पाठ - 13

1 अवे तिहारे बार ननि हे नाबीहारे गणहे ना बतकाव ठहोरिरी जिगास्यारे | 2 जोहो ना दोहोरे बारे ननि क इन्द लय अब दुह्त्ते खायरे जो या पय्लो पाप खयहावरे ओवरी जम्मा अब पय्लो यदि ना बीरी ना ओतोने | 3 ननि अइला अय प्रणाम घ्यरे मसीह जो हारे येरी परन्तु सामर्थ हिरी | 4 आई निर्बल के कारण क्रूस रे चड़ावा तबयता परमेस्वर के सामर्थ जीवने हीरे नानी ता निर्बल ही परमेस्वर के जो ननि लाक संग हिरी | 5 पानीके प्राण के परखो की विश्वास पानीके जाचो ये रे क्या ननि ला लय ओवरी निर्बल हिरी यीशु मसीह के निक्माऊ तोगे | 6 पर ना आशा हो की ननि लय जिजाना हे |नानी के निकाय ही | 7 ओवरी नानी पानीके परमेस्वर रे प्रार्थना घयरिव ना अयखानी बुराई हा घयरिव अयखानी हर रेख देख या की ननि भुलाई खयनी | 8 कोयला नानी सत्य बिरोध लाक हो कोयला हा घय साकोय रे| 9 जबे निर्बल तुम बलवत चिहिरी तबय आन्दित चिहिरी ना प्रार्थना घ्यरी की ननि खुद चिहिरी | 10 अय कारने ना अय ब्त्काऊपीवे चेटा हा घयरे ओवरी हा लिखोरे आय अधिकारे के अनुरोध घय प्रभु के बिगड़उरे के लिए हा बाना वेरे बनावेरे ना बहाये रे कड़ाइ दी हन्नू घयको हिरी | 11 निदान हे बहुआ आनंदी गुहानी ओवरी सूदहिन् डारस डा मनयनाला नि तबय मेल हिरी प्रेम अवरी शांति मिलोरी नानी डाता परमेस्वर ननि माटाइ हिरी | 12 डा दोहोरे पवित्र चुम्त्न से नमस्कार ख्यरी | 13 जम्मा पवित्र मनह हिरी नमस्कार खयनी | 14 प्रभु यीशु मसीह के अनुग्रह ओवरी परमेस्वर के प्रेम ओवरी पवित्र आत्मा के सहभागी ननि जम्मा के संग हिरी|