28 २८) अगर परमेश्वर मैदान मा जी घास। उगे आज से ,अने काल भाटी मा नाख देणे मा आवे ओहलो पेरावे ते हे आल्प विस्वासी च्यु तुमुह खुब जादा काहा नी पेरावे । 29 30 २९) अने तुमु इनी वातन हुदवाल्या मा रोयु,काय खादु अने काय पिहु अने नी मनमा विचार कोरु । ३०) काहाके संसारन जाती इन आखी वस्तुन हुदवाव्या रोयतला अने तुमरु बाबु जाणतलु की तुमुह इनी वस्तुन अवसकता से। 31 32 ३१) पुण तेरा राजन हुदनेवाला बोणु ,तेतार यी आखी वस्तु तुमुह जुड जाहे। ३२) हे आयता टुवा मा भीहे काहाके तुमरा बाबाहा चो भी समजले से के तुमुह राज भी आपे। 33 34 ३३) तुमरी संपत्ति वेचीन दान कर देयु,खुदन करता बटवा बणावु जो जुजो नी ओये ,अर्थमा स्वर्ग मा ओहलो धन इकठा करु घटे नी जेहेके चुर भी हाते नी आवे अने किडा नाश कोरे। ३४) काहाके तुमरो धन ज्या रोयहे चे मन भी लागहे । 35 36 ३५) तुमरी कमर बांधायली रोये ,अने तुमुरा दिवा लागता रोये ।( निर्ग १२:११,२ राजा ४:२९, आफिस ६:१४) ३६) अने तुमु तीनु माणहोन सारखा बोणु ,जु तेरा स्वामीन वाट देखणे बाज रोयलु ओये ,के च्यु वियाव देखु केतार आवहे जेतार दरवाजु खकडावहे ,ते लगेज तेर कोरता उगाड देहे । 37 38 ३७) धन्य से च्या चेला जिनुह स्वामी आवीन जागाड देय मी तुमुह खरी कोयो के तीनाहा कमर बाधीन खाणो खाणे बोठाडहे अने तिदंरे पा आवीन सेवा कोरहे । ३८) अगर च्यु रातेन दुसरा टेमे या तीसरे टेमे आवीन तीनुह जागता देखे तेतार च्या चेला धन्य से। 39 40 ३९) पुण तुमु जाण लेयु , के घरन मालक जाणेके चुर काणले टेमे आवहे , तेतार जागतु रोयहे ,अने तेरा घरमा सेंध लागने नी देय । ४०) तुमु भी तैयार रोयु,काहाके जीन टेमेह तुमु सुचे भी नी तीने टेमे माणहन पुन्यु आव लागहे । 41 42 43 44 ४१) तेतार पतरस कोयु ,हे प्रभु काय यु दाखलु तुआमुह के आखाहा कोयतलु । ४२) येशु कोयु ,च्यु विश्वास योग्य अने बुदधीमान भंडारी कुण से ,तेरु स्वामी तीनाहा नौकर चाकरो पर मुखी ठरावे ,अने तिनुह टेमपर सामान आपे । ४३) धन्य से च्यु चेलु,जीनाहा तेरु स्वामी ओहलो कोरतलु देखे । ४४) मी तुमुह खंर कोयोके तीनाहा तेरी आखी संपत्ति पर अधिकारी बोणावहे । 45 46 ४५) पुण अगर दास बोवणे , के मारु स्वामी आवणे मा दिर करे ,अने नोकर अने नकरानीह मार कुट अने खाणे पीणे दारु बाज बोणजाय । ४६) ते तीना नोकर स्वामी ओहलो दिह नेतार च्यु तेरी वाट नी देखे अने ओहली टेमे च्यु जाणतु नी ओहे ,आवलागहे अने तीनाहा भारी सजा आपीन तेरु भाग विस्वसघाती हाथे ठरावहे । 47 48 ४७) अने च्यु दास जो तेरा स्वामीन इस्या जाणतोतु अने तयार नी रोये ,अने नी तेरी इच्छा अनुसार चाले खुब मार खाहे । ४८) पुण जाणीन भी मारखाणेन योग्य काम कोरे च्यु थुडो मार खाहे इनान कोरता जीनाहा खुब हंवटो आपलो से,तेरे पाह खुब होवटो मांगणे आवहे ,जीनापाह खुब सोपलो से,तेरे पाह खुब होवटो बावणेम आवहे । 49 50 ४९) मी प्रथ्वी पर आग लागडने आवलु से अने मेहे काय जुवे केवल यी एवी हलगी जाहे । ५०) मेहे ते बाप्तिस्मा लेणे से ,अने जब तक यो नी ओये तेतार तक मी कोहली व्यावस्था मा रोयीह । 51 52 53 ५१) काय तुमु समझतला के मी प्रथ्वी पर मेल मिलाप करावणे आवलु से मी तुमुह कोयो के नी पु ण अलग करने आवलु से । ५२) काहाके एंवी देखा एक घरमा पाच जण एक दिहरान विरोध कोरहे ,तीन दुयहाते दुय तीनाहाते । ५३) बाबु बेटा से अने पुन्यु बाबा से विरोध राखहे आई बेटी हाते ,हाहु ववडी हाते अने ववडी हाहुहाते विरोध करहे ( मिका ७:६) 54 55 56 ५४) अने च्यु गरदी होती तीनुह भी कोयु ,जेतार वादवंहा पश्चिम देखो उठहे ,तेतार लगेच कयतला , के पाणी पोडहे अने ओहलोज ओयतलो । ५५) अने जेतार दक्षिण वखे हावा चालतली देखतला ते कोयतला की लुह चालहे अने ओहलोज ओयतलो। ५६) हे कपटी तुमु धरती अने आकाशन रुपह भेद कर सकतला ,पुण इन युगल विषयमा काहा भेद नी करने जाणतला? 57 58 59 ५७) तुमु खुद काहानी नीयाव करतला के काय हाजो से । ५८) जेतार तु आपणा मुददन कोरीन , न्यायाधीश पा जाणे बाजरोयु ,तेतार वाटेमा तु तिनाहाते सुटणेन कुसीत कर ले,कही ओहलो नी ओये के च्यु तोहो न्यायाधीशपा खेचीन लिजाय ,अने न्यायी तोहो सिपाईन हाथो मा होप देय , अने सिपाही तोहो जेलमा नाखदेय । ५९) मी तुमुह कोयो के जेतार तोक तु एक एक पोयहु नी आपे तेतार तक तु ये देखु छुटी नी सेके ।