द का अनुवाद किया जा सकता है, “सृष्टिकर्ता” या “रचनेवाला परमेश्वर” या “जिसने सब कुछ बनाया”।
- “उसका सृजनहान” इसका अनुवाद हो सकता है, “जिसने उसे रचा” या “परमेश्वर जिसने उसे बनाया”।
- “तेरा सृजनहार” और “मेरा सृजनहार” इन उक्तियों का भी अनुवाद इसी प्रकार किया जा सकता है।
(यह भी देखें: नाम कैसे अनुवादित करें)
(यह भी देखें: सर्जन करना, यहोवा)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H2796, H3335, H6213, H6466, H6467, G1217
सोअर
तथ्य:
परमेश्वर ने सदोम और अमोरा को नष्ट किया तो लूत एक छोटे नगर सोअर में जा बसा था।
- इस नगर का नाम “बेला” था परन्तु जब लूत ने परमेश्वर से उस नगर को बचाए रखने की विनती की थी तब उसका नाम सोअर पड़ा था।
- माना जाता है कि सोअर नगर यरदन नदी के मैदानी क्षेत्र में था या मृत-सागर के पश्चिमी सिरे पर था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: लूत, सदोम, अमोरा)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
सोर, सोर के लोग
तथ्य:
सोर नगर भूमध्यसागरके तट पर बसा एक प्राचीन कनानी नगर था जो आज लबानोन का एक भाग है। इस नगर के लोगों को "सोर के लोग" कहा जाता था।
- इस नगर का एक भाग मुख्य भूभाग से एक किलोमेटे दूर एक द्वीप पर भी बसा हुआ था।
- उसकी भौगोलिक स्थिति और मूल्यवान प्राकृतिक संसाधनों जैसे देव्दार वृक्षों के कारण, सोर का व्यापारिक उद्योग समृद्धि पर था और वह एक धनवान नगर था।
- सोर के राजा हीराम ने राजा दाऊद के लिए महल बनाने में देवदार वृक्षों की लकड़ी और कुशल श्रमिकों को भेजा था।
- वर्षों बाद, हीराम ने मंदिर बनाने में मदद करने के लिए राजा सुलैमान के पास लकड़ी और कुशल श्रमिकों को भेजा। सुलैमान ने उन्हें बड़ी मात्रा में गेहूं और जैतून का तेल दिया।
- सोर का नाम प्रायः निकटवर्ती प्राचीन सैदा (सीदोन) नगर के साथ आता है। ये दो नगर कनान के क्षेत्र के सबसे महत्वपूर्ण शहर थे, जिन्हें फिनीके कहा जाता था।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: कनान, देवदारू, इस्राएल, सागर, फिनीके, सैदा)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H6865, H6876, G51830, G51840
स्तिफनुस
तथ्यों:
स्तिफनुस प्रथम मसीही शहीद अर्थात् मसीह में विश्वास के कारण मारा गया। उसके जीवन एवं मृत्यु के तथ्य प्रेरितों के काम की पुस्तक में हैं।
- स्तिफनुस को आरंभिक कलीसिया ने यरूशलेम में विधवाओं तथा अन्य आवश्यकताग्रस्त विश्वासियों के लिए भोजन व्यवस्था की सेवा हेतु एक सेवक चुना था।
- कुछ यहूदियों ने उस पर झूठा आरोप लगाया था कि वह परमेश्वर और मूसा की व्यवस्था के विरूद्ध बोलता है।
- स्तिफनुस ने मसीह यीशु के विषय निडर होकर सच्चाई की चर्चा की और इस्राएल के साथ आरंभ से लेकर परमेश्वर के व्यवहार का वर्णन किया था।
- उसकी बातें सुनकर यहूदी अगुवे आग बबूला हो गए और उसे शहर के बाहर ले जाकर पथराव कर के मार डाला।
- उसकी हत्या का साक्षी तर्शिश का शाऊल भी था जो बाद में प्रेरित पौलुस हुआ।
- स्तिफनुस ने मरने से पूर्व जो अन्तिम प्रार्थना की वह स्मरणीय है, “हे प्रभु उनसे इस पाप का लेखा मत लेना” इससे मनुष्यों के प्रति उसका प्रेम प्रकट होता है।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: नियुक्त, डीकन, यरूशलेम, पौलुस, पत्थर, सच्ची)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
हनन्याह
तथ्य:
पुराने नियम में अनेक पुरुषों के नाम हनन्याह थे।
- एक हनन्याह बेबीलोन में एक इस्राएली बंधुआ था। जिसका नाम राजा ने शद्रक रखा था।
- उसके अति-उत्तम चरित्र और योग्यता के कारण उसे राजसी सेवक का पद दिया गया था।
- एक बार हन्नयाह (शद्रक) और अन्य दो इस्राएली पुरुषों को आग की भट्ठी में डाल दिया गया था क्योंकि उन्होंने बेबीलोन के राजा की उपासना नहीं की थी। परमेश्वर ने उन्हें हानि से बचाकर अपना सामर्थ्य प्रकट किया था।
- एक और हनन्याह का नाम राजा सुलैमान की वंशावली में है।
- एक और हनन्याह यिर्मयाह के समय झूठा भविष्यद्वक्ता था।
- हनन्याह नाम का एक याजक भी था जिसने नहेम्याह के समय उत्सव में अगुआई की थी।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद)
(यह भी देखें: अजर्याह, बाबेल, दानिय्येल, झूठी भविष्यद्वक्ता, यिर्मयाह, मीशाएल)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
हनोक
तथ्य:
हनोक नाम के दो पुरुष पुराने नियम में हुए हैं।
- एक हनोक शेत का वंशज था। वह नूह का परदादा था।
- यह हनोक परमेश्वर के साथ घनिष्ठ संबन्ध रखता था, 365 वर्ष की आयु में वह परमेश्वर द्वारा जीवित स्वर्ग में उठा लिया गया था।
- दूसरा हनोक कैन का पुत्र था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: कैन, शेत)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H2585, G18020
हन्ना
तथ्य:
हन्ना दस वर्ष तक यरूशलेम में यहूदियों का महायाजक रहा था लगभग सन् 6-15 तक। उसके बाद रोमी सरकार ने उसे हटा दिया था परन्तु वह यहूदियों का एक प्रभावी अगुवा बना रहा।
- हन्ना यीशु के सेवाकाल में अधिकृत महायाजक कैफा का ससुर था।
- जब यीशु को बंदी बनाया गया था, तब हन्ना का दामाद,कैफा अधिकृत महायाजक था| तथापि, हन्ना को भी महायाजक कहा गया है क्योंकि वह निवर्तमान महायाजक था और मनुष्यों पर उसका वर्चस्व और अधिकार तब भी था|
- महायाजक सेवानिवृत्त होकर भी महायाजक ही कहलाते थे, अतः कैफा और अन्यों के सेवाकाल में भी उसे महायाजक ही कहा जाता था।
- यहूदी अगुओं के समक्ष अभियोग के समय यीशु को वाद-प्रतिवाद के लिए पहले हन्ना के पास लाया गया था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: महा-याजक, याजक)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
हन्ना
तथ्य:
हन्ना भविष्यद्वक्ता शमूएल की माता थी। वह एल्काना की दो पत्नियों में से एक थी।
- हन्ना निःसन्तान थी यह उसके लिए दु:ख की बात थी।
- मन्दिर में हन्ना ने दिल से प्रार्थना की कि उसे पुत्र मिले जिसे वह परमेश्वर को ही अर्पित कर देगी।
- परमेश्वर ने उसे पुत्र दिया और जब वह बालक बड़ा हो गया तब हन्ना ने उसे मन्दिर में सेवा के लए दे दिया।
- परमेश्वर ने हन्ना को इसके बाद और भी सन्तान दी।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: गर्भवती होना, शमूएल)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
हबक्कूक
तथ्य:
हबक्कूक पुराने नियम के समय में एक भविष्यद्वक्ता था, उसका सेवाकाल यहूदा में यहोयाकीम के राज्य काल में था। भविष्यद्वक्ता यिर्मयाह भी इस समय दृश्य में आ गया था।
- इस भविष्यद्वक्ता ने हबक्कूक नामक पुस्तक लिखी थी लगभग 600 ई.पू. जब बेबीलोन की सेना ने यहूदा की जनता में से अनेकों को बन्दी बनाया और ले गया।
- यहोवा ने हबक्कूक को भविष्यद्वाणी किया था कि कैसे कसदी (बेबीलोन) आकर यहूदा को जीत लेंगे।
- हबक्कूक का एक चिरपरिचित अभिकथन है, “धर्मीजन विश्वास से जीवित रहेगा”
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: बाबेल, यहोयाकीम, यिर्मयाह)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
हव्वा
तथ्य:
यह नाम सबसे पहली स्त्री का था. उसके नाम का अर्थ है, “जीवन” या “जीवित.”
- परमेश्वर ने आदम के शरीर से एक पसली निकाल कर हव्वा को बनाया था.
- हव्वा को आदम की “सहायक” होने के लिए बनाया गया था. वह परमेश्वर प्रदत्त कार्यों में आदम के साथ काम करती थी.
- शैतान ने (सर्प का रूप धारण करके) हव्वा को ललचाया था और परमेश्वर के वर्जित फल को खाकर पाप करनेवाली वह मनुष्यों में पहली थी.
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: आदम, जीवन, शैतान)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 01:13 तब परमेश्वर ने आदम की पसलियों में से एक को लेकर औरत को बनाया और उसे आदम के पास लाया.
- __02:02__लेकिन वाटिका में एक चालाक साँप था. उसने औरत से पूछा, “क्या परमेश्वर ने वास्तव में यह कहा है कि वाटिका के किसी भी पेड़ से फल न खाना?”
- 02:11 मनुष्य ने अपनी पत्नी का नाम हव्वा रखा, जिसका मतलब होता है "जीवनदात्री" क्योंकि वह समस्त मानव-जाति की माँ होगी.
- 21:01 परमेश्वर ने यह प्रतिज्ञा की कि हव्वा का एक वंशज उतपन्न होगा जो साँप के सिर को कुचल डालेगा.
- __48:02__शैतान ने हव्वा को धोखा देने के लिए वाटिका में साँप के माध्यम से बात की.
- __49:08__आदम और हव्वा ने पाप किया तो उससे उनका पूरा वंश प्रभावित हुआ.
- 50:16 क्योंकि आदम और हव्वा ने परमेश्वर की आज्ञा का उलंघन किया और इस दुनिया में पाप को लाए, इसलिये परमेश्वर ने पाप को श्राप दिया और उसे नष्ट करने का निर्णय लिया.
शब्द तथ्य:
हाग्गै
तथ्य:
बेबीलोन की बन्धुआई से स्वदेश लौट आने के बाद हाग्गै यहूदा में एक भविष्यद्वक्ता था।
- हाग्गै की भविष्यद्वाणी के सेवाकाल में उजिय्याह यहूदा का राजा था।
- भविष्यद्वक्ता जकर्याह भी इसी समय भविष्यद्वाणी करता था।
- हाग्गै और जकर्याह ने यहूदियों को उत्साहित किया कि वे मन्दिर का पुनः निर्माण करें क्योंकि बेबीलोन के राजा नबूकदनेस्सर ने मन्दिर को नष्ट कर दिया था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद)
(यह भी देखें: बाबेल, यहूदा, नबूकदनेस्सर, उज्जिय्याह, जकर्याह (पुराना नियम))
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
हाजिरा
तथ्य:
हाजिरा एक मिस्री स्त्री थी जो सारै की अपनी दासी थी।
- सारै सन्तानोत्पत्ति में अक्षम थी इसलिए उसने हाजिरा अब्राम को दी कि वह उससे सन्तान उत्पन्न करे।
- हाजिरा ने अब्राम के पुत्र इश्माएल को जन्म दिया।
- हाजिरा रेगिस्तान में पीड़ित थी परन्तु परमेश्वर ने उसकी सुधि ली और उसके वंशजों को आशिष देने की प्रतिज्ञा की।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: अब्राहम, वंशज, इश्माएल, सारा, सेवक)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 05:01 तो अब्राम की पत्नी सारै ने उससे कहा, “देख परमेश्वर ने मेरी कोख बन्द कर रखी है, इसलिये मैं तुझ से विनती करती हूँ कि तू मेरी दासी हाजिरा के पास जा। तू उससे विवाह भी करना ताकि, उसके द्वारा मेरी कोख भर सके।
- 05:02 हाजिरा को अब्राम के द्वारा एक पुत्र हुआ, अब्राम ने उसका नाम इश्माएल रखा।
शब्द तथ्य:
हाबिल
तथ्य:
हाबिल आदम और हव्वा का दूसरा पुत्र था। वह कैन का छोटा भाई था।
- हाबिल एक चरवाहा था।
- हाबिल ने अपने पशुओं में से एक की बलि परमेश्वर को चढ़ाई थी।
- परमेश्वर हाबिल और उसकी भेंट से प्रसन्न हुआ था।
- आदम और हव्वा के पहलौठे कैन ने हाबिल की हत्या कर दी थी।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: कैन, बलि, चरवाहा)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H01893, G0060
हाम
तथ्य:
हाम नूह के तीन पुत्रों में से दूसरा था।
- विश्वव्यापी जलप्रलय के समय हाम और उसके भाई अपनी-अपनी पत्नी के साथ नूह की नाव में थे।
- जलप्रलय के बाद हाम एक समय अपने पिता नूह के लिए अपमान का कारण हुआ था। परिणाम-स्वरूप नूह ने हाम के पुत्र कनान और उसके वंशजों को श्राप दिया था, वे अन्ततः कनानी हुए थे।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: जहाज, कनान, निरादर, नूह)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
हामात, हमाती, लीबो हामात
तथ्य:
हामात उत्तरी सीरिया में कनान के उत्तर में एक महत्वपूर्ण नगर था। हमाती नहू के पुत्र, कनान के वंशज थे।
- “लीबो हमात” संभवतः हमात नगर के निकट एक पर्वतीय दर्रे का नाम था।
- कुछ संस्करणों में लीबो हमात का अनुवाद “हामात का प्रवेश” किया गया है।
- राजा दाऊद ने हमात के राजा तू के बैरियों को हराया था जिसके परिणामस्वरूप वे अच्छे मित्र बन गए थे।
- हामात सुलैमान के भण्डारण नगरों में से एक था जहां उसने सामान रखा था।
- हामात नगर वह स्थान था जहां नबूकदनेस्सर ने राजा सिदकिय्याह की हत्या की थी और वहीं यहोआहाज मिस्र के फिरौन द्वारा बन्दी बनाया गया था।
- “हामात” का अनुवाद “हामातवासी” भी किया जा सकता है।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद)
(यह भी देखें: बाबेल, कनान, नबूकदनेस्सर, सीरिया, सिदकिय्याह)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
हामोर
तथ्य:
हामोर शकेम नगर के रहनेवाला एक कनानी पुरुष था, जब याकूब और उसका कुटुम्ब सुक्कोत में रहता था। वह एक हिव्वी था।
- याकूब ने हामोर के पुत्र से कब्र के लिए भूमि खरीदी थी।
- जब वे वहाँ रह रहे थे तब हामोर के पुत्र शेकेम ने याकूब की पुत्री दीना के साथ बलात्कार किया था।
- दीना के भाइयों ने हामोर के परिवार से बदला लेने के लिए शेकेम के सब पुरुषों की हत्या कर दी थी।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: कनान, हिव्वी, याकूब, शेकेम, सुक्कोत)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
हारान
तथ्य:
हारान अब्राहम का छोटा भाई और लूत का पिता था।
- हारान एक नगर का भी नाम है जहाँ अब्राहम ऊर से कूच करने के बाद कनान जाते समय ठहरा था।
- कालेब के पुत्र का नाम भी हारान था।
- बाइबल में हारान नामक तीसरा पुरुष लेवी वंशी था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: अब्राहम, कालेब, कनान, लेवी, लूत, तेरह, ऊर)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
हारून
तथ्य:
हारून मूसा का बड़ा भाई था। परमेश्वर ने हारून को इस्राएल का प्रथम महायाजक होने के लिए चुना था।
- फिरौन से इस्राएलियों के प्रस्थान का आग्रह करते समय फिरौन से बात करने में हारून ने मूसा की सहायता की थी।
- इस्रैलियों की जंगल यात्रा के समय हारून से पाप हो गया था क्योंकि उसने इस्राएलियों की उपासना हेतु एक मूर्ति बना दी थी।
- परमेश्वर ने हारून और उसके वंशजों को याजक इस्राएल के याजक होने के लिए नियुक्त कर दिया था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: याजक, मूसा, इस्राएल)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 9:15 परमेश्वर ने मूसा और हारून को चेतावनी दी कि फ़िरौन कठोर मनुष्य है।
- 10:5 फ़िरौन ने मूसा और हारून को बुलवाकर कहा कि यदि वह इस विपत्ति को रोक दे, तो इस्राएली मिस्र से जा सकते हैं।
- 13:9 परमेश्वर ने मूसा के भाई हारून और हारून के वंश को अपने याजक होने के लिये चुना।
- 13:11 अतः वे (इस्राएली) हारून के पास सोना ले आए और बोले कि हमारे लिये एक देवता बना!
- 14:7 वे (इस्राएली) मूसा और हारून से क्रोधित होकर कहने लगे, “कि तुम हमे इतनी भीषण जगह क्यों लेकर आए ?”
शब्द तथ्य:
हिजकिय्याह
परिभाषा:
हिजकिय्याह यहूदा राज्य का तेरहवां राजा था। वह परमेश्वर को माननेवाला और परमेश्वर का आज्ञाकारी था।
- अपने पिता दुष्ट राजा आहाज के विपरीत हिजकिय्याह भला राजा था, उसने यहूदा राज्य में से मूर्तियों को ध्वंस कर दिया था।
- हिजकिय्याह बहुत रोगग्रस्त हो गया था और मरने पर था, उसने परमेश्वर से विनती की कि उसे जीवनदान दे। परमेश्वर ने उसे जीवन दान दिया और उसकी आयु को पन्द्रह वर्ष बढ़ा दिया।
- हिजकिय्याह के लिए अपने वचन को सत्य सिद्ध करने हेतु परमेश्वर ने यह आश्चर्यकर्म किया और समय को पीछे कर दिया।
- अपनी प्रजा को अश्शूरी राजा सन्हेरीब से बचाने के लिए हिजकिय्याह ने परमेश्वर से प्रार्थना की थी और परमेश्वर ने उसकी प्रार्थना सुनी।
(यह भी देखें: आहाज, अश्शूर, मूरत, यहूदा, सेन्हरीब)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H2396, H3169, G1478
हित्ती, हित्तियों
परिभाषा:
हित्ती कनान से उत्पन्न हाम के वंशज थे। वे एक विशाल साम्राज्य बने जो आज के तुर्किस्तान और उत्तरी फिलिस्तीन क्षेत्र में था।
- अब्राहम ने हित्ती एप्रोन से भूमि खरीदी थी कि अपनी पत्नी सारा को वहां दफन करे। अब्राहम और उसके अनेक वंशज भी उस कब्र में दफ़न किए गए थे।
- एसाव ने दो हित्ती स्त्रियों से विवाह किया था जिसके कारण उसके माता-पिता दुःखी थे।
- दाऊद का भी एक योद्धा हित्ती था जिसका नाम ऊरिय्याह था।
- सुलैमान की परदेशी रानियों में भी हित्ती स्त्रियां थी। इन स्त्रियों ने सुलैमान को अपनी मूर्ति-पूजा में आकर्षित करके उसके मन को परमेश्वर से दूर कर दिया था।
- हित्ती अधिकतर इस्राएल के लिए शारीरिक एवं आत्मिक खतरा बने हुए थे।
(यह भी देखें: वंशज, एसाव, परदेशी, हाम, सामर्थी, सुलैमान, ऊरिय्याह)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
हिल्किय्याह
तथ्य:
राजा योशिय्याह के राज्यकाल में हिल्किय्याह महायाजक था।
- मन्दिर के पुनः निर्माण के समय हिल्किय्याह महायाजक को वहां व्यवस्था की पुस्तक मिली थी, उसने आदेश दिया था कि वह पुस्तक राजा योशिय्याह के पास ले जाया जाए।
- अतः उसने यहूदा राजा की प्रजा को यहोवा की उपासना और उसकी व्यवस्था के पालन हेतु प्रेरित किया।
- हिल्किय्याह नामक एक और पुरुष था, वह एलयाकीम का पुत्र था जो हिजकिय्याह राजा के महल में सेवा करता था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: एलयाकीम, हिजकिय्याह, महा-याजक, योशियाह, यहूदा, व्यवस्था, आराधना, यहोवा)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
हिव्वी, हिव्वियों
तथ्य:
हिव्वी कनान में वास करनेवाली सात प्रमुख जातियों में से एक थी।
- इन सब जातियों में हिव्वी भी कनान के वंशज थे, जो नूह का पोता था।
- हिव्वी शकेम ने याकूब की पुत्री दीना का शील भंग किया था परिणामस्वरूप उसके भाइयों ने लगभग सब हिव्वियों को मार डाला था।
- कनान के विजय अभियान में जब यहोशू इस्राएलियों की अगुआई कर रहा था तब इन लोगों ने छल से इस्राएल के साथ वाचा बांध ली थी कि उनका सर्वनाश न हो।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद)
(यह भी देखें: कनान, हाम, नूह, शेकेम)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
हेब्रोन
तथ्य:
हेब्रौन यरूशलेम के दक्षिण में लगभग 20 मील दूर ऊंचे चट्टानी पहाड़ों में बसा था।
- यह नगर अब्राहम के युग में 2000 ई.पू. में बनाया था। पुराने नियम के ऐतिहासिक वृत्तान्त में इस नगर का नाम अनेक बार आता है।
- हेब्रोन ने राजा दाऊद के जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उसके कई पुत्र, अबशालोम का भी जन्म वहां हुआ था।
- लगभग सन् 70 में रोमी सेना ने इस नगर को नष्ट कर दिया था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: अबशालोम)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H2275, H2276, H5683
हेरोदियास
तथ्य:
हेरोदियास यूहन्ना बपतिस्मा देनेवाले के समय में यहूदिया के हेरोदेस अन्तिपास की पत्नी थी।
- हेरोदियास वास्तव में अन्तिपास के भाई फिलिप की पत्नी थी परन्तु अवैध विवाह करके वह हेरोदेस अन्तिपास के साथ आ गई थी।
- यूहन्ना बपतिस्मा देनेवाला हेरोदेस और हेरोदियास को उनके अवैध विवाह के लिए झिड़़कता था। इस कारण हेरोदेस ने यूहन्ना को बन्दी बना लिया था और बाद में हेरोदियास के कारण उसका सिर कटवा दिया गया था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: हेरोदेस अन्तिपास, यूहन्ना (बपतिस्मा देनेवाला))
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
हेरोदेस अन्तिपास
तथ्य:
यीशु के जीवनकाल के अधिकाँश समय, हेरोदेस अन्तिपास जो रोमन साम्राज्य के उस भाग पर राज करता था जिसमें गलील प्रांत भी था।
उसके पिता, हेरोदेस महान के समान अन्तिपास को भी कभी-कभी "राजा हेरोदेस" कह कर संबोधित किया जाता था जबकि वह वास्तव में राजा नहीं था।
- हेरोदेस अन्तिपास इस्राएल क एक चौथाई भाग पर शासन करता था इसलिए उसको “चौथाई देश का राजा हेरोदेस” भी कहा जता था। चौथाई देश का राजा (तेतरार्ख) देश के चौथाई भाग पर शासन करने वाले को कहते थे|
- अन्तिपास वह “हेरोदेस” था जिसने यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले का सिर काटने की आज्ञा दी थी।
- इसी हेरोदेस अन्तिपास ने क्रूसीकरण से पूर्व यीशु से प्रश्न किए थे।
- अन्य हेरोदेस नए नियम के युग में अन्य हेरोदेस थे, एन्तिपास के पुत्र (अग्रिप्पा) और पोता (अग्रिप्पा 2) थे जिन्होंने प्रेरितों के समय में शासन किया था।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: क्रूस पर चढ़ाना, हेरोदेस महान, यूहन्ना (बपतिस्मा देनेवाला), राजा, रोम)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: G22640, G22650, G22670
हेरोदेस महान
तथ्य:
हेरोदेस महान यहूदिया का प्रशासक था जब यीशु का जन्म हुआ। वह कई ईदोमी शासकों में पहला हेरोदेस था, जो रोमन साम्राज्य के कुछ हिस्सों पर शासन किया था।
- उसके पूर्वजों ने यहूदी धर्म अपना लिया था, अतः वह यहूदी रीति रिवाजों और परम्पराओं में पला-बड़ा हुआ था| कैसर औगुस्तुस ने ही तो उसको यह पदनाम दिया था, "राजा हेरोदेस" यद्यपि वह वास्तव में राजा नहींथा| उसने 33 वर्ष यहूदिया में यहूदियों पर राज किया था।
- औगुस्तुस कैसर ने उसे राजा हेरोदेस नाम दिया था जबकि वह राजा नहीं था। * उसने यहूदिया में यहूदियों पर 33 वर्ष राज किया।
- हेरोदेस महान भव्य ईमारतों के नि र्माण के लिए जाना जाता था जिसमें यरूशलेम के यहूदियों के मन्दिर का नव-निर्माण भी था।
- यह हेरोदेस एक निर्दयी मनुष्य था और उसने अनेक हत्याएं की थी। जब उसने सुना कि यहूदियों के राजा का जन्म हुआ है तब उसके बैतलहम के सब बालकों को मरवा दिया था।
- उसके पुत्र हेरोदेस अन्तिपास और हेरोदेस फिलिप और उसका परपोता हेरोदेश अग्रिप्पा आगे चलकर यहूदिया का शासक बना। उसका परपोता हेरोदेश अग्रिप्पा द्वितीय (“राजा अग्रिप्पा” कहलाया) ने भी संपूर्ण यहूदिया पर राज किया।
(देखें: नाम कैसे अनुवादित करें)
(यह भी देखें: हेरोदेस अन्तिपास, यहूदिया, राजा, मन्दिर)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
हेर्मोन पर्वत
तथ्य:
हेर्मोन पर्वत इस्राएल के सबसे ऊंचे पर्वत का नाम है जो लबानोन की पर्वत श्रृंखला के दक्षिणी छोर पर है।
- यह पर्वत गलील सागर के उत्तर में, इस्राएल और सीरिया के मध्य उत्तरी सीमा पर है।
- अन्य जातियों द्वारा हेर्मोन पर्वत को “पर्वत सिर्योन” और “पर्वत सनीर” भी कहा गया है।
- हेर्मोन पर्वत की तीन प्रमुख चोटियाँ हैं। सबसे ऊंची चोटी 2,800 मीटर ऊँची है।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: इस्राएल, गलील सागर, सीरिया)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H2022, H2768, H2769, H8149
होरेब
परिभाषा:
सीनै पर्वत का दूसरा नाम होरेब पर्वत है जहाँ परमेश्वर ने मूसा को दस आज्ञाएं दी थी।
- होरेब पर्वत को “परमेश्वर का पर्वत” भी कहा जाता है
- होरेब ही वह पर्वत है जहाँ मूसा ने भेड़ें चराते समय जलती हुई झाड़ी देखी थी।
- होरेब वह पर्वत था जहाँ परमेश्वर ने इस्राएलियों के साथ बांधी हुई वाचा को प्रकट किया था और उन्हें पत्थर की पट्टियों पर लिखी दस आज्ञाएं दी थी।
- यही वह स्थान है जहाँ परमेश्वर ने मूसा से कहा था कि वह चट्टान को मार कर इस्राएलियों के लिए पानी का प्रबन्ध करे क्योंकि वे जंगल में भटक रहे थे।
- इस पर्वत का भौगोलिक स्थान अज्ञात है परन्तु संभव है कि यह पर्वत दक्षिणी भाग में आज के सीनै प्रायद्वीप में कही था।
- यह भी संभव है कि पर्वत का नाम होरेब था और “सीनै पर्वत” का अर्थ था “सीनै का पर्वत” जिसका संदर्भ सीनै के रेगिस्तान में इस पर्वत के स्थान से था।
(यह भी देखें: वाचा, इस्राएल, मूसा, सीनै, दस आज्ञाओं)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
होशे
तथ्य:
होशे यीशु से 750 वर्ष पूर्व इस्राएल राज्य में परमेश्वर का एक भविष्यद्वक्ता था।
- उसका सेवाकाल अनेक राजाओं के युग में रहा था, यारोबाम, जकर्याह, यातोम, आहाज, होशे, उज्जिय्याह, और हिजकिय्याह।
- होशे को परमेश्वर ने आदेश दिया कि वह एक वैश्या से विवाह कर ले, उसका नाम गोमर था, यद्यपि वह विश्वासघाती थी तौभी परमेश्वर ने उससे प्रेम करने की उसे आज्ञा दी।
- यह परमेश्वर की विश्वासघाती प्रजा के प्रति उसके प्रेम का चित्रण है।
- होशे ने इस्राएलियों के पाप के विरूद्ध भविष्यद्वाणी की थी और उन्हें मूर्ति-पूजा से विमुख होने की चेतावनी दी थी।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद)
(यह भी देखें: अहाज, हिजकिय्याह, होशे, यारोबाम, योताम, उज्जिय्याह, जकर्याह (पुराना नियम))
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
होशे
तथ्य:
होशे इस्राएल के एक राजा का नाम था, वरन पुराने नियम में अनेक पुरुष इस नाम के हुए हैं।
- एला का पुत्र होशे ने इस्राएल पर नौ वर्ष राज किया था, उस समय यहूदा में आहाज तदोपरान्त हिजकिय्याह का राज था।
- नून के पुत्र यहोशू का पूर्वकालिक नाम होशे था। मूसा ने उसका नाम बदलकर यहोशू रखा था जब वह उसे और उसके साथ ग्यारह लोगों को कनान का भेद लेने भेज रहा था।
- मूसा के मरणोपरान्त यहोशू इस्राएलियों को लेकर कनान पर अधिकार करने आया था।
- एक और पुरुष का नाम होशे जो अजज्याह का पुत्र था, वह एप्रैमियों का अगुआ था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद)
(यह भी देखें: अहाज, कनान, एप्रैम, हिजकिय्याह, यहोशू, मूसा)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य: