अध्याय 5
1
आदमी परमेश्वरको वचन सुनन् बाके चारैघेन ढकेलीढकेला करत रहए, और बा गनेसरेत तालके किनारे ठणो रहए ।
2
बा तालके किनारेमे दुई नैया देखी । पर मछुहारे त नैयाके बाहिर बैठे अपन जार धोत रहए ।
3
बे दुई मैसे एक नैया त सिमोनकी रहए । बामे चढके बा नैयाके किनारेसे थुरदुर लैजानके कहि । बा नैयामे वैठके भीड़के शिक्षा देन लागो|
4
मसक्के पिछु, बा सिमोनसे कहि, “गहिरो घेन लैजाएके मच्छी फसन तँहीअपनो जार डार ।”
5
पर सिमोन कहि, 'गुरुजी, हम रात भार मेहेनत करके फिर कछु नापए । तहु फीर तुमर कहेसे मए जार डारत हओ।”
6
तव जब अइसो करी, तव एक ढेरी मच्छी फसइँ, और बिनको जार फटन लागो ।
7
बे दुस्री नैयामे भए मछुहारेनके आएके सहेता करन इशारा करी । और आएके बे दोने नैया मच्छीसे भरी, हिनातकि नैया डुबन् लगी ।
8
तव जा देखके येशूक पाउमे घुबटा पड़के सिमोन पत्रुस कहि, “हे प्रभु, मिरठीनसे चलोजा, कहेकी मै पापी आदमी हौ ।”
9
यित्तो माछरी मरके देखके बे और बाके सँग रहन बारे सब अचम्मो मानी ।
10
"ऐसीए करके जब्दियाक लौड़ा याकूब और यूहन्ना फिर अचम्मो पणे। बे सिमोनसे साझेदार रहए । येशू सिमोनसे कहि, "मतडरए, अब अग्गुके ताए आदमीके पकणैगो ।”
11
तव बे आपन नैया कीनारे लाई, बे सब चीज त्यग्के, और बाके पीच्छू लागे ।
12
जब बा कोई एक सहेरमे रहए, तव कोण रोग भरो एक आदमी येशूके देखके बाके पँवमे घुबटा पणके बिन्ती करी, “हे प्रभु, तुम्हरी इच्छा हए कहेसे मोके आच्छो कर सकत हओ ।”
13
बा अपन हात फैलाके और कही "मै इच्छा करतहौ तए अच्छो हुईजा" कहिके बाके छुई, और तुरन्तए बाको कोणरोग बासे हटीगव ।
14
बा बिनके आदेश दैई, “ जा कोइके मतबतैए । पर जएके पूजारीठीन अपनेके दिखा, और मोशाके व्यावस्थाहानी आज्ञा करी भइ अपने आपके पुजारीनके दिखा ।आदमीनके तए आच्छो भव प्रमाणके ताहि भेटी चढाइ।”
15
पर बाको चर्चा और जाद्धा जेहेनतेहेंन फैलगओ, और बेढम भरी भीण बाकी बात सुनन् और अपन-अपन रोगसे अच्छो होन जमा होत रहए ।
16
पर येशू त सुनसान जगहामे जाएके प्रार्थना करतरहए ।
17
एक दिन बा शिक्षा देतरहए, गालीलमे और यहूदियामे हरेक गाउँ और यरूशलेमसे आए फरिसी और शास्त्री बाके ठीन बैठेरहए । परमप्रभुकी अच्छो करन बारी शक्ति बाकेसंग रहए ।
18
कुछ आदमी एक पक्षाघाती आदमीके खटियामे लाई, और बे बाके भीतर लान और बाके अगु धरन चाहीँ ।
19
पर भीणके करनसे बाके भितर लैजन कोई डगर नपाएके बे छनीउपर चढ़ी, और बे छनिउत्कारके बाके खाटीयासमेत येशूके अगु धरी ।
20
तव बा बिनको विश्वास देखके कही, “ए आदमी, तिर पाप क्षमा हुईगव ।”
21
तव शास्त्री और फरिसी पुछन लागे, “ईश्वर-निन्दा करन बारो जा कौन हए ? पाप त परमेश्वर बाहेक और कौन क्षमा करसकत हाए ?”
22
पर येशू बिनकी प्रश्न प़ता पएके बिनके जवाफ दैके कहि, “तुम अपन हृदयमे काहे प्रश्न करहव ?
23
तुमर पाप क्षमा भव' कहीनो कि औ उठके नेग' कहीनो, कौन सहज हए ?
24
और आदमीको पुत्र पृथ्वीमे पाप क्षमा करन अधिकार हए कहीके तुम जानजाबओ ।” तव बा पक्षाघातीसे कहि, “मए तोसे कहतहओ, उठ और अपन खाटीया उठाएके घरे जा ।”
25
तव बा तुरनताए बिनके अगु उठो, और जौन खाटीयामे बा पणो रहाए बा उठके परमेश्वरकी महिमा करतै बा अपन घरघेन गओ ।
26
तव सब जनी अचम्मो मानी, और बे परमेश्वरकी महिमा करी, और भयभीत हुइके आइसो कही, “आज हम अचम्मो बात देखे।”
27
तव जे बातपच्छु बा द्वारे गैभओ और लेवी नाउँ भव एक जनी कर उठानबालो कर अड्डामे बैठोभौ देखी और बासे कही मिर पिच्छु लाग ।.
28
28 तव बा सब चीज छोडके, और उठके बाके पाछु लागो।
29
लेवी अपनो घरमे बाके तही बाणो भोजकी योजना करी । बाहुना कर उठानबारे और बाणो संख्यामे बाकेसँग बैठेरहए ।
30
फरिसी और बिनके शास्त्री बाके चेलनके विरुध्दमे आइसो कहिके गनगनान् लगे, “तुम कर उठानबारे और पापीसँग कहे खानपिन करत हओ ?”
31
पर येशू बिनसे कही, “निरोगीनके वैधकी जरुरत् नपणथए, पर रोगीनके इकल्लो ।
32
मै धर्मीनके ताहि नए, तर पापीनके पश्चतापके तही बुलान आओं हओ ।”
33
बे बासे कही, “यूहन्नाके चेला बारम्बार उपबास बैठतहए और प्रार्थना करत रहए । फरिसीके चेला उइसी करत हए, पर तुम्हर चेला खात हए और पीत हए ।”
34
येशू बिनसे कही, “का दुल्हासँग रहनतक बरैतीयनके उपवास बैठन लगात हओ ?
35
पर आइसो दिन आमङ्गे जब दुल्हा बिनसे अलग होबैगो । तव बे बा दिनमे उपवास बैठङ्गे ।”
36
बा बिनसे एक कहनी फिर कही: “कोई आदमी नयाँ लत्ता पुरानो लत्तामे नथिगरतहए, नत बा नयाँके फरदेहए, और नयाँ थिगरा पुरानोसे मिलत फिर ना हाए ।
37
कोई आदमी नयाँ दाखमध पुरानो छालाकी मशकमे नडरतहए, नत नयाँ दाखमधसे छाला फुटहए, और दाखमध गीरजएहए, और मशक फिर खराब हुईजएहए ।
38
नयाँ दाखमध नयाँ छालाके मशकमे धरन पणतहए ।
39
कोई आदमी पुरानो दाखमध पिके नयाँके चाहा नकरतहए, कहेकी बा कहतहए "पुरानो अच्छो हए ।”