अध्याय १

1 येशू मशिह एकटा सेवक आ याकुबके भाई यहुदा सअ बोलाइलसब आ परमेश्‍वर पितामे प्यारा आ येशू मशिहके लेल राखल गेल सब कोयके 2 अनुग्रह,शान्ति आ प्रेम आहाँसाबके लेल बहुते होइत जाई । 3 प्यारासब अपनासबके सँझिया मुक्तिके बिषयमे हम आहाँ सबके लिखैला जब कोशिष कइली,विश्‍वासीसबके सब दिनके लेल देलगेल विश्‍वासके लेल सच्चा रुपसअ सङघर्ष करेके लेल उपदेश दैला हम आहाँ सबके इ लिखेला जरुरी लागल । 4 कैलाकी आँहासबके बिचमे कोनो आदमीसबके नुकाक ढुकल है । इ एहन आदमीसब हइ,जे दण्डके लेल चुनल हय । इ परमेश्‍वरके डर (भय) नै मानेवाला आदमीसब हइ,जे परमेश्‍वरके अनुग्रहके लिच्चापनके अनैतिकताके लेल भ्रष्‍ट करै हइ और अपनासबके एकैटा मालिक आ प्रभु येशू मशिहके इन्कार करै छी । 5 आहाँसब एकबेर एकरा पुरा रुपस जाइन लेली तैयो आब हम आहाँसबके याद कराबैला चाही छी की परमेश्‍वर जे मिश्रदेश मे स आदमीसबके बचौलकै लेकिन पछारी विश्‍वास नै करवालासबके परमेश्‍वर खतम क देलकै । 6 अपन अधिकारके मान कायम नै राइख कअ बढिया रहेवाला ठाउँ छोडेवाला स्वर्गदुतसबके परमेश्‍वर पतालके अनहारमे न्‍यायके ओय बरका दिन तक के लेल सब दिनके बन्धनमे रखने है । 7 इ त सदोम आ गमोरा आ अरोस परोसके सहर जैसन हय । जे लोक अपना लुच्चापनके अनैतिकतामे सहभागी भेल ओइसन खराब इच्छा सबके पछारी लागत हय । उसब कहियो नै मुझाइवाला आइगमे दण्ड भोइग कअ सबके लेल उदाहरण बनल हय । 8 लेकिन अहि प्रकार सअ इ सपना देखेवालासब सेहो अपना-अपना शरिरके गन्दा करै हय । उ सब अधिकारके इन्कार करै हय आ स्वर्गके प्राणीसबके बिरोधमे बेइजत करवाला बातसब करे हय । 9 लेकिन मुख प्रधान दुत मिखाएल सेहो दुष्‍ट जउरे वहस कलकै आ मोशाके शरिरके विषयमे ओकरा जउरे विवाद भेलै त ओकरा बिरोधमे निन्दा (घिना) लागेवाला इन्साफ करेके लेल साहस नैकलकै । उ कहलकै परमप्रभु तोरा हपकबौ । 10 लेकिन इ आदमीसब अपने नै बुझेवाला बातसबके बिरोधमे निन्दा (घिन) करै हय आ उसब बुझेवाला बातसब जे मुर्ख पशुसब अपन स्वभाव सअ उहे बातसब एकरा सबके नष्ट कैने हय । 11 धिक्कार ओकरा सबके । कैलाकी उसब कयिनके रास्तामे चले हय आ लालचके खातिर बालाम जे गल्ती कलकै ओहिमे सहभागी होइ हय । उसब कोरहके बिद्रो जाका खतम भेल हय । 12 तोरासबके प्रेम भोजमे नुकाइल दोषसब इहे सब हउ । उसब खाली अपने लेल निर्लज भक भोज खाइ हय । उसब शरद मौसममे फल नै देइवाला गाछी सब हय । जे दुबेर मैरगेल हय आ जइरे स उखइर गेल हय । 13 उसब समुन्‍द्रके डर लागेवाला लहरसब हय,जे अपना वेशर्मके फेन निकाले हय । उसब लक्ष्यविना चलेवाला तरेगन सब हय । जेकरा लागी सबदिनके घोर अन्हार राखल हय । 14 आदम स लक अ सतमा पुस्ता हनोक सेहो ओकरा सबके विषयमे येना कैहक अ अगमवानी कैने रहय । कि देखु परमप्रभु अपना हजारौ पवित्र लोक सबके लकअ आइबरहल हय । 15 प्रभु सबकोइके इन्साफ करेला आइब रहल हय । परमेश्‍वरके डर नैमानेवाला सव जे ईश्‍वरहिन रुपमे जे काम करैय आ परमेश्‍वरके डर नैमानेवाला पापीसब प्रभुके बिरुद्धमे बोल लहबा बोलिसबके दोष लगाबेला प्रभु आइब रहल हय । 16 ओकरा सब के सन्तोष न हय, उसब बरका बरका सौख करबालासब हय,जे अपना फाइदाके लागी दोसरके चुगलपनी करे हय । 17 लेकिन प्रिय सब आँहासबके अपन प्रभु येशू मशिहके प्रेरितसब जे पहिले बोल्ले हय ऊ बातसब याद करु । 18 उसब आहासबके येना कहत अन्तिम दिनमे बेइजत करेवाला होऊ,जे सब अपने ईश्‍वरहिन (ईश्‍वरके मन नै परेवाला) इच्छा सबके पछारी जाइ हय । 19 इ उहे फुट लाबेबाला आदमी सब हय । उसब संसारके हय आ ओकर सब जउरे पवित्र आत्मा न हय । 20 लेकिन हमर प्रिय आहाँसब अपने-आपके सबसे ज्यादा पवित्र विश्‍वास मे बनाउ आ पवित्र आत्मामे प्रार्थना करु । 21 आहासब अपने-आपके परमेश्‍वरके प्रेममे राखु,अपना सबके प्रभु येशू मशिहके दयाके लागी इन्तजार करु जे आहासबके बिचमे कहियो नैमरेवाला जीवन लाबै हय, 22 जेकरा शङका हय ओकरा पर दया करु । 23 दोसर सबके आइग स बाहर निकाइलक बचाउ । दोसर सबके जउरे होसियार भक दयालु होउ । पापस कलङकीत (अशुद्ध) वस्‍त्रके घृना करु । 24 आब आहासबके डगमगाइसे बचाबेबाला आ प्रभु अपन माहिमा भेल उपस्थिति लअ निष्कलङन आ बरा खुशी साथ आहासबके खार होइबाला बनाइत । 25 अपना सबके उद्धार (मुक्ति या छुटकारा) करवाला एकेगो परमेश्‍वर सब हे समय पहिलेसे अबही तक आ सबदीनके लागी अपना प्रभु येशू मशिह महिमा, गौरव, पराक्रम आ शक्ति रहय । आमेन ।