अध्याय ९

1 १) येशु बारा चेलाहा बुलाडीन तीनुह आखा दुष्ट आत्मा अने बिमारी हाजा कोरने कोरीन शक्ती अने अधीकार आप्यु।

2 २) अने तीनुह परमेश्वरन राजन प्रचार करने अने बिमारी हाजा कोरने मुकल्यु। 3 ३) अने येशु तीनुह कोयु , वाटेमा कांहीज जुण लेता , नीते लाकडु नी झुंवो नी रूटु नी पयहा नी दुय दुय कापड़ा।

4 ४) अने जीना कुणीन घर तुमुह थामाड़े चे रोयु , अने चे देखा नीकवी जावु। 5 ५) ज्यु कोण तुमरू स्वीकार नी कोरे (आधर) तीना शहर मा नीकवीन आपणा पायोन रजडु झटकी लेजु , के तीनुपर गवा रोयहे। 6 ६) अत: च्या निकवीन गांव - गांव सुसमाचार करता अने हर जागे माणहोह हाजा कोरता फिरता गया। 7 ७) अने देसोन चार खुणान राजा हेरोदेश , यो आखो हंबीवीन घाबराय गोयु काहाकी कोतरा माणहे कोया के योहान मरलाम देखु जीवतु ओयलु से। 8 ८) अने कोतरा यो कोया , के एलीया देखायलु से, अने काही यो कोया की पेला भविष्यवक्ता देखु एक जीवतु ओयलु से। 9 ९) पुण हेरोदेस कोयु , योहन्ना ते मी मुंड तुडाव देलु , एवी यु कुण से जेरा बारामा यी वात हंबवह , अने राजा तीनाहा देखणेन कोयु। 10 १०) तेतार चेला आवीन ज्यो काय च्या कोरला ओता , राजाहा कोया , अने च्यु तीनुह अलग करीन बेतसेदा नावन एक नगरमा ली गयु। 11 ११) यो जाणीन गरदी तेरे फसव गोयी ,अने राजा खुशीमा चेलाहा मिवायु ,अने तिनुहाते परमेश्वरन राजन वात कोरयु ,अने ज्या हाजा ओयणे ओता तीनुह हाजा कोरयु । 12 १२) जेतार दिह ढव गयु तेतार बारा चेला आवीन तीनाहा कोया " इनी गरदी जाणे दे ,चारो वखे जाईन गांव अने वहतीमा जाईन सातान कोरीन रयणे जागु अने खाणा खाणे बंदोबस करे ,काहाके आमु सुनसान जागामा से । 13 १३) येशु तीनुह कोयु" तुमु इनुह खाण आपु ," चेला कोया ,आमरे पा पाच रुटा अने दुय मासा से ओवी काई नीमले ,पुण अगर आमु जाईन इनु माणहोन कोरीन वेचातो खाणे लावे ते ओय सेकतलो ‌।

14 १४) काहाके च्येहरी कमसीकम पाच हजार माणहे ओता ,अने येशु चेलाहा कोयु ,,इनुह पचास पचास कोरीन रागेमा बडाड देयु । 15 १५) चेला तेहेज कोरया ,अने आखाहा बोठाड देण्या ।

16 १६) तेतार येशु पाच रुटा अने दुय मासा लेदु ,अने सरग वखे बावीन धन्यवाद कोरयु ,अने मुडी- मुडीन चेलाहा आपतु गोयु , अने माणहह वाटता गयु ।

17 १७) तेतार आखा खाईन पेट भराय गोयो अने उगरला रुटान टुकडा बारा मुहका बराया ,।( २ राजा ४:४४) 18 १८) जेतार येशु एखलु प्रार्थना कोरने गोयु तेतार चेला तेर हाथे ओता तेतार येशु तीनुह फुशु माणहे मेहे काय कयतला ? 19 १९) चेला जवाब आप्या युहन्ना बाप्तिस्मा आपणारु कुण कुण एलीयाह अने कुण कोयु के जुनला भविष्यद्वकता मायन कानलु जीवतु ओयलु से" 20 २०) येशु तीनुह फुशु " पुण तुमु मेहे काय कोयतला ? पतरस जवाब आप्यु , परमेश्वरन मसीहा । 21 २१) तेतार येशु तीनुह चेताडयु ,अने कोयु " यो कुणीह जुण कोयता। 22 २२) अने येशु कोयु माणहन पुरया ह जरुरी से के येशु खुब दुख उठावे ,अने पुजारा मुखी याजक अने शास्त्री येशुह तुच्छ जाणीन मार नाखे अने येशु तीसरे दिह जीवतु ओयहे " 23 २३) येशु आखाह कोयु ,अगर मारे फसव आलणे हुदे ,ते खुदह इन्कार करे दाडीन दिहे आपणु क्रुस उखलीन मार फसव आवे ।

24 २४) काहाके जु कुणी जीव वाचाडने कोरहे च्यु तीनाहा खुव देहे पुण ज्यु कुण मारे कोरीन आपणु जीव खुवे च्युज वाचहे । 25 २५) अगर माणुह आखो जग पावलेय ,अने आपणु जीव खुव देय किंवा नुकसान उठावे ,ते तीनान काय लाभ 26 २६) ज्यु कुणी मारसी अने मारी वातो देखु लाजवायहे ,माणहन पुरयु भी तेरी महिमा अने पीतान महिमा अने स्वर्ग दुतोन महिमा मा आवहे तेतार लाजवायहे । 27 २७) मी तुमुह खंर कोयो ज्या चहारी उभा से इनुमा ओहलो से के जा तक परमेश्वरन राज्य नी देख लेय तहा तक मौत नी देखे 28 29 २८) इनी वातोन काही आठ दिहमा येशु पतरसह अने युहन्ना अने याकुब अने तेरा कपडा सफेद ओयीन चमकणे लाग्या । २९) जेतार प्रार्थना कोरने बाजरोय ओतु ,तेतार तेरु रुप बदली गई अने तेरा कपडा सफेद ओयीन चमकणे लाग्या । 30 ३०) तेतार मुसा अने एलीया या दुय जण तेर हाथे वात करता ओता ।

31 ३१) या तीनु चेलाहा खरा देखाय पडया ,अने येशुन मोरनेन चर्चा कोरता ओता ,जी यरुशलेम मा ओयणे वाली ओती । 32 ३२) पतरस अने तेरा हातीह नींद मा ओता अने हसकरीन जाग आवी ते तेरी महिमा अने दुय जण ज्या येशु हाते उभ रोयला देख्या ।

33 ३३) जेतार चेला येशु हाते गया ,तेतार पतरस येशुह कोयु ,हे स्वामी आमरो या रोयणे भलो से, अतः आमु तीन मंडप बणावजे एक तार कोरीन एक मुसान कोरीन अने एक एलीयान कोरीन येशु जाणतु नी के काय कोयणो बाजरोया । 34 ३४) च्या यो कोयता ओता के वादवो आवीन उपर सांवाय गयो जेतार च्या वादवा पोर देखा पोडणे लग्या ,ते च्या भीह गया 35 ।३५) अने तीना वादवामा देखु आवाज आव्यु ," यु मारु पुरयु अने मारु निवडलु से,एरो हंबवु ।( २ पतरस १७:१८, यशायाह ४२:१) 36 ३६) यो शब्द यते येशुह एकलु देख्या ,अने च्या ठावका ओय गोया ,अने जो काय देखला ओता ,तेरी वात तीना दिहोमा कुणीह नी कोया । 37 ३७) अने दिहरे दिह जेतार च्या पहाड पर देखा उतरयु तेतार एक खुब मोटी गरदी मिवायी । 38 ३८) तेतार गर्दी मा देखु एक जण आयडीन कोयु, हे गुरु मी तोह विनती कोरो की मारा पुरया पर क्रपा दृष्टी कर काहाके च्यु मारु एकुलतु एक पुरयु से 39 ।३९) अने देख दृष्टशक्ती तीनाहा हारतली , एने च्यु एकाकी आयडी पोडतलु ,अनु च्यु तीनाहा एंहे मोहकतली की मुय मा फेदरो आव जातलो ,अने तीनाहा कुचणीन छुड देतली ।

40 ४०) अने मी तारा चेलाहा विनती कोरलु , के तीनीह निकाव पुण च्या नी निकाय सेक्या । 41 ४१) येशु जवाब आप्यु,हे अवीश्वासी अने कठीन माणहो मी केतार तक तुमु हाते रोयीह ,अने तुमुह सहन कोरीन ? तारा पुरयाहा याहरी लाव । 42 ४२) च्यु आवतु ओतुन दृष्टी शकती तीनाहा आसटीन मोहकी ,पुण येशु तीनी दुष्टसकतीह जुलयु ,अने पुरयाहा हाजो कोरीन तैराई बाबाहा होप देन्यु । 43 ४३) तेतार आखा माणहे परमेश्वरन महासामर्थ देखीन आश्चर्य कोरया ,पुण आखा माणहे तीना आखा कामो दोखा ज्यो येशु कोरतलु , अचंभा कोरता ओता ,तेतार येशु तेरा चेलाहा कोयु । 44 ४४) यी वात तुमरा कानो मा पोड रोये ,काहाके माणहन पुरया माणहन आथमा धरायणेमा आवहे । 45 ४५) पुण चेला इन वातह नी समझ्या अने यो तीनुह देख लिकायीन रोयो के इनाहा जाणीन नी सेके ,अने च्या इन वातन फुसणे भिता ओता । 46 ४६) ओवते तींदरे मा यो वादावाद ओयो के अमुमा मोटु कुण ? 47 ४७) पुण येशु तीदंरा मनन विचार जाण लेदयु ,अने एक पुरयाहा लावीन तेर पाह उभु कोरयु ? 48 ४८) अने तीनुह कोयु ," ज्यु कुण मार नाव देखु इना पुरयाहा सीकार कोरहे ,च्यु मारा मुकलने वावान स्वीकार कोरतलु ,काहा के तुमुमा आखाम आयताम आयतो से च्यो मोटो से " 49 ४९) तेतार योहान कोयु " हे स्वामी आमु एक माणहोम तार नाव से दृष्ट आत्मा निकोवलो ,देख्या अने आमु तीनाहा मना करला ,काहाके च्यो आमरे हाते आवीन तार फसव आवे । 50 ५०) येशु तीनुह कोयु ,तीनाहा मना मा कोरु ,काहाके च्यो तुमरा विरोध मा वे ,च्यो तुमरी वखे से। 51 ५१) जेतार तीनाहा उपर उठावणेन दिही पुरा ओयण्या से,तेतार येशुने यरुशलेम जाणेन पक्कु विचार कोरयु । 52 ५२) अने च्यु तेरा दुतोह ओगव मुकल्यु ,च्या सामरीयान एक गांव मा गया , के तेरे कोरता जागु तयार करे । 53 ५३) पुण तीनु माणहोह उतरने नी देन्यु ,काहाके च्या यरुशलेम मा जाता ओता । 54 ५४) यो देखीन तेरा चेला याकुब अने योहान कोया ,हे प्रभु काय तु यो हुदतलु के आमु आज्ञा आपजे के वादवापर देखो आखटो पोडीन तीनुह भस्म कर देय? 55 ५५) पुन फिरीन तीनुह जुल्म ,अने कोयु ,तुमु नी जाणतला की तुमु कानली आत्मान से ,काहाके माणहोन पुरयु माणहन जीव नाश कोरने नी पुण वाचालणे कोरीन आवलु से, 56 ५६) अने च्या दुहरा गाव मा जात रोया । 57 ५७) जेतार वाटे जाता ओता तेतार तीनुह कुण तरी कोयो " जां जां जाहे मी तार फसव आवीह । 58 ५८) येशु तीनाहा कोयु कुल्यान दर अने चीडान रोयणे से पुण माणहन पुरयान मुड लिकाडणेन भी जागु नीमले । 59 ५९) च्यु दिहराहा कोयु ,मारे फसव चाल " च्यु कोयु " मे हे पेल जाणे दे ,मारा बाबाहा ढाट आवं " 60 ६०) येशु तीनाहा कोयु ,मरलाहा मरला ढाकणे दे ,पुण तु जाईन परमेश्वरन राजन वात कोयु । 61 ६१) एक ओवी दिहरु भी कोयु ," हे प्रभु मी तार फसव आवं पुण पेहले मेहे जाणे दे मारा घरवालाहा मिवायीन आवो ।( १ राजा १९:२०) 62 ६२) येशु तीनाहा कोयु," ज्यु कुण आपणु हाथ वखर पर मेकीन फसव देखे च्यु परमेश्वरन राजन लायक नीमले ।