सदौम को पूर्णत: लूट लिया गया जिसमें लूत और उसकी पूरी सम्पत्ति थी।
सदौम को पूर्णत: लूट लिया गया जिसमें लूत और उसकी पूरी सम्पत्ति थी।
अब्राम ने अपने 318 प्रशिक्षित पुरूषों के साथ उनका पीछा किया।
अब्राम ने दमिश्क नगर के उत्तर में उन राजाओं से युद्ध किया और सारी सम्पदा, लूत और अन्य सब बन्दियों को लौटा लाया।
अब्राम ने दमिश्क नगर के उत्तर में उन राजाओं से युद्ध किया और सारी सम्पदा, लूत और अन्य सब बन्दियों को लौटा लाया।
सदोम का राजा और शालेम का राजा मेल्कीसेदेक उससे मिलने आये थे।
सदोम का राजा और शालेम का राजा मलिकिसिदक उससे मिलने आये थे।
मलिकिसिदक परमप्रधान परमेश्वर का याजक था।
मलिकिसिदक रोटी और दाखमधु साथ लाया जब वह अब्राम से मिलने आया।
मलिकिसिदक ने अब्राम को आशीष दिया और सर्वोच्च परमेश्वर को धन्य कहा।
मलिकिसिदक ने अब्राम को आशीष दिया और सर्वोच्च परमेश्वर को धन्य कहा।
अब्राम ने मलिकिसिदक को संपूर्ण लूट का दसवां भाग भेंट में दिया था।
सदोम के राजा ने अब्राम से कहा कि वह लूट का सब सामान रख ले परन्तु सदोम के निवासियों को लौटा दे।
अब्राम ने यहोवा, परम-प्रधान परमेश्वर की ओर हाथ उठाकर कहा कि वह नहीं चाहता था कि सदोम का राजा कभी कहे कि उसके कारण अब्राम धनवान हुआ है।
अब्राम ने उत्तर में कहा कि उसको उस सम्पत्ति में से कुछ नहीं चाहिए, केवल उसके साथियों ने जो कुछ खाया और जो उनका भाग था उसे वह नहीं लौटायेगा।
अब्राम ने यहोवा, परम-प्रधान परमेश्वर की ओर हाथ उठाकर कहा कि वह नहीं चाहता था कि सदोम का राजा कभी कहे कि उसके कारण अब्राम धनवान हुआ है।
अब्राम ने उत्तर में कहा कि उसको उस सम्पत्ति में से कुछ नहीं चाहिए, केवल उसके साथियों ने जो कुछ खाया और जो उनका भाग था उसे वह नहीं लौटायेगा।