पाठ - 3

1 क्या नानी फिर पानके बड़ाई घय हारे ,या नानी के घयनु समान के सिफारिश के कितबला ,या ननिला पास बीते को वाह या ननी दी कतेको वा | 2 नानी के किताबें ननी ही जुस्सा ,सो नानी के ह्रदय में लिख्खो तरया वा|अवरी आई जम्मा मंछ पहचानते है अवरी पढ़ढो हारे | 3 अई प्रगट बाकी नग़ मसीह की पत्री जुस्सा जी के नानी सेवके के समान लिख्खवा अवरी जो सियाही से हा हा ,परन्तु जिन्दा परमेश्वर के आत्मा से धुन्गे की पटरी पर हा हा परन्तु हृदय की मांस रूपी पटरी पर लिख्खो तरया वा | 4 नानी मसीह के दुआरा परमेश्वर पर इन्दल ही भरोसा रख्खो हारे | 5 अई हा हा ,की नानी पानके से पानके अई योग्य वाई ,की पानके अवरी से को बतकाब या विचार घय सक्को रे |पर नानी के योग्यता परमेश्वर की अवरी से वाई | 6 जोई नानी नई वाचा के सेवक ही खानी हा हा वरन ,आत्मा जिन्दा खयेरे | 7 अवरी यदि मृत्यु की अई वाचा जो के अक्षर धुन्ग पर खोजव गये थे ,अई तक की तेज हिय्ये ,की मूसा के मंग पय जो तेज के कारणों कम ही हारे, इस्राएल आइके मंग हा दोब्बो स्याकोरे | 8 तो आत्मा के वाचा अवरी की तेज कना हिरी | 9 कियोंकि जब दोषी ठहरने वाली वाचा तेज थी ,तो धर्मी ठहरने वाली वाचा अवरी तेज कना हिरी| 10 अवरी तेज ही ,आई भी तेज के कारण जो आइसे बढकरे तेज ही ,कोई तेज हिरी | 11 कियोंकि जब आई कम ही हारे तो तेज ही तो आई हमेशा खानी गु हिरी तो आई तेज कना हिरी | 12 इसलिए नानी इंद आशा रख्खोत्वरी हिम्मत के संगे हा हा हारे | 13 अवरी मूसा की समान हाँ हाँ ,जोने पानके ऊपर पर्दा ओड़ा ही |ताकि इस्राएली आई घटने वाली वस्तु के अंत का हा दब्बो सके | 14 परन्तु आईला के दिमाक बंद हिय्ये ,कियोंकि आज तक्के पुरानो नियमला के पढ़व समय्या के आईला के ह्रदयों पर आई पर्दा पव्व हारो |पर मसीह में हईरे | 15 अवरी आज तक्के जबलय मूसा की पुस्तकें पढ़वारी तो आइके ह्रदय या पर्दा पडडो हारे| 16 परन्तु जब आइक ह्रदय प्रभु के अवरी से फिरेगा ,तब आई पर्दा हईरी | 17 प्रभु आत्मा तो ही अवरी जहालय प्रभु के आत्मा वाई आई या आजाद वाही | परन्तु जब्बे नानी जम्मा के हा ढक्को तरया से प्रभु प्रताप अई तरह प्रकट ही हारे | 18 जो प्रकारे शीसाया तो प्रभु के दुआरा जो आत्मा नानी आई तेजस्वी रूप में अंश अंश के बदलते गा हारे |