पाठ - 4

1 का हम फिर आपन बढाई कारय लगें य हमय दुसरे लोगन के नई सिफारिस क्य चिठ्ठी तोहरे लगे लावे य तुह्से लियका बाट। 2 हमार चिठ्ठी तुही ह्या जवन हमरे करेजा पय लिखी बाटय आउर वह्का सब मनाई पहिचानत आउर पढा थिन। 3 ई सामने बा कि तू मशीही कय चिठ्ठी जेहेका हम्सबन सेवकन कि नाई लिखीं आउर जवन सेही से न लिखीं लकिन जियत परमेश्वर आत्मा से पथरे पटिया पय नाही लेकिन तव हिर्दय के मांस के जइसन तकथी पय लिखीं हें। 4 हम मशीहा कय साथे परमेश्वरव के साथे आइसनेय भरोसा राखी थय। 5 ई नहीं कि हम आपनही आप से यह लायक हे कि आपन लगे से कुछु बिचार सकी लकिन तव हमार गुड़ परमेश्व कि लगे से बाटय। 6 जवने स हम का नवा बात कय दाह्स हुवय लायक कई दिहिन हे सबद कय दास नहीं लकिन आत्मा कय दास, काहेसे सबद मारथय आत्मा जियावत है 7 आउर मान लिया मरय के ई बात जेकर लिखावट पथरे पय खोदे गय रहे यह तक कि उजियार भय कि मुशा के मुहा पय उजियार के मारे जवन घट्ट जात रहा इस्रायल वकारे मुह पय निगाह नाय कई सकत रहे । 8 तव आत्मा कई बचन औउरो उन्जियारा काहे ना होए । 9 काहे से जब गलत करय वाली बचन उजियारा वाली रहि तव धर्मी बताय वाली वचन आउर उजियारा वाली कहे न होए। 10 आउर जवन उजियार रहा ऊहो वाई सन उजियार के जइसन ओहू से बढ कय उजियार रहा तनिको उजियार नाही लाग। 11 काहे से जवन उ धटत जात रहा उजियार रहा तव उ जवन रुका रहा आउरो उजियार काहे न रहे। 12 तव ऐसन विश्वास कई कय हमरे सब हिर्दय से ए लगे बोली थय। 13 आउर मुशा के जैसन नाही कि जवन आपने मुह पय पर्दा डारे रहीं जवने से इस्राइली वह आवय वाली चीज कय खतम हुएक न देखय। 14 लिकिन तव वय सब मुरुख होई गए काहे से कि आज ले पुरनका जानकारी का पढ़त रहे वनके आखी पय उहय पर्दा पड़ा राहत रहा जवन अब मशीह मा उठि जात है। 15 आउर आजले जब कबहू मुशा कय किताब पढ़ी जात रहि तव वनकय आखी पय पर्दा पड़ा रहत रहा। 16 लकिन तव जब कबहू वनकय हिर्दय मसीही की ओर घुमे तव उ पर्दा उठि जाये। 17 प्रभु तव आतिमा हे आउर जहा कहू प्रभु कय आतिमा बय वही सब सुखी बाय। 18 लकिन तव जब हम लोग नागी आखी से परमेश्वर कय उजियार आईसन देखात हे कि जइसन शीशा माहय तव परमेश्वर के जइसन जवन उजियार हे हम वही कय उजियार जइसन थोरय थोरय कई कय बदला जाई थय।