अध्याय 8

1 ज्येत्यार जी वात आमु कोय रया से , तिनामा आखा दोखी मोटी वात यी से के , कि आमुरा ओहलु महान पुजारू से , ज्यु सोरग पोर , महामोहिमन राजगादी जाईन बोठयु ! 2 ओवी पवित्रस्थान ओवी तीना खोरला तम्बु के सेवक ओयलु , जिनाहा कुणीन माणहोन निम्बे , पुण पोरबु उबोराखलु से ! 3 काहा के हर एक महापुजारू भेट , ओवी बलिदान चढावणेन कोरीन ठहरावणेन जातला इनान कोरीन जरूरी से , के इनान हात भी काय चढाणे कोरीन रोयतलो , 4 ओवी मसीह धरती ओयतु ते कभी पुजारू नी ओयनु , इनान की धरती पोर व्यवस्था गोथ भेट चढावणे वाक ते से ! 5 ज्यो सोरग मायलु चीज तिना सारखो ओवी प्रतिबिम्ब , * सेवा करतोला से , जेहे ज्येत्या मुसा तम्बु बोनावणे पोर ओतु , ते तिनाहा यो चेतावनी जुडी , देखु जो नमुना तोहो बैयडा पोर देखाहो गोयलोओले , तिनान गोथ आखो काय बोनाव ! 6 पुण तिना पुजारा देखु बोडीन सेवा येशुहु जुडली , काहा च्यु ओवी बी उत्तम वाचा का मध्यस्थ ठहरायलु ओवी ज्यो उत्तम प्रतिज्ञा सहारे बांधणेम आवलो । 7 काहा ओवी यी पेल्ली वाचा निदोष ओती , ते दुहरी कोरीन अवसर नी हुदणे नी आवतली ! 8 पुण बोगवान माणहो पोर दोष लागाडीन कोयतलु से , पोरबु ओयतलु के , देखु च्या दिही आवतला से , कि मी इस्त्राइल घराणा के होते ओवी यहुदा घराना हाते , नवी वाचा बांधीही । 9 यो तीना वाचा गोय नीबें , जो मी तिनंदरा पुराना के होते तिना समयमा बांधी ओती , जेत्यार भी तिदरा आत दोरीन तिनाहा मिस्त्र देशमा दोखु निकावीन लाव्यु , काहाके च्या मारी वाचा पोर स्थिर नी रोयु , ओवी भी तिनान सुधी नी लेदयु , पोरबु यो कोयतलु से । 10 ओवी पोरबु कोयतलु से , कि जी वाचा भी तिना दिहोन बाद इस्राएल घराना होते बांधी च्यो यो से , कि मी आपनी व्यवस्था तिंदरा मोनोमा नाखीही , ओवी तिदरा हृदय पोर लिखीही , ओवी मी तिदरू बोगवान ठहरी , ओवी च्या मारा माणहे ठहरहे । 11 ओवी हर एक आपणा देशवावा या और आपणा भायहो यो शिक्षा नी आपे , कि तु पोरबु उवख काहा के आयता से भोय ताक आखा मेहे जाण ले ! 12 काहा मी तिनान अधर्म के विषय मा दयावंत ओयी , ओवी निनान पापो मी फोसु याद नी कोरो ! 13 नवी वाचान स्थापन से तिनाम पेल्ली वाचा के पुरानी ठहरावी , ओवी जो चीज पुराली ओवी जीर्ण ओय जातली से तिंदरो मिट जाणो अनिवार्य से !