Genesis 3

Genesis 3:1

सर्प ने हव्वा से पहला प्रश्न क्या पूछा था?

सर्प ने हव्वा से पूछा, "क्या सच है कि परमेश्वर ने कहा, ‘तुम इस वाटिका के किसी भी वृक्ष का फल न खाना?’"

Genesis 3:4

जब हव्वा ने सर्प से कहा कि यदि वे वाटिका के मध्यस्थित उस वृक्ष का फल खाएंगे तो मर जाएंगे तब सर्प ने क्या कहा?

सर्प ने कहा, "तुम निश्चय न मरोगे"।

Genesis 3:5

सर्प ने क्या कहा कि उस फल को खाने का परिणाम होगा?

सर्प ने कहा कि वे परमेश्वर के तुल्य हो जायेंगे, उन्हें भले और बुरे का ज्ञान हो जायेगा।

Genesis 3:6

उस वृक्ष के फल की किस बात से हव्वा आकर्षित हुई थी?

उसने देखा कि उस वृक्ष का फल खाने के लिए अच्छा है और देखने में मनभाऊ है, और बुद्धि देने के लिए चाहने योग्य भी है।

किसने फल खाए?

स्त्री ने तोड़कर खाया; और अपने पति को भी दिया, और उसने भी खाया।

Genesis 3:7

फल खाने के बाद उनके साथ क्या हुआ था?

फल खाते ही उनकी आंखें खुल गईं और उन्हें अपने नंगेपन का बोध हुआ।

Genesis 3:8

जब परमेश्वर वाटिका में आये तब स्त्री और पुरूष ने क्या किया?

वे परमेश्वर से छिप गए थे।

Genesis 3:10

जब परमेश्वर वाटिका में आये तो आदमी ने अपने आपको उनसे क्यों छुपाया?

आदमी इसलिए छिपा क्योंकि वे नंगा था और वह डर गया।

Genesis 3:12

आदम ने उस फल को खाने का दोष किसे दिया था?

आदम ने हव्वा को दोष दिया था।

Genesis 3:13

हव्वा ने किसको दोष दिया था?

हव्वा ने सर्प को दोष दिया था।

Genesis 3:15

परमेश्वर ने सर्प और स्त्री के बीच कैसे संबंध स्थापित किया?

परमेश्वर ने कहा वो उनके बीच बैर उत्पन्न करूँगा।

Genesis 3:16

परमेश्वर ने स्त्री के प्रसव के समय उसे कैसा श्राप दिया?

परमेश्वर ने स्त्री के प्रसव पीड़ा को बहुत बढ़ाया।

Genesis 3:17

परमेश्वर ने पुरूष को क्या श्राप दिया?

परमेश्वर ने भूमि को श्राप दिया कि पुरूष पसीना बहाकर दुख के साथ पृथ्वी की उपज खायेगा।

Genesis 3:20

आदम ने अपनी पत्नी का क्या नाम रखा और क्यों?

आदम ने उसे हव्वा कहा क्योंकि वह सब जीवित मनुष्यों की माता हुई।

Genesis 3:21

परमेश्वर ने आदम और हव्वा के कैसे वस्त्र बनाये थे और क्यों?

परमेश्वर ने उनके लिए चमड़े के वस्त्र बनाये थे।

Genesis 3:22

परमेश्वर ने क्यों कहा कि आदम जीवन के वृक्ष का फल न खाये?

परमेश्वर ने कहा आदम को भले और बुरे का ज्ञान हो गया था इसलिए उसे जीवन के वृक्ष का फल नहीं खाना था, क्योंकि तब वह सदैव जीवित रहेगा।

Genesis 3:24

आदम को जीवन के वृक्ष का फल खाने से रोकने के लिए परमेश्वर ने क्या किया?

परमेश्वर ने उसे अदन की वाटिका से बाहर निकाल दिया और जीवन के वृक्ष के मार्ग में करूबों को नियुक्त कर दिया।