अध्याय 6

1 इनान कोरीन आवु मसीह शिक्षा पेल्ली वातोहो छुडीन आमु सिद्धुता खोर बढोता जाना , एन मोरलो ओयलो काम देखो मन फिरावु , एने बोगवान पोर विश्वास कोरू ! 2 एने बापतिसमा एने हात मेकने एने मोरला जीवता उठने, एने आखरी न्याय शिक्षारूपी फयु ओवी मा नाखु ! 3 एने ओवी बोगवान चाहे ते आमु यो कोरहु ! 4 काहाके ज्या एक वार उजोड देख्या से , ओवी ज्या सोर्गीय वरदान का सवाद चाख्या चुक्या से एने पवित्र आत्मान भागी ओय गोया से ! 5 एने बोगवानोन उत्तम वचन एने आवने वावो युगन सामर्थ सवाद साख लेदला से ! 6 कदाम च्या भटकी बी जाहे ते तिनुहु मन फिरावोन ओवी नवला बोणावणु अनहोनो से , काहा के च्या बोगवानोन पुरियाहा आपणे कोरीन फोसो क्रुसपोर चढावलासे , ओवी प्रगट मा ओवी तिनाहा कलंक लागाडतला ! 7 काहा जो धरती वरहातोन पाणी ज्यो तिनापोर बार – बार पडनोलोसे , मी पीन ज्या माणहे कोरीन च्या जुलो उरणे जातला से , तिना अमोन मा सांगपानी उगतलो से, च्या बोगवानोन खेर आशीष पावतला से ! 8 पुण यदी च्या वाडी – या उपकाता उगाडतला से , तेत्यार निकम्मु एने श्रापन , ओयने पोर एने तिनान आखरी हलगावणे से ! 9 पुण हे प्रिय यदी आमु यी वात कोयतला से ते यी तुमरा विषय मा आमु इना देखो होजो एने उद्धार कोरणेन वातोन भुरहु कोरतला से ! 10 काहाके बोगवान अन्याय करणारू नींबे कि तुमरा कामोन एने तिंदंरा प प्रेमोहो विहरी जाहे , जो तुमु तिहरा नावोना कोरीन इनी रीती देखावा कि पावित्र माणहोन सेवा करे , ओवी कोरी भी रोयाहा ! 11 पोर आमु खुब चाहतलो से ' के तुमु मा दोखा हर एक जन आखरी तक पुटी आया कोरीन ओहलो ही खुश करना रोये ! 12 काहाके तुमु उजग्या नी ओय जाये , पुण तिंदरा सारखा कोरू जो विश्वास एने धीर के द्वारा प्रतिज्ञाए के वारस योयला से ! 13 एने बोगवान ओने अब्राहमहो प्रतिज्ञा आपणेन समय , ज्येतार कि कसम खानेन कोरीन कुणीही भी आपने दोखा मोटान फचा नी आपणी ही शपत खाईन कोयु ! 14 मी खोरो खोराये तोहो खुप मोये आर्शीवाद आपीही , ओवी तारा पुन्यापारीही भी बढोल जाए ! 15 ओवी इनी रीती तिनाहा धीर धरीन प्रतिज्ञा कोरनेन वात प्राप्त कोर लेदलु । 16 माणुहु ते आपणो दोखु काणहा मोटलान कसम खाया कोरतलु , से , एने तिंदरा हर एक विवादोन शपत दोखु पकको करतलु से । 17 इनान करीन जेत्यार बोगवान प्रतिज्ञान वाररू पोर ओवी भी साफ रिती से प्रकट करणे चाहयु कि तेरी मनसा बदल सकतली तेत्यार शपथ , वात विसमा लावलु । 18 ताकी दुय वे बदल वावा के द्वारा तिनान व विषयमा बोगवाणोहो झुठो ठहरावणु अनहोना हे आमरो दृढ़ता से डाढस , बांधजाऐ जो शरण इनान कोरीन दोवडा के तिनी आशा सामने मेकली से तीनीही प्राप्त कर लेऐ । 19 ची आशा आमरो प्राण कोरीन ओहलो , लंगर से ज्यो स्थिर एने मजबुत रोये एने परदा माय लोगन पुगाडतलु से ! 20 ज्याहरी येशु ने मलिकीसिदक रीतीपोर सदा कालोन महापुजार बोणीन आमरेत कोरीन अगुवान रूपमा प्रवेश कोरलु से ।