1
तुम अपन अपराध और पापसे मरे समय मे बा तुमके जिन्दा करी ।
2
जाहेमे जा संसारको रीतिरीबाजके जैसो और आकाशको शाक्तिको मालिक तरहा, अनाज्ञाकारिताको सन्तान तरहाकाम करन बारो आत्माके जैसो तुम पहिले एक चोटी चलत रहओ । अभे काम करनबारो आत्मा अनुसार तुम अग्गु एक चलत् रहौ|
3
बिनमैसे हम सब फिर शरीर और मनकी इच्छा पुरो करके अपन पापमय स्वभावके लालचमे अग्गु जित रहए, और बाँकी आदमी जैसो हम स्वभाबएसे क्रोधको सन्तान रहए ।
4
पर परमेश्वर, जो कृपामे धनी हए, बा अपनो महान प्रेमसे हमके प्रेम करी हए ।
5
जहेमारे पापमे हम पापमे मरे भए रहए, ताहुँफिर बा हमके ख्रीष्टसंग जिन्दा करी-अनुग्रहसे तुम उध्दार पाए हओ ।|
6
और बाके संग हमके उठाई, और स्वर्गके जगहमे ख्रीष्ट येशूसंग बैठारी हए |
7
जा त ख्रीष्ट येशूमे हमर घेन बाको दयामे अपन अनुग्रहको असीमित सम्पति, आनबारो युगमे दिखान बारो हए ।
8
कहेकी तुमअनुग्रहसे विश्वासके उध्दार बचाए गए हओ-,और जा तुम अपनाए से ना,पर जा त परमेश्वरको बरदान हए ।
9
कर्म से ना, नित आदमी घमण्ड करहए ।
10
कहेकी हम अच्छो कामके ताहिँ ख्रीष्ट येशूमे सिर्जे भए बाके हातके सिप हए । हम बाके जैसे चलऐं फिर कहेके परमेश्वर पहिलेसे बे तयार करी रहए ।
11
जहेमारे याद करओ, अग्गु तुम शरीरमे गैरयहुदी होत पेती आदमीके हातसे खतना करनबारे तुमके "बेखतनाको" मनत् रहए ।
12
याद करओ, तुम बा समय ख्रीष्टसे अलग, इस्राएलके नागरिक हकसे बाहिर भए रहओ, और प्रतिज्ञाको करारसे बिराने, आशा नभए और जा संसारमे परमेश्वर बिनाके रहौ ।
13
तुम, एक समय ख्रीष्ट येशूसे दुर रहौ, अब ख्रीष्टको खुनसे बाके ठिन आए हौ ।
14
कहेकी बा हमर शान्ति हए । बा हमके दोनोके एक बनाई हए, और अलग करन बारो भिदुष्मनको भित उजाड दै हए ।
15
और बा व्यवस्थाके बाको आज्ञा और धार्मिक-बिधान सहित अपन शरीरसे खतम करी हए, कि जा दुईके बदलामे बा अपनाएमे एक नयाँ आदमी सृष्टि करए, और अइसी शान्ति बनाबए ।
16
और बा क्रुससे हम दोनोके एक शरीरमे परमेश्वर संग मेल करके दुष्मनके हराई ।
17
येशू आएके तुम दुर भए और जौने भए बारेनके मिलापको सुसमाचार सुनाई रहए ।
18
कहेकी बासे हम दोनो एकै पवित्र आत्मामे पिता ठिन पहुच पाए हए ।
19
अइसी अब तुम विदेशी और प्रवासी ना हओ, तव सन्तनके संग तुम संगी-नगरिक और परमेश्वरके परिवारके सदस्य भए हओ ।
20
बा घराना प्रेरित और अगमवक्तानके जग उपर बैठके बनो गओ हए, और ख्रीष्ट येशू अपनाए त खास पत्थर हए ।
21
बामे पुरो घर ठीक तरीकासे एकसंग जुडके प्रभुमे एक पवित्र मन्दिर होनकेताही एकसंग बनत जातहए ।
22
और पवित्र आत्मामे परमेश्वरको वासस्थान होनके ताहीं तुम फिर बामे एकसंग बनत जात हौ ।